-पंचायत समिति सदस्य प्रशिक्षण वर्ग में बोले पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष -कहा, केंद्र सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाए कार्यकर्ता, कोई भी न रह जाए अछूता शिमला : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि देश के लोकतंत्र में पंचायत की इकाई सबसे महत्वपूर्ण है। पंचायत स्तर पर कार्यकर्ता एक-एक व्यक्ति से जुड़े और लोगों को केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री द्वारा चलाई जा रही जनहित की योजनाओं के बारे में बताए। हर लाभार्थी तक केंद्र की योजनाएं पहुंचे, यह भी सुनिश्चित करना कार्यकर्ता की ज़िम्मेदारी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिससे देश के हर वर्ग का समुचित विकास हो सके। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर फेल हो गई है। सरकार बने एक साल होने को है और अब तक एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई है। प्रदेश में विकास के सारे कार्य ठप पड़े हैं। वह शिमला के ठियोग में पंचायत समिति सदस्य के प्रशिक्षण वर्ग में बोल रहे थे। जयराम ठाकुर ने कहा कि कार्यकर्ता ही पार्टी का आधार होते हैं। बीजेपी आज दुनिया की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी है। बीजेपी में सबसे ज़्यादा कार्यकर्ता हैं। लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास रखने वाली भारतीय जनता पार्टी में हर कार्यकर्ता को शीर्ष पर पहुंचने का अवसर मिलता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पूर्ण समर्पण और अनुशासन के साथ जन-जन से जुड़कर पार्टी को मज़बूत करने के लिए काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हर बूथ और हर पंचायत से बीजेपी को मज़बूत बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मज़बूत करना है। जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश में हर क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान के आदर्शों के साथ भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। किसानों को कृषि कार्यों के लिए उर्वरकों की कमी न हो इसलिए प्रधानमंत्री ने उर्वरकों पर 22 हज़ार करोड़ रुपये से ज़्यादा की सब्सिडी दी है। इसके अलावा किसानों को 'किसान सम्मान निधिÓ, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास, आयुष्मान, स्वच्छ भारत मिशन, जैसी दर्जनों जनहित की योजनाओं से करोड़ों लोगों को लाभ मिल रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्तमान की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है। चुनाव जीतने के लिए प्रदेश के लोगों से झूठ बोला। सरकार बन जाने के बाद एक भी वादे को पूरा नहीं किया। चुनाव के समय हर नेता कांग्रेस की दस गारंटियों की बात करते थे लेकिन सरकार बन जाने के बाद सभी नेता गारंटियों का नाम ही नहीं ले रहे हैं। वह भूल गए हैं कि इस तरह से काम नहीं चलेगा। प्रदेश के लोग लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के इस झूठ का जवाब देने के लिए तैयार है।
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव की मुख्य आकर्षण भगवान नरसिंह की चौथी भव्य जलेब आज पूरे लाव लश्कर व गाजे-बाजे के साथ निकली। ढालपुर स्थित दशहरा मैदान में राजा की चाननी से शुरू हुई जलेब में बाह्य सराज के देवताओं ने भाग लिया। शाम करीब 4 बजे शुरू हुई जलेब उपायुक्त कार्यालय कुल्लू से होकर जिला अस्पताल और कलाकेंद्र होकर शाही अंदाज में ढालपुर से वापस अपने स्थान पर पहुंची। अलौकिक, अदभुत व भव्य जेलब में जिला कुल्लू के बाह्य सराज आनी के देवताओं ने भाग लेते हुए जलेब को आकर्षक बनाया। ढोल-नगाड़ों, करनाल, नरसिंगों व शहनाई की स्वरलहरियों की धुनों के साथ देवता के कारकूनों, हरियानों तथा देवलुओं ने देव रथों के संग नृत्य किया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं व युवतियां भी शामिल रहीं। जलेब यात्रा में सबसे आगे भगवान नरसिंह की घोड़ी, उसके पीछे देवता और साथ में भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह पालकी में सवार होकर आगे बढ़े। जलेब में सोने-चांदी के मुख मोहरों से सजे अधिष्ठाता खुडीजल, व्यास ऋषि, कोट पझारी, टकरासी नाग, चोतरू नाग व बिशलूनाग ने भाग लिया। जलेब के अलौकिक नजारे को देखने के लिए भवनों की छतों व रास्तों में लोगों व पर्यटकों के कदम ठहर गए। दशहरा उत्सव की अंतिम जलेब छठे दिन मोहल्ला पर्व के बाद निकलेगी। देवता खुडीजल के कारदार शेर सिंह, व्यास ऋषि के कारदार इंद्र सिंह, देवता कोट पझारी के कारदार भागे राम राणा तथा टकरासी नाग के कारदार अमर सिंह व पुजारी पूर्ण शर्मा ने कहा कि देवता सैकड़ों सालों से जलेब में भाग लेकर परंपरा को निभा रहे हैं।
कांगड़ा जिले में आपदा प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत 45 सूचीबद्व पुनरुद्धार कार्यों के लिए 185 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि मानसून सीजन में भारी बारिश के कारण आपदा आने पर सरकार ने पंचायतों-गांवों में अधिक से अधिक पुनरुद्धार कार्य मनरेगा के तहत करने के निर्देश दिए थे ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे को पुन: विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला की 15 विकास खंडों में आपदा से प्रभावित 13350 कार्यों की सूची भेजी गई थी जिसे स्वीकृति प्रदान की गई है। इंदौर ब्लॉक में 1158 कार्यों के लिए 39.50 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं इसी तरह से प्रागपुर ब्लॉक में 22 पंचायत में 124 कार्य स्वीकृत किए गए हैं जिस पर 2 करोड रुपए खर्च किया जाएगा। लंबागांव ब्लॉक में 127 पंचायत में 260 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 21 करोड़ के रुपए के करीब व्यय की जाएगा। बैजनाथ ब्लॉक में 76 पंचायत में 1000 कार्य मनरेगा के तहत स्वीकृत किए गए हैं इस पर 7 करोड़ 23 लाख के आसपास राशि खर्च की जाएगी। फतेहपुर ब्लाक में 1123 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 11 करोड रुपए स्वीकृत किए गए हैं। नगरोटा बगबां ब्लॉक में 49 पंचायत में 680 कार्य स्वीकृत किए गए हैं 7 करोड़ के करीब खर्च किया जाएगा इस तरह से रैत ब्लॉक में 55 पंचायत के लिए 923 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 1298 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी सुलह ब्लॉक 1218 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 17 करोड़ की अनुमानित राशि खर्च की जाएगी नगरोटा सूरियां ब्लॉक में 21 पंचायत में 64 कार्य स्वीकृत किए गए हैं 87 लाख की राशि व्यय की जाएगी। कांगड़ा ब्लॉक में 81 पंचायत के लिए 1204 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 22 करोड़ 59 लाख की राशि व्यय की जाएगी पंचरूखी ब्लाक में 70 पंचायत में 1154 कार्य स्वीकृत किए गए हैं 13 करोड़ 65 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। बड़ोह ब्लॉक में 17 पंचायत में 45 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 65 लाख की राशि स्वीकृत की जाएगी। भवारना ब्लॉक में 747 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर करीब 8 करोड़ 52 लाख की राशि व्यय की जाएगी देहरा ब्लॉक 1741 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 15 करोड़ की राशि व्यय की जाएगी धर्मशाला ब्लॉक की 14 पंचायत के लिए सौ विभिन्न कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 2 करोड़ 34 लाख की राशि व्यय की जाएगी। ग्रामीण स्तर पर पुनरुद्धार कार्यों को तेजी से करें पूरा उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर मनरेगा के तहत स्वीकृत पुनरुद्धार कार्यों को तेजी से पूरा करें ताकि प्रभावितों को सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि डीआरडीए के परियोजना अधिकारी को निर्देश दिए कि वे हर 15 दिन में मनरेगा में पुनरुद्धार कार्यों को लेकर समीक्षा करें। मनरेगा मस्टरोल, सामान खरीद जैसी व्यवहारिक समस्याओं के समाधान के लिए भी कार्य करें ताकि मनरेगा के कार्यों में किसी भी तरह का बिलंव नहीं हो।
-केंद्रीय मंत्री ने कहा, हिमाचल में कांग्रेस भी फेल और गारंटियां भी फेल हमीरपुर के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को हमीरपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजस्थान में कांग्रेस की महिलाओं को सालाना दस हजार रुपये देने की गारंटी के सवाल के जवाब में कहा कि जितनी झूठी कांग्रेस है, उतनी ही झूठी इसकी गारंटियां हैं। इसलिए कांग्रेस भी फेल और उसकी गारंटियां भी फेल हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में जो गारंटियां दी थीं, वे भी फेल हो गई हैं। 10 महीने प्रदेश में कांग्रेस सरकार बने हुए हो गए हैं। अभी तक प्रदेश की बहनें इंतजार कर रही हैं कि कब 1500-1500 रुपये उनके खाते में आएंगे। दूसरी गारंटी कांग्रेस ने दी थी कि वह दो रुपए किलो गोबर खरीदेंगे पर नहीं खरीदा। प्रदेश में कांग्रेस ने बिजली के बिल माफ करने की बात कही थी अब वही बिल बढ़कर आ रहे हैं। पिछली सरकार में जो पानी के बिल माफ हुए थे, अब वह बिल भी कांग्रेस सरकार ने देना शुरू कर दिए हैं। राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी कहा था कि सबके कर्ज माफ करेंगे, लेकिन नहीं किया। हिमाचल में भी जब इन्होंने पिछली सरकार बनाई थी तब कहा था कि हर घर से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देंगे और बेरोजगारी भत्ते देंगे, लेकिन वह भी नहीं दिया था। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के दो राज्यों के मुख्यमंत्री के कार्यालय में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल हैं। लेकिन कार्रवाई होने पर केंद्र सरकार पर इल्जाम लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में खुद कांग्रेस के लोगों के द्वारा लाल डायरी का जिक्र किया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उस पर कोई भी टिप्पणी नहीं करते हैं। टीएमसी सांसद महुआ के भाजपा पर की जा रही बयानबाजी पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि संसदीय आचार समिति के द्वारा जब किसी को तलब किया जाता है तो उसको अपना बयान दर्ज करवाने जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है और इसमें कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी। हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सके।
-शूलिनी विश्वविद्यालय में हुआ पहला राष्ट्रीय मार्वल मीडिया उत्सव स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशंस, शूलिनी यूनिवर्सिटी ने अपने पहले राष्ट्रीय मार्वल मीडिया फेस्ट-2023 की सफलतापूर्वक मेजबानी की, जो शनिवार को संपन्न हुआ। दो दिवसीय कार्यक्रम में पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कई संस्थानों ने भाग लिया और मीडिया के क्षेत्र में विविध प्रतिभाएं एक साथ आईं और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय ने समग्र विजेता के रूप में रनिंग ट्रॉफी हासिल की। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, चितकारा विश्वविद्यालय, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय (जीएनडीयू) और शूलिनी विश्वविद्यालय सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों ने छात्रों के कौशल और रचनात्मकता को प्रदर्शित करने के लिए आयोजित प्रतियोगिताओं में भाग लिया। छात्रों ने फोटोग्राफी, एंकरिंग, डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माण, विज्ञापन, फोटो कैप्शनिंग, क्विज, मोबाइल पत्रकारिता, रेडियो जॉकींग, स्क्रिप्ट राइटिंग, स्किट परफॉर्मेंस, डिजिटल आर्ट और पोस्टर डिजाइन जैसे कई प्रतिस्पर्धाओं में भाग लिया। मीडिया उत्सव शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पी के खोसला के एक संबोधन के साथ शुरू हुआ, जिसमें समाज में पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया। प्रो. चांसलर विशाल आनंद ने कहा कि शूलिनी विश्वविद्यालय में पहले राष्ट्रीय मार्वल मीडिया फेस्ट के उद्घाटन ने मीडिया और संचार के क्षेत्र में रचनात्मकता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देते हुए भविष्य के कार्यक्रमों के लिए एक उच्च मानक स्थापित किया है। विशेष आमंत्रित सदस्य, शूलिनी विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय मामलों के मुख्य सलाहकार, संजीव अरोड़ा ने छात्रों को मीडिया पेशे में ईमानदारी और कड़ी मेहनत के मूल्यों को बनाए रखने और क्षेत्र में प्रतिष्ठित पदों के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। हिमाचल लोक सेवा आयोग (एचपीएससी) के पूर्व अध्यक्ष, अनुभवी पत्रकार के एस तोमर मुख्य अतिथि थे, और धारावाहिक उद्यमी और लेखक कुणाल नंदवानी समापन कार्यक्रम के सम्माननीय अतिथि थे। केएस तोमर ने उभरते पत्रकारों के लिए दृढ़ता, प्रतिबद्धता और मिलनसार भावना सहित आवश्यक गुणों पर प्रकाश डालते हुए मूल्यवान अंतर्दृष्टि साझा की। उन्होंने स्रोतों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया और अहंकार को पत्रकारिता में सफलता में बाधा बताते हुए इस से दूर रहने की सलाह दी। स्कूल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन के निदेशक प्रो.विपिन पब्बी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। पूरे परिसर में विभिन्न स्थानों पर आयोजित प्रतियोगिताओं का मूल्यांकन बाहरी न्यायाधीशों शाश्वत कौशल, मिशा बाजवा चौधरी, ललित शर्मा, विवेक मोहन, नेहा शर्मा, जोशुआ कंवर, विवेक अत्रे, शिखा सूद, अमित रे, अविन शर्मा और कुणाल नंदवानी के पैनल द्वारा किया गया। और शूलिनी विश्वविद्यालय के निर्णायक आशू खोसला, नीरज कुमार, निष्ठा आनंद, इंदु नेगी और अंकुर बशर थे। शूलिनी विश्वविद्यालय में नवाचार और प्रौद्योगिकी के अध्यक्ष आशीष खोसला ने सफलता के लिए तैयारी के महत्व पर जोर दिया, जबकि सम्मानित अतिथि कुणाल नंदवानी ने निष्ठा आनंद के साथ एक आकर्षक फायरसाइड चैट के दौरान एआई और ऑटोमेशन की विकसित दुनिया में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ऐड मैड, मोजो, थिएट्रिकल एक्ट, रेडियो जॉकी, क्विज़, स्क्रिप्ट द पिक्चर और बैंग बैंग फोटो कैप्शन, डिजिटल आर्ट और पोस्टर मेकिंग सहित कई कार्यक्रमों में विजेता बनी। शूलिनी यूनिवर्सिटी ने डॉक्यूमेंट्री में पहला स्थान हासिल किया, जीएनडीयू ने एंकरिंग में और चितकारा यूनिवर्सिटी ने फोटोग्राफी और स्टैंड अप कॉमेडी में जीत हासिल की। कार्यक्रम का समापन शूलिनी विश्वविद्यालय की ट्रस्टी और निदेशक श्रीमती निष्ठा शुक्ला आनंद के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिन्होंने मार्वल मीडिया फेस्ट को शानदार सफलता दिलाने वाले सभी प्रतिभागियों, समन्वयकों और योगदानकर्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया और छात्रों को लाभ के लिए ऐसे व्यावहारिक ज्ञान कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
जिला सिरमौर के विद्युत मंडल राजगढ़ के तहत पड़ने वाले क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी। सहायक अभियंता विद्युत मंडल राजगढ़ आदर्श वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 33 केवी उप केंद्र राजगढ़, खेरी, चाड़ना और पनोग में 33केवी और 11 केवी लाइनों की मरम्मत व जरूरी रख-रखाव के चलते राजगढ़, खेरी, भल्टा माछेर, बडूसाहिब, हाब्बन, दीदग, मरयोग, चाड़ना, नोहराधार, बोगधार, पनोग, हरिपुरधार, रोनहाट, कुपवी आदि स्थानों पर 31 अक्तूबर को सुबह 9 बजे से सायं 6 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का जीवन चरित हमें सत्य एवं परिश्रम के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। डॉ. शांडिल आज सोलन के धोबीघाट में महर्षि वाल्मीकि सुधार समिति द्वारा आयोजित ध्वजारोहण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर महर्षि वाल्मीकि मंदिर में पूजा-अर्चना कर सभी के सुख और समृद्धि की कामना की। डॉ. शांडिल ने सभी को महर्षि वाल्मीकि प्रकटोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण जैसी कालजयी कृति की रचना कर विश्व को अनुपम भेंट दी। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने समस्त मानव जाति को सत्य का मार्ग अपनाकर ईश्वर प्राप्ति के लिए प्रेरित किया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम सभी को महर्षि वाल्मीकि का सन्देश जीवन में अपनाना चाहिए और यह प्रयास करना चाहिए कि हमारे कार्यों से जन-जन का कल्याण सुनिश्चित हो। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि क्षेत्र में शीघ्र ही एंबुलेंस मार्ग का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने सामुदायिक भवन के अतिरिक्त निर्माण कार्य के लिए 3 लाख प्रदान करने की घोषणा भी की। उन्होंने महर्षि वाल्मीकि सुधार समिति को अपनी एच्छिक निधि से 11,000 रुपये प्रदान करने की घोषणा की। इस अवसर पर अवगत करवाया गया कि धोबीघाट के 43 आवासों में नगर निगम द्वारा बिजली के मीटर लगाऐ जाएंगे। जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद गण सरदार सिंह ठाकुर, संगीता ठाकुर, पूजा, मनोनीत पार्षद रजत थापा, विजय ठाकुर, खंड कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, खंड कांग्रेस समिति सोलन के महासचिव लोकेंद्र शर्मा एवं कुनाल सूद, अजय कंवर, संधीरा दुल्टा, महर्षि वाल्मीकि सुधार समिति के अध्यक्ष सोहन वीर, उपमण्डलाधिकरी सोलन कविता ठाकुर, अन्य अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति एवं स्थानीय निवासी इस अवसर पर उपस्थित थे।
-निगम के प्रबंध निदेशक बोले, केंद्रों पर किसानों की सुविधा के लिए समुचित प्रबंध सोलन जिला में स्थापित सभी धान खरीद केंद्रों पर किसानों की सुविधा के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं। यह जानकारी हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल ने गत सायं सोलन जिला के नालागढ़ उपमंडल के मलपुर एवं नालागढ़ धान खरीद केंद्रों का निरीक्षण करने के उपरांत दी। राजेश्वर गोयल ने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बना रही है कि किसानों को अपनी धान की फसल विक्रय करने के लिए किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि किसानों से खरीदे गए धान की अदायगी सीधा किसानों के खाते में 48 घंटे के भीतर की जा रही है। अभी तक सोलन ज़िला के धान खरीद केंद्रों में 2820 मीट्रिक टन धान की खरीद निगम द्वारा की गई है। प्रबंध निदेशक ने मलपुर एवं नालागढ़ धान खरीद केंद्रों में खरीद व्यवस्था का जायज़ा लिया और उपस्थित किसानों से बातचीत की। राजेश्वर गोयल ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की विभिन्न समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने इस अवसर पर कृषि उपज विपणन समिति एवं कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि समिति एवं विभाग द्वारा किसानों की सुविधा के लिए सराहनीय प्रयास किए गए हैं। उन्होंने इस अवसर पर निर्देश दिए कि धान की खरीद के उपरान्त उससे चावल बनाने की प्रक्रिया में तेज़ी लाई जाए। राजेश्वर गोयल ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार धान से चावल बनाने के उपरान्त उसे फोर्टीफाई किया जा रहा है ताकि लोगों को चावल में निर्धारित पोषक तत्व मिलाकर उपलब्ध करवाए जा सकें। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल ने धान केंद्रों में उपस्थित किसानों से धान खरीद के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त की। किसानों ने खरीद पर संतोष व्यक्त किया और सरकार के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर सोलन क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक वीरेंद्र कुमार आजाद एवं निगम के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जोगिंदर नगर उप मंडल के सनातन धर्म सभा मंदिर में शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव जीवन ठाकुर व अन्य कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ को लेकर हवन का आयोजन किया गया। पंडित मुकेश जगुड़ी द्वारा मंत्रोच्चारण कर हवन करवाया गया। इस अवसर पर वार्ड 5 के पार्षद प्यार चंद ठाकुर, जिला महासचिव रंजन शर्मा, महिला कांग्रेस की ब्लॉक अध्यक्ष ममता कपूर, अनीता ठाकुर, मनोनीत पार्षद प्रशांत, नौहली पंचायत प्रधान रामलाल, संजय कुमार, राजेश कुमार, पीतांबर व अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
-साक्षी ने आईसीएआर की परीक्षा में पहला तो मिताली बनी वैज्ञानिक डॉ. यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के सिल्विकल्चर और एग्रोफोरेस्ट्री विभाग से एमएससी उत्तीर्ण कर चुकी छात्रा साक्षी तोमर ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा वानिकी के विषय के लिए आयोजित आईसीएआर-एआईसीई-जेआरएफ/एसआरएफ-2023 परीक्षा में देश भर में शीर्ष रैंक हासिल किया है। इसके अतिरिक्त साक्षी ने वानिकी में पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए यूपी राज्य पात्रता परीक्षा में भी पहला स्थान हासिल किया है। साक्षी ने सिल्विकल्चर और एग्रोफोरेस्ट्री विभाग के प्रोफेसर और विभाग अध्यक्ष डॉ. डीआर भारद्वाज की मागदर्शन में अपनी मास्टर डिग्री पूरी की है। इसी विभाग की पीएचडी छात्रा मिताली मेहता को भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद (आईसीएफआरई), देहरादून में वैज्ञानिक-बी के पद पर चयन हुआ है। मिताली को असम के जोरहाट स्थित रेन फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट में नियुक्ति मिली है। मिताली ने नौणी से बीएससी और पीएचडी की डिग्री पूरी की है। मिताली ने डॉक्टरेट की पढ़ाई डॉ. केएस पंत के मार्गदर्शन में पूरी हुई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल, वानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. सीएल ठाकुर और एसएएफ विभाग के वैज्ञानिकों और छात्रों ने साक्षी और मिताली को उनकी उपलब्धि पर बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
-17 आईटीआई में आधुनिक व प्रासंगिक व्यवसायों की 19 इकाइयां शुरू -विभिन्न औद्योगिक इकाईयों में 2069 प्रशिक्षणार्थियों को मिला रोजगार बदलते परिवेश के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी बदलाव आया है। सूचना प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग से इस क्षेत्र से संबंधित नए पाठ्यक्रम शुरू करना समय की मांग है। वर्तमान प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के दूरदर्शी नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में अत्याधुनिक पाठ्यक्रम शुरू करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री का मानना है कि आधुनिक व भविष्योन्मुखी विषयों से संबंधित शिक्षा से युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ने में मदद मिलेगी और उनकी ऊर्जा का भी बेहतर दोहन किया जा सकता है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स, मैक्ट्रोनिक्स, सौर टैक्निशियन तथा इलैक्ट्रिक व्हीकल मैकेनिक जैसे नए क्षेत्रों में रोजगार व स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश सरकार इन क्षेत्रों में युवाओं को शिक्षित व प्रशिक्षित करने के लिए विशेष प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। इसी का परिणाम है कि वर्ष 2023-24 के दौरान राज्य के 17 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में आधुनिक प्रासंगिक व्यवसायों की 19 इकाइयां शुरू की गई हैं। इनमें आईटीआई रैल, ऊना, पालमपुर, शाहपुर और नगरोटा बगवां में इंटरनेट ऑफ थिंग्स टैक्निशियन (स्मार्ट सिटी) विषय शुरू किया गया है। इसी प्रकार आईटीआई रैल, पंडोगा, नाहन, गरनोटा और प्रगतिनगर में मैकेनिक इलैक्ट्रिकल व्हीकल, आईटीआई घुमारवीं एवं अर्की में फाइबर टू होम टैक्निशियन, आईटीआई सुन्नी व शाहपुर में टैक्निशियन मैट्रोनिक्स, आईटीआई जुब्बल, सुन्दरनगर (पीडब्ल्यूडी), शमशी और बालकरूपी में सौर टैक्निशियन (इलैक्ट्रिकल) तथा आईटीआई नालागढ़ में मैंटेनेंस मैकेनिक (रसायनिक संयंत्र) की इकाइयां शुरू की गई हैं। प्रदेश सरकार हिमाचल को हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। इसके लिए विद्युत चालित वाहनों के अधिकाधिक उपयोग तथा सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए युवाओं को प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है। इस तरह के नए पाठ्यक्रम शुरू होने से इन क्षेत्रों में विशेषज्ञ व प्रशिक्षित मानव संसाधन प्रदेश में ही उपलब्ध हो सकेगा। महाविद्यालय स्तर पर भी नए पाठ्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। राजकीय हाईड्रो इंजीनियरिंग महाविद्यालय बंदला में कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं डाटा साइंस), राजकीय बहुतकनीकी संस्थान रोहड़ू में कंप्यूटर इंजीनियंरिग एवं आइईओटी डिप्लोमा कोर्स तथा राजकीय बहुतकनीकी संस्थान चम्बा में मैक्ट्रोनिक्स डिप्लोमा कोर्स शैक्षणिक सत्र 2023-24 से आरंभ कर दिए गए हैं। इनमें लगभग शत-प्रतिशत प्रवेश दर्ज हुआ है। इसके अतिरिक्त अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज प्रगतिनगर में इलैक्ट्रॉनिक्स एवं कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कोर्स इसी शैक्षणिक सत्र से आरंभ किया गया है। युवाओं के सर्वांगीण विकास के दृष्टिगत विभिन्न प्रोत्साहन योजनाएं भी सफलतापूर्वक क्रियान्वित की जा रही हैं। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के साथ मिलकर उन्हें शैक्षणिक आदान-प्रदान का अवसर भी प्रदान किया जा रहा है। राजकीय बहुतकनीकी संस्थानों के 38 बच्चों तथा इंजीनियरिंग कॉलेजों व बहुतकनीकी संस्थानों के 20 संकाय को आईआईटी मंडी में एक सप्ताह का रोबोटिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों के 20 संकाय को सेमीकंडक्टर इको सिस्टम के लिए आईआईटी रोपड़ एवं दिल्ली भेजा गया है। राजकीय बहुतकनीकी एवं इंजीनियरिंग के 10 संकाय एवं 10 छात्र-छात्राओं को भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ऊना में पांच दिन के मशीन लर्निंग एवं एप्लीकेशन में आधुनिक विकास कोर्स के लिए भेजा गया। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत 44 प्रशिक्षुओं को नियुक्ति किया गया है। पाठ्यक्रम पूरा होने के उपरांत युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत भी ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान सभी सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों, फार्मेसी महाविद्यालयों, बहुतकनीकी और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से लगभग 2069 प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न औद्योगिक इकाईयों में रोजगार मेले, कैंपस साक्षात्कार व संयुक्त कैंपस साक्षात्कार के माध्यम से रोजगार उपलब्ध करवाए गए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि प्रदेश के युवा ऊर्जा एवं उत्साह से भरपूर हैं और उन्हें भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रमों से जोड़ते हुए पारंगत करने की आवश्यकता है। इससे वे स्वयं तो रोजगार व स्वरोजगार प्राप्त कर ही सकते हैं, वहीं प्रदेश के तीव्र विकास में भी अपना उल्लेखनीय योगदान देने की लिए सक्षम बन सकेंगे।
उप मंडल स्तरीय 31वीं बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चनौर में हुआ, जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नलसूहा के आठवीं कक्षा के छात्र वैभव शर्मा ने जूनियर मैथ ओलंपियाड में प्रथम स्थान प्राप्त किया। विद्यालय पहुंचने पर वैभव शर्मा का प्रधानाचार्य व अन्य सभी अध्यापकों ने जोरदार स्वागत किया। प्रधानाचार्या विपन शर्मा ने बताया कि अब वैभव शर्मा देहरा उपमंडल की तरफ से जिला विज्ञान कांग्रेस में भाग लेंगे। वैभव शर्मा ने इस कामयाबी का श्रेय प्रधानाचार्य विपन शर्मा, सभी अध्यापकों व विशेषकर विषय अध्यापक संदीप कुमार को दिया।
-सैंट ल्यूक्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल सोलन ने मनाया वार्षिक समारोह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि विकसित राष्ट्र के लिए युवाओं का उचित रूप से शिक्षित होना आवश्यक है। डॉ. शांडिल गत सांय सैंट ल्यूक्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल सोलन के वार्षिक समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर सोलन के शहीद कैप्टन संजय चौहान की माता निर्मला चौहान को सम्मानित भी किया। डॉ. शांडिल ने कहा कि शिक्षा हमें प्रत्येक परिस्थिति में धैर्य के साथ आगे बढ़ना सिखाती है। उन्होंने कहा कि महान दार्शनिक अरस्तू ने शिक्षा के विषय में कहा था कि 'विद्या अच्छे दिनों का गहना और बुरे दिनों का सहारा है।Ó उन्होंने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि शिक्षा के माध्यम से भविष्य को सुरक्षित रखते हुए कठिन समय में अपने लक्ष्य की और निरन्तर आगे बढ़ा जाए। उन्होंने कहा कि छात्रों के जीवन को आकार देने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अध्यापकों को छात्रों के उत्थान के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सैंट ल्यूक्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल सोलन को देश-विदेश में अच्छी शिक्षा के लिए जाना जाता है। उन्होंने शिक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिए विद्यालय प्रबन्धन एवं छात्रों को बधाई दी। उन्होंने आशा जताई कि विद्यालय भविष्य में भी इसी प्रकार छात्रों को बेहतर नागरिक बनाने की दिशा में कार्यरत रहेगा। नशे से सदैव दूर रहें छात्र डॉ. शांडिल ने छात्रों से आग्रह किया कि नशे से सदैव दूर रहें। उन्होंने इस अवसर पर अपने सैन्य जीवन की स्मृतियां साझा करते हुए आशा जताई कि युवा भारतीय सेना की गौरवशाली परम्परा को सदैव स्मरण रखेंगे। स्वास्थ्य मन्त्री ने इस अवसर पर सैंट ल्यूक्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल सोलन के भारी वर्षा से क्षतिग्रस्त मार्ग के निर्माण के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 3 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित भी किया। विद्यालय के छात्रों द्वारा इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद गण, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम निदेशक मण्डल के सदस्य जतिन साहनी, खंड कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, शहरी कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष अंकुश सूद, खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के महासचिव लोकेंद्र शर्मा एवं कुनाल सूद, रोगी कल्याण समिति के सदस्य विनीश धीर, साहिल शर्मा, संधीरा दुल्टा, सैंट ल्यूक्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल सोलन के प्रबंधक फादर पी. सहायराज, प्रधानाचार्य सिस्टर लवीना पिंटो, अन्य गणमान्य व्यक्ति, अध्यापक तथा छात्र उपस्थित थे।
देश भर में आज महाकाव्य रामायण के रचनाकार महर्षि वाल्मीकि की जयंती मनाई जा रही है। डाडा सीबा में भी व्यापारियों द्वारा महर्षि वाल्मीकि का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर व्यापारियों द्वारा प्रसाद बांटा गया। इस दिन देश भर में कई सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और महर्षि वाल्मीकि के जीवन से जुड़ी बातों को लोगों तक पहुंचाया जाता है। इस मौके पर डाडा सीबा व्यापार मंडल के प्रधान राजेंद्र सिंह गोगा, पूर्व प्रधान अशोक मेहरा, पूर्व प्रधान धर्मचंद, गुरबचन सिंह, राकेश कुमार, सनी, बलवीर सिंह, कमल कुमार मेहरा, संजीव कुमार मुन्नू, जसवीर सिंह, मनोहर लाल व रतन चंद आदि उपस्थित रहे।
दो लोग झुलस गए, देवी-देवताओं के वाद्य यंत्र जलकर राख अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में ढालपुर के दशहरा मैदान में देवी-देवताओं के अस्थायी शिविरों में आग लगने अफरा-तफरी मच है। आग की घटना में कई देवताओं के टेंट जल गए। इसके कई दुकानें भी आग की भेंट चढ़ गई। शुक्रवार देर रात करीब दो से तीन बजे के बीच भड़की आग से पूरे ढालपुर में अफरातफरी का माहौल रहा। आग कैसे लगी इसका खुलासा नहीं हुआ है। सूचना के बाद मौके पर अग्निशमन विभाग पहुंचा और आग पर काबू पाया गया। मगर देवलुओं ने देवताओं को बाहर सुरक्षित निकाल दिया था। आग की इस घटना में एक गाड़ी के भी जलने की सूचना है। आग की घटना में 13 देवताओं के टेंट और पांच दुकानें जल गई हैं। दो लोग भी झुलस गए हैं। आग में देवी देवताओं के वाद्य यंत्र जलकर राख हो गए हैं।
महंगे प्रीमियम पर बीमा कराने में असमर्थ लोगों के लिए भारतीय डाक विभाग के इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस से अनुबंध कर ग्रुप पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी लांच की है। इस योजना के तहत सिर्फ 396/399 रुपये के प्रीमियम पर 10 लाख का एक्सीडेंट कवरेज दिया जाएगा। इस पॉलिसी का लाभ उठाने के लिए बीमित का भारतीय डाक पेंमेंट बैंक में सेविंग अकाउंट होना जरूरी है। यदि किसी के पास खाता नहीं है तो वह नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाकर तत्काल इस बीमा योजना का लाभ ले सकते हैं। 18 से 65 साल आयु वर्ग के लोग इस योजना से लाभान्वित हो सकते हैं। इसके लिए डाकर्मियों और उनके कर्मचारियों के द्वारा जनता बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक डाकघरों में अभियान शुरू किया गया, ताकि अधिक से अधिक नागरिक इस योजना को जानकर लाभान्वित हो सके। संभागीय डाक अधीक्षक के अनुसार इस योजना के तहत व्यक्ति के सभी प्रकार की दुर्घटनावश मृत्यु सड़क, आग, बिजली गिरना, करेंट, सर्पदंश, फिसल कर गिना आदि दुर्घटना शामिल है। इनमें संबंधित बीमित व्यवक्ति योजना का लाभ मिलेगा। इसके साथ ही पूर्ण विकलांगता या स्थाई आंशिक विकलांगता या फिर लकवाग्रस्त होने पर 10 लाख रुपये का कवर प्रदान किया जाता है। अस्पताल में भर्ती होने पर 60 हजार रुपये तक और एक्सीडेंटल ओपीडी के मामले में 30 हजार रुपये तक क्लेम और बीमा करने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने पर पांच हजार रुपये अंतिम संस्कार के लिए प्रदान किया जाता है। इतना ही नहीं यह योजना राशि के 10 प्रतिशत या एक लाख रुपये के बच्चों के शिक्षा बोनस कवर के माध्यम से दो बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने का लाभ भी देती है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छोग टाली के पांच विद्यार्थियों ने 25 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय फागु में आयोजित हुई राजगढ़ खंड की उप मंडलीय बाल विज्ञान कांग्रेस की विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त कर जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए अपना स्थान सुनिश्चित किया। इस विद्यालय की छात्रा कनिका व आरुषि ने प्रश्नोत्तरी के वरिष्ठ वर्ग में प्रथम स्थान, क्षितिज ठाकुर ने इनोवेटिव विज्ञान मॉडल में द्वितीय स्थान, अश्विन ठाकुर ने गणित ओलंपियाड में तृतीय स्थान तथा लवीश ठाकुर ने विज्ञान क्रिया गतिविधियों में तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यार्थियों की इस उत्कृष्ठ उपलब्धि के लिए इनके प्रशिक्षक गणित स्नातक सुरेश ठाकुर तथा विज्ञान शिक्षिका अलका भलेईक की भरपूर प्रशंसा करते हुए विद्यालय के कार्यकारी प्रधानाचार्य सुरेेंद्र पुंडीर, विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष देश राज ठाकुर, ग्राम पंचायत प्रधान अंजना ठाकुर, बीडीसी सदस्य कमलेश शर्मा, वरिष्ठ प्रवक्ता भूपेंद्र चौहान, रामानंद सागर, राजूराम शर्मा, रामलाल सूर्या, रामलाल ठाकुर, एकता धीमान, ललिता, दलीप शर्मा तथा मीरा वर्मा एवम राजेंद्र चौहान ने आशा व्यक्त की कि यह विद्यार्थी जिला तथा राज्य स्तर पर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने में सफल होंगे।
-धोखा होने का एहसास होते ही लड़की ने शादी करने से कर दिया इनकार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के विकास खंड लंबागांव के एक गांव में सेहरा बांधकर आए दूल्हे को बिना दुल्हन के बैरंग लौटना पड़ा। बताया जा रहा है कि करीब एक साल पहले लड़की का रिश्ता दूर के दूसरे गांव में तय हुआ था। रिश्ता तय होने पर लड़के वालों ने लड़के का बहुत बड़ा कारोबार होने की बात कही थी। इसी बीच लड़की वाले जब भी लड़के को देखने की बात करते तो लड़के वाले उसका बिजनेस के सिलसिले में बाहर होने की बात कह कर टाल देते। नतीजतन बरात पहुंचने तक लड़के वालों ने लड़की वालों को लड़का देखने ही नहीं दिया। लड़की के घर बरात पहुंचने पर जब लड़के को नहाने के लिए कहा गया, तब भी लड़के के पक्ष वाले उसकी तबीयत ठीक नहीं होने की बात कहते टाममटोल करने लगे। इससे लड़की के रिश्तेदारों और गांव वालों को कुछ शक होने लगा। देखते ही देखते लड़की वालों को इस बात का एहसास हो गया कि लड़का न तो बोल पा रहा है और न ही ठीक से खड़ा होकर चल पा रहा है। अब लड़की पक्ष को पूरा यकीन हो गया कि शादी के नाम पर उनके साथ धोखा हो रहा है। जब सारी बात का भेद शादी की रस्मों से पहले ही खुल गया तो लड़की वाले असमंजस में पड़ गए। इतने में जब लड़की को इस बात का पता चला तो उसने साहस दिखाते हुए शादी करने से इंकार कर दिया। लड़की के पिता सहित गांववासी और रिश्तेदार भी लड़की के निर्णय से सहमत हो गए। लड़के वालों को बरात वापस ले जाने के लिए कह दिया गया। थोड़ी बहुत बातचीत के बाद लड़के वाले भी बरात वापस ले जाने को सहमत हो गए। नतीजतन पंचायत सदस्यों को मौके पर बुलाया गया और उनके समझाने-बुझाने पर बरात बिना खाना खाए ही बिना दुल्हन के वापस लौट गई। लड़के के दिव्यांग होने पर लड़की सहित उसके परिजनों ने घर आई बरात को बिना दुल्हन के लौटा दिया। संबंधित पंचायत के उप प्रधान ने इसके बारे में बताया कि वह स्वयं वार्ड सदस्य के साथ मौके पर गए थे। उन्होंने कहा कि अगर यह शादी हो जाती तो लड़की उम्रभर के लिए बड़ी मुसीबत में घिर जाती। लड़की के परिजनों की ओर से लिए गए इस साहसिक निर्णय की हर जगह सराहना हो रही है।
मुख्यमंत्री नई दिल्ली एम्स में भर्ती, स्वास्थ्य स्थिति बेहतर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में कुछ परीक्षणों के लिए शुक्रवार सुबह नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती करवाया गया है। विभाग के डॉक्टरों की टीम ने उनके परीक्षण शुरू कर दिए हैं। इस प्रक्रिया में लगभग दो से तीन दिन लग सकते हैं। मुख्यमंत्री की सेहत पहले से बेहतर है, चिंता की कोई बात नहीं है। वह डॉक्टरों की टीम की निगरानी में हैं। मेडिकल बुलेटिन के अनुसार ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की रिपोर्ट सामान्य हैं। मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य स्थिर है। उन्हें उचित आराम की जरूरत है, जिससे वह और तेजी से ठीक होंगे। आईजीएमसी शिमला के डॉक्टरों की सलाह पर मुख्यमंत्री को एम्स में भर्ती करवाया गया है।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला ऊना के सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों की लोकसभा व विधानसभा निर्वाचनों में प्रयुक्त होने वाली फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का 1 जनवरी, 2024 की अर्हता तिथि के आधार पर विशेष पुनरीक्षण किया जा रहा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि जिला ऊना के प्रत्येक मतदान केंद्र पर तथा संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों/सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के कार्यालयों में फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि ये फोटोयुक्त मतदाता सूचियां 9 दिसम्बर तक संबंधित सभी कार्यालयों में निरीक्षण हेतू निःशुल्क उपलब्ध रहेंगी। इसके अतिरिक्त 4, 5, 18 व 19 नवम्बर को विशेष अभियान चलाया जाएगा। राघव शर्मा ने बताया कि इस दौरान सभी पात्र नागरिक जिनकी आयु 1 जनवरी, 2024 को 18 वर्ष पूर्ण होने जा रही है या इससे अधिक हो चुकी है, वे अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा सकते हैं। इसके अतिरिक्त मतदाता सूची की किसी प्रविष्टि की शुद्धि करवाने, मतदाता सूची से अपात्र/मृत व्यक्तियों के नाम हटाने या निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केंद्र से दूसरे मतदान केंद पर नाम स्थानांतरित करवाने हेतू समूचित प्रारूप फार्म 6, 6क, 7 व 8 भरकर दावे/आक्षेप संबंधित अभिहित अधिकारियों/बूथ लेवल अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किए जा सकते हैं। सभी प्राप्त दावों व आक्षेपों का निपटारा संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा 26 दिसम्बर, 2023 तक सुनिश्चित करके 5 जनवरी, 2024 को फोटो मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फोटोयुक्त मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के लिए विभाग के कॉल सेंटर के निशुल्क टेलीफोन सेवा नं 1950 पर भी संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि विभागीय वेबसाइट पर फोटोयुक्त मतदाता सूचियों में अपने नाम दर्ज होने की पुष्टि की जा सकती है। इसके अलावा वोटर हेल्पलाइन मोबाइल ऐप वीएचए व राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल (एनवीएसपी) पर भी ई-रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध है जिसमें इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन फार्म (नाम दर्ज करने, अपमार्जन हेतू तथा संशोधन से संबंधित )भरे जा सकते हैं। राघव शर्मा ने जिला के समस्त नागरिकों, स्थानीय राजनैतिक दलों, गैर सरकासरी स्वयंसेवी संगठनों, महिला मंडलों, युवा मंडलों से आहवान किया है कि वे 27 अक्तूबर, 2023 को प्रारूप में प्रकाशित फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का निरीक्षण कर लें तथा पात्र व्यक्तियों के नाम दर्ज करने तथा अपात्र व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची से कटवाने में अपना पूरा सहयोग करें।
मरम्मत व जरुरी रख-रखाव के चलते राजगढ़, खेरी, माछेर, बडूसाहिब, हाब्बन, दीदग, मरयोग, चाड़ना ,नोहराधार, बोगधार, पनोग, हरिपुरधार, रोनहाट, कुपवी आदि स्थानों पर 31 अक्तूबर को सुबह 09 बजे से सांय 06 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी सहायक अभियन्ता विद्युत उपमंडल राजगढ़ आदर्श वर्मा ने दी। उन्होंनेे बताया कि यह मरम्मत कार्य मौसम की स्थिति पर निर्भर रहेगा। उन्होंने इस अवधि के दौरान लोगों से सहयोग की अपील की है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने गत देर सांय महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस शोभा यात्रा का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि यह आयोजन हमें सामाजिक समरसता एवं भाईचारे का सन्देश प्रदान करता है। डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर वाल्मीकि वर्ग सुधार समिति सोलन को अपनी एच्छिक निधि से 21,000 रुपए प्रदान करने की घोषणा की। जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद गण, खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, शहरी कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष अंकुश सूद, कांग्रेस के जगमोहन मल्होत्रा, विनेश धीर, कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी, वाल्मीकि वर्ग सुधार समिति सोलन के अध्यक्ष प्रेम चन्द मट्टू, अन्य सदस्य तथा बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी इस अवसर पर उपस्थित थे।
जिला प्रशासन किन्नौर, भाषा कला एवं संस्कृति विभाग तथा हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के सहयोग से 22 से 24 अक्टूबर, 2023 तक जिला किन्नौर में छुक्षिम जिसका अर्थ है मिलना शीर्षक से पहला जनजातीय साहित्य-सह-भ्रमण महोत्सव आयोजित किया गया। इस तीन दिवसीय जनजातीय साहित्य-सह-भ्रमण महोत्सव में जनजातीय जिला की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने और राज्य के लेखकों और पाठकों को एक साथ लाने के साथ-साथ जिले में साहित्यिक माहौल स्थापित करने और पर्यटन क्षमता का दोहन करने का सफल प्रयास किया गया। महोत्सव के प्रथम दिन पदमश्री विद्यानंद सरैक ने मुख्य वक्ता पद्मश्री विद्यानंद सरैक ने अपने जीवन के अनुभव को सांझा कर उपस्थित लोगों का ज्ञानवर्धन किया व साथ ही संगीत, कला तथा हिमाचली संस्कृति को प्रस्तुत कर कार्यक्रम का समा बांधा। पदमश्री विद्यानंद सरैक ने विस्तारपूर्वक हिमाचल की संस्कृति व कला के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने हिमाचल के सभी जिलों के लोक गीतों को स्वरबद्ध करते हुए संपूर्ण हिमाचली संस्कृति का प्रस्तुतिकरण किया। इसके उपरांत प्रोफेसर विद्या सागर नेगी ने किन्नौर जिला के इतिहास व समृद्ध संस्कृति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अपने साहित्यिक अनुभव को सांझा करते हुए कहा कि जिला किन्नौर का अत्यंत प्राचीन व गूढ़ इतिहास है। उन्होंने उपस्थित लोगों को जिला किन्नौर की भौगोलिक व सांस्कृतिक धरोहरों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने लोगों से अपनी संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए आगे आने को भी कहा। जनजातीय साहित्य सह भ्रमण महोत्सव में प्रदेश व जिला के प्रसिद्ध साहित्यकारों के मध्य एक पैनल चर्चा का भी आयोजन किया गया जिसमें साहित्यकारों द्वारा अपने-अपने साहित्य के क्षेत्र से संबंधित विचार रखे गए तथा एक साहित्यिक वातावरण स्थापित किया गया। महोत्सव के दूसरे दिन साहित्यकार एवम सेवानिवृत आईएएस दीपक सानन ने अपने जीवनकाल के अनुभव को सांझा किया और प्रदेश सहित जिला किन्नौर के इतिहास, संस्कृति व रीति रिवाजों से उपस्थित जनों को अवगण करवाया। किन्नौर जिला के जंगी गांव से संबंधित सेवानिवृत्त आईएएस शरब नेगी ने अपने साहित्यिक सफर को प्रस्तुत करते हुए कहा कि किसी भी प्रदेश व क्षेत्र के साहित्यिक विकास में युवा पीढ़ी का एहम योगदान होता है। उन्होंने किन्नौर जिला की सांस्कृतिक विशेषताएं व चुनौतियों के बारे में सभी को विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की। प्रोफैसर स्नेह लता नेगी ने अपनी कविता के माध्यम से जहां महिला सशक्तिकरण व जिला किन्नौर की संस्कृति तथा अलौकिक सौंदर्य को शब्दों की माला में पिरोहकर कार्यक्रम का समा बांधकर उपस्थित जनों को संस्कृति व रीति रिवाजों से अवगत करवाया वहीं प्रोफैसर ईशान मार्वल ने अंग्रेजी व हिंदी कविता के माध्यम से विभिन मुद्दों पर सामाजिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। जनजातीय साहित्य महोत्सव के तीसरे व अंतिम दिन सचिव भाषा कला एवम संस्कृति विभाग राकेश कंवर ने जनजातीय साहित्य उत्सव के आयोजन पर बधाई दी और कहा की इन आयोजनों से जनजातीय क्षेत्रों की समृद्ध संस्कृति को बढ़ावा मिलता है और साहित्य का वातावरण स्थापित होता है। उन्होंने साहित्यिक वातावरण स्थापित करने की विशेषता पर बल दिया और पढ़ने की आदत को विकसित करने को कहा। कार्यकर्म में साहित्यकारों की चर्चा भी आयोजित की गई जिसमे दीपक सानन, शरभ नेगी और यशिका सिंगला ने भाग लिया और जनजातीय साहित्य, जनजातीय संस्कृति के संरक्षण, जलवायु परिवर्तन का संस्कृति पर प्रभाव, इत्यादि पर चर्चा की। हिमाचल की प्रसिद्ध लेखिका मीनाक्षी कंवर ने अपनी साहित्यिक सफर सांझा करते हुए कहा की उनके द्वारा 26 पुस्तके लिखी गई है। उन्होंने कहा की उपस्थित विद्यार्थियों और अतिथियों को अपने विचारों का लेखन कर लिखने की शुरुआत करने की प्रेरणा दी। ट्राइबल गर्ल के नाम से प्रसिद्ध लाबरंग की अमिता छोरगिया नेगी ने भी जनजातीय संस्कृति पर किए जा रहे कार्यों पर अपनी प्रस्तुति दी। महोत्सव के तीनों दिन आर्ट गैलरी तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा स्थानीय उत्पादों व हथकरघा उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई।
25 विधानसभा हलकों से सिर्फ एक मंत्री राजयोग उसका जिसे मिले कांगड़ा और मंडी का साथ सत्ताधारी कांग्रेस के हिस्से में है 11 सीटें क्या कांगड़ा में कांग्रेस की खींचतान डाल रही अड़ंगा ! भाजपा में मंडी को भरपूर मान, कांगड़ा दिखे हल्का मंडी में कांग्रेस को चाहिए व्यवस्था परिवर्तन 12 जिलों में 68 विधानसभा सीटें और 25 सीटें सिर्फ दो जिलों से। यानी करीब 37 प्रतिशत सीटें इन्हीं दो जिलों से है। इसीलिए कहते है हिमाचल प्रदेश में उसका राजयोग पक्का समझो जिसे कांगड़ा और मंडी का साथ मिल जाएँ। इन दो जिलों की चाल, सत्ता की ताल बदल देती है। 15 सीटों वाला जिला कांगड़ा और 10 सीटों वाला जिला मंडी सियासी दलों को मजबूर भी कर सकते है और मजबूत भी। ये ही कारण है की इन्हें सत्ता में भागीदारी भी उसी लिहाज से मिलती रही है। 2022 के विधानसभा चुनाव में जिला कांगड़ा कांग्रेस के साथ गया और पार्टी 10 सीटें ले आई। वहीँ मंडी ने भाजपा और जयराम ठाकुर का मान रखा और दस में से नौ सीटों पर भाजपा को शानदार जीत मिली। दोनों जिलों की 25 में से 11 पर कांग्रेस को जीत मिली। खेर सत्ता परिवर्तन हुआ और कांग्रेस की सरकार बन गई। मंडी ने कांग्रेस का साथ नहीं दिया लेकिन कांगड़ा का भरपूर प्यार मिला। सिलसिलेवार दोनों ज़िलों की बात करते है और शुरुआत करते है ज्यादा सियासी वजन वाले जिला कांगड़ा से। कांगड़ा को जिस सियासी अधिमान की अपेक्षा थी वो अब तक नहीं मिला, कैबिनेट में इसका वजन अब तक हल्का है। कांगड़ा के हिस्से में अब तक सिर्फ एक मंत्री पद आया है। कैबिनेट में तीन स्थान खाली है और जाहिर है इसमें कांगड़ा का भी हिस्सा होगा, लेकिन जो मंत्रिपद पांच साल के लिए मिल सकते थे अब चार साल के लिए मिलेंगे, या उससे थोड़ा कम ज्यादा। जाहिर सी बात है कैबिनेट के चेहरे तय करने में कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान अड़ंगा डाल रही है, जिसका खमियाजा कांगड़ा को भुगतना पड़ रहा है। दूसरा सवाल ये भी है कि क्या कांगड़ा में वजनदार नेता नहीं रहे जो जिला के हक की बात रखे। जीएस बाली के रहते कांगड़ा का दावा सीएम पद के लिए था लेकिन अब हालात ये है कि मंत्रिपद के लिए भी कांगड़ा तरस गया है। दूसरा बड़ा नाम सुधीर शर्मा भी पार्टी के भीतरी संतुलन में अब तक कतार में ही है। वीरभद्र सरकार के समय सुधीर और स्व बाली, दोनों ही नेता सियासी मोर्चे पर वॉयलेंट रहते थे, अब बाली रहे नहीं और सुधीर साइलेंट है। दिग्गज ओबीसी नेता चौधरी चंद्र कुमार कांगड़ा से एकलौते मंत्री है, पर उनके जूते में भी उनके पुत्र और पूर्व विधायक नीरज भारती का पांव नहीं पड़ रहा। यानी मंत्री के घर में भी असंतोष है। जिला से दो सीपीएस बनाये गए है मगर ये सीपीएस रहेंगे या नहीं ये भी कोर्ट को तय करना है। आरएस बाली को जरूर कैबिनेट रैंक दिया गया है। इनके अलावा यादविंद्र गोमा, संजय रतन, भवानी पठानिया, मलेंद्र राजन और केवल पठानिया भी अपने अपने हलकों की सियासत में सिमित है। दिलचस्प बात ये है कि जला कांगड़ा के ये दस विधायक चार अलग-अलग गुटों से है। इनमें से तीन गुट कभी साथ थे, अब इनके बिखराव ने इन्हें कमजोर कर दिया है। बहरहाल कांगड़ा को आश्वासन तो मिल रहे है और शायद जल्द मंत्री पद भी मिले, लेकिन इस विलम्ब से कांग्रेस को हासिल क्या होगा, ये बड़ा सवाल है। वहीँ पद देकर किसका कद बढ़ाया जाता है, पुरानी निष्ठाएं बरकारार रहती है या बदलती है, इस पर भी निगाह रहेगी। बात भाजपा की करें तो भाजपा संगठन में भी कांगड़ा हल्का ही दीखता है। उम्मीद थी कि भाजपा का अगला प्रदेश अध्यक्ष जिला कांगड़ा से हो सकता है लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कांगड़ा से प्रदेश संगठन में एक महामंत्री है, वहीँ अन्य पदों में भी कांगड़ा को वैसी तवज्जो नहीं दिखती जैसी अपेक्षा थी। कांग्रेस की तरह ही यहाँ भाजपा में भी गुट है और गुटों में भी गुट है। 2022 के विधानसभा चुनाव में यहाँ भाजपा को सिर्फ चार सीट मिली थी, दो कैबिनेट मंत्री और संगठन के महामंत्री भी चुनाव हार गए थे। कांगड़ा में कमजोरी पार्टी के सत्ता से वनवास का बड़ा कारण बनी। अब बात जिला मंडी की करते है। 2017 के विधानसभा चुनाव से ही मंडी भाजपा के साथ है। तब भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था। वहीँ 2022 में भी कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली। भाजपा ने पांच साल मंडी को सीएम पद दिया और विपक्ष में आकर नेता प्रतिपक्ष का पद। यहाँ संकट कांग्रेस के समक्ष है। कांग्रेस के बड़े बड़े दिग्गज चुनाव हार गए जिनमें सीएम पद के दावेदार कौल सिंह ठाकुर भी है। जिला में एकमात्र विधायक है धर्मपुर से चंद्रशेखर। ऐसे में यहाँ मंत्री पद की संभावना न के बराबर है। किन्तु चंद्रशेखर को किसी अहम पद पर एडजस्ट जरूर किया जा सकता है। बहरहाल यहाँ भाजपा के लिए सब दुरुस्त है लेकिन 2017 और 2022 की पुर्नावृति न हो, इसके लिए कांग्रेस को मजबूत एक्शन प्लान की दरकार जरूर है। जिला मंडी में कांग्रेस के लिए आँतरिक व्यवस्था परिवर्तन समय की जरुरत है। मंत्रिपद न सही लेकिन मंडी को भागीदारी भरपूर देनी होगी।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटि में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह बड़ी धूमधाम से मनाया गयाI स्कूल प्रवक्ता गोपाल शर्मा ने बताया की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटि में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह मनाया गया, जिसमें शरनजीत कौर एसबीआई शाखा प्रबंधक पट्टा बरोरी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत कीI इनके साथ जगदीश भारद्वाज सेवा निवृत प्रधानाचार्य पाठशाला कोटि, अमर प्रकाश सेवा निवृत प्रवक्ता इतिहास पाठशाला कोटि ने वशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत कीI इस अवसर पर प्रधानाचार्या उपासना सूद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटि ने मुख्य अतिथि, वशिष्ट अतिथि और अन्य को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित कियाI स्कूली बच्चों द्वारा नाटी, भांगड़ा, सस्वती वंदना इत्यादि कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए और जिला स्तरीय कला उत्सव के लिए चयनित छात्रा सृष्टि परिहार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटि ने भी अपनी प्रस्तुति दीI इस अवसर पर प्रधानाचार्या व मुख्य अतिथि ने कक्षा छठी से कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों को शिक्षण व अन्य क्षेत्रों में प्राप्त उपलब्धियों के लिए सम्मानित कियाI इस अवसर पर एस एम सी अध्यक्षा राधा देवी ने भी अपने विचार साँझा किये I
प्रदेश में नियोजित एवं विनियमित विकास के दृष्टिगत राज्य सरकार मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के सशक्त नेतृत्व में ठोस कदम उठा रही है। इसके लिए हिमाचल प्रदेश नगर एवं ग्राम नियोजन के अंतर्गत नियमों में आवश्यक बदलाव किए गए हैं। साथ ही नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग को सुदृढ़ करने के दृष्टिगत इसमें आधुनिक प्रौद्योगिकी का समावेश किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि प्रदेश के योजना क्षेत्रों के विनियमित विकास तथा लोगों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वर्तमान प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय के साथ कार्य करते हुए सरकार ने इस दिशा में कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के वेब पोर्टल को ऑटो डीसीआर (विकास नियंत्रण विनियम) क्षमता के साथ विकसित किया जा रहा है। इससे योजना अनुमति के लिए प्रस्तुत नक्शों की कम्प्यूटरीकृत स्कैनिंग हो सकेगी। ऑटो डीसीआर एकमुश्त रिपोर्ट भी तैयार करेगा। आवेदक से संबंधित कमियों को जान सकेंगे और इनमें सुधार भी कर सकेंगे। इस वेब पोर्टल को ऑटो डीसीआर क्षमता के साथ विकसित करने का कार्य शीघ्र ही पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित गया है। इसमें पंजीकृत निजी पेशेवरों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया, 500 वर्गमीटर तक के भू-खण्डों पर आवासीय उपयोग के लिए विकास अनुमति देने का कार्य भी शामिल है। सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में आवेदकों के आवागमन को सीमित करने के दृष्टिगत पंजीकृत निजी पेशेवरों के लिए अधिसूचित मानक संचालन प्रक्रिया जल्द ही विभाग के ऑनलाइन पोर्टल में शामिल करने के पश्चात शुरू कर दी जाएगी। यह केवल 500 वर्गमीटर के भू-खण्डों के आवासीय उपयोग के लिए सभी अधिसूचित योजना व विशेष क्षेत्रों तथा शहरी स्थानीय निकायों में विकास की अनुमति के लिए मान्य होगी। प्रदेश में फोरलेन के आसपास नियोजित एवं विनियमित विकास के दृष्टिगत फोरलेन योजना क्षेत्र का गठन भी किया गया है। फोरलेन योजना क्षेत्र में परवाणू-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग, किरतपुर-मनाली, शिमला-मटौर तथा पठानकोट-मण्डी राजमार्ग शामिल हैं। इसके अतिरिक्त अटल सुरंग के उत्तरी पोर्टल में हिमाचल प्रदेश नगर एवं ग्राम नियोजन अधिनियम-1977 के प्रावधान लागू किए गए हैं। इससे सुरंग के संचालन के कारण संभावित अनाधिकृत और अनियोजित विकास गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सकेगा। प्रदेश सरकार ने शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को राहत पहुंचाने के दृष्टिगत एटिक के आवासीय उपयोग का भी प्रावधान किया है। इस संशोधन से भवनों के भीतर उपलब्ध स्थान में प्रभावी रूप से बढ़ोतरी होगी। साथ ही अतिरिक्त मंजिलें बनाने में लोगों को बड़े पैमाने पर लाभ भी मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों पर भविष्य में भवनों की जल निकासी प्रणाली की जांच तथा इमारतों के संरचनात्मक डिजाइन के बारे में विभाग एक प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इससे बरसात के दौरान राज्य में भारी बारिश के कारण सार्वजनिक और निजी सम्पत्ति को होने वाले नुकसान को नियंत्रित एवं सीमित करने में सहायता मिल सकेगी।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राजभवन में आयोजित गरिमापूर्ण समारोह में डा. अंजू शर्मा को हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की सदस्य के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल भी उपस्थित थीं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, विधायक केवल सिंह पठानिया और मलेंद्र राजन, हिमाचल लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष रामेश्वर सिंह ठाकुर, लोकायुक्त न्यायमूर्ति चंद्र भूषण बारोवालिया, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, हिमाचल लोक सेवा आयोग की सदस्य डा. रचना गुप्ता, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, सचिव बागवानी राकेश कंवर, निदेशक पर्यटन अमित कश्यप, हिमाचल लोक सेवा आयोग के सचिव डी.के. रतन, राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा ने कार्यवाही का संचालन किया।
एसडीएम राजगढ़ राज कुमार ठाकुर ने नगर पंचायत राजगढ़ के नव निर्वाचित अध्यक्ष ज्योति साहनी व उपाध्यक्ष कपिल ठाकुर को आज नगर पंचायत हॉल राजगढ़ में प्रदेश कांग्रेस सचिव दयाल प्यारी की उपस्थिति में पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रदेश कांग्रेस सचिव दयाल प्यारी ने नव निर्वाचित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को बधाई दी। नव निर्वाचित अध्यक्ष ज्योति साहनी व उपाध्यक्ष कपिल ठाकुर ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष निर्वाचित करने के लिए नगर पंचायत राजगढ़ के पार्षदगणों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर नगर पंचायत राजगढ़ के पार्षद सुमन चौहान व रंजीत सहित सचिव नगर पंचायत राजगढ़ अभिनव शर्मा व अन्य वरिष्ठ जन उपस्थित थे।
राजकीय महाविद्यालय ज्वालाजी में केंद्रीय छात्र परिषद वर्ष 2023-24 के लिए निर्वाचित पदाधिकारियों को प्राचार्य डॉ सुशील कुमार बस्सी द्वारा शपथ दिलाई गई। प्रधान पद पर विज्ञान चिराग ठाकुर, उप प्रधान पद पर वाणिज्य संकाय की कविता, सचिव पद पर कला संकाय के अजमु, संयुक्त सचिव पद पर बीसीए के शुभम ने शपथ ग्रहण किया। वहीँ , अन्य सदस्यों में साक्षी कौंडल, अनीता कौंडल, मुस्कान शर्मा, वरुण, वैभव शर्मा , मीनाक्षी, साहिल, साहिल धीमान, कृतिका शर्मा, रितिक चौधरी, तमन्ना राणा, अनुप्रिया ठाकुर ने भी जिम्मेदारियों के निर्वहन की शपथ ली।
पुलिस जिला नूरपुर के अंतर्गत आती पुलिस चौकी रैहन के देहरी में शुक्रवार को एक डिजायर और बाइक की जोरदार टक्कर हो गई। इससे बाइक पर सवार दो छात्राएं घायल हो गईं। घायल लड़कियों में एक की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार मिन्ता और गदरोली निवासी दो छात्राएं शुक्रवार सुबह रैहन की तरफ से देहरी कॉलेज जा रही थीं। ऐसे में देहरी वाटर सप्लाई ऑफिस के सामने राजा का तालाब की तरफ से आ रही स्विफट कार न.एचपी 88–0917 चालक ने विपरीत दिशा में जाकर जोरदार टक्कर मारकर बाइक सवार न.एचपी 88–0376 दोनों छात्राओं को घायल कर दिया। जिससे छात्रा प्रेरणा और आरजू गंभीर रूप से घायल हो गईं। गंभीर रूप से घायल छात्रा मिन्ता प्रेरणा को परिजन पठानकोट के निजी अस्पताल में ले गए। जबकि आरजू निवासी गदरोली को सिविल अस्पताल नूरपुर भेजा गया है। इस दौरान जोरदार टक्कर की आवाज से आस पास के लोग इकट्ठा हो गए। इस बीच घटना की सूचना रैहन पुलिस चौकी को दी गई। हैड कांस्टेबल संजीव और दिनेश घटनास्थल पर तत्काल पहुंच गए। और उन्होंने आगे की कार्यवाही शुरू कर दी। खबर लिखे जाने तक दोनों घायल छात्राओं में से गंभीर रूप से घायल छात्रा प्रेरणा की स्थिति की जानकारी पता नहीं चल पाई है।
सिरमौर जिला की बाल विकास परियोजना संगडाह की विभिन्न पंचायतों में 8 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व 18 सहायिकाओं के पदों के लिए गुरुवार को हुए साक्षात्कार के परिणाम विभाग ने देर सांय जारी कर दिए है। SDM संगड़ाह सुनील कायथ की अध्यक्षता में कमेटी द्वारा मिनी सचिवालय परिसर में हुए उक्त साक्षात्कार देर सायं संपन्न होते ही परिणाम की सुची जारी की गई। बाल विकास परियोजना अधिकारी संगड़ाह ईशाक मोहम्मद ने बताया कि आंगनबाडी केन्द्र लाना पालर में ज्योति शर्मा, कोयड़ा में ममता चोरास, राणफुआ में रंजना, मानल प्रोमिला जबड़ोग, प्रियंका बड़ोल में इंदरा व भंगाडी में प्रियंका आंगनबाडी कार्यकर्ता के व हलाईयों में सीमा भुएरी में मोनिका,उंचा-टिक्कर में न्यालय में लम्बित है। पुन्नरधार में आशा ,कुफटु में सरिता,चौकण में तनुजा,भावण में रीना, कांडो में इन्दु बाला,सांगना में मनीष ,उलाना में उज्जवल ,शिवपुर में मुस्कान ,धार-टारण में कलावती ,रजाना में सरोज ,निहोग में ज्योति कुमारी काकोग, बडग पूजा देवी,राणफुआ में रविना और टिकरी में शुभांगनी चयनित हुई है
पाइनग्रोव स्कूल धर्मपुर में 22 अक्तूबर से खेले जा रहे अंडर 13 बॉयज़ इन्विटेशनल क्रिकेट टॉर्नमेंट का विधिवत समारोह हुआ। समारोह में जिला सोलन के उपायुक्त आईएएस श मनमोहन शर्मा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। ज्ञात हो कि इस इन्विटेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट में आर्मी पब्लिक स्कूल डगशाई, द बिशप कॉटन स्कूल शिमला, मेयो कॉलेज अजमेर, द पंजाब पब्लिक स्कूल नाभा, द लॉरेंस स्कूल सनावर और पाइनग्रोव स्कूल की टीमों ने भाग लिया इन टीमों ने एक दूसरे के साथ अनेक लीग मैच खेले। हैड ऑफ स्पोर्ट्स मिस्टर सुरेन्द्र मेहता एवम पाइनग्रोव स्कूल के क्रिकेट कोच मिस्टर कुशल ठाकुर से मिली जानकारी के अनुसार लीग मैचों के पश्चात सर्वाधिक अंकों के आधार पर मेयो कॉलेज अजमेर और पाइनग्रोव स्कूल के मध्य फाइनल मैच खेला गया। पाइनग्रोव स्कूल ने सेमी फाइनल में बिशप कॉटन स्कूल शिमला को हराकर फाइनल में प्रवेश किया । 25 अक्तूबर को दोनों टीमों से मुख्य अतिथि के औपचारिक परिचय के पश्चात टॉस हुआ। मेयो कॉलेज अजमेर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया। ओपनिंग बल्लेबाजो को पूरे जोश और विश्वास के साथ पिच पर उतारा गया। मेयो कॉलेज अजमेर ने निर्धारित 20 ओवरों में 106 रनों का लक्ष्य रखा। जवाब में स्कोर का पीछा करते हुए पाइनग्रोव स्कूल की टीम ने चार विकटें खोकर 106 रनों का लक्ष्य प्राप्त कर मैच को जीत लिया और इस मैच की‘चैम्पियन्स ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब जीता। पाइनग्रोव स्कूल के दक्ष धर्मा को बैस्ट विकेट कीपर, मेयो कॉलेज अजमेर के नरून को अपकमिंग प्लेयर, पाइनग्रोव स्कूल के जयंत सिंह खत्री को बैस्ट बोलर, मेयो कॉलेज अजमेर के रायांश तुली को बैस्ट बैट्समैन, पाइनग्रोव स्कूल के रजत चौधरी को सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक और पाइनग्रोव स्कूल के दक्ष शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब दिया गया। पारितोषिक वितरण समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि ने विजेता टीम, व्यक्तिगत पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी एवम पाइनग्रोव स्कूल को U-13 बॉयज़ इन्विटेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट 2023 के सफल आयोजन के लिए सराहा । पाइनग्रोव स्कूल के अन्य अधिकारी एवं कार्यकारी निदेशक कैप्टन एजे सिंह मुख्य अतिथि के साथ उपस्थित रहे।
बाघीकी बेटी श्रुति रोहटा की एक और वेब सीरीज बहुत जल्दी बड़े ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज होने वाली है। बॉलीवुड फिल्म धक धक में बॉलीवुड स्टार्स दिया मिर्ज़ा, फातिमा सना शेख और रत्ना पाठक शाह जैसे कलाकारों के साथ अभिनय कर चुकी है। बता दें कि श्रुति रोहटा बागी कोटखाई शिमला की रहने वाली है, वो पिछले 10 सालों से शिमला रंगमंच में बतौर अभिनेत्री सक्रिय है। हाल ही में रिलीज बॉलीवुड फिल्म धक धक में श्रुति एक पुलिस वाली का किरदार निभा रही है उनके अभिनय के लिए उन्हें बहुत सराहा जा रहा है। इससे पहले भी श्रुति वेब सीरीज और शार्ट फिल्म्स में काम कर चुकी है।
कांग्रेस पार्टी ने झूठ बोलकर प्रदेश में सरकार बनाई है और अब झूठ का ही सहारा लेकर आगे सरकार चलाना चाहती है। मुख्यमंत्री हर रोज़ नया झूठ बोलते हैं। ये ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है। नेता प्रतिपक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने सराज विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान सराज के थाची में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जिस सरकार की नींव ही झूठ का सहारा लेकर रखी गई हों वो ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है। पूरे प्रदेश में जनता के बीच एक अविश्वास का वातावरण बना हुआ है। कांग्रेस ने माताओं-बहनों को ठगने का काम किया जो बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता पाने के लिए कांग्रेस नेताओं ने महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपये देने की गारंटी दी थी लेकिन अभी तक इस गारंटी पर कोई भी काम नहीं किया गया। कहा था कि गांव का दूध सौ रुपए लीटर सरकार खरीदेगी क्या आपका दूध खरीदने आया कोई। कहा था दो रूपए के हिसाब के सरकार गोबर खरीदेगी क्या गोबर बिका क्या। कहा था किसान और बागवान ही फलों और सब्ज़ियों के दाम तय करेंगे क्या ऐसा हुआ क्या। हां, इतना जरूर है कि कांग्रेस सरकार हजारों करोड़ों का ऋण जरूर ले रही है लेकिन विकास कार्य ठप्प पड़े हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सत्ता में आते ही हमारे खोले संस्थानों को बंद करने का काम इस सरकार ने किया है। मेरे से पहले भी वीरभद्र सिंह जी और धूमल जी की सरकारें रहीं उन्होंने कभी एक दूसरे के संस्थान तो बंद नहीं किए। जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मदद से आप आपदा में प्रभावितों को वित्तीय मदद कर पा रहे हैं। जो सरकार दे रही है वो एक-एक पाई केंद्र से मिल रही है। आपने सिर्फ झूठ बोलकर एक राहत पैकेज बनाकर ऐसे परोसा जैसे कि ये सब आपकी सरकार दे रही है जबकि हकीकत ये है कि करीब 11 हज़ार आवास बनाने के लिए पैसा केंद्र ने जारी किया है और 825 करोड़ रुपए आपदा प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार ने भेजे। इसके अलावा मुख्य सड़कों का रखरखाब और निर्माण के लिए पैसे केंद्र से ही मिल रहे हैं जबकि सुक्खू सरकार के पास सड़कों पर गिरा मलबा हटाने तक के लिए पैसा नहीं है। आज राष्ट्रीय उच्च मार्ग और फोरलेन तेज़ी से बहाल हो रहे हैं जिसमें सारा पैसा केंद्र से आ रहा है। उन्होंने कहा कि जब केंद्र से वित्तीय मदद हासिल हुई तो उसके बाद मुख्यमंत्री घोषणा करने लायक बने। उन्होंने वीरवार को सराज के सोमगाड़ पंचायत के जैहरा में कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उनके साथ भाजपा मंडलाध्यक्ष भागीरथ शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
ज्वालामुखी शहर के गीता भवन में छह नवंबर को मेडिकल एड असेसमेंट कैंप का आयोजन किया जा रहा है। एसडीएम की ओर से लगाए जा रहे इस कैंप का समय सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक रहेगा। सात नवंबर को यही कैंप खुंडियां स्थित सिविल अस्पताल में लगाया जाएगा। तहसील कल्याण अधिकारी ने बताया कि 40 फीसदी या इससे अधिक की पात्रता वाले दिव्यांग कृत्रिम अंगों के लिए इस कैंप में आ सकते हैं। कैंप के दौरान एलिमको आक्सीलरी प्रोडक्शन सेंटर चंडीगढ़ से आई टीम दिव्यांगों की आवश्कता का आकलन करेगी। उन्होंने साफ किया कि इस कैंप में किसी तरह के दिव्यांगता प्रमाण पत्र नहीं बनाए जाते हैं। संबंधित व्यक्ति को चिकित्सा प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और एक पासपोर्ट साइज फोटो लाना जरूरी होगा। अंगों का वितरण तीन दिसंबर को किया जाएगा।
ज्वालामुखी शहर के गीता भवन में छह नवंबर को मेडिकल एड असेसमेंट कैंप का आयोजन किया जा रहा है। एसडीएम की ओर से लगाए जा रहे इस कैंप का समय सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक रहेगा। सात नवंबर को यही कैंप खुंडियां स्थित सिविल अस्पताल में लगाया जाएगा। तहसील कल्याण अधिकारी ने बताया कि 40 फीसदी या इससे अधिक की पात्रता वाले दिव्यांग कृत्रिम अंगों के लिए इस कैंप में आ सकते हैं। कैंप के दौरान एलिमको आक्सीलरी प्रोडक्शन सेंटर चंडीगढ़ से आई टीम दिव्यांगों की आवश्कता का आकलन करेगी। उन्होंने साफ किया कि इस कैंप में किसी तरह के दिव्यांगता प्रमाण पत्र नहीं बनाए जाते हैं। संबंधित व्यक्ति को चिकित्सा प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और एक पासपोर्ट साइज फोटो लाना जरूरी होगा। अंगों का वितरण तीन दिसंबर को किया जाएगा।
बीएल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार में सात दिवसीय एनएसएस वार्षिक शिविर का शुभारम्भ किया गयाI इस सात दिवसीय एन एस एस वार्षिक शिविर के अवसर पर मुख्यअतिथि विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने विधिवत पूर्वक ध्वजारोहण करके सात दिवसीय एनएसएस वार्षिक शिविर का शुभारम्भ किया I इस अवसर पर मुख्याध्यापिका सुषमा शर्मा, प्रधानाचार्य पुरषोतम लाल गुलेरिया भी विशिष्ट अतिथि के रूम में मौजूद रहे I यह शिविर 25 अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक चलेगा, जिसमें 31 स्वयंसेवक भाग ले रहे है I कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ। उसके उपरान्त स्वयंसेवकों द्वारा एनएसएस गान प्रस्तुत किया गया I एनएसएस प्रभारी पूनम शर्मा और पुर्शोतम लाल गुलेरिया ने मुख्यातिथि को एनएसएस कैंप, बैच और समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया I विद्यालय के समस्त अध्यापक वर्ग ने भी एनएसएस वार्षिक शिविर के शुभारम्भ पर सभी स्वयंसेवकों को बधाई दी I इस शिविर के शुभारम्भ पर एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा सांकृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गयेI मंच का संचालन करते हुए सुमन देवी ने मुख्यअतिथि, विशिष्ट अतिथि व अन्य सभी का स्वागत किया I इस अवसर पर अध्यापक वर्ग में निधि जोशी, कमलेश , वंदना व् मोनिका ठाकुर भी मौजूद रहें I
रोटरी क्लब शिमला ने अपने रोटरी शिमला चाइल्ड हार्टलाइन प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इस परियोजना के तहत 16 साल की उम्र तक सभी बच्चे जिनके पास किसी भी प्रकार की हृदय समस्या है और किसी भी सरकार की चिकित्सा योजना के तहत शामिल नहीं हैं, उनका रोटरी क्लब शिमला मुफ्त सर्जरी करवाएगा। यह आरटीएन अमित पाल सूद के राष्ट्रपति रोटरी क्लब शिमला द्वारा सूचित किया गया था। उन्होंने कहा कि आरटीएन डॉ सुधीर मेहता प्रोफेसर एंड हेड सीवीटीएस आईजीएमसी इस परियोजना के अध्यक्ष होंगे। प्रथम हृदय सर्जरी को आरटीएन डॉ. सुधीर मेहता और आईजीएमसी शिमला में सीटीवीएस में उनकी टीम द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है। किशोर साई नाम के एक लड़के के लिए सर्जरी की गई है, जो दिल में 23 मिमी छेद के साथ पता चला था। सर्जरी सफल रही और आज 25 अक्तूूबर को उन्हें आईजीएमसी शिमला से छुट्टी दी गई है ऑपरेशन का भुगतान लड़के के पिता को दिया गया था। इसके अलावा लड़के के लिए मेडिसन भी रोटरी शिमला द्वारा खरीदा गया है और लड़के के परिवार को दिया गया है। बता दें कि किसी भी प्रकार के बच्चे जो दिल की समस्या रखते हैं और वित्तीय बाधाओं के कारण इलाज नहीं कर पा रहे हैं तो रोटरी क्लब शिमला को सूचित कर सकते हैं, जो इलाज के लिए अपने स्तर का सर्वोत्तम प्रयास करेंगे।
अब हाटी विकास मंच ने की जनजातीय मंत्री जगत सिंह नेगी से मुलाकात संशोधित अनुसूचित जनजाति कानून को लागू न करने पर जताया रोष 3 महीने बीतने को आए हैं, लेकिन हिमाचल में हाटी समुदाय से जुड़े संशोधित अनुसूचित जनजाति कानून का राज्य सरकार क्रियान्वयन नहीं कर रही है। अब हाटी समुदाय के लोगों के सब्र का बांध टूट रहा है। उनमें भारी रोष पनप रहा है। इसी संबंध में हाटियों के हितों की हर फ्रंट से आवाज उठाने वाले संगठन हाटी विकास मंच ने प्रदीप सिंगटा और डॉक्टर रमेश सिंगटा की अगुवाई में शिमला में जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने मंत्री को पूरे मामले के सभी पहलुओं से अवगत करवाया। मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि जैसे ही केंद्र सरकार से मांगी गई सूचना की फाइल राज्य में पहुंचेगी संशोधित एसटी कानून को लागू कर दिया जाएगा। फाइल शिमला पहुंचते ही इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी। हाटी विकास मंच ने स्पष्ट तौर पर कहा कि मुद्दे को अटकाने, लटकाने और भटकाने से काम नहीं चलेगा। अगर बेवजह और देरी की तो लोग विरोध स्वरूप सड़कों पर उतरेंगे। उस हालात के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार होगी। मंत्री ने कहा कि अगर जल्द जनजातीय मामलों के मंत्रालय से स्पष्टीकरण नहीं आया तो वह रिमाइंडर भेजेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ बिंदुओं पर केंद्रीय मंत्रालय से सूचना मांगी गई है। उन्होंने माना कि सूचना आने में देरी हुई है। मंच ने मंत्री को ज्ञापन भी सौंपा। इसमें कहा गया है कि कानून बनते ही उन्होंने सबसे पहले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात की थी। इसके बाद मुख्य सचिव, प्रधान सचिव जनजातीय विकास, सहित कई अधिकारियों से इस मुद्दे को उठाया था। इसी मुद्दे पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान से भी मुलाकात की गई थी। प्रतिनिधि मंडल में प्रदीप सिंगटा, डॉक्टर रमेश सिंगटा, मदन तोमर, सुरेश सिंगटा, खजान ठाकुर, हाटी मुकेश ठाकुर, लाल सिंह शंकवान, कर्म सिंह ठाकुर, प्रदीप चौहान अंजवाल, नितेश पंवार, शोभित सिंगटा, अनिल ठाकुर, अमन आदि शामिल रहे। मुलाकात का दौर खत्म अब आंदोलन की तैयारी हाटी विकास मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार से मुलाकातों का दौर अब समाप्त हो गया है। इसके बाद आंदोलन की तैयारी की जाएगी। मंच ने राज्य सरकार से फिर आग्रह किया है कि केंद्रीय कानून को बेवजह न लटकाए अन्यथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। विनम्रता को ना समझी जाए कमजोरी मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि हाटी समुदाय के लोगों की विनम्रता को कमजोरी न समझा जाए। उन्होंने कहा कि कानून लागू न होने से छात्रों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। एसटी सर्टिफिकेट न मिलने से छात्रों में रोष बढ़ता जा रहा है।
विधायक मलेंद्र राजन ने बुधवार को वन विश्राम गृह इंदौरा में विधानसभा क्षेत्र के 14 जरूरतमंद लोगों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 6 लाख 70 हजार रुपए की सहायता राशि के चेक वितरित किए। यह राशि गंभीर रूप से बीमार चल रहे रोगियों के उपचार हेतु आवंटित की गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार समाज के हर वर्ग विशेषकर अति गरीब और पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और जनसेवा का ध्येय लेकर स्वर्णिम हिमाचल के निर्माण का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने 10 माह के अल्प कार्यकाल में ही कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को लागू कर धरातल पर उतारा है जिससे समाज के सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है। इस मौके पर एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रथम जनवरी, 2024 की अर्हता तिथि के आधार पर 18 वर्ष या इससे अधिक की आयु पूर्ण कर रहे पात्र नागरिक मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कर सकते हैं। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2024 के अंतर्गत 55-पच्छाद (अ.जा.) विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर इस कार्य के लिए नियुक्त सभी अधिकारी 27 अक्टूबर से 09 दिसंबर, 2023 तक अपने-अपने मतदान केन्द्र पर उपस्थित रहेंगे और मतदाताओं से फॉर्म 6, 6ए, 6बी, 7 व 8 में दावे और आपत्तियां प्राप्त की जाएंगी। इस अवधि के दौरान नये मतदाता बनाने, नाम का शुद्धिकरण, वोट कटवाने आदि प्रक्रियाएं की जाएंगी। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम सराहां संजीव कुमार धीमान ने इस कार्य के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों, अभिहित अधिकारियों व बूथ लेवल अधिकारियों के लिए बुधवार को अम्बेडकर भवन राजगढ़ में आयोजित मतदाता सूची का सक्षिप्त पुनरीक्षण-2024 पूर्वाभ्यास कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पर्यवेक्षक, बूथ स्तर के अधिकारियों और डेजिग्नेटिड अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में किए गए सभी कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता पर निरंतर निगरानी रखेंगे और उन्हें प्रपत्र-6, 6ए, 6 बी, 7 व 8 की प्रति और साप्ताहिक सूचना निर्वाचन कार्यालय को प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने बताया कि फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन 27 अक्तूबर को कर दिया जाएगा। उन्होंने सभी लोगों की जानकारी के लिए ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाले ग्राम सभाओं में भी इन सूचियों को प्रदर्शित करने को कहा सभी लोग इन सूचियों का निरीक्षण कर सके। उन्होंने बताया कि फोटोयुक्त मतदाता सूचियां प्रत्येक मतदान केंद्र, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण एवं एसडीएम राजगढ़, तहसीलदार राजगढ़ व पच्छाद स्थित सराहां और नायब तहसीलदार पझौता स्थित नोहरी व नारग के कार्यालयों में आम लोगों के नि:शुल्क निरीक्षण के लिए 27 अक्तूबर से 09 दिसम्बर, 2023 तक उपलब्ध रहेगी। इसके अतिरिक्त 04 व 05 नवंबर तथा 18 व 19 नवम्बर को सभी मतदान केंद्रों में नए मतदाता बनाने, नाम व पते में दुरूस्ती व संशोधन करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक जनवरी 2024 को या उससे पूर्व 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे नागरिक 27 अक्तूबर से नौ दिसंबर तक अपने पोलिंग बूथ पर अधिकारियों के पास अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि 26 दिसंबर तक दावे व आक्षेपों का निपटारा कर दिया जाएगा जबकि 5 जनवरी, 2024 को फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि पूर्व में पच्छाद विधान सभा क्षेत्र में 113 मतदान केंद्र थे और युक्तिकरण के उपरान्त 11 नए मतदान केंद्र स्थापित होने से अब वर्तमान में मतदान केंद्रों की संख्या बढ़कर 124 हो गई है। इस मौके पर निर्वाचन कानूनगो मनोज चौहान ने इस प्रक्रिया के दौरान प्रयुक्त होने वाले विभिन्न प्रपत्रों को भरने संबंधी बारीकियों के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की। पूर्वाभयास कार्यक्रम में पर्यवेक्षकों सहित अभिहित अधिकारियों व बूथ लेवल अधिकारियों ने भाग लिया।
विधायक ने लंज कॉलेज में 100 केवी ट्रांसफार्मर का किया लोकार्पण नशे से दूर रहकर युवा पीढ़ी सशक्त समाज का निर्माण सुनिश्चित कर सकती है। युवाओं को पढ़ाई के साथ साथ समाज सेवा के प्रकल्पों में भी बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए। यह उद्गार शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने बुधवार को राजकीय महाविद्यालय लंज में 100 केवी के ट्रांसफार्मर का लोकार्पण करने तथा सेंट्रल स्टूडेंट एसोसिएशन के नव नियुक्त पदाधिकारियों के शपथ समारोह में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं ताकि बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए दूरदराज के क्षेत्रों में नहीं जाना पड़े। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में रिक्त पदों को चरणबद्व तरीके से भरने के लिए प्राथमिकता प्रदान की जा रही है। इससे पहले कालेज के प्रिंसिपल एसके सोनी ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए महाविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर सीएमओ डा सुशील शर्मा, अधिशासी अभियंता अमन चौधरी, पंचायत प्रधान तिलक, हेमराज, सुमन मैहरा, केके डोगरा, रेखा चौधरी, सोशल मीडिया प्रभारी विनय सिंह सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल 26 से 28 अक्तूबर तक सोलन के प्रवास पर रहेंगे। कर्नल डॉ. शांडिल 26 अक्तूबर को प्रात: 11.00 बजे सोलन विकास खंड की ग्राम पंचायत जौणाजी के बालूघाटी में मां काली मेला के समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। इसके बाद 12:05 बजे ग्राम पंचायत जौणाजी के द्राह में सामुदायिक भवन की दूसरी मंजिल का लोकार्पण करेंगे। डॉ. शांडिल इसी दिन सांय 03.00 बजे पुरानी कचहरी सोलन में प्रकट दिवस शोभायात्रा में मुख्य अतिथि होंगे। श्रम एवं रोजगार मंत्री 27 अक्तूबर को सांय 03.00 बजे सोलन के एतिहासिक ठोडो मैदान में 19 वर्ष से कम आयु वर्ग की लड़कियों की खेलकूद प्रतियोगिता के शुभारंभ समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। डॉ. शांडिल इसी दिन सांय 05.00 बजे सैंट ल्यूक्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल सोलन के वार्षिक समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। स्वास्थ्य मंत्री 28 अक्तूबर को प्रात: 11:30 बजे सोलन के धोबीघाट में महर्षि वाल्मीकि सुधार समिति द्वारा आयोजित ध्वजारोहण समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। इसके बाद दिन में 01:00 बजे ग्राम पंचायत सलोगड़ा में ब्रिजेश्वर मेला समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
बाल विकास परियोजना धर्मशाला के अधीन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के दो तथा सहायिका के 12 पद भरे जाने तय हुए हैं। बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला रमेश जागवान ने बताया कि पूर्व में इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 अक्तूबर रखी गई थी, जिसे अब बढ़ाकर 6 नवंबर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन पदों के लिए पात्र उम्मीदवार सादे कागज पर अपने संपूर्ण दस्तावेजों सहित 6 नवंबर तक बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला के कार्यालय में आवेदन जमा करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत ढगवार के मसरेहड़ केंद्र तथा ग्राम पंचायत पासू पंतेहड़ के देहरू केंद्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद भरे जाने हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम धर्मशाला के वार्ड नम्बर-1 के टैंगलवुड, वार्ड नम्बर-4 के कोतवाली बाजार तथा वार्ड नम्बर-8 के उपरेहड़ केंद्रों में आंगनवाड़ी सहायिका के पद भरे जाने है। वहीं ग्राम पंचायत रसेहड़ के रसेहड़, योल के लहसर, बरवाला के थम्बा, कजलोट के अप्पर सुधेड़, सुक्कड़ के खास सुक्कड़, शीला के शीला-2, गगल के गगल-2, मंदल के निचली भड़वार और ढगवार के मसरेहड़ केंद्रों में भी सहायिका के पद भरे जाएंगे। आवेदन के लिए 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग की महिला उम्मीदवार ही पात्र होंगी। उम्मीदवार उसी आंगनबाड़ी केंद्र के सर्वे क्षेत्र की स्थाई निवासी हो। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के लिए जमा दो पास होना आवश्यक है। उम्मीदवार के परिवार की समस्त साधनों से वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। इच्छुक अभ्यर्थी अधिक जानकारी के लिए बाल विकास परियोजना अधिकारी धर्मशाला के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सती ने इंदिरा ग्राउंड से बुधवार को 21 लड़कों के दल को भारत भ्रमण के लिए रवाना किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षा ग्रहण करने का एकमात्र उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान ही नहीं है, बल्कि बच्चों को जब यह पता चलेगा कि हम कौन थे और हम आज कहां तक पहुंचे हैं तब वह खुद पर गर्व करना सीखेंगे। सती ने कहा कि हमारी सभ्यता हमारी संस्कृति हमारी धार्मिक और आध्यात्मिक विरासत इतनी अधिक संपन्न समृद्ध और गौरवशाली है कि विश्व भर के वैज्ञानिक जो बात आज अपनी प्रयोगशाला में बैठकर जान रहे हैं हमारे ऋषि मुनियों ने महापुरुषों ने आध्यात्मिक ज्ञान की बदौलत वह सब आदि काल से वर्णित किया है। सत्ती ने कहा कि केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर सांसद अनुराग सिंह ठाकुर की लोकप्रिय पहल, सांसद भारत दर्शन के दूसरे चरण के लिए चयनित हुए 21 लड़के भारत भ्रमण पर आज जा रहे हैं उन सभी बधाई और शुभकामनाएं। सांसद भारत दर्शन एक शैक्षणिक दौरा है, जोकि हमीरपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के मेधावी और उत्कृष्ट छात्रों के लिए अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा निशुल्क आयोजित किया जाता है। पिछले 5 सालों मे 101 बच्चों को यह यात्रा कर चुके हैं और आज से लेकर 1 नवंबर तक, चयनित 21 लड़के सांसद भारत दर्शन यात्रा पर जा रहे हैं। दिल्ली दर्शन के साथ यह ग्रुप विशेष रूप से गुजरात दौरे पर भी जाएगा। सत्ती ने कहा कि 21 छात्रों के साथ 2 'एक से श्रेष्ठÓ अध्यापिकाओं का चयन भी किया गया है। 'एक से श्रेष्ठÓ, भी अनुराग सिंह ठाकुर की पहल है, जिसके अंतर्गत बच्चों को निशुल्क पढ़ाया जाता है । वर्तमान मे संसदीय क्षेत्र मे 475 केंद्र चल रहे हैं जिसके माध्यम से महिलाओं को रोज़गार का अवसर भी मिला है और 9000 से भी अधिक छात्रों को बेहतर शिक्षा भी मिल रही है।
कहा, सत्ता हथियाने के लिए लिया झूठ का सहारा, अब मुझे ही करते हैं रोज याद सत्ता हथियाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने हमेशा झूठ का सहारा लिया है। हिमाचल में भी इस बार कांग्रेस ने झूठी गारंटियां दी और सरकार बनते ही विकास करने के बजाय बदले की भावना से काम किया और 10 महीनों में ही हजारों कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया। इस निक्कमी सरकार ने मात्र 10 महीने में ही 10 हजार करोड़ रुपये का ऋण ले लिया, लेकिन एक भी विकास कार्य नहीं किया। ये आरोप सरकाघाट के बलद्वाड़ा में लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर पलटवार किया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सुक्खू को सोते जागते मेरी ही याद आ रही है। सार्वजनिक मंच से बात कहते हुए उन्हें शब्दों की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए और शालीनता से अपनी बात रखनी चाहिए। मेरे से सवाल पूछने के बजाय पहले मुख्यमंत्री सुक्खू यह बताएं कि मंडी की जनता के लिए उन्होंने इन 11 महीनों में किया ही क्या है। सुक्खू को शायद पहले मालूम नहीं है कि सोमवार को जिस पड्डल मैदान में उन्होंने राहत वितरण कार्यक्रम किया उन्होंने कहा कि जहां से मुख्यमंत्री खड़े होकर कह रहे थे उसके बगल में प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय भाजपा ने स्थापित किया था। यहीं पर 45 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले वल्लभ महाविद्यालय के भवन का निर्माण कार्य शुरु किया था। मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर जिस हेलीपोर्ट पर उतरा था, वह अब भाजपा ने बनाया था। हेलीपोर्ट से कुछ दूरी पर डेढ़ सौ करोड़ की लागत से शिवधाम का काम भाजपा सरकार के समय शुरु हुआ था। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरदार पटेल विश्वविद्यालय को बंद करने की साजिश रची जा रही है। वल्लभ महाविद्यालय व शिवधाम का काम बंद करवाना सुक्खू सरकार की बड़ी उपलब्धि रही है। सुक्खू यह कह कर रहे हैं कि जयराम ने मंडी के लिए कुछ नहीं किया,अगर कुछ नहीं किया होता तो मंडी की जनता विधानसभा चुनाव में 10 से नौ सीटें नहीं देती। जयराम ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि यह सुक्खू की किस्मत है कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी थोड़े से वोटों के अंतर से जीत गई और वह मुख्यमंत्री बन गए। मगर यह दौर ज्यादा लंबा चलने वाला नहीं हैं। आने वाला समय कठिन होगा। बेहतर होगा कि सुक्खू व्यक्तिगत छींटाकशी कर आरोप लगाने के बजाय प्रदेश के विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करें। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री धर्मपुर पहुंचे और यहां पूर्व मंत्री एवम भाजपा नेता महेंद्र सिंह ठाकुर के नव गृह प्रवेश कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान पूर्व मंत्री राजिंदर गर्ग, भाजपा के विधायक राकेश जंबाल, दलीप ठाकुर, दीप राज़, इंद्र सिंह गांधी, पूर्ण चंद ठाकुर सहित अन्य भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हरिपुर तहसील के गांव झकलेहड़ निवासी युवक साइबर ठगों का शिकार हो गया। ठगों ने उससे करीब एक लाख रुपये लूट लिए। युवक की शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए यह रकम होल्ड करवा दी। जल्द ही यह रकम उसके खाते में वापस आ जाएगी। झकलेहड़ निवासी संजय कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले उसके मोबाइल पर एक अनजान नंबर से लिंक आया। उसने गलती से इस पर क्लिक कर दिया। कुछ ही देर में उसके बैंक खाते से 99,998 रुपये निकल गए। उसने इसकी शिकायत देहरा डीएसपी कार्यालय में स्थित साइबर सेल में दी। इसके बाद विभाग ने कार्रवाई करते हुए उसके खाते की उक्त रकम को होल्ड करवा दिया। डीएसपी अनिल कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे किसी तरह के लालच में न आएं। अनजान नंबर से आए लिंक और लाटरी के मैसेज पर क्लिक न करें।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज पुनर्वास योजना के तहत भारी बारिश एवं भूस्खलन से आई आपदा से प्रभावित जिला बिलासपुर के 1162 परिवारों को 8.97 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि वितरित की। उन्होंने जिला बिलासपुर में आपदा के दौरान जिन 94 प्रभावित परिवारों के घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें पहली किश्त के रूप में 3-3 लाख रुपये प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने बिलासपुर सदर विकास खंड के अंतर्गत 404 परिवारों को 3.93 करोड़, घुमारवीं विकास खंड के अंतर्गत 532 आपदा प्रभावित परिवारों को 4.55 करोड़ रुपये, झंडूता विकास खंड के तहत 198 आपदा प्रभावित परिवारों को 1.21 करोड़ रुपये तथा स्वारघाट विकास खंड के अंतर्गत 28 आपदा प्रभावित परिवारों को 19.10 लाख रुपये जारी किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिलासपुर जिला के विकास के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। यहां के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए गोविंद सागर झील में जल क्रीड़ाओं से संबंधित गतिविधियां शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के लिए 100 करोड़ रुपये की मल निकासी योजना का शिलान्यास जल्द किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हिमाचल के अधिकारों को वापस दिलाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से बीबीएमबी की बिजली परियोजनाओं में हिमाचल को 12 प्रतिशत रॉयल्टी दिलाने में मदद करने का आग्रह किया। उन्होंनें कहा कि भाखड़ा बांध विस्थापितों की समस्याओं का समाधान करने के लिए राज्य सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है। इस अवसर पर सुक्खू ने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के 20 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इससे पहले उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और जिला बिलासपुर में आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी। इस अवसर पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष अंजना धीमान, कांग्रेस नेता विवेक कुमार नगर परिषद अध्यक्ष कमलेंद्र कश्यप सहित, जिला परिषद सदस्य गौरव शर्मा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मिनर्वा स्कूल घुमारवीं की छात्राओं ने शहरीकरण के कारण पक्षियों की स्थिति के बारे में लोगों को घर-घर जाकर जागरूक किया। उन्होंने लोगों को पक्षियों को बचाने के प्रयासों के बारे में बताया ताकि पक्षियों की संख्या न घटे। स्कूल की छात्राएं अर्बन वर्ड्स एंड थेइर सर्वाइवल टैक्टिस (शहरी पक्षी और उनकी उत्तरजीविता रणनीति) पर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इन छात्रों में शिवांगिनी, सानिया, निहारिका, शैजल व ओषर्वि शर्मा शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट में कोर्डिनेटर सुजाता कुमारी, को-ऑर्डिनेटर आशीष शर्मा व अनिल शर्मा बच्चों की मदद कर रहे हैं। छात्राओं ने लोगों को बताया कि शहरीकरण के कारण पक्षियों पर क्या प्रभाव पड़ता है और शहरीकरण के कारण पक्षियों की संख्या भी कम होती जा रही है, जिसके कारण हम मनुष्यों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि जो भी पक्षियों के संरक्षण के लिए छोटे-छोटे कदम उठा सके वह हमें उठाने चाहिए। उन्होंने बताया कि जिन-जिन जगहों पर विकास के नाम पर शहरीकरण बढ़ता गया, उन जगहों से पक्षी दूर होते गए। शहरों के कारण प्रवासी पक्षियों ने भी शहरों की ओर जाना छोड़ दिया है। हरियाली मनुष्य ही नहीं बल्कि पशु पक्षियों को भी जीने की राह सिखाती है, लेकिन बढ़ती आबादी और शहरीकरण के विस्तार से पेड़ों की संख्या लगातार कम हो रही है। उन्होंने लोगों को जागरूक किया कि पक्षियों को अगर बचाना है तो हमें पेड़ पौधें का खासकर ध्यान रखना होगा।
राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव-2023 के दौरान आयोजित की जाएगी प्रतियोगिता राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव में मिस-किन्नौर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता 30 अक्तूबर से 2 नवंबर तक आयोजित की जाएगी। यह जानकारी उपायुक्त एवं अध्यक्ष मेला समिति किन्नौर तोरूल रवीश ने दी। उन्होंने बताया कि मिस-किन्नौर प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागी की उम्र 15 से 25 साल तक होनी चाहिए। प्रतिभागी की ऊंचाई 5 फीट 5 इंच व प्रतिभागी बोनेफाईड हिमाचली होनी चाहिए। इसके अलावा प्रतिभागी अविवाहित होनी चाहिए। यह प्रतियोगिता नि:शुल्क रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता के लिए आवेदन देने की अंतिम तिथि 28 अक्तूबर निर्धारित की गई है। प्रतिभागी को आवेदन प्राचार्य ठाकुर सेन नेगी महाविद्यालय रिकांगपिओ के कार्यालय में आकर जमा करवाना होगा। इसके अलावा ऑनलाइन माध्यम से आवेदन दिया जा सकता है, इसके लिए प्रतिभागी negijanak@gmail.com ई-मेल के माध्यम से आवेदन दे सकता है। इसके अलावा किसी भी जानकारी के लिए 70189-03118 नंबर पर संपर्क किया जा सकता है।