वीरेंद्र चौपड़ा निवासी कुम्हारहट्टी ने थाना धर्मपुर में 28 अक्तूबर को शिकायत दर्ज करवाई थी कि 23 और 24 अक्तूबर की रात्रि को कोई अज्ञात व्यक्ति उनके व पड़ोसी चरणजीत सिंह के घर की गैलरी के शीशे व जाली तोड़कर उनके घर में घुस गया था। घर में घुसने के उपरांत इस व्यक्ति ने इनके घरों के सारे नल चुराकर ले गया, जिनकी कीमत करीब 23,000 रुपये है। चोर उनके घर से 20 हजार की नकदी भी चुराकर ले गया। जिस पर 25 अक्तूबर को थाना धर्मपुर में चोरी की विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था। मामले में अन्वेषण के दौरान एक बाल अपचारी की संलिप्तता पाये जाने पर उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि इसने चुराये हुये नल सोलन में एक व्यक्ति को बेचे हैं। बाल अपचारी को रिमांड होम में भेजा गया है। उसकी निशानदेही पर 29 अक्तूबर को थाना धर्मपुर की एक टीम ने आरोपी नसीर अहमद तान्त्रे निवासी जम्मू को सोलन से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी को पिछले कल अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। चोरी की गई नकदी की बरामदगी की जा चुकी है। मामले में आगामी जांच जारी है।
राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय संजौली में सोमवार को अंतर महाविद्यालय कबड्डी प्रतियोगिता शुरू हुई। इसमें 41 टीमें भाग ले रही हंै। यह पहली बार हो रहा है कि किसी भी अंतर महाविद्यालय स्पर्धा में इतनी टीमें भाग ले रही हैं। ज्यादा टीमें होने के कारण कॉलेज मेंं 3 कबड्डी कोर्ट का निर्माण किया गया। पहले दिन 33 मैच करवाए गए। 9 टीमों के मैच मंगलवार को करवाया जाएगा। क्वार्टर फाइनल मैच ऊना व सोलन, सीम व संजौली, बिलासपुर व पांवटा, मड़ी व धर्मशाला के बीच खेला जाएगा। इस खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. सीबी मेहता ने किया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. भारती भागड़ा ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया।
एलआर इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज, सोलन के बीएएलएलबी (हॉन्स) के छात्रों ने 30 अक्टूबर को सोलन के शामती स्थित समुदायक रेडियो स्टेशन का दौरा किया। इस दौरे के दौरान छात्रों ने रेडियो स्टेशन की कार्यपर्णाली को समझा। इससे छात्रों की रेडियो की कार्यप्रणाली की समझ बढ़ी। इस विजिट के दौरान छात्रों ने रेडियो स्टेशन प्रस्तुतकर्ताओं के साथ बातचीत की और उनसे अपनी जिज्ञासा भरे सवालों के उत्तर प्राप्त किए। संस्थान के प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ. आरपी नेंटा व मेनेजिंग डायरेक्टर डॉ. आरके गुप्ता ने इस मौके पर कहा कि संस्थान के सभी छात्रों के सर्वांगीण विकास लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हंै।
-हाटियों के रिसर्च विंग ने दी सरकार को चेतावनी -कहा, लटकाऊ और भटकाऊ रवैया नहीं होगा बर्दाश्त -कानून लागू न कर भारतीय संसद और संविधान का हो रहा अपमान हिमाचल प्रदेश के गिरिपार क्षेत्र से जुड़ा अनुसूचित जनजाति मामला गरमा गया है। एसटी कानून लागू न होने से हाटी समुदाय में रोष बढ़ता जा रहा है। इस संबंध में हाटी विकास मंच ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में संगठन की स्टूडेंट रिसर्च विंग के साथ संगोष्ठी आयोजित की। इसमें हाटी रिसर्च विंग ने सरकार को सख्त चेतावनी दी। इसमें कहा गया कि अगर संशोधित एसटी कानून तत्काल लागू न हुआ तो सिरमौर का छात्र वर्ग सड़कों पर उतरेगा। विंग के पदाधिकारियों ने कानून का क्रियान्वयन न कर इसे संसद और संविधान का अपमान करार दिया। संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार एवं हाटी विकास मंच के मुख्य प्रवक्ता डॉक्टर रमेश सिंगटा, मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, कानूनी सलाहकार एडवोकेट श्याम चौहान, हाटी संस्कृति के जानकार सुरेश सिंगटा मुख्य वक्ता रहे। हाटी पुरोधाओं ने कहा कि लटकाने अटकाने और भटकाने से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार से संवाद के अभी तक सार्थक नतीजे सामने नहीं आए हैं। इसलिए अब आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बेवजह मुद्दा लटका कर सियासी रोटियां सेंकने का काम कर ही है। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हाटी अपने हकों के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। हाटी विकास मंच मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर उद्योग मंत्री और जनजातीय मामलों के मंत्री तक प्रमुखता से उठा चुके हैं, लेकिन कोई सार्थक पहल इस दिशा में सरकार की ओर से नहीं की गई है। नौकरियां पाने से हो रहे वंचित प्रदेश सरकार ने विभिन्न पदों पर नौकरियां विज्ञापित की हैं। संशोधित कानून बनने के बावजूद हाटी समुदाय से जुड़े छात्र इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। वे इन पदों के लिए बिना सर्टिफिकेट के फॉर्म नहीं भर पा रहे हैं। इससे उनमें रोष बढ़ गया है। इस कार्यक्रम में मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉक्टर रमेश सिंगटा, हाटी रिसर्च विंग के संयोजक काकू राम, कपिल कपूर, हाटी मुकेश ठाकुर, सुरेश सिंगटा, समीर ठुंडू अधिवक्ता श्याम सिंह, अनुज चौहान, पवन ठाकुर, कपिल सिंगटा, नरेंद्र शंनकवान, रोहन तोमर, नीरज तोमर, पीयूष मयंक कपूर, जयपाल सिंह प्रकाश राणा, राकेश सिंगटा, अजय, संदीप शर्मा, देवदत्त शर्मा, सुरेश सिंगटा काकू राम, प्रवीण चौहान, विक्की ठाकुर, रविंद्र सिंह, योगेंद्र ठाकुर, अभिषेक ठाकुर, सुरेंद्र संजय नेगी, हाटी सचिन तोमर, विशाल ठाकुर, शोभित आदि उपस्थित रहे।
कुमारसैन पुलिस ने एनएच-5 पर चुल्लू पानी में पति-पत्नी को चरस तस्करी के आरोप में दबोचा है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों से 22.70 ग्राम चरस भी बरामद की है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को सैंज चौकी के एएसआई मनमोहन कालिया अपने दलबल सहित एनएच-5 पर चुल्लू पानी में ट्रैफिक चेकिंग पर थे। इस दौरान सैंज से रामपुर की तरफ आ रही एक ऑल्टो कार एचपी35-6902 में सामने की सीट पर बैठी महिला ने पुलिस को देख कुछ कार से बाहर फेंका, जिसको देख पुलिस हरकत में आई और बाहर फेंके गए सामान की तलाशी ली, जिसमें 20.70 ग्राम चरस बरामद हुई। आरोपी महिला की पहचान 40 वर्षीय सुनीता देवी व उसका पति 53 वर्षीय रोशन लाल पुत्र भागू राम गांव धराली डाकघर कमांद तहसील आनी जिला कुल्लू के तौर पर हुई है। दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 20 व 29 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कारवाई शुरू कर दी है।
-राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव के प्रथम दिन बतौर मुख्य अतिथि की शिरकत 30 अक्तूबर से 2 नवंबर तक किन्नौर जिला के रिकांगपिओ स्थित मिनी स्टेडियम में आयोजित किए जा रहे राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव-2023 के प्रथम दिन मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मेले एवं त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक होते हैं तथा आपसी सद्भाव व भाईचारा बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। शिक्षा मंत्री ने जिला किन्नौर की संस्कृति एवं अलौकिक सौंदर्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर प्रकृति के सौंदर्य से भरपूर है। जिला किन्नौर अपनी समृद्ध संस्कृति, वेश-भूषा, खान-पान व पहरावे के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहां के लोगों का जीवन कठिन होने के बावजूद भी लोगों में सरलता व विनम्रता होने के साथ-साथ सभी के प्रति आदर का भाव है जो जिला किन्नौर को अन्य जिलों से अलग बनाता है। उन्होंने कहा कि आज के इस बदलते परिवेश के उपरांत भी जिला किन्नौर के लोग अपनी मूल संस्कृति से जुड़े हैं तथा अपनी सांस्कृतिक धरोहरों, रीति-रिवाजों को कायम रखे हुए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की समृद्ध संस्कृति विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों की संस्कृति के संरक्षण के लिए वचनबद्ध है तथा संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सहित जनजातीय जिलों में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सेब की फसल को प्रति रुपये किलो के भाव से खरीदने का निर्णय लिया गया जो प्रदेश सहित जिला किन्नौर के बागवानों के हितकारी निर्णय है तथा किसान व बागवान लाभान्वित हो रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदशर्नियों का अवलोकन भी किया तथा महोत्सव के दौरान आयोजित की जा रही विभिन्न खेल-कूद प्रतियोगिताओं का शुभारंभ भी किया। उपायुक्त किन्नौर एवं अध्यक्षा मेला समिति किन्नौर तोरूल रवीश ने मुख्य अतिथि तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह व खतक भेंट कर स्वागत किया तथा महोत्सव में पधारने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने उपस्थित जनों को महोत्सव के दौरान होने वाली गतिविधियों से भी अवगत करवाया। इस दौरान हिमालयन पब्लिक स्कूल की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना भी प्रस्तुत की गई। इसके अलावा पाईनवुड पब्लिक स्कूल की छात्रा नायरा नेगी ने शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित जनों को आनंदित किया। मेले के प्रथम दिन पहाड़ी संध्या, किन्नौरी संध्या व प्रथम सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें जिला किन्नौर व प्रदेश के अन्य नामी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। प्रदेश के नामी कलाकार विक्की चौहान, तांतरा बॉयज व अभिज्ञा बैंड के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन कर सांस्कृतिक संध्या का समा बांधा। इस अवसर पर रामपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक नंद लाल व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहे। इसके अलावा निदेशक, हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व जिला परिषद सदस्य श्री उमेश नेगी, पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल सहित पंचायती राज संस्थाओं के जन-प्रतिनिधियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
-वाहन तक पहुंचने में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की ली मदद परागपुर के साथ लगते पुली इलाके में शुक्रवार देर शाम बाइक को टक्कर मारकर भागे वाहन की पुलिस ने पहचान कर ली है। पुलिस इसे जब्त कर देहरा थाने ला रही है। पुलिस परागपुर से लेकर रानीताल तक कई जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से वाहन तक पहुंची है। बताया जा रहा है कि यह वाहन कांगड़ा की किसी फर्म के नाम पर पंजीकृत है। बता देें कि हादसे के बाद से ही देहरा थाने के यातायात प्रभारी एएसआई रवि कुमार टक्कर मारने वाले वाहन की तलाश में जुटे थे। गौरतलब है कि इस हादसे में बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया था। साथ ही सड़क किनारे चल रही एक महिला भी इसकी चपेट में आकर घायल हो गई थी। हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया था।
बढल ठोर बस स्टैंड सड़क किनारे बिना वजह दिन भर खड़ी गाड़ियों के कारण यहां जाम लगना आम बात हो गई है। इस कारण यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों व राहगीरों को परेशानी तो हो ही रही है, साथ ही किसी बड़े हादसे का अंदेशा भी बना हुआ है। हालांकि समय-समय पर पुलिस भी ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ कड़ा शिकंजा कसती आ रही है, बावजूद इसके न मानू की तर्ज पर कई बिगड़ैल चालक अपनी गाड़ियों को वहीं सड़क किनारे पार्क करके चले जाते हंै। ग्रामीणों का कहना है कि इस सड़क से बढल ठोर से डाडा सीबा व तलवाड़ा के लिए बसें जाती हैं मसलन बस स्टैंड में बस के इंतजार में पहले ही सवारियां खड़ी रहती हैं और ऊपर से इसी सड़क पर उक्त गाड़ियां पार्क होने से बसें सवारियों को बिठाने के लिए खड़ी हो जाती हैं, जिससे वहां हमेशा हादसे का डर बना रहता है। लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या का हल किया। क्या कहते हैं एसएचओ इस संदर्भ मे देहरा थाना प्रभारी संदीप पठानिया ने बताया कि बढल ठोर सड़क किनारे बेवजह गाड़ियां खड़ी करना ठीक नहीं है। पुलिस गश्त के दौरान अगर यहां कोई भी गलत ढंग से गाड़ी पार्क की मिलती है तो ऐसे चालकों के खिलाफ नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई होगी।
-अविनाश कपिला ने कहा, रामलीला के आयोजन से जुड़ेंगे समाज के लोग श्री रामलीला कमेटी ऊना के चेयरमैन प्रिंस राजपूत व अध्यक्ष अविनाश कपिला ने सोमवार को जारी एक प्रेस बयान में बताया कि श्री राम लीला कमेटी ऊना द्वारा गुरू का लंगर सेवा समित ट्रस्ट के अध्यक्ष व समाजिक, धार्मिक कार्यकर्ता अशवनी जैतिक को श्री राम लीला कमेटी ऊना का मुख्य संरक्षक नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि अशवनी जैतिक समाजिक व धार्मिक कार्यों में सदैव आगे रहते हंै। ऐसे में श्री रामलीला आयोजन में उनका मार्ग दर्शन मिलेगा। उन्होंने कहा कि रामलीला मंचन में हर वर्ष उनका सहयोग रहता है। उन्होंने कहा कि श्री रामलीला का आयोजन शहर का आयोजन है, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों को जोड़ने का प्रयास रहता है, ताकि सभी बेहतर आयोजन में अपनी भमिका अदा कर सके। अविनाश कपिला ने कहा कि श्री रामलीला कमेटी को सभी पदाधिकारियों का बेहतरिन सहयोग मिलता है, जिसके चलते श्री रामलीला कमेटी ने अपनी भव्यता को बनाया है और भविष्य में और भी बेहतरिन आयोजन करने का प्रयास रहेगा। वहीं, श्री रामलीला कमेटी के नवनियुक्त मुख्य संरक्षक अशवनी जैतिक ने कहा कि श्री रामलीला कमेटी ऊना का आयोजन में भागीदार बनाने के लिए आभार है। उन्होंने कहा कि यह समाज के सहयोग का धार्मिक आयोजन है। जिसमें श्रीराम लीला कमेटी का आभार जो जिम्मेदारी देंगे उसका निर्वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अविनाश कपिला, प्रिंस राजपूत व उनकी टीम लगातार बेहतरिन आयोजन कर रही है और लोगों को श्री राम की शिक्षाओं से जोडें़ने का बेहतर प्रयास कर रहे हंै, जोकि अपने आप में सराहनीय है।
पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि राज्य में पर्यटन अधोसंरचना को सुदृढ़ किया जा रहा है और सैलानियों की सुविधा के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए शीघ्र ही टूरिस्ट हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी और इसे 1100 हेल्पलाइन से जोड़ने पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क संपर्क के साथ-साथ हवाई सेवाएं भी सुदृढ़ की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रयास किया जा रहा है कि प्रदेश के पर्यटन गंतव्यों में पर्यटकों का अधिक दिन तक ठहराव हो, इसके लिए कि प्रदेश सरकार राज्य में ईको-टूरिज्म पर्यटन को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित कर रही है और इसके लिए आवश्यक अधोसंरचना विकसित की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण वन क्षेत्रों में 11 ईको-पर्यटन स्थल चिन्हित किए गए हैं। इनमें पालमपुर वन मंडल में स्वार, सौरभ वन विहार, न्यूगल पार्क, बीड़-बिलिंग, पार्वती वन मंडल में कसोल, खीर गंगा व सुमारूपा, सिराज में सोझा, कोटगढ़ में नारकंडा और शिमला वन मंडल के तहत शोघी कैंपिंग स्थल व पोटर हिल कैंपिंग स्थल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटकों को वैश्विक स्तर की सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार वचनबद्ध है। इसी दिशा में अनेक नवोन्मेषी पहल की जा रही हैं। प्रदेशवासियों और पर्यटकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए चरणबद्ध तरीके से यू.वी.अल्ट्रा फिल्टरेशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा।
-विधायक केवल सिंह पठानिया ने विजेता खिलाड़ियों की थपथापाई पीठ रैत में राज्य स्तरीय अंडर-19 छात्राओं की खेलकूद प्रतियोगिता में हाकी में सिरमौर ने अपना दबदबा कायम किया जबकि टेबल टेनिस में मंडी की छात्राएं पहले स्थान पर रहीं। सोमवार को राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता के समापन अवसर पर शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की तथा विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। इस अवसर पर विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा के लिए कारगर कदम उठा रही है तथा सभी विद्यालयों में खेल गतिविधियों के लिए आधारभूत संरचना भी विकसित की जा रही है ताकि प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर भी चरणबद्व तरीके से मैदानों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खेलें जीवन का अभिन्न अंग हैं तथा खेलों के माध्यम से ही युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सकता है। इस प्रतियोगिता में 12 जिलों की 470 छात्राओं तथा 150 ऑफिशियल ने भाग लिया । विजेताओं को मिला सम्मान मुख्यातिथि केवल सिंह पठानिया ने इस खेलकूद प्रतियोगिता में हॉकी में विजेता रही सिरमौर जिला की छात्राओं तथा उपविजेता रही उना की छात्राओं को पुरस्कृत किया इसी तरह से टेबल टेनिस की विजेता मंडी तथा उपविजेता कांगड़ा, वेटलिफ्टिंग में विजेता ऊना, उपविजेता कांगड़ा, बॉक्सिंग में विजेता शिमला तथा उपविजेता मंडी जिबकि ताइक्वांडो में विजेता सिरमौर, उपविजेता हमीरपुर की टीम को पुरस्कृत किया इस प्रतियोगिता के ओवर आल चैंपियन माजरा स्पोर्ट्स हॉस्टल की टीम को नवाजा गया। इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य तथा ऑर्गेनाइजेशन सक्रेटरी अजय समयाल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए प्रतियोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। एडीपीओ अतुल कटोच ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त तथा खेलकूद प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आये हुए स्टाफ का धन्यवाद किया तथा आभार जताया। इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर उपनिदेशक शिक्षा महेंद्र धीमान, अधिशासी अभियंता विद्युत अमन चौधरी, अधिशासी अभियंता जलशक्ति कैप्टन अमित डोगरा, बीडीओ रैत कंवर सिंह, प्रधानाचार्य अनिल जरयाल, शमशेर चौधरी, रिशु समयाल, नरेेंद्र, कुलदीप, खाद्य निरीक्षक सुरेश कुमार,प्रधान सिहवां अजय बबली, प्रदीप बलोरिया, कैप्टन जनमेज, कैलाश शर्मा, कुलभूषण, कुलदीप शर्मा, करतार चंद, विभिन्न स्कूलों के डीपी,पीटी, अध्यापक वर्ग, स्कूली छात्र-छात्राएं तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
-डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग ने प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए लांच किया कांटेस्ट प्रदेश के युवाओं में सूचना एवं डिजिटल प्रौद्योगिकी के प्रति रुझान को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग ने नवोन्मेषी पहल की है। विभाग ने प्रदेश के निजी एवं सरकारी क्षेत्र के छठी कक्षा से लेकर महाविद्यालय स्तर के विद्यार्थियों के लिए राज्य स्तरीय 'डिजिटल-इग्निशन कांटेस्ट' लांच किया है। यह प्रतियोगिता प्रदेश में डिजिटल माध्यम से आयोजित की जाने वाली अपनी तरह की अनूठी पहल है। सचिव, डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस डॉ. अभिषेक जैन ने बताया कि मुख्य सचिव, प्रबोध सक्सेना ने आज यहां यह कांटेस्ट लांच किया। उन्होंने कहा कि युवा सृजनात्मक विचारों से परिपूर्ण होते हैं। इस कांटेस्ट के माध्यम से युवाओं की सृजनशीलता को प्रदेश की उन्नति और विकास में सहभागी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। डॉ. अभिषेक जैन ने कहा कि प्रौद्योगिकी के विकास से दुनिया भर में अनेक सकारात्मक बदलाव आये हैं। शिक्षा में सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग एक विकल्प से कहीं अधिक हो गया है। शिक्षा में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से विद्यार्थियों की क्षमता और दक्षता को भी बढ़ावा मिला है। उन्होंने बताया कि यह कांटेस्ट 01 नवम्बर से 10 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा। कांटेस्ट में भाग लेने के लिए छठी से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को समृद्ध हिमाचल प्रदेश के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग' विषय पर एक पीपीटी तैयार करनी होगी। नवमीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 'शासन, डिजिटल साक्षरता एवं साइबर सुरक्षा के लिए कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का उपयोग' विषय पर प्रश्नोत्तरी सत्र और महाविद्यालय स्तर (12वीं कक्षा से ऊपर) के विद्यार्थियों को 'शासन में कृत्रिम मेधा का उपयोग' विषय पर एक अवधारणा नोट (कांस्पेट नोट) तैयार करना होगा। उन्होंने बताया कि कांटेस्ट के विजेताओं को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू बाल दिवस के अवसर पर पुरस्कृत करेंगे। हर वर्ग के प्रथम विजेता को पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये, प्रथम उप-विजेता को 60 हजार रुपये और द्वितीय उप-विजेता को 40 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से अधिक से अधिक संख्या में इस कांटेस्ट में भाग लेने का आह्वान किया। इस कांटेस्ट में प्रतिभागिता के लिए इच्छुक छात्रों को पर अपनी प्रविष्टि दर्ज करनी होगी। अधिक जानकारी के लिए दूरभाष संख्या 0177-2628914 पर प्रात: 10 बजे से सायं 5 बजे तक किसी भी कार्य दिवस पर सम्पर्क किया जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के प्रो. वाइस चांसलर डॉ. राजेंद्र वर्मा ने बायोसाइंसेज विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. राजेश जरयाल द्वारा संपादित पुस्तक का विमोचन किया। पुस्तक का शीर्षक पर्यावरण अंत:स्रावी विषाक्त पदार्थ हैजो किसीआरसी प्रेस, टेलर और फ्रांसिस, यूएसए द्वारा प्रकाशित की गई है। डॉ. जरयाल नेकिंग अब्दुल अजीज़ विश्वविद्यालय, सऊदी अरब और गुरु घासी दास विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ के वैज्ञानिकों क सहयोग से इस पुस्तक का संपादन किया है।
-निदेशक एवं प्रारक्षी मत्स्य ने दियोली स्थित कार्प फिश फॉर्म का किया निरीक्षण निदेशक एवं प्रारक्षी मत्स्य हिमाचल प्रदेश विवेक चंदेल ने जिला ऊना के दियोली स्थित कार्प फॉर्म का भ्रमण किया और फार्म पर की जाने वाली मत्स्य गतिविधियों का विस्तृत अवलोकन किया। इस दौरान सहायक निदेशक मत्स्य ऊना विवेक शर्मा व वरिष्ठ मत्स्य अधिकारी गगरेट राम सिंह उपस्थित रहे। सहायक निदेशक मत्स्य, ऊना विवेक शर्मा ने फार्म पर किए जाने वाले मत्स्य प्रजन्न की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कार्प फार्म पर छ: प्रकार की मछलियों का प्रजन्न करवाया जा रहा है जिसमें इंडियन मेजर कार्प की तीन प्रजातियों में रोहू, कतला, मृगल तथा कॉमन कार्प व अमूर कार्प शामिल हैं। इसके अलावा सजावटी मछली में कोई कार्प मछली का प्रजन्न भी करवाया जा रहा हैं। निदेशक विवेक चंदेल ने फार्म पर स्थित चाइनींज हैचरी थी एफआरपी हैचरी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि विभागीय मत्स्य बीज फार्म, मत्स्य उत्पादन य मत्स्य कृषकों को मत्स्य पालन से जोड़ने के लिए अत्यंत जरूरी कड़ी हैं, तथा सभी मत्स्य कृषकों को उच्च किस्म का बीज उपलब्ध करवाना विभाग की जिम्मेदारी व कर्तव्य हैं। यदि मत्स्य पालकों का उच्च कोटि का बीज फार्म पर उपलब्ध होगा तभी उनका रूझान मत्स्य पालन की तरफ बढ़ेगा और इससे ज्यादा उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा। विवेक चंदेल ने कहा कि आने वाले समय में फार्म पर मत्स्य प्रजन्न से संबन्धित सभी आधारभूत संरचनाओं की कमियों को समाप्त किया जाएगा। यह फार्म को पूर्ण सक्षमता के साथ चलाया जाएगा। उन्होंने फार्म पर स्थापित फीड मिल का निरीक्षण किया तथा तैयार किए गए मत्स्य आहार का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मत्स्य आहार को तैयार करने हेतू सभी स्थापित नियमों का पालन करने तथा संपूर्ण रूप से संतुलित व स्वच्छ आहार मछलियों के लिए बनाने और किसानों को भी निम्न दरों पर उपलब्ध करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि पूर्ण रूप से संतुलित, स्वच्छ व पौष्टिक मत्स्य आहार, मत्स्य प्रजन्न व मत्स्य उत्पादन हेतु अत्यंत जरूरी कड़ी हैं। निदेशक विवेक चंदेल ने कहा कि ऊना जिला कार्प मत्स्य पालन में सबसे अग्रणी जिला बनने की क्षमता रखता है। इस बारे में सभी जरूरी कदम उठाए जाएं तथा ऊना जिला में कार्प मछली उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए। इसके पश्चात उन्होंने फार्म पर हो रही निर्माण संबन्धी गतिविधियों का जायजा लिया तथा फार्म पर स्थापित किए जाने वाले उत्कृष्टता केंद्र तथा फार्म पर स्थापित इंस्पेक्शन हट का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस फार्म को एक मॉडल फार्म के रूप में विकसित करने के लिए भरसक प्रयास किए जाए। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी समय में कोशिश की जाएगी कि फार्म पर स्टाफ की कमी को पूरा किया जा सके। इसके अलावा सहायक निदेशक मत्स्य ऊना ने निदेशक महोदय को जिला ऊना में की जा रही विकासात्मक गतिविधियों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अन्तर्गत किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में भी जानकारी प्रदान की।
-विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने की घोषणा -लंका दहन के साथ संपन्न हो गया अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा के समापन पर विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने देवी-देवताओं की नजराने और दूरी भत्ते में पांच फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की। इसके अलावा बजंतरियों के भत्ते में 10 प्रतिशत का इजाफा किया है। देवी-देवताओं की नजराना राशि और दूरी भत्ते में पांच फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की। वहीं, सीपीएस सुंदर ठाकुर ने कहा कि कुल्लू के कलाकेंद्र में फोल्डिंग छत लगाई जाएगी। कहा कि जिला प्रशासन इसको लेकर एक प्रस्ताव तैयार करेगा और चाहे इसके लिए 50 करोड़ खर्च क्यों न करने पड़े। उधर, सोमवार को लंका दहन के साथ समापन हो गया है। लंका दहन में अधिष्ठाता रघुनाथ सहित करीब 50 देवी देवताओं ने भाग लिया। इसके लिए भगवान रघुनाथ दशहरा मैदान स्थित अपने अस्थायी शिविर से लेकर रथ में सवार होकर लंकाबेकर तक गए। हजारों लोगों ने रथ को खींचकर लाया। इस दौरान ढोल-नगाड़े, नरसिंगे, करनाल आदि वाद्यंयत्रों की स्वरलहरियों से पूरी घाटी गूंज उठी।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड से प्राप्त जानकारी के अनुसार 31 अक्तूबर तथा प्रथम नवंबर को सोलन जिला के चायल फीडर के तहत आने वाले क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी विद्युत बोर्ड के अतिरिक्त अधीक्षण अभियन्ता राहुल वर्मा ने दी। उन्होंने कहा कि 31 अक्तूबर तथा प्रथम नवंबर को टिक्कर, जेठना, जडयाल, घट्टी, नगाली आई पी एच, नेचर विला, चायल, ग्रीन वैली, मांजू प्राईम, एमराल्ड वैली, नंदना एस्टेट, डूबलू, हिन्नर, कुरगल, शकारग, कल्याणा, झाल, कनोरी, घेवा, टकराणा स्टेज वन एवं टू, कुरगल उठाऊ जलापूर्ति योजना, कानो, काली टिब्बा रिजोर्ट, सैनिक स्कूल चायल, एमईएस एवं आस-पास के क्षेत्रों में प्रात: 10.00 बजे सांय 5.00 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने कहा कि खराब मौसम अथवा अन्य कारणों से उपरोक्त निर्धारित तिथि एवं समय में बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है।
-कहा, चारों नगर निगम आपदा से प्रभावित, नहीं हो रहे विकास कार्य नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि ढाई साल बीत जाने के बाद नियमानुसार मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव होने है लेकिन राज्य सरकार चुनाव नहीं करवा रही है। जिसकी वजह से चार नगर निगमों के सारे विकास कार्य रुके हुए हैं। सभी नगर निगम आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हैं और चुनाव न होने की वजह से एक भी काम उन क्षेत्रों में नहीं हो पा रहे हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह सिफ़र् सरकार की नाकामी है। जिसके कारण लाखों लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में मंडी, सोलन, धर्मशाला और पालनपुर नगर निगमों में सरकार की नाकामी के कारण मेयर और डिप्टी मेयर के बिना चल रही हैं। विकास के जो भी काम प्रस्तावित हैं, वो पूरी तरह से ठप्प पड़े हैं। मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव न करवा पाना प्रदेश सरकार की नाकामी है। नियमों के तहत इस पद को खाली नहीं रखा जा सकता। अब तो विधायकों के वोट को लेकर भी स्थिति स्पष्ट हो चुकी है, फिर भी सरकार यह चुनाव नहीं करवा रही है। इस प्रक्रिया में कोई बड़ा मतदान नहीं होना हैं। जिसमें बहुत वक़्त और संसाधनों की आवश्यकता होती हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपदा की वजह से प्रदेश भर में भारी नुक़सान हुआ है। इस नुक़सान से उबरने और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए ज़िम्मेदार संस्थाओं का सुचारू रूप से कार्य करना अत्यंत आवश्यक है। ऐसे में जब मेयर और डिप्टी मेयर जैसे अहम पदों पर कोई नहीं होगा तो राहत और पुनर्वास के काम प्रभावी तौर पर कैसे हो सकते हैं। मेयर किसी शहर का पहला नागरिक होता हैं।, उसके कार्यक्षेत्र में सभी प्रमुख कार्यों में उनकी अहम भूमिका होती है। जनता द्वारा चुने जाने के कारण जनता के पार्टी उनकी भी जवाबदेही होती हैं। ऐसे में उन्हें कार्य न करने देना लोकतांत्रिक व्यस्था का अपमान हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार हर तरफ़ से तानाशाही की तरफ़ बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि इतने महत्वपूर्ण पदों पर चुनाव न करवाकर सरकार लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश के 5 नगर निगम सहित 60 शहरी निकायों को जारी ग्रांट इन एड से 76 करोड़ रुपए सरकार द्वारा वापस मांग लिया है। इससे त्रासदी के बाद पुनर्वास की योजनाएं बनाने में लगे शहरी निकायों की परेशानी बढ़ गई है। उन्होंने ने कहा कि सरकार द्वारा जारी किए गए धन की आधी राशि वापस मांगना ग़लत है। सरकार द्वारा विकास के लिए जो पैसे भेजे गये थे, उस धनराशि से निर्धारित योजनाओं पर काम शुरू हो गए हैं। ऐसे में उस धनराशि को वापस मांगना हास्यास्पद है।
बल्क ड्रग पार्क से संबंधित सभी विकास परियोजनाओं में संबंधित विभागीय अधिकारी तीव्रता लाएं तथा निर्धारित समयावधि में पूरा करना सुनिश्चित करें ताकि राष्ट्रीय महत्व की इस परियोजना को अति शीघ्र पूरा किया जा सके। यह निर्देश मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश के प्रधान सलाहकार रामसुभग सिंह ने जिला मुख्यालय ऊना में जिला के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान दिए। उन्होंने बल्क ड्रग पार्क के लिए निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं, सड़क निर्माण कार्यों तथा विद्युत आपूर्ति के बारे में विशेष रूप से चर्चा की तथा संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में जिला में बनने वाले लठियानी-मंदली पुल के अलावा शिक्षा तथा स्वास्थ्य विभाग से संबंधित परियोजनाओं बारे भी विस्तृत चर्चा की गई। इससे पूर्व उन्होंने पेखुबेला में बनने वाले सोलर पावर प्रोजेक्ट स्थल का भी दौरा किया तथा एचपीसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों से परियोजना से संबंधित विभिन्न पहलुओं बारे विस्तृत चर्चा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त ऊना महेंद्र पाल गुर्जर, हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के निदेशक शिवम प्रताप सिंह व सहायक महाप्रबंधक विवेक वर्मा, एसडीम ऊना विश्व मोहन देव चौहान, एसडीम अंब विवेक महाजन, एसडीएम बंगाना मनोज कुमार के अलावा विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता अनिल सहगल, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता नरेश कुमार धीमान लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जीएस राणा सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
-मंत्री ने ठोडो मैदान में लड़कियों की अंडर-19 खेल प्रतियोगिता के विजेताओं को किया सम्मानित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि विद्यालय स्तर पर आयोजित की जाने वाली खेलकूद प्रतियोगिताएं युवाओं की प्रतिभा को निखार कर उन्हें उच्च स्तर का खिलाड़ी बनाने में सहायक सिद्ध होती हैं। डॉ. शांडिल आज यहां ऐतिहासिक ठोडो मैदान में लड़कियों की 19 वर्ष से कम आयु वर्ग की 64वीं राज्य स्तरीय लघु खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। चार दिवसीय इस प्रतियोगिता में सभी 12 जिलों एवं एक खेल छात्रावास की 538 खिलाड़ियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में कबड्डी, खो-खो, वॉलीबाल, शतरंज और बैडमिंटन खेल आयोजित किए गए। डॉ. शांडिल ने खिलाड़ियों से आग्रह किया कि जीत और हार को समझकर जीवन में निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि इन्हीं खिलाड़ियों में से भविष्य के राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी उभरेंगे। उन्होंने कहा कि नियमित अभ्यास तथा लक्ष्य के प्रति समर्पण ही सफलता की कुंजी है और युवाओं को अंतिम लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सतत प्रयत्नशील रहना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि खेल हमें मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रखते हैं। उन्होंने आग्रह किया कि युवा, योग एवं व्यायाम को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं और नशे से सदैव दूर रहें। उन्होंने सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति को बधाई देते हुए आशा जताई कि भविष्य में ऐसे और अधिक आयोजन खिलाड़ियों को सशक्त मंच प्रदान करेंगे। उन्होंने आयोजन समिति को अपनी एच्छिक निधि से 11000 रुपए प्रदान करने की घोषणा भी की। डॉ. शांडिल ने खिलाड़ियों को पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। ये रहे विजेता और उप विजेता शतरंज में हमीरपुर जिला प्रथम और सोलन ज़िला द्वितीय स्थान पर रहे। बैडमिंटन में कांगड़ा जिला प्रथम और शिमला जिला द्वितीय स्थान पर रहे। खो-खो में सोलन ज़िला पहले तथा हमीरपुर ज़िला दूसरे स्थान पर रहे। कबड्डी में सोलन ज़िला पहले तथा सिरमौर ज़िला दूसरे स्थान पर रहे। वालीबॉल में शिमला पहले तथा कांगड़ा ज़िला दूसरे स्थान पर रहे। वालीबॉल की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में खेल छात्रावास जुब्बल विजेता रहा। कबड्डी की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में सोलन जिला विजेता रहा। मार्च पास्ट में ज़िला मंडी प्रथम तथा ज़िला किन्नौर द्वितीय स्थान पर रहा। ओवरऑल चैंपियन का खिताब सोलन जिला को प्रदान किया गया।
राज्य में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से हर क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा है। प्राकृतिक आपदाओं और आपातकालीन स्थिति से प्रभावशाली तरीके से निपटने के लिए प्रदेश सरकार संचार के बेहतर वैकल्पिक साधन विकसित करने पर बल दे रही है। आपदा की स्थिति में जब फोन और इंटरनेट जैसी संचार सेवाएं ठप हो जाती हैं तो इससे निपटने के लिए राज्य सरकार ने आपात स्थिति के दौरान वैकल्पिक संचार के लिए एक प्रभावी उपकरण के रूप में एमेच्योर रेडियो (हैम) को बढ़ावा देने को स्वीकृति प्रदान की है। इस पहल के तहत राज्य के प्रत्येक उप मंडल में कम से कम एक हैम रेडियो स्वयंसेवक बनाने की परिकल्पना की गई है। ये स्वयंसेवक किसी भी आपदा या आपातकाल की स्थिति में राज्य स्तर पर स्थापित आपातकालीन संचालन केंद्र और सभी जिला आपातकालीन संचालन केंद्रों से जुड़कर वैकल्पिक संचार चैनल स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसका प्रभावशाली कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए, स्वयंसेवकों को पंजीकृत किया जाएगा और स्थापित मानदंडों के अनुसार एमेच्योर रेडियो के संचालन के लिए लाइसेंस भी दिए जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार स्वयंसेवकों को आवश्यक उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। आवश्यक उपकरणों की 80 प्रतिशत लागत का वहन सरकार द्वारा किया जाएगा तथा शेष 20 प्रतिशत लागत स्वयंसेवकों को वहन करनी होगी। इसके अतिरिक्त, राज्य सरकार शैक्षणिक संस्थानों में नए हैम रेडियो क्लब स्थापित करने, मौजूदा हैम रेडियो क्लबों को मजबूत करने और स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण प्रदान करने में भी मदद करेगी। प्रशिक्षित एमेच्योर रेडियो ऑपरेटरों के कौशल का उपयोग आवश्यकता और आपात स्थिति के समय सार्वजनिक सेवा के लिए किया जा सकता है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि आपातकालीन संचार में एमेच्योर रेडियो का अत्यधिक महत्व है, क्योंकि जब टैलीफोन, मोबाईल फोन सहित अन्य पारम्परिक संचार सेवाएं बाधित हो जाती हैं तो यह रेडियो स्टेशन सूचना सम्प्रेषण में उपयोगी हो सकते हैं। लम्बी दूरी तय कर सकने की इनकी क्षमता के कारण यह आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं तथा अमूल्य जीवन बचाया जा सकता है। संचार प्रणाली ठप्प होने की स्थिति में इसके माध्यम से आवश्यक सूचनाएं प्रेषित की जा सकती हैं जिससे आपदा के कारण होने वाली क्षति को भी कम किया जा सकता है। आपदा के दौरान स्रोत व्यक्ति, आपातकालीन प्रबंधन से जुड़े लोगों और आपदा प्रभावितों के बीच आपसी सम्पर्क बेहद अहम होता है। मुख्यमंत्री का कहना है कि बारिश और सर्दियों के मौसम के दौरान लाहौल-स्पीति, चंबा और किन्नौर जैसे जनजातीय जिलों सहित कई क्षेत्रों में संचार प्रणाली अक्सर ठप्प हो जाती है। ऐसी परिस्थितियों में, संचार के वैकल्पिक साधन के रूप में हैम रेडियो की भूमिका और भी बढ़ जाती है। इसलिए, राज्य सरकार ने भविष्य की चुनौतियों के दृष्टिगत आपातकालीन संचार के एक प्रमुख उपकरण के रूप में हैम रेडियो को बढ़ावा देने का निर्णायक कदम उठाया है।
-डिप्टी सीएम ने कमेटी अध्यक्ष अविनाश व टीम की सराहना की श्री रामलीला कमेटी ऊना ने श्री रामलीला मंचन व दशहरा के सफल आयोजन में दिए गए सहयोग के लिए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें सम्मानित किया है। श्री रामलीला कमेटी के चेयरमैन प्रिंस राजपूत व अध्यक्ष अविनाश कपिला के नेतृत्व में श्री रामलीला कमेटी ऊना की टीम ने विश्राम गृह ऊना में पहुंचकर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ मुलाकात की। श्री रामलीला व दशहरा को लेकर उन्हें जानकारी दी। वहीं श्री रामलीला कमेटी की तरफ से स्मृति चिन्ह, शॉल व सरोपा पहनाकर उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत राणा, हरोली कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद बिट्टू, प्रदेश कांग्रेस के सचिव अशोक ठाकुर, पंकज दत्ता, मेहताब ठाकुर को भी श्री रामलाल कमेटी की ओर से सिरोपा दिया गया। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने श्री रामलीला कमेटी ऊना द्वारा लंबे समय से व्यवस्थित व अनुशासनात्मक तरीके से करवाए जा रहे आयोजन के लिए बधाई दी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि श्री रामलीला कमेटी ऊना ने श्री रामलीला मंचन व दशहरे की भव्यता को बढ़ाया है और इसका भव्य रूप देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में प्रशासन के द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं भी की गई है,भविष्य में और अधिक सहयोग दिया जाएगा, ताकि यह आयोजन और भव्यता के साथ आयोजित हो। मुकेश अग्निहोत्री ने श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अविनाश कपिला द्वारा समर्पण भाव से करवाए जा रहे हैं इस आयोजन के लिए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि श्री रामलीला कमेटी ऊना इस आयोजन से श्री राम की लीलाओं के साथ जहां जनता को जोड़ कर रखने का काम कर रही है, वही युवा पीढ़ी को भी श्री राम की शिक्षाओं से परिचित करवाया जा रहा है ,जो कि सराहनीय है ।इस अवसर पर श्री रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अविनाश कपिला उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा दिए जा रहे सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया ।उन्होंने कहा कि यह जिला ऊना का आयोजन है, शहर वासियों के सहयोग से यह आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि इसकी भव्यता और बड़े इसके लिए बेहतर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि श्री रामलीला कमेटी के सभी सदस्यों, पदाधिकारी व कलाकारों की मेहनत का परिणाम है कि हम अच्छा आयोजन कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष वृंदावन से श्री मधुर बिहारी रास मंडल के संस्थापक जय प्रिया शरण व कथा व्यास विष्णु शर्मा व उनकी टीम ने बेहतरीन रामलीला मंचन किया है जिसको सब ने सराहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में और बेहतर करने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर श्री रामलीला कमेटी ऊना के मुख्य संरक्षक अश्विनी जेतिक, राजिंदर वशिष्ठ,महामंत्री डॉ सुभाष शर्मा,सलाहकार हरि ओम गुप्ता ,मास्टर चमन लाल चौधरी, राजीव भनोट,एमएल शर्मा, संजय कोहली,पवन कालिया, विजय पुरी, राजा मक्कड़, रजत कोहली, गणेश साम्भर,मिन्हास, ओंकार कपिला, गोपाल कृष्ण, तिलक राज मैहरा, ठाकुर मनमोहन सहित अन्य उपस्थित रहे।
-3 घंटे के भीतर इंजेक्शन लगा दिया जाए तो स्वस्थ हो जाता है रोगी -कहा, सभी जिला स्तरीय अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध है यह इंजेक्शन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि स्ट्रोक (पक्षाघात) जैसे गंभीर रोग के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार आवश्यक है, ताकि सभी इस रोग के कारण और निवारण के विषय में जागरूक हो सकें। डॉ. शांडिल आज एमएस पंवार संचार एवं प्रबंधन संस्थान, सोलन में इस विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यशाला का आयोजन अली यावर जंग नेशनल इंस्टीच्यूट आफ स्पीच एवं हियरिंग डिस्एबिलिटीज तथा एमएस पंवार संचार एवं प्रबन्धन संस्थान, सोलन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। डॉ. शांडिल ने कहा कि चिकित्सा जगत के अनुसार स्ट्रोक जैसे रोग में समय अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि स्ट्रोक की स्थिति में रोगी को तुरंत अस्पताल पहुंचाना आवश्यक है। यदि रोगी को 3 घंटे के समय के भीतर इस रोग के उपचार के लिए उपलब्ध इंजेक्शन लगा दिया जाए तो रोगी को स्वस्थ किया जा सकता है। यह इंजेक्शन प्रदेश के सभी जिला स्तरीय अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि स्ट्रोक जैसे रोग में रोगी को समय पर अस्पताल पंहुचाना और तुरंत उपचार उपलब्ध करवाना जीवनदायक सिद्ध होता है। लोगों को स्ट्रोक के लक्षणों एवं उपचार बारे जागरूक करें स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि विभिन्न स्तरों पर मेलों इत्यादि के आयोजन में लोगों को स्ट्रोक के लक्षणों, उपचार एवं समय के मूल्य के विषय में जागरूक बनाएं। उन्होंने कहा कि सावधानी में ही बचाव है और ऐसे विषयों में जन जागरूकता में मीडिया का रोल अत्यन्त महत्वपूर्ण है। पक्षाघात वैश्विक स्तर पर दिव्यांगता का एक प्रमुख कारण है। आंकड़ों के अनुसार 90 प्रतिशत मामलों में इससे बचा जा सकता है। इससे संबंधित कुछ जोखिम कारकों को कम करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने ऐसी बीमारियों से बचाव के लिए नियमित ध्यान एवं योग का आग्रह किया। डॉ. शांडिल ने स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य सम्बद्ध विभागों से आग्रह किया कि वह स्ट्रोक से बचाव के प्रचार-प्रसार के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार करें और लोगों में अपना संदेश पहुंचाने के लिए रेडियो, टेलीविजन सहित सोशल मीडिया प्लेटफार्म का भी समुचित उपयोग सुनिश्चित बनाएं। अली यावर जंग नेशनल इंस्टीच्यूट आफ स्पीच एवं हियरिंग डिस्एबिलिटीज़ के मास मीडिया प्रमुख डॉ. मैथ्यू मार्टिन ने इस एक दिवसीय कार्यशाला की विस्तृत जानकारी प्रदान की। साई संजीवनी अस्पताल के प्रमुख डॉ. संजय अग्रवाल ने सरल शब्दों में स्ट्रोक के कारण, निवारण और इस रोग के प्रबन्धन में त्वरित कार्यवाही की जानकारी प्रदान की। उन्होंने मोबाईल एप 'एचपी टेली स्ट्रोकÓ की जानकारी भी प्रदान की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डॉ. राजन उप्पल ने कहा कि चेहरे में बदलाव, बोलने में परेशानी, हाथ-पैर में सुन्नपन अथवा कमज़ोरी, सिर दर्द जैसे लक्षण होने पर अविलम्ब अपने समीप के अस्पताल जाएं ताकि समय पर उपचार आरम्भ हो सके। उन्होंने कहा कि रक्तचाप एवं मधुमेह जैसी बीमारियों के नियमित परीक्षण से स्ट्रोक सहित अन्य गम्भीर बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिला में गैर संक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग के लिए घर-घर जाकर जानकारी एकत्र की जा रही है। उन्होंने इन टीमों को सहयोग देने का आग्रह किया।
-भ्रष्टाचार के खिलाफ नारे लगाकर लोगों को किया जागरूक ऊना जिला मुख्यालय में आज सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत स्कूली बच्चों ने रैली निकाली। यह रैली बॉयज स्कूल ऊना से शुरू की गई, जो कि बाजार से होते हुए गुजरी। लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने भ्रष्टाचार के विरोध में नारे लगाए। रैली में स्कूली बच्चों ने लोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर सामने आने की अपील भी की, ताकि समाज को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जा सके।
-पंजाब के तीन व्यक्ति गिरफ्तार, 7 मोबाइल फोन व 2 लैपटॉप जब्त सोलन पुलिस ने कनाडा का वीजा लगाने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। पुलिस को इस सेंटर की संदिग्ध गतिविधियों की गुप्त सूत्रों से सचूना मिली थी। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने 27 अक्तूबर को धर्मपुर अस्पताल रोड पर अवैध रूप से चलाए जा रहे इस कॉल सेंटर में रेड डाली। यहां एक बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल में एमएस/ स्टोन इंटरप्राइज प्रोप. गुरप्रीत सिंह निवासी बंठिडा, पंजाब के नाम पर थ्री रूम सेट 14 जून से किराये पर ले रखा था। कॉल सेंटर में 3 लड़के मौजूद थे, जोकि बठिंडा के रहने वाले हैं। तीनों से थ्री रूम सेट किराये पर लेकर काम करने बारे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे तीनों कनाडा जाने के इच्छुक लोगों का वीजा लगाने का काम करते हैं। इसके लिए उन्होंने 7 मोबाइल फोन व 2 लैपटॉप रखे हैं तथा इस काम के लिए 4 स्थानीय लड़कियों को भी रखा हुआ है। इस कार्य के लिए सरकार द्वारा कोई रजिस्ट्रेशन नहीं करवाई है। वहीं, पुलिस द्वारा 7 मोबाइलों व 2 लैपटॉप को कब्जे में ले लिया गया है। अभी तक की जांच में पाया गया कि इन आरोपियों ने हजारों लोगों से संपर्क स्थापित किया और इनके पास से बरामद की गई पांच नोटबुक्स में 600 से ज़्यादा लोग ऐसे पाये गये, जिनसे करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दिया गया है। पुलिस ने तीनों व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आगामी जांच जारी है।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय एसएफआई इकाई ने आज परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन सौंपा। परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया। इसमें पहली मांग लंबे समय से पीजी की परीक्षा हुए हैं, उनका रिजल्ट अभी तक नहीं आया है मुख्य रूप से इस में पीजी और बीएड के अंतिम स्मेस्टर के रिजल्ट को लेकर परीक्षा नियंत्रक को अवगत कराया गया। एसएफआई ने मांग रखी कि इन रिजल्टों को जल्द निकाला जाए, क्यूंकि हाल ही में पीजीटी की जो परीक्षा होनी है वे छात्र भी उसमें अपीयर हो सकें। साथ ही एसएफआई पिछले लंबे समय से मांग कर रही है विश्विद्यालय में जो ईआरपी सिस्टम काम कर रहा है उसमें जो खामियां हैं, उनको ठीक किया जाए। जब हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय में यह सिस्टम लाया गया था तो उस समय छात्रों को ये भरोसा दिलाया गया कि उनका रिजल्ट इस प्रणाली से जल्द से जल्द निकाला जाएगा, लेकिन आज के समय में छात्रों के लिए सबसे बड़ी समस्या ईआरपी सिस्टम बन चुका है। अगर छात्रों के इन मांगो का जल्द से जल्द समाधान नहीं किया गया तो आने वाले समय में एसएफआई ईआरपी सिस्टम और विश्विद्यालय प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगी, जिसका जिम्मेवार विश्विद्यालय का प्रशासन होगा।
-उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने की सेवा की शुरुआत -चिंतपूर्णी ट्रस्ट व जिलाधीश के प्रयासों को सराहा विश्व भर में प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चिंतपूर्णी से श्रद्धालु अब घर बैठे प्रसाद व मां चिंतपूर्णी का स्वरूप मंगवा सकते हैं। चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट द्वारा यह नई सुविधा श्रद्धालुओं के लिए शुरू की गई है। इस नई सेवा का शुभारंभ प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने स्थानीय विश्राम गृह में किया। इस अवसर पर चिंतपूर्णी ट्रस्ट के अध्यक्ष व जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने प्रसाद व मां चिंतपूर्णी के स्वरूप के स्मृति चिन्ह का अवलोकन उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को करवाया। वहीं, उनके माध्यम से इस सेवा की शुरुआत करवाई। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मां चिंतपूर्णी के दरबार को भव्य रूप प्रदान किया जा रहा है, बेहतर व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं को मिले इसके लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है, इसके लिए धार्मिक स्थलों के लिए परिवहन निगम की बस से चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि खाटू श्याम के लिए बस चलाई गई है। वहीं, अब अयोध्या के लिए भी परिवहन निगम जल्द बस चलाएगा। उन्होंने कहा कि मां चिंतपूर्णी मंदिर के विस्तार को तेज गति से आगे बढ़ाया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए 3-डी दर्शन की सुविधा भी उपलब्ध उन्होंने कहा कि 3-डी दर्शन की सुविधा भी श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवा दी गई है। सुगम दर्शन योजना सफलता से चल रही है जिसके माध्यम से एक करोड़ से ज्यादा चिंतपूर्णी मंदिर को श्रद्धालुओं से प्राप्त हुए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की बड़े स्तर पर यह मांग भी रही है की मां चिंतपूर्णी का प्रसाद ऑनलाइन मिल सके। मां चिंतपूर्णी जी का स्वरूप मिल सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए मां चिंतपूर्णी ट्रस्ट के अध्यक्ष व जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने बेहतरीन प्रयास किया है 1100 रुपये में ऑनलाइन घर बैठे मां चिंतपूर्णी का प्रसाद मंगवाया जा सकता है, जिसकी पैकिंग बेहतर डिब्बे में कई गई है, प्रसाद योजना के तहत इसमें मां की चुन्नी, प्रसाद, भोग व चरणामत सभी श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध रहेगा।उन्होंने कहा कि यही नहीं मां चिंतपूर्णी का स्वरूप स्मृति चिन्ह के रूप में बनाया गया है। यह भी ऑनलाइन मंगवाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार ऐसा प्रयास है जिससे श्रद्धालु मां चिंतपूर्णी के मंदिर के स्मृति चिन्ह को अपने घर में स्थापित कर सकते हैं, प्रसाद घर बैठे मंगवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मां चिंतपूर्णी ट्रस्ट की तरफ से श्रद्धालुओं के लिए बेहतरीन व्यवस्थाएं की जा रही है और आने वाले समय में सुविधाओं में और इजाफा किया जाएगा। प्रसाद व स्मृति चिन्ह के लिए लगेगा काउंटर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि मां चिंतपूर्णी ने ट्रस्ट के अध्यक्ष जिलाधीश ऊना ने बताया है कि ऑनलाइन प्रसाद व समिति चिन्ह के अलावा प्रसाद व स्मृति चिन्ह मां चिंतपूर्णी मंदिर से भी प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए विशेष काउंटर मां चिंतपूर्णी मंदिर में स्थापित किया जा रहा है। यहां से श्रद्धालु प्रसाद व स्मृति चिन्ह ले सकते हैं।
-मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए अंशदान भी दिया हरोली विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे स्व. कश्मीरी लाल जोशी के पुत्र व भाजपा के नेता विनोद कुमार जोशी ने रविवार को कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के नेतृत्व में आस्था जताते हुए विनोद जोशी ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। वहीं, आपदा प्रबंधन में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे बेहतर कार्यों से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए विनोद जोशी ने अंशदान भी दिया, जिसका चेक उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को सौंपा। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत राणा व हरोली कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद बिट्टू ने उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की उपस्थिति में विनोद जोशी द्वारा कांग्रेस पार्टी का दामन थामने पर स्वागत किया। वहीं इस मौके पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय कश्मीरी लाल जोशी का हरोली क्षेत्र के विकास में अहम योगदान रहा है। प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रहा, जिला की राजनीति में उनका उच्च स्थान रहा है। उन्होंने कहा कि उनका आशीर्वाद भी उन्हें मिला, उनके पुत्र विनोद जोशी कांग्रेस पार्टी में आए हैं, इन्हें पूरा मान सम्मान कांग्रेस पार्टी में दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य विकास है और विकास के काफिले को आगे बढ़ाने में सब का सहयोग लेना हमारा दायित्व भी है और विनोद जोशी का सहयोग भी लिया जाएगा। वहीं, विनोद जोशी ने कहा कि परिवार ने लंबे समय तक भाजपा की सेवा की है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं लंबे समय से भाजपा से जुड़ा रहा हूं, लेकिन अब वहां कार्यकर्ता की कदर नहीं है। कार्यकर्ता को दूसरे दर्जे में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यालय बना, वहां जिला अध्यक्ष के नाते उनके पिता का फोटो नहीं लगाया गया। यह कहा गया कि उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। उन्होंने कहा कि जब अध्यक्ष बने तब तो भाजपा में थे। उन्होंने कहा कि ऐसी बातें संकीर्ण मानसिकता का परिचय भाजपा में बन गई है। उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री बेहतर काम कर रहे हैं। विकास को आगे बढ़ा रहे हैं उनके नेतृत्व में हरोली विधानसभा क्षेत्र आगे होगा और आगे बढ़े जिला ऊना को नई पहचान राजनीतिक क्षेत्र में मुकेश अग्निहोत्री ने दी है। उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री जो भी जिम्मेदारी देंगे, उसका निर्वहन करुंगा, मेरा लक्ष्य विकास को आगे बढ़ाने के मुकेश अग्निहोत्री के प्रयासों को और गति देना है। उन्होंने कहा कि सभी के साथ मिलकर के आगे बडूंगा और पार्टी नेतृत्व की नीतियों के अनुसार कार्य करेंगे।
विश्व हिंदू परिषद चंडीगढ़ ने आज महाजन भवन सेक्टर 37 चंडीगढ़ में सभी समाज के व्यक्तियों को एकत्रित कर समरसता युक्त हिंदू समाज अपना दृष्टिकोण संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें कार्यक्रम अध्यक्ष बलजीत सिंह संधू आईपीएस, पूर्व डीजीपी हरियाणा, मुख्य अथिति डॉ. देव सिंह अद्दति धर्मगुरु योगी छोटू नाथ मिया मंडल वाले, प्रेम शम्मी अध्यक्ष उत्तर भारत अनुसूचित जन जाति भलाई संगठन, मुकेश जी खांडेकर उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री, पंजाब प्रांत मंत्री सुनील, पंजाब प्रांत संगरक्षक कर्नल धर्मवीर और विनायक राय देशपांडे और केंद्रीय संगठन मंत्री विश्व हिंदू परिषद का विशेष रूप से उद्धोधन प्राप्त हुआ। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद जिला मंत्री अंकुश गुप्ता ने बताया कि इस पहल में सभी उपस्थिति प्रमुखों ने जुड़ाव और सभी पंथों, मठों के प्रमुखों ने यह संकल्प बढ़ाया है कि हम सभी जात बिरादरी, भेदभाव को मिटा कर एकता बनाकर सनातन का प्रचार करेंगे। इस मौके पर विभाग मंत्री प्रदीप शर्मा ने कार्यक्रम अध्यक्ष एवं मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंट कर धन्यवाद किया। इस कार्यक्रम में विहिप से विशेष रूप से चंडीगढ़ विभाग मंत्री प्रदीप शर्मा, जिला मंत्री अंकुश गुप्ता, उपाध्यक्ष दविंदर सिद्धू, बजरंगदल संयोजक राकेश उप्पल, गो रक्षा सहमंत्री पंजाब प्रांत अनुज कुमार सहगल, कोषाध्यक्ष राकेश चौधरी, विद्यार्थी प्रमुख संयम, राजन, सुरक्षा प्रमुख गौरव, मनदीप, सुनील बागड़ी, रविंद्र, अलका, अनूप सरीन, राकेश शर्मा, दीपक शर्मा एवं विभिन्न समाज के गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही।
थाना देहरा की संसारपुर टैरस चौकी के अंतर्गत औद्योगिक क्षेत्र में कमरे में युवक की करंट लगने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मदन लाल (३२) पुत्र गुरबख्श सिंह निवासी मलहोट तहसील झंडुता, जिला बिलासपुर, संसारपुर टैरस में औद्योगिक क्षेत्र में दुकान करता था व सुबह १० बजे के करीब वो दुकान से अपने कमरे पर चला गया। शाम करीब पांच बजे तक भी वो दुकान पर नहीं आया तो उसके आसपास के लोगों ने जब उसके कमरे पर जाकर देखा तो वो कमरे में मृत पड़ा मिला। लोगों ने तत्काल इसकी सूचना संसारपुर टैरस पुलिस को दी। वहीं, पुलिस इंचार्ज एएसआई संजीव कुमार व टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। संजीव कुमार ने बताया कि कमरे में बिजली की तारें पड़ी थीं व युवक के हाथ पर करंट लगा है। वहीं, एसएचओ देहरा संदीप पठानिया ने बताया कि प्रथम दृष्टयता में मौत की वजह करंट लगना हो सकती है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही असली कारणों की पुष्टि होगी। उन्होंने कहा कि युवक का शव कल पोस्टमार्टम के लिए देहरा भेजा जाएगा।
संसारपुर टैरस चौकी के तहत ग्राम पंचायत रिडी कुठेड़ा में कुठेड़ा के समीप एक मोटरसाइकिल सड़क किनारे खंभे से टकरा गई। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक युवक को गंभीर अवस्था में पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार शाम को दो युवक मोटरसाइकिल पर चिंतपूर्णी से संसारपुर टैरस की तरफ आ रहे थे कि रास्ते में उनकी मोटरसाइकिल एक खंभे से टकरा गई। टक्कर के बाद दोनों युवकों सुनील कुमार (34) पुत्र कालीदास, निवासी ईच्छी कांगड़ा व सुनील कुमार (28) पुत्र यशपाल सिंह निवासी माहला जंडौर को बीबीएमबी अस्पताल तलवाड़ा पहुंचाया गया। यहां डॉक्टरों ने सुनील कुमार पुत्र कालीदास को मृत घोषित कर दिया।
एसआईएसलिआरटीए बिलासपुर द्वारा सिक्योरिटी गार्ड एवं सिक्योरिटी सुपरवाईजर के 100 पदों को भरने के लिए 31 अक्तूबर एवं प्रथम नवंबर को कैम्पस इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। यह जानकारी जिला रोजगार अधिकारी सोलन संदीप ठाकुर ने दी। उन्होंने कहा कि सिक्योरिटी गार्ड एवं सिक्योरिटी सुपरवाईज़र के 50 पदों को भरने के लिए 31 अक्तूबर को उप रोज़गार कार्यालय अर्की में प्रात: 10.30 बजे तथा सिक्योरिटी गार्ड एवं सिक्योरिटी सुपरवाईज़र के 50 पदों को भरने के लिए प्रथम नवंबर को उप रोज़गार कार्यालय कसौली में प्रात: 10.30 बजे कैंपस इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उक्त पदों की विस्तृत जानकारी के लिए आवेदक विभागीय पोर्टल EEMIs पर लॉगइन कर सकते हैं।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राज भवन में 'मेरी माटी मेरा देशÓ अभियान के तहत नेहरू युवा केंद्र तथा भारतीय तिब्बत सीमा बल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उन्होंने नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवकों तथा आईटीबीपी के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि जननी व जन्मभूमि की महता स्वर्ग से भी बढ़कर है। भारत शूरवीरों की धरती है, जहां के हर प्रांत में स्वतंत्रता सेनानी व सेना के जवान हैं, जिन्होंने देश के लिए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत की आजादी के 75 वर्ष पूरा होने पर कार्यान्वित किए गए इस कार्यक्रम से व्यापक जन भागीदारी सुनिश्चित हुई है। प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच व देश प्रेम की भावना से किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह कार्यक्रम नई युवा पीढ़ी में देश भक्ति व देश सेवा की भावना को सुदृढ़ करने के दृष्टिगत आरम्भ किया गया है। राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने 'मेरी माटी मेरा देशÓ अभियान गांवों व कस्बों के गुमनाम नायकों व शूरवीरों की स्मृतियों को संजोए रखने के लिए शुरू किया है। इस अभियान से स्वतंत्रता संग्राम में जान न्यौछावर करने वाले ऐसे अनेक शहीदों का योगदान सामने आया है जिनका नाम उनके गांव वालों ने भी भूला दिया था। देश भर में शहीदों के परिवारों को सम्मानित कर सम्बन्धित गांव में शहीदों के नाम शिलाफलकम पर लिखे गए हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत युवा स्वयंसेवकों ने अपने गांव और शहीदों के घर से एक चुटकी मिट्टी व पौधे एकत्रित किए हैं। देश भर से मिट्टी केे 7500 कलशों में लाई गई मिट्टी से दिल्ली में अमृत वाटिका का निर्माण होगा। पौधों को शहीद वाटिका में लगाया जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र सेवा में शहीदों के बलिदान से अवगत करवाया जा सके। शुक्ल ने कहा कि देशहित सर्वोपरि है। समाज के प्रत्येक वर्ग का कर्त्तव्य है कि वह देश की रक्षा में तैनात सैनिकों का सम्मान करे। उन्होंने बर्फीले व कठिन क्षेत्रों में देश की सीमा पर तैनात आईटीबीपी के जवानों द्वारा दी जा रही सेवाओं के लिए उनका आभार प्रकट किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेश के सभी गांवों, शहरी निकायों तथा आईटीबीपी के जवानों द्वारा प्रदेश के विभिन्न 10 दर्रों से एकत्रित मिट्टी के कलशों को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया। उन्होंने दिल्ली जाने वाले नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवकों को दिल्ली रवाना करते हुए कहा कि वे हिमाचल प्रदेश के गौरव को बनाये रखने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि वे याद रखें कि उनका सम्बन्ध ऐसे प्रदेश से है जिसे मेजर सोमनाथ की शहादत पर देश के पहले परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। राज्यपाल ने उपस्थित जनसमूह को भारत को विकसित देश बनाने में अपनी सहभागिता दर्ज करवाने की शपथ भी दिलवाई। निदेशक नेहरू युवा केंद्र ईरा प्रभात ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा प्रदेश में नेहरू युवा केंद्र की उपलब्धियों का विस्तृत ब्योरा दिया। कमांडैंट केंद्रीय सीमा सुरक्षा बल केदार रावत ने राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर लोकसभा सांसद सुरेश कश्यप, सचिव, शिक्षा राकेश कंवर, राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा तथा डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के कुलपति राजेश्वर चंदेल भी उपस्थित थे।
-कहा, नए कानून पर हो रहा मंथन, ड्रग माफिया की कमर तोड़ना है लक्ष्य -नेता प्रतिपक्ष न करें उछल-कूद; चिट्टा, पेपर लीक व क्रिप्टो करेंसी स्कैम भाजपा सरकार की देन हिमाचल के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल की सरकार संगठित अपराध पर नया कानून बना रही है, ताकि ऐसे अपराध को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जा सकें। ऊना मुख्यालय पर विश्राम गृह में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि संगठित अपराध रोकना सरकार की प्राथमिकता है। प्रदेश में आई आपदा के बाद हुए नुकसान पर आए दिन भाजपा के नेताओं द्वारा केंद्र से मदद आई है, केंद्र के पैसे का प्रयोग हो रहा है, इस पर कड़ी टिप्पणी व्यक्त करते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा नेता बताएं कि आपदा पैकेज में 7 लाख रुपये, जो घर निर्माण के लिए दिया जा रहा है जो अन्य राहत प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही है, उसमें केंद्र सरकार क्या पैसा दे रही है। उसकी एक भी अधिसूचना जारी हो तो बता दें। उन्होंने कहा कि यह सारा पैसा प्रदेश अपने बजट से दे रहा है। उन्होंने कहा कि नशे पर निर्णायक लड़ाई लड़नी है, माफिया की कमर तोड़ना लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ड्रग के विरुद्ध सख्त कानून बनाए ऐसी हिमाचल ने मांग भी की है। उन्होंने कहा कि सिंथेटिक ड्रग, चिट्टा विदेश से आ रहा है, इसलिए केंद्र सरकार को और सतर्क रहकर इस पर निगरानी करनी होगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 1575 मामले मादक पदार्थ अधिनियम के तहत केस दर्ज किए हंै, 14 किलो चिट्टा पकड़ा गया। यह भाजपा सरकार के समय की गई कार्रवाई से अधिक है। प्रदेश में चिट्टा कारोबार में शामिल किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि चिट्टा के विरुद्ध पुलिस को पूरे हक़ दिए गए हैं । मुकेश ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार में क्रिप्टो करेंसी का कारोबार धड़ल्ले से चलता रहा। इसमें दो हजार करोड़ की राशि का फ्रॉड हुा और हिमाचल के एक लाख लोग इसके शिकार हुए। 500 करोड़ लोगों का फंस गया है। अभी इस मामले में दस गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मुख्य सरगना दुबई भाग गया है। जैसे ही वह वापस आएगा, उसे गिरफ्तार किया जाएगा। भाजपा शासन काल में पेपर बेचे जाते रहे, जिसके चलते कर्मचारी चयन आयोग को भंग करना पड़ा। क्रिप्टो करेंसी मामले में हमने विधानसभा में एसआईटी गठित की। नशा निवारण केंद्रों पर सख्ती बरती गई। अभी और भी कई राडार पर हैं। मुकेश अग्निहोत्री ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अधिक उछल-कूद न करें। वह लगातार कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं, वह इस बात को देख लें कि कांग्रेस सरकार कानून व्यवस्था पर सख्त कार्रवाई कर रही है। चिट्टा, पेपर लीक, क्रिप्टो करेंसी ये सब मामले भाजपा सरकार की देन हंै, जिन्हें भाजपा सरकार पकड़ नहीं पाई थी। आज कांग्रेस की सरकार इन मामलों पर कार्रवाई कर रही है। वॉटर सेस पर केंद्र डाल रहा अड़ंगा उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वाटर सेस पर केंद्र सरकार लगातार अड़ंगे लगा रही है। यह मामला अदालत के विचाराधीन होने के बावजूद केंद्र सरकार ने एक और पत्र प्रदेश सरकार को लिखा है। उत्तराखंड हाईकोर्ट का फैसला आया है, जिसमें वाटर सेस लगाने को जायजा ठहराया गया है। पानी का अधिकार राज्य है। राज्य उस पर टैक्स लगा सकता है। असंवैधानिक कहना अधिकार केंद्र सरकार का नहीं है। यह अदालत का कार्य है। यह सरकार ने पूरी तरह से अध्ययन करके कानून बनाया है। केंद्र सरकार को इस पर रवैया ठीक नहीं है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस वाटरसेस से प्रदेश को 4000 करोड़ की आमदन होनी थी ,हमने डायलॉग की बात की, खुले मन से कंपनियों का पक्ष सुना, हमने सेस को कम किया और अब प्रदेश को 1872 करोड रुपए की आमदनी होगी, इसमें से 29 करोड़ रुपए तो प्रदेश को आ चुका है। केंद्र की सरकार जानबूझकर कंपनियों को भड़का रही है और प्रदेश के संसाधनों को रोकने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हमने कानून बनाया है हम इस पर आगे भी बढ़ेंगे, दबाव कम नहीं आएगा। मुकेश ने कहा कि यह साफ हो गया कि केंद्र की सरकार हिमाचल हितेषी नहीं है, बल्कि हिमाचल के विकास को रोकने का काम कर रही है। न क्लेम ,न मदद, न राहत दी यह केंद्र का कैसा हिमाचल प्रेम अग्निहोत्री ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी पर आपदा के दौरान प्रदेश का विरोध करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा में राहत पैकेज का समर्थन नहीं किया। केंद्र की सरकार अगर हिमाचल को आर्थिक पैकेज देने में आपदा के लिए संकोच कर रही है तो कम से कम जो हिमाचल का क्लेम बनता है जो हिमाचल में नुकसान हुआ है, उसकी रिपोर्ट तथ्यों सहित केंद्र सरकार को सौंपा है, वह बनता क्लेम हिमाचल को तुरंत दिया जाना चाहिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि करीब 10,000 करोड़ का क्लेम हिमाचल ने केंद्र सरकार को सौंपा है।
जिला चंबा के ब्लॉक भरमौर में 'मेरी माटी, मेरा देश ' कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है। 15 अगस्त से शुरू किए गए इस कार्यक्रम के तहत भरमौर की हर पंचायत व गांव-गांव से मिट्टी एकत्रित की गई थी। उस मिट्टी को एक पवित्र अमृत कलश में एकत्रित किया गया। 31 अक्टूबर को राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर के युवाओं को संबोधित करेंगे व पंच प्रण की शपथ दिलाएंगे। (एनवाईकेएस) चंबा, भरमौर के राष्ट्रीय स्वयंसेवी मनीष ठाकुर ने बताया कि 15 अगस्त से भरमौर में 'मेरी माटी, मेरा देशÓ मिट्टी को नमन वीरों का वंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत विकास खंड भरमौर के गांव-गांव से एक मु_ी मिट्टी को एकत्रित किया गया था, जिसको एक कलश में डाला गया था। इसके तहत रविवार सुबह राजभवन शिमला में एक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के समापन के दौरान इस कार्यक्रम की घोषणा की गई थी। देशभर में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी कड़ी में भरमौर के विभिन्न-विभिन्न गांवों में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई थी। इस कार्यक्रम के दौरान सम्मानित नागरिकों के साथ पंचप्रण की शपथ लेकर अमृत कलश यात्रा को भी रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा आज राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका आयोजन राज भवन शिमला में किया गया। इसमें मुख्य अतिथि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला रहे। उन्होंने अमृत कलश को कर्तव्य पथ इंडिया गेट, नई दिल्ली ले जाने की अनुमति दी। इसमें भरमौर के मनीष ठाकुर को राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम के लिए चुना गया है।
भारत की जनजातियां देश के लगभग सभी राज्यों में फैली हुई है। अलग- अलग राज्यों में इनके रीति-रिवाज और रहन सहन भी एकदम अलग होते हैं। जनजातियां, भारतीय आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जनजातीय संस्कृति भारत की अमूर्त राष्ट्रीय विरासत का एक अभिन्न अंग है। यह उद्गार प्रोफेसर नारायण ने रविवार को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र मोहली खनियारा में इतिहास हिमालयन जनजातियों का इतिहास एवं संस्कृति सामाजिक स्थिति तथा निरंतरता विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। उन्होंने हिमालय तथा अन्य क्षेत्रों की जनजातियों के इतिहास तथा समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने भारतीय औपनिवेश काल तथा अंग्रेजों के शासन काल में विभिन्न जनजातियों के मानवीय अधिकारों तथा अजीविका के साधनों के बारे में भी विस्तार से बताया गया। इस अवसर पर जनजातियों के विभिन्न समृद्व सांस्कृतिक पक्षों के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की गई। इससे पहले क्षेत्रीय अध्ययन केंद्र के निदेशक प्रो धर्म प्रकाश वर्मा ने कहा कि भारत वैविध्य पूर्ण आदिवासी संस्कृति से संपन्न देश रहा है जिसने आधुनिकीकरण के दबाव के बावजूद अपनी परंपराएं और मूल्य आज भी सुरक्षित रखे हैं। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय सम्मेलन में दो सौ से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। इस अवसर पर प्रो कुलवंत राणा, अंकुश भारद्वाज, डॉ. मोहिंदर, डॉ. चेत राम, डॉ. सकंद मिश्रा, डॉ. बलराज बरार, संयोजक डा राजकुमार, आयोजन सचिव राजेंद्र कुमार सहित संस्थान के 148 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं।
अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ सेवाएं के चुनाव उद्यान विभाग निदेशालय नव बिहार के सभागार हॉल शिमला में संपन्न हुए। इसमें भारी संख्या में कर्मचारियों ने भाग लिया। इसमें सर्वसम्मति से महासंघ अध्यक्ष त्रिलोक ठाकुर, महासचिव राजीव चौहान एवं उपाध्यक्ष एलडी चौहान चुने गए। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ब्लॉक देहरा के प्रधान विजय अशरफ ने समस्त कार्यकारिणी द्वारा उनको ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं।
-स्वास्थ्य मंत्री ने प्रेस क्लब सोलन की भूमि का किया निरीक्षण स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि पत्रकारों द्वारा समय-समय पर आयोजित की जाने वाली खेलकूद प्रतियोगिताएं जहां एक और लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को तनाव मुक्त करती हैं, वहीं उन्हें अपने कार्य में और दक्ष बनाती हैं। डॉ. शांडिल आज यहां जिला पत्रकार संघ सोलन द्वारा आयोजित दो दिवसीय क्रिकेट लीग के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज को सही दिशा दिखाने के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक कुरीतियों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वर्तमान में पत्रकार प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के माध्यम से जन-जन को जागरूक रखने के लिए कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन मानसिक दबाव को कम कर शारीरिक स्फूर्ति कायम रखने में सहायक सिद्ध होते हैं। डॉ. शांडिल ने कहा कि मीडिया आज सभी के लिए ज़रूरी है। मीडिया न केवल सरकार की कल्याणकारी नीतियों को जन-जन तक पंहुचाने में सहायक बनता है अपितु आमजन की फीडबैक सरकार तक पंहुचाकर नीतियों को अधिक जनहितैषी बनाने में भी सराहनीय भूमिका निभा रहा है। उन्होंने पत्रकारों से आग्रह किया कि सदैव सत्य का साथ दें और कल्याणकारी नीतियों को सरल कर जन-जन तक पंहुचाएं। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज का आईना हैं और सरकार पत्रकारों से समयबद्ध एवं दबावरहित फीडबैक की अपेक्षा रखती है। उन्होंने आयोजन के लिए पत्रकार संघ को बधाई दी और आशा जताई कि भविष्य में भी ऐसी गतिविधियां नियमित रूप से आयेजित होती रहेंगी। उन्होंने ज़िला पत्रकार संघ सोलन को अपनी एच्छिक निधि से 31,000 रुपए प्रदान करने की घोषणा भी की। उन्होंने प्रतियोगिता के विजेताओं और श्रेष्ठ खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया। डॉ. शांडिल ने तदोपरांत प्रेस क्लब सोलन के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण किया और उपायुक्त सोलन को दूरभाष पर प्रेस क्लब भवन निर्माण की औपचारिकताएं शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। ज़िला काग्रेस अध्यक्ष शिव कुमार, जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम निदेशक मंडल के सदस्य जतिन साहनी, खण्ड कांग्रेस सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, मनोनीत पार्षद विजय ठाकुर, रजत थापा, पुनीत नांरग, प्रथम बटालियन एनसीसी सोलन के कर्नल संजय शांडिल, उप महाधिवक्ता रोहित शर्मा, ग्राम पंचायत सलोगड़ा के पूर्व प्रधान लक्ष्मी दत्त शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, पत्रकार संघ सोलन के अध्यक्ष विशाल वर्मा, मुख्य सलाहकार ज्ञान सुमन, अन्य पदाधिकारी, सदस्य तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
समाजसेवी एवं सेवानिवृत्त सूबेदार अरविंद शर्मा नें बताया कि हरिओम प्राइवेट आईटीआई एवं बीबीएम पब्लिक स्कूल इंद्रा कॉलोनी में सिटी हॉस्पिटल कांगड़ा के द्वारा फ्री मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप में करीब 150-160 रोगियों को हॉस्पिटल द्वारा फ्री दवाइयां व मेडिकल कंसल्टेशन प्रदान की गई। मेडिकल कैंप का आयोजन दा डिस्ट्रेस रिलीफ, चेरिटेबल बेनोवोलेंट सोसाइटी के द्वारा सोसाइटी के चेयरमैन सेवानिवृत्त कर्नल ऐसी परमार तथा उनके अन्य सदस्यों के सहयोग से कराया गया। चैरिटेबल सोसाइटी द्वारा सिटी हॉस्पिटल से आए डॉक्टर्स और उनके स्टाफ के लिए चाय नाश्ता व दोपहर के भोजन का आयोजन भी किया गया। क्षेत्रवासियों नें कैंप का आयोजन करने के लिए सिटी हॉस्पिटल एवं डीआरसी सोसाइटी का आभार व्यक्त किया। सोसाइटी के सूरम चंद राणा एवं रंगील सिंह और हरिओम इस सारे कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे।
करोड़ों रुपये के क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड केस में एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई की है। एसआईटी ने हमीरपुर जिले में विभिन्न 21 ठिकानों पर दबिश दी है। एसआईटी ने मोबाइल फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर, बैंक डिटेल समेत अन्य संपत्तियों की जांच की है। अधिकारी रिकॉर्ड को खंगाल रहे हैं। पुलिस विभाग और वन विभाग में सेवारत कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों से भी पूछताछ की है। भोलेभाले लोगों को पैसा दोगुना करने का झांसा देकर क्रिप्टो करेंसी में आरोपियों ने निवेश करवाया था। आरोपियों के पास आलीशान घर, लग्जरी गाड़ियां देखकर एसआईटी भी हैरान है।
-पांच नवंबर को होगा मतदान, मतगणना भी पंचायत मुख्यालय पर होगी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने पंचायतों के उप चुनावों के दृष्टिगत पंचायती राज एक्ट 194 की धारा-158 बी के तहत आदेश जारी करते हुए मतदान के 48 घंटें पूर्व पब्लिक मीटिंग, जुलूस इत्यादि पर संबंधित पंचायतों में पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उल्लेखनीय है कांगड़ा जिला में पंचायत उपचुनावों के लिए 5 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वोटिंग सुबह 8 बजे से सायं 4 बजे तक होगी। मतदान समाप्ति के तुरंत बाद प्रधान, उप प्रधान और पंचायत सदस्य के पदों के लिए मतों की गिनती संबंधित पंचायत मुख्यालय पर होगी और प्रक्रिया पूर्ण होते ही चुनाव परिणाम घोषित कर दिए जाएंग। चुनावों की घोषणा के साथ ही प्रधान, उप प्रधान तथा पंचायत सदस्यों के रिक्त पदों के चुनाव को लेकर संबंधित ग्राम पंचायत में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू रहेगी।
-पूर्व सैनिकों को बुढ़ापा पेंशन के लिए 35 हजार रुपये की आय सीमा समाप्त -365 शौर्य पुरस्कार और उत्कृष्ट सेवा पुरस्कार विजेताओं को 74 लाख रुपये वितरित हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी कहा जाता है। प्रदेश से हजारों युवा देश की सरहदों की रक्षा के लिए सेना में अपनी सेवाएं प्रदान करने के लिए तत्पर रहते हैं। वीर सैनिकों एवं उनके आश्रितों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार ने युद्ध अथवा सैन्य ऑपरेशन के समय हुए शहीद या दिव्यांग सैनिकों के आश्रितों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि की दरों में सम्मानजनक वृद्धि की है। युद्ध या युद्ध जैसी परिस्थितियों में शहीद सैनिक, जिनमें सशस्त्र सेना व अर्द्धसैनिक बलों के जवान शामिल हैं, उन्हें पूर्व में प्रदत्त 20 लाख रुपये की अनुग्रह राशि को बढ़ाकर 30 लाख रुपये किया गया है। इसी प्रकार बीमारी या किन्हीं अन्य कारणों से मृत्यु की स्थिति में सैनिक के आश्रितों को प्रदत्त अनुग्रह राशि को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 7.50 लाख रुपये किया गया है। 50 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता वाले सैनिक जो इस कारण सेवानिवृत्त हुए हों, उन्हें दी जाने वाली अनुग्रह राशि को 2.50 लाख रुपये से बढ़ाकर 3.75 लाख रुपये किया गया है। 50 प्रतिशत से कम की दिव्यांगता वाले सैनिक जो इन्हीं कारणों से सेवानिवृत्त हुए हों, उन्हें पूर्व में प्रदत्त एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि को बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये किया गया है। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान अभी तक 22 लाभार्थियों को 2 करोड़ 22 लाख रुपये की अनुग्रह राशि वितरित की गई है। प्रदेश सरकार विभिन्न शौर्य पुरस्कारों से सम्मानित भूतपूर्व सैनिकों को उनकी बहादुरी के सम्मान में नकद पुरस्कार, वार्षिकी व भूमि की एवज़ में नकद राशि प्रदान करती है। शौर्य पुरस्कार और उत्कृष्ट सेवा पुरस्कार विजेताओं को यह राशि प्रदान की जा रही है। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक 365 लाभार्थियों को 73,93,975 रुपये की राशि वितरित की गई है। पूर्व सैनिकों के पुनरुत्थान व पुनर्वास के लिए भी विशेष निधि के तहत विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। पूर्व सैनिकों एवं उनके बच्चों को विशेष निधि के अन्तर्गत विभिन्न छात्रवृत्तियां प्रदान की जा रही हैं। इसके लिए वार्षिक आय की अधिकतम सीमा 7 लाख रुपये निर्धारित की गई है। यह छात्रवृत्तियां स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम, बहुतकनीकी व कृषि विश्वविद्यालय, मेडिकल व इंजीनियरिंग तथा आयुर्वेद जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रम सहित आईटीआई व अन्य ऐसे ही पाठ्यक्रमों के लिए प्रदान की जाती हैं। प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व सैनिकों के लिए रोजगार में 15 प्रतिशत आरक्षण का भी प्रावधान किया गया है। पद के लिए पात्रता और योग्यता अनुसार पूर्व सैनिक उपलब्ध नहीं होने पर अधिसूचना के 2 वर्ष बाद ऐसे पदों का अप्राप्यता प्रमाण पत्र संबंधित विभाग को दिया जाता है। इसके उपरांत संबंधित विभाग द्वारा नियमावली के अनुसार इन पदों पर पूर्व सैनिकों के बच्चोंं की नियुक्ति की जाती है। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा इस वर्ष अभी तक 300 पूर्व सैनिकों अथवा उनके आश्रितों को नियुक्तियां प्रदान की गई हैं। प्रदेश सरकार द्वारा युद्ध विधवाओं की पुत्री की शादी के लिए 50 हजार रुपये की एकमुश्त आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यह सहायता केवल दो पुत्रियों के लिए लागू है। ऐसे भूतपूर्व सैनिक जिन्हें किसी प्रकार की पेंशन नहीं मिलती तथा जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है, इस श्रेणी के भूतपूर्व सैनिकों अथवा उनकी विधवाओं को 3000 रुपये प्रतिमाह तथा द्वितीय विश्व युद्ध के भूतपूर्व सैनिकों अथवा उनकी विधवाओं को क्रमश: 10000 व 5000 रुपये प्रतिमाह वृद्धावस्था पेंशन बतौर आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा इस वित्त वर्ष में अभी तक 1162 लाभार्थियों को एक करोड़ 48 लाख 34 हजार 969 रुपये के लाभ प्रदान किए गए हैं। वर्तमान सरकार ने बुढ़ापा पेंशन के लिए 35 हजार रुपये की आय सीमा को भी 2 सितंबर, 2023 से समाप्त कर दिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि हमारे वीर सैनिक देश की सरहदों को सुरक्षित रखने में अपना सर्वस्व बलिदान करने के लिए तत्पर रहते हैं। इसी कारण हम सभी स्वयं को सुरक्षित महसूस कर पाते हैं। प्रदेश सरकार इन वीर जवानों, पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार ने पूर्व सैनिकों के लिए आरक्षित 15 प्रतिशत पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरने का प्रावधान अपने प्रथम बजट में ही किया है।
-प्रदेश सचिवालय में भी गैर फॉर्मल कपड़े पहनने पर होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई -प्रधान सचिव सामान्य प्रशासन भरत खेड़ा ने जारी किया सर्कुलर प्रधान सचिव सामान्य प्रशासन भरत खेड़ा ने एक सर्कुलर जारी किया है, जिसके अनुसार हिमाचल प्रदेश सचिवालय समेत सरकारी दफ्तरों में अधिकारी और कर्मचारी अगर जीन, टी-शर्ट या अन्य गैर फॉर्मल कपड़े पहनकर आए तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। प्रदेश हाईकोर्ट और अन्य अदालतों में भी अधिकारियों और कर्मचारियों को फॉर्मल ड्रेस पहनकर ही जाना होगा। इसके अलावा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को वर्दी पहन कर ही कार्यालय में आना होगा। सर्कुलर में स्पष्ट किया गया है कि प्रदेश उच्च न्यायालय ने वर्ष 2017 में इस संबंध में निर्देश जारी किए थे। उसके बाद कार्मिक विभाग ने सभी विभागों को दिशा-निर्देश तैयार कर जारी किए थे, जिसमें ड्रेस कोड के बारे में जानकारी दी थी। इसमें स्पष्ट किया था कि सरकारी अधिकारी और कर्मचारी उपयुक्त, औपचारिक, साफ और अच्छे दिखने वाले और सही रंग के कपड़े पहनकर ही सरकारी दफ्तर में आएंगे। वे उच्च न्यायालय या अन्य अदालतों में उपस्थित होते हुए भी फॉर्मल और सही तरीके के कपड़े पहनेंगे। इस सर्कुलर के अनुसार हालांकि यह ध्यान में आया है कि इन निर्देशों की ठीक से अनुपालना नहीं की जा रही है। यही नहीं, प्रदेश के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी सही कपड़ों में नहीं पहुंच रहे हैं। उनके लिए पहले से ही वर्दी तय है। अधिकारियों और कर्मचारियों के कपड़े पहनने का अंदाज कार्यालय की व्यावसायिकता, गंभीरता और अनुशासन की शैली को भी प्रदर्शित करता है। ऐसे में राज्य सचिवालय के सभी अधिकारी और कर्मचारी इन निर्देशों की अनुपालना करें। अगर इस संबंध में किसी भी तरह की कोताही बरती जाती है तो ऐसे में अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए कंडक्ट रूल्स में प्रावधान होने की भी बात की गई। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों में केवल वही वर्दी नहीं पहनेंगे, जिन्हें इससे पहले अनिवार्य नहीं किया गया है।
-कहा, आईटीआई में ड्रोन तकनीक सहित आर्टिफिशियल इटेंलीजेंस के पाठ्यक्रम किए जा रहे शुरू स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि मेले, उत्सव एवं त्योहार हमारी सभ्यता के परिचायक हैं। डॉ. शांडिल गत सायं सोलन विकास खंड की ग्राम पंचायत सलोगड़ा में आयोजित तीन दिवसीय श्री ब्रिजेश्वर देव मेला के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर स्थानीय ब्रिजेश्वर देव मंदिर में पूजा-अर्चना की और सभी के सुख, स्वास्थ्य एवं समृद्धि की कामना की। डॉ. शांडिल ने कहा कि भविष्य का सुखद आधार इतिहास से निर्मित होता है और संस्कृति का संरक्षण इतिहास की जानकारी में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपने समृद्ध इतिहास, विविध संस्कृति और परंपराओं की जानकारी प्रदान करना हम सभी का दायित्व है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपनी लोक संस्कृति और परंपराओं का सदैव सम्मान करें ताकि भावी पीढ़ी इनसे सीख सके। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के साथ-साथ हमें अपनी सांस्कृतिक विरासत को सदैव सहेज कर रखना है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि कुश्ती, कबड्डी और ठोडा जैसे पारम्परिक खेलों का नियमित अभ्यास करें। डॉ. शांडिल ने कहा प्रदेश सरकार युवाओं को समय की मांग के अनुसार बेहतर व्यावसायिक शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में ड्रोन तकनीक सहित आर्टिफिशियल इटेंलीजैंस के पाठ्यक्रम आरम्भ किए जा रहे हैं। यह पाठ्यक्रम न केवल युवाओं को भविष्य की आवश्यकताओं के लिए तैयार करेंगे अपितु स्वरोज़गार के भी बेहतर अवसर प्रदान करेंगे। सोलन ज़िला के चिन्हित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में भी यह पाठ्यत्त्म आरम्भ किए जाएंगे। डॉ. शांडिल ने कहा कि क्षेत्र की सभी विकास सम्बन्धी मांगों को चरणबद्ध आधार पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सामुदायिक भवन सलोगड़ा के निर्माण की औपचारिकताएं पूर्ण होने पर 05 लाख रुपए की राशि उपलब्ध करवा दी जाएगी। उन्होंने मेला समिति को अपनी एच्छिक निधि से 11,000 रुपए प्रदान करने की घोषणा की। इस अवसर पर कुशती और ठोडा खेल का आयोजन भी किया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गीता राम महाजन ने इस अवसर पर डॉ. शांडिल को आपदा राहत कोष के लिए अपनी और से 21,000 रुपए का चैक भेंट किया। जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव रमेश ठाकुर, ज़िला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष शिव कुमार, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, संगीता ठाकुर, पूजा, मनोनीत पार्षद रजत थापा, विजय ठाकुर, खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के महासचिव लोकेन्द्र शर्मा एवं कुनाल सूद, ग्राम पंचायत सलोगड़ा की प्रधान एव मेला समिति की प्रधान सरोज चौहान, ग्राम पंचायत जौणा जी की प्रधान जयवन्ती, बीडीसी सदस्य संजय शर्मा, युवा कांग्रेस के ज़िला महासचिव जय प्रकाश, ग्राम पंचायत सलोगड़ा के पूर्व प्रधान लक्ष्मी दत्त शर्मा, जोगिन्द्रा बैंक के पूर्व अध्यक्ष मोहन मैहता, अजय कंवर, संधीरा दुल्टा, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, अन्य अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति एवं स्थानीय निवासी इस अवसर पर उपस्थित थे।
अमेरिका के न्यूयार्क राज्य द्वारा अनुमोदित, भारत सरकार के कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय द्वारा स्वीकृत और मानव अधिकारों की शिक्षा के लिए विश्व भर में कार्यरत प्रतिष्ठित वर्ल्ड ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन कमीशन ने ऊना के प्रसिद्ध उद्योगपति महिंद्र शर्मा को आज अशोका होटल नई दिल्ली में डॉक्टरेट की उपाधि से नावाजा। उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि पिछले तीस सालों के दौरान समाज सेवा में किये गए अथाह योगदान के लिए सोशल वर्क में प्रदान की गई। इस अवसर पर फिल्म स्टार गोविंदा,पूर्व क्रिकेटर मदन लाल सहित अनेक गणमान्य हस्तियों ने भाग लिया। उत्तराखंड सरकार द्वारा उन्हें हिंदू धार्मिक मामलों में विशेष रुचि रखने वाले दानदाताओं की श्रेणी में प्रतिष्ठित श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर समिति में नामित किया है जोकि हिंदुओं के पावन स्थलों के प्रबंधन का कार्य देखते हैं। हिंदुओं के पावन ज्योतिर्लिं केदार नाथ धाम में श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए दान की गिनती में पारदर्शिता लाने के लिए उन्होंने इस साल जून माह में एक ग्लास हाउस दान किया गया है जोकि मंदिर परिसर में स्थापित कर दिया गया है। 61 वर्षीय महिंद्र शर्मा जिला के बढेड़ा राजपूतां से संबंध रखते हैं। वह नई दिल्ली के इस्कॉन मंदिर की नवीकरण, ध्पुनरोद्धार समिति के वाइस चेयरमैन हैं और यमुना नदी के पुनरोद्धान के लिए गठित हरी यमुना समिति के उपाध्यक्ष भी हैं। उनकी गणना देश के चोटी के दानवीर उद्योगपतियों में की जाती है। उनकी कंपनी देशभर में राष्ट्रीय महत्व की इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माणए होटलए फूड प्रोसैसिंग, शिक्षा व रियल एस्टेट की महिंद्र शर्मा अनेक धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हैं, जोकि समाज के दबे-कुचले, गरीब और पिछड़े वर्ग के सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने माता चिंतपूर्णी जी के मंदिर में भी चांदी के आवरण के कार्य को संपन्न करने के लिए 2 करोड़ खर्च किए। वह हरी यमुना सहयोग समिति के वाइस चेयरमैन हैं जोकि पावन यमुना नदी की सफाई, यमुना तटों पर पौधरोपण, यमुना नदी में प्रदूषण कम करने सहित अनेक विकास और धार्मिक महत्व की परियोजनाओं पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठित डिग्री से उन्हें समाज सेवा के प्रति ज्यादा समर्पण और निष्ठा से काम करने की प्रेरणा मिलेगी और वह समाज के नीचले हिस्से के लोगों की सेवा में जुटे रहेंगे, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन होगा और सभी लोगों को विकास के समान अवसर मिलेंगे।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुरने कुल्लू में पीटीआई की महिला पत्रकार के साथ हुए दुर्व्यवहार की कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक घटना है। लोकतंत्र में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ कहा जाता है। पत्रकार अपने समाचार संकलन के लिए स्वतंत्र हैं। ऐसे में एक महिला पत्रकार से किसी भी तरह का दुर्व्यवहार स्वीकार्य नहीं है।
-कहा, केंद्र से तीन टीमें आईं, नहीं हुई अभी तक एक रुपये की मदद -भाजपा के नेता मदद का राग अलापना बंद करें, जो मिला, वह हिमाचल का हक उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में आई आपदा के बाद केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय आपदा घोषित न करने,प्रदेश को कोई भी राहत पैकेज ना देने पर आक्रमक तेवर अपनाते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। शनिवार को जारी प्रेस ब्यान में मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल को राहत पैकेज देने में असफल साबित हुई है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि केंद्र की सरकार अगर हिमाचल को आर्थिक पैकेज देने में आपदा के लिए संकोच कर रही है तो कम से कम जो हिमाचल का क्लेम बनता है जो हिमाचल में नुकसान हुआ है उसकी रिपोर्ट तथ्यों सहित केंद्र सरकार को सौंप है वह बनता क्लेम हिमाचल को तुरंत दिया जाना चाहिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि करीब 10000 करोड़ का क्लेम हिमाचल ने केंद्र सरकार को सौपा है, सड़के, पानी, सिंचाई, विद्युत व घरों का नुकसान अन्य नुकसान जो हुए हैं, उन सब की जानकारी दी गई है, मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अकेले जल शक्ति विभाग का 2200 करोड़ का नुकसान हुआ है, 600 करोड़ की तो जल जीवन मिशन के तहत चल रही योजनाएं ध्वस्तु हुई, लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से भी आपदा को लेकर मदद नहीं दी गई है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा के नेता केंद्र के हिमाचल के आए दिन मदद का राग अलाप रहे। उन्होंने कहा कि जो क्लेम आपदा का रूटीन में आना चाहिए वही आया है ,कुछ पुराना है कुछ आपदा के तहत जो हर वर्ष आता है वही है ,विशेष पैकेज के रूप में कुछ नहीं आया है, इसलिए भाजपा के नेता अपनी जानकारी दुरुस्त करें। उन्होंने कहा कि भाजपा के सांसद भी आवाज नहीं उठा पाए हैं। उन्होंने कहा कि तीन टीमें में हिमाचल का दौरा करके गई है पर अभी तक केंद्र से मदद नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को समय नहीं मिला है हिमाचल का दौरा करने का जबकि उनके कार्यालय तक मदद के लिए तथ्यों सहित बात रखी गई है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल अपना हक मांग रहा है जिसे केंद्र सरकार को बिना देरी देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता केवल राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह समय दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश की मदद करने का है, इसलिए प्रदेश हित में बात करनी चाहिए, भाजपा के नेताओं को भी दिल्ली में जाकर पर भी करनी चाहिए, कांग्रेस सरकार लगातार इस पर काम कर रही है ।उन्होंने कहा कि हिमाचल की सरकार ने अपने संसाधनों से 4500 करोड रुपये का पैकेज घोषित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि 16000 घरों को नुकसान हुआ है, 3500 घर पूरी तरह नष्ट हो गए हैं 7 लख रुपए पूरी तरह नष्ट हुए घर के निर्माण के लिए दिया जा रहा है जिसका आवंटन शुरू कर दिया गया है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार वचनबद्ध है, राहत कार्यों के लिए हम पूरी ताकत लगाकर लोगों को राहत भी देंगे और प्रदेश को आगे भी बढ़ाएंगे। भाजपा केवल चुनावी राजनीति कर रही उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भाजपा के हिमाचल नेताओं पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता केवल चुनावी राजनीति के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को ना तो हिमाचल की जनता से कोई लेना देना है, ना ही आपदा से हुए नुकसान से कोई लेना-देना है ।भाजपा के नेता सिर्फ लोकसभा के चुनाव को लेकर राजनीति करने का प्रयास कर रहे हैं ।उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव जब आएगा तब देखा तब देखा जाएगा,कौन जीतेगा? क्या होगा? यह समय बताएगा लेकिन इस समय हिमाचल की मदद करने की जरूरत है, दुख का विषय है कि भाजपा के नेता हिमाचल के साथ नहीं है और भाजपा के नेताओं ने विधानसभा के अंदर भी आपदा राष्ट्रीय घोषित हो इसका समर्थन नहीं किया। बीजेपी हिमाचल को कर्जदार बना करके गई उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को कर्जदार बनाने का काम बीजेपी ने किया है। देनदारियां करोड़ों रुपये की छोड़कर गई है, लगातार प्रदेश को आर्थिक रूप से कमजोर करने का काम बीजेपी की सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि अब भाजपा के नेता कभी हलफनामा देने की बात करते हैं, कभी कोई दिक्कत नहीं है आर्थिक ऐसी बात करते हैं, मुकेश ने कहा कि लेकिन हिमाचल को मिला कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा को प्रदेश की जनता प्रदेश को कर्ज में डुबोने के लिए भाजपा को माफ नहीं करेगी। नशे पर जीरो टॉलरेंस, नशा मुक्त हिमाचल करना है प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ड्रग पर जीरो टॉलरेंस है। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त हिमाचल करना है ।इस लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर घर को इसमें सहयोग करना होगा ,हर नौजवान को सहयोग करना होगा ,जो भी ताकते नशे की दलदल में युवाओं को फंसा रही है। उन सबको बेनकाब करना होगा ।उन्होंने कहा कि आज हर घर को खड़ा होना होगा, समाज को तभी दुरुस्त किया जा सकता है ,स्वस्थ किया जा सकता है। नशा कलंक है इस कलंक को हर व्यक्ति को आगे जाकर मिटाना होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को हर ताकत दी हुई है चीट्टा व ड्रग को मसल दिया जाए, कमर तोड़ दी जाए, ऐसे लोगों के साथ कोई सहानुभूति नहीं है।
-पंचायत समिति सदस्य प्रशिक्षण वर्ग में बोले पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष -कहा, केंद्र सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाए कार्यकर्ता, कोई भी न रह जाए अछूता शिमला : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि देश के लोकतंत्र में पंचायत की इकाई सबसे महत्वपूर्ण है। पंचायत स्तर पर कार्यकर्ता एक-एक व्यक्ति से जुड़े और लोगों को केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री द्वारा चलाई जा रही जनहित की योजनाओं के बारे में बताए। हर लाभार्थी तक केंद्र की योजनाएं पहुंचे, यह भी सुनिश्चित करना कार्यकर्ता की ज़िम्मेदारी है। जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिससे देश के हर वर्ग का समुचित विकास हो सके। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्तमान में हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर फेल हो गई है। सरकार बने एक साल होने को है और अब तक एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई है। प्रदेश में विकास के सारे कार्य ठप पड़े हैं। वह शिमला के ठियोग में पंचायत समिति सदस्य के प्रशिक्षण वर्ग में बोल रहे थे। जयराम ठाकुर ने कहा कि कार्यकर्ता ही पार्टी का आधार होते हैं। बीजेपी आज दुनिया की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी है। बीजेपी में सबसे ज़्यादा कार्यकर्ता हैं। लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास रखने वाली भारतीय जनता पार्टी में हर कार्यकर्ता को शीर्ष पर पहुंचने का अवसर मिलता है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पूर्ण समर्पण और अनुशासन के साथ जन-जन से जुड़कर पार्टी को मज़बूत करने के लिए काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हर बूथ और हर पंचायत से बीजेपी को मज़बूत बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मज़बूत करना है। जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश में हर क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान के आदर्शों के साथ भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है। किसानों को कृषि कार्यों के लिए उर्वरकों की कमी न हो इसलिए प्रधानमंत्री ने उर्वरकों पर 22 हज़ार करोड़ रुपये से ज़्यादा की सब्सिडी दी है। इसके अलावा किसानों को 'किसान सम्मान निधिÓ, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास, आयुष्मान, स्वच्छ भारत मिशन, जैसी दर्जनों जनहित की योजनाओं से करोड़ों लोगों को लाभ मिल रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्तमान की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है। चुनाव जीतने के लिए प्रदेश के लोगों से झूठ बोला। सरकार बन जाने के बाद एक भी वादे को पूरा नहीं किया। चुनाव के समय हर नेता कांग्रेस की दस गारंटियों की बात करते थे लेकिन सरकार बन जाने के बाद सभी नेता गारंटियों का नाम ही नहीं ले रहे हैं। वह भूल गए हैं कि इस तरह से काम नहीं चलेगा। प्रदेश के लोग लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के इस झूठ का जवाब देने के लिए तैयार है।
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव की मुख्य आकर्षण भगवान नरसिंह की चौथी भव्य जलेब आज पूरे लाव लश्कर व गाजे-बाजे के साथ निकली। ढालपुर स्थित दशहरा मैदान में राजा की चाननी से शुरू हुई जलेब में बाह्य सराज के देवताओं ने भाग लिया। शाम करीब 4 बजे शुरू हुई जलेब उपायुक्त कार्यालय कुल्लू से होकर जिला अस्पताल और कलाकेंद्र होकर शाही अंदाज में ढालपुर से वापस अपने स्थान पर पहुंची। अलौकिक, अदभुत व भव्य जेलब में जिला कुल्लू के बाह्य सराज आनी के देवताओं ने भाग लेते हुए जलेब को आकर्षक बनाया। ढोल-नगाड़ों, करनाल, नरसिंगों व शहनाई की स्वरलहरियों की धुनों के साथ देवता के कारकूनों, हरियानों तथा देवलुओं ने देव रथों के संग नृत्य किया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं व युवतियां भी शामिल रहीं। जलेब यात्रा में सबसे आगे भगवान नरसिंह की घोड़ी, उसके पीछे देवता और साथ में भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह पालकी में सवार होकर आगे बढ़े। जलेब में सोने-चांदी के मुख मोहरों से सजे अधिष्ठाता खुडीजल, व्यास ऋषि, कोट पझारी, टकरासी नाग, चोतरू नाग व बिशलूनाग ने भाग लिया। जलेब के अलौकिक नजारे को देखने के लिए भवनों की छतों व रास्तों में लोगों व पर्यटकों के कदम ठहर गए। दशहरा उत्सव की अंतिम जलेब छठे दिन मोहल्ला पर्व के बाद निकलेगी। देवता खुडीजल के कारदार शेर सिंह, व्यास ऋषि के कारदार इंद्र सिंह, देवता कोट पझारी के कारदार भागे राम राणा तथा टकरासी नाग के कारदार अमर सिंह व पुजारी पूर्ण शर्मा ने कहा कि देवता सैकड़ों सालों से जलेब में भाग लेकर परंपरा को निभा रहे हैं।
कांगड़ा जिले में आपदा प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत 45 सूचीबद्व पुनरुद्धार कार्यों के लिए 185 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि मानसून सीजन में भारी बारिश के कारण आपदा आने पर सरकार ने पंचायतों-गांवों में अधिक से अधिक पुनरुद्धार कार्य मनरेगा के तहत करने के निर्देश दिए थे ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे को पुन: विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला की 15 विकास खंडों में आपदा से प्रभावित 13350 कार्यों की सूची भेजी गई थी जिसे स्वीकृति प्रदान की गई है। इंदौर ब्लॉक में 1158 कार्यों के लिए 39.50 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं इसी तरह से प्रागपुर ब्लॉक में 22 पंचायत में 124 कार्य स्वीकृत किए गए हैं जिस पर 2 करोड रुपए खर्च किया जाएगा। लंबागांव ब्लॉक में 127 पंचायत में 260 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 21 करोड़ के रुपए के करीब व्यय की जाएगा। बैजनाथ ब्लॉक में 76 पंचायत में 1000 कार्य मनरेगा के तहत स्वीकृत किए गए हैं इस पर 7 करोड़ 23 लाख के आसपास राशि खर्च की जाएगी। फतेहपुर ब्लाक में 1123 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 11 करोड रुपए स्वीकृत किए गए हैं। नगरोटा बगबां ब्लॉक में 49 पंचायत में 680 कार्य स्वीकृत किए गए हैं 7 करोड़ के करीब खर्च किया जाएगा इस तरह से रैत ब्लॉक में 55 पंचायत के लिए 923 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 1298 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी सुलह ब्लॉक 1218 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 17 करोड़ की अनुमानित राशि खर्च की जाएगी नगरोटा सूरियां ब्लॉक में 21 पंचायत में 64 कार्य स्वीकृत किए गए हैं 87 लाख की राशि व्यय की जाएगी। कांगड़ा ब्लॉक में 81 पंचायत के लिए 1204 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 22 करोड़ 59 लाख की राशि व्यय की जाएगी पंचरूखी ब्लाक में 70 पंचायत में 1154 कार्य स्वीकृत किए गए हैं 13 करोड़ 65 लाख की राशि स्वीकृत की गई है। बड़ोह ब्लॉक में 17 पंचायत में 45 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 65 लाख की राशि स्वीकृत की जाएगी। भवारना ब्लॉक में 747 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर करीब 8 करोड़ 52 लाख की राशि व्यय की जाएगी देहरा ब्लॉक 1741 कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 15 करोड़ की राशि व्यय की जाएगी धर्मशाला ब्लॉक की 14 पंचायत के लिए सौ विभिन्न कार्य स्वीकृत किए गए हैं इस पर 2 करोड़ 34 लाख की राशि व्यय की जाएगी। ग्रामीण स्तर पर पुनरुद्धार कार्यों को तेजी से करें पूरा उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर मनरेगा के तहत स्वीकृत पुनरुद्धार कार्यों को तेजी से पूरा करें ताकि प्रभावितों को सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि डीआरडीए के परियोजना अधिकारी को निर्देश दिए कि वे हर 15 दिन में मनरेगा में पुनरुद्धार कार्यों को लेकर समीक्षा करें। मनरेगा मस्टरोल, सामान खरीद जैसी व्यवहारिक समस्याओं के समाधान के लिए भी कार्य करें ताकि मनरेगा के कार्यों में किसी भी तरह का बिलंव नहीं हो।
-केंद्रीय मंत्री ने कहा, हिमाचल में कांग्रेस भी फेल और गारंटियां भी फेल हमीरपुर के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को हमीरपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राजस्थान में कांग्रेस की महिलाओं को सालाना दस हजार रुपये देने की गारंटी के सवाल के जवाब में कहा कि जितनी झूठी कांग्रेस है, उतनी ही झूठी इसकी गारंटियां हैं। इसलिए कांग्रेस भी फेल और उसकी गारंटियां भी फेल हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में जो गारंटियां दी थीं, वे भी फेल हो गई हैं। 10 महीने प्रदेश में कांग्रेस सरकार बने हुए हो गए हैं। अभी तक प्रदेश की बहनें इंतजार कर रही हैं कि कब 1500-1500 रुपये उनके खाते में आएंगे। दूसरी गारंटी कांग्रेस ने दी थी कि वह दो रुपए किलो गोबर खरीदेंगे पर नहीं खरीदा। प्रदेश में कांग्रेस ने बिजली के बिल माफ करने की बात कही थी अब वही बिल बढ़कर आ रहे हैं। पिछली सरकार में जो पानी के बिल माफ हुए थे, अब वह बिल भी कांग्रेस सरकार ने देना शुरू कर दिए हैं। राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी कहा था कि सबके कर्ज माफ करेंगे, लेकिन नहीं किया। हिमाचल में भी जब इन्होंने पिछली सरकार बनाई थी तब कहा था कि हर घर से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देंगे और बेरोजगारी भत्ते देंगे, लेकिन वह भी नहीं दिया था। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के दो राज्यों के मुख्यमंत्री के कार्यालय में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया है, जिसमें छत्तीसगढ़ और राजस्थान शामिल हैं। लेकिन कार्रवाई होने पर केंद्र सरकार पर इल्जाम लगाया जाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में खुद कांग्रेस के लोगों के द्वारा लाल डायरी का जिक्र किया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उस पर कोई भी टिप्पणी नहीं करते हैं। टीएमसी सांसद महुआ के भाजपा पर की जा रही बयानबाजी पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि संसदीय आचार समिति के द्वारा जब किसी को तलब किया जाता है तो उसको अपना बयान दर्ज करवाने जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है और इसमें कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी। हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सके।