पूर्व मंत्री व विधायक श्री नयना देवी जी राम लाल ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी अपनी चरम सीमा तक पहुंच गई है। अभी कुछ दिन पहले सेंटर फॉर मोनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी की ताजा रिपोर्ट में हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारी की दर 16.7 प्रतिशत हो चुकी है जबकि लॉक डाउन पीरियड के दौरान प्रदेश में 20 से 35 वर्ष के युवाओँ ने भारी संख्या में अपना रोजगार खोया है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि वह सरकार के ऊपर आरोप नहीं लगा रहे बल्कि तथ्यों के ऊपर बात कर रहे हैं। ठाकुर ने प्रदेश में बढ़ रहे बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार को खुली बहस की चुनौती भी दी। उन्होंने कहा कि वह कुछ तथ्य देश व प्रदेश पर राज करने वाली भाजपा सरकारों के सामने रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, भारत में बेरोज़गारी दर पिछले 3 सालों के उच्चतम स्तर पर पहुँच गई है। सी.एम.आई.ई. की रिपोर्ट के अनुसार भारत में शहरी बेरोज़गारी दर 8.9% और ग्रामीण बेरोज़गारी दर 8.3% अनुमानित है। जबकि यह सरकार के खुद के आंकड़े है यदि आम आकड़ो की बात की जाए तो बेरोजगारी की स्तिथि भयावह है। उल्लेखनीय है अक्तूबर 2019 में भारत की बेरोज़गारी दर बढ़कर 8.5% हो गई, जो अगस्त 2016 के बाद का उच्चतम स्तर है। इस रिपोर्ट के अनुसार, राज्य स्तर पर सबसे अधिक बेरोज़गारी दर त्रिपुरा (27%) हरियाणा (23.4%) और हिमाचल प्रदेश (16.7) में आंकी गई। सी.एम.आई.ई की यह रिपोर्ट नवीनतम आवधिक श्रम बल सर्वे पर आधारित हैं जिसके तहत बेरोज़गारी दर जुलाई 2017 से जून 2018 के दौरान पिछले 45 वर्षों में सबसे बुरे स्तर पर आँकी गई है और अब तो कोविड 19 के दौरान इसकी सीमा आजादी के शुरुआती वर्षो से भी बदतर हो चुकी है। इसके अलावा सेंटर फॉर सस्टेनेबल एम्प्लॉयमेंट द्वारा 'इंडियाज एंप्लॉयमेंट क्राइसिस' शोध के अनुसार वर्ष 2017-18 के बीच,कुल रोज़गार में नौ मिलियन की अभूतपूर्व गिरावट दर्ज की गई। वहीं कृषि आधारित रोज़गार में 11.5% की गिरावट की गई है। शोध के अनुसार इसी अवधि में सेवा क्षेत्र की रोज़गार दर में 13.4% की वृद्धि हुई, जबकि विनिर्माण क्षेत्र में 5.7% की गिरावट दर्ज की गई। अब सरकार यह बता दे जहां पर सेवा क्षेत्र में मेहनत मज़दूरी करने वालों की संख्या बढ़ी है ठीक उसी के विपरीत निर्माण क्षेत्र में भारी गिरावट दर्ज की गई है। उसके ऊपर विश्व आपदा की स्थिति बनी हुई है अगर समय रहते अभी भी भाजपा की सरकार नहीं जागी तो देश और प्रदेश भुखमरी का शिकार हो जाएगा। अब जो फैसले पूर्व में भी लिए गए जैसे नोटबन्दी, जी.एस.टी. की दरों को समानुपात में न लाना आज जिससे आमजन त्रस्त कर रहा है। क्या इस मसले पर प्रदेश सरकार या भाजपा का कोई बड़ा नेता बोल पाएगा, क्या युवाओं की बेरोजगारी पर इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती ।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर और हिमाचल प्रदेश की आह्वान संस्था के चेयरमैन ईश्वर चन्द्र ठाकुर (बंटी)ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सीमेंट उद्योगों की वजह से प्रदेश का वातावरण दिन प्रतिदिन दूषित होता जा रहा है। प्रदूषण की वजह से किसानों की फसलें तबाह हो गई है। इन उद्योगों की वजह से आने वाले भविष्य में गम्भीर बीमारियां फैलने का खतरा लगातार मंडरा रहा है। उन्होंने कहा सीमेंट उद्योग प्रदेश में अपनी मनमानी कर रहे है और सरकार उनकी कठपुतली बनकर रह गई है। इससे साफ प्रतीत होता है कि भविष्य में हिमाचल की जो ये सुंदर पहाड़ियां है जिन्हें देखने के लिए पर्यटक दूर दराज के क्षेत्रों से आते है वो सब खत्म हो जाएगा। ईश्वर चन्द्र ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहले से ही बहुत ज्यादा सीमेंट उद्योग चल रहे है और सरकार एक और नया उद्योग शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के बसन्तपुर में खोलने जा रही है हम उसका पूर्ण रूप से बहिष्कार करते है। आज ऐसा लगता है कि सरकार डालमिया ग्रुप के आगे बिक चुकी है। उन्होंने कहा कि इस उद्योग को हम किसी भी सूरत में नही चलने देंगे चाहे उसके लिए हमे कोई भी कीमत क्यों न उठानी पड़े। हम क्षेत्र वासियो के साथ मिलकर जेल भरो आंदोलन शुरू कर देंगे और अगर जान तक कि बाजी भी इस उद्योग को बन्द करने के लिए लगानी पड़े तब भी हम पीछे नही हटेंगे। ईश्वर चन्द्र ठाकुर ने कहा कि सरकार अगर बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार मुहिया करवाना चाहती है तो क्यों नही वो प्रदेश के अंदर पर्यटन को बढ़ावा दे रहे है। हमारे प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इस मौके पर युवा कांग्रेस प्रदेश महासचिव आशीष ठाकुर ने कहा कि ये सीमेंट उद्योग प्रदेश में अपनी मनमानी चलाने पर उतारू हुए है। सीमेंट हमारे प्रदेश में बन रहा है पर जो सीमेंट के दाम है वो हमारे राज्य में अन्य राज्यो की अपेक्षा बहुत ज्यादा है। आशीष ठाकुर ने प्रदेश सरकार से पुनः मांग की है कि सीमेंट के दाम प्रदेश में कम किए जाएं अन्यथा प्रदेश युवा कांग्रेस पूरे राज्य की 68 विधानसभा क्षेत्रों में युवाओं के साथ मिलकर आंदोलन करेगी अगर फिर भी दाम कम नही किए गए तो सरकार और कम्पनियों का घेराव करने से भी हम पीछे नही हटेंगे।
हिमाचल प्रदेश के करणी सेना के अध्यक्ष पियूष चंदेल ने कहा है कि स्वास्थ्य घोटाले की उचित और सीबीआई जांच होनी चाहिए तथा पर्दे के पीछे छिपे सभी चेहरे बेनकाब होने चाहिए। पियूष बिलासपुर में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हैरानी की बात यह है कि भ्रष्टाचार करने वाले कोरोना जैसी महामारी के इस भयानक काल में भी भ्रष्टाचार करने से पीछे नहीं हट रहे। उन्होंने कहा कि जिस तरह से ऑडियो में बातचीत के दौरान स्पष्ट हुआ है कि इस सप्लाई के लिए स्वास्थ्य निदेशक द्वारा पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। यह भी पता चला है कि उक्त स्वास्थ्य निदेशक की सेवा वृद्धि की अर्जी मुख्यमंत्री कार्यालय में किसी नेता द्वारा पहुंचाई गई थी और उसे स्वास्थ्य वृद्धि दिए जाने का मामला सरकार के अधीन था। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस सारे मामले की निष्पक्ष जांच करवाए जाने की मांग भी की और कहा कि ऐसे कौन से तार हैं जो किस नेता से जुड़े हुए हैं। यह तभी संभव हो सकता है जब इस सारे मामले की सीबीआई से जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि पहले भी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी निष्पक्षता के लिए जाने जाते रहे हैं इसलिए करणी सेना चाहती है कि इस मामले की भी निष्पक्ष जांच हो और भ्रष्टाचार में जो चेहरे डूबे हुए हैं, वह बेनकाब हो पर सामने आए। यह भी पता चले कि जिस किसी भी बड़े नेता का इनको संरक्षण प्राप्त है, वह भी सामने आना चाहिए ताकि आम जनता को पता चल सके कि कौन इस घोटाले के पीछे हैं?
पूर्व मंत्री व विधायक श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र राम लाल ठाकुर ने मेडिकल घोटाले को लेकर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भ्र्ष्टाचार के मामले पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति की घोषणा की थी लेकिन जब भी भाजपा की सरकारें बनी तब तब भ्र्ष्टाचार ने अपनी चरम सीमाएं लांघी हैं प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग ही इनके भ्र्ष्टाचार का अड्डा बना है। ठाकुर ने कहा कि जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरेआम कैमरे पर रिश्वत लेते पकड़े गए थे तब पूरे देश ने वह देखा था। ठीक उसी दौरान भाजपा की सरकार हिमाचल प्रदेश में भी थी तब सबसे बड़ा स्वास्थ्य विभाग का घोटाला वर्ष 1997 से लेकर 1999 तक प्रदेश में चर्चा में रहा था। उस घोटाले की सी. ए. जी. की रिपोर्ट आज भी मौजूद है। यह घोटाला 84 लाख 7 हजार 750 रुपये के था। उस समय के स्वास्थ्य मंत्री आज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। आज भी कांग्रेस के पास वह सीएजी की रिपोर्ट मौजूद है। यह 84,07,750 लाख रुपये की दलाली के प्रमाण इस रिपोर्ट में लिखित में है, दुख तो इस बात का भी है कि वर्ष 2003 में जो सरकार बनी तब भी इस घोटाले को उजागर नहीं किया गया। इस घोटाले में स्वास्थ्य विभाग के दो निदेशक जेल में रहे थे, इसके भी प्रमाण मौजूद है। अब जब वर्तमान स्वास्थ्य निदेशक अजय कुमार गुप्ता स्वास्थ्य विभाग के घोटाले ने गिरफ्तार हुए है और 5 लाख रुपए के लेनदेन की ऑडियो सामने आ चुकी है और पिछले कल उनकी क्रिटीकल केअर यूनिट से भी कहीं नौ बार किसी फोन से बात करने की बात उजागर हुई है। तो मैं पूछता हूं भाजपा की भ्र्ष्टाचार के बारे में ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अब कहां है, वह कौन सा भाजपा का बड़ा नेता है जिसका नाम सामने आ रहा है, क्यों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो कि स्वयं हिमाचल प्रदेश से है वह चुप है, क्यों प्रदेश के मुख्यमंत्री इस घोटाले पर कबूतर और बिल्ली का खेल खेल रहे है। उन्होंने भाजपा की सरकार और भाजपा के नेताओं से कहा कि कुछ तो शर्म की होती क्योंकि इन विपरीत स्थितियों में भी कोरोना जैसी महामारी के दौरान भी अगर ऐसी घिनोनी हरकत की जा रही है तो सामान्य समय मे क्या क्या किया जाता होगा। यह विषय बहुत ही गंभीर है इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्री व भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को भी लोगों को जबाब देना पड़ेगा। इसी कड़ी को मै यदि अपने जिला बिलासपुर से जोडूं तो कोविड 19 के तहत जितनी भी जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग ने खरीदारी की है वह भी सवालों के घेरे में आ चुकी है, वहां पर भी जो कोविड19 से लड़ने हेतु जो किटें खरीदी गई क्या उनका क्वालिटी स्टैण्डर्ड पहले चेक किया गया था, क्या जिन संस्थाओं से यह किटें खरीदी गई थी क्या वह इन्हें बेचने के लिये अधिकृत थी। इस सारे गड़बड़ी और घोटाले के पीछे भाजपा के अंदर ही एक गिरोह काम कर रहा है और वह गिरोह भी उसी बड़ी संस्था का हिस्सा लगता है जिसके नीचे भाजपा व भाजपा की सरकारें काम करती है। उन्होंने कहा कि क्या यही है भाजपा की भ्र्ष्टाचार के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति।
रूकमणि कुंड में लाॅकडाउन के समय अनाधिकृत रूप नहाने आ रहे लोगों को रोकने के लिए हांलाकि शिकायत के बाद पुलिस ने दो जवानों की वहां पर डयूटी लगाई हैै। बावजूद इसके इस काम को रोकने के लिए जनप्रतिनिधि और ग्रामीण भी आगे आए हैं। रविवार को बाकायदा कमेटी का गठन जांगला पंचायत के प्रधान किशोरी लाल की अध्यक्षता में किया गया जिसमें सर्वसम्मति से कमेटी का नाम मां रुक्मणि कुंड सेवा समिति रखा गया तथा इसकी कमान अभिषेक चंदेल को सौंपी गई। किशोरी लाल व कुलदीप कुमार को संरक्षक बनाया जबकि पवन ठाकुर को सचिव, राजकुमार चंदेल, नीलम चंदेल, तुलसी राम को उपाध्यक्ष, संजीव चंदेल, प्रभात चंदेल, राजेंद्र चंदेल को सह-सचिव का दायित्व सौंपा गया। नवनियुक्त अध्यक्ष अभिषेक चंदेल ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते तब तक किसी को भी रूकमणि कुंड में नहाने की इजाजत नही होगी। उन्होंने कहा कि यहां पर काफी दिनों से देखा जा रहा है कि कुछ लोग मौज मस्ती के लिए कुंड में नहाने के लिए आते रहते हैं। जबकि इस समय पूरे देश में कोरोना महामारी फैली हुई है तथा कुछ लोग यहां पर नहाने के लिए आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस कुंड का पानी करीब 20 पंचायतों के लोग पीते हैं। वक्त के साथ संभावित खतरों को देखते हुए ऐहतियात जरूरी है। चंदेल ने कहा कि यूं तो निगरानी के तौर पर कमेटी सदस्य भी पुलिस प्रशासन का सहयोग करेंगे। यदि कोई व्यक्ति यहां पर नहाता हुआ पाया जाता है या नियमों की अवहेलना करता हुआ पाया जाता है तो उसके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी और एक हजार रूपए जुर्माना मौका पर वसूला जाएगा। यही नहीं मंदिर कुड के प्रवेश द्वार पर सूचना पट लगाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। गौर हो कि धार्मिक आस्था की दृश्टि से रूकमणि कुंड की महत्व पौराणिक है लेकिन कोरोना वायरस के कारण अब ऐहतियातन इसे बंद किया गया है।
प्रदेश भाजपा महामंत्री एवं हमीरपुर संसदीय क्षेत्र प्रभारी त्रिलोक जम्वाल ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी प्रारंभ से ही इस कोरोना महामारी के कारण उपजी आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए "सेवा प्रकल्पों" के माध्यम से जन-जन तक पहुंचने के लिए कार्यरत है। उन्होंने हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि इस वैश्विक महामारी के संकट काल में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्त्ताओ को संगठन प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल के नेतृत्व में प्रदेश की जयराम सरकार के साथ मिलकर खुद की सम्भाल करते हुए मानव सेवा कार्यों को सतत आगे बढ़ाना जारी रखना होगा और जयराम सरकार की जनहितैषी नीतियों को प्रचार प्रसार के साथ लोगों तक पहुंचाने के लिए भी निर्विवाद आगे बढ़ें।उन्होंने बताया कि अभी तक संसदीय क्षेत्र की 454 वीडियो कांफ्रेंस बैठकों का आयोजन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि स्थानीय सांसद अनुराग ठाकुर के प्रयासों से इस संसदीय क्षेत्र में उनके द्वारा पोषित एसएमएस स्वास्थ्य सेवा देशभर में सेवा प्रकल्प का अनूठा उदाहरण है। ऐसा प्रतीत हो रहा है आज मानो कि "मानवसेवा- श्रम" और भाजपा एक दूसरे का पर्याय बन गए हों। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कार्यकर्त्ताओं को सेवा कार्यों से जुड़ने का मार्गदर्शन जहां प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा कोरोना महामारी से निपटने के लिए 130 करोड़ लोगों के हित में लिए जा रहे प्रशासनिक फैसलों के साथ-साथ भावनात्मक निर्णयों में वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा घोषित "आत्मनिर्भर भारत अभियान" है, वहीं पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा कार्यकर्त्ताओं के साथ सम्वाद और बचाव हेतु "फेस कवर व सेनेटाइजर" वितरित कर सेवा कार्य को आगे बढ़ाने में उनकी अग्रणी भूमिका प्रेरणादायक रही है। त्रिलोक ने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष डॉ बिंदल के निर्देशानुसार हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्त्ता निरंतर सेवा कार्यों को ज़रूरतमंदों तक पहुंचाने के लिए संकल्पित होकर जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि अब तक हमीरपुर ससंदीय क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने कुल 1768 बूथों पर 21674 फ़ूड पैकेट्स व 248458 राशन किट मुहैया करवाकर 324157 लाभार्थियों तक पहुंचने में सफलता पाई है।वहीं पर 2,75,096आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड 5,09,209 फेस कवर वितरित किये जा चुके है और साथ ही पीएम केयर्स फण्ड में 46,88,706 लाख एवम सीएम रिलीफ कोविड फण्ड में 1,39,58,453 करोड़ की राहत राशि को जन सहयोग से एकत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान परिस्थितियां महामारी के चलते प्रतिकूल हैं और आने वाले लम्बे समय तक इसी महामारी के साथ ही पार्टी के काम को बढ़ाना होगा। त्रिलोक ने बताया कि जयराम सरकार ने भी इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए प्रदेश के हरेक ज़िला में जहां पर संगरोध केंद्रों की संख्या में बढ़ोतरी की है वहीं पर अलग से कोविड सेंटर तय कर दिए गए हैं । जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि संक्रमित मरीजों के अधिक से अधिक टेस्ट हो सके इसके लिए टेस्ट करने की व्यवस्था को भी बढाया गया है। उन्होंने बताया कि जहां सभी वर्गों की आर्थिकी को बचाने की कोशिश में जयराम सरकार ने लॉकडाउन में 11 नए उद्योगों को मंजूरी देकर प्रदेश में ही युवाओं के लिए रोज़गार सृजन की एक ओर फल की है।इन उद्योगों के स्थापित होने से प्रदेश में 332.50 करोड़ का निवेश आएगा।यही नहीं प्रदेश में जयराम सरकार 15वें वित्तायोग की सिफारिशों को लागू कर ग्राम पंचायत में 70 फीसदी, व पंचायत समितियों व जिला परिषद को 15-15फीसदी राशि जारी कर गांव के विकास में गांव के ही प्रतिनिधियों को मजबूत करने जा रही है उन्होंने बताया कि सरकार के इस साहसिक फैसले से प्रदेश को केंद्र सरकार से 429 करोड़ की धन राशि प्राप्त होगी। त्रिलोक ने कहा कि धैर्यपूर्वक "बीमारी से लड़ना है, न कि बीमार से" अभी तक इस लाईलाज महामारी के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए सोशल डिस्टेसिंग को ही जीवन में अपनाना होगा और लोगों को अधिक सजग रहने के लिए आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड करना अतिआवश्यक हो गया है।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर ने कहा कि आज देश वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से गम्भीर परिस्थितियों से गुजर रहा है और इस समय में समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है ताकि देश इस वैश्विक महामारी से जल्द से जल्द निजात पा सके। पर देखने मे ऐसा आ रहा है कि आज के समय मे भी कुछ धर्म के ठेकेदार धार्मिक आस्थायों का सहारा लेकर लोगो को भर्मित कर राजनीति कर रहे है। आशीष ठाकुर ने सभी समुदाय के लोगों से निवेदन किया है द्वेष की राजनीति छोड़ देश हित के लिए एकजुट हो जाएं। युवा नेता ने सरकार और प्रशासन से भी मांग की है कि जो लोग आज के समय मे समाज को विभाजित करने की कोशिश कर रहे है और जो लोग कानून का उलंघन कर रहे है उनकी निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के साथ सख्ती से पेश आया जाए ताकि देश का हर वर्ग खुद को सुरक्षित महसूस करे।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी झण्डुता के अध्यक्ष सतीश चंदेल की अध्यक्षता में अपने फ्रन्टल संगठनों के सहयोग से एसडीएम झण्डुता, नायब तहसीलदार झण्डुता, एसएचओ झण्डुता, खण्ड चिकित्सा अधिकारी झण्डुता तथा खण्ड विकास अधिकारी झण्डुता एवं उनके कार्यालय में काम कर रहे सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों को कोरोना महामारी के विरुद्ध लड़ी जा रही जंग में फ्रन्ट पर काम करने के लिए उन्हें पुष्प गुच्छ, मास्क, सैनीटाइजर आदि देकर सम्मानित किया।
एक ओर जहां सपूर्ण विश्व कोरोना जैसी सर्वव्यापी महामारी के संकट से गुजर रहा है, तो दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी घोटाले करने में व्यस्त है। करणी सेना हिमाचल के प्रदेश अध्यक्ष पीयूष चन्देल ने सोशल मीडिया में फेसबुक के माध्यम से प्रदेश की जयराम सरकार पर कड़ा प्रहार किया है तथा इस घोटाले में लिप्त सभी अधिकारियों की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि जांच के लिए सीबीआई या हाई कोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में जांच समिति बनाई जानी अत्यंत आवश्यक है ताकि जनता द्वारा दिए गए कोविड फंड घोटाले में सचाई सामने आ सके। उन्होंने कहा कि ऐसे समय मे इस घोटाले ने हिमाचल की छवि को पूरी तरह से खराब किया है और जहां लोग इतनी महामारी में भी आर्थिक तंगी के कारण मुख्यमंत्री राहत कोष या कोविड फंड में भरपूर योगदान दे रहे है, खुद की परवाह किए बिना क्षेत्र की जनता एव कोरोना पीडितों को मदद पहुँचे इस मंशा से सरकार की खुलकर मदद कर रहे थे वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग जोकि वर्तमान में मुख्यमंत्री के अधीन है उसी विभाग के निदेशक डॉ० अजय गुप्ता इसी फंड की हेराफेरी करते हुए पाए गए और विजिलेंस द्धारा गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं। ऐसी कोरोना महामारी में भ्र्ष्टाचार कर रहे बड़े नेताओं को बिल्कुल भी शर्म नहीं है कि जनता पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। हाल ही में बिलासपुर में भी सस्ती पीपीई किट एव कोविड रेपिड टेस्ट किटों की गुणवत्ता पर कई सवाल उठये जा चुके हैं तथा अब तो इस घोटाले के तार किसी बड़े भाजपा नेता के साथ जुड़ते नज़र आ रहे है। प्रदेश सरकार सार्वजनिक करें कि आखिर इस वायरल ऑडियो में कौन से बड़े नेता का व्यक्ति सौदेबाजी कर रहा था और पांच लाख की घूस का सच क्या है। बड़े नेता में साथ अटैच तीन कर्मचारियों को क्यों ड्राप कर दिया गया है। चंदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री जवाब दे कि हाल ही में सरकार के दो बड़े नेताओं के डीओ नोट में इसी स्वास्थ्य निदेशक की नॉकरी की एक्सटेंशन के लिए सिफारिश की जा चुकी है । पीयूष चन्देल ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार की नाकामी सबके सामने आ चुकी है, मुख्यमंत्री की अधिकारियों पर कोई पकड़ नहीं रही है । जब ऐसे संकट काल मे स्वास्थ्य विभाग ही सुरक्षित नहीं है तो जो ख़रीदारी इस विभाग के आला अधिकारियों ने कोविड 19 के लिए पूर्व में की है वह भी जांच के घेरे में है। उन्होंने कहा कि जनता द्वारा दान किए गए कोविड फंड में खुलेआम हेराफेरी हो रही है क्यूँकि यह मामला मुख्यमंत्री के विभाग का है इसलिए करणी सेना हिमाचल प्रदेश इस मामले की जाँच CBI या हाई कोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में होने की माँग करती है।
पूर्व मंत्री व विधायक श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र राम लाल ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर बेरोजगारी के मुद्दे पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि धर्मशाला में प्रदेश सरकार द्वारा की गई इन्वेस्टर मीट के कोई परिणाम सामने नहीं आए है। उन्होंने कहा न ही कोई इन्वेस्टमेंट हुई और न ही किसी युवा को रोजगार मिला। यह इन्वेस्टर मीट महज के राजनैतिक सोशे से ज्यादा कुछ भी नही था। इसके विपरीत प्रदेश सरकार आर्थिक मोर्चे पर विफल हो चुकी है। प्रदेश सरकार को कोविड 19 की वजह से बेरोजगार हुए लोंगो का डाटा प्रदेश के सामने रखना चाहिए और प्रदेश सरकार को यह भी बताना चाहिए कि कितनी औद्योगिक इकाइयां इस दौरान बंद हो चुकी है। कोविड19 वजह से अपना रोजगार खो चुके युवाओं और बंद पड़ी औद्योगिक इकाइयों के बारे में एक व्यापक नीति प्रदेश सरकार को बनानी चाहिए ताकि इस मंदी के दौर में कुछ फायदा लोगों को मिल सके। राम लाल ठाकुर ने कहा देश की आर्थिक स्थिति बड़ी विकराल रूप ले रही है जिसका सीधा प्रभाव हिमाचल प्रदेश की जनता पर भी पड़ रहा है। जो देश की आर्थिक व्यवस्था पर आंकड़े नजर आ रहे है महामंदी की और इशारा कर रहे है। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2020 में भारत की वृद्धि दर सिर्फ 1.9 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। उसने कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था 1930 के दशक की महा मंदी के बाद सबसे खराब दौर से गुजर रही है। कोरोना की महामारी ने दुनिया भर की आर्थिक गतिविधियां रोक दी है. अगर आईएमएफ का अनुमान सही साबित होता है तो 1991 के उदारीकरण के बाद यह भारतीय अर्थव्यवस्था का सबसे खराब प्रदर्शन होगा और दूसरी तरफ सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट के बाद अब बढ़ती महंगाई दर भी सरकार के लिए मुश्किल बन गई है और दूसरी तरफ राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक़ उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है। ठाकुर ने कहा कि दिसंबर में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7.35 फ़ीसदी हो गई है जो नवंबर में 5.54 फ़ीसदी थी। इसके बाद जनवरी से लेकर मई 2020 खाद्य महंगाई दर में भी बेतहाशा वृद्धि दर्ज की गई है और ऊपर से कोविड 19 की मार तो ऐसी दशा में प्रदेश पर बेरोजगारी का बढ़ना और उधोगों का बंद होना चिंता का विषय है जिसके बारे में सोचना होगा।
आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक पूर्णेद्र मोहन कश्यप ने कहा है कि प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी भाजपा सरकारों को जनता को बताना चाहिए कि वे अपने चुनावी वादों, जिनके आधार पर उन्होने जनता की वोटें लेकर सत्ता प्राप्त की है, के अनुसार अब पेट्रोल व डीजल के रेट क्यूँ कम नहीं कर पाए हैं और वे कौन से कारण हैं जिनकी वजह से विदेशों से काला धन वापिस भारत में लाकर प्रत्येक के खाते में मुफ्त में 15-15 लाख डालने में असफल रही हैं? पूर्णेद्र मोहन कश्यप ने कहा कि वास्तव में भाजपा के खाने के दाँत और तथा दिखाने के और हैं, अन्यथा कोई कारण नहीं था कि देश की 130 करोड़ जनता से वादे करके मुकर जाते। पूर्णेद्र मोहन कश्यप ने कहा कि देश के करोड़ों पढे–लिखे बेरोजगार युवक–युवतियों को प्रति वर्ष 2 करोड़ नौकरियाँ के सब्जबाग दिखाए गए, किन्तु सत्ता के सिंहासन पर बैठ कर पहले नोट बंदी और फिर जी एस टी लगा कर लोगों का सारा कारोबार ठप्प कर दिया, जिस कारण रोजगार देना तो दूर, जिन्हें रोजगार मिला भी था वह भी खत्म हो गया। उन्होने कहा कि 2003 में जब प्रदेश में भाजपा सरकार थी, तो प्रदेश में नौकरियाँ ठेके पर देनी आरंभ कर दी और पेंशन की सुविधा छीन ली गई जबकि खाली पड़े पदों को भरने की बजाए खत्म करने कि प्रक्रिया अपनाई जाने लगी है। आज युवा वर्ग जगह-जगह रोजगार की तलाश में सड़कों की खाक छान रहा है। उन्होने कहा कि किसानों को खेती करना कठिन कर दिया गया है, क्यूँ कि बीजों, कीट नाशक दवाइयों और खाद के दाम अत्याधिक बढ़ा दिये गए है, जबकि जिन किसानों ने अपनी फसलों को जंगली जानवरों, सुअरों और बंदरों से बचाने के लिए बंदूकें रखी थी उनके लाईसेंस पंजीकरण और रिन्यूयल की फीस उनकी पहुँच से बाहर कर दी गई है, जिस कारण वे अपनी फसलों की रक्षा तक करने से वंचित कर दिये गए हैं। उन्होने सरकार से मांग की कि इन सभी मामलो में गंभीरता से विचार करके उपयुक्त सुधार लाया जाए।
कांग्रेस पार्टी के प्रमुख नेता एवं पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में पिछले अढ़ाई वर्षों से नियम-कानून और संविधान की नहीं बल्कि कथित तानाशाही और भ्रष्टाचार की सरकार चल रही है और सरकार अधिकारियों की कठपुतली बन कर उनके इशारों पर नाच रही है, जबकि प्रदेश की जनता विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों व समस्याओं को झेलने को विवश है। उन्होने कहा कि शिमला स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में मुख्यमंत्री की नाक के नीचे सेनेटाईजर घोटाला और पिछले दिन स्वास्थ्य विभाग के निदेशक पर दवाइयों की खरीद करने के नाम पर भारी राशि की डील करने के आरोप में पाँच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे जाना सरकार की कार्यप्रणाली सबके सामने उजागर हुई है। उन्होने कहा कि पिछले अढ़ाई वर्षों में प्रदेश पर करोड़ों रुपयों के कर्ज का बोझ लादने का काम किया गया लेकिन फिर भी विकास कार्य ठप्प पड़े हुए हैं। उन्होने कहा कि ऐसा कोई महीना नहीं गया होगा जब सरकार को चलाने और अपने शाही खर्चों तथा हेलिकॉप्टर को उड़ाने के लिए कर्ज न लिया हो। उन्होने कहा कि हालत यह हो गए हैं कि कर्मचारियों और पेंशनरों को वेतन व पेंशन देने के लिए भी सरकार हर माह या तो केंद्र की ओर देखती है या फिर कर्ज लेकर इन सस्थाओं को चला पा रही है। उन्होने कहा कि अब कोरोना के नाम पर आम जनता से धन एकत्रित करने और उन्हें कोई भी सुविधा उपलब्ध करवाए बिना उनकी जेबों को खाली करने पर ध्यान दिया जा रहा है। बंबर ठाकुर ने आरोप लगाया कि जो सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करने के बड़े- बड़े दावे करके सत्ता में आई है, वह अब गले- गले तक भ्रष्टाचार में लिप्त होती पाई जा रही है। पहले मुख्यमंत्री की नाक के नीचे सेनेटाईजर घोटाला होने का मामला उजागर हुआ और अब आम जनता एवं निर्धनों को दी जाने वाली दवाइयों पर खर्च होने वाले धन की लूट का प्रमाण स्वास्थ्य विभाग के शिमला स्थित निदेशक के पकड़े जाने और उन्हें पाँच दिन की पुलिस रिमांड पर भेजे जाने से सच्चाई सबके सामने खुल कर आई है। बंबर ठाकुर ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए कोई भी ठोस कदम उठाने में सरकार पूरी तरह से असफल सिद्ध हुई है। अस्पतालों में डाक्टरों को कोरोना सेफ़्टी किटें उपलब्ध न करवाए जाने के कारण साधारण रोगियों की चेकअप तक नहीं कर पा रहे हैं और अधिकांश रोगी बिना इलाज के भगवान को प्यारे हो रहे हैं। बंबर ठाकुर ने कहा कि केंद्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व में केंद्र में स्वास्थ्य मंत्री रहे जगत प्रकाश नड्डा जिले के विकास के लिए एक भी योजना नहीं ला पाए हैं और जो योजनाएँ पूर्व सरकारों द्वारा लाई गई थी उन पर भी कार्य आरंभ करवाने में भाजपा पूरी तरह से असफल रही है। उन्होने कहा कि बैरी दड़ोला – लुहनू पुल, कलोल की आई टी आई और बंदला का हाईड्रो इंजीनियरिंग कालेज आज तक बिलासपुर में शुरू नहीं करवा पाये हैं जबकि एम्स में ओ पी डी चालू करने की बड़ी बड़ी डींगें हाँकी गई, जो आज तक शुरू नहीं की गई । रोगियों को सरकारी अस्पतालों में उपयुक्त इलाज सुविधा न मिल पाने के कारण प्राईवेट अस्पतालों में लाखों रुपए खर्च करके इलाज करवाने को विवश होना पड़ रहा है। उन्होने आरोप लगाया कि जिन कुछ लोगों की दुकानदारी भाजपा के सहारे चल रही है या फिर कथित करोड़ों रुपयों के ठेके लेकर मालोमाल हो रहे हैं, वे उन पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झाँके और बेतुके आरोप लगाना बंद करे अन्यथा उन्हें इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी।
सदर विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता एवम प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर ने बिलासपुर जिला के स्वारघाट क्वारन्टीन सेंटर में हुई हँसराज की मौत के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट और रेफरल पर्ची में दी गइ जानकारी के आधार पर प्रदेश सरकार ओर स्वास्थ्य विभाग से मीडिया के माध्यम से कुछ सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि बिलासपुर अस्पताल की आपात ओपीडी में एक घंटे तक हंसराज को रखा गया तो उसके सिर पर लगी चोट जिसे मौत का कारण माना जा रहा है उसके उपचार के लिए क्या प्रयास हुए। ठाकुर ने कहा यदि वह नाजुक हालत में था क्योंकि पेशाब की नाली उसे लगाई गई थी तो फिर उसके साथ एंबुलेस में कोई नर्स अथवा डाक्टर क्यों नहीं भेजा गया। आशीष ने कहा कि बिलासपुर से शिमला पहुंचने में एंबुलेंस को सवा पांच घंटे कैसे लगे। क्या पौने नौ बजे का समय जो रेफरल पर्ची में दिया गया वह सही है। आशीष ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने 5 दिन में मैजेस्ट्रीयल जांच पूरी करने के आदेश जारी किए थे पर 11 दिन बीत जाने तक भी कोई जांच रिपोर्ट सांझा नही की गई है। युवा नेता ने प्रदेश सरकार और जांच अधिकारी से मांग की है कि उक्त मामले की निष्पक्ष जांच हो ओर दोषियों को सख्त सजा मिले अन्यथा लॉक डाउन खत्म होने के बाद क्षेत्र के लोगो के साथ मिलकर मजबूरन आंदोलन किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार और प्रशासन की होगी।
सदर के विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा है कि कोरोना काल में भी कुछ कांग्रेसी मित्र राजनीति कर रहे हैं जो कि उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चुने हुए विधायकों की भी जिम्मेवारी बनती है कि इस समय राष्ट्र की एकता में अपना योगदान दें तथा जिस तरह से प्रधानमंत्री ने अपनी दूर दृष्टि से इस संकट से निपटने के लिए योजनाएं बनाई हैं उन पर अमल करें। बिलासपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्णय भी फलीभूत हुए हैं तथा बहुत हद तक कोरोना पर काबू पाने की कवायद स्पष्ट सामने आ रही है। उन्होंने तमाम कोरोना वारियर्स का आभार प्रकट किया कि संकट की इस घड़ी में वह लोगो की सुरक्षा के लिए खड़े हैं। उन्होंने पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, सफाई कर्मचारी, जिला प्रशासन के साथ-साथ पत्रकारों का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने इस अवसर पर बिलासपुर प्रेस के सभी सदस्यों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। सरकार ने बाहर रह रहे लोगों का रखा ध्यान ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार ने राज्य के बाहर विभिन्न प्रदेशों में रह रहे लोगों तथा पढ़ रहे छात्र- छात्राओं का पूरा ध्यान रखा और उन्हें चरणबद्ध तरीके से हिमाचल लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा निर्देशित कार्यक्रम के अनुसार यह सब किया जा रहा है। लोगों में कोरोना से वचाव के प्रति बढ़ी जागरूकता विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि कोरोना काल के चौथे लॉक डाउन में लोगों में जागरूकता बढ़ी है तथा अब हर कोई अपने आप को कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना के साथ जीने का अभ्यास डालना चाहिए। बिलासपुर सदर में सभी विकास कार्य आरम्भ ठाकुर ने बताया कि बिलासपुर सदर में सारे विकास कार्य आरंभ हो चुके हैं। इस समय एम्स का निर्माण कार्य और हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के भवन निर्माण का कार्य आरंभ हो चुका है तथा वही एसीसी और बागा सीमेंट कारखाने भी उत्पादन करने लगे हैं। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग ने सड़कों का कार्य और आईपीएच विभाग ने पेयजल योजनाओं का कार्य आरंभ कर दिया है वहीं मनरेगा के कार्य भी हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि सदर की विभिन्न सड़कों पर लगभग 50 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोलडैम योजना से एक लाख लोगों को पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। वहीं 2.25 करोड रुपए की लागत से 25 नए टैंक भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बरमाणा, बैरी रजादयँ, देवली पंजगाईं , धार टटोह व हरनोड़ा के लिए 24 करोड रुपए की एक पेयजल योजना की टेंडर प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इस अवसर पर जिला भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान तथा महामंत्री आशीष ढिलों व युवा मोर्चा के विनोद ठाकुर भी उपस्थित रहे।
लंबे समय तक बिलासपुर एसपी आफिस में सहायक कानून अधिकारी के पद पर रहे और वर्तमान में डैहर पुल पर अपनी सेवाएं दे रहे प्रकाश चंद बंसल ने मुसीबत के मारे लोगों को अपने घर में आश्रय देकर न सिर्फ इलाके का बल्कि अपने पुलिस विभाग का नाम भी पूरे देषश में रौशन किया है। हिमाचल की वादियों को निहारने के लिए पैकेज टूअर पर एक कोलकाता का परिवार आया था लेकिन शिमला मनाली घूमने के बाद यह लोग लाॅकडाऊन के कारण सुंदरनगर में फंस गए। वहीं टैक्सी चालक भी उन्हें किसी होटल में छोड़कर चला गया। कुछ दिन परेशानी में रहने के बाद बिलासपुर पुलिस के मुख्य आरक्षी प्रकाश चंद बंसल जो इन दिनो डैहर पुल पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, अपने नए घर सुंदरनगर जा रहे थे कि रास्ते में उन्हें यह परिवार सड़क पर मिला और फिर उनकी समस्या सुनी। इसके बाद प्रकाश बंसल ने जिला प्रषासन को सूचित किया। प्रशासन ने इन लोगों को भोजन मुहैया करवाया और कहीं ठहरने की व्यवस्था की। व्यवस्था ठीक न होने के कारण यह परिवार और परेशान हो गया था। फिर उन्होंने प्रकाश बंसल को अपनी समस्या से अवगत करवाया। बंसल ने उन्हें अपने घर रहने की आफर की लेकिन यह परिवार ना-नुकर कर वहां चला गया। बंसल ने अपने मकान में अलग से पूरा सेट इन्हें रहने के लिए दिया है। यह परिवार स्वयं अपनी पंसद का भोजन बनाता है और पूरी आजादी से रह रहा है। इस परिवार के मुखिया साज्जल मंडल, अपनी पत्नी रूपाली मंडल तथा बेटा अभि और बेटी फेंटेसी (निवासी जाधवपुर कोलकाता वेस्ट बंगाल )के साथ अब खुश है। हालांकि जिला प्रशासन भी इनसे बराबर संपर्क बनाए हुए हैं। गौर हो कि प्रकाश बसंल इस परिवार की सेवा बिलकुल निस्वार्थ भाव से कर रहे हैं। इनके खाने पीने का पूरा बंदोबस्त प्रकाश द्वारा निशुल्क किया जा रहा है। प्रकाश बाकायदा उनकी पंसद का भोजन, सामग्री आदि लाकर उन्हें देते हैं। प्रकाश इनके एक रूप्या तक नहीं लेते है, जो कि समाज के लिए वास्तव में मानवता की सेवा को लेकर अनुकरणीय उदाहरण है। लाॅकडाऊन और कर्फयू के इस माहौल में मानवता की सेवा करने का ऐसा विलक्षण मौका बिरले लोगों को ही मिलता है। यह ऐसा समय हैं जहां पर लोग अपने को छूने से कतरा रहे हैं, अपने पास ठहराना तो बहुत दूर की बात है। लेकिन प्रकाश बसंल जैसे ऐसे पुलिस कर्मी भी है जो अपने इन्हीं कारनामों से साबित करते हैं कि धरती पर इंसान और इंसानियत तभी जिंदा रह सकती है जब व्यक्ति विवेक से काम लें। कौन है प्रकाश चंद बंसल बिलासपुर पुलिस विभाग में कानून अधिकारी पर लंबे समय से सेवा दे रहे प्रकाश की कानून पर अच्छी पकड़ है तथा अब डैहर पुल के इस पार अपनी सेवाओं को ईमानदारी से जारी रखे हुए हैं। मानव सेवा ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य प्रकाश द्वारा बिलासपुर और मंडी में बुजुर्गों के लिए डे-केयर सेंटर चलाए हुए हैं। बुजुर्गों की सेवा करना, नशे में गए युवाओं को वापिस समाज की मुख्य धारा में लाना, गरीब व असहाय लोगों की मदद करने में अगली पंक्ति में खड़े होना प्रकाश की जीवनशैली का हिस्सा है। इन दिनों वे कोरोना वाॅरियर की भूमिका में प्रदेश पुलिस के साथ हिमाचल का नाम भी रोषन कर रहे हैं। यही नहीं समाज सेवा की इनकी प्रोफाइल बहुत लंबी है। पर्यटक परिवार की बेटी फैंटेसी मंडल का कहना है कि हमें परेशनी से निकालकर और न सिर्फ अपने घर में जगह देकर बल्कि हमारी हर जरूरत को बिना कोई पैसा लिए पूरा करने वाले प्रकाश चंद देव स्वरूप लोग ही ऐसे होते हैं। वे सारे परिवार के साथ घुल मिल कर रहते हैं। उन्होंने कहा कि अभी उन्हें 20 मई को जाना था लेकिन पश्चिम बंगाल में समुद्री तूफान के कारण कार्यक्रम स्थगित हो गया। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी उनसे संपर्क बनाए हुए हैं।
जिला कांग्रेस कमेटी बिलासपुर ने कोरोना योद्धाओं को इस विश्वव्यापी माहामारी व सामाजिक जागरूकता के प्रति लोगों को सजग करने हेतु जिला प्रशासन को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कांग्रेस की अध्यक्षा अंजना धीमान ने की। इस कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिनग का विशेष रूप से ध्यान रखा गया। इस कड़ी में ज़िलाधीश राजेश्वर गोयल, जिला पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, ए.डी एम. विनय धीमान, ए सी टू डी सी, सिद्धार्थ आचार्य, जिला राजस्व अधिकारी देवी राम व तहसीलदार सदर अमित शर्मा व नाके पर पुलिस कर्मियों को फूल भेंट करके सम्मान दिया गया। इस मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्षा ने कहा कि जिला कांग्रेस हर उस नागरिक का भी सम्मान करती है जिसने कोविड 19 से लड़ने हेतु अपनी भूमिका निभाई है और इस कठिन घड़ी में जिला कांग्रेस लोंगो के साथ खड़ी है। इस मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य राजेन्द्र ठाकुर, सदर पंचायत समिति उपाध्यक्ष निर्मला धीमान, हेम राज ठाकुर, राहुल चौहान, अधिवक्ता अनुराग शर्मा, रणजीत ठाकुर और संदीप सांख्यान मौजूद थे।
कोरोना संक्रमण के चलते कोरोना वैरियर्स में सबसे आगे खड़े होकर अपना काम कर रही स्टाफ नर्स तीन साल का कार्यकाल करने के बावजूद नियमित नही हो पा रही है जिससे स्टाफ नर्स में भारी रोष है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के चलते प्रदेश सरकार ने तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके सभी विभागों के कर्मचारियों को तो नियमित कर दिया परन्तु कोरोना संक्रमण से लड़ने में फ्रंट लाइन में खड़ी स्टाफ नर्स अभी भी नियमित होने की आस देख रही है। प्रदेश में इस समय लगभग 545 स्टाफ नर्से आईजीएमसी शिमला सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज और विभिन्न अस्पतालों में अपनी सेवाए दे रही है जिनकी नियुक्ति प्रदेश सरकार ने दिसंबर 2016 व जनवरी 2017 में की है और मार्च 2020 में इन सब स्टाफ नर्सो का तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा हो चुका है। परन्तु अपने घरो से दूर कोरोना संक्रमण से फर्स्ट रो में खड़ी होकर कोरोना वैरियर्स यह स्टाफ नर्स कोरोना संक्रमण से ग्रसित लोगो का उपचार कर रही। परन्तु इन स्टाफ नर्स को प्रदेश सरकार ने अभी तक नियमित नही किया है जिस बात को लेकर इन कोरोना वैरियर्स में भारी रोष है। कोरोना वैरियर्स इन स्टाफ नर्सो का कहना है कि प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में तैनात फार्मासिस्ट, शिक्षण संस्थान व अन्य विभाग में सेवाए दे रहे कर्मचारियों को तो तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर नियमित कर दिया परन्तु गंभीर कोरोना बीमारी के बिच में सेवाए दे रही नर्सो को अभी तक नियमित नही किया। इन नर्सो की भर्ती प्रदेश सरकार ने कमीशन के जरिए दिसम्बर 2016 से जनवरी 2017 में की थी। इन सभी 545 नर्सो का मार्च माह में तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया है। जिसके बाद अन्य विभागों के कर्मचारियों की तरह इनके नियमित होने के आदेश जारी हो जाने चाहिए थे परन्तु अभी तक निर्देशालय की तरफ से इस तरह के कोई आदेश नही निकले है। वहीँ इस संधर्भ में ट्रेंड नर्सज एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की प्रदेशाध्यक्षा हिमाचल ज्योति बालिया ने कहा कि यह मामला उनके ध्यान में है और वह इस मामले को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशक से मुलाक़ात करके उठाएंगे और जल्द ही तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुकी नर्स को नियमित करने की मांग करेंगी।
जिला दण्डाधिकारी राजेश्वर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में कर्फ्यू ढील का समय बढ़ाकर प्रातः 9 बजे से सायं 5 बजे तक कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में अन्य शर्तें पूर्वत जारी रहेंगी और यह आदेश आगामी आदेशों तक प्रभावी रहेंगे। उन्होंने बताय कि अभी तक जिला में गत दिन तक 1001 लोगों के सैंपल कोविड-19 की जांच हेतु लिए जा चुके है जिनमें से 994 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 7 की रिपार्ट अभी तक पाॅजिटीव जिनमें से 2 मामलें नेगेटिव हो चुके है और 5 मामलें अभी एक्टिव है। उन्होंने बताया कि 2 व्यक्तियों को नेरचैक और 3 व्यक्तियों को शिवा आर्युेवेदिक मेडिकल काॅलेज में रखा गया है। यह सभी मामलें इंटर स्टेट डिटेक्ट हुए है। इनमें 6 मामलें बाहरी राज्यों और जिलों से है, केवल एक मामला जिला बिलासपुर के बार्डर दबट मजारी से सम्बन्ध रखता है। उन्होंने बताया कि बाहरी राज्यों से आने वाले सभी लोगों की बैरियर पर आने वाले स्वास्थ्य की जांच की जा रही है और उन्हें क्वारंटाईन किया जा रहा है। बार्डर पर स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के कर्मचारी कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे है और कोरोना वायरस को बार्डर पर डिडेक्ट किया जा रहा है, वहीं विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की टीमें स्वारघाट और गड़ामोडा में है जहां पर वे बाहर आने वाले लोगों का डाटा एन्ट्री कर रहे है। उन्होंने बताया कि रैड जोन क्षेत्र से आने वाले सभी व्यक्तियों को इनस्टीचयूशनल क्वारंटाईन में रखा जा रहा है और 5 दिनों के उपरांत उनका कोरोना टैस्ट किया जा रहा है तथा ग्रीन जोन और ओरेंज जोन से आने वाले व्यक्तियों को होम क्वारंटाईन में रखा जा रहा है। जिला में शिवा आयुर्वेदिक मेडिकल काॅलेज कोविड केयर सैंटर और कोविड हेल्थ सैंटर घुमारवीं अस्पताल में और डेडिकेटिड कोविड अस्पताल नेरचैक में बनाया गया है। अभी तक बाहरी राज्यों से 138 व्यक्ति प्रदेश में पहुंच चुके है। बाहरी राज्य से आने वाले व्यक्ति जैसे ही बार्डर क्राॅस करते है उनकी सूचना तुरंत सम्बन्धित पंचायत स्तर तक व्ह्टप ग्रुप के माध्यम से दे दी जाती है। उन्होंने बताया कि पंचायत और शहरी निकाय के पदाधिकारी को सर्विलैंस पर्सनल के रूप में नियुक्त किया है।
पूर्व मंत्री व विधायक राम लाल ठाकुर ने केंद्र सरकार व उसकी सहयोगी संस्थाओं पर जबरदस्त वैचारिक हमला करते हुए कहा है कि देश के रक्षा क्षेत्र में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट को मंजूरी दे गई है अब क्या आर. एस. एस. गहन निंद्रा में सो गया है, वह रक्षा क्षेत्र में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट के मुद्दे पर चुप क्यों है? उन्होंने कहा कि क्यों अब केंद्र की सरकार स्वदेसी अपनाने का ढिंढोरा पीट रही है और दूसरी और फॉरेन इन्वेस्टमेंट को मंजूरी दे रही है यह दोहरी मानसिकता नहीं तो और क्या है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि आर. एस. एस. एक अम्ब्रेला ऑर्गेनाइजेशन है जिसके अधीन अनेको अन्य संस्थाए काम करती है जिसमे से भाजपा एक है और वर्ष 1991 में बनी स्वदेशी जगरण मंच भी है, लेकिन अब न तो विदेशी निवेश के मुद्दे पर स्वदेशी जागरण मंच बोल रहा है और आर एस एस की तो बोलती ही बंद हो गई है। उन्होंने कहा कि जब वर्ष 1984 में स्वर्गीय राजीव गांधी जी देश मे कंप्यूटर क्रान्ति की बात करते थे तो भाजपा और आर. एस. एस. बैलगाड़ी की बात करते थे, अब वही भाजपा व आर.एस.एस. फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप व ट्विटर को अपनी ढाल बना कर बैठे है। अब कहां है वह आर. एस. एस के विचारक जो स्वदेशी की बात करते थे? कोविड19 जैसी विश्वव्यापी आपदा के समय आर एस एस जैसी संस्थाए क्यों गायब हो गई है। क्यों आर एस एस एक ऐसी संस्था बन गई है जो सिर्फ भाजपा को चुनवों में समर्थन दिलाने व आमजन को बरगलाने तक सीमित रह गई है, क्योंकि अब यह साफ हो गया है कि आर एस एस की कथनी व करनी में वर्ष 1925 से ही यह अंतर रहा है। अब जब देश मे मज़दूरों का पलायन हो रहा है जिनकी संख्या करीब दस करोड़ चालीस लाख है तो अभी तक क्यों नहीं मजदूरों के लिए केंद्र सरकार ने राहत शिविर लगाए है। जबकि इतिहास गवाह है कि जब 1947 में देश का विभाजन हुआ था तो उन लोगों के पलायन की संख्या दोनों देश के बीच करीब 75-75 लाख थी तब भी उस समय की तत्कालीन नेहरू सरकार ने जगह जगह राहत शिविरों के माध्यम से लोगों को सुविधाएं प्रदान की थी लेकिन दूसरी तरफ अब जहां पर भारतीय मजदूर संघ अपने सदस्यता करीब डेढ़ करोड़ होने का दावा कर रहा है तो अभी भी केंद्र की भाजपा सरकार इस पलायन से भयभीत मजदूरों को राहत देने की जगह विदेशी निवेश पर जोर दे रही यह कहां का न्याय है। आखिर अब इस देश मे आर एस एस, स्वदेशी जागरण मंच व भारतीय मजदूर संघ कहाँ है वह क्यों नहीं अपनी सहभागिता से बनाई गई केंद्र की भाजपा की सरकार को देश की बुनयादी समस्याओं के बारे में पूछ पा रहे है? इसके दो ही कारण हो सकते है या तो आर एस एस व सहयोगी संस्थाओं ने अपनी संस्कृति व विचारधारा बदल ली है या फिर केंद्र की भाजपा सरकार के आगे घुटने टेक दिए हैं और केंद्र की भाजपा सरकार आकड़ो के जंजाल में फंसा कर देश के लोगों को जीना सिखा रही है। जबकि ठीक इसके विपरीत महात्मा गांधी की ग्राम स्वरोजगार अवधारणा को यू. पी. ए. की मनमोहन सिंह सरकाए ने अमलीजामा पहना कर मनरेगा जैसी बुनियादी फायदा देने वाली व ग्रमीण रोजगार को बढ़ाने वाली यह योजना इस देश को दी थी। जब वर्ष 2014 को भाजपा और एन डी ए की सरकार बनी थी तब मनरेगा जैसी आधारभूत योजना को हाशिये पर धकेल दिया गया था, पर अब जब देश महामारी के दौर से गुजर रहा है तो मनरेगा जैसी योजना के लिए चालीस हजार करोड़ जैसे बड़े बजट का प्रावधान करना कहीं न कहीं महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की धारणा को बल देता है न कि जाति धर्म के आधार पर बंटवारे को।
लाडली फाउंडेशन के राज्य उपाध्यक्ष एवं रेनबो स्टार क्लब के मुख्य सलाहकार निर्मला राजपूत एवं लाडली फाउंडेशन के जिला अध्यक्ष अनीता शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष रेखा बिष्ट (ममता), वरिष्ठ उपाध्यक्ष रश्मि गौतम एवं सदर ब्लॉक अध्यक्ष रीना ठाकुर की संयुक्त अगुवाई में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एडीएम बिलासपुर विनय कुमार को कोरोना महामारी के चलते जिला बिलासपुर में कुशल प्रशासन और जनता को बेहतर सुविधा प्रदान करने हेतु सम्मानित किया गया। लाडली फाउंडेशन के ब्लॉक अध्यक्ष रीना ठाकुर (शीतल) ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन का जनता को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए बहुत ही सक्रिय योगदान रहा है जिसके लिए पूरा जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन बधाई का पात्र है।
राजकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक पाठशाला डियारा सेक्टर को क्वारंटीन सेंटर बनाने के विरोध में नगर वासी लामबंद हो गए हैं। इसी आशय को लेकर उपायुक्त को बाकायदा एक पत्र लिखकर इस सेंटर का विरोध दर्ज कर इसे और कहीं शिफ्ट करने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में कर्मवीर, राहुल घई, मोहम्मद आरिफ, इंशात घई, रजनी देवी, संदीप कुमार, अशरफ खान, रजिया, निशा देवी, रीता देवी, सोनिया, नीना देवी, अनवर बेगम, अजय कुमार, विशाल, अमित, सपना, सौरव, अर्जुन, नीरू, नेहा आदि दर्जनों लोगों ने जिला वाल्मिकी सभा के प्रधान अशोक कुमार की अगवाई जिला प्रशासन से एक स्वर में क्वारंटाइन सेंटर को यहां से शिफ्ट करने की मांग उठाई है। जिला प्रधान अशोक कुमार ने कहा है कि डियारा सेक्टर में इससे पूर्व कई बार जलजनित रोग अपने पांव पसार चुके हैं। डेंगू के अप्रत्याशित मामले किसी से छुपे नहीं हैं जबकि पीलिया, डायरिया, आंत्रशोथ जैसे मामले बड़ी मात्रा में प्रकाश में आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर क्वारंटाइन सेंटर खोलने की कवायद चल रही है। उसके आसपास घनी आबादी है तथा अधिकांश लोगों की आवाजाही साथ लगती सड़कों पर सुबह शाम होती है। ऐसे में यह संक्रमण यहां के लोगों को भी अपना शिकार न बना ले इसके लिए प्रशासन से अनुरोध किया कि इस क्वारंटाइन सेंटर को नगर के बाहर शिफ्ट करें ताकि संभावित खतरे से समय रहते टला जा सके। लोगों ने उपायुक्त बिलासपुर से सकारात्मक कार्यवाही की उम्मीद जताई हैै।
सदर विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता एवं प्रदेश महासचिव आशीष ठाकुर ने प्रदेश सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाया है कि पिछले दिनों बिलासपुर ज़िला के स्वारघाट क्वारंटाइन सेंनटर में कुहमझवाड़ पंचायत के लेंगड़ी गांव के हँस राज नामक युवक की मौत हो गई थ। मौत के बाद लोगो के विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार जय राम ठाकुर ने प्रशासन को आदेश जारी किए थे कि 5 दिनों में उक्त युवक की मौत की मैजेस्ट्रीयल जांच हो जिसमें एडीएम बिलासपुर को इस मामले की जांच करने के लिए जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था। पर आज 7 दिन पूरे हो जाने के बावजूद भी इस मामले की रिपोर्ट को सार्वजनिक नही किया जा रहा है। आशीष ठाकुर ने कहा कि उक्त युवक बहुत ही गरीब परिवार से सम्बन्ध रखता है। पर बड़े दुर्भाग्य की बात है कि इस युवक के परिवार को आज तक सरकार और प्रशासन की तरफ से आर्थिक मदद नही पहुंचाई गई है। आशीष ठाकुर ने कहा कि अभी तक इस युवक की परिजनों को न तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपी गई है न ही मृत्यु प्रमाण पत्र दिया गया है। युवा नेता ने कहा कि आज तक जो युवक हंस राज के साथ था उसके भी ब्यान पुलिस विभाग द्वारा नही लिए गए है। युवा नेता ने मुख्यमंत्री से पुनः मांग की है कि इसकी जांच रिपोर्ट को जल्द से जल्द सार्वजनिक किया जाए और दोषियों के खिलाफ़ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए। उक्त युवक के परिवार को गुजर बसर के लिए आर्थिक तौर पर मदद की जाए और उसके परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी क्षेत्र में रोजगार दिया जाए। अन्यथा सदर विधानसभा क्षेत्र के लोगो के साथ मिलकर एक बड़े आंदोलन की रूप रेखा तैयार की जाएगी और उसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार एवम जिला प्रशासन की होगी।
कोविड-19 कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत महाराष्ट्र से 16 व्यक्ति बिलासपुर पहुंचे। यह लोग महाराष्ट्र से ऊना तक विशेष रेलगाड़ी के माध्यम से आए, उसके उपरांत इन्हें हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस के द्वारा बिलासपुर लाया गया। महाराष्ट्र से आए 16 व्यक्ति जिनमें 15 पुरुष जिन्हें जवाहर नवोदय विद्यालय कोठीपुरा व 1 महिला विद्युत विश्राम गृह में इनस्टीटयूशनल क्वारनटाईन में रखा गया है। अपने घर पहुँचने पर सभी व्यक्तियों ने प्रदेश सरकार द्वारा उनके महाराष्ट्र से लाने की प्रबंध करने के लिए धन्यवाद किया। लोगों ने बताया कि सफर में उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा, प्रदेश सरकार ने उनके सफर के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की हुई थी।
कोविड-19 कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत महाराष्ट्र से 43 और गोवा से 9 व्यक्ति बिलासपुर पहुंचे। यह लोग महाराष्ट्र और गोवा से ऊना तक विशेष रेलगाड़ी के माध्यम से आए, उसके उपरांत इन्हें हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के द्वारा बिलासपुर लाया गया। महाराष्ट्र से आए 43 व्यक्ति जिनमें 5 बच्चें भी शामिल है को जवाहर नवोदय विद्यालय कोठीपुरा में तथा गोवा से पहुंचे 9 व्यक्तियों को जीवन ज्योति नर्सिंग स्कूल चांदपुर में इनस्टीचयूशनल क्वारनटाईन में रखा गया है। बिलासपुर पहुँचाने पर सभी लोगों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। सभी व्यक्तियों ने घर पहुँचाने के लिए प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया।
सामाजिक संस्था लाडली फाउंडेशन जिला अध्यक्ष अनीता शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष रेखा बिष्ट (ममता), वरिष्ठ उपाध्यक्ष रश्मि गौतम एवं सदर ब्लॉक अध्यक्ष रीना ठाकुर की संयुक्त अगुवाई में उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल के माध्यम से राज्यपाल हिमाचल प्रदेश को ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन में मांग की गई की बिलासपुर शहर में सीबीएसई संबंधित एक प्रतिष्ठित प्राइवेट स्कूल भारी भरकम मासिक फीस एवं वार्षिक फीस अलग से ली जा रही है जिस पर लगाम लगाई जाए तथा बिलासपुर वासियों को राहत दी जाए। एलकेजी से पांचवी कक्षा तक लगभग 2000 मासिक फीस ली जा रही है तथा छठी से बारहवीं कक्षा तक 2000 से लगभग 3000 तक मासिक फीस ली जा रही है। बिना अभिभावकों की सहमति व मीटिंग के बगैर ही हर साल फीस बढ़ा दी जाती है। स्कूल में अभिभावकों व टीचर की प्रबंधन कमेटी का निर्माण नहीं किया गया है ताकि अभिभावक अपने फीस व शिक्षा के प्रति अपनी बात रख सकें। अभिभावकों को गुमराह करने के नाम पर एलएमसी लोकल मेनेजमेंट कमेटी का निर्माण किया है और इस में उन लोगों को लिया गया है जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ते ही नहीं है स्कूल में पीटीए एव एलएमसी में लगभग 11 बच्चों के आंभिवावको को लेने का निर्देश दिया जाए। जिनका स्कूल में पढ़ रहे अभिभावकों द्वारा चयन किया जा सकता है। जब नया विद्यार्थी स्कूल में पहली बार प्रवेश करता है तो उसकी एडमिशन फीस ली जाती है तथा मासिक फीस इत्यादि तो ठीक है लेकिन हर साल प्रत्येक साल उसी बच्चे का वार्षिक शुल्क के नाम पर बच्चों के अभिभावकों को गुमराह कर जेब में हाथ डाला जाता है। जब प्रत्येक महीने मासिक फीस दे रहे हैं तो यह वार्षिक फीस किस चीज की है जिसे तुरंत रूप से बंद किया जाना चाहिए। प्रतिष्ठित प्राइवेट स्कूल की वार्षिक करोड़ों का टर्नओवर है। निवेदन है की कोरोना महामारी के चलते अप्रैल और मई महीने की मासिक फीस माफ की जाए तथा वार्षिक फीस जो पुराने छात्र हैं उनकी बिल्कुल भी ना ली जाए। वार्षिक फीस के नाम पर करोड़ों रुपए स्कूल इकट्ठा कर रहा है जिसका कोई औचित्य नहीं बनता जबकि हजारों रुपए मासिक फीस अभिभावकों द्वारा दी जा रही है। इसलिए जनहित में आपसे निवेदन है कि व्यक्तिगत रूप से इन चार समस्याओं व प्रार्थना का जल्द से जल्द हल निकाल कर बिलासपुरी जनता को राहत प्रदान करें जिनके पास सिर्फ एक ही सीबीएससी संबंधित स्कूल है। इसी का फायदा उठाकर स्कूल प्रबंधन अपने मनमर्जी करता है। इस अवसर पर लाडली फाउंडेशन के सभी पदाधिकारियों ने उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल को जिला बिलासपुर कोरोना महामारी से सुरक्षित रखने हेतु फूल देकर भी सम्मानित किया। इस मौके पर ग्राम पंचायत नोणी की प्रधान एवं लाडली फाउंडेशन की राज्य उपाध्यक्ष निर्मला राजपूत भी विशेष तौर पर मौजूद रहीं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ० प्रकाश दरोच ने बताया कि कोविड-19 की बजह से कफ्र्यू को 1 महीने से ज्यादा समय हो गया ह। इस दौरान छोटे बच्चों को मानसिक समस्याएं न झेलनी पड़े इसके लिए बच्चों में साकारात्मक गतिविधियों का सृजन करे ताकि उनकेे मानसिक स्वास्थ्य को स्वस्थ्य बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि संकट की इस घड़ी में स्कूल बंद होने की बजह से बच्चों की नियमित आदत को बनाए रखने के लिए उन्हें असाइनमेंटस करने को दे और उनकी प्रोग्रेस भी देखें। उन्होंने बताया कि ऐसे बक्त में बच्चों की बोरियत को खत्म करने के लिए उन्हें उनकी रुची अनुसार व्यायाम, योगाभ्यास, डांसिग या क्राफ्ट जैसी अन्य इंडोर गति विधियों मे शामिल करें। बच्चों द्वारा पूछे गए प्रश्नों, भ्रम व चिंताओं का चित्रों और ड्राॅइंग के माध्यम से रचनात्मक उतर दें। उन्होंने बताया कि इस समय बच्चों की चिंताओं और प्रकोप से सम्बंधित उनके प्रश्नों के उतर देकर उन्हें आश्वस्त करने का प्रयास करें तथा उनकी ओर ध्यान देते उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं। उन्होंने बताया कि बच्चों को दोस्तों और परिजनों से फोन या वीडियो काॅल के माध्यम से बात करने के लिए प्रोत्साहित करें तथा उन्हें एक साथ रोचक गतिविधियों में शामिल करें। उन्होंने बताया कि बच्चों के भावनात्मक संकेतों पर नजर रखते हुए, कोविड-19 के बारे उनके प्रश्नों को नजरअंदाज ना करें और उन्हें समझाएं कि सही देखभाल से सभी चीजें बेहतर हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने बच्चे की सेहत का अच्छे से ध्यान रखें और सुनिश्चित करें कि बच्चे खांसते व छींकते समय शिष्टाचार को अपनाते हुए अपने मुंह और नाक को कोहनी से ढक लें व नियमित हाथ धोने की आदत को बनाये रखें। उन्होंने बताया कि बच्चों में कोविड-19 के लक्षणों पर नजर रखें, यदि बच्चा बीमार हो तो आवश्यकता पडने पर चिकित्सक के पास जाएं। ये सुनिश्चित करें कि बच्चे स्वस्थ भोजन और अच्छी नींद लें। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य सम्बधित जानकारी के लिए व्ह्टस-ऐप नम्बर 01792227328 पर संपर्क करें।
मुस्लिम कमेटी जामा मस्जिद रौेड़ा सेक्टर जिला बिलासपुर की विडियो कांफ्रेसिंग के ज़रिये बैठक का आयोजन किया गया। कमेटी के प्रधान जनाब मोहम्मद हारून ने बताया के कमेटी के सदस्यों से कोरोना वायरस और लाॅकडाउन के विषय में चर्चा हुई। जिस में खास तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की गई के वे इस मुश्किल की घड़ी में आगे आए और गरीब, मजदूर और असहाय लोगों की बराबर मदद करते रहें। उन्होंने कहा कि रमजान के मायनों और अल्लाह की ईबादत को सार्थक करने के लिए अपने पड़ोस में कोई आदमी भूखा न सोए कोई तकलीफ में न हो, सभी की मदद करें। हारून ने कहा कि यह रमजान का पवित्र महीना है और इस बारे में इस्लाम कहता है कि यह महीना दुखों के निवारण और हमदर्दी का महीना है। इस माह में ही नहीं सभी को जीवन में यह असूल बनाना होगा कि ऐसा कभी न करें कि वह भर पेट खाना खाए और पड़ोसी भूखा सोए। अपने साथ दूसरों की सुख सुविधा का ध्यान रखकर सामथ्र्य अनुसार जितना ज्यादा हो सके, सेवा भाव से मानवता का धर्म निभाएं, क्योंकि यही इस्लाम है। मोहम्मद हारून ने बताया के मुस्लिम कमेटी ने दो लाख रुपए गरीबों में राशन के लिए मंजूर किए और एक दो दिन में गरीबों तक ये राशन पहुँचा दिया जाएगा। उन्होंने सभी लोगों से अपील के ईद से पहले सदकतुल फितरय दान दिया जाता है उसे ईद से पहले गरीबों तक पहुँचा दिया जाएं। हारून ने कहा कि लाॅकडाउन में सरकार द्वारा निर्देषित नियमों का पालन करें तथा अल्लाह से सभी दुआ करें कि यह बुरा दौर जल्द से जल्द समाप्त हो जाए और फिर से अमन चैन की आवोहवा में इन्सानियत सांस लेने के काबिल बनें।
इंटरनेशनल इनरव्हील क्लब का वर्ष 2020-21 के लिए थीम "लीड द चेंज "रखा गया है। समस्त विश्व में इनरव्हील क्लब इसी थीम पर कार्य करेंगे। यह जानकारी बिलासपुर क्लब की प्रेसिडेंट शालिनी शर्मा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल इनरव्हील क्लब डिस्ट्रिक्ट 307 की वेब ऑफिसियल ट्रेनिंग जूम बैठक द्वारा आयोजित की गई जिसमें हिमाचल, पंजाब, जम्मू-कश्मीर क्लबों के सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया। सबसे पहले चेयरमैन अनीता भल्ला ने बैठक को संबोधित करते हुए सभी पदाधिकारियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वैसे यह आयोजन जालंधर में 15 मई को होना था लेकिन कोरोना महामारी के चलते हैं और लॉक डाउन होने के कारण इसे जूम पर आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि इस आयोजन में 52 लोगों के प्रेसिडेंट तथा 20 एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने भाग लिया। उन्होंने 2020 और 21 के सेशन के लिए सभी का स्वागत किया और क्लब ऑफिसर ट्रेनिंग का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि 2019 और 20 में जो भी प्रोजेक्ट किए गए हैं वह सब सदस्यों की मेहनत और उत्साह से ही सफल हुए हैैं। इसके बाद पास्ट डिस्टिक चेयरमैन 307 नम्रता सिंहानिया ने इनरव्हील की मीटिंग में इनरव्हील क्लब के प्रोटोकॉल की आवश्यकता और कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया। अपने संबोधन में इनरव्हील क्लब की 2020 -21 इनकमिंग चेयरमैन सोनिका गुप्ता ने कहा कि इस वर्ष विश्व स्तर पर इनरव्हील थीम लीड द चेंज रखा गया है। उन्होंने कहा कि आज जो भी परिवर्तन हो रहे हैं, हमें उनकी प्रतीक्षा नहीं करनी होगी और इनके साथ ही आगे बढ़ना होगा। इस तरह यह लोगों को हर प्रकार के परिवर्तन के लिए जागरूक करने का वर्ष है। यह थीम पूरे विश्व का थीम है। गौर रहे कि इंटरनेशनल इनरव्हील क्लब इंटरनेशनल संस्था है। उन्होंने प्रशिक्षण के उद्देश्य इसके चुनाव, मतपत्र और मतदान के बारे में भी जानकारी भी दी। उन्होंने यह भी कहा कि क्लब की सारी गतिविधियां और कार्य ई-सिस्टम के द्वारा ही चलेंगे और सारी कार्रवाई पेपरलेस रहेगी। एसोसिएशन प्रेसिडेंट (राष्ट्रीय ) वसुधा चंद्रचूड़ ने कहा कि विश्व थीम के साथ राष्ट्रीय स्तर का थीम "होप " रहेगा। जिसमें एच फॉर हेल्थ एंड हाइजीन, ए फॉर ओल्ड पीपल एंड ऑर्फन, पी फॉर पैट्रियोटिज्म और ए फॉर एनवायरमेंट विषय रखे गए हैं। इस पर काम करने व इनरव्हील की पब्लिसिटी करने की बात भी उन्होंने कही ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को इसमें जोड़कर इसके महत्व के बारे में वे सब जान सके। बिलासपुर क्लब की प्रेसिडेंट शालिनी शर्मा ने बताया कि बिलासपुर क्लब ने 2019- 20 में विभिन्न गतिविधियों के अलावा "मिशन ममता" पर काम किया है। और इसके तहत अनाथालय के एक बच्चे को गोद लेकर उसका खर्चा करने का बीड़ा भी इसके सदस्यों ने उठाया है। इसके अलावा अन्य गतिविधियों में वस्त्र अर्पण अभियान और स्वच्छता कार्यक्रम को भी चलाया गया था। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक महिलाओं को इनरव्हील से जुड़ने के लिए इस वर्ष का लक्ष्य रखा गया है ताकि इस इंटरनेशनल क्लब के साथ जुड़कर समाज सेवा के कार्य किए जा सकें। उन्होंने बताया कि इनरव्हील क्लब स्वायत संस्था है और सरकार से किसी प्रकार की सहायता नहीं लेता है इसके सदस्य ही आपस मे कंट्रीब्यूट करते हैं।
सदर विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता एवम प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर और उनके सहयोगियों ने कोरोना योद्धाओंं को मास्क वितरित किए।इस कड़ी में उन्होंने पुलिस विभाग के जवानों,पत्रकार बन्धुओं,बिजली विभाग के कर्मचारियों से मिलकर उनका कुशलक्षेम पूछा ओर मास्क दिए। इस मौके पर आशीष ठाकुर ने इन योद्धायों के समपर्ण को सराहा उन्होंने कहा कि ये लोग अपने जान माल की परवाह किए बिना लोगो की सेवा में रात दिन लगे हुए है ताकि लोगो को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। उन्होंने पत्रकार बन्धुओं का भी आभार व्यक्त किया जो विपरीत परिस्थितियों में भी लोगों को महत्वपूर्ण सूचनाएं पहुंचा रहे है और लोगों को कोरोना से बचाव के लिए लगातार प्रेरित कर रहे हैं। आशीष ठाकुर ने बिजली विभाग के योगदान को सराहते हुए कहा है कि इस विभाग ने भी रात दिन सेवाएं दी है उसके लिए वो हमेशा विभाग के आभारी है।
सदर विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता एवं प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर और उनके युवा साथियों ने कोरोना योद्धायों को सम्मानित करने की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए शनिवार जिलाधीश बिलासपुर राजेश्वर गोयल, पुलिस अधीक्षक बिलासपुर दिवाकर शर्मा, एसी टू डीसी सिद्धार्थ आचार्य, जिला प्रशासन में कार्यरत संदीप ठाकुर, वार्ड नम्बर 11 से पार्षद नवीन वर्मा, पत्रकारों कुलदीप चन्देल, अश्वनी पंडित, संजय शर्मा, विकास, जितेंद्र, संतोष, अभिषेक सोनी, राजू सेन व बिलासपुर जिला के नगर परिषद के तमाम अधिकारियों व सफाई कर्मचारियों को पुष्प भेंट कर सम्मानित किए। इस मौके पर नगर परिषद के कर्मचारी जिन्हें युवा नेता ने सम्मानित किया उनमें पूर्व पार्षद वार्ड नम्बर 8 रोहित कुमार, पूर्ण चन्द, मूर्ति देवी, सूरजभान, दीपक, नविता देवी, आशीष, बलबीर, सुख राम, अजय, प्रदीप, गुरुदेव, अंकु, विजय कुमार, राजेश, अंशुल, रोहित, राज कुमार, कमलेश, सरोज कुमारी, सरोज किशोर, बबिता, सत्या देवी, संजय, नीलम, सोनू को मौजूद रहे। इस मौके पर युवा नेता ने सभी का आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में इनका जनसहयोग सराहनीय है। आशीष ठाकुर ने कहा कि ये लोग अपनी जान माल की परवाह किए बिना जनसेवा में लगातार जुटे हुए है। युवा नेता ने नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों के तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि ये लोग पूरे शहर की सफाई के साथ साथ पूरे शहर को रात दिन सेनेटाइज़ करने का जो कार्य कर रहे है यह खुद में ही बहुत बड़ी बात है। आशीष ठाकुर ने पार्षद नवीन वर्मा का भी आभार व्यक्त किया। ठाकुर ने कहा कि कोरोना काल खत्म होने के बाद वो एक बड़ा कार्यक्रम करेंगे और सभी कोरोना योद्धायों को एक बड़े मंच पर सम्मानित करेंगे। युवा नेता ने जनता से अपील की है कि वो अपने घरों में रहकर खुद को सुरक्षित रखे। इस मौके पर युवा नेता के साथ नरेश कुमार,कमल किशोर व आशिफ हुसैन साथ मे मौजूद रहे।
जिला बिलासपुर में रेडक्रॉस सोसायटी ने काफी संख्या में बाहरी राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों को लाॅकडाउन कर्फ्यू के दौरान खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई। जिला रैड क्राॅस सोसाइटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बताया कि रैड क्राॅस सोसाइटी को प्रवासियों, जरूरतमंदों तथा असहाय लोगों को भोजन की व्यवस्था करने के दिशा-निर्देश दिए। इस पर तुरंत जिला रैड क्रॉस सोसाइटी ने प्रैस क्लब बिलासपुर, बाबा विश्वकर्मा मंदिर डियारा, राम नाटक क्लब डियारा, श्री दुर्गा संकीर्तन मण्डल डियारा, श्री दुर्गा माता लंगर समिति।चंगर बिलासपुर से समन्वय स्थापित किया और बाबा विश्वकर्मा मंदिर डियारा को फूड कैंप बनाया गया और वहां से भोजन पका कर पैदल चल रहे लोगों के लिए तथा विभिन्न बस्तियों में रह रहे प्रवासी मजदूरों को जगह-जगह पर (नौणी चौक, बस स्टैंड, कन्द्रौर, घागस, गर्ल स्कूल बिलासपुर, लुहणू, डियारा सैक्टर बिलासपुर, टाडू चौक, ओएल, कॉलेज यार्ड के समीप इत्यादि) 39 बस्तियों में दो वैनों के माध्यम से 196 परिवारों के 713 सदस्यों जिनमें 10 साल से छोटे 47 बच्चों को 25 दिनों तक लगातार दो समय के लिए 35 हजार 650 भोजन के पैकेट्स उपलब्ध करवाए गए। इसके अतिरिक्त प्रेस क्लब बिलासपुर के सहयोग से बस स्टैंड के बाहर प्रतिदिन आपातकालीन सेवा में कार्यरत कर्मियों और अन्य राज्यों में जाने वाले ट्रकों, एम्बुलेंस और आवश्यक सामग्री की आपूर्ति में लगे वाहनों के चालकों, परिचालकों के लिए भोजन व्यवस्था की गई। प्रैस क्लब द्वारा लगातार 38 दिनों तक 600 भोजन प्रतिदिन के हिसाब से 22 हजार 800 भोजन वितरित किया गया। जिला रैड क्रॉस सोसाइटी के पास जैसे ही पुलिस कंट्रोल रूम, जिला आपदा आपातकालीन केन्द्र और स्थानीय प्रशासन के माध्यम से सूचना प्राप्त होती थी, उस सूचना को संकलित करके तुरंत जरूरमंदों तक जिला स्वयंसेवकों के माध्यम से खाना उपलब्ध करवाया जाता रहा। इन सभी व्यवस्थाओं में अनीश ठाकुर, विशाल ठाकुर, राज कुमार(राजी), अजय चंदेल, पारस गौतम, सुनील पंवर, रितेश मेहता, विनय कुमार, मदन कुमार, सुनील गुप्ता, सुख देव, राज पाल कपिल, संजीवन शर्मा, राजेंद्र कुमार, दीपक पाटिल, पीयूष शर्मा, अभय गुप्ता, दीपक कुमार, कर्ण चंदेल, प्रताप सिंह भल्ला, कुलभूषण मेहता, विकाश पुण्डीर, विशाल दीप वर्मा, दिनेश डोगरा, सुशील पुण्डीर, गोंविद घोष, विजय उपाध्याय, सुभाष ठाकुर, गौरव शर्मा, विजय कुमार, अनूप शर्मा, गोल्डी, विकाश, सीमा राव, अश्वनी पण्डित, वंसीधर शर्मा, संजय शर्मा, विजय चंदेल, जितेंदर, सतीश शर्मा, अभिषेक सोनी, सूरज प्रकाश, राकेश शर्मा और प्रदीप कालिया इत्यादि वालंटियर्स ने लगातार पूरी निष्ठा और समर्पण भाव से कार्य करके कर्तव्य परायणता का परिचय दिया और निःस्वार्थ भाव से सेवा की।
गत दिनों हंस राज पुत्र चिरंजी लाल गांव बल्ह चुरानी तहसील सदर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश की हुई मृत्यु पर दु:ख जताते हुए मां लक्ष्मी टैक्सी ऑपरेटर यूनियन बरमाणा के प्रधान चमन ठाकुर ने कहा कि यूनियन अपनी ओर से मृतक हंसराज के परिजनों से मिलकर उन्हें 10 हजार का चैक सौंपेगी। ज्ञात हो हंसराज अपने टैक्सी मालिक जितेंदर कुमार के साथ सवारी छोडऩे अपनी टैक्सी लेकर मध्य प्रदेश गया हुआ था वापिस 07 तारीख को आने पर हंसराज जितेंदर कुमार को स्वारघाट में कोरोना टेस्ट के लिए क्वारंटाइन कर लिया गया था इस दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। हंसराज की मौत के लिए कई संस्थाओं ने डॉक्टर और वहां के कर्मचारियों पर प्रश्नचिन्ह लगाए हैं। मां लक्ष्मी टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन बरमाणा के प्रधान चमन ठाकुर ने कहा कि जो टैक्सी हंसराज चलाता था वह टैक्सी मां लक्ष्मी टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन बरमाणा में कार्य करती थी। उन्होंने बताया कि हंसराज बहुत ही मेहनती व्यक्ति था तथा बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखता था, और अपने परिवार का सहारा था। उसकी कमाई से ही परिवार चलाता था। चमन ने बताया कि यूनियन आगे भी उसके परिवार की यथा संभव सहायता करेगी तथा उन्होंने सरकार व जिला प्रशासन से भी मांग की है कि वह हंसराज की अचानक हुई मृत्यु की निष्पक्ष जांच करे तथा उसके परिवार के भरण-पोषण में भी सहायता करें ताकि उसके गरीब परिवार को इन्साफ मिल सके।
कोविड-19 कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत जिला बिलासपुर से सम्बन्धित 11 लोग महाराष्ट्र से पठानकोट ट्रेन के माध्यम से पहुँचे। जिन्हें हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस के द्वारा पठानकोट से बिलासपुर लाया गया। इनमें से 9 पुरूष, 1 महिला और 1 बच्चा शामिल है। बिलासपुर पर सभी लोगों ने राहत की सांस ली और घर पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया। बिलासपुर पहुंचे सभी 11 व्यक्तियों को शिवा इंजीनियरिंग काॅलेज चांदपुर में इनस्टीटयूशनल क्वारनटाईन में रखा गया है।
कांग्रेस सरकार में सीपीएस रहे आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सचिव तथा घुमारवीं के पूर्व विधायक राजेश धर्माणी ने आरोप लगाया है कि कोरोना महामारी के चलते कुछ भाजपा नेताओं द्वारा मनमानी की जा रही है और अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके रेड जोन से आए लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर से निकालकर उनके घर भेजा जा रहा है। धर्माणी घुमारवीं में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि घुमारवीं के वर्तमान विधायक द्वारा नैना देवी में क्वॉरेंटाइन किए गए लोगों को घर भेजने के बारे में एक अधिकारी को फोन किया गया। जब उस अधिकारी ने ऐसा करने से मना किया तो अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके उक्त विधायक ने उस अधिकारी पर दबाव बनाया और उन लोगों को वहां से निकलवा कर अपने घर भिजवा ही दिया। धर्माणी ने कहा कि इस तरह से यह खतरा और अधिक बढ़ गया है और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेड जोन से लोग नेताओं की सिफारिश से होम क्वारंटाइन किए जा रहे हैं जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। धर्माणी ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में राजनीति इतनी हावी हो गई है कि अधिकारियों को स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं करने दिया जा रहा जिसका जीता जागता उदाहरण नादौन की एसडीएम को तब्दील करके चंबा भेजना है। उन्होंने कहा कि नादौन की एसडीएम को भाजपा नेता की बात ना माने जाने का दंड दिया गया है। उन्होंने बिलासपुर प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि बिलासपुर जिला प्रशासन ने रेड जोन से आने वाले लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जिसकी वजह से चार कोरोना संक्रमित लोगों की पहचान हुई। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत के प्रधानों व सदस्यों को भी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं क्योंकि इन्हें बार-बार क्वॉरेंटाइन सेंटरों में जाना पड़ता है। जिसकी वजह से ये भी संभावित खतरे में आ जाते हैं। इनकी सुरक्षा का भी प्रबंध किया जाए और इनका बीमा भी किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास प्रबंधन से बातचीत की जाए और इनके सत्संग भवन जो मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित हैं को संस्थागत क्वारंटाइन के लिए उपयोग में लाया जाए। स्कूलों को क्वारंटाइन केंद्र बनाने से वहां दाखिला लेने जा रहे छात्रों को संक्रमण का खतरा है। वहीं कई स्कूलों में क्वारंटाइन किए लोग आधारभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यटन विभाग के होटलों में कमरों की कम दरें तय करके इस्तेमाल किये जाएं और जो लोग किराया देकर क्वारंटाइन पीयरड में रहना चाहें उन्हें इसकी इजाजत दी जाए।
कोविड-19 कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत 23 लोग आज गोआ से बिलासपुर पहुंचे। यह लोग गोआ से ऊना तक विशेष रेलगाड़ी के माध्यम से आए, उसके उपरांत इन्हें हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस द्वारा बिलासपुर लाया गया। इनमें से 21 पुरूष और 2 महिलाएं शामिल है। बिलासपुर पहुँचे लोगों ने चैन की सांस ली और घर पहुँचाने के लिए प्रदेश सरकार का आभार प्रकट किया। सभी 23 व्यक्तियों को स्वास्थ्य प्रशिक्षण के उपरांत जीवन ज्योति नर्सिंग स्कूल चांदपुर में इंस्टीट्यूटनल क्वार्टआइन में रखा गया है।
सदर विधानसभा क्षेत्र के युवा कांग्रेस नेता एवं प्रदेश महासचिव आशीष ठाकुर और उनके युवा साथियों ने बिलासपुर जिला के कोरोना योद्धायों को पुष्प देखर सम्मानित किया। इस कड़ी में युवाओं ने श्री नैना देवी जी विधायक राम लाल ठाकुर, सदर उपमंडलाधिकारी रामेश्वर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों व कर्मचारियों को, पुलिस के नोजवानों को, जिला प्रशासन के कर्मचारियों को व पत्रकारों को सम्मानित किया। इस मौके पर राम लाल ठाकुर ने युवाओं को सेनेटाइज़र भेंट किए। इस मौके पर युवा नेता आशीष ठाकुर के साथ समाजसेवी कमल किशोर, आशिफ हुसैन, अभय, रजत मौजूद रहे। युवा नेता ने कहा कि कोरोना योद्धायों ने इस वैश्विक महामारी में बहुत अहम भूमिका निभाई है। ये लोग अपनी जान की परवाह किए बिना जिस तरह रात दिन लोगो की सेवा में जुटे हुए है यह बहुत ही सराहनीय है। उनके कार्य को देखकर युवा नेता और उनकी टीम ने उन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया। युवा नेता ने कोरोना योद्धायों ओर उनके परिवार के कुशलक्षेम के लिए भगवान से प्राथना की ओर लोगो से अपील की है कि वो अपने घरों पर रहकर अपने दायित्व का निर्वहन करे ताकि इस वैश्विक महामारी पर शीघ्र अति शीघ्र नियंत्रण पाया जा सके।
बिलासपुर जिले के स्वारघाट में क्वारंटाइन किए गए 12 लोगों में से हमीरपुर के युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है और यह युवक अहमदाबाद से यहां पहुंचा था और उन्हें स्वारघाट में रखा गया था। याब इसे शिवा आयुर्वेद कॉलेज, बिलासपुर शिफ्ट किया जा रहा है। इस बात की पुष्टि उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने की है कि एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया है जो हमीरपुर का रहने वाला है। यह अपने परिवार के साथ था तो इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव है। यह अहमदाबाद से आ रहे थे इसकी पत्नी की रिपोर्ट नेगेटिव है। सिर्फ बच्चे की रिपोर्ट आना बाकी है।
पेय जल योजना पनौल-अमरपुर के बारे में घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग द्वारा दिया गया बयान हास्यास्पद है और वह इस बारे में झूठ बोल रहे हैं कि उन्होंने इस योजना का कार्य वर्तमान स्थल पर शुरू होने के समय विरोध किया था। उन्होंने कहा कि गर्ग को कुछ भी बोलने से पहले इन तथ्यों का अवलोकन करना चाहिए। धर्माणी ने कहा कि यह योजना जब 1985 में बननी शुरू हुई और बाद में इसका संवर्धन होने का कार्य शुरू हुआ तब यह क्षेत्र बिलासपुर सदर का हिस्सा था। इस योजना की आधारशिला उस समय के विधायक डॉ बाबू राम गौतम ने रखी थी और इसके संवर्धन की शिला उस समय के मंत्री जे पी नड्डा ने 2009 में रखी थी। गर्ग ने कैसे और कहां विरोध किया यह बात सबकी समझ से बाहर है। धर्माणी ने कहा कि गर्ग का एक विशेष योगदान यह रहा कि जैसे ही यह क्षेत्र घुमारवीँ विधान सभा क्षेत्र का हिस्सा बना। इन्होने अपनी पार्टी के बूथ अध्यक्ष से उनकी जमीन में निर्मणाधीन ओवरहैड टैंक का कार्य रुकवा दिया था और भजपा सरकार बनने के बाद पूर्ण किया जबकि इस योजना को बनाने के लिए स्थानीय लोगों के साथ धर्माणी परिवार ने भी इस योजना के लिए भूमि दान दी थी। पेय जल योजना करंगोड़ा व बाड़ी-मझेड़वां के संवर्धन की प्रस्तावना स्व कर्म देव धर्मानी ने रखी थी जिसे उन्होंने पहली बार विधायक बनने पर दोबारा प्राथमिकता में डाला था। इसकी डीपीआर पूर्व में रही भाजपा सरकार के समय बनी थी तब गर्ग ने इसके सोर्स का विरोध क्यों नहीं किया। अब झूठी वाहवाही लूटने के लिए झूठी खबरें देकर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन सच यही है कि गर्ग के सपने में भी इस तरह का प्रस्ताव नहीं था। धर्माणी ने कहा कि गर्ग कांग्रेस सरकार के कार्यों का श्रेय लेने के लिए हाथ-पाँव मार रहे हैं जिन कार्यों को पहले रोकने का प्रयास किया था और जब घुमारवीँ ब्लॉक कांग्रेस ने 'ढोल बजाओ-सरकार जगाओ' कार्यक्रम शुरु किया तो दबाव में आकर इस तरह की झूठी ब्यान बाजी की जा रही है। पेयजल योजना पनौल-अमरपुर और पेय जल योजना करंगोड़ा व बाड़ी-मझेड़वां के लोगों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए रॉ वाटर सीर खड्ड में घुमारवीं शहर से ऊपर की तरफ से उठाने का कार्य कांग्रेस सरकार के समय शुरु किया था, पाइप लाईन डाली गई थी जो कि उच्च मार्ग-103 के विस्तारीकरण कार्य की वजह से रोका गया था। हमारे द्वारा दोनों योजनाओं के लिए रॉ वाटर कॉमन पाईप से लाया जा रहा था जो वर्तमान सरकार ने अलग-2 कर दिया। हमारी प्रस्तावना से यह कार्य 55 लाख में पूर्ण होना था जिसके लिए भजपा सरकार 850 करोड़ खर्च कर रही है और करोडों रू से बने हुए ढ़ांचे बर्बाद हो जाएंगे। जल शक्ति मिशन कोई नई योजना नहीं है सिर्फ कान्ग्रेस सरकार द्वारा शुरु की गई ए आर डी डब्ल्यू पी योजना का नाम बदला है। केंद्र सरकार ने इस योजना में पिछले 4 साल तक एक पैसा भी प्रदेश सरकार को नहीं दिया जिससे उन लोगों को नुकसान हुआ जिनको 4 सालों में इस योजना के तहत लाभ मिलना था। केंद्र व राज्य में भजपा सरकार होने, बिलासपुर से नड्डा का राज्य सभा सांसद व भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष होने, स्थानीय लोक सभा सांसद का केंद्रीय मंत्री होने, महेंद्र धर्मानी का मुख्यमंत्री का ओएसडी होने और त्रिलोक जम्वाल का मुख्यमंत्री का राजनैतिक सलाहकार होने जैसी अनुकूल परिस्थितयों के बावजूद विधायक के तौर पर 3 सालों का कार्यकाल निराशाजनक रहा। विधायक को उपरोक्त क्रित्यों के लिए घुमारवीँ की जनता से क्षमा मांगनी चाहिए क्योकि उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत कामगारों के खाते में प्रदेश सरकार ने पैसे डाले है जिसका व्यापार मंडल बिलासपुर स्वागत करता है। व्यापार मंडल बिलासपुर के अध्यक्ष सुनील गुप्ता, शान अली, महासचिव सुरेंद्र गुप्ता, वरिष्ठ उपप्रधान तरुण टाडू, उपप्रधान नवीन ठाकुर, राल लाल, दीपक शर्मा, अनु सौरभ, सह सचिव चन्द्रशेखर हांडा, राज वर्मा, सलाहकार राजपाल दबड़ा, नरेंद्र खन्ना, कोषाध्यक्ष अमित गुप्ता, आयोजन मंत्री अजय चन्देल, करीम खान, प्रेस सचिव अर्पण सन्त व असिस्टेंट सेकेट्री राजेश कुमारी जम्वाल ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा है कि इससे लौकडाउन के चलते इन गरीब कामगारों को कुछ राहत मिलेगी। व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इनके साथ साथ जो कामगार दुकान एवम वाणिज्य अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत है उन्हें भी ये राशि प्रदान की जाए क्योंकि लौकडाउन के दौरान उन कामगारों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। व्यापार मंडल के प्रधान सुनील गुप्ता व महासचिव सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि इसके साथ ही पंजीकृत व गैर पंजीकृत मंझोले दुकानदार, बार्बर, ब्यूटी पार्लर, खोखा, रेहड़ी वालों को भी यह राशि सरकार द्वारा उन्हें मुहैया करवाई जानी चाहिए। लौकडाउन के चलते हर वर्ग के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है व पड़ रहा है लेकिन सरकार ने कुछ वर्ग को तो राहत प्रदान कर दी है लेकिन कुछ वर्ग अभी भी इस समस्या से जूझ रहे है। व्यापार मंडल बिलासपुर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग करता है कि उनकी इस मांग पर ध्यान देते हुए इन कामगारों को भी राहत प्रदान की जाए।
प्रदेश की प्रमुख संस्था रेनबो स्टार क्लब के संस्थापक ईशान अख्तर की अगुवाई जिला बिलासपुर में कोरोना वायरस के चलते पुलिसकर्मियों को बेहतर सेवाएं देने के लिए सम्मानित किया गया। रेनबो स्टार क्लब के मुख्य सलाहकार निर्मला राजपूत एवं सह सचिव तनवीर खान ने बताया कि द्वितीय चरण में सुपर मार्केट टाडू चेतना चौक में ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मचारियों को देश हित में कोरोना से बचाने हेतु रिफ्रेशमेंट कीट एवं फूल देखकर देकर सम्मानित किया गया। रेनबो स्टार क्लब के प्रधान अजय कौशल ने बताया कि पूरे प्रदेश में भारत हिमाचल रेनबो स्टार क्लब के पदाधिकारी देश की अग्रणी सामाजिक संस्थान लाडली फाउंडेशन एवं हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच सर्वधर्म समभाव के सहयोग से सभी कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करेंगे। इसी मुहिम में बिलासपुर से कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करने की मुहिम छेड़ी गई है। जिला के सभी ब्लॉकों में तैनात पुलिस विभाग स्वस्थ विभाग सफाई कर्मचारियों इत्यादि प्रमुख अन्य सामाजिक संस्थाओं के क्रोना योद्धाओं को सम्मानित विभिन्न विभिन्न चरणों में किया जाएगा। इस मौके पर प्रमुख सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी अनीता शर्मा, रेखा बिष्ट, अनिता जसवाल, शीला सिंह, निशा देवी, ज्योति कुमारी, पंडित सत्यदेव शर्मा, रीना ठाकुर, शीतल, रश्मि गौतम, नीतीश कुमार, वासुदेव, पवन कुमार, शालु इत्यादि सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सदर विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता एवम प्रदेश महासचिव आशीष ठाकुर ने वीरवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरलोग में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को सेफ्टी गाउन वितरित किए। युवा नेता ने कहा कि यह सेफ्टी गाउन नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के विधायक राम लाल ठाकुर ने उनके आग्रह पर उन्हें मुहिया करवाये।आशीष ठाकुर ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर अरुण, स्टाफ नर्स प्रेम लता, फार्मासिस्ट राजिंदर, लैब टेक्नीशियन के के चन्देल, स्टाफ नर्स मोमिना, सफाई कर्मचारी परमानंद मौजूद थे जिन्हें सेफ्टी गाउन दिए। इस मौके पर युवा नेता ने कहा कि वैश्विक महामारी जिस तरह देव भूमि में अपने पावँ पसार रही है यह गहन चिंतनीय विषय है। आशीष ठाकुर ने कहा कि चिकित्सा विभाग के लोग दिन रात जनता की सेवा में लगे हुए है, पर सरकार ओर विभाग उनकी अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग से पुनः मांग की है कि बॉर्डर्स पर तैनात स्वास्थ्य कर्मचारी जो दिन रात बाहरी प्रदेशो से आने वाले लोगो की स्वास्थ्य जांच कर रहे है, उन्हें पीपीई किट्स मुहिया करवाई जाए साथ मे आशीष ठाकुर ने जनता से अपील की है कि वो अपने घरों में ही रहे। आशीष ठाकुर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने बिलासपुर के स्वारघाट क्वारन्टीन सेंटर में कुहमझवाड़ के युवक की मौत के ऊपर कड़ा संज्ञान लेते हुए मैजेस्ट्रीयल जांच के आदेश प्रशासन को जारी किए है। युवा नेता ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि उक्त मामले की निष्पक्षता के साथ जांच हो ताकि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके। युवा नेता ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि उक्त युवक बहुत ही गरीब परिवार से सम्बद्ध रखता था,उक्त युवक के परिवार को सरकार की तरफ से आर्थिक मदद की जाए ताकि इस दुख की घड़ी में युवक का परिवार अपना गुजर बसर कर सके साथ मे उसके परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी क्षेत्र में रोजगार दिया जाए। इस मौके पर उनके साथ आशीष चन्देल व मनीष चन्देल मौजूद रहे।
पूर्व मंत्री व विधायक श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र राम लाल ठाकुर ने कहा कि कोविड -19 जैसी विश्वव्यापी महामारी के दौरान देश के प्रधानमंत्री ने 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की है जो कि देश के सकल घरेलू उत्पाद का दस प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि उनके भी राजनैतिक जीवन मे इतना बड़ा राहत पैकेज पहले कभी नहीं आया था। इस बारे उन्होंंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि यह समय है कि प्रदेश में छोटे -छोटे कुटीर व लघु उद्योग स्थापित करने चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि प्रदेश में किसानों व बागवानों को खास प्रोत्साहित किया जाए ताकि हमारे छोटे- छोटे किसान, फल-फूल उत्पादक, दुग्ध उत्पादक, सब्जी उत्पादक सुदृढ़ हो सके और हमारे गाँव आत्मनिर्भर हो कर मान सम्मान का जीवन जी सके। राम लाल ठाकुर ने जोर देकर कहा कि इस आपदा ने यह साबित कर दिया जब तक हमारे गांव के किसान व बागवान सुदृढ़ नहीं होंगे तब तक हम विदेशों की तरह ही ताकते रहेंगे और हमारा देश व प्रदेश तरक्की नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा कि आज लगता है कि महात्मा गांधी कितने प्रासंगिक थे उन्होंने ग्राम स्वराज की अवधारणा पर हमेशा जोर दिया था जो आज की परिस्थितियों में एकदम सच साबित होती नजर आती है। उन्होंने बताया कि जब वह पहली बार मंत्री बने तो उस समय के प्रधानमंत्री मंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी भी यही कहते थे कि जब तक सरकार का एक-एक पैसा देश के सबसे गरीब किसान व मजदूर तक नहीं पहुच जाता तब तक सरकार को सतत प्रयास करते रहना होगा। पूर्व को यूपीए सरकार के द्वारा चलाई गई मनरेगा योजना भी उसी कड़ी का प्रारुप है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि इतना बड़ा राहत पैकेज देश के प्रधानमंत्री ने घोषित किया है केंद्र और प्रदेश में भी भाजपा सरकार है, वित्त राज्य मंत्री भी इस प्रदेश से है, प्रदेश के चारों सांसद भी इसी सरकार के है और राष्ट्रीय भाजपा के अध्यक्ष भी यहीं से हैं बहुत बड़ा मौका प्रदेश के किसानों व बागवानों और मजदूरों के उत्थान का है कि अगर सभी केंद्र की सरकार के समक्ष कोई छोटे-छोटे कुटीर व लघु उद्योगों से सम्बंधित, किसानों व बागवानों व मज़दूरों से सम्बंधित एक व्यापक जनयोजना रखें और इस राहत पैकेज का लाभ उठाएं तो प्रदेश में रोजगार भी बढ़ेगा और महात्मा गांधी, स्व लाल बहादुर शास्त्री, स्व राजीव गांधी के द्वारा सोची देश के अंतिम आदमी के उत्थान के बारे में योजना भी साकार रूप ले सकती है। उन्होंने बताया कि मनरेगा जैसी आमजन की योजना व ग्राम स्वराज की अवधारणा को इससे बल भी मिलेगा और प्रदेश और सुदृढ़ और आत्मनिर्भर होगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ० प्रकाश दरोच ने बताया कि जिला से अब तक 815 लोगों के सैंपल कोविड-19 के लिए लैब जांच के लिए आई०जी०एम०सी० शिमला भेजे गए, उनमें से 758 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं और 2 की रिपार्ट अभी तक पाॅजिटीव आई है। शेष सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि आज कल बाहर से बहुत ज्यादा संख्या में लोग अपने-अपने घरों को आ रहें हैं सभी की बाॅर्डर पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है और सरकार के आदेशानुसार जो रैड जोन क्षेत्र से आ रहे हैं उन्हें इंस्टिटूशनल क्वारनटाईन में रखा जाएगा और बाकी को डाॅक्टर की अनुमति के हिसाब से रखा जाएगा, सरकार द्वारा निर्धारित सभी आदेशों का पालन किया जा रहा है।
कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए लाॅकडाउन/कफ्र्यू के दौरान जिला रैड क्राॅस सोसाइटी बिलासपुर मानवीय सेवा में लगे फ्रंट लाईन वर्करज की सहायता करके पुण्य का काम कर महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। जिला रैड क्राॅस सोसाइटी कर्मठ, समर्पित और कतव्र्यनिष्ठ स्वयं सेवकों के माध्यम से अग्रणी पंक्ति में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस जवान, सफाई कर्मचारी, सैनीटाईज करने वाले कर्मी, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करवाने वालों की सहायता के लिए दिन-रात जुटे हुए है। जिला रैड क्राॅस सोसाइटी के स्वयं सेवी कडकती धूप में काम करने वाले फ्रंट लाईन वर्करज को चाय, पानी, भोजन, मास्क और सैनीटाईजर उपलब्ध करवाकर उन्हें सहयोग प्रदान कर रहे है। रैड क्राॅस वाॅलंटियर्स अपने वाहनों के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर जाकर आवश्यकता अनुसार संकट की इस घड़ी में लोगों के उपयोग में लाई जाने वाली वस्तुएं उपलब्ध करवाकर राहत प्रदान कर रहे है ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। इसी कड़ी में जिला रैड क्राॅस सोसाइटी बिलासपुर द्वारा कोका-कोला कम्पनी के सहयोग से 25 मार्च से लगातार प्रतिदिन स्वास्थ्य कर्मी, पुलिस जवान, सफाई कर्मचारी, सैनीटाइज करने वाले कर्मी, आशा वर्करस, गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाने वाले और सहयोग में लगे विभिन्न स्वयं सेवियों को पेयजल उपलब्ध करवा के पुण्य का काम कर रही है। अभी तक 3 हजार से भी अधिक पानी की बड़ी बोतलें उपलब्ध करवा चुकी है।
आयुर्वेदिक विभाग बिलासपुर द्वारा कोविड-19 महामारी कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए जिला बिलासपुर में सीमावर्ती कार्यकर्ताओं (फ्रंट लाईन वर्कस) में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक काढा मधुयष्टियादी कषाय के 3 हजार पैक्ट जिला स्तर पर कार्यरत विभिन्न विभागों के कार्यालयों में वितरित किए जा चुके है। उपायुक्त राजेश्वर गोयल और जिला आयुर्वेदिक डाॅ. जमीर खान चंदेल ने सभी विभागीय प्रमुखों से कहा है कि कोविड-19 महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए सीमावर्ती कार्यकर्ताओं (फ्रंट लाईन वर्कस) को वितरित करना सुनिश्चित करें ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके।
पूर्व मंत्री व विधायक श्री नयना देवी जी विधानसभा क्षेत्र राम लाल ठाकुर ने कोरोना महामारी के चलते हुए प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश में कोविड-19 के मामले बढ़ते जा रहे है व चिंता का विषय है जबकि अब तक हिमाचल प्रदेश कोरोना फ्री राज्य घोषित होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि जैसे ही बाहरी राज्यों से लोंगो का आवागमन हिमाचल प्रदेश में हुआ उसमे प्रदेश सरकार राज्यो के एंट्री पॉइंट्स पर पुख्ता व्यवस्था न कर पाने पर यह मामले बढ़े है। जहाँ-जहाँ पर प्रदेश के एंट्री पॉइंट्स थे वहां पर प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य विभाग बाहर से आने वाले लोंगो की प्राथमिक जांच करने में ही असफल रहा। इन एंट्री पॉइंट्स पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास उपयुक्त स्वास्थ्य जांच इंस्ट्रूमेंट्स न होने से इन लोंगो की शुरुआती जांच भी नहीं हो पाई जिसके कारण बाहरी राज्यो से आने वाले लोग प्रदेश मे प्रवेश कर गए और अब इन लोंगो की सेहत की देखभाल सिर्फ और सिर आशा वर्करों या वार्ड पंचो के हवाले कर दी गई है। राम लाल ठाकुर ने यह भी कहा कि इस महामारी के समय प्रदेश सरकार ने जो 80 प्रतिशत लोंगो की स्वास्थ्य जांच का दावा किया है वह सरासर गलत है। यह सारा दावा प्रदेश सरकार का आशा वर्करों के द्वारा इक्कठी की गई रिपोर्टों के आधार पर है। बहुत सी आशा वर्करों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी फोन पर निर्देश देते है कि अपनी पंचायत के लोगों की बीमारियों के बारे में पता लगाओ। अब यह बताओ कि एक पंचायत को सिर्फ दो आशा वर्करों के सहारे छोड़ देना कहां तक उचित है और फिर क्या यह स्वास्थ्य वर्कर क्या स्वास्थ्य विषय विशेषज्ञ है? उन्होंने कहा कि मेरी सलाह प्रदेश सरकार को है कि यदि कोविड 19 जैसी महामारी से लड़ना है तो स्वास्थ्य विशेषज्ञों, प्रशानिक अधिकारियों और सरकार के पक्ष और विपक्ष के नेताओं को साथ लेकर एक सयुक्त टीम का गठन करना चाहिए ताकि कोई बुनयादी योजना बन सके और इस महामारी को मात दी जा सके, केवल विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के सहारे सरकार नहीं चल सकती है। राम लाल ठाकुर ने कहा कि आज लॉक डाउन का पचासवां दिन है अभी तक तो प्रदेश के हर जिला अस्पताल में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा दी जानी चाहिए थी। उन्होंने यह भी कहा 50 दिन लॉक डाउन होने के बावजूद भी अभी तक भी कोरोना के मरीजों के लिए कोई पर्याप्त इसोलेशन वार्डस विकसित नहीं हो पाए हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि कोरोना की लड़ाई में बहुत सी वित्तिय धांधलियों को भी जन्म दिया गया है जो कि एक गम्भीर व चिंता का विषय है। इसकी भी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
युवा कांग्रेस ने कहा है कि अगर बिलासपुर के स्वारघाट में क्वॉरेंटाइन किए गए युवक की मौत की निष्पक्षता के साथ जांच नही हुई तो क्षेत्र के लोगो के साथ मिलकर उग्र आंदोलन किया जाएगा और इसकी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार और प्रशासन की होगी। युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव आशीष ठाकुर बिलासपुर में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से मांग की है कि बिलासपुर जिला के स्वारघाट क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए युवक की मौत की गुथी को सुलझाने के लिए इस मामले की निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए, जो भी लोग इसमे संलिप्त पाए जाते है उनके खिलाफ कठोर से कठोर सजा का प्रावधान होना चाहिए।आशीष ठाकुर ने कहा कि आईजीएमसी शिमला में जिस तरह उक्त युवक के शव के साथ अमानवीयता का व्यवहार हुआ है वो बहुत ही निंदनीय है जिसने हिन्दू समाज की गरिमा को ठेस पहुंचाई है,युवा नेता ने कहा कि इस तरह के कृत से उस युवक के परिवार पर क्या बीती होगी इसका अंदेशा लगाना भी सम्भव नही है। आशीष ठाकुर ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि भविष्य में शवों के साथ अमानवीयता का व्यवहार न हो उसके लिए ठोस नीति बनाए।
कहलूर सेवा विकास संस्थान बिलासपुर द्वारा पूरे षहर को सेनेटाइज करने के बाद अब अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए सोमवार से बेसहारा पशुओं के रखरखाव का जिम्मा उठाया है। इसके लिए प्रथम चरण में पषुओं के लिए पानी की व्यवस्था करना है। यह जानकारी देते हुए संस्थान के प्रधान सन्नी कुमार और महासचिव पंडित भरत डोगरा ने बताया कि इस कड़ी में सोमवार को धौलरा रोड़ के डायवर्सन पर स्थित पानी की टंकी की सफाई के साथ नीचे पशुओं को पीने के पानी के लिए बनाई गई खुरली की सफाई की गई। उन्होंने बताया कि यहां पर कुछ मरम्मत की आवष्यक्ता है। एक दो दिन में मरम्मत कार्य कर यहां पर पशु पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। उन्होने बताया कि गर्मियों के मौसम में पशु पक्षियों को पानी की समस्या आम हो जाती है। पानी के लिए पशुओं को मजबूरन गोविंद सागर झील की ओर जाना पड़ता है जहां पर इन दिनों दल-दल का साम्राज्य है और पशु इसमें फंस जाते हैं। कई बार पशु यहां पर काल का ग्रास भी बन जाते हैं। महासचिव भरत डोगरा ने बताया कि नगर के प्रत्येक सेक्टर में ऐसे स्थान खोजे जाएंगे जहां पर पशुओं के पीने के लिए पानी की व्यवस्था हो सके। ऐसे स्थानों पर छोटी-छोटी टंकियों का निर्माण संस्था द्वारा करवाया जाएगा तथा पशुओं को पानी की किल्लत न हो इसके लिए ऐसी व्यवस्था की जाएगी। इस दौरान पानी के स़्त्रोतों को भी संवारने का काम किया जाएगा। सोमवार के इस अभियान उपप्रधान मनीष कौंडल, सहसचिव अजय राणा, विवेक आनंद, विनय कुमार, दीपक, रजत, गौरव ने अपना अहम योगदान दिया।
उपमंडल अधिकारी (ना.) घुमारवीं शशिपाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा ४ मई को जारी आदेशानुसार जिला बिलासपुर के नागरिक चिकित्सालय घुमारवीं को डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि आदेश के अनुसार जिला बिलासपुर में कोरोना (कोविड-19 ) वायरस के संदिग्ध और ऐसे लोगों जिनमें कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है (सस्पेक्टेड और कंफर्म) की देखभाल एवं उपचार इस अस्पताल में किया जाना निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि आदेश के अनुसार दिनांक 11 मई से नागरिक चिकित्सालय घुमारवीं में आपातकालीन एवं मरीजों को अस्पताल में दाखिल कर उनका उपचार करने की सेवाएं बंद कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार कोविड-19 से संबंधित व्यक्तियों एवं मरीजों के उपचार के लिए अस्पताल प्रशासन द्वारा 5 टीमों का गठन कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि उपमंडल की जनता स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भराड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरलोग, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुठेडा या जिला अस्पताल बिलासपुर की सेवाएं प्राप्त कर सकते है। खंड चिकित्सा अधिकारी घुमारवीं ने बताया कि जब तक इस अस्पताल में कोरोना वायरस (कोविड़-19)से संक्रमित कोई व्यक्ति इलाज के लिए नहीं आता है तब तक अस्पताल प्रशासन ने आम जनता की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक बाहय रोगी विभाग की सेवाए सुचारू रूप से बनाएं रखने का फैसला लिया है, लेकिन जैसे ही कोरोना वायरस से संक्रमित कोई रोगी अस्पताल में उपचार हेतु दाखिल होता है उसी समय वाह्य रोगी विभाग की यह सेवा भी तुरंत प्रभाव से बंद कर दी जाएगी।
लाडली फाउंडेशन के राज्य उपाध्यक्ष एवं रेनबो स्टार क्लब के मुख्य सलाहकार निर्मला राजपूत एवं जिला कार्यकारी अध्यक्ष रेखा बिष्ट ममता, की संयुक्त अगुवाई में कोरोना वायरस के चलते प्रभाव को देखते हुए, बिलासपुर शहर में कुल्लू मनाली रोड में रहने वाले लोगों तथा स्थानीय नागरिकों को मास्क एवं सैनिटाइजर बांटे गए। लाडली फाउंडेशन के कार्यकारी अध्यक्ष रेखा बिष्ट में जिला प्रशासन राजेश्वर गोयल अनुरोध किया कि अगर सामाजिक क्षेत्र में युवा स्वयंसेवकों की जरूरत पड़ती है तो शहर के सभी प्रमुख संस्थाओं रेनबो स्टार क्लब, हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच सर्वधर्म समभाव, शिव शक्ति विकास समिति, विशाल हिंदू सभा इत्यादि का सहयोग लेकर लगभग लगभग सैकड़ों युवाओं की युवा समाजसेवियों की टीम हमारी तैयार है। लाडली फाउंडेशन के राज्य अध्यक्ष शालू ने बताया कि पूरे प्रदेश में लाडली फाउंडेशन के पदाधिकारी एवं समाजसेवी कोराना वायरस के चलते लोगों को मुफ्त सैनिटाइजर मास्क व भोजन लगातार पिछले कई दिनों से बांट रहे हैं।