बिलासपुर जिला में तेजतर्रार नेता के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को विरोधियों पर अकारण बेतुके और अनर्गल आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए कि भाजपा और उनके नेत्रत्व में चल रही प्रदेश सरकार कथित भ्रष्टाचार की दल- दल में गले- गले तक डूबी सिसकियाँ ले रही है और आरोप कांग्रेस पर लगा रहे हैं। बंबर ठाकुर ने कहा कि यद्यपि कोरोना काल में प्रदेश की सभी सामाजिक व धार्मिक सस्थाओं सहित कर्मचारियों और पेंशनरों तक ने कोरना के विरुद्ध लड़ने के लिए दिल खोल कर सरकार की आर्थिक सहायता की है, किन्तु सरकार ने कथित उस धन का डट कर दुरुपयोग करने और कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के रिकार्ड स्थापित करने के निंदनीय और कानूनी अपराध करने में कोई कसर शेष नहीं रखी है, जिसकी आवाज अखबारों और टी वी चेनलों और सोशल मीडिया के माध्यम से जन- जन तक पहुंची है । उन्होने चुटकी लेते हुए हैरानी व्यक्त की कि मुख्यमंत्री की नाक के नीचे सचिवालय में कथित स्वास्थ्य घोटाला , सेनेटाईजर घोटाला और बिलासपुर में पी पी ई किटों की जगह रैन कोट खरीद घोटाला होता है, किन्तु मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता से क्षमा मांगने की जगह अपनी पीठ थपथपने और बड़ी ही बेशर्मी से अपने आपको पाक साफ बताने का असफल प्रयास करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं उन्होने कहा कि कौन नहीं जानता कि भाजपा में दाल छितरों में बंट रही है ,क्यूँ कि उनकी अपनी कुर्सी पर गिद्द की तरह कई भाजपा नेताओं की टेढ़ी नजर गढ़ी हुई है और पता नहीं कब उनका पत्ता कट जाये ,इसलिए वे अपनी कुर्सी बचाने के लिए हर कथित अपराधी को बेगुनाह बताने के प्रयास कर रहे हैं ताकि उनके नेत्रत्व में चल रही सरकार को कथित पाक साफ दामन बताया जा सके। बंबर ठाकुर ने कहा कि भारत देश कोरोना मुक्त था, किन्तु ट्रम्प के दौरे को सफल बनाने के चक्र में लाक डाउन लगाने में दो माह की देरी की गई जबकि विदेशों से लाखों लोगों को जहाजों से भारत लाया गया ,जो देश के विभिन्न भागों में गए जिस कारण सब जगह कोरोना फैला | उन्होने कहा कि यदि समय रहते लाक डाउन लगाया होता और विदेशों से लाये जाने वाले हर व्यक्ति का कोरोना टेस्ट करने के बाद ही छोड़ा होता, तो भारत को इतनी बड़ी त्रासदी का सामना नहीं करना पड़ता , जिसके लिए केंद्र की भाजपा सरकार और प्रधान मंत्री दोषी हैं , किन्तु मुख्यमंत्री उसके लिए भी विरोधियों को ही दोषी ठहराएँगे। बंबर ठाकुर ने कहा कि पिछले 6 वर्षों में देश का भट्ठा बिठाने में भाजपा सरकारों ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार 55 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक के ऋण बोझ तले डूबी हुई है और अपने कर्मचारियों को वेतन देने तक के लाले पड़े हुए हैं ,किन्तु फिर भी जनता के धन की कथित लूट मचाने वालों को सजा दिलवाने की जगह क्लीन चिट दिये जाने के असफल प्रयास किए जा रहा है ,जिसे प्रदेश की जनता कतई तौर पर बरदास्त नहीं करेगी।
बिलासपुर जिले की झण्डूता तहसील के अन्तर्गत डाहड गांव में विस्फोट के जरिए एक गाय को घायल करने के मामले में बिलासपुर पुलिस ने आरोपी व्यक्ति नंद लाल को गिरफ्तार कर लिया है। उप पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल का दौरा किया और जांच के दौरान भारतीय दंड संहिता की धारा 429 और पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम की धारा-11 को भी इस मामले में जोड़ा गया। प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि डाहड पंचायत के उप प्रधान चन्द्रशेखर की शिकायत पर 25 मई, 2020 को इस मामले में पुलिस थाना झण्डूता में भारतीय दंड संहिता की धारा- 286 के अन्तर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। अपनी शिकायत में चन्द्रशेखर ने बयान दिया था कि उक्त गाय के मालिक गुरदयाल सिंह ने उनकी जानकारी में लाया कि उसकी गर्भवती गाय घर के समीप घास चर रही थी और तभी उसने एक विस्फोट की आवाज सुनी। वह तुरंत घटना स्थल पर पहुंचा और पाया कि गाय का जबड़ा इस विस्फोट के कारण जख्मी हो गया। गुरदयाल ने इस घटना के लिए अपने पड़ोसी नंद लाल पर संदेह जताया है। इसके उपरांत, जांच अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और गाय की चिकित्सीय जांच की गई। गाय का खून और जबड़े के कुछ हिस्सों को कब्जे में लिया गया और जांच के लिए फोरेंसिक प्रयोगशाला में भेजा गया। आरोपी नंद लाल और कुछ अन्य लोगों को इस मामले की जांच में जोड़ा गया है। गर्भवती गाय को चिकित्सीय सहायता प्रदान की गई और बाद में उसने एक बछड़े को जन्म दिया।
पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक श्री नयना देवी जी राम लाल ठाकुर ने केंद्र की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश मे जब जब भी भाजपा की सरकारें बनी तब तब देश का किसान ठगा गया है। राम लाल ठाकुर ने कहा देश मे किसान सम्मान निधि के नाम से एक योजना शुरू की गई। उस योजना के अनुसार देश के हर किसान को वर्ष में 6000 रुपये तीन किस्तों में देने होते है। लेकिन इस योजना का जिस धड़ल्ले से दुरपयोग किया जा रहा है उससे देश का किसान ठगा सा महसूस कर रहा है। इस योजना को सिर्फ उन राज्यो में इस्तेमाल किया जाता है जिन राज्यों में भविष्य में चुनाव होने तय हो। पिछले वर्ष जब मई माह में देश मे लोकसभा के चुनाव थे तब फरवरी 2019 से लेकर अप्रैल 2019 तक किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि का पैसा डाला जाता है। उसके बाद जब केंद्र की सरकार बन जाती है किसानों को इस किसान सम्मान निधि से वंचित रखा जाता है। उसके बाद जिन जिन राज्यों में चुनावों की घोषणा होती है तो उन उन राज्यों के किसानों के खातों में दो-दो हजार रुपये हस्तांतरित कर दिए जाते है उसके बाद किसानों को भगवान के भरोसे छोड़ जाता है। यह देश के किसानों के साथ भद्दा मजाक हो रहा। देशभर के करोड़ों किसानों को सिर्फ वोटों के लिए ठगने हेतु इस योजना को फायदे वाली योजना बता कर किसानों से छल किया जा रहा है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि अगर मैं हिमाचल प्रदेश के किसानों की बात करूँ तो इस किसान योजना पहली किस्त फरवरी 2019 में जारी की गई थी। किसान योजना दूसरी किस्त अप्रैल 2019 को जारी की गई थी जबकि मई महीने में लोकसभा के चुनाव थे। किसान योजना तीसरी किश्त अगस्त में जारी की जानी थी जो अभी तक भी जारी नहीं की गई है और किसान योजना चौथी किस्त जनवरी 2020 में जारी की जानी थी वह भी अभी तक नहीं आ सकी है और जबकि इस किसान योजना पाचवी किस्त अप्रैल, 2020 में जारी की जानी थी वह भी नहीं दी गई है तो अब तो किसान योजना छठी किस्त का भी समय हो चुका है उसको तो हिमाचल प्रदेश के किसान भूल ही जाए। राम लाल ठाकुर ने एक बार किसानो के मसले पर देश और प्रदेश की सरकार को चेताया कि किसानों से इस प्रकार की ठगी बंद कर देनी चाहिए। राम लाल ठाकुर ने कहा कि लॉक डाउन के समय अगर देश का किसान अगर मजबूती से नहीं खड़ा होता तो आज देश व प्रदेश में भुखमरी जैसे हालात होते। उन्होंने कहा कि यह देश मे देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवारलाल नेहरू की देन है जिन्होंने देश को हरित क्रांति जैसी योजनाएं देकर देश के अन्न भंडार भरे और देश के किसान को मजबूत करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस मुददे पर अगर हम भूतकाल में झांके तो पता चलता है कि चाहे पूरे विश्व में हरित क्रांति के जनक के रुप में भले ही प्रोफेसर नारमन बोरलॉग को देखा जाता हो, लेकिन भारत में हरित क्रांति के जनक के रुप में एम एस स्वामीनाथन का ही नाम लिया जाता है। क्योंकि स्वामीनाथन ने तत्कालीन कृषि मंत्री सी सुब्रहण्यम के साथ मिलकर देश में हरित क्रांति लाने पर बल दिया था और देश के प्रथम प्रधानमंत्री मंत्री ने यह सोच पैदा की थी। आजादी से पहले ही पश्चिम बंगाल में भीषण अकाल पड़ा, जिसमें लाखों लोगों की मौत हो गई। 1947 में मिली आजादी के देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु ने भी कृषि क्षेत्र पर ही जोर तो दिया था, लेकिन वर्तमान की सरकारों ने पूर्व की सरकारों से सीखना तो दूर पर किसानों को किसान सम्मान निधि योजना बना कर ठगना जरूर शुरू कर दिया है।
करणी सेना के प्रदेशाध्यक्ष पीयूष चंदेल ने बिलासपुर जिला करणी सेना कार्य कारिणी की घोषणा करते हुए प्यार सिंह को जिला संयोजक, मुंशी राम ठाकुर बिलासपुर, आशोंक सोनी नैना देवी, अंशुल शर्मा बिलासपुर और अशोक ठाकुर झंडूता सभी को जिला उपाध्यक्ष, कुलदीप ठाकुर बिलासपुर और जगदीश ठाकुर नैना देवी को जिला महामंत्री, गंगाराम नैना देवी, विजय चंदेल घुमारवीं, संजीव ढिल्लों बिलासपुर, मोनु शर्मा बिलासपुर और अनिल कुमार नैना देवी को जिला महामंत्री, नोपाल गुप्ता बिलासपुर को जिला कोषाध्यक्ष, देवेन्द्र पाल बिलासपुर, सुरेश शर्मा झंडूता और अजय कुमार घुमारवीं को जिला सह -कोशाध्यक्ष, परमजीत सिंह नैना देवी को जिला आई टी सेल संयोजक, राजेश कुमार घुमारवीं और तनुज सोनी बिलासपुर को जिला मीडिया प्रबन्धक, बौबी चंदेल घुमारवीं को युवा शक्ति जिला अध्यक्ष, पंकज वर्मा बिलासपुर को अधिवक्ता शक्ति जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। पीयूष चंदेल ने कहा कि 35 सदस्यों की कार्यकारिणी में देवेन्द्र ठाकुर, आशीष जगोता, राम लाल, राजकुमार, वीरेंद्र करवाल, शिव कुमार , देश राज, मनोजकुमार, सुरेन्द्र कुमार, शम्मी कुमार, पवन शर्मा, अमित बनयाल, मुकेश कुमार, प्रवीण मराठा, अनिल कुमार, चन्दन कुमार चंदेल, धर्मेन्द्र ठाकुर, विपिन राणा, विनोद शर्मा, निखिल चौहान, सुमन कुमार, अशोक चौहान, विवेक नरियाल, शुभम शर्मा, विक्रांत शर्मा, उमेश जमवाल, सुरेन्द्र कुमार, नरेश ठाकुर, हर्ष चंदेल, अमरनाथ, संजीव कुमार गीता राम, बलदेव कुमार, कंचन शर्मा, गगन कुमार और अभिषेक शर्मा को शामिल किया गया है। पीयूष चंदेल ने कहा कि करणी सेवा के सभी सदस्यों के सहयोग से निस्वार्थ भाव से जनसेवा करने और लोगों की समस्याओं को कम करने के भरपूर प्रयास किए जाएँगे।
बिलासपुर नगर के मुख्य बाजार की नन्हीं बेटी ने लाॅक डाउन का भरपूर फायदा उठाया है। हालांकि आन लाइन पढ़ाई से बच्चे प्रसन्न नहीं है लेकिन इस मजबूरी में खुशी का रास्ता स्वयं ही निकाल लेते हैं। डीएवी स्कूल में आठवी की छात्रा अन्वेषा जितनी चुलबुली है उतने ही उसके काम भी अनोखे हैं। लाॅकडाउन में इस बेटी ने कई चित्रों को अपने दिमाग में उताकर मूर्त रूप देने का प्रयास किया जो काफी हद तक सार्थक भी हुए हैं। इसमें खास बात यह है कि अन्वेषा ने कम से कम रंगों का प्रयोग कर सुंदर आकृतियों को बनाने की ठानी हैं। अन्वेषा का कहना है कि कम रंगों का प्रयोग करने से तथा आपसी मिश्रण से जहां नए रंग का बोध होता हैं वहीं कम रंगों से नया रंग बनाकर नया प्रयोग किया जाता है। अभी उन्होंने भगवान श्री कृष्ण का चित्र बनाकर सभी को आष्चर्यचकित किया है वहीं प्राकृतिक छटा से सराबोर सीनरी को भी अपने रंगों से ढाला है। अन्वेशा ने बताया कि लाॅकडाउन और कर्फयू के दौरान लोगों ने घरों में बोर होने की बातें कहीं, लेकिन जिस फोन सेट पर वे इस प्रकार की बातें लिख रहे थे तो इसी से वे कुछ और भी सीखकर कुछ नया कर सकते थे। अन्वेषा ने बताया कि उन्होंने पेंटिग्स बनाना सीखा वहीं नृत्य और अभिनय को भी शौक बनाया तथा इस प्रयोग में वह काफी हद तक सफल भी रहीं। इन कलाकृतियों को तैयार करने में अन्वेशा ने किसी की मदद नहीं ली है। गौर हो कि अन्वेषा की माता रीना महाजन और पिता राजेश महाजन बेटी की प्रतिभा को निखारने के लिए पूरी मदद करते हैं। व्यवसायी राजेश महाजन स्कूल व कालेज समय जहां हाॅकी के उत्कृष्ट खिलाड़ी थे वहीं अभिनय में इनकी खासी पैठ थी।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर की अगुवाई में बिलासपुर युवा कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले को लेकर ज़िलाधीश कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया इस मौके पर युवाओं के प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर गुबार निकाला, धरना प्रदर्शन के बाद युवा कांग्रेस ने जिलाधीश बिलासपुर के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन के माध्यम से युवा कांग्रेस ने राज्यपाल से मांग है कि उक्त घोटाले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और इस घोटाले की जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से करवाई जाए। इस मौके पर ज्ञापन के माध्यम से बिलासपुर युवा कांग्रेस ने बताया कि पिछले दिनों इस घोटाले में एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमे स्वास्थ्य विभाग का निदेशक अजय गुप्ता और भाजपा समर्थित पार्टी का एक नेता शामिल था, उस मामले पर कार्यवाही करते हुए माननीय उच्च न्यायालय ने अजय गुप्ता को 5 दिन के रिमांड पर भेजा था, उक्त मामले के तार भाजपा के बड़े नेताओं के साथ जुड़े हुए है जिसको देखते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने इस्तीफा दे दिया था। आशीष ठाकुर ने प्रदेश सरकार से पूछा है कि जब सरकार का स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा आज के समय मे मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के पास है तो इस मामले में प्रदेशाध्यक्ष की जगह नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री का इस्तीफा बनता है, पर समझ से परे है कि आज तक मुख्यमंत्री ने क्यों नही इस्तीफा दिया। आशीष ठाकुर ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी में प्रदेश की भोली भाली जनता ने अपने सामर्थ्य के हिसाब से मुख्यमंत्री राहत कोष में अनुदान दिया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और नेताओं ने जो ये घोटाला किया उससे देवभूमि हिमाचल की छवि को शर्मसार कर दिया है। आशीष ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग में भी पीपीई किट्स के नाम पर घोटाला हुआ है जिसका जांच अधिकारी एडीएम बिलासपुर को नियुक्त किया गया है पर आज लगभग एक महीने का समय पूरा होने के बाबजूद भी जांच को सार्वजनिक नही किया गया है जिससे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और जनता में भारी रोष है। युवा नेता ने एडीएम महोदय से मांग की है कि जल्द से जल्द उक्त मामले की जांच पूरी की जाए और मामले में संलिप्त दोषियों को सजा का प्रावधान करवाया जाए। इस मौके पर प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस सूधीर सुमन, प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस रजनीश मेहता, प्रदेश सचिव अब्दुल खालिद, लोकसभा सचिव वीरेंद्र सन्धु, झंडूता युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश नेगी, घुमारवीं अध्यक्ष सचिन चन्देल, सोशल मीडिया संयोजक ज्वाला चौहान, अधिवक्ता अनुराग पंडित, जिला एनएसयूआई अध्यक्ष अरविंद कालिया, सर्वेश उपमन्यु, नरेश कुमार, कमल किशोर, आसिफ, पंकज, संदीप, सुरेंद्र गोल्डी, इमरान, संतोष कुमार, अमन गौतम, आशीष सुमन, मनीष, शिवांक, राहिल व अन्य युवा उपस्थित रहे।
श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के विधायक व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राम लाल ठाकुर ने आज यानी 5 जून को कोविड19 को लेकर अपने विधानसभा क्षेत्र में 5वें चरण के अभियान के तहत ग्राम पंचायत कोठीपुरा, राजपुरा, कल्लर, छडोल, तनबौल, जकातखाना काथला, स्वारघाट, री, घवाण्डल, नयना देवी जी, भखडा, सलोआ, नकरणा, माकड़ी, टोबा, झिड़ियाँ, गुरु का लौहर, खड्ड समतैहन, खरकड़ी, मंडयाली , बस्सी, धरोट, दबट, मज़ारी, तरसुह और पंजाब के साथ लगती सभी पंचायतों, पलँगरीयों, कस्बो और छोटे गांव में सेनेटाइजर बांटे। इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस पार्टी व युवा कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमे मुख्यत जिला परिषद चेयरमैन व ब्लॉक कांग्रेस श्री नयना देवी जी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह बंगा, पूर्व पंचायत समिति सदस्य निक्का राम ठाकुर, पुरुषोतम महाजन, रोशन लाल ठाकुर, कुलदीप ठाकुर, रणजीत ठाकुर व अन्य लोग मौजूद थे। राम लाल ठाकुर ने इस अभियान की शुरुआत पिछले कल सदर ब्लॉक की 15 पंचायतों से की। उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने शुक्रवार को श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र की बाकी 32 पंचायतों तथा एम सी एरिया श्री नैना देवी जी के सैनिटाईजेशन हेतु सैनिटाइजर, मास्क, सेफ्टी गाउन एवं हैंड सैनिटाइजर वितरित किए। उन्होंने लोंगो से कहा कि इस स्वास्थ्य आपदा के समय, वह क्षेत्र का विधायक होने के नाते अपनी पूरी प्रतिबद्धता एवं समर्पण के साथ जनता के साथ है। यह सिलसिला आगे भी ऐसे ही जारी रहेगा, जब तक कि हम कोरोना वायरस पर जीत हासिल नहीं कर लेते। राम लाल ठाकुर कहा कि यह विकट आपदा की धड़ी है इसमें हम सबको साथ मिलकर काम करना चाहिए और उन्होंने यह भी कहा कि यह कोविड 19 के खिलाफ जंग पार्टी लाइन से ऊपर उठ कर और आपसी वैचारिक मतभेद भुला कर इस कार्य में जुटें हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं और आमजन से जो सहयोग कोविड 19 से निपटने के लिए मिल रहा है वह बहुत ही सराहनीय है। राम लाल ठाकुर ने यह भी कहा कि यह खतरा मानवता को है अगर मानवता स्वास्थ्य और सुरक्षित रहेगी तभी तो विचारों की लड़ाई होगी अगर मानवता ही नहीं होगी तो विचार भी नहीं पनप पाएगा। राम लाल ठाकुर ने श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के लोंगो को जागरूक रहने और जागरूकता फैलाने के लिए भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह विधानसभा क्षेत्र हिमाचल प्रदेश का स्वागत द्वार भी है तो संभावित तौर पर यहाँ पर कोविड 19 का खतरा भी ज्यादा रहता है इसमें स्थानीय लोंगो की भूमिका और भी अहम हो जाती है और स्थानीय लोंगो ने यह भूमिका बड़ी ततपरता से निभाई है और इस विधानसभा के लोंगो ने कोरोना योद्धाओं का जो साहस बढ़ाया है व भी काबिलेतारीफ है।
जिला बिलासपुर में तैनात एसआईयू टीम के इंचार्ज शेर सिंह पदोन्नत होकर उप पुलिस अधीक्षक यानि डीएसपी बन गए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा जारी पदोन्नति सूची में उनका नाम भी अंकित है तथा यह बिलासपुर और मंडी जिला के लिए गौरव का विषय है। बिलासपुर जिला में तैनात केवल शेर सिंह का नाम इस सूची में शामिल हेै। अलसुलझे मसलों को तत्परता से सुलझाने के लिए जाने जाने वाले युवा पुलिस अधिकारी शेर सिंह सरकाघाट तहसील के गांव दारपा भवाणी के रहने वाले हैं। उनके माता सत्या देवी व पिता रोशन लाल उनकी इस उपलिब्ध पर काफी खुश हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेष पुलिस विभाग में उत्कृश्ट सेवाओं के लिए हाल ही में उनका चयन डी जी पी डिस्क अवार्ड के लिए भी हुआ है। इस अवार्ड से उन्हें सम्मानित किया जाएगा। उनके उत्कृष्ट सेवाओं को देखते हुए हिमाचल प्रदेश पुलिस डीजीपी डिस्क अवार्ड लिस्ट में उनका नाम शामिल है। जिला बिलासपुर सहित उन्होंने विभिन्न जिलों में बतौर एसएचओ, चोरियों की वारदातों को सुलझाया है। जिसे देखते हुए उन्हें डीजीपी डिस्क अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है। वहीं इसके उपरांत उन्हें एक और उपलब्धि हासिल हुई है। सरकार द्वारा जारी नई नोटिफिकेशन में उन्हें डीएसपी बनाया गया। गौर रहे कि एसएचओ शेर सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान उत्कृष्ट कार्य किए हैं जिसके चलते उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है। 2008 बैच के सब इंस्पेक्टर शेर सिंह ने बतौर प्रोवेशनल सब इंस्पेक्टर बद्दी में 2 वर्षों तक अपनी सेवाएं दी। इसके उपरांत वह सब इंस्पेक्टर कुल्लू में 4 वर्षों तक कार्यरत रहे जहां पर भी उन्होंने बेहतर कार्य किए। कुल्लू के उपरांत उनका तबादला जिला बिलासपुर में हुआ जहां पर वह घुमारवीं पुलिस थाना में दो वर्षों तक एसएचओ तैनात हुए। इन दिनों शेर सिंह बिलासपुर में एसआईयू टीम के इंचार्ज थे।
मोदी 2.0 सरकार की योजनाओं आपसी संवाद व चर्चा से आमजन तक पहुंचाने में कार्यकर्त्ताओं को सक्रिय भूमिका अदा करनी होगी। यह बयान हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के पदाधिकारियों की वर्चुअल मीटिंग में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहे। उन्होंने उपस्थित पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सरकार द्वारा घोषित 20.87 करोड़ के 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' के माध्यम से देश के किसान-बागवान, पशुपालक व्यापारी और प्रवासी को आर्थिक मजबूती देने का काम करेगा। सभी वर्गों को इसका लाभ मिले इसके लिए कार्यकर्त्ता सजगता से समाज मे चर्चा कर योजनाओं को क्रियान्वयन करने में अग्रणी प्रहरी बने। उन्होंने कहा कि आज की बैठक की सार्थकता आज पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में और बढ़ जाती है। विश्व की आबादी की 16 फीसदी जनसंख्या भारत मे रहती है और ढाई फीसदी जमीन दुनिया के रहने के लिए है और उसमे 4 फीसदी ही वर्षा द्वारा सरंक्षित जल है। ऐसी परिस्थिति में हम सभी को आर्थिक निर्भरता के लिए पर्यावरण को बचाने के लिए अवश्य पाँच पेड़ लगाने का संकल्प करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कोरोना महामारी के काल मे गांव में रोज़गार की सृजनता के लिए मोदी सरकार ने मनरेगा में 1.10 करोड़ का बजट इस वित्त वर्ष के लिए आबंटित किया है। कांग्रेस बार बार मनरेगा की बात करती है लेकिन कभी 30000 करोड़ तक भी खर्च नहीं कर पाई मात्र गरीब-गरीबी की नारों से सत्ता का खेल खेलने तक सीमित रही।मोदी सरकार मनरेगा के तहत आगामी दिनों में 300करोड़ कार्य दिवस देकर गांव के व्यक्ति की अर्थ दशा को बदलने का काम करेगी। किसान को उसकी उपज का सही दाम मिले उसके लिए आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 व मंडी एक्ट में बड़े स्तर पर सुधार किया गया है ताकि किसान अपनी फसल को कहीं भी, किसी को भी और मनचाही कीमत पर बेच सके। उन्होंने कहा इस छूट का लाभ प्रदेश के लगभग 12 लाख किसान-बागवान को होगा। एमएसएमई में 3 लाख करोड़ का राहत पैकेज अनुराग ने बताया कि एमएसएमई के लिए घोषित 3 लाख करोड़ का राहत पैकेज उद्योगों सहित देश के करोड़ों ट्रेडर्स को भी प्रत्यक्ष लाभ देने में कारगर साबित होगा।उन्होंने कहा स्वदेशी को बढ़ावा मिले इसके लिए स्थानीय उद्योगों को मोदी सरकार आत्मबल दे रही है। बस ज़रूरत है कि कार्यकर्त्ता आमजन तक "लोकल के लिए वोकल" बनकर समाज को जागरूक करे। उन्होंने बताया कि 2014 तक भारत एलेक्ट्रॉनिस समान का विश्व मे सबसे बड़ा आयातक देश था लेकिन आज मोदी सरकार की इच्छा शक्ति के कारण एलेक्ट्रॉनिस समान का विश्व मे दूसरे नम्बर का पॉवर देश बन गया है। वैश्विक महामारी में खुद की सम्भाल करते हुए सेवा करें अनुराग ने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्त्ताओं को ज़ोर देकर कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा इसी प्रदेश सहित हमारे संसदीय क्षेत्र से हैं इस लिए मोदी सरकार व प्रदेश सरकार की सभी योजनाओं को बूथ स्तर तक लागू करने में जी-जान से जुटना होगा। उन्होंने पदाधिकारियों को आह्वान किया कि इस वैश्विक महामारी में खुद की सम्भाल करते हुए कार्यकर्ताओं को मानवता के भाव से सेवा कार्यों के क्रम को निरंतरता से आगे बढ़ाना होगा। उपस्थिति इस बैठक में केंद्रीय पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, मंत्री महेंद्र सिंह, वीरेंदर कंवर, बिक्रम ठाकुर, संगठन मंत्री पवन राणा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती, मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा, संसदीय क्षेत्र प्रभारी व प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, विधायकगण राजिंदर गर्ग, सुभाष ठाकुर, जेआर कटवाल, नरेंद्र ठाकुर, कमलेश कुमारी, बलबीर चौधरी, राजेश ठाकुर, पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा, संजीव कटवाल, विनोद ठाकुर, सुमीत शर्मा व नरेंद्र अत्तरी समेत ज़िला व मण्डल अध्यक्ष, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व मोर्चे के पदाधिकारी मौजूद रहे। आगामी कार्यक्रम की जानकारी इस बैठक का संचालन करते हुए हमीरपुर संसदीय क्षेत्र प्रभारी व प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने पार्टी द्वारा मोदी 2.0 के पहले वर्ष की सफलता पर राष्ट्रीय स्तर पर तय कार्यक्रम अनुसार योजना का खाका सांझा किया। जिसमें 10 जून से 20 जून के दौरान सोशल डिस्टनसिंग की पालना करते कार्यकर्ता घर-घर योजनाओं का पर्चा पहुंचाएंगे। जानकारी देते हए त्रिलोक ने बताया कि मोदी 2.0 सरकार के पहले वर्ष की पाँच बड़ी उपलब्धियों पर चारों संसदीय क्षेत्र में प्रेस वार्ता का आयोजन होगा और हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में अनुराग ठाकुर 21 जून को प्रेस वार्ता करेगें। उन्होंने बताया कि 25 जून को हिमाचल के इतिहास की अब तक की बड़ी वर्चुअल रैली का आयोजन भी इसी संसदीय क्षेत्र में किया जाएगा।
कांग्रेस के नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री से त्यागपत्र मांगे जाने पर कड़ा रुख अपनाते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं कार्यकर्ताओं को भ्रष्टाचार पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। वह बिलासपुर में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी की केंद्र और प्रदेश सरकारों में असंख्य घोटाले हुए हो और जिस पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश नेता भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत जमानत पर हो उस पार्टी के नेता दूसरों पर आरोप लगाए या उन्हें शोभा नहीं देता। भारतीय जनता पार्टी ने भ्रष्टाचार से ना कभी समझौता किया है ना करेगी। शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार भी भ्रष्टाचार के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सचिवालय में सैनिटाइजर घोटाला उजागर हुआ तो तुरंत विजिलेंस की जांच के आदेश दिए वह जांच चल रही है। स्वास्थ्य विभाग में यह मामला सामने आया भ्रष्टाचार का तो स्वास्थ्य निदेशक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई और जांच के आदेश दिए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिस तरह से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त एक्शन लिया और कार्यवाही की भारतीय जनता पार्टी इसके लिए उनका स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दिया वह भी काबिले तारीफ है। उन कोई आरोप नहीं था। मीडिया में सिर्फ इतनी बात आ रही थी कि उस घोटाले में कहीं ना कहीं किसी भाजपा नेता का हाथ है। भारतीय जनता पार्टी के मुखिया होने के नाते प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दिया यह एक बहुत ही बड़ा उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस मुद्दे पर कांग्रेसी अपना वक्तव्य दें उन्हें कतई शोभा नहीं देता क्योंकि ना तो उन्होंने कभी इन मुद्दों पर कार्रवाई की है और ना ही कभी उन मुद्दों पर नैतिकता के आधार पर कभी त्यागपत्र दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सख्त रवैया अपनाया है अब भी इसके साथ कोई समझौता नहीं करेगी। मुख्यमंत्री को दी बधाई एक स्वतंत्र एजंसी द्वारा मुख्यमंत्री को बेस्ट परफॉर्मेंस अवार्ड मिलने पर शर्मा ने उन्हें बधाई दी और कहा कि इससे स्वयं साबित हो जाता है कि मुख्यमंत्री किस जज्बे के साथ प्रदेश की सेवा कर रहे हैं। जिस किसी को मिलेगी जिम्मेदारी वो निभायेगा इस प्रश्न पर कि उनके नाम की चर्चा प्रदेश अध्यक्ष के लिए हो रही है। इसके जबाब में शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का राष्ट्रीय नेतृत्व का फैसला होता है। वह जिसने कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देते हैं तो कार्यकर्ताओं से कोई जिम्मेदारी सम्भालता है। इसमें कहीं कोई व्यक्तिगत व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं होता।
बिलासपुर पुलिस द्वारा नशे के खिलाफ छेड़े गए अभियान में वुधवार देर रात्री को एक और कामयाबी हाथ लगी है। सुरक्षा शाखा की टीम ने चाय की एक दूकान से भारी मात्र में अंग्रेजी शराब बरामद की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरक्षा शाखा की टीम संजीव पुंडीर के नेत्रित्व में मुख्य आरक्षी केवल किशोर व आरक्षी चंचल सिंह सहित थाना भराड़ी की टीम के साथ क्षेत्र में गस्त कर रहे थे। जब यह टीम गश्त करती हुई लादौर की तरफ गई तो वहा सुरक्षा शाखा टीम प्रभारी संजीव पुंडीर को एक चाय की दूकान पर भारी मात्रा में कुछ पेटियां दिखी। जिस पर उन्हें शक हुआ उअर उन्होंने शक के आधार पर जब इस चाय की दूकान पर छापेमारी कर इसकी तलाशी ली तो इन पेटियों में भारी मात्रा में महंगी अंग्रेजी शराब बरामद हुई। इस चाय की दूकान से कुल 34 पेटियां अंग्रेजी शराब बरामद हुई जिसमे वैट 69, ब्लैंडर प्राइड, मैक्डोवल, रॉयल स्टैग, इम्पीरियल ब्लू, बडवाईजर, अफ्रीकाना, ऑफिसर चॉइस, ब्लैक विस्की, ग्रीन लेबल, डीएसपी ब्लैक, एक्विटी, ओल्ड मोक, ब्लू डाईमंड, अरेस्टोक्रैट, ओसी ब्लू, आल सीजन, बियर तथा संतरा देसी शराब बरामद हुई। जब पुलिस ने इस शराब के बारे में चाय के दुकानदार से कागज़ मांगे तो वह प्रस्तुत नही कर सका। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार कर भराड़ी थाने में HP एक्ससाइज एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। आरोपी व्यक्ति की शिनाख्त किशोरी लाल पुत्र चुनी लाल के रूप में हुई है। गौर तलब है कि सुरक्षा शाखा की इस टीम ने टीम प्रभारी संजीव पुंडीर के नेत्रित्व में नशे का अवैध करोवार करने वाले लोगो की नाक में दम कर रखा है और इस टीम ने जिला के विभिन्न हिस्सों में बारी मात्र में नशे के कारोवार करने वाले लोगो से भारी मात्रा में नशीला सामान बरामद कर उन्हें गिरफ्तार किया है। बिलासपुर पुलिस की यह टीम नशे के खिलाफ लगातार सर्जिकल स्ट्राइक करती जा रही है।
समाज सेवा के क्षेत्र में कुछ नाम ऐसे भी होते हैं जो बिना किसी लाग लपेट और पब्लिसिटी के अपना काम गुप्त तरीके से करते रहते हैं। ऐसी ही एक शख्सियत हिमाचल राज्य सहकारी बैंक से सेवा निवृत्त होने वाली सीनियर मैनेजर मीरा भोगल भी हैं। जो अभी हाल ही में बैंक की बिलासपुर शाखा से बतौर सीनियर मैनेजर के पद पर सेवानिवृत्त हुई है। 1962 में जन्मी मीरा भोगल साधारण परिवेश में पली-बढ़ी किंतु अपनी मेहनत व लगन से वह इस उपरोक्त उच्च पद तक पहुंची। पिछले कई वर्षों से इंटरनेशनल संस्था आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़ कर विभिन्न शिविरों में भाग लिया और संस्था का संदेश जन-जन तक पहुंचाया और यह क्रम अभी भी जारी है। इसके अलावा कई अन्य पाठशालाओं में, विभिन्न जरूरतमंद लोगों में कुछ ना कुछ सहयोग अवश्य किया। मीरा भोगल ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में मास्टर की डिग्री हासिल करने के बाद पर्सनल मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया था। इनके बारे में कहा जाता है कि जहां भी कहीं जरूरत होती है चुपके से सहयोग देने के लिए खड़ी हो जाती है। चाहे शिक्षा जगत हो, अस्पताल में लंगर अनुदान के लिए सहयोग हो, बिलासपुर में बने शहीद स्मारक की बात हो या किसी असहाय की मदद करनी हो मीरा खामोशी से अपना सहयोग करती रहती है। जिनकी भी यह सहायता करती हैं उन्हें बाद में पता चलता है कि मीरा भोगल ने उनकी सहायता कर दी। मीरा गूगल के पति डीएस भोगल भी पंजाब नेशनल बैंक में कार्यरत थे और 31 मार्च 2017 को एस ए अधिकारी के रूप में सेवानिवृत्त हुए। बिलासपुर राज्य सहकारी बैंक की शाखा में सेवानिवृत्ति के दिन इन्हें सभी ने भावपूर्ण विदाई दी और इनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। इस उपलक्ष्य पर सहकारी बैंक के निदेशक राम गोपाल ठाकुर व राकेश गौतम तथा जिला प्रबंधक नागेन्द्र शर्मा, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रेम कौशल, महासचिव अनिल चौहान, शाखा प्रबंधक रमेश भारद्वाज एवं जिला बिलासपुर के समस्त बैंक कर्मचारियों ने इस अवसर पर मीरा भोगल को उज्जवल भविष्य एवं स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएं दीं।
उप-निदेशक बागवानी डाॅ. विनोद शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि देश के उतरी भागों मुख्यत उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में टिड्डी दल का भयंकर प्रकोप देखा गया है जिसके चलते किसानों को भारी मात्रा में नुकसान का सामना करना पड़ा है। उन्होंने बताया कि टिड्डी दल फसलों पर दिन के समय पर हमला करता है और रात को टिड्डी दल विश्राम करता है। उन्होंने बताया कि टिड्डी दल को रात में आराम नहीं करने देना चाहिए जिसके लिए किसानों को इससे प्रभावित इलाकों में रात के समय ही कीटनाशकों का छिडकाव करना चाहिए जिसमें मैलाथियान 50 प्रतिशत ई.सी. 3.7 एम.एल/लीटर पानी, मैलाथियान 25 प्रतिशत डब्ल्यूपी 7.4 ग्राम/लीटर पानी, क्लोरोपाईरोफास 20 प्रतिशत ई.सी. 2.4 एम.एल./लीटर पानी, क्लोरोपाइराॅस 50 प्रतिशत ई.सी. 1.0 एम.एल./लीटर पानी शामिल है। उन्होंने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि छिडकाव करते समय मास्क, दस्ताने, चश्मा और एपरन का प्रयोग जरूर करें। उन्होंने बताया कि इस छिडकाव को फसल काटने के 12 से 15 दिन पहले करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इन टिड्डी दलों का ब्रीडिंग समय जून-जुलाई से अक्तूबर-नवम्बर तक होता है। उन्होंने बताया कि टिड्डी दल खाली पडे खेतों में अण्डें देते हैं जिन्हें नष्ट करने के लिए खेतों में गहरी नालियां खोद कर पानी से भर दें ताकि इससे इसकी संख्या को बढने से रोका जा सके। उन्होंने बताया कि एक टिड्डी दल दिन भर में 100-150 किलोमीटर तक उड़ सकती है और 20-25 मिनट में ही पूरी फसल बर्बाद कर सकती है। उन्होंने बताया कि इसके हमले से बचने के लिए किसान थालियां या टीन आदि का शोर करके भी टिड्डी दल को भगाते है ताकि टिड्डी दल के हमले से फसलो को बचाया जा सके।
हिमाचल सरकार द्वारा हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसें चलाने का निर्णय तो ले लिया गया है लेकिन इस बात का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जो चालक और परिचालक बसों को लेकर जा रहे हैं, उनके रहने और खाने की व्यवस्था कैसे की जाएगी। बिलासपुर में एक ऐसा उदाहरण सामने आया है जिसमें बिलासपुर से भ्यूंखर गांव को गई पथ परिवहन निगम की बस के चालक परिचालक को वहां के ग्रामीणों ने नल से पानी तक भी भरने नहीं दिया। परिणाम स्वरूप यह बस का रूट आज कैंसिल करना पड़ा है। यही दिक्कत है अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में जा रही रूटों पर भी आ रही हैं ना तो चालक और परिचालकों के रहने की कोई व्यवस्था की गई है और ना ही उनके खाने और पीने का कोई प्रावधान है। अगर बात करें सवारियों की तो निश्चित रूप से अभी लोग बसों में नहीं बैठ रहे हैं और सवारियां बहुत कम है। जिसके चलते रेवेन्यू भी कम ही इकट्ठा हो रहा है। बिलासपुर से पहले दिन 35 रूट भेजे गए थे तथा उन रूटों पर कुल आमदनी 54584 रुपए हुई थी जबकि दूसरे दिन 52 रूट बहाल किए गए जिन पर कुल आमदनी 86609 रुपये हुई। हैरानी तो इस बात की है कि परिचालकों को हाथ से टिकट काटने को कहा गया ह लेकिन लोग हाथ से कटे टिकट नही ले रहे। पता चला है कि टिकट काटने की 216 मशीनों में से 148 मशीनें खराब है और 68 मशीनें ऐसी हैं जो रुक-रुक कर चलती है। इस बारे में परिचालकों ने कई बार अपने अधिकारियों को बताया, लेकिन किसी के कान पर जूं नहीं रेंगी जबकि यह मामला। पिछले एक डेढ़ वर्ष से चला आ रहा है। बुधवार को बिलासपुर से दो और रुट भी आरम्भ किये हैं जिनमे मल्यावर तथा जाहु के रूट शामिल हैं। बाहरी जिलों से बसें नालागढ़ ,चम्बा व शिमला से आ रही हैं और बिलासपुर को क्रॉस कर रही हैं। इस बारे में बिलासपुर पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी की गई है। उसमें पंचायत प्रधान को चालकों और परिचालकों के रहने और खाने की व्यवस्था करने को कहा गया है। लेकिन पिछले दो दिनों में किसी भी पंचायत प्रधान ने इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं की है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भी भ्यूंखर रूट बंद कर दिया गया है क्योंकि जब चालक और परिचालक को खाने और रहने की व्यवस्था नहीं होगी तो बसे इस तरह से कैसे चलाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा जो टिकटों को काटने की खराब मशीनें हैं, वह शिमला गई है और नई मशीनें अप्रैल में आनी थी, लेकिन कोविड -19 के कारण वह सप्लाई नहीं आ पाई है। इस बारे में शीघ्र ही उचित कार्रवाई की जा रही है।
जिला भाजपा के अध्यक्ष स्वतन्त्र सांख्यान और जिला महामंत्री आशीष ढिल्लों ने कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के राज्य अध्यक्ष नैतिकता की दुहाई देते नहीं थकते है जो 12 करोड़ का पैसा उन्होंने कोविड 19 के लिए कांग्रेस पार्टी के नाम पर इक्कठा किया उसका हिसाब किताब अब क्या कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी जी को देना पड़ेगा या फिर कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को देना पड़ेगा। जिला अध्यक्ष ने कहा कि राजा वीरभद्र का परिवार तो पहले ही जमानत पर चल रहा। अभी भ्र्ष्टाचार के खिलाफ की ज़ीरो टॉलरेंस नीति पर अभी अभी कांग्रेस ने हर जिले में उपायुक्तों के माध्यम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपे थे जिसमें जिला बिलासपुर में कांग्रेस के बड़े नेता शामिल थे। जिला अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की जिला अध्यक्षा ने तो बच्चों के गुलको के पैसों तक की जांच तक मांग डाली थी तो जो मुख्यमंत्री राहत कोष में दिए थे। लेकिन कांग्रेस ने तो कांग्रेसियों के पैसों भी नहीं छोड़ा। अब भाजपा के राज्य अध्यक्ष तो अपनी नैतिक जिम्मेदारी तो ले चुके है तो अब क्या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आँखे मूंद ली है और अनैतिकता का लबादा ओढ़ लिया है। प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष तो पहले की लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व नेता विपक्ष पर पार्टी फंड और हेलीकॉप्टर की मस्ती की बात कह चुके और अगर कांग्रेस पार्टी ने इसकी अपनी अंतरिम जांच पूरी कर ली है तो कोविड 19 के दौरान खर्च किये 12 करोड़ रुपयों की भी जांच करवा लें या फिर त्यागपत्र देकर भ्रष्टाचार के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति का पालन करे।जिला भाजपा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देने की मांग करती है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि शिवा आयुर्वेदिक निजी मेडिकल काॅलेज चांदपुर में बनाए गए कोरोना केयर सैंटर में मरीजों की सभी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि मरीजों के उपचार में लगे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को मरीजों की देखभाल करने के लिए तैनात किया गया है। विभाग द्वारा मेडिकल अधिकारियों/कर्मचारियों को पूर्ण सतर्कता बरतते हुए उनके बचाव के लिए गुणवतायुक्त पी.पी.ई. किट (व्यक्तिगत सुरक्षा किट), एन-95 मास्क, ट्रिप्पल लेयर मास्क, ग्लब्ज, हैंड सैनीटाईजर इत्यादि उपलब्ध करवाए गए है। उन्होंने बताया कि शिवा आयुर्वेदिक निजी मेडिकल काॅलेज चांदपुर में उपचाराधीन मरीजों और तैनात फ्रंट लाईन स्टाॅफ के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निःशुल्क सुबह का नाशता, दोपहर का भोजन और रात्रि को भी स्वच्छ भोजन और पीने के लिए मिनरल वाॅटर बोतलें उचित मात्रा में उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त उपचाराधीन मरीजों के लिए साबुन, टूथब्रश, पेस्ट, तोलिए इत्यादि भी उपलब्ध करवाए जा रहे है। उन्होंने बताया कि मरीजों और तैनात फ्रंट लाईन वर्कर स्टाॅफ के स्वास्थ्य के दृष्टिगत उचित कदम उठाए जा रहे है। उनके स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का कोई भी समझौता नहीं किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की एक सप्ताह की ड्यूटी लगाई जाती है उसके उपरांत उन्हें 14 दिन के लिए जिला के बेहतरीन होटलों में निःशुल्क ठहराने व खाने इत्यादि की व्यवस्था भी की गई है।
नगर के साथ लगती ग्राम पंचायत बांमटा की प्रधान सीमा चंदेल ने हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम बिलासपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि परिवहन निगम के बसों के साथ सेवाएं दे रहे चालकों और परिचालकों की जानकारी ग्राम पंचायत बांमटा से साँझा की जाए। उन्होंने बताया कि बामटा पंचायत का क्षेत्र एचआरटीसी कॉलोनी, वर्कशाप के चारों तरफ लगता है। इस पंचायत के 3 वार्ड निहाल, दनोह, कोसरियां, एचआरटीसी कॉलोनी व कार्यशाला से बिल्कुल सटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम ने 1 जून से अपनी बसें चलाने का निर्णय लिया है तो एचआरटीसी कालोनी व कार्यशाला से बाहर से चालकों परिचालकों का आना.जाना शुरू हो जाएगा। सीमा चंदेल ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते किसी भी। संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है। जैसा कि उनकी पंचायत के परिचालक जो परिवहन निगम की बस के साथ सेवाएं देकर आए थे, कोविड-19 के संक्रमित पाए गए थे, इससे महामारी फैलने का खतरा पैदा हो गया था। इसलिए किसी भी अवांछित स्थिति से बचने व आपके व प्रशासन के सहयोग के लिए ग्राम पंचायत बामटा पूर्ण सहयोग हेतु सदैव तत्पर है। सीमा चंदेल ने एचआरटीसी प्रषासन से आग्रह किया है कि वह भविष्य में परिवहन निगम में सेवाएं दे रहे चालकों व परिचालकों की जानकारी ग्राम पंचायत बामटा को मुहैया करवाएं ताकि किसी अवांछित व अप्रिय घटना से समय रहते बचा जा सके।
हिमाचल प्रदेश राज्य पत्रकार महासंघ ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि 60 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुके एवं वरिष्ठ पत्रकारों को देश के अन्य कितने ही राज्यों की भांति अपनी–पूर्व घोषणाओं पर शीघ्र अमल करते हुए उपयुक्त पेंशन दिए जाने की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री को राज्य पत्रकार महासंघ द्वारा दिए गए एक विस्तृत ज्ञापन में पत्रकार महासंघ के राज्य प्रधान जयकुमार ने कहा है कि यद्यपि इससे पूर्व भी मुख्यमंत्री हिमाचल के वरिष्ठ पत्रकारों को पेंशन दिए जाने की घोषणाएँ करते रहे हैं, जबकि स्वयं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी हिमाचल में मुख्यमंत्री का दाईत्व संभालते ही शिमला में आयोजित एक स्वागत समारोह में पत्रकारों को पेंशन दिये जाने की घोषणा की थी, जिस पर अमल किया जाना अभी शेष है। जयकुमार ने कहा कि देश में कितने ही अन्य राज्यों के अतिरिक्त हिमाचल के पड़ोसी राज्य पंजाब ने भी पत्रकारों को 12 हज़ार और हरियाणा में 11 हज़ार मासिक पेंशन दी जा रही है। उन्होने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि हिमाचल के पत्रकारों को भी इस सुविधा को दिये जाने के शीघ्र आदेश दिये जाएँ।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इस समय पूरा देश एकजुट होकर खड़ा है। इस संकट की घड़ी में लोग भरपूर सहयोग प्रदान करने के लिए आगे आ रहे हैं। इस विकट परिस्थिति से उबरने के लिए राम प्रताप दाखा देवी चेत राम धमार्थ न्यास हिमाचल प्रदेश द्वारा उपायुक्त राजेश्वर गोयल को एच.पी.कोविड-19 सोलीडिटरी रिस्पोंस फंड में 1 लाख रूपये तथा पी.एम. केयर फंड में 51 हजार रुपये का चैक भेंट किया। ट्रस्ट द्वारा जिला बिलासपुर के विभिन्न स्थानों पर लोगों की सुविधा के लिए आठ सैंसर आधारित हैंड सैनिटाईजर मशीनें भी लगवाई गई है ताकि लोग बिना स्पर्श किया स्वचालित मशीनों द्वारा अपने हाथ सैनिटाईज कर सके। इसके अतिरिक्त ट्रस्ट द्वारा आई.जी.एम.सी. शिमला में भी लगभग 1 लाख रुपये से थर्मल स्क्रेनर भी लगवाया गया है। ट्रस्ट द्वारा कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करने की श्रृंखला में शिमला 230 स्वच्छता कर्मियों को कंबल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ट्रस्ट के सचिव व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्राण कार्यवाह किस्मत कुमार, अध्यक्ष सरदार गुरूदयाल सिंह व उपाध्यक्ष इन्द्र सिंह डोगरा उपस्थित रहे।
गत तीन माह से रिक्त चले जिला लोक सम्पर्क अधिकारी बिलासपुर के पद पर कृष्ण पाल ने जिला लोक सम्पर्क अधिकारी बिलासपुर का कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले कृष्ण पाल सुदंरनगर में बतौर सहायक लोक सम्पर्क अधिकारी के पद पर तैनात थे। बिलासपुर में वह पदोन्नत होकर जिला।लोक सम्पर्क अधिकारी के पद आए है। उन्होंने सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग में अपनी पहली तैनाती बतौर सहायक।लोक सम्पर्क अधिकारी निदेशालय में 1 जून, 2007 को दी थी। उसके उपरांत उन्होंने उप मण्डल जोगिन्द्र नगर में लगभग पांच वर्ष कार्य किया, उसके।उपरांत जिला मुख्यालय मण्डी में लगभग चार वर्ष सेवाएं दी, तदोपरांत जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन में कार्य किया। नाहन से स्थानांनतरण उपमण्डल सुदंरनगर में कार्य संभाला। सुदंरनगर से पदोन्नत होकर 29 मई को जिला लोक सम्पर्क अधिकारी बिलासपुर का कार्यभार संभाला।
श्री नयना देवी विस क्षेत्र के लिए नावार्ड और विधायक प्राथमिकता कोटे से कोरोड़ों की राशि मंजूर हुई है। इस राशि से सड़क और पुलों का निर्माण किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए विधायक रामलाल ठाकुर ने बताया कि क्षेत्र के विकास उनकी प्राथमिकता है। हर क्षेत्र में लोगों को सड़क सुविधा मिले इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। ठाकुर ने बताया कि नावार्ड के तहत श्री नयना देवी विस क्षेत्र के गांव घोड़ी से सायर सड़क 2.8 किमी के लिए 2.60 करोड़ मंजूरी मिली है। ठाकुर ने बताया कि विधायक प्राथमिकता निधि के तहत मैथी से सैकली और गंभरौला खड्ड के पुल की डीपीआर के लिए 5.93 करोड़ की मंजूरी मिली है। जबकि गलुआ से चलैहला सड़क के लिए 4.92 करोड़ की डीपीआर मंजूर की गई है। जबकि दयोथ लागघाट जामली सड़क की डीपीआर के 5.25 करोड़ मंजूर हुई है। ठाकुर ने कहा कि क्षेत्र का विकास उनकी प्राथमिता है। उन्होंने कहा श्री नयना देवी क्षेत्र में हर गांव व व्यक्ति का विकास हो इसके लिए वह लगातार कार्य कर रहे है। उन्होंने उक्त सड़कों और पुल के बनने के क्षेत्र के और विकास होगा। ठाकुर ने कहा कि श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्यो को लेकर कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के हर कार्य के लिए उनकी प्राथमिकता पहले भी रही है और आगे भी रहेगी।
बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बंबर ठाकुर ने कहा है कि अली खड्ड पर बने जबल पुल के समीप मारकंड-माकड़ी पंचायत के गाँव संदौली में एक नाले पर निर्मित किए जाने वाले कल्वर्ट के दोनों ओर की विंग वाल्स पिछले कई वर्षों से लाखों रुपए खर्च करके निर्मित की जा चुकी हैं, लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार और इसके नेताओं तथा संबन्धित विभाग की लापरवाही के कारण लोगों की कठिनाइयों व समस्याओं की खुली अवहेलना करते हुए इस अधूरे पड़े कार्य को पूरा करने के लिए कल्वर्ट पर स्लैब तक नहीं डाला गया है, जिस कारण लोग भारी मुसीबतों का सामना करने को विवश है। बंबर ठाकुर ने कहा कि पिछले दिन उन्होने इस क्षेत्र का दौरा किया और ग्रामीणों ने विभिन्न समस्याओं के बार में उन्हें अवगत करवाते हुए उनके शीघ्र निराकरण करवाने का आग्रह किया है। बंबर ठाकुर ने कहा कि उन्होने विधायक रहते इस कल्वर्ट के लिए 4.50 लाख रुपए स्वीकृत करवाए थे, किन्तु न जाने फिर भी इस अधूरे पड़े कल्वर्ट को पूरा करने में इतनी लापरवाही क्यूँ बरती जा रही है। उन्होने कहा कि अब बरसात का मौसम शुरू होने वाला है और कोरोना के बाद स्कूल के बच्चों को इस पुली के अभाव में आर- पार आना -जाना कठिन हो जाएगा। बंबर ठाकुर ने कहा कि संदोली से बरोग, ठोडु, मंगरोट, मकड़ोग उठाऊ सिंचाई योजना काफी समय से खराब पड़ी हुई है, जिस कारण इन सभी गांवों के किसानों की सिंचित होने वाली भूमि बंजर पड़ी है और किसानों को भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। उन्होने कहा कि इस स्कीम की मोटरें कुछ वर्ष पूर्व चोरी हो गई थी इसलिए नई मोटरें स्थापित करने के लिए और स्कीम को सुचारु रूप से चलाने के लिए उन्होने 18 लाख रुपए स्वीकृत करवाए थे, किन्तु वह पैसा भी खर्च नहीं किया गया है और स्कीम को चालू न करने से किसान मटर, अदरक और टमाटर आदि फसलें न उगा पाने के कारण भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ी है। उन्होने खेद व्यक्त किया कि जिन योजनाओं व कार्यों के लिए कांग्रेस सरकार ने धन उपलब्ध करवा कर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया था, वे भी अधूरे पड़े हैं और उन्हें जान -बूझ कर पूरा नहीं किया जा रहा है। उन्होने कहा कि सरकार लोगों की कठिनाइयों के प्रति बिलकुल भी गंभीर नहीं दिख रही है और लोग विभिन्न कठिनाइयाँ व परेशानिया झेलने को विवश हो रहे हैं। उन्होने सरकार को चेतावनी दी कि यदि इन कार्यों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया तो वे कोरोना संपात होने पर संबन्धित ग्रामीणों को साथ लेकर संघर्ष करने एवं सड़कों पर उतरने के लिए विवश होंगे, जिसका सारा उत्तरदायित्व सरकार पर होगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ० प्रकाश दरोच ने बताया कि जिला से अब तक 1885 लोगों के सैंपल कोविड-19 के लिए लैब जांच के लिए आई जी एम सी शिमला भेजे गए, उनमें से 1749 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 18 की रिपोर्ट अभी तक पाॅजिटिव आई है और इनमें से 7 ठीक हो गए हैं। शेष 118 सैंपलों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि आज कल बाहर से बहुत ज्यादा संख्या में लोग अपने-अपने घरों को आ रहें हैं सभी की बार्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और जो रैड जोन क्षेत्र से आ रहे हैं उन्हें इनस्टीचयूशनल क्वारनटाईन में रखा जा रहा है और 5 से 7 दिनों के अन्दर उनका कोरोना टैस्ट किया जा रहा है और नैगेटिव आने पर ही उन्हें होम क्वारंटाईन में भेजा जा रहा है। उन्होंने होम क्वारंटाईन के बारे में दिशा निर्देश देते हुए बताया कि व्यक्ति को चाहिए कि वे हवादार एक कमरे में रहें जिसमें कि पृथक शौचालय साथ हो को प्राथ्मिकता दी गई है। अगर उसी कमरे में कोई दूसरा परिवार का सदस्य ठहरा हो तो वह आपस में कम से कम एक मीटर की दूरी अवश्य बनाए रखें। घर के भीतर बुजुर्ग, गर्भवती महिलाओं, बच्चों व सह बीमारी वाले व्यक्ति दूर रहें। घर में केवल अपने कमरे तक ही सीमित रहें। किसी भी स्थिति में सामाजिक, धार्मिक, शादी व शोक मनाने इत्यादि जगहों पर न जाएं। उसे हमेशा सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करना चाहिए अपने हाथों को हमेशा साबुन, पानी से अच्छी तरह धोएं या एल्कोहल युक्त सेनेटाइजर का उपयोग करें। उन्होंने बताया कि घरेलू वस्तुओं जैसे गिलास, कप, खाना खाने के बर्तन, तौलिया, बिस्तर इत्यादि को दूसरों के साथ सांझा न करें। हर समय मास्क पहने, मास्क को प्रत्येक 6 से 8 घण्टे में बदलें और उसका सही निपटारा करें। प्रयोग किए गए मास्क को पुनः उपयोग में न लाएं। मरीजों के द्वारा/देखभाल करने वाले/निकट संपर्क वाले लोगों द्वारा घर में देखभाल के दौरान प्रयोग किए गए मास्क का निपटारा ब्लीचिंग घोल 5 प्रतिशत या 1 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड घोल से विसंक्रमित करने के पश्चात उसे जला दे या गहरा दबा दें। प्रयोग किए गए मास्क पूरी तरह से संक्रमित हो जाते हैं। यदि खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ के लक्षण हों तो उसे नजदीक के स्वास्थ्य संस्थान में सम्पर्क करें।
अगर स्वास्थ्य घोटाले की न्यायिक जांच न हुई तो सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस : अंजना धीमान
बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी ने जिला प्रधान अंजना धीमान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने कोविड 19 कोरोना वायरस के दौर में स्वास्थ्य विभाग में हुए लाखों रूपये के घोटाले की किसी न्यायाधीश से न्यायिक जांच नही करवाई करवाई तो कांग्रेस सरकार के खिलाफ सडकों पर उतरने पर बाध्य होगी। यहां पर कांग्रेसी नेताओं ने पूर्व वन मंत्री ठाकुर राम लाल के नेतृत्व में उपायुक्त राजेश्वर गोयल के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित किया। इस अवसर पर ठाकुर राम लाल ने कहा कि कोविड 19 कोरोना वायरस के दौर में जहां लोगों ने इस कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए सरकार को करोडों रूपये की राशि दान के रूप में सरकार को दी। वहीं स्वास्थ्य विभाग पीपीई किट के नाम पर लाखों रूपये के घोटाले हुए हैं। जिससे हिमाचल जैसी देवी भूमि शर्मसार हुई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य एवं गृह विभाग मु यमंत्री के पास है। इस मामले में भाजपा के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का अपने पद से त्याग पत्र देना व स्वास्थ्य विभाग के निदेशक की गिर तारी भाजपा की भ्रष्टाचार की जीरो टोलरेंस का उदाहरण है। इस अवसर पर पर पूर्व सांसद सुरेश चंदेल व कांग्र्रेस के राष्ट्रीय सचिव राजेश धर्माणी तथा जिला कांग्रेस अध्यक्ष अंजना धीमान ने भी सरकार से इस मामले की उच्च न्यायालय के जज से न्यायिक जांच किसी जज से करवाने की मांग की है। ताकि दूध का दूध व पानी का पानी हो सकेे। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेेसी नेता तेजस्वी शर्मा, श्री नयना देवी ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष अमरजीत सिंह बंग्गा, संदीप सां यान सहित अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे।
सोमवार को हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड इंप्लाइज यूनियन बिलासपुर इकाई द्वारा बिजली बिल संशोधन 2020 का विरोध काले बिल्ले लगाकर किया। अपना विरोध व्यक्त करते हुए भीड़ एकत्रित न हो इसके लिए सब डिवीजन, इलेक्ट्रीकल डिवीजन बिलासपुर और एमएंडटी सर्कल में इस प्रकार केकार्यक्रम का आयोजन किया गया। यूनियन प्रधान यशवंत चौहान की अगवाई में आयोजित इस प्रदर्शन की जानकारी दते हुए उन्होंने बताया कि इस बिल के आने से आम आदमी पर काफी बोझ पड़ेगा। बिजली कानून 2003 में जिन संशोधनों को केंद्र सरकार अधिकतर राज्य सरकारों व बिजली कर्मियों तथा अभियंताओं के विरोध के चलते वर्ष 2014 से अब तक लागू नहीं कर पाई है, लिहाजा अब उसे केंद्रीय उर्जा मंत्री अब इस महामारी के बीच में बिजली संशोधन बिल 2020 में पारित करने की जल्दी में है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के बीच जब सरकारी कार्यालय लॉक डाउन के चलते आंशिक रूप से खुल चुके हैं, ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा इस ड्राफ्ट बिल पर जिस तीव्रता से कार्यवाही की है। उसे लगता है कि सरकार आपकी सामाजिक दूरी की बंदिश का लाभ उठाते हुए बिजली कंपनियों के निजी करण का रास्ता प्रशस्त करने जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस संशोधन के कानून बनने से जहां बिजली बोर्ड कंपनी के वितरण कार्यों में छोटी-छोटी कंपनियों को फ्रेंचाइजी के आने से इस के निजी करण का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा। वहीं बिजली मापने के लिए जगह जहां इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों बिजली के अलग-अलग करने से बिजली उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा, क्रॉस सब्सिडी के खत्म हो जाने से जहां घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दरों में कई गुणा बढ़ोतरी होगी, वहीं डीबीटी प्रक्रिया के चलते विद्युत उपभोक्ताओं को निर्धारित दरों पर ही बिजली बिलों का भुगतान करना पड़ेगा और सब्सिडी की राशि बाद में खाते में डाली जाएगी। यशवंत चैहान ने कहा कि सब लाइसेंस वाले क्षेत्रों में अपनी भागीदारी करेंगे और इन क्षेत्रों के निजी हाथों में जाने से एक ओर जहां कार्यरत कर्मचारियों की सेवा शर्ते प्रभावित होंगी वहीं बोर्ड के लगभग 25000 से अधिक पेंशनरों की पेंशन की अदायगी पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बिजली संशोधन कानून 2020 राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारी बिजली उपभोक्ता विरोधी है। इस लड़ाई के खिलाफ एकजुट हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस बिल के विरोध में जनता का सहयोग भी अपेक्षित है। इस प्रदर्षन में सचिव जोगेंद्र सिंह, राजेंद्र कुमार, सुखराम, सुरेश, अनिल, पवन, उर्मिला, सोनिया, अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।
आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व संसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने भाजपा सरकार पर करारे प्रहार करते हुए कहा कि इस समय प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज दिख नहीं रही है और ऐसा लगता है मानो सारा काम राम -भरोसे ही छोड़ दिया गया है। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी लाक-डाउन एवं कर्फ़्यू में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, कर्मचारियों, पेंशनरों, दुकानदारों, छोटे से लेकर बड़े उद्दयमियों, किसानों, बागवानों, फिल्मी कलाकारों, देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले वीर सैनिकों, मजदूरों व श्रमिकों तथा किसानों सहित सभी वर्गों ने इस भयानक बीमारी से लड़ने के लिए अपनी- अपनी क्षमता के अनुसार सरकार को आर्थिक सहयोग किया है, जबकि इस दौरान सभी काम-धंधे बंद हो जाने के कारण करोड़ों प्रवासी मजदूरों और जरूरतमंदों तथा निर्धनों का पेट पालने और उन्हें भूख के कारण आ रही परेशानियों से निजात दिलाने का भी महत्वपूर्ण मानवीय दाईत्व निभाया है। किन्तु यह बहुत ही चिंतनीय विषय है कि प्रदेश सरकार उस धन की लूट मचाने वालों को सख्ती से दंडित करने में असफल रही है। उन्होने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक ओर देश की जनता इंसान को बचाने में अपना हर संभव योगदान दे रही हैं ,तो दूसरी ओर सरकार में बैठे कुछ अधिकारी और राजनेता कथित धन अर्जित करने के जुगाड़ भिड़ा रहे हैं एवं भ्रष्टाचार के रिकार्ड स्थापित कर रहे हैं। उन्होने कहा कि शिमला में कथित स्वास्थ्य घोटाला, सेनेटाईजर घोटाला और बिलासपुर में पी पी किट की जगह रेन कोट खरीद घोटाला कुछ ऐसे घोटाले हैं, जिससे प्रदेश का सिर शर्म से झुका है। उन्होने कहा कि जनता ने बड़ी ही आशाओं व आकांक्षाओं के साथ भाजपा द्वारा उनसे किए गए वादे के अनुसार स्वच्छ व पारदर्शी सरकार देने के लिए चुना था, किन्तु अब जिस प्रकार के बड़े- बड़े घोटाले सार्वजनिक हो रहे हैं, उससे भाजपा का असली चेहरा सबके सामने उजागर हुआ है। राजेश धर्माणी ने कहा कि प्रदेश भाजपा के राज्य अध्यक्ष राजीव बिंदल से नैतिकता का हवाला देकर त्याग पत्र दिया है, जबकि इसके पीछे छिपा एजेंडा कुछ और है। उन्होने कहा कि यदि सरकार इस मामले पर गंभीर है तो उसे तुरंत इसकी जांच हाईकोर्ट के किसी न्यायाधीश या फिर सी बी आई को सौंप देनी चाहिए ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके और दोषियों को दंडित किया जा सके। उन्होने कहा कि देश पहले ही आर्थिक संकट का सामना करने को विवश हुआ है, क्यूँकि देश में पहले नोटबंदी और फिर जीएसटी की मार ने सभी छोटे व्यापारियों के काम-धंधे चौपट किए जबकि पेट्रोल व डीजल की बढ़ी अत्याधिक कीमतों ने मंहगाई को पंख लगाने का काम किया है, जिस कारण आम आदमी को दो वक्त की रोटी कमाने अथवा अपने परिवारों का पेट पालने के लाले पड़ गए हैं। राजेश धर्माणी ने कहा कि कोरोना कर्फ़्यू अथवा लाक डाउन समाप्त होने के बाद कांग्रेस पार्टी जनता की समस्याओं व कठिनाइयों को लेकर सड़कों पर उतरेगी और सरकार की गलत, अनुचित व अवैध गतिविधियों का पर्दाफ़ाश करेगी।
जिला दंडाधिकारी राजेश्वर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में 1 जून से आगामी आदेशों तक कर्फ्यू जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान निम्नलिखित छूटे प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू में प्रातः 6 बजे से रात्रि 8 बजे तक 14 घंटे की छूट प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि कार्मिक विभाग हिमाचल प्रदेश के आदेशानुसार हिमाचल प्रदेश सरकार के अधीन कार्यरत सभी कार्यालय पूरे स्टाॅफ सहित 1 जून से शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुलेंगे। उन्होंने बताया कि यह आदेश शिक्षण संस्थानों में लागू नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि जिला के भीतर और एक जिला से दूसरे जिला में कर्फ्यू छूट के दौरान आवाजाही के लिए पास की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों से प्रदेश के भीतर आने के लिए जिला दंडाधिकारी से कर्फ्यू पास लेना अनिवार्य होगा परंतु प्रदेश से बाहरी राज्य में जाने के लिए कर्फ्यू पास की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू के दौरान राज्य के भीतर सरकारी और निजी बसें टैक्सी ऑटो प्रातः 7 से शाम 7 बजे तक चलाने की अनुमति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि पहली जून से बिलासपुर में 30 रूटों पर एच.आर.टी.सी. की बसें चलना शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थान होटल,रेस्टोरेंट व ढाबा खोलने के लिए 8 जून के बाद जब भी संबंधित विभाग एस.ओ.पी. जारी करेंगे उसके उपरांत ही खोलने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह जितनी भी छूटे हैं उसमें कोविड-19 मैनेजमेंट के नेशनल डायरेक्टिव दिशा निर्देशों की अनुपालना करना अनिवार्य होगा जिसमें मास्क पहनना सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में सिर्फ आवश्यक सेवाओं के लिए अनुमति होगी और उपरोक्त छूटे जब तक कंटेनमेंट अवधि लागू है तब तक नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि रैड जोन से जो लोग आएंगे। उन्हें संस्थागत क्वारंटाईन में रखा जाएगा और ग्रीन और ओरेंज जोन से आने।वाले लोगों को होम क्वारंटाईन में रखा जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की अफवाहों पर विश्वास न करें और न ही भयभीत हो। उन्होंने जिला के सभी नागरिकों से उचित सामाजिक दूरी की अनुपालना करने तथा मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने का आग्रह किया ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व श्री नयना देवी से विधायक राम लाल ठाकुर ने प्रदेश सरकार को सलाह दी है कि प्रदेश में सब कुछ सुचारू रूप से चलाने से पहले कुछ डाक्टर विशेषज्ञों की राय और देश के अन्य राज्यों में कोविड 19 की स्थिति का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण हैं। अभी हिमाचल प्रदेश में 313 मामले कोविड -19 के आ चुके है जबकि पूरे देश मे कोविड -19 के मामले एक लाख पच्यासी हज़ार से ज्यादा हो चुके है, जो कि बहुत चिंता का विषय है। राम लाल ठाकुर प्रदेश सरकार को यह कहते हुए सावधान किया कि जनवरी के आख़िरी में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला भारत में आया था और तब से अब तक एक लाख पच्यासी हज़ार से ज़्यादा मामले संक्रमण के सामने आ चुके हैं। अब तक पांच हज़ार से ज्यादा लोगों की संक्रमण की वजह से मौत भी हो चुकी है। 30 मई तक भारत में कोरोना टेस्ट का पॉजिटिव दर पांच फ़ीसदी हो चुकी है और संक्रमितों में मृत्यु दर करीब चार फ़ीसदी तक हो चली है। पिछले 15 दिनों में कोरोना के मामले यहाँ दोगुने होते जा रहे हैं. वहीं संक्रमितों के ठीक होने का दर 43फ़ीसदी के करीब हो चुका है। जिससे कि हमारा जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। देश मे की तमाम जगहों पर संक्रमण के हॉटस्पॉट और क्लस्टर बनें हैं। यह हॉटस्पॉट क्लस्टर हिमाचल प्रदेश में न बन जाएं तो एहतियात उठाने बहुत जरूरी है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि यदि हम सरकारी आँकड़ों के मुताबिक अस्सी फ़ीसदी से ज़्यादा मामले पांच राज्यों महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात और मध्य प्रदेश में हैं और साठ से ज़्यादा संक्रमण के मामले पांच बड़े शहरों से है जिनमें मुंबई, दिल्ली और अहमदाबाद जैसे शहर शामिल हैं और इन्हीं जगहों पर हिमाचल प्रदेश के बहुत से युवा अपना रोजगार कमाते हैं तो ऐसे में प्रदेश में एहतियात बड़े जरूरी है। जिन लोगों की संक्रमण से मृत्यु हुई है उनमें से आधे से ज़्यादा साठ या उससे अधिक उम्र के लोग हैं। यह उन अंतरराष्ट्रीय आँकड़ों की तस्दीक करते हैं जिनके मुताबिक बुजुर्गों में संक्रमण का जोख़िम ज़्यादा है लेकिन संक्रमण का दर बढ़ता ही जा रहा है। पुणे की एक शीर्ष वायरोलॉजिस्ट गोखले का कहना है कि आने वाले कुछ हफ़्तों में हालात गंभीर होने जा रहे हैं। दिल्ली और मुंबई के डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के मामले में इजाफ़े को देखते हुए अस्पताल में बिस्तर और दूसरे संसाधनों की मौजूदगी चिंता का सबब है जून-जुलाई में संक्रमण के मामलों में तेज़ी आने की उम्मीद है। इसके बाद हिमाचल प्रदेश अस्पताल में बिस्तर और पर्याप्त सुविधाओं के ना होने की वजह से कई लोगों को मरने से नहीं रोका जा सकेगा। जबकि अभी कोरोना से हिमाचल में मृत्यु का आंकड़ा पांच है। हमे कोरोना को प्रदेश में रोकना होगा और इसकी प्रदेश में मृत्यु दर भी शून्य करनी होगी। विषय गम्भीर है प्रदेश सरकार को प्रदेश में सब कुछ सुचारू रूप से चलाने से पहले एक विस्तृत योजना और तथ्यों के अध्ययन की आवश्यकता होगी।
एक तरफ जहां पूरा विश्व कोरोना महामारी से लड़ रहा है, वही दूसरी तरफ कुछ शरारती तत्व देश की संपति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। लाॅकडाउन और कर्फयू में हो रही इस प्रकार की घटनाओं से समाज शर्मसार होता है। रौड़ा स्थित बास्केटबॉल खेलमैदान में चार महीने पहले सदर के विधायक सुभाष ठाकुर के प्रयासों से बास्केटबॉल के खिलाड़ियों को समर्पित लाखों रुपये की लागत से लगे रिंग व बोर्ड को अज्ञात तत्वों ने तोड़ दिया है जिससे खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों में रोष की लहर है। गौर हो कि इस मैदान का नाम बडे स्तर की प्रतियोगिताओं में शामिल प्री-एशियन, नार्थ जोन व दर्जनों नेशनल, राज्य व जिला बास्केटबॉल आदि में शुमार है। हाल ही में प्रतिष्ठित प्रदेश पुलिस महानिदेशक का पदभार संभालने वाले संजय कुंडू भी स्वयं जब जिला बिलासपुर के एसपी पद पर विराजमान थे तो इसी मैदान पर शाम-सवेरे अपनी फिटनेस व उदीयमान खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाने के लिए निरंतर आते थे और कई बेहतरीन खिलाड़ियों को पुलिस व अन्य विभागों में भर्ती होने के लिए प्रेरित करते थे। लाखों रुपये से निर्मित इस मैदान व उपकरणों को अक्सर कुछ असमाजिक तत्वों द्वारा नुकसान पंहुचाया जाता रहा है जिसके चलते बार-बार प्रशासन से इस परिसर की फेंसिंग करने का अनुरोध होता रहा। मौजूदा सदर विधायक ने अधिकारियों को इस बाबत निर्देश भी दिए है। आए दिन हो रहे तोड़फोड़ के कृत्यों से जहां सरकारी पैसे का नुकसान हो रहा है वहीं जिला के होनहार खिलाडियों व संघ के पदाधिकारिओं को हमेशा खेल गतिविधियां सुचारू रखने में खासी दिक्कत से गुजरना पड़ता है। जिला बास्केटबॉल संघ के प्रधान डा. प्रवीण रनोट, महासचिव राजकुमार राणा, सँरक्षक पंकज धीमान, सलाहकार विजय सिंह चंदेल, सुरजीत सिंह, कोषाध्यक्ष अभिशेक टेस्सू, उपप्रधान करतार सिंह ठाकुर, दीपक शर्मा, चयन समिति चेयरमैन केके नेगी, प्रशिक्षक नीलम राठौर, चेयरमैन तकनीकी समिति सुरेश कुमार, उपाध्यक्ष उषा ठाकुर, हर्ष दबड़ा के साथ साथ कार्यकारिणी सदस्यों व वरिष्ठ खिलाड़ियों ने सामूहिक तौर पर तोड़ फोड़ के इस उपद्रवी कार्य को अंजाम देने वालो के खिलाफ कठोरता से कार्यवाही करने की जिला प्रसाशन व पुलिस अधीक्षक से अपील की है। साथ ही इन सदस्यों नें जिला खेल अधिकारी से गुजारिश की विधायक सुभाष ठाकुर ने बास्केटबाल खेल मैदान में चारदीवारी लगाने के निर्देश दिए थे उसे अतिशीघ्र अमलीजामा पहनाते हुए कार्य को पूरा करने की दिशा में उचित कदम उठाए ताकि ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके।
कोरोना वारियर/फ्रंट लाईन वर्कर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ौतरी करने के लिए आयुर्वेद विभाग द्वारा होम्योपैथिक एम्यूनिटी बूस्टर दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 वितरित करने के अभियान के प्रथम चरण का उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने शुभारम्भ किया। इस अवसर पर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाॅ. जमीर खान चंदेल ने बताया कि आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान शारीरिक रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक एम्यूनिटी बूस्टर दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 का सेवन करने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि इसकी खुराक व्यस्कों के लिए 6 गोलियां सुबह खाली पेट एक बार तीन दिन तक और चार वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए तीन गोलियां सुबह खाली पेट एक बार तीन दिन तक लें। उन्होंने बताया कि दवा को जीभ पर रखकर बिना पानी के चूसे। उन्होंने बताया कि एक महीने के उपरांत चिकित्सक से परामर्श कर दुबारा लें। उन्होंने बताया कि यह दवा अन्य किसी भी दवा के साथ ली जा सकती है। यह दवाई बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं दूध पिलाने वाली माताओं के लिए भी सुरक्षित है तथा इस दवा के कोई साईड इफेक्ट नहीं है। उन्होंने बताया कि यह दवा कोविड-19 कोरोना वायरस का ईलाज नहीं है केवल शारीरिक रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी से बचने के लिए सामाजिक दूरी, बार-बार हाथ धोना और मास्क।पहनना इत्यादि सावधानियां बरतनी होंगी। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी।के लिए या किसी भी शंका दूर करने के लिए होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारियों के मोबाईल नम्बर 94181-66166, 94184-87001 या 94184-50666 पर सम्पर्क कर सकते है।
कोरोना काल में देश विकट परिस्थतियों से गुजर रहा है, देश का समस्त तंत्र इस महामारी से निजात दिलाने और जनमानस के जीवन की रक्षा के लिए दिन रात एक कर रहा है। ऐसे में सारी जिम्मेवारी सरकार पर डालना भी उचित नहीं है, सरकार व शासन का सहयोग करने का दायित्व जनता का भी है। यह बात बिलासपुर क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव एवं एजी आफिस शिमला में वरिष्ठ लेखा परीक्षक विशाल जगोता ने अपने कार्यालय में आटोमेटिक हैंड सेनेटाइजर मशीन डोनेट करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से बचने का सबसे बड़ा और सरल उपाय स्वयं को सुरक्षित रखना है। ऐसे में सरकार की गाईड लांइस की अनदेखी करना भारी पड़ सकता है। सभी जनता को चाहिए कि वे सरकार के नियमों का अनुसरण करें और इस बीमारी को भगाने के सामूहिक प्रयास करें। उन्होंने कहा कि यह रोग कब किसी को कहीं भी अपनी चपेट में ले लें इसका कोई समय व स्थिति नहीं है लेकिन रोजमर्रा के जीवन स्वयं की रक्षा करना भी एक चुनौती बन गई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने कार्यालय में स्टार्ट अप इंडिया बेस्ड हिमाचल प्रदेश की हैल्दी वल्र्ड कंपनी की एक आटोमेटिक सेनेटाइजर मशीन दान की है। विशाल का कहना है कि सारी जिम्मेवारी सरकार की ही नहीं है, देष का नागरिक होने के नाते उनका भी दायित्व बनता है कि जिस देश ने दिया है उसके लिए भी कुछ करें। गौरतलब है कि बिलासपुर नगर से ताल्लुक रखने वाले विशाल जगोता समाज सेवा में भी अपनी भूमिका अग्रणी स्थान पर रखते हैं। बिलासपुर नगर में इन दिनों स्वेच्छा से शहर को सेनेटाइज करने वाले युवाओं की भोजन व्यवस्था उनके द्वारा की गई जबकि इसी टीम को उन्होंने नई टी-शर्टस देकर उनका हौंसला बढ़ाया। यही नहीं कई ऐसे लोगों की वित्तिय मदद भी की जो किन्ही कारणवश अपनी मजबूरी जाहिर नहीं कर पाते। विशाल जगोता की ऐसे गुप्त समाजसेवा के कामों की फेहरिस्त बहुत लंबी है।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व विधायक श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र राम लाल ठाकुर ने फिर से प्रदेश सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि कोविड 19 जैसी महामारी के दौरान प्रदेश की जनता ने मुख्यमंत्री राहत कोष में जो पैसा दिया उसको सार्वजनिक किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रदेश के सूचना व लोक संपर्क विभाग के निदेशालय पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को बताना चाहिए कि 22 मार्च को देश मे जनता कर्फ्यू लगाया गया था तो उस दिन से लेकर लॉक डाउन 4.0 तक कितना पैसा प्रदेश सरकार का गुणगान करने में और विज्ञापनों पर लगाया है और कितने पैसों के बड़े बड़े होर्डिंग्स आपके विभाग के माध्यम से लगाए गए है और कितने विज्ञापन आपने प्रदेश सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम पर छापें है और किन किन जगहों पर यह होर्डिंग्स पूरे प्रदेश में लगाए गए है। राम लाल ठाकुर ने प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़े करते हुए कहा कि जहां प्रदेश सरकार इसोलेशन वार्ड, वेंटिलेटर और कोरोनटीन सेंटरों को लेकर भारी वित्तिय कमियों का सामना कर रही है वही पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग लोगों में जागरूकता फैलाने की बजाए प्रदेश सरकार की वाहवाही के विज्ञापन छाप कर कोविड19 के पैसों का बेवहज इस्तेमाल कर रहा है। इसके अलावा सूचना व जनसम्पर्क विभाग को यह भी बताना चाहिए कि अन्य विभागों का उन्होंने कितना पैसा सरकारी उनके विभाग के माध्यम से विज्ञापनों पर खर्च किया गया है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के विज्ञापन भी सूचना व लोक सम्पर्क विभाग के माध्यम से ही लगाए गए है उनका हिसाब किताब भी लोंगो के सामने रखना होगा। राम लाल ठाकुर ने कहा कि जहां एक तरफ प्रदेश सरकार की कोविड19 जैसी आपात स्थिति से अर्थव्यवस्था बिगड़ी हुई है उसके बावजूद प्रदेश सरकार का सूचना व जनसंपर्क विभाग के माध्यम से जो प्रचार प्रसार चल रहा है व घोर निंदनीय है और बेवहज से पैसों की फिजूलखर्ची और जनता के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है। कोविड 19 माहामारी के दौरान प्रदेश सरकार ने जो पैसा विज्ञापनों व बड़े बड़े होर्डिंग्स लगाने पर किया है उसका ब्यौरा जनता के बीच रखा जाना चाहिए।
आज संपूर्ण विश्व प्राणघातक वैश्विक महामारी करोना से पीड़ित है जिससे हिमाचल प्रदेश भी अछूता नहीं रहा है। जैसा कि नजर आ रहा है कि हिमाचल प्रदेश में के हॉस्पिटल में रक्त की कमी दिख रही है व रक्त की कमी होने से मरीजों को बहुत सी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। बजरंग दल एक धार्मिक सामाजिक गैर राजनीतिक युवाओं में काम करने वाला संगठन है जिसका मुख्य उद्देश्य युवाओं में सेवा सुरक्षा व संस्कार की भावनाओं को पैदा करना है। हिमाचल प्रदेश में किसी भी मरीज को रक्त की कमी ना हो व रक्त की कमी से किसी की मृत्यु ना हो ऐसा संकल्प बजरंग दल हिमाचल प्रदेश इकाई ने लिया है। बजरंग दल के प्रांत अध्यक्ष अधिवक्ता तुषार डोगरा ने एक बयान में कहा कि आने वाली 10 जून तक प्रत्येक जिला में प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करते हुए डॉक्टर्स की देखरेख में रक्तदान शिविरों का आयोजन बजरंग दल करेगा। प्रत्येक जिला में कार्यकर्ता हॉस्पिटल में जाकर डॉक्टर से उनके द्वारा बताई गई रिक्वायरमेंट के अनुसार रक्तदान शिविरों का आयोजन करेंगे यह आयोजन पूर्णता फिजिकल डिस्टेंसिंग व कोविद 19 के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए किए जाएंगे। डोगरा ने बताया कि बजरंग दल समाज के अंदर सकारात्मक कार्यों को करने वाला संगठन है आज प्रशासन व प्रदेश के कुछ डॉक्टर्स द्वारा बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया कि जा रहा है कि रक्त दिया जाए। अलग-अलग जिला के अंदर कार्यकर्ताओं द्वारा डॉक्टर्स के बुलाने पर रक्तदान किया जा रहा है। लेकिन प्रदेश में इस समय बड़े पैमाने पर रक्त की आवश्यकता है तो बजरंग दल ने ठाना है कि किसी भी मरीज व जरूरतमंद व्यक्ति रक्त की कमी के कारण उसके इलाज में कोई दिक्कत ना आए इसलिए इन शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। बजरंग दल की दृष्टि से हिमाचल प्रदेश में 26 संगठनात्मक जिले हैं उन प्रत्येक जिला में व खंड स्तर पर जिस प्रकार की कंडीशन उस जिला कि प्रशासन तय करके बताएगा उसके अनुरूप कार्यकर्ता रक्तदान का शिविर लगाएंगे। बजरंग दल की स्थापना के समय से लेकर आज तक समाज को जब भी किसी भी सेवा सुरक्षा व संस्कार के कार्य की आवश्यकता पड़ी है तो हम हमारा संगठन अग्रणी पंक्ति में खड़ा दिखाई देता है आज भी जो दिक्कत समाज के सामने आ रही है उसे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा चाहे फूड पैकेट्स बांटने का काम हो चाहे लोगों को पास दिलाने का काम हो चाहे मजदूरों को कच्चा राशन दिलाने का कार्य हो ऐसे सेवा के कार्य लगातार किए जा रहे हैं ।अभी तक बजरंग दल के द्वारा 10000 मास्क का वितरण पूर्ण प्रदेश में किया जा चुका है। बजरंग दल के कार्यकर्ता कोरोना वारियर जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारी डॉक्टर नर्सेस व पुलिस के जवानों का सम्मान संगठन द्वारा किया जा रहा है। बजरंग दल द्वारा पूरा विश्व करोना नामक महामारी से निजात पाएं इसलिए प्रत्येक मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के समस्त कार्यकर्ता अपने-अपने घरों में परिवार सहित हनुमान चालीसा का जाप विश्व कल्याण के लिए कर रहे हैं। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा बेजुबान गोवंश की सेवा,कुत्ते व पक्षियों को खाना व पानी का इंतजाम करने का कार्य भी प्रदेश में किया जा रहा है। इसी के साथ साथ विद्यार्थियों द्वारा किए जा रहे कार्य जैसे धर्मशाला में धर्मांतरण पर FIR दर्ज करवाना, जिला ऊना में तबलिखी पर अपनी पहचान छुपाकर इस बीमारी को फैलाने की कोशिस करना पर कार्यकर्ताओं द्वारा FIR दर्ज करवाना, चाहे बिलासपुर जिला मैं मौलवी द्वारा हिंदू बहन की छेड़खानी की घटना को उजागर करने का कार्य भी संगठन कर रहा है। आज स्वास्थ्य विभाग के सामने रक्त की कमी को पूर्ण करना एक बहुत बड़ी चुनौती के रूप में नजर आ रहा है इसीलिए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यह ठाना है की समाज की इस महत्वपूर्ण जरूरत को पूर्ण करने के लिए हम लोग रक्तदान शिविरों का आयोजन करेंगे। उसके अलावा प्रत्येक जिला में हॉस्पिटल को बजरंग दल के प्रमुख कार्यकर्ता का नंबर मोहिया करवा दिया जाएगा ताकि यदि उसके बाद भी किसी को जरूरत पड़ती है तो हमारे कार्यकर्ता से संपर्क करके उस जरूरत को पूरा किया जा सके।
कांग्रेस पार्टी के तेजतर्रार नेता एवं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने पिछले कुछ दिनों से अखबारों की सुर्खियां बने स्वास्थ्य विभाग में हुए कथित घोटाले का कडा संज्ञान लेते हुए भाजपा सरकार पर करारे प्रहार करते हुए कहा है कि प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार और केंद्र की मोदी सरकार कथित नौटंकी और ड्रामाबाजी बंद करे। उन्होने कहा कि हिमाचल में सार्वजनिक हुए स्वास्थ्य निदेशक द्वारा कथित लेनदेन अथवा घूसख़ोरी के मामले को लेकर नैतिकता का हवाला देकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दिए गए त्याग पत्र के बाद मामले की कथित विजिलेन्स से जांच करवाने और केंद्रीय भाजपा नेत्रत्व द्वारा सारे मामले की रिपोर्ट तलब करने की बजाए यातो मुख्यमंत्री से त्याग पत्र लिया जाए या फिर भाजपा सरकार के गले - गले तक कथित भ्रष्टाचार में संलिप्त होने के आरोपों अथवा एक के बाद एक घोटाले किए जाने के कानूनी अपराध के लिए दंडित करते हुए हिमाचल सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाए। बंबर ठाकुर ने कहा कि बेशर्मी की भी हद होती है, किन्तु भाजपा नेता अखबारों में ऐसे वक्तव्य दे रहे हैं जैसे भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरने के बाद इसने कोई बहुत बड़ा तीर मार दिया हो अथवा कोई बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली हो। उन्होने कहा कि अब तो भाजपा के बड़े- बड़े नेताओं ने भी स्वीकार करना शुरू कर दिया है कि हिमाचल के कुछ अधिकारी जो ऐसा कृत्य कर रहे हैं, क्या वे सेवा कर रहे हैं, या लुटेरों की फौज है । बंबर ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही भाजपा शासन में हो रहे घपलों –घोटालों का पर्दाफाश करती आ रही है, लेकिन जानबूझ कर इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया और अब जब मामला सार्वजनिक हो गया तो मजबूरी में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष से इस्तीफा लिया गया। उन्होने कहा कि विभाग मुख्यमंत्री के पास और इस्तीफा भाजपा अध्यक्ष दे, यह बात किसी के भी समझ से परे है। उन्होने कहा कि इस समय प्रदेश में कितने ही ऐसे मामले हैं, जिनकी जांच सरकार करने से कतरा रही है। उन्होने कहा कि बिलासपुर मे कथित सुरक्षा किटें खरीद घोटाला, शिमला में सेनेटाईजर घोटाला और स्वास्थ्य विभाग रिश्वत घोटाला की गूंज सारे प्रदेश में जन -जन तक पहुँच जाने पर अब भाजपा नेता इतने बौखला गए हैं कि उन्हें अपना मुंह छुपाने तक को जगह नहीं मिल रही है। बंबर ठाकुर ने कहा कि भाजपा के जो नेता यह कर अपने भ्रष्टाचार को उचित बताने का प्रयास कर रहे हैं कि कांग्रेस राज में घोटाले करने वाली पार्टी के नेताओं को इस मामले में कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं है। उन्हें नहीं भूलना चाहिए कि जिन नेताओं ने कांग्रेस राज में भ्रष्टाचार किया उन्हें कांग्रेस पार्टी सरकारों ने ही सलाखों के पीछे पहुंचाया और उन्हे दंडित करवाया किन्तु भाजपा इन गंभीर अपराधों में फसने वालों को जांच के बहाने बचाने का प्रयास कर रही है, जो देश व समाज के लिए कतईतौर पर उचित नहीं है। उन्होने मांग कि भ्रष्टाचार के इन सभी मामलों की जांच सी बी आई को सौंपी जाये और दोषियों को हर सूरत दंडित किया जाए।
उपायुक्त राजेश्वर गोयल और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ० प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों के स्वास्थ्य की गड़ामौडा तथा स्वारघाट में टैस्टिंग और स्क्रिनिंग की जा रही है। उसके उपरांत ही उन्हें आगे भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर में अभी तक 18 मामलें कोविड-19 के पाजिटिव आए है जिनमें से 11 मामलें अन्य राज्य तथा अन्य जिला से सम्बन्धित है। उन्होंने बताया कि 7 लोग जोकि जिला बिलासपुर से सम्बन्धित है उनमें से ६ लोगों को संस्थागत क्वारंटाईन और होम क्वारंटाईन में रखा गया था। उन्होंने बताया कि एक मामला एचआरटीसी के परिचालक कोविड-19 पाजिटिव आया है वह प्रदेश से बाहर नहीं गए थे। उन्होंने बताया कि परिचालक बिलासपुर से सोलन गए थे और उसके उपरांत शिमला, मण्डी होते हुए बिलासपुर आए थे। उन्होंने बताया कि परिचालक बिलासपुर में कार्यरत 18 राजस्थान के प्रवासी मजदूरों को पूर्ण मेडिकल स्क्रिनिंग के उपरांत सोलन लेकर गए थे और वापिसी में सोलन प्रशासन द्वारा राजस्थान से सोलन पहुंचे तीन व्यक्तियों को बिलासपुर लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि इन तीनों व्यक्तियों को संस्थागत क्वारंटाईन किया गया है। उन्होंने बताया कि बस परिचालक सरकारी दिशा निर्देशों के अनुसार अपनी कर्तव्य ड्यूटी का निर्वहन कर रहा था। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय प्रबंधक एच.आर.टी.सी. बिलासपुर को समय-समय पर लिखा गया है कि वह अपने कर्मचारियों का क्षेत्रीय अस्पताल में स्वास्थ्य प्रशिक्षण करवाना सुनिश्चित करें। उसी के फलस्वरूप परिचालक अपने स्वास्थ्य का प्रशिक्षण करवाने के लिए 26 मई को क्षेत्रीय अस्पताल में गए और 27 मई देर रात उनकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तुरंत उसके निवास स्थान गए और उसके प्राईमरी और स्कैंडरी सम्पर्क की पूर्ण जानकारी ली। उसके उपरांत सीएमओ द्वारा पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई गई और जिला दण्डाधिकारी द्वारा बामटा पंचायत के वार्ड नम्बर 11, एचआरटीसी क्लोनी के वार्ड नम्बर 1, दनोह और कोसरियां एवं गुरूद्वारा मार्किट, गांधी मार्किट और काॅलेज चैक मार्किट को कंटेनमेंट जोन और रौड़ा सेक्टर नम्बर 3, कोसरियां वार्ड ऑफ़ एम.सी. बिलासपुर, निहाल-1, आईटीआई बिलासपुर, मेक मार्किट बिलासपुर, चंगर सेक्टर बिलासपुर को बफर जोन बनाने की अधिसूचना जारी कर दी गई। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रशासन और सभी विभागों के आपसी समन्वय और तालमेल के साथ लोगों को सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति घर-द्वार पर उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक्टिव केस फाइडिंग के तहत 9 टीमें नियुक्त की गई है जोकि घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेंगी और लक्षण पाए जाने पर उनके सैंपल लिए जाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि भयभीत न हो, संयम रखें और कोविड-19 के दिशा निर्देशों की अनुपालना करें और यदि कोई लक्षण दिखें तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क करें।
आगामी मानसून के मौसम में प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए जिला ने तैयारियां शुरू कर दी है। सभी विभाग अपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 15 दिन के भीतर कार्य योजना तैयार करें ताकि आपदा के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडे और होने वाले नुक्सान को कम किया जा सके। यह बात उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने मानसून सीज़न के लिए तैयार रहने तथा जान-माल की क्षति से बचाव के लिए बुलाई गई अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने सम्बन्धित विभागों को मानसून में होने वाले नुकसान से निपटने के लिए पूर्व में ही पर्याप्त प्रबन्ध करने और पूरी तरह मुस्तैद रहने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि गर्मियों में होने वाली आगजनी की घटनाओं से निपटने के लिए जिला में वन रक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी तक जिला में 8 आगजनी की घटनाएं घटित हुुई है जोकि गत वर्ष की तुलना में कम है। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी जंगलों को आग से बचाने के लिए सतर्क रहना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य भी जंगलों को आगजनी की घटनाओं से बचाने के लिए से अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए जिला में आपदा रक्षक तैयार किए गए है ताकि आपदा की स्थिति में आपदा रक्षकों की सेवाएं ली जा सकें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को भूसखलन वाले क्षेत्रों, खतरनाक सड़कों को चिन्हित् करने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत विभाग को सुचारू विद्युत व्यवस्था बनाने और पर विद्युत ट्रांसफार्मर के नजदीक क्षेत्र को साफ रखने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर परिषद को भी निर्देश दिए की सड़क के किनारे पेड़ों की टहनियों और झाड़ियों छटांई सुनिश्चित करें। उन्होंने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए की वह जल भण्डारन टैंको और अन्य पेयजल स्त्रोतों को साफ रखने तथा जल निकासी व्यवस्था को सूचारू बनाए ताकि लोगों को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने पेयजल स्त्रोतों का नियमित क्लोरीनेशन करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने अधिशाषी अभियन्ता को निर्देश दिए की जिला में हाईड्रेन्टस को सुचारू रूप से फंकशनल रखे और अगर कोई खराब है तो उन्हें ठीक करवाएं और जिन हैंडपम्प में पानी पीने योग्य नहीं है वहां पर बोर्ड लगाए जाए। उन्होंने बताया कि जो लोग बोरबेल लगाने के इच्छुक है वे ग्राउंड वाॅटर ऐथोरटी से अनुमति ले सकते है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, एम.सी को निर्देश दिए की वे डेंगू और मलेरिया इत्यादि रोगों से बचने के लिए फोगिंग और स्प्रे करना सुनिश्चित करें। उन्होने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को मानसून पूर्व तैयारियां करने तथा आपदा प्रबंधन से जुडे सभी संसाधनों की सूची बनाने और सभी आवश्यक वस्तुओं एवं राहत बचाव कार्य में उपयोग होने वाले यंत्र व उपकरणों को दुरूस्त रखने के भी निर्देश दिए।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व श्री नयना देवी जी के विधायक राम लाल ठाकुर ने कोविड 19 महामारी पर देर से संज्ञान लेने के मामले पर केंद्र सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री अगर समय पर फैसला लेते तो यह दिन नहीं देखने पड़ते, जितना भयाभह रूप यह महामारी दिन प्रतिदिन लेती जा रही है। वह हमारी मानव सभ्यता के मिटने की और इशारा कर रही है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर के माध्यम से जानकारी देते हुए 12 फरवरी को देश के ऊपर कोविड 19 महामारी के बारे में चेताया था कि यह जल्द ही भारतवर्ष में पैर पसार रहा है और इससे एक तो महामारी फैलेगी दूसरे गंभीर आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ेगा। (इस चेतावनी की प्रतिलिपि भी आज मै आपको इस प्रेस नोट के साथ संलगित कर रहा हूं) तो देश के प्रधानमंत्री व उनके सिपहसालारों ने राहुल गांधी का मज़ाक उड़ाया था और इस गम्भीर महामारी को लेकर अमेरिका और अन्य यूरोपियन देशों का मुंह ताकने लगे थे की कब वह इस महामारी से लड़ेंगे तो फिर उनकी देखा देखी में हम भी अपनी रणनीति बनाएंगे। राम लाल ठाकुर ने कहा कि इस महामारी को भांपने वाले हमारे डॉक्टरों व वैज्ञानिकों की भी नहीं सुनी गई क्योंकि हमारे डॉक्टरों, वैज्ञानिकों व राहुल गांधी के बोलने से देश के प्रधानमंत्री का अहम आड़े आ जाता था। राम लाल ठाकुर ने तथ्यों पर आधारित बात करते हुए कहा देश मे कार्यरत 126 एयरपोर्ट हैं जिनमे से केवल 34 एयरपोर्टों पर अंतराष्ट्रीय उड़ाने होती है अगर केवल उन 34 एयरपोर्टों को ही सील कर दिया होता या फिर उन अंतरास्ट्रीय एयरपोर्टों पर बाहर से आने वाले लोंगो को संस्थागत क्वारंटाइन कर दिया होता तो देश मे इतने गंभीर हालत नहीं होते और नही देश में लॉकडाउन होता, लेकिन देश के प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि तो केवल घंटी बजाने, थाली बजाने और मोमबत्ती या दिया जलाने वाली ही निकली। उन्होंने कहा मुझे अफसोस होता है कि लॉक डाउन बिना तैयारी के कर दिया गया देश मे जो गरीब मजदूरों का हाल हुआ उनकी जिम्मेदारी अब कोई नही ले रहा है। राम लाल ठाकुर ने फिर से आकड़ो का प्रहार करते हुए कहा कि देश मे करीब 19000 हज़ार ट्रेनें है यदि यह व्यवस्थित रूप से चलाई होती तो करीब दो से ढाई करोड़ मज़दूरों को उनके स्थानों पर प्रतिदिन पहुँचाया जा सकता था और जिन मजदूरों ने अपने घरों में ट्रेनों से वापिसी करनी थी। इनकी संख्या करीब 10 करोड़ 40 लाख के करीब थी मात्र पांच सात दिनों में यह सारी व्यवस्था गरीब मज़दूरों को छोड़ने की हो सकती थी लेकिन देश के प्रधानमंत्री और उनके सिपहसालारों को तो महामारी को उत्सव में बदलने का प्रयास जो करना था और अब जब रेल यात्रा और हवाई यात्रएं देश मे खोली तो कोई यात्री जाने को तैयार नहीं, यह सब बिना किसी आधरभूत योजनाओं के की गई तैयारियां का परिणाम है और अब देश का हर नागरिक और आमजन इसके परिणाम भुगत रहा है, लेकिन जिम्मेदारी सरकार में कोई नहीं ले रहा है।
जिला कांग्रेस अध्यक्षा अंजना धीमान ने कहा है कि सरेआम चल रहे भ्रष्टाचार से जनता का विश्वास सरकार से पूरी तरह उठ गया है। प्रदेश सरकार घोटालों की सरकार बन कर रह गई है। उन्होंने कहा कि कोविड 19 जैसी विश्वव्यापी माहामारी के समय भी यदि इस तरह से घोटाले हो रहे हैं तो बाकी समान्य समय में प्रदेश सरकार क्या करती होगी। उन्होंने कहा कि एक तरह तो देश व प्रदेश की सरकार प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री राहत कोष में दान देने की लोगों से अपील करती है और दूसरी और सरकार में बैठे लोग घोटालों को अंजाम दे रहे है। यह सरकार की आमजन के प्रति असंवेदनशील और भ्र्ष्ट दृष्टि को दर्शाता है। इस मुद्दे पर अब क्यों नहीं प्रदेश भाजपा का कोई बड़ा नेता बोल पा रहा है, क्यों प्रदेश के मुख्यमंत्री खामोश हैं। चूंकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हिमाचल प्रदेश से हैं वह क्यों चुप्पी साधे हुए है, जो कि ऐसी कौन से दुहाई देनी पड़ी की अब नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना पड़ गया। उन्होंने कहा कि एक सस्ती लोकप्रियता के आधार पर और लोंगो को ऊंचे सब्ज बाग दिखा कर भाजपा ने जब जब सत्ता हासिल की तब तब बुनियादी तौर पर भाजपा लोंगो की नज़रो से गिरी है और धरातल से भाजपा का नाम मिटा है। उन्होंने कहा कि मामला सेनेटाइजर खरीद में क्रप्शन का हो या पीपीई किट खरीद का घोटाला हो या फिर हिमुडा की जमीन खरीद में करोड़ों के लेन देन के संगीन आरोप हों भ्रष्टाचार बेखौफ चलता रहा और सरकार यह दलीलें देती रही कि उनका दामन पाक-साफ है। मसला पुलिस या पटवारियों की भर्ती का हो या विश्वविद्यालयों में डिग्रियों की खरीद फरोख्त का हो या फिर ताजा कड़ी में भ्रष्ट तंत्र व नेताओं के भ्रष्टाचार गठबंधन का हो हिमाचल दागदार हुआ है।इसके पीछे सिर्फ जयराम सरकार है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के दामन को दागदार करने वालों को कभी भी
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी डेंगू की रोकथाम के लिए अभी से ही जुट जाएं ताकि समय रहते इस रोग को फैलने से रोका जा सके। यह बात उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने डेंगू, मलेरिया तथा अन्य जल जनित रोगों की रोकथाम के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। बैठक में उचित सामाजिक दूरी की पूर्ण रूप से अनुपालना की गई। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि लोगों को डेंगू के रोग के बारे में पंचायतों और शहरी क्षेत्रों में होर्डिंग्ज लगाकर और प्रचार सामग्री वितरित करके लोगों में जागरूकता का संदेश फैलाए जिन-जिन स्थानों पर डेंगू के रोग के फैलने की अधिक संभावनाएं रहती हैं। उन्होंने जल शक्ति विभाग, लोक निर्माण विभाग तथा नगर परिषद को आपसी समन्वयकता से कार्य करने को कहा ताकि जल जनित रोगों को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि पंचायत व वार्ड स्तर व समितियों का गठन करके डेंगू की रोक थाम के लिए आगामी कार्य योजना बनाने के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन करना सुनिश्चित करें ताकि लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक पग उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि जिला में डेगू से प्रभावित अति संवेदनशील व संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर उन पर गहन दृष्टि बनाएंतथा विभिन्न माध्यमों से प्रचार करके लोगों को सचेत व जागरूक करें। उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों से कहा कि जल भंडारण टैंको को समय रहते साफ करवाएं व आस-पास पानी एकत्रित ना हो इसके लिए आवश्यक प्रबन्ध करना सुनिश्चित करें। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि वे घरों में भी स्थापित पानी की टंकियों की सफाई व पानी के ठहराव के संदर्भ में पूर्ण जागरूकता से अच्छे नागरिक होने का कर्तव्य निभाएं ताकि किसी भी स्तर की लापरवाही के कारण डेंगू को पनपने का अवसर ना मिलें। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि डेंगू का ईलाज संभव है, इसे घबराएं नहीं, डेंगू के रोग की आंशका होने पर तुरंत क्षेत्रीय हस्पताल में जांच करवाना सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने सीएमओ को निर्देश देते हुए कहा कि डेंगू के संदर्भ में समस्त बीएमओ अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करने आवश्यक ठोस कदम उठाएं। उन्होंने पंचायत विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि पंचायतों में उपलब्ध सभी पारम्परिक जल स्त्रोतों की सफाई व क्लोरीनेशन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जल शक्ति विभाग और स्वास्थ्य आवश्यक सहयोग देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पानी की शुद्धता की जांच करने के लिए समय-समय पर पानी के सैंपल लेना भी सुनिश्चित करें ताकि लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके और जल जनित रोगों से भी बचा जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग आपसी समन्वय से लोगों को जागरूक करंे। उन्होंने आरएम एचआरटीसी को भी निर्देश दिए कि वे टायरों इत्यादि में पानी एकत्रित न होने दें। टायरों को पूर्णतय ढक कर रखें। सीएमओ डा० प्रकाश दड़ौच ने डेंगू के लक्षणों के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि तेज सिर दर्द व बुखार, मांस पेशियों तथा जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जी मिचलाना अथवा उल्टी होना व नो, मुह, मसूंड़ों से खून आने की स्थिति में तुरंत क्षेत्रीय अस्पताल में संपर्क करें। उन्होंने बताया कि डायरिया रोग के निदान के लिए क्षेत्रीय हस्पताल के अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों के अतिरिक्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी ओआरएस व सम्बन्धित दवाईयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि धैर्य बनाए रखे घबराएं नहीं, प्रशासन उनके सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है। उन्होंने लोगों से उचित सामाजिक दूरी बनाए रखने, मास्क पहनने तथा बार-बार हाथ धोने और सैनीटाईजर का उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि जिला से अब तक 1478 लोगों के सैंपल कोविड-19 के लिए लैब जांच के लिए आई जी एम सी शिमला भेजे गए, उनमें से 1450 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 18 की रिपोर्ट अभी तक पाॅजिटीव आई है जिनमें से 4 लोग ठीक हो चुके है और 14 मामले अभी तक एक्टिव है। शेष 10 सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि 23 मई को जिला में कफ्र्यू को आगामी आदेशों को बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए गए है। यह भी आदेश जारी किए गए है कि सैलून, ब्यूटी पार्लर, हेयर ड्रेसर की दुकानें मंगलवार को छोड़कर खुली रहेंगी। जिला के 250 हेयर ड्रेसर को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया है और जिन्हें ट्रेनिंग नहीं दी गई है उन्हें दिशा निर्देशों की काॅपी उपलब्ध करवा दी गई है। उन्होंने बताया कि 25 मई को विधानसभा क्षेत्र झंडूता के गांव डुहक के।रहने वाले व्यक्ति जोकि होम क्वारंटाईन में थे उनके पाजिटिव आने के पश्चात उस गांव तथा निकट तम छः गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया था और झंडूता के सुनहानी और कोटली को बफर जोन बनाया गया है। उन्होंने बताया कि 28 मई को ग्राम पंचायत बामटा तहसील सदर जिला बिलासपुर के गांव दनोह में एक व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाया गया है इस कारण गांव दनोह के आसपास के क्षेत्र निहाल, दनोह, कोसरियां गांवों को जो ग्राम पंचायत बामटा।में पड़ते हैं तथा नगरपरिषद के क्षेत्र के अन्तर्गत एचआरटीसी क्लोनी वार्ड नम्बर 1 नगर परिषद बिलासपुर गुरूद्वारा मार्किट, गांधी मार्किट व काॅलेज चौक मार्किट को कोविड-19 कंटेनमेंट जोन व नगरपरिषद के वार्ड नम्बर 1 के शेष बचे क्षेत्र, रौडा सेक्टर नम्बर 3, कोसरियां वार्ड, निहाल नम्बर 1, आईटीआई बिलासपुर तक व मेन मार्किट व चंगर सेक्टर को बफर जोन घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में पूरी तरह से आवाजाही बंद रहेगी तथा कर्फ्यू में दी गई ढील नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तुओं जैसे दूध, सब्जी, राशन, दवाईयां सप्लाई करने के लिए एसडीएम सदर की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है जिन्होंने आपूर्ति शुरू कर दी है। इसके तहत सभी को कोविड-19 के दिशानिर्देशों को पालन करना अनिवार्य किया गया है। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान चलाया जाएगा जिसमें लोगों के सैंपल लिए जाएंगे।
सदर विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता एवं प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर और पूर्व जिला परिषद सदस्य बसन्त राम सन्धु व जिला महासचिव एनएसयूआई नरेश कुमार ने सदर विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों का दौरा कर जनता का कुशलक्षेम जाना और लोगों को कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क वितरित किए। इस मौके युवा नेता आशीष ठाकुर ने कहा कि जिस तरह से देवभूमि में आए दिन मामले बढ़ रहे है यह बहुत ही चिंतनीय विषय है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से अब हमारा जिला भी अछूता नही रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि सरकार अपना निर्णय बदले ओर बाहरी राज्यो से आने वाले लोगों को चाहे वो किसी भी ज़ोन से आ रहे हों उन्हें इंस्टिट्यूशनल क्वारंटाइन में रखे और सभी लोगों का कोरोना टेस्ट करवाए अन्यथा पूरे प्रदेश में मामले धड़ाधड़ बढ़ते ही जायेंगे। उन्होंने प्रदेश सरकार से भी सवाल पूछा है कि सदर विधानसभा की पंचायतों में जो क्वारंटाइ। सेंटर बने है वँहा लोगो को खाना मुहिया करवाने की जिम्मेदारी किसकी बनती है। उन्होंने कहा कि उन्हें सूत्रों से पता चला है कि पंचायत घरों में बने क्वारंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगो को अपने घरों से खाने की व्यवस्था करनी पड रही है जिससे कि कोरोना संक्रमण के बढ़ने की पूर्ण आशंका बनी हुई है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि जल्द से उन लोगों के खाने की व्यवस्था क्वारंटाइन सेंटर में की जाए। साथ मे उन्होंने जनता से अपील की है कि वो अपने घरों में रहकर खुद को ओर अपने समाज को सुरक्षित रखने में योगदान दे।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व विधायक राम लाल ठाकुर प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन को घेरते हुए कहा कि एकदम से जो बिलासपुर जिला मुख्यालय को कन्टेनमेंट जोन और बफर जोन घोषित किया गया वह कहीं न कहीं स्थानीय प्रशासन व प्रदेश सरकार की ढील का नतीजा है। एक तरह जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रतिदिन कोविड19 से बचने के उपायों व सावधानियों को खुल कर बता रहा है तो प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय प्रशासन क्यों नहीं पूरे एहतियात बरत रहा है। प्रदेश परिवहन के परिचालक का आपातकालीन स्थियों में ड्यूटी देना, अन्य प्रदेशों में फंसे हिमाचल के लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाना एक बड़े जोखिम का काम होता है। उन्होंने कहा अगर मैं कहूं तो यह एक कोरोना योद्धा का साहस है लेकिन इनके साहस और इनकी देखभाल का जिम्मा तो इनके विभाग, स्थानीय प्रशासन व प्रदेश सरकार का है। जब प्रदेश सरकार या अन्य जिलों के स्थानीय प्रशासन ने कोविड 19 महामारी के चलते जिन-जिन गाड़ियों का इस्तेमाल लोंगो को प्रदेश से बाहर छोड़ने व लाने का काम किया तो क्या उनके चालकों, परिचालकों और अन्य स्टाफ के सदस्यों को संस्थागत कोरोनटीन क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि आज जिला मुख्यालय बिलासपुर में जिस तरह से परिवहन निगम के परिचालक में कोरोना महामारी के संक्रमण पाए गए है वह गंभीर चिंता का विषय है, उस परिचालक को संस्थागत कोरोनटीन करना चाहिए था न कि होम कोरोनटीन करना चाहिए था और उसका तुरन्त कोविड 19 का टेस्ट करवाकर ही अगला निर्णय लेना चाहिए था, जबकि यह एक प्रदेश सरकार, स्थानीय प्रशासन व हिमाचल पथ परिवहन निगम की बड़ी त्रुटि है, कि उनकी नाक तले एक बहुत बड़ी भूल हुई है। राम लाल ने चुटकी लेते हुए और प्रदेश सरकार पर फब्तिय कसते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि जो इस गंभीर महामारी के समय जो स्वास्थ्य विभाग की खरीद फरोख्त में हेराफेरी करने से अगर वक्त मिल गया है तो प्रशासनिक व्यवस्था पर भी जरा ध्यान दे दे। क्योंकि जिस लापरवाही से आज जिला मुख्यालय बिलासपुर को कंटोनमेंट जोन और बफर जोन घोषित किया गया है कहीं प्रदेश के अन्य स्थानों में ऐसी स्थिति न आ जाए। वैसे ही लोगों के मन मे भय की स्थिति बनी हुई है उसके ऊपर आर्थिक मंदी का यह दौर और उसके ऊपर से सरकार व प्रशासन की लापरवाही कहीं पूरे प्रदेश की जनता को न ले डूबे। उन्होंने कहा कि कोविड 19 महामारी से निपटने के बहाने की अन्य घोटालों को भी अंजाम दिया जा रहा है और प्रदेश सरकार व प्रशासन बिल्कुल भी संवेदनशील नही है जिससे लोगों का वर्तमान सरकार से विश्वास ही उठ गया है।
एसडीएम सदर रामेश्वर दास ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम पंचायत बामटा तहसील सदर जिला बिलासपुर के गांव दनोह में एक व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाया गया है। इस कारण गांव दनोह के आसपास के क्षेत्र को जिला प्रशासन ने निहाल, दनोह, कोसरियां गांवों को जो ग्राम पंचायत बामटा में पड़ते हैं तथा नगरपरिषद के क्षेत्र के अन्तर्गत एचआरटीसी क्लोनी वार्ड नम्बर1 नगर परिषद बिलासपुर गुरूद्वारा मार्किट, गांधी मार्किट व काॅलेज चैक मार्किट को कोविड-19 कंटेनमेंट जोन व नगरपरिषद के वार्ड नम्बर 1 के शेष बचे क्षेत्र, रौडा सेक्टर नम्बर 3, कोसरियां वार्ड, निहाल नम्बर 1, आईटीआई बिलासपुर तक व मेन मार्किट व चंगर सेक्टर को बफर जोन घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट जोन में पूरी तरह से आवाजही बंद है, इसलिए समस्त इलाकावासियों से निवेदन है कि उपरोक्त कंटेनमेंट जोन व आसपास के इलाको के लोग अपने घरों से बाहर न निकले। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में आना जाना व सड़कों पर घुमना पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित किया गया है। अवहेलना की सूरत में धारा 188 आईपीसी के तहत कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आपकी सुविधा के लिए प्रशासन एवं पंचायत व नगरपालिका संयुक्त रूप से क्षेत्र के लोगों को जरूरत की आवश्यक चीजे उपलब्ध करवाएंगी जैसे दूध, सब्जी, राशन, दवाईयां मुहैया करवाने का निर्णय लिया गया है इसलिए सबसे पहले अपने वार्ड मैम्बर या नगर परिषद से सम्पर्क करें। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त रजनी कालिया, निरीक्षक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग बिलासपुर को उपरोक्त कार्यों हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जिनसे सम्पर्क किया जा सकता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे धैर्य बनाए रखे घबराएं नहीं, प्रशासन एवं नगरपालिका, पंचायत का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि नगरपालिका व पंचायत सहयोग के लिए 24 घण्टे तैयार है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव व घुमारवीं के पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान इस तरह का कृत्य देश द्रोह की श्रेणी में आता है। पहले सैनिटाइजर खरीद में घोटाला फिर पीपीई किट की जगह रेनकोट लेना और अब स्वास्थ्य निदेशक का गोलमाल में पकड़ा जाना यह दर्शाता है कि सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूब चुकी है। धर्माणी ने कहा कि मुख्यमंत्री जनता को बताएं कि इस घोटाले के पीछे भाजपा के किस बड़े नेता का नाम लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो कोरोना योद्धा इस महामारी के दौर में अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं उनके लिए पीपीई किट की जगह रेनकोट लेने वालों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बड़ी हैरानी की बात है कि एक तरफ जहां लोग सरकार को दिल खोलकर दान दे रहे हैं, वहीं सरकार उस पैसे का दुरुपयोग कर रही है। कोरोना जैसी आपदा में सामान खरीदने में भी भ्रष्टाचार कर रही है। धर्माणी ने कहा कि एक तरफ स्कूल के बच्चों से लेकर गृहिणियों और महिला मंडलों की महिलाएं कोरोना से लड़ने के लिए सीएम राहत कोष में अपने बचाए हुए पैसे दान कर रही हैं। नन्हे बच्चे अपनी गुल्लकें तोड़कर सीएम राहत कोष को पैसे भेज रहे हैं लेकिन सरकार लोगों तक इन पैसों को पहुंचाने की जगह घोटाले करने में जुटी है।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व वर्तमान विधायक श्री नयना देवी जी राम लाल ठाकुर ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने जो नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया है उससे प्रदेश सरकार व प्रदेश भाजपा के नेता यह न समझे कि उनकी जांच नहीं होगी। राम लाल ठाकुर ने तो इस पूरे मामले की सी. बी. आई.से जांच करवाने की मांग की है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि स्वास्थ्य घोटाले के तार सीधे सीधे प्रदेश सरकार व भाजपा नेताओं से जुड़े हुए है इस घोटाले की अभी तो यह पहली विकेट गिरी है बाकी विकटें बहुत जल्द गिरेंगी। राम लाल ठाकुर ने यह भी कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तब से इस सरकार ने प्रदेश के संविधानिक व लोकतांत्रिक मूल्यों को गिरवी रख दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकारों को वर्ष 1997 से स्वास्थ्य विभाग से बड़ा प्यार रहा और फिर वर्ष 2008 में जब दोबारा प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी थी तो वर्तमान भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल की स्वास्थ्य विभाग के मंत्री थे और इनकी टोली में कुछ अधिकारी और कुछ भाजपा के नेता इस तरह से माफिया बन कर घोटालों को अंजाम देते रहे है। अभी जो ऑडियो वॉइस से 5 लाख रूपए के लेनदेन की बात हुई है उसका भी पूरा खुलासा होना बाकी है। इसके साथ ही राम लाल ठाकुर ने कहा कि पिछले वर्ष कांगड़ा में जो स्वास्थ्य विभाग को लेकर पत्र बम्ब सामने आया था उसमे भाजपा के दो गुटों के बीच ही लाव लपेट करके मामला ठंडा डाल दिया था। लेकिन सरकारी तौर पर कोई जांच नहीं कि गई थी और उस पत्र बम्ब का ठीकरा एक पूर्व मंत्री की सर पर फोड़ दिया था। अगर उस समय ठीक से जांच हो जाती तो प्रदेश सरकार व भाजपा को यह दिन नहीं देखने पड़ते। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष उन दिनों से ही घोटाले की सुर्खियों में रहें है जब से व सोलन की मुनिसिपल कॉर्पोरेशन में थे। इनके राजनैतिक जीवन मे जिन जिन पदों पर रहे है उन सभी इनके द्वारा किए गए कार्यकलापों की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। राम लाल ठाकुर ने कहा कि यह तो स्वास्थ्य विभाग का एक मसला है ऐसे और भी विभागों के मसले सामने आ रहे है। आयुर्वेदिक विभाग में दवाइयों की खरीद, अस्पतालों में स्वास्थ्य ईक्विपमेंटों की खरीद, आई. जी. एम. सी. के प्रधानाचार्य का इस्तीफा, पी. पी. ई. किटें, मास्क, सेनेटाइजर, ग्लव्स, दवाओं से लेकर अन्य विभाग भी संदेह के घेरे में है, जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पता था कि उनकी कोविड 19 को लेकर खरीद के सैम्पल फेल हो चुके है तो फिर से क्यों उन्ही चंद व्यवसायिक संस्थाओं को खरीद आर्डर दिए गए यह सब बातें सवालों के घेरे में है। इसके सचिव स्वास्थ्य विभाग, अतिरिक्त सचिव स्वास्थ्य विभाग और विशेष सचिव स्वास्थ्य विभाग भी कार्यप्रणाली की संदेह के घेरे में है, उनकी भी जांच अति आवश्यक है। इसके अलावा प्रदेश आयुष्मान भारत योजना को लेकर भी बहुत प्रश्न चिन्ह लग चुके है। इन सभी विषयों पर प्रदेश सरकार को कड़े आदेश देकर सी. बी.आई. जांच करवानी चाहिए ताकि दूध का दूध पानी का पानी हो सके।
मंडी जिला के करसोग उपमंडल के पांगणा में मंगलवार शाम मोबाइल में धमाका होने से एक 8 वर्षीय बच्चे की आंखें बुरी तरह से झुलस गई। घायल बच्चे को उपचार के लिए आईजीएमसी शिमला भेजा गया है, जहां बच्चे का उपचार चल रहा है। जानकारी के अनुसार 8 वर्षीय यमन कुमार पुत्र जियालाल मोबाइल पर कुछ देख रहा था। उसी दौरान मोबाइल की बैटरी फट गई। यह मोबाइल फोन कार्बन कम्पनी का बताया जा रहा है और मोबाइल मे ब्लासट होने से बच्चा घायल हो गया। इस दौरान बच्चे की आंखें बुरी तरह से झुलस गई। बताया जा रहा है कि बच्चा जब मोबाइल में कुछ देख रहा था तो मोबाइल की बैटरी से एसिड निकला और बच्चे की आंखों में जा घुसा, जिससे बच्चे की आंखें झुलस गई। डी एस पी करसोग अरूण मोदी ने बताया कि करसोग उपमंडल के पांगणा में मोबाइल की बैटरी फटने से 8 वर्षीय बच्चे की आंखें झुलसी हैं। बच्चे को उपचार के लिए आईजीएमसी शिमला रैफर किया गया है। मामले की जांच की जा रही।
करणी सेना हिमाचल प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष पीयूष चंदेल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि करणी सेना ने पहले दिन से ही प्रदेश सरकार के समक्ष यह माँग रखी थी कि स्वास्थ्य विभाग घोटाले से जुड़े उन सभी नेताओं का नाम पर्दाफ़ाश होने चाहिए जो इस घोटाले में संलिप्त थे। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने इस मामले को लेकर अपना इस्तीफ़ा दे दिया है जिससे यह साफ़ हो रहा है कि इसमें भाजपा के और भी कई नेता है जो इस घोटाले में शामिल हैं करणी सेना उन सभी नेताओं के नाम को भी पर्दाफ़ाश करने की भी अपील करती है। करणी सेना सोशल मीडिया व अख़बारों के माध्यम से लगातार सरकार से यह माँग कर रही थी कि इस घोटाले की निष्पक्ष जाँच सीबीआई द्वारा करवाई जानी चाहिए और सभी नेताओं के नाम भी पर्दाफ़ाश होने चाहिए। अभी इस केस की रिपोर्ट आना बाक़ी है जिससे सारा दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा और सभी के नाम सामने आएंगे लेकिन भाजपा अध्यक्ष के इस्तीफ़े से ये साफ़ ज़रूर हो रहा है कि भाजपा के और भी कई नेता इस घोटाले से उनके तार जुड़े हुए हैं। करणी सेना यह भी माँग कर रही है कि जब तक सभी नाम सामने नहीं आएंगे तब तक करणी सेना चुप नहीं रहेगी और तब तक लड़ती रहेगी जब तक इस केस से जुड़े सभी नाम सामने नही आ जाते।
बजरंग दल प्रांत संयोजक अधिवक्ता तुषार ने मांग की है कि बिलासपुर के समोह गांव के अंतर्गत एक मस्जिद के प्रभारी द्वारा महिला से की गई छेड़खानी को लेकर कानून के तहत उचित कारवाई की जाए। डोगरा बिलासपुर में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वारदात का विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल बिलासपुर इकाई कड़ा विरोध व भर्त्सना करती है। इस तरह की घटनाएं बहुत ही हृदय विदारक हैं। एक उक्त धर्मगुरु कहलाने वाला व्यक्ति छेड़खानी कर रहा है जोकि निंदनीय अपराध है। उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में विश्व हिंदू परिषद बिलासपुर इकाई के प्रमुख पदाधिकारी वहां गांव के लोगों से मिले संगठनात्मक तौर पर इस मामले की जांच की व उस परिवार के घर में भी गए। उन्हें न्याय दिलाने की विश्वास भी उस परिवार को व्यक्त किया। इस अवसर पर विमला अंगिरस, विजयपाल शर्मा, नीरज जयसवाल, अश्वनी शर्मा, नरेश शर्मा, लकी शर्मा, ओमकार चंदेल, सरोज कुमारी, मेहर सिंह, महेंद्र कुमार, अनिल ठाकुर व अमरदेव उपस्थित रहे। डोगरा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश व बिलासपुर जिला के अंदर इस तरह की एक पक्ष के द्वारा धार्मिक उन्माद को पैदा करने का काम किया जा रहा है और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का काम इस तरह की घटनाएं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कानून इस मामले में त्वरित जांच करके दोषी को सलाखों के पीछे पहुंचाएं ताकि इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने से पहले लोग कई बार सोचे। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल हिंदू परिवार के साथ खड़ा है किसी भी प्रकार की आवश्यकता यदि उन्हें पड़ेगी तो उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कानून दोषी को सजा नही देता है तो समाज खुद इस कार्य को करेगा जिसका जिम्मेदार प्रशासन स्वयं होगा।
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा है कि इस समय पूरे देश में अफरा तफरी, अराजकता और भय का वातावरण है, जो इससे पूर्व आजाद भारत में कभी भी देशवासियों को देखने -सुनने को नहीं मिला। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है मानो देश अघोषित आपात स्थिति से गुजर रहा है। उन्होने कहा कि जिस भी विरोधी दल के नेता या आम नागरिक ने भाजपा सरकार की गलत ,अनुचित और अप्रजातांत्रिक गतिविधियों और कारनामों का विरोध करने की जुर्रत की उसे बदले की भावना से उसके संवेधानिक अधिकारों से वंचित करने के लिए कथित सत्ता का दुरुपयोग करते हुए यातो विभिन्न झूठे, मनघडन्त और आधारहीन पुलिस केस घड़ कर या फिर विभिन्न अदालतों में मुकदमें चला कर उन्हें तंग व प्रताड़ित करने की जनविरोधी नीति अपनाई गई है। उन्होने कहा कि आज देश भर में विरोधी दल अथवा पार्टी का एक भी ऐसा नेता नहीं होगा, जिस पर भाजपा सरकार ने किसी न किसी बहाने से उसकी आवाज दबाने और प्रजातांत्रिक अधिकारों का हनन करते हुए उस पर दमनात्मक कार्यवाही अमल में ना लाई हो। बंबर ठाकुर ने कहा कि देश में कथित तानाशाही व आर एस एस शाही पूरी तरह से हावी हो चुकी है। उन्होने प्रश्न किया कि क्या कारण है कि केंद्र की भाजपा सरकार धर्म और मजहब के नाम देश के विभिन्न भागों में हुए सांप्रदायिक दंगे –फसाद रोकने में असफल रही है। जबकि जिस सत्य व अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी ने देश को आजाद करवाने में विशेष भूमिका निभाई थी, आज उस महात्मा गांधी के विरुद्ध समाज में कथित नफरत पैदा की जा रही है और उसके हत्यारे को देश भक्त बोला जा रहा है। उन्होने खेद व्यक्त किया कि आज देश के इतिहास को बदलने के षडयंत्र चल रहे हैं और जिन लोगों ने देश को आजाद करवाया उन्हें भुला कर अपने उन नेताओं को देश भक्त बताने के प्रयास चल रहे हैं, जिनका देश की आजादी में कोई योगदान नहीं रहा है। उन्होने कहा कि पूरा देश जानता है कि भाजपा और आर एस एस के लोगों ने अंग्रेजों से माफ़ियाँ मांगी थी और देश को आजाद करवाने में उनकी रत्ती भर भी भूमिका नहीं रही थी। केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों को बड़े बड़े झांसे, प्रलोभन देकर और झूठे वादे करके सत्ता प्राप्त की , लेकिन अब देश की जनता बुरी तरह से परेशान है। बेरोजगारी, मंहगाई आसमान छू रही है और तानाशाही इस देश की संस्कृति बना डालने के असफल प्रयास चल रहे है, जिस से अब देश छुटकारा पाना चाहता है। बंबर ठाकुर ने कहा कि आजादी के बाद से देश पहली बार भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है, जबकि कोरोना के बहाने देश के मेहनत –मजदूरी करने वाले निर्धन लोगों पर पुलिस अत्याचारों की तस्वीरें देख कर मन दहल जाता है और उनको दो वक्त की रोटी के लाले पड़ गए हैं, जिस ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है।
सेवा भाव हो तो देश एवं समाज की सेवा किसी भी प्रकार की जा सकती है, फिर चाहे वह घर में बैठकर ही क्यों ना हो। समाज सेवा का एक ताजा उदाहरण बिलासपुर से करीब सात किलोमीटर किलोमीटर दूर नौणी गांव में देखने को मिला। नौणी निवासी सुहानी महाजन पुत्री राकेश कुमार ने करीब 100 मास्क अपने आप बनाकर जरूरतमंदों में वितरित किए हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप वीडियो के माध्यम से लोगों को घर में मास्क तैयार करने की प्रेरणा एवं ट्रेनिंग दे रही है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छात्रा बिलासपुर में 11वीं कक्षा की छात्रा सुहानी पढ़ाई में भी टॉप पर है। विद्यालय में कार्यरत भौतिक विज्ञान प्रवक्ता राकेश भारद्वाज ने बताया कि वर्तमान में पढ़ाई व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से हो रही है। बावजूद इसके सुहानी की परफॉर्मेंस बेहतरीन है। उन्होंने बताया कि सुहानी महाजन ने अपनी माता रंजना कुमारी के साथ मिलकर अभी तक करीब 500 मास्क बनाकर आम लोगों को बांट दिए हैं। करीब 100 मास्क सुहानी ने अपने स्तर पर तैयार किए हैं। वीडियो के माध्यम से सुहानी महाजन लोगों को घर में मास्क बनाने की ट्रेनिंग भी दे रही है। शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने के साथ.साथ समाज सेवा की भावना से भरपूर सुहानी महाजन आगे चलकर एक चिकित्सक बनना चाहती है ताकि वह देश एवं समाज की सेवा कर सके।