सम्पूर्ण विश्व को अपने जाल में जकड़ने वाली कोरोना वायरस संक्रमण बीमारी से बचाव हेतु ग्राम पंचायत दाड़ला के सभी सदस्यों तथा एसएचओ दाड़ला ने पंचायत के महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों को सैनिटाइज़ किया। यह कार्यक्रम पंचायत प्रधान सुरेंद्र शुक्ला, उपप्रधान लेखराज चंदेल, एसएचओ मोती सिंह नेगी की अगुवाई में संपन्न किया गया। सार्वजनिक स्थानों में बस स्टैंड, हॉस्पिटल, अंबुजा चौक, स्यार, बैंक एटीएम, पुलिस चौकी कार्यालय उचित मूल्य की दुकान तथा अन्य भीड़ वाली दुकानों को सेनिटाइज़ किया गया।इस कार्य को अंजाम देने में पंचायत सदस्य नरेंद्र चौधरी, रमेश, मदन, पुष्पेंद्र शर्मा, अरुण कुमार गौतम, बिमला तथा पुलिस चौकी से कमला वर्मा, घनश्याम चौधरी तथा समाजसेवी जगदीश्वर शुक्ला, समाजसेवक अनिल गुप्ता इत्यादि शामिल रहे।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के.सी. चमन ने कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत लोगों का आह्वान किया है कि वे इस संकट को माहमारी बनने से रोकने के लिए सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना के साथ केन्द्र, प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी आदेशों का पूर्ण पालन करें। के.सी. चमन सोलन जिला के नालागढ़ उपमण्डल के बद्दी में कोरोना वायरस के खतरे से प्रभावी रूप से निपटने के लिए आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। जिला दण्डाधिकारी ने इससे पूर्व जिला के परवाणु में पुलिस बैरियर पर पुलिस तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं अधिकारियों तथा कर्मचारयों को उचित दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने बैरियर पर आने वाले व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने बद्दी स्थित ईएसआई अस्पताल में आईसोलेशन व्यवस्थाएं भी जांची। के.सी. चमन ने बैठक में अधिकारियों को बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में निर्देशों का पूर्ण पालन करने एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सहित अन्य आदेश जारी किए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लोगों को उनके घर-द्वार पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के लिए ‘होम डिलीवरी प्रणाली’ को अधिक सुदृढ़ किया जाना चाहिए। उन्होेंने निर्देश दिए कि आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी के लिए क्षेत्रवार स्थानीय दुकानदारों को चिन्हित करें ताकि लोगों को शीघ्र एवं विश्वसनीय तरीके से वस्तुएं प्राप्त हो सकें। जिला दण्डाधिकारी ने कहा कि इस संकट काल में कफ्र्यू का पूर्ण पालन करवाने में ग्राम पंचायतों को भी अपना कत्र्वय सही प्रकार से निभाना होगा। यदि ग्राम स्तर पर कोरोना वायरस से किसी की मृत्यु होती है अथवा कोई व्यक्ति इस बीमारी से ग्रस्ति पाया जाता है तो सम्बन्धित ग्राम पंचायत को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी ताकि ऐसी परिस्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह सुनिश्चित बनाना होगा कि कोरोना वायरस का फैलाव समुदायिक स्तर पर न हो। उन्होंने निर्देश दिए कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ सहित जिला की सभी सीमाओं पर पंहुचने वाले चालकों एवं अन्य की थर्मल स्केनिंग में कोई कोताही न बरती जाए। इस कार्य के लिए सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में समुचित संख्या में टीमें तैनात रहें। उन्होंने इन क्षेत्रों में तैनात टीमों के लिए ई-शौचालय की व्यवस्था सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोलन जिला में विभिन्न निर्देशों का पालन सुनिश्चित बनाया जा रहा है तथा दैनिक आधार पर अनुश्रवण के माध्यम से आवश्क वस्तुओं की आपूर्ति एवं उपभोक्ताओं तक इनकी पंहुच की निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला में विभिन्न आवश्यक वस्तुओं एवं दवाओं इत्यादि की कोई कमी नहीं है। के.सी. चमन ने लोगों से आग्रह किया कि यथा सम्भव घर पर ही रहें और अति आवश्यक होने पर ही केवल कफ्र्यू ढील के समय ही कम से कम बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है तथा इस क्षेत्र में प्रवासी कामगारों की आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए व्यापक प्रबन्ध किए गए है। क्षेत्र सहित पूरे जिला में तैयार किए गए आईसोलेशन एवं क्वारेनटाईन केन्द्रों में सभी निर्देशों का पालन किया जा रहा है। स्टील बर्ड हैलमेट कम्पनी के वरिष्ठ कर्मचारी की धर्म पत्नी की पीजीआई चण्डीगड़ मे मृत्यु के उपरान्त उनके सम्पर्क में अपने वाले व्यक्त्यिों को क्वारेनटाईन कर दिया गया है। जिला दण्डाधिकारी ने इस अवसर पर क्षेत्र के उद्योगों, कामगारों, परिवहन इत्यादि की भी सम्ीक्षा की और उचित दिशा-निर्देश जारी किए। पुलिस अधीक्षक बद्दी रोहित मालपानी तथा उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ प्रशान्त देष्टा ने विभिन्न विषयों पर जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ग्राम पंचायत दाड़लाघाट के प्रधान सुरेंद्र शुक्ला तथा उपप्रधान लेखराज चंदेल ने कोरोना वायरस संक्रमण जैसी महामारी के चलते अपनी पंचायत के उन सभी मकान मालिकों से, जिन्होंने अपने मकान किराए पर चढ़ा रखे हैं अनुरोध किया है कि मकान मालिक लोगों को पुलिस स्टेशन में अपना रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए भेजें। उन्होंने यह भी कहा है कि जिन मकान मालिकों ने नेपाल मूल के या बाहरी राज्यों के लोगों को भी यदि मकान किराए पर दे रखे हैं उनका रजिस्ट्रेशन भी वे पुलिस चौकी में करवाना सुनिश्चित करें। सुरेन्द्र शुक्ला ने कहा है कि किराए का मकान आवास के रूप में हो या दुकान के रूप में किराए पर दिया गया हो उन सभी का रजिस्ट्रेशन पुलिस चौकी में करवाना अनिवार्य है। सभी मकान मालिक यह भी सुनिश्चित करें कि उनके किराएदार कर्फ्यू के दिनों में इधर-उधर बिल्कुल भी न जाए न ही किसी अन्य को अपने रूम में आने दें। उन्होंने कहा कि इस बीमारी ने संपूर्ण विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है इसके बचाव हेतु पंचायत द्वारा इसीलिए यह कदम उठाए जा रहे हैं।
जिला दण्डाधिकारी के.सी. चमन ने कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत सोलन जिला में विभिन्न वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आने वाले एवं आवश्यक सेवाओं के लिए कार्यरत चालकों की सुविधा के लिए आदेश जारी किए हैं। यह जानकारी आज यहां अतिरिक्त उपायुक्त विवेक चन्देल ने दी। उन्होंने कहा कि इन आदेशों के अनुसार कफ्र्यू अवधि में आवश्यक सेवाओं के लिए कार्यरत एवं आवश्यक सामग्री के परिवहन में संलग्न चालकों की सुविधा के लिए सोलन उपमण्डल के उपरान्त सोलन के परवाणु तथा कण्डाघाट एवं अर्की उपमण्डल में भी टायर पंचर की कुछ दुकानें अगले आदेश तक प्रतिदिन हर समय खुला रखने के आदेश जारी किए गए हैं। इन आदेशों के अनुसार जिला के सोलन उपमण्डल के परवाणु के सैक्टर 6 स्थित गुरू ऑटो वक्र्स, पैराडाईस होटल परवाणु (मालिक भूपेन्द्र मोबाईल नम्बर 99925-50743) को आगामी आदेशों तक प्रतिदिन हर समय खुला रखने के आदेश दिए गए हैं। कण्डाघाट उपमण्डल में वाकनाघाट क्यारीमोड़ स्थित हीरा ऑटो (मालिक जनक भारद्वाज मोबाईल नम्बर 98575-50850), कण्डाघाट के साहरी पेट्रोल पम्प के समीप वर्कशाॅप (मालिक शैलेन्द्र मिस्त्री मोबाईल नम्बर 82639-75872) को आगामी आदेशों तक प्रतिदिन हर समय खुला रखने के आदेश दिए गए हैं। अर्की उपमण्डल में पंवर्स मोटर्स, गांव दसेरन, भराड़ीघाट (मालिक भूप सिंह पंवर मोबाईल नम्बर 98163-62503), भीमाकाली टायर्स, चमाकड़ीपुल (मालिक पवन कुमार मोबाईल नम्बर 98172-87144), हरीश कुमार टायर्स, सायर, दाड़लाघाट (हरीश कुमार मोबाईल नम्बर 98160-89572), कुशाल ऑटोमोबाईलस, दानोघाट (कुशाल मोबाईल नम्बर 98166-53839), यशी ऑटोमोबाईल्स, वार्ड नम्बर-7, समीप पेट्रोल पम्प अर्की (वेद नेगी मोबाईल नम्बर 70186-84880), जग्गा टायर सर्विस, शिमला रोड कुनिहार (राजीव कुमार मोबाईल नम्बर 98164-17281), राष्ट्रीय उच्च मार्ग 205 पर धमोग (दाड़लाघाट) में राज रिट्रेड (राज कुमार मोबाईल नम्बर 86290-10033), राष्ट्रीय उच्च मार्ग 205 पर क्यारड में जे.सी. सर्विस सैन्टर (जगदीश मोबाईल नम्बर 98054-22259) तथा रत्न आॅटोजोन कुनिहार (रंजन ठाकुर मोबाईल नम्बर 98051-42610) आगामी आदेशों तक प्रतिदिन हर समय खुले रहेंगे। इन सभी को कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत सोशल डिस्टेन्सिग, साफ-सफाई एवं सरकार द्वारा समय-समय पर जारी नियमों का पूरा पालन करना होगा। इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक सोलन, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन, उपमण्डलाधिकारी सोलन, कण्डाघाट एवं अर्की सहित टायर पंचर दुकान मालिकों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्हें निर्देश दिए कि प्रदेश में पशुओं के चारे की सुचारू व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि राज्य में चारे की कमी न हो। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि उन्हें चारे की आपूर्ति की दैनिक आधार पर निगरानी करनी चाहिए, ताकि संबंधित एजेंसियांे से और अधिक चारे की आपूर्ति के लिए संपर्क किया जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न सरकारी एवं निजी मत्स्य पालन केन्द्र हैं एवं इन मत्स्य पालन केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में मत्स्य आहार उपलब्ध करवाया जाना चाहिए और मत्स्य आहार ले जाने वाले वाहनों को अनुमति भी दी जानी चाहिए। जय राम ठाकुर ने राज्य के विभिन्न भागों में स्थापित गौसदनों में पर्याप्त मात्रा में चारे की आपूर्ति सुनिश्चित करवाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि चारे की आपूर्ति के लिए गैर सरकारी संस्थाओं को भी शामिल किया जाना चाहिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय गुप्ता ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि राज्य में चारे और पशु आहार की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। निदेशक पशुपालन विभाग डाॅ. प्रियादर्शनी तथा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।
प्रशिक्षण सेना भर्ती कार्यालय शिमला के प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आर्मी रिक्रूटिंग ऑफिस शिमला द्वारा रामपुर शहर में 16 से 25 अप्रैल, 2020 को आयोजित की जाने वाली भर्ती रैली विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण महामारी के कारण आगामी आदेशों तक स्थगित की जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी अभ्यर्थी को अगले आदेश प्राप्त होने पर सूचित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके तहत लगभग 12 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया है, जिनका पंजीकरण कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि यह भर्ती शिमला, सोलन, किन्नौर और सिरमौर के युवाओं के लिए आयोजित की जानी थी।
हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस प्रदेश में मास्क बांटने वाली है। इसके लिए मास्क हैंड मेडिड बनाने का काम जारी है और अगले 4 दिनों में 1 लाख मास्क बांटने का लक्ष्य रखा गया है। युवा कांग्रेस ने कहा कि महामारी के वक़्त मास्क एक उपयोगी हथियार है। सभी विधानसभा अध्यक्षों को निर्देश दिये गया है कि वह अपनी अपनी विधानसभा में 8 से 10 हजार मास्क बांटने का काम करें। अभी तक बहुत से युवा कांग्रेस के साथियों ने बाजार से खरीद कर तकरीबन 70 हजार के करीब मास्क अलग अलग विधानसभा में बांट लिए है। बाजार में मास्क की कमी को देखते हुए युवा कांग्रेस ने फैसला लिया है कि युवा कांग्रेस होम मेड मास्क तैयार करके लोगों को बंटेगी। पहली कड़ी में एक लाख मास्क बांटे जाएंगे। बहुत सारी जगह पर घरों पर मास्क त्यार किये जा रहे है। प्रदेश सरकार भी मास्क उपलब्ध करवाने में असफल साबित हो रही है। आने वाले समय में भी इसी तरह से घर घर में हर विधानसभा में मास्क बनाने का काम युद्ध स्तर पर चला रहेगा।
मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने शनिवार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मनाली के पुराने भवन में लॉक डाउन के दौरान रह रहे गृह रक्षक के जवानों से मुलाकात की। उन्होंने अधिकारियों को जवानो के सोने के लिए 22 फोल्डिंग चारपाई सहित बिजली के उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनता से अपील भी की इस संकट की घड़ी में दिन रात ड्यूटी कर रहे पुलिस के जवानों की सहायता करें। गौरतलब है जयराम सरकार कर्फ्यू एवं लॉक डाउन की स्थिति में भी प्रदेश कि जनता की सुविधाओं का पूरा खयाल रख रही है। जनता को इस दौरान परेशानियों का सामना ना करना पड़े इसके लिए कई कदम उठाए जा रहे है। ऐसे में जनता को अनुशासित रखने वाले जवानो की सुविधा को भी अनदेखा नहीं किया जा रहा है।
उद्योगी क्षेत्र परवाणू मे जगह-जगह सभी वार्डों में नगर परिषद एवं फायर ब्रिगेड द्वारा औद्योगिक इकाइयों के बाहर सैनिटाइजर का छिड़काव किया गया जिससे विश्व भर में चल रहे करो ना वायरस को दूर भगाने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके मद्देनजर हिमाचल प्रदेश एवं पुलिसकर्मी डॉक्टर्स सफाई कर्मचारी सभी अपनी अपनी जगह अपना कार्य करते हुए नजर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल रविवार को इन सभी को सम्मानित करने के लिए एक संदेश दिया है जोकि रात्रि 9:00 बजे से लेकर 9 मिनट के लिए सभी अपने-अपने घरों के बाहर दीप थालिया तालियां एवं शंख बजाकर इन लोगों का अभिनंदन करेंगे इस महामारी से निबटने के लिए सभी प्रयास जारी है जिसमें पूरे देशवासियों को सहयोग भी मिलता नजर आ रहा है।
“गैया खाये साल में जितने का आहार उस से दस गुण मोल के देती है उपहार" धर्मशाला से सराह गौशाला में पिछले दिनों चारे को लेकर कई दिक्कतें आ रही थी। जब पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा को इन दिक्कतों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई तो उन्होंने तुरंत ही उनके संपर्क में जो समाज सेवी संस्थाएं थी उनसे चर्चा की। जिसके बाद यूनाइटेड यूथ ऑफ मॉडर्न इंडिया (UYMI) और स्वामी रामानंद ट्रस्ट संसाल (Swami Ramananda Trust Sansal) ने 100 बोरी फ़ीड सराह गौशला के लिए, 20 बोरी फ़ीड कांगडा गौशाला के लिए और 1800 किलोग्राम हरा चारा सराह गौशाला के लिए भेजने का निर्णय लिया है। इसके अलावा पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने निजी स्तर पर भी तूड़ी व हरे चारे का प्रावधान करने का निर्णय लिया है।
आंगनबाड़ी वर्करज एवं हेल्परज़ यूनियन अर्की की प्रधान विमला ठाकुर ने मीडिया के माध्यम से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा की कोरोना महामारी के कारण पैदा हुए महासंकट के कारण आज देश व प्रदेश की जनता काफी परेशानी में है। महामारी के फैलाव को रोकने व इस पर अंकुश लगाने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही आशा वर्करज व आंगनवाड़ी वर्करज को भी शामिल किया है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी वर्करज पहले भी दर्जनों तरह के कार्य करके समाज के प्रति अपनी भूमिका को बेहद संवेदनशील तरीके से निभाती रही हैं व वर्तमान में भी सरकार की सबसे ज़्यादा योजनाओं को जनता के घर द्वार पहुंचाने का कार्य आंगनबाड़ी वर्करज ही कर रही हैं व इस आपातकालीन स्थिति में अगर प्रशासन कोरोना की डोर टू डोर मैपिंग के कार्य में आंगनबाड़ी वर्करज को शामिल करता है तो वर्करज व परिवार के स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी आईसीडीएस विभाग व प्रदेश सरकार की जिम्मेवारी बनती है। परन्तु खेद का विषय है कि आज भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से भेदभाव जारी हैं। आंगनबाड़ी वर्करज को कार्य करने के लिए बाध्य तो किया जा रहा है परन्तु उन्हें सरकार की ओर से कोई मेडिकल किट उपलब्ध नहीं करवाई गई है ना ही अन्य कर्मचारियों की तरह बीमा सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है और ना ही उन्हें उचित दैनिक आर्थिक मदद अथवा दैनिक भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने सरकार व विभाग से मांग की है कि कोरोना मैपिंग करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उचित आधुनिक मेडिकल किट उपलब्ध करवाई जाए। मैपिंग के दौरान डयूटी करने पर 100 रुपये के बजाए 300 रुपये दैनिक भत्ता दिया जाए स्वास्थ्य कर्मियों व आशावर्कर की तर्ज़ 50 लाख रुपये का बीमा किया जाए।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की गई। राज्य मंत्रिमंडल ने कोविड-19 की स्थिति की पूर्ण समीक्षा की। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग हिमाचल प्रदेश की ओर से की गई सभी तैयारियां एवं वर्तमान स्थिति के बारे में प्रस्तुति के द्वारा राज्य मंत्रिमंडल को जानकारी दी गई। इसके उपरांत व्यापक चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि स्वास्थ्य विभाग में आवश्यकतानुसार विभिन्न मेडिकल एवं पैरामेडिकल के पदों पर तीन माह के लिए आउटसोर्स बेस पर नियुक्ति की जाएगी। साथ ही केबिनेट ने एसएलबीएसजीएमसी नेरचैक मण्डी को समर्पित कोविड-19 अस्पताल बनाने को भी मंजूरी दी गई। उन्होंने आगे यह भी बताया कि सभी मंत्रिमंडल सदस्यों ने प्रदेश में किए जा रहे एक्टिव केस फांइडिंग अभियान को भी सुचारू रूप से करने के निर्देश दिए और विभाग के इस कदम को सराहा। राज्य में औद्योगिकरण को बढ़ावा देने तथा उद्यमियों की सुविधा के लिए मंत्रिमंडल ने प्रोत्साहन प्रदान करने और स्टैम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क पर छूट/घटाने का निर्णय लिया। अब सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विनिर्माण उद्यमों में संयत्र और मशीनरी में 10 करोड़ रुपये तक का निवेश व सेवा उद्यमों की निर्दिष्ट श्रेणी के मामले में उपकरणों में पांच करोड़ स्टैम्प शुल्क और पंजीकरण शुल्क की रियायती दर 50 प्रतिशत, 30 प्रतिशत और लागू दरों का 10 प्रतिशत क्रमशः श्रेणी ‘ए’, ‘बी’ और ‘सी’ क्षेत्र में कन्वेयन्स डीड अथवा लीज़ डीड पर लिया जाएगा। इसी तरह जिन उद्यम विनिर्माण उद्यमों में संयत्र और मशीनरी में 10 करोड़ रुपये तक का निवेश व सेवा उद्यमों की निर्दिष्ट श्रेणी के मामले में उपकरणों में पांच करोड़ स्टैम्प शुल्क और पंजीकरण शुल्क की रियायती दर 50 प्रतिशत, 30 प्रतिशत और लागू दरों का 20 प्रतिशत क्रमशः श्रेणी ‘ए’, ‘बी’ और ‘सी’ क्षेत्र में कन्वेयन्स डीड अथवा लीज़ डीड पर लिया जाएगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि औद्योगिक क्षेत्रों में स्थापित एंकर उद्यमों, जिनकी निश्चित पूंजी निवेश 200 करोड़ रुपये से ज्यादा है और नियमित तौर पर 200 से ज्यादा बोनाफाईड हिमाचलियों को रोजगार प्रदान किया है, वह स्टैम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क पर रियायत के लिए 50 प्रतिशत, 30 प्रतिशत, 20 प्रतिशत के उपयुक्त दरों पर क्रमशः श्रेणी ‘ए’, ‘बी’ और ‘सी’ क्षेत्र में कन्वेयन्स डीड अथवा लीज़ डीड पर के लिए पात्र होंगे। मंत्रिमंडल ने सोलन जिला के बद्दी के मौजा केंडुआल स्थित उद्योग विभाग की 30 बीघा भूमि मैसर्ज जेबीआर एन्वायरमेंट टैक्नाॅलाॅजीज (बद्दी) प्राईवेट लिमिटेड को पट्टे पर 25 वर्ष की अवधि के लिए एक रुपये प्रति वर्ग मीटर की टोकन मनी पर एकत्रित ठोस कचरा प्रबन्धन परियोजना स्थापित करने के लिए देने का निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने देश के साथ राज्य में कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि निजामुद्दीन तबलीगी जमात, जिसके कारण देश में कोरोना वायरस का आंकड़ा प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहा है, के लोगो पर कड़ी निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि इस बात पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि किसी भी यात्रा इतिहास वाले व्यक्ति की पहचान जल्द से जल्द की जाए ताकि कोरोना वायरस अन्य लोगों तक न पहुॅच सके। उन्होंने कहा कि ऐसी यात्रा करके आए लोगों को घर पर क्वारनटाईन किया जाए। उन्होंने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं तथा स्थानीय शहरी निकायों के चुने हुए प्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए शामिल किया जाए जिनका राज्य के भीतर अथवा राज्य से बाहर यात्रा का इतिहास है। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरू किया गया है जिसके तहत कोविड-19 के लक्ष्णों के बारे में जानकारी लेने के लिए 8000 टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत टीमें घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य की जानकारी लेंगी और गूगल फार्म के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के साथ सांझा करेंगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि एक्टिव केस फाइंडिंग टीमों को मास्क, दस्ताने और सुरक्षा उपकरण प्रदान किए जाएं ताकि वे बिना किसी भय के कुशलतापूर्वक अपने कार्य को पूरा कर सकें। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात द्वारा कोरोना फैलने का मामला नहीं होता तो राज्य में कोरोना वायरस का कोई भी मामला नहीं था क्योंकि टांडा मैडिकल कालेज में दाखिल महिला की कोरोना वायरस की रिपोर्ट हाल ही में नैगेटिव पाई गई है। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में अब तक 4038 लोगों को कोरोना वायरस की निगरानी में रखा गया है जिसमें से 1655 लोगों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि आज कोविड-19 के 29 लोगों की जांच की गई जिसमें से टांडा मैडिकल कालेज के 23 सैंपल नैगेटिव पाए गए हैं और आई.जी.एम.सी. शिमला से लिए गए 6 सैंपलों की रिपोर्ट भी नैगेटिव पाई गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के लिए प्रदेश में कुल 296 लोगों की जांच की जा चुकी है और अब तक कुल 6 मामले पाॅजिटिव पाए गए हैं। मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक एस.आर.मरड़ी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) मनोज कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आर.डी.धीमान तथा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुण्डु भी बैठक में उपस्थित थे।
संगठनात्मक जिला नूरपुर के भाजपा के जिला महामंत्री रणवीर सिंह निक्का ने कोरोना राहत कोष कांगड़ा में 51 हजार रुपये दान के रूप में दिए है । रणवीर सिंह ने कहा है कि यह एक राष्ट्रीय आपदा है और हम सभी को आगे बढ़कर जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए । उन्होंने लोगो से अपील की है कि इस राष्ट्रीय आपदा के समय सभी सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें और कोरोना को हराने के लिए घर पर ही रहे । उन्होंने लोगों का आहवाहन करते हुए कहा कि वे सरकार का सहयोग करें क्योंकि इस वायरस के लिए अभी तक कोई वेकसीन नही बनी है अतः लॉक डाउन का पालन करना ही इसका उपचार है।
कोविड-19 महामारी के कारण लाॅकडाउन के तहत स्कूल बंद होने की स्थिति में प्रदेश में स्कूली बच्चों के अभ्यास व सीखने की क्षमता की निरंतरता को बनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ‘समय दस से बारह वाला, हर घर बनें पाठशाला’ कार्यक्रम आरम्भ किया जा रहा है। शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इसके तहत शिक्षा विभाग द्वारा दैनिक डिजिटल शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी, जो शिक्षकों के माध्यम से छात्रों को सम्प्रेषित की जाएगी। प्रदेश में सभी छात्र प्रातः 10 बजे से 12 बजे के बीच सीखने और अभ्यास करने में अपना समय बिताएंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत छात्रों को शैक्षणिक वीडियो व अभ्यास के माध्यम से कार्यक्रम को संचालन किया जाएगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग के खण्ड व जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी। शिक्षक प्रतिदिन के आधार पर बच्चों के अभिभावकों के व्हट्सएप गु्रप पर इस सामग्री को सांझा करेंगे, जोकि छात्रों को मनोरंजक व आकर्षित गतिविधियों और कहानियों के माध्यम से शिक्षा प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्र अभ्यास के माध्यम से वीडियो में दिखाई गई बातों का अभ्यास कर पाएंगे तथ व्हट्सएप के तहत अपने शिक्षकों से सही उत्तर व स्पष्टीकरण प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत साक्षरता और संख्यात्मकता के साथ-साथ दि टीचर ऐप पर शिक्षा शास्त्र पर नवीन शिक्षण विधियों के संबंध में सूचनात्मक वीडियो पाठ्यक्रमों की सामग्री योजना भी शिक्षकों के लिए बनाई जाएगी, जो कि शिक्षकों को इस अवधि के दौरान अपनी रचनात्मकता व कौशल को विकसित करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम छुट्टियों के दौरान छात्रों के सीखने के स्तर में गिरावट को रोकेगा बल्कि छात्रों में रूचि पैदा करके अध्ययन में व्यस्त रखने के लिए भी कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से छुट्टी के दौरान छात्रों के अभ्यास व पुर्नावृति कमी के चलते बच्चों के सीखने की क्षमता की निरंतरा बनी रहेगी।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से संबंधित फर्जी समाचारों के प्रसार की जांच के लिए ‘फेक न्यूज माॅनिटरिंग यूनिट’ का गठन किया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत इसके बचाव संबंधी उपाय किए जा रहे है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार विशेष रूप से हम प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक ओर सोशल मिडिया से अपेक्षा करते हैं कि वे जिम्मेदारी की भावना बनाए रखें। डर का माहौल पैदा करने वाले अप्रमाणिक समाचार प्रसारित न करें। लोगों के संदेह को दूर करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य मंचों सहित सभी मीडिया के माध्यम से भारत सरकार द्वारा दैनिक बुलेटिन भारत के महाधिवक्ता द्वारा प्रस्तुत किए जाने के 24 घंटों के भीतर सक्रिय किया जाएगा। हम इस महामारी के बारे में खुली चर्चा में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते। मीडिया को विभिन्न जानकारियों को आधिकारिक विवरण से प्रकाशित करना चाहिए। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने भी मीडिया को सलाह दी है कोविड-19 को लेकर सही समाचारों का प्रसार सुनिश्चित करे। फेक न्यूज माॅनिटरिंग यूनिट प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक और डिजिटल, सोशल मीडिया में कोरोना वायरस से संबंधित झूठे और गलत समाचारों के प्रसार पर निगरानी रखे इसके अतिरिक्त कोरोना वायरस से संबंधित सूचना को मिडिया के साथ सांझा करे। यूनिट संबंधित अधिकारियों, एजेंसियों को कानून के प्रावधान के अनुसार सुधारात्मक उपायों और उचित कार्रवाई के लिए सिफारिश करेगी। प्रवक्ता ने कहा कि फेक न्यूज माॅनिटरिंग यूनिट तत्काल प्रभाव से कार्य करना शुरू कर देगी। निदेशक, सूचना एवं जन संपर्क, हरबंस सिंह ब्रसकोन फेक न्यूज माॅनिटरिंग यूनिट के अध्यक्ष होंगे, जबकि एस.पी. साईबर क्राईम संदीप धवाल, संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य विनोद शर्मा, संयुक्त निदेशक आईटी अनिल सेमवाल, संयुक्त निदेशक सूचना एवं जन संपर्क प्रदीप कंवर, संयुक्त निदेशक सूचना एवं जन संपर्क महेश पठानिया, उप निदेशक सूचना एवं जन संपर्क धर्मेंद्र ठाकुर, उप निदेशक (तकनीकी) सूचना एवं जन संपर्क यू.सी. कौंडल और प्रबंधक आईटी हिमाचल प्रदेश सचिवालय किशोर शर्मा सदस्य होंगे। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के प्रावधान के अनुसार सभी सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्मों को अपने उपयोगकर्ताओं को होस्ट करने, प्रदर्शित करने, अपलोड करने, संशोधित करने, प्रकाशित करने, प्रसारित करने, अपडेट करने या सांझा करने के लिए सूचित करने की आवश्यकता है, जो सार्वजनिक आदेशों को प्रभावित कर सकते हैं और गैर कानूनी हो सकते हैं।
जिला दण्डाधिकारी शिमला अमित कश्यप ने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार के निर्देशों के अनुसार जिला में एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान के तहत 795 टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके तहत शिमला शहरी क्षेत्र में 134 जबकि जिले के अन्य क्षेत्रों में 661 टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि इस कार्य की पूर्ति के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जहां आंगनबाड़ी, आयुर्वेद, स्वयंसेवी तथा आशा वर्करों की सेवाएं ली जाएगी वहीं शहरी क्षेत्र में इनके अतिरिक्त सैहब सोसायटी व डाक सेवा कर्मियों की सहायता भी ली जाएगी। उन्होंने बताया कि 7 दिन तक चलने वाले इस अभियान के तहत लगभग 1590 व्यक्ति अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि यह सदस्य सायं 5 बजे तक शहरी क्षेत्रों में 50 घरों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 30 घरों में प्रतिदिन जांच कार्य करेंगे। जांच कार्य की जानकारी ऑन लाईन अपलोड की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन टीमों के सदस्य जहां लोगों की जांच का कार्य करेंगे वहीं कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों जिसमें सामाजिक दूरी, निरंतर साबुन से हाथों का धोना तथा स्वच्छता आदि के बारे में भी जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस कार्य में आने वाले कर्मचारियों को सहयोग प्रदान कर इस महामारी को खत्म करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
जिला दण्डाधिकारी अमित कश्यप ने संकटकाल में विभिन्न सामाजिक एवं स्वयंसेवी व अन्य धार्मिक संस्थाओं द्वारा सामुदायिक सहायता के तहत जरूरतमंदों और गरीबों को वितरीत किए जा रहे पके भोजन अथवा राशन का वितरण संबंधित क्षेत्रों के उपमण्डलाधिकारियों के माध्यम से करने की अपील की ताकि किसी प्रकार की दोहराव की संभावना से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि संस्थाएं उपमण्डलाधिकारी को सूचित करने के उपरांत ही इस क्रम में राशन वितरीत करें। उन्होंने कहा कि प्रायः देखा गया है कि संस्थाएं अपने स्तर पर राशन वितरीत कर रही है, जिसके तहत एक ही जगह पर दो या तीन से अधिक बार राशन वितरीत किया जा रहा है। इसके चलते जरूरतमंद व्यक्ति इससे वंचित रह रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए संबंधित क्षेत्रों के उपमण्डलाधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में तैनाती की गई है, जिसके पास क्षेत्र के राशन की आवश्यकता के आंकड़ें प्रतिदिन के आधार पर उपलब्ध रहते हैं। संबंधित संस्थाएं अथवा लोग उपमण्डलाधिकारी को सूचित कर इन जानकारियों के अंतर्गत जरूरतमंद लोगों व क्षेत्रों में वितरण कार्य करेंगे तो अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने संकट के इस समय में समावेशी सहयोग की अपेक्षा के तहत सभी संस्थाओं से इस दिशा में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार के दोहराव से बचने के लिए इस प्रक्रिया को अपनाया जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि सेवा के इस कार्य की परस्पर पूर्ति सुनिश्चित की जा सके।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ( स्वास्थ्य ) आर . डी . धीमान ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमन्त्री हि०प्र० की अध्यक्षता में प्रदेश केबिनेट की मीटिंग हुई । प्रदेश केबिनेट ने कोविड - 19 की स्थिति की पूर्ण समीक्षा की । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, हि०प्र० की तरफ से की गई सभी तैयारियों एवं वर्तमान स्थिति के बारे में प्रस्तुति के द्वारा प्रदेश केबिनेट को जानकारी दी गई । इसके उपरान्त व्यापक चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि स्वास्थ्य विभाग में आवश्यकता अनुसार विभिन्न मेडिकल एवं पैरा मेडिकल के पदों पर आउटसोर्स बेसिस पर कोविड - 19 की स्थिति को देखते हए 3 माह के लिए नियुक्ति की जाएगी । साथ ही प्रदेश केबिनेट ने यह भी निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग में विभिन्न कर्मचारियों एवं अधिकारियों के बचाव के लिए जरूरी सामान आवश्यकतानुसार जल्द से जल्द खरीदा जाए ताकि जो लोग आज प्रदेश के विभिन्न संस्थानों व विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं उनका बचाव सुचारू रूप से किया जा सकें । साथ ही केबिनेट ने SLBSGMC नेर चौक मण्डी को समर्पित कोविड - 19 अस्पताल बनाने की भी मंजूरी दी । उन्होंने आगे यह भी बताया कि सभी केबिनेट सदस्यों ने प्रदेश में किए जा रहे Active case Finding कैम्पेन को भी सुचारू रूप से करने के निर्देश दिए एवं विभाग के इस कदम को सराहा। अतिरिक्त मुख्य सचिव ( स्वास्थ्य ) ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि आज प्रदेश में लगभग 8000 टीमें विभिन्न जिलों में घरद्वार जाकर Active Case Finding कैम्पेन के अन्तर्गत जानकारी एकत्र कर रही है ताकि ऐसे किसी भी व्यक्ति जो दूसरे देश या प्रदेश से आएं हो एवं संदिग्ध श्रेणी में आते हों ता उनका उचित उपचार किया जा सकें । उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में जो कल तीन लोग कोविड . 19 के प्रति पोजिटिव पाए गए थे उनके सम्पर्क में आएं दूसरे लोगों की पहचान की जा रही है एवं आवश्यकतानुसार उनकी भी जांच के नमूने लिए जा रहें है । आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कुछ लोग दिल्ली से बद्दी में आकर ठहरे हुए थे उनमें से एक महिला की तबीयत खराब होने के बाद उसे बद्दी के निजी अस्पताल में लाया गया था एवं वहां से उसे पीजीआई चण्डीगढ भेज दिया गया था जहां पर पिछली रात उस महिला का देहान्त हो गया एवं उसे कोविड - 19 पोजिटिव पाया गया । यह जानकारी पीजीआई चण्डीगढ से मिलने के उपरान्त उसके साथ के सभी लोगों को आईसोलेट कर दिया गया है एवं उनके भी जांच के नमूने लिए जा रहे हैं । उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 15 मार्च 2020 के बाद दिल्ली हॉटस्पॉट से आए सभी लोगों की जांच के लिए नमूने लिए जाएंगे एवं तब तक उनको निगरानी में रखा जा रहा है । जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव ( स्वास्थ्य ) आर . डी . धीमान ने बताया कि आज प्रदेश में 28 कोविड - 19 के प्रति जांच के नमूने लिए गए हैं जिनमें से तीन व्यक्तियों के पुनः जांच के नमूने लिए गए थे । इनमें से 23 नमूनों की रिपोर्ट जिनकी जांच टाण्डा में की गई थी उन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है । IGMC शिमला से 6 नमूनों की रिपोर्ट आनी बाकी है । अभी तक प्रदेश में कुल 4038 लोगों को निगरानी में रखा गया हैं और जिनमें से 1655 लोगों ने 28 दिन की जरूरी निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है एवं स्वस्थ हैं तथा अब तक प्रदेश में कुल 296 लोगों की जांच की जा चुकी है एवं कुल 6 लोग पोजिटिव पाए गए हैं । उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि लॉकडाउन के दौरान घरों में रहें अपने बचाव के सभी तरीके जैसे कि हाथ धोना , सोशल डिस्टेसिंग इत्यादि को बनाए एवं यदि किसी के घर में या जानकारी में कोई भी ऐसा व्यक्ति जो दूसरे देश एवं प्रदेश से आया है या उसे कोविड - 19 के लक्षण हैं तो उसकी जानकारी 104 एवं सम्बन्धित जिला अधिकारियों को दे तथा उन्हें अलग से रहने को प्रेरित करें ।
कोराना वायरस को लेकर जिला सोलन में लगाए गए कर्फयु के दौरान जिला प्रशासन द्वारा सुबह आठ बजे से दोपरह ग्यारह बजे तक केवल करियाना, सब्जी, फल दूध व अन्य रोजाना जरूरत की दुकानों को निश्चित समय तक दुकानें खुली रखने के आदेश हैं। परंतु कुछ दुकानदार तय समय सीमा के बाद भी दुकानें खुली रख रहे हैं जिस पर पुलिस व प्रशासन द्धारा कारवाई की जा रही है। इसी कड़ी में अर्की के गांव बलेरा में जिला प्रशासन के आदेशों के उल्लंघन पर अर्की पुलिस द्धारा एक दुकानदार पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार एएसआई प्यारेलाल मुख्य आरक्षी परमेश व गृह रक्षक शीशराम व इंद्र सिंह के साथ कर्फयु के दौरान गश्त पर थे। पुलिस टीम जब गांव बलेरा पहुंची तो गांव के एक दुकानदार ने तय समय सीमा के बाद भी अपनी दुकान खुली रखी थी। जिस पर उक्त दुकानदार पर मामला दर्ज किया गया। डीएसपी प्रताप सिंह ठाकुर ने पुष्टि करते हुए बताया कि कर्फयु के दौरान जिलाधीश सोलन द्धारा सभी दुकानों,ढाबों,आदि को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। तथा केवल लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए करयाना,सब्जी,फल,दूध व रोजाना जरूरत की चीजों की दुकानो को सुबह आठ बजे से दोपहर ग्यारह बजे तक खुला रखने की छूट दी गई है। परंतु उक्त दुकान दार ने तय समय के बाद भी अपनी दुकान खुली रखी थी जिस पर उक्त दुकानदार के खिलाफ गंभीर बीमारी की रोकथाम के लिए लगाए गए कर्फयु के आदेशों की उल्लंघना पर अभियोग पंजीकृत किया गया है।
वैश्विक कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन को प्रभावी ढंग से लागू करवाने के लिए पुलिस मुलाजिमों की देश भर में खूब प्रशंसा हो रही है। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छठी आईआरबी बटालियन में तैनात पुलिस के एक अधिकारी ने भी एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी हर जगह तारीफ़ हो रही है। दरअसल 6th आईआरबीएन बटालियन कोलर में तैनात डीएसपी मनोज जोशी ने रोनहाट पुलिस चौकी में ड्यूटी पर कर रहे छठी आईआरबी बटालियन के एक कांस्टेबल तक मास्क और सेनेटाइजर पहुँचाने के लिए 120 किलोमीटर का सफर तय कर डाला। डीएसपी रैंक के अधिकारी द्वारा अपने जवान की सुरक्षा के लिए उठाए गए इस कदम की खूब तारीफ की जा रही है। जानकारी के अनुसार वीरवार दोपहर बाद रोनहाट बाजार में पहुँची एक सरकारी गाड़ी को ड्यूटी पर तैनात एक कांस्टेबल ने जब पूछताछ के लिए रोका तो उसने देखा की गाड़ी में उसी की 6th आईआरबीएन कोलर के डीएसपी मनोज जोशी सवार है। डीएसपी ने बड़ी ही नम्रता के साथ जवान का हाल चाल पूछा और उसके रहने और खाने की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। इसके बाद जवान को मास्क, सेनेटाइजर और दस्ताने देकर ड्यूटी पर मुस्तेद रहने के निर्देश दिए और वापिस चले गए। अपने घर की छतों और बालकनियों में खड़े लोगों ने जब इस पुरे वाक्ये को देखा तो मीडिया को इसकी जानकारी दी। कल्याण सिंह, आत्मा राम, जगत सिंह, अरविन्द कुमार, ज्ञान प्रकाश, चमेल सिंह, भगत राम, सूरत सिंह आदि लोगों ने बताया कि वैश्विक आपदा से उनको सुरक्षित रखने के लिए पुलिस के जवान खुद के जीवन को जोखिम में रखकर निरंतर ड्यूटी कर रहे है। ऐसे में एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा उनके खाने और रहने की व्यवस्था के बारे में जानकारी लेने और उनको सुरक्षा उपकरण देने के लिए 120 किलोमीटर का सफर तय करके रोनहाट आना काबिले तारीफ़ है।
भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज केंद्र, और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपालों, लेफ्टिनेंट गवर्नरों और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों के साथ वीडियो-काॅन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का जायजा लिया। इस अवसर पर राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि रेडक्राॅस सोसायटी राज्य में लोगों की मदद करने के लिए 24 घंटे कार्य कर रही है। गरीब और जरूरतमंद लोगों को उनकी जरूरत के अनुसार पैक्ड फूड, राशन और दवाएं वितरित करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि राज्य रेडक्राॅस सोसायटी और जिला शाखाओं द्वारा रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में रेडक्राॅस के 624 वाॅलंटियर्स अपनी गतिविधियों के माध्यम से कोविड-19 के खिलाफ, स्वेच्छापूर्वक कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 13,249 प्रवासी मजदूरों, और झुग्गियों में रहने वाले 10,000 परिवारों को राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है। 811 लोगों को आपातकालीन आवास उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि 1,63,880 मास्क, 870 सैनिटाइजर और 40 व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण रेडक्राॅस द्वारा उपलब्ध करवाए गए हैं। श्त्तात्रेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ‘लाॅकडाउन’ को सफल बनाने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर सतर्कता आदेश उपरांत सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को 23 और 25 जनवरी, 2020 को कोरोना वायरस की जांच व इससे निपटने के उपाय करने के निर्देश जारी कर दिए गए थे। उन्होंने कहा कि 24 मार्च 2020 से राज्य में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया गया है और 14 अप्रैल, 2020 तक सभी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है। राज्य सरकार इस दिशा में बेहतर कार्य कर रही है और सभी आपातकालीन सेवाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्वयं इस संबंध में उठाए जा रहे कदमों की निगरानी कर रहे हैं। वीडियो काॅन्फ्रेंस के बाद राज्यपाल ने अपने संदेश में राज्य के लोगों से आग्रह किया है कि 5 अप्रैल को सायं 9 बजे, 9 मिनट के लिए अपने घरों में सभी बत्तियां बंद कर दें और अपने दरवाजों पर या बालकनी में खड़े होकर, प्रधानमंत्री के आह्वान पर, सामाजिक दूरी को बरकरार रखते हुए दिया, मशाल, मोबाइल टाॅर्च जलाएं। उन्होंने कहा कि जिस तरह राज्य के लोगों ने जनता कर्फ्यू को सफल बनाया और कोरोना महामारी के खिलाफ एकजुटता दिखाई है, उसी तरह 5 अप्रैल को भी राज्य के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील का पालन करें।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने हमेशा कर्मचारियों एवं पेंशनरों के हितों को सर्वोपरि रखा है। कठिन वित्तीय स्थिति होने के बावजूद भी राज्य सरकार ने कर्मचारियों को समय पर वेतन एवं पेंशन जारी की है, बल्कि इस माह बढ़ा हुआ वेतन एवं पेंशन का भुगतान भी मंहगाई भत्ता वृद्धि के साथ किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण देश के अनेक राज्यों में कर्मचारियों के वेतन व पेंशन के बड़े भाग को लंबित किया है, परन्तु प्रदेश सरकार ने कठिन स्थिति के बावजूद भी ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों तथा पेंशनरों को मंहगाई भत्ते की बकाया राशि मार्च, 2020 में सामान्य भविष्य निधि खातों में जमा करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं, जबकि जिन कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते नहीं हैं, ऐसे कर्मचारियों को मंहगाई भत्ते की बकाया राशि नकद भुगतान करने के आदेश जारी किए गए हैं। जय राम ठाकुर ने प्रदेश के सभी कर्मचारियों एवं पेंशनरों से अपील की कि वे प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री ‘कोविड-19 निधि’ में स्वेच्छा से दान करें। उन्होंने कहा कि इस निधि में एकत्रित राशि देश व प्रदेश में कोरोना महामारी से निपटने में सहायक सिद्ध होगी।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के।सी। चमन ने कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत सोलन जिला के नालागढ़ उपमण्डल के बद्दी क्षेत्र स्थित झाड़माजरी औद्योगिक क्षेत्र के लिए दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत आवश्यक आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के अनुसार समूचे झाड़माजरी औद्योगिक क्षेत्र (जोन-9) तथा झााड़माजरी चैंक से हिल व्यू सोसाईटी तथा हिल टोप की ओर के क्षेत्र को तुरन्त प्रभाव से पूर्ण रूप से सील कर दिया गया है। आदेशों के अनुसार उक्त क्षेत्र में सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं वाहनों के अतिरिक्त अन्य किसी व्यक्ति एवं वाहन को आने-जाने की अनुमति नहीं होगी। उक्त पूरे क्षेत्र में अब आगामी आदेशों तक कफ्र्यू में कोई छूट नहीं होगी तथा कोई भी दुकान एवं बैंक नहीं खोला जा सकेगा। आदेशों में स्पष्ट किया गया है कि इस क्षेत्र में सभी आवश्यक एवं अन्य वस्तुओं, दवा उत्पादों का परिवहन निर्बाध रूप से जारी रहेगा। इस क्षेत्र में सभी आवश्यक एवं अन्य वस्तुओं, दवा उत्पादों का उत्पादन करने वाले उद्योगों के कामगार एवं कर्मचारी अनुमति युक्त वाहनों में निर्धारित समय प्रातः 06 बजे से 08 बजे तक तथा सांय 06 बजे से 08 बजे तक आ-जा सकेंगे। किसी भी कामगार एवं कर्मचारी को पैदल आने-जाने की अनुमति नहीं होगी। यह आदेश तुरन्त प्रभाव से लागू हो गए हैं तथा आगामी आदेशों तक लागू रहेंगे।
दाड़लाघाट पुलिस ने कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए पैदल जा रहे कुछ लोगों को क्वॉरेंटाइन किया है। इन लोगों में शशि पुत्र मस्तराम गांव चौरीधार, डाकखाना सरी तहसील चौपाल, जिला शिमला, अंकुश पुत्र बद्री दत्त गांव पंजैल डा.जुखाला तहसील सदर जिला बिलासपुर, गोपाल सिंह पुत्र मेहर सिंह गांव धमादर, तहसील राजगढ़ जिला सिरमौर, रमेश पुत्र इंदर सिंह गांव केहरपुरा डाकखाना कुसुमी तहसील भिवानी हरियाणा, संजीव कुमार पुत्र अशोक कुमार गांव कंदौरल नौणी डाकखाना पुलवाहल तहसील चौपाल जिला शिमला को दाड़लाघाट पुलिस ने जब पैदल जाते हुए रोककर पूछा तो उन्होंने बताया कि हम अपने गांव जा रहे हैं। पुलिस ने सूचना एसटीएम अर्की को दी जिन्होंने इन सभी व्यक्तियों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया तथा सत्संग भवन कुनिहार भेजने के आदेश दिए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ० प्रकाश दरोच ने बताया कि कोविड-19 की गंभीरता को देखते हुए सरकार के आदेशों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर जिले में घर-घर का सरर्वेक्षण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस के लक्षणों और सावधानियों की जानकारी प्रदान करने और संभावित या संदिग्ध मामलों की जांच के लिए जिले में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के लिए 467 टीमें गठित की गई है जो कोरोना वायरस से सम्बन्धित सर्वेक्षण कार्य 3 से 9 अप्रैल तक प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से लेकर सायं 4 बजे तक, लोंगों से बातचीत करके कोराना वायरस के लिए डाटा जुटाएंगें और अगर उन्हें जांच पडताल में कोई संदिगध लगता है तो वो दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य करेगें और उच्चाधिकारियों को सूचना ऑन लाइन व लिखित में देंगे और कोरोना वायरस के वारे में लोगों को सामाजिक दूरी, हैंड हाईजिन, स्वास्थ्य हाईजिन आदि के बारे में भी बातचीत करके लोगों को जागरुक करेंगे तथा हैडबील/पम्फलैटस भी लोगों को जागरुक करने के उदेश्य से बांटेगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम एक दिन में 30 घरों का सर्वे करेंगी। उन्होंने बिलासपुर की समस्त जनता से अनुरोध किया है कि सभी लोग कोरोना वायरस के बारे में इन टीमों से पूरी जानकारी प्रदान कर पूरा सहयोग दें ताकि इस बीमारी से अपने देश प्रदेश व बिलासपुर को बचा सके आपका पूर्ण सहयोग ही इस रोग का बचाव है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के बारे में लोगों को सामाजिक दूरी, हैंड हाईजीन, स्वास्थ्य हाईजीन इत्यादि के बारे में भी बातचीत करके लोगों को जागरुक करेंगे तथा हैंडबील/पंपलैटस भी लोगों को जागरुक करने के उदेश्य से बांटेगे। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण टीमों में 2-2 लोग होंगे जिनमें हर टीम में स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक महिला, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक पुरुष, चिकित्सा अधिकारी महिला आर०वी०एस०के० टीम, चिकित्सा अधिकारी पुरुष आर०वी०एस०के० टीम, फार्मासिस्ट राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर०वी०एस०के०) टीम, ए०एन०एम० बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर०वी०एस०के०) टीम, स्वास्थ्य शिक्षक, एकीकृत परामर्श जांच केन्द्र(आई०सी०टी०सी०) कांउसलर, एस०टी०एस०, वरिष्ठ क्षय रोग लेबोरेट्री सुपरवाईजर(एस०टी०एल०एस०), आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी, तथा आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट नम्बर 1 टीम मेम्बर होंगे तथा नम्बर 2 टीम मेम्बर इनके साथ सम्बधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता होंगी। उन्होंने बताया कि जहां आशा कार्यकर्ता नहीं होंगी वहां उस क्षेत्र की आंगनबाडी कार्यकर्ता होंगी।
जिला प्रशासन क्वारंटाईन में रखे गए लोगों की सभी सुविधाओं का पूर्ण रूप से ध्यान रख रहा है तथा उनकी कठिनाइयों को दूर करने का पूर्ण प्रयास कर रहा है। प्रशासन के साथ-साथ इस कार्य में अन्य गैर-सरकारी संस्थाएं भी सहयोग प्रदान कर रही है ताकि सभी के सहयोग से कोरोना वायरस के विरुद्ध एकजुट होकर इस लड़ाई से जीता जा सके। उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने गत दिन उपमण्डल श्री नैना देवी जी में बनाए गए क्वारंटाईन सैंटरों किए गए प्रबंधों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि वन विश्राम गृह स्वारघाट, लोक निर्माण विश्राम गृह, मैत्री सदन श्री नैना देवी जी तथा कहलूर होटल में ठहराए गए लोगों के लिए की गई सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि क्वारंटाईन में रखे गए लोगों को सभी आवश्यक जरूरतों की साम्रगी जैसे पक्का हुआ तीन समय का खाना, नहाने व शौचालय की सुविधा, साबुन, टूथपेस्ट, टूथब्रश, फल, बिस्किट तथा बैंडिग इत्यादि की पूर्ण व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि ठहराए गए लोगों के बीच उचित दूरी बनाई गई है तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मी उनका निरीक्षण भी कर रहे है। उन्होंने बताया कि मैत्री भवन में ठहरे हुए लोगों के लिए योग शुरू किया गया है जहां पर लगभग 90 लोग ठहरे हुए है। उन्होंने बताया कि इनके लिए संगीत सुनने की सुविधा भी प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि वन विश्राम गृह स्वारघाट में 18 लोग, लोक निर्माण विश्राम गृह में 10 लोग, मैत्री सदन श्री नैना देवी जी में लगभग 90 लोग तथा कहलूर होटल में 32 लोग ठहराए गए है। सभी की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इस अवसर पर एसडीएम सुभाष गौतम, डी.एस.पी श्री नैना देवी जी संजय शर्मा, तहसीलदार हुसन चंद के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
सोलन जिला के नालागढ़ उपमण्डल के बद्दी के झिड़ीवाला, बरोटीवाला में ठहरी एक महिला की कोरोना वायरस के कारण पीजीआई चण्डीगढ़ में मृत्यु हो गई है। यह जानकारी उपायुक्त सोलन के.सी. चमन ने दी। उन्होंने कहा कि उक्त लगभग 70 वर्षीय महिला 15 मार्च, 2020 को अपने पति जो कि हेल्मेट निर्मित करने वाली कम्पनी स्टील बर्ड, झाड़माजरी, बरोटीवाला के निदेशक हैैं एवं तीन अन्य परिवारों के साथ दिल्ली से इस कम्पनी में पंहुची थी। यह सभी परिवार उक्त कम्पनी के भीतर स्थित गैस्ट हाऊस में ठहरे थे तथा इन लोगों द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार ये सभी लोग कम्पनी से बाहर नहीं गए। इनके द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इन्होंने विदेश यात्रा भी नहीं की थी। के.सी. चमन ने कहा कि 31 मार्च, 2020 को उक्त महिला अपने पति के साथ 5 से 7 दिन पुराने बुखार के साथ ब्रुकलिन अस्पताल पंहुची। चिकित्सकों द्वारा दोनों वरिष्ठ नागरिकों को दवा देकर होम क्वारेनटाईन का परामर्श दिया गया। 02 अप्रैल, 2020 को यह महिला प्रातः 11.00 बजे पुनः अस्पताल पंहुची। एक्स-रे कर उन्हें पीजीआई चण्डीगढ़ रेफर किया गया। पीजीआई चण्डीगढ़ में ही उनका निधन हो गया। उपायुक्त ने कहा कि इन व्यक्तियों के सम्पर्क में आए सभी लोगों की जानकारी एकत्र कर इन्हें आईसोलेशन अथवा होम क्वारेनटाईन किया गया है। अभी तक इनके सम्पर्क में आए विभिन्न व्यक्तियोे की पहचान कर उन्हें क्वारेनटाईन किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त बु्रकलिन अस्पताल एवं गुप्ता अस्पताल जहां उक्त महिला का एक्स-रे किया गया था को पूरी तरह क्वारेनटाईन कर दिया गया है। इन अस्पतालों के सभी कर्मियों को भी क्वारेनटाईन किया गया है। उन्होंने कहा कि नालागढ़ प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि केन्द्र, प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी सभी दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित बनाया जाए तथा उक्त मामले के दृष्टिगत सभी एहतियाती उपाय किए जाएं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि केवल आधिकारिक सूचना पर ही विश्वास करें तथा अफवाहों से बचें।
विश्व व्यापी कोरोना महामारी के चलते लोगों को मजबूरीवश घरों में रहकर ही इस बीमारी का अंत करना है। ऐसे में वह वर्ग जो दिन में कमाकर रात को अपना व अपने परिवार का पेट पालता है, के लिए बहुत कठिनाई का समय है। लेकिन महाऋषि बाल्मिकी महाराज की कृपा से कोई भूखा न सोए इसके लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं तथा जरूरतमंद लोगों तक हर जरूरत का सामान भी पहुंचाया जा रहा है। यह बात जिला बाल्मिकी सभा बिलासपुर के अध्यक्ष एवं समाज सेवक अशोक कुमार वाहिल ने कही। उन्होंने कहा कि वे अपनी संस्था के साथ काफी दिनों से इस पुनीत काम में जुटे हुए हैं तथा जरूरतमंद परिवारों तक हर जरूरत का सामान पहुंचाने की कोषिष की जा रही है। उन्होंने बताया कि डियारा सेक्टर में श्री राम शरणम के समीप कुछ परिवार ऐसे हैं जो अपना बसर झुग्गी झोंपड़ी में करते हैं तथा दैनिक मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं। इस दिनों उसके लिए भी मुशिकल का समय हैं। अशोक कुमार ने बताया कि जिला बाल्मिकी सभा की ओर से ऐसे परिवारों के लिए राशन मुहैया करवाया जा रहा हे। उन्होंने बताया कि सभा की ओर से दाल, चावल, आटा, मसाले, घी व रिफाइंड आदि दिया जा रहा है तो यह लोग अपना व परिवार का पेट भर सके। अशोक कुमार ने बताया कि इस पावन काम के लिए पूरा बाल्मिकी समाज बढ़चढ़कर योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि जिला बाल्मिकी सभा ऐसे सभी जरूरतमंद लोगों की सहायता आगे भी करती रहेगी। इस अवसर पर सभा के अनिल किशोर, विजय कुमार कग्घा, रविंद्र किशोर, सुनील कुमार, विशल, संदीप, विकास, विशु, धीरज आदि मौजूद थे।
बिलासपुर जामा मस्जिद प्रबंधन कमेटी के प्रधान मोहम्मद हारून उर्फ हरि का कहना है कि जब बात देश पर आए तो धर्म, मजहब भूल कर सभी को एकजुटता से खड़ा होना चाहिए क्योंकि देश है तो देशवासी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बेहतर तरीके से संभाल रहे हैं तथा ऐसे समय में जब देश वैष्विक बीमारी से लड़ रहा है तो सभी को सरकार व प्रशासन का साथ देना चाहिए। यदि कोई तबलिगी जमात से आया है तो वह स्वयं सामने आए तथा अपनी जांच करवाए। इसमें गलत बात क्या है, व्यक्ति संक्रमित हो भी सकता है और न भी लेकिन यदि संक्रमण है तो इलाज और बचाव जरूरी है ताकि समाज को भी बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि वे एहतियात तौर पर स्वयं नजर रखे हुए हैं। यदि ऐसा कोई पाया जाता है तो तुरंत प्रशासन को सूचित किया जाएगा। हारून मोहम्मद ने कहा कि बिलासपुर जामा मस्जिद में पिछले पांच महीने से बाहरी राज्य से कोई जमात नहीं आई है। एक दो जमातें आई थी जो प्रदेश से ही थी। हारून ने बताया कि जमात की कमेटियां अलग होती है, इनका मस्जिद कमेटियों से कोई ज्यादा ताल्लुक नहीं होता है। उन्होने बताया कि सरकार के आदेश के बाद 20 मार्च से जामा मस्जिद बिलासपुर पूरी तरह से बंद है। भीतर मौलवी व उसका परिवार तथा मदरसे में तालीम हासिल करने वाले 10-11 जरूरतमंद बच्चे हैं। यह सभी मस्जिद के भीतर रहते हैं। यहां पर केवल मौलवी को ही सामान आदि लाने की अनुमति है जबकि कोई मस्जिद में प्रवेष नहीं कर सकता है। तबलीगी जमातियों की हरकतों पर पूछे गए प्रशन का जबाव देते हुए जामा मस्जिद प्रधान हारून मोहम्मद ने बताया कि चिकित्सक और उनके स्टाफ पर पत्थराव करना अनपढ़ता का सबूत है। इसके लिए पूरी मुस्लिम कौम को जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जमात में अधिकांश ऐसे लोग जाते हैं जिन्हें परिवार वाले सुधरने के लिए भेजते हैं ताकि 40 दिन बुद्धिजीवियों में रहकर वे कुछ अच्छा सीखें और समाज सुधार में अपना योगदान दें। उन्होंने बताया कि जमात में लोगों को यही सिखाया जाता है कि यदि धरती पर अच्छा करोगे तो उपर भी अच्छा मिलेगा, गलत करोगे तो आगे भी गलत ही मिलेगा। लेकिन इस प्रकार के कारनामों को अंजाम देने वाले अनपढ़ और शरारती तत्व होते हैं। ऐसे मानसिक बीमार लोगों की काउंसलिंग करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के असमाजिक तत्व हर कौम में होते हैं जिनकी हरकतें पूरे समाज और कौम को शर्मसार करती हैं। हारून मोहम्मद ने कहा कि कठिनाई की इस घड़ी में बिलासपुर नगर का पूरा मुस्लिम तबका जिला प्रशासन और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को परिवहन मंत्री गोविन्द ठाकुर ने हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की ओर से हिमाचल प्रदेश कोविड-19 साॅलिडेरिटी रिस्पोंस फंड के लिए एक करोड़ रुपये का चैक भेंट किया। इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश के गायत्री परिवार की ओर से वीके भटनागर, गिरजानन्द शर्मा और डीएन वर्मा ने भी एक लाख रुपये का चैक मुख्यमंत्री को भेंट किया। मुख्यमंत्री ने लोगों से इस फंड में उदारता से दान करने की अपील की, ताकि इसके माध्यम से जरूरतमंद लोगों को लाभ मिल सके।
सदर विधानसभा क्षेत्र से युवा नेता आशीष ठाकुर ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर शहर के कोसरिया वार्ड में मास्क आम जनता को वितरित किए। इस मौके पर आशीष ठाकुर ने जनता से अपील की है कि सरकार के दिशनिर्देशों का पालन करें क्योंकि यह हम सबका दायित्व बनता है। आशीष ठाकुर ने लोगों को प्रेरित किया और बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशनिर्देशों के अनुसार अगर किसी परिवार का कोई भी सदस्य खांसी, जुखाम या बुखार से ग्रसित है तो उस परिवार के सभी सदस्यों को मास्क पहनना अति आवश्यक है क्योंकि अगर किसी परिवार में एक भी सदस्य में संक्रमण पाए जाए तो उनका पूरा परिवार लपेट में आ सकता है साथ मे उन्होंने जनता से अपील की है कि वैसे तो अपने घरों में ही रहें परन्तु अगर अति आवश्यक कार्य से घर से बाहर जाना पड़े तो मास्क का इतेमाल जरूर करें। आशीष ठाकुर ने कहा कि वह ओर उनके सहयोगी इस आपदा की घड़ी में जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमेशा खड़े है और उन्होंने जनता से भी अपील की है कि अगर कोई जरूरतमंद परिवार आपके आस पड़ोस में है ओर आप सक्षम है तो जरूर उन परिवारों को भर पेट खाने की व्यवस्था करें। अगर आप असमर्थ है तो कृप्या ऐसे परिवार की सूचना जिला प्रशासन को और हमें दें ताकि जरूरत मंद परिवारों की भरपूर मदद हो सके। आशीष ठाकुर ने मीडिया के माध्यम से तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोगों से अपील की है कि जो जो लोग जमात में शामिल हुए थे वो अपनी जानकारी स्थानीय प्रशासन को दें ताकि सरकार और प्रशासन की तरफ से उक्त परिवारों को संक्रमण से बचाया जा सके। इस मौके पर नरेश कुमार, राहुल, विक्की उनके साथ रहे।
विश्व भर में फैली हुई महामारी कोरोना के चलते पूरे देश में लॉक डाउन की स्थिति से कामकाज बिल्कुल ठप हो गया है, जिसके कारण प्रदेश में आए प्रवासी मज़दूरों सहित प्रदेश के सभी दिहाड़ीदारों की दिहाड़ी बंद होने से कई गरीब परिवारों के ऊपर रोजी रोटी का संकट आ गया है। जिसके चलते कई समाजसेवी संस्थाएं व लोग निर्धन व भूखे लोगों को राहत सामग्री बांट रहे हैं। इसी कड़ी में मांगल कांग्रेस अध्यक्ष कृष्णा चौहान, बाबूराम चौहान, नौजवान समाजसेवी मस्तराम चौहान, नानक चंद ठाकुर, गवर्नमेंट कांट्रेक्टर व पूर्व वरिष्ठ कांग्रेसी मांगल पंचायत प्रधान श्यामलाल चौहान ने भी इस नेक कार्य में अपना हाथ बढ़ाया है व माँगल के अति गरीब परिवारों को खाद्य सामग्री का सामान दिया गया। उन्होंने कंधर से रीता देवी, करोग से जोगीराम, जयदेव, मुंशी राम, जगदीश, कमला देवी, फूला देवी, लज्जा देवी, प्रेमलाल, चेतराम, दिलाराम, मीना देवी, डोला देवी, कृष्ण देवी, राम दास त्यागी इत्यादि ने 15 परिवारों के दिहाड़ीदारों तथा अन्य कई प्रवासी मजदूरों को भी राशन की सामग्री वितरित की।
प्रदेश सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत राशन कार्ड धारकों की सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। यह जानकारी जिला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियन्त्रक मिलाप शांडिल दे प्रदान की। मिलाप शांडिल ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत प्रदेश में घोषित कर्फ्यू के कारण कुछ लोग या तो अपने आवास से दूर फंस गए हैं अथवा किन्हीं कारणों से उचित मूल्य की दुकानों तक नहीं पंहुच रहे हैं। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने निर्णय लिया है कि ऐसे राशन कार्ड धारकों के आग्रह पर विभाग उनके राशन कार्डों को उनके द्वारा चयनित उचित मूल्य की दुकान से जोडे़गा। इसके लिए राशन कार्ड धारकों को अपने मोबाईल से आग्रह करना होगा या ीचमचके1/हउंपसण्बवउ पर ई-मेल प्रेषित करनी होगी अथवा मोबाईल नम्बर 94592-78904 पर अपने राशन कार्ड की जानकारी, उस उचित मूल्य की दुकान की जानकारी जिसके साथ वे जुड़े हैं तथा उस उचित मूल्य की दुकान का नाम जहां से वे खाद्य वस्तुएं क्रय करना चाहते हैं की जानकारी एसएमएस या वट्स एप करनी होगी। इस सम्बन्ध में जिला में कार्यरत विभाग के सभी निरीक्षकों को अपने अधिकारी क्षेत्र में आने वाली उचित मूल्य की दुकानों के धारकों को जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय जनहित में लिया गया है।
जिला दण्डाधिकारी के.सी. चमन ने कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत सोलन जिला में विभिन्न वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आने वाले एवं आवश्यक सेवाओं के लिए कार्यरत चालकों की सुविधा के लिए आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के अनुसार कर्फ्यू अवधि में आवश्यक सेवाओं के लिए कार्यरत एवं आवश्यक सामग्री के परिवहन में संलग्न चालकों की सुविधा के लिए टायर पंचर की कुछ दुकानें अगले आदेश तक प्रतिदिन हर समय खुला रखने के आदेश जारी किए गए हैं। इन आदेशों के अनुसार जिला के सोलन उपमण्डल में देहूंघाट सपरून स्थित नामदेव ऑटो वर्कशाॅप (मालिक राजेन्द्र कुमार मोबाईल नम्बर 94181-95910), बाईपास कथेड़, समीप जिला जेल सोलन (मालिक प्रवीण कुमार मोबाईल नम्बर 98178-90933), टायर सर्विस सनवारा, सोलन (मालिक चमन लाल मोबाईल नम्बर 85807-85029), सोनू टायर सर्विस, तपन हुंडेई, शमलेच, सोलन (मालिक सोनू मोबाईल नम्बर 85447-04137), टायर सर्विस चम्बाघाट (बलविन्द्र सिंह बल्ली मोबाईल नम्बर 70180-35960) तथा विश्वकर्मा वर्कशाॅप, ओच्छघाट, सोलन (राशिद खान मोबाईल नम्बर 98174-86330) आगामी आदेशों तक प्रतिदिन हर समय खुले रहेंगे। इन सभी को कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत सोशल डिस्टेन्सिग, साफ-सफाई एवं सरकार द्वारा समय-समय पर जारी नियमों का पूरा पालन करना होगा। इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक सोलन, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन, उपमण्डलाधिकारी सोलन एवं ढाबा मालिकों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जिला दण्डाधिकारी केसी चमन ने कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत सोलन जिला में विभिन्न वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आने वाले सभी चालकों की सुविधा के लिए आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के अनुसार सोलन जिला के अर्की उपमण्डल में झरना (दाड़लाघाट) स्थित झरना ढाबा (मालिक कृष्ण चन्द मोबाईल नम्बर 98052-61909), शालाघाट स्थित अतिथि भोजनालय (मालिक कमल चन्द मोबाईल नम्बर 98827-02752), चमाकड़ीपुल स्थित किरण ढाबा (मालिक प्रेमलाल मोबाईल नम्बर 98169-27951) तथा भराड़ीघाट स्थित मयूर ढाबा (मालिक मयूर मोबाईल नम्बर 94180-77774, 82194-75604) आगामी आदेशों तक प्रतिदिन हर समय खुले रहेंगे। उपमण्डल कण्डाघाट में डेढ़घराट स्थित ठाकुर ढाबा (मालिक लायक राम मोबाईल नम्बर 98160-76924) आगामी आदेशों तक प्रतिदिन हर समय खुला रहेगा। उपमण्डल नालागढ़ में, नालागढ़-स्वारघाट-मनाली मार्ग पर स्थित प्रकाश ढाबा (मालिक प्रकाश चन्द मोबाईल नम्बर 98162-95877), गोलजमाला स्थित समर ढाबा (मालिक रणजीत सिंह मोबाईल नम्बर 98053-95665), भुड बैरियर स्थित पंत जेएस ढाबा (मालिक रोशन लाल मोबाईल नम्बर 98057-56635), नालागढ़-भरतगढ़ मार्ग पर स्थित बैहल ढाबा (मालिक अरविन्द सिंह मोबाईल नम्बर 98160-88253), खेड़ा, राजपुरा बाईपास मार्ग पर लक्ष्मी ढाबा (मालिक बाॅबी रत्न भारद्वाज), किश्नपुरा-पिंजोर-नालागढ़ मार्ग पर पाल ढाबा (मालिक हैप्पी मोबाईल नम्बर 98163-13971) तथा खेड़ा नालागढ़ में संध्या ढाबा (मालिक सोनी मोबाईल नम्बर 98162-21356) आगामी आदेशों तक प्रतिदिन हर समय खुले रहेंगे। इन सभी में कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत सोशल डिस्टेन्सिग एवं प्रत्येक टेबल के मध्य एक मीटर की दूरी तथा अन्य निर्देशों सहित परिसरों को उचित प्रकार से सैनिटाईज करने के नियम का पूरा पालन करना होगा। सोलन उपमण्डल में ऐसे आदेश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक सोलन, पुलिस अधीक्षक बद्दी, अतिरिक्त उपायुक्त सोलन, उपमण्डलाधिकारी कण्डाघाट, अर्की, नालागढ़ एवं ढााबा मालिकों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
दिनांक 2 अप्रैल 2020 को भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से हुई जिसकी अध्यक्षता डा। राजीव बिन्दल प्रदेश अध्यक्ष भाजपा द्वारा की गई। जिसमें पवन राणा संगठन महामंत्री, चार संसदीय क्षेत्रों के पालक विक्रम ठाकुर, राजीव सैजल, राम स्वरूप शर्मा, चार प्रभारी राकेश जमवाल, त्रिलोक कपूर, त्रिलोक जमवाल, पुरूषोत्तम गुलेरिया, चार संयोजक श्री रतन पाल, संजीव कटवाल, राम सिंह, कृपाल परमार, चार विस्तारक 17 पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक में रिखी राम कौंडल व श्रीमती लीला जी के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। सभी लोगों ने चंबा से लेकर सिरमौर तक प्रदेश के वर्तमान हालात पर विस्तृत चर्चा कीः-कोरोना वायरस से उत्पन्न महामारी से बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तृत समीक्षा करने के बाद पार्टी ने एक स्वर में जयराम सरकार के कार्यों की प्रशंसा की और आने वाले दिनों में इन प्रयासों को जारी रखने का आग्रह किया। प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जमवाल ने बताया कि बैठक में कोरोना वायरस पर जागरूकता फैलाना, कफर्यू व लॉकडाउन की अनुपालना करना, व अनुशासन का पालन न करने वाले लोगों को सजग करना व प्रशासन को सूचित करना जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा के बाद निर्णय लिया कि 7723 बूथों पर बैठी भाजपा की टीम लगातार इन कार्यों को 14 अप्रैल तक अंजाम देगी। उन्होंने बताया बैठक में लाई गई सूचनाओं के अनुसार एक अप्रैल 2020 तक , केवल पिछले 4 दिनों में भाजपा के प्रयासों से 40234 लोगों को भोजन कराया गया, 19986 राशन की किटें बांटी गई, इससे 117192 लोग लाभान्वित हुए व इस कार्य में 4797 कार्यकर्ता लगे। यह राशन का कार्य 14 अप्रैल तक यथावत जारी रहेगा। जम्वाल ने बताया बैठक में निर्णय लिया गया कि पीएम केयर फंड में व एचपी-कोविड-19 सोलीडेटरी रिस्पांड फंड में सभी लोगों को दान देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस कार्य का संचालन भाजपा युवा मोर्चा करेगा व बड़े सहयोग के लिए भाजपा विधायक व 2017 के उम्मीदवारों को लगाया जाएगा। भाजपा ने इस बैठक में यह निर्णय लिया कि गांव-गांव तक घर-घर में मास्क बनाएं जाएं, इसके लिए महिला मोर्चा को कार्य दिया जाएगा और घर के सिले हुए ट्रिप्पल लेयर मास्क लगातार सभी लोग उपयोग करें, इसकी प्रेरण दी जाएगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि डिजिटल मीडिया, इलैक्टानिक मीडिया, सोशल मीडिया के माध्यम से हम सब जन मनानस को जागरूक करने का कार्य करेंगे।
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से कोरोना वायरस की स्थित को लेकर समीक्षा बैठक की। इसके उपरांत आज राज्य के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को कहा कि वे लोगों को व्यक्तिगत स्वच्छता तथा समाज से कोरोना वायरस को जड़ से खत्म करने के लिए सहयोग देने के लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि गैर सरकारी संगठनों को भी इस लड़ाई में शामिल करना चाहिए। उन्होंने लोगों से केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की जा रही सलाह का पालन करने का आग्रह किया। जय राम ठाकुर ने उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को सामाजिक तथा धार्मिक सभाओं पर पूरी तरह पाबन्दी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने धार्मिक नेताओं को ऐसे आयोजनों को न करने के लिए प्रेरित करने के लिए भी कहा और उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने धार्मिक नेताओं के साथ बैठक आयोजित कर उनके संदेशों को रिकाॅर्ड कर, संचार के विभिन्न माध्यमों से लोगों तक पहुंचाने को कहा, ताकि संबंधित समुदाय के लोगों को धार्मिक सभाओं तथा आयोजनों से दूर रखने के लिए प्रेरित किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि फसलों की कटाई का समय शुरू हो रहा है और इसके लिए ऐसी प्रणाली विकसित की जाए, जो किसानों के लिए मददगार साबित हो सके। उन्होंने कहा कि किसानों को सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए, क्योंकि प्रधानमन्त्री ने भी फसलों की कटाई के दौरान किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर अपनी चिन्ता व्यक्त की है। जय राम ठाकुर ने कहा कि वृद्धाश्रमों का भी ध्यान रखा जाए और वृद्धों को घर पर रहने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस और सामाजिक दूरी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए एनसीसी, एनएसएस और युवक मंडलों को भी शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति में यह सहायक सिद्ध होंगेे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अपने-अपने जिलों में आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी और मुनाफाखोरी की जांच के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाए और उल्लघंन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएं। उन्होंने कहा कि होम डिलीवरी सिस्टम को और मजबूत किया जाए ताकि कम से कम लोग आवश्यक वस्तुओं को लेने के लिए घरों से बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई वाले ट्रकों का आवागमन सुचारू रूप से सुनिश्चित किया जाए, ताकि रोजमर्रा की इन वस्तुओं की आपूर्ति को निरंतर बनाया रखा जा सके। जय राम ठाकुर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने जिलों के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में एन-95 मास्क सहित व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उन लोगों पर भी कड़ी नजर रखी जाए जिन्होंने हाल ही में निजामुद्दीन नई दिल्ली का दौरा किया है, ताकि उन्हें कड़ी निगरानी और चिकित्सा परामर्श की देख-रेख में रखा जा सके। मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने कहा कि लोगों को संवेदनशील बनाना और प्रेरित करना भी समय की जरूरत है ताकि उन्हें कोरोना वायरस से दूर रखा जा सके। उन्होंने उपायुक्तों से कहा कि यह भी यह सुनिश्चित किया जाए कि किसान, ट्रक चालक और अन्य फ्रंट लाइन कर्मचारी भी कोरोना वायरस के खिलाफ सुरक्षा नियमों का पालन करें। पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरडी, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह मनोज कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर.डी. धीमान, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
विश्व विख्यात सुप्रसिद्ध शक्ति पीठ माता बगला देवी मंदिर बनखंडी के पुजारी पंडित दीपक शर्मा का कहना है, यदि मौजूदा हालात पर गौर करें तो क्या यह लगता नहीं है कि देवी मां ने सभी को एक दूसरे की सहायता करने का पावन अवसर दिया है। ऐसे मौके भाग्यशाली लोगों के जीवन में आते हैं तथा इन्हें व्यर्थ गंवाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि देष वर्तमान में कोरोना महामारी को देश से भगाने के लिए जोर लगा रहा है, जिसमें हर देशवासी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से अपना सहयोग कर रहा है। लाॅक डाउन और कफर्यू के हालात में संपन्न परिवार तो अपना गुजर बसर कर रहे हैं किंतु कुछ ऐसा भी तबका है जो अपनी दैनिक कमाई पर अपना व परिवार का पेट पालता है। ऐसे लोगों की मदद इस समय अत्यंत जरूरी है। सुविधाओं से वंचित ऐसे परिवारों के सदस्यों बच्चों को अन्न, जल, दूध आदि पहुँचाना परोपकार का कार्य है। उन्होंने कहा कि भले ही इन दिनों मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद हो लेकिन यदि संकट की इस घड़ी में गरीब लोगों की मदद किसी न किसी रूप में की जाए तो यह किसी पूजा से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि सनातनी परंपरा में अन्न, जल का दान सर्वोतम माना गया है। दीपक शर्मा ने कहा कि अपने आस पड़ोस में जाकर ऐसे प्रवासी लोगों का पता लगा सकते हैं जो किसी के भी यहां किराए पर रह रहे हों, को पूछ कर उनकी दिक्कतों को दूर करना मानवता है। ऐसे परिवार जिनके घर में कमाने वाला कोई न हो और ऐसे हालातों में वे खुद भी कोई काम न कर पा रहे हों ऐसे लोगों को राशन सामग्री देना उत्तम है। पंडित दीपक शर्मा ने कहा कि विकट परिस्थितियों में मानवता की सेवा के लिए कई लोग समूहों और समितियों में बाहर निकले हैं। दानी सज्जन इनके पास भी राशन सामग्री दे सकते है। कर्फयू के समय में यह आवश्यक नहीं है कि स्वयं घर से बाहर निकला जाए। परोपकार में जुटी संस्थाओं के माध्यम से दान देकर पुण्य कमाया जा सकता है।
कोरोना महामारी को समाप्त करने को लेकर चल रहे कर्फयू और लाॅकडाउन से बच्चों से लेकर बुजुर्गों को परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। अचानक आए इस फरमान से जहां बुजुर्गो के सैर सपाटे की आदत छूट गइ वहीं बच्चों के खेलकूद की गतिविधियां भी लगभग समाप्त ही हो गई हैं। ऐसे में लोगों में चिड़चिड़ापन होना स्वाभाविक हैं। ऐसे में घरों में इस प्रकार से मजबूरी में रहना कलेष या विवाद का कारण न बन जाए तो लोगों को चाहिए कि अपने सामान का सुदुपयोग समय सारिणी बनाकर करें जिससे यह समय हंसते खेलते कट जाए। इसी संवेदनशील मसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एमडी रेडियोलाॅजिस्ट (एम्स) डा स्वाति ठाकुर ने कहा कि ऐसे समय में बच्चों के साथ स्वयं को शामिल करना चाहिए। उनके साथ घर के आंगन, छत या टैरेस पर खेलना चाहिए ताकि बच्चों में ज्यादा से ज्यादा उछल कूद हो और वे षारीरिक तौर पर थकें। इससे बच्चों को नींद भी अच्छी आएगी और उनका समय भी सही तरीके सेकटेगा। घर में यदि दादा दादी या नाना नानी हो तो अधिक समय उनके साथ बिताएं। इससे बुजुर्गों का मन भी बहलेगा तथा बच्चे भी उनकी निगरानी में अपने खिलौनों आदि से खेलेंगे। हालांकि इस समय अधिकांश बच्चे छुटिटयां होने को लेकर खुश।है लेकिन दिन भर की धमाचौकड़ी से परेशान न हो। समय का सही प्रयोग हो इसके लिए माता पिता को चाहिए कि वे समय सारिणी बनाएं। जिसमें बच्चों की शारीरिक क्रियाएं, योग, टीवी, कुछ अन्य मंनोरंजनात्मक खेलों का समावेश हो। डा स्वाति का कहना है कि आजकल बच्चे स्क्रीन प्रेमी ज्यादा बन गए हैं या बनाए जा चुके हैं। बच्चों को इस लत से दूर करने का प्रयास करें। यदि बच्चा मोबाईल देख भी रहा है तो इस पर यह जरूर देखें की वह देख क्या रहा है। डा स्वाति ठाकुर का कहना है कि अपने मित्रों संबंधियों से फोन पर कम से कम बात कर मन लगा रहता है। घर में पति को चाहिए कि वे पत्नी के रसोई कार्यों में हाथ बटाएं। कुछ नया बनाएं या बनाना सीखें। उन्होंने कहा कि इन दिनों दूरदर्शन चैनल पर सुप्रसिद्ध रामायण, महाभारत धार्मिक सीरियल चल रहे हैं। बच्चों को इन धारावाहिकों से जोड़कर गृहस्थ की शिक्षा एवं संस्कार दिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि समय में कोई परिवर्तन नही आया है, हमें स्वयं की आदतों में बदलाव लाना होगा ताकि अनावश्यक तनाव और चिड़चिड़ेपन से निजात मिल सके।
प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार सोलन जिला में 03 अप्रैल, 2020 से घर-घर जाकर जन-जन को कोरोना वायरस के लक्षणों की जानकारी प्रदान की जाएगी ताकि सभी जागरूक रहकर इस संकट का सफलतापूर्वक सामना कर सकें। यह जानकारी उपायुक्त सोलन के.सी. चमन ने दी। केे.सी. चमन ने कहा कि सोलन जिला में यह ‘एक्टिव केस फाइंडिंग’ अभियान 03 अप्रैल से 09 अप्रैल, 2020 तक कार्यान्वित किया जाएगा। अभियान के तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की 783 टीमें घर-घर जाकर कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करेंगी और लोगों को इस विषय में जागरूक करेंगी। उपायुक्त ने सभी जिलावासियों से आग्रह किया कि ‘एक्टिव केस फाइंडिंग’ अभियान में पूरा सहयोग दें और घर आने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम को सही जानकारी प्रदान करें। उन्होंने कहा कि घर-घर सर्वेक्षण से जहां लोगों को वास्तविक अर्थों में जागरूक किया जाएगा वहीं यदि कोई कोराना वायरस के लक्षणों से ग्रसित होगा तो ऐसेे व्यक्ति तक त्वरित चिकित्सीय सहायता पंहुचाई जा सकेगी। उन्होंने इन टीमों के सदस्यों से आग्रह किया कि ‘एक्टिव केस फाइंडिंग’ अभियान की सफलता के लिए वे पूर्ण समर्पण एवं कार्यनिष्ठा के साथ कार्य करें। अभियान के विषय में टीमों के सदस्यों को जागरूक बनाने एवं प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए आज यहां एक विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल ने की। प्रशिक्षण कार्यक्रम में ‘एक्टिव केस फाइंडिंग’ अभियान की सूक्ष्म जानकारी प्रदान की गई। अभियान के तहत जुखाम, खांसी, बुखार इत्यादि लक्ष्णों के साथ गत 28 दिन में विदेश से आए व्यक्तियों की पहचाान की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभियान की सफलता के लिए पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं। इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एन.के. गुप्ता एवं जन शिक्षण तथा सूचना अधिकारी सुरेश शर्मा ने आवश्यक जानकारी प्रदान की।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि कोरोेना वायरस के खतरे के दृष्टिगत प्रदेश सरकार प्रत्येक जरूरमतन्द व्यक्ति तक भोजन पंहुचाने के लिए कृतसंकल्प है। डाॅ. सैजल कसौली विधानसभा क्षेत्र की जाबली, चम्मो और बनासर ग्राम पंचायतों के 35 परिवारों के साथ-साथ कुछ प्रवासी मजदूरों को भोजन सामग्री वितरित करने के उपरान्त उपस्थित ग्रामवासियों को संकट की इस घड़ी में केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा किए गए उपायों की जानकारी प्रदान कर रहे थे। डाॅ. सैजल ने कहा कि मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर ने सभी उपायुक्तों कोे निर्देश दिए है कि जिलों में ऐसे सभी जरूरतमन्द व्यक्तियों को चिन्हित किया जाए ताकि इन्हें भोजन एंव अन्य आवश्यक वस्तुएं समय पर प्रदान की जा सकें। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में यह कार्य कर जरूरतमन्द व्यक्तियों को भोजन एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं पंहुचाई जा रही हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि ऐसे समय में जिला प्रशासन तक अपनी आवश्यकता की उचित जानकारी पंहुचाएं ताकि प्रशासन कम से कम समय में सही व्यक्ति को सहायता प्रदान कर सके। जिला प्रशासन सोलन को वे स्वंय इस विषय में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि जिला में आवश्यक वस्तुओं एवं दवाओं सहित पशु चारा इत्यादि की कोई कमी न हो। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्री ने कहा कि कोविड-19 के खतरे से निपटने के लिए यह आवश्यक है कि हम सभी दिशा-निर्देशों का पूरा पालन करें और सोशल डिस्टेन्सिग के महत्व को समझें। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि प्रदेश में लगाए गए कफ्र्यू का पालन करें और कफ्र्यू ढील के समय में भी आवश्यकता अनुसार ही घर से निकलें। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से निपटने के लिए सामूहिक उत्तदायित्व की भावना के साथ कार्य करना आवश्यक है। डाॅ. सैजल ने कहा कि इस स्थिति में जरूरतमंद परिवारों के साथ खड़े रहना हमारा प्रथम दायित्व है। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों से आग्रह किया कि इस समय प्रदेश से बाहर न जाएं और जहां हैं वहीं रहें। प्रवासी श्रमिकों के लिए उचित प्रबन्ध किए गए हैं। इस अवसर पर कसौली भाजपा मंडल अध्यक्ष कपूर सिंह वर्मा, लक्ष्मी दत्त अत्री, बूथ अध्यक्ष जानकी राम सहित ग्रामवासी एवं प्रवासी श्रमिक उपस्थित थे।
उप आवासीय आयुक्त हिमाचल भवन नई दिल्ली विवेक महाजन ने बताया कि दिल्ली में फंसे हिमाचल के लोगों के लिए शैल्टर होम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हेल्पलाईन पर मिली सूचना के उपरांत दिल्ली में फंसे छह प्रवासी मजदूरों को आश्रय प्रदान किया गया है। ये प्रवासी मजदूर कुल्लू और लाहौल-स्पीति से संबंध रखते हैं, जो लाॅकडाउन के कारण दिल्ली में फंस गए थे। उन्होंने कहा कि मोती नगर मैट्रो स्टेशन के नजदीक कर्मपुर सरांय में इन लोगों को निःशुल्क ठहरने और खाने-पीने की सुविधाएं प्रदान की गई हैं, जिसे हिमाचल सोशल बाॅडीज़ फेडरेशन के अंतर्गत केआर वर्मा, आरके शर्मा और उनकी टीम की अगुवाई में चलाया जा रहा है। महाजन ने कहा कि विभिन्न जरूरतमंद लोगों द्वारा आवासीय आयुक्त कार्यालय में किए जा रहे फोन काॅल्स पर उचित कार्यवाही की जा रही है। विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा निःशुल्क राशन, आवश्यक वस्तुएं, दवाइयां इत्यादि वितरित की जा रही है। मानवता के इस कार्य में जिन लोगों ने योगदान दिया है उनकी जानकारी देते हुए महाजन ने कहा कि आर.एन. शर्मा, कुलभूषण शर्मा, संजय राणा, अनीता जरयाल, वीना भदुरिया, मुकेश, रिया, मुदित, अनुज डोगरा, सतीश, सोमवीर ठाकुर, नरेंद्र चैहान ने सभी 38 जरूरतमंद हिमाचली परिवारों को निःशुल्क राशन वितरित किया। इसके अलावा रोहिणी, बदरपुर, महरौली, छतरपुर, पांडवनगर, तुगलकाबाद, रिठाला, खुरहा काॅलोनी की बस्तियों, पेपर मार्केट, मयूर विहार फेज 3 और महिपालपुर के क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों को विभिन्न आवश्यक वस्तुएं प्रदान की जा रही है। उन्होंने धर्म सिंह सकलानी और अमीन चंद जसवाल का भी धन्यवाद किया, जिन्होंने गुड़गांव और नोएडा में अपने प्रतिनिधियों के माध्यम से इन हिमाचली परिवारों को इस आपदा की घड़ी में सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने में अपना योगदान दिया है। हिमाचलियों द्वारा शुरू की गई अन्य सेवाओं के संबंध में महाजन ने बताया कि हिमाचली कांगड़ा निकेतन सोसायटी विकासपुरी के निवासी पिछले तीन दिनों से हिमाचली जरूरतमंद श्रमिकों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवा रहे हैं। द्वारका निवासी पवन शर्मा, राजेश चैधरी और संजीव डोगरा ने भी स्थानीय प्रशासन के सहयोग से 500 लोगों के लिए निःशुल्क भोजन वितरित किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अपील पर सामाजिक संगठन जरूरमंद हिमाचलियों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने अधिवक्ता सिद्धार्थ सेठी का मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपये देने के लिए धन्यवाद किया।
प्रज्ञा आश्रम बाघनी के संचालक स्वामी वेद प्रकाश और नूरपुर ब्लड डोनर क्लब के प्रधान राजीव पठानियाँ की अगुवाई में वीरवार को फिर 15 रक्तदानी जरूरतमंदों के लिए फरिश्ता बनकर आए। पंजाब व हिमाचल में कर्फ्यू लगा हुआ था और फिर पठानकोट का ब्लड बैंक खाली हाथ था, लेकिन जब हौसले बुलन्ध हो और इरादों में जान हो तो रास्ते खुद ही निकल आते है। नूरपुर के एस डी एम सुरिंदर ठाकुर फिर मार्गदर्शन की मशाल लेकर सामने आए। रक्तवीरों को कर्फ्यू पास जारी किए और चल पड़े रक्तवीर अपनी मंजिल की ओर। पंजाब सीमा में प्रवेश कर सिविल अस्पताल पठानकोट पहुँचे तो जरूरतमंद मरीजों को लगा जैसे फरिश्ते खुद उनके पास आ गए है। 15 रक्तवीरों ने रक्तदान किया व अस्पताल प्रशासन ने राजीव पठानियाँ व रक्तवीरों का तहेदिल से आभार जताया जबकि मरीजों व उनके परिजनों ने ढेरों आशीष दिए।
जिला कांग्रेस अध्यक्षा अंजना धीमान ने लोगों से अपील की है कि इस मानवीय आपदा की इस धड़ी में सजग रहें और एहतियात बरतें। उन्होंने कहा कि इस मानवीय आपदा की धड़ी में सभी कांग्रेसजनों की संवेदनाएँ लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी जन साधारण इस की मुसीबत की धड़ी में है तो अपने नजदीकी जिला प्रशासन के अधिकारियों या कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बताएं ताकि उनकी हर संभव सहायता की जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को घबराने की आवश्यकता नही है, जितना हो सके सयंम रखे और सोशल डिस्टेनसिंग को महत्व दे। उन्होंने कहा कि सौभाग्य की बात है कि जिला बिलासपुर में अभी भी कोई केस कोरोना पोजिटिव नहीं है। उन्होंने कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से भी आह्वान किया कि सोशल डिस्टेनसिंग के महत्व को समझें और जहाँ तक सम्भव हो सके तो इस मुसीबत में फंसे लोंगो की मदद को आगे आएं। उन्होंने अपील की है कि सोशल मीडिया के इस दौर में बहुत सी अफवाहों व भ्रान्तियों पर ध्यान न दे यदि कोई ऐसी अफवाह व भ्रांति सामने आती है तो तुंरत प्रशासन को बताएं।
बिलासपुर की प्रमुख समाजसेवी संस्था नगर सुधार समिति बिलासपुर ने बिलासपुर मे कोरोना महामारी के समय सरकार की ओर से लगाए गए कर्फ्यु के दौरान अपने अपने घरों मे रह रहे गरीब लोगों को जिनके पास खाने को पैसे नहीं हैं तथा कहीं से उन्हे भोजन आदि की व्यवस्था नही है, उन्हे संस्था की ओर से संस्था के अध्यक्ष दिनेश कुमार की अगुआई में आटा, चावल, चीनी, आलु, दाले, प्रवासी मजदूरों व स्थानीय गरीब लोगों को बांटी गई। इस मौके पर दिनेश कुमार अध्यक्ष नगर सुधार समिति बिलासपुर ने बताया कि उनकी संस्था पिछले ४ 4 दिनो से घर घर जाकर ऐसे परिवारों को खाने की सामग्री दे रहे हैं जिनके पास खाने को पैसे नहीं हैं। उसी कडी मे संस्था ने उन परिवारों को अनाज का आबंटन किया। इस सामग्री वितरण के लिए संस्था के सभी सदस्यों ने योगदान दिया। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा करीब 100 लोगों को खाद्य सामग्री बांटी गई। उन्होंने विशेष तौर पर संस्था के समाजसेवीयो नरेश शर्मा, रमेश गुप्ता, जयदेव, तनुज सोनी, सूर्या प्रकाश, राजेन्द्र गौतम, संजीव ढिल्लो, देवेन्द्र कुमार, रेणू देवी, रोशन लाल, नरेश सोनी, मंजीत कौर, तथा सदस्यों का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि यह समाजसेवा का कार्य संस्था भविष्य में भी जारी रहेगा।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के.सी. चमन ने कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत जिला के बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ सहित अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर जारी आदेशों की अनुपालना के लिए दो समितियां गठित की हैं। इस सम्बन्ध में आज आदेश जारी कर दिए गए हैं। यह समितियां कर्फ्यू से छूट प्राप्त सभी उद्योगों का निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। इस रिपोर्ट में निरीक्षण की गई औद्योगिक इकाई की विस्तृत जानकारी, उत्पाद की प्रकृति, तैयार किए जा रहे उत्पादों की प्रकृति, औद्योगिक परिसर की सैनिटाईजेशन स्थिति, कार्यरत कामगारों की कुल संख्या, परिसर में आने के समय कामगारों की थर्मल स्कैनिंग की जानकारी, सोशल डिस्टेन्सिग सहित प्रबन्धन द्वारा अपनाए गए ऐसे सभी एहतियाती उपायों की जानकारी होगी जो कामगारों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं। यदि किसी उद्योग प्रबन्धन द्वारा उक्त के सम्बन्ध में जारी आदेशों की अवहेलना पाई गई तो उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाही अमल में लाई जाएगी। आदेशों के अनुसार बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में निरीक्षण के लिए गठित समिति में उप निदेशक उद्योग बद्दी संजय कंवर अध्यक्ष, दवा नियन्त्रक बद्दी मनीष कुमार (मोबाईल नम्बर 94180-81270), कमल सिंह श्रम निरीक्षक बद्दी (मोबाईल नम्बर 94180-03683) तथा अमित ठाकुर श्रम निरीक्षक नालागढ़ (मोबाईल नम्बर 70185-14424) सदस्य होंगे। जिला के अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में निरीक्षण के लिए गठित समिति में जिला उद्योग केन्द्र सोलन के प्रबन्धक नितिन गुप्ता अध्यक्ष (मोबाईल नम्बर 99681-97887), दवा नियन्त्रक सोलन पंकज (मोबाईल नम्बर 88949-16055) तथा खेमराज शर्मा श्रम निरीक्षक सोलन (मोबाईल नम्बर 98160-08296) सदस्य होंगे। समितियिां अपने अधिकार क्षेत्र में अधिक से अधिक उद्योगों का निरीक्षण सुनिश्चित कर दैनिक आधार पर रिपोर्ट सांय 06.00 बजे तक जिला दण्डाधिकारी को प्रेषित करेंगी। यह आदेश प्रथम अप्रैल, 2020 से प्रभावी हो गए हैं।
विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जहां सरकार द्वारा सभी स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं वहीं विभिन्न धार्मिक, सामाजिक एवं स्वयंसेवी संस्थाएं भी अपना सहयोग प्रदान कर इस संकटकाल में सहायता व सेवा कर रही है। राम कमल चैरिटेबल एंड रिलीजियस ट्रस्ट घोड़ा चोकी शिमला की उपाध्यक्ष सुषमा कुठियाला द्वारा भी कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति लोगों को जागृति प्रदान की जा रही है। कर्फ्यू और लाॅक डाउन के तहत वह अपने दैनिक कार्यों की पूर्ति के उपरांत मास्क बनाकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने के प्रति जागरूकता प्रदान कर रही है। उन्होंने उपमंडलाधिकारी ग्रामीण शिमला नीरज गुप्ता को 100 मास्क बना कर दिए, जिन्हें उपमंडलाअधिकारी ने खंड चिकित्सा अधिकारी सुन्नी डाॅ. कविंदर लाल को सौंप दिए। सुषमा कुठियाला ने इसके अतिरिक्त 200 अन्य मास्क बनाकर आम लोगों को भी वितरित किए तथा लोगों को इस दौरान घर पर ही रहने, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में न जाकर कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि लोगों की आवश्यकता व जरूरत के अनुरूप मास्क बनाने का क्रम जारी रखेंगे। संभवतः परोक्ष रूप से सुषमा कुठियाला अथवा अन्य लोगों द्वारा इस समय में प्रदान किया गया सहयोग देश के प्रति समर्पण भाव प्रकट करता है।
राज्य प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विकसित ई-पास मेकेनिज्म न केवल लोगों को सुविधा उपलब्ध करवा रहा है, बल्कि कोविड-19 महामारी में लोगों में सामाजिक दूरी भी सुनिश्चित कर रहा है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह बात सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को असुविधा न होने के लिए कोविड-19 से संबंधित विभिन्न विभागों के कार्यालय आदेश और अधिसूचना सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के निर्धारित पोर्टल पर अपलोड किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा राज्य के उपायुक्तों के लिए विभाग द्वारा डैशबोर्ड भी विकसित किया गया है। जय राम ठाकुर ने कहा कि विभाग द्वारा लोगों पर निगरानी रखने के लिए विकसित क्वारनटाईन ऐप भी सहायक सिद्ध होगा। इस ऐप द्वारा जो लोग क्वारनटाईन अवधि से पूर्व बाहर निकल रहे हैं, उन पर निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा विकसित कोविड-19 कानून एवं व्यवस्था प्रणाली से कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ किसी भी प्रकार के मामलों की रिपोर्टिंक सुचारू रूप से सुनिश्चित की जा सकेगी। मुख्य सचिव अनिल खाची, प्रधान सचिव सूचना प्रौद्योगिकी जेसी शर्मा, निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी रोहन चन्द ठाकुर तथा अन्य अधिकारी भी इस बैठक में उपस्थित थे।
प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा में कोरोना कर्फ्यू के कारण कोई व्यक्ति भूखा न रहे, इसके लिए व्यापक प्रबंध कीए गए है। जिले में जरूरतमंद व अप्रवासी मजदूरों की किसी भी वस्तु की आवश्यकता हो तो वे तत्काल सम्बंधित अधिकारियों से सम्पर्क कर सकते है। जिले के 14 उपमंडल के लगभग 36 अधिकारियों को इस बाबत तैनात किया गया है। उक्त अधिकारियों में इंस्पेक्टर, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त कुछ अन्य अधिकारी भी सहयोग करने को लगाए गए है। जिलाधीश कांगड़ा राकेश प्रजापति ने इसके लिए व्यापक प्रवन्ध किये है और उक्त अधिकारियो की जबाबदेही सुनिश्चित की है।


















































