एचपीटीडीसी (हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम) पहली बार अपने होटलों में कमरों की बुकिंग का काम निजी कंपनी मेक माय ट्रिप को सौंपने जा रहा है। मेक माय ट्रिप कंपनी पर्यटन निगम को अग्रिम 2 करोड़ रुपये देकर कमरों की बुकिंग करेगी। निजी होटल समूहों के साथ स्पर्धा के लिए निगम ने यह फैसला लिया है। निगम अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पर्यटन निगम के चेयरमैन आरएस बाली ने यह जानकारी दी।बाली ने कहा कि निगम ने अगले 6 माह में निगम का टर्नओवर 300 करोड़ पहुंचाने का निर्णय लिया है। करीब 16 करोड़ की लागत से शिमला के होटल हॉलिडे होम, पीटरहॉफ और हमीरपुर के होटल हमीर का जीर्णोद्धार होगा। निगम ने बीते साल के मुकाबले इस साल अब तक करीब 2.67 करोड़ अधिक राजस्व अर्जित कर दिया है। तकनीकी तौर पर दक्ष स्पेशल कुक और प्रबंधकों की भर्ती शुरू करने को लेकर प्रदेश सरकार से मंजूरी मिल गई है। बैठक में स्लाफ के युक्तिकरण का भी फैसला लिया गया है। जहां कमी है, वहां कर्मचारियों को स्थानांतरित किया जाएगा। निगम की आय बढ़ाने के लिए कमरों की ऑनलाइन बुकिंग करने वाली अन्य कंपनियों से भी बात की जाएगी। निगम के महाप्रबंधक अनिल तनेजा को इस काम के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। निजी कंपनियों को निगम के होटलों का ऑनलाइन वेबसाइट पर प्रचार भी करना होगा और चैनल मैनेजर सहित दो कर्मी भी उपलब्ध करवाने होंगे। बाली ने बताया कि पेंशनरों के देय लाभ जारी करने को लेकर न्यायालय के फैसले के बाद निगम ने 1.89 करोड़ की देनदारियां अब तक निपटा दी हैं। बाली ने कहा कि वाइल्ड फ्लावर हॉल पर सरकार उचित फैसला लेगी, फिलहाल पर्यटन निगम का इस संपत्ति पर कोई स्वामित्व नहीं है। निगम कर्मचारी महासंघ की ओर से चेयरमैन को भेजे गए पत्र के बाद मामला खत्म करने की भी बात कही। निगम की संपत्तियों के आय-व्यय का साप्ताहिक रिव्यू चेयरमैन करेंगे और जरूरी दिशा-निर्देश भी देंगे। बाली ने बताया कि स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट स्कीम के तहत हिमाचल की अनदेखी के सवाल पर बाली ने कहा कि केंद्र ने पहले ही हिमाचल के लिए 2500 करोड़ का प्रोजेक्ट स्वीकृत कर दिया है। काजा और छितकुल के लिए 36 करोड़ का चैलेंजिंग डेस्टिनेशन प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से फिर मुलाकत करेंगे और हिमाचल के लिए नए प्रोजेक्ट मांगेंगे।
**आखिर कैसे होगी हजारों क्विंटल धान की अनाज मंडी फतेहपुर में सुरक्षा.. ** सरकार लोगों के घरों में कर रही अनाज का भंडारण हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े जिले कांगड़ा की फतेहपुर अनाज मंडी में अब तक 65 हजार क्विंटल सरकारी धान खरीदा जा चुका है। लेकिन समस्या यह है कि लगभग 40 हजार क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है, और मौसम बदलने के कारण इसे बारिश से बचाने की चिंता बढ़ गई है। मंडी में अनाज को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त गोदाम नहीं हैं। सरकार ने कुछ लोगों के घर किराए पर लेकर अनाज भंडारण की कोशिश की है, लेकिन इसके बावजूद भी बड़ी मात्रा में धान मंडी के मैदान में पड़ा हुआ है। बारिश से बचाने के लिए केवल छोटे-छोटे तिरपाल की व्यवस्था की गई है, जो पर्याप्त नहीं है। इस संबंध में अनाज मंडी के इंचार्ज सुनील कुमार का कहना है कि गोदामों की कमी के कारण अनाज को मैदान में रखना पड़ा है। उन्होंने उच्च अधिकारियों को इस स्थिति की जानकारी दी है और मांग की है कि जल्द से जल्द अनाज को उठाकर सुरक्षित स्थान पर भंडारित किया जाए।
**ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में कांस्य पदक जीतकर दिया अपनी क्षमता का परिचय हिमाचल के होनहार फेंसिंग खिलाड़ी विशावजीत ने खेल जगत में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। पंजाब यूनिवर्सिटी के एसजीजीएस खालसा कॉलेज, महालपुर के छात्र विशावजीत ने जम्मू में 6 से 10 नवंबर तक आयोजित ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में कांस्य पदक जीतकर अपनी क्षमता का परिचय दिया। इसके अलावा, 10 नवंबर को ऊना में आयोजित हिमाचल राज्य फेंसिंग टूर्नामेंट में उन्होंने सिरमौर का प्रतिनिधित्व करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। इन शानदार उपलब्धियों के आधार पर उन्हें खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स और केरल में होने वाली सीनियर नेशनल फेंसिंग चैंपियनशिप के लिए चुना गया है, जो उनके करियर में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पिछले तीन वर्षों से लगातार ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में पदक जीतने वाले विशावजीत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और स्पॉन्सर STEELBIRD को दिया। उन्होंने कहा, "मैं अपने राज्य और विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करने के लिए बेहद उत्साहित हूं। यह मेरे परिवार, कॉलेज और समर्थकों का सहयोग है, जिसने मुझे इस मुकाम तक पहुँचाया है। उनकी मेहनत और लगातार अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें युवाओं के लिए प्रेरणा बना दिया है। अब सबकी नजरें उनके आगामी प्रदर्शन पर टिकी हैं।
** नेर चौक अस्पताल में एक एमआरआई मशीन नहीं लगा पाए जयरामः मुख्यमंत्री ** मुख्यमंत्री ने कहा, मेरा उद्देश्य आम आदमी की सेवा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बीते कल मंडी जिला की सिराज विधानसभा क्षेत्र के बाखली में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार 11 दिसंबर को सात गारंटियां पूरी करने जा रही है। प्रदेश सरकार आने वाले समय में और योजनाएं ला रही है। उन्होंने कहा कि मेरा मकसद आम आदमी की सेवा करना है और मेरे मंत्रिमंडल के सभी सदस्य इस दिशा में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं ताकि आम जनता को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा ‘‘जब पुलिस भर्ती के पेपर लीक हुए और अधीनस्थ चयन आयोग हमीरपुर में पेपर नीलाम हो रहे थे, तब जयराम ठाकुर कहाँ थे। मैं अपनी आंखों के सामने युवाओं के भविष्य के साथ धोखा होते हुए नहीं देख सकता, इसलिए हमने अधीनस्थ चयन आयोग को भंग कर दिया। उन्होंने कहा कि पहले सरकार बदलने के साथ ही पुराने काम रोक दिए जाते थे। लेकिन हमने भाजपा के इस रिवाज को बंद किया और 28 करोड़ रुपए बगलामुखी रोपवे के लिए प्राथमिकता पर आवंटित किए। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में सिराज में बड़े भवन बने लेकिन उनमें स्टाफ तक नियुक्त नहीं हुआ। भवन लोगों के काम आए तभी उसका फायदा है। सुक्खू ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार विधानसभा चुनावों से ठीक पहले 900 संस्थान खोल दिए, लेकिन बिना स्टाफ तथा समुचित बजट के संस्थान खोलना जनता के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि हमने फैसला किया कि जब तक अध्यापक भर्ती नहीं होते, जब तक डॉक्टर भर्ती नहीं होते, तब तक नए संस्थान नहीं खोले जाएगें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जयराम ठाकुर ने प्रदेश का खजाना खाली कर दिया। जब वह सत्ता से बाहर हुए तब एक महीने सरकार चलाने के लिए भी पैसा नहीं था। इसलिए हमने नीतिगत बदलाव किए और दो साल में आम आदमी को ध्यान में रखकर फैसले लिए गए जिनके लाभ मिलना शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की। उन्होंने कहा कि आज भाजपा का एक भी नेता कह दे कि वह ओपीएस देंगे। राजस्थान में भाजपा की सरकार बनते ही उन्होंने ओपीएस बंद कर दी। वर्तमान राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों एवं पैंशनरों को 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता जारी किया तथा पुलिस की डाइट मनी बढ़ाकर एक हजार रुपए की। यह हिमाचल प्रदेश की आर्थिक समृद्धि का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए नीतिगत बदलाव ला रही है। उन्होंने कहा कि गाय का दूध 45 रुपए और भैंस का दूध 55 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है। प्राकृतिक खेती से उत्पादित मक्की 30 रुपये तथा गेहूं 40 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जा रहा है। इसके अतिरिक्त मनरेगा की दिहाड़ी में 60 रुपये की उल्लेखनीय वृद्धि की है जिससे अब दिहाड़ी 240 रुपए से बढ़कर 300 रुपए हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर मंडी जिला के नेरचौक अस्पताल में एक एमआरआई तक की मशीन नहीं लगा पाए और पूरे प्रदेश के अस्पतालों को रेफरल अस्पताल बना दिया। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने राजनीतिक लाभ के लिए प्रदेश का खजाना लुटा दिया। लेकिन हम प्रदेश के संसाधनों को लुटने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के छह हजार अनाथ बच्चों की देखभाल के लिए वर्तमान राज्य सरकार ने कानून बनाया। प्रदेश में विधवा महिलाओं के 23 हजार बच्चों की शिक्षा का खर्च वहन करने के लिए मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना आरंभ की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हितों की बात करने की बजाए भाजपा ने शौचालय कर और समोसे जैसे मामलों पर राजनीति करना शुरू की है। प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर दुष्प्रचार किया जाता रहा है। जबकि वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपने संसाधनों से आपदा प्रभावित परिवारों को 4500 करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज जारी किया। सुक्खू ने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत मकान बनाने के लिए दो बच्चों को भूमि प्रदान करने के प्रमाण-पत्र वितरित किए। उन्होंने पिछली आपदा में अपनी भूमि से वंचित हो चुके दो परिवारों को तीन-तीन बिस्वा भूमि प्रदान करने के प्रमाण-पत्र प्रदान किए। उन्होंने सुख-शिक्षा योजना के 14 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी दिए। इस योजना के तहत राज्य सरकार विधवा व एकल महिलाओं के बच्चों का पूरा खर्च वहन करती है। इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि रोपवे की दुनिया विदेश की दुनिया है, जहां रोपवे कंपनियां काम करती है। इसे हिमाचल प्रदेश में लाना एक बहुत बड़ी चुनौती है, लेकिन आज भारत में हिमाचल प्रदेश रोपवे की दुनिया में बहुत आगे निकलने वाला है। शिमला में बनने वाला रोपवे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रोपवे 1750 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया जा रहा है। रोहतांग, बिजली महादेव, बाबा बालकनाथ तथा चिंतपूर्णी में रोपवे बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मेरी धर्मपत्नी सिम्मी अग्निहोत्री की बगलामुखी मंदिर में अपार श्रद्धा थी और मैं कई बार उनके साथ यहाँ आया, लेकिन अब रोपवे बनने से यहां आना सुविधाजनक हो गया है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी 1000 बसें खरीदने जा रहे हैं, जिनमें 350 ई बसें भी खरीद कर रहे हैं। लोगों की सुविधा के लिए एचआरटीसी टैम्पो ट्रेवलर भी चलाएगा, ताकि सभी को परिवहन की सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी में पेंशन और सैलरी न मिलने के जयराम ठाकुर झूठे दावे कर रहे हैं, जबकि सत्य यह है कि सभी सरकारी कर्मचारियों को सैलरी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर एचआरटीसी का एक भी कर्मचारी बता दें, जिसे सैलरी व पेंशन न मिली हो। पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने रोपवे के रूप में एक बड़ा तोहफा मंडी जिला को देने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार बेहतर काम कर रही है और दस में से पाँच गारंटियों को पूरा कर दिया है। इसलिए सभी कार्यकर्ता इन उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले वर्ष आई आपदा के दौरान मंडी जिला को 35 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की और लोगों को राहत पहुंचाई। कांग्रेस नेता चेतराम ठाकुर ने कहा कि सिराज के विकास में वर्तमान राज्य सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में मजबूत संगठन के दम पर सिराज की सीट कांग्रेस की झोली में आएगी। उन्होंने कहा कि ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू सिराज विधानसभा क्षेत्र की जनता के दिल में बसे हैं और सिराज कांग्रेस के सभी नेता मुख्यमंत्री के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। उन्होंने कहा कि दूध के दाम में वर्तमान सरकार ने ऐतिहासिक बढ़ौतरी की है, जिससे किसानों को आर्थिक लाभ मिल रहा है। कांग्रेस नेता विजय पाल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने स्वयं आपदा के दौरान सिराज का दौरा किया और लोगों को राहत पहुंचाई। घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने पर उन्होंने 7-7 लाख रुपए की मदद प्रदान की। सुक्खू का एक ही उद्देश्य के साथ काम कर रहे हैं कि पिछड़े और वंचित वर्ग का कल्याण सुनिश्चित हो।कांग्रेस नेता जगदीश रेड्डी ने मुख्यमंत्री का सिराज विधानसभा क्षेत्र में पधारने के लिए स्वागत किया और रोपवे की सौगात के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी, पूर्व सीपीएस सोहन सिंह ठाकुर, एपीएमसी मंडी के चेयरमैन संजीव गुलेरिया, एपीएमसी कुल्लू के चेयरमैन मियाँ राम सिंह, कांग्रेस नेता पवन ठाकुर, चंपा ठाकुर, नरेश चौहान, जीवन ठाकुर, विजय पाल सिंह, महेश राज, राजीव किम्टा, उपायुक्त अपूर्व देवगन, एसपी साक्षी वर्मा सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
** आनंद मल्लिगवाड फाउंडेशन ने सौंपी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने बीते कल मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि धर्मशाला स्थित डल झील के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए आनंद मल्लिगवाड फाउंडेशन की ओर से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्राप्त हुई है जिसकी अनुमानित राशि 2 करोड़ 18 लाख 72 हजार 164 रुपये है। मुख्यमंत्री ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।केवल सिंह पठानिया ने बताया कि डल झील कांगड़ा जिले के मैकलोडगंज-नड्डी सड़क मार्ग पर धर्मशाला से लगभग 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्राकृतिक सौंदर्य से घिरी डल झील से हजारों लोगों की श्रद्धा और आस्था जुड़ी हुई है। लगभग एक हेक्टेयर क्षेत्र में फैली डल झील में भगवान शिव का ऐतिहासिक मंदिर भी है, जिसे लेकर मान्यता है कि यह 200 साल से अधिक पुराना है। हर वर्ष यहां 15 से 35 हजार श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने बताया कि बीते कुछ वर्षों में झील के जलस्तर में तेजी से कमी आई है। नगर निगम, आईआईटी, मंडी और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा झील को संरक्षित करने के प्रयास किए गए लेकिन झील को उसके पूर्व स्वरूप में नहीं लाया जा सका। पानी की कमी को अस्थायी रूप से दूर करने के लिए फिलहाल जल शक्ति विभाग झील में पानी छोड़ रहा है।
कुनिहार के कोठी गांव में 2 दिसंबर को दिनदहाड़े चोरी की बड़ी घटना हुई। यह बात कुनिहार विकास सभा के वरिष्ठ मुख्य सलाहकार धनीराम तनवर, नागेंद्र ठाकुरं, रामचंद्र ,इंदर सिंह इत्यादि लोगों ने अपने संयुक्त बयान में कहीं। उन्होंने कहा बलवंत, जो नंदलाल के बेटे हैं, और उनकी पत्नी मीरा देवी जब दोपहर में अपने काम से लौटे तो उन्होंने देखा कि उनके मकान के मुख्य दरवाजे और जाली का ताला टूटा हुआ था। घर के अंदर जाकर उन्होंने पाया कि सोने और चांदी के कई कीमती जेवरात, जैसे सोने की बालियां, अंगूठियां, चेन, मंगलसूत्र, चांदी की पायल और कंगन, साथ ही 20,000 रुपये नकद चोरी हो चुके थे। इस घटना की शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज कराई गई। बलवंत ने बताया कि इस तरह की घटनाओं से लोग दहशत में हैं, क्योंकि जब सड़क किनारे दिन में ताले और अलमारी तोड़कर चोरी हो सकती है, तो रात में क्या होगा। गांव के लोगों ने पुलिस से अपील की है कि इलाके में गश्त बढ़ाई जाए और हर चौक पर नाके लगाकर रात में घूमने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की जाए। इससे पहले भी कोठी श्मशान घाट के स्टोर में चोरी हो चुकी है, लेकिन उसका भी अब तक कोई सुराग नहीं मिला। कुनिहार विकास सभा और गांव के निवासियों ने पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि इस चोरी की वारदात को गंभीरता से लिया जाए, चोरों को जल्द पकड़ा जाए और इलाके में सुरक्षा बढ़ाई जाए। इससे लोगों का पुलिस पर भरोसा बना रहेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।
हिमाचल प्रदेश स्टेट मास्टर्स गेम्स एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष विनोद कुमार के नेतृत्व में आज यहां मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से भेंट कर बिलासपुर में 13 से 15 दिसम्बर, 2024 तक आयोजित किए जा रहे स्टेट मास्टर्स गेम्स के लिए मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों की सुविधा के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी अधोसंरचना के विकास के साथ खेलों को प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि खेल न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रखते हैं, बल्कि लोगों में नेतृत्व, अनुशासन और भाईचारे की भावना भी पैदा करते हैं। इस अवसर पर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अजय कंवर शारदिया, महासचिव तेजस्वी शर्मा तथा पदाधिकारी रविन्द्र शर्मा और मनोज बख्शी भी उपस्थित थे।
बिलासपुर/सुनील: नगर नियोजक आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्मानी ने आज बिलासपुर के लुहणू मैदान में पटवारी एवं कानूनगो महासंघ के पहले स्पोर्ट्स मीट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला और उपस्थित पटवारी एवं कानूनगो महासंघ के सदस्यों को संबोधित किया। मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि एक ही प्रकार के कार्यों में लगातार व्यस्त रहने से तनाव बढ़ता है, जिसे दूर करने के लिए समय-समय पर आराम और ब्रेक लेना आवश्यक है। उन्होंने इस प्रकार की खेल गतिविधियों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह न केवल मानसिक शांति प्रदान करती हैं, बल्कि कार्य में भी अधिक ऊर्जा और जोश का संचार करती हैं। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग का कार्य प्रदेश की प्रशासनिक और सामाजिक संरचना में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि सभी सरकारी लाभों के लिए पटवारी और कांगो का सहयोग अनिवार्य होता है। मंत्री ने यह भी कहा कि समाज में कुछ शक्तियां ऐसी हैं जो पात्र लोगों को उनका अधिकार नहीं देने देतीं, लेकिन अगर पटवारी एवं कानूनग ईमानदारी से कार्य करें, तो वे पात्र व्यक्तियों को उनका हक दिलाने में सक्षम हो सकते हैं। मंत्री ने प्रदेश में राजस्व सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए विभाग में डेडीकेटेड रेवेन्यू एक्सपर्ट्स की आवश्यकता है। इसके माध्यम से इस विभाग में सुधार लाया जा सकता है, जिससे आम नागरिकों को अधिक से अधिक लाभ और राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों के हितों का पूरा ध्यान रखा है और पटवारी एवं कानूनगो महासंघ के हितों को भी प्राथमिकता दी जाएगी। मंत्री राजेश धर्मानी ने वॉलीबॉल मैदान में खेलों का शुभारंभ किया और आयोजकों को शुभकामनाएं दी। इस कार्यक्रम में संयुक्त पटवारी एवं कांगो महासंघ के अध्यक्ष सतीश चौधरी मंत्री राजेश धर्मानी का स्वागत करते हुए पटवारी एवं कांगो महासंघ के माध्यम से विभाग में पेश आ रही विभिन्न समस्याओं से अवगत करवाया और आशा प्रकट किया कि प्रदेश सरकार पटवारी एवं कांगो महासंघ के मांगों पर विचार करेगी।बिलासपुर जिला के अध्यक्ष सुनील जोशी ने मंत्री राजेश धर्मानी का कार्यक्रम में पधारने पर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त निधि पटेल, एसीपी शिवा चौधरी, और जिला कांग्रेस अध्यक्षा अंजना धीमान ,पटवारी कांगो महासंघ केप्रेस सचिव युवराज नेगी, वरिष्ठ उपप्रदान अजय कपूर, चंबा जिले के जिला अध्यक्ष दलजीत नरवाल, हमीरपुर मीना कालिया, कांगड़ा विचित्र सिंह, किन्नौर इंदर सिंह, कल्लू ऋषभ डोगरा, मंडी विशंभर दास , शिमला चमन ठाकुर, सिरमौर भगत ठाकुर, सोलन अमन सहावी, रविंद्र शर्मा, बंदोबस्त मंडल शिमला धर्मेंद्र बंदोबस्त मंडल कांगड़ा ओंकार और बिलासपुर जिला के अध्यक्ष सुनील जोशी भी उपस्थित थे।
** एसडीएम संगड़ाह और एसडीएम चौपाल ने जारी की एडवाइजरी... सिरमौर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार में पूरे साल श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। लेकिन सर्दियों में भारी हिमपात और ठंड के कारण मंदिर तक पहुंचना जोखिमपूर्ण हो जाता है। इस वजह से हर साल मंदिर के कपाट अप्रैल तक बंद कर दिए जाते हैं। इस साल भी प्रशासन ने 1 दिसंबर से लेकर अप्रैल तक चूड़धार यात्रा पर पूरी तरह रोक लगा दी है। एसडीएम संगड़ाह और एसडीएम चौपाल ने इस संबंध में एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें सभी से यात्रा न करने की अपील की गई है। चूड़धार में इन दिनों सुबह और शाम तेज हवाएं चल रही हैं, जिससे ठंड बढ़ गई है। चूड़धार का अधिकतम तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस है, जबकि न्यूनतम तापमान -2 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। इसके चलते चूड़धार में पानी की पाइपलाइन भी जम गई है, जिससे पानी की कमी हो गई है। इसलिए प्रशासन ने सलाह दी है कि यात्रा के दौरान भारी हिमपात और ठंड के कारण जोखिम हो सकता है।
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर 53.89 करोड़ रुपये की लागत से बना बगलामुखी रोपवे मंगलवार को जनता को समर्पित किया गया। पंडोह के समीप ब्यास के ऊपर से नेशनल हाईवे और बगलामुखी मंदिर को जोड़ने वाले इस रोपवे का उद्घाटन मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व मंत्री काैल सिंह ठाकुर भी मौजूद रहे। 32 महीनों में बनकर तैयार हुआ यह रोपवे पंडोह के कैंची मोड़ से लेकर माता बगलामुखी मंदिर बाखली तक 800 मीटर लंबा है। रोपवे की ट्राॅली में 32 लोग बैठ सकेंगे। रोपवे के उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने माता बगलामुखी मंदिर में हाजिरी लगाई। इसके बाद नेचर पार्क बाखली में जनसभा को संबोधित किया। यह देश का पहला नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित रोपवे है। पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने इसकी आधारशिला रखी थी। बगलामुखी रोपवे के आसपास के गांव के स्थानीय लोगों के लिए किराया कम रखा गया है। यहां स्थानीय लोग केवल 30 रुपये देकर रोपवे में सफर कर सकेंगे। रोपवे के निर्माण का एक मकसद यह भी था कि स्थानीय लोगों को सुविधा मिले। उनके लिए बसों की आवाजाही उतनी ज्यादा नहीं है और रोड भी ठीक नहीं है। बरसात के दिनों में रोड बह जाता है जिससे लोग वहीं फंसकर रह जाते हैं। ऐसे में सामान लाने और ले जाने में उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में उनके लिए किराया कम रखा गया है, जबकि पर्यटकों के लिए 250 रुपये किराया लगेगा। यह किराया दोनों तरफ का होगा। 10 साल की उम्र तक के बच्चों का 50 फीसदी किराया ही लगेगा। इसके अलावा 5 साल तक की उम्र के बच्चों को निशुल्क सुविधा रहेगी। रोपवे बनने से स्थानीय लोगाें को रोजगार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष साधन खुलेंगे। एनएच से रोप-वे के जरिये पर्यटक बाखली पहुंचेंगे। यहां प्रकृति के बीच पर्यटक समय गुजार सकते हैं।
कांग्रेस के 2 साल के समारोह को लेकर शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई, जिसमें सभी विधायकों को समारोह के लिए भीड़ जुटाना के निर्देश दिए गए। खासकर उन विधायकों को ज्यादा भीड़ लाने को कहा गया जो बिलासपुर के नजदीक विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं । समारोह में 30 हजार तक भीड़ एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 साल का कार्यकाल पूरा होने पर बिलासपुर में समारोह का आयोजन किया जा रहा है इसको लेकर आज बैठक बुलाई गई थी और विधायकों को जरूरी दिशा निर्देश देने के साथ ही इस समारोह में 25 से 30 हजार तक की भीड़ एकत्रित करने को लक्ष्य रखा गया है। बिलासपुर के नजदीक के विधायकों को ज्यादा लोगो को एकत्रित करने का जिम्मा दिया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने 2 साल में काफी बड़ी उपलब्धियां हासिल की लेकिन भाजपा की बात करें तो भाजपा ने प्रदेश को 5 सालों में भ्रष्टाचार पेपर ऑन सेल दहेज में दिया। भाजपा के समय पेपर लीक हुए और युवा रोजगार से मेहरून हुए इसके अलावा भ्रष्टाचार वर्तमान सरकार को दहेज में मिला है। भाजपा ने जो 5 साल में कार्य किए हैं उनको जनता के बीच अदालत में ले जाया जाएगा। कांग्रेस सरकार ने एक लाख 36 हजार सरकारी कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी है। क्या भाजपा सरकारी कर्मचारियों को बोलेंगे कि पेंशन स्कीम देने का हिम्मत रखते हैं नहीं बोल सकते क्योंकि वह देने की हिम्मत नहीं रखते है। इसके अलावा प्यारी बहनों को ₹1500 सुख सम्मान निधि दी है। युवाओं के लिए 600 आशिक रोड के फंड की शुरुआत इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के तहत 23000 बच्चों के लिए योजना शुरू करने और विधवा और अनाथ बच्चों के लिए योजना चलाई गई। गाय और भैंस के दूध के दाम बढ़ाए है। इसके अलावा बिलासपुर में गोबर खरीदी की जो गारंटी कांग्रेस सरकार ने दी थी इसकी शुरुआत करने जा रही है।
जनजातीय उपमंडल पांगी को जिला मुख्यालय चम्बा से जोड़ने वाले साच पास पर अब वाहन चलाना सुरक्षित नहीं है। सर्दी बढ़ने के साथ तापमान शून्य से नीचे गिरने लगा है, जिसके कारण सड़क पर बर्फ जमने लगी है और किसी भी समय दुर्घटना हो सकती है। इसलिए प्रशासन ने इस रास्ते पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी है। उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल ने इस बारे में आदेश जारी किया है। एसडीएम पांगी ने बताया कि साच दर्रे पर तापमान गिरने से सुरक्षा को देखते हुए इस रास्ते को बंद कर दिया गया है। अब पांगी के लोग जिला मुख्यालय चम्बा तक पहुंचने के लिए करीब 700 किलोमीटर दूर जम्मू-कश्मीर और कुल्लू के रास्ते जाएंगे।बहरहाल, जनजातीय उपमंडल पांगी को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले सबसे छोटे साच पास मार्ग को आगामी आदेशों तक बंद कर दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिहं सुक्खू सराज विधानसभा क्षेत्र में माता बगलामुखी के लिए 50 करोड़ की लागत से बन रहे रोपवे का उद्घाटन करेंगे। पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुक्खू पर तंज कसते हुए कहा, आप मेरे विधानसभा क्षेत्र सराज में आ रहे हैं, लेकिन आपसे निवेदन है कि यहां आकर झूठ न बोलें। जयराम ठाकुर ने कहा, आप मेरे विधानसभा क्षेत्र में आ रहे हैं। सराज विधानसभा के तहत देवी का महत्वपूर्ण स्थान बगलामुखी में आ रहे हैं। ये देश का पहला प्रोजेक्ट है, जो नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित है, जिसके तहत माता बगलामुखी के लिए 50 करोड़ की लागत से रोपवे का निर्माण किया जाएगा। मेहरबानी करके इसका उद्घाटन करिए, लेकिन झूठ बोलकर सीएम सुक्खू जनता को गुमराह न करें। जो भी प्रोजेक्ट तैयार होता है, उसका उद्घाटन करिए, लेकिन इस प्रकार से झूठ मत बोलिए। जयराम ठाकुर ने सीएम पर तंज कसते हुए कहा कि आजकल सीएम जहां भी जाते हैं, वहां भाजपा द्वारा किए कामों का फीता काट रहे हैं। बावजूद इसके लोगों के बीच जाकर ये झूठ बोल रहे हैं कि उस काम उनकी सरकार ने करवाया है, जबकि हकीकत ये है कि उन सभी कामों को बतौर मुख्यमंत्री भाजपा सरकार के समय उन्होंने बजट के साथ शुरू करवाया था। माता बगलामुखी के लिए 50 करोड़ की लागत से बने रोप-वे का निर्माण भी भाजपा सरकार के समय में ही शुरू हुआ था। उन्होंने कहा कि सीएम सराज में आकर कम से कम इसके बारे में झूठ न बोलें। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, सीएम ने ढली बस स्टैंड के उदघाटन के बाद ये झूठ बोला है कि उस बस स्टैंड के लिए भाजपा सरकार ने बजट का कोई प्रावधान नहीं किया था, जबकि हकीकत यह है कि यह बस स्टैंड स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बना है। उन्होंने कहा कि साल 2022 में भाजपा सरकार ने 4 करोड़ के बजट प्रावधान के साथ ढली बस स्टैंड का निर्माण कार्य शुरू किया था, जबकि बाकी बजट नियमों के तहत किश्तों में जारी हुआ है। जयराम ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग को नकारना सीएम की इसी खूबी को दर्शाता है कि वे दिन के उजाले में बड़ी चतुराई से झूठ बोल देते हैं। जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने दो-दो बार उद्घाटन और दो-दो बार शिलान्यास करने का नया रिवाज छेड़ रखा है, जिन परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास पूर्व सरकारों द्वारा किए जा चुके हैं, उनके उद्घाटन और शिलान्यास फिर से किए जा रहे हैं। सीएम के नाते उन्हें नए कार्यों को शुरू करना चाहिए, जबकि वे किए हुए कार्यों का फिर से रिबन काटने में लगे हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश में आए दिन दर्दनाक सड़क हादसे पेश आ रहे हैं, जिसमें मासूम लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बीती रात शिमला जिले के उपमंडल रामपुर में सामने आया। रामपुर में एक कार हादसे का शिकार हो गई। हादसे के दौरान कार में पति-पत्नी समेत चार लोग सवार थे। दुर्घटना में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि सभी कार सवार एक ही गांव से संबंध रखते हैं। हादसे में पति-पत्नी और एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कार सवार एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, इस दर्दनाक हादसे के बाद मृतकों के गांवों में चीख-पुकार मची हुई है। डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा ने बताया कि सोमवार शाम को चारों लोग कार में सवार होकर ननखड़ी से बजेटली गांव की ओर जा रहे थे। इस दौरान शाम करीब 7 बजे भद्राश से करीब 2 किलोमीटर दूर उनकी कार अचानक अनियंत्रित हो गई और 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी, जिसमें कार सवार तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें पति-पत्नी भी शामिल हैं। वहीं कार सवार अन्य व्यक्ति घायल हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। डीएसपी रामपुर ने बताया कि पुलिस की टीम ने मौके पर रात करीब 8 बजे तक दो शवों को खाई से बरामद कर लिया, लेकिन अंधेरा होने के कारण तीसरा शव खाई से निकालने में पुलिस को कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा, जिसके चलते पुलिस की टीम ने रात करीब 11 बजे तक तीसरे शव को खाई से बाहर निकाला। मृतकों की पहचान मिंटू चौहान (उम्र 27 साल), शीतल पत्नी मिंटू चौहान और आलोक शर्मा (उम्र 24 साल) के तौर पर हुई है, जबकि घायल की पहचान अरुण चौहान (उम्र 23 साल) के रूप में हुई है। ये सभी ननखड़ी के रहने वाले हैं। डीएसपी रामपुर नरेश शर्मा ने बताया, सड़क हादसे में कार 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई है। शवों का आज खनेरी अस्पताल में पोस्टमार्टम के करवाया जाएगा। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। घायल व्यक्ति को सिविल अस्पताल खनेरी में भर्ती करवाया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
** गर्मियां आने पर ये पक्षी वापस लौट जाते हैं अपने देश हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के फतेहपुर में स्थित पौंग झील इस समय प्रवासी पक्षियों से भरी हुई है, जैसे ही सर्दियां शुरू होती हैं, पौंग झील में करीब 41 हजार परिंदे आ चुके हैं। ये पक्षी नवंबर महीने से आना शुरू हो गए थे। ये पक्षी दूर-दराज देशों जैसे नाइजीरिया, साइबेरिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, मंगोलिया आदि से आते हैं। इन देशों में सर्दी बढ़ने के कारण झीलों का पानी बर्फ में बदल जाता है, जिससे पक्षियों को यहां आने के लिए हजारों किलोमीटर का सफर करना पड़ता है। गर्मियां आने पर ये पक्षी फिर वापस लौट जाते हैं। इन पक्षियों की सुरक्षा के लिए वन्य प्राणी विभाग ने फतेहपुर के धमेटा, नगरोटा सुरिया, ज्वाली और पौंग झील के आसपास के क्षेत्रों में 15 टीमों का गठन किया है। वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ रेजीनोड रॉयस्टोन ने बताया कि इन पक्षियों की निगरानी के लिए दिन-रात इन टीमों को तैनात किया गया है। अगर कोई इन पक्षियों का शिकार करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, पौंग झील के किनारे पर खेती करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
** घायलों को ले जाया गया कुल्लू अस्पताल ... हिमाचल प्रदेश के जिला मुख्यालय के साथ वामतट से गुजरने वाले फोरलेन पर पर्यटकों से भरी एक टेंपो ट्रैवलर गाड़ी हाईवे पर पलट गई। हादसे में चालक सहित सात लोग घायल हो गए हैं। सभी घायलों को उपचार के लिए कुल्लू अस्पताल लाया गया है। हादसा मंगलवार सुबह करीब 7:30 बजे देवधार में नजदीक हुआ है। घायलों की पहचान चालक बबलजीत सिंह सहित आकाश, सोनू, रवि, देव कुमार, अुर्जन व विशाल के रूप में हुई है। सभी पटियाला पंजाब के रहने वाले हैं। हादसे के कारणों का पता नहीं लग पाया है। एसपी कुल्लू डाॅ. कार्तिकेयन ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हिमाचल के राशन कार्ड उपभोक्ताओं को अब डिपुओं से मिलने वाली चना दाल महंगी मिलेगी। सरकार की ओर से चना दाल को लेकर नए रेट जारी कर दिए हैं। नए मूल्यों में एपीएल उपभोक्ताओं को चना दाल के लिए 17 रुपये, बीपीएल राशन कार्ड उपभोक्ताओं को 27 और टैक्स देने वाले राशन कार्ड उपभोक्ताओं को 19 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे। तेल के टेंडर की फाइल सरकार के पास फंसी है। इसी सप्ताह डिपुओं में करीब दो माह के बाद दाल की सप्लाई शुरू हुई है। जबकि उड़द की दाल के लिए सप्लाई ऑर्डर जारी किया गया है। हाल ही में चना दाल को लेकर दाम तय हुए हैं। इनमें एपीएल और बीपीएल उपभोक्ताओं को 65 और टैक्स देने वाले राशन कार्ड उपभोक्ताओं को 69 रुपये किलोग्राम के दाम चुकाने होंगे। इससे पहले यह दाम क्रमश: 48, 38 और 56 रुपये थे। नए दाम तय होने के बाद बीपीएल उपभोक्ताओं को एक किलोग्राम चना दाल के 27 रुपये अधिक चुकाने होंगे, जबकि एपीएल उपभोक्ताओं को 17 और टैक्सपेयर उपभोक्ताओं को 13 रुपये अधिक चुकाने होंगे। प्रदेश सरकार की ओर से उचित मूल्य ही सहकारी दुकानों के जरिये राशन कार्ड उपभोक्ताओं को सस्ता राशन उपलब्ध करवाने के दावे किए जाते हैं, लेकिन सरकार की ओर से हर बार दालों के दामों में बदलाव किया जा रहा है। नए दामों के साथ राशन कार्ड उपभोक्ताओं को चना दाल उपलब्ध करवाई जाएगी। डिपो में जल्द ही उपभोक्ताओं को उड़द भी उपलब्ध होगी।
बिलासपुर/सुनील: प्रदेश सरकार में नगर नियोजक, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्मानी ने आज बिलासपुर के कहलूर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का दौरा कर 11 दिसंबर को सरकार के 2 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम की तैयारियों का विस्तृत जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सभी व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए और जोर देकर कहा कि यह कार्यक्रम सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम होगा। मंत्री ने बताया कि इस अवसर पर बिलासपुर में एक ऐतिहासिक रैली आयोजित की जाएगी, जिसमें हजारों लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के पिछले दो वर्षों उपलब्धियां बताई जाएगी इसके अतिरिक्त, प्रदेश के अगले तीन वर्षों के विकास कार्यों और योजनाओं का रोडमैप भी जनता के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि इस आयोजन से प्रदेश की जनता को सरकार की नीतियों और कार्यों की जानकारी मिलेगी, साथ ही आने वाले वर्षों में प्रदेश के विकास की दिशा का भी परिचय मिलेगा। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे मिल-जुलकर इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तत्परता और समर्पण के साथ कार्य करें। मंत्री ने कहा कि इस भव्य आयोजन से प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को और अधिक प्रभावशाली तरीके से जन-जन तक पहुंचाया जाएगा और यह रैली प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से एक ऐतिहासिक क्षण बनेगी। इस दौरान उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक, एसपी बिलासपुर संदीप धवाल, हिमुडा के सदस्य जितेंद्र चंदेल, एपीएमसी चेयरमैन सतपाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
देहरा उपमंडल के तहत सुनहेत में सोमवार को हिन्दू तन मन संगठन के सूचना विभाग प्रमुख व जिलाध्यक्ष कांगड़ा रविन्द्र चंबियाल ने कहा कि हिमाचल में बढ़ते नशे की रोकथाम के लिए अब इनका संगठन फील्ड पर उतरने जा रहा है। हिन्दू तन मन संगठन जल्द इसकी रोकथाम के लिए टास्कफोर्स का गठन करेगा । संगठन के जिलाध्यक्ष रविन्द्र चंबियाल ने यह बड़ा ऐलान किया है इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि संगठन कुछ मुख्य उद्देश्यों पर काम कर रहा है, जिसमें समाज को सनातन धर्म, धार्मिक शिक्षा, योग शिक्षा, ध्यान के बारे में जागरूक करना और उन्हें शिक्षित करना, समाज में आध्यात्मिक चेतना जागृत करना, युवाओं के विकास के लिए सद्भावना पैदा करना और खेलों को बढ़ावा देना, समाज को गौ संरक्षण, गौ पालन एवं पशुओं की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना, हिमाचल प्रदेश में जरूरतमंदों की देखभाल और मदद के लिए वृद्धाश्रम, अनाथालय, अस्पताल का दौरा, हिमाचल में छोटे बच्चों में बढ़ती मोबाइल की लत के दुष्परिणामों के बारे में बच्चों और उनके अभिभावकों को जागरूक करना और बच्चों को मोबाइल की लत से बाहर निकालने में मदद करना, विश्व एवं समाज में शांति, सद्भाव एवं सद्भावना हेतु नुक्कड़ सभाएं, सामाजिक बैठकें, समन्वय बैठकें, यज्ञ, सत्संग आदि का आयोजन करना, पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए समाज को प्रोत्साहित करना। वृक्षारोपण, स्वच्छता जैसे कार्य कर रहे हैं,लोक परंपराओं, लोक गीतों, पारंपरिक खाद्य पदार्थों/खाद्य पदार्थों, पारंपरिक अनाज, पारंपरिक वेशभूषा, पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र, पारंपरिक खेती आदि के बारे में समाज को जागरूक करना और उनके संरक्षण के लिए काम करना, समाज के गरीब, पिछड़े, वंचित, शोषित और दलित लोगों को स्वरोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान करना, उन्हें जन कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करना और यह सुनिश्चित करना कि योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचे सहित विभिन्न विषयों पर कार्य किया जाएगा।
**विद्यार्थियों ने रेड रिबन श्रृंखला बना जागरूकता फैलाने का लिया संकल्प ** पोस्टर प्रतियोगिता में योगेश प्रथम, नेहा दूसरे और शिवानी रही तीसरे स्थान पर पधर: राजकीय महाविद्यालय द्रंग स्थित नारला में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य एड्स से जुड़ी जानकारी को सांझा करने के साथ-साथ इसके प्रति सावधानी बरतने बारे जागरूक करना था। कार्यक्रम में कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. संजय सहगल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में लाल रिबन पिनिंग के माध्यम से एड्स के प्रति जागरूकता का संदेश दिया और छात्रों को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने बारे प्रेरित किया। तदोपरांत लाल रिबन क्लब के तत्वावधान में डॉ. बंदना देवी के निर्देशन में एक प्रभावशाली नाटक प्रस्तुत किया गया। बीएससी प्रथम वर्ष की छात्राओं ने इस नाटक के माध्यम से एड्स की रोकथाम और इससे बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से प्रो. अनीता कुमारी के मार्गदर्शन में एक पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी रचनात्मकता का उपयोग करते हुए एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने वाले संदेशों को प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में बीएससी द्वितीय वर्ष के योगेश प्रथम, बीए प्रथम वर्ष की नेहा द्वितीय और तृतीय वर्ष की शिवानी तीसरे स्थान पर रही। इसके साथ ही कॉलेज विद्यार्थियों ने मिलकर लाल रिबन श्रृंखला बनाते हुए समाज में एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) द्वारा संचालित टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1097 पर चर्चा की गई। छात्रों को यह जानकारी दी गई कि इस नंबर के माध्यम से एड्स से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी और सहायता प्राप्त की जा सकती है। कार्यक्रम में लगभग एक सौ से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर महाविद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के लाहाैल-स्पीति, चंबा, किन्नाैर, कांगड़ा व कुल्लू जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज व कल हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। प्रदेश के अन्य जिलों में आगामी सात दिनों तक माैसम साफ रहने के आसार हैं। 4 दिसंबर से सभी भागों में माैसम साफ रहने की संभावना है। उधर, मनाली-लेह नेशनल हाईवे-03 पर दारचा-सरचू के बीच हुई ताजा बर्फबारी और सड़क पर ब्लैक आइस जमने के कारण इस मार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। लाहौल को स्पीति से जोड़ने वाली कोकसर-लोसर सड़क को भी यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि, दारचा-शिंकुला सड़क में वाहनों की आवाजाही का समय दोनों ओर से सुबह 10:00 बजे से दोपहर बाद 1:00 बजे के बीच निर्धारित किया गया है। इस दौरान सभी वाहन चालकों को दारचा में पुलिस चेक पोस्ट में अपना नाम और पता दर्ज करना होगा, जिससे आपात स्थिति में पुलिस टीम उनकी सुरक्षा के लिए समय पर मदद को पहुंच सके।
** 300 इलेक्ट्रक बसें भी जल्द दाैड़ेंगी सड़कों पर हिमाचल पथ परिवहन निगम को 250 डीजल बसों को खरीदने की मंजूरी मिल गई है। यह जानकारी सोमवार को उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अंतरराज्यीय ढली बस अड्डा के उद्घाटन के बाद दी। उन्होंने कहा कि यह बसें 36-37 सीटर होंगी। अगले एक से डेढ़ महीने में एचआरटीसी को मिल जाएंगी। मुकेश ने कहा कि 300 इलेक्ट्रिक बसों के लिए भी पैसा प्राप्त हो गया है। जल्द हिमाचल की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें दाैड़नी शुरू हो जाएंगी। 100 टेंपो ट्रैवलर भी खरीदे जा रहे हैं। कहा कि इलेक्ट्रिक स्टेशन व वर्कशाॅप के लिए 100 करोड़ से अधिक राशि प्राप्त हुई है। एचआरटीसी कर्मियों व पेंशनरों को हर महीने समय पर वेतन-पेंशन दी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के भटोलीकलां में आज सुबह एलपीजी लीकेज से सिलिंडर फट गया। इससे मकान के दो कमरे ढह गए। मलबे में दबने से कमरे में सोई हुई सात वर्षीय बच्ची की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को ईएसआई अस्पताल काठा में भर्ती करवाया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मकान में रसोई गैस लीक हो गई जोकि पूरे कमरे में भर गई। इसके बाद सुबह 4:00 बजे अचानक धमाका हो गया। हादसे के दौरान कमरे में पति-पत्नी, दो बच्चियां और उनका भाई सोया था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू किया। हादसे की पुष्टि एएसपी अशोक वर्मा ने की। उन्होंने कहा कि मामले में आगामी कार्रवाई जारी है।
हिमाचल के सबसे बड़े जिला को सरकार बड़ी सौगात देने जा रही है। प्रदेश सरकार कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रयासरत है, ताकि यहां पर बड़े हवाई जहाज उतर सकें। एयरपोर्ट प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने के साथ हरसंभव मदद की जाएगी। सीएम सुक्खू ने कांगड़ा के कांग्रेस नेताओं से जिले की विकासात्मक परियोजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि, राज्य सरकार कांगड़ा जिला के विकास को प्राथमिकता दे रही है। पिछले दो वर्ष में जिला का विकास सुनिश्चित करने के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की गई हैं। राज्य सरकार ने कांगड़ा जिला को पर्यटन राजधानी का दर्जा दिया है और क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए भी महत्वाकांक्षी पहल की गई है। जिला में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तारीकरण किया जाएगा और यहां बड़े जहाज उतारे जाएंगे। प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा। सीएम सुक्खू ने कहा कि, 'देहरा में 650 करोड़ रुपये की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का चिड़ियाघर तैयार किया जा रहा है। राज्य सरकार पौंग बांध में भी बिलासपुर की तर्ज पर जल क्रीड़ा गतिविधियां आरंभ करने के लिए प्रयास कर रही है। जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू होने से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और स्थानीय लोगों की आर्थिकी में सुधार आएगा। इसके साथ-साथ जिला के अन्य स्थानों पर भी पर्यटन की संभावनाएं तलाश की जा रही हैं। पालमपुर और धर्मशाला के साथ-साथ जिला कांगड़ा के अन्य स्थानों पर भी पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद वो जनवरी माह में जिला कांगड़ा के प्रवास पर रहेंगे। सरकार मटौर-शिमला नेशनल हाईवे के निर्माण को भी गति प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, राज्य सरकार ने पिछले दो सालों में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं आरंभ की हैं। सभी जन प्रतिनिधियों को इन योजनाओं की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाने के प्रयास करने चाहिए। ढंगवार में 1.50 लाख लीटर क्षमता का मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसका जल्द ही शिलान्यास किया जाएगा। राज्य सरकार स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही है और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है ।
हिमाचल प्रदेश की पारम्परिक संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के मकसद से शिमला के रिज मैदान पर 10 दिवसीय हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल का आगाज हो गया है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत रिज मैदान शिमला और इंदिरा गांधी खेल परिसर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों और उत्पादों के स्टॉल लगाए गए। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के मकसद से 10 दिवसीय हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। मेले में ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पाद और हिमाचली व्यंजनों को शामिल किया गया है जिससे पर्यटकों को हिमाचली संस्कृति की भी जानकारी मिलती है। मेले में भाग ले रही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि सरकार द्वारा उनको मंच प्रदान किया गया है जिससे उनको आमदनी हो रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सरकार अवसर प्रदान कर रही है। 10 दिनों तक चलने वाले हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल में कुल 105 स्टॉल लगाए गए हैं, जिसमें से 14 स्टॉल दूसरे राज्यों के उत्पादों और 21 स्टॉल हिमाचली व्यंजनों के हैं। मेले में व्यंजनों के अलावा हिमाचली हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट व अन्य उत्पाद शामिल हैं।
हमीरपुर: राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा आज यानी 2 दिसंबर से मरीजों के लिए एक बार फिर खुल जाएगा। इसको लेकर ब्यास प्रबंधन की ओर से अस्पताल प्रशासन को आदेश जारी किए गए हैं। अस्पताल के प्रशासक जितेंद्र जग्गी की ओर से यह जानकारी दी गई है। आज से लोगों को अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना शुरू हो जाएंगी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने रविवार को ओक ओवर शिमला में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा से संबंधित भूमि हस्तांतरण के मामले पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा को कार्यशील रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार अस्पताल को कार्यशील रखना चाहती है ताकि आसपास के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहें। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार धर्मशाला में 18 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक पेश करेगी। बता दें कि भोटा चैरिटेबल अस्पताल बीते 24 सालों से चला हुआ है। इसके दायरे में 25 ग्राम पंचायतों के लोग सस्ता इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं लेकिन पहली दिसंबर से अस्पताल के बंद होने का नोटिस लगाए जाने के बाद लोग भड़क गए जिसके बाद लोगों ने चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन किया। लोगों ने प्रदेश सरकार से डेरा ब्यास प्रबंधन की मांग मानने की अपील करते हुए। अस्पताल को सुचारू रखने की अपील की। डेरा ब्यास प्रबंधन चाहता है कि वर्तमान में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के तहत चल रहे चैरिटेबल ट्रस्ट के भोटा अस्पताल को ब्यास डेरा की ही सिस्टर कंसर्न अथवा ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर किया जाए। इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है साथ ही लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव करना पड़ेगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सभी सरकारी विभागों में वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) भरने का तरीका बदला जाएगा। अब काम के आधार पर ग्रेडिंग होगी। एसीआर दर्ज करने के लिए न्यूमेरिकल आधारित प्रणाली अपनाई जाएगी। अब गुड और वैरी गुड नहीं, अंकों के आधार पर आंका जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन प्रणाली विकसित की जा रही है। शनिवार देर शाम को शिमला के पीटरहॉफ में प्रदेश के सभी कॉलेजों के प्रिंसिपलों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने आश्वासन दिया कि संस्कृत महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर कक्षाएं जल्द आरंभ करेंगे। जिला मुख्यालय स्थित महाविद्यालयों को और सशक्त करेंगे, जबकि दूरदराज के क्षेत्रों के महाविद्यालयों को आवश्यकतानुसार हर सहायता देंगे। सीएम ने कहा कि हिमाचल देश का पहला राज्य है जो विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं की रैंकिंग कर रहा है। इससे शैक्षणिक संस्थाओं का आत्मनिरीक्षण व अंकेक्षण सुनिश्चित होगा। जिन शैक्षणिक संस्थाओं की बेहतर रैंकिंग होगी, उनके लिए परफार्मेंस बेस्ड ग्रांट देंगे। सीएम ने कहा कि कॉलेजों के प्रिंसिपलों की वित्तीय और प्रशासनिक शक्तियां बढ़ाएंगे। शिक्षा विभाग में डिसेंट्रलाइजेशन ऑफ पावर किया जाएगा, इससे सुशासन और कार्यों की समयबद्धता सुनिश्चित होगी। प्रिंसिपलों को जरूरतमंद छात्रों को आवश्यक वित्तीय सहायता देने के लिए वित्तीय शक्तियां दी जाएंगी। सभी विधानसभा क्षेत्रों में एकीकृत खेल परिसर विकसित करेंगे। उन कॉलेजों में बीएड पाठ्यक्रम शुरू करेंगे, जहां पर्याप्त आधारभूत ढांचा है। सरकार अगले वित्त वर्ष से शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव ला रही है। शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य शिक्षा में भी गुणात्मक बदलाव ला रहे हैं और नवीनतम चिकित्सा प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करने के लिए नवोन्मेषी कदम उठाए हैं। इस वर्ष इस क्षेत्र के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल, डॉ. वाईएस परमार विद्यार्थी ऋण योजना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा और प्रधानाचार्यों के साथ संवाद किया। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने के साथ-साथ रिक्त पद भरने पर विशेष अधिमान दे रही है। दो वर्ष में शिक्षा विभाग में अध्यापकों के लगभग 15,000 पद सृजित किए हैं , जिन्हें चरणवद्ध भरा जा रहा है। ऐसा पहली बार हुआ कि कैबिनेट की एक बैठक में शिक्षकों के 5,800 पद भरने की स्वीकृति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के बाद अब स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। हिमाचल के मेडिकल कॉलेजों में रोबोटिक सर्जरी और एमआरआई मशीनें स्थापित की जाएंगी। आपातकालीन व अन्य विभागों में डाॅक्टर 24 घंटे नहीं, बल्कि आठ घंटे ही ड्यूटी देंगे। सीएम ने यंह जानकारी 37वें विश्व एड्स दिवस पर पीटरहॉफ में हुए सही राह पर चलें विषय पर आधारित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दी। सीएम ने एचआईवी जागरूकता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कार बिन पहल की शुरुआत की। पहले चरण में 4,000 टैक्सियों को कार बिन निःशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से राज्य में 30,000 टैक्सियों को कवर करने की योजना है। इन कार बिन में गाड़ी के अंदर पड़े रहने वाला कूड़ा-कचरा डाला जाएगा, ताकि कूड़ा सड़क पर न फेंकें। सीएम ने भी अपनी गाड़ी में कार बिन लगाकर इसकी पहल की। मुख्यमंत्री ने एचआईवी की रोकथाम के लिए गेट अवेयर, गेट टेस्टिड व गेट विक्ट्री ओवर एचआईवी 3-जी फार्मूला दिया। उन्होंने युवाओं से इस सिद्धांत को अपनाने और जागरूकता बढ़ाने में भूमिका निभाने का आग्रह किया।
** पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने लाहुल स्पीति में केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत विकास कार्यों का लिया जायजा लाहुल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने दो दिवसीय प्रवास के दौरान केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत लाहुल स्पीति में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और क्षेत्र की समग्र विकास प्रक्रिया को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा कि प्रदेश सरकार लाहुल स्पीति में अपने स्तर पर विकास करवाने को प्राथमिकता के आधार पर ले और केंद्र सरकार की योजनाओं और कार्यों का श्रेय लेने की कोशिश न करे। रवि ठाकुर ने सीमा सड़क संगठन के 38 बीआरटीएफ के कमांडर कर्नल गौरव बंगारी से मुलाकात कर एसकेटीटी (संसारी किलाड़ थिरोट तांदी) और एसकेजी (सुमदो काजा ग्राम्फू) रोड़ के कार्यों का जायजा लिया, जिस पर बीआरओ अधिकारियों ने बताया कि एसकेजी सड़क मार्ग को चार भागों में बांटा गया है और सड़क के चौड़ीकरण, डगों, पुलियों और ब्लैक सर्फेसिंग का काम जारी है,जबकि एसकेटीटी (संसारी किलाड़ थिरोट तांदी) सड़क के चौड़ीकरण का काम ज़मीन अधिग्रहण के चलते रुका है लेकिन बीआरओ फिलहाल अभी मौजूदा सड़क की सर्फेसिंग का काम कर रहा हैं।
कुनिहार के महाराजा पदम सिंह मेमोरियल स्टेडियम में थाई कमांडो नेशनल चैंपियन शिप और एशियन थाई बॉक्सिंग में भाग लेकर गोवा से मैडल जीतकर कुनिहार पहुंचे खिलाड़ी बच्चों को वेटरन्स इंडिया स्पोर्टस विंग जिला सोलन के अध्यक्ष कैप्टन राकेश कुमार और हिमाचल प्रदेश में वेटरन्स इंडिया स्पोर्टस विंग के अध्यक्ष रणधीर सिंह ने मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचकर प्रमाण पत्र और मैडल द्वारा समानित किया। इन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए खेल का महत्व एवं नशे से दूर रहने का आह्वान किया तथा बच्चों व माता-पिता को बधाई दी । कार्यक्रम में बच्चो को सात गोल्ड , तीन सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मैडल दिए गए। इस कार्यक्रम में निजी व सरकारी स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में लेखराज,संगमा, मदन लाल, अमीचन्द ने भी अपना पूरा सहयोग किया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां कांगड़ा के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से जिला की विकासात्मक परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा जिला के विकास को प्राथमिकता दे रही है और पिछले दो वर्ष में जिला का विकास सुनिश्चित करने के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कांगड़ा जिला को पर्यटन राजधानी का दर्जा दिया है और क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए भी महत्वाकांक्षी पहल की गई हैं। जिला में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रयासरत है ताकि यहा पर बड़े हवाई जहाज उतर सकें। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को राज्य सरकार उचित मुआवजा देगी और उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे का विस्तार कांगड़ा जिला के विकास के लिए मील पत्थर सिद्ध होगा। इसके अतिरिक्त देहरा में 650 करोड़ रुपये की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का चिड़ियाघर तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पौंग बांध में भी बिलासपुर की तर्ज पर जल क्रीड़ा गतिविधियां आरंभ करने के लिए प्रयास कर रही है। जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू होने से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और स्थानीय लोगों की आर्थिकी में सुधार आएगा। इसके साथ-साथ जिला के अन्य स्थानों पर भी पर्यटन की संभावनाएं तलाश की जा रही हैं। पालमपुर और धर्मशाला के साथ-साथ जिला कांगड़ा के अन्य स्थानों पर भी पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद वह जनवरी माह में जिला कांगड़ा के प्रवास पर रहेंगे। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार मटौर-शिमला नेशनल हाईवे के निर्माण को भी गति प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि ढगवार में 1.50 लाख लीटर क्षमता का मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसका जल्द ही शिलान्यास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही है और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं आरंभ की हैं और सभी जन प्रतिनिधियों को इन योजनाओं की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाने के प्रयास करने चाहिए। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 11 दिसंबर को प्रदेश सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर बिलासपुर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम पर भी चर्चा की। इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड रघुवीर सिंह बाली, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक किशोरी लाल, संजय रतन, आशीष बुटेल, मलेंद्र राजन, कमलेश ठाकुर, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी ग्रामीण एवं कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान, पूर्व विधायक अजय महाजन, सुरेंद्र काकू, कांग्रेस नेता सुरेंद्र मनकोटिया तथा देवेंद्र जग्गी उपस्थित रहे। सभी जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित परियोजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सभी कांग्रेस जनप्रतिनिधियों को पूरा सम्मान मिल रहा है और मुख्यमंत्री के सशक्त नेतृत्व में जिला कांगड़ा में कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिल रही है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज सोलन जिला के नौणी स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के 13वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने मेधावी विद्यार्थियों को 12 स्वर्ण पदक प्रदान किए, जिनमें से आठ स्वर्ण पदक, छात्राओं को प्रदान किए गए। उन्होंने विद्यार्थियों को बागवानी एवं वानिकी में 119 पीएचडी की उपाधियां भी प्रदान कीं। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने एमएससी और बीएससी के विद्यार्थियों को भी उपाधियां प्रदान कीं। दीक्षांत समारोह में कुल 816 उपाधियां प्रदान की गईं। उपाधियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह उनके जीवन का महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि आज के दिन उन्हें वर्षों की मेहनत का फल मिला है। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि अधिकतर स्वर्ण पदक विजेता छात्राएं हैं। उन्होंने कहा कि आज बेटियां उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि यह एक सकारात्मक संकेत है क्योंकि कृषि, बागवानी और वानिकी में महिलाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। बेटियों का बढ़ता वर्चस्व बेहतर भारत के निर्माण के दृष्टिगत दूरगामी भूमिका निभाएगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह अनुपात और भी बेहतर होगा। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार को स्थापना दिवस की बधाई दी और हिमाचल प्रदेश के निर्माता और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. परमार द्वारा हिमाचल प्रदेश के लिए दिए गए योगदान ने उन्हें अमर बना दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। सरकार को अपने विश्वविद्यालयों में उदारतापूर्वक योगदान देना चाहिए। देश और राज्य को आगे ले जाने और जीडीपी बढ़ाने में छात्रों की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे शोध और अनुसंधान कार्यों से उन्नत तकनीकों के बारे में कृषक समुदाय को जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि किसानों और बागवानों की समस्याओं का समय पर समाधान करना उनका परम कर्तव्य होना चाहिए। उन्होंने छात्रों से नशा माफिया की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने और हिमाचल को नशामुक्त राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की भी अपील की। शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लगभग 49 प्रतिशत क्षेत्र में सेब का उत्पादन किया जाता है तथा कुल फल उत्पादन में इसका 84 प्रतिशत योगदान है। राज्य में सेब की अर्थव्यवस्था 5000 करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने कहा कि मौसम में परिवर्तन तथा रासायनिक कीटनाशकों के अधिक प्रयोग ने फल उत्पादन से लेकर गुणवत्ता तक सारी श्रृंखला को प्रभावित किया है। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय ने प्राकृतिक खेती प्रणाली अपनाने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश में रसायन मुक्त खेती को बढ़ावा देने के लिए 2 हजार 481 करोड़ रुपये के राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन को मंजूरी दी है, जिसका प्रदेश को भी लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा प्राकृतिक खेती में स्नातक तथा स्नातकोत्तर कार्यक्रम आरम्भ करने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने युवाओं से केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न स्टार्टअप का उपयोग कर समाज को लाभान्वित करने की अपील की। राज्यपाल ने भारत सरकार द्वारा जारी राष्ट्रीय संस्थागत फ्रेमवर्क रैंकिंग में देश के कृषि विश्वविद्यालयों में 18वां स्थान प्राप्त करने तथा विश्वविद्यालय के अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना केन्द्र को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने रैंकिंग में नौणी विश्वविद्यालय के प्रदर्शन में और सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने डिग्री धारकों से स्वरोजगार अपनाने तथा उद्यमिता का मार्ग अपनाकर रोजगार प्रदाता बनने की अपील की। उन्होंने गहन शोध को समय की मांग बताया तथा बदलते परिप्रेक्ष्य में कार्यों में गति और गुणवत्ता लाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग पर बल दिया। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने विश्वविद्यालय के 13वें दीक्षांत समारोह तथा स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश कृषि-बागवानी प्रधान राज्य है, जिसने उच्च तकनीक अपनाकर किसानों और बागवानों की आजीविका और आय के साधन बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों और बागवानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। बागवानों की मांग के अनुरूप राज्य सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन का उपयोग करने की पहल की, जिससे राज्य के बागवानों को सेब विपणन में सुविधा और अच्छे दाम मिले हैं। उन्होंने कहा कि अब मंडियों में सेब की खरीद प्रति किलोग्राम के हिसाब से की जा रही है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार सरकार ने मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (एमआईएस) के तहत सेब उत्पादकों की सभी देनदारियों के निपटान के लिए 153 करोड़ रुपये जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि सेब के समर्थन मूल्य में 1.50 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी की गई है, जिससे सेब के समर्थन मूल्य में 12 रुपये प्रति किलो हुआ है। बागवानी मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप बागवानी नीति को लागू करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य होगा, जिससे 82,500 लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती में अनुसंधान एवं विकास के लिए विश्वविद्यालय को लगभग 4 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती से उत्पादित मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि 1,292 करोड़ रुपये की एचपी-शिवा परियोजना के तहत वर्ष 2028 तक बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन और ऊना के 28 विकास खंडों में 6000 हेक्टेयर क्षेत्र को बागवानी के अंतर्गत लाने का लक्ष्य है, जिससे 15 हजार से अधिक बागवान परिवार लाभान्वित होंगे। डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेश्वर चंदेल ने दीक्षांत समारोह में राज्यपाल का स्वागत किया तथा विश्वविद्यालय की विभिन्न उपलब्धियों और अन्य गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने शोध गतिविधियों पर अधिक ध्यान केन्द्रित किया है। उन्होंने प्राकृतिक खेती एवं विकास में शोध के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में विश्वविद्यालय को विभिन्न वित्तीय संस्थाओं द्वारा 10 करोड़ रुपये से अधिक की 33 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं तथा लगभग 50 करोड़ रुपये की 159 परियोजनाएं वित्त पोषण के लिए विभिन्न संस्थाओं को भेजी गई हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पिछले एक वर्ष में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 400 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। विधायक अजय सोलंकी, सचिव उद्यान सी. पॉलरासू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवनेश कुमार पंत, राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा, निदेशक कृषि कुमुद सिंह, निदेशक बागवानी विनय सिंह, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह, विश्वविद्यालय सीनेट, प्रबंधन बोर्ड और शैक्षणिक परिषद के सदस्य, विश्वविद्यालय के वैधानिक अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी, स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री धारक और उनके अभिभावक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
सिरमौर जिले के गिरीपार हाटी जनजातीय क्षेत्र में इन दिनों खुशी का माहौल है। लोग ढोल नगाड़ों और हुड़क की धुन पर नाच गा रहे हैं, क्योंकि यहां पर "बूढ़ी दिवाली" पर्व मनाया जा रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में यह पर्व पारंपरिक तरीके से मनाया जाता है। इस पर्व की शुरुआत अमावस्या की रात को मशाल जुलूस से होती है। मान्यता है कि इस जुलूस के साथ बुरी आत्माओं को गांव से भगाया जाता है और लोग देवताओं का गुणगान करते हुए नाचते गाते हैं। इस पर्व से जुड़ी एक कथा यह भी है कि दैत्यराज राजा बलि जब पाताल लोक से धरती पर आए थे, तो उनके आगमन की खुशी में इस क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली मनाई जाती है। पहाड़ों के लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं को बड़े प्यार से बनाए रखते हैं। गांव से बाहर रहने वाले लोग भी इस पर्व का हिस्सा बनने के लिए हर हाल में अपने गांव लौटते हैं। यह देखकर अच्छा लगता है कि आजकल की युवा पीढ़ी भी इन परंपराओं से जुड़ी हुई है और इन्हें आगे बढ़ाने में मदद करती है।
** हिमाचली व्यंजनों और पारंपरिक संस्कृति की मिलेगी झलक ** पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने किया शुभारम्भ हिमाचल प्रदेश की पारम्परिक संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के मक़सद से शिमला के रिज मैदान पर 10 दिवसीय हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल का आगाज़ हो गया है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत रिज मैदान शिमला और इंदिरा गांधी खेल परिसर में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों और उत्पादों के स्टॉल लगाएं गए हैं जिसका आज ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधिवत शुभारम्भ किया। इस मौके पर अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के मक़सद से दस दिवसीय हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है ताकि महिलाएं अपनी पैरों पर खड़ी हो सकी। मेले में ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पाद और हिमाचली व्यंजनों को शामिल किया है जिससे पर्यटकों को हिमाचली संस्कृति की भी जानकारी मिलती है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू दिल्ली से वापस लौट आए हैं। शिमला में मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ भेदभाव कर रही है। जहां-जहां गैर भाजपा की सरकारें हैं, वहां उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है।मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब आपदा आई, तो राज्य सरकार ने नियमों के मुताबिक पीडीएनए (Post-Disaster Needs Assessment) का 10 हजार करोड़ रुपए मांगा। इसके साथ ही लंबे वक्त से एनपीए का नौ हजार करोड़ रुपए भी मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश का हक है, जो हिमाचल को नहीं मिल रहा है। आने वाले समय में केंद्रीय मंत्रियों से मिलूंगा और कहूंगा कि हिमाचल छोटा राज्य है तो इसका भी ध्यान रखिए। उन्होंने कहा कि 20 दिसंबर को जैसलमेर में पूरे देश के वित्त मंत्रियों की एक बैठक होने वाली है। जिसमें हिमाचल के वित्त मंत्री के तौर पर हिस्सा ले रहा हूं। वह प्रदेश के हितों की पैरवी कर रहे हैं और हिमाचल प्रदेश के अधिकारों को लेकर रहेंगे। सीएम सुक्खू ने कहा कि 11 दिसंबर 2024 को हिमाचल में कांग्रेस सरकार दो साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस दौरान एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। ये कोई जश्न नहीं है, बल्कि एक कार्यक्रम है। जश्न शब्द का इस्तेमाल तो सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से ही किया जाता है। कार्यक्रम में सभी पार्टी के पदाधिकारी शामिल होंगे। बता दें कि हाल ही में एचआरटीसी की बस में राहुल गांधी और विपक्ष के अन्य नेताओं के खिलाफ डिबेट सुनने के मामले ने भी तूल पकड़ा था, जिसपर मुख्यमंत्री सुक्खू से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते किस तरह की बातें क्यों सामने आ रही हैं, साथ ही उन्होंने पूर्व कांग्रेस नेता रहे आचार्य प्रमोद कृष्णम के बयान पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया, जिसमें आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि हिमाचल प्रदेश में आपातकाल जैसे हालात हैं।
जिला हमीरपुर राधा स्वामी सत्संग ब्यास के चैरिटेबल अस्पताल भोटा में मरीजों के सभी वार्ड खाली हो गए हैं। अस्पताल के चार डॉक्टर सत्संग ब्यास के चैरिटेबल अस्पताल सिरसा के लिए रवाना हो गए हैं। इन चारों डॉक्टरों ने शनिवार को ओपीडी में भी सेवाएं नहीं दीं। हालांकि अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिसर सहित दो डॉक्टरों ने ओपीडी में मरीजों को देखा। सरकार की उच्च स्तरीय समिति की बैठक से पहले अस्पताल प्रबंधन ने सामान समेटना शुरू कर दिया है। वहीं इस अस्पताल में 100 से अधिक डॉक्टर और पैरा मेडिकल कर्मचारियों का स्टाफ सेवाएं दे रहा है, जिसमें से चार डॉक्टर सहित 60 लोगों का स्टाफ सिकंदरपुर के लिए भेजा जा रहा है। बाकी स्टाफ को डेरा ब्यास शिफ्ट करने की योजना है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल सेवानिवृत्त एसडीओ रविंद्र खन्ना का कहना है कि 25 नवंबर के बाद से वार्ड में मरीजों को दाखिल करना बंद कर दिया गया था। सरकार तुरंत इस मसले का हल निकाले, ताकि अस्पताल बंद न हो। मुख्यमंत्री सुक्खू की अगुवाई में आज डेरा ब्यास प्रबंधन और अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में मंथन होगा। अस्पताल बहाली के समर्थन में लोग लगातार पांचवें दिन प्रदर्शन में डटे रहे। बता दें कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास की सिस्टर ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह रिलीफ सोसायटी के नाम जमीन स्वामित्व हस्तांतरण के इस मुद्दे के चलते अस्पताल को बंद किए जाने के ब्यास प्रबंधन के आदेशों से लोग आक्रोशित हैं, जबकि सरकार ने आज इस पर बातचीत करने के लिए बैठक बुलाई है। जानकारी के लिए बता दें कि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्हें अस्पताल में उपकरणों की खरीद के लिए जीएसटी देना पड़ता है। डेरा ब्यास प्रबंधन चाहता है कि वर्तमान में राधास्वामी सत्संग ब्यास के तहत चल रहे चैरिटेबल ट्रस्ट के भोटा अस्पताल को ब्यास डेरा की ही सिस्टर कंसर्न या ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर किया जाए। इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है साथ ही लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव करना पड़ेगा। हाल ही में अस्पताल प्रबंधन ने गेट पर 1 दिसबंर 2024 को अस्पताल बंद करने का नोटिस भी गेट पर लगा दिया था।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला जिला के रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र को 100.95 करोड़ रुपए की सौगात दी। उन्होंने 29.22 करोड़ की लागत से निर्मित अत्याधुनिक सीए स्टोर का लोकार्पण किया, जिसकी क्षमता 700 मीट्रिक टन से बढक़र अब 2031 मीट्रिक टन हो गई है। इसके सीए स्टोर से क्षेत्र के सेब बागबानों को बहुत लाभ मिलेगा। यह सीए स्टोर अल्ट्रा मॉर्डन ग्रेडिंग की सुविधा से भी लैस है, जिसकी क्षमता पांच मीट्रिक टन प्रति घंटा है। इस स्टोर में 20.93 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक मशीनें स्थापित की गई हैं। मुख्यमंत्री ने 2.79 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल, 3.92 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित चुंजर-कटलाह, शलान, मेलठी-कुपरी जल आपूर्ति योजना तथा 5.03 करोड़ रुपए की लागत से रोहड़ू ग्रामीण क्षेत्र के लिए पेयजल योजना का लोकार्पण भी किया, जिससे क्षेत्र में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र के लिए विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जिला परिषद शिमला के उपाध्यक्ष सुरेंद्र रेटका, विभिन्न पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, एचपीएमसी के एमडी सुदेश मोख्टा, उपायुक्त अनुपम कश्यप सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लिए 51.74 करोड़ रुपए की विभिन्न सडक़ परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिनमें पोढर-मनदियोड़ी-करासा सडक़, सीमा रंतारी सडक़, समोली-पारसा सडक़, रोहड़ू-अरहल-बशला सडक़ और मेहांडली गनासीधार सडक़ के सुदृढ़ीकरण का कार्य शामिल है। उन्होंने 8.25 करोड़ रुपए की लागत से सीमा कालेज रोहड़ू में बनने वाले छात्रावास का नींव पत्थर भी रखा।
भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा क्रांतिकारी साहित्यकार यशपाल की राज्य स्तरीय जयन्ती का आयोजन 3 दिसम्बर, 2024 को नेता जी सुभाष चन्द्र बोस स्मारक राजकीय महाविद्यालय, हमीरपुर के सभागार में करने जा रहा है। कार्यक्रम में प्रथम सत्र में प्रातः 11ः00 बजे लेखक गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जवाहर लाला नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के सेवानिवृत्त प्रो. चमन लाल ‘क्रांतिकारी साहित्यकार यशपाल के जीवन में क्रांति और साहित्य का सामंजस्य’ विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। प्रदेश भर से आए साहित्यकारों द्वारा भी इस पर चर्चा की जाएगी। रूपी सिराज कला मंच, कुल्लू द्वारा यशपाल की कहानियों पर आधारित नाटक का मंचन किया जाएगा। निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग डॉ. पंकज ललित ने बताया कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी यशपाल कहानीकार के साथ-साथ उपन्यासकार भी थे। उनकी कहानियों और उपन्यासों के अनुवाद मराठी, गुजराती, तेलगु, मलयालम, अंग्रेजी, रूसी और फ्रेंच भाषाओं में भी प्रकाशित हुए हैं। इनके 50 से अधिक कहानी संग्रह, उपन्यास, लेख संग्रह, नाटक व जेल संस्मरण प्रकाशित हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश के ग्रीष्म और शीतकालीन स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 में 30 छुट्टियां फिक्स रहेंगी। 22 छुट्टियां मौसम के हिसाब से जिला उपायुक्त तय करेंगे। अधिक गर्मी, सर्दी और बरसात पड़ने पर इन 22 छुट्टियों को दिया जाएगा। सरकारी स्कूलों की 52 वार्षिक छुट्टियाें का कैलेंडर बनाने में जुटे शिक्षा विभाग ने यह प्रस्ताव तैयार कर दिया है। इस साल छुट्टियों का पुराना शेड्यूल ही जारी रहेगा। बीते पांच साल के दौरान प्राकृतिक कारणों के चलते कब-कब किस-किस क्षेत्र के स्कूल में छुट्टियां देनी पड़ीं, अब इसका रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। जनवरी और फरवरी 2025 में एसएमसी, विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों और आम जनता से भी इसके बारे में सुझाव मांगे जाएंगे। सुझावों पर विचार करने के बाद 2025-26 की छुट्टियों का शेड्यूल तैयार किया जाएगा। शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने बताया कि प्रदेश की भौगोलिक स्थिति भिन्न है। ऊना, बिलासपुर जैसे जिलों में जहां गर्मियां बहुत अधिक होती हैं, वहीं लाहौल-स्पीति, किन्नौर व चंबा में बर्फबारी अधिक रहती है। शिमला, कांगड़ा, मंडी, सोलन में बरसात अधिक होती है। अभी ग्रीष्म व शीतकालीन स्कूलों में छुट्टियों का एक तय प्रारूप है। कई बार देखा गया है कि बरसात की छुटि्टयां समाप्त होने के बाद बारिश की तीव्रता अधिक रहती है। ऐसे में स्कूलों में छुट्टियां करनी पड़ती हैं। कई जिलों में लू चलने पर स्कूल बंद करने पड़ते हैं। इन कारणों के चलते स्कूलों में निर्धारित 52 छुट्टियाें से ज्यादा अवकाश हो जाते हैं। शिक्षा सचिव ने कहा कि इसे ठीक करने के लिए अब 30 छुट्टियां स्कूलों में फिक्स रहेंगी। ये छुट्टियां त्योहारी सीजन और परीक्षा समाप्त होने के बाद मिलेंगी। शेष 22 पर जिला प्रशासन मौसम की स्थिति को देखते हुए देने का फैसला करेंगे। इस प्रस्ताव को लेकर सभी हितधारकों से चर्चा की जाएगी। अगर कोई और अच्छा विकल्प मिलेगा तो उस पर भी विचार किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के ट्राइबल जिला लाहौल स्पीति के रोहतांग की ऊंची चोटियों पर दोपहर बाद हल्की बर्फबारी शुरू हुई। रोहतांग टॉप पहुंचे पर्यटकों ने यहां खूब मौज मस्ती की। हालांकि कुछ देर बाद बर्फ रुक गई है। बीते शनिवार को भी यहां बर्फबारी हुई थी, जबकि कोकसर में सुबह ओलावृष्टि हुई। पिछले 36 घंटों से लाहौल व मनाली की ऊंचे क्षेत्रों में मौसम परिर्वतन शील बना हुआ है। हालांकि मनाली व कुल्लू के निचले क्षेत्रों में सुबह से धूप खिली हुई है। किसान व बागवान चार महीनों से बारिश न होने से आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं।
सुक्खू ने रोहड़ू के राजकीय महाविद्यालय सीमा का नाम पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से इस कॉलेज में बीएड कोर्स भी शुरू किया जाएगा। उन्होंने छात्रावास के निर्माण को वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। सीएम काॅलेज के वार्षिक समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने रोहड़ू में 100 करोड़ की विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। 29.22 करोड़ से बने एचपीएमसी के सीए स्टोर का लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि पूर्व जयराम सरकार ने शिक्षा के स्तर को नीचे गिरा दिया है। चुनावी लाभ के लिए बिना बजट 900 शिक्षण व स्वास्थ्य संस्थान खोल दिए। सरकार जनहित में कड़े निर्णय ले रही है, जिसके आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति की राह कांटों भरी होती है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों में पीरियड आधार पर शिक्षक रखे जाएंगे। किसी कॉलेज में कोई शिक्षक छुट्टी पर जाता है तो इनके माध्यम से पढ़ाई जारी रखने में मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं का कॉलेज स्तर पर डाटा एकत्र होगा। आवश्यकता पड़ने पर कॉलेज प्रिंसिपल इनसे संपर्क कर इनकी पीरियड के आधार पर सेवाएं ले सकेंगे। शिक्षा विभाग जल्द इस संदर्भ में दिशा-निर्देश जारी करेगा। सीएम उच्च शिक्षा के समक्ष चुनौतियां विषय पर शिमला में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। सीएम ने कहा कि नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में पढ़ाई के तरीकों में किए बदलाव के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। स्कूलों के बाद अब कॉलेजों में बदलाव के लिए रूपरेखा बनाई जा रही है। नए सत्र से कई कॉलेजों में बीएड भी शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेजों के पुस्तकालयों की रैंकिंग वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से तय की है। कॉलेज में खेलकूद सहित अन्य गतिविधियों पर भी फोकस किया जा रहा है। शिमला के डिग्री और संस्कृत कॉलेजों के प्रिंसिपलों समेत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सीएम ने कहा कि गुणात्मक शिक्षा पर सरकार जोर दे रही है। शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई का माहौल निरंतर बनाए रखने के लिए ही शिक्षकों के साल भर होने वाले तबादलों पर रोक लगाई गई है।
राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा में वर्ड एड्स डे के उपलक्ष पर आज रेड रिबन क्लब की नोडल अधिकारी सहायक प्राध्यापक शीतल के दिशा निर्देश में, रेड रिबन क्लब ने, राष्ट्रीय सेवा योजना तथा स्काउट एंड गाईड एवं सड़क सुरक्षा के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करवाईं। इसमें चित्रकला , नारा लेखन और मेंहदी जैसी प्रतियोगिताओं के साथ-साथ छात्रो के समूहों ने गांव में घर घर जाकर लोगों जागरूक किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के खेल के मैदान में ह्यूमन चैन भी बनाई और छात्रों ने डाडासीबा के बाजार एवं गांव में एक रैली निकाली। इस रैली का उद्देश्य लोगों एड्स तथा टीबी जैसी बीमारियों से बचाब की जानकारी देना था l इस रैली की अध्यक्षता नोडल अधिकारी प्रोफेसर शीतल ने की । इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफेसर देवेंद्र सिंह, प्रोफेसर खेमचंद और प्रोफेसर पलक सिंह, पुस्तकालयाध्यक्षा अंजना कुमारी भी मौजूद रही।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल प्रथम दिसम्बर, 2024 को सोलन के प्रवास पर आ रहे हैं। शिव प्रताप शुक्ल प्रथम दिसम्बर, 2024 को प्रातः 10.00 बजे डॉ. यशवंत सिंह परमार वानिकी एवं बागवानी विश्वविद्यालय नौणी के स्थापना दिवस में भाग लेंगे तथा विश्वविद्यालय के 13 वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास तथा जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण में विभिन्न उत्सवों एवं महोत्सवों की सराहनीय भूमिका रही है। जगत सिंह नेगी गत देर सांय अर्की विधानसभा क्षेत्र के कुनिहार में दो दिवसीय ‘रियासत विंटर कार्नीवाल’ कार्यक्रम का शुभारम्भ करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। जगत सिंह नेगी ने कहा कि हमारी समृद्ध संस्कृति पर्यटकों और प्रदेशवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र रही है। उन्होंने कहा कि संस्कृति का प्रचार-प्रसार तभी सुनिश्चित होता है जब उस संस्कृति को समझने वाले अन्य को इस विषय की सारगर्भित जानकारी प्रदान कर सकें। उन्होंने आग्रह किया कि प्रदेश के कलाकार यह सुनिश्चित बनाएं कि लोगों तक हिमाचल की समृद्ध संस्कृति विशुद्ध रूप से पहुंचे। उन्होंने आशा जताई कि दो दिवसीय विंटर कार्नीवाल हिमाचली कलाकारों को बेहतर मंच प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। राजस्व मंत्री ने कहा कि मौलिक लोक संस्कृति प्राचीन युग की धरोहर है इसमें प्राचीन लोक सांस्कृतिक विरासत का प्रतिबिंब परिलक्षित होता है। उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों को उचित मंच, मानदेय व सम्मान देने के लिए प्रदेश सरकार निरंतर प्रयासरत है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम लोक कलाकारों को बेहतर मंच प्रदान करने तथा उनकी प्रतिभाओं को उभारने में सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को आगे ले जाने के लिए युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति से रू-ब-रू करवाना आवश्यक है। राजस्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बना रही है कि देश के संविधान के अनुरूप न केवल विभिन्न कार्य पूरे हो अपितु लोगों को भी विकास के लाभ समय पर मिलें। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने क्षेत्र के विकास का नियमित अनुश्रवण करें और अपनी समस्या विधि सम्मत रूप से उच्च स्तर तक पहुंचाएं। अर्की विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि लोक कलाकारों और स्थानीय प्रतिभाओं को सशक्त मंच प्रदान करने के लिए यह आवश्यक है कि मेलों और उत्सवों में स्थानीय प्रतिभाओं को अधिक से अधिक समय दिया जाए। उन्होंने आशा जताई कि विंटर कार्नावाल विशेष रूप से युवाओं को हिमाचल की लोक लुभावनी संस्कृति की बहुआयामी जानकारी प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कुनिहार में पहली बार रियासत विंटर कार्नीवाल आयोजित करने के लिए आयोजन समिति को बधाई दी। स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान राकेश ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। रियासत विंटर कार्निवाल की प्रथम सांस्कृतिक संध्या में कुमार साहिल, अर्जुन गोपाल, रंजना रघुवंशी, मास्टर लकी, श्रुति शर्मा तथा धर्मेंद्र सहित कई कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। बाघल लैंड लूजर समिति के अध्यक्ष जगदीश ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के सतीश कश्यप, प्रधान-उप प्रधान परिषद के अध्यक्ष रूप सिंह ठाकुर, उपमण्डलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, राज्य विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता देवेंदर कौंडल, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता विवेक कटोच, खण्ड स्वास्थ्य अधिकारी अर्की डॉ. तारा चंद नेगी, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता बी.आर. कश्यप, विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी, अन्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
चंबा जिला के जनजातीय उपमंडल भरमौर में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में एक स्कूली छात्रा की मौत हो गई। सुबह-सुबह घर से स्कूल के निकली छात्रा ठोकर लगने के कारण गहरी खाई में जा गिरी और उसकी मौत हो गई। मृतक छात्रा भरमौर क्षेत्र की ग्राम पंचायत बड़ग्रां के भद्रा गांव से संबंध रखती थी और सीनियर सेकेंडरी स्कूल मांधा में दसवीं कक्षा की छात्रा थी। बहरहाल पुलिस ने सिविल अस्पताल भरमौर में शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद इसे परिजनों को सौंप दिया है। वहीं, प्रशासन की ओर से पीडित परिवार को फौरी राहत प्रदान की गई है। जानकारी के अनुसार भद्रा गांव की 16 वर्षीय वर्षा देवी पुत्री सुभाष कुमार शुक्रवार सुबह घर से सीनियर सेकेंडरी स्कूल मांधा के लिए निकली थी। इस दौरान गांव के अन्य बच्चे भी उसके साथ थे। बताया जा रहा है कि बन्नी गांव से पीछे एक नाले के पास से गुजरते वक्त अचानक उसे ठोकर लगी और वो सीधे ढांक से अढ़ाई सौ मीटर नीचे गहरी खाई में जा गिरी। खाई गिरने के कारण शरीर पर गंभीर चोटें आईं। इसके चलते छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। साथ में स्कूल जा रहे बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया। सूचना पाते ही स्थानीय लोग भी मौके पर पहुंचे और पुलिस थाना भरमौर को भी इस मामले की सूचना दी गई। लिहाजा पुलिस ने मौके पर पहुंच ग्रामीणों की मदद से शव को खाई से निकला और सिविल अस्पताल भरमौर में पोस्टमार्टम करवाने के बाद इसे परिजनों को सौंप दिया है। एडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा ने कहा कि, मृतक छात्रा के परिजनों को प्रशासन की ओर से 25 हजार की राशि फौरी राहत के तौर पर प्रदान कर दी है। प्रशासन परिवार की हर संभव मदद करने का प्रयास करेगा।
** पुलिस ने बताया महिला पर पहले से हिमाचल और पंजाब में पांच केस दर्ज जिला पुलिस नूरपुर के अंतर्गत उपमंडल इंदौरा के भदरोआ क्षेत्र में पुलिस ने एक रिहायशी मकान से 51 ग्राम चिट्टा बरामद किया है और मकान की मालकिन को हिरासत में लिया है। इस बारे में जानकारी देते हुए एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर भदरोआ स्थित एक घर पर कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान 51 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया और घर की मालकिन, अलका पत्नी राज कुमार, को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि आरोपी महिला के खिलाफ पहले से ही हिमाचल प्रदेश और पंजाब के विभिन्न पुलिस थानों में कुल पांच मामले दर्ज हैं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
शिमला के रिज मैदान वैसे तो वाहनों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र है। यहां पर कोई भी शख्स अपने वाहन से नहीं आ सकता। यहां केवल एंबुलेंस, अग्निशमन, पानी के टैंकर, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के काफिले को ही आने की अनुमति है लेकिन इन दिनों रिज मैदान से गुजरते हुए दो ट्रकों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, एक भारी भरकम क्रेन भी रिज मैदान पर नजर आ रही है। इसको लेकर शिमला नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर संजीव गांधी ने एसपी संजीव गांधी को पत्र लिखकर कर शिकायत की है। टिकेंद्र पंवर ने एसपी को लिखा "एक भारी भरकम क्रेन रिज पर आती है और लोहे के बड़े-बड़े पिलरों को उठाती है। ऐसे में रिज को खतरा हो सकता है। यही नहीं शाम को दो ट्रक रिज पर क्राइस्ट चर्च की तरफ से आते हुए दिखाई दे रहे हैं। इन्हें रिज मैदान पर आने की अनुमति किसने दी कृपया इसकी जांच की जाए। हैरानी की बात यह है कि शिमला पुलिस को भी यह पता नहीं था कि इन ट्रकों को रिज मैदान पर आने की अनुमति किसने दी। एएसपी शिमला नवदीप सिंह ने बताया "यह दोनों ट्रक सरस मेले की तैयारियों का सामान लेकर आए थे, इन्हें रिज मैदान पर आने की अनुमति किसने दी इसकी जांच की जा रही है। रिज मैदान के नीचे ब्रिटिश काल में एक टैंक बना था। आज भी शिमला शहर को उसी टैंक से पानी की सप्लाई की जाती है। ऐसे में टैंक के ऊपर भारी वाहनों के चलने पर भी रोक है। भारी वाहनों से टैंक को खतरा हो सकता है इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
लगातार दो महीने से बारिश न होने और सूखे जैसी हालात के बीच हिमाचल प्रदेश की पेयजल योजनाओं में 20 फीसदी तक पानी घट गया है। इससे राज्य के कई इलाकों में पेयजल सप्लाई भी प्रभावित होने लगी हैं। आगे भी अगर यही हालात रहे तो इससे न केवल सर्दियों में पेयजल की कमी सकती है, बल्कि अगले वर्ष की गर्मियों तक इसका असर नजर आ सकता है। राज्य में कुल जलापूर्ति योजनाओं की संख्या 10,067 है, जबकि 41,835 हैंडपंप हैं। इनमें पानी का स्तर प्रभावित होने लगा है। बरसात के बाद से सूखे जैसी स्थिति बन चुकी है। इसके बाद जलापूर्ति योजनाओं की स्टेटस रिपोर्ट लेने के लिए राज्य सरकार के जल शक्ति विभाग ने ब्योरा मांगा। उसके बाद फील्ड से आई प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार कई योजनाओं में 20 प्रतिशत तक पानी की कमी दर्ज की गई है। जलशक्ति विभाग की प्रमुख अभियंता अंजु शर्मा ने कहा कि बारिश न होने से कई जगहों पर जलापूर्ति योजनाओं के स्रोतों में पानी की 5 फीसदी ताे कहीं 10 और कुछ जगह 20 फीसदी कमी भी दर्ज की गई है, मगर अभी कहीं से भी ऐसी रिपोर्ट नहीं आई है कि पेयजल की बड़ी किल्लत हुई हो। सोमवार को फील्ड से इस संबंध में ताजा रिपोर्ट ली जाएगी। चंबा जिले में मौसम की मार से प्राकृतिक जलस्रोतों, नदी-नालों और खड्डों में 20 से 30 फीसदी पानी की कमी दर्ज की गई है। वहीं, कांगड़ा, हमीरपुर और मंडी जिले की कुछ पेयजल योजनाओं में भी जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। जलस्तर में कमी आने से जलशक्ति विभाग की चिंताएं भी बढ़ गई है। विभाग का कहना है कि अगर बारिश, बर्फबारी न हुई तो कुछ स्थानों पर पानी की किल्लत गहरा सकती है। जलशक्ति विभाग उपभोक्ताओं से अभी से पेयजल की बचत करने की अपील भी कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में माैसम ने करवट बदली है। रोहतांग के साथ कुल्लू व लाहौल की ऊंची चोटियों पर रुक-रुककर बर्फबारी का दाैर शुरू हो गया है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से माैसम में यह बदलाव आया है। जिला कुल्लू में सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं और ठंड भी पहले के मुकाबले अधिक हो गई है। तापमान में आई गिरावट से रोहतांग के साथ ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिर रहे हैं। किसान-बागवान बारिश व पर्यटन कारोबारी लंबे समय से बारिश-बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। कुल्लू सहित अन्य जिलों में तीन माह से सूखा पड़ा है।माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार चंबा, कुल्लू, लाहाैल-स्पीति, कांगड़ा और किन्नाैर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज से 3 दिसंबर तक बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में आगामी सात दिनों तक माैसम साफ रहने के आसार हैं। 4 दिसंबर से सभी जिलों में माैसम साफ रहने की संभावना है। वहीं शनिवार सुबह मंडी में हल्का कोहरा दर्ज किया गया। शिमला में न्यूनतम तापमान 8.2, सुंदरनगर 4.9, भुंतर 3.2, कल्पा 0.4, धर्मशाला 8.8, ऊना 4.5, नाहन 11.1, पालमपुर 6.0, सोलन 4.5, मनाली 2.5, कांगड़ा 6.2, मंडी 5.6, बिलासपुर 6.3, चंबा 6.8, जुब्बड़हट्टी 8.3, कुकुमसेरी -5.4, भरमाैर 6.0 , सेऊबाग 2.5, धाैलाकुआं 8.1, बरठीं 4.2, समदो -2.2, सराहन 7.1, ताबो -9.4 व देहरा गोपीपुर में 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का मजबूत संगठन बनाने के लिए हाईकमान ने मुख्यमंत्री सुक्खू और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ शुक्रवार को विस्तार से चर्चा कर कई टिप्स दिए। दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान हाईकमान ने सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल बनाकर चलने का दोनों नेताओं को पाठ पढ़ाया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई बैठक में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी, प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ल सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कमेटी की बैठक के बाद मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने केसी वेणुगोपाल और राजीव शुक्ल के साथ अलग से बैठक की। वेणुगोपाल और शुक्ल को मुख्यमंत्री ने सरकार की गतिविधियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने भाजपा की ओर से सरकार के खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार से भी अवगत कराया। उन्होंने सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर 11 दिसंबर को बिलासपुर में होने वाले समारोह में आने के लिए कई वरिष्ठ नेताओं को न्योता भी दिया। उधर, प्रतिभा सिंह ने संगठन की नई कार्यकारिणी गठित करने की प्रक्रिया की जानकारी दी। सह प्रभारी विदित चौधरी और चेतन चौहान ने तीन दिनों तक प्रदेश पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में कई वरिष्ठ नेताओं सहित फ्रंटल संगठन के प्रतिनिधियों से बैठक की है। जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यकारिणी गठित करने के लिए पर्यवेक्षकों ने भी काम संभाल लिया है। केसी वेणुगोपाल ने पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को संगठन में स्थान देने को कहा। राजीव शुक्ल ने युवाओं और महिलाओं को भी उचित प्रतिनिधित्व देने को कहा। आज मुख्यमंत्री दिल्ली से सीधे रोहड़ू जाएंगे। रोहड़ू में कई शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। दोपहर बाद राजधानी शिमला लौटकर राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला में उच्च शिक्षा के समक्ष चुनौतियों को लेकर आयोजित कॉलेज प्रिंसिपलों की बैठक में जाएंगे