प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह की अध्यक्षता में आज कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में शिमला नगर निगम चुनाव को लेकर पार्टी के मेनिफेस्टो कमेटी की बैठक हुई। बैठक में मेनिफेस्टो को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा हुई, जल्द ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। बैठक में कहा गया कि शिमला शहर के लिये आम लोगों से जो लिखित सुझाव मांगे गए थे उन पर विचार करने के बाद उन्हें भी मेनिफेस्टो में शामिल किया जाएगा। बैठक में ग्रामीण विकास मंत्री अनिरुद सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक हरीश जनारथा, आशीष बुटेल कांग्रेस महासचिव यशवंत छाजटा, अमित पाल सिंह व देवेंद्र बुशेहरी ने भाग लिया।
राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित सहायक कमांडेंट जितेंद्र सिंह कवंर ने आज मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह से भेंट की। यह एक शिष्टाचार भेंट थी।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कांगड़ा सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष जगदीश सिपहिया के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की तथा ईश्वर से परिवार को इस असहनीय दुःख को सहन करने की प्रार्थना की। अपने शोक संदेश में ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जगदीश सिपहिया कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही थे और पार्टी में उनकी कमी हमेशा महसूस होगी। वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और शुक्रवार को चंडीगढ़ के एक अस्पताल में उनका निधन हुआ।
शिमला जिला के रामपुर बुशहर के बाल कलाकार मास्टर भाविक राजा ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू पर गीत तैयार किया है, जिसे मास्टर भाविक के अलावा प्रसिद्ध गायक डॉ. कपिल शर्मा ने भी अपनी आवाज़ दी है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार देर सांय इस गीत को रिलीज़ किया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक रवि ठाकुर, हिमाचल प्रदेश राष्ट्रीय बचत राज्य सलाहकार बोर्ड के उपाध्यक्ष प्रकाश चन्द कराड़ तथा प्रदेश कांग्रेस सचिव गिन्नी चौहान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश विधान सभा के माननीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कांगड़ा कॉ-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष जगदीश सिपहिया के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। अपने शोक संदेश में पठानिया ने कहा कि जगदीश सिपहिया 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में सुलह विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़े थे तथा पूर्व में कांगड़ा कॉ-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष रह चुके थे। जगदीश सिपहिया कांग्रेस सेवादल के एक अनुशासित नेता भी रहे थे। पठानिया ने कहा कि जगदीश सिपहिया जमीनी स्तर से जुड़े नेता थे। वे एक प्रखर वक्ता थे तथा सीधे तौर पर गरीबों, असहायों तथा समाज में पिछड़े तपकों से जुड़े थे। उनके निधन से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई करना मुश्किल है। पठानिया ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है तथा संपूर्ण परिवार को इस असहनीय दु:ख को सहन करने की परम पिता परमात्मा से प्रार्थना की है व दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।
शिमला नगर निगम के चुनावों के लिए कसुम्पटी वार्ड नंबर 27 के प्रभारी जोगिंदरनगर के विधायक प्रकाश राणा ने कसुम्पटी वार्ड में प्रचार अभियान को गति दी है । प्रकाश राणा भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी रचना झीना शर्मा व उनकी टीम के साथ स्वयं घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। प्रकाश राणा ने वार्ड नंबर 27 में घर-घर पहुंचकर जनता के साथ संपर्क साधा और जनता से शिमला नगर निगम के विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देने का आग्रह किया । उन्होंने कहा कि कसुम्पटी वार्ड के विकास के लिए रचना झीना शर्मा को समर्थन दें ,निश्चित रूप से बेहतरीन प्रत्याशी हैं, जुझारू है और जनता की आवाज को उठाएंगी। उन्होंने कहा कि कसुम्पटी को आगे बढ़ाने के लिए रचना झीना शर्मा को पार्षद बनाएं। इस अवसर पर प्रकाश राणा ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया ,उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए झूठी गारंटियों को दिया अब जनता पछता रही है। उन्होंने कहा कि युवा, महिला, किसान ,बागवान हर वर्ग के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस की सरकार गारंटी शिमला में देने बात कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दी गई गारंटीया पूरी की नही और शिमला नगर निगम की जनता को गारंटी देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा की जनता कांग्रेस की असलियत जान गई है इसलिए किसी बहकावे में नहीं आएगी, जनता को पता है कि शिमला का विकास भारतीय जनता पार्टी ने किया है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी पुनःशिमला नगर निगम पर काबिज होगी और पूर्ण बहुमत के साथ है नगर निगम बना करके शिमला स्मार्ट सिटी को और आगे विकास में बढ़ाया जाएगा । इस अवसर पर कसुम्पटी की प्रत्याशी रचना झीना शर्मा ने कहा कि जनता का आशीर्वाद स्नेह, जिस प्रकार से मिल रहा है ,निश्चित रूप से उससे हौसला बढ़ा है ।उन्होंने कहा कि मैं वार्ड के विकास के लिए मैदान में हूं और जनता की आवाज को उठाने के लिए मैदान में हूँ । उन्होंने कहा कि वार्ड की समस्याओं को हल करना और कसुम्पटी को शिमला शहर का स्मार्ट कार्ड बनाना मेरा लक्ष्य रहेगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक जागरूकता के साथ-साथ सरकारी योजनाओं का लाभ मिले,शिमला नगर निगम से अधिक से अधिक बजट अपने वार्ड के लिए लाकर के विकास कार्य करवाना ,जनता ने जो समस्याएं बताई हैं उनका हल करना मेरी प्राथमिकता रहेगी। इस अवसर पर कसुम्पटी वार्ड भारतीय जनता पार्टी की टीम व कार्यकर्ता भी प्रचार में उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को 15 दिनों के भीतर ड्रोन के उपयोग के संबंध में प्रस्तावित नियम प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने यहां विभाग की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों की सुविधा और निगरानी व्यवस्था के लिए विभिन्न विभागों में बड़े पैमाने पर ड्रोन सक्षम शासन शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने ड्रोन कंपनी के सहयोग से चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों में चिकित्सा क्षेत्र से संबंधित परीक्षण किया है और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि ड्रोन संचालन के लिए सूचना प्रौद्योगिकी विभाग नोडल एजेंसी होगी और संबंधित जिलों के उपायुक्त ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल करने के इच्छुक संबंधित विभाग को सहयोग देंगे। उन्होंने कहा कि उपायुक्त ड्रोन हब विकसित करने के लिए स्थानों को चिन्हित करेंगे और इससे विभागों के कामकाज में भी दक्षता आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, विद्युत आपूर्ति लाइनों के पर्यवेक्षण, कृषि, बागवानी, स्वास्थ्य, सड़क संबंधी निगरानी, पर्यटकों की आवाजाही की निगरानी, अवैध खनन और पेड़ों की अवैध कटाई जैसे क्षेत्रों की निगरानी में ड्रोन प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि यह तकनीक विशेषकर राज्य के बर्फीले क्षेत्रों में अधिक उपयोगी साबित होगी। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राजस्व, वन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, तकनीकी शिक्षा और शिक्षा विभाग के 68 अधिकारियों सहित 189 लोगों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का पहला ड्रोन फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल आईटीआई शाहपुर में संचालित किया जा है और ड्रोन तकनीशियन कोर्स सात राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों मंडी, सिरमौर, शिमला, कांगड़ा, सोलन (2 आईटीआई) और कुल्लू जिलों में शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री ने विभाग की विभिन्न नवाचार पहल की भी समीक्षा की और लोगों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर विभिन्न विभागों की सभी हेल्पलाइनों को मुख्यमंत्री सेवा संकल्प-1100 हेल्पलाइन के साथ एकीकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग को राज्य के डिजिटल अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। राज्य सरकार लोगों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से विभिन्न सेवाओं में नवीनतम तकनीक शामिल करने को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, विधायक विनय कुमार, नीरज नैय्यर, अजय सोलंकी, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, सचिव सूचना प्रौद्योगिकी अभिषेक जैन, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी मुकेश रेपसवाल और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
नामांकन वापिस के अंतिम दिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला नगर निगम के एक और प्रत्याशी को कांग्रेस के पक्ष में लाने में सफल रहे। वार्ड 34 कनलोग से निर्दलीय प्रत्याशी आशा सूद ने आज मुख्यमंत्री सिंह से भेंट की तथा कांग्रेस की नीतियों एवं कार्यक्रमों में आस्था व्यक्त करते हुए पार्टी के प्रत्याशी के पक्ष में अपना नामांकन वापिस ले लिया। आशा सूद ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सुक्खू के नेतृत्व में लोगों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि इसलिए उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने का निर्णय लिया है।
हिमाचल प्रदेश के चार दिवसीय प्रवास के उपरांत आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को मशोबरा स्थित कल्याणी हेलीपैड पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गरिमापूर्ण विदाई दी। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू और प्रशासनिक, पुलिस व सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय चौड़ा मैदान शिमला की 'कोटशेरा एलुमनी एसोसिएशन' की आम सभा का आज आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अनुपमा गर्ग द्वारा की गई। इस आम सभा में हिमाचल प्रदेश सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट, 2006 के प्रावधानों के अनुरूप एसोसिएशन की गवर्निंग बॉडी का गठन किया गया। इसमें सर्वसम्मति से दिनेश ठाकुर को एसोसिएशन का अध्यक्ष, अनिल भारद्वाज को उपाध्यक्ष, डॉ. पीएल वर्मा को सचिव, पंकज शर्मा को सह-सचिव, विपिन कुमार को कोषाध्यक्ष तथा डॉ. प्रेम लाल, डॉ. नीरज शांडिल, चेतना शर्मा व दिनेश शर्मा को कार्यकारिणी सदस्य चयनित किया गया। प्राचार्य डॉ. अनुपमा गर्ग ने नई कार्यकारिणी को बधाई दी तथा आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व छात्र संगठन का महाविद्यालय के विकास में बहुआयामी योगदान रहता है। इस अवसर पर महाविद्यालय के सह-आचार्य डॉ. पंकज बसोटिया, डॉ. सुनीता शर्मा, डॉ. गोपाल संघाइक, डॉ. आरती चौहान, डॉ. अजीत ठाकुर इत्यादि भी मौजूद थे।
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना की उपस्थिति में आज यहां प्रदेश सरकार की ओर से हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद तथा शूलिनी विश्वविद्यालय के मध्य शिमला के समीप शोघी में साइंस, लर्निंग एंड क्रिएटिविटी सेंटर में स्टेट-ऑफ-द-आर्ट सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए एक समझौता हस्ताक्षरित किया गया। परिषद के सदस्य सचिव ललित जैन ने प्रदेश सरकार की ओर से तथा शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अतुल खोसला और रजिस्ट्रार प्रो. सुनील पुरी ने विश्वविद्यालय की ओर से समझौते पर हस्ताक्षर किए। ललित जैन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद द्वारा शोघी में साईंस, लर्निंग एंड क्रिएटिविटी सेंटर स्थापित किया गया है। इस केंद्र में विद्यार्थियों को किताबों में पढ़े गए विज्ञान के सिद्धांतों का व्यवहारिक तौर पर अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। यहां प्रस्तावित स्टेट ऑफ द आर्ट सुविधाओं से छात्रों में विज्ञान के प्रति और जिज्ञासा पैदा करने के साथ ही उनकी सृजनात्मक क्षमता को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में शूलिनी विश्वविद्यालय की सहभागिता से विद्यार्थियों को अपने शैक्षणिक ज्ञान को व्यवहारिक रूप में ढालने में मदद मिलेगी और उनकी सीखने की क्षमता में भी वृद्धि करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विज्ञान की शिक्षा को बढ़ावा देने में यह पहल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और विद्यार्थियों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगी। इस अवसर पर परिषद के संयुक्त सदस्य सचिव सतपाल धीमान, शूलिनी विश्वविद्यालय के डीन ऑफ अंडरग्रेजुएट स्टडीज़ डॉ. केसरी, प्रति-कुलाधिपति विशाल आनंद सहित हिमाचल प्रदेश औद्योगिक विकास बोर्ड के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज मशोबरा स्थित राष्ट्रपति निवास, जिसे पूर्व मेे ‘प्रेजीडेंशियल रिट्रीट’ कहा जाता था, आम जनता के लिए खोलने की आधिकारिक रूप से घोषणा की। आगामी 23 अप्रैल से आम लोग राष्ट्रपति निवास का भ्रमण कर सकेंगे। राष्ट्रपति द्वारा आज अपने आधिकारिक निवास पर ‘एट होम’ का भी आयोजन किया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल व लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल तथा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ‘एट होम’ में शामिल हुए। प्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्य, मुख्य संसदीय सचिव, विधायकगण, विभिन्न बोर्ड एवं निगमों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, प्रतिष्ठित वरिष्ठ नागरिक, प्रदेश पुलिस व प्रशासन के अधिकारी, सेना के वरिष्ठ अधिकारी एवं शहर के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी ‘एट होम’ समारोह में उपस्थित रहे।
शिमला नगर निगम के इंजन घर वार्ड से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार और कांगनाधार से आजाद उम्मीदवार नीलम वर्मा कांग्रेस में शामिल हो गए। वीरवार को दोनों उम्मीदवारों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खु से मुलाकात करने के उपरांत पार्टी ज्वाइन की। शुक्रवार को ये अपना-अपना नामांकन वापस ले लेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने दोनों उम्मीदवारों का पार्टी में स्वागत करते हुए उन्हें कांग्रेस पार्टी की नीतियां जन-जन तक पहुंचाने को कहा। सुखविंदर सिंह ने सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने के साथ नगर निगम चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने को कहा। सुधीर कुमार ने कहा कि जिस तरह से मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 3 माह के कार्यकाल में महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, उनको देखते हुए उन्होंने कांग्रेस का दाम थामा है। वहीं कंगनाधार से नीलम वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी के पक्ष में अपना नामांकन वापिस लेने का निर्णय लिया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने शिमला नगर निगम चुनाव के मद्देनजर तीन प्रवक्ताओं को नियुक्त किया है। नियुक्त किए गए प्रवक्ताओं में वरिष्ठ राज्य प्रवक्ता एसएस जोगटा, जीएस तोमर और संजीता चौहान शामिल हैं। विधानसभा चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने के मद्देनजर HPPC ने तीनों पार्टी प्रवक्ताओं को नई जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष एवं सांसद रानी प्रतिभा सिंह के अनुमोदन पर सांसद एवं प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला जी ने नया दायित्व सौंपा है।प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने अधिसूचना जारी कर तीनों प्रवक्ताओं को अपना दायित्व निभाने के आदेश दिए है। शिमला नगर निगम चुनाव से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए वरिष्ठ प्रवक्ता एसएस जोगटा को 9418203330, संजीता चौहान को 8219672928 और जीएस तोमर को 9805288090 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
नगर निगम शिमला के वार्ड नंबर 27 कुसुम्पटी से भाजपा प्रत्याशी रचना झीना शर्मा ने नामांकन पत्र भरने के बाद अपने चुनाव प्रचार को तेज कर दिया है। वीरवार को रचना झीना शर्मा ने वार्ड में समर्थकों संग डोर टू डोर जाकर मतदाताओं से संपर्क साधा। इस दौरान रचना झीना शर्मा ने कहा कि वार्ड की समस्याओं को जहां हल किया जाएगा, वहीं मेरी प्राथमिकता रहेगी कि पानी, परिवहन के साथ-साथ जन सुविधाओं का इजाफा किया जाए। उन्होंने वार्ड की बेसिक समस्याओं को हल करना प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि जनता को बेहतर सुविधाएं मिले, सरकारी योजनाओं का लाभ मिले, नगर निगम की सुविधाएं वार्ड तक पहुंचे, ऐसा उनका प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि वार्ड के विकास के लिए जी जान एक करूंगी, जनता के साथ मिलकर हर संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुसुम्पटी वार्ड को सुंदर बनाने के साथ-साथ जागरूकता अभियान के साथ वार्ड में से सामाजिक कुरीतियों को कैसे दूर किया जा सकता है? नशे जैसी समस्या को कैसे हम काबू पा सकते हैं ? इस पर वार्ड के मतदाताओं निवासियों को साथ लेकर के घर-घर अभियान चलाने का काम किया जाएगा रचना झीना शर्मा ने कहा की वार्ड की स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हो, इसके लिए स्वास्थ्य कैंपों का आयोजन, डिस्पेंसरी का बेहतर होना ,चिकित्सा सुविधाएं अच्छी मिले इस सब के लिए प्राथमिकता पर काम करना मेरी पहल होगी। रचना ने कहा कि मतदाताओं से वार्ड की समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली जा रही। वार्ड के प्रमुख कार्यकर्ता व गणमान्य व्यक्ति भी चुनाव प्रचार के दौरान साथ उपस्थित रह रहे है। रचना झीना शर्मा ने कहा कि कुसुम्पटी से मैं भलीभांति परिचित हूं ,इसी वार्ड में बचपन से लेकर अब तक तो सक्रिय रूप से काम कर रही हूं। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से इस वार्ड में जो समस्याएं हैं उनके हल के लिए और तेजी के साथ प्रयास हो इसके लिए जरूरी कदम व आवाज उठाना जरूरी है । रचना ने कहा कि शिमला नगर निगम स्मार्ट सिटी है और स्मार्ट सिटी का स्मार्ट वार्ड का कुसुम्पटी बनाया जाए यह मेरा लक्ष्य रहेगा।
ठियोग विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ने वाले नारकंडा के जदून पंचायत में बीते रोज हुई ओलावृष्टि से सेब के पौधों को काफी नुकसान हुआ है। सेब के पौधों पर इन दिनों फ्लावरिंग पूरी तरह हो चुकी है, लेकिन भारी ओलावृष्टि से फूल झड़ गए हैं। सेब की टहनियां भी ओलावृष्टि से प्रभावित हुई हैं। ठियोग से विधायक व कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने राज्य सरकार से बागवानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है। प्रेस को जारी बयान में विधायक कुलदीप राठौर ने कहा कि सेब की फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार उचित मुआवजा दे। उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग की एक टीम को ऊपरी शिमला में निरीक्षण के लिए भेजा जाए। कहां पर कितना नुकसान हुआ है उसका आकलन करें व पूरी रिपोर्ट तैयार करें। उन्होंने कहा कि सेब ऊपरी शिमला के लोगों की आर्थिकी व जीवन यापन का मुख्य जरिया है। साल भर की फसल सेब ही है। बागवान दिन रात इसमें मेहनत करते हैं, लेकिन मौसम की मार के चलते अकसर उन्हें नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर तो सेब के पौधे भी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि विभाग को निर्देश देकर तुरंत एक टीम जायजा लेने के लिए वहां पर भेजी जाए।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शिमला के अपने चार दिवसीय प्रवास के दौरान आज भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान का दौरा किया। इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल भी उपस्थित रहे। राष्ट्रपति ने संस्थान में पिक्चर गैलरी, पुस्तकालय, तत्कालीन संरक्षित कार्यालयों और मुख्य भवन के प्रांगण का अवलोकन किया। इस अवसर पर संस्थान की अध्यक्ष प्रो. शशि प्रभा कुमार, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति एवं संस्थान के निदेशक प्रो. नागेश्वर राव, उपाध्यक्ष प्रो. शैलेंद्र राज मेहता और सचिव सुब्रत कुमार प्रधान ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। इस अवसर पर मिनिस्टर इन वेटिंग, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
भाजपा चुनाव प्रभारी एवं उत्तर प्रदेश से विधायक श्रीकांत शर्मा का भाजपा मुख्यालय दीपकमल चक्कर पहुंचने पर सुखराम चौधरी, त्रिलोक जम्वाल, संजय सूद, रवि मेहता, गणेश दत्त, रूपा शर्मा, चेतन ब्रागटा, डेजी ठाकुर, प्यार सिंह कंवर, शिशु भाई धर्मा, कर्ण नंदा, सुशील राठौर ने उनका स्वागत किया। इसके उपरांत एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने नगर निगम चुनावों के लेकर फीडबैक ली। बैठक में सुखराम चौधरी, पवन राणा, त्रिलोक जम्वाल, संजय सूद, गणेश दत्त, रूपा शर्मा, शिशु भाई धर्मा, चेतन ब्रागटा और रवि मेहता उपस्थित रहे। सुखराम चौधरी ने कहा भाजपा नगर निगम शिमला का चुनाव गंभीरता ने चुनाव लड़ रही है, चुनावों में पार्टी द्वारा हर वार्ड के लिए अलग-अलग योजना तैयार की गई है और भाजपा द्वारा प्रचार जोरों-शोरों से हर वर्ड में चल पड़ा है। कहा कि इन चुनावों में सबसे बड़ा मुद्दा विकास का है और भाजपा विकास के मुद्दे को लेकर ही चुनाव लड़ रही है, शिमला शहर को स्मार्ट सिटी से बड़ा लाभ हुआ है और यह योजना भाजपा की प्रदेश और केंद्र सरकार की लाई गई थी। इन नगर निगम चुनावों में लोग कांग्रेस की सरकार को जवाब देने को तैयार है उन्होंने कहा कि शिमला शहर की पानी की समस्या को सॉल्व करने के लिए भाजपा की सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से काम किया और इसके लिए 35 करोड की योजना भाजपा द्वारा लाई गई थी। शिमला शहर में भाजपा की सरकार के दौरान ढली संजौली में दूसरी टनल का निर्माण भी हुआ, कई पैदल चलने के रास्तों का भी निर्माण किया गया। अगर देखा जाए तो पिछले 4 महीने में शिमला शहर में कांग्रेस पार्टी द्वारा कोई काम नहीं किया गया, केवल झूठी गरंटियो का गुण गान किया गया उन्होंने कहा की भाजपा डैमेज कंट्रोल को लेकर पूर्ण रूप से काम कर रही है और बहुत से लोग अपने नॉमिनेशन वापस भी लेंगे। आने वाले समय में चुनाव प्रचार के लिए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, पूर्व मंत्री अनुराग ठाकुर और प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप मैदान में प्रचार करेंगे।
भाजपा चुनाव प्रभारी एवं उत्तर प्रदेश से विधायक श्रीकांत शर्मा का भाजपा मुख्यालय दीपकमल चक्कर पहुंचने पर सुखराम चौधरी, त्रिलोक जम्वाल, संजय सूद, रवि मेहता, गणेश दत्त, रूपा शर्मा, चेतन ब्रागटा, डेजी ठाकुर, प्यार सिंह कंवर, शिशु भाई धर्मा, कर्ण नंदा, सुशील राठौर ने उनका स्वागत किया। इसके उपरांत एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने नगर निगम चुनावों के लेकर फीडबैक ली। बैठक में सुखराम चौधरी, पवन राणा, त्रिलोक जम्वाल, संजय सूद, गणेश दत्त, रूपा शर्मा, शिशु भाई धर्मा, चेतन ब्रागटा और रवि मेहता उपस्थित रहे।
हिमाचल सरकार का जी20 सम्मेलन के माध्यम से हिमाचली उत्पादों की वैश्विक ब्रांडिंग का प्रयास सफल होता नजर आ रहा है। प्रदेश सरकार की ओर से आयोजन स्थल पर लगाई गई हिमाचली उत्पादों की प्रदर्शनी में विदेशी मेहमानों ने खूब रूचि ली। डेलीगेट्स और उनके साथ परिजनों ने प्रदर्शनी व बिक्री काउंटरों पर न सिर्फ इन उत्पादों के बारे में जानकारी ली, बल्कि जमकर खरीदारी भी की। बता दें, आयोजन स्थल पर हथकरघा-हस्तकला से जुड़े उत्पाद रखे गए थे। इसके अलावा आईएचबीटी पालमपुर और कृषि विश्वविद्यालय द्वारा साइंस-प्रौद्योगिकी के नवाचार से जुड़ी प्रदर्शनी लगाई थी। डीआरडीए कांगड़ा की ओर से लगाए गए स्टॉल में मिशन धनवंतरि के अंतर्गत तैयार हर्बल उत्पाद रखे गए थे। उनमें प्रमुखता से तुलसी और कैमोमाइल आधारित प्रोडक्ट्स थे। वहीं इसी स्टॉल में स्थानीय एनजीओ द्वारा तैयार गिलोय उत्पाद और कुल्लवी हस्तकला के ऊनी वस्त्र रखे गए थे। डीआरडीए द्वारा लगाए अपना कांगड़ा स्टॉल में आचार, चटनी और पहाड़ी चुख को भी बिक्री के लिए रखा गया था। वहीं हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के स्टॉल में हिमाचली हस्तशिल्प और हथकरघा को प्रदर्शित करते उत्पादों ने डेलिगेट्स का ध्यान आकर्षित किया। यहां पर चंबा थाल, चंबा रूमाल, चम्बा चप्पल के साथ साथ विभिन्न हिमाचली परिधानों को जी20 डेलीगेट्स ने बेहद पसंद किया। विदेशी मेहमानों ने हिमाचली हस्तशिल्प और परंपरागत हस्तकला से सुसज्जित इन परिधानों को पहन कर तस्वीरें भी लीं। वहीं स्टॉल में प्रदर्शित कांगड़ा पेंटिंग्स देख कर डेलीगेट्स ने हिमाचली कला की भूरि भूरि प्रशंसा की। आयोजन स्थल पर टी बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा भी अपना स्टॉल स्थापित किया गया है। यहां पर कांगड़ा टी के साथ-साथ विभिन्न जायकों की चाय बिक्री के लिए रखी गई है, जिन्हें विदेशी महमान खूब पसंद कर रहे हैं। हर्बल उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सीएसआईआर द्वारा यहां स्टॉल स्थापित किया गया है। इसके साथ ही कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर ने ‘श्री अन्न’ (मोटे अनाज) का स्टॉल होटल रेडिसन ब्लू में लगाया है। इसके अलावा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा अभिनव तरीकों से तैयार किए गए विभिन्न पौष्टिक पशु आहार को भी वहां प्रदर्शित किया गया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित 26वें दीक्षांत समारोह में मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए। दीक्षांत समारोह को संबोधित भी किया और गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की। दीक्षांत समारोह में 99 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई, जिनमें 59 छात्राएं एवं 40 छात्र शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 111 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए गए, जिनमें 34 छात्र एवं 77 छात्राएं शामिल हैं। इससे पहले, राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने सभी उपाधिधारकों और स्वर्ण पदक विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपति की गरिमामयी उपस्थिति में इस दीक्षांत समारोह का आयोजन हम सबके लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि इस शिक्षण संस्थान में ज्ञान अर्जित करना विद्यार्थी जीवन का एक महत्वपूर्ण अवसर है और अब औपचारिक शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत वे इस ज्ञान को व्यावहारिक रूप से अपनाने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह खुशी की बात है कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) द्वारा इस विश्वविद्यालय को पुनः ए-ग्रेड प्रदान किया गया है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय देश का एक अग्रणी संस्थान है और समस्त भारत सहित देश-विदेश से भी विद्यार्थी यहां उच्चतर शिक्षा और अनुसंधान कार्य के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का गौरवमयी इतिहास है और यहां से शिक्षा अर्जित करने के उपरांत विद्यार्थी राष्ट्र और विश्व स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय सेवाएं प्रदान कर प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टिकाऊ एवं मज़बूत अर्थव्यवस्था के साथ आज भारत विश्व के समृद्ध राष्ट्रों में शुमार होने की दिशा में अग्रसर हैं। संपूर्ण विश्व भारत को एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति के रूप में देख रहा है। मादक पदार्थों के अवैध कारोबार पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इस बुराई के विरुद्ध विद्यार्थियों और युवाओं को साथ लेकर व्यापक अभियान शुरू करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि आज भारत दुनिया के अग्रणी 20 देशों के समूह (जी-20) की अध्यक्षता कर रहा है। ‘एक धरती-एक परिवार-एक भविष्य’ की अवधारणा एक दिन में स्थापित नहीं की जा सकती है। यह हमारी सोच एवं स्वभाव में प्रतिबिंबित होती है। उन्होंने कहा कि हमारी इन परंपराओं एवं संस्कृति को विस्तार देने में हमारे विश्वविद्यालय ऐसे विचारों के संवाहक बनें।
प्रदेश के सभी क्षेत्रों के तीव्र विकास एवं कार्यक्षमता में सुधार के दृष्टिगत राज्य सरकार मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के दूरदर्शी नेतृत्व में ड्रोन प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। पिछले कुछ वर्षों से ड्रोन विभिन्न व्यावसायिक एवं सरकारी संगठनों की गतिविधियों में निगरानी व अन्य कार्यों के लिए एक प्रभावी उपकरण बन चुका है। रक्षा से लेकर कृषि एवं उद्योग इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस तकनीक से जरूरत के समय वस्तुओं की त्वरित आपूर्ति सुनिश्चित हुई है, वहीं सैन्य गतिविधियों में दूरस्थ अथवा मानव की पहुंच से दूर स्थलों की पहचान एवं निगरानी इत्यादि में भी यह सहायक है। इससे दुर्गम क्षेत्रों में समयबद्ध एवं कुशलतापूर्वक विभिन्न कार्य संपन्न करना भी संभव हुआ है। यह तकनीक भवन व अन्य निर्माण कार्यों से जुड़े इंजीनियरों के लिए सटीक गणना एवं डिजाइन इत्यादि में भी उपयोगी सिद्ध हो सकती है। सरकारी निर्माण एजेंसियों को भी कम अवधि में अपने कार्यों की विभिन्न कोणों से निरीक्षण एवं सर्वेक्षण की सुविधा इससे प्राप्त हो सकेगी। बहुमंजिला भवनों के प्रभावी एवं सुविधाजनक निरीक्षण एवं पुनः निरीक्षण में भी उनके लिए ड्रोन उपयोगी हैं। इसके उपयोग से इंजीनियर सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन के दौरान और अधिक दक्षता एवं सुगमता के साथ कार्य कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त यह तकनीक विद्युत लाइनों, जलापूर्ति पाइप और गैस पाइप लाइनों, पुलों के ढांचों इत्यादि के सुरक्षा से संबंधित विभिन्न निरीक्षणों में भी उपयोगी है। यूएवी (अज्ञात वायु वाहन), लघु पायलट रहित एयरक्राफ्ट अथवा उड़ते हुए मिनी रोबोट जैसे विभिन्न नामों से ड्रोन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। हालांकि यह तकनीक अभी अपने शुरुआती दौर में है। फिर भी इसने कई बाधाओं से पार पाते हुए उद्योग क्षेत्र में ऐसे प्रौद्योगिकी नवाचारों को राह दिखाई है जो किसी समय असंभव प्रतीत होते थे। प्रदेश में ड्रोन नीति बनाई जा चुकी है परंतु इसे पूरी तरह से अपनाने एवं व्यवहारिक तौर पर उपयोग में लाने की दिशा में बहुत कुछ किया जाना शेष है। मुख्यमंत्री का मानना है कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत ड्रोन सबसे दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचने की क्षमता रखते हैं और इसके लिए न्यूनतम ऊर्जा, श्रम, समय और मानव संपदा की आवश्यकता होगी। कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक का उपयोग करते हुए किसानों के समय एवं श्रम की बचत करते हुए अपेक्षित परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। यह नई तकनीक खनन, कानून प्रवर्तन, कृषि, बागवानी, अपराध नियंत्रण, लॉजिस्टिक्स, बचाव कार्यों, निगरानी, वनों एवं वन्य जीवों के संरक्षण इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में पेशेवरों के कार्यों को सुगम बना सकती है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से पड़ रही गर्मी से लोगों को आज निजात मिल गई है। शिमला सहित प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश होने से लोग गर्मी से राहत महसूस कर रहे हैं। हालांकि मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की तरफ से बारिश और ओलावृष्टि की संभावना पहले ही जता दी गई थी। ताजा बारिश से राजधानी शिमला का मौसम काफी सुहावना हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि 21 अप्रैल तक प्रदेश में मौसम खराब रहने का अनुमान है। इस दौरान कुछ जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि को लेकर अलर्ट भी जारी किया गया है, जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी सकती है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से तापमान में वृद्धि दर्ज की गई थी। ऊना में बीते कल 41 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।
किन्नौर, लाहुल-स्पीति, कुल्लू और आस-पास के ट्राइबल क्षेत्र के लोग हिमाचली टोपी पर सफ़ेद फूल लगाते है। क्या आप जानते है यह कौन सा फूल है? दरअसल ये फूल जैसा दिखने वाला एक बीज है। हालांकि इस का पौधा उन क्षेत्रों में नहीं मिलता है जहाँ ये फूल स्थानीय लोगों की पोशाक का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। इस पेड़ का नाम है ओरोक्सिलम सिग्नम जिसे अरलू या टाट पटनगा भी कहा जाता है। यह बीज बड़ी तलवार के आकार की फली में मौजूद होते हैं। इसका प्रयोग ट्राइबल क्षेत्र के हिंदू और बौद्ध धर्म से जुड़े लोग भी करते है। सफेद फूल के बिना किन्नौरी टोपी की शान अधूरी मानी जाती है। इसे किन्नौर में ख्वार और सिरमौर में टाट पटनगा के नाम से जाना जाता है। देश-विदेश में पहचान पाने वाली किन्नौरी टोपी पर सफेद फूल किन्नौर में न होकर जिला सिरमौर के मैदानी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इस फूल को किन्नौर में ख्वार और चाम्खा, सोलन में टाट मरंगा जबकि सिरमौर में टाट पटनगा के नाम से जाना जाता है। अरलू एक छोटा से मध्यम आकार का पर्णपाती पेड़ है जो 12 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है। हैरानी की बात है कि यह समशीतोष्ण क्षेत्र का पौधा नहीं है। यह लगभग सभी उपोष्णकटिबंधीय भारत में 1,200 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है। इसमें बड़े यौगिक पत्ते होते हैं, जो कभी-कभी एक मीटर लंबा भी हो सकता है। पेड़ बड़े बैंगनी फूल धारण करता है। फली बड़ी, 60-90 सेमी लंबी और तलवार के आकार की होती है। ये फली के अंदर पंखों की तरह होते है। इसे निकालने के लिए चाकू से खोल दिया जाता है। इसके बाद इसे पिरोने के लिए पेटल्स को बीच में रखकर गेहूं के तनों से घुमाकर गुथ की तरह बनाया जाता है, जिसे स्थानीय भाषा में "तेकेमा" कहा जाता है। इसके बाद इसमें पसंद अनुसार बखरी कान को सम्मिलित किया जाता है जिसे वैज्ञानिक रूप से "चोरिज़िया स्पीसीओसा" के नाम से जाना जाता है। बखरी कान कपास की गेंदों का प्रतिबिंब देती हैं। इन्हें गेंद के रूप में टैग करके बनाया जाता है और विभिन्न रंगों में रंगा जाता है। इस सफेद फूल और बकरी कान से बने फूल के बिना हिमाचली टोपी की शान अधूरी मानी जाती है।
शिमला नगर निगम चुनावों में हॉट सीट माने जाने वाली संजौली चोक से भाजपा ने फिर से पूर्व महापौर सत्या कौंडल को चुनावी मैदान में उतारा है। मंगलवार को ढोल नगाड़ों ओर दल बल के साथ सत्या कौंडल नामांकन भरने उपायुक्त कार्यालय पहुंची। इस दौरान पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर चेतन बरागटा सहित कई नेता उनके साथ मौजूद रहे। नामांकन भरने के बाद सत्या कौंडल ने फिर से जीत की हुंकार भरी। उन्होंने कहा कि पूर्व नगर निगम में शिमला शहर में विकास कार्य हुए हैं और स्मार्ट सिटी के तहत शिमला शहर का नक्शा बदला है। शहर में पार्किंग ओवरब्रिज लिफ्ट सहित कई कार्य किए गए हैं और संजौली रोड में भी विकास कार्य किए गए हैं। ऐसे में उन्हें पूरा विश्वास है कि संजौली की जनता फिर से उन्हें गीता कर भेजेगी और फिर से शहर में भाजपा का नगर निगम पर कब्जा होगा इसी दौरान पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि शिमला में नगर निगम चुनाव होने जा रहे हैं और भाजपा को पूरा विश्वास है कि शिमला की जनता फिर से भाजपा का साथ देगी और शिमला नगर निगम में भाजपा का कब्जा होगा। वहीं उन्होंने कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि 4 महीने में ही सुख की सरकार से लोगों का मोहभंग हो गया है और इन चुनावों में शिमला के लोग भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान कर दोबारा से इतिहास रचेंगे।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को ‘डिजिटल नवाचारों में प्रगतिशील राज्य’ का द्वितीय सराहना पुरस्कार प्राप्त करने पर शुभकामनाएं दी हैं। कम्प्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया विशेष रूचि समूह द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी तथा ई-गर्वेनेंस को बढ़ावा देने के लिए हिमाचल प्रदेश को हाल ही में यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। मुख्यमंत्री ने सराहनीय कार्य करने के लिए आईटी विभाग की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता व दक्षता लाने के लिए सरकार ने कई ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किए हैं। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सचिवालय, निदेशालयों और उपायुक्त कार्यालयों में ई-ऑफिस का उपयोग शीघ्र ही सुनिश्चित किया जाएगा ताकि सरकारी कार्यों में और दक्षता लाई जा सके। उन्होंने कहा कि जन शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए ‘मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन’ को और सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के डाटा बेस को एकीकृत करने के लिए एक ‘एकीकृत डाटा बेस प्रबंधन प्रणाली’ तैयार की जाएगी, जिसके माध्यम से कृषि, पशुपालन, श्रम और रोजगार इत्यादि विभिन्न विभागों की कल्याणकारी योजनाओं के प्रत्यक्ष लाभ हस्तातंरण के दृष्टिगत डीबीटी मैपिंग की जाएगी। एक ही स्थान पर परिवारों का उचित डाटा रखने के लिए ‘हिम परिवार’ नाम से एक रजिस्ट्री बनाई जाएगी। इसमें सार्वजनिक वितरण प्रणाली, ई-कल्याण और अन्य पोर्टल के डाटा के माध्यम से परिवार के सदस्यों से संबंधित जानकारी को एकीकृत किया जाएगा। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव डॉ. अभिषेक जैन ने बताया कि विभाग द्वारा सरकारी सेवाओं में सुधार, ई-गवर्नेंस और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के सुदृढ़ीकरण के लिए अनेक पहल की जा रही है। यह पुरस्कार सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा सुशासन और ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में विभिन्न जी-टू-सी (सरकार से नागरिक) और जी-टू-बी (सरकार से व्यवसाय) सेवाएं प्रदान करने के सफल प्रयासों को मान्यता और उनकी सराहना के लिए दिया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा गरुड़ (गवर्नेंस एंड रिफॉर्मज़ यूजिंग ड्रोन्स) जैसी पहल को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जा रहा है। हिमाचल ऑनलाइन सेवा, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन-1100, ई-ऑफिस, डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ हस्तातंरण), हिमस्वान (हिमाचल प्रदेश स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क), एचपीएसडीसी (हिमाचल प्रदेश स्टेट डाटा सेंटर), ई-कैबिनेट, एलएमएस (लिटिगेशन मॉनिटरिंग सिस्टम), आरएमएस (राजस्व प्रबंधन प्रणाली) जैसी आईटी पहलों को सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है।
शिमला नगर निगम चुनावों में कई दिग्गज नेता भी चुनावी मैदान में उतरे है। शिमला शहरी कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व में दो बार पार्षद रहे जितेंद्र चौधरी ने भी चुनावी ताल ठोकी है और भराड़ी वार्ड से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। मंगलवार को जितेंद्र चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ उपायुक्त कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और अपनी जीत का दावा किया। नामांकन के बाद जितेंद्र चौधरी ने कहा कि वह पूर्व में दो बार पार्षद रह चुके हैं और अभी उनकी धर्मपत्नी भराड़ी वार्ड से ही पार्षद थी। वहीं उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा और कहा कि पूर्व में प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और शिमला नगर निगम भी भाजपा की थी और शहर में केवल स्मार्ट सिटी के नाम पर डंगे और लोहे का ढांचा खड़ा किया गया है। स्मार्ट सिटी के पैसे की बर्बादी की गई है प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और नगर निगम में कांग्रेस के काबिज होने के बाद शिमला शहर का एक समान विकास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 100 मेगावाट ऊहल-3 जलविद्युत परियोजना को मई, 2024 तक क्रियाशील बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री आज यहां ऊर्जा विभाग की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस विद्युत परियोजना के क्षतिग्रस्त पेनस्टॉक को 8 माह के भीतर बदलने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना की स्थापना में पहले ही देरी हो चुकी है और अधिकारियों को निर्धारित समयावधि में परियोजना कार्य पूरा करने के लिए अथक प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार परियोजना को पूरा करने के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी तथा वह स्वयं इस वर्ष 15 जून, 2023 को परियोजना स्थल का भ्रमण कर इसकी प्रगति की समीक्षा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट घोषणा के अनुसार प्रदेश सरकार राज्य के सम्भावित उद्यमियों को 100 किलोवाट से 2 मेगावाट क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने के लिए 40 प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बैंकों से इन परियोजनाओं को वित्त पोषित करने के लिए सहायता भी प्रदान करेगी। उन्होंने इस योजना की रूपरेखा शीघ्र तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक युवा इसका लाभ ले सकें। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश में प्रस्तावित छः ग्रीन कॉरिडोर की स्थापना से सम्बंधित कार्योे की प्रगति की समीक्षा भी की तथा इस वर्ष अक्तूबर तक सभी ग्रीन कॉरिडोर के लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लगभग 1600 किलोमीटर लम्बे इन कॉरिडोर के लिए चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जायेंगे, जिनमें इन कॉरिडोर के दायरे में आने वाले शहर भी शामिल होंगे। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार ने मार्च, 2026 तक हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने लाहौल-स्पीति जिले में सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना के लिए भूमि चिन्हित करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, बहुउद्देश्शीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा सचिव राजीव शर्मा, निदेशक ऊर्जा हरिकेश मीणा, हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने आज यहां जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा कि वर्तमान राज्य सरकार मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कर्मचारियों सहित सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। कर्मचारियों को समय-समय पर सभी देय वित्तीय लाभ प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए मुख्यमंत्री ने काजा में हिमाचल दिवस के अवसर पर राज्य सरकार के कर्मचारियों और पेंशनधारकों को तीन प्रतिशत महंगाई भत्ता करने की घोषणा की है। इससे महंगाई भत्ता बढ़कर 34 प्रतिशत हो गया है। इससे प्रदेश के लगभग 2.15 लाख कर्मचारियों और 1.90 लाख पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह निर्णय कर्मचारियों और पेंशनरों के लाभ प्रदान करने की दिशा में वर्तमान सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह मंहगाई भत्ता पूर्व सरकार के समय पिछले वर्ष से देय था, मगर पूर्व भाजपा सरकार ने इसे प्रदान करने में कोई रूचि नहीं दिखाई। उद्योग मंत्री ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने कर्मचारियों के लिए केवल संशोधित वेतनमान की घोषणा मात्र ही की और कर्मचारियों व पेंशनधारकों के बकाये और महंगाई भत्तों की किस्तें जारी करने के मामले में नाकाम रही। जिससे कर्मचारी व पेंशनधारकों को देय वित्तीय लाभों से वंचित रहना पड़ा। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं और राजस्व वृद्धि के लिए निरंतर प्रयासरत है।
लोक निर्माण तथा युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह से भेंट की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को अवगत करवाया कि प्रदेश ने केंद्र सरकार को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-3 के तहत 2813 करोड़ रुपए की लागत की 2565 किलोमीटर लंबी 242 सड़कों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्रेषित की है। उन्होंने इन सड़कों के निर्माण कार्यों की शीघ्र स्वीकृति का आग्रह किया। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-3 के तहत 3125 किलोमीटर सड़क निर्माण लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें बैच एक के तहत गत वित्तीय वर्ष के दौरान 440 किलोमीटर सड़कों के लिए स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-3 के माध्यम से राज्य में ग्रामीण सड़क सुविधा को सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए केंद्र सरकार से उदार सहायता एवं सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री ने सभी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना तथा हरसम्भव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
शिमला नगर निगम के चुनाव के लिए कुसुम्पटी वार्ड 27 से भाजपा प्रत्याशी रचना झीना शर्मा ने अपने चुनावी कार्यालय का शुभारंभ किया। इस कार्यालय का उद्घाटन वार्ड के प्रभारी व विधायक जोगिंदर नगर प्रकाश राणा ने किया। उनके साथ गुड़िया सक्षम बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष रूपा शर्मा भाजपा महिला नेत्री उपस्थित रही। इस अवसर पर विधायक प्रकाश राणा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नगर निगम में फिर से जीत का परचम लहराएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार के समय पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज के नेतृत्व में शानदार काम शिमला को स्मार्ट सिटी बनाने का हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा की नगर निगम ने हर क्षेत्र में काम किया है। इस मौके पर रचना झीना शर्मा ने कहा कि पार्टी के नेतृत्व की आभारी हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया। उन्होंने कहा कि कर्मठता के साथ पूरी टीम काम करेगी, पार्टी ने जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरेंगे। इस अवसर पर पूर्व पार्षद डिप्टी मेयर राकेश शर्मा, भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता रमेश सैनी, सह प्रभारी राजेश सैनी गोल्डी सहित अन्य भी उपस्थित रहे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने शिमला नगर निगम चुनावों के लिए मंत्रियों व विधायकों की सेक्टर वाइज प्रभारी व सह प्रभारी की जिम्मेदारियां सौंप दी हैं। कांग्रेस महासचिव सगंठन महामंत्री रजनीश किमटा ने बताया कि सेक्टर 1 कृष्णा नगर, राम बाजार, लोवर बाजार व जाखू के लिए विधायक सुधीर शर्मा को प्रभारी व सीपीएस आशीष बुटेल को सह प्रभारी के साथ विधायक संजय रत्न, यादवेंद्र गोमा व चैतन्य शर्मा को लगाया गया है। सेक्टर 2 टूटू, मंजयाट, बालूगंज व कच्ची घाटी में चंद्र कुमार प्रभारी व सह प्रभारी संजय अवस्थी के साथ इंद्र दत्त लक्खन पाल व मलेंद्र राजन को लगाया गया है। सेक्टर 3 भराड़ी, रुलदू भट्टा, कैथू व अनाडेल में राजेंद्र राणा प्रभारी, किशोरी लाल सह प्रभारी के साथ देवेंद्र भुट्टो व विनोद सुलतानपुरी को लगाया गया है। सेक्टर 4 समरहिल, टूटीकंडी, नाभा व फागली में डॉ. कर्नल धनीराम शांडिल प्रभारी राम कुमार सह प्रभारी के साथ अजय सोलंकी व चंद्र शेखर को लगाया गया है। सेक्टर 5 उप्पर ढली ,लोअर ढली,शांति विहार,भट्टाकुफर, कुसम्पटी में रोहित ठाकुर प्रभारी, सह प्रभारी राजेश धर्माणी के साथ नंद लाल व भुवनेश्वर गौड़ को लगाया गया है। सेक्टर 6 बेनमोर, इंजन घर,संजोली चौक,सांगटी में जगत सिंह नेगी प्रभारी,मोहन लाल ब्राक्टा सह प्रभारी के साथ रवि ठाकुर व भवानी सिंह पठानिया को लगाया गया है। सेक्टर 7 कंगना धार, पटियोग, न्यू शिमला खलीनी व कनलोग में हर्षवर्धन चौहान प्रभारी, सुंदर सिंह ठाकुर सह प्रभारी के साथ सुरेश कुमार व सुदर्शन बबलू को लगाया गया है। सेक्टर 8 मल्याणा, पंथा घाटी, छोटा शिमला व विकास नगर में विनय कुमार प्रभारी व रघुवीर सिंह बाली सह प्रभारी के साथ नीरज नय्यर, केवल सिंह पठानिया को लगाया गया है।
राष्ट्रपति के प्रस्तावित दौरे के चलते कैनेडी चौक से लेकर बालूगंज तक सड़क पर यातायात 19 अप्रैल को प्रतिबंधित रहेगा। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी आदित्य नेगी की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। जारी आदेशों के अनुसार सुबह 10 से लेकर सायं 5 बजे तक सभी प्रकार के वाहनों के लिए यातायात बंद रहेगा। आपातकाल वाहनों पर ये नियम लागू नहीं होंगे।
शिमला शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार लाने के लिए पुलिस अधीक्षक शिमला संजीव गांधी द्वारा ट्रैफिक कर्मचारियों को विशेष हिदायत दी गई है तथा ट्रैफिक-व्यवस्था में सुधार लाने के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। आमजन एवं पर्यटकों के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की गई है। आमजन एवं पर्यटकों को हिदायत दी गई है कि शिमला में पहुंचने के पश्चात वे अपने वाहन को निर्धारित पार्किंग में पार्क करें एवं वहां से अपने गंतव्य पर जाने के लिए स्थानीय टैक्सीज का उपयोग करें, ताकि भिन्न-भिन्न स्थानों पर ट्रैफिक जाम से बचा जा सके एवं समय की भी बचत हो सके। शिमला पुलिस द्वारा आमजन एवं पर्यटकों की सुविधा के लिए शहर में निर्धारित एक दर्जन पार्किंग स्थलों की सूची सोशल मीडिया के माध्यम से जारी की गई है। प्रस्तावित राष्ट्रपति के दौरे के दौरान शिमला पुलिस द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब 100 से अधिक कैमरा शहर में वर्तमान में संचालित किए गए हैं। इनकी लाइव स्ट्रीम जिला पुलिस लाइन कैथु में बनाए कंट्रोल रूम में मॉनिटरिंग की जाती है। पुलिस उप अधीक्षक नरवीर सिंह राठौर के नेतृत्व में एक पुलिस टीम इन कैमरा की निरंतर मॉनिटरिंग कर रही है तथा शहर में जहां पर भी यातायात उल्लंघन या ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है तो तुरंत वायरलेस संदेश द्वारा यातायात पुलिस को मौका पर सूचित किया जा रहा है। नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि शिमला शहर में सीसीटीवी कैमरा की सुविधा उपलब्ध होने पर आमजन एवं पर्यटकों को ट्रैफिक जाम से निजात पाने में काफी सुविधा प्राप्त हुई है। शिमला ट्रेफिक एडवाइजरी द्वारा आमजन एवं पर्यटकों से अनुरोध किया गया है कि यदि कोई अज्ञात वस्तु या संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है, तो इसकी सूचना निकटतम ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी को दी जानी चाहिए। आम जनता और मोटर चालकों से अनुरोध है कि वे धैर्य रखें, यातायात नियमों और सड़क अनुशासन का पालन करें और सभी चौराहों पर तैनात यातायात कर्मियों के निर्देशों का पालन करें। लोगों से अनुरोध है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बना लें और असुविधा से बचने के लिए पर्याप्त समय अपने पास रखें।
भाजपा नगर निगम चुनाव प्रभारी एवं पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी ने बताया कि शिमला नगर निगम चुनावों के लिए भाजपा के 12 प्रत्याशियों ने नामांकन दर्ज किए। इसमें कृष्णानगर वार्ड से बिट्टू पांटा, कंगनाधार से रानू चौहान, कच्चीघाटी से अलका कंवर, लोअर बाजार से भारती सूद, पटयोग से आशा शर्मा, अन्नाडेल से डॉ. सपना कश्यप, समरहिल शैली शर्मा, टूटू से मीनाक्षी गोयल, न्यू शिमला ने निशा ठाकुर, रुल्दू भट्टा से सरोज ठाकुर, विकास नगर से रमा कुमार और सांगटी से कमल ठाकुर ने नामांकन भरा है। सुखराम चौधरी ने कहा कि कांग्रेस जिस प्रकार से झूठ का प्रचार हिमाचल प्रदेश में कर रही है, उससे नगर निगम शिमला में भाजपा का परचम लहराना तय है। जब से कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई है तब से उन्होंने केवल झूठ की राजनीति की है। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी की सरकार के कार्यकाल में आम जनता के ऊपर महंगाई का बोझ बढ़ता चला जा रहा है। पहले डीजल के ऊपर 3 रुपये वैट बढ़ाकर उन्होंने जनता के ऊपर बोझ बढ़ा दिया और अब डिपो में सरसों के तेल की कीमत में 10 रुपये की बढ़ोतरी के बाद सस्ते राशन के डिपो में सरसों का तेल 142 रुपये लीटर मिल रहा है और अगर हम आम बाजार की बात करें तो सरसों का तेल 130 रुपये तक का मिल जाता है।
बाहरा विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में देशभर से विभिन शिक्षण संस्थानों की 28 टीमों ने भाग लिया। बाहरा विश्वविद्यालय के डीन अकेडमिक अफ़ेयर्स प्रो. श्रीपद मार्कंडे ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। यह प्रतियोगिता लगातार तीन दिन तक भिन्न-भिन्न चरणों में चली और सभी प्रतिभागियों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता के अंतिम चरण में प्रदेश उच्च न्यायालय से सेवानिवृत्त जज सुरेंद्र सिंह ठाकुर, ज़िला न्यायालय शिमला के जज प्रेम पाल रांटा और प्रोफ़ेसर संजय सिंधु हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला विधि विभाग के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे। सभी सम्मानित जजों को बाहरा विश्वविद्यालय के विधि विभाग द्वारा हिमाचली टोपी, शाल और पौधा देकर सम्मानित किया। सभी जजों ने अपने अपने अनुभव भी विद्यार्थियों के साथ साझा किए। राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता की विजेता टीम तमिलनाडु डॉ. अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी चेन्नई व उपविजेता एमएमएम शंकरराव चव्हाण लॉ कॉलेज पुणे रही। विजेता टीम को 25000 रुपये कैश प्राइज मोमेंटो और उप विजेता 11000 रुपये कैश प्राइज और मोमेंटो प्रदान किया गया। सभी ने विजेता टीम को बधाई दी। प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता अमन रंजन कैंपस लॉ सेंटर नई दिल्ली, सर्वश्रेष्ठ मेमोरीयल कैंपस लॉ सेंटर नई दिल्ली, सर्वश्रेष्ठ प्रेरक सुश्री पारुल शर्मा भारतीय कानूनी अध्ययन संस्थान, घणाहटी के रहे। इस अवसर पर बाहरा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विनीत कुमार, विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डाक्टर मन्दीप वर्मा, मूट कोर्ट के स्योंजक उमेश, डाक्टर रचिता नेगी, डाक्टर अदिति, सहायक आचार्य डाक्टर पूनम, राशी सुद , श्वेता कटोच, रीटा, नीतीश, दीपशिका, राम, लाल दास, ज्ञान और विधि विभाग के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
राजधानी शिमला में नगर निगम चुनावों का बिगुल बज चूका है और टिकट आवंटन के साथ ही राजनीतिक पारा चढ़ने लगा है। वहीं देर रात तक चली कांग्रेस पार्टी नेताओं की बैठक के बाद दस प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगी है। हालांकि, अभी भी आठ वार्डों में प्रत्याशियों के नाम तय करने को लेकर पार्टी को जद्दोजहद करनी पड़ रही है। इनमें एक से ज्यादा दावेदार होने के कारण अभी तक प्रत्याशियों के नाम तय नहीं हो पाए हैं। देर रात जारी की गई सूची में भराड़ी वार्ड से शहरी कांग्रेस अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी, कैथू से कांता सुयाल, मज्याठ से अनिता शर्मा, कच्चीघाटी से किरण शर्मा, रामबाजार से सुषमा कुठियाला, फागली से रूप चंद, जाखू से अतुल गौतम, संजौली से ममता चंदेल, लोअर ढली से विशाखा मोदी और कंगनाधार से रामरतन वर्मा को पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है और आठ प्रत्याशियों की अंतिम सूची अब सोमवार को जारी हो सकती है। वहीं सोमवार और मंगलवार को नामांकन भरने का समय है। कांग्रेस से टिकट के इंतजार में देर रात तक दावेदार भी जागते रहे। पार्टी नेताओं की बैठक देर शाम सात बजे से शुरू हो गई थी। लेकिन दस दावेदार तय करने में 11:30 बज गए। टिकट मिलने से जहां कुछ दावेदार अब नामांकन भरने की तैयारी में जुट गए हैं तो कुछ दुखी हैं। दूसरी तरफ भाजपा भी अभी तीन वार्डों में भराड़ी, कैथू और मल्याणा में अपने प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है। अभी भाजपा 31 वार्डों में ही प्रत्याशी तय कर पाई है। तय किए गए ज्यादातर प्रत्याशी सोमवार को नामांकन भी भर सकते है।
देवभूमि हिमाचल में महादेव शिव के अनेक मंदिर हैं। ऊना जिला के बंगाणा उपमंडल के तलमेहड़ा गांव की रामगढ़ धार पर स्थित धौम्येश्वर सदाशिव मंदिर भी लाखों शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है। इस मंदिर का निर्माण पचास के दशक में हुआ था। सदाशिव मंदिर की विशेष धार्मिक मान्यता है और पूरा वर्ष यहां लाखों की तादाद में श्रद्धालु नमन करने और भगवान शंकर की आराधना करने के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि करीब 5500 वर्ष पहले महाभारत काल में पांडवों के पुरोहित श्री धौम्य ऋषि ने तीर्थ यात्रा करते हुए इसी ध्यूंसर नामक पर्वत पर शिव की तपस्या की थी। भगवान शिव ने प्रसन्न होकर दर्शन देते हुए वर मांगने को कहा था जिस पर ऋषि ने वर मांगा कि इस पूरे क्षेत्र में आकर धौम्येश्वर शिव की पूजा करने वाले की मनोकामनाएं पूरी हों। मान्यताओं के मुताबिक भगवान शिव तथास्तु कह कर अंतर्ध्यान हो गए थे। इसके बाद से जो भी श्रद्धालु मंदिर पहुंच कर सच्चे मन से मन्नत मांगता है, तो उस भक्त की मुराद पूरी होती है। मंदिर को धौम्येश्वर शिवलिंग, ध्यूंसर महादेव और सदाशिव के नाम से पुकारा जाता है। मंदिर के वर्तमान पुजारी राकेश शर्मा व सिद्ध राज शास्त्री के मुताबिक 1948 में पहली बार जिला के इस सबसे ऊंचे स्थल पर मौजूद पवित्र शिवलिंग के स्थान पर शिवरात्री का आयोजन किया गया था। पुजारी की मानें तो 1937 में मद्रास के एक सैशन जज स्वामी ओंकारा नंद गिरी को स्वप्र में भगवान शिव ने दर्शन देते हुए कहा कि पांडवों के अज्ञातवास के समय उनके पुरोहित धौम्य ऋर्षि द्वारा स्वयंभू शिवलिंग अर्चना की थी। वे शिवलिंग की खोज कर पूजा अर्चना करें। स्वामी ओंकारा नंद गिरी ने स्वप्न के आधार पर शिवलिंग को काफी जगह खोजा, लेकिन नहीं मिला। घूमते-घूमते सन् 1947 में स्वामी सोहारी पहुंच गए। सोहारी स्थित सनातन उच्च विद्यालय के प्रधानाचार्य शिव प्रसाद शर्मा डबराल के सहयोग से स्वामी ओंकारा नंद गिरी जी शिवलिंग के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि सबसे पहले आठ बाय आठ फुट का पहला मंदिर बनाया था। 1988 तक स्वामी ओंकारानंद गिरी जी इस मंदिर का संचालन करते रहे, उनके उपरांत मंदिर समिति इसके प्रबंधों का जिम्मा संभाले हुए हैं। पूरे जिला का दिखता है अलौकिक नजारा जिला के सबसे खूबसूरत स्थलों में से एक तलमेहड़ा की पहाड़ी श्रृंखलाओं में से सबसे ऊंचे पहाड़ ध्यूंसर जंगल पर स्थित सदाशिव मंदिर से पूरे जिला का अलौकिक नजारा देखने को मिलता। मंदिर चारों ओर जंगलों से घिरा हुआ है। मंदिर से न केवल जिला का ही नजारा दिखता है, बल्कि धौलाधार की पहाड़ियां भी दिखाई देती है, जो कि अलग ही नजारा है। अखंड धूना जलाने से हुआ वट वृक्ष हरा-भरा करीब 23 वर्षों से प्रकाश चंद बाबा जी मंदिर में अखंड धूना जला रहे है। प्रकाश चंद बाबा की माने तो पांडवों के समय के पश्चात शिवलिंग के समीप वट वृक्ष सूख गया था। इसके बाद वर्ष 1996 में अखंड धूना जलाया गया, जिसके बाद वृक्ष धीरे-धीरे हरा भरा हो चला गया। माता चिंतपूर्णी की तर्ज पर श्रद्धालुओं द्वारा वट वृक्ष पर मौली बांधकर मुरादे मांगते है, जो कि पूरी होती है। प्रकाश चंद ने बताया कि अखंड धूने से सांस की बीमारी, फोड़ा फुंसी सहित चर्म रोगों से भी राहत मिलती है। श्रावण माह में सबसे ज्यादा भीड़ यूं तो पूरा वर्ष श्रद्धालु आते हैं लेकिन श्रावण माह में यहां श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ उमड़ती है कि खड़े होने के लिए भी जगह नहीं बचती। अनेक श्रद्धालु यहां भंडारों का आयोजन करते हैं। श्रावण माह के अलावा मंदिर में शिवरात्रि पर्व, जन्माष्टमी पर्व, स्वामी ओंकारानंद गिरी की पुण्यतिथि के अलावा विशाल दंगल मेला की विशेष पहचान है। इन सभी कार्यक्रमों में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं। बारिश न होने पर पिंडी को भरा जाता है जल से मान्यता है कि गर्मियों के दिनों अगर सूखा पड़ता है तो शिवलिंग को पूरा जल से भर दिया जाता है। सूखा पड़ने पर सभी ग्रामीण सदाशिव मंदिर पहुंचते है और पूजा अर्चना करते हैं। शिवलिंग को ऊपर तक पानी से भरने पर जोरदार बारिश होती है। ऐसा एक बार नहीं, कई बार हुआ। सूखा पड़ने पर मंदिर में ग्रामीण एकत्रित हुए और शिव शक्ति स्वरूप वाले शिवलिंग को पानी से भर दिया, जिसके बाद जोरदार बारिश होती है। शिव शक्ति स्वरूप शिवलिंग बदलता है रंग जंगलों के बीच चट्टानों पर स्थित शिव शक्ति स्वरूप वाला शिवलिंग अक्सर रंग बदलता है। मंदिर के पुजारी की मानें तो स्वयंभू शिवलिंग समय-समय पर अनेक रंग बदलता है, जो कि अद्भुत दिखता है। स्वयंभू शिवलिंग कभी हरा, कभी लाल तो कभी पत्थर के रंग का हो जाता है। शिवलिंग को फूलों से सजाया जाता है और सदा चांदी के छत्र से इसे शोभित रखते हैं। हैरत की बात है कि हर वर्ष शिवरात्रि के दिन शेष नाग दर्शन देते हैं। गऊ सेवा के अब नंदी सेवा सदाशिव मंदिर में पिछले 8 वर्षों से गऊओं की सेवा की जा रही है। शुरुआत में सिर्फ 2 गऊओं की सेवा शुरू की गई। इसके बाद गऊओं की संख्या बढ़ती गई। मौजूदा समय में मंदिर ट्रस्ट द्वारा गऊ की सेवा की जा रही है। इसके लिए अलग से गौशाला बनाई गई है। मंदिर में जलाई जाने अखंड ज्योत गऊओं के दूध के तैयार किए गए देसी घी से जलाई जाती है। गऊसेवा के बाद अब नंदीशाला का निर्माण किया गया है, जहां पर 100 से अधिक नंदी को रखा जाए। ये वह नंदी है, जो आस-पास के क्षेत्र में बेसहारा घूमते रहते थे। दिव्यांगों व वृद्धों के लिए लगाई लिफ्ट ऊंचाई पर स्थित शिवलिंग के दर्शन करने के लिए दिव्यांगों व वृद्धों को काफी परेशानी पेश आती है। ऐसे में मंदिर द्वारा लिफ्ट लगा दी गई है। जिसके माध्यम से श्रद्धालु आसानी से मंदिर तक पहुंच जाते है। 24 घंटे लगा रहता है लंगर मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालुओं के ठहरने की भी काफी व्यवस्था है। मंदिर में दर्जनों सराय है, जहां पर श्रद्धालु रूक सकते हैं। यहां करीब 5000 से अधिक क्षमता के लंगर हाल के साथ-साथ जगह-जगह श्रद्धालुओं के बैठने के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। मंदिर में 24 घंटे लंगर की भी व्यवस्था रहती है। दिन व रात किसी भी समय कोई श्रद्धालु मंदिर पहुंचता है, तो लंगर की व्यवस्था हमेशा रहती है। आस्था के साथ जरूरतमंदों का भी सहारा आस्था का यह केंद्र केवल श्रद्धालुओं की मन्नतों को ही पूरा नहीं करता बल्कि यहां चढ़ाया गया दान अनेक जरूरतमंद लोगों के जीवन का सहारा बन रहा है। मंदिर ट्रस्ट की ओर से समय-समय पर जरूरतमंदों की मदद की जाती है। निर्धन कन्याओं की मदद के लिए उनकी शादी में वर्तमान में 21 सौ रुपए का शगुन भी दिया जाता है। इसके अलावा खाद्य सामग्री भी दी जाती है। अब तक मंदिर ट्रस्ट करीब 900 शादियां करवाई जा चुकी है। यही नहीं मानवता की सेवा के क्रम को बढ़ाते हुए मंदिर ट्रस्ट की ओर से किडनी, कैंसर से पीड़ित मरीजों का उपचार भी करवाया जाता है। तलमेहड़ा क्षेत्र के विकास की अनेक योजनाएं चढ़ावे में मिली राशि का सदुपयोग कर तैयार की जाती है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए यात्री निवास, शौचालय, पार्किंग व लंगर जैसी व्यवस्थाएं हैं। मंदिर में करवाई जाती शादियां सदाशिव मंदिर ध्यूंसर महादेव में सन् 2013 से बतौर प्रधान पद प्रवीण शर्मा को काम करने का अवसर मिला। प्रवीण शर्मा के नेतृत्व में समस्त प्रबंधन कमेटी के सहयोग से नई सोच से मंदिर में विकास व सामाजिक जन कल्याणकारी कार्यों शुरू करवाया गया। इसी सोच के तहत गरीब कन्याओं की शादी मंदिर में ही करवाने का निर्णय लिया। ट्रस्ट द्वारा मंदिर में गरीब कन्या की शादी करवाई जाती है, जिसका सारा खर्च मंदिर द्वारा किया जाता है। इसके अलावा खाने-पीने की भी व्यवस्था मंदिर द्वारा की जाती है। अनाथ बच्चों की पढ़ाई में ट्रस्ट कर रहा सहयोग सदाशिव मंदिर ट्रस्ट न केवल गरीब कन्याओं की शादी के लिए बल्कि अनाथ बच्चों की पढ़ाई के लिए भी पूरा खर्च उठाती है। अब तक कई अनाथ बच्चों की मंदिर ट्रस्ट द्वारा पढ़ाई करवाई गई है। मंदिर चेयरमैन प्रवीण शर्मा की मानें तो अगर किसी के माता-पिता नहीं है और पढ़ाई करना चाहते हैं, तो मंदिर द्वारा पूरा पढ़ाई करवाई जाती है। ग्रेजूशन के अलावा अगर कोई बच्चा आईटीआई व डिप्लोमा करना चाहता है, तो ट्रस्ट पूरी मदद करेगा। मंदिर की सुंदरता माया नगरी तक धौमेश्वर मंदिर तलमेहड़ा में हिमाचल पंजाब ही नहीं, बल्कि माया नगरी में भी खनक पहुंच गई है। फिल्मी जगत के सितारे धौमेश्वर मन्दिर तलमेहड़ा में कमेटी द्वारा मंदिर में की गई व्यवस्था से मंत्रमुग्ध हो चुके है। हाल ही में हिंदी एवं पंजाबी जगत के सुपरस्टार गायक मास्टर सलीम द्वारा धौमेश्वर मन्दिर तलमेहड़ा में 'भोले की बारात पार्ट 3 ' की शूटिंग की गई। मास्टर सलीम ने धौमेश्वर मंदिर कमेटी में हुए अथाह विकास और कमेटी द्वारा मंदिर में व्यवस्थाओं का जिक्र किया गया है। सदाशिव मंदिर की दूरी ऊना मुख्यालय के अगर आप अंब रोड़ पर बाया बडूही, जोल होते हुए सदाशिव मंदिर जाते हैं, तो इसकी दूरी 34 किलोमीटर है। इसके अलावा अगर हमीरपुर पर नलवाड़ी, तलमेहड़ा होते हुए मंदिर जाएंगे, तो इसकी ऊना से सदाशिव मंदिर की दूरी 41 किलोमीटर है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार ने शिमला में डीकार्बोनाइजिंग ट्रांसपोर्ट के दृष्टिगत स्थायी गतिशीलता समाधान की निगरानी और उसे बढ़ावा देने के लिए एक ग्रीन मोबिलिटी कमेटी का गठन किया है। उन्होंने कहा कि प्रधान सचिव, परिवहन समिति के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, हिमाचल पथ परिवहन निगम, निदेशक, परिवहन, आयुक्त, नगर निगम, शिमला, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, शिमला स्मार्ट सिटी, प्रमुख अभियंता, हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग, शिमला, निदेशक रोपवे और रैपिड ट्रांजिट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, मुख्य अभियंता, एच.पी. स्टेट रोड एंड अदर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, प्रबंध निदेशक, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड, निदेशक, पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग इसके सदस्य होंगे। उन्होंने कहा कि सचिव, एसटीए-सह-अतिरिक्त आयुक्त, परिवहन समिति के सदस्य सचिव होंगे। उन्होंने कहा कि समिति इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग के मद्देनज़र एक टिकाऊ योजना विकसित करेगी, जो शिमला शहर में डी-कार्बोनाइजेशन के लिए मदद करेगी। उन्होंने कहा कि अंतर-विभागीय सहयोग के लिए एक मंच के रूप में काम करना समिति के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि समिति कार्यशालाओं और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के आयोजन, पायलट परियोजनाओं पर विचार-मंथन करने, परियोजना निष्पादन में तेजी लाने के लिए मौजूदा योजनाओं का विलय करने के अलावा समय-सीमा के साथ कार्ययोजना को परिभाषित करने में सहायता करेगी। उन्होंने कहा कि इस कमेटी की बैठक हर तिमाही में एक बार आयोजित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज काजा में भारत सरकार में ऊर्जा सचिव, आलोक कुमार से भेंट की और राज्य के विद्युत परियोजनाओं से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने 210 मेगावाट की लुहरी-1, 172 मेगावाट लुहरी-2, 382 मेगावाट सुन्नी, और 66 मेगावाट की धौलासिद्ध परियोजनाओं सहित अन्य जलविद्युत परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार और सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएनएल) के मध्य हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इन परियोजनाओं में हिमाचल प्रदेश को क्रमबद्ध हिस्सेदारी की पेशकश राज्य के लोगों के साथ अन्याय है। उन्होंने केंद्र सरकार से इन समझौतों का पुनः परीक्षण करने का आग्रह किया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को इन बिजली परियोजनाओं के स्वामित्व हस्तांतरण के लिए 75 वर्षों की एक निश्चित समय सीमा का भी आह्वान किया, क्योंकि वर्ष 2019 के बाद परियोजनाओं के लिए हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों में यह समय सीमा 70 वर्ष है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न बिजली परियोजनाओं में भागीदारी में वृद्धि पर चर्चा करते हुए आग्रह किया कि बीबीएमबी, एसजेवीएनएल और एनजेपीसी जैसी कंपनियों की पहले ही अपनी लागत वसूल कर चुकी पनबिजली परियोजनाओं में राज्य को 40 प्रतिशत हिस्सा प्रदान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब के साथ 110 मेगावाट की शानन जलविद्युत परियोजना के लिए पट्टे की अवधि वर्ष 2024 में समाप्त हो जाएगी। उन्होंने बल देते हुए कहा कि पट्टे की अवधि समाप्त होने के बाद हिमाचल प्रदेश को उसका उचित हिस्सा मिलना चाहिए। बैठक में विधायक रवि ठाकुर और एसजेवीएनएल के सीएमडी नंद लाल शर्मा भी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित सेवा संघ स्पीति इकाई काजा ने आज काजा में मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक लाख दस हजार रुपये का चेक भेंट किया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी, जिसे ‘लामाओं की भूमि’ भी कहा जाता है, में अपने तीन दिवसीय प्रवास के दौरान लामाओं से जुड़े और यहां की अनूठी संस्कृति एवं परंपराओं के प्रति गहरी रूचि दिखाई। उन्होंने मठों की विभिन्न मांगों को पूरा भी किया। स्पिति घाटी की महिलाओं को एक महत्वपूर्ण तोहफा देते हुए मुख्यमंत्री ने स्पिति घाटी की 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को आगामी जून माह से 1500 रुपये प्रतिमाह पेंशन प्रदान करने की घोषणा की और घाटी की बौद्ध भिक्षुणी ‘छोमो’ भी इससे लाभान्वित होंगी। मुख्यमंत्री ने की गोम्पा में अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल दिवस के अवसर पर राज्य सरकार ने स्पिति घाटी की छोमो सहित सभी महिलाओं को 1500 रुपये प्रतिमाह पेंशन का एक बड़ा तोहफा दिया है, जिससे इन महिलाओं में आत्म-सम्मान की भावना और मजबूत होगी। प्रवास के प्रथम दिन सगनम हेलीपैड पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री ने कुंगरी, ढंखर, काजा और की मठों में पूजा-अर्चना की और बौद्ध धर्म की परंपराओं और इतिहास को नजदीक से जाना व समझा। मुख्यमंत्री बनने के बाद स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास में ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का लामाओं द्वारा पारंपरिक परिधान भेंट कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने घाटी के विभिन्न मठों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कुंगरी गोम्पा को 50 लाख रुपये देने तथा ढंखर गोम्पा के लिए छात्रावास निर्माण और पेयजल योजना की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने की-गोम्पा के ध्यान केंद्र को स्तरोन्नत करने का भी आश्वासन दिया, जिसके लिए सरकार द्वारा समुचित धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी। प्रवास के दौरान स्पिति घाटी के विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री से भेंट की और उन्हें अपनी विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने चिचम में एशिया के सबसे ऊंचे पुल का निरीक्षण भी किया। स्थानीय लोगों की मांग पर उन्होंने चिचम गांव के लिए पेयजल योजना के निर्माण पर विचार करने का वादा किया। स्पिति घाटी में किसी भी मुख्यमंत्री के सबसे लम्बे प्रवास से स्थानीय लोगों में हर्ष एवं उत्साह साफ दिखा और ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के सरल व मिलनसार व्यक्तित्व से हर कोई प्रभावित नजर आया। घाटी के मठों के प्रति उनकी अगाध श्रद्धा और घाटी की महिलाओं को पेंशन के रूप में सम्मान राशि की घोषणा की विभिन्न वर्गों ने सराहना की।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव व पूर्व पाषर्द सुशांत कपरेट ने आवासीय मकानों की एटिक फ्लोर की ऊंचाई 2.7 से बढाकर 3.05 मीटर करने के फैंसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि एटिक भवन का अहम हिस्सा होता है। नगर निगम व टीसीपी के दायरे में आने वाले भवन मालिकों को सरकार के इस फैंसले से बड़ी राहत मिली है। इससे लोग अब छत्त की ऊंचाई बढ़ाकर उसमें एक कमरे का प्रयोग कर सकेंगे। प्रेस को जारी एक ब्यान में सुशांत कपरेट ने कहा कि शिमला जैसे शहर जहां पर कंजेशन काफी ज्यादा है और एनजीटी ने ढाई मंजिल की शर्त लगाई है वहां के लिए यह निर्णय सबसे ज्यादा लाभदायक साबित होगा। इसके अलावा प्रदेश के अन्य शहरों के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा चाहे वह नगर निगम की परिधि में आते हो या फिर नगर निगम की। उन्होंने कहा कि पिछले काफी समय से यह मांग उठ रही थी। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जनता की भावनाओं को समझ कर यह निर्णय लिया है। इस निर्णय से शिमला जैसे शहर में जिनके भवन इस आधार पर नियमितीकरण के लिये अधर में लटके थे उन भवन मालिकों को बहुत बड़ी राहत है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान "छूबा" पहनाकर उनका स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पिति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पितिवासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।
हिमाचल प्रदेश में 15 अप्रैल को मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सिविल सेवा, प्रेरणा स्रोत और हिमाचल गौरव पुरस्कार देंगे। यह स्पीति के काजा में होने जा रहे राज्यस्तरीय हिमाचल दिवस समारोह में दिए जाएंगे। सोमवार को सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी की। प्रेरणा स्रोत सम्मान से पाइनग्रोव स्कूल कसौली के प्रधानाचार्य कैप्टन एजे सिंह को भी पुरस्कृत किया जायेगा। बता दें कि पाइनग्रोव स्कूल के कार्यकारी निर्देशक कैप्टेन एजे सिंह की 1982 में भारतीय सेना में नियुक्ति हुई थी। पाँच वर्ष के अंतराल में ही उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के उद्देश्य से अपने कमीशन से त्याग पत्र दे दिया। आज पाइनग्रोव स्कूल का न केवल प्रदेश बल्कि अन्य देशों में भी डंका बजता है। पाइनग्रोव स्कूल के निर्देशक कैप्टेन एजे सिंह का सामान्य रूप से स्कूली शिक्षा, विशेष रूप से आवासीय स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में और उच्च गुणवत्ता वाले मानव-संस्थान में योगदान अतुलनीय है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर अंबेडकर चौक, शिमला में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर ने समरसता, सौहार्द और सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए योगदान दिया। उनके अनुसार समतावादी समाज के निर्माण के लिए शिक्षा प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार प्रदान करने का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने समाज के पिछड़े वर्गों और गरीबों के कल्याण एवं उनके अधिकारों के लिए जीवन-भर कार्य किया। हमें उनके जीवन मूल्यों और आदर्शों से प्रेरणा लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बाबा साहेब अम्बेडकर वेलफेयर सोसायटी के कैलेंडर का विमोचन भी किया। वहीं सूचना एवं जन संपर्क विभाग के कलाकारों ने भक्ति संगीत प्रस्तुत किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधायक विनय कुमार और हरीश जनारथा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी, आयुक्त नगर निगम आशीष कोहली और अन्य लोग भी उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश में पेपर लीक होने के मामले लगातार बढ़ रहे है। पेपर लीक मामले में विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने एक और खुलासा किया है। नए खुलासे में भंग हो चुके हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की निलंबित वरिष्ठ सहायक उमा आजाद की भांजी की परीक्षा भी संदेह के दायरे में है। बता दें कि उमा की बड़ी बहन की बेटी ममता उर्फ सोनिया ने भंग चयन आयोग के माध्यम से आयोजित पोस्ट कोड 939 की लिखित परीक्षा उत्तीर्ण की हुई है। साथ ही एसआईटी ने महिला अभ्यर्थी को विजिलेंस थाना हमीरपुर में पूछताछ के लिए तलब किया है। मिली जानकारी के अनुसार पेपर लीक मामले में मुख्य सरगना उमा आजाद है। अभी तक छह विभिन्न पोस्ट कोड के तहत छह अलग-अलग एफआईआर में कुल सोलह लोगों को नामजद किया है जिसमें से चार लोग जमानत पर रिहा हो चुके हैं। पोस्ट कोड 939 जेओए आईटी भर्ती परीक्षा मामले में दो चपरासी, चपरासी का बेटा और भतीजे समेत कुल चार आरोपियों, पोस्ट कोड 1003 कंप्यूटर ऑपरेटर भर्ती मामले में गिरफ्तार दलाल सोहन लाल, पोस्ट कोड 819 ट्रैफिक इंस्पेक्टर भर्ती मामले में आरोपी रवि कुमार, पोस्ट कोड 980 कला अध्यापक मामले में गिरफ्तार सुनीता देवी की न्यायिक हिरासत गुरुवार को खत्म होने पर एसआईटी ने इन सातों आरोपियों को फिर से हमीरपुर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने इन सभी सात आरोपियों की 26 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है।
शिमला नगर निगम चुनावों का बिगुल बज चूका है। नगर निगम शिमला के चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने पांच और प्रत्याशियों के नाम तय कर दिए हैं। प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप की ओर से प्रत्याशियों की सूची जारी की गई है। भाजपा ने बुधवार को पहले दिन एक साथ 24 प्रत्याशियों के नाम तय कर सूची जारी की थी। भाजपा इसके साथ ही अब तक नगर निगम के 34 में से 29 वार्ड में प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। गुरुवार को जारी हुई दूसरी सूची में वार्ड नंबर 10 टुटीकंडी से रितु गौतम , राम बाजार से सुनंदा करोल, जाखू से राजन अग्रवाल, पंथाघाटी से कुसुम ठाकुर और कनलोग से बृज सूद को पार्टी के प्रत्याशी बनाया है। हालांकि अभी भी भाजपा शेष बचे पांच वार्ड से अपने प्रत्याशियों के नाम तय नहीं कर पाई है। वहीं नगर निगम शिमला के चुनाव के लिए किसी भी प्रत्याशी ने पहले दिन नामांकन नहीं भरा। भाजपा और कांग्रेस के सभी नाम फाइनल नहीं हुए हैं। कांग्रेस ने 16 और भाजपा ने 24 वार्डों के प्रत्याशियों की सूची जारी की है। इस सप्ताह तीन दिन छुट्टी होने की वजह से अब नामांकन सोमवार को हो पाएंगे।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नगर निगम चुनावों का बिगुल बज चुका है। राज्य चुनाव आयोग ने नगर निगम शिमला के लिए तारीखों का एलान कर दिया है। चुनाव आयोग की तिथियों के अनुसार 2 मई को शिमला नगर निगम के लिए वोटिंग होगी और 4 मई को परिणाम घोषित होंगे तारीखों के एलान के बाद प्रदेश के बड़े राजनीतिक दल सियासी रण में कूद गए है। कांग्रेस और भाजपा किश्तों में अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर रही है लेकिन प्रदेश की राजधानी शिमला में कुछ ऐसे चेहरों ने भी चुनावी ताल ठोक दी है जो लोगों में खासा प्रभाव रखते है। ऐसे ही एक शख्स जिनका जिक्र हम आज कर रहे है वह प्रदेश के उभरते लोकगायक व हिमाचल प्रदेश की ठेठ पहाड़ी महफ़िल के बेताज बादशाह कपिल शर्मा है। कपिल शर्मा अपने छात्र काल से ही सामाजिक व राजनीतिक कार्यों में सक्रिय रहे कई बार छात्र व मजदूरों के हितों के लिए लड़ाई लड़ते हुए जेल भी गए है। कपिल शर्मा ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से संगीत विषय में एमफिल की पढ़ाई की है और अब सियासत में अपने हाथ आजमा रहे है। कपिल शर्मा संगीत में अपनी छाप छोड़ चुके है। प्रदेश भर में उनके हजारों चाहने वाले है लेकिन अब वह सियासत में भी अपनी किस्मत आजमाना चाह रहे है । कपिल शर्मा ने बताया कि वह अपने छात्र जीवन से ही सामाजिक व राजनीतिक कार्यो में सक्रिय रहे है। छात्र जीवन में ही गरीब छात्रों व मजदूरों के हितों की लड़ाई लड़ते हुए जेल में भी गए है लेकिन कभी अपने मकसद से नहीं डिगे और आज जब शिमला नगर निगम के चुनाव का बिगुल बजा है तो जनता के आग्रह पर उंन्होने भी शिमला के सांगटी वार्ड नम्बर 24 से जनभावनाओं की कद्र करते हुए चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास है कि सांगटी वार्ड की जनता उन पर अपना विश्वास जताएगी और भारी मतों के साथ उन्हें नगर निगम शिमला में चुनकर भेजेगी और उन्होंने जनता को विश्वास दिलाते हुए कहा कि वह आने वाले समय मे भी सामाजिक बुराइयों जिसमें , बढ़ती मंहगाई, बेरोजगारी , और हर घर की समस्या बन चुकी नशे के खिलाफ लोगो को अपने लोकसंगीत व राजनीतिक जिम्मेवारी के साथ संगठित करते रहेंगे और लोगो को जागरूक करते रहेंगे और जनता के बीच रहकर जनता की उम्मीदों व आशाओं पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे।
The Shimla Lok Sabha (LS) constituency of Himachal is gearing up for a major political battle in 2024. The parliamentary constituency is a reserved seat (SC) consisting of 17 Vidhan Sabha segments. In the 2019 LS elections, Suresh Kashyap from the BJP defeated Congress veteran Dhani Ram Shandil by over 3.56 lacs ballots. The 2024 Lok Sabha election for the Shimla constituency is anticipated to be fiercely contested. BJP aims to retain Shimla, while Congress is likely to take the opportunity of momentum created by victory in the recent state election and capture the LS seats from BJP after 15 years of BJP dominance in the Shimla LS seat. As the Congress won 13 of the 17 Vidhan Sabha seats in the recent state assembly elections, experts believe that it indicates a shift in the Shimla constituency's mentality from the BJP to the Congress. However, center politics differs from state politics to a great extent. To begin with, the BJP has stronger central leadership than the Congress, whose face, Rahul Gandhi, is currently involved in a legal tussle over statements he made about the Modi surname during a rally. However, as seen in the recent state election, the Modi effect has faded in Himachal, while Congress showing a significant voter base in the Shimla constituency this time, making the future election unpredictable. One of the key factors that could determine the outcome of the election is the choice of candidates. BJP tends to surprise people with its candidate selection every time. Potential candidates from BJP can be Suresh Kashyap (MP Shimla), Virender Kashyap (ex-MP), and Rajiv Seizal (ex-MLA). Congress could give the ticket to leaders like Vinod Sultanpuri (MLA HP), Mohan Lal Brakta (MLA HP), or Vinay Kumar (MLA HP). There is also the possibility of Dhani Ram Shandil (Cabinet Minister HP) being positioned for the LS election again. However, there is a likelihood that new faces from both parties, one with substantial support and relevance in the Shimla constituency, would enter the candidacy in the 2024 election. Another crucial factor that could play a significant role in the election is the issue of development, with both the BJP and Congress promising to address issues such as traffic congestion, waste management, and inadequate infrastructure. The battle for Shimla promises to be exciting as political parties prepare for the 2024 Lok Sabha elections. BJP even started its campaigning in January, while Congress put out an attractive state budget to win over voters this year. With both the BJP and the Congress going all out to capture the seat, it remains to be seen who will come out on top in this election.