हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं मीडिया को-ऑडिनेटर पुनीत मल्ली ने प्रेस को जारी एक बयान में भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि प्राकृतिक आपदा पर राजनीति करने से भाजपा बाज आए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बरसात के कारण कई घर तवाह हुए हैं, गई लोगों को मौत का शिकार होना पड़ा, सड़कों व पुलों को भारी नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग व जल शक्ति विभाग को करोड़ों का नुकसान हुआ है। अन्य कई विभागों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। प्रथम रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 8 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता लगातार प्रदेश की कांग्रेस सरकार को यह कहकर बदनाम करने का प्रयास कर रही है कि, केंद्र की मोदी सरकार प्रदेश को हर संभव सहायत प्रदान कर रही है, जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश भाजपा के नेता व केंद्र की मोदी सरकार राहत के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के ऐसे नेता केंद्र से आर्थिक मदद के नाम घटिया ब्यानबाजी कर रहे हैं, जिन्हे विधान सभा चुनाव में हार का मुहं देखना पड़ा। पुनीत मल्ली ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू केंद्र से दो हजार करोड़ की सहायता मांगी है, जिस पर भी अभी तक केंद्र की और से कोई जबाव नही आया है। उन्होंने कहा कि बरसात के कारण हिमाचल में जो नुकसान हुआ है, उसे पूरे देश ने देखा है, परंतु केंद्र की मोदी सरकार प्रदेश की मदद करने की बजाए तमाशगीन बनी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति पहले ही डगमगाई हुई है, ऐसे में केंद्र सरकार को चाहिए कि वे बिना किसी भेदभाव के हिमाचल को आर्थिक राहत पैगज जारी करे, ताकि बरसात के कारण जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई कर प्रभावित क्षेत्रों का जन-जीवन फिर से सुचारु रूप से चलाया जा सके। मल्ली ने कहा कि प्रदेश भाजपा नेता यह भी झूठी ब्यानबाजी कर रहे हैं कि केंद्र से 160 करोड़ की मदद की गई है।
रामपुर क्षेत्र में हुई भारी बारिश से गुरुवार सुबह राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 किंगल से पवारी बंद हो गया है। यहां नाले में बाढ़ आने और भूस्खलन के चलते कई स्थानों पर सड़क बंद है। झाकड़ी के पास बरोनी खड्ड में उफान से रामपुर-किन्नौर राष्ट्रीय उच्च मार्ग का लगभग 700 मीटर भाग छतिग्रस्त हुआ है। यातायात बहाल करने के लिए विभाग ने मशीनें लगाई हैं। रामपुर मंडल के अधिशासी अभियंता के अनुसार यह भाग शाम तक यातायात के लिए खुल जाएगा। यहां अभी भी कई जगह ऊपर से पत्थर आ रहे हैं, जिस कारण काम करना मुश्किल हो रहा है। उधर राज्य विद्युत परिषद रामपुर मंडल के उपमंडल तकलेच और ननखड़ी में भूस्खलन के कारण विद्युत् लाइनों पर पेड़ गिरने से दर्जनों गांवों में बिजली सप्लाई ठप है। इसके अतिरिक्त नारकंडा के टांगरी नाले में दो गाड़ियां बह गई हैं। सूचना मिलते ही पुलिस चौकी नारकंडा से पुलिस स्टाफ की घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने पूर्व विधायक खूब राम के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। पठानिया ने कहा कि खूब राम एक प्रखर वक्ता थे तथा सीधे तौर पर गरीबों, असहायों तथा समाज में पिछड़े लोगों से जुड़े नेता थे। पठानिया ने कहा कि खूब राम जिला कुल्लू स्थित आनी विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र के एक सम्मानीय नेता थे। खूब राम का व्यक्तित्व तथा स्वभाव एक मिलनसार व्यक्ति का था तथा विशेषकर अपने समुदाय के लोगों के प्रति सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। खूब राम वर्ष 1982, 1990 व 2012 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। कुलदीप सिंह पठानिया ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है तथा दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। प्रदेश विधानसभा के सचिव ने भी खूब राम के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है तथा शोक सतंप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी सवेंदना प्रकट की हैं।
9 उपाध्यक्ष, 3 महामंत्री, 7 सचिव, 10 प्रवक्ता, 1 मीडिया प्रभारी, 7 सह मीडिया प्रभारी किए नियुक्त भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने प्रदेश पदाधिकारियों, युवा मोर्चा एवं महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की है। डॉ. राजीव बिंदल ने प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर, विधायक पवन काजल, विधायक हंसराज, पूर्व मंत्री डॉ. राजीव सैजल, पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर, पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष रश्मिधर सूद, पायल वैद्य, संजीव कटवाल और राजीव भारद्वाज को नियुक्त किया है। प्रदेश महामंत्री के रूप में डॉ. राजीव बिंदल ने राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार, त्रिलोक कपूर और बिहारी लाल शर्मा को दायित्व सौंपा गया है। प्रदेश सचिव के रूप में विधायक विनोद कुमार, विशाल चौहान, डॉ. संजय ठाकुर, नरेंद्र अत्री, सुमित शर्मा, डेजी ठाकुर और मुनीश चौहान को दायित्व प्रदान किया गया है। प्रदेश कोषाध्यक्ष के रूप में कमलजीत सूद कार्य करेंगे। प्रदेश प्रवक्ता के रूप में राकेश शर्मा, महेंद्र धर्माणी, उमेश शर्मा, बलदेव तोमर, अजय राणा, बलवीर वर्मा, संदीपनी भारद्वाज, विवेक शर्मा, चेतन बरागटा और विनोद ठाकुर कार्य संभालेंगे। प्रदेश मीडिया प्रभारी का दायित्व कर्ण नंदा संभालेंगे। प्रदेश सह मीडिया प्रभारी के रूप में प्यार सिंह, संजय शर्मा, अमित सूद, राज्य ठाकुर, विश्व चक्षु, सुदीप महाजन और रमा ठाकुर दायित्व संभालेंगे। युवा मोर्चा अध्यक्ष पूर्व प्रदेश सचिव तिलक राज और महिला मोर्चा अध्यक्ष के रूप में वंदना योगी को तैनात किया गया। कार्यालय सचिव प्रमोद ठाकुर, कार्यालय सह सचिव किरण बावा और सपना कश्यप नियुक्त किए गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह सभी नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू होंगी।
ग्राम पंचायत दयाल के वार्ड नंबर दो में गत दिवस दो सगे भाइयों रणवीर सिंह व कुलवीर सिंह की स्लेटपोश गौशाला गिरने से भारी नुकसान हुआ है। इस घटना में गौशाला के अंदर बंधी गर्भवती भैंस को काफी चोटें आई हैं व साथ ही पार्क की गई कार भी क्षतिग्रस्त हो गई है। मौके पर पहुंचे पशु चिकित्सक की बात मानें तो भैंस पर भारी मलबा गिरने से इसकी चारों टागें भी टूट चुकी हंै और शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोटें आई हैं। वहीं, सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे बीडीओ परागपुर वीरेंद्र कौशल, उप प्रधान दयाल अजय कुमार जफ्फा, बीडीसी रंजना धीमान ने नुकसान का जायजा लेते हुए कहा कि स्थानीय लोगों नेे मलबे के बीच दबी भैंस को बाहर निकालने में काफी मदद की। वहीं, बीडीओ परागपुर वीरेंद्र कौशल ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता देने की बात कही है।
जिला भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष व हरोली भाजपा के नेता धर्मेंद्र राणा ने जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा डीजल के दामों में वृद्धि करना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश पर इस समय आई बाढ़ से विपदा का दौर गुजर रहा है और प्रदेश सरकार ऐसे हालातों में भी महंगाई पर लगाम लगाने की बजाए जनता पर महंगाई का कहर ढाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा पिछले सात महीनों में प्रदेश सरकार ने दो बार डीजल पर वैट बढ़ाया है। सरकार को सोचना चाहिए कि इस समय लोगों को आपदा से हुए नुकसान से राहत देने का काम करना चाहिए, नाकि चीजों के दामों में वृद्धि करनी चाहिए। राणा ने कहा कि डीजल के दाम बढ़ने से बसों के किराए भी बढ़ रहे हैं, टैक्सियों के किराए बढ़ रहे हैं। ऐसे में हर चीज के भी दाम बढेंगे। उन्होंने कहा कि इस आपदा के समय में भी प्रदेश सरकार राजनीति कर रही है। ऐसे में यह कहना भी गलत नहीं होगा कि प्रदेश सरकार केवल कोष एकत्रित करने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार का पहला काम इस आपदा के समय में यह होना चाहिए था कि चल रहे अन्य कामों को तुरंत रोक लगाकर आपदा राहत पर धन लगाना चाहिए, लेकिन ऐसा करने के उल्टा सरकार महंगाई का तोहफा जनता को दे रही है। उन्होंने कहा कि कांगे्रस सरकार केवल दिखावा करती रही है। उन्होंने शुरू में जनता से अनेकों वादे किए, लेकिन एक भी अभी तक पूरा नही कर पाई है। प्रदेश में लोग स्वंय मुख्यमंत्री राहत कोष में सहायता राशि भेज आपदा प्रभावितों के लिए मदद करने का कार्य कर रही है, लेकिन सरकार केवल टैक्स थोप कर धन इकट्ठा करने में लगी है, जोकि निंदनीय है। धर्मेंद्र राणा ने सभी से अपील की है कि सभी इस आपदा के समय में अपनी इच्छानुसार राशि दान करके लोगों को राहत देने में सहयोग करे।
विनय गुप्ता को एक बार फिर से सिरमौर जिला भाजपा का अध्यक्ष चुना गया है। यह नियुक्ति प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने की है। हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी कार्यालय द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। जिला सिरमौर की पांचों विधानसभा क्षेत्र नाहन, पांवटा, शिलाई, पच्छाद, श्री रेणुका जी समस्त पार्टी के कार्यकर्ताओं वरिष्ठ एवं कनिष्ठ पदाधिकारियों ने जिला सिरमौर से तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बनने पर विनय गुप्ता को बधाई दी साथ ही प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल का भी आभार जताया।
जोगिंदर नगर उपमंडल की हारगुणैन पंचायत के नागचला नकेहड़ गांव में बीती रात 75 वर्षीय वृद्ध की सिर पर डंडा मार हत्या का मामला सामने आया है। हालांकि डीएसपी पधर संजीव सूद सहित जोगिंदर नगर पुलिस मौके पर पहुंच गई है, लेकिन अभी तक मंडी से फोरेंसिक टीम आ पहुंचने का किया जा रहा इंतज़ार। मृतक की पहचान रिखी राम पुत्र कातकू राम निवासी नकेहड़ के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार मृतक फौज से हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उसके बाद पुलिस में भी दे चुके हैं सेवाएं। सरकाघाट पुलिस से ट्रैफिक कॉन्स्टेबल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। रिखी राम नागचला में अपनी छोटी मोटी दुकानदारी के साथ घराट चलाने का काम करते थे। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हादसा देर रात हुआ है। मौके पर थाना प्रभारी जोगिंदर नगर निर्मल सिंह सहित समस्त पुलिस बल है तैनात है। गौरतलब है कि रिखी राम दो साल पहले इसी गांव की ज्योति जिसकी भी निर्मम हत्या हुई थी के पिता बृजभूषण के सगे चाचा थे। बृजभूषण ने रिखी राम की हत्या का शक जताया है।
उपमंडल देहरा के अंतर्गत पड़ती ग्राम पंचायत लोअर सुनहेत स्थित गुग्गा मंदिर हार पट्टी (दयाड़ा) में सायटिक पेन (रिंगन) एवं सर्प दंश का इलाज मंत्रोच्चारण से किया जाता है। सालों से इस जगह में स्थापित गुग्गा जाहर वीर के मंदिर में सैकड़ों लोग ठीक होकर गए हैं। पुजारी गुरु बलबीर का कहना है कि बाबा जी की असीम कृपा से इस मंदिर में जो भी दुखी जन आते हैं, बाबा जी उनका उद्धार करते हैं। आज दिन तक सैकड़ों लोग इस मंदिर में स्वस्थ होकर गए हैं। रिंगन बीमारी, जिसे सायटिक पेन कहते हैं, का इस मंदिर में मंत्रोच्चारण के साथ इलाज किया जाता है। ज्यादातर सर्प दंश और सायटिक पेन से ग्रसित लोग यहां आते हैं और उनका इलाज यहां किया जाता है। देहरा की सीमा का कहना है कि एक महीना पहले उन्हें रिंगन की बीमारी हो गई थी। उन्होंने कई डॉक्टरी इलाज करवाया, परंतु दर्द ओर बढ़ गया, जिसपर उन्हें गुग्गा मंदिर की सूचना मिली यहां मंत्रोच्चारण से उनकी समस्या का समाधान हो गया आज वह बिल्कुल स्वस्थ हैं। क्या है सायटिक पेन साइटिका का दर्द, साइटिक नर्व में समस्या के कारण हो सकता है। इस स्थिति में कमर से पैरों तक अत्यधिक दर्द और सुन्न होने की समस्या होने लगती है। जिससे शरीर का निचला हिस्सा बेकार हो सकता है। कभी-कभी आप शरीर के निचले हिस्से में दर्द को थकान या कमजोरी के कारण होने वाला दर्द समझकर नार्मल मान लेते हैं, लेकिन यह लापरवाही आपके लिए भारी पड़ सकती है।
लोक निर्माण विभाग देहरा के अंतर्गत पड़ते नेहरन पुखर के तहत परागपुर की तरफ जाने वाली सड़क खस्ताहाल है। सड़क की हालत इतनी पतली हो चुकी है कि जगह-जगह गड्ढे पड़ गए हैं। वहीं, लोक निर्माण विभाग इन पर लीपापोती करता हुआ भी नजर आ रहा है। गड्ढों को मिट्टी से भी भरा जा रहा है, जिनका बरसात के बाद और भी बुरा हाल है। अभी तक इन गड्ढों के कारण कई हादसे हो चुके हैं। हैरानगी तो इस बात की है कि नेहरन पुखर से परागपुर जाने वाली इस सड़क पर तारकोल कम और 10-10 फुट के गड्ढे दिखना आम सी बात हो गयी है। आगमन करने वालों भारी समस्या का सामना कर पड़ रहा है। हार गांव के समीप बड़े-बड़े गड्ढों ने वाहन चालकों का जीना हराम कर दिया है छोटे वाहन चालकों को तो भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ये खड्डे किसी बड़े हादसे को न्योता दे रहे हैं एनएच 503 से सटे नेहरन पुखर से परागपुर की तरफ जाने वाली सड़क के शुरुआत में ही बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं, परंतु विभाग इस पर भी मूकदर्शक बना हुआ है। दयाल नेहरन पुखर पंचायत के उप प्रधान अजय कुुमार जफ्फा ने कहा कि लोक निर्माण विभाग को चाहिए इन गड्ढों को जल्द से जल्द भरा जाए, ताकि लोगों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। वहीं, जब इस संदर्भ लोक निर्माण विभाग देहरा के एसडीओ रजिंदर कुमार बग्गा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विभाग जल्द से जल्द इन गड्ढों को भर देगा ताकि लोगों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े, हालांकि अभी बरसात का मौसम चल रहा है, इसलिए इन गड्ढों का अस्थायी समाधान किया जाएगा। बरसात का मौसम खत्म होते ही इन्हें भर दिया जाएगा।
भाजपा संगठनात्मक जिला देहरा के दूसरी बार नियुक्त हुए जिलाध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि आपदा में सरकार बागवानों को नजरअंदाज कर रही है। आपदा की वजह से प्रदेश पूरे प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। इस आपदा में किसानों और बागवानों को भी बहुत नुकसान हुआ है। लोगों के बगीचों में नुकसान हुआ है। फसलें खेतों में बर्बाद हो गई हैं। जो बची रह गईं, वे सड़कें खराब होने की वजह से मंडियों में नहीं पहुंच पा रही हैं, जिसकी वजह से किसानों और बागबानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस समय मंडियों में आने वाले सेब की शेल्फ लाइफ अपेक्षाकृत कम होती है। इसलिए सड़कें न खुलने से इनके भी खराब होने का खतरा बढ़ गया है। इसलिए सरकार जल्दी सड़कों को सही करवाकर यातायात बहाल करवाए, ताकि बागवानों और किसानों के उत्पाद आसानी से मंडियों में पहुंच सकें। संजीव शर्मा ने कहा कि आपदा के दस दिन बाद भी बहुत सी जगहों पर अभी भी कोई सरकारी सहायता नहीं पहुंची हैं। बिजली पानी और नेटवर्क की सुविधाएं बाल नहीं हो पाई हैं। लोग बारिश का पानी इक_ा करके अपना गुजारा कर रहे हैं। संजीव ने कहा कि बिना बिजली, पानी, संचार और चिकित्सा सुविधाओं के बिना दस दिन से लोग सरकारी मदद का इंतज़ार कर रहे हैं, लेकिन सरकारी मदद तो दूर कई गावों में आज तक सरकार का कोई प्रतिनिधि ही नहीं पहुंचा हैं। इस आपदा में प्रभावितों को सिर्फ फौरी राहत देने से काम नहीं चलेगा। आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
जिला कांगड़ा के पौंग से छोड़े गए पानी से उपमंडल इंदौरा के मंड क्षेत्र के लगभग 20 गांव में बाढ़ आ गई है। जिला प्रशासन ने संबंधित क्षेत्रों में लगातार रेस्क्यू टीमों को तैनात किया है, जिसके चलते बुधवार सुबह को भी रेस्क्यू टीम ने बडुखर बटाला में फंसे 4 लोगों का रेस्क्यू किया। । एनडीआरएफ द्वारा सुबह करीब 10 बजे रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया जो अभियान लगभग दोपहर 1:30 बजे तक चला, जिसके बाद एनडीआरएफ टीम के द्वारा दो महिलाएं, दो पुरुष, 6 बकरियां व 2 भेड़ों को जलभराव से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। जानकारी देते हुए एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि एनडीआरएफ की मदद से प्रशासन द्वारा लगातार 4 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया जिसके बाद 4 लोगों चार बकरियों व दो भेड़ों को जलभराव से सुरक्षित निकाला गया। रेस्क्यू किए गए लोगों में से सुभाष चंद (50) सीमा देवी (47) अमन शर्मा (25) व अंजु बाला (27) को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
ढलियारा से जिला परिषद सदस्य ईशान शर्मा ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ से करोड़ों का नुकसान हुआ है। हिमाचल को इस आपदा से उभरने के लिए करोड़ों रुपये के बजट की आवश्यकता है। ईशान शर्मा ने केंद्र की सरकार से आग्रह किया है कि प्रदेश सरकार की ज्यादा से ज्यादा मदद की करे, ताकि इस आपदा की घड़ी में लोगों की सहायता हो सकें। बाढ़ का प्रकोप इतना है कि कई लोगों के घर उजड़ गए। ईशान शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। इस तबाही की वजह से प्रदेश में लगभग 10,000 करोड़ रुपये का नुकसान आका गया है। केंद्र की सरकार हिमाचल सरकार को ज्यादा से ज्यादा बजट मुहैया करवाए, ताकि इस विपदा की घड़ी से हिमाचल प्रदेश उभर सके। ईशान ने भाजपा के नेताओं से अनुरोध किया है कि यह समय राजनीति करने का नहीं है। पक्ष व विपक्ष दोनों को इकट्ठे होकर इस आपदा से पीड़ित लोगों की मदद के लिए काम करना चाहिए।
किन्नौर जिला के कई स्थानों में एक बार फिर बदल फटने की घटनाएं सामने आई हंै। आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे किन्नौर जिला के कामरू पंचायत क्षेत्र में गोटांग खालंग नामक नाले में बाढ़ आने से जहां एक दर्जन से भी अधिक निजी वाहनों को क्षति पहुंची है, वहीं कई ग्रामीणों के सैकड़ों सेब के पौधों सहित खेतों को भारी नुकसान पहुंचा है। कामरु गांव के साथ नाले में आया बाढ़ का मलबा प्राइमरी स्कूल सहित कई ग्रामीणों के मकानों में भी घुस गया है। घटना के बाद से ग्रामीणों सहित पुलिस व होमगार्ड के जवान राहत व बचाव कार्यों में जुट गए हैं। इसी तरह मीरू पंचायत क्षेत्र के पहाडिय़ों पर भी बदल फटने से रूनंग नाला में आई बाढ़ से राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 बंद हो गया है। किन्नौर जिला के कई क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण करछम सांगला संपर्क मार्ग भी कई स्थानों पर बंद है, जिसे बहाल करने का कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां डिजिटल प्रौद्योगिकी और गवर्नेंस विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी सरकारी विभागों में ई-गवर्नेंस प्रणाली लागू करने के महत्त्व पर बल देते हुए कहा कि यह पहल फाइल कार्य में तेजी लाने और दक्षता सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने सभी सचिवों, विभागाध्यक्षों, उपायुक्तों और उपमंडलाधिकारियों को ई-ऑफिस प्रणाली अपनाने और तकनीकी प्रगति का लाभ उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी सचिवों से संचार के लिए अब तक प्रचलित भौतिक पत्रों की जगह ई-मेल अपनाने को कहा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सचिवालय की 50 प्रतिशत शाखाएं और 24 निदेशालय अपने दैनिक कामकाज के लिए ई-ऑफिस प्रणाली का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने 31 अगस्त, 2023 तक शिक्षा विभाग को पूरी तरह डिजिटल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आई.जी.एम.सी. शिमला और टांडा मेडिकल कॉलेज के कर्मचारियों और मरीजों का डाटा डिजिटल टेक्नोलॉजी और गवर्नेंस विभाग के सहयोग से समयबद्ध तरीके से ऑनलाइन किया जाना चाहिए। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य के लोगों को उनके घर-द्वार पर नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) और उभरती प्रौद्योगिकी को अपनाना समयोचित मांग है। उन्होंने कहा कि एआई की मदद से राज्य सरकार को निर्णय लेने के लिए बेहतर डाटा विश्लेषण की सुविधा मिलेगी। युवाओं को बेहतर करियर अवसर प्रदान करने के लिए हिमाचल ऑनलाइन सेवा, सीएम हेल्पलाइन और शिक्षा में भी एआई को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ई-डिस्ट्रिक्ट परियोजना के तहत 34 विभागों की 184 नागरिक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। लोक मित्र केंद्रों को मजबूत करने के महत्त्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि इन केंद्रों द्वारा प्रदेशभर में लोगों को 71 ऑनलाइन सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला जिला के स्कूलों और स्वास्थ्य संस्थानों की जीआईएस मैपिंग पायलट आधार पर की जाएगी। उन्होंने चंबा जिले में सभी घरेलू और वाणिज्यिक बिजली कनेक्शन के लिए आधार सीडिंग लागू करने के भी निर्देश दिए। इसके पश्चात उन्होंने 'हिम परिवारÓ की प्रगति की समीक्षा की और कहा कि इससे सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों का डाटा इस मंच पर उपलब्ध होगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन के संचालन को विनियमित करने के लिए एक ड्रोन नीति तैयार कर रही है। उन्होंने कहा कि ड्रोन को पायलट आधार पर कृषि, बागवानी और स्वास्थ्य क्षेत्रों में नियोजित किया गया है जिसके उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन 1100 की भी समीक्षा की और एक केन्द्रित कॉल सेंटर की आवश्यकता पर बल दिया। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, घुमारवीं से विधायक राजेश धर्माणी, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, सचिव डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस अभिषेक जैन, सचिव स्वास्थ्य एम. सुधा देवी, सचिव बहुद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा राजीव शर्मा, सचिव जल शक्ति विभाग अमिताभ अवस्थी, सचिव ग्रामीण विकास प्रियतु मंडल, निदेशक सूचना एवं जन संपर्क किरण भड़ाना और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज नई दिल्ली में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव से भेंट की। उन्होंने प्रदेश में लगातार भारी वर्षा होने के कारण बाढ़ तथा बादल फटने से राष्ट्रीय राजमार्गों को हुए नुकसान से उन्हें अवगत करवाया। उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पुलों के पुनर्निर्माण के लिए एनएचएआई को प्रेषित किए गए अनुमानों के अनुसार निधि के आवंटन का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ऐसे और अनुमान प्रेषित किए जा रहे हैं। विशेष रूप से मनाली में ब्यास नदी के बाएं किनारे, चक्की-पठानकोट पुल तथा मनाली-मण्डी राष्ट्रीय राजमार्ग तथा अन्यों के लिए प्रेषित अनुमानों के लिए निधि आवंटन में उनसे व्यक्तिगत हस्तक्षेप का आग्रह भी किया। विक्रमादित्य सिंह ने मनाली-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग, नालागढ़ पुल के साथ-साथ प्रदेश के अन्य पुलों तथा सड़कों की तीव्र बहाली तथा मरम्मत का आग्रह किया जो राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़े हैं। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग पर मनाली-मण्डी-स्वारघाट सड़क के साथ-साथ पंडोह, भुंतर, कुल्लू, रायसन, कटराईं तथा मनाली क्षेत्र के समीप स्थित पुल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि चक्की-पठानकोट पुल पर यातायात को पुन: बहाल करने के लिए तुरन्त मरम्मत कार्य किया जाना चाहिए। श्री यादव ने लोक निर्माण मंत्री को प्रदेश में सड़कों की बहाली तथा मरम्मत कार्य के लिए शीघ्र निधि जारी करने का आश्वासन देते हुए कहा कि नुकसान का आकलन करने के लिए केन्द्र सरकार से एक दल हिमाचल प्रदेश भेजा गया। इसके अतिरिक्त विक्रमादित्य सिंह ने भारत सरकार के सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन से भी भेंट की तथा केन्द्रीय सड़क अधोसंरचना निधि के अंतर्गत विभिन्न सड़कों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है जो जल्द ही मंत्रालय को प्रेषित की जाएगी। इनमें रंगस-बड़सर सड़क वाया मैहरी के विस्तारीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य, नेरचौक-रत्ती-कलखड़ सड़क, छैला-नेरीपुल-यशवंतपुर-ओच्छघाट, कुम्हारहट्टी सड़क, टिक्कर-जरोल-गाहन-ननखड़ी-कमादी सड़क के स्तरोन्नयन कार्य तथा चायल-गोहर-पंडोह सड़क और शाहपुर-सिहुंता-चुवाड़ी सड़क के सुधार तथा सुदृढ़ीकरण कार्य शामिल हैं। श्री जैन ने प्रदेश के लोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए सड़कों तथा पुलों के पुनर्निर्माण के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
पुलिस थाना लंबागांव के अंतर्गत पुलिस चौकी आलमपुर प्रभारी अनूप शर्मा ने बताया कि विकास खंड लंबागांव की पंचायत कंगेहन के पास मंगलवार को व्यास नदी के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का सब मिला है। मृतक की आयु 35 से 45 वर्ष के बीच हो सकती है। पुलिस ने शव को राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा कांगडा में रखा हुआ है। जिसकी अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस चौकी आलमपुर प्रभारी अनूप शर्मा ने बताया कि यह शव कुल्लू व मंडी का होने अंदेशा लगाया जा रहा है जो कि ब्यास नदी में वह जाने का अंदेशा लगाया जा रहा है व जिला की पुलिस को भी सूचित कर दिया गया है। अगर किसी भी व्यक्ति को इस शव से संबंधित जानकारी लेने हो तो पुलिस चौकी आलमपुर के नंबर 93172550404 पर संम्पर्क कर सकते है या शव गृह राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा में शिनाख्त कर सकते है।
उपमंडल ज्वालामुखी के अंतर्गत पड़ते पुलिस चौकी लगड़ू के तहत नुकेड़ खड्ड में खनन माफिया की धरपकड़ के लिए गए पुलिस के एएसआई पर दो युवकों द्वारा हाथापाई का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस कर्मी से हाथापाई करके आरोपी वहां से भाग निकले। अपने साथ हुई हाथापाई को लेकर पुलिस के एएसआई द्वारा थाना खुडियां में मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस चौकी लगड़ू प्रभारी एएसआई बलदेव राज द्वारा यह मामला जिसमें खुद शिकायत दर्ज करवाते हुए थाना खुंडियां में दर्ज करवाया है। उन्होने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नुकेड खड्ड में कुछ लोग अवैध खनन कर रहे हैं। इसकी सूचना पर एएसआई बलदेव राज मौके पर पहुंचे तो पाया कि नुकेड खड्ड में निर्माणाधीन पुल के पिल्लरों के पास एक ट्रैक्टर पानी से रेत बजरी निकाल कर भरी जा रही थी। उन्होंने बताया कि जब इसकी वीडियो बनाई जा रही थी तो दो युवकों ने उनके साथ हाथापाई की ओर उनका मोबाइल छीनकर वहां से भाग निकले। उनके साथ हाथापाई करने व उनका मोबाइल छीनने वालों में विनोद कुमार व रिशु निवासी सराह जंद्राह डाकघर डगेहर, तहसील बडोह शामिल थे। एएसआई बलदेव राज द्वारा इन दोनों युवकों के खिलाफ पुलिस से हाथापाई करने, ड्यूटी में व्यवधान डालने का मामला दर्ज करवाया गया है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी ज्वालामुखी विकास धीमान ने करते हुए कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है ।दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी।वहीं पुलिस ने कार्यवाई करते हुए दोनो व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया है।
जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पुराना परिसर में बीते दिनों हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एबीवीपी के तीन छात्र नेताओं की गिरफ्तारी के बाद छात्र संगठन एनएसयूआई की हिमाचल राज्य इकाई ने इस घटना की कड़ी भर्त्सना करते हुए इसके खिलाफ एचपीयू कैंपस के पिंक पेटल स्थान पर धरना प्रदर्शन किया। एनएसयूआई राज्य अध्यक्ष छत्तर ठाकुर ने मांग की है कि नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप करने वाले दरिंदे आरोपियों को फाँसी की सजा दी जाए। परिसर अध्यक्ष योगेश यादव ने कहा कि ऐसी घटनाओं से बीजेपी आरएसएस और एबीवीपी का असली चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है। एनएसयूआई ने सरकार से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए और उन्हें फांसी की सजा दिलाई जाए।
सोलन विकास खंड की ग्राम पंचायत सपरुन के देहूं गांव की हैप्पी वैली में आज उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति द्वारा विशेष पौधरोपण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उमंडल विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मोहित बंसल ने की। मोहित बंसल ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण व वर्षा के समय होने वाले भूमि कटाव को रोकने के लिए पौधरोपण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे जहां पृथ्वी पर जीवनदायनी ऑक्सीजन देते हैं वहीं पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण को कम करने में सहायक भी बनते हंै। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण एवं भू-कटाव को रोकने में वृक्षारोपण महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि बरसात के मौसम में अधिक से अधिक पौधे लगाएं, ताकि पृथ्वी को हरा-भरा रखकर प्रदूषण को कम किया जा सके। मोहित बसंल ने इस अवसर पर परसीमल का पौधा लगाया। इस अवसर पर परसीमल, दाडू, कचनार, कैंथ और देवदार के लगभग 100 पौधे रोपित किए गए। ग्राम पंचायत सपरुन की प्रधान रेणू, उप प्रधान विक्रम ठाकुर, बीडीसी सदस्य ललिता, डिप्टी रेंजर सोलन रेखा कंवर, ग्राम पंचायत सपरुन के पंचायत व युवक मण्डल के प्रतिनिधि, स्वयं सहयता समूह संयम, कुश व सन्नी के सदस्यों सहित ग्रामीण इस अवसर पर उपस्थित थे।
पूर्व वन मंत्री राकेश पठानिया ने बुधवार को मंड क्षेत्र रियाली पंचायत के बाढ़ ग्रस्त एरिया का दौरा किया। अस दौरान उन्होंने कहा कि जो परिवार बाढ़ से पीड़ित हुए हैं, उनके लिए 24 घंटे के अंदर टेंट और राशन का प्रबंध करने के लिए प्रशासन से को कहा गया है। अगर प्रशासन टेंट और राशन का प्रबंध नहीं करेगा तो वे कल तक स्वयं ही सामग्री उनको उपलब्ध करवा देंगे।
नगरोटा विस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है ताकि स्थानीय स्तर पर लोगों को स्वरोजगार के अवसर मिल सकें। यह जानकारी पर्यटन निगम के अध्यक्ष, कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने नगरोटा में जनसमस्याएं सुनने के उपरांत दी। उन्होंने कहा कि नगरोटा बगबां शहर के सौंदर्यीकरण तथा बेहतर सुविधाओं के लिए 50 लाख की राशि व्यय की जाएगी इसके अतिरिक्त नगरोटा बगबां में टूरिज्म का होटल निर्मित करने तथा देश भर का सबसे बड़ा फाउंटेन स्थापित करने का भी प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु ने हिमाचल में ग्रामीण पर्यटन को विकसित करने की दिशा में कारगर कदम उठाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं। पर्यटन विकास परियोजनाओं की नियमित तौर पर समीक्षा भी सुनिश्चित की जा रही है ताकि हिमाचल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सके और हिमाचल के ज्यादा से ज्यादा लोगों को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध हो सकें। वर्तमान सरकार पर्यटन तथा युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है तथा उसी दिशा में नीतियों एवं कार्यक्रमों का निर्धारण सुनिश्चित किया जा रहा है। बाली ने कहा कि नगरोटा विस क्षेत्र की सभी पंचायतों का बिना किसी भेदभाव के विकास सुनिश्चित किया जा रहा है इस बाबत सभी पंचायत सचिवों, पंचायत सहायकों तथा ग्रामीण रोजगार सेवकों के साथ पहले चरण की बैठकें आयोजित की गई हैं, इन बैठकों के माध्यम से सभी कर्मचारियों को सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों को धरातल पर क्रिर्यान्वित करने के निर्देश दिए गए हैं, प्रत्येक महीने पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट भी ली जाएगी। बाली ने कहा कि विकास पुरूष जीएस बाली ने नगरोटा विधानसभा क्षेत्र के विकास को नई दिशा दी है, उनसे प्रेरणा लेते हुए नगरोटा में विकास को और गति प्रदान की जाएगी ताकि विकास की दृष्टि से नगरोटा विधानसभा क्षेत्र पूरे राज्य में आदर्श विधानसभा क्षेत्र के रूप अपनी पहचान बना सके।
जोगिंद्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक की बैठक का आयोजन बुधवार को बैंक के हेड ऑफिस सोलन में बैंक के चेयरमैन एडवोकेट मुकेश शर्मा की अध्यक्षता में हुआ। इसमें करीब 50 एजेंडा पर विस्तृत चर्चा की गई। यह बैंक इस वर्ष 100 वर्ष में प्रवेश कर रहा है, इसके भव्य आयोजन को लेकर भी रूपरेखा तैयार की गई। इस बैंक का गठन सन 1924 में हुआ था। बैंक के उत्थान के लिए किस तरह से सभी लोग अपना प्रयास कर सकते हैं उस बारे में विचार विमर्श किया गया। वित्त वर्ष 2023 24 के लिए बैंक का शुद्ध लाभ 25 करोड़ से ऊपर रखने का टारगेट भी फिक्स किया गया। इस अवसर पर बैंक के प्रबंधक निदेशक एल आर वर्मा, डायरेक्टर जितेंद्र ठाकुर, असगर अली, किरण कौंडल, बुधराम ठाकुर, हजूरा सिंह, लाज किशोर उपस्थित थे।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने बुधवार को जवाली विधानसभा के तहत बनोली में 8 करोड़ 25 लाख रुपये की लागत से बनने वाली बनोली-डुगलू-वासा-कोठा-हरनेरा सड़क की आधारशिला रखी। इस अवसर पर एसडीएम मोहिंद्र प्रताप सिंह, लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता मोहिंद्र धीमान विशेष रूप से उपस्थित रहे। कृषि मंत्री ने बताया कि साढ़े नौ किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण कार्य नाबार्ड के तहत किया जाएगा। जिससे क्षेत्र के 11 गांवों की आबादी को लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस सड़क को बनाने के लिए लोगों की वर्षों पुरानी मांग थी। उन्होंने चुनावों से पहले लोगों से किये गए अपने वायदे को प्राथमिकता से पूरा किया है। उन्होंने बताया कि इस सड़क के बनने से ज्वाली से नूरपुर की दूरी कम होने के साथ समय की भी बचत होगी। उन्होंने बताया कि मंढोल-चचियां-राजा का तालाब सड़क के शेष बचे निर्माण कार्य को बरसात खत्म होने के पश्चात युद्धस्तर पर शुरू किया जाएगा। चंद्र कुमार ने बताया कि सड़कें किसी भी क्षेत्र के विकास की भाग्य रेखाएं होती हैं। जहां सड़क पहुंचती है वहां विकास के साथ क्षेत्र में आर्थिक खुशहाली सुनिश्चित होती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की लगभग 95 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। प्रदेश सरकार इन क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क को मजबूत बनाने के साथ अन्य विकास कार्यों को विशेष तरजीह दे रही है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकाल में विधानसभा क्षेत्र में सड़कों, पुलों का जाल बिछाया गया है । इस क्षेत्र के 90 प्रतिशत गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा जा चुका है तथा शेष बचे गांवों को भी प्रथमिकता के आधार पर सड़क सुविधा प्रदान की जाएगी। कृषि मंत्री ने बताया कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में इस क्षेत्र में विकास कार्यों को ग्रहण लग गया था। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में रुके हुए सभी विकास कार्यों को चरणबद्ध तरीके से युद्धस्तर पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों तथा ठेकेदारों से निर्माण कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने सहित धन के सही इस्तेमाल सुनिश्चित बनाने पर भी बल दिया। उन्होंने बताया कि बनोली क्षेत्र में पानी की कमी को दूर करने के लिए विभागीय अधिकारियों द्वारा एक नया ट्यूबवेल लगाने के लिए सर्वे पूरा किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त जरूरत के अनुसार यहां पर बड़ी क्षमता के अतिरिक्त भंडारण टैंक भी बनाये जाएंगे। मंत्री ने बताया कि इस क्षेत्र में मक्की की फसल को कीड़ा लगने के कारण कुछ नुकसान पहुंचा है, जिसको रोकने के लिए उन्होंने विभाग के अधिकारिओं को किसान के खेतों में जाकर तुरंत आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। कृषि मंत्री ने बताया कि पिछले दिनों प्रदेश में घटित प्राकृतिक आपदा के कारण जानमाल को भारी नुकसान पंहुचा है। जिससे प्रारम्भिक अनुमान के अनुसार पांच हज़ार करोड़ से अधिक के नुकसान का अनुमान आंका गया है। उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र को भी इसके कारण 85 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचा है। उन्होंने इस मौके पर जनसमस्याओं को सुनते हुए सभी विभागीय अधिकारियों को इनके शीघ्र समाधान सुनिश्चित बनाने के भी निर्देश दिए। इससे पूर्व, कृषि मंत्री का पंचायत में पहुंचने पर स्थानीय लोगों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर ब्लॉक कांग्रेस प्रवक्ता संसार सिंह संसारी ने आपदा राहत कोष में 21 हज़ार रुपये का अंशदान भी दिया।
केंंद्रीय विद्यालय की छात्रा विदुषी को सकुरा एक्सचेंज साइंस प्रोग्राम के तहत जापान जाने का मौका मिला। विदुषी केंंद्रीय विद्यालय नलेटी में बारहवीं विज्ञान की होनहार छात्रा है। विदुषी का जापान की छह दिवसीय शैक्षिक यात्रा के लिए चयन दसवीं के अंक और विद्यालय में आयोजित होने वाले ओलंपियाड में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर हुआ था। यह पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। इस शैक्षिक यात्रा के लिए पूरे भारत वर्ष से 57 बच्चों का चयन हुआ था। इस शैक्षिक यात्रा के दौरान विदुषी को जापान के ओसाका शहर का भ्रमण करवाया गया। क्योटा शहर की म्युनिसिपल होरिकावा हाई स्कूल का भ्रमण करवाया। जहां उसे जापानी विद्यार्थियों से वार्तालाप करने का अवसर मिला। वहां के प्रसिद्ध कियोमिजू डेरा मंदिर, टेंपल ऑफ प्योर वाटर स्प्रिंग नाम से प्रसिद्ध बुद्धिष्ट मंदिर के भी दर्शन करवाए। विदुषी ने ओसाका की प्लांट फैक्ट्री का भी भ्रमण किया। इसके साथ ही विदुषी को भूकंप आदि प्राकृतिक आपदाओं के समय किस तरह बचाव किया जाता है, के संबंध में बहुत ही सरल तरीके से जानकारी दी गई। इसी के साथ क्योटा यूनिवर्सिटी के भ्रमण का भी अवसर प्राप्त हुआ। क्योटा यूनिवर्सिटी का नाम एशिया की अच्छी यूनिवर्सिटियों में आता है। यह यूनिवर्सिटी एशिया में नौवां स्थान रखती है। इस यूनिवर्सिटी के 11 स्नातकों को नोबेल पुरस्कार मिला है। इस क्योटो विश्वविद्यालय के बायो केमिस्ट्री के प्रोफेसर हिरोशी कितागावा का भाषण सुनने का अवसर प्राप्त हुआ। क्योटा शहर के हाइड्रो प्लांट का भ्रमण करवाकर वहां की कार्यप्रणाली से अवगत करवाया गया। अपनी यात्रा की समाप्ति के बाद बालिका विदुषी बेहद ही प्रसन्न है। विद्यालय और अपने शिक्षकों का शुक्रिया अदा किया, जिनके मार्गदर्शन में मुझे विदेश जाने का मौका मिला। विदुषी अब अपनी कक्षा बारहवीं की पढ़ाई में जुट गई है। प्राचार्या शशि कला कटोच ने गर्वित होकर कहा कि हमारे विद्यालय की बालिका विदुषी का जापान देश में शैक्षिक भ्रमण पर जाना गर्व की बात है। इससे विद्यालय के अन्य बच्चों को भी प्रेरणा मिलेगी और वे स्वस्थ शैक्षिक वातारण में ज्ञानार्जन करेंगे।
केंद्रीय अंतर मंत्रालय दल द्वारा 21 जुलाइ को किन्नौर जिला में भारी वर्षा के कारण प्रभावित क्षेत्र सांगला का दौरा प्रस्तावित है, जिस दौरान दल द्वारा सांगला में हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां उपायुक्त किन्नौर तोरूल रवीश ने दी। उपायुक्त तोरूल रवीश ने कहा कि केंद्रीय अंतर मंत्रालय दल 21 जुलाई को प्रात: 8:15 बजे जिला के सांगला स्थित कूपा में वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए पहुंचेगा। तोरूल रवीश ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा केंद्रीय दल के समक्ष जिला में भारी वर्षा से हुए नुकसान के संबंध में विस्तृत प्रस्तुति दी जाएगी। दल द्वारा सांगला के केएससी सड़क का ब्लोकेड प्वांइट, रूतुरंग, बू्रआ नाला तथा केएससी सड़क में अन्य भू-स्खलन प्वांइटों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके उपरान्त दल द्वारा सांगला बाजार में हुए नुकसान, जल शक्ति विभाग की विभिन्न पेजयल तथा मल निकासी योजनाओं को हुए नुकसान का निरीक्षण किया जाएगा। इसके उपरांत दल द्वारा सांगला के रूगती खड्ड में आई बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा तथा आजाद कश्मीर में पुल को हुए नुकसान का निरीक्षण भी किया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में जिला स्तरीय सभी अधिकारियों को केंद्रीय अंतर मंत्रालय दल के दौरे में उपस्थित रहने के भी निर्देश दिए
भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने आज भाजपा के 17 संगठनात्मक जिलों के जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। उन्होंने बताया कि चंबा जिला के अध्यक्ष के रूप में धीरज नरयाल, कांगड़ा सचिन शर्मा, नूरपुर रमेश राणा, देहरा संजीव शर्मा, पालमपुर हरिदत्त शर्मा, लाहौल स्पीति राजेंद्र बोद्ध, कुल्लू अरविंद चंदेल, मंडी निहाल चंद, सुंदरनगर हीरा लाल, हमीरपुर देशराज शर्मा, ऊना बलबीर चौधरी, बिलासपुर स्वतंत्र संख्यान, सोलन रत्न सिंह पाल, सिरमौर विनय गुप्ता, महासू अरुण फाल्टा, शिमला प्रेम ठाकुर, किन्नौर यशवंत नेगी को जिला अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सभी नवनियुक्त जिला अध्यक्षों को शुभकामनाएं दीं। इसके अतिरिक्त डॉ. राजीव बिंदल ने निवर्तमान जिला अध्यक्ष चंबा जसवीर सिंह नागपाल, निवर्तमान जिलाध्यक्ष कांगड़ा चंद्रभूषण नाग, निवर्तमान जिला अध्यक्ष कुल्लू भीम सेन, निवर्तमान जिला अध्यक्ष मंडी रणवीर सिंह, निवर्तमान कार्यकारी जिला अध्यक्ष हमीरपुर हरीश शर्मा, निवर्तमान जिला अध्यक्ष ऊना मनोहर लाल शर्मा, निवर्तमान जिलाध्यक्ष सोलन आशुतोष विद्य, निवर्तमान कायकारी जिला अध्यक्ष शिमला विजय परमार, निवर्तमान जिला अध्यक्ष किन्नौर संजीव हारा को प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य नियुक्त किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कहा कि यह सभी नियुक्तियां तत्कालीन प्रभाव से लागू होगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि भारी वर्षा से प्रभावित व्यक्तियों का उचित पुनर्वास करने के लिए प्रदेश सरकार युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों को समय पर राहत प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार दिन-रात कार्य किया जा रहा है। डॉ. शांडिल गत सांय सोलन के शामती में भारी वर्षा से प्रभावित व्यक्तियों को राहत राशि एवं राशन किट प्रदान कर रहे थे। डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर शामती में भारी वर्षा से प्रभावित परिवारों को प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित राशि के अनुसार लगभग 27.50 लाख रुपये की राशि वितरित की। उन्होंने कहा कि शामती में अभी तक 105 प्रभावित परिवारों को 65 लाख रुपये से अधिक की राहत राशि वितरित की गई है। उन्होंने कहा कि इसमें से 60 परिवारों को पूर्व में भी लगभग 37 लाख रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि सोलन ज़िला में अभी तक आपदा प्रभावित परिवारों को 1.18 करोड़ रुपये से अधिक की राहत राशि प्रदान की गई है। डॉ. शांडिल ने कहा कि ज़िला में भारी वर्षा के कारण हुए नुकसान का पूरा आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रभावितों को यथा संभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में भारी वर्षा से हुए नुकसान का आकलन करने और प्रभावित क्षेत्रों को सहायता पहुंचाने के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इस अवसर पर जोगिंद्रा सहकारी बैंक के अध्यक्ष मुकेश शर्मा, नगर निगम सोलन के पार्षद सरदार सिंह ठाकुर, नगर निगम सोलन के मनोनीत पार्षद रजत थापा, ग्राम पंचायत शामती की प्रधान जयवंती, खण्ड कांग्रेस समिति सोलन के अध्यक्ष संजीव ठाकुर, शहरी कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अंकुश सूद, उपमण्डलाधिकारी सोलन कविता ठाकुर, पुलिस उपाधीक्षक अनिल धोल्टा, तहसीलदार सोलन मुल्तान सिंह बनियाल, रोगी कल्याण समिति के सदस्य विनेश धीर सहित अन्य गणमान्य तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भारी बारिश होने से सलूणी उपमंडल में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बारिश के कारण कई घरों में पानी घुस गया। कुछ मकान क्षतिग्रस्त भी हुए हैं। कार्यवाहक उपमंडल अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि भारी बारिश होने से नाले में जलस्तर बढ़ गया है। पांच परिवारों के घर खाली करवाए गए हैं। इन्हें सुरक्षित स्थान पर आश्रय दिया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने चार दिनों तक राज्य में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मैदानी, मध्य व उच्च पर्वतीय जिलों के कई भागों में 22 जुलाई तक भारी बारिश की चेतावनी है। राज्य में 24 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने का पूर्वानुमान है।
कंडाघाट स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सोलन द्वारा बुधवार को सेब दिवस का आयोजन किया गया जिसमें सोलन जिला के 70 किसानों ने भाग लिया। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ जितेंद्र चौहान ने किसानों का स्वागत किया व उन्हें मध्य पर्वतीय क्षेत्र में उगाई जाने वाली सेब की किस्मों जैसे अर्ली रेड वन, जीरोमाइन, रेड वेलोक्स, स्कारलेट स्पर ढ्ढढ्ढ, रेड लम गाला, गेल गाला, शिंको गाला, डार्क बैरन गाला आदि के विषय में विस्तृत जानकारी दी। केंद्र के प्रधान कार्य मैनेजर डॉ. डीडी शर्मा ने सेब में कांट- छांट एवं क्लोनल रूट स्टाक के विषय पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ पौध रोग विशेषज्ञ डॉ. आरती शुक्ला ने सेब में लगने वाले रोगों के प्राकृतिक प्रबंधन पर जानकारी दी व कीट रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग शर्मा ने कीटों के पर्यावरणीय अनुकूल प्रबंधन के विषय में जानकारी दी। मृदा वैज्ञानिक डॉ. मीरा देवी ने सेब में प्राकृतिक कृषि के घटकों जैसे जीवामृत एवं घन जीवामृत तैयार करने व इस्तेमाल करने की जानकारी साझा की। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया जिसमें सेब की विभिन्न किस्मों तथा प्राकृतिक खेती में प्रयुक्त होने वाले घटकों जैसे जीवामृत घन जीवामृत, दशपर्णी अर्क, पौधास्त्र, सौंठास्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्निअस्त्र एवं खट्टी लस्सी को प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों को दर्शाया गया।
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे को यातायात के लिए अस्थायी तौर पर बहाल कर दिया गया है। पिछले कल सुबह ६ मील के पास पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण यहां पर हाईवे फिर से बंद हो गया था। प्रशासन ने सारे मलबे को हटाकर हाईवे को पूरी तरह से यातायात के लिए बहाल करने की बात कही थी और दो दिनों तक हाईवे के बंद रहने की सूचना जारी की थी। लेकिन इतने में मंडी से कुल्लू वाया कटौला मार्ग भी यातायात के लिए बंद हो गया। ऐसे में प्रशासन को हाईवे को अस्थायी तौर पर यातायात के लिए बहाल करना पड़ा। हालांकि हाईवे से सभी प्रकार के छोटे बड़े वाहन गुजारे जा रहे हैं। जो बड़ी गाड़ियां फंसी हुई थी उन्हें अब यहां से जाने दिया जा रहा है। अभी भी यहां पर ९० प्रतिशत मलबा हटाने को है जिसे अब आने वाले समय में हटाया जाएगा। हालांकि हाईवे बहाल करने के साथ-साथ मलबा हटाने का कार्य भी जारी रखा गया है।
राजधानी शिमला के माल रोड में बीते दिन ब्लास्ट की घटना को शक के दायरे से देखा जा रहा है। आज डीजीपी संजय कुंडू खुद मौके पर पहुंचे। इस दौरान डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि शिमला ब्लास्ट को लेकर एसआईटी गठित की गई है, वह अपने नजरिए से जांच करेगी। उन्होंने एसपी शिमला को एसआईटी गठित करने के आदेश दिए हैं। साथ ही बम स्क्वायड की टीम भी तैनात की गई है। संजय कुंडू ने कहा की शिमला एक पर्यटक स्थल भी है। इस घटना को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया कि कल शाम सवा सात बजे के करीब यह धमाका हुआ। एक व्यक्ति की इसमें मौत हुई है। ब्लास्ट किस वजह से हुआ इसकी जांच चल रही है। शुरुआती जांच में यही पता चल पाया है कि गैस रिसाव से वैक्यूम से यह धमाका हुआ है। एरिया को पुलिस ने खाली करवा लिया है। लोगों को भी इस एरिया में आने से रोका जा रहा है। जांच की जा रही है जिसके बाद ही धमाके की असली वजह सामने निकलकर आयेगी। डीजीपी ने उस स्पॉट की भी निरीक्षण किया जहां ब्लास्ट हुआ है। साथ ही उन्होंने उन दुकानों का भी जायजा लिया , जिनको ब्लास्ट से नुकसान पहुंचा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गत सांय डॉ. ओम प्रकाश कौल द्वारा लिखी पुस्तक 'राग प्रकाशÓ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने डॉ. कौल के प्रयासों की सराहना की और उनके अकादमिक भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं। 'राग प्रकाशÓ में संगीत के क्षेत्र में विशेष प्रकार के रागों को एक पुस्तक में संग्रहित करने का प्रयास किया गया है। शिक्षा जगत से जुड़े शोधार्थियों, विद्यार्थियों एवं संगीत प्रेमियों के लिए यह पुस्तक उपयोगी साबित होगी। डॉ. कौल राजकीय महाविद्यालय संजौली, शिमला में संगीत (गायन), सहायक आचार्य के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने गज़ल गायकी में भी अपनी पहचान बनाई है और हाल ही में उनके द्वारा रचित संजौली महाविद्यालय का कुलगीत भी काफी सराहा गया।
हिमाचल प्रदेश विद्यालय प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर ने मांग की है कि विद्यालय के प्रधानाचार्य पद के लिए प्रवक्ता एवं मुख्याध्यापक के अनुपात मे काडर संख्या के अनुपात मे ही वृद्धि कर प्रवक्ताओं के लिए 90 प्रतिशत पद संरक्षित रखे जाए। प्रवक्ता संघ जिला सिरमौर अध्यक्ष सुरेंद्र पुंडीर, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, महासचिव डॉ. आईडी राही, जिला कोषाध्यक्ष विजय वर्मा, राज्य कार्यकारिणी सदस्य सतीश शर्मा, संजय शमा, रमेश नेगी, महिला अध्यक्ष सीमा वर्मा, भावना साथी, रमा शर्मा, संध्या चौहान आदि ने तर्क दिया कि वर्तमान परिस्थित मे जहां मुख्याध्यापक मात्र 3 वर्ष के सेवाकाल बाद प्रधानाचार्य बन जाते हे वही प्रवक्ता 20 से 25 वर्ष की सेवाकाल उपरांत भी प्रवक्ता पद से ही सेवानिवृत्त हो रहै है। आश्चर्य का विषय यह है कि मुख्याध्यापक काडर से कनिष्ठ शिक्षक भी वरिष्ठ प्रवक्ताओं से पहले प्रधानाचार्य बनने लगे है।अत वर्तमान परिस्थित मे प्रवक्ताओं की काडर संख्या के अनुपात मे प्रधानाचार्य पद पर इस वर्ग के लिए कोटा बढाना नितांत आवश्यक है। यह भी आश्चर्य का विषय है कि जहां सभी विभागों में राजपत्रित पद के लिए विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है वही मुख्याध्यापक से प्रधानाचार्य के लिए किसी प्रकार की कोई विभागीय परीक्षा अनिवार्य नहीं ओर सबसे अधिक चिंतनीय विषय तो यह है कि वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जहां प्रवक्ता पद के लिए न्यूनतम योग्यता स्नातकोत्तर है वही प्रधानाचार्य पद पर मुख्याध्यापक कोटे से केवल प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक भी प्रधानाचार्य बनते आ रहे हैं । ज हां संख्या की बात की जाए आज 50 प्रतिशत पद मात्र 750 मुख्य अध्यापकों के संरक्षित हैं, जबकि 18000 प्रवक्ताओं के लिए भी केवल 50त्न ही पद ही है जो शायद ही न्यायसंगत हो। प्रवक्ता संघ ने इस तथ्य को भी गुमराह करने वाला बताया जिसमे मुख्याध्यापक पद के लिए प्रशिक्षित स्नातक शिक्षको को जोड़कर बताया जा रहा है क्योकि यदि फिडींग काडर की बात करे तो वर्तमान मे प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक अधिक योग्यता होने के कारण पदोन्नति का विकल्प केवल प्रवक्ता पद के लिए देते हैं ओर दुर्भाग्य से अधिक शिक्षित होने के बावजूद भी प्रवक्ता ही सेवानिवृत्त हो जाते है ऐसी परिस्थित मे प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक आज मुख्याध्यापक से अधिक प्रवक्ता वर्ग का फिडींग काडर है। इसके अतिरिक्त प्रवक्ता संघ ने मांग की है कि सभी शैक्षणिक योग्यता को पूरा करने वाले विद्यालय प्रवक्ताओ को अन्य विभागो की तरह उच्च पद अर्थात महाविद्यालय सहायक प्रोफेसर महाविद्यालय के पद पर पदोन्नती दी जाए जिससे जहा दशको तक ही पद पर रहने वाले विद्यालय प्रवक्ताओ को पदोन्नती के अवसर मिलेगे वही अधिक अनुभवी प्राध्यापको की सेवाओ का लाभ महाविद्यालय स्तर पर भी मिलेगा। संघ अध्यक्ष ने कहा कि यदि विभाग द्वारा प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नती को संख्या के अनुपात मे नही बढाया गया तो मजबूरन संघ को इस अन्याय के विरुद्ध उचित न्यायलय मे चुनौती देनी पड़ेगी।
हिमाचल में जल प्रलय से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम हिमाचल पहुुंच गई है। बुधवार को केंद्र की ओर से एक स्पेशल टीम परवाणु पहुंची। इस दौरान टीम ने परवाणु के सभी क्षेत्रों का दौरा किया और नुकसान का जायजा लिया, जिसमें मुख्यत: सेक्टर चार स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बनाए गए मकानों को बने खतरे को देखा, सेक्टर पांच में कंपनियों को हुए भारी नुकसान का भी जायज़ा लिया और फिर कामली खड़ीण में कंपनियों को बने खतरे की जानकारी ली। साथ ही कौशल्या नदी पर बने चैक डेम का भी निरिक्षण किया, जिसको काफी नुकसान हुआ है। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। जिला उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने केंद्र से आई पूरी टीम के समक्ष बारिश के कारण हुए नुकसान की जानकारी साझा की और टीम से सहायता की मांग रखी। केंद्रीय टीम ने जिला उपायुक्त व उनके साथ सभी स्थानीय जनता व उद्योगपतियों को हर तरह की सहायता किए जाने का आश्वासन दिया। केंद्र से आई टीम ने भी माना कि, जो नुकसान हुआ है, वह बहुत गंभीर है और उसका हल निकाला जाना चाहिए।
पुलिस थाना ज्वालामुखी के अंतर्गत एक कार व मोटरसाइकिल की ठेहड़ा नामक जगह पर आमने सामने से टक्कर हुई है जिसमें मोटरसाइकिल चालक हो गंभीर चोटें आई हैं। मोटरसाइकिल चालक को घायल अवस्था में मौके से सिविल अस्पताल ज्वालामुखी लाया गया है जहां उसका उपचार चल रहा है। मिली सूचना के अनुसार मोटरसाइकिल चालक अभिषेक सुपुत्र पुरुषोत्तम लाल, निवासी बोहल खालसा,डाकघर डिग्गर,त० ज्वालामुखी,जिला काँगड़ा पाया गया है। इसके अतिरिक्त कार चालक सौरभ सुपुत्र देशराज, निवासी सकरोह,डाकघर बिहड़ु, त० बड़सर,जिला हमीरपुर पता मालूम हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने गवाहों के बयान कलमबद्ध किए हैं व आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
विधानसभा क्षेत्र इंदौरा के वन विश्राम गृह मे असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी )की बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक जिलाध्यक्ष नितेश कुमार व ब्लॉक अध्यक्ष राहुल पाठनिया की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुई। इस बैठक में बतौर मुख्यतिथि असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन राजीव राणा ने शिरकत करते हुए कहा कि इंदौरा विधानसभा के मज़दूर कामगारों को सरकार की योजनाएं मिलेगी ताकि पिछले काफ़ी बर्षों तक का रुका विकास हो सके। राजीव राणा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा कामगारों की दिहाड़ी बढ़ाना प्रदेश की जनता से संवेदनशिलता को दर्शाता है। राणा ने तीखे व्यंग्य मे कहा कि जिस प्रकार केंद्र की मोदी सरकार ने मज़दूरों के हक़ को खाया है,लेबर कोड को खत्म किया। उसके विपरीत प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के असंगठित क्षेत्र के सभी वर्गों के लिये संवेदनशील सोच रख मज़दूरों की दिहाड़ी बढ़ा साबित किया कि प्रदेश मे सही मायने मे सुख की सरकार है।
विकास खंड देहरा , प्रागपुर , नगरोटा सूरियां में वर्षाकालीन फलदार पोधो की बिक्री बागवानी विभाग ने आरंभ कर दी है। इस ऋतु में आम, संतरा, लीची , कटहल, अंबाला, अमरूद इत्यादि फल पौधे बागवानों को उपलब्ध करवाए जा रहे है। बागवानी विभाग देहरा के विषयवाद विशेषज्ञ डॉक्टर विवेक गर्ग ने बताया कि बागवानों को उन्नत व अच्छी गुणवत्ता के पौधे सरकारी रेट पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। बागवानी विभाग किसानों व बागवानों को यह फलदार पौधे सरकारी नर्सरी , विश्वविद्यालय की नर्सरी और रजिस्टर्ड नर्सरी में 25 रुपए से 125 रुपए की दर पर दिए जा रहे है। डॉक्टर विवेक गर्ग ने बताया कि इस बार आम की पूसा सीरीज बागवानों को ' पहले आओ पहले पाओ ' पर दी जा रही है। उन्होंने बताया कि देहरा , प्रागपुर , नगरोटा सूरियां के बागवान एकमुस्त फलदार पौधो की मांग अपने नजदीकी उद्यान विकास अधिकारी के कार्यालय में कर सकते है। नए बगीचे स्थापित करने पर 30 हजार से 50 हजार रुपए तक प्रति हेक्टर भूमि पर अनुदान ले सकते है। उन्होंने कहा कि इसके लिए या अन्य बागवानी संबंधी अनुदान के लिए e-udyan के माध्यम से अपनी मांग दे सकते हैं।
प्रदेश में सरकार द्वारा डीजल के दाम बढ़ाने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने सरकार पर निशाना साधा है। डाॅ राजीव बिन्दल ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार जो सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में चल रही है, आये दिन हिमाचल की जनता के उपर नए बोझ डाल रही है। डीजल के दाम बढ़ाने से सारे हिमाचल प्रदेश में एकदम से मालभाड़े में वृद्धि हो गई है। सारी ट्रक यूनियन्स ने, सारी माल वाहक गाडि़यों ने, टैक्सियों ने सभी ने अपने रेटों में बढ़ौतरी कर दी है, जिसका सीधा-सीधा दुष्प्रभाव सामान्य जनमानस के उपर पड़ रहा है। डाॅ बिन्दल ने कहा कि रेट बढ़ाने के पहले दिन ही हमने चेताया था कि इससे डायरेक्ट और इन डायरेक्ट दोनों प्रकार से महंगाई बढ़ेगी परन्तु वर्तमान कांग्रेस की सरकार आम जनता की कमर तोड़ने के लिए पूरी तरह से जुटी हुई है। डाॅ बिन्दल ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी जिद छोड़नी चाहिए और 6 रू की डीजल में जो बढ़ौतरी की है उसे जनहित में वापिस लेना चाहिए। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस की वर्तमान सरकार महंगाई हटाने और 10 गारंटियां पूरी करने के वायदे के उपर सत्ता में आई है। महंगाई हटाना तो दूर की बात, महंगाई बढ़ाने का काम तेज गति से किया है और गारंटियां वाला धोखा जो जनता को दिया है उसका बदला तो जनता लेने ही वाली है। डाॅ बिन्दल ने कहा कि नकदी फसलें टमाटर, शिमला मिर्च, बिन्स, गोभी, पत्ता गोभी, सेब, पलम, आडू सब आजकल निकल रहा है। वर्तमान सरकार की नाकामयाबी से न तो सडकें खुल रही है और उपर से ढुलान का किराया बढ़ गया है। किसानो को अपने जेब खर्च से जे0सी0बी0 लगाकर सड़कें खोलनी पड़ रही है और जे0सी0बी0 का किराया भी बढ़ गया है। इस प्रकार किसान-बागवान व सामान्य जनमानस कांग्रेस सरकार की करनी के कारण दुखों को झेल रहा है।
हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला सोलन की उप तहसील ईकाई ममलीग के चुनाव निरीक्षण कुटीर जल शक्ति विभाग ममलीग में चुनाव परिवेक्षक हरीश कुमार, सह परिवेक्षक सुनील दत्त की देख रेख व अध्यक्ष सुरेश कुमार पशुपालन विभाग की अध्यक्षता में सर्व सम्मति से सम्पन्न हुए। जिसमें विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की व विवेक कुमार को प्रधान, अनिल कुमार को वरिष्ठ उप-प्रधान, हरिंद्र ठाकुर को महासचिव व ललित कुमार को कोषाध्यक्ष चुना गया। नव नियुक्त प्रधान विवेक कुमार ने कहा है कि पहली बैठक के दौरान विभिन्न विभागों के कर्मचारियों से वार्तालाप करने के उपरान्त कार्यकारणी का विस्तार किया जायगा और सभी विभागों के कर्मचारियों को विशेष स्थान कार्यकारणी में दिया जाएगा। उन्होनें हाऊस में उपस्थित सभी कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जो विश्वास कर्मचारियों ने उन पर जताया है वह पूरी कोशिश करेगें कि वह कर्मचारियों के विश्वास पर खरा उतर कर कर्मचारियों की सभी समस्या का समाधान कर सके।
1.5 लाख से बनेगा शहीद पंचम समारक : गोमा आपका विधायक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत रिडकल टिक्कर मिश्रा बस्ती गंदड अंद्राणा में जयसिंहपुर के विधायक यादविंदर गोमा ने लोगों की जनसमस्याओं को सुना और मोके पर समाधान किया। विधायक यादविंदर गोमा ने अपने संबोधन में सड़क निर्माण रिडकल के लिए 1.5 लाख, महिला मंडल के कार्य को पूरा करने के लिए 50 हजार, गंदड शमशान घाट के निर्माण के लिए 1.5 लाख व शहीद पंचम समारक बनाने के लिए 1.5 लाख और सामुदायिक भवन अंद्राणा को पूरा करने के लिए विधायक निधि से 50 हजार देने की घोषणा की। वही गोमा ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब बच्चों के लिए एक प्रतिशत ब्याज का ऋण उपलब्ध करवा रही है। जिसके लिए सरकार ने बजट का भी प्रविधान कर दिया है। इस मौके पर बीडीओ लंबागांव सिकंदर सिंह, सभी विभागों के अधिकारी व स्थानीय पंचायत के सदस्य और ग्रामीण उपस्थित रहे।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने हिमाचल प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर पेट्रोल पंप खोलने के लिए 27 सितंबर तक ऑनलाइन माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इनमें जिला हमीरपुर के आठ स्थान भी शामिल हैं। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के मंडल रिटेल सेल्स प्रमुख इंद्र लाल नेगी ने कहा कि पेट्रोल पंप के लिए आवेदन से संबंधित पूरी जानकारी वेबसाइट पेट्रोल पंप डीलर चयन डॉट इन पर उपलब्ध है। अधिक जानकारी के लिए शिमला के कसुम्पटी में स्थित मंडल रिटेल सेल्स प्रमुख के कार्यालय में या दूरभाष नंबर 0177-2626667 पर भी संपर्क किया जा सकता है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के मंडल रिटेल सेल्स प्रमुख ने पेट्रोल पंप चलाने के इच्छुक लोगों से 27 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन करने की अपील की है।
सोमवार सुबह तड़के जिला के काइस में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो युवक घायल हुए हैं। जिनको कुल्लू अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया है। बादल फटने से आई बाढ़ में 9 गाड़ियों के बहने की भी सूचना मिली है। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह तड़के काईस गांव में कोटा नाला में बादल फट गया तथा अनेक गाडियां बह गई है। जबकि बादल फटने से सड़क किनारे बोलेरो कैंपर गाड़ी में सोये हुए 4 व्यक्ति बाढ़ की चपेट में आ गए। जिनमें एक व्यक्ति 28 वर्षीय बादल शर्मा पुत्र गणेश शर्मा निवासी चन्सारी की मौत हो गई है। दो घायलों को उपचार के लिए कुल्लू अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वहीं, गाड़ी चालक कपिल पुत्र कमलेश शर्मा गाव चन्सारी डाकघर बारी पधर त. व जिला कुल्लू को कोई चोट नहीं आई है। बादल फटने से आई बाढ़ में काईस में 6 गाड़ियां व 3 दोपहिया वाहन बह गए। वहीं न्योली में भी बादल फटने से 5 दोपहिया व चार गाड़ियां बह गई हैं। जबकि न्योली हाईस्कूल भवन में भी मलबा घुस गया है। स्कूल भवन को काफी नुकसान हुआ है तथा मिड-डे मील के बर्तन भी बह गए हैं।
कालका-शिमला धरोहर रेलवे ट्रैक पर 6 अगस्त तक के लिए सभी ट्रेनें स्थगित कर दी गई हैं। सोलन और कालका के बीच रेल ट्रैक पर जगह-जगह भूस्खलन, पेड़ और पत्थर गिरने से ट्रैक प्रभावित होने के चलते यह निर्णय लिया गया है। हालांकि, शिमला से सोलन तक ट्रैक को ट्रेनों के संचालन के लिए दुरुस्त कर दिया गया है। उत्तर रेलवे की शिमला और सोलन के बीच लोकल ट्रेन चलाने की भी योजना है। बता दें कि 9 जुलाई से कालका-शिमला हैरिटेज रेल ट्रैक पर ट्रेनों का संचालन बंद है। रेल लाइन पर सोलन और कालका के बीच जगह-जगह हुए भूस्खलन के चलते गाड़ियों का संचालन शुरू नहीं हो पा रहा। रेल लाइन को गाड़ियों के संचालन के लिए ट्रैक को दुरुस्त करने का काम 9 जुलाई से चल रहा है और मौजूदा समय में शिमला से सोलन तक ट्रैक को गाड़ियों के लिए फिट घोषित कर दिया गया है। रेल सेवा बहाल करने के लिए शिमला और सोलन के बीच बकायदा इंजन का ट्रायल भी हुआ है। लेकिन, सोलन से कालका तक अभी भी ट्रैक गाड़ियों के लिए ठीक नहीं हुआ है। सोलन से धर्मपुर के बीच पेड़ गिरने, कोटी और सोलन के बीच दो जगह भूस्खलन, धर्मपुर और कुमारहट्टी के बीच भूस्खलन और जल जमाव, सोलन और धर्मपुर स्टेशनों के बीच जल जमाव और भूस्खलन, धर्मपुर सलोगड़ा और कोटी के बीच रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन और पेड़ गिरने से रेल की आवाजाही बंद है। कुछ जगहों पर रेल ट्रैक को भी नुकसान पहुंचा है जिसके कारण रेल सेवा बहाल करने के लिए अगले 3 हफ्तों के लिए गाड़ियों की आवाजाही रोकने का फैसला लिया गया है। 21 दिन बाद 6 अगस्त को ट्रैक का निरीक्षण किया जाएगा। निरीक्षण में यदि ट्रैक गाड़ियों के संचालन के लिए सही पाया गया तो रेल सेवा बहाल की जाएगी। फिलहाल, शिमला और सोलन के बीच लोकल ट्रेन चलाने की योजना है। उत्तर रेलवे अंबाला मंडल को इस पर फैसला लेना है।
कांगड़ा जिले के सबसे बड़े सरकारी स्वास्थ्य संस्थान डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा का सराय भवन बन कर तैयार है। लगभग 2.75 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित यह भवन बहुत जल्द जनता के उपयोग के लिए सौंपा जाएगा। उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने आज टांडा मेडिकल कॉलेज का दौरा कर नवनिर्मित भवन का निरीक्षण किया और इसके कार्यान्वयन को लेकर अधिकारियों संग आवश्यक बैठक की। जिलाधीश ने बताया कि टांडा अस्पताल का सराय भवन बनकर तैयार है और अगस्त माह तक इसे मरीजों-तीमारदारों के उपयोग के लिए शुरु कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके चालू होने पर टांडा अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके साथ आए तीमारदारों को बड़ी सुविधा मिलेगी और उनके ठहरने के लिए बेहतर व्यवस्था उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि इसके निर्माण के लिए भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) ने सीएसआर के माध्यम से आर्थिक सहयोग उपलब्ध करवाया है। वहीं एमपीलैड से भी इस सराय के निर्माण के लिए राशि उपलब्ध करवाई गई है। रेडक्रॉस करेगी सराय का संचालन डीसी ने बताया कि जिले में रेडक्रॉस के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं को लेकर कईं महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टांडा सराय भवन का संचालन रेडक्रॉस के माध्यम हो, इसकी अनुमति सरकार से मिल गई है। उन्होंने बताया कि जिला रेडक्रॉस सोसायटी और रोगी कल्याण समिति मिलकर इस सराय को चलाएंगे। उन्होंने बताया कि सराय भवन में मरीजों और तीमारदारों के लिए न्यूनतम दामों में रहने और अच्छा भोजन उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएगें। 56 बेड की होगी सुविधा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि टांडा अस्पताल सराय भवन में मरीजों और उनके तीमारदारों के ठहरने के लिए 56 बेड की सुविधा रहेगी। उन्होंने बताया कि यह अस्पताल प्रदेश के विभिन्न जिलों को सेवाएं प्रदान करता है, लिहाजा यहां लोगों की आमद ज्यादा है। उन्होंने बताया कि आईपीडी तथा डे-केयर के रोगियों और उनके तीमारदारों को यहां पर रहने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में राज्य सरकार ने आपदा प्रभावितों को बड़ी राहत प्रदान करते हुए मुआवजे की राशि में बढ़ौतरी करने की अधिसूचना जारी कर दी है। इस अधिसूचना के तहत 7 जुलाई, 2023 से 15 जुलाई, 2023 के दौरान आई बाढ़, बादल फटने और भूस्खलन से प्रभावित हुए परिवारों को विशेष राहत पैकेेज के अन्तर्गत आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले राहत मैनुअल के तहत पक्के घर को आंशिक क्षति पर 12500 रुपये तथा कच्चे मकान को आंशिक नुकसान होने पर 10 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती थी। वर्तमान प्रदेश सरकार ने अभूतपूर्व त्रासदी को देखते हुए इसे बढ़ाकर एक लाख रूपये कर दिया है। उन्होंने कहा कि दुकानों और ढाबों को नुकसान होने पर पहले सिर्फ सामान की एवज़ में 10 हजार रुपये की मामूली आर्थिक सहायता मिलती थी, जिसे राज्य सरकार ने दस गुणा बढ़ाकर एक लाख रूपये कर दिया है। इसके अतिरिक्त किरायेदार के सामान को नुकसान होने पर पहले 25 हजार रुपये की मद्द दी जाती थी, जिसे दोगुना करके 50 हजार रुपये कर दिया गया है। वहीं कृषि और बागवानी योग्य भूमि में बाढ़ से सिल्ट आने पर पहले जहां लगभग 1400 रूपये प्रति बीघा मुआवजा दिया जाता था, इसे बढ़ाकर 5000 रुपये प्रति बीघा कर दिया गया है। इसके साथ ही कृषि और बागवानी योग्य भूमि को क्षति होने पर पहले 3600 रूपये प्रति बीघा की आर्थिक सहायता दी जाती थी, जिसे बढ़ाकर 10 हजार रुपये प्रति बीघा कर दिया गया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्राकृतिक आपदा में किसानों व बागवानों की फसल को नुकसान होने पर 300 से 500 रुपये प्रति बीघा मुआवजा प्रदान किया जाता था, जिसे बढ़ाकर राज्य सरकार ने 2000 रुपये प्रति बीघा कर दिया है। वर्तमान राज्य सरकार ने गाय, भैंस तथा अन्य दुधारू पशुओं की जान जाने पर 55 हजार रुपये प्रति पशु की आर्थिक सहायता दी जाएगी, जो पहले 37500 रुपये थी। उन्होंने कहा कि भेड़, बकरी और सुअर की जान जाने पर, मिलने वाली आर्थिक मदद को 4000 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये कर दिया गया है। साथ ही पहले यह मुआवजा अधिकतम 30 भेड़, बकरी और सुअर के लिए ही दिया जाता था, लेकिन राज्य सरकार ने इस शर्त को भी खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार मानवीय संवेदनाओं को ध्यान में रखकर काम कर रही है और हिमाचल प्रदेश के इतिहास में मुआवजा राशि को पहली बार इतना अधिक बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावितों के दु:ख-दर्द से भली-भांति परिचित है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी प्रभावितों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने आज यहां आयोजित हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड के निदेशक मंडल की 280वीं बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में नालागढ़ में निगम के पास उपलब्ध भूमि पर व्यावसायिक परिसर बनाने की अनुमति प्रदान की गई ताकि यह भूमि आय सृजन का स्रोत बन सके। इसके अतिरिक्त, उन्होंने परवाणु में निगम की अप्रयुक्त भूमि के उपयोग के निर्देश भी दिए। उद्योग मंत्री ने निगम की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहा कि निगम प्रदेश के आय अर्जित करने वाले उपक्रमों में से एक है। उन्होंने कहा कि निगम प्रतिवर्ष लाभ अर्जित कर रहा है। वर्ष 2020-21 में निगम ने आयकर अदायगी के पश्चात् 7.67 करोड़ रुपये तथा वर्ष 2021-22 में 7.50 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। बैठक के दौरान उन्होंने राज्य औद्योगिक विकास निगम द्वारा वर्ष 2019-20 व 2020-21 के लिए प्रदेश सरकार को देय 3.08 करोड़ के लम्बित लाभांश का अनुमोदन किया। निगम द्वारा वर्ष 2022-23 का सरकार को देय लाभांश 1.54 करोड़ रुपये है। इससे पूर्व, हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक राजेश्वर गोयल ने निगम से सम्बंधित विस्तृत प्रस्तुति दी। बैठक में हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड के उपाध्यक्ष विशाल चम्बयाल, प्रधान सचिव उद्योग आर.डी. नज़ीम, सचिव कृषि राकेश कंवर, निदेशक उद्योग विभाग राकेश प्रजापति, विशेष सचिव उद्योग विभाग किरन भड़ाना व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
जिला रेडक्रास सोसाइटी की ओर से उपायुक्त कांगड़ा निपुण जिंदल ने मिनी सचिवालय में पालमपुर, देहरा तथा नुरपुर अस्पताल के लिए चिकित्सा उपकरण वितरित किए गए। इस अवसर पर उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि रेडक्रास सोसाइटी समाज सेवा के विभिन्न प्रकल्पों को लेकर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि रेडक्रास सोसाइटी के माध्यम से समय-समय पर जरूरतमंद लोगों की आर्थिक मदद भी की जा रही है इसके अतिरिक्त रक्त दान शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा है। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि रेडक्रास सोसाइटी के साथ अधिक अधिक से लोग जुड़ें इस के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि समाज तथा मानवता की भलाई के लिए कार्यों को आगे बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्थित जिला पूस्तकालय को भी अत्याधुनिक बनाने की दृष्टि से इसका नवीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्थित जिला पुस्तकायल में अध्ययन करने वाले छात्रों और युवाओं को पढ़ाई के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि धर्मशाला स्थित जिला पुस्तकालय में केवल कांगड़ा ही नहीं अपितु प्रदेश भर के विद्याथी अध्ययन के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में शिक्षा के अनेक संस्थान होने की वजह से इनमें अध्ययनरत बहुत से विद्यार्थी जिला पुस्तकालय का उपयोग करते हैं। इस अवसर पर एडीसी सौरभ जस्सल, एडीएम रोहित राठौर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील शर्मा सहित रेडक्रास सोसाइटी के पदाधिकारी भी उपस्थित थे। महिला मंडल जय गौर, गोपाल चिन्मया स्वयं सहायता समूह ने राहत कोष के लिए दिया चेक धर्मशाला, 17 जुलाई। आपदा पीड़ितों की मदद के लिए आपदा राहत कोष में आम जनमानस खुलकर अपना योगदान दे रहा है। सोमवार को महिला मंडल जय गौरा तथा चिन्मया गोपाल स्वयं सहायता समूह के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त डा निपुण जिंदल को आपदा राहत कोष के लिए चेक सौंपा। इस अवसर पर महिला मंडल तथा स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष मोनिका देवी, पुण्य देवी, डिंपल,सचिव मोनिका गुप्ता, कविता तथा पिंकी देवी ने कहा कि कुल्लू तथा मंडी में आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आपदा राहत कोष के लिए महिला मंडल तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से धन एकत्रित करके उपायुक्त के माध्यम से चेक सरकार को भेजा गया है।
रोजगार मेले राज्य भर में बेेरोजगार युवाओं के लिए नौकरी के शानदार अवसर प्रदान करते हैं और नौकरी के इच्छुक तथा नौकरी प्रदाताओं को जोड़ने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं। यह बात श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने आज यहां श्रम एवं रोजगार विभाग की एक बैठक के दौरान कही। उन्होंने इन मेलों तक पहुंच बढ़ाने के लिए अधिकारियों को रोजगार मेले का आयोजन हर 45 दिनों में कम से कम एक बार अवश्य करने के निर्देश दिए। विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों, नीतियों और विभिन्न अन्य गतिविधियों के बारे में मंत्री ने कहा कि अधिकांश विभागीय कार्य और कार्यक्रम, जैसे पंजीकरण प्रक्रिया अब ऑनलाइन हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन सेवाओं के माध्यम से अब कोई भी अपना पंजीकरण करवा कर विभाग के माध्यम से संचालित राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों से लाभ उठा सकता है। नौकरी चाहने वाले अपने नजदीकी लोक मित्र केंद्र से भी अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। यह विशेष रूप से दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए फायदेमंद होगा और इससे समय और धन की भी बचत होगी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन सेवाओं को और मजबूत किया जाएगा और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाया जाएगा। श्रम एवं रोजगार मंत्री ने कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि इन श्रमदानियों को अच्छी और सुरक्षित काम करने की स्थिति प्रदान की जाए। उन्हें उचित हेडगियर, दस्ताने और अन्य सुरक्षा उपकरण इत्यादि की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल में श्रम आधारित उद्योग हैं और श्रमिकों के कल्याण और प्रबंधन पर ध्यान देना और सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियां प्रदान करना सरकार की प्रतिबद्धता है। श्रम एवं रोजगार के सचिव अक्षय सूद, श्रम एवं रोजगार की श्रमायुक्त-सह-निदेशक मानसी सहाय ठाकुर और अन्य विभागीय अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
कांगड़ा जिला में सेहत सेवा अभियान के तहत वरिष्ठ नागरिकों, चलने फिरने में असमर्थ रोगियां को उनके घर द्वार पर देखभाल तथा बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी इस के लिए जिला प्रशासन की ओर से रेड क्रास सोसाइटी, स्वास्थ्य विभाग तथा एजुकेयर के सहयोग से पायलट आधार पर तीन चिकित्सा खंडों शाहपुर, त्यारा, नगरोटा बगबां में जेरीएट्रिक होम केयर प्रबंधन प्रणाली विकसित करने का प्लान तैयार किया गया है। यह जानकारी सोमवार को एनआईसी सभागार में सेहत सेवा अभियान के जेरीएट्रिक होम केयर प्रबंधन प्रणाली के पायलट प्रोजेक्ट की कार्य योजना तैयार करने के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत कांगड़ा जिला के तीन चिकित्सा खंडों की 189 गांवों में 378 देखभाल सहायक एवं मेडिकल तकनीशियन प्रशिक्षित किए जाएंगे, इस के लिए चयन तथा प्रशिक्षण की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्र में सीनियर सिटीजन तथा चलने फिरने में असमर्थ रोगियों को घर द्वार पर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाई जा सके। सीनियर सिटीजन होंगे लाभान्वित उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में पायलट आधार पर आरंभ किए जा रहे सेहत सेवा अभियान से बुजुर्गों और जरूरतमंद लोगों के स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल सुनिश्चित होगी और उन्हें बार-बार चेकअप के लिए अस्पताल में नहीं जाना पड़ेगा उनके आवश्यकतानुसार घर द्वार पर ही देखभाल सहायकों के माध्यम से सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में ऐसे कई बुजुर्ग हैं जिनको स्वास्थ्य देखभाल के लिए अन्य लोगों पर निर्भर रहना पड़ता है ऐसे में प्रशिक्षित देखभाल सहायक काफी मददगार साबित होंगे। क्या है जेरीएट्रिक केयर हेल्प सर्विस जेरीएट्रिक केयर हेल्प सर्विस बुजुर्गों की हेल्थकेयर, होम केयर, हाउसिंग, डे केयर जरुरतों को पूरा करती हैं। प्रशिक्षित देखभाल सहायक बुजुर्गों तथा चलने फिरने में असमर्थ रोगियों की बिल्कुल नियोजित तरीके से देखभाल करते हैं, ये प्रोफेशनल्स बुजुर्गों के अकेलेपन को काफी नजदीक से समझते हैं। ये उनको मानसिक और शारीरिक रुप से सक्रिय करने के लिए समय-समय पर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे तथा बुजुर्गो की हर गतिविधि को लगातार मॉनिटर किया जाएगा। बुजुर्गों के आदत, खान-पान के तरीके या फिर व्यवहार में हो रहे बदलाव के बारे में परिवार के सदस्यों को समय-समय पर अवगत करवाएंगे। इसके अलावा शूगर, बीपी, यूरेन जैसे टेस्ट भी घर द्वार पर ही करने की सुविधा प्रशिक्षित देखभाल सहायकों द्वारा किया जाता है। डॉक्टर के निर्देश के मुताबिक हर मेडिकल जरुरत समय-समय पर भी उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया जाएगा। राज्य भर में जिला कांगड़ा प्रशासन की है यह पहल राज्य भर में सेहत सेवा अभियान के तहत जेरीएट्रिक केयर हेल्प सर्विस को आरंभ करने की दिशा में कांगड़ा जिला में पायलट आधार पर पहल की गई है। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर यह सेवा कांगड़ा जिला के तीन चिकित्सा खंडों में आरंभ की जाएगी इस के लिए देखभाल सहायकों की नियुक्ति तथा प्रशिक्षण प्रक्रिया के लिए विशेषज्ञों की देखरेख में मॉडूयल भी तैयार किया जा रहा है तथा इन तीन चिकित्सा खंडों में अभियान के बेहतर परिणाम आने के बाद पूरे जिला भर इस सेवा को आरंभ किया जाएगा। इस अवसर पर सेहत सेवा अभियान के समन्वयक हरजीत भुल्लर ने प्रजेंटेशन के माध्यम से कार्य योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर एडीसी सौरभ जस्सल, सीएमओ सुनील शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डा गुलेरी सहित विभिन्न विभागों के लोग उपस्थित थे।