पशुपालन विभाग की टीम तथा गंभीर रूप से चोटिल व्यक्ति का किया रेस्क्यू टांडा में हुआ उपचार, पशुपालन विभाग की टीम ने सरकार का जताया आभार सरकार तथा जिला प्रशासन ने बड़ा भंगाल में फंसे पशु पालन विभाग की एक टीम के चार लोगों तथा गहरी खाई में फंसे एक व्यक्ति का वायु सेना की मदद से सफल रेस्क्यू किया है। सभी को उपचार के लिए टांडा अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यह जानकारी उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि बड़ा भंगाल में पशुओं के उपचार के लिए गई पशु पालन विभाग की टीम ने सेटलाइट फोन के माध्यम से जिला प्रशासन को स्वास्थ्य खराब होने तथा पुलियों के निर्माण में लगे व्यक्ति के खाई में गिरने से गंभीर रूप से घायल होने की सूचना प्रशासन को दी। उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही सरकार ने तत्काल प्रभाव से भारतीय वायु सेना से संपर्क साधा तथा बुधवार सुबह सहारनपुर से वायु सेना के दो चॉपर कांगड़ा एयरपोर्ट से बड़ा भंगाल के लिए रवाना किए गए। उन्होंने बताया कि इस रेस्क्यू आपरेशन में सबको वहां से सुरक्षित कांगड़ा एयरपोर्ट पर पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि इसके पश्चात एयरपोर्ट से सभी को टांडा मेडिकल कालेज में उपचार के लिए भेज दिया गया है। पशुओं में लंपी वायरस के उपचार के लिए बड़ा भंगाल गई थी वेटनरी टीम जिलाधीश ने बताया कि बड़ा भंगाल में पशुओं में लंपी वायरस होने की सूचना मिलने पर पहली अगस्त को जिला प्रशासन ने वेटनरी की एक टीम जिसमें डॉ सचिन सूद, फार्मासिस्ट विनय कुमार, कुलदीप कुमार तथा सहायक मदन कुमार को वाया चंबा रवाना किया। उपायुक्त ने बताया कि इस टीम ने 4 अगस्त को बड़ा भंगाल में पशुओं का उपचार आरंभ किया गया। उन्होंने बताया कि वेटनरी की टीम ने इस दौरान बड़ा भंगाल में लंपर वायरस से बचाव के लिए 170 पशुओं का टीकाकरण किया तथा लगभग 50 पशुओं का उपचार किया। उन्होंने बताया कि सात अगस्त शाम को पशु पालन विभाग की टीम ने सेटेलाइट के माध्यम से जिला प्रशासन को स्वास्थ्य खराब होने के बारे में सूचना दी। उन्होंने बताया कि टीम को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए त्वरित प्रभाव से सरकार की ओर से वायु सेना से संपर्क साधा गया। निर्माण कार्य के दौरान गंभीर रूप से चोटिल हुआ था हुक्म सिंह बड़ा भंगाल के रहने वाले 48 वर्षीय हुक्म सिंह गांव में अस्थाई लकड़ी के पूल का निर्माण करने के दौरान उससे फिसल कर गिर गए, जिससे उन्हें गंभीर चौटें आईं। उपायुक्त ने बताया कि इस बाबत वहां गई पशु चिकित्सकों की टीम ने सेटेलाइट फोन के माध्यम से जिला प्रशासन को तुरंत इस घटना से भी अवगत करवाया। स्थानीय लोगों ने हुकम सिंह को रेस्क्यू करने और उनके उपचार के लिए जिला प्रशासन से आग्रह किया। उपायुक्त ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने भारतीय वायु सेना को संपर्क कर हुकम सिंह को रेस्क्यू करने के लिए भी सहयोग मांगा। आपदा प्रबंधन को लेकर सतर्क प्रशासन डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि जिला प्रशासन आपदा प्रबंधन को लेकर पूरी तरह से सतर्क है तथा मानसून सीजन में जिला तथा उपमंडल स्तर पर 24 घंटे कंट्रोल रूम खुले रखे गए हैं ताकि आपदा प्रबंधन को लेकर तत्काल प्रभाव से कार्य किया जा सके। उन्होंने बताया कि गत 18 जुलाई को इंदौरा उपमंडल के घंडारा तथा म्यानी में ब्यास नदी में फंसे लोगों को भारी मशक्कत के साथ रात भर नौ घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 55 के करीब लोगों को एनडीआरएफ की मदद से सुरक्षित निकाला जा चुका है। सरकार का जताया आभार रेस्क्यू किए गए पशुपालन विभाग की टीम ने बड़ा भंगाल से एयरलिफ्ट कर गगल पहुंचाने पर आभार जताते हुए कहा कि राज्य सरकार ने आपदा के दौरान हर हिमाचलवासी का ख्याल रखा है इससे पहले भी चंद्रताल लेक तथा अन्य जगहों पर फंसे लोगों को सकुशल सुरक्षित निकाला है।
राजकीय महाविद्यालय सुघ-भटोली में भारत सरकार व राज्य सरकार के निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत मेरी माटी, मेरा देश थीम को सार्थक करने हेतु एनएसएस यूनिट के 50 स्वयंसेवकों ने श्रमदान करते हुए कॉलेज परिसर के चारों ओर पौधरोपण किया। कार्यक्रम अधिकारी जगन सिंह की अगुवाई में इस कार्यक्रम को सफल रूप प्रदान किया। महाविद्यालय के प्राचार्य शशि भूषण ने भी स्वयंसेवकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर श्रमदान करते हुए बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि किसी भी काम की सफलता उसी समय तय हो जाती है। जब नेतृत्व खुद आगे बढ़कर काम करें और आप अब काम को करते हुए कभी भी शर्म महसूस न करें। देश के युवा द्वारा किया गया हर छोटे से छोटा समाजिक कार्य ही देश की सेवा है। पौधारोपण में जामुन सागवान, अमरूद , तुनू इत्यादि के पौधे लगाए गए।
बोले- देवभूमि में जनता की आस्था से खिलवाड़ नहीं होगा सहन देवभूमि हिमाचल में मंदिरों में दर्शन करने के लिए अब 1100 रुपये चुकाने होंगे जो देव आस्था के साथ भक्तों के साथ किया जाने वाला दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है। सरकार के इस निर्णय का भाजपा पूरी तरह से विरोध करती है, पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने सरकार के इस निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा की है और सरकार से तुरंत इस फैसले को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 97 प्रतिशत हिंदू आबादी वाली विचारधारा को हराकर सरकार बनाने का नारा देने वाले मुख्यमंत्री जो व्यवस्था परिवर्तन कि बात हर मंच से करते हैं उनसे मेरा प्रश्न है कि यह कौन सा व्यवस्था परिवर्तन है? जहां लोगों को मंदिर के दर्शन करने के लिए भी शुल्क चुकाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने वीआईपी कल्चर का खत्म किया है, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार मंदिरों में भी वीआईपी कल्चर को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने 10 गारंटियों को पूरा करने के लिए मंदिर शुल्क के माध्यम से पैसा एकत्रित करने का प्रयास प्रदेश सरकार द्वारा हो रहा है। मंदिरों में दर्शन के लिए शुल्क लगाया जाना लोगों कि आस्था के साथ खिलवाड़ है और भारतीय जनता पार्टी इस बात का विरोध करती है। उन्होंने सरकार को चेताया कि यदि अपनी सरकार चलाने व सीपीएस का खर्चा जुटाने के लिए इस तरह के तुगलकी फरमान सरकार द्वारा जारी किए जा रहे हैं तो उन्हें मेरा सुझाव है कि अन्य कोई साधन खोजे। देवभूमि में लोगों की आस्थाओं के साथ न खेलें। उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, इसका अर्थ यह नहीं कि सरकार इस तरह के फैसले लेकर लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करे। देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए ऐसी व्यवस्था किसी दूसरे धर्मस्थल पर नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार जरा दूसरे धर्मस्थलों पर भी एस तरह के शुल्क लगा कर बताए। उन्होंने कहा कि मंदिर दर्शन के लिए जिस फार्मूला को प्रदेश सरकार ने बनाया है जिसके अनुसार 500 लोगों को पास दिए जाएंगे व अन्य वीआईपी लोगों के लिए यह दर्शन मुफ्त रहेगा। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू बताएं कि ये वीआईपी की कैटेगरी में कौन आता है? वो स्थानीय जनता जो वहां के ही हैं वो किस प्रकार दर्शन का लाभ ले पाएंगे, जबकि 2500 लोगों के साथ साथ तथाकथित गणमान्य प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही सुविधा से दर्शन कर रहे होंगे। क्या वो मात्र वहां लाइनों में खड़े होने जायेंगे जबकि जिनसे शुल्क लिया गया है वो प्रथमिकता के आधार पर दर्शन कर सकेंगे। बिक्रम ठाकुर ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश सरकार इस तरह के निर्णय लेकर आपदा में अवसर ढूंढ़ रही है। मुख्यमंत्री जी लोगों को राहत देने के बजाय प्रतिदिन इस बात पर विचार करते नजर आते हैं कि प्रदेश कि गरीब जनता की जेब से पैसा निकालने के लिए कौन सा नया क़ानून बनाया जाए। लोगों की आस्थाओं के साथ खिलवाड़ करने वाली सरकार को हिमाचल की जनता जल्द ही आईना दिखाएगी।
ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हडोली के गांव वाह नगरोटा मे भाजपा नेता ठाकुर रविंद्र रवि ने मेरी माटी मेरा देश अभियान की शुरुआत की है। यह अभियान आज से लेकर 15 अगस्त तक चलेगा। इसमें हर गांव से मिट्टी इक_ा की जाएगी। इस दौरान भाजपा नेता ठाकुर रविंद्र सिंह रवि ने प्रधानमंत्री मोदी के अभियान में ज्यादा से ज्यादा हिस्सा लेने की अपील की। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष मान सिंह राणा, उपाध्यक्ष विजय मेहता,कैप्टन सतीश कुमार, चमन पुंडीर, पवन जस्सी, रमेश चंद, देश राम सवरूप इत्यादि उपस्थित रहे।
सेब के निर्बाध परिवहन के लिए अधिकारियों को सप्ताह भर 24 घंटे काम करने के निर्देश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार सायं रोहडू़ में पुनर्वास एवं पुनरूद्धार कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने रोहडू़ विधानसभा क्षेत्र की सभी सड़कों को 15 अगस्त, 2023 तक बहाल करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण, जल शक्ति, विद्युत, बागवानी और कृषि सहित विभिन्न विभागों को हुई क्षति का भी आकलन किया। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रोहडू़ विधानसभा क्षेत्र में सड़कों की बहाली के कार्य में तेजी लाने के लिए लोक निर्माण विभाग को तत्काल एक करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की। उन्होंने मुख्य एवं संपर्क सड़कों के महत्व को देखते हुए रोहड़ू, छौहारा, जुब्बल और कोटखाई विकास खंडों में क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निमाण के लिए 1.20 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि जारी करने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों और बागवानों के उत्पादों के सुचारू परिवहन और बाजारों तक पहुंच सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों को प्रतिबद्धता के साथ 24 घंटे इस दिशा में कार्य करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने आवश्यकतानुसार अस्थाई सड़कें निर्मित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि 15 अगस्त तक सभी सम्पर्क सड़कों को यातायात के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और उपायुक्त शिमला को सरकार को कार्य-प्रगति की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश भी दिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को सामान्य करने के लिए वित्तीय संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण राज्य में आठ हजार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा के कारण लगभग 340 करोड़ रुपये की क्षति हुई है जिसमें लोक निर्माण विभाग के 155 करोड़ रुपये, राजस्व विभाग के 84 करोड़ रुपये, जल शक्ति विभाग के 69 करोड़ रुपये, बागवानी विभाग के 23 करोड़ रुपये और अन्य विभागों के 9 करोड़ रुपये शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार रोहडू़ विधानसभा क्षेत्र में 34 घर पूरी तरह और 819 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त आपदा के कारण 137 गऊशाला और 21,000 सेब के पौधों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि लोगों को राहत प्रदान करने के लिए विधानसभा क्षेत्र में पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से प्रभावित 120 परिवारों को 1.09 करोड़ रुपये की राहत राशि जारी की गई है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, उपायुक्त आदित्य नेगी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
प्रदेश युवा कांग्रेस ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में आज भारतीय युवा कांग्रेस का 63वां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव एवं शिमला शहरी के प्रभारी बृज भूषण बांश्टू ने की। बृज भूषण बांश्टू ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं को योगदान देने का आह्वान किया और शपथ दिलाकर कार्यकर्ताओं से संकल्प लिया कि हम त्याग, न्याय, शांति, धर्म, विज्ञान, समृद्वि व सत्य के रास्ते चलते हुए समाज में नासुर बनी विभिन्न सामाजिक कुरितियों जैसे दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा, कन्या भू्रण हत्या, नशाखोरी आदि को जड़-मूल से दूर करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस सामाजिक उत्थान से संबंधित कार्यों जैसे रक्तदान, वृक्षारोपन आदि कार्यक्रमों को नियमित रूप से चलाते रहेंगे। बांश्टू ने कहा कि युवा कांग्रेस समाज के प्रत्येक वर्ग विशेषकर महिलाओं एवं शोषित वर्ग के विकास एंव उत्थान के लिए कार्यरत रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज ही के दिन 9 अगस्त 1960 को प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंड़ित ज्वाहर लाल नेहरू ने एक मजबूत सोच के साथ राष्ट्र निमार्ण के कर्णधार देश के युवाओं के सबसे बड़े इस महान संगठन की नींव रखी थी। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव छेरिंग नेगी, प्रदेश सचिव तरूण ब्राकटा, जिला युवा कांग्रेस शिमला शहरी के अध्यक्ष संदीप चौहान, उपाध्यक्ष अतुल धांटा, मोहित सेखरी, अंकित शर्मा, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन शिमला जिला के अध्यक्ष योगेश ठाकुर, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन शिमला शहरी के प्रभारी नितिन देष्टा, शिमला शहरी युवा कांग्रेस के पदाधिकारी विकास ठाकुर, अंकुर यादव, उमित भारद्वाज, अवेश सुरान, गौरव खाची, राज सिखान व अन्य युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद थे।
भारत छोड़ो आंदोलन दिवस पर एनएसयूआई ने एचपीयू में किया नुक्कड़-नाटक भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के छात्रों द्वारा आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ देशवासियों के संघर्षों को याद करते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के परिसर में भारत छोड़ो आंदोलन दिवस का आयोजन किया गया। इस आयोजन में छात्रों द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के द्वारा आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों के खिलाफ देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों व उनकी वीर गाथा के संदेश को प्रचारित करने के लिए एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर एनएसयूआई प्रदेशाध्यक्ष छत्तर ठाकुर ने कहा कि आजादी की लड़ाई में एक ओर जहां सच्चे देशभक्त अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में लाठी गोली खा रहे थे तो वहीं आरएसएस के राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा ब्रिटीशरों का समर्थन किया गया था। दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज वही अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाली विचारधारा के लोग भारत की केंद्र सरकार पर काबिज हैं, यह हमारे लिए बहुत शर्मनाक है। ये राष्ट्रविरोधी और धर्मनिरपेक्ष विरोधी शक्तियां देश में धर्म और जाति के नाम पर दंगों को बढ़ावा दे रही हैं। एनएसयूआई के परिसर अध्यक्ष योगेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में आज किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं और प्रधानमंत्री मोदी की छाती छप्पन इंच चौड़ी होने के बावजूद भी देश मे पुलवामा जैसे आतंकी हमले और मणिपुर जैसी शर्मनाक घटना से देश आग की तरह जल रहा है। देश का दुर्भाग्य है कि मोदी सरकार देश मे धर्म और जाति के नाम पर लगातार हो रहे दंगों, बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी जैसी विषम समस्याओं को आसानी से नजरअंदाज कर अपने चहेतों आदानी जैसे पूंजीपति साथियों को फायदा पहुंचाने में व्यस्त हैं। शिक्षा में भी नई शिक्षा नीति लागू कर एक बार फिर बीजेपी ने अपनी शिक्षा के व्यापारीकरण व निजीकरण की विचारधारा को प्रोत्साहित किया है। छात्र संगठन एनएसयूआई ने हुंकार भरी हालात और समय की मांग को देखते हुए एनएसयूआई ने देशभर के छात्रों और युवाओं को लामबद्ध करते हुए बीजेपी और आरएसएस की राष्ट्रविरोधी व देश को बांटने वाली विचारधारा को देश से उखाड़ फेंकने के लिए एक बार पुन: भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया है।
'माटी को नमन, वीरों को वंदन' थीम के तहत 30 तक अनके कार्यक्रम आयोजित करेगा स्कूल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सनियो-दीदग द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत 'मेरी माटी, मेरा देशÓ कार्यक्रम के तहत 'माटी को नमन, वीरों को वंदनÓ थीम को टैग लाइन बनाते हुए 9 से 30 अगस्त तक अनेक कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में आज विद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई तथा ईको क्लब के द्वारा, एनएनएस कार्यक्रम अधिकारी विजेश पाल पुंडीर प्रवक्ता जीव विज्ञान, इंदु ठाकुर प्रवक्ता अर्थशास्त्र एवं विद्यालय के ईको क्लब के इंचार्ज अनिल कुमार तथा समस्त स्टाफ द्वारा प्रधानाचार्य श्याम सिंह के मार्गदर्शन में सभी स्वयं सेवकों, तथा अन्य विद्यार्थियों द्वारा, मेरी माटी,मेरा देश कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शपथ ली गई। इसके उपरांत एनएनएस इकाई तथा ईको क्लब द्वारा संयुक्त रूप से 350 वान (ओक) प्रजाति के पौधे का रोपण किया गया। इस कार्यक्रम में माटी को नमन, वीरों को वंदन थीम को चरितार्थ करते हुए, क्षेत्र के भारतीय सेना से सेवानिवृत्त युवा डिंपल ठाकुर तथा गांव सनियो दीदग के युवाओं ने ओर एसएमसी अध्यक्ष अजित पाल ठाकुर तथा विद्यालय के शिक्षकों टीजीटी कला प्रवीण ठाकुर, विक्रांत स्माइक (पर्यटन विभाग) ने भी पौधरोपण किया और राष्ट्र सेवा के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया। प्रधानाचार्य एवं एसएमसी अध्यक्ष ने बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में स्वतंत्रता दिवस इसी थीम के अंतर्गत बहुत हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाया जाएगा तथा इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा अनेक देश भक्ति और लोक संस्कृति से प्रेरित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।
एचआईवी/एड्स और ड्रग एब्यूज के प्रति समाज और युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला कांगड़ा में 21 से 31 अगस्त तक यूथ फेस्ट का आयोजन किया जाएगा। धर्मशाला कॉलेज में सबसे पहले 21 अगस्त को मैराथन का आयोजन होगा। जिले में यूथ फेस्ट के आयोजन को लेकर मंगलवार को डीसी ऑफिस में अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य पर राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन, भारत सरकार की ओर से पूरे देश में 12 अगस्त से 11 सितंबर, 2023 तक यूथ फेस्ट आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। एडीसी सौरभ जस्सल ने कहा कि कि इस अभियान के तहत जिले में 21 से 31 अगस्त तक विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। जिनमें मैराथन, ड्रामा/स्किट, रील मेकिंग और क्विज की प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। इन प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं को पुरस्कृत करने के साथ उन्हें राज्य स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए भेजा जाएगा। बैठक में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सूद सहित पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग, युवा सेवाएं एवं खेल विभाग, स्वास्थ्य विभाग और गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 10 कॉलेज लेंगे भाग एडीसी ने बताया कि युवा और किशोरों को विशेष तौर पर एचआईवी एड्स और ड्रग एब्यूज के प्रति सचेत करने के मकसद से इन प्रतियोगिताओं में जिले के शिक्षण संस्थानों के छात्रों को सम्मिलित किया जाएगा। मैराथन, ड्रामा/स्किट और रील मेकिंग प्रतियोगिता में जिले के 10 महाविद्यालयों के रेड रिबन क्लब के विद्यार्थी भाग लेंगे। जिनमें धर्मशाला कॉलेज, जीजीडीएसडी कॉलेज राजपुर, डिग्री कॉलेज ढलियारा, डिग्री कॉलेज पालमपुर, बैजनाथ कॉलेज, शाहपुर महाविद्यालय, डिग्री कॉलेज सुगभटोली, तकीपुर महाविद्यालय, डिग्री कॉलेज मटौर और राजकीय महाविद्यालय नगरोटा बगवां के छात्र हिस्सा लेंगे। क्विज कंपटीशन में 'किशोरावस्था शिक्षा कार्यक्रमÓ के अंतर्गत प्रशिक्षित स्कूलों के बच्चे भाग लेंगे। धर्मशाला में होगी 'रेड रनÓ मैराथन अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि यूथ फेस्ट का प्रारंभ 21 अगस्त को 'रेड रनÓ मैराथन से किया जाएगा। धर्मशाला कॉलेज से सुबह साढ़े दस बजे मैराथन की शुरुआत होगी। इसमें प्रत्येक कॉलेज से 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग के दस विद्यार्थी भाग लेंगे, जिनमें पांच छात्र और पांच छात्राएं होंगी। इसमें पहले दस स्थान प्राप्त करने वाले युवाओं को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसमें पहले तीन विजेताओं को 4,000, 2,000 और 1,500 रुपये और अगले सात स्थानों पर आने वाले प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 700 रुपये दिए जाएंगे। एचआईवी आधारित स्किट की होगी 'अभिव्यक्तिÓ चयनित दस महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए 25 अगस्त को धर्मशाला कॉलेज में ड्रामा/स्किट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। 'अभव्यक्तिÓ और 'दी रेड शोÓ नाम से आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में प्रत्येक महाविद्यालय पांच से दस मिनट की स्किट तैयार करेगा। स्किट के लिए एचआईवी संक्रमण के कारण, एचआईवी से संबंधित मिथक एवं भ्रांतियां, हेल्पलाइन 1097, एचआईवी कलंक एवं भेदभाव तथा एचआईवी एक्ट थीम निर्धारित की गई हैं। इसमें पहले तीन स्थान प्राप्त करने वाले दलों को 7,000, 5,000 और 3,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। 'रॉक द रिबनÓ अभियान के तहत बनाएं रील आजकल सोशल मीडिया में रील बनाने का ट्रेंड जोरों से चल रहा है। युवाओं के बीच प्रचलित मनोरंजन के इस साधन को भी अभियान के तहत उपयोग में लाया जाएगा, जिससे अभियान का संदेश प्रभावी ढंग से युवाओं तक पहुंच सके। इसके तहत चयनित संस्थानों के विद्यार्थी 'रेड रिबन रीलÓ एवं 'रॉक द रिबनÓ नाम से चलाए जाने वाले इस रील मेकिंग अभियान में भाग ले सकते हैं। इसमें छात्र एचआईवी/एड्स और ड्रग एब्यूज विषय पर 30 सेकंड से एक मिनट तक की रील बनाकर अपने कॉलेज प्रशासन के पास जमा करवाएंगे, जिसे आगे कॉलेज प्रशासन की ओर से जिला स्तर पर ऑनलाइन भेजा जाएगा। इसमें प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वालों को 1,500, 1,000 और 500 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। 13-17 वर्ष के विद्यार्थी लेंगे क्विज में भाग यूथ फेस्ट के अंतर्गत स्कूली बच्चों में एचआईवी एड्स और ड्रग एब्यूज के विषय में जागरूकता लाने के उद्देश्य से जिले में 28 अगस्त को क्विज कंपटीशन का आयोजन करवाया जाएगा। इसमें 13 से 17 वर्ष आयुवर्ग तथा 8वीं से 11वीं कक्षा के स्कूली विद्यार्थी भाग लेंगे। जिन स्कूलों के शिक्षक 'किशोरावस्था शिक्षा कार्यक्रमÓ के अंतर्गत प्रशिक्षित हैं, वे ही स्कूल इसमें भाग ले सकेंगे। क्विज कंपटीशन में पहले तीन पायदान पर आने वाले बच्चों को तीन हजार रुपये, दो हजार रुपये और 1300 रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा।
जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र में सड़कों को खोलने के लिए 4 करोड़ रुपये जारी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला जिले की कोटखाई तहसील की क्यारी पंचायत में बीते दिनों भारी बारिश से हुए भारी नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने वहां भू-स्खलन से क्षतिग्रस्त मकानों और सड़कों का मौके पर जायजा लिया। सड़क के पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने के कारण मुख्यमंत्री लगभग एक किलोमीटर तक पैदल चलकर क्यारी बाजार तक पहुंचे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार आपदा से पीड़ित लोगों के साथ है तथा प्रभावित लोगों को सरकार द्वारा हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बागवानों का सेब मंडियों तक पहुंचाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने उपायुक्त शिमला को निर्देश दिए कि जिन लोगों के मकानों को नुकसान पहुंचा है और जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन सभी को एक-एक लाख रुपये फौरी राहत के तौर पर प्रदान किये जाएं। उन्होंने कहा कि जिन प्रभावित परिवार को अभी तक पांच हजार रुपये प्रदान किये गये हैं, उन्हें राज्य सरकार द्वारा 95 हजार रूपये और दिए जाएंगे। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बागवानों के उत्पादों को मंडियों तक पहुंचाने के लिए जुब्बल-कोटखाई में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जुब्बल-कोटखाई क्षेत्र में सड़कों को खोलने के लिए 4 करोड़ रुपये जारी किए हैं तथा विभिन्न कार्यों की टेंडर प्रक्रिया को सात दिन में पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बागवानों के सेब को सुरक्षित रखने के लिए सेब क्षेत्र में अधिक से अधिक कोल्ड स्टोर बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली के कुंडली में भी कोल्ड स्टोर बनाने जा रही है जहां बागवान अपने सेब का भंडारण कर सकेंगे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को क्यारी बाजार तक सड़क मार्ग को नौ दिन में सुचारू करने के निर्देश दिए तथा बागवानों को विश्वास दिलाया कि सरकार उनके उत्पाद को मंडियों तक पहुंचाना सुनिश्चित करेगी ताकि उन्हें किसी प्रकार का नुक्सान न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह दोषारोपण की राजनीति नहीं करना चाहते, लेकिन बागवान के सेब नालों में फेंकने की खबर दिल्ली तक वायरल की गई। उन्होंने कहा कि आपदा के समय वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन विधानसभा के मॉनसून सत्र में विपक्ष को बताया जाएगा कि उनके समय में क्या स्थिति थी। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने क्यारी के साथ अपने संबंधों को साझा करते हुए कहा कि क्यारी के स्थानीय देवता बौंदरा देवता नादौन से ही यहां आए हैं, इसलिए भी यहां लोगों के साथ उनका घर का नाता है। उन्होंने कहा कि वह 1982 में भी कोटखाई के थरोला में आ चुके हैं। उस समय उन्होंने मराथू से थरोला तक पैदल यात्रा की थी। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेन्द्र चौहान, मुख्यमंत्री के ओएसडी रितेश कपरेट, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
भारी बारिश से प्रभावित चौपाल विधानसभा क्षेत्र के कुड़ी गांव को स्थानांतरित करने के निर्देश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला जिला के दो दिवसीय प्रवास के दौरान मंगलवार को चौपाल विधानसभा क्षेत्र में भारी बारिश से हुए नुकसान का विस्तृत जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने जिला प्रशासन को प्रभावित लोगों को शीघ्र सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को किसानों के उत्पादों को समयबद्ध बाजार तक पहुंचाने के लिए सड़कों की बहाली के कार्यों में तेजी लाने के दृष्टिगत तुरंत अल्पकालिक निविदा जारी करने को कहा। उन्होंने कहा कि दाग वाले सेब के दाम बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है, जिससे सेब उत्पादक लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छैला-यशवंत नगर सड़क के सुदृढ़ीकरण पर 70 करोड़ रुपये व्यय किए जायेंगे और यह सड़क शिमला के ऊपरी क्षेत्र के लोगों के लिए चंडीगढ़ तक यात्रा के लिए जीवन रेखा के रूप में कार्य करेगी। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार सेब उत्पादक क्षेत्रों में सड़कों को बहाल करने के लिए दक्षतापूर्वक कार्य कर रही है, ताकि सड़क सम्पर्क के अभाव में बागवानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। राज्य सरकार ने प्रदेश के सेब उत्पादक क्षेत्रों में संपर्क सड़कों को बहाल करने के लिए 110 करोड़ रुपये जारी किए हैं और पर्याप्त मशीनरी भी तैनात की गई है। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदा के कारण संपर्क सड़कों का काफी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है और उन्हें बहाल करने में काफी समय लगेगा, इसलिए उन्होंने स्थानीय लोगों से सेब सीजन के लिए अस्थायी सड़कें बनाने में राज्य सरकार का सहयोग करने का आग्रह किया। इससे किसानों के उत्पाद समय पर बाजार तक पहुंच सकेंगे और राज्य सरकार उन्हें उचित मुआवजा देगी। उन्होंने भारी बारिश के कारण प्रभावित चौपाल विधानसभा क्षेत्र के कुड़ी गांव को स्थानांतरित करने और लोगों केे पुनर्वास के लिए उपयुक्त भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य सरकार उनके घरों के पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर निरंतर शिमला जिला के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और वह स्वयं भी स्थिति का जायजा ले रहे हैं ताकि राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा सके। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उन्होंने स्वयं प्रदेश के कई प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है और वह शिमला के ऊपरी क्षेत्रों के दो दिवसीय दौरे के दौरान बहाली कार्यों का जायजा लेंगे। उन्होंने कहा कि हाल की त्रासदी में हिमाचल प्रदेश को लगभग 8000 करोड़ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस आपदा से राज्य के सभी क्षेत्रों में भारी क्षति हुई है और यह 50 वर्षों के दौरान हुई सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार को भारी कर्ज विरासत में मिला है, लेकिन प्रभावित परिवारों की मदद के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जायेगी। उन्होंने कहा कि चौपाल में अब केवल दो सड़कें बंद हैं, बाकी सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि सड़कों को स्थायी रूप से बहाल करने के दृष्टिगत सुरक्षा दीवार लगाने के लिए धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि चौपाल क्षेत्र के 300 घर आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने प्रशासन को आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए प्रत्येक को एक लाख रुपये की राहत राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उपायुक्त को बलसन क्षेत्र की 15 पंचायतों के संपर्क मार्गों की बहाली के लिए 3-3 लाख रुपये उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नुकसान का आकलन करने के लिए केंद्रीय टीम ने हाल ही में राज्य का दौरा किया है और यह आशा है कि केंद्र सरकार द्वारा अंतरिम राहत की पहली किस्त शीघ्र ही जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ ऑडिट आपत्तियों के कारण पिछले कुछ वर्षों से एनडीआरएफ के तहत 315 करोड़ रुपये लंबित हैं और उन्होंने इस मामले को अपने दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ उठाया है। उन्होंने कहा कि यह मामला केंद्र सरकार से उठाने के उपरांत 315 करोड़ रुपये में से 189 करोड़ रुपये जारी करने के बारे में अवगत करवाया गया है और सरकार ने लंबित राशि भी शीघ्र जारी करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भारी बारिश से हुई क्षति को देखते हुए मुआवजा राशि 10 गुना तक बढ़ा दी है। आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए मुआवजा राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है, जबकि पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए अधिक मुआवजा देने का प्रस्ताव राज्य सरकार के विचाराधीन है। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने चौपाल में अधिकारियों के साथ बैठक भी की और बहाली कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रभावित परिवारों को तत्काल एक लाख मुआवजा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने चौपाल मण्डल में सड़क संपर्क बहाल करने के लिए 2 करोड़ रुपये और ठियोग के सैंज उप-मण्डल के लिए 50 लाख रुपये जारी करने के निर्देश दिए जबकि 1.50 करोड़ रुपये पहले ही आवंटित किये जा चुके हैं। इससे पूर्व, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव रजनीश किमटा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि मुख्यमंत्री ने आपदा के दौरान राज्य को सशक्त नेतृत्व प्रदान किया और प्रभावितों को हरसम्भव मदद प्रदान की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सामान्य परिवार से सम्बंध रखते हैं और आम आदमी के दु:ख दर्द से भली-भांति परिचित हैं।
पूर्व सैनिक लीग कुनिहार इकाई की त्रैमासिक बैठक 27 अगस्त को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह कुनिहार के सामने चौधरी कॉम्प्लेक्स में इकाई अध्यक्ष कैप्टन रणधीर सिंह कंवर की अध्यक्षता में सुबह 11 बजे आयोजित की जाएगी। अध्यक्ष कैप्टन रणधीर सिंह कंवर ने जानकारी देते हुए बताया कि लीग के सभी पूर्व सैनिक भाइयों व वीर नारी बहनों से अनुरोध किया गया है कि अधिक से अधिक संख्या में बैठक में पहुंचे, ताकि पूर्व सैनिकों की समस्याओं पर मिलजुलकर चर्चा व विचार-विमर्श किया जा सके। उन्होंने बताया कि जो पूर्व सैनिक हाल ही में पेंशन आए है व जो पूर्व सैनिक अपनी आयु के 80 वर्ष पूरे कर चुके है उन्हें लीग का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा। अध्यक्ष ने सभी पूर्व सैनिकों व वीर नारियों से आग्रह किया है कि अपने साथ जरूरी दस्तावेज साथ लेकर आए, ताकि उनमें जो कमियां है उन्हें दूर किया जा सके।
शिमला के ढली में आज सुबह 8 बजे के करीब सड़क दुर्घटना में 2 लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि 2 लोग घायल हुए हैं। घायलों का आईजीएमसी शिमला में उपचार चल रहा है। जानकारी इके अनुसार सेब से लदा ट्रक रामपुर से शिमला की तरफ आ रहा था और जब ढली बाईफर्केशन के पास पहुंचा तो अचानक अनियंत्रित हो गया और दूसरी तरफ से जा रही पिकअप को टक्कर मारते हुए ट्रक रोड से निचली तरफ शिमला-करसोग रोड पर जा गिरा, जिसमें 2 लोगों की मौके पर मृत्यु हो गई है। डीएसपी अजय भारद्वाज ने बताया कि ट्रक में चालक समेत तीन लोग सवार थे जिनमें से 2 लोगों की मृत्यु हो गई है, जबकि ट्रक चालक घायल हुआ है जिसका आईजीएमसी में उपचार चल रहा है वही पिकअप चालक भी बुरी तरह से घायल हुआ है उसे भी आईजीएमसी उपचार के लिए भेजा गया है। फिलहाल फिलहाल यातायात को खोल दिया गया है। वहीं, हादसे के कारणों की जांच चल रही है।
हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से निवेदन किया है कि लगातार 15 वर्षों से कम वेतन एवं कठिन परिस्थितियों में हिमाचल प्रदेश की दूरदराज के क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे एसएमसी शिक्षकों को बेहतर सेवा सुविधाएं दी जाएं। प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र नेगी, जिला महासचिव डॉ. आईडी राही, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, कोषाध्यक्ष विजय वर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश नेगी पूर्व महासचिव संजय शर्मा राज्य कार्यकारिणी सदस्य ने सरकार से मांग की है कि जब तक एसएमसी शिक्षकों के लिए स्थाई नीति नहीं बनती तब तक कम से कम इन शिक्षकों को अनुबंध के बराबर वेतन, यात्रा भत्ता एवं आकस्मिक तथा विशेष अवकाश आदि सभी सुविधाएं दी जाएं। प्रवक्ता संघ ने आश्वस्त किया है कि यदि यह आधारभूत सेवा सुविधाएं इन शिक्षकों को दी जाती है तो यह शिक्षक भी अन्य शिक्षकों की भांति सभी कार्य को करने के लिए सहज तैयार होंगे । दरअसल हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा खेलकूद प्रतियोगिताओं में एस एम सी शिक्षकों को ना भेजने के निर्देश दिए गए हैं जिसके कारण दूर दराज के क्षेत्रो में जहां अधिकतर विद्यालय केवल ओर केवल एस एम सी शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं वहां असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है क्योकि एक तरफ कुछ आहारण एवं वितरण अधिकारी इन निर्देशों के तहत एस एमसी शिक्षकों को अपने विद्यालय संस्थान से बाहर नहीं भेज पा रहे हैं वहीं खेल जगत से जुड़े शिक्षक जो दिन रात कड़ी महनत से विद्यार्थीयो को इन प्रतियोगिताओ के लिए तैयार करते हे वह शारीरिक शिक्षक भी प्रतियोगिताओ मे प्रतिभागियों के साथ न हो कर अपमानित महसूस कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए जाने वाले शारीरिक शिक्षकों एवं अन्य महिला शिक्षकों को अन्य कर्मचारीयो के समान बेहतर सेवा सुविधा दिए जाना नितांत आवश्यक है। जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर ने कहा कि जिला सिरमौर के दूरदराज के अधिकतर विद्यालय केवल और केवल एस एम सी शिक्षकों के द्वारा चलाए जा रहे हैं और वर्तमान में धड़ाधड़ हो रहे स्थानांतरण के बाद इन शिक्षको पर कुछ विद्यालयो का सम्पूर्ण उत्तरदायित्व भी आ गया हैं । अत प्रवक्ता संघ माननीय शिक्षा मंत्री महोदय एवं शिक्षा निदेशक से एस एमसी शिक्षकों को खेलकूद प्रतियोगिताओं में ना भेजने के आदेश को संशोधित कर उन्हें संपूर्ण यात्रा भत्ता एवं अन्य कर्मचारियों के अनुरूप सुविधाए के साथ भेजने के निर्देश जारी करने तथा इसके लिए विशेष बजट का प्रावधान करने का निवेदन करता है ताकि यह शिक्षक भी आत्मसम्मान के साथ विद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य सभी गतिविधियों में अन्य शिक्षकों की भांति अपनी सेवाएं दे पाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने डाईट सोलन में दिव्यांगजन को वितरित किए उपकरण स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार बेसहारा का सहारा बनकर उनके उत्थान के लिए दृढ़ संकल्प है। डॉ. शांडिल आज ज़िला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) सोलन में दिव्यांग जन को विभिन्न उपकरण वितरित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन समग्र शिक्षा अभियान सोलन द्वारा किया गया। कार्यक्रम आर्टिफिश्यिल लिम्बज़ मेनूफेक्चरिंग कॉपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा प्रायोजित किया गया। डॉ. शांडिल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सत्ता सम्भालने से पूर्व निराश्रित महिलाओं एवं बच्चों के लिए सुखाश्रय योजना की परिकल्पना की। यह योजना सभी पात्र निराश्रित बच्चों एवं बेसहारा महिलाओं को आश्रय प्रदान करेगी और बच्चों की शिक्षा का खर्च वहन कर उन्हें भावी जीवन के लिए समर्थ बनाएगी। उन्होंने कहा कि कोई भी अक्षम नहीं होता और किसी भी दिव्यांगजन को स्वयं को अशक्त नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि उचित मार्गदर्शन एवं सतत् अभ्यास के साथ सभी दिव्यांगजन बहुत बेहतर कर सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने डाईट सोलन को इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए बधाई दी। डॉ. शांडिल ने कहा कि डाईट सोलन परिसर में प्रधानाचार्य एवं अन्य अध्यापकों के आवास तथा छात्रों के लिए छात्रावास निर्माण का मामला मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने प्रदेश विद्युत बोर्ड के अधीक्षक अभियंता को डाईट सोलन परिसर में स्थापित ट्रांसफार्मर को अन्यत्र स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने डाईट परिसर में पेयजल के लिए बोरवेल के लिए 4.68 लाख रुपये भी स्वीकृत किए। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले डाईट के छात्रों को 21 हजार रुपये अपनी ऐच्छिक निधि से प्रदान करने की घोषणा की। कार्यक्रम में 25 दिव्यांग जन को विभिन्न उपकरण प्रदान किए गए। 133 विभिन्न उपकरण सोलन ज़िला के सभी विकास खण्डों को भेजे गए। कार्यक्रम में डाईट के प्रशिशुओं और उपस्थित लोगों को एम.एम.यू अस्पताल एवं चिकित्सा महाविद्यालय के चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक उपचार एवं दुर्घटना के समय घायल व्यक्ति के प्राथमिक उपचार और उन्हें अस्पताल पहुंचाने के समय अपनाई जाने वाली सावधानियों की जानकारी भी दी गई। इस अवसर पर जोगिंद्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, खण्ड कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, शहरी कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष अंकुश सूद, रोगी कल्याण समिति के सदस्य विनेश धीर, रोटरी क्लब के अध्यक्ष विजय दुग्गल, ग्राम पंचायत सलोगड़ा के पूर्व प्रधान लक्ष्मी दत्त शर्मा, युवा कांग्रेस के कुनाल सूद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजन उप्पल, साईं संजीवनी अस्पताल के डॉ. संजीव अग्रवाल, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, डाईट सोलन के प्रधानाचार्य डॉ. शिव कुमार, डाईट के प्रवक्ता, प्रशिक्षु एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
विधायक ने सिविल अस्पताल में 15 बेड्स के अतिरिक्त भवन का किया उद्घाटन वर्तमान सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्प है इसी दिशा में ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में एक स्वास्थ्य संस्थान को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में अपग्रेड किया जाएगा तथा चरणबद्व तरीके से स्वास्थ्य संस्थानों में चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरा जाएगा ताकि लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके। यह उद्गार विधायक संजय रत्न ने सोमवार को ज्वालामुखी में सिविल अस्पताल में 15 बेड्स के लिए अतिरिक्त भवन का उद्घाटन करने के उपरांत यक्त किए। उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी सिविल अस्पताल में अब रोगियों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़कर 50 हो गई है इससे रोगियों को और भी बेहतर सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी के ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठा रही है तथा राज्य के चिकित्सा महाविद्यालयों के कुछ विभागों में रोबोटिक सर्जरी का कार्य आरंभ किया जा रहा है तथा सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में कैजुअलटी विभाग को अपग्रेड करके आपातकालीन मेडिसन विभाग बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही में मंत्रीमंडल की बैठक मे इंदिरा गांधी राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय शिमला में ट्रॉमा सेंटर और इमरजेंसी मेडिसन विभाग को कार्यशील करने तथा रोगियों की सुविधा के दृष्टिगत नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टॉफ के अतिरिक्त 136 पद सृजित कर भरने का भी निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों में चरणबद्व तरीके से चिकित्सकों के पदों को भी भरा जा रहा है ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने समाज के निर्धन तथा जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए अनेकों कार्यक्रम आरंभ किए गए हैं तथा इन कार्यक्रमों एवं योजनाओं का ज्वालामुखी विस क्षेत्र में सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। इस अवसर पर बीएमओ संजय बजाज सहित सिविल अस्पताल के विभिन्न चिकित्सक भी उपस्थित थे।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार की नीयत ही नहीं है कि वह आपदा प्रभावितों को जल्दी से जल्दी राहत दे। अभी तक सरकार सभी आपदा प्रभावितों को फौरी राहत भी नहीं पहुंचा पाई है। पूरी सहायता राशि तो बहुत दूर की बात है। उन्होंने कहा कि आपदा से नुकसान के आंकलन में लगे राजस्व अधिकारियों को नुक़सान के आकलन के लिए सरकार किसी प्रकार प्रकार के वाहन की सुविधा उपलब्ध नहीं करवा रही है जिससे राजस्व अधिकारी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जाकर शीघ्रता से नुक़सान का आकलन करके अपनी रिपोर्ट भेज सकें। रिपोर्ट भेजे जाने के बाद शासन-प्रशासन की तरफ़ से आपदा प्रभावितों को पूरी सहायता राशि मिल सके। उन्होंने कहा कि इस बार आपदा से बहुत बड़े क्षेत्र को नुक़सान हुआ है। जिसका आँकलन करने में ज़्यादा समय लगेगा। इसलिए सरकार राजस्व अधिकारियों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए। जिससे आपदा के आंकलन के कार्य में तेज़ी आये और आपदा प्रभावितों को मदद मिल सके। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विभिन्न माध्यमों से पता चल रहा है कि आपदा से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए राजस्व अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है लेकिन वह आपदा प्रभावित क्षेत्र तक कैसे पहुंचेंगे सरकार की तरफ़ से इसका कोई इंतज़ाम नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आपदा प्रभावित ज़्यादातर क्षेत्रों में सड़कें ख़राब होने की वजह से बस सेवाएं बहाल नहीं हो पाई हैं। अत: राजस्व के अधिकारी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसे में राजस्व अधिकारी या तो लोगों से मदद मांग कर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं या पैदल चलकर। सरकार की इस लापरवाही का नुक़सान आपदा प्रभावित लोगों को उठाना पड़ रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब तक राजस्व अधिकारी अपनी रिपोर्ट नहीं जमा करेंगे तब तक आगे की कार्रवाई नहीं होगी। न ही आपदा से कितने लोग प्रभावित हुए है, इस बात की जानकारी मिल पाएगी और न ही लोगों को किस प्रकार से नुक़सान हुआ है, इस बात की जानकारी मिल पाएगी। राजस्व अधिकारियों द्वारा निरीक्षण करना एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। इसलिए सरकार आपदा प्रभावितों के निरीक्षण में जुटे राजस्व विभाग के प्रतिनिधियों को सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर, पूर्व विधायक सतपाल रायजादा व प्रदेश कांग्रेस महासचिव देवेंद्र बुशैहरी ने कहा कि आज बड़ी खुशी का दिन है। आज लोकतंत्र की जीत हुई है। संविधान की जीत हुई है। सत्यमेव जयते जो हमारे नेशनल सिंबल के नीचे लिखा हुआ रहता है, आज उसकी जीत हुई है। हम तहेदिल से माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते है। राम लाल ठाकुर ने कहा है कि अभी संविंधान जिदा है। उन्होंने कहा कि यह सविंधान, लोकतंत्र और भारत के आम लोंगों की जीत हुई है। यह केवल राहुल गांधी की जीत नहीं हैं, पूरे भारत की जनता की जीत है, डेमोक्रसी की जीत है और संविधान के असूलों की जीत है। इसीलिए एक बहुत बड़ा फायदा देश के लोगों को हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शासनकाल में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में पड़ गई है। जो भी व्यक्ति अथवा राजनीतिक दल केंद्र सरकार के गलत निर्णयों के खिलाफ आवात उठाने की कोशिश करते हैं। केंद्र्र सरकार द्वारा उनकी आवाज को कुचलने का प्रयास किया जाता है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा राहुल गांधी की लोक सभा सदस्यता बहाल करने का फैसला स्वागत योग्य है और इस फैसले से देश की जनता में संदेश गया है कि भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा राहुल गांधी छावि को नुकसान पंहुचाने की मंशा से उन पर मनघड़त आरोप लगाने के हर सम्भव कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि देश की जनता अब समझ चुकी है और अब जानता भाजपा के जुमलों में फसने वाली नहीं है। उन्होने कहा कि 2024 में लोकसभा चुनावों में भाजपा बुरी तरह पराजित होगी।
कृषि मंत्री ने इंदौरा के बाढ़ प्रभावित मंड क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का लिया जायजा कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने सोमवार को कांगड़ा ज़िला के इंदौरा उपमंडल के बाढ़ प्रभावित मंड क्षेत्र के घंडरा, सनौर, टांडा पत्तन पुल, मंड मियाणी तथा त्योड़ा का दौरा कर भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस मौके पर इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन, पुलिस अधीक्षक अशोक रतन, डीएफओ अमित शर्मा, एसडीएम डॉ सुरेंद्र ठाकुर उनके साथ मौजूद रहे। कृषि मंत्री ने बताया कि प्रदेश में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जरूरी सुविधाओं को बहाल करने एवम निर्माण कार्यों को युद्धस्तर पर पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने एक हजार करोड़ रुपये की विशेष राशि का प्रावधान किया है और इस धनराशि की पहली किश्त सभी उपायुक्तों एवं मुख्य विभागों को जारी भी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को हुए नुकसान की अधिक से अधिक मदद प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने पहली बार राहत मैनुअल में संशोधन करके बहुत बड़ा कदम उठाया है,जिसके फलस्वरूप अब मुआवजा राशि को कई गुना बढ़ा दिया गया है। कृषि मंत्री ने कहा कि गत दिनों ब्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ से पौंग डैम में अत्याधिक जल स्तर बढ़ने के कारण कांगड़ा ज़िला के मंड क्षेत्र के तहत इंदौरा तथा फतेहपुर उपमंडल में किसानों की फसलों व उपजाऊ भूमि को काफी नुकसान पहुंचा है। गौरतलब है कि बीते गुरुवार को कृषि मंत्री ने बाढ़ प्रभावित फतेहपुर के मंड क्षेत्र का भी दौरा किया था। कृषि मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू उन्हें फतेहपुर और इंदौरा उपमंडल में बरसात से हुए नुकसान का जायजा लेने की जिम्मेदारी सौंपी है। जिसके नुकसान का आज उन्होंने प्रशासन के अधिकारियों के साथ मौके पर जाकर जायजा लिया है। शीघ्र ही इसका आंकलन तैयार कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री को प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने इस मौके पर प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी बात को गंभीरता से सुना तथा प्रदेश सरकार की तरफ से हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों के निजी नुकसान सहित जल शक्ति,लोक निर्माण,बिजली बोर्ड, कृषि विभाग सहित अन्य विभागों को हुए नुकसान का उन्होंने निरीक्षण किया गया है। इसकी रिपोर्ट प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र में हुए नुकसान और राहत एवं पुनर्वास कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए इस क्षेत्र में व्यास नदी पर चरणबद्ध तटीकरण किया जाएगा। जिसके लिए स्थान भी चिह्नित कर लिए गए हैं। उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारिओं को ढ़सोली में ज्यादा खतरे वाली जगह पर क्रेटवाल लगाने के लिए शीघ्र आंकलन तैयार करने के भी निर्देश दिए ताकि भविष्य में लोगों को कोई नुकसान न उठाना पड़े। प्रो. चंद्र कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री ने राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने और कार्यों में तेजी लाने के लिए अतिरिक्त विशेष केंद्रीय सहायता उपलब्ध करवाने का केंद्र से आग्रह किया है। लेकिन प्रदेश में घटित आपदा से उभरने के लिए केंद्र सरकार से अब तक कोई भी सहायता नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने भी प्रदेश का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया है। उन्होंने प्रदेश को 400 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है जो अभी तक प्रदेश सरकार को प्राप्त नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र की तरफ से जो तीन सौ करोड़ रुपए की मदद प्रदेश सरकार को जारी की गई है वो हर वर्ष सभी राज्यों को आपदा के लिए दी जाने वाली नियमित राशि है जिसकी किश्त केवल अग्रिम रूप में जारी की गई है। उन्होंने विपक्ष द्वारा राज्य सरकार पर केंद्र सरकार से उद्धार वित्तीय सहायता मिलने और प्रभावितों को राहत राशि प्रदान करने में भेदभाव करने के आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया और निराधार बताया। उन्होंने विपक्ष पर आपदा की इस घड़ी में नकारात्मक राजनीति करने के बजाए प्रदेश सरकार का सहयोग करने की बात कही।
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पुलिस स्टेशन धर्मशाला में दोपहिया वाहनों की चोरी हुई थी। जून-जुलाई में स्कूटी बाइक चोरी हुई थी, इसमें चार दोपहिया वाहन रिकवर हुए हैं, जबकि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें जम्मू के भी आरोपी शामिल है। श्यामनगर धर्मशाला में 12 मूर्तिया, घरों का महंगा सामान, कैमरा, आईफोन चोरी हुआ था, इसमें एक गुजरात व एक स्थानीय आरोपी संग एक दिल्ली की महिला भी पकड़ी गई है। इसमें चार दिनों के अंतराल में ही एक घर को ही टारगेट किया गया है, इसपर पुलिस ने कार्रवाई की है। एसपी ने वाहनों को सही से पार्क करके सुरक्षित रखने की बात कही है। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक खाली रहने वाले घरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाइए। सात राज्यों में नेटवर्क पाया गया है, जिसमें महाराष्ट्र, हरियाणा, छतीसगढ़, झराखण्ड, यूपी, चड़ीगढ़ व हिमाचल भी शामिल है। दुबई व अफ्रीकन कंट्री से भी लिंक जुड़े हुए हैं। इसमें ऑनलाइन गेमिंग व वेटिंग का खेल सामने आया है। स्पेशल टीम को केस दिया जाए। पालमपुर में गैंग रेप केस दर्ज हुआ था, जिसपर 14 साल की सजा आरोपियों को दी गई है, जबकि डेढ़ लाख जुर्माना भी लगाया गया है। वरबाला मामले में कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
उपमंडल भरमौर के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पूलन के सिरडी गांव में विद्युत विभाग की लापरवाही देखने को मिल रही है। विद्युत विभाग ने सिरडी गांव में जमीन से मात्र 4 फुट की ऊंचाई पर एलटी लाइन डाल दी है। लिहाजा ज़मीन से कुछ फुट की दूरी पर इस लाइन से कभी भी बड़े जानमाल का नुकसान हो सकता है। ग्राम पंचायत पुलन की प्रधान अनिता कपूर ने जानकारी देते हुए कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा 6 महीने पहले विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता को वीडियो कॉल व फोटो भेजकर सूचित किया गया था। फिर भी विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। स्थानीय लोगों द्वारा इस बारे में विद्युत विभाग के सहायक अभियंता को भी एक महीने पहले वीडियो कॉल के माध्यम से समस्या से अवगत करवाया था। लेकिन विभाग द्वारा बार-बार पोल के लिए बजट ना होने का हवाला दिया जाता रहा। लिहाजा जमीन से इतनी कम ऊंचाई पर डाली गई एलटी लाइन से सिरडी गांव के बहुत सारे लोगों ने डर के मारे अपने खेतों मे काम करना छोड़ दिया है। ग्रामीणों ने दो टूक चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर 15 दिन के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ तों विभाग के विरूद्ध माननीय कोर्ट में मामला दर्ज करने में कोई गुरेज नहीं करेंगे।
हथकरघा एवं हस्तशिल्प क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान पर तीन श्रेणियों में शुरू होंगे राज्य स्तरीय पुरस्कार राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां गेयटी थिएटर में आयोजित एक कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम लिमिटेड का नाम च्हिमक्राफ्ट कॉर्पोरेशनज् करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस रीब्रॉडिंग का उद्देश्य निगम के कार्य को विस्तार प्रदान करना और बाजार में एक विशिष्ट ब्रांड के रूप में उत्पादों को बढ़ावा प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हथकरघा एवं हस्तशिल्प के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करते हुए तीन श्रेणियों में राज्य स्तरीय पुरस्कार शुरू करने पर विचार कर रही है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के पारंपरिक शिल्प में उत्कृष्ट हुनर की पहचान कर प्रोत्साहन प्रदान करना है। व्यवस्था में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से परिवर्तन की इस प्रक्रिया में सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य में आर्थिक संकट के लिए पूर्व सरकार एवं उनकी नीतियां जिम्मेवार हैं। वर्तमान सरकार राज्य को आत्मनिर्भर बनाने और कर्ज पर निर्भरता कम करने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी चार वर्षों में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा और अगले दस वर्षों में हिमाचल देश का सबसे समृद्ध राज्य बन कर उभरेगा। मुख्यमंत्री ने राज्य में हाल ही में प्राकृतिक आपदा के कारण ८ से १० हजार करोड़ रुपये के अनुमानित नुकसान और पर्यटन क्षेत्र में इसके प्रतिकूल प्रभाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार स्थिति सामान्य करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। सरकार क्षतिग्रस्त सड़कों के बावजूद किसानों के सेब और सब्जियों जैसे उत्पादों को परिवहन सुविधा प्रदान कर इन्हें समयबद्ध बाजार तक पहुंचाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने राहत नियमावली में बदलाव कर मुआवजा राशि में कई गुणा बढ़ौतरी की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को राज्य में बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में अवगत करवाया और उनसे अंतरिम राहत की पहली किस्त शीघ्र प्रदान करने का अनुरोध किया है ताकि राहत एवं पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई जा सके। उन्होंने एनडीआरएफ के पिछले कुछ वर्षों से लंबित ३१५ करोड़ रुपये भी जारी करने का अनुरोध किया है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान की है। सरकार ने रिकॉर्ड समय में लगभग ७०,००० पर्यटकों और १५,००० वाहनों को सुरक्षित निकाला। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने माइनस चार डिग्री तापमान में लाहौल-स्पीति जिला के चंद्रताल पहुंच कर वहां फंसे २९० लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी आमूल-चूल परिवर्तन की दिशा में आगे बढ़ रही है। प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के कौशल में वृद्धि की जा सके। इसके साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का समावेश किया जा रहा है और सभी राजकीय चिकित्सा महाविद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से रोबोटिक सर्जरी शुरू की जा रही है। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर हथकरघा एवं हस्तशिल्प पर आधारित प्रदर्शनी का शुभारम्भ भी किया। इस अवसर पर गेयटी थिएटर में पारंपरिक और आधुनिक परिधानों में फैशन शो का भी आयोजन किया गया। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि प्रदेश के उच्च गुणवत्ता वाले ऊनी उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं जिनकी देश और विदेशों में भारी मांग है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों, संस्कृति और हथकरघा को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में इस दिशा में प्रभावी कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल हथकरघा उत्पादों को एक ब्रांड के रूप में बढ़ावा देने पर विशेष बल दिया जा रहा है और हिमक्राफ्ट नाम से एक नया लोगो भी जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां जलविद्युत उत्पादन पर राज्य जल उपकर आयोग के अध्यक्ष के रूप में अमिताभ अवस्थी को शपथ दिलाई। उन्होंने आयोग के सदस्यों एचएम धरेवला, अरुण शर्मा और जोगिंद्र सिंह को भी शपथ दिलाई। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव जल शक्ति ओंकार चंद शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा और रितेश कपरेट तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
ऑफिस में दिन की जल्दी शुरुआत, रात भर ईमेल चेक करना हो या सोशल मीडिया के अपडेट देखना, देर रात तक टीवी शो देखना हो या पसंदीदा फिल्म, यह सब करके फिर सुबह हम वापस थक कर काम पर आते हैं। हम अपने रोजमर्रा के कामों में इतने व्यस्त हैं कि नींद हमें एक लग्जरी लगती है - आजकल एक अच्छी नींद के लिए हम वीकेंड तक का इंतजार करते है। हम कोशिश करते हैं कि हमारा शरीर इस तरह काम करे की अगले वीकेंड तक हम नींद को धक्का दे सकें। लेकिन दुर्भाग्य से नींद इस तरह काम नहीं करती। क्या है इनसोम्निया या नींद की बीमारी डॉ. ऋतिक शर्मा ने बताया कि अनिद्रा (नींद की अक्षमता) जिसे अंग्रेजी में इनसोम्निया कहते हैं, एक प्रकार का नींद का विकार है, जिसमें एक व्यक्ति को नींद या सोने में परेशानी होती है। हमारी जीवनशैली के दबावों के कारण आज के युवाओं के बीच आमतौर पर अनिद्रा विकार पाया जा रहा है। नींद की कमी विभिन्न रोगों जैसे अवसाद, चिंता, उच्च रक्तचाप आदि का कारण बनती है। अक्सर डॉक्टरों से ऐसे मरीज एंटी डिप्रेसेंट या सेडेटिव की मांग करते हैं, जिससे उनको शांति मिले। यह सेडेटिव हमें अपना आदी बना देते हैं और बदले में हमारे स्वास्थ्य पर बुरे और प्रतिकूल प्रभावों जैसे कि वजन बढ़ना, स्लीप एपनिया, कमजोर यादाश्त, बदलते व्यवहार, थकान, कम से कम कामेच्छा आदि का असर शुरू हो जाता है। सिर्फ दवाएं हमारी इन परेशानियों का निदान नहीं हंै। हमें अपने जीवन को इन तनाव और परेशानियों से दूर करने और गतिशील जीवन शैली पाने के लिए कुछ प्राकृतिक तरीके तलाशने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य पर नींद के शक्तिशाली प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, लेकिन सही उपचार हम लोगों को मन की शांति देने में मदद कर सकते हैं, जो कि रात की शांतिपूर्ण नींद के साथ संभव है। डॉ. ऋतिक शर्मा ने बताया कि होम्योपैथी पद्धति ऐसे बीमार लोगों को बिना किसी अवसाद या साइड इफेक्ट के ठीक कर सकती है। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर नींद की बीमारी से पीड़ित रहते हैं, यह यात्रा गतिहीन जीवन शैली के कारण नींद की कमी से शुरू होती है। इन होम्योपैथिक दवाइयों से मिलती है राहत डॉ. ऋतिक शर्मा ने बताया कि कई उपचारों, दवाइयों और निराशा के बाद भी अनिद्रा का निदान नहीं हो पाता है और एक समय पर केवल दवाइयों या नशीले पदार्थों पर नींद के लिए निर्भर हो जाते हैं, लेकिन होम्योपैथी में बहुत सी ऐसी दवाइयां हैं, जिनका प्रयोग वे बहुत सारे मरीजों पर कर चुके हैं, जिसके बाद बहुत से मरीज शांतिपूर्ण रात की नींद के साथ मन की शांति और बिल्कुल सामान्य और स्वस्थ जीवन का आनंद ले रहे हैं। ये दवाइयां उन लोगों के लिए वरदान साबित हुई हैं, जिन्होंने अपने जीवन में किसी नशे की लत के बिना एक स्वस्थ और सामान्य जीवन जीने का संकल्प लिया है। विभिन्न दवाइयां जैसे काली फॉस, कॉफिया, नक्स वौमिका, पेसिफ्लोरा, अविना इत्यादि बहुत सारी ऐसी दवाइयां हैं, जिनसे इनसोम्निया जैसी बीमारी को बिना किसी साइड इफेक्ट के ठीक किया जाता है।
लंज महाविद्यालय में काफी समय से विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता यह मांग कर रहे थे की महाविद्यालय परिसर में बिजली व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जाए। इसके लिए परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया था। महाविद्यालय प्रशासन ने विद्यार्थियों की इस मांग की ओर ध्यान दिया एवं आज महाविद्यालय में बिजली का काम शुरू हो चुका है। यह विद्यार्थी परिषद एवं छात्रों की बड़ी जीत है। लंज इकाई के कार्यकर्ता नीतीश ने कहा कि महाविद्यालय में छात्रों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इसके लिए काफी समय से आंदोलनरत है। आज महाविद्यालय प्रशासन द्वारा बिजली का काम शुरू किया गया है। यह विद्यार्थी परिषद की एक बड़ी जीत है। इसी के साथ कांगड़ा विभाग संयोजक अभिनव चौधरी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा से ही दलगत राजनीति से ऊपर उठकर छात्र हित के लिए कार्य करती आई है और आगे भी छात्रों को आने वाली समस्याओं को लेकर लगातार संघर्षरत रहेगी।
सिया धीमान और लवित डडवाल को यंगेस्ट प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब ज्वाला चैस क्लब द्वारा एक दिवसीय रैपिड चैस टूर्नामेंट का आयोजन लॉरेट ग्लोबल स्कूल कथोग में किया गया। इसमें 114 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस टूर्नामेंट का शुभारंभ लॉरेट स्कूल के वाइस प्रिंसिपल कुशल कुमार ने किया। सीनियर के पुरुष वर्ग में डीएवी हमीरपुर के दुष्यंत सिंह ने प्रथम, लॉरेंस स्कूल शाहपुर के अर्णव शर्मा ने द्वितीय, हमीरपुर के अंशुल ठाकुर ने तृतीय, आरएनटी ज्वालामुखी के सतीश कुमार ने चतुर्थ और राजकीय डिग्री कॉलेज ज्वालामुखी के दीक्षित शर्मा ने पाचवां स्थान हासिल किया। सीनियर महिला वर्ग में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जलाड़ी की श्रिया गुलेरिया ने प्रथम, हिम एकेडमी की पलक ठाकुर ने द्वितीय, ऐम एकेडमी जयसिंहपुर की हर्षिता ठाकुर ने तृतीय, राजकीय डिग्री कॉलेज सुजानपुर की पलक ठाकुर ने चतुर्थ और आकाश इंस्टीट्यूट की इशिता ने पांचवां स्थान हासिल किया। लॉरेट ग्लोबल स्कूल कथोग की सिया धीमान और आरएनटी स्कूल ज्वालामुखी के लवित डडवाल को यंगेस्ट प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब मिला। अंडर-14 में ये रहे विजेता अंडर-14 ओपन में आधुनिक पब्लिक स्कूल सिद्धबाड़ी के अयान राणा ने प्रथम, भारती विद्यापीठ बैजनाथ के आरुष राणा ने द्वितीय, डीएवी भरोली के नलिन शांदिल ने तृतीय, डीएवी कांगू के अयान जामवाल ने चतुर्थ और आरएनटी स्कूल ज्वालामुखी के आर्यन कौंडल ने पांचवां स्थान हासिल किया। अंडर-14 गर्ल्स मुकाबले में लॉरेट ग्लोबल स्कूल कथोग की डॉयल रियालच ने प्रथम, डीएवी भरौली की बार्बी ने द्वितीय, केंद्रीय विद्यालय होल्टा पालमपुर की कुशानी धीमान ने तृतीय, डीएवी भरोली की अनवी ने चतुर्थ और मैदिनी जगोत्रा ने पांचवां स्थान हासिल किया। मुख्यातिथि ने विजेताओं को बांटे इनाम मुख्यातिथि के रूप में लॉरेट ग्लोबल स्कूल की प्रिंसिपल अंकिता शर्मा ने शिरकत की और विजेताओं को इनाम बांटे। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के साथ खेलो में भी बढ़-चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा की शतरंज खेलने से बच्चो का मानसिक विकास होता हैऔर बच्चो में सोचने समझने की क्षमता बढ़ती है। इस मौके पर ज्वाला चैस क्लब के प्रधान मोहिंदर कुमार, सचिव बंदना धीमान, वित्त सचिव विजय कुमार, रिटायर्ड एस वी आई बैंक मैनेजर पी सी जगोत्रा, मुख्य चीफ ऑर्बिटर विकास धीमान, हमीर चैस शतरंज संघ के सचिव संसार चंद राना, आर्विटर राकेश कुमार, संदीप रियाल्च, संदीप बहल, जीवन कुमार, विंदु वर्मा और सुरेंद्र कुमार मौजूद रहे।
प्रदेश में आपदा आने के बाद भाजपा और कांग्रेस नेता आमने-सामने हंै और खुलकर बयानबाजी हो रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता विपिन सिंह परमार ने धर्मशाला में प्रेस वार्ता की और कांग्रेस पर एक बार फिर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हिमाचल में सुख की सरकार नहीं, बल्कि सूखी सरकार है। आज प्रदेश सरकार सत्ता सुख में है और जनता दुख में है। नजरअंदाज हो रहा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला प्रदेश का सबसे बड़ा जिला कांगड़ा आज कांग्रेस से प्रताड़ित हो रहा है, क्योंकि जिला को एक मंत्री पद मिला है। परमार ने कहा कि प्रदेश में लगातार बारिश से त्रासदी हुई है और जानमाल का नुकसान हुआ है। आज इस त्रासदी से लोग उबर नहीं पाए हैं, वहीं इस आपदा के दौरान भाजपा के तमाम शिर्ष नेतृत्व धरातल पर जाकर लोगों का हाल जाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आपदा की घड़ी में प्रदेश का साथ दिया है, हम उनका धन्यवाद करते है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 7 महीने पहले कांग्रेस की सरकार बनी और कांगड़ा जिला को आज इस कांग्रेस की सरकार के दौरान क्या मिला है। कई महीनों से कांग्रेस नेता लाइन में खड़े हैं। सिर्फ एक व्यक्ति को मंत्री पद मिला है। कांगड़ा जिला का आज खून हो रहा है। घोषणाएं तो अनेक हुईं, पर धरातल पर कुछ नहीं उन्होंने कहा कि 7 महीनों में घोषणाएं बहुत हुई हैं, लेकिन धरातल पर एक भी योजना नहीं है। केंद्र सरकार आज फोरलेन की देन दे रही हैं। परमार ने कहा कि कोरोना वारियर्स को 5 महीने से सैलरी नहीं मिल रही हैं। कांग्रेस के आपसी तालमेल इसी बात से समझा जा सकता है कि कांग्रेस नेता एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं। आज कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का कार्य किया जा रहा है। व्यवस्था परिवर्तन करते-करते कहीं सत्ता परिवर्तन ही न हो जाए परमार ने कहा कि सीएम सुक्खू कहते हैं कि हम व्यवस्था परिवर्तन कर रहे हैं। व्यवस्था परिवर्तन करते-करते कहीं सत्ता परिवर्तन ही न हो जाए। सुक्खू कहते हैं कि हम कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाएंगे, लेकिन कैसे बनाएंगे जब कांगड़ा का दौरा तक वो नहीं कर रहे हैं। कांगड़ा की जनता के साथ आज जो हो रहा है, वो उचित नहीं है। जिस अधिकारी पर विपक्ष में आरोप लगाते थे आज वो इनके हितैषी बने हुए हैं। कांग्रेस सिर्फ सवेदनहीन है, इसके अलावा कांग्रेस सिर्फ पैसा अपने नेताओं को बांट रही है।
ऊना में बिना परमिट और नंबर के चल रहे ऑटो रिक्शा पर कड़ी कार्रवाई करते हुए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने न सिर्फ चालान किए, बल्कि इन ऑटो रिक्शा को इंपाउंड भी किया है। सोमवार को आरटीओ राजेश कौशल ने लोगों की मिल रही शिकायतों के बाद इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने कहा कि ऊना में 100 से ऑटो रिक्शा परमिट के साथ चल रहे हैं। बावजूद इसके के लोग बाहरी राज्यों से पुराने ऑटो लाकर यहां बिना नंबर के और वी सिक्स ऑटो चला रहे हैं, जो कि सवारियों के लिए घातक सिद्ध हो सकते हैं। इसके अलावा ऐसे ऑटो चालकों के खिलाफ लोगों से अभद्र व्यवहार और मनमाना किराया वसूलने की भी शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इस बारे में स्थानीय ऑटो यूनियन ने भी कई बार शिकायतें की हैं, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
सघन मिशन इंद्रधनुष-5 के प्रथम चरण की शुरुआत मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा डॉक्टर सुशील शर्मा द्वारा नगरोटा बगवां के नारदा शारदा मंदिर से की गई। डॉ. सुशील शर्मा ने बताया कि 7 अगस्त से 12 अगस्त तक मिशन इंद्रधनुष के अंतर्गत सभी 0-5 साल तक के बच्चौ को नियमित टीकाकरण मे छूटे हुए बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा ताकि जो भी बच्चे टीकाकरण से वंचित रह गए हैं उन्हें कवर किया जा सके। यह अभियान तीन चरणो में होगा। पहला 7 अगस्त से 12 अगस्त तक, दूसरा 11 सितंबर से 16 सितंबर तक तथा तीसरा 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक होगा। आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया की मिशन इंद्रधनुष के पीछे सरकार का यह उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा बिना टीकाकरण के ना रहे। तथा जो छूट गए हैं उनका भी टीकाकरण सुनिश्चित हो। इस मौके पर खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ रूबी भारद्वाज तथा जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ वंदना तथा सिविल हॉस्पिटल नगरोटा बगवां के अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऑफिस के कर्मचारी उपस्थित रहे।
सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल सिद्धपुर कर्म चंद भारती ने जानकारी दी है कि 33/11 केवी सब-स्टेशन सिद्धपुर में विद्युत उपकरणों के उचित रखरखाव एवं मरम्मत हेतु 9 अगस्त को प्रात: 9:30 से सायं कार्य समाप्त होने तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान सिद्धबाड़ी, योल, योल बाजार, नरवाना, सिद्धपुर, होडल, घुरलू, फतेहपुर, सुक्कड़, बागणी, होटल क्लब मोहिन्द्रा, दाड़नू, चोहला, रक्कड़, दाड़ी, बड़ोल, अप्पर बड़ोल, खनियारा, स्लेट गोदाम, बन्नी बनोरड़ू, मोहली, तपोवन, झियोल, बरवाला, थातरी, खड़ोता, सेराथाना, रमेहर, पतिअलखार, दिक्कतु, सिउंड और साथ लगते क्षेत्रों में दिनांक 9 अगस्त को वद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने या अन्य आक्स्मिक आपदा की स्थिति में यह कार्य अगले दिन किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है।
उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा मोहिंद्र कुमार ने जानकारी दी कि जिले में दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए जबीटी के 9 अनारक्षित पदों को अनुबंध आधार पर बैच वाइज भरा जाना है। उन्होंने बताया कि इसके लिए काउंसलिंग 5 सितंबर को नर्सरी मिडल स्कूल धर्मशाला में निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि काउसंलिंग प्रक्रिया में जिला कांगड़ा व अन्य जिलों के पात्र दिव्यांग अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि चयन प्रक्रिया में जेबीटी भर्ती एवं पदोन्नति नियम 2017 के तहत निर्धारित योग्यता पूर्ण करने वाले अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं।
कहा-प्रदेश में 14997 तथा सोलन जिले में 1266 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने आज क्षेत्रीय अस्पताल सोलन से राज्य स्तरीय सघन मिशन इंद्रधनुष-5 का शुभारंभ किया। डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बना रही है कि शून्य से 5 वर्ष आयुवर्ग के सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं का समय पर टीकाकरण हो। उन्होंने कहा कि सघन मिशन इंद्रधनुष-5 के तहत तीन चरण आयोजित किए जाएंगे। पहला चरण 7 से 12 अगस्त तक आयोजित होगा। मिशन इंद्रधनुष के प्रथम चरण में प्रदेश में शून्य से 2 वर्ष आयुवर्ग के 13903 तथा 2 से 5 वर्ष आयुवर्ग के 1094 बच्चों का विभिन्न बीमारियों के लिए टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सोलन जिले में प्रथम चरण में शून्य से 2 वर्ष आयुवर्ग के 1060 तथा 2 से 5 वर्ष के 206 बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सोलन जिला में प्रथम चरण में 212 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मिशन का दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर तथा तीसरा चरण 9 से 14 अक्तूबर तक आयोजित किया जाएगा। कहा कि सोलन जिला में उच्च प्रवासी दर, दैनिक आधार पर नियमित रूप से आने-जाने वाले लोग तथा सीमांत ज़िला होने के कारण टीकाकरण के लिए लाभार्थियों का सही आकलन किया जाना आवश्यक है। इस दिशा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने योजनाबद्ध तैयारी की है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी ज़िलों को उचित निर्देश जारी किए गए हैं। मिशन इन्द्रधनुष 5.0 के तहत यह सुनिश्चित बनाया जाएगा कि ऐसे सभी क्षेत्रों को कवर किया जाए जहां अभी तक शून्य टीकाकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि अभियान की सफलता के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है तथा घर-घर जाकर सर्वेक्षण के माध्यम से यह चिन्हित किया गया है कि कहां-कहां अभियान के तहत टीकाकरण किया जाना है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार आगामी दिनों में पार्टी के कुछ संगठनात्मक कार्य होने जा रहे हैं। भाजपा 14 अगस्त को विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ. राजीव सैजल, पूर्व मंत्री एवं प्रदेश उपाध्यक्ष और सह संयोजक विशाल चौहान, प्रदेश सचिव नियुक्त किए गए हैं। कार्यक्रम में भाजपा प्रतिवर्ष 14 अगस्त को विभाजन की विभिषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाती आई है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे देशभर में विभाजन विभिषिका स्मृति दिवस मंडल स्तर पर मनाने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर मंडल में भाजपा प्रभात फेरियां, मौन जुलूस व कैंडल मार्च निकाले जाएं। हाथों में पट्टिकाएं लेकर देश के विभाजन के समय करोड़ों लोगों का विस्थापन हुआ, हजारों लोगों का कत्लेआम हुआ और भारत माता के टुकड़े हुए। यह विषय जनता तक पहुंचाने का कार्य पार्टी करने जा रही है। बिंदल ने कहा की देश का विभाजन स्वीकार करना बहुत बड़ी भूल थी। उन्होंने बताया की 9 अगस्त से 15 अगस्त को मेरी माटी मेरा देश मिट्टी को नमन वीरों को वंदन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम की संयोजका पायल वैद्य, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सह-संयोजक नरेंद्र अत्री, प्रदेश सचिव होंगे। मन की बात कार्यक्रम में श्रद्धेय नरेन्द्र मोदी ने मेरी माटी मेरा देश, मिट्टी को नमन, वीरों को वंदन इस विषय को लिया। सरकारी स्तर पर यह कार्यक्रम देशभर में आयोजित होगा और भाजपा इस कार्यक्रम को अपनाते हुए इसे पूर्ण करने के लिए पूरी ताकत लगाएगी। 9 अगस्त से 15 अगस्त, 2023 तक पंचायत स्तर पर नगर पालिका स्तर पर मिट्टी का वंदन, शपथ और सैल्फी अपलोड करेगे, जिससे स्वत: प्रमाण पत्र जनरेट होगा। भाजपा गांव गांव , खंड खंड से कलश में कलश में मिट्टी एकत्र करेगी। सरकार द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ता सभी स्थानों पर शामिल होंगे।
लुधियाना से आए पर्यटक ने पुलिस कंट्रोल रूम में की शिकायत शिमला के मॉल रोड स्थित एक रेस्टोरेंट के पिज्जा में कॉकरोच मिला। लुधियाना से शिमला घूमने पहुंचे पर्यटक सौरभ अरोड़ा ने कॉकरोच मिलने की शिकायत मॉल रोड स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में की। सौरभ ने फूड इंस्पेक्टर को भी फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं सुना। सौरभ अरोड़ा ने कहा कि लोगों के जीवन से इस तरह का खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। ऐसी लापरवाही किसी की भी जान पर भारी पड़ सकती है, क्योंकि शिमला दुनियाभर से पर्यटक घूमने आते हैं। मॉल रोड जैसे पॉश एरिया के रेस्टोरेंट में कॉकरोच निकलना गंभीर मामला है। इससे सवाल न केवल रेस्टोरेंट संचालक, बल्कि फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की कार्यप्रणाली पर भी उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह पीज्जा चम्मच से नहीं खाते तो कॉकरोच सीधे उनके पेट में चला जाता और वह बीमार पड़ जाते। उन्होंने फूड इंस्पेक्टर से रेस्टोरेंट संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हालांकि रेस्टोरेंट के मैनेजर ने अपनी गलती मानी और दूसरा पिज्जा सर्व करने की बात कही।
दिल्ली से पांच दिन बाद शिमला लौटे मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि हिमाचल सरकार की पहली प्राथमिकता सेब को मंडियों तक पहुंचाना है। विधानसभा का मानसून सत्र इसके बाद बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी आपदा है। इससे निपटने के लिए सभी मंत्री फील्ड में है। वहीं, राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने पर कहा कि यह लोकतांत्रिक मूल्य और सच की जीत है। सीएम ने कहा कि सच बार-बार झूठ का सामना करता है और झूठ बार-बार सच से टकराता है। अंत में जीत सच की होती है। राहुल के मामले में भी यह हुआ। उन्होंने कहा कि वह कल खुद रोहड़ू, चौपाल, ननखड़ी, नारकंडा जा रहे हैं और आपदा से हुई तबाही को खुद देखेंगे। इस दौरान अधिकारियों को बाढ़ प्रभावितों की हर संभव सहायता करने और सेब को मंडियों तक पहुंचाने के लिए सड़कों को बहाल करने के निर्देश दिए जाएंगे।
मांगों को लेकर डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर को सौंपा मांग पत्र एसएफआई की प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला इकाई ने आज विश्वविद्यालय में खाने की गुणवत्ता की नियमित जांच करवाने, विश्वविद्यालय परिसर में सभी दुकानों में रेट लिस्ट लगाने तथा विश्वविद्यालय में इनडोर गेम्स की व्यवस्था करने आदि मांगों को लेकर डीन ऑफ स्टूडेंट वेलफेयर को मांग पत्र सौंपा। इकाई अध्यक्ष हरीश ने इस पर बात रखते हुए कहा कि एसएफआई पहले भी यह मांग उठा चुकी है कि विश्वविद्यालय परिसर में दुकानों में बन रहे खाने की गुणवत्ता बहुत खराब है। छात्रों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए प्रशासन छात्रों की सेहत के साथ किसी भी प्रकार का समझौता न करते हुए जल्द से जल्द विश्वविद्यालय परिसर में सभी दुकानों का निरीक्षण करें। हरीश ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में प्रत्येक वस्तु सब्सिडाइज रेट पर मिलती है परंतु पिछले लंबे समय से विश्वविद्यालय परिसर की दुकानों में रेट लिस्ट ना लगने के कारण दुकानदार छात्रों से मनमाने रेट वसूल कर रहे हैं। इसलिए प्रशासन जल्द से जल्द सभी दुकानों पर रेट लिस्ट लगवाए। एसएफआई विश्वविद्यालय इकाई सचिव सुरजीत ने कहा कि विश्वविद्यालय में पिछले लंबे समय से किसी भी प्रकार की खेल गतिविधियां नहीं करवाई गई है और हमारा यह स्पष्ट मानना है कि छात्रों को खेलकूद गतिविधियों से दूर रख कर प्रशासन विश्वविद्यालय में नशे को बढ़ावा देने के काम कर रहा है। इसलिए प्रशासन जल्द से जल्द आउटडोर खेलों का आयोजन करें तथा इनडोर खेलों की व्यवस्था भी विश्वविद्यालय परिसर में की जाए। एसएफआई ने मांग की कि विश्वविद्यालय परिसर में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया जाए तथा सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही एसएफआई ने विश्विद्यालय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ये मांगें जल्द पूरी नहीं की गई तो एसएफआई आने वाले समय में छात्रों को लामबंद करते हुए विश्विद्यालय प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी, जिसका जिम्मेवार विश्वविद्यालय प्रशासन तथा प्रदेश सरकार होगी।
जिला चंबा के विकास खंड भरमौर की ग्राम पंचायत पुलन ने बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों के सम्मान में मां भवानी युवक मंडल सिरड़ी द्वारा 'मेरी माटी मेरा देश' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत मां भवानी युवक मंडल सिरडी के सदस्यों ने प्रधान अनिता कपूर के साथ गांव सिरडी (कंडेलू) में पौधरोपण किया। इस मौके उन्होंने प्राकृतिक जल स्त्रोतों की भी साफ सफाई की। इस उपलक्ष्य पर नेहरू युवा केंद्र चंबा के विकास खंड भरमौर की स्वयंसेवी उर्मिला कुमारी ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत प्रदेशभर में सामाजिक सरोकार से जुड़े अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम को उत्सव की तरह मनाए। उर्मिला कुमारी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों और वीरों का सम्मान करना है, जिन्होंने देश के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। इसके तहत वीर सेनानियों की याद में देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही प्रत्येक ग्राम पंचायतों में वीर सेनानियों की याद में एक स्मारक का निर्माण होगा, जिसे 'शिलाफलकम्' नाम दिया जाएगा। इस पर उस क्षेत्र के सभी सेनानियों के नाम दर्ज किए जाएंगे। इस अवसर पर ग्राम पंचायत पुलन की प्रधान अनिता कपूर, युवक मंडल प्रधान संजीव कपूर, समाजसेवी अग्रेज कपूर, वन रक्षक सिरडी संजय कुमार, उप प्रधान सुनील दत्त वार्ड मेंबर व विभाग के कामगारों ने भी पौधरोपण अभियान में भाग लिया।
मुख्य संसदीय सचिव (लोक निर्माण, स्वास्थ्य तथा सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग) संजय अवस्थी 8 अगस्त को सोलन जिला के अर्की विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर आ रहे हैं। अवस्थी प्रात: 10.30 बजे अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत सरयांज में आयोजित वन महोत्सव में भाग लेंगे। मुख्य संसदीय सचिव तदापेरांत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सरयांज के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
मिक्स में कांगड़ा के हरजीव सिंह व सिमरन ने जीता खिताब पुरुष युगल में शिमला के पार्थिव एवं समकक्ष बने विजेता महिला युगल में हमीरपुर की रितिका एवं कांगड़ा की रूबी विनर धर्मशाला इंडोर स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय सीनियर वर्ग की बैडमिंटन प्रतियोगिता का समापन हो गया। इस प्रतियोगिता का समापन सेवानिवृत्त सेशन जज राजन दीवान ने किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि पूर्व में रहे अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश बोर्ड ऑफ स्कूल शिक्षा कर्मचारी संघ बलबीर चंदेल एवं मैनेजिंग डायरेक्टर इवर्ल्स एडुइनफोटेक एंटरप्राइजेज सुशील गुलेरिया रहे। इस मौके पर जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष सुनील मनोचा ने मुख्य अतिथि को शॉल, टोपी एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि ने विजेता एवं उप विजेताओं को ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया। पुरुष एकल मुकाबले के फाइनल मैच में हमीरपुर के शिवांश शर्मा ने ऊना के करण चौधरी को 2-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया। वहीं, महिला वर्ग के एकल मुकाबले में जिला कांगड़ा की रूबी ने जिला कांगड़ा की भारती शर्मा को हराकर खिताब अपने नाम किया। मिक्स मुकाबलों में कांगड़ा जिले के हरजीव सिंह एवं सिमरन की जोड़ी ने ऊना के रजत कंक एवं कांगड़ा की ज्योतिषका की जोड़ी को हराकर खिताब अपने नाम किया। सीनियर वर्ग के डबल्स मुकाबले में शिमला के पार्थिव एवं समकक्ष धोता ने ऊना के करण चौधरी एवं सोलन के तरुण को हराकर खिताब अपने नाम किया। महिलाओं की युगल मुकाबले में हमीरपुर की रितिका एवं कांगड़ा की रूबी ने कांगड़ा की भारतीय शर्मा एवं सिमरन कपूर को हराकर 2023 का खिताब अपने नाम किया। संघ के महासचिव विलास हंस ने बताया कि इस प्रतियोगिता में जो विजेता एवं उपविजेता रहे हैं वह आगे चलकर राष्ट्रीय स्तर प्रतियोगिता जोकि गुवाहाटी में आयोजित होंगी उसमें हिमाचल प्रदेश का नेतृत्व करेंगे। इस मौके पर विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के महासचिव रमेश ठाकुर, पदाधिकारी चंद्रशेखर तुर्की, अशोक ठाकुर, विजय ठाकुर, डॉ ज्ञान ठाकुर, डॉ सुरेंद्र शर्मा, बलवीर पटियाल एवं इस चैंपियनशिप के रेफरी विश्वनाथ मनकोटिया, मैच कंट्रोलर पंकज शर्मा जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ से सर्व चंद धीमान, गौरव चड्ढा, विशाल मिश्रा, पवन चौधरी, विक्रम चौधरी ,सुमन शर्मा, दिनेश महाजन, विकास सूद, संदीप ढींगरा उपस्थिति रहे। इसके अतिरिक्त जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ द्वारा सितंबर महीने में अंडर -11 एवं अंडर-13 जिला स्तरीय बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए पंजीकरण 15 अगस्त से शुरू कर दिया जाएगा।
पुलिस चौकी रे टीम ने सोमवार सुबह समय करीब पांच बजे एक ट्रैक्टर, जिसमें रेत लोड था, उसे रोका गया। पुलिस को देखकर चालक चोर रास्ते से पंजाब भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया। पूछताछ में चालक से माइनिंग से संबंधी दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया तो वह नहीं दिखा पाया। कार्रवाई करते हुए चौकी प्रभारी भजन जरियाल द्वारा उसे पांच हजार रूपये दंड के रूप मे वसूले गए। उन्होंने ट्रैक्टर चालक को चेतावनी देते हुए कहा कि क्षेत्र में अवैैध खनन को अंजाम न दें। अगर भविष्य में ऐसा कार्य करते पाए गए तो पुलिस विभाग कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाएगा।
डीसी ने कहा- जिला की 506 पंचायतों ने 4194 कार्यों के लिए भेजी थी सूची कांगड़ा जिले में आपदा प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत 45 सूचीबद्व पुनरुद्धार कार्यों के लिए 57 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि मानसून सीजन में भारी बारिश के कारण आपदा आने पर सरकार ने पंचायतों-गांवों में अधिक से अधिक पुनरुद्धार कार्य मनरेगा के तहत करने के निर्देश दिए गए थे ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे को पुन: विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला की 15 विकास खंडों की 506 पंचायतों से आपदा से प्रभावित 4194 कार्यों की सूची भेजी गई थी जिसे स्वीकृति प्रदान की गई है। ग्रामीण स्तर पर पुनरूद्वार कार्यों के लिए तत्परता से करें कार्य उन्होंने कहा कि आपदा से जुड़े मनरेगा कार्यों के लिए ग्राम सभा के प्रस्ताव की आवश्यकता नहीं है। इसके लिए खंड विकास अधिकारी कार्यालय में सीधे आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में राहत तथा पुनर्वास के लिए तत्परता के साथ कार्य किया जा रहा है तथा सभी विकास खंड अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ग्रामीण स्तर पर पुनरूद्वार कार्यों के लिए पंचायत स्तर पर सभी को जागरूक करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभांवित किया जा सके।उन्होंने कहा कि डीआरडीए के परियोजना अधिकारी को निर्देश दिए कि वे हर 15 दिन में मनरेगा में पुनरुद्धार कार्यों को लेकर समीक्षा करें। मनरेगा मस्टरोल, सामान खरीद जैसी व्यवहारिक समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करें। पीडब्ल्यूडी, कृषि, जलशक्ति, विद्युत विभाग में 287 करोड़ का नुकसान कांगड़ा जिला में भारी बारिश से लोक निर्माण विभाग को 83 करोड़ जिसमें 397 मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। जलशक्ति विभाग को 146 करोड़ इसमें 571 पेयजल योजनाएं बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं। विद्युत विभाग को 16 करोड़ तथा कृषि विभाग को 34 करोड़ का नुक्सान हुआ है। कृषि विभाग के तहत इंदौरा तथा फतेहपुर में किसानों को सबसे ज्यादा नुक्सान हुआ है, शिक्षा विभाग को आठ करोड़ के करीब नुक्सान का आकलन किया गया है। ग्रामीण स्तर पर तैयार किए जाएंगे आपदा मित्र डीसी ने कहा कि आपदा से बचाव के लिए ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन कमेटियां गठित की जा रही हैं तथा इस दिशा में महिला मंडलों, पंचायत प्रतिनिधियों, युवक मंडलों को आपदा मित्र के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि आपदा के समय राहत तथा पुनर्वास के कार्यों को त्वरित प्रभाव से आरंभ किया जा सके और नुक्सान को भी कम करने में मदद मिल सके।
परवाणू-सोलन फोरलेन निर्माण पर उठ रहे सवाल ना आसमान से आफत बरसने का दौर थम रहा है और न ही पहाड़ों के दरकने का। हिमाचल के पहाड़ लगातार टूट रहे है और प्रदेश के लोगों का जीवन व्यापन उतना ही कठिन हो गया है जितना शायद प्रकृति के लिए विकास के नाम पर हो रहे बेतरतीब निर्माण को सहना हुआ हो । सड़कों पर सफर करना तो खतरों से खाली है ही नहीं मगर कई क्षेत्रों में तो अपने घर में चैन की नींद से सो पाना भी नागवार हो गया है। हिमाचल में बने फोरलेन कि तस्वीरें कुछ इस तरह सामने आ रही है कि रूह कांप उठे। कालका-शिमला एनएच-5 की स्थिति भी कुछ यूँ ही बनी हुई है। पहाड़ दरक रहे है और सड़के धंस रही है। ये बेतरतीब निर्माण अभी कितने और ज़ख्म देगा, मालूम नहीं, मगर सवालों का अम्बार ज़रूर लग गया है। हिमाचल की सड़कों को हिमाचल की जीवन धारा माना जाता है। कठिन भौगौलिक परिस्थितियों वाले इस प्रदेश के दूर दराज़ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ये सड़कें ही मुख्य धारा से जोड़ती है। मगर क्या इन सड़कों का निर्माण सही ढंग से हो रहा है ? क्या प्रदेश की जीवन धारा को बनाने वाले अपनी ज़िम्मेदारी सही तरीके से निभा रहे है ? क्या इस विनाश के लिए सिर्फ प्रकृति ज़िम्मेदार है या कारण और भी है ? कालका-शिमला एनएच-5 का इस कदर बह जाना क्या दर्शाता है ? क्या निरीक्षण में कोई कमी रह गई या फिर सड़क की गुणवत्ता ही खराब थी ? सवाल जहाँ सड़क निर्माण कि कंपनी को लेकर उठ रहे है तो कई आरोप अधिकारियों पर भी दागे जा रहे है, लेकिन इस वक्त सबसे अहम् सवाल ये है कि क्या अब एनएचएआई द्वारा सड़क निर्माण कंपनी पर कोई एक्शन लिया जाएगा या फिर सेटलमेंट कर दी जाएगी ....... आपको बता दें कि कालका-शिमला नेशनल हाईवे 5 के निर्माण में 748 करोड़ रुपये खर्च किये गए है। जबसे इस फोरलेन का निर्माण किया गया है तब से ये फोरलेन चर्चा में बना हुआ है। शुरू से शुरुआत करते है। परवाणू से सोलन तक फोरलेन का निर्माण कार्य नवंबर 2015 के आस पास शुरू किया गया था। फिर फोरलेन निर्माण के लिए एनएचएआई द्वारा इसका टेंडर ग्रिल कंपनी को दिया जाता है। कंपनी द्वारा फोरलेन बनाने के लिए पहाड़ियों को काटना शुरू किया जाता है और ज़्यादातर जगहों पर 90 डिग्री में पहाड़ों को काट दिया जाता है। अब मौसम चाहे कोई भी हो ये पहाड़ सड़को पर उतर आते है। सड़को के साथ लगे डंगे भी इन पहाड़ो को रोकने में सक्षम नहीं है। अधिकांश क्षेत्रों में रिटेनिंग वाल भी 7 8 फ़ीट की ही है। ऐसे में पहाडोनो का दरकना तो जायज़ है। फोरलेन के साथ बने भवन भी खतरे की जद्द में हैं। हाइवे के निर्माण के समय यहाँ कल्वर्ट ठीक से नहीं डाले गए जिस कारण अब पानी लोगो के घरो तक पहुंच रहा है। इसे फोरलेन निर्माण कंपनी कि लापरवाही ही कहेंगे जिसका खामियाज़ा अब इन लोगो को भुगतना पड़ रहा है। परवाणू से सोलन हाइवे की तस्वीरें देखने के बाद अब हाईवे के दूसरे चरण के फोरलेन निर्माण को लेकर भी सवाल उठने लगे है। अब सोलन से कैथलीघाट तक भी इसी तरह का दृश्य देखने को मिल रहा है। परवाणू से सोलन तक का ये सफर अब लोगों के लिए आफत बन गया है। निसंदेह इस प्राकृतिक आपदा से जन जीवन अस्त व्यस्त हो चूका है, लेकिन भारी बरसात से हुई तबाही ने इस वक्त कई निर्माण कंपनियों को सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया है। इस बरसात में भारी भूस्खलन से सड़को को तो नुकसान पहुंचा ही है लेकिन कई लोगो के आशियाने भी टूट कर बिखर चुके है। कई लोग इस आपदा में जान गवां चुके है। बरसात की इस तबाही के बाद अब हिमाचल में हो रहे बेतरतीब निर्माण को लेकर हाईकोर्ट भी सख्त चूका है। एनएचआई द्वारा अवैज्ञानिक तरीके से सुरंगें और फोरलेन बनाने पर हाईकोर्ट ने अटॉर्नी जनरल को नोटिस जारी किया है। खासकर चंडीगढ़ से शिमला और चंडीगढ़-मनाली हाईवे को हुए नुकसान पर अदालत ने अटॉर्नी जनरल से जवाब मांगा है। अब इसमें गलती चाहे निर्माण कंपनी की हो या फिर किसी और कि लेकिन इस गलती के कारण कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। पहले भी ढह गया था सड़क का एक हिस्सा ये पहली दफा नहीं है कि चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर सड़क धसने का मामला सामने आया हो। इससे पहले भी इस मार्ग पर जगह-जगह लैंडस्लाइड होते रहे है। नेशनल हाईवे पर जब प्रथम चरण में परवाणू-सोलन फोरलेन का कार्य लगभग पूरा होने वाला था उस वक़्त भी बारिश के बाद सड़क के लगातार धंसने के मामले सामने आ रहे थे। तारीख थी 11अगस्त 2022 जब फोरलेन टनल को जोड़ने वाला कालका-शिमला नेशनल हाईवे-5 का एक हिस्सा अचानक से भरभरा कर ढह गया था। इस लैंडस्लाइड की चपेट में दो गाड़ियां भी आ गईं थी । तब गनीमत ये रही थी कि इन गाड़ियों में कोई नहीं था। इस हादसे के बाद टनल वाले मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया था। इससे पहले भी कई बार यहां पर सड़क में दरारें आ चुकी हैं। इस सड़क पर सफर करना अब जोखिम भरा हो गया है। हाईवे की रेनोवेशन तक नहीं लिया जायेगा टोल टैक्स भारी बारिश की वजह से कालका शिमला फोरलेन को काफी नुकसान पहुंचा है। इस फोरलेन की एक लेन पूरी तरह से बंद है। कालका से शिमला तक एक लेन पर जगह जगह लैंडस्लाइड हुए हैं। ऐसे में जब सड़क जोखिमपूर्ण है और बमुश्किल एक लेन चालू है तो यात्रियों से टोल टैक्स लेने का मुद्दा बेहद चर्चा में था। परवाणू - सोलन हाइवे पर सनवारा टोल प्लाजा को लेकर लोगो में भारी रोष नज़र आ रहा था। इस हाईवे पर परवाणू के पास करीब 200 मीटर सड़क नक्शे से ही गायब हो गई है। ऐसे में अब डीसी सोलन ने हाईवे पर मौजूद टोल को बंद करने के आदेश जारी कर दिए है। हाईवे बंद होने के बाद भी संपर्क मार्गों से आवाजाही कर रहे वाहन चालकों से टोल लिया जा रहा था और इस पर लगातार टोल प्लाजा पर बहसबाजी देखने को मिल रही थी। इसी पर सोलन डीसी ने अब टोल वसूली पर रोक लगा दी है। डीसी सोलन का कहना है कि कालका शिमला हाईवे बंद पड़ा है और ऐसे में सनावरा टोल प्लाजा पर टोल देने का लोग विरोध कर रहे हैं। यहां पर विरोध के चलते लॉ एंड ऑर्डर की दिक्कत हो सकती है और इसी वजह से टोल बंद करने के आदेश दिए गए हैं। जब तक हाईवे की रेनोवेशन नहीं हो जाती, तब तक टोल बंद रहेगा।
लिल्ह-प्रीणा संपर्क मार्ग पर रविवार को करीब 9 बजे बोलेरो कैंपर दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार दो व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई है। बताया जा रहा है गाड़ी में 5 लोग सवार थे। जानकारी के अनुसार बोलेरो कैंपर दुर्घटना होने से ग्राम पंचायत प्रीणा के प्रधान अजय कुमार की भी मौके पर मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार रात के करीब 9 बजे यह गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई है। गहरी खाई में गाड़ी के गिर जाने के कारण अभी तक दो व्यक्तियों के शव बरामद हो पाया है, जिसमें एक शव प्रधान ग्राम पंचायत प्रीणा अजीत कुमार का बताया जा रहा है। पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है। स्थानीय लोगों व पुलिस की मदद से गाड़ी में सवार दूसरे लोगों को भी ढूंढा जा रहा है। बहरहाल गाड़ी में 5 लोग सवार बताए जा रहे हैं।
ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ते दवकेड़, डाकघर मझीन त. खुंडिया में शकुंतला देवी पत्नी स्व. रिखी राम अपनी पुरानी पशुशाला में मवेशियों को घास डालने के लिए पशुशाला के अंदर गई थीं। उनके साथ उनकी बहुएं राधा रानी पत्नी सोनी कुमार व भागो देवी पत्नी विपन कुमार भी मौजूद थीं। पुरानी पशुशाला के एकदम गिरने से तीनों महिलाएं पशुशाला की चपेट में आ गईं, जिसमें भागो देवी की दबकर मौके पर मौत हो गई, जबकि अन्य दोनों घायल महिलाओं को ईलाज हेतु सिविल अस्पताल ज्वालामुखी भेजा गया है। जब इसकी सूचना स्थानीय नेता अतुल कौशल को मिली तो वह भी तुरंत ज्वालामुखी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों का कुशलक्षेम जाना, वहीं हर संभव सहायता की बात भी कही। बरहाल अतुल कौशल ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।
हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा मिलने के बाद हाटी समुदाय द्वारा इस संघर्ष के अविस्मरणीय सहयोग देने के लिए जयराम ठाकुर का आभार समारोह शिमला के पीटरहॉफ में आयोजित किया गया। इस समारोह में हाटी समुदाय के लोगों द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत अभिनंदन किया गया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अपने भांजे भांजियों द्वारा इस तरह का सम्मान पाकर अभिभूत हूं। कई पीढ़ियों की लंबे संघर्ष के बाद यह दिन आया है। यह आंदोलन जब शुरू हुआ तो मेरी उम्र दो साल की थी। इस संघर्ष को जिस तरह धैर्य और लोकतांत्रिक तरीक़े से चलाया गया उसके लिए सभी लोग बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक था, इसका लाभ हमारे हाटी भांजे-भांजियों को मिलेगा। इस उपलब्धि के लिए मैं अपने सभी हाटी भांजे-भांजियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। इस मौक़े पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि जयराम ठाकुर के प्रयासों और केंद्रीय नेतृत्व की वजह से यह दिन आया है। जयराम ठाकुर सिरमौर के मामा हैं। इस बार भांजे पूरा सहयोग देकर सिरमौर में रिकॉर्ड बनायेंगे।
ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पड़ते मझीन दवकेड़, डाकघर मझीन, तहसील खुंडिया में शकुंतला देवी पत्नी स्व. रिखी राम अपनी पुरानी पशुशाला में मवेशियों को घास डालने के लिए पशुशाला के अंदर गई व उनके साथ उनकी बहुएं राधा रानी पत्नी सोनी कुमार व भागो देवी पत्नी विपन कुमार भी उनके साथ मौजूद थीं, जो पुरानी पशुशाला के एकदम से गिरने से तीनों महिलाएं पशुशाला की चपेट में आ गईं, जिसमें भागो देवी की पशुशाला में दबकर मौके पर मौत हो गई, जबकि अन्य दोनों घायल महिलाओं को आगामी इलाज हेतु सिविल अस्पताल ज्वालामुखी भेजा गया है। उधर, चौकी प्रभारी मझीन पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे। वहीं, जानकारी मिलते ही मौके पर ज्वालामुखी विस हलके के विधायक संजय रत्न सहित प्रशासन भी घटनास्थल पर पहुंचे। विधायक के निर्देश पर तहसीलदार मनोहर लाल शर्मा ने मृतका भागो देवी के परिवार को 20 हजार, घायल शकुंतला देवी व राधा रानी को 10 -10 हजार रुपये फौरी राहत के रूप में दिए हैं।
उपमंडल देहरा के अंतर्गत गोपीपुर में एक महिला पैर फिसलने की वजह से गिर गई, जिस कारण उसकी मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस के अनुसार महिला के गिरने से उसके कान के ऊपर गहरी चोट आई थी। मृतका की पहचान मधु बाला (57) पत्नी महिंदर सिंह के रूप में हुई है। महिला अपने पति और भांजा के साथ अपनी बहन के घर जाने के लिए तैयार थी कि इसी बीच उसका पैर फिसल गया और वह नीचे गिर गई। परिजन उसे इलाज हेतु देहरा सिविल अस्पताल ले गए। नाजुक हालत देखते हुए टांडा अस्पताल रेफर कर दिया, जहां बीच रास्ते में उसकी मौत हो गई है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने कहा कि पुलिस ने 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई अमल में लाई है। महिला का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने नंगल में निर्माणाधीन फ्लाईओवर की धीमी गति पर सख्त रवैया अपनाया है। इस पुल का निर्माण पूरा न होने से हिमाचल व पंजाब के लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसे में अब हिमाचल के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री खुद दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से मिलकर इस पुल को तय समय में पूरा करवाने का आग्रह करेंगे। मुकेश अग्निहोत्री ने गत दिनों नंगल में फ्लाईओवर पुल का दौरा किया था और धीमी गति से निर्माण कार्य पर नाराजगी जाहिर की थी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह पुल पंजाब व हिमाचल को नई सुविधा से जोड़ने वाला है। इस पुल के बनने से ट्रैफिक सुविधा बढ़ेगी लेकिन फिलहाल यह पुल पंचवर्षीय योजना बन गया है, लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है, ऐसे में जो पुल 2020 में पूरा होना था, वह पुल 2023 में भी अभी अधूरा है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि नंगल व ऊना आपस में जुड़े हुए हैं। इस पुल के ना बनने से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नंगल में तो घंटों जाम लगता है, लोगों को मुश्किल होती है, पीजीआई जाने में दिक्कत होती है। वहीं नंगल की सड़कें खस्ताहाल हो गई हैं। महत्व के नंगल डैम की सड़क पर भी तारकोल नहीं बिछाई जा रही। ऐसा लगता है कि नंगल में राजनीतिक नेतृत्व भी नहीं है।
ज्वालामुखी उपमंडल के अंतर्गत खुंडिया ब्लॉक मे मिड-डे मील वर्कर की बैठक हुई, जिसमें लगभग 150 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस दौरान नई कार्यकारणी का गठन किया गया, जिसमें प्रधान वचन सिंह, उपप्रधान वीना देवी, सचिव उर्मिला देवी,कोषाध्यक्ष कृतिका देवी, सलाहकार स्वर्ण देवी, देश राज, सदस्य मंजू देवी, व्यासा देवी, जोगिंदर देवी, जमुना देवी, शशि पाल, आदि, बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि सभी सदस्य मिलकर सरकार के समक्ष मांग रखेंगे कि वेतन में वृद्धि की जाए और उनका वेतन हर महीने दिया जाए। साथ में ही सरकार से मांग की गई उनको स्थाई नियुक्ति की पॉलिसी बनाई जाए।
प्राचीन एवं ऐतिहासिक शिवमंदिर काठगढ़, इंदौरा मेंश्रावण मास महोत्सव धार्मिक अनुष्ठानों की धारा परबाह में आज मंदिर सुधार सभा द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया। इसमें प्रथम दिन में कथावाचक महेश कृष्ण ठाकुर वृन्दावन बाले द्वारा सूंदर प्रवचनों द्वारा कथा का व्याख्यान किया गया कि तुंगभंगा नदी के किनारे के एक गांव था। वहां पर आत्म देव नाम का एक ब्राह्मण और उसकी पत्नी धुंधली रहती थी आत्म देव तो सज्जन था, लेकिन उसकी पत्नी दुष्ट प्रवृति की थी। आत्म देव बहुत उदास रहता था क्योंकि उसको कोई संतान नहीं हो रहा था। रविवार को पहला दिन कथा का शुभारंभ आयोजन से जुड़े सभा के प्रधान ओम प्रकाश कटोच, कार्यालय सचिव जोगिंदर पाल भारद्वाज, सचिव गणेश दत्त, प्रेस सचिव सुरिंदर शर्मा, सलाहकार कृष्ण मन्हास, संगठन सचिव प्रेम सिंह, रघुनाथ सिंह, नवीन उप्पल जी ने भगवान की पूजा कर किया। इसके बाद वृंदावन धाम से आए परम पूज्य महेश कृष्ण ठाकुर जी महाराज ने श्रद्धालुओं को भागवत कथा सुनाते हुए भक्ति रस से सराबोर भजनों की प्रस्तुतियां दी। व कथा में परम पूज्य महेश कृष्ण ठाकुर जी महाराज ने ईश्वर के प्रति नास्ता रखने वाले धुंधकारी की कथा के प्रसंग सुनाए। कथा वाचक ने भगवान गोकरण जी के जन्म की कथा सुनाते हुए उनकी ईश्वर के प्रति अटूट भाव का भी वर्णन किया। इसके साथ उन्होंने कहा की महादेव महाकाल के भक्त कभी भी आकाल मृत्यु को प्राप्त नही होता। और श्रीमद्भागवत कथा का प्रसंग करवाने व सुनने से पितरों का कल्याण होता है। कथावाचक आचार्य द्वारा कथा के दौरान संगीतमय प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं को भक्ति रस का पान करवाया। इस अवसर पर उपस्थित श्रोताओं ने भजनों की प्रस्तुतियों के साथ ही जमकर ठुमके भी लगाए।आरती एवं प्रसाद वितरण के साथ रविवार की कथा को विराम दिया गया।