-सौरभ वैद और दरशोक ठाकुर को चुना वरिष्ठ उपाध्यक्ष - प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के सभागार में संपन्न हुए चुनाव प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के चुनाव आज प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के सभागार में संपन्न हुए। चुनाव प्रक्रिया में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एसएस जोगटा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। चुनाव प्रभारी लाल सिंह चावला तथा सह प्रभारी हेम सिंह ठाकुर की देखरेख में संपन्न हुए। चुनाव में सभी 12 जिलों के अध्यक्षों तथा उनके प्रतिनिधि और 90 विभिन्न कर्मचारी संगठनों केअध्यक्ष-महासचिव व अन्य पदाधिकारियों ने भाग लिया। सभागार में लगभग 1100 कर्मचारी उपस्थित रहे। चुनाव में प्रदीप ठाकुर को सर्वसम्मति से प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का अध्यक्ष चुना गया। चुनाव में सौरभ वैद जिला कांगड़ा तथा दरशोक ठाकुर जिला हमीरपुर को वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुना गया। महासचिव भरत शर्मा जिला शिमला तथा कोषाध्यक्ष इंद्रजत शर्मा जिला सिरमौर से चुने गए। शमशेर ठाकुर मुख्य सलाहकार, कुशल शर्मा मुख्य प्रवक्ता, एम आर वर्मा मुख्य संरक्षक, पंकज शर्मा मीडिया प्रभारी, सुनील तोमर उपाध्यक्ष, नसीब सिंह, सोनम, मोहनलाल कश्यप, हंसराज उपाध्यक्ष रजनीश प्रवक्ता, अंकुर सचिव, ईश्वर उपाध्यक्ष, प्रवेश, हितेश शर्मा सचिव, कश्मीर सचिव, विनोद सलाहकार, नवीन रविकांत सोलन उपाध्यक्ष, मराठा सलाहकार, देव नेगी कार्यालय सचिव, नित्यानंद, रामेश्वर, कंवर सिंह ठाकुर, सुनीता मेहता उपाध्यक्ष, संजय कुमार, रजनीश, कमल शर्मा, सुरेश कुमार, जीवन गौतम, सरवन, पूजा सेन, भावना ठाकुर इत्यादि को राज्य कार्यकारिणी में चुना गया। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने उन्हें अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का अध्यक्ष चुनने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि नवनियुक्त कार्यकारिणी कर्मचारियों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान हेतु प्रयास करेगी, जिसके लिए आज शाम को ही कार्यकारिणी की बैठक कर रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने प्रदेश भर से पहुंचे सभी कर्मचारियों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जल्द प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलकर सभी समस्याओं को उनके समक्ष रखा जाएगा। उनसे जल्द संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक हेतु भी आग्रह किया जाएगा, ताकि संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक में कर्मचारियों के सभी समस्याओं का निपटारा हो सके।
- कहा, बजट भाषण में प्रदेश से किए गए वादे भूली सरकार -मुख्यमंत्री बताएं- हरित प्रदेश से जुड़ी योजनाओं में क्या काम हुआ और कितने लोगों को लाभ मिला नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देश का पहला हरित राज्य बनाने का दावा कहां गया। शपथ ग्रहण से लेकर बजट तक मुख्यमंत्री ने हिमाचल को देश का पहला हरित राज्य बनाने को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कहीं थीं। सरकार बने 9 महीने और विधानसभा में बजट को आए लगभग 7 महीने का समय बीत गया है। इस दौरान सरकार ने हिमाचल को हरित प्रदेश बनाने की दिशा में कौन से कदम उठाए हैं। इस बात का जवाब मुख्यमंत्री को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डेढ़ हजार इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा एचआरटीसी में शामिल करने और निजी बसों के संचालकों को इलेक्ट्रिक वाहन लेने पर सब्सिडी देने की घोषणा थी, परिवहन मंत्री प्रदेश को बताएं कि कितने निजी बस संचालकों को यह सब्सिडी अब तक दी गई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इन सारे वादों, सारी योजनाओं की घोषणा मुख्यमंत्री ने बिना किसी प्लान के ही कर दी थी। इसलिए आज तक इन योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पाया है और जिस प्रकार यह सरकार काम कर रही है उससे यह साफ़ है कि इनकी हिमाचल को हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की कोई नीयत नहीं है। नालागढ़ में मेडिकल डिवाइसेज में गाड़ी लगाने को हुआ गोलीकांड दुर्भाग्यपूर्ण नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने नालागढ़ के मेडिकल डिवाइसेज पार्क में गाड़ी लगाने को लेकर हुए गोलीकांड को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफिया पूरी तरह से हावी है। इस तरह की घटनाएं प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को प्रभावित करेंगी और प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को भी समाप्त कर देंगी। प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र में आए दिन इस तरह की वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिल रही हैं। माफिया की इस तरह के मनोबल का क्या कारण हैं। उन्हें कौन शह दे रहा है। मुख्यमंत्री को यह पता होना चाहिए। जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री से प्रदेश में पनप रहे इस तरह के संगठित माफिया राज के ख़िलाफ़ अभियान चलाकर कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की है।
गांव बटेड़ में दो नेपालियों की आपस में हुई मारपीट में एक की मौत होने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के मुताबिक दाड़लाघाट थाने में 6 सितंबर को मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने मामले के बारे पूछताछ तो पाया कि नेपाली मूल के ये लोग पिछले करीब 2 महीने से गांव बटेड़ में मिट्टी के कच्चे मकान में रहते हंै। 6 सितंबर को जन्माष्टमी पर धर्मराज शराब पीने लगा। समय करीब 10 बजे जब ये लोग वापस आए तो इन्होंने देखा कि धर्मराज अचेत अवस्था में सोया हुआ था औऱ उसने बिस्तर के साथ ही उल्टी की हुई थी। उसके बाद इन्होंने अपने मालिक और प्रधान ग्राम पंचायत हनुमान बडोग को फोन किया। उन्होंने बताया कि धर्मराज की मृत्यु अधिक मात्रा में शराब पीने के कारण हुई है। इसके उपरांत पुलिस धर्मराज को मेडिकल करवाने हेतु अर्की अस्पताल ले गई। जहां पर धर्मराज को मृत घोषित कर दिया गया। इसके उपरांत धर्मराज के शव को शव गृह में रख दिया गया। लाश का बारीकी से निरीक्षण करने पर उस पर मारपीट के निशान पाए गए। लाश को पोस्टमोर्टम हेतु आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया। 8 सितंबर को मृतक के भाई व अन्य परिजनों के सामने शव का गहनता से निरीक्षण किया गया तथा पाया गया कि मृतक की मृत्यु अत्यधिक मारपीट करने व स्ट्रैंगुलेट करने के कारण हुई है, जो संदिग्ध है। मामले में जांच के दौरान पाया गया है कि 5 सितंबर की शाम को धर्मराज की साथी काली बहादुर से मारपीट हुई थी तथा 6 सितंबर को सुबह जब धर्मराज की तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो वे लोग उसे उपचार हेतु प्राईवेट क्लीनिक धुंधन ले गए थे। धर्मराज की ज्यादा तबीयत खराब होने पर इसे बिस्तर पर लेटा दिया था। पुलिस को सूचना मिलने पर धर्मराज को परिजन उपचार हेतु अर्की अस्पताल ले गए थे, जहां पर धर्मराज को मृत घोषित किया गया था। जांच में पाया गया कि धर्मराज की मृत्यु काली बहादुर द्वारा मारपीट करने के कारण हुई है। पुलिस ने 8 सितंबर को काली बहादुर को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। मामले में आगामी जांच जारी है।
पेंशनर्स एसोसिएशन इकाई कुनिहार की मासिक बैठक इकाई अध्यक्ष जगदीश सिंह की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में सरकार से महंगाई भत्ते की बकाया राशि का शीघ्र भुगतान करने का अनुरोध किया गया। सरकार से यह भी मांग की गई कि 2016 के बाद रिटायर हुए पेंशनरों को बढ़ी हुई पेंशन की अदायगी शीघ्र की जाए। बैठक में सभी कार्यकारिणी के सदस्यों से आग्रह किया गया कि हर महीने की 7 तारीख को पेंशनर कार्यालय कुनिहार में बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें, ताकि पेंशनरों की समस्या पर चर्चा कर उनका हल किया जा सके।
वरिष्ठ लेखिका डॉ. नलिनी विभा 'नाजली' को 'आजीवन साहित्य उपलब्धि सम्मान' चार युवा लेखिकाओं-डॉ. प्रेरणा ठाकरे, डॉ. देवकन्या ठाकुर, दीप्ति सारस्वत 'प्रतिमा' और डॉ. देविना अक्षयवर को मिलेगा 'युवा साहित्य सृजन सम्मान' देश और प्रदेश में अपने अनूठे साहित्यिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय सोच के कार्यक्रमों के लिए प्रतिष्ठित हिमालय साहित्य संस्कृति एवं पर्यावरण मंच पांच महिला लेखिकाओं को उनके हिंदी और हिंदी साहित्य के क्षेत्र में दिए रहे उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित करेगा। इन रचनाकारों में हिंदी और उर्दू की प्रख्यात वरिष्ठ लेखिका-गजलकार डॉ. नलिनी विभा 'नाजली' को 'आजीवन उपलब्धि साहित्य सम्मान' और चार युवा लेखिकाओं-डॉ. प्रेरणा ठाकरे (नीमच मध्य प्रदेश), डॉ. देवकन्या ठाकुर, दीप्ति सारस्वत 'प्रतिमा' व डॉ. देविना अक्षयवर को 'हिमालय युवा साहित्य सम्मान' से अलंकृत किया जाएगा। यह जानकारी प्रख्यात लेखक व हिमालय साहित्य मंच के अध्यक्ष एसआर हरनोट ने आज शिमला में एक प्रेस नोट जारी कर मीडिया को दी। सम्मान समारोह शिमला में अक्तूबर मास में आयोजित किया जाएगा, जिसकी तिथियों की घोषणा जल्दी ही की जाएगी। डॉ. नलिनी विभा 'नाजली' वरिष्ठ लेखिका डॉ. नलिनी विभा 'नाजली' का नाम एक शायरा/गजलकार के रूप में देश भर में प्रख्यात है। उनके अब तक 13 गजल संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें दो पुस्तकें बच्चों के लिए भी शामिल हैं। हाल ही में उनका गजलों का वृहद् गं्रथ 'दीवान-ए-नाजली' प्रकाशित हुआ है जिसमें उनकी पांच सौ के करीब गजलें संग्रहीत हैं। नाजली को प्रदेश और देश के अनेक पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। डॉ. प्ररेणा ठाकरे डॉ. प्ररेणा ठाकरे की मूल भाषा मराठी है, जबकि वे पिछले लगभग 25 सालों से हिंदी की मंचीय कविता में बेहद सक्रिय हैं और अपने प्रदेश में एक सैलेब्रिटी की तरह लोकप्रिय हैं। हिंदी साहित्य में पीएचडी डॉ. प्रेरणा ठाकरे मध्य प्रदेश के नीमच में एक सरकारी कॉलेज में हिन्दी की आचार्य हैं। मंचीय कविता और बच्चों को कई व्यवहारिक सम सामायिक विषयों को पढ़ाने में उनकी महारथ है। वे हिंदी कविता, गजल और कहानी लेखन में सम्मान रूप से सक्रिय हैं। उनकी अबतक कविता और गजलों की चार और कहानी की एक पुस्तक प्रकाशित हैं। वे कई राज्य सम्मानों से अलंकृत हैं। डॉ. देवकन्या ठाकुर डॉ. देवकन्या ठाकुर हिंदी साहित्य और फिल्म निर्माण में सक्रिय हैं। अब तक अंग्रेजी और हिंदी में पांच पुस्तकें प्रकाशित हैं और हिमाचल के कई दुर्लभ विषयों में कई फिल्मों का निर्माण कर चुकी है जिन्हें कई राज्य और राष्ट्रीय सम्मान मिल चुके हैं। पिछले कई सालों से देवकन्या ठाकुर शिमला अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का सफल संचालन कर रही है। दीप्ति सारस्वत 'प्रतिमा' दीप्ति सारस्वत 'प्रतिमा' लेखन के साथ अध्यापन में रहते हुए हिन्दी की सेवा कर रही है। उनकी अब चार कविता और एक कहानी की पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है। साथ ही डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। डॉ. देविना अक्षयवर डॉ. देविना अक्षयवर मूल रूप से मोरिशस की निवासी हैं, लेकिन जेएनयू में पीएचडी की उपाधि प्राप्त करने के बाद उन्होंने स्थायी निवास शिमला बना लिया है। वे फ्रेंच भाषा की विद्वान भी हैं। इन दिनों शिमला के प्रतिष्ठित कॉलेज सैंट बीड्स में हिंदी की सहायक प्रोफेसर हैं। प्रवासी साहित्य को लेकर उनका अध्ययन हैं और वे कविता, कहानी और आलोचना में समान रूप से अपनी भूमिका निभा रही हैं।
छह विश्वविद्यालयों, कृषि विज्ञान केंद्रों और आईसीएआर संस्थानों के 20 वैज्ञानिकों ने डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान और प्रशिक्षण स्टेशन मशोबरा का दौरा किया और सेब में सफल प्राकृतिक खेती परीक्षणों के बारे में जाना। यह दौरा विश्वविद्यालय द्वारा प्राकृतिक खेती पर आयोजित दो सप्ताह के राष्ट्रीय प्रशिक्षण का हिस्सा था। इस कार्यक्रम को आईसीएआर राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना की संस्थागत योजना (एनएएचईपी आईडीपी) द्वारा समर्थित किया जा रहा है। हरियाणा, पंजाब, जम्मू और कश्मीर और हिमाचल के वैज्ञानिक प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं। यह दौरा सेब की खेती के लिए विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित प्राकृतिक खेती मॉडल को प्रदर्शित करने के लिए किया गया। डॉ. उषा शर्मा ने विश्वविद्यालय द्वारा प्राकृतिक खेती के तहत सेब पर किये गये विभिन्न सफल परीक्षणों पर विस्तृत प्रस्तुति दी। प्राकृतिक खेती सेब प्रदर्शन बगीचे का एक भ्रमण भी आयोजित किया गया। विभिन्न सब्जियों जैसे गोभी, बीन और जंगली गेंदा आदि के बारे में समझाया गया, जो इस पर्यावरणीय कृषि पद्धति के तहत बहुस्तरीय फसल प्रणाली के तहत लगाए गए थे। परीक्षण के नतीजे प्रशिक्षुओं के साथ भी साझा किये गये। केंद्र के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. दिनेश ठाकुर ने भी प्रशिक्षुओं से बातचीत की और उन्हें स्टेशन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। इस अवसर पर प्रशिक्षुओं के साथ विश्वविद्यालय की प्राकृतिक कृषि टीम के सदस्य डॉ. कुलदीप ठाकुर भी उपस्थित रहे। गांव धगोगी में किसानों के खेतों का दौरा भी किया गया, जहां मोहन वर्मा, खिमी देवी और कपिल वर्मा ने सेब के साथ-साथ अपनी आय बढ़ाने के लिए उनके द्वारा उगाई जाने वाली शिमला मिर्च, बीन, भिंडी और खीरा जैसी अतिरिक्त फसलों के लिए अपने प्राकृतिक खेती मॉडल दिखाए। किसानों ने प्रतिभागियों के साथ अपने अनुभव साझा किए और उन्हें बताया कि कैसे प्राकृतिक खेती को अपनाने से उन्हें अपनी आय में सुधार करने में मदद मिली है।
शूलिनी विश्वविद्यालय के योगानंद सेंटर फॉर थियोलॉजी (वाईसीटी) ने विश्वविद्यालय परिसर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी शाम का आयोजन किया, जिसमें विभिन्न शैक्षणिक विषयों के छात्रों की अटूट भक्ति और उत्साह का प्रदर्शन हुआ। यह आयोजन, आध्यात्मिक गतिविधियों की एक श्रृंखला द्वारा चिह्नित किया गया। उत्सव की शुरुआत भगवान कृष्ण की भक्ति के साथ सत्र की शुरुआत संचालन निदेशक ब्रिगेडियर मेहता और प्रबंधन विज्ञान संकाय की मीनाक्षी अहलावत ने की। प्रबंधन, कानून, उदार कला, विज्ञान और इंजीनियरिंग सहित विविध पृष्ठभूमि के छात्रों ने विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लिया, जो भगवान कृष्ण के प्रति उनकी गहरी भक्ति और असीम उत्साह को दर्शाता है। क्रिएटिव स्टूडियो के छात्रों द्वारा मटकी सजावट प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें पलक, सुहानी और मोनिका विजेता रहीं। शाम का समापन एक मनभावन भजन संध्या और आरती के साथ हुआ, जिसके बाद प्रसाद का वितरण हुआ, जिससे उपस्थित सभी लोगों के बीच दिव्य आनंद और एकता का माहौल बन गया। शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रबंधन विज्ञान संकाय और योगानंद सेंटर फॉर थियोलॉजी की समन्वयक डॉ. सुप्रिया श्रीवास्तव ने चांसलर प्रो. पीके खोसला, कुलपति प्रो. अतुल खोसला और विवेक अत्रे पूर्व (आईएएस), वाईसीटी, शूलिनी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष, के समर्थन से इन आध्यात्मिक रूप से समृद्ध गतिविधियों का आयोजन किया।
-स्वास्थ्य मंत्री ने ठोडो मैदान में तीन दिवसीय राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता का किया शुभारंभ स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि समग्र व्यक्तित्व निर्माण में खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। डॉ. शांडिल आज यहां एतिहासिक ठोडो मैदान में सोलन हॉकी क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित खिलाड़ियों एवं अन्य को संबोधित कर रहे थे। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में 16 वर्ष से अधिक आयुवर्ग की 14 टीमों के लगभग 200 महिला व पुरुष खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर कहा कि खेल युवाओं को परिपक्व बनाकर उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के लिए अनुशासन, समर्पण और एक निष्ठ प्रयास आवश्यक हैं तथा खेल हमें इन सभी गुणों को आत्मसात करने में निपुण बनाते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत को पूरे विश्व में हॉकी के बेहतरीन खिलाड़ियों के लिए जाना जाता है। गत ऑलम्पिक खेलों में हॉकी में कांस्य पदक जीतकर भारत पुन: हॉकी में अपना लोहा मनवाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय हॉकी अपना खोया वैभव प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्राम स्तर तक खेल अधोसंरचना को सुदृढ़ करने की दिशा में कार्यरत है। बेहतर सुविधा युक्त खेल मैदान निर्मित करने के लिए योजनाबद्ध कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोलन में हॉकी खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए एस्ट्रोटर्फ मैदान विकसित करने की सम्भावनाएं तलाशी जाएंगी। उन्होंने कहा कि सोलन में बेहतर सुविधा युक्त स्टेडियम भी निर्मित किया जाएगा। उन्होंने आशा जताई कि यह प्रतियोगिता ख्लिाड़ियों की प्रतिभा निखारने में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने खिलाड़ियों से आग्रह किया कि अपने युवा साथियों को नशे से दूर रखने में निर्णायक भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष हिमाचल को प्राकृतिक आपदा के कारण अप्रत्याशित नुक्सान उठाना पड़ा है। उन्होंने युवाओ से आग्रह किया कि प्रदेश के पुनर्निर्माण में रचनात्मक सहयोग प्रदान करें। डॉ. शांडिल ने सोलन हॉकी क्लब को अपनी एच्छिक निधि से एक लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की। सोलन के प्रसिद्ध व्यवसायी विनोद गुप्ता ने इस अवसर पर डॉ. शांडिल को मुख्यमन्त्री राहत कोष के लिए 51,000 रुपए का चैक भेंट किया। प्रतियोगिता के आयोजकों द्वारा अवगत करवाया गया कि सोलन हॉकी क्लब की ओर से गत चार वर्षो से हॉकी को बढ़ावा देने के लिए युवाओ को नि:शुल्क प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी भी प्रदान की। नगर निगम सोलन की महापौर पूनम ग्रोवर, जोगिेंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, खंड कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, शहरी कांग्रेस के अध्यक्ष अंकुश सूद, खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के महासचिव कुनाल सूद, अस्पताल रोगी कल्याण समिति के सदस्य विनीश धीर, वरिष्ठ कांगे्रसी नेता सुशील चोधरी, नगर निगम सोलन के मनोनीत पार्षद रजत थापा, उप मंडलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, सोलन हॉकी क्लब के अध्यक्ष कैप्टन एसपी जगोता, आयोजक सचिव पंकज गुप्ता, अन्य सदस्य, गणमान्य अतिथि तथा खिलाड़ी इस अवसर पर उपस्थित थे।
-श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर कुमारहट्टी में आयोजित की गई प्रतियोगिता श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर वीरवार को कुमारहट्टी में मटकी फोड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें पिंकू इलेवन की टीम ने मटकी फोड़ कर खिताब पर कब्जा किया। कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने विजेता टीम को ट्रॉफी व इनाम की राशि देकर पुरस्कृत किया। कुमारहट्टी के वीरभद्र खेल परिसर में आयोजित इस भव्य समारोह में हजारों ग्रामीण उपस्थित थे। विधायक विनोद सुल्तानपुरी ने कृष्ण सखा मंडल को अपनी ओर से इक्कीस हजार रुपये की राशि भेंट की। इस अवसर पर भंडारे का भी आयोजन हुआ। वहीं, स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम में सर्व हितकारी शिक्षा निकेतन कुमारहट्टी, मानव एकता पब्लिक स्कूल सुल्तानपुर, पाइन व्यू स्मार्ट स्कूल कुमरहट्टी के बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कलाकारों द्वारा प्रस्तुत अघोरी की झांकी, राधा कृष्ण व काली माता की झांकी भी आकर्षण का मुख्य केंद्र रहीं। आयोजन में बच्चों की स्पून रेस, कॉपी रेस, महिलाओं व पुरुषों की म्यूजिकल चेयर रेस, व रस्साकशी का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन नवीन सूद ने किया। व्यापार मंडल व कृष्ण सखा मंडल ने विधायक विनोद सुल्तानपुरी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष राहुल ठाकुर, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, जिला परिषद सदस्य राजेंद्र ठाकुर, अनहेच पंचायत के प्रधान मोहनलाल कंवर, बड़ोग पंचायत के उप प्रधान गुरुदेव शर्मा,भानु गर्ग, रूपलाल ठाकुर बड़ोग, कुणाल गर्ग, आकाश ठाकुर, रजत सूद, साहिल बंसल,मुकेश ठाकुर, हिमांशु सूद, अजय ठाकुर, वरुण अग्रवाल, मोंटू अग्रवाल, अंकुश सूद, संदीप अग्रवाल, सनी सूद, रूप लाल ठाकुर सुल्तानपुर, कुंदन वर्मा, देवेंद्र गुप्ता,सौरभ अग्रवाल, हार्दिक ठाकुर, प्रताप ठाकुर,जयपाल अग्रवाल, हंसराज सूद, गौरव गुप्ता, विजय गर्ग, अशोक सूद, जियालाल ठाकुर, ज्ञान अग्रवाल, राजेश गुप्ता व अन्य गाने मान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सुलतानपुरी ने खेलों में प्रथम आए बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों व विभिन्न खेलों के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से जहां आपसी भाईचारा बढ़ता है। वहीं बच्चों को अपनी संस्कृति को पहचानने का भी अवसर मिलता है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में, मटकी फोड़ प्रतियोगिता को शुरू करने की शुरुआत भी कुमारहट्टी से ही हुई थी। कृष्ण सखा मंडल इस कार्यक्रम को पिछले अठारह वर्ष से लगातार आयोजित करवा रहा है। इसे देखने के लिए कुमारहट्टी के अलावा बड़ोग, सुलतानपुर, सोलन, धरमपुर, कसौली, गड़खल, सुबाथू, डगशाई,व भोज नगर से लोग हजारों लोग पहुंचे हुए थे।
कहा- लोकतंत्र में विकास के लाभ लक्षित वर्गों तक पहुंचाने में जनप्रतिनिधि महत्वपूर्ण मुख्य संसदीय सचिव (स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण, लोक निर्माण तथा सूचना एवं जन संपर्क) संजय अवस्थी ने कहा कि लोकतन्त्र में विकास के लाभ लक्षित वर्गों तक पंहुचाने में जन प्रतिनिधि महत्वपूर्ण माध्यम हैं। संजय अवस्थी आज सोजल जिला के अर्की में नगर पंचायत अर्की के 3 मनोनीत पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह के उपरान्त उपस्थित जन प्रतिनिधियों एवं अन्य को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी की गरिमामयी उपस्थिति में आज अर्की में आयोजित एक सादे समारोह में नगर पंचायत अर्की के मनोनीत पार्षद के रूप में कुलदीप सूद, विनय वशिष्ठ तथा प्रदीप शर्मा को शपथ दिलाई गई। अर्की के उप मंडलाधिकारी यादविंद्र पाल ने मनोनीत पार्षदों को और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मुख्य संसदीय सचिव ने पार्षदों के मनोनयन के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मनोनीत पार्षदों को शुभकामनाएं देते हुए आशा जताई कि सभी पार्षद जन अपेक्षाओं पर खरा उतरेगेें। उन्होंने कहा कि अर्की को प्रदेश का आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाने के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। इस दिशा में नगर पंचायत अर्की के पार्षदों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। संजय अवस्थी ने कहा कि वर्तमान सरकार अर्की के विकास को नई दिशा प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र में पर्यटन, शिक्षा, लोक निर्माण एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अधोसरंचनात्मक बदलाव किए जा रहे हैं। इनसे समूूचा क्षेत्र लाभान्वित होगा। उन्होंने कहा कि अर्की के प्राचीन धार्मिक स्थल बाड़ीधार को विकसित करने से क्षेत्र में रोज़गार एवं स्वरोज़गार के व्यापक अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि अर्की के विकास को गति प्रदान करने के सभी प्रयासों को प्रदेश सरकार का संबल प्राप्त होगा। अवस्थी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण अस्त-व्यस्त प्रदेश को पुन: विकास के मार्ग पर अग्रसर करने में सभी को अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करना होगा। इस अवसर पर खंड कांग्रेस अर्की के अध्यक्ष सतीश कश्यप, नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष हेमेंद्र गुप्ता, जिला कांग्रेस महासचिव राजेंद्र रावत, युवा कांग्रेस अर्की के अध्यक्ष हेमंत वर्मा, नगर पंचायत अर्की की पूर्व अध्यक्ष सीमा शर्मा, पार्षद धर्मपाल शर्मा, भारती वर्मा, रुचिका गुप्ता, अंजू, ग्राम पंचायत चम्यवाल की पूर्व प्रधान उर्मिला, रोहांज जलाना की प्रधान सुनीता गर्ग, खंड कांग्रेस अर्की के कोषाध्यक्ष रोशन वर्मा, धर्मपाल गौतम, सचिव डीडी कश्यप, पार्षद हेमलता शर्मा सहित अन्य गणमान्य एवं विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
छात्र-छात्राओं ने स्किट के माध्यम से फिजियोथेरेपी के बारे में किया जागरूक जिला सोलन के अटल शिक्षा कुंज स्थित आईईसी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय फिजियोथेरेपी दिवस का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, फिजियोथेरेपी विभाग के शिक्षक, अन्य विभागों के विभागाध्यक्ष एवं समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे। इस अवसर पर विभाग के बच्चों ने फिजियोथैरेपी विषय के महत्व और वर्तमान समय में बढ़ती मांग के बारे में बताया। वहीं, कार्यक्रम में विभाग के बच्चों ने स्किट, नाटी, भांगड़ा, गायन, भाषण आदि की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ की गई। कार्यक्रम में नालागढ़ सिविल अस्पताल में सेवारत सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. पुनीत सिंह बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। डॉ. पुनीत सिंह ने बताया कि इस वर्ष विश्व फिजियोथेरेपी दिवस का थीम अर्थराइटिस है। इसमें अर्थराइटिस के विभिन्न प्रकार और उनके प्रभाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके पश्चात फिजियोथेरेपी विभाग के छात्र-छात्राओं ने नाटी और भांगड़ा की आकर्षक प्रस्तुतियां दीं। इस दौरान विद्यार्थियों ने स्किट प्रस्तुत करके फिजियोथेरेपी का महत्व बताया। विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक पुरी ने अपने संदेश में कहा कि बदली जीवन शैली के कारण अर्थराइटिस सहित अन्य समस्याओं से बचाव के लिए फिजियोथेरेपी सहायक सिद्ध हो रही है। फिजियोथेरेपी विषय के बारे में सही जानकारी होने पर हम इन बीमारियों से निजात पा सकते हैं।
बिलासपुर जिले के लुहणु मैदान में चल रही अग्निवीर सेना भर्ती रैली में हजारों की संख्या में युवा भारतीय सेना में शामिल होने के लिए भाग ले रहे हैं। जिला ऊना के गांव नलवाड़ी तहसील बंगाना के जुड़वा भाई सौरव कुमार और गौरव कुमार जो हमीरपुर में हुई रैली में सफल नहीं हो पाए थे, लुहणु मैदान में आयोजित रैली में उन्होंने अपनी सफलता का परचम लहराया। आश्चर्यजनक बात यह है कि दोनों जुड़वा भाई एक साथ सभी पायदानों को पार करते हुए सेना के लिए चुने गए हैं। विगत रैली की असफलता से सबक लेकर दोनों भाइयों ने कठोर परिश्रम के साथ सभी बाधाओं को पार करने की मन में ठानी। माता-पिता के आशीर्वाद तथा विभिन्न लोगों से प्रेरणा प्राप्त कर इस रैली में सफल हुए इन दोनों भाइयों का कहना है कि सेना भर्ती रैली में परिश्रम के माध्यम से ही स्थान पाया जा सकता है। सौरव और गौरव का कहना है कि रैली से पूर्व सी टेस्ट की सुविधा होने से छंटनी हो कर अभ्यर्थी शारीरिक क्षमता के विभिन्न आयोजनों में भाग लेता है। इससे दौड़ने में अधिक भीड़ न होने से अभ्यर्थी द्वाराअपनी क्षमता को बेहतर रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। उन्होंने इस प्रक्रिया को प्रारंभ करने के लिए सेना का आभार व्यक्त किया। दोनों भाईयों ने शैक्षणिक क्षेत्र में भी उत्कृष्ट मुकाम प्राप्त किया है बावजूद इसके अन्य विकल्पों के होते हुए भी उन्होंने सेना में भर्ती होकर देश सेवा को सबसे बेहतर विकल्प के रूप में चुना। इनके पिता बलवंत सिंह का कहना है कि उन्होंने इन दोनों बेटों को सेना के लिए समर्पित किया है यद्यपि एक और बेटा है जो मानसिक दिव्यांग है। उन्होंने अग्नि वीर सैन्य भर्ती के प्रति अपनी पूरी आस्था जताते हुए बच्चों द्वारा किए गए प्रदर्शन पर प्रसन्नता जाहिर की। ऐसे ही जिला हमीरपुर के काकडियार के जुड़वा भाई अखिल राठौर और निखिल राठोर भी इस रैली में अपने बचपन के सपने को साकार करने में सक्षम हुए हैं। बड़े भाई व बहुत से परिवार जन भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं यही जज्बा अखिल और निखिल के मन में भी भरा हुआ था यह दोनों भाई बताते हैं कि अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्हें जहां परिवारजनों से प्रेरणा मिली वही गांव के कुछ लोग भी मार्गदर्शक बने। यह फौज में अपने सुनहरे भविष्य को संवारने के लिए आतुर है। अखिल और निखिल कहते हैं कि आज बहुत से युवा भारतीय सेवा का अंग प्रत्यंग बन देश की सेवा के लिए तत्पर है युवाओं में इसके लिए होड़ लगी है। जिला ऊना के हरोली क्षेत्र से संबंध रखने वाले मनीष कुमार ने जमा दो की परीक्षा 92 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की परिवार तथा स्वयं के समक्ष जीवन यापन के लिए अनेक विकल्पों में से इन्होंने सेना में जाकर देश के प्रति अपने कर्तव्य के निर्वहन को ही सबसे उचित समझा। मनीष कुमार का कहना है कि अग्नि वीर सैनिक में यदि योग्यता और समर्थ है तो वह सेना में लंबे समय के लिए अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है। गौरतलब है कि लुहणु मैदान में आयोजित अग्नि वीर भर्ती रैली में बहुत से ऐसे युवाओं ने भाग लिया जो न केवल शैक्षणिक योग्यता में उत्कृष्ट मुकाम हासिल किए हुए थे, अपितु अन्य वोकेशनल ट्रेनिंग या किसी और विषय में भी महारत रखते थे, किंतु इन्होंने उन सब को दरकिनार कर भारतीय सेना का सिपाही बन देश के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करने का लक्ष्य ही चुना।
हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में निजी शिक्षण संस्थान फर्जी दावे करते रहे और शिक्षा विभाग के अधिकारी इन दावों को सत्यापित करते रहे। सीबीआई की जांच में इसका खुलासा हुआ है। ईडी की ओर से गिरफ्तार चार आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ है। मामले में हर स्तर पर अनियमितताएं बरती गई हैं। आरोप हैं कि निजी शिक्षण संस्थान और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से छात्रवृत्ति का बजट जारी हुआ है। इन आरोपियों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम-2002 के प्रावधानों के कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। आरोपियों की संपत्ति, बैंक खाते से लेनदेन, कैसे छात्रवृत्ति को इधर से उधर किया गया, इसे लेकर प्रवर्तन निदेशालय बारीकी से जांच कर रहा है। उल्लेखनीय है कि ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले में एएसएएमएस एजुकेशन ग्रुप के पार्टनर राजदीप जोसन और कृष्ण कुमार, केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट पंडोगा के उपाध्यक्ष हितेश गांधी और प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशालय की छात्रवृत्ति शाखा के तत्कालीन अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोप हैं कि निजी शिक्षण संस्थान ने फर्जी दस्तावेज पेश करके अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित विद्यार्थियों के लिए पोस्ट-मैट्रिक योजना में छात्रवृत्ति घोटाला किया। यह है मामला छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी ने सीबीआई शिमला की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की है। आरोप लगाया गया था कि राज्य शिक्षा विभाग, निजी संस्थान और बैंक अधिकारी 250 करोड़ रुपये से अधिक की छात्रवृत्ति निधि के वितरण में बड़े पैमाने पर गलत विनियोजन में शामिल थे। इस मामले में सीबीआई और ईडी कई अधिकारियों और निजी शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
सोलन की रहने वाली एक महिला ने सोलन थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि 7 सितंबर को जब वह अपनी ड्यूटी पर थी तो एक बाबा उनकी शॉप में आया और पैसे मांगने लगा। महिला ने उसे 5 रुपये दिए तो बाबा कहने लगा कि यह कम हंै। उसने 100 रुपये का नोट दिया, फिर बाबा ने आशीर्वाद के लिए इसके सिर पर हाथ रखा व संस्कृत में मंत्र पढ़ने लगा। महिला ने बताया कि उसे उस समय कुछ पता नहीं चला तथा बाबा जब वहां से चला गया तो उसके दाहिने हाथ की मीडल अंगुली में पहनी हुई सोने की अंगुठी गायब थी। अंगुठी की करीब 50000 रुपये है। शिकायत पर सोलन थाने में मामला दर्ज कर अन्वेषण शुरू किया गया और फरार बाबा के बारे में सभी थानों को सूचित किया गया। आरोपी बाबा सुखविंदर नाथ, निवासी संगरूर, पंजाब अपनी मोटरसाइकिल से फरार हो गया था, जिसे परवाणू पुलिस ने इंटरसेप्ट किया और इसे गिरफ़्तार कर सदर थाने में मुक़दमा चलाया गया है। आरोपी से चोरी की गई सोने की अंगूठी भी बरामद कर ली गई है।
केंद्र सरकार को भेजी 10 करोड़ रुपये की डीपीआर हिमाचल सरकार प्रदेश में तीन नए नर्सिंग कॉलेज खोलेगी। यह कॉलेज चंबा, हमीरपुर और जिला सिरमौर के नाहन में खोले जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने डीपीआर तैयार कर केंद्र को भेज दी है। तीनों नर्सिंग कॉलेज में आधारभूत ढांचा विकसित करने पर 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रति नर्सिंग संस्थान को 3 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि दी जानी है। वर्तमान में हिमाचल में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) और मंडी में दो ही सरकारी नर्सिंग कॉलेज हैं। जबकि नर्सिंग स्कूलों की संख्या 15 से ज्यादा है। प्रदेश सरकार ने नए खोले जाने वाले नर्सिंग कॉलेजों में 40-40 सीटें निर्धारित करने का फैसला लिया है। जैसे-जैसे आधारभूत ढांचा विकसित होगा। केंद्र सरकार से सीटें बढ़ाने की सिफारिश की जाएगी। हिमाचल में 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद बड़ी संख्या में छात्राएं नर्सिंग और मिडवाइफ के कोर्स कर रही हैं। निजी संस्थानों में नर्सिंग का कोर्स करने के लिए चार लाख रुपये से ज्यादा खर्च आता है। इसमें हॉस्टल, वर्दी व अन्य खर्चे भी शामिल हैं। हजारों की संख्या में छात्राएं यह कोर्स कर रही हैं। हालांकि सरकारी कॉलेजों फीस कम है। इसमें एक साल का खर्च करीब 70 हजार के पास रहता है। हिमाचल में नए नर्सिंग कॉलेज खुलने से कई और छात्राएं सरकारी संस्थानों में प्रशिक्षण हासिल कर सकेंगी। चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. सीता ठाकुर ने बताया कि हिमाचल में नए नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए 10 करोड़ रुपये की डीपीआर केंद्र को भेज दी गई है।
टीएचडीसीआईएल ने 4 सितंबर को अपने सम्मानित व्यवस्थापकों और निवेशकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें कंपनी के द्वारा इमीनेंट बांड जारी करने की तैयारी में पारदर्शिता और सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता जारी की गई। बैठक के दौरान कंपनी ने अपनी विकास संभावनाओं और वित्तीय स्थिति का व्यापक प्रस्तुतीकरण किया। इस बैठक के माध्यम से कंपनी के मूल्यवान व्यवस्थापकों और निवेशकों के साथ सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया गया, जिससे कंपनी की रणनीतिक दिशा की गहरी समझ को बढ़ावा मिला। इस बैठक में मुख्य सत्र जे बेहेरा, निदेशक (वित्त) के नेतत्ृव में टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड टीम का व्यापक एवं उपयोगी विचार-विमर्श रहा। बेहेरा ने अपने संबोधन से टीएचडीसीआईएल की विस्तार रणनीतियों और क्रेडिट रेटिंग से संबंधित अनेक प्रश्नों का उत्तर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार की बातचीत कंपनी के बारे में अपने हितधारकों को पूर्ण रूप से संसूचित करने एवं कंपनी की वित्तीय रणनीतियों में उनके विश्वास को प्रोत्साहित करने की हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण प्रस्तुत करती है। बेहेरा ने बताया कि हमारी आगामी परियोजनाओं के चालू होने से कंपनी की क्रेडिट रेटिंग में उल्लखेनीय वृद्धि होने की आशा है। यह विकास हमारी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और हमारे निवेशकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इन चर्चाओं के अलावा, बैठक में आगामी बांड बोली प्रक्रिया के लिए शीघ्र तिथि निश्चित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। यह बैठक उत्पादनपरक बातचीत को बढ़ावा देने और कंपनी के वित्तीय दृष्टिकोण स्पष्टता जाहिर करने के लिए हमारे सक्रिय दृष्टिकोण र्का प्रतीक है। वहीं, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने बैठक की उपयोगिता पर बल देते हुए कहा कि अपनी कमीशन की गई परियोजनाओं के उत्कृष्ट अनुरक्षण के साथ-साथ विद्युत परियोजना का विकास हमारी मुख्य शर्त है।
रोटरी सोलन ने आज क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में 7 नवजात शिशुओं (6 लड़कियों और 1 लड़के) को 1100 शगुन और आरटीएन भानु शर्मा के सौजन्य से नवजात किट और नवजात शिशुओं के लिए डायपर और माताओं के लिए खाने की सामग्री के रूप में अन्य उपहार देकर स्वागत किया। इस अवसर पर रोटरी के अध्यक्ष एमपी कंवर और आरटीएन विजय दुग्गल के अलावा रोटेरियन बीसी सहगल, डॉ. कमल अटवाल, भुवनेश विजय, सूरज गुप्ता, एसडी रतन और आरटीएन महेश गंभीर भी मौजूद रहे। आरटीएन एमपी कंवर ने इस कार्य के लिए माता-पिता और रोटरी सोलन के सदस्यों को बधाई दी। उन्होंने जन्माष्टमी के पवित्र अवसर पर अपने बेटे का जन्मदिन इस अनूठे अंदाज में मनाने के लिए और आरटीएन भानु शर्मा की सराहना की।
समेकित बाल विकास परियोजना सोलन की अनुश्रवण समिति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना तथा पोषण अभियान-2 की खंड स्तरीय बैठक का आयोजन आज यहां उपमंडलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर की अध्यक्षता में किया गया। कविता ठाकुर ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विभाग द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में सराहनीय कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ज़िला में पोषण स्तर वर्गीकरण के दौरान अतिकुपोषित बच्चों को क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में चलाए जा रहे डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेशन सेंटर में स्वास्थ्य जांच और परामर्श के लिए लाया जाए ताकि जिला को कुपोषण रहित बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि पूरक पोषाहार कार्यक्रम के तहत सोलन खंड में 6 माह से 3 वर्ष के 3447 बच्चों, 3 से 6 वर्ष तक के 639 बच्चों व 1253 माताओं को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शालापूर्व शिक्षा कार्यक्रम के तहत 3 से 6 वर्ष के 639 बच्चों को लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पोषण स्तर के वर्गीकरण के दौरान सोलन खण्ड में 6984 बच्चों का वज़न मापा गया। इसमें से 6780 बच्चों का वजन सामान्य पाया गया जबकि 178 बच्चों का वज़न मध्यम और 26 बच्चे अतिकुपोषित पाए गए। उन्होंने कहा कि सोलन खण्ड में मार्च तक बाल मृत्यु दर 11.28 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि सोलन खण्ड में एक वर्ष तक के सभी बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा सभी लाभार्थियों की चरणबद्ध तरीके से स्वास्थ्य जांच की जा रही है तथा लाभार्थियों के लिए विशेष शिविर का आयोजन कर विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सोलन खण्ड में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत 1.02 लाख रुपए की राशि, विधवा पुर्नविवाह योजना के अंतर्गत 65 हजार रुपए, मटर टेरेसा योजना के अंतर्गत 30 हजार रुपए तथा शगुन योजना के अंतर्गत 3.72 लाख रुपए की राशि प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2005 के अंतर्गत संरक्षण अधिकारियों के पास 55 शिकायतें प्राप्त हुई हंै। इन पर नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पोषण अभियान 2.0 के तहत पोषण माह का आयोजन, सामुदायिक आधारित गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। कविता ठाकुर ने कहा कि सोलन विकास खंड में प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र में ग्राम पंचायत स्तर पर बेटी जन्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। बैठक में अवगत करवाया गया कि सोलन विकास खंड में इस अवधि में दहेज प्रतिरोधक अधिनियम, 1961, अनैतिक देह व्यापार निषेध अधिनियम, 1956 के तहत कोई मामला प्रकाश में नहीं आया है। हिमाचल प्रदेश विवाह पंजीकरण अधिनियम, 1996 के विषय में विभिन्न जागरूकता शिविरों में लोगों को अवगत करवाया जा रहा है। बाल विकास परियोजना अधिकारी सोलन कविता गौतम ने विभाग द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की गतिविधियों के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। बैठक में उप पुलिस अधीक्षक सोलन अनिल धोलटा एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कृष्ण जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर चमकने वाले अर्ध चंद्रमा का एक सुंदर अभिप्राय है कि यह वास्तविकता के व्यक्त और अव्यक्त दोनों आयामों, दृश्य भौतिक क्षेत्र और अदृश्य आध्यात्मिक क्षेत्र के मध्य सही संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है, जो भगवान कृष्ण के दोनों लोकों के स्वामित्व को दर्शाता है। हम जिस युग में रह रहे हैं उसके लिए उनकी शिक्षाएं अद्वितीय और अति प्रासंगिक हैं। वे न तो आपको भौतिक गतिविधियों में डूबने देती हैं और न ही आपको पूरी तरह से उदासीनता की ओर ले जाती हैं। जब हम यह उत्सव मनाते हैं, तो हम प्रकृति में बिल्कुल विपरीत लेकिन पूरक गुणों को आत्मसात करते हैं और उन्हें प्रकट करते हैं। यह एक ऐसा कौशल है जो हमें उस कमल की तरह बनाता है जो कीचड़ में उगता तो है फिर भी जिसकी पत्तियां शुद्ध और कीचड़ से अछूती रहती हैं। कृष्ण का अर्थ है, वह जो सबसे मोहक और आकर्षक है, अर्थात स्वयं आत्मा। राधे-श्याम, व्यक्ति के अनंत से मिलन का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रत्येक प्राणी की आत्मा ही कृष्ण है। जब हम अपने अपने वास्तविक स्वरूप में बस जाते हैं, तो हमारा व्यक्तित्व खिल उठता है, हमारे भीतर कौशल विकसित है और जीवन में प्रचुरता आती है। कृष्ण को माखन चुराने के लिए जाना जाता है। इस रूपक का क्या अर्थ है? मक्खन वह है जो आपको किसी प्रक्रिया के अंत में मिलता है; दूध पहले दही बनता है, फिर उसे मथकर मक्खन प्राप्त किया जाता है। इसी तरह, जीवन में कई घटनाओं के माध्यम से मंथन की प्रक्रिया होती है। लेकिन अंत में जब मंथन समाप्त हो जाता है, तो हमें मक्खन अर्थात हमारे भीतर की पवित्रता प्राप्त होती है। भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव मनाने का पूरा सार, प्रतिकूल और अनुकूल दोनों परिस्थितियों में संतुलन बनाये रहना, प्रसन्न, केंद्रित और आनंदित रहना है। जब जीवन में सब कुछ सुचारू रूप से चल रहा हो तो आप एक बड़ी मुस्कान रख सकते हैं, लेकिन यदि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी आप अपनी मुस्कान बनाए रख सकते हैं, तो आपको समझना चाहिए कि आपने जीवन में कुछ अद्भुत प्राप्त कर लिया है। यह तो हम कृष्ण के दृष्टिकोण से ही सीखते हैं! वे एक पैर धरती पर टिकाकर और दूसरा पैर धरती से ऊपर उठाकर खड़े हैं; जीवन में नृत्य तभी घटित हो सकता है। यदि आपके दोनों पैर भूमि पर टिके हुए हैं तो नृत्य नहीं हो सकता। यदि आपका मन हर समय सांसारिक चिंताओं में डूबा रहता है, तो आप नृत्य कैसे कर सकते हैं? साक्षी बनें। जब आप बिना लालसा या द्वेष के मन में अशांति को देख पाते हैं, तो आप उससे ऊपर उठ सकते हैं। इसलिए जब आप पछतावे और चिंताओं से परेशान हों, तो यह सोचने के बजाय कि यह कैसे नहीं होना चाहिए था, आपको बस समर्पण करने की आवश्यकता है। तब आप कृष्ण की तरह जीवन के उतार-चढ़ाव में नृत्य करने में सक्षम हों जाएंगे। इतने सारे लोग कृष्ण तक क्यों नहीं पहुंच पाते? कृष्ण कहते हैं, इसका कारण यह है कि उनका मन राग-द्वेष में डूबा हुआ है। जो व्यक्ति तीव्र लालसा रखता है या बहुत अधिक घृणा करता है वह मोह या आसक्ति के जाल में फंस जाता है। जब ऐसे व्यक्तियों को जीवन में धन या संबंधों में समस्याओं का सामना करना पड़ता है, तो उनका मस्तिष्क इससे ग्रस्त हो जाता है, वे अनगिनत घंटे, महीने या वर्ष चिंता में ही बिता देते हैं, इससे उबरने में सक्षम नहीं हो पाते, यह नहीं जान पाते कि भगवान कृष्ण कौन हैं। भगवान कृष्ण कहते हैं, जिनके पाप नष्ट नहीं होते वे अज्ञान और भ्रम में फंसे रहते हैं लेकिन जिनके पुण्य फल देने लगते हैं, वे अपने सभी दुखों से मुक्त हो जाते हैं और मेरी ओर आकर्षित होने लगते हैं। जब आप प्रबुद्धि की ओर चलना शुरू करते हैं, तो अज्ञानता का अंधकार नहीं रह सकता। पाप हमें इस यात्रा का आरंभ नहीं करने देता। यही वह बात है जो हमें दुख, पीड़ा और कष्ट देती है। लेकिन जब आप समझ जाते हैं कि आप यह शरीर नहीं, बल्कि शुद्ध चेतना हैं, तो आपके भीतर अपार शक्ति का उदय होता है। एक बार जब परमात्मा में विश्वास पैदा हो जाता है या अनुभव हो जाता है, तो आपको और कुछ करने की आवश्यकता नहीं होती। अपने विश्वास पर रत्ती भर भी संदेह न करें। ईश्वर को वास्तव में जानने और उसके प्रकाश में चलने का यही अर्थ है। कृष्ण सभी संभावनाओं; मनुष्य और ईश्वर होने के प्रत्येक पहलू के पूर्ण विकसित होने के प्रतीक हैं। जन्माष्टमी वह दिन है जब आप कृष्ण के विराट स्वरूप को एक बार फिर से इस चेतना में याद करते हैं और उनकी अनुभूति करते हैं। अपने वास्तविक स्वरूप को अपने दैनिक जीवन में प्रकट करना ही कृष्ण के जन्म का वास्तविक रहस्य है।
सूरज की तरह चमकना है तो सूरज की तरह तपना होगा। यह बात उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा 2022 में सिविल जज एवं ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट के पद चयनित हुए विशाल ठाकुर ने मिनर्वा संस्थान में आयोजित शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य पर बच्चों को संबोधित करते हुए कही। मिनर्वा संस्थान से शिक्षा उत्तीर्ण कर बुलंदियां हासिल करने वाले दो सगे भाईयों व उनके अभिभावकों के लिए शिक्षक दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विशाल ठाकुर ने कहा, 'मैं शिक्षक दिवस पर अपने सभी गुरुजनों का आभार प्रकट करना चाहता हूं, जिनकी बदौलत मैं आज इस मुकाम तक पहुंचा हूं।Ó उन्होंने कहा कि शिक्षक मोमबत्ती की तरह होता है, जो स्वयं को जलाकर दूसरों को प्रकाश देता है। उन्होंने कहा कि 9वीं कक्षा से जमा दो कक्षा तक की पढ़ाई मिनर्वा स्कूल से उत्तीर्ण की। विशाल ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि कड़ी मेहनत व लग्न के साथ पढ़ेंगे तो मुकाम जरूर हासिल होगा। जीवन एक संघर्ष है। इसमें कई बाधाएं आएंगी, लेकिन जो इन मुश्किल परिस्थियों को पीछे छोड़ आगे बढ़ेगा वह अपने मुकाम तक जरूर पहुंचेगा। उनके छोटे भाई विकास ठाकुर जो इसी वर्ष मध्य प्रदेश न्यायिक सेवा में बतौर सिविल जज एवं ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट नियुक्त हुए हैं, उन्होंने भी बच्चों के साथ विचार साझा करते हुए उनका मार्गदर्शन किया। वहीं, पाठशाला प्रधानाचार्य परवेश चंदेल ने अपने संबोधन में कहा कि कोई भी किसी भी क्षेत्र में लक्ष्य प्राप्त करना मुश्किल नहीं है, लेकिन इसके लिए लगन व मेहनत की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वैसे तो बच्चों को माता-पिता के नाम से जाना जाता है, लेकिन यदि माता पिता को बच्चों के नाम से जाना जाए तो यह माता पिता के लिए अलग खुशी होती है।
चंबा, कांगड़ा, शिमला और अन्य जिलों के भ्रमण कर सकते हैं सैलानी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला हमीरपुर के नादौन में कहा कि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण प्रदेश में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं और निजी एवं सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के दृढ़ एवं त्वरित प्रयासों के फलस्वरूप राज्य में सड़कों को काफी हद तक बहाल कर दिया गया है तथा प्रदेश में आगंतुकों के लिए सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य की अब तक की सबसे भीषण त्रासदी थी, लेकिन अब राज्य में हालात सामान्य हो रहे हैं। नादौन में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटकों के लिए सुरक्षित है और पर्यटक अब चंबा, कांगड़ा, शिमला और अन्य जिलों के भ्रमण पर आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा से प्रभावी ढंग से निपटने और सभी प्रभावितों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विपदा के समय में भी नेता प्रतिपक्ष प्रभावित परिवारों की पीड़ा के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के बजाय राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने नेतापक्ष से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संपर्क कर हिमाचल प्रदेश के लिए केदारनाथ और भुज त्रासदी की तर्ज पर विशेष पैकेज प्रदान करने के लिए आग्रह करने का आहवान किया। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और उत्तराखंड और गुजरात में प्रदान की गई सहायता के समान वित्तीय सहायता प्रदान करने की बार-बार अपील की है, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार द्वारा इस संबंध में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के हरसंभव प्रयास कर रही है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपये के ऋण का बोझ डाला तथा केवल राजनीतिक लाभ के लिए कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार कर्मचारियों के बकाया और भत्ते देने में विफल रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालने के पश्चात वित्तीय बाधाओं के बावजूद कर्मचारियों के हितों में अभूतपूर्व निर्णय लेकर पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है।
साई इंटरनेशनल स्कूल में श्री कृष्ण जन्मोत्सव श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है, जो भगवान विष्णु के सबसे शक्तिशाली और प्रसिद्ध अवतारों में से एक हैं। इस उत्सव के लिए स्कूल को अच्छी तरह से सजाया गया था। आरती और भजन गाए गए और जन्माष्टमी से संबंधित गाने बजाए गए। प्री-नर्सरी, नर्सरी और केजी के छात्र पारंपरिक रूप से राधा और कृष्ण की पोशाक पहनकर आए। बच्चों द्वारा एक शानदार रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां उन्होंने गीत, नृत्य और भाषण प्रस्तुत किए। इस अवसर की शोभा बढ़ाने के लिए 'दही हांडीÓ का भी आयोजन किया गया। स्कूल के चेयरमैन रमिंदर बावा ने सभी को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं।
हिमाचल छात्र संघ (हिमसू) चंडीगढ़ ने इस बार पंजाब विश्विद्यालय चंडीगढ़ में आज होने वाले छात्र संघ चुनाव में उपाध्यक्ष पद के लिए कसौली के गौरव काशीव को छात्र संघ चुनाव में पार्टी की तरफ से मैदान में उतारा है। गौरव पंजाब विश्विद्यालय चंडीगढ़ के यूआईईटी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में एमटेक की पढ़ाई कर रहे हैं। गौरव काशीव अपने साथियों के साथ अपनी जीत के लिए विभिन्न विभागों और हास्टल में जा कर सभी विद्यार्थियों से वोट की अपील कर रहे हैं। हिमसू लंबे समय से पंजाब विश्विद्यालय चंडीगढ़ में छात्रों के हित के लिए काम कर रही है और हर वर्ष छात्र संघ चुनाव लड़ते आ रही हैं, जिसमें उससे कई बार सफ़लता मिली है। इस बार हिमसू सीवाईएसएस के साथ मिलकर अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर लड़ रही हैं, जिनका कोड 2300 है। इससे पहले भी पीयू चुनावों में हिमसू संयुक्त उम्मीदवारों के साथ कई बार जीत हासिल कर चुकी है। पंजाब विश्विद्यालय में हिमाचल प्रदेश के छात्र-छात्राओं की संख्या ज्यादा होने से हिमसू चुनावों में महत्वपूर्ण दल बन कर उभरते आई है। वर्ष 2015 में हिमसू की प्रीति नेगी 1700 वोटों से उपाध्यक्ष पद हासिल कर रिकार्ड बना चुकी है। हिमसू पंजाब विश्विद्यालय चंडीगढ़ के साथ साथ चंडीगढ़ के डीएवी 10 और एसडी 32 कॉलेज में भी छात्र संघ चुनाव लड़ रही है। कॉलेजों में बहुत बार हिमसू पार्टी को जीत मिली है। हिमसू पार्टी के सदस्य अपनी जीत के लिए पंजाब विश्विद्यालय चंडीगढ़ और कॉलेजों मे भी पूरी मेहनत कर रहे हैं। उनका दावा है कि उन्होंने विद्यार्थियों के हित के लिए कार्य किया है और उनको जीत जरूर मिलेगी। 6 सितंबर को पंजाब विश्विद्यालय चंडीगढ़ और कॉलेज में चुनाव होंगे और शाम को इसके नतीजे आएंगे।
बीएल सेंट्रल पब्लिक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुुनिहार में जन्माष्टमी पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस समारोह में प्रधानाचार्य पुरुषोत्तम लाल व मुख्याध्यापिका सुषमा शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। मुख्यातिथि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस पर्व में विद्यालय के नौनिहालों द्वारा भगवान कृष्ण, राधा रानी और गोकुल की गोपियां व ग्वाले बनकर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। प्रधानाचार्य ने बताया कि नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के नौनिहालों ने राधा कृष्ण के वेशभूषा में उनके भजनों पर नृत्य किया और सबका मन मोह लिया। विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष व अध्यापक अभिभावक संघ के अध्यक्ष ने भी सभी बच्चों, अध्यापकों और अभिभावकों को जन्माष्टमी की बधाई दी। इस अवसर पर सभी अध्यापक वर्ग व बच्चे मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी बच्चों को फल बांटे गये।
10वीं वार्षिक शूलिनी मैराथन में चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला और कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला के नेतृत्व में शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रतिभागियों ने शिक्षक दिवस का उत्साहपूर्वक जश्न मनाया। डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू) टीम द्वारा आयोजित द्वारा मैराथन को थोडो ग्राउंड से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा, आईएएस, अवसर के मुख्य अतिथि थे। इस कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों और स्टाफ सदस्यों का मिश्रण देखा गया, जिनमें से प्रत्येक ने मैराथन की सफलता में योगदान दिया। सभी के लिए समावेशी माहौल को बढ़ावा देने के लिए प्रतिभागियों को अलग-अलग आयु समूहों में वर्गीकृत किया गया था। छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा कड़ी थी, जिसमें डेविड, ऑर्गोप्रेशन घोष और शैल ने लड़कों के लिए शीर्ष तीन स्थान हासिल किए, जबकि लड़कियों की श्रेणी में राधिका, अनुष्का और मिर्गना ने शीर्ष स्थान हासिल किया। संकाय और स्टाफ सदस्यों के लिए, प्रतियोगिता समान रूप से उत्साही थी, और इसे भी आयु वर्ग में वर्गीकृत किया गया था। 35 वर्ष तक वर्ग में, ज्ञानचंद पुरुष चैंपियन के रूप में उभरे, जबकि आनंदिता और सना महिला वर्ग में। 35-45 वर्ष श्रेणी में, विकास और रेनू सूद पाल ने क्रमश: पुरुषों और महिलाओं के बीच पहला स्थान हासिल किया। सौरभ कुलश्रेष्ठ और ऐलिस ने क्रमश: पुरुषों और महिलाओं की 45-50 वर्ष श्रेणी में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। 50-55 वर्ष श्रेणी में, आशीष खोसला ने शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि प्रोफेसर अतुल खोसका ने दूसरा स्थान हासिल किया। अंत में, 55-65 वर्ष श्रेणी में, प्रबंधन विज्ञान के डीन, मुनीश सहरावत ने असाधारण एथलेटिकिज्म का प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया। मैराथन ने न केवल एथलेटिक कौशल बल्कि सौहार्द का भी जश्न मनाया, जिसमें विजेताओं को मौद्रिक पुरस्कार दिए गए। प्रथम स्थान पाने वाले विजेताओं को रु. 3000, दूसरे स्थान के विजेताओं को रु. 2000, और तीसरे स्थान के विजेताओं को रु. 1500. इसके अतिरिक्त, सभी प्रतिभागियों को सोच-समझकर जलपान और पानी उपलब्ध कराया गया, जिससे चुनौतीपूर्ण दौड़ के दौरान उनकी भलाई सुनिश्चित हुई। 10वीं वार्षिक शूलिनी मैराथन ने न केवल शिक्षक दिवस को मनाया गया, बल्कि शूलिनी विश्वविद्यालय समुदाय के भीतर एकता, एथलेटिकवाद और समर्पण की भावना को भी प्रदर्शित किया। छात्र कल्याण अधिष्ठाता श्रीमती पूनम नंदा ने कहा कि यह आयोजन अकादमिक क्षेत्र और रनिंग ट्रैक दोनों में उत्कृष्टता प्राप्त करने में सामूहिक प्रयास की शक्ति की याद दिलाता है।
छात्र-छात्राओं ने नाटी-भांगड़ा पर दीं मनमोहक प्रस्तुतियां जिला सोलन के अटल शिक्षा कुंज स्थित आईईसी विश्वविद्यालय में मंगलवार को हर वर्ष की भांति शिक्षक दिवस का आयोजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिकारीगण, शिक्षक, विद्यार्थी एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की छात्र-छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। वहीं, विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने सब शिक्षकों को सम्मानित कर उनके प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान का भाव व्यक्त किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ की गई। इसके पश्चात विश्वविद्यालय के फार्मेसी, मैनेजमेंट, इंजीनियरिंग, फैशन डिजाइनिंग, फिजियोथेरेपी, ह्यूमैनिटीज आदि विभागों के छात्र-छात्राओं ने फिल्मी गानों और लोकगीतों पर आकर्षक प्रस्तुतियां दीं। नाटी और भांगड़ा पर विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों को खूब सराहा गया। इस दौरान शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मिलकर टंग ट्विस्टर, डेयर गेम, रैंप वॉक आदि गेम्स का भी आयोजन किया। शिक्षक दिवस कार्यक्रम पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अशोक पुरी ने आचार्य चाणक्य के कथन को दोहराते हुए कहा कि शिक्षक कभी भी साधारण नहीं होता। निर्माण और प्रलय दोनों उसकी गोद में पलते हैं। ऐसे में शिक्षण के महान दायित्व का हर शिक्षक को पूरी निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी के साथ निर्वहन करना चाहिए। शिक्षक को बच्चों का पसंदीदा शिक्षक बनने के साथ-साथ हितकारी शिक्षक बनने का भी प्रयास करना चाहिए।
देश का प्रसिद्ध पर्यटन गंतव्य हिमाचल प्रदेश एक बार फिर पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक अमित कश्यप ने बताया कि पर्यटक कसौली, शिमला, चायल, नारकंडा और किन्नौर जैसे खूबसूरत पर्यटन गंतव्यों की यात्रा और भ्रमण कर सकते हैं। इन पर्यटन गंतव्यों के लिए सड़क मार्ग खुले हैं और कोई भी इन गंतव्यों की सुरक्षित यात्रा कर सकता है। उन्होंने बताया कि कांगड़ा घाटी, धर्मशाला, मैक्लोडगंज, पालमपुर, डलहौजी, खज्जियार और चंबा के भ्रमण के लिए भी सड़क मार्ग खुले हैं। पर्यटक वर्तमान सीजन में राज्य के अधिकांश होटलों में विशेष छूट की सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं। उन्होंनेे बताया कि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 7 प्रतिशत है। इसके अलावा, पर्यटन क्षेत्र राज्य में कुल रोजगार में लगभग 14.42 प्रतिशत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का योगदान देता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण सड़क मार्ग से यात्रा के लिए राज्य के कुछ हिस्सों में व्यवधान उत्पन्न हुआ, हालांकि सड़क मार्गों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर किये गए प्रयासों से पर्यटक अब चंबा, कांगड़ा, शिमला और अन्य जिलों की यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों से शिमला से धर्मशाला के लिए हवाई सेवा कनेक्टिविटी प्रदान की गई है और अब दिल्ली से शिमला और शिमला से धर्मशाला (गग्गल हवाई अड्डा) के लिए अलायन्स एयर की दैनिक उड़ान भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि शिमला-धर्मशाला-शिमला की सभी सीटों के किराये पर सब्सिडी राज्य सरकार द्वारा वहन की जा रही है। इस रूट पर कुल किराया प्रति सीट 3000 रुपये (टैक्स अतिरिक्त) निर्धारित किया गया है। इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की सुविधा के लिए उड़ान योजना के अंतर्गत पवन हंस द्वारा संचालित हेलीकाप्टर सेवा की उड़ानें चंडीगढ़ से शिमला और शिमला से रामपुर, मंडी, कुल्लू तथा धर्मशाला के लिए उपलब्ध हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले हिमाचल प्रदेश के 16 शिक्षकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा गया है। मंगलवार सुबह शिक्षक दिवस पर राजभवन शिमला में राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर इन शिक्षकों को सम्मानित किया। कांगड़ा, बिलासपुर, लाहौल-स्पीति और किन्नौर से एक भी शिक्षक का पुरस्कार के लिए चयन नहीं हुआ है। जिला शिमला से चार, कुल्लू-ऊना और हमीरपुर से दो-दो शिक्षकों को चुना गया है। मंडी-सोलन-सिरमौर और चंबा जिला से पुरस्कार के लिए एक-एक शिक्षक का चयन हुआ है। 10 शिक्षकों का चयन प्रदेशभर से प्राप्त हुए 39 आवेदनों के आधार हुआ था। तीन शिक्षकों किशोरी लाल, दलीप सिंह और हरीराम शर्मा को सरकार की ओर से गठित राज्य स्तरीय कमेटी ने चयनित किया। कार्यक्रम में इन शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और शॉल व टोपी देकर सम्मानित किया गया। वहीं, पुरस्कार के लिए एक शिक्षक का नाम समारोह के दौरान ही घोषित किया गया। इसके अलावा बीते वर्ष राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिमला के वीरेंद्र कुमार व चंबा के युद्धवीर सिंह को भी राज्य पुरस्कार दिया गया पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों की सूची शिक्षक का नाम स्कूल का नाम पद अमर चंद चौहान वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल आनी, कुल्लू प्रिंसिपल दीपक कुमार वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल चंबा प्रवक्ता बायोलॉजी अशोक कुमार वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मंडी प्रवक्ता वाणिज्य कृष्ण लाल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बजौरा, कुल्लू डीपीई हेम राज वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल हिमरी, शिमला टीजीटी नॉन मेडिकल कमल किशोर वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल त्यूरी, ऊना कला शिक्षक नरेश शर्मा प्राथमिक स्कूल गिरथरी, हमीरपुर मुख्य शिक्षक प्रदीप कुमार प्राथमिक स्कूल सलोह, सोलन जेबीटी शिव कुमार प्राथमिक स्कूल ककराना, ऊना जेबीटी कैलाश सिंह शर्मा केंद्रीय प्राथमिक स्कूल लालपानी, शिमला जेबीटी किशोरी लाल उपशिक्षा निदेशक कार्यालय हमीरपुर सीएचटी दलीप सिंह वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल वासनी, सिरमौर प्रवक्ता अंग्रेजी हरि राम शर्मा मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल नेरवा, शिमला प्रिसिंपल सुरजीत सिंह राठौर छोटा शिमला स्कूल प्रवक्ता
भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जो एक दार्शनिक और एक महान शिक्षक थे, के जन्म के उपलक्ष्य में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज साई इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों द्वारा शिक्षक दिवस का आयोजन बड़े उत्साह और जोश के साथ किया गया। इस अवसर पर छात्रों ने शिक्षकों के लिए कई मनोरंजक खेलों प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। इस अवसर पर बच्चों ने सोलो और ग्रुप डांस प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में सभी विद्यार्थी स्कूल ड्रेस में शामिल हुए। कार्यक्रम स्कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था जिसे फूलों और झालरों वा गुब्बारों से खूबसूरती से सजाया गया था। बच्चों ने टीचर्स को कार्ड ब बुके देकर सम्मानित किया।
विधानसभा के तीसरे सत्र (मानसून सत्र) के चलते शिक्षा विभाग में 11 से 25 सितंबर तक छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। 18 सितंबर से शुरू होने वाले मानसून सत्र के चलते उच्च और प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी कर दिए हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसून सत्र के चलते रविवार सहित अन्य छुट्टियों के दौरान भी बुलाया जा सकता है। सुबह आठ से रात आठ बजे तक अफसरों को दफ्तर में मौजूद रहना होगा। विभाग ने विधानसभा में शिक्षा विभाग से संबंधित लगे सभी प्रश्नों के जवाब जल्द देने के लिए भी कहा है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विभाग से संबंधित सभी प्रश्नों के जवाब तैयार होने चाहिए। अधिकारियों के पास हर तरह की जानकारी होनी चाहिए। हर शाखा में कम से कम एक अधिकारी इस दौरान रोजाना सुबह साढ़े आठ बजे ऑफिस में होना चाहिए। इनकी छुट्टियां हुई हैं रद्द अतिरिक्त निदेशक प्रशासन, कॉलेज, स्कूल उच्च शिक्षा, संयुक्त निदेशक कॉलेज, संयुक्त निदेशक फाइनेंस एंड अकाउंट, सह निदेशक, उच्च शिक्षा के सभी उपनिदेशक, सभी सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल, कमांडर एनसीसी और चीफ लाइब्रेरियन सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी सोलन, प्रारंभिक शिक्षा के सभी उपनिदेशक, प्रिंसिपल डाइट की छुट्टियां रद्द करने के आदेश दिए गए हैं। इन अधिकारियों के तहत काम करने वाले स्टाफ को भी छुट्टियां नहीं मिलेंगी। विभाग में विभिन्न श्रेणी के कर्मचारियों के कितने पद सृजित हैं, कितने पद रिक्त हैं। कितने पद भरे गए हैं। निदेशालय के अधिकारियों ने कितने स्कूलों, कॉलेजों का निरीक्षण किया। कितने नए स्कूल, कॉलेज खोले गए। सरकार की विभिन्न योजनाओं का क्या स्टेटस है।
जिला सोलन के परवाणू के रहने वाले मनीष शर्मा की शिकायत पर 3 सितंबर को थाना परवाणू में आईपीएस की धाराओं 454, 380, 511 में चोरी से संबंधित मामला दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता ने शिकायत दी है कि ओम सन्स कंपनी परवाणू सेक्टर-1 में प्लांट न. 32 में स्थित टिप फैक्टरी 4 के प्लांट में मशीनरी रखी है। यह प्लांट अभी बंद पड़ा है। 3 सितंबर को जब वह अन्य मजदूरों को साथ लेकर इस टिप फैक्टरी के गेट को बंद करने गए तो हरीश नामक लड़का फैक्टरी में पाया गया, जिसके पास मशीनरी खोलने की चाबियां भी थीं। इन्होंने उसे मौके पर पकड़ा व पुलिस को मौका पर बुलाया। यह लड़का अपने अन्य साथियों के साथ काफी समय से इस फैक्टरी में चोरी की फिराक में था। उक्त दिन भी इसने चोरी करने की नियत से फैक्टरी में प्रवेश किया था। शिकायत पर आरोपी हरीश (24) पुत्र मन बहादुर निवासी कामली, परवाणू को पुलिस थाना की टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को पहले भी चोरी और नशा तस्करी के आरोप में गिरफ़्तार किया जा चुका है। मामले में पुलिस की जांच जारी है।
सोलन जिले में 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी आज यहां जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र सिंह नेगी ने दी। राजेेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि इस वर्ष का राष्ट्रीय पोषण माह का विषय 'सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारतÓ है। उन्होंने कहा कि पोषण माह के तहत स्तनपान, पूरक आहार, स्वस्थ बालक स्पर्धा, पोषण भी पढ़ाई भी, मेरा माटी मेरा देश, मिशन लाइफ माध्यम से पोषण में सुधार, आयुर्वेद के माध्यम से स्वस्थ जीवन इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ज़िला के आंगनवाड़ी केंद्रों में भी सामुदायिक आधारित गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इन गतिविधियों में गोद भराई तथा अन्न्प्राशन इत्यादि आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह में आगंनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण अभियान भी चलाया जाएगा।
जिला सोलन के अंतर्गत कुनिहार के पुनीत अत्री को शिमला में रविवार को प्रदेश के राज्य पाल शिव प्रताप शुक्ल द्वारा डीजीपी डिस्क अवॉर्ड से नवाजा गया। इससे कुनिहार क्षेत्र में खुशी की लहर है। उल्लेखनीय है कि पुनीत अत्री जिला सोलन के कुनिहार के हाटकोट से संबंध रखते हैं। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई कुनिहार स्कूल से हुई है। पुनीत अत्री के पिता कृष्ण लाल कृषक हैं, जबकि माता लता देवी कृषि विभाग में कार्यरत हैं। पुनीत की बहन भी पुलिस विभाग में कार्यरत हैं, उनके चाचा जगदीश अत्री भी पुलिस विभाग शिमला से सेवानिवृत्त हुए हैं व वर्तमान में ग्राम पंचायत हाटकोट के प्रधान पद पर हैं। पुनीत की पत्नी शिक्षा विभाग में सरकारी नौकरी करती हैं। इस अवॉर्ड के लिए संभव चेरिटेबल संस्था कुनिहार की अध्यक्ष प्रतिभा कंवर, कौशल्या कंवर, हिमांशु झांजी, अक्षरेस शर्मा, संजय जोशी, प्रदीप पूरी, संदीप जोशी, प्रधुमन शर्मा, अरविंद जोशी, अशोक कुमार, मुकेश शर्मा, रणजीत ठाकुर, राम लीला जनकल्याण समिति कुनिहार व ग्राम पंचायत हाटकोट के सभी सदस्यों ने इस उपलब्धि पर पुनीत व परिवार को बधाई दी है।
हिमाचल प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षक दिवस से एक दिन पूर्व राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस बार 13 शिक्षकों को इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा। चयनित शिक्षकों को मंगलवार को राजभवन शिमला में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सम्मानित करेंगे। शिक्षकों के यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य और विद्यार्थियों को पढ़ाने में विशेष रुचि लेने के लिए दिया जा रहा है। इनमें से तीन शिक्षकों को सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य के लिए शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों की सूची शिक्षक का नाम स्कूल का नाम पद अमर चंद चौहान जीएसएसएस आनी प्रिंसिपल दीपक कुमार जीबीएसएसएस चंबा प्रवक्ता बायोलॉजी अशोक कुमार जीबीएसएसएस मंडी प्रवक्ता वाणिज्य कृष्ण लाल जीएसएसएस बजौरा डीपीई हेम राज जीएसएसएस हिमरी शिमला टीजीटी नॉन मेडिकल कमल किशोर जीएसएसएस त्यूरी ऊना कला शिक्षक नरेश शर्मा जीपीएस गिरथरी मुख्य शिक्षक प्रदीप कुमार जीपीएस सलोह जेबीटी शिव कुमार जीपीएस ककराना जेबीटी कैलाश सिंह शर्मा जीसीपीएस लालपानी जेबीटी किशोरी लाल उप शिक्षा निदेशक कार्यालय हमीरपुर सीएचटी दलीप सिंह जीएसएसएस वसवानी प्रवक्ता अंग्रेजी हरि राम शर्मा जीएमएसएसएस नेरवा प्रिंसिपल
विकास कार्यों में तेजी लाने और सभी परियोजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के दिए निर्देश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए आज यहां आयोजित प्रशासनिक सचिवों की मंडे मीटिंग की अध्यक्षता की। उन्होंने विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी परियोजनाओं को समयबद्ध पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में सभी फाइलें ई-फाइल प्रणाली के माध्यम से भेजी जाए। इससे समय की बचत होगी और कार्यों को शीघ्र निपटाने में मदद भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी जन सेवाओं के लिए ऑनलाइन प्रणाली समयबद्ध कार्यान्वित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गवर्नेंस में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को विशेष अधिमान दे रही है। इससे प्रशासन में पारदर्शिता के साथ-साथ दक्षता भी सुनिश्चित होती है। उन्होंने सभी नगर निगमों और शहरी स्थानीय निकायों का पूर्णतया डिजिटाइजेशन सुनिश्चित करने को भी कहा। इससे लोगों को अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन माध्यम से उनके घर में ही प्राप्त हो सकेंगी। मुख्यमंत्री ने नींबू प्रजाति फल उत्पादन बहुल क्षेत्र में अतिरिक्त जूस से साइडर बनाने के लिए आधुनिक संयंत्र स्थापित करने की संभावनाएं तलाश करने के निर्देश दिए। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए उन्होंने शिमला, रिज स्थित पुस्तकालय के खुलने का समय बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, राजीव गांधी रोजगार योजना सहित अन्य योजनाओं की विस्तृत समीक्षा भी की। बैठक में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, विभिन्न प्रधान सचिव और अन्य सचिव उपस्थित थे।
जिला सोलन के पुलिस थाना कसौली के एसएचओ यशपाल शर्मा को उनके साहसिक एवं कर्तव्यनिष्ठा व ईमानदारी से कार्य करने पर राज्यपाल राम प्रसाद शुक्ल द्वारा गत दिवस गेयटी थियेटर, शिमला में डीजीपी डिस्क अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यशपाल शर्मा मूलत: जिला सिरमौर के धार टी धार क्षेत्र की सैर पंचायत के गांव थान के निवासी हैं। वे 1987 में पुलिस विभाग में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। वर्तमान में थाना कसौली में बतौर एसएचओ कार्यरत हैं। इन्हें पहले भी उत्कृष्ट कार्य के लिए विभाग व सामाजिक संस्थाओं ने कई बार सम्मानित किया है।
राज्य विद्युत बोर्ड पेंशनर्ज वेलफेयर एसोसिएशन की कुनिहार इकाई ने की बैठक राज्य विद्युत बोर्ड पेंशनर्ज वेलफेयर एसोसिएशन की कुनिहार इकाई ने मासिक बैठक का आयोजन एक निजी होटल में इकाई अध्यक्ष ई. रत्न तनवर की अध्यक्षता में किया। बैठक में सभी सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। सबसे पहले सदस्यों ने दो मिनट का मौन धारण कर आपदा में जान गंवाने वाले लोगोंं को भावभिनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके उपरांत इकाई की सदस्यता ग्रहण किए नए सदस्यों का फूलमाला पहना कर स्वागत किया गया। सदस्यों ने प्रदेश सरकार से एक सुर में मांग की कि संशोधित वेतनमानों का बकाया एरियर तथा 8 प्रतिशत डीए/डीआर एकमुश्त पेंशनर्ज को दिया जाए। बोर्ड से मांग की गई कि पेंशनर्ज को संशोधित वेतनमानों के अनुसार फिक्स मेडकल भत्ता लेने के लिए ऑप्शन देने का एक मौका प्रदान किया जाए। यह भी मांग की गई कि 1.1.16 के बाद रिटायर हुए सभी पेंशनर्ज को संशोधित पेंशन निर्धारण की कॉपी उपलब्ध करवाई जाए। बैठक में यह भी मांग की गई कि बोर्ड कर्मचारियों को ओपीएस जल्द से जल्द लागू की जाए। ई. रतन तनवर ने बोर्ड से आग्रह किया कि राज्य महासचिव द्वारा लिखे गए पत्रों का संज्ञान लेकर नेशनल पेंशन निर्धारण उचित फार्मुले के तहत सही से किया जाए तथा अकाउंट विंग की शाखाओं में उचित समन्वय बनाया जाए, ताकि कर्मचारियों की गलती का दंड पेंशनर्स को न भुगतना पड़े। बैठक में रत्न तनवर, रुपेेंद्र कौशल, आरपी तनवार, रमेश कश्यप, देवी सिंह तनवर, हेम चंद तनवर, रामदास तनवर, गोपाल गर्ग, ओमी दत्त शांडिल, प्रेमसिंह चौहान, नरेंद्र्र सिंह पाल, देवी चंद, सोहन लाल, रूप राम पाल, परमा नंद संत राम कश्यप, सुरेश शमा, कैलाश शर्मा, देशराज पाठक, दलीप कुमार, ओम प्रकाश, ललित सेन, कालु राम, चेतराम, धर्म सिंह, बाबूराम ठाकुर, कमल कांत, भुवनेश आदि पेंशनर उपस्थित रहे।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता चेतन बरागटा ने कहा की महंगाई हटाने का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस ने आते ही डीजल के दामों में 3 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि कर दी। उसके तीन महीने बाद दोबारा 3.50 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि कर दी।जिस कारण जनता पर भारी बरसात के साथ-साथ कांग्रेस सरकार की मार भी पड़ रही है। उन्होंने ने कहा कि पिछले 8 महीने में खाद्य तेलों के दाम राशन डिपुओं में दो बार बढ़ गए। डिपुओं में दाल पर 16 रुपये किलो का दाम बढ़ना प्रदेश की जनता के साथ धोखा है। भारी बरसात के कारण गरीब जनता का वैसे ही परेशान है, उपर से दालों और डीजल का रेट बढ़ा कर प्रदेश सरकार ने जनता पर दोहरी मार की है। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार की इस कार्यप्रणाली से प्रदेश की जनता परेशान है। चेतन बरागटा ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार हिमाचल की जनता पर अतिरिक्त बोझ ढ़ालकर उनके जीवनयापन में कठिनाई पैदा कर रही है, वहीँ दूसरी ओर केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की जनता के बोझ को कम करने मे प्रयासरत्त है। हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में 200 रुपये की कटौती की गई है। जिससे दिल्ली में अब घरेलू गैस सिलेंडर के दाम घटकर 903 रुपये हो गए हैं जो पहले 1103 रुपये थे। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में भी अब 200 रुपये की कटौती की गई है और जिन महिलाओं के पास उज्ज्वला योजना के गैस सिलेंडर है। उन्हें अब सिलेंडर भरने के लिए 400 रुपये कम अदा करने होंगे। जिससे उज्जवला योजना के तहत सिलेंडर लेने वालों को दोहरा फायदा होगा। मोदी सरकार ने LPG सिलेंडर की कीमतों में 200 रुपये की कटौती करने का जो फैसला लिया है। इससे करीब 30 करोड़ ग्राहकों को फायदा होगा वहीं, 75 लाख महिलाओं को उज्जवला के तहत नए कनेक्शन भी दिए जाएंगे।
शिक्षा का उद्देश्य पूर्ण रूप से विकसित और शांतिप्रिय व्यक्तित्व रखने वाले व्यक्तियों का निर्माण करना है, जिनका पोषण विश्व और उनके आसपास के समाज के लिए कुछ बड़ी सोच रखने के लिए किया गया हो। एक बालक को केवल सूचनाएं प्रदान करने की प्रक्रिया के द्वारा नहीं बल्कि समग्र रूप से शिक्षित किया जाना चाहिए। गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर का मानना है, 'कक्षा में बैठने से ही कोई शिक्षित हो रहा है, हम ऐसा नहीं मान सकते। हमें बच्चे के मन और शरीर के संपूर्ण विकास पर ध्यान देने के साथ-साथ उसमें अपनापन, साझा करने और दूसरों की देखभाल करने की भावना, प्रेम, अहिंसा और शांति जैसे मानवीय मूल्यों को विकसित करने पर भी ध्यान देना होगा।Ó एक सुंदर विचार है, जो प्राचीन गुरु-शिष्य परंपरा का हिस्सा था, जिसे आज पुनर्जीवित किया जाना चाहिए। एक अच्छा शिक्षक सदा यही चाहेगा कि उसका छात्र विजयी हो और एक अच्छा छात्र उस शिक्षक की जीत की कामना करेगा, जिसका ह्रदय विशाल है। छात्र जानता था कि उसके अल्प ज्ञान की विजय केवल दुख लाएगी, जबकि गुरु के महान ज्ञान की जीत केवल अच्छाई लाएगी। इस सोच ने छात्र और शिक्षक के मध्य एक स्वस्थ संबंध बनाया, जहां छात्र और शिक्षक अपनी वृद्धि और विकास की यात्रा पर एक-दूसरे पर पूरा भरोसा करते थे। अच्छे शिक्षक का धैर्यवान होना जरूरी एक अच्छे शिक्षक को बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। एक शिक्षक का धैर्य छात्रों के जीवन में चमत्कार पैदा कर सकता है, भले ही वे सीखने में थोड़े धीमे हों। माता-पिता को घर पर केवल एक या दो बच्चों को संभालना होता है, जबकि शिक्षकों को छात्रों से भरे कक्ष को संभालना होता है। यह स्पष्ट रूप से शिक्षकों के लिए अधिक तनावपूर्ण और कठिन है। इसलिए शिक्षकों को अधिक केंद्रित होने की जरूरत है। ध्यान और श्वास अभ्यास जैसी विधियाँ शिक्षकों को शांत और केंद्रित रहने के लिए तैयार करने में काफी मदद कर सकती हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि बच्चे हर समय शिक्षकों को देख रहे होते हैं और उनसे सीख रहे होते हैं। शिष्य को प्रत्येक कदम पर मार्गदर्शन की आवश्यकता आज शिक्षकों के लिए यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि छात्र कहां खड़े हैं और उन्हें वहां से अंतिम लक्ष्य तक जाने में प्रत्येक कदम पर मार्गदर्शन की आवश्यकता है। यहां हम भगवान कृष्ण से सीख सकते हैं कि किस तरह वे कदम दर कदम धैर्य और प्रेम के साथ अर्जुन को अंतिम मंजिल तक ले जाते हैं। आरंभ में अर्जुन भ्रमित थे और उनके मन में बहुत सारे सवाल थे। जैसे-जैसे एक छात्र बड़ा होता है, उसे बहुत अधिक भ्रम होना स्वाभाविक है क्योंकि उसकी अवधारणाएं टूटती रहती हैं। उदाहरण के लिए, हम सीखते हैं कि सूर्य पूर्व में उगता है, बाद में हमें पता चलता कि वास्तव में ग्रह कैसे गति करते हैं। इसलिए एक अच्छा शिक्षक छात्र के मन में उठने वाले इन सवालों के दौरान मार्गदर्शन करने के लिए उपलब्ध होता है। एक अच्छा शिक्षक जानकार होता है और छात्र को इन भ्रमों को दूर करने के लिए मार्गदर्शन करता है। साथ ही कई बार जरूरत पड़ने पर शिक्षक भ्रम पैदा भी कर सकते हैं। विद्रोही लोगों को प्रोत्साहन और पीठ थपथपाने की जरूरत शिक्षकों को एक नाजुक संयोजन के लिए प्रयास करना चाहिए जो है प्रेम के साथ दृढ़ता। ऐसे शिक्षक हैं, जो बहुत प्रेम करते हैं और कुछ अन्य केवल कठोर हैं। ऐसे बच्चे हैं जो विद्रोही हैं और ऐसे बच्चे हैं जो भीरु और शर्मीले हैं। विद्रोही लोगों को प्रोत्साहन और पीठ थपथपाने की जरूरत है। आपको उन्हें प्यार और उनकी देखभाल का एहसास कराना चाहिए और यह एहसास दिलाना चाहिए कि वे आपके अपने हैं। लेकिन जो बच्चे शर्मीले और डरपोक हैं, उन्हें खुलकर आगे आने और बोलने में सक्षम बनाने के लिए आप थोड़ा दृढ़ हो सकते हैं। उनके साथ सख्ती से पेश आएं और प्रेम भी करें। अक्सर हम इसका विपरीत करते हैं। शिक्षक विद्रोही बच्चों के साथ सख्ती से पेश आते हैं और शर्मीले बच्चों के साथ उदार बन जाते हैं। तब उनका व्यवहार का क्रम बेहतरी के लिए नहीं बदलेगा। आपको कठोर और कोमल दोनों होने की आवश्यकता है, अन्यथा आप छात्र का मार्गदर्शन उस दिशा की ओर नहीं कर पाएंगे जहां आप उन्हें ले जाना चाहते हैं।
जब पुलिस के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं माफिया तो आम आदमी कैसे करेगा खनन की शिकायत नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा के लंज में अवैध खनन कर रहे माफिया को जब पुलिस ने रोका तो वह पुलिस से ही उलझ गया और उनसे ही अभद्रता करने लगे। यह कोई पहला मामला नहीं है, जब खनन माफिया ने पुलिस के साथ ही दुर्व्यवहार किया हो। इसके पहले प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से इस तरह की खबरें आए दिन सामने आ रही है। सरकार को यह बताना होगा कि आखिर खनन माफियाओं में इतना हौसला कहां से आ रहा है। उनकी इतनी हैसला अफजाई कौन कर रहा है। कौन इन खनन माफ़ियाओं को शह दे रहा है कि वह पुलिस से उलझने से भी बाज़ नहीं आ रहे है। उन्होंने कहा की प्रदेश में माफियाओं का इस तरह मन बढ़ जाना प्रदेश के लिए सही नहीं हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस तरह के माफ़ियाओं पर सरकार गंभीरता से कार्रवाई करे। जल्दी से जल्दी कड़ी से कड़ी सजा दिलवाए। जिससे माफ़ियाओं के हौसले टूटे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि खनन से एक तरफ़ पेयजल और सिंचाई वाली इन परियोजनाओं को जहां नुक़सान हो रहा है तो दूसरी तरफ़ स्थानीय लोगों के खेतों, फसलों और घरों को ख़तरा बढ़ रहा हैं। ऐसे में सरकार द्वारा अवैध खनन रोकने की दिशा में सख़्त से सख़्त कदम उठाए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि प्रदेश में आपदा प्रभावित इलाक़ों में खनन का काम पूरी तरह से बंद है लेकिन खनन माफिया मान नहीं रहे हैं। वह खनन भी कर रहे हैं और लोगों की शिकायत के बाद उन्हें रोकने के लिए आने वाली पुलिस के साथ भी दुर्व्यवहार कर रहे हैं। कांगड़ा के लंज स्थित पेयजल योजना हरिपुर और सिंचाई योजना लंज के पास अवैध खनन करने की सूचना पर जब पुलिस माफ़ियाओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने पहुंची तो खनन माफिया पुलिस के जवानों से ही भिड़ गये। खनन कर रही जेसीबी और ट्रैक्टर को सीज करने का जमकर विरोध किया, मामले को बढ़ता देख कार्रवाई करने गई पुलिस ने और फ़ोर्स बुलाई तब जाकर खनन कर रहे माफिया को क़ाबू में किया जा सका। जयराम ठाकुर ने कहा कि अख़बारों की मानें तो कि कांगड़ा थाने के अन्तर्गत आने वाली लंज चौकी में ही दो महीनें में खनन माफ़ियाओं द्वारा, मार-पीट, डराने-धमकाने के चार मामले पेश आ चुके हैं। बाक़ी प्रदेश के हाल का अंदाज़ा इससे भी आसानी लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि खनन के मामले में स्थानीय लोगों भी पुलिस को सूचनाएं भी देते हैं, जिससे खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाती है। जब पुलिस के साथ माफिया इस तरह का से बदसलूकी करेंगे तो आम जनता माफ़ियाओं के खिलाफ आवाज कैसे उठाएगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनी राम शांडिल ने कहा कि सोलन के कथेड़ में बहु उद्देश्य अस्पताल के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अस्पताल के निर्माण कार्य में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। डॉ. शांडिल आज सोलन स्थित कथेड़ में बहुउद्देशीय अस्पताल निर्माण का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल सोलन, शिमला, सिरमौर के साथ-साथ पर्यटकों के लिए जीवन रक्षक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल के निर्माण कार्य को समय पर पूरा करना और निर्माण कार्य की गुणवत्ता विश्व स्तरीय बनाए रखने के लिए वह स्वयं नियमित तौर पर निरीक्षण सुनिश्चित बना रहे है। निर्माण कार्य में संलग्न सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदार को निर्देश दिए गए है कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। उन्होंने आज पुन: निर्माण कार्य का जायज़ा लिया और उचित दिशा-निर्देश जारी किए। डॉ. शांडिल ने कहा कि लोगों को विश्व स्तर की बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से सोलन के कथेड़ में लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से विश्व स्तरीय अत्याधुनिक बहुविशेषज्ञ अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। यहां लगभग 30 करोड़ रुपए की लागत से मातृ-शिशु इकाई का निर्माण भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल में त्वरित उपचार के दृष्टिगत हेलीकॉप्टर उतारने की सुविधा भी होगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में तृतीय स्तर के ट्रॉमा सेंटर के निर्माण से प्रदेश के इस महत्वपूर्ण राजमार्ग पर आपातकालीन परिस्थितियों में बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। इस अवसर पर नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, शहरी कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अंकुश सूद, कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. राजन उप्पल, तहसीलदार सोलन मुलतान सिंह बनियाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
छात्र नेतृत्व वाले नवाचार को प्रज्वलित करने के लिए शूलिनी विश्वविद्यालय ने छात्र अनुसंधान परिषद (एसआरसी) की स्थापना की। परिषद की स्थापना अनित्य कुमार गुप्ता द्वारा की गई जो छात्र अनुसंधान, सहयोग और रचनात्मकता को बढ़ावा देने वाला एक गतिशील मंच होगा। समारोह में प्रतिष्ठित वक्ताओं ने बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और अनुभव साझा किए। इनमें शूलिनी यूनिवर्सिटी के संस्थापक और चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रोफेसर सौरभ कुलश्रेष्ठ, प्रेसिडेंट इनोवेशन एंड मार्केटिंग आशीष खोसला, चीफ लर्निंग ऑफिसर डॉ. आशु खोसला, प्रेसिडेंट और डीन फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट साइंस मुनीश सहरावत, डीन ऑफ इंजीनियरिंग प्रोफेसर वीरेंद्र रिहानी, सहायक प्रोफेसर पुनीत कपूर और अरविंद शर्मा शामिल हैं। अकादमिक उन्नति को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए, प्रोफेसर पीके खोसला ने छात्र अनुसंधान परिषद के लिए विशेष निधि के रूप में 5 लाख रुपये के आवंटन की घोषणा की। उन्होंने छात्रों के समर्पण और नवीन विचारों की सराहना की और उन्हें प्रगतिशील दुनिया के लिए अनुसंधान में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। अंत: विषय अनुसंधान को प्रोत्साहित करते हुए, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रोफेसर कुलश्रेष्ठ ने आग्रह किया कि इसे एसटीईएम क्षेत्रों से आगे बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने अनुसंधान के सामाजिक प्रभाव पर जोर दिया और बताया कि कैसे सामूहिक शैक्षणिक प्रयास एक उज्जवल भविष्य को आकार दे सकते हैं। इनोवेशन और मार्केटिंग के अध्यक्ष आशीष खोसला ने नवाचार को बढ़ावा देने में जिज्ञासा की भूमिका के बारे में बात की। न्यूटन और आइंस्टीन जैसे इतिहास के प्रसिद्ध विचारकों से प्रेरणा लेते हुए, उन्होंने समस्या-समाधान के लिए बहु-विषयक दृष्टिकोण को प्रोत्साहित किया। मुख्य शिक्षण अधिकारी डॉ. आशु खोसला ने छात्रों को यह शाश्वत कहावत बताई कि 'भगवान उनकी मदद करता है जो अपनी मदद खुद करते हैं,Ó यात्रा कहां से शुरू करें और कहां समाप्त करें, यह समझकर प्राथमिकता के सार पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्राथमिकता देने में सामान्य समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालना शामिल है। प्रबंधन विज्ञान संकाय के डीन मुनीश सहरावत ने टीम वर्क के महत्व पर प्रकाश डाला, उन्होंने एक एकजुट इकाई बनाने में प्रभावी संचार और समर्पण की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी अपने विचार साझा किए। इंजीनियरिंग के डीन प्रोफेसर वीरेंद्र रिहानी ने शोध के दोहरे लाभों पर चर्चा की। सहायक प्रोफेसर पुनीत कपूर और सहायक प्रोफेसर अरविंद शर्मा ने अनुसंधान के प्रारंभिक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने नवोदित शोधकर्ताओं से आग्रह किया कि वे अपने अनुसंधान परियोजनाओं में उतरने से पहले समीक्षा पत्रों से जुड़ें। यह घोषणा भी की गई कि यह नया छात्र-संचालित अनुसंधान केंद्र जल्द ही भारत सरकार के साथ सहयोग करेगा। इस आगामी गठबंधन का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर परिषद की पहुंच और प्रभाव को बढ़ाना है।
पुलिस थाना कुनिहार के अंतर्गत एक व्यक्ति पर दुकान में 58 बोतल देशी शराब रखने का मामला दर्ज हुआ है। प्राप्त जानकारी अनुसार थाना कुनिहार एएसआई केशव राम पुलिस टीम के साथ गम्बरपुल, मान, बवासी आदि स्थानों पर गस्त पर थे। जब पुलिस टीम गस्त के दौरान गांव बवासी एक दुकान पर पहुंची तो दुकान मालिक प्रताप सिंह पुलिस को देखकर हड़बड़ा गया। दुकान में कोई मादक पदार्थ व अन्य संदिग्ध वस्तु होने का शक होने पर दुकान की तलाशी लेने पर दुकान के अंदर एक कोने में छुपाकर रखी 58 बोतल देसी शराब की बरामद हुई। जानकारी देते हुए डीएसपी सोलन भीष्म ठाकुर ने बताया कि पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जा रही है।
एक लाख में बिकने वाला मशरूम रहेगा मुख्य आकर्षण खुंब निदेशालय सोलन (डीएमआर) में दस सितंबर को राष्ट्र स्तरीय खुंब मेले का आयोजन किया जा रहा है। तैयारियां शुरू हो गई हैं। मेले का मुख्य आकर्षण एक लाख रुपये प्रति किलो बिकने वाली कोर्डिसीपस मीलिट्रेनस (कीड़ा-जड़ी) समेत मशरूम की सात नई किस्में भी रहेंगी। मेले में देशभर से करीब 1200 मशरूम उत्पादकों सहित विभिन्न विभागों के वैज्ञानिक भी भाग लेंगे। मेले के दौरान हिमाचल प्रदेश में कच्चा माल महंगा होने से घट रही मशरूम पैदावार पर भी चर्चा कर इसके लिए विकल्प भी तलाशा जाएगा। जानकारी के अनुसार खुंब मेला वर्ष 1998 से मनाया जा रहा है। इसमें देश भर के मशरूम उत्पादक भाग लेते हैं। इस दौरान उत्पादकों को मशरूम तैयार करने में आ रही समस्याओं सहित मशरूम में लगने वाले रोगों पर चर्चा की जाती है। देश भर में हर वर्ष 3010 मीट्रिक टन मशरूम तैयार की जाती है। इससे करीब चार अरब से अधिक का कारोबार होता है। इसके अलावा अकेले हिमाचल में ही 15 हजार टन मशरूम से करीब दो करोड़ का कारोबार होता है। लेकिन अब हिमाचल में मशरूम की पैदावार में कमी आई है। इसका मुख्य कारण कच्चा माल महंगा होना बताया जा रहा है। उधर, खुंब अनुसंधान एवं निदेशालय के निदेशक डॉ. वीपी शर्मा ने बताया कि राष्ट्रस्तरीय मेले की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस मेले के दौरान देशभर से आए मशरूम उत्पादकों की नई तकनीक सहित अन्य विषयों की जानकारी प्रदान की जाएगी। प्रदर्शनी में गेनोडोरमा, हेरेशियम, शिटाखे, ऑस्टर मशरूम सहित मशरूम से तैयार खाद्य वस्तुएं, जिनमें आचार, मशरूम केक, मशरूम कैंडी, मशरूम ज्वार बिस्कुट समेत अन्य मशरूम के मूल्य संवर्धित उत्पाद शामिल रहेंगे। इसके अलावा पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छतीसगढ़, तमिलनाडु, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात, चंडीगढ़, जम्मू व कश्मीर, मणिपुर सहित अन्य राज्यों के किसान भी मेले में भाग लेगे।
त्योहारी सीजन से पहले ही हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन ने दुग्ध उत्पादों के दाम बढ़ाकर उपभोक्ताओं को झटका दे दिया है। फेडरेशन ने अलग-अलग उत्पादों के 2.50 से 50 रुपये तक दाम बढ़ा दिए हैं। फेडरेशन का हिम देसी घी 50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 650 रुपये प्रतिकिलो मिलेगा। हालांकि दूध के दामों में बढ़ोतरी नहीं हुई। फेडरेशन ने देसी घी के अलावा पनीर के 200 ग्राम पैकेट के दाम में छह रुपये बढ़ोतरी की है। हिम खोया में प्रतिकिलो के हिसाब से 20 रुपये बढ़ोतरी की गई है। हिम बटर में 25 रुपये आधा किलो के हिसाब से बढ़ाए गए हैं। मिल्क फेडरेशन के चक्कर स्थित प्लांट के यूनिट प्रभारी शुभम ने बताया कि दुग्ध उत्पादों के बढ़े हुए दाम 1 सितंबर से लागू हो गए हैं।
मुख्य सचिव एवं राज्य कार्यकारी समिति के अध्यक्ष प्रबोध सक्सेना ने आज यहां राज्य आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धारा 24 (1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य में निर्माण गतिविधियों के संबंध में आदेश जारी किए हैं। इन आदशों के अनुसार आपदा प्रभावित इमारतों और सड़कों के पुनर्निर्माण कार्यों को छोड़कर किसी भी प्रकार के निजी विकास और निर्माण गतिविधि के लिए पहाड़ियों के कटान पर पूरे राज्य में 16 सितंबर तक प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अतिरिक्त शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सोलन और चंबा जिलों में वाणिज्यिक, पर्यटन इकाइयों के निर्माण के संबंध में 16 सितंबर तक नई योजना अनुमति एवं भवन अनुमति पर प्रतिबंध रहेगा।यह निर्णय प्रदेश में भारी बरसात के कारण आई प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत मानवीय जीवन, आधारभूत संरचना, पारिस्थितिकी की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार भारी वर्षा एवं भूस्खलन के कारण आपदा ग्रस्त प्रभावितों के उचित पुनर्वास एवं सुरक्षा के लिए दृढ़ संकल्प होकर कार्य कर रही है। डॉ. शांडिल ने आज सोलन ज़िला के नालागढ़ उपमण्डल की ग्राम पंचायत पंजेहरा के घनीरी, ग्राम पंचायत कोइडी तथा ग्राम पंचायत रामशहर के मंजेहड़ में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का जायज़ा लिया और प्रभावितों को दुख-दर्द जाना व आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार उनकी यथा संभव सहायता करेगी। डॉ. शांडिल ने कहा कि वह भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का स्वयं जायज़ा ले रहे हैं और यह सुनिश्चित बना रहे है कि प्रभावितों को उचित राहत एवं पुनर्वास के साथ-साथ सहारा मिले। उन्होंने सोलन ज़िला के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचकर नुकसान की वास्तविकता जानी है और ज़िला प्रशासन को निर्देश दिए है कि प्रदेश सरकार के निर्णय अनुरूप कहीं भी राहत एवं पुनर्वास में कमी न रहे। स्वास्थ्य मंत्री ने नालागढ़ उप मंडल की ग्राम पंचायत बाहा के गांव घनीरी में राहत शिविर में रह रहे वर्षा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की। उन्होंने प्रभावितों को प्रदान की जा रही सुविधाओं का जायज़ा लिया तथा 25 परिवारों को राशन किटें वितरित की।
मार्ग के खुलने से लोगों के साथ लोक निर्माण विभाग ने भी राहत की सांस करीब दो माह के बाद शनिवार को लोक निर्माण विभाग ने परवाणू -पट्टा मार्ग को छोटे बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया है। मार्ग के बहाल होने पर हजारों लोगों के साथ लोक निर्माण विभाग ने भी राहत की सांस ली है। उक्त मार्ग को खुलवाने के लिए लोक निर्माण विभाग को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि नौ व दस जुलाई को हुई भारी बरसात के कारण के कारण रलिरुग नामक स्थान पर भारी भूस्खलन होने के कारण मार्ग पर मलबा आ गया था। हालांकि विभाग ने मार्ग अवरुद्ध होने पर जेसीबी लगा दी थी लेकिन पहाड़ी से मलबा रुकने का नाम नहीं ले रहा था व यहाँ पर विभाग के कर्मचारी, मशीन ऑपरेटर को जान जोखिम में डाल कर कार्य करना पड़ा। सड़क के साथ मलकिती भूमि होने से लोक निर्माण विभाग को मिटी फेंकने मे मुश्किल आती रही। मामले को सुलझाने के लिये खुद स्थानीय विधायक विनोद सुल्तानपुरी को मोर्चा संभालना पड़ा। विधायक ने लोगों से बातचीत कर मामले का निपटारा कियाव विभाग को मार्ग खोलने के लिए पोप्लेन मशीन लाने के आदेश दिए। विधायक के आदेश के बाद दूसरे दिन बड़ी मशीने मार्ग खोलने को पहुंची। उसके बाद मार्ग खोलने के कार्य में तेजी आई। मार्ग खोलने का कार्य चल रहा था कि पंद्रह अगस्त को भारी बरसात से एक बार फिर भारी मात्रा में भूस्खलन हो गया। मार्ग बंद होने के कारण परवाणू औद्योगिक एरिया में जाने वाले लोगों को जान जोखिम में डालकर जाना पड़ रहा था। साथ ही बीमार लोगों, किसानों को बड़ी परेशानी हो रही थी। बीते 29 अगस्त को प्रदेश के बागवानी,राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, विधायक विनोद सुल्तानपुरी के साथ इलाके में बारिश से हुये नुकसान का जायजा लेने पहुंचे थे। अपने दौरे के दौरान मार्ग के अभी तक ना खुलने से मंत्री खासे नाराज दिखे थे तथा उन्होंने लोक निर्माण विभाग को आदेश दिए थे कि सड़क को जल्दी खोले ताकि जनता को राहत मिल सके। मंत्री के आदेशों के बाद विभाग ने दिन रात एक कर सड़क शानिवार को छोटे बड़े वाहनों की निकासी के लिये खोल दिया। सड़क के बहाल होने पर स्थानीय जनता ने कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी, विधायक विनोद सुल्तानपुरी, लोक निर्माण का आभार व्यक्त किया है। उधर, इस विषय मे लोक निर्माण विभाग के कनिस्ट अभियंता आतिश ठाकुर ने बताया कि शनिवार को मार्ग छोटे बड़े वाहनों के लिए खोल दिया गया है वाहनों को गुजरते समय कोई परेशानी ना हो इसके लिये जेसीबी, पोप्लेन मशीन को मौके पर रखा गया है।
बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बॉटनी और केमिस्ट्री के स्नातकोत्तर (पीजी) छात्रों के लिए शूलिनी इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज एंड बिजनेस (एसआईएलबी) में इंडक्शन प्रोग्राम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पी.के.खोसला थे। उन्होंने एक प्रेरणादायक भाषण दिया जिसमे उन्होंने विज्ञान और अध्यात्म के बीच दिलचस्प अंतरसंबंध पर अपने विचार साझा किये । प्रोफेसर खोसला की अंतर्दृष्टि ने एसआईएलबी में अपनी शैक्षणिक यात्रा शुरू करते समय छात्रों के लिए मार्ग प्रशस्त किया। नेतृत्व को समर्पित सत्र की अध्यक्षता शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला द्वारा की गयी । प्रोफेसर अतुल खोसला ने विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण नेता बनने वाले सामान्य व्यक्तियों की असाधारण यात्राओं पर अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी आकर्षक बातचीत ने न केवल मूल्यवान सीख दी, बल्कि छात्रों में उत्साह भी जगाया कार्यक्रम की शुरुआत एसआईएलबी की अध्यक्षा श्रीमती सरोज खोसला के स्वागत के साथ हुई, जिन्होंने आने वाले छात्रों को शुभकामनाएं दीं। एसआईएलबी के संकाय सदस्य भी स्वागत में शामिल हुए, जिससे छात्रों के लिए अपनी शैक्षणिक यात्रा शुरू करने के लिए अनुकूल माहौल तैयार हुआ। एसआईएलबी में इंडक्शन प्रोग्राम ने नए छात्रों के लिए अमूल्य अंतर्दृष्टि, प्रेरणा और अकादमिक समुदाय से जुड़े होने की भावना हासिल करने के लिए एक अनुकरणीय मंच के रूप में कार्य किया। संस्थान इन प्रतिभाशाली दिमागों को पोषित करने और जैव प्रौद्योगिकी, माइक्रोबायोलॉजी, वनस्पति विज्ञान और रसायन विज्ञान के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान को देखने के लिए तत्पर है।
जानकारी देते हुए अतिरिक्त सहायक अभियंता इंजीनियर मोहिंद्र सिंह ने बताया कि 11 केवी कुनिहार फीडर में एच टी लाईन का कार्य करने के लिए 4 सितंबर को सुबह 9 बजे से सायं 5 बजे तक शटडाउन लिया जाना है। इस कारण उपमंडल कुनिहार के अंतर्गत आने वाले ग्राम कुनिहार, बेहली, आंजी, कथार, जमरोट, कोटि, देलगी,जाडली, हरिपुर, दोची, भोला, धनेरी, रापुल इत्यादि में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की गई है।