मंगलवार को अटल टनल रोहतांग के पास बड़ा हादसा होते-होते टला है। बता दें मनाली-केलांग मार्ग पर, अटल टनल से करीब डेढ़ किलोमीटर आगे, आलू की बोरियों से लदा ट्रक एक कार पर पलट गया। गनीमत रही उस समय कार में मौजूद व्यक्ति ने ट्रक की स्पीड को भांप लिया और कार से छलांग मार सुरक्षित दूरी पर चला गया, वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। जानकारी के मुताबिक कार हरयाणा से हिमाचल घूमने आए पर्यटकों की थी व हादसे के समय हाईवे के किनारे पर पार्क थी। इस दौरान विपरीत दिशा से आता हुआ एक ट्रक अचानक कार पर पलट गया। ऑय विटनेसेस की मने तो हादसे से पहले गाड़ी की पिछली सीट पर एक व्यक्ति बैठा हुआ था जिसने ट्रक की स्पीड भांपते हुए सुरक्षित जगह के लिए छलांग लगा दी। हालाँकि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई पर व्यक्ति बाल-बाल बचा। रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के हिमाचल दौरे के बाद कुल्लू के बंजार से विधायक सुरेंदर शौरी के कोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है। बता दें कि 3 अक्टूबर को पीएम ने रोहतांग अटल टनल का शुभारम्भ किया था। उस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया पीएम के संपर्क में रहे। अब वहीं बीते कल कुल्लू के बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जिस के बाद से ही सीएम ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है। बताया जा रहा है कि सीएम पॉजिटिव आए विधायक के प्राइमरी कांटेक्ट में थे। स्वास्थ्य विभाग को शौरी के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट टनल उद्घाटन कार्यक्रम से एक दिन पहले 2 अक्तूबर को ही मिल गई थी। हिमाचल सरकार की इस बड़ी चूक से पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के लिए भी कोरोना का खतरा पैदा हो गया है। इस खबर ने हिमाचल में हड़कंप मचा दिया है। स्वास्थ्य विभाग कि इस चूक से सीएम कार्यालय से लेकर पीएम कार्यालय तक कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। मुख्यमंत्री कि माने तो शौरी के पॉजिटिव होने की जानकारी उन्हें 3 अक्तूबर को मिली थी। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई है। वहीं, अटल टनल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी से नजदीक से बात करने वाले वन मंत्री राकेश पठानिया भी संक्रमित विधायक के संपर्क में आए थे। वह भी आइसोलेट हो गए हैं। पठानिया ने कहा कि शौरी के पॉजिटिव आने की जानकारी मुख्यमंत्री के क्वारंटीन होने के बाद मिली है। उन्होंने बताया कि शौरी से दूर से ही उनकी मुलाकात हुई थी और दोनों ने ही मास्क लगाए थे। फिर भी कोविड प्रोटोकॉल के तहत खुद को क्वारंटीन कर लिया है। मुख्यमंत्री, मंत्री के क्वारंटीन होने के बाद सीएम से ही प्रदेश के कई दिग्गज नेता, राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत अन्य क्वारंटीन हो गए हैं। वही शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने विधायक से मुलाकात नहीं की थी। इस वजह से वह अभी तक क्वारंटीन नहीं हुए हैं।
परिवहन विभाग की ओर से इंटरस्टेट बसों में व्यवस्था को लेकर एसओपी तैयार कर दी गई है। जारी निर्देशों के मुताबिक अब हिमाचल सरकार द्वारा बहरी राज्यों के लिए जाने वाली बसों में बच्चों, बुजुर्गों व बीमार व्यक्तियों के लिए सीटें आरक्षित की जाएंगी। सीट नंबर 2 से 6 तक सीटें इनके लिए रिज़र्व रहेंगी, वहीं 1 नंबर सीट कंडक्टर के लिए रहेगी। कंडक्टर सवारियों को बस में चढ़ने से पहले टिकट देगा। साथ ही बिना मास्क बसों में किसी को सफर नहीं करने दिया जाएगा। परिवहन विभाग ने एसओपी तैयार कर सरकार को भेज दी है। अब इस मामले को कैबिनेट बैठक में लाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इंटर स्टेट बसें 60 प्रतिशत सीटों के साथ शुरू होंगी। डीलक्स बसों में 50 प्रतिशत सीटों पर यात्री सफर कर सकेंगे। यानी अब 100 सीटर बसों में 50 यात्री सफर कर सकेंगे।
हमीरपुर। जिला में सोमवार को आरटी पीसीआर टैस्ट में 14 लोग कोरोना पाॅजीटिव पाए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. अर्चना सोनी ने बताया कि पाॅजीटिव पाए गए लोगों में भोरंज उपमंडल के गांव कक्कड़ की 51 वर्षीय, 63 वर्षीय और 28 वर्षीय तीन महिलाएं, गांव मुुंडखर के तीन लोग 9 वर्षीय लड़का, 10 वर्षीय लड़का और 69 वर्षीय व्यक्ति शामिल है। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के प्राथमिक संपर्क के कारण नादौन के गांव टिल्लू के तीन लोगों 62 वर्षीय व्यक्ति, 57 वर्षीय महिला और 30 वर्षीय महिला, गांव अणु कलां के दो लोगों 75 वर्षीय बुजुर्ग तथा 17 वर्षीय लड़की की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई है। लेह से लौटा टौणी देवी के गांव छत्रैल का 21 वर्षीय युवक, टौणी देवी में बिहार से आया 29 वर्षीय व्यक्ति और जलाड़ी क्षेत्र के गांव मतियाल का 28 वर्षीय व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हिमाचल आने पर स्वागत है, लेकिन इस बार प्रदेश प्रेम भाषणों में नहीं हकीकत में दिखा कर जाएं। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। राणा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हों या इंदिरा गांधी हो, जब-जब हिमाचल आए हैं, तब-तब उन्होंने हिमाचल के प्रति अपना स्नेह प्रदर्शित करते हुए हिमाचल को बड़े-बड़े पैकेज व बड़ी-बड़ी विकास योजनाएं समर्पित की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस रोहतांग टनल का उद्घाटन करने आज हिमाचल पहुंचे हैं। वह रोहतांग टनल भी कांग्रेस के हिमाचल के स्नेह व सम्मान की देन है, जो अब देश और प्रदेश के विकास के बड़े सपने को साकार कर रही है। हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा देने वाली पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने सपना देखा था। रोहतांग टनल का सपना 1983 में इंदिरा गांधी द्वारा जनजातीय जिला की पहली महिला विधायक स्वर्गीय लता ठाकुर के आग्रह पर देखा था। 1984 में इसका जियोलॉजिक्ल सर्वे किया गया। 2005 यूपीए वन में इस प्रोजेक्ट को कैबिनेट क्लीयरेंस मिली जबकि 2009 में यूपीए टू ने इस प्रोजेक्ट को बजट के प्रावधान के सहित पूर्व पीएम मनमोहन सिंह द्वारा क्लीयर किया गया। 28 जनू 2010 को रोहतांग टनल का शिलान्यास कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी द्वारा किया गया। जिसका उद्घाटन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब हिमाचल पहुंचे हैं। राणा ने कहा कि सरकारें आती है, जाती हैं। विकास सतत क्रिया है, जो कि सरकारों के दम पर आगे बढ़ता है, लेकिन इसमें यह कह देना कि रोहतांग टनल बीजेपी ने बनाई है, तो यह गलत होगा जबकि असलियत यह है कि कांग्रेस के काम को बीजेपी ने आगे बढ़ाकर अब उद्घाटन तक पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री रहते हुए संभवत यह तीसरा दौरा है जबकि प्रधानमंत्री बनने से पहले वह सुजानपुर भी आए थे। प्रधानमंत्री के हर दौरे में जन संवाद के दौरान हिमाचल प्रेम खूब छलका है, लेकिन यह प्रेम अब तक सिर्फ भाषणों तक ही सीमित रहा है। उन्होंने कहा, मेरा प्रधानमंत्री से निवेदन है कि अगर बकौल मोदी वह हिमाचल को अपना दूसरा घर मानते हैं व सच में हिमाचल की देवभूमि व वीरभूमि से प्रेम करते हैं तो महंगाई, बेरोजगारी व महामारी के साथ कर्जे के पहाड़ के नीचे दबे प्रदेश को इस दौरे में कोई बड़ा पैकेज देकर राहत देकर जाएं। राणा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी के हिमाचल से दूसरे घर जैसे रिश्ते हैं तो रिश्ते दिखाने के लिए नहीं निभाने के लिए होते हैं? और इस बार वह बड़े पैकेज की घोषणा करके इन रिश्तों को निभाकर जाएं।
अटल टनल रोहतांग के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी ने लाहौलियों को एक और बड़ी सौगात दी है। बता दें अटल टनल रोहतांग के उत्तरी पोर्टल में पीर पंजाल की पहाड़ी में जल्द ही बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा बनाई जाएगी। यह प्रतिमा लगभग 328 फीट यानि 100 मीटर ऊंची होगी। यह प्रतिमा अफगानिस्तान के बामियान की तर्ज बनाई जाएगी। इस निर्माण में लगभग 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस प्रोजेक्ट को खुद प्रधानमंत्री ने सहमति दी है। हिमाचल सरकार के इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। प्रतिमा का निर्माण केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की देखरेख में गुजरात की एक निजी फर्म को सौंपा जाएगा। सिस्सू गांव के पार विख्यात वॉटर फाल के पास पीरपंजाल की पहाड़ी को कुरेद कर बुद्ध प्रतिमा बनाई जाएगी। इस निर्माण से जनजातीय क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आय के नए द्वार खुलेंगे।
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में चलते काफिले के दौरान सड़क हादसे में हिमाचल के सिरमौर का 42 वर्षीय जवान शहीद हो गया। सिरमौर के धारटीधार इलाके की नौनी (जामटा) पंचायत के कटीयार गांव के सुरेश कुमार, सेना की 155 टी ए बटालियन में शोपियां में तैनात थे। गत 29 सितंबर को सेना की लगभग 100 गाड़ियों का काफिला जम्मू से श्रीनगर के लिए निकाला। उनमें से बीच की गाड़ी उधमपुर के समीप दूसरी गाड़ी को बचाने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें हवलदार सुरेश कुमार भी सवार थे जिन्हें दुर्घटना के बाद सैनिक अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया। 30 सितंबर को शहीद की पार्थिव देह उधमपुर से घर के लिए रवाना कर दी गई। देर रात शहीद की पार्थिव देह नाहन पहुंची और रात को नाहन मे ही रखी गई। गुरूवार को प्रातः 8:00 बजे शहीद की पार्थिव देह भूतपूर्व सैनिक संगठनों व स्थानीय लोगों के कफिले के साथ शहीद के पैतृक गांव कतयाड़ के लिए लाया गया। रास्ते में कई स्थानों पर लोगों ने पुष्प वर्षा की। पिता जोगेंद्र सिंह, माता शीला देवी व शहीद की पत्नी शीला देवी तथा बेटे आर्यन एवं विवेक व परिवार तथा गांव के लोग पार्थिव देह को देखकर बिलखने- चिल्लाने लगे। गांव तथा पूरे इलाके में शोक की लहर है। शहीद के जेष्ठ पुत्र विवेक ने पवित्र देह को मुखाग्नि दी। उपस्थित सभी लोगों ने भारत माता की जय, शहीद सुरेश अमर रहे के नारे लगाए। उपस्थित सभी लोगों ने शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा को शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। नौनी ग्राम पंचायत के प्रधान नरेश ठाकुर ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर श्मशान घाट के लिए पहाड़ी और संकरा रास्ता होने के बावजूद भी साफ-सफाई तथा देह संस्कार के लिये बहुत अच्छी व्यवस्था की जिसके लिए सभी लोगों ने उनकी सराहना की। इस मौके पर मुख्यतः परिवार के सदस्यों और सगे संबंधियों के अलावा डीसी सिरमौर डॉ० आर के परूथी, अतिरिक्त एसपी सिरमौर बबीता राणा, एसडीएम विवेक, नाहन के विधायक डाॅ राजीव बिंदल, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा-शिलाई से अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान, सचिव नरेंद्र सिंह ठुंडू, पूर्व सैनिक सगंठन धारटीधार, पूर्व सैनिक सगंठन रेणुका जी- सगड़ाह, भूतपुर्व सैनिक सगंठन नाहन, स्थानीय पंचायत व गांव के प्रतिनिधि व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
हिमचाल प्रदेश में कोरोना महामारी का कहर जारी है। प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 15 हज़ार पार करने वाला है। वीरवार को भी कोरोना ने प्रदेश में कहर दिखाया। आज दोपहर तक 21 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, इनमें कांगड़ा से 2 व ऊना से 19 मामले सामने आए हैं। वहीं 6 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा 218 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इसी के साथ प्रदेश में कोरोना का आंकड़ा 14997 पर पहुँच गया है, वहीं 11588 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात दी है। प्रदेश में अब 3197 मामले सक्रिय हैं व 187 मरीजों की मौत हो चुकी है।
राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने प्रेस बयान में कहा है कि स्वास्थ्य के साथ शिक्षा के नाम पर भी जमकर फर्जीवाड़े व मनमानियों का दौर बीजेपी की सत्ता में बदस्तूर जारी है जिस कारण से योग्यतावान व क्षमतावान प्रतिभाएं प्रदेश में अपने आप को कुंठित व प्रताडि़त महसूस कर रही हैं। राणा ने खुलासा करते हुए कहा कि प्रदेश की एकमात्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी में चली मनमानियों के बीच अब विशेष विचारधारा के नाम पर चमचागिरी करने वाले लोगों को नियुक्तियां दी गई हैं। इन नियुक्तियों में तमाम नियमों को दरकिनार किया गया है जिससे सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कार्यरत बेहतर प्रदर्शन करने वाले सब्जेक्ट एक्सपर्ट खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। राणा ने कहा कि शिक्षा किसी और विषय की और नियुक्ति किसी और विषय में नियुक्ति करने के कारनामे को भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने अंजाम दिया है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी में सियासी पार्टी के कार्यकर्ताओं की वफादारी की तर्ज पर नियुक्तियां की जा रही हैं जिससे कि वहां कार्यरत अधिकांश स्टाफ में सिस्टम व सरकार के प्रति लगातार आक्रोश बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्लांट साइंस सब्जेक्ट में सिर्फ पीएचडी बॉटनी के लोगों को नियुक्ति देने का नियम है, लेकिन इस यूनिवर्सिटी में इस विषय की पढ़ाई के लिए बायोटेक व बायोकेमिस्ट्री के लोगों को नियुक्ति देकर अपनी पॉवर के मिसयूज कर मनमानी का परिचय दिया है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी की इस मनमानी से प्रदेश के अनेक योग्य उच्चशिक्षा प्राप्त युवा अपनी अनदेखी से परेशान हैं। जिसको लेकर कुछ लोगों ने न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया है। राणा ने कहा कि यह पहली यूनिवर्सिटी नहीं है जो बीजेपी के राज में मनमानी पर उतरी है। इससे पहले एनआईटी हमीरपुर, आईआईएम नाहन में भी नियुक्तियों को लेकर धांधली के आरोप लग चुके हैं जबकि मानव भारती यूनिवर्सिटी सोलन तो लाखों फर्जी डिग्रियां बेचने के लिए विश्वभर में कुख्यात हो चुकी है।
प्रधानमंत्री के दौरे तक अटल टनल को सील कर दिया गया है। उद्घाटन तक किसी को भी अटल टनल में प्रवेश की अनुमति नहीं है। आज उद्घाटन की तैयारियों का जायज़ा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के काफिले को भी अटल टनल पार करने के लिए विशेष अनुमति लेनी पड़ी। मुख्यमंत्री का काफिला लाहुल की तरफ अटल टनल के नाॅर्थ पोर्टल सिस्सु में रोका गया। उनके काफिले में एक वाहन वाहन ज्यादा था जिस कारण एसपीजी ने उनके काफिले को रोक दिया। एसपीजी के अधिकारियों ने दिल्ली से अनुमति ली जिसके बाद ही मुख्यमंत्री के काफिले को आगे बढ़ने की इजाज़त दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के मद्देनजर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर तैयारियों का जायज़ा लेने आज सुबह लाहुल-स्पीति के सिस्सू पहुंचे। जयराम ठाकुर वहां जिला प्रशासन कुल्लू व लाहुल-स्पीति के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। साथ ही वह सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों के साथ भी बैठकें करेंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एक अक्टूबर तक वहां पर मौजूद रहेंगे।
प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। बुधवार को भी प्रदेश में कोरोना से दो मौते हुई हैं। शिमला के आईजीएमसी में कोरोना से दो व्यक्तियों ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति सिरमौर के नहान और दूसरा जिला शिमला के घणाहटी का रहने वाला बताया जा रहा है। सिरमौर निवासी मृतक 62 वर्षीय था व नाहन से आईजीएमसी के लिए रेफर किया गया था। 28 सितम्बर को व्यक्ति का टेस्ट हुआ जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और देर रात इनकी मौत हो गई है। शिमला निवासी मृतक का 28 सितम्बर को ही रैपिड एंटीजेन टेस्ट हुआ था और रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
प्रधानमंत्री मोदी के 3 अक्टूबर को मनाली आ रहे हैं। लेकिन PM के दौरे से पहले पुलिस को मानली में एक गाड़ी से 3 रिवाल्वर बरामद हुई हैं। रिवाल्वर पकड़े जाने के बाद से ही पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां और भी ज़्यादा सतर्क हो गई है और पहरा कड़ा कर दिया गया है। पुलिस ने प्रीणी के एक उद्योगपति की गाड़ी से ये हथियार बरामद किए हैं। तीन में से दो रिवाल्वर के लाइसेंस हैं जबकि एक अवैध हैं। ये सभी हरियाणा में बनी हैं और दो के प्रदेशस्तरीय लाइसेंस हैं, ऐसे में इन्हें दूसरे राज्य में ले जाना अपराध हैं। ये कामयाबी पुलिस को प्रीणी में चेकिंग करते हुए मिली। इस मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद से पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों ने होटलों में भी चेकिंग का काम शुरू कर दिया है।
जम्मू-कश्मीर में हिमाचल का एक जवान शहीद हो गया है। जानकारी के मुताबिक, जवानों को लेकर सेना का वाहन उधमपुर से श्रीनगर की तरफ जा रहा था, जो उधमपुर से कुछ ही दूरी पर जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 2 जवानों की मौत हो गई। इन दो जवानों में से एक हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में नाहन विधानसभा क्षेत्र के कांडों का कथ्याड इलाके से ताल्लुक रखता है। जवान का नाम सुरेश कुमार, उम्र 47 साल बताई जा रही है। शहीद के परिवार में दो बेटे, पत्नी व बूढ़े मां-बाप हैं। शहादत की खबर मिलते ही गांव में मातम का माहौल है। शहीद जवान का पार्थिव शरीर बुधवार को गांव लाया जाएगा।
शनिवार, हिमाचल कैबिनेट की बैठक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हो रही है। इस बैठक में प्रधानमंत्री के दौरे के साथ साथ पर्यटन विकास, कोरोना व ऐसे कई अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। आज की इस बैठक में बाहरी राज्यों के लिए बसें चलाने और डिपुओं में पॉस मशीनों से राशन देने पर भी फैसला हो सकता है। बैठक में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर, मंत्री सरवीण चौधरी व अन्य नेतागण शामिल हुए है। हालांकि बैठक से सरकार के दो मंत्री नदारद रहे। उद्योग एवं परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर और पंचायती राज एवं पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर अनुपस्थित रहे। बिक्रम ठाकुर स्टाफ सदस्य के संक्रमित पाए जाने के बाद क्वारंटाइन हैं।
राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने भाजपा पर तीखा हमला किया है। जारी प्रेस बयान में राणा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा की बीजेपी जनादेश से विश्वासघात कर रही है व जनादेश के बहुमत का भी लगातार दुरुपयोग कर रही है। राणा ने खुलासा किया है कि केंद्र की तर्ज पर सत्ता को कारोबार का जरिया मान चुकी बीजेपी प्रदेश के संसाधनों को भी दोनों हाथों से लूटने में लगी है। राणा ने कहा कि केंद्रीय कांगड़ा बैंक में हुए खुलासे के मुताबिक बैंक के चेयरमैन को नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कागजों के हेरफेर के तिकड़मों के चलते लाखों रुपए का लाभ दिया जा रहा है। राणा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कॉर्पोरेशन एक्ट 1968 तथा नियम 1971 की धारा 41एफ के चलते किसी ऐसे व्यक्ति को बैंक का निदेशक नहीं बनाया जा सकता है, जो कि बैंक से कोई प्रत्यक्ष या परोक्ष लाभ ले रहा हो। यही प्रावधान बैंक के उपनियमों की धारा 29सी में भी रखा गया है, लेकिन केंद्रीय कांगड़ा बैंक की कलाकारी का नमूना यह रहा कि बैंक के चेयरमैन को लाखों का लाभ देने के लिए 1 मार्च 2018 को एफिडेविट दायर करवाया गया कि वह अपने पारिवारिक जसूर स्थित भवन के अपने हिस्से का किराया नहीं लेंगे। यह भवन केंद्रीय कांगड़ा बैंक को किराए पर दिया गया है। इतना ही नहीं परोक्ष लाभ की इस जुगाड़बंदी में किराया न लेने व अन्य कार्य करने का अधिकार बैंक के चेयरमैन ने अपने चाचा को दे दिया। 3890 रुपए से शुरू हुए इस बैंक के किराए को यकायक बढ़ाकर 1 मार्च 2019 को 28 हजार रुपए कर दिया और गजब यह रहा कि किराए की बढ़ोतरी का फैसला बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में किया गया। जिसके चेयरमैन खुद केंद्रीय कांगड़ा बैंक के चेयरमैन रहे, तथा बैंक के प्रबंधक निदेशक भी इस बैठक में मौजूद रहे। इतना ही नहीं 1 मई 2007 से 30 अप्रैल 2012 तक 32280 रुपए किराए की बढ़ोतरी 22 मार्च 2019 को की गई। फिर 1 मई 2012 से लेकर 28 फरवरी 2019 तक फिर से किराए की बढ़ोतरी करके 48544 कर दी, जिसका भुगतान भी आनन-फानन में 22 अप्रैल 2019 को बैंक द्वारा कर दिया गया। राणा ने कहा कि बीजेपी का यह कारनामा यह बताने के लिए काफी है कि लोग इस पार्टी में सत्ता का कारोबार करने के लिए पद हासिल करते हैं व संसाधनों की लूट के लिए नियमों को ताक पर रखते हैं। वहीं, आम आदमी को महंगाई व बेरोजगारी की सौगात देते हैं।
भाजपा की तेज़तर्रार नेता व पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा ने सोमवार को पंचकूला के एक निजी अस्पताल में आखिरी सासें लीं। उनके आकस्मिक निधन से पुरे हिमाचल प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें श्यामा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। सोमवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ी और उन्हें नाहन स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहाँ से उन्हें चंडीगढ़ PGI रेफेर कर दिया गया पर श्यामा ने बीच रस्ते में ही दम तोड़ दिया। पूर्व मंत्री श्यामा ने 16 सितम्बर को ही प्रधानमंत्री मोदी को फेसबुक पर शुभकामनाएं प्रेषित की थीं, पर उस समय कौन जनता था वह चंद रोज़ में दुनिया को अलविदा कह देंगी। श्यामा अपनी आखिरी समय तक राजनीती व समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय रहीं। उनका राजनितिक करियर 42 सालों का रहा। वह तीन बार विधायक और एक बार मंत्री भी रहीं। उन्होंने भाजपा को जिला सिरमौर में पहचान दिलाई व संगठन के लिए कई बड़े कार्य किए। उन्होंने छात्र राजनीती से अपना करियर शुरू किया। उन्होंने पहली बार 1977 में नाहन विधानसभा से चुनाव लड़ा था और जीत भी हासिल की। श्यामा शर्मा नाहन से तीन बार विधायक 1977, 1982 व 1990 में रही। 1977 में वह तात्कालीन सरकार मेें पंचायती राज, खाद्य एवं आपूर्ति तथा विधि मंत्री रही। इसके बाद प्रेम कुमार धूमल की सरकार में राज्य योजना बोर्ड की उपाध्यक्ष भी रही। मुख्यमंत्री ने जताया शोक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व मंत्री श्यामा शर्मा के निधन पर शोक जताया है। सीएम ने कहा श्यामा शर्मा ने पार्टी और जनता की निस्वार्थ एवं समर्पण भाव से सेवा की है। भगवान उनकी दिवंगत आत्मा काे शांति प्रदान करे व परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।
कृषि विभाग के आने से किसान मनपसंद दामों पर देश में कहीं भी अपनी फसल किसी को भी बेचने के लिए स्वतंत्र हो जाएंगे। इससे पहले की व्यवस्था में किसान केवल अपने ही राज्य की मंडियों में अपनी फसल बेच पाते थे। हमीरपुर से जारी प्रेस नोट जारी करते हुए भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी अंकुश दत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लोग कृषि विधायकों के बारे में मनगढ़ंत बातें कहकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। कृषि विधायक आने के बाद किसानों के पास दो तरीके होंगे वह चाहे तो अपनी फसल मंडियों के माध्यम से बेचे और जिसका उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलता रहेगा और दूसरा यह कि विदेश में किसी भी व्यापारी को अपने मनपसंद ऊंचे दामों पर अपनी फसल सीधा बेच सकते हैं। जिला मीडिया प्रभारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि किसानों को आज तलक उनके अधिकारों से वंचित रखा गया, जब कपड़ा उत्पादक, बर्तन उत्पादक आदि या अन्य किसी भी प्रकार का उत्पादन करने वाले लोग अपने उत्पाद को देश में कहीं भी बेच सकते हैं तो केवल किसान ही क्यों केवल अपने ही राज्य में सिर्फ मंडियों के माध्यम से ही अपनी फसल को बेचने के लिए सीमित किए गए। नए प्रावधानों के लागू हो जाने के बाद किसान अपनी फसल को मंडियों में या फिर मनचाही कीमतों पर देश में कहीं भी किसी को बेच सकते हैं। अनाज मंडियों के माध्यम से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद पहले ही की तरह होती रहेगी। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग में अनुबंध पैदावार की जो बात की गई है उसमें स्पष्ट कहा गया है कि पैदावार खरीदने का समझौता ज्यादा से ज्यादा 5 वर्ष का होगा और इस समझौते में सिर्फ पैदावार खरीदने की बात होगी, ना की जमीन खरीदने या फिर जमीन को गिरवी रखने की। जब किसान बीज बोएगा उससे पहले उसकी फसल की कीमत का समझौता होगा और जब फसल तैयार हो जाएगी तो फसल उठाने से पहले व्यापारी फसल की दो तिहाई कीमत समझौते के अनुसार अदा करेगा और और उसके 3 दिन के भीतर ही बाकी की एक तिहाई कीमत भी किसान को अदा करेगा। किसान अपनी फसल की मनपसंद कीमत व्यापारी से पहले ही तय कर लेगा जो उसे निश्चित रूप से मिलेगी। जिला मीडिया प्रभारी ने कहा कि बंपर फसल होने की सूरत में कई बार बहुत अधिक मात्रा में अनाज के सड़ने से किसानों की मेहनत बेकार हो जाने की समस्या भी कृषि विधेयक आ जाने से दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल ज्वाइन कृषि विधायकों का विरोध कर रहे हैं वह चाहते हैं कि किसान आज भी अनगिनत बंधनों में जकड़ा रहे और किसानों को उनकी फसल का सही दाम न मिले और वह सभी लोग बिचौलियों के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं जो किसानों की मेहनत की कमाई पर डाका डालते हैं।
शिक्षकों और विद्यार्थियों को स्कूलों में बुलाने को लेकर अगले सप्ताह एसओपी जारी होगी। केंद्र सरकार से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइन के अनुसार 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 21 सितंबर से स्कूलों में बुलाने को हरी झंडी मिल गई है। केंद्र ने अभिभावकों के सहमति पत्र पर बच्चों को स्कूलों भेजने को मंजूरी दी है। केंद्र ने इसका अंतिम फैसला राज्य सरकारों पर छोड़ा है। केंद्र की ओर से बीते दिनों एसओपी भी जारी की गई है। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने भी एसओपी तैयार कर अंतिम मंजूरी के लिए फाइल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को भेज दी है। केंद्र से जारी गाइडलाइन में 30 सितंबर तक स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार ने राज्यों को अपने स्तर पर फैसले लेने के लिए कुछ छूट भी दी है। प्रदेश शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन से बाहर वाले स्कूलों में नवीं से जमा दो कक्षा को शुरू करने के लिए एसओपी जारी कर दी है। हिमाचल ने भी अपनी एसओपी तैयार कर ली है। केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से 50 फीसदी शिक्षकों और गैर शिक्षकों को भी स्कूल बुलाने को कह दिया है। ऐसे में पहली से आठवीं कक्षा की ऑनलाइन पढ़ाई की मानीटरिंग 21 सितंबर से शिक्षक स्कूल आकर ही करेंगे। एसओपी में शिक्षकों और विद्यार्थियों के आने-जाने को लेकर सभी नियम तय किए जाएंगे।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने जारी एक प्रैस बयान में कहा कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितम्बर को जन्मदिवस है तथा पार्टी प्रत्येक वर्ष प्रधानमंत्री का जन्मदिवस "सेवा सप्ताह’’ के रूप में मनाती है। प्रत्येक वर्ष पार्टी के सभी कार्यकर्ता विभिन्न प्रकार के सेवा के कार्यक्रम पूरे सप्ताहभर करके प्रधानमंत्री की दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। यह सेवा सप्ताह 14 सितम्बर से 20 सितम्बर, 2020 तक पूरे प्रदेश में मनाया जाएगा जिसके लिए प्रदेश उपाध्यक्ष राम सिंह को प्रभारी बनाया गया है। सुरेश कश्यप ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का 70वां जन्मदिवस है इसलिए इस सेवा सप्ताह में प्रत्येक मण्डल में कम से कम 70 दिव्यांगों को विभिन्न प्रकार के कृत्रिम अंग एवं उपकरण प्रदान करने का पार्टी ने निर्णय लिया है। इसी प्रकार गरीब भाईयों एवं बहनों को आवश्यकतानुसार चश्में प्रदान किए जाएंगे। उन्होनें कहा कि प्रत्येक जिले में गरीब बस्ती एवं अस्पतालों में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए फल वितरण के कार्यक्रम किए जाएंगे तथा कोविड-19 से प्रभावित 70 लोगों को स्थानीय आवश्यकतानुसार एवं अस्पताल के माध्यम से प्लाजमा डोनेट किए जाएंगे। इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा को प्रभारी बनाया गया है।
सरकार ने 4 सितंबर को कैबिनेट बैठक में धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया था जिसके बाद आज प्रदेश में धार्मिक स्थलों को खोल दिया गया है। इसे ले कर एसओपी जारी किए गए। देवभूमि हिमाचल प्रदेश में भी आज सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। शिमला स्थित प्रसिद्ध तारादेवी मंदिर , जाखू मंदिर एवं संकटमोचन मंदिर सहित अन्य धार्मिक स्थलों में श्रद्धालुओं ने दिशा-निर्देशों के अनुसार ही दरशन किए। एसओपी के तहत मंदिर परिसरों में सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। सराहन स्थित प्रसिद्ध मां भीमाकाली मंदिर में सुबह सात से शाम साढ़े छह बजे तक भक्तों को माता के दर्शन करने की अनुमति रहेगी। शाम सात बजे मंदिर के कपाट बंद होंगे। मां चिंतपूर्णी का दरबार सुबह 9 से शाम 7 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा। श्रद्धालु प्रसाद ले जा सकेंगे, लेकिन इसे चढ़ाने पर मनाही रहेगी। श्री नयना देवी जी मंदिर में रोजाना एक हजार श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे। मंदिर में 60 साल से अधिक और 10 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के प्रवेश पर फिलहाल रोक रहेगी। शक्तिपीठ बज्रेश्वरी मां के दर्शन भक्त सुबह सात से शाम सात बजे तक करेंगे। मां चामुंडा के दर्शन भी इसी समय हो सकेंगे। हरियाणा और हिमाचल की सीमा पर त्रिलोकपुर स्थित माता बालासुंदरी मंदिर, पांवटा साहिब के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में सुरक्षा के विशेष इंतजाम हैं। दियोटसिद्ध स्थित बाबा बालक नाथ मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ई-पास बनवाना होगा। मंदिर प्रतिदिन सुबह छह बजे खुलेगा और शाम 7 बजे बजे बंद होगा। प्रतिदिन लगभग 500 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
मेष आज के दिन आत्ममथंन कई मुश्किलों से बाहर निकालने में आपकी मदद करेंगे। ऑफिशियल कार्यों में भी जल्दबाजी के चलते गलती होने की प्रबल आशंका बनी हुई है, हो सकता है पिछला कार्य पुनः करना पड़ जाए। कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनी क्षमता व योग्यता का पूरा प्रदर्शन करेंगे जिसमें सफलता भी मिलेगी। युवाओं के कुछ सपने अधुरे रहने से मन उदास रहेगा। सेहत में शारीरिक कमजोरी महसूस होगी जो किसी स्वास्थ्य संबंधित बीमारी का कारण बन सकती है, थैरपी लेने के लिए समय उपयुक्त चल रहा है। घर पर रहते हुए सदस्यों के साथ फैमली डिनर की प्लानिंग कर सकते हैं। वृष आज के दिन मन में द्वंद की स्थिति रहेगी जो कार्यों में अनेक अवरोध डाल सकती है। जिस पर आप सबसे ज्यादा विश्वास करते हैं, वहीं अविश्वास का कारण बन सकता है। कर्मक्षेत्र में सहकर्मियों से संपर्क को कमजोर न होने दें, वर्तमान समय में यह बेहद जरूरी है। व्यावसायिक गतिविधियाँ सामान्य रूप से चलती रहेंगी, साथ ही छोटे-मोटे निवेश करने के लिए दिन उपयुक्त है। हेल्थ की बात करें तो आंखों में दर्द या इंफेक्शन की समस्या उत्पन्न हो सकती है इसका तुरंत इलाज करना ही सही रहेगा, अन्यथा भविष्य में परेशानियां झेलनी पड़ेगी. संतान से संबंधित कोई शुभ सूचना मिलने की संभावना है। मिथुन आपके मूड में बारंबार परिवर्तन आने के कारण मन में अनिश्चितता रहेगी । परिणामस्वरूप मानसिक अस्वस्थता अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्यों के साथ बातचीत करके और आवश्यक लगे तो विशेषज्ञों की सलाह लेकर बेचैनी कम कर सकेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखने की गणेशजी की सलाह है। कर्क गणेशजी की कृपा से आज आप जो कुछ भी विचार करेंगे और युक्ति-प्रयुक्तियों को अजमाएँगे उसमें आपको सफलता मिलेगी। विद्यार्थी अध्ययन में अच्छा प्रदर्शन करेंगे तथा अधूरे कार्य पूरे होंगे। आप अपनी कल्पनाशक्ति का अच्छा चमत्कार दर्शा सकेंगे। संक्षेप में आज का दिन आपके लिए खुशी का और विविधतापूर्ण रहेगा सिंह आज के दिन आध्यात्मिकता की तरफ भी थोड़ा रूझान बढ़ाना चाहिए, जिससे आप प्रसन्नता व आत्मिक शांति का अनुभव करेंगे। ऑफिशियल कार्य समय रहते पूर्ण होंगे जिससे अन्य कार्यों के लिए भी पर्याप्त समय मिलेगा। व्यापारियों का बैंकिग संबंधित कार्य में रुकावट आने की वजह से मन में झुंझलाहट रहने की आशंका है। युवाओं को मनपसंद विषयों में अच्छे परिणाम मिलने से वह प्रसन्न रहेंगे। मुंह में छालें हो सकते हैं, यह समस्या पेट की गर्मी की वजह से होगी। संतान की हैबिट्स पर ध्यान रखें. अगर आपकी संतान छोटी है तो खेलते समय उसका विशेष ध्यान रखें, गिर कर चोट लग सकती है। कन्या आशावादी बनें और उजले पक्ष को देखें। आपका विश्वास और उम्मीद आपकी इच्छाओं व आशाओं के लिए नए दरवाज़े खोलेंगी। भविष्य में अगर आपको आर्थिक रुप से मजबूत बनना है तो आज से ही धन की बचत करें। आपका मज़ाकिया स्वभाव सामाजिक मेल-जोल की जगहों पर आपकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा करेगा। आप अपने प्रिय की बांहों में आराम महसूस करेंगे। आज अनुभवी लोगों से जुड़कर जानने की कोशिश करें कि उनका क्या कहना है। यदि आपको व्यस्त दिनचर्या के बाद भी अपने लिए समय मिल पा रहा है तो आपको इस समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। ऐसा करके अपने भविष्य को आप सुधार सकते हैं। आप और आपका हमदम एक-दूसरे से आज एक-दूसरे की ख़ूबसूरत भावनाओं का इज़हार कर सकेंगे। तुला ससुराल वालों से नाराजगी और किसी बात को लेकर लड़ाई हो सकती है। बात करते समय अपना संयम न खोए किसी पेचीदा बात को रखते समय ना सीमा का उल्लंघन करें, ना होने दें। वरिष्ठ व्यक्ति की जिद के आगे आज आपको झुकना पड़ेगा। अहंकार आपका सबसे बड़ा शत्रु होगा। बहुत कष्ट से किए हुए काम में असफलता मिल सकती है। लेकिन, अपना आत्मविश्वास कम ना होने दें। अगर बात किसी जमीन से जुड़े मुद्दे की है, तो अपनी बात पर कायम रहें। वृश्चिक शारीरिक बीमारी के सही होनी की काफ़ी संभावनाएँ हैं और इसके चलते आप शीघ्र ही खेल-कूद में हिस्सा ले सकते हैं। जो लोग काफी वक्त से आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे उन्हें आज कहीं से धन प्राप्त हो सकता है जिससे जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाएंगी। अपने जीवन-साथी के साथ प्यार, अपनापन और स्नेह महसूस करें। मुहब्बत की टीस आज रात आपको सोने नहीं देगी। आप क़ामयाबी ज़रूर हासिल करेंगे – बस एक-एक करके महत्वपूर्ण क़दम उठाने की ज़रूरत है। आपके पास समय तो होगा लेकिन बावजूद इसके भी आप कुछ ऐसा नहीं कर पाएंगे जो आपको संतुष्टि दे। जीवनसाथी के साथ एक आरामदायक दिन बीतेगा। धनु आज का दिन आपके लिए मध्यम रूप से फलदायक रहेगा। आपको अपने विरोधियों से कुछ परेशानी हो सकती है। घर परिवार के लोग किसी बात को लेकर वाद-विवाद कर सकते हैं। आप एक बुद्धिमान व्यक्ति की तरह उन्हें कोई काम की सलाह देंगे जो बहुत काम आएगी। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। प्रेम जीवन बिता रहे लोग रिश्ते में कुछ दिक्कतें महसूस करेंगे। आपका प्रिय गुस्से में आकर आपको उल्टा सीधा बोल सकता है। इनकम सामान्य रहेगी और सेहत बढ़िया रहेगी। काम के सिलसिले में दिनमान आपके पक्ष में रहेगा। मकर अच्छी चीज़ों को ग्रहण करने के लिए आपका दिमाग़ खुला रहेगा। नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को आज धन की बहुत आवश्यकता पड़ेगी लेकिन बीते दिनों में किये गये फिजुलखर्च के कारण उनके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। कोई ऐसा रिश्तेदार जो बहुत दूर रहता है, आज आपसे संपर्क कर सकता है। आप रोमांटिक ख़यालों और सपनों की दुनिया में खोए रहेंगे। दफ़्तर की राजनीति हो या फिर कोई विवाद, चीज़ें आपके पक्ष में झुकी नज़र आएंगी। खेलकूद जीवन का जरुरी हिस्सा है लेकिन खेलकूद में इतने भी व्यस्त न हो जाएं कि आपकी पढ़ाई में कमी आ जाए। मुमकिन है कि आपके माता-पिता आपके जीवनसाथी को कुछ शानदार आशीर्वाद दें, जिसके चलते आपके वैवाहिक जीवन में और निखार आएगा। कुंभ आपके लिए आज का दिन अच्छा रहेगा। पारिवारिक जिम्मेदारियां निभाएंगे और सेहत को लेकर थोड़े चिंतित हो सकते हैं लेकिन परिवार वालों का सहयोग हर काम में आपको मिलेगा जिससे काम के सिलसिले में आपको अच्छे नतीजे मिलेंगे। आपके मित्र और आपके साथ काम करने वाले लोग आपको सपोर्ट करेंगे। प्रेम जीवन बिता रहे लोगों के लिए दिनमान अच्छा रहेगा। शादीशुदा लोगों के गृहस्थ जीवन में तनाव दिखाई देगा। मीन ऐसी गतिविधियों में शामिल हों जो रोमांचक हों और आपको सुकून दें। धन का आगमन आज आपको कई आर्थिक परेशानियों से दूर कर सकता है। वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अच्छा समय है। आज के दिन रोमांस के नज़रिए से कोई ख़ास आशा नहीं की जा सकती है। कामकाज के मोर्चे पर आपकी कड़ी मेहनत ज़रूर रंग लाएगी। हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे। आपके जीवनसाथी की कामकाज को लेकर व्यस्तता आपकी उदासी का कारण बन सकती है।
पहाड़ों की वादियों के बीच बसे चंबा शहर का सौंदर्य और इतिहास बहुत ही निराला है। यहां की वादियां और इमारतें बहुत सी कहानियां सुनाती हैं। ऐसे ही एक कहानी है रानी सुनैना की। रानी सुनैना यानी बलिदान और साहस कि मूर्ति। ये चंबा रियासत की वो रानी है जिन्होंने अपनी प्रजा और राज्य के उत्थान के लिए बिना किसी हिचकिचाहट के अपना बलिदान दे दिया। यूं तो चंबा शहर रावी और साल नदी के मध्य में बसा है पर एक समय ऐसा भी था जब यह शहर पीने के पानी की किल्लत से जूझ रहा था। दो नदियों के बीच बसे होने के बावजूद भी यहां पीने के लिए पानी की एक बूंद नहीं थी। उस समय चम्बा रियासत के राजा साहिल वर्मन हुआ करते थे। राजा भी इस समस्या से पूर्णतः वाकिफ थे पर वो करते भी क्या। एक रात उनकी पत्नी, रानी सुनैना को उनकी कुल देवी ने स्वप्न में दर्शन दिए और कहा कि राज घराने में से किसी को बलिदान देना होगा तभी पानी की कमी पूरी होगी। जब राजा साहिल वर्मन को रानी सुनैना ने पूरी कहानी सुनाई तो राजा वर्मन बलिदान देने के लिए तैयार हो गए। फिर रानी सुनैना ने सोचा यदि राजा बलिदान देंगे तो उनका सुहाग छिन जाएगा और राज्य के सर से भी साया उठ जाएगा, और यदि उनके पुत्र राजकुमार युगाकर बलिदान देते है तो कुल का दीपक बुझ जाएगा और वंश को आगे कौन बढ़ाएगा। ये सब सोचकर रानी सुनैना ने स्वयं बलिदान देने का फैसला लिया। इस निर्णय से पुरी चंबा रियासत में शोक व विस्मय की लहर दौड़ गई। आखिरकार रानी सुनैना बलिदान देने के लिए महल से निकल पड़ीं। आंखों में आंसू लिए उनके इस काफिले में चंबा की जनता भी शामिल थी। रास्ते मे सूही के मढ़ से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा शहर पर नज़र डाली और फिर आगे बढ़ते हुए ये काफिला मलून नामक स्थान पर रुक गया। ममता और बलिदान की मूरत रानी सुनैना बलिदान देने से पहले कहा 'मेरी इच्छा है कि मेरी याद में हर वर्ष मेला लगे। इस मेले को सिर्फ स्त्रियां मनाएं और पुरुष इस में भाग न लें और न ही राज परिवार की बहुएं इस में भाग लें। इस मेले में पूजा केवल राज परिवार की कुंवारी कन्या के हाथों करवाई जाए।' बस इतना कहकर रानी सुनैना ने जिंदा समाधि ले ली। उसी समय पानी की धार फूट पड़ी और रानी सुनैना का बलिदान चंबा के लोगों के लिए अमृत बन कर बहने लगा। रानी सुनैना के बलिदान को याद करते हुए राजा साहिल वर्मन ने जिस स्थान से रानी सुनैना ने आखिरी बार चंबा को देखा था उसी सूही के मढ़ नामक स्थान पर उनके मंदिर का निर्माण करवाया। हर वर्ष इस जगह सूही के मेले का भी आयोजन किया जाता है। ये मेला 3 दिन तक चलता है और यहां केवल बच्चे और महिलाएं ही उपस्थिति दर्ज करवाते है। महिलाएं रानी की प्रशंसा में लोकगीत गाती हैं और समाधि तथा प्रतिमा पर फूल की वर्षा की जाती है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। वहीं, मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार सुबह कोरोना से एक और मौत का मामला सामने आया है। बिलासपुर की 57 वर्षीय महिला ने आईजीएमसी में दम तोड़ दिया है। वहीं, एक सरकाघाट और तीसरा शिमला के व्यक्ति की मौत हुई है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा 60 पहुंच गया हैै। प्रदेश में संक्रमितों का कुल आंकड़ा 7660 पहुंच गया है। 2234 सक्रिय मामले हैं। 5359 मरीज ठीक हो गए हैं। बता दें सोमवार को 262 कोरोना पॉजिटिव मामले आए थे।
10 सितंबर से पहले पहले सभी विस्तारक अपने अपने मण्डलों में पार्टी द्वारा उनको दिए गए लक्ष्यों को हासिल करें। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की वर्चुअल बैठक में उपस्थिति पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने यह बात कही। शनिवार को शाम 5:00 बजे पार्टी द्वारा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, केंद्रित वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी उपस्थित रहे। वर्चुअल बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि जिस तरह धर्मपुर एवं बड़सर मण्डल विस्तारक योजना के तहत निर्धारित समय से पहले ही अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर अग्रसर हैं, उसी तरह अन्य मण्डलों को भी 10 सितम्बर से पहले पहले विस्तारक योजना के तहत दिए गए कार्य को पूरा कर लेना चाहिए।
पहाड़ी भाषा एवं संस्कृति को संरक्षित रखने की बेहतरीन सोच के साथ, तेज़ी से आगे बढ़ रहा है दी मॉडर्न फोक नोट। हाल ही में रिलीज़ हुए दी मॉडर्न फोक नोट 6 को दुनिया भर में पसंद किआ जा रहा है । ए सी भरद्वाज द्वारा गाई गई इन सीरीज को प्रदेश और देश के साथ साथ विश्व के भी अन्य 35 देशों की जनता से भरपूर प्यार मिल रहा है । इस प्यार की ख़ास वजह यह भी है कि मॉडर्न फोक नोट एक नई सोच ले कर सामने आया है जिसमे उन्होंने युवाओं के बीच लोक संगीत का रुझान बढ़ाने के लिए, मॉडर्न बीट्स एवं पहाड़ी गानों का मिश्रण किया है। मॉडर्न फोक नोट की 5 सीरीज पहले ही यू ट्यूब पर आ चुकी हैं जिन्हें दुनिया भर से बहुत प्यार एवं सम्मान मिला है । मॉडर्न नोट 6 इसी सीरीज को आगे बढ़ाते हुए प्रसारित किया गया , एवं कुछ ही दिनों में 3 लाख से भी ज़्यादा लोगों द्वारा देखा जा चूका है।
हिमाचल के चंबा में दो स्वास्थ्य कर्मियों समेत तीन कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाए गए है। इनमें एक सीआईडी यूनिट चंबा का कर्मचारी भी शामिल है। 4 सितम्बर को जाँच के लिए कुल 239 सैंपल लिए गए थे जिसमे से तीन पोसिटिव पाए गए है, वहीं 176 सैम्पल की रिपोर्ट आना अभी बाकि है। पॉजिटिव पाए गए तीन व्यक्तियों में से एक 26 वर्षीय महिला है जो की JLNMC चम्बा की स्वस्थ्य कर्मी है। DIET सरु का एक 26 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी जो की इंस्टीटूशनल क्वारंटाइन में था, और एक 41 वर्षीय CID यूनिट चम्बा का कर्मचारी भी कोरोना पोसिटिव पाया गया है। चम्बा जिले में संक्रमितों का आंकड़ा 478 पहुंच गया है। 112 सक्रिय मामले हैं और 361 मरीज ठीक हो चुके हैं। इसके अलावा मंडी से 12 नए मामले, काँगड़ा से 9 नए मामले और कुल्लू से 1 नया पॉजिटिव मामला सामने आया है जिनकी पूरी जानकारी आना अभी बाकी है। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 6855 पहुंच गया है। 1823 सक्रिय मामले हैं। 4932 मरीज ठीक हो गए हैं। 45 मरीज राज्य के बाहर चले गए हैं और 51 की मृत्यु हो चुकी है।
प्रदेश में कोरोना से एक और मौत हो गई है। डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में एक 70 वर्षीय महिला ने वीरवार देर रात दम तोड़ दिया। सिरमौर में कोरोना से यह तीसरी मौत हुई है। मृतक महिला पांवटा साहिब की रहने वाली थी जिसे 1 सितंबर को पांवटा साहिब सिविल अस्पताल से डॉ वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। डायबटीज व हाईपरटेंशन रोग से ग्रसित इस महिला का नाहन मेडिकल कॉलेज में कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। 3 सितंबर को देर रात आइसोलेशन वार्ड में भर्ती इस महिला ने दम तोड़ दिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डॉ केके पराशर ने बताया कि पांवटा साहिब में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मृतक का अंतिम संस्कार किया गया है। इसी के साथ प्रदेश में अब कोरोना संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 48 हो गया है।
निदेशक सेना भर्ती कर्नल तनवीर सिंह मान ने बताया कि पड्डल मैदान जिला मण्डी में 6 अक्तूबर से 14 अक्तूबर, 2020 तक सेना भर्ती कार्यालय मण्डी द्वारा जिला शिमला, सोलन, सिरमौर और किन्नौर के युवाओं के लिए भारतीय सेना में भर्ती का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह भर्ती सैनिक तकनीकी (पुरुष), सैनिक तकनीकी (गोला बारुद परीक्षक) (एटी)(पुरुष), सैनिक तकनीकी (उड्डयन) (एक्स गु्रप)(पुरुष) तथा सैनिक तकनीकी (उपचार सहायक) (एन ए) (पुरुष) पदों के लिए होगी। उन्होंने बताया कि मापदण्ड और योग्यता के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला, हिमाचल प्रदेश द्वारा जारी 06 अगस्त, 2020 की अधिसूचना भारतीय सेना की वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर देखें। उल्लेखनीय है कि जो उम्मीदवार सेना भर्ती रामपुर बुशैहर शिमला में सैनिक तकनीकी वर्ग के लिए सेना भर्ती कार्यालय, शिमला द्वारा 16 फरवरी, 2020 को जारी अधिसूचना के तहत पहले पंजीकृत हो चुके है, उनको भी दोबारा पंजीकरण करना है।
कार्यकर्ताओं की मेहनत के दम पर पार्टी मिशन 2022 को निश्चित रूप से पूरा करेगी। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने टौणीदेवी में पार्टी द्वारा आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग में उपस्थित विस्तारकों व अन्य पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। पार्टी द्वारा प्रदेश भर में चलाई जा रही विस्तारक योजना के तहत रविवार को हमीरपुर ज़िला के सुजानपुर मण्डल के टौणीदेवी में एक दिवसीय प्रशिक्षक प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया था। इस प्रशिक्षण वर्ग में धर्मपुर भोरंज एवं सुजानपुर मंडल के विस्तारकों सहित अन्य पदाधिकारियों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मार्गदर्शन प्राप्त किया। प्रशिक्षण वर्ग में विशेष रुप से पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधायक कमलेश कुमारी एवं हमीरपुर जिला के प्रभारी व प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा उपस्थित रहे। प्रशिक्षण वर्ग में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि विस्तारक योजना के तहत पार्टी द्वारा दिये गए कार्यों को कार्यकर्ता विश्वास के साथ पूरा करें। विस्तारक योजना के तहत दिए गए काम को कार्यकर्ता यदि पूर्ण स्पष्टता एवं तन्मयता से करेंगे तो निश्चित रूप से यह कार्य 2022 के चुनावों में पार्टी के लिए सहायक सिद्ध होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी ने ढाई वर्ष पहले ही चुनावों की तैयारी में जुट जाने का निर्णय लिया है, निश्चित रूप से कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर पार्टी का मिशन 2022 पूरा होगा। प्रशिक्षण वर्ग में उपस्थित विस्तारकों को संगठन महामंत्री पवन राणा के माध्यम से विस्तारपूर्वक तकनीकी बारीकियों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। ज़िला प्रभारी अजय राणा ने विस्तारक योजना के तहत मतदान केंद्र स्तर पर चलाई जाने वाली गतिविधियों की जानकारी विस्तारपूर्वक कार्यकर्ताओं को दी। ज़िला महामंत्री ने प्रशिक्षण वर्ग में पहुंचे सभी विस्तारकों का अभिनन्दन किया और ज़िले में प्रभावी रूप से इस योजना पर काम होगा ऐसा विश्वास पार्टी को जताया। इस अवसर पर वंदना गुलेरिया, देशराज शर्मा, विरेन्द्र ठाकुर, विजय बहल, अंकुश दत्त शर्मा, अनिल शामा, अशोक ठाकुर, तिलक राज बहल,रिंटू,अनिल परमार, दिनेश ठाकुर, कपिल शामा सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कहा है कि कठिन आर्थिक हालातों में जनता का कचूमर निकालने पर आमादा हुई सरकार ने अब बिजली की दरों में भारी इजाफा किया है। संड्री चार्जेस, सर्विस चार्जेस, मीटर रेंट व अन्य चार्जेस के नाम पर अब आम आदमी की जेबों पर डाका डाला गया है। कोविड-19 के दौरान बिगड़ी अर्थव्यवस्था के कारण जहां आम आदमी का जनजीवन लगातार परेशानी से घिरा है, वहीं दूसरी ओर सरकार आम आदमी पर अनावश्यक वित्तिय बोझ लाद रही है। आलम यह है कि कोविड-19 के दौरान भी बंद रही दुकानों व संस्थानों के बिजली के बिल हजारों में आए। बाद में पता चला कि इन बिलों की रीडिंग अंदाजन ही डालकर लोगों पर और बोझ डाला गया है। अब आलम यह है कि बिजली के बिल भरने के लिए भी गांव के लोगों को बैंक और सोसायटियों से कर्जा उठाना पड़ रहा है। कोविड-19 में जिन लोगों की नौकरियां चली गई हैं, उन लोगों के लिए हजारों के बिल भरना और भी मुश्किल साबित हो रहा है। राहत की बातें कर रही सरकार जमीनी हकीकत में आम जनता को कहां राहत दे रही है, यह तो सरकार ही बता सकती है लेकिन असल में जमीनी हालात यह हैं कि चारों ओर से बढ़ रही महंगाई के बीच आम आदमी का कचूमर निकल चुका है। जनता के पास पढ़ाई, दवाई जैसे मूलभूत सुविधाओं के लिए धन का भारी टोटा चल रहा है और उधर सरकार तरह-तरह के टैक्स व बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को और महंगा करके आम आदमी पर लगातार बोझ बढ़ाने में लगी हुई है। राणा ने कहा कि विभाग से जब जनता महंगी बिजली व सर्विस चार्जेस, सर्विस चार्जेस, मीटर रेंट के बारे जानकारी लेना चाह रही है तो विभाग के अधिकारी बता रहे हैं कि इस बारे में अभी तक उन्हें कोई टैरिफ ऑर्डर नहीं मिला है। यह सब बिजली विभाग का आईटी सेल शिमला से जरनेट करता है और इसी आईटी सेल ने कोविड के दौरान लोगों को ऑन एवरेज हजारों और लाखों के बिल भी भेजे थे। ऐसे में हैरानी की बात यह है कि विभाग के पास अभी तक टैरिफ आर्डर पहुंचे नहीं हैं, लेकिन बिजली के बिल तरह-तरह के चार्जेस लगाकर बढ़ा दिए गए हैं। महंगी बिजली पर एक तुर्रा यह भी दिया जा रहा है कि कुछ चार्जेस ऑडिट विभाग की तरफ से भी लगाए जाते हैं और यह उपभोक्ताओं के पिछली देनदारियों के रहते हैं। उन्होंने कहा कि हकीकत में किसी भी उपभोक्ता को यह जानकारी नहीं रहती है कि उनकी पिछली देनदारी क्या है। उनके होश तो तभी फाख्ता होते हैं, जब पिछली देनदारी बताकर, तो कभी चार्जेस रेट बढ़ाकर, तो कभी सब्सिडी कम करने की बात कह कर, तो कभी महंगी बिजली के नाम पर हजारों के बिल उनको थमा दिए जाते हैं। राणा ने कहा कि आलम यह है कि अब बाहरी प्रदेशों में बिजली सस्ती है और हिमाचल में बिजली महंगी हो रही है राणा ने कहा कि अब प्रदेश में 5 रुपए 45 पैसे प्रति यूनिट तक की दर से उपभोक्ताओं से पैसे वसूले जा रहे हैं जो कि आम आदमी की बदहाल हो चुकी अर्थव्यवस्था के बीच कुठाराघात है।
मौजूदा सियासी दौर में देश में सच के ऊपर संकट लगातार गहराता जा रहा है। यह दीगर है कि सच का अपना एक कुदरती स्वभाव है कि उसे जितने जोर से दबाने का प्रयास किया जाता है, वह उतनी ही तेजी से बाहर आता है। देश और प्रदेश में प्रचंड बहुमत से जीती सरकारों के राज में अगर देश सोशल मीडिया के एक टवीट से हिल रहा है तो यह बताने के लिए काफी है कि देश में अभी भी सच के साथ चलने वाले हिम्मतवर लोग मौजूद हैं। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने जारी प्रेस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सियासत के दौर में यह सवाल आम आदमी के जहन में कौंध रहा है कि क्या सच अब सत्ता का गुलाम हो कर रह जाएगा। राणा ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस ने लगातार संघर्ष करते हुए जिन संवैधानिक संस्थाओं को देश हित में स्थापित किया था। वह संवैधानिक संस्थाएं जैसे चुनाव आयोग, संघ लोक सेवा आयोग और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जातियों के लिए राष्ट्रीय आयोग और बैंक इत्यादि अब संकट के दौर से गुजर रही हैं। यहां तक कि अब मीडिया, न्याय पालिका व जांच एजेंसियों का भी राजनीतिक प्रतिशोध के चलते दुरुपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार का विरोध करने वालों को देश का विरोधी करार दिया जा रहा है। सच बोलने वालों को सजायाफता मुजरिम करार देने की साजिशें रच कर, देश के आम नागरिक को खौफजदा करने का खतरनाक खेल लोकतंत्र के भविष्य के लिए घातक साबित होगा यह तय है। राणा ने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर सोचें तो अगर हम अपनी आवाज की रक्षा नहीं कर सके, तो आम आदमी का इस देश में कोई रखवाला नहीं बचेगा। लोकतंत्र में रहते हुए दुनिया की सबसे बड़ी माने जाने वाली डेमोक्रेसी में अगर लोग सच नहीं बोल सकेंगे या सच के पक्ष में खड़ा रहने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे तो यह डेमोक्रेसी किस काम की है यह सोचने जैसी बात है। राणा ने कहा कि एक-एक संस्थान का डेमोक्रेटिक स्पेस एक साजिश के तहत खत्म किया जा रहा है जिसके चलते जनता के हक में काम करने की कार्यशैली को भी खत्म किया जा रहा है। गणतंत्र के स्तंभों के अधिकारों का हनन निरंतर जारी है। राज्य और केंद्र की सरकारें एक तानाशाह की तरह राजकाज को चलाने के हथकंडे अपना रही हैं। आलम यह है कि देश में सच बोलने पर पाबंदी बढ़ रही है और प्रदेश में अगर आम आदमी के हक में अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए विपक्ष सच की आवाज उठा रहा है तो इस पर प्रदेश सरकार को गुस्सा आ रहा है जिससे लगता है कि अब सियासत सच को अपना गुलाम बनाने पर आमादा हो चुकी है।
बीती रात हमीरपुर जिला में 8 कॉरोना पॉजिटिव के मामले सामने आए थे जिसमें बड़सर उपमडल की एक महिला पॉजिटिव आई है, जो 17 अगस्त को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज हमीरपुर आई थी, और गायनी रोग से पीड़ित थी। उसको उपचार के लिए वहां पर दाखिल भी किया गया, जिसका 20 तारीख को ऑपरेशन हुआ। हालात बिगड़ते देख मेडिकल कॉलेज हमीरपुर ने उसे टेंडर रेफर कर दिया, पर पिछली रात जब रिपोर्ट आई तो वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई। जैसे ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो हॉस्पिटल में हड़कंप का माहौल देखने को मिला और बाद में उस वार्ड को सैनिटाइज किया गया। बताया जा रहा है कि जो महिला पॉजिटिव आई है हॉस्पिटल में और जगहों पर भी घूमी थी और अन्य लोगों के संपर्क में भी आई होगी, जिसके कारण तीन-चार दिन जो भी वहां उपचार के लिए आए थे उनमें भी डर बना हुआ है। महिला के पॉजिटिव आने के बाद लोग उपचार के लिए हॉस्पिटल जाने से भी डर रहे हैं।
विकासखंड प्रागपुर की कौलापुर पंचायत के गांव जटोली चाकरां में पिछले 8 सालों से चल रहे पशु औषधालय को सरकार द्वारा बंद कर देने पर लोगों में गहरा रोष है। ग्रामीणों ने बंद किए कार्यालय पर अपना ताला जड़कर सरकार को चेतावनी दी है कि वह पशु औषधालय का सामान न निकाले अन्यथा वह किसी भी हद तक जाने को मजबूर होंगे। इस दौरान लोगों ने सरकार एवं स्थानीय विधायक एवं मंत्री विक्रम ठाकुर पर जमकर भड़ास निकाली उनके विरोध में नारे भी लगाए जबकि कुछ पंचायत प्रतिनिधियों ने भी बढ़ चढ़कर ग्रामीणों का सहयोग किया ।
15 अगस्त 2020 को स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर जिला कांग्रेस कमेटी हमीरपुर द्वारा बड़सर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लोडर के रोपडी गांव में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र जार की अध्यक्षता में वन महोत्सव आयोजन किया गया जिसमें पूर्व सीपीएस बड़सर विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की। इस मौके पर ग्राम पंचायत लोडर के पंचायत कार्यालय में स्वतंत्रा दिवस मनाया गया जहां स्थानीय पंचायत प्रधान राकेश रानी द्वारा झंडा फहराने की रस्म अदायगी की गई। जिलाध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा की इस स्वतंत्रता दिवस को स्वर्णिम बनाने के लिए आज यहां पर वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी किया गया जिसमें पूरे जिले से पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी व स्थानीय पंचायत के लोगों का पूरा सहयोग मिला। उन्होंने सभी से अनुरोध किया की वृक्षारोपण को एक मुहिम के रूप में हमें आगे बढ़ाना है ताकि हम अपने पर्यावरण को बचा सके और प्रदूषण नियंत्रण कर सके। मुख्य अतिथि इंद्र दत्त लखनपाल ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता की लड़ाई में किस तरह से हमारे वीर योद्धाओं की भूमिका रही उसके बारे में विश्लेषण किया और युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा की हमारे अंदर उस तरह का जज्बा होना चाहिए ताकि हम अपने देश और प्रदेश के लिए कुछ कर सके। उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए भी प्रमुखता से प्रेरित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी कमल पठानिया सचिव, सुनील शर्मा बिट्टू सचिव, बलविंदर सिंह बबलू सचिव, जिला नीलम ठाकुर, जगजीत ठाकुर नरेश लखन पाल, होशियार सिंह, पवन कालिया, केवल कुमार, मनोहर लाल कानूनगो, सुरेश पटियाला, कैप्टन ज्योति प्रकाश, कैप्टन एस के सुन्नी, मिंटू प्रधान बनी पंचायत, शरण प्रसाद पूर्व अध्यक्ष भॊटा नगर पंचायत, सुशील शर्मा, मनोज कुमार मनजीत ठाकुर व सभी ब्लॉकों के पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य व सभी अग्रणी संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
वो दौर था 1857 का, पूरे देश में क्रांति की ज्वाला भड़क रही थी। ऐसे में पहाड़ों की शांत वादियों में लगी चिंगारी भी कम नहीं थी। धीमें से सुलग रही इस क्रांति की चिंगारी ने जब विकराल रूप लिया तब लगभग पूरा हिमाचल इसकी जद में आ गया। 20 अप्रैल 1857, वो दिन जब पहली बार हिमाचल प्रदेश में अंग्रेज़ों के खिलाफ धधक रही ज्वाला ने विकराल रूप धारण किया। क्रांति का आगाज़ हुआ कसौली से। अंबाला राइफल डिपो के छह भारतीय सैनिकों ने कसौली थाने को आग के हवाले कर दिया। अंग्रेजों के सुरक्षित गढ़ कही जाने वाली कसौली छावनी पर हुए इस हमले से गोरे बौखला उठे और उन्होंने अन्य छावनी क्षेत्रों व कंपनी सरकार के कार्यालयों की सुरक्षा कड़ी कर दी। गोरों ने कई क्रांतिकारियों को जेलों में डाल दिया और कईयों को सूली पर चढ़ा दिया, पर सैनिकों का बलिदान ज़ाया नहीं गया। कसौली से भड़की इस ज्वाला ने पूरे हिमाचल में आज़ादी की अलख जगा दी। इसके बाद डगशाई छावनी, सुबाथू, कालका व जतोग में क्रांति की लहर दौड़ी। उधर कांगड़ा, नूरपुर, धर्मशाला, कुल्लू-लाहुल, सिरमौर व अन्य रियासतों में भी विद्रोह प्रखर हो गया। बुशहर के राजा शमशेर सिंह, कुल्लू-सिराज के युवराज प्रताप सिंह, सुजानपुर के राजा प्रताप चंद गुप्त रूप से क्रांतिकारियों की गतिविधियों में संलिप्त हो गए। 11 मई को अंग्रेजों को मेरठ, दिल्ली और अम्बाला में विद्रोह की सुचना मिली। गोरों ने कसौली, सुबाथू, डगशाई व जतोग की छावनियों को अंबाला कूच का आदेश दिया। भारतीय सैनिकों ने इस आदेश का खुले तौर पर विद्रोह किया और बगावत का ऐलान कर दिया। 13 मई को जतोग में गोरखा रेजिमेंट ने सूबेदार भीम सिंह के नेतृत्व में देशी सैनिकों ने अंग्रेजों पर धावा बोल दिया। सिर्फ 45 क्रांतिकारियों ने 200 अंग्रेजों को धूल चटा दी। सैनिकों ने कसौली ट्रेजरी को लूटा और जतोग की तरफ बढ़ने लगे। इस बारे में अंग्रेज़ों के तत्कालीन कमिश्नर पी. मैक्सवैल ने अपनी डायरी में जिक्र किया है और हैरानी जताई है कि कैसे मुट्ठीभर क्रांतिकारियों ने अपने से चार गुना अधिक अंग्रेजी सेना को हरा दिया था। इसके बाद विद्रोह की डोर स्थानीय पुलिस ने अपने हाथों में ली। स्थानीय पुलिस गार्ड के दरोगा बुद्धि सिंह जतोग पर कब्जे के लिए रवाना हो गए। जतोग पहुँचते पहुँचते रास्ते में अंग्रेजी सेना ने कुछ क्रांतिवीरों को पकड़ लिया तो कुछ मारे गए। जबकि बुद्धि सिंह ने गोरों के हाथों मरने से भला स्वयं को गोली मरना समझा और वो शहीद हो गए। पहाड़ी रियासतों में क्रांति योजनाबद्ध तरीके से हो रही थी, जिसके लिए एक गुप्त संगठन बना हुआ था, जिसके सदस्य सूचनाओं को यहां-वहां पहुंचाया करते थे। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन का कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग न मिला व अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में लगी विद्रोह की ज्वाला कुचल दी गई।
जब जब स्वतंत्रता संग्राम की बात की जाती है तो पहाड़ के जांबाज़ों का ज़िक्र न हो ऐसा हो नहीं सकता। स्वतंत्रता संग्राम में हिमाचल प्रदेश के सपूतों ने महात्मा गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर जो योगदान दिए वो किसी से कम नहीं। देवभूमि के वीर सपूतों ने ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ जो आंदोलन का बिगुल बजाया तो उसकी गूंज पूरे भारत वर्ष को सुनाई दी। चाहे 1857 की महाक्रांति हो या 15 अगस्त 1947 तक का आंदोलन हो, छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल ने भी इनमें अहम भूमिका निभाई। आजादी की लड़ाई के लिए हिमाचल में गुरिल्ला बम बने। सशस्त्र क्रांतियां हुईं। हजारों क्रांतिकारियों ने पूरे दमखम से स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ी। तो आज स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर हम उन्हीं कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानेंगे। पंडित राम प्रसाद वैरागी उस समय पूरे देश में क्रांति के संचालन के लिए एक गुप्त संगठन बनाया गया था। पहाड़ों में इस क्रांति के नेता पंडित राम प्रसाद वैरागी थे। वैरागी सुबाथू मंदिर में पुजारी थे। वे संगठन को पत्रों के माध्यम से संदेश भेजा करते थे। 12 जून 1857 को इस संगठन के कुछ पत्र अंबाला के कमिश्नर जीसी बार्नस के हाथ लगे, जिसमें दो पत्र राम प्रसाद वैरागी के भी थे। इसके साथ ही संगठन का भेद खुल गया। वैरागी को पकड़ कर अंबाला जेल में फांसी पर चढ़ा दिया गया। क्रांतिकारियों को सहयोग नहीं मिला और अंग्रेज़ों ने 1857 के विद्रोह को दो महीनो में ही दबा दिया और प्रदेश में सुलगी विद्रोह की ज्वाला कुछ समय के लिए शांत हो गई। 'हिमाचल निर्माता' डॉ॰ यशवंत सिंह परमार डॉ॰ यशवंत सिंह परमार, हिमाचल निर्माता के नाम से भी जाने जाते हैं। हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. परमार ने हिमाचल में विकास की नींव रखी थी। सिरमौर में जन्मे परमार सिरमौर की रियासत में 11 साल तक सब जज और मजिस्ट्रेट रहे। उसके बाद न्यायाधीश के रूप में 1937-41 तक अपनी सेवाएं दीं। इसी दौरान वह सुकेत सत्याग्रह प्रजामंडल से जुड़े। नौकरी की परवाह न करते हुए उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में अपना पूरा योगदान दिया। उनके ही प्रयासों से यह सत्याग्रह सफल हुआ। 'पहाड़ी गांधी' बाबा कांशी राम पहाड़ी गांधी कहे जाने वाले बाबा कांशीराम ने आज़ादी की लड़ाई में बेहद अहम भूमिका निभाई। उन्होंने जब तक भारत को आजादी नहीं मिल जाती तब तक काले कपड़े पहनने की शपथ ली थी। बाबा कांशी राम ने अपने पहाड़ी गीतों और कविताओं से पहाड़ी राज्य हिमाचल और देश को आजादी के लिए जगाने में सराहनीय प्रयास किए। उन्होंने गांव-गांव घूमकर अपने लिखे लोकगीतों, कविताओं और कहानियों से अलख जगाई। कांशी ने पहली बार पहाड़ी बोली को लिखा और गा-गाकर लोगों को राष्ट्रीय आंदोलन से जोड़ा। सरोजनी नायडू ने उन्हें बुलबुल-ए-पहाड़ के खिताब से नवाजा। 1930 और 1942 के बीच वो 11 बार जेल गए और अपने जीवन के 9 साल सलाखों के पीछे काटे। जेल के दिनों में लिखी हर रचना उस वक्त लोगों में जोश भरने वाली थी। ‘समाज नी रोया’, ‘निक्के निक्के माहणुआं जो दुख बड़ा भारा’, ‘उजड़ी कांगड़े देश जाना’ और ‘कांशी रा सनेहा’ जैसी कई कविताएं मानवीय संवेदनाओं और संदेशों से भरी थीं। दौलतराम सांख्यान आजादी की लड़ाई में बिलासपुर के महान स्वतंत्रता सेनानी दौलतराम सांख्यान के संघर्ष को आखिर कौन भुला सकता है। बिलासपुर में प्रजामंडल का गठन कर दौलतराम सांख्यान ने ब्रिटिश सरकार को सीधी चुनौती देकर कई मुश्किलें खड़ी कर दीं थी। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस मुहिम के लिए कई यातनाएं दीं। अंग्रेजी सरकार ने उनकी चल-अचल संपत्ति तक जब्त कर ली थी। इतना ही नहीं 11 जून 1946 से 12 अक्तूबर 1948 तक रियासत से निष्कासित कर दिया गया। इसके बावजूद स्वतंत्रता संग्राम के इस सेनानी ने हार नहीं मानी और डट कर अंग्रेजों का सामना किया। कैप्टन राम सिंह ठकुरी वहीं आजाद हिंद फौज के सिपाही और संगीतकार कैप्टन राम सिंह ठकुरी ने भारत के राष्ट्र गान जन गन मन की धुन तैयार की है। उन्होंने अपनी वीरता के लिए किंग जार्ज-पंचम मेडल प्राप्त किया। जब सुभाष चंद्र बोस ने उनसे मुलाकात की तो उन्हें वोइलिन भेंट की, जिसे वह हमेशा अपने पास रखते थे। उन्होंने 'कदम-कदम बढ़ाए जा-खुशी के गीत गाए जा' जैसे सैकड़ों ओजस्वी गीतों की धुनों की रचना की। 15 अगस्त 1947 को राम सिंह के नेतृत्व में आईएनए के आर्केस्ट्रा ने लाल किले पर शुभ-सुख चैन की बरखा बरसे गीत की धुन बजाई। कौमी तराना नाम से यह गीत आजाद हिंद फौज का राष्ट्रीय गीत बना, इस गीत की ही धुन को बाद में जन-गण-मन की धुन के रूप में प्रयोग किया गया। पदम् देव पदमदेव जिला शिमला के गांव भनोल से ताल्लुक रखते थे। उन्होंने 1930 में असहयोग आंदोलन और सिविल अवज्ञा में(सिविल डिसओबेडिएंस) में भाग लिया। वह हिमालय रियासती प्रजा मंडल के संस्थापक सदस्य थे और गरीबी व अस्पृश्यता(अनटचेबिलिटी) के खिलाफ लड़े थे। 1952 में वह विधानसभा के लिए चुने गए और राज्य के पहले गृह मंत्री बने। 1957 में वह लोकसभा, 1962 में क्षेत्रीय परिषद और फिर 1967 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। वह कविराज के नाम से मशहूर थे। यश पाल उस समय यश पाल कॉलेज में ही थे जब उनकी मुलाकात भगत सिंह और सुखदेव से हुई। उन्होंने चरमपंथी समूह हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी (एचएसआरए) को ज्वाइन किया। एचएसआरए ने 1929 में लॉर्ड इरविन को ले जाने वाली ट्रेन को उड़ाने की योजना बनाई थी। यशपाल ने उस में बम से विस्फोट किया था। कई नेताओं की गिरफ्तारी के बाद यशपाल ने चंद्रशेखर आजाद को एचएसआरए को फिर से संगठित करने में मदद की। 1932 में उन्हें गिरफ्तार किया गया और वह 6 साल तक जेल में रहे। वह एक प्रतिभाशाली लेखक थे और प्रसिद्ध किताब ‘सिम्बालोकन’ सहित कई पुस्तकें लिखी थीं। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। शिवानंद रामौल, पूर्णानंद, सत्य देव, सदा राम चंदेल, सत्यानंद स्टोक्स, ठाकुर हजक सिंह इत्यादि ऐसे अन्य प्रमुख स्वतंत्रता सैनानी रहे हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया था। आज भले ही यह हस्तियां हमारे बीच नहीं हैं पर उनके दिए गए बलिदान को कृतज्ञ राष्ट्र कभी नहीं भूल सकता।
बड़सर थाना के अंतर्गत करीब एक लाख की नकदी व गहने चोरी होने का मामला सामने आया है। सूचना मिलते ही तुरन्त पुलिस मौके वारदात पर पहुंचकर चोरों की तलाश में जुट चुकी है। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत गारली के गांव मतकर में ध्यान सिंह पुत्र गंगा राम के घर सोमवार रात करीब 2 बजे चोरों ने चोरी की बारदात को अंजाम दिया है। चोरों ने घर के एक कमरे के ताले तोड़कर सात ट्रंक व सूटकेस उठाकर लगभग घर से थोड़ी सी दूरी में जंगल की तरफ जाकर सभी ट्रंक के ताले तोड़े व उनमें से 15 हज़ार की नकदी व करीब 80 हज़ार के जेवरात लेकर रफूचक्कर हो गए। ध्यान सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि वह परिवार सहित सोमवार रात करीब 9 बजे सो गए थे लगभग 2 बजे उनकी बेटी को कुछ आहट सुनाई दी।परिवार के सदस्यों द्वारा शोर मचाने पर गांववासी इकट्ठा हुए और पुलिस को इसकी जानकारी दी। काफी देर रात तक चोरों को पुलिस व गांववासी ढूंढते रहे लेकिन तब तक चोर अपना काम कर फरार हो चुके थे। पुलिस डॉग स्क्वाड की मदद से चोरों को ढूंढने में लगी है लेकिन चोरों का अभी कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस शिकायत दर्ज कर छानबीन में जुट चुकी है। बता दें गारली क्षेत्र में पिछले कुछ महीने पहले भी चोरी की बारदात को अंजाम दिया गया था, जिसमें पुलिस की मुस्तेदी से चोरी किया हुआ सामान बरामद किया गया है लेकिन चार चोरों में से दो चोर अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर काफी दूर हैं। पुलिस उन्हें ढूढ़ने का प्रयास कर रही है। वहीं डीएसपी बड़सर जसवीर ठाकुर ने बताया कि मतकर गांव में सोमवार देर रात चोरी होने की शिकायत प्राप्त हुई है जिसमें लगभग एक लाख के करीब नकदी व गहने चोरी हुए हैं। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही चोर पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
जिला हमीरपुर में चार महिलाओं समेत कुल आठ और लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जबकि एक 77 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक सहित दो लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ भी हुए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि शुक्रवार रात को जिला में आठ लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। पॉजीटिव पाए गए सभी लोग पहले से ही गृह संगरोध में रह रहे थे। इनमें हमीरपुर तहसील के गांव नेरी का 50 वर्षीय व्यक्ति शामिल है। वह 28 जुलाई को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी से आया था। 29 जुलाई को चंडीगढ़ से आई बीड़ बगेहड़ा क्षेत्र के गांव बाहरू की 53 वर्षीय महिला, 25 जुलाई को जालंधर से आया चौरी क्षेत्र के गांव स्पाहल का 32 वर्षीय व्यक्ति और 31 जुलाई को बिहार के मुजफ्फरपुर से आया जंगलबैरी क्षेत्र के समोना गांव का 38 वर्षीय व्यक्ति भी पॉजीटिव पाया गया है। गांव गलोट कलां डाकघर चंगेर का 57 वर्षीय व्यक्ति भी संक्रमित पाया गया है। वह एक अगस्त को लुधियाना से आया था। इनके अलावा धनेटा क्षेत्र के गांव घलोल की तीन महिलाओं की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है। 22, 56 और 32 वर्षीय ये तीनों महिलाएं 31 जुलाई को गाजियाबाद से आई थीं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि स्वस्थ हुए दो लोगों में भोरंज तहसील के गांव डबरेहड़ा की 18 वर्षीय युवती और गांव घरान डाकघर बगवाड़ा का 77 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक शामिल है। ये दोनों एनआईटी स्थित कोविड केयर सेंटर में उपचाराधीन थे। डॉ अर्चना सोनी ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 348 हो गई है, लेकिन राहत की बात यह है कि इनमें से 291 लोग ठीक भी हो गए हैं। जिला में इस समय कोरोना संक्रमण के 54 एक्टिव मामले हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिला के विभिन्न चिकित्सा खंडों से नियमित रूप से सैंपल लिए जा रहे हैं। शुक्रवार को भी विभिन्न ब्लॉकों से कुल 251 सैंपल लिए गए। इनमें से भोरंज से 45, बड़सर 41, टौणी देवी 14, सुजानपुर टीहरा 80, नादौन 46, गलोड़ 20 और मेडिकल कॉलेज अस्पताल से 5 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस के अवसर पर लोगों से हैंडलूम -हैंडीक्राफ़्ट उत्पादों, स्थानीय उत्पादों के ज़्यादा से ज़्यादा इस्तेमाल करने की अपील की है। अनुराग ठाकुर ने कहा "भारतीय हैंडलूम व हैंडीक्राफ़्ट उत्पादों की अपनी एक गौरवशाली विरासत है। स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में मानने की घोषणा की गई थी। भारत का हैंडलूम, हमारा हैंडीक्राफ्ट अपने आप में सैकड़ों वर्षों का गौरवमयी इतिहास समेटे हुए है। भारत में 27 लाख से ज़्यादा परिवार हैंडलूम व्यवसाय पर निर्भर हैं।हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि न सिर्फ भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें बल्कि इसके बारे में हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताना भी चाहिए। भारत का हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट कितना रिच है, इसमें कितनी विविधता है यह दुनिया जितना ज्यादा जानेगी उतना ही हमारे लोकल कारीगरों और बुनकरों को लाभ होगा।” आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध है और यहाँ के लोगों में अदभुद प्रतिभा देखने को मिलती है। हस्तशिल्प के नाम पर यहाँ पत्थर, धातु की मूर्तियाँ,गुड़िया, मिट्टी के बर्तनों, चित्रों, कालीनों, शॉल की देश विदेश में भारी माँग है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में कई सारे स्वयं सहायता समूह हिमाचली कला और संस्कृति को स्थानीय उत्पादों के माध्यम से दुनिया के सामने ला रहे हैं। राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस मनाने के पीछे देश के सामाजिक आर्थिक विकास के क्षेत्र में हैंडलूम के योगदान को उजागर करने व बुनकरों की आमदनी बढ़ाने का लक्ष्य है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फ़ॉर लोकल मुहिम के ज़रिए आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य देशवासियों के सामने रखा है जिसे हम सब को अपनी सामूहिक भागीदारी के साथ साकार करना है।"
भारतीय जनता पार्टी सुजानपुर मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र ठाकुर, महामंत्री पवन शर्मा, अनिल शामा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष कैप्टन रंजीत सिंह, मीडिया प्रभारी विनोद ठाकुर, भाजपा शहरी इकाई सुजानपुर सचिव प्रकाश सुड़ियाल व महिला मोर्चा सुजानपुर अध्यक्ष अर्चना चौहान ने कहा है कि आज सुजानपुर विधायक व पुत्र अभिषेक राणा का कहना है कि राम मंदिर किसी एक पार्टी का योगदान नहीं है। राणा व पुत्र अभिषेक एक भी योगदान गिनवाए जोकि कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर के पक्ष में किया हो। जनता वह दिन भी नहीं भूली है जब पंडित जवाहर लाल नेहरु ने राम भूमि को विवादित भूमि कह कर कोर्ट में केस दर्ज किया था तब कहां थी आपकी कांग्रेस पार्टी। जब आपकी पार्टी के मुखिया ने कहा था कि यह राम तो काल्पनिक हैं तब कहां थे आप और तब कहां थे आप के यह वचन। जब कांग्रेस के वकील चाचा कपिल सिब्बल राम मंदिर के खिलाफ केस लड़ रहे थे तब कहां थे आप और आपके यह वचन। भाजपा का हमेशा कहना रहा है कि भगवान राम सभी के भगवान है। चाहे वह किसी पार्टी या धर्म से संबंधित क्यों न हो परंतु कांग्रेस विचारधारा के कुछ लोगों ने अपने ही कार्यकर्ताओं को अनाप-शनाप बयानबाजी करने पर मजबूत किया भगवान राम के प्रति। भाजपा पदाधिकारियों ने तंज कसते हुए कहा कि विधायक राणा अपनी विचारहीन कांग्रेस विचारधारा को समझे और दिखावा न करें। भगवान राम आस्था और विश्वास के प्रतीक है और कांग्रेस विचारधारा ने हमेशा भगवान राम और अयोध्या राम मंदिर को सिरे से खारिज किया है। सुजानपुर विधायक से विनती है कि वह अपनी गंदी राजनीति को बंद करें। सुजानपुर विधायक आप सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीति के लिए कुछ भी बोल कर समाचार पत्रों की सुर्खियों में बने रहते हैं। विधायक राणा को समझना होगा की आपको जनता ने क्षेत्र का विकास करने के लिए चुना है न कि समाचार पत्रों की सुर्खियों में बने रहने के लिए। अनाप-शनाप बयान बाजी कर जनता के बीच हंसी का पात्र न बने। जनता आपके छल को अब भलीभांति समझ चुकी है।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर हमीरपुर दौरे पर थे, जहां पर उन्होंने जिला हमीरपुर कांग्रेस पार्टी जिला मुख्य पार्टी कार्यालय का शुभारंभ किया और श्रीनगर के पुंछ में सीमा पार से गोलाबारी में शहीद हुए रोहन ठाकुर के घर पहुंच कर सांत्वना दिया, और शहीद स्मारक बनाने की बात भी कही। उसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कार्यालय खोले जाने पर पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी, और जहां पर जिला पदाधिकारी हर दिन बैठेगा और पार्टी व पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्या सुनेंगे। वहीं उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पहले तबलीगी जमात के लोग ने देश में कोरोना फैलाया तब उन पर मामले दर्ज किए गए, आज केंद्र व प्रदेश में भाजपा कोरोना फैला रही है तो उन पर मामले दर्ज क्यों नहीं किए जा रहे हैं। वहीं उन्होंने केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश में एक सेना बटालियन बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द हिमाचल को हिमाचल की अपनी बटालियन दी जाए, जिसका हिमाचल को बहुत फायदा होगा। इसके लिए पहले बीजेपी भी लड़ाई लड़ रहे हैं, हम भी इसकी हर बार माँग करते आ रहे हैं।
492 वर्षों के संघर्ष और लाखों बलिदानों के बाद आज भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के शिलान्यास का शुभ अवसर आया। इस शुभ मौके पर विश्व हिंदू परिषद जिला हमीरपुर ने त्रिलोक नाथ मंदिर बडैहर के प्रांगण में संतसंग कीर्तन किया तथा सूर्य अस्त के बाद हर घर में घी के दीपक प्रज्जवलित किए जाएंगे। दीपावली तो हम हर बर्ष मनाते हैं पर इस शुभ मौके पर हम महा उत्सव के रूप में मनाएंगे। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद जिला कार्यध्यक्ष राजेश शर्मा, विभाग धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख चिरंजी लाल, जिला धर्म प्रसार समिती प्रमुख विनोद शर्मा, बजरंगदल प्रखंड संयोजक सुशील गौतम, मातृशक्ती व बजरंगी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जल शक्ति विभाग के मंत्री महेन्द्र सिंह से नादौन विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न पेयजल योजनाओं के विस्तार और सुधार करने के लिए 45 करोड़ 98 लाख 48 हज़ार रुपए की धन राशि स्वीकृत करवाई हैं। इसके स्वीकृत राशि के अंतर्गत नादौन विधानसभा क्षेत्र में कुल 8842 निजी पानी के नलको की सुविधा प्रदान की जाएगी। यह धन राशि जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल के तहत खर्च की जाएगी। इन योजनाओं में कोहला- कलूर पेयजल योजना के लिए 1 करोड़ 25 लाख 86 हज़ार रुपए, पनियाला- रंगस पेयजल योजना के लिए 78 लाख 30 हज़ार रुपए, साईं- मटवार पेयजल योजना के लिए 3 करोड 80 लाख 16 हजार रूपए, टिल्लू- जलाडी पेयजल योजना के लिए 1 करोड़ 75 हज़ार रुपए, रैल पेयजल योजना के लिए 2 करोड 5 लाख रुपए, जनसूह पेयजल योजना के लिए 1 करोड 26 लाख 86 हज़ार रुपए, झलाण- बसारल पेयजल योजना के लिए 2 करोड 59 लाख 6 हज़ार रुपए, अमलैहड- भंवडां पेयजल योजना के लिए 4 करोड 25 लाख 7 हज़ार रुपए, बलेटा कलां और खुर्द के अंतर्गत पेयजल योजना के लिए 1 करोड 21 लाख 77 हज़ार रुपए स्वीकृत करवाए है और इसके साथ जल शक्ति विभाग के अंतर्गत आने वाली विभिन्न स्कीमों नियाटी- मजोट पेयजल योजना, टिल्लू- जलाडी पेयजल योजना, साई - मटवार पेयजल योजना, नौहंगी- भूंम्पल पेयजल योजना, घुमारटा योजना के विस्तारीकरण के लिए कुल 27 करोड़ 75 लाख 65 हज़ार रुपए की धनराशि इन सभी विभिन्न स्कीमों के विस्तारीकरण के लिए धनराशि स्वीकृत करवाई गई है। विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि यह स्वीकृत राशि नादौन विधानसभा के अंतर्गत आने वाले 572 छोटे छोटे मौहल्ले और बस्तियां लाभान्वित होंगें। जल शक्ति विभाग द्वारा हर घर के लिए पाइप द्वारा पेयजल पहुंचाने का प्रावधान किया जाएगा और इसके साथ-साथ अब इन क्षेत्रों में पानी की कमी को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। जल शक्ति विभाग द्वारा इसकी स्वीकृति मिलने के बाद अब यह धनराशि खर्च करने सभी कार्यों के टेंडर होंगें तथा हर घर के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा पेयजल पहुंचाने का कार्य शुरू किया जाएगा। इस मौके पर विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जल शक्ति मंत्री का नादौन विधानसभा क्षेत्र में पेयजल सुधार और विस्तारीकरण लिए धनराशि स्वीकृत करवाने के लिए जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह का आभार व्यक्त किया है।
हमीरपुर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में वरिष्ठतम भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने अयोध्या के राम मंदिर भूमि पूजन व मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने के लिए देश व प्रदेश वासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अनेकों बाधाएं पार कर अब वर्षों का सपना साकार होने जा रहा है। सदियों तक संघर्ष करने के बाद यह दिन देखने का सुअवसर हमारे जीवन में आया है इसलिए हम सब बहुत सौभाग्यशाली हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दिन देखने का अवसर हमारे जीवन में ऐसे ही नहीं आ गया, इस सपने को साकार करने के लिए कई महान आत्माओं ने अपने जीवन तक खपा दिए हैं। मंदिर निर्माण के लिए लड़ी गयी लड़ाई में भी कई वीरों ने अपने जीवन कुर्बान कर दिए। मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ होने के साथ ही उन सभी कुर्बानी करने वाले वीरों की आत्माओं को तृप्ति मिलेगी। पुरानी स्मृतियों को याद करते हुए प्रोफेसर धूमल ने कहा कि सन 1989 के वो पल जब याद आते हैं, तो रोमांचित कर देते हैं तब हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक हुई और इसमें प्रस्ताव डाला गया कि राम मंदिर निर्माण की लड़ाई लड़ी जाएगी। जिसके बाद तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने पूरे देश में रथ यात्रा निकालकर राम मंदिर निर्माण की अलख जन-जन में जगाई थी। उन्होंने कहा कि राम मंदिर राष्ट्रीय अखंडता और एकता का प्रतीक बन भारत वर्ष की पहचान बनेगा।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने जम्मू कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तानी सेना द्वारा सीजफ़ायर का उल्लंघन करते हुए की गई गोली बारी से देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले हमीरपुर के गलोड़ ख़ास के जवान स्वर्गीय रोहिन ठाकुर की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके बलिदान को सदैव याद रखे जाने की बात कही है। अनुराग ठाकुर ने कहा "भारतीय सेना देश की आन, बान और शान है और हमें गर्व है कि हमारा सम्बंध उस वीरभूमि हिमाचल प्रदेश से है जिसके अनगिनत सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत माँ की रक्षा की है। कल जम्मू कश्मीर के राजौरी में पाकिस्तानी सेना द्वारा सीजफ़ायर का उल्लंघन करते हुए की गई गोली बारीसे देश की रक्षा करते हुए हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के नादौन विधानसभा के गलोड़ ख़ास गाँव निवासी स्वर्गीय रोहिन ठाकुर वीरगति को प्राप्त हुए। देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारत माँ के वीर सपूत श्री रोहिन ठाकुर जी को मैं शत्-शत् नमन करता हूँ। उनकी क्षति अपूर्णनीय है। कर्तव्यपथ पर रोहिन ठाकुर के बलिदान को देश कभी नहीं भूलेगा।वीरभूमि हिमाचल प्रदेश को आपकी शहादत पर गर्व है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। प्रभु इस दुःख की घड़ी में शोकाकुल परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति व रोहिन जी की दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे। भारतीय जनता पार्टी का एक एक कार्यकर्ता शोकाकुल परिवार के साथ है।” आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "लद्दाख में देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले स्वर्गीय शमशेर सिंह को भी मैं श्र्धा सुमन अर्पित करता हूँ। देशसेवा में आपका योगदान सदैव याद रखा जाएगा। मैं दुःख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा हूँ।"
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा सुजानपुर मंडल द्वारा 26 जुलाई 2020 से शुरू हुआ पौधारोपण 31 जुलाई 2020 को समाप्त हो गया। प्रदेश भाजपा युवा मोर्चा के निर्देशानुसार भाजयुमो सुजानपुर द्वारा पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का शुभारंभ सुजानपुर मंडल अध्यक्ष वरिंद्र ठाकुर व भाजमुयो हमीरपुर जिला अध्यक्ष अजय रिंटू, मंडल के गांव भडमेली, पटलांदर, ऊहल, गुबारडू.तथा दूसरी पंचायतों में अलग-अलग दिन पौधारोपण के कार्यक्रम रखे गए। कार्यक्रम के दौरान भाजपा महामंत्री सुजानपुर मंडल पवन शर्मा,व अनिल शामा, सुजानपुर भाजपा मीडिया प्रभारी विनोद ठाकुर, भाजयुमो सुजानपुर अध्यक्ष कपिल शामा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष रंजीत सिंह, सुजानपुर भाजयुमो महामंत्री अश्वनी रांगड़ा व अभिषेक ठाकुर, भाजमुयो उपाध्यक्ष अरुण ठाकुर, संजीव लकी, दलजीत, भाजमुयो सचिव शुभम, भाजमुयो मीडिया प्रभारी सुजानपुर हिमांशु शर्मा व सभी प्रकोष्ठठो के अध्यक्ष जिला परिषद और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य विशेष रूप से शामिल रहे। इस पौधारोपण के दौरान लगभग 1000 पौधे लगाए गए। पौधारोपण युवाओं ने ही नहीं बल्कि स्थानीय लोगों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा पौधारोपण की इस मुहिम को सफल बनाया। इस मुहिम को सफल बनाने में हर वर्ग ने एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा अध्यक्ष कपिल शर्मा की जरूरत ने यह भी कहा कि पौधारोपण का मतलब सिर्फ पौधों को लगाकर छोड़ना नहीं है अपितु उन्हें हम लोगों को सही तरीके से देखना भी है।
जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की एक बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट मामले राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने की। इसमें समिति से संबंधित विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित की जा रही योजनाओं एवं कार्यों की समीक्षा की गई। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण पूरे विश्व में संकट पैदा हुआ है। इस महामारी के चलते लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े, इसके लिए हमें मिलकर प्रयास और नए विचार तथा नई सोच के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने संतोष जताया कि हमीरपुर जिला मेें कोविड-19 महामारी का नियंत्रित करने एवं इसकी रोकथाम के लिए समय पर उचित कदम उठाए गए। उन्होंने कहा कि यह महामारी बहुत बड़ी चुनौती लेकर आई है, मगर हमें लोगों को अन्य बीमारियों से संबंधित उपचार हेतु सेवाएं प्रदान करने के लिए भी निरंतर प्रयास करने चाहिए। बैठक में कहा गया कि जिला में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 53,232 कार्ड जारी किए गए हैं और अभी तक 2038 लाभार्थियों ने इस योजना का लाभ उठाया है। योजना के तहत लगभग 81 लाख रुपये की मुआवजा राशि का आकलन किया गया है। इसी प्रकार हिमकेयर योजना के अंतर्गत जिला में 51,238 कार्ड जारी किए गए हैं और 9428 लाभार्थी इससे लाभान्वित हो चुके हैं। इन पर लगभग तीन करोड़ 53 लाख रुपये की मुआवजा राशि व्यय की जा रही है। केंद्रीय राज्य मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि वे विभिन्न रोगों के उपचार में लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य करें, ताकि टीबी, एड्स, नशामुक्ति इत्यादि के क्षेत्र में समयबद्ध परिणाम प्राप्त किए जा सकें। उन्होंने टीबी उन्मूलन में हमीरपुर जिला को देश भर में दूसरा स्थान प्राप्त करने पर पूरी टीम को बधाई भी दी। उन्होंने कहा कि जिला में दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं उपकरण इत्यादि उपलब्ध करवाने की दिशा में स्वास्थ्य और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मिलकर कार्य करें और एक विकास खंड को लक्षित करते हुए इस दिशा में आगे बढ़ें। जिला में कोविड-19 महामारी के नियंत्रण हेतु प्रभावी कदम उठाए गए और अभी तक लगभग 16,223 नमूने लिए गए, जिनमें से केवल 304 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जिला में स्वस्थ होने की दर लगभग 92 प्रतिशत रही है। कोरोना संकट से निपटने के लिए सांसद निधि से प्राप्त 15 लाख रुपये की राशि पीपीई किट्स, मास्क और सेनिटाइजर इत्यादि पर खर्च की गई है। बैठक में कहा गया कि हमीरपुर जिला में सभी घरों तक बिजली कनेक्शन प्रदान किए जा चुके हैं और सभी गांवों में थ्री-फेस कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए हैं। जलशक्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा गया कि जिला में जल जीवन मिशन के अंतर्गत इस वित्त वर्ष में 13 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है, जिसमें से लगभग पांच करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इस वर्ष 16,793 परिवारों को नल लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 7513 परिवारों को यह सुविधा प्रदान की जा चुकी है। मिशन के प्रथम चरण में 22 योजनाओं पर लगभग 124 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं और दूसरे चरण में 20 योजनाओं पर लगभग 58 करोड़ रुपये व्यय किए जाने हैं। जिला में भू-जल संरक्षण एवं बाढ़ नियंत्रण के लिए विशेष कार्य योजना तैयार की गई है। इसके अंतर्गत वर्ष 2019-20 में लगभग चार करोड़ रुपये की लागत से 749 कार्य पूर्ण किए गए, जबकि वर्ष 2020-21 में अभी तक लगभग बीस लाख रुपये व्यय कर 287 कार्य पूर्ण किए जा चुके हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि भू-जल स्तर में बढ़ोतरी के साथ-साथ उपलब्ध जल का सिंचाई एवं अन्य कार्यों में बेहतर उपयोग भी सुनिश्चित करें। इसके लिए एक सफल मॉडल विकसित करें और इसमें पौधारोपण को भी शामिल करें। उन्होंने कहा कि जिला में कूड़ा-कचरा निस्तारण के लिए एक संयुक्त डंपिंग स्थल एवं संयंत्र की संभावनाएं तलाशें। उन्होंने निर्देश दिए कि सांसद निधि से निर्मित महिला मंडल, युवक मंडल और सामुदायिक भवनों की उपयोगिता एवं इनकी स्थिति के बारे में विस्तृत ब्यौरा तैयार करें। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण शिक्षा व्यवस्था प्रभावित न हो, इसके लिए केंद्र सरकार ने ‘स्वयंप्रभा’ चैनल प्रारंभ किया है। इसमें विषय सामग्री चैप्टरवाइज एवं कक्षावार तैयार की गई है। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार कर विद्यार्थियों को इसका लाभ उठाने के लिए प्रेरित करें। बैठक में बताया गया कि हमीरपुर जिला में 340 बच्चे इससे जुड़ चुके हैं और अन्य बच्चों को भी जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जिला से संबंधित उत्पादों को चिह्नित कर इनके उत्पादन को बढ़ावा देने के निर्देश कृषि और बागवानी विभाग को दिए। उद्योग विभाग को भी स्थानीय उद्यमों को प्रोत्साहित करते हुए एक विशेष उत्पाद विकसित करने की संभावनाएं तलाशने को कहा। उन्होंने नगर परिषद हमीरपुर के टाउन हॉल के जीर्णोद्धार का कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश भी दिए। बैठक में महिला एवं बाल विकास की विभिन्न्न योजनाओं, पोषण अभियान, गरीब कल्याण योजना, आत्मनिर्भर भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की गई। जिला परिषद हमीरपुर के अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने भी बहुमूल्य सुझाव दिए। उपायुक्त हरिकेश मीणा ने बैठक का संचालन किया और उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री को आश्वस्त किया कि बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों की समयबद्ध अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी जितेंद्र सांजटा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी डिजिटल माध्यम से उपस्थित थे।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने ट्यूबोक्लॉसिस (टीबी) की रोकथाम व इस से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने हेतु हमीरपुर को देशभर में दूसरा व प्रदेश में पहला स्थान मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे समूचे ज़िले के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है। अनुराग ठाकुर ने कहा "समाज को आगे ले जाने और लोगों की समस्याओं को दूर करने की ज़िम्मेदारी हम सभी की होती है। टीबी जानलेवा बीमारी है, और हम सभी को साथ मिलकर व्यापक जागरूकता पैदा करने और इस से लड़ने की ज़रूरत है। टीबी के मरीज़ों की संख्या के लिहाज़ से भारत सबसे बड़ा देश है। दुनिया में टीबी के हर चार मरीज़ों में से एक मरीज़ भारत का है। हमारा हिमाचल प्रदेश भी इस बीमारी से अछूता नहीं है मगर यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम व इस से बचाव के लिए जनजागरुकता फैलाने के लिए वर्ष 2019 के लिए हमीरपुर को पूरे देश भर में दूसरा व हिमाचल प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है।लोगों की सक्रियता एवं तंत्र की सजगता से हमें यह उपलब्धि मिली है व इसके लिए हमीरपुर की जनता व स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी लोग बधाई के पात्र हैं।" आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। मुझे ख़ुशी है कि टीबी के ख़िलाफ़ छिड़ी इस मुहिम में मैं उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हूँ और इसी संदर्भ में वर्ष 2017 में टीबी हारेगा देश जीतेगा स्लोगन के साथ जनजागरुकता लाने के धर्मशाला में सांसदों व बॉलीवुड के प्रतिनिधियों के बीच एक क्रिकेट मैच का आयोजन कर हज़ारों लोगों को टीबी उन्मूलन के लिए शपथ दिलवाई गई। इसके साथ साथ ही जागरूकता फैलाने के लिए वर्ष 2019 में दिल्ली में शिखर सम्मेलन का आयोजन कराया गया जिसमें विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, सांसदों, विधायकों, नीति विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। अपने संसदीय क्षेत्र की दिशा कमेटी बैठकों में भी मेरे द्वारा लगातार सीएमओ व सम्बंधित अधिकारियों के साथ टीबी की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर चर्चा कर टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों की नीतियाँ निर्धारित की गई हैं। " अनुराग ठाकुर ने कहा "दुनिया भर में टीबी,एड्स व मलेरिया से लड़ने वाली संस्था ग्लोबल फंड के चैम्पियन के रूप में काफ़ी लम्बे समय से टीबी को जड़ से मिटाने के लिए मैं प्रयासरत हूँ और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से मैंने टीबी के खिलाफ जंग छेड़ रखी है। आगे भी हम टीबी के ख़िलाफ़ अपनी जंग को इसी प्रकार जारी रखते हुए टीबी को हरायंगे और भारत को विजयी बनाएँगे।"
एचआरटीसी उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री पर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें सरकारी पद से बर्खास्त किया जाए। यह मांग किसान कांग्रेस के राज्य संयोजक विवेक कटोच, जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष अजय शर्मा, पूर्व जिला उपाध्यक्ष सुमन भारती, पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुनील कुमार, किसान कांग्रेस जिला अध्यक्ष नरेन्द्र संधू, जिला सेवा दल के महासचिव रजनीश ठाकुर, युवा कांग्रेस लोकसभा हमीरपुर सचिव मुकेश कुमार और सुजानपुर युवा कांग्रेस अध्यक्ष सचिन ठाकुर ने की है। उन्होंने कहा है कि एचआरटीसी के उपाध्यक्ष एवं नादौन के पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री ने अपने अहंकार के कारण पूरे समाज को खतरे में डाल लिया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति इतना असंवेदनशील कैसे हो सकता है कि वह अपने अंदर कोरोना संक्रमण के लक्षण आने और कोरोना संक्रमण का टेस्ट हो जाने के बाद भी हमीरपुर और नादौन विधानसभा क्षेत्र में जगह जगह घूमता रहा और समाज में सबकी जान खतरे में डाल कर अपने राजनीतिक कार्यक्रम करता रहा। कांग्रेस के नेताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि ऐसी व्यक्ति को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि जयराम सरकार को यह साबित करना चाहिए कि प्रदेश में सब लोगों के लिए कानून एक समान है और कानून की दृष्टि से वीआईपी और आम जनता को एक नजर से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी के उपाध्यक्ष और नादौन के पूर्व विधायक विजय अग्निहोत्री पर हजारों लोगों की जान खतरे में डालने के अपराधिक षड्यंत्र करने के तहत एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले भी कोरोना संक्रमण काल में पूर्व विधायक एवं एचआरटीसी के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री ने कोरोना संक्रमण के दौरान लगे लॉकडॉउन में भी सभी नियमों का उल्लंघन करते रहे है और प्रशासन को अपने रिश्तेदारों को गृह संगरोध करने के लिए नियमों के खिलाफ अनावश्य दवाब बनाते रहे है और तत्कालीन एसडीएम नादौन किरण भड़ाना के उनके अनावश्यक दवाब न मानने पर उनका तबादला तक करवा चुके है।
सुजानपुर युवा कांग्रेस ने अध्यक्ष सचिन ठाकुर की अध्यक्षता में प्रदेश में बस किराए में हुई अप्रत्याशित बढ़ोतरी के विरोध में सुजानपुर SDM के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। सुजानपुर युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते जयराम सरकार ने प्रदेश की जनता पर भारी कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई सालों में दो बार किराया बढ़ाया गया है जो कि एक जनविरोधी फैसला है इसका अंजाम उन्हें 2022 की विधानसभा चुनावों में भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द इस फैसले को बापिस ले, अन्यथा युवा कांग्रेस सड़कों पर उतरने और मुख्यमंत्री एवं उनके मंत्रियो का घेराव करने से भी पीछे नही हटेगी।