प्रदेश के उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कड़े शब्दों में कहा है कि हिमाचल प्रदेश का हर हक़ केंद्र से लेकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि देश एकता में अखंडता का प्रतीक है। केंद्र सरकार राज्यों का प्रतिनिधित्व करती है, ऐसे में केंद्र किसी भी राज्य का हक नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल की सरकार अपने हर हक़ को हक से लेगी, केंद्र कटौती कर हिमाचल को विचलित नही कर सकता है। उन्होंने कहा कि हम हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए वचनबद्ध हैं, हमने जो वायदे किए हैं, उनको पूरा करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार मजबूत है और जनकल्याण के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि हम हिमाचल प्रदेश को आर्थिक रूप से निर्भर भी बनाएंगे, कर्ज भी कम करेंगे और प्रदेश की जनता के साथ किए गए वायदों को भी पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने कर्मचारियों को ओपीएस प्रदान की है, ओपीएस के दायरे को बढ़ाया है ।उन्होंने कहा कि ऐसे में हिमाचल प्रदेश के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव पूर्ण रवैया सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता जागरूक है, हिमाचल प्रदेश की जनता अपने हित को समझती है। उन्होंने कहा कि जनता ने पूर्ण बहुमत का जनादेश कांग्रेस को दिया है और कांग्रेस ने जो गारंटी दी हैं उसको को पूरा करेंगे।
प्रदेश के जिला परिषद कर्मचारियों को ग्रामीण विकास पंचायती राज में मर्ज करने के लिए अलग नीति बनाई जा रही है, ताकि जिला पार्षद कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांग पूरी हो सके। ये शब्द राज्य सरकार के ग्रामीण विकास पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने बंगाणा विश्राम गृह में मीडिया से बात करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गांव-गरीब और आम आदमी की सरकार है और हर व्यक्ति का कार्य सरकार कर रही है। मनरेगा मजदूरों की 3 माह की सैलरी न मिलने पर मंत्री अनिरुद्ध ने कहा कि केंद्र सरकार ने मनरेगा फंड रोका हुआ है। केंद्र सरकार से अगर मनरेगा फंड नहीं आया तो राज्य सरकार मनरेगा मजदूरों की अदायगी के लिए धन उपलब्ध करवाएगी। अनिरुद्ध ने कहा कि राज्य सरकार पर पहले ही 75 हजार करोड़ का कर्ज है और 11 हजार करोड़ सरकारी कर्मचारियों की देनदारियां हैं और उसने से 5 हजार करोड़ कर्मचारियों के डीए का बकाया है। हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सूक्खू ने कर्मचारियों की डीए की एक किस्त दे दी है, लेकिन फिर भी सरकार पर अभी हजारों करोड़ की अदायगी बाकी है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के लिए ओपीएस सरकार ने लागू कर दी है। ओपीएस भी कांग्रेस की गारंटियों में से एक थी। धीर-धीरे जब सरकार की अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी, तब सरकार हर गांरटी को पूर्ण रूप से लागू भी करेगी। मंत्री ने कहा कि वाटर सेंस पर भाजपा राजनीति कर रही है। जहां उत्तराखंड व जम्मू में वाटर सेस से सरकारों को हजारों करोड़ का मुनाफा हो रहा है तो फिर हिमाचल सरकार से भाजपा क्यों भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को हिमाचल सरकार को अनुमति प्रदान करनी होगी, ताकि हिमाचल सरकार की आर्थिकी मजबूत करने के लिए 4 से 5 हजार करोड़ का मुनाफा हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मुख्यमंत्री सूक्खू के नेतृत्व ने राज्य सरकार बेहतर कार्य कर रही है। आम आदमी की समस्याओं का समाधान करके राज्य में विकास की रफ्तार को बढ़ा रही है। इस मौके पर विधायक लखनपाल, कुटलैहड़ के विधायक देवेंद्र कुमार भुट्टो रेडक्रॉस सोसाइटी के राज्य संयोजिक सुरेंद्र ठाकुर भी मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश में मई माह में हुई ठंड ने पिछले 36 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जिलों में सामान्य तापमान में 4 डिग्री से 6 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। इससे पहले साल 1987 में मई के महीने में तापमान में इतनी अधिक गिरावट दर्ज की गई थी। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की मानें, तो जून माह में भी हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के हर जिले में जमकर बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 3 जून तक प्रदेश में बारिश और अंधड़ का दौर जारी रहने की संभावना जताई है। उधर, चंबा जिले में हिमस्खलन की सूचना है। जानकारी के अनुसार बैरागढ़-साचपास-किलाड़ मार्ग पर कालाबन के समीप हिमस्खलन से आवाजाही कर रहे यात्री बाल-बाल बचे। सोलन, कांगड़ा, केलांग, किन्नौर, ऊना, सिरमौर, डलहौजी, नारकंडा और धौलाकुआं में भी जमकर बारिश हुई। बुधवार को भी अधिकतम तापमान में सामान्य से छह डिग्री की कमी दर्ज हुई।
जिला ऊना में नकली शराब पकड़े जाने के बाद पुलिस ने अपनी सतर्कता को बढ़ा दिया है। पुलिस ने जहां 420 पेटी शराब की नकली बरामद की हैं। वहीं पुलिस ने लोगों से यह अपील भी की है कि नकली शराब क्योंकि जिला के कुछ भागों में सप्लाई भी हुई है, इसलिए शराब को शराब नकली से सावधान रहें। पुलिस कहां-कहां सप्लाई हुई है इसकी जांच भी कर रही है। फिलहाल पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें पुलिस को एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम से 10 कंटेनर स्पिरिट के बरामद हुए हैं। यह स्पिरिट कहां प्रयोग में लाई जानी थी? किसके मंगवाने पर आई है? इसको लेकर आगे की जांच की जा रही है. माना जा रहा है कि यह स्पीड शराब में भी प्रयोग में लाई जाती है, इसलिए क्या यह नकली शराब के बनाने में प्रयोग होनी थी? इसको लेकर अभी पुलिस ने कोई खुलासा तो नहीं किया है लेकिन पुलिस अधिकारी इसकी जांच को आगे बढ़ा रहे हैं और पुख्ता जानकारी होने के बाद ही टिप्पणी करने की बात कर रहे हैं। एसपी अर्जित सेन के नेतृत्व में टीम ने गोदाम पर छापामारी की और यह कंटेनर बरामद किए हैं । पूछताछ में यह पता चला है कि यह कंटेनर रुद्रपुर से आए हैं और इससे पहले भी दो बार स्पिरिट को यहां से सप्लाई किया जा चुका है, उसकी जांच भी पुलिस कर रही है। एसपी ने कहा कि नकली शराब के कारोबारी किस प्रकार से काम कर रहे हैं और कौन-कौन इसमें जुड़ा है इस सब पर कार्रवाई की जा रही है और पूछताछ का क्रम चल रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस पूरी तरह से इस पर सख्त कार्रवाई कर रही है और हर एंगल से जांच कर आगे बढ़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सुंदरनगर के गौरव मिन्हास का नाम भी आया है, जिससे नकली शराब खरीदी गई है, उस पर भी शिकंजा कसा जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे पर चिंता व्यक्त की है। यहां जारी बयान में मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि लगातार जिस प्रकार से नशे का कारोबार फैल रहा है, नशे के मामले पकड़े जा रहे हैं, यह अपने आप में चिंताजनक है। मुकेश ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई बन गया है, यह परिवारों को खराब कर रहा है। यह नौजवान को उजाड़ रहा है, यह सामाजिक कुरीति पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी वाजिब चिंता है कि नशे को लेकर अब सकारात्मक रूप से जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी होगी। मुकेश ने कहा कि नशे के साथ कोई समझौता नहीं हो सकता। नशा मौत है, इस बात को हमें समझना होगा। उन्होंने कहा कि नकली शराब, सिंथेटिक ड्रग, चिता यह इस प्रकार के नशे हो गए हैं जो जानलेवा है, जो आदत में शुमार हो रहे हैं ,जो परिवारों को तोड़ रहे हैं ,परिवारों की आर्थिक स्थिति को खराब कर रहे हैं। बच्चों के भविष्य को खराब कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि उस परिवार की पीड़ा को समझा जा सकता है, जिसका बच्चा नशे की लत पड़ जाए। उन्होंने कहा कि हालत यह हो गई है की बहुत से लोग नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं और यह धीरे-धीरे नौजवान पीढ़ी को दलदल में धकेल रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे में पुलिस नशे के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं। सरकार की ओर से खुली छूट है, नशे के कारोबारी को तहस-नहस कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि नशे का सप्लायर समाज का सबसे बड़ा दुश्मन है। उन्होंने कहा कि नौजवान की जिंदगी को खराब करके कमाने वाला व्यक्ति समाज को खराब कर रहा है ,इसलिए हर परिवार को इस नशे की बुराई के विरुद्ध खड़े होना होगा। उन्होंने कहा कि नशे को जड़ से खत्म करने के लिए एक जन आंदोलन खड़ा करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कई परिवार मिलते हैं कई नौजवान मिलते हैं नशे की गिरफ्त में जो चले गए नशे से जो परेशान हैं। उन्होंने कहा कि नशे से बाहर निकालने के लिए जहां प्रयास सरकार की ओर से किए जा रहे हैं। वही हर घर को इस सामाजिक बुराई पर सौगंध खाकर आगे आना होगा। बच्चों पर नजर रखनी होगी। शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों को बच्चों पर नजर रखनी होगी, समाज को नजर रखनी होगी कि उनके आसपास कोई नशा ना करता हो उसकी सूचना देनी होगी। उन्होंने कहा कि ऐसे अनेक मामले हैं जिनकी अगर व्यथा सुने तो दुख होता है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने स्तर पर सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। फील्ड में पुलिस इस नशे के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें। घर मे अभिवावक मोर्चा सम्भाले। उन्होंने कहा कि कोई दबाव नहीं होगा ,खुली छूट है, नशे के कारोबारी को कुचल दिया जाए। उन्होंने कहा कि ड्रग फ्री हिमाचल को बनाना सबसे बड़ा लक्ष्य होना चाहिए।
उप मुख्यमंत्री ने सोमवार को जिला ऊना के विभिन्न सहकारी समितियों के पदाधिकारियों व सचिवों के साथ बैठक की।इस दौरान सचिवों ने विभाग मिलने पर मुकेश अग्निहोत्री को बधाई दी। इस दौरान मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सहकारिता विभाग को जन आंदोलन हिमाचल में बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता हिमाचल की शान है, जिला ऊना से सहकारिता का आंदोलन शुरू हुआ जो विश्व भर में फैला है। उन्होंने कहा कि किन्हीं कारणों से सहकारिता के क्षेत्र में कमियां हैं, उन कमियों को दूर करना होगा, सुधार की हर गुंजाइश को करते हुए आगे बढ़ना होगा ।उन्होंने कहा कि सहकारिता प्रदेश का अव्वल विभाग बने इसके लिए काम करने के लिए दिन-रात एक की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेरे पास अन्य विभाग हैं उन विभागों में बेहतर काम करने का हम प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सहकारिता विभाग आम जनता के साथ जुड़ा हुआ है, गांव के साथ जुड़ा हुआ है ,इस विभाग को बेहतर रूप से आगे बढ़ाना पहल है और इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला में मियां हीरा सिंह सहकारिता प्रबंधन व ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण किया जाएगा ताकि सहकारिता के क्षेत्र में कार्यरत सचिव ,कर्मचारी निपुण हो सके ,अन्य राज्यों से भी प्रशिक्षण के लिए सहकारिता से जुड़े लोग यहाँ आये। उन्होंने कहा कि सहकारिता ऐसा विभाग है जिसके माध्यम से हम प्रदेश में क्रांतिकारी कदम उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र की विश्वसनीयता कायम करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सहकारिता वित्त से जुड़ा हुआ मसला है इसलिए जहां फाइनेंशियल मैटर जुड़ा है वहां धांधली व भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है ।उन्होंने कहा कि हमें भ्रष्टाचार मुक्त विभाग को बनाना है। धांधली मुक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में करीब 5000 सोसाइटी में कार्यरत हैं, करोड़ों रुपए का कारोबार होता है ,हमारे पास सहकारिता के बैंक हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का काम करें, लेकिन किसी भी स्तर पर घपला ना हो यह सरकारी समितियों को, कर्मचारियों को विभाग को नजर रखनी होगी। उन्होंने कहा कि सभी को मेरा कड़ा संदेश है कि सहकारिता विभाग में किसी भी प्रकार की वित्तीय अनियमितता सहन नहीं की जाएगी । उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग में जो परिवर्तन किए जाने हैं,जो भी बेहतर करना है उसे हम करेंगे, लेकिन कहीं भी लापरवाही सहन नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में कार्यरत सोसाइटीओं के पास कितना लैंड बैंक है इसकी डिटेल बनाई जानी चाहिए। ताकि आने वाले समय में सहकारिता के क्षेत्र में और बेहतर काम किया जा सके। उन्होंने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में हिम्केप्स संस्थान सहकारिता के क्षेत्र का एक आदर्श संस्थान है, जो बेहतरीन काम कर रहा है ,रोजगार उन्मुख शिक्षा दे रहा है, सहकारिता के क्षेत्र में रोजगार प्रदान कर रहा है । उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह संस्थान अपने आप में देश का एक बेहतरीन संस्थान है, जिसे देशभर से लोग देखने आते हैं। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय सहकारी समितियों को जाता है ,जिन्होंने इसका वित्त पोषण किया और आज एक बहुत बड़े भूभाग के साथ बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ यह संस्थान हिमाचल का आदर्श संस्थान बना है। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि समय-समय पर इस संस्थान की बेहतरी के लिए काम करने का अवसर मुझे मिला है। उन्होंने कहा कि जब भी सस्थान की ओर से कोई भी काम बताया गया मैंने तुरंत किया है। उन्होंने कहा कि इस संस्थान को और विस्तार देने का प्रयास किया जाना चाहिए।
*कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward * कांगड़ा को मिल सकता है विलम्ब का मीठा फल सुनैना कश्यप। फर्स्ट वर्डिक्ट सुक्खू कैबिनेट में अब तक जिला कांगड़ा को मनमाफिक अधिमान नहीं मिला है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के लिहाज से भी देखे तो अब तक हिस्से में सिर्फ एक मंत्री पद आया है। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी, दो सीपीएस और कई कैबिनेट रैंक जरूर मिले है, लेकिन जो वजन मंत्री पद में है वो भला और कहाँ ? बहरहाल सवाल ये है कि जिस संसदीय क्षेत्र ने कांग्रेस की झोली में 17 में से 12 सीटें डाली, क्या सत्ता में आने के बाद कांग्रेस उसे हल्के में ले रही है, या इस इन्तजार का मीठा फल मिलने वाला है। माहिर तो ये ही मान रहे है कि जल्द कांगड़ा के इस विलम्ब की पूरी भरपाई होगी। ऐसा होना लाजमी भी है क्यों कि लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा एक साल का वक्त है और यहाँ हार की हैट्रिक लगा चुकी कांग्रेस कोई चूक नहीं करना चाहेगी। अलबत्ता कांगड़ा को मंत्री पद मिलने में कुछ देर जरूर हो रही है लेकिन खुद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ये कहना कि वे भी कांगड़ा के ही है, उम्मीद की बड़ी वजह है। कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल बनाने का सीएम का विज़न हो या आईटी पार्क जैसे अधर में लटके प्रोजेक्ट्स में तेजी लाना, ये दर्शाता है कि सीएम सुक्खू कांगड़ा को लेकर किसी तरह की चूक करना नहीं चाहते। सीएम का नौ दिन का कांगड़ा दौरा भी इसकी तस्दीक करता है। सरकार के पिटारे में कांगड़ा के लिए न योजनाओं की कोई कमी नहीं दिखती। ये ही कारण है कि 2024 से पहले कांगड़ा में कांग्रेस जोश में है। इस बीच मंत्री पद भरने को लेकर फिर सुगबुगाहट तेज हुई है। माना जा रहा है कि कुल तीन रिक्त मंत्री पदों में से दो कांगड़ा के हिस्से आएंगे। इनमें एक ब्राह्मण हो सकता है और एक एससी। ऐसे में एक युवा राजपूत चेहरा भी डार्क हॉर्स है। बहरहाल अंदर की बात ये बताई जा रही है कि सब लगभग तय है और जल्द कांगड़ा को दो मंत्री पद मिलेंगे। प्रदेश की सियासत अपनी जगह पर 2024 में कांग्रेस के लिए कांगड़ा फ़तेह करना आसान नहीं होने वाला है। कई चुनौतियों के बीच कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती है एक दमदार चेहरा। तीन चुनाव हार चुकी कांग्रेस को ऐसा चेहरा चाहिए जो जातीय, क्षेत्रीय और पार्टी की भीतरी राजनीति के लिहाज से संतुलन लेकर आएं। पिछले तीन चुनावों में पार्टी ने यहाँ से ओबीसी कार्ड खेला है, पर नतीजे प्रतिकूल रहे है। ऐसे में पार्टी को फिर सोचने की जरुरत जरूर है। बताया जा रहा ही कि पार्टी अभी से इस पर चिंतन -मंथन में जुटी है। खुद सीएम सुक्खू चाहते है कि जो भी चेहरा हो, उसे पर्याप्त समय मिले। चर्चा में कई वरिष्ठ नाम है जिनमें पूर्व सांसद और मंत्री चौधरी चंद्र कुमार, पूर्व मंत्री और विधायक सुधीर शर्मा, आशा कुमारी जैसे नाम शामिल है। पर संभव है कि इस बार पारम्परिक कास्ट डायनामिक्स को ताक पर रख पार्टी किसी युवा चेहरे को मैदान में उतारे। सुक्खू सरकार के आईटी सलाहकार गोकुल बुटेल भी ऐसा ही एक विकल्प हो सकते है। भाजपा से कौन होगा चेहरा ! 2009 से लेकर अब तक कांगड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा लगातार जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में न केवल हिमाचल में बल्कि पूरे देश में भी सबसे ज्यादा मत प्रतिशत हासिल करने का रिकॉर्ड कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद किशन कपूर के नाम रहा था। 7,25,218 मत प्राप्त कर किशन कपूर लोकसभा पहुंचे, लेकिन इस बार सियासी समीकरण कुछ बदलते नज़र आ रहे है। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में भी कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा की परफॉरमेंस बेहद खराब रही है। इस संसदीय क्षेत्र की 17 में से सिर्फ पांच सीटें ही भाजपा जीत पाई है। ऐसे में क्या पार्टी चेहरा बदलेगी इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। संभावित उम्मीदवारों की फेहरिस्त में मौजूदा सांसद किशन कपूर के अलावा कई और नाम चर्चा में है। इस लिस्ट में गद्दी समुदाय से धर्मशाला के पूर्व विधायक विशाल नेहरिया का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए पवन काजल का नाम भी लिस्ट में है। अब देखना ये होगा कि भाजपा इस दफा कांगड़ा के दुर्ग को फ़तेह करने के लिए किस पर दांव खेलती है। कब कौन बना सांसद 1977 दुर्गा चंद भारतीय लोक दल 1980 विक्रम चंद महाजन कांग्रेस 1984 चंद्रेश कुमारी कांग्रेस 1989 शांता कुमार भाजपा 1991 डीडी खनौरिया भाजपा 1996 सत महाजन कांग्रेस 1998 शांता कुुमार भाजपा 1999 शांता कुमार भाजपा 2004 चंद्र कुमार कांग्रेस 2009 डॉ. राजन सुशांत भाजपा 2014 शांता कुमार भाजपा 2019 किशन कपूर भाजपा ReplyForward
वो लोग जो बेहतर की उम्मीद में साथ छोड़ कर गए थे, शायद आज वापस हाथ पकड़ने की सोचते होंगे। हम बात कर रहे है कांग्रेस के उन तमाम नेताओं की, जिनका पूर्वानुमान एक दम गलत साबित हुआ। वो नेता जो चुनाव से पहले सत्ता में आती हुई कांग्रेस का साथ छोड़ सत्ता से बाहर होती हुई भाजपा के खेमे में जा मिले थे। इस फेहरिस्त में काँगड़ा से विधायक पवन काजल, नालागढ़ से पूर्व विधायक लखविंदर राणा और हर्ष महाजन मुख्य तौर पर शामिल है। ये वो नेता है जिनका कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था, मगर परिणाम सामने आए तो झटका इन्हें ही लग गया। सर्विदित है कि अगर ऐसा न हुआ होता तो निजी तौर पर आज इनके लिए सियासी परिस्थितियां बेहतर हो सकती थी। हिमाचल प्रदेश में सत्ता की चाबी रखने वाले कांगड़ा जिले के ओबीसी नेता पवन काजल किसी समय कांग्रेस पार्टी की आंखों का 'काजल' माने जाते थे। मगर विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले भाजपा ने कांग्रेस के इस 'काजल' को अपनी आंखों का 'नूर' बना लिया था। यूँ तो काजल भाजपा से ही कांग्रेस में आए थे, मगर काजल की ऐसे भाजपा में वापसी होगी ये किसी ने नहीं सोचा था। दरअसल पवन काजल ने वर्ष 2012 में भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर बगावत करते हुए बतौर निर्दलीय कैंडिडेट चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। विधानसभा चुनाव में तब पवन काजल पहली बार जीते थे। पवन काजल के विधानसभा चुनाव जीतने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह उन्हें कांग्रेस में ले आए। वीरभद्र सिंह ने ही वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में पवन काजल को कांगड़ा से कांग्रेस का टिकट दिया। पवन काजल भी वीरभद्र सिंह के भरोसे पर खरा उतरे और लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए। काजल अक्सर ये कहा भी करते थे कि वे कांग्रेस के साथ नहीं वीरभद्र सिंह के साथ है। कांग्रेस ने उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया, मगर काजल ने कांग्रेस को छोड़ जाना सही समझा। काजल तो चुनाव जीत गए, मगर भाजपा चुनाव हार गई। माना जाता है कि अगर काजल पार्टी न छोड़ते तो उनका मंत्री पद तय था। बात लखविंदर राणा की करें तो राणा तीन बार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ विधानसभा पहुंचे थे । वर्ष 2010-11 में नालागढ़ के तत्कालीन विधायक हरिनारायण सैणी के निधन के बाद हुए उपचुनाव में लखविंद्र राणा कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे और पहली बार विधायक चुने गए। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में राणा हार गए। वर्ष 2017 में उन्होंने एक बार फिर नालागढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। मगर 2022 के विधानसभा चुनाव से साढ़े 3 महीने पहले वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए। भाजपा ने उन्हें टिकट दिया मगर भाजपा में बगावत के चलते राणा चुनाव हार गए। इन दो विधायकों के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कहे जाने वाले हर्ष महाजन भी चुनाव से पहले भाजपा के हो गए थे। शायद ही किसी ने सोचा हो कि वीरभद्र सिंह के हनुमान कहे जाने वाले हर्ष महाजन और कांग्रेस की राह अलग भी हो सकती है। हर्ष महाजन होलीलॉज के करीबी थे और वे कई बार वीरभद्र सिंह के चुनाव प्रभारी भी रह चुके थे। कहते है कि साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री बनाने में हर्ष महाजन का सबसे बड़ा योगदान रहा था। इस चुनाव से पहले भी कांग्रेस द्वारा इन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था, मगर कांग्रेस पर नज़रअंदाज़गी का आरोप लगाते हुए महाजन भाजपा में शामिल हो गए थे। हालंकि अब भाजपा में हर्ष महाजन को कितनी तवज्जो मिल रही है, ये वे ही जानते होंगे। अगर महाजन कांग्रेस में रहते तो शायद बात कुछ और होती।
प्रदर्शन और आभार कार्यक्रम तो बहुत हुए मगर इस तरह पहले कभी सरकार का आभार व्यक्त करने को कर्मचारियों का हुजूम नहीं उमड़ा। लाखों की संख्या में कर्मचारी सीएम सुक्खू का दिल की गहराईयों से आभार करने को पहुंचे और धर्मशाला का पुलिस ग्राउंड जय सुक्खू के नारो से गूँज उठा। ऐसा स्वागत या स्नेह, सरकार को कर्मचारियों से शायद ही पहले कभी मिला हो, और हो भी क्यों न सीएम सुक्खू के नेतृत्व की इस कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों की उस मांग को पूरा किया है जिसके लिए प्रदेश के लाखों कर्मचारी सालों तक नेताओं की दरों पर दस्तक देते रहे। सीएम सुक्खू ने कर्मचारियों के इस अनंत संघर्ष पर पूर्ण विराम लगाया है, जिसके लिए कर्मचारियों ने सीएम सुक्खू को सर माथे लगा लिया। कभी उन्हें नायक बताया तो कभी पेंशन पुरुष। आभार के जवाब में सीएम सुक्खू भी कह गए कि मैं आपका सेनापति हूँ और आप मेरी सेना हो। 11 दिसंबर को कर्मचारियों के आशीर्वाद से कांग्रेस सरकार बनी और आगे भी ऐसे ही हमारा साथ देते रहना। कर्मचारियों की ये मांग कोई आम मांग नहीं थी। ये वो मसला था जिससे प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का भविष्य जुड़ा था, वो कर्मचारी जो एनपीएस के अंतर्गत आते थे और जिन्हें शायद सेवानिवृत होने के बाद अपने बुढ़ापे में किसी और का सहारा लेना पड़ता। एनपीएस के अंतर्गत आने वाले कर्मचारियों के ऐसे कई मामले सामने आए है, जब इन कर्मचारियों को सेवानिवृत होने के बाद नाम मात्र पेंशन मिली। पूरे जीवन सरकार की सेवा करने के बाद ये कर्मचारी बुढ़ापे में इतने लाचार हो गए की जीवन व्यापन कठिन हो गया। इसी के बाद से पुरानी पेंशन बहाली के लिए महासंघर्ष का आरम्भ हुआ। न जाने कितनी ही हड़तालें, प्रदर्शन, अनशन इन कर्मचारियों ने किये मगर एक लम्बे समय तक इनकी नहीं सुनी गई। अपने बुढ़ापे की सुरक्षा के लिए संघर्षरत इन कर्मचारियों पर एफआईआर भी हुई, इन पर वाटर कैनन्स भी दागी गई और इनकी आवाज़ दबाने की कोशीश भी की गई, मगर संघर्ष थमने के बजाए और उग्र होता गया। आखिर जिस सरकार ने कर्मचारियों की नहीं सुनी वो सरकार सत्ता से बाहर हुई और सीएम सुक्खू के नेतृत्व की कांग्रेस सरकार कर्मचारियों के लिए मसीहा बन गई। वादे अनुसार पहली कैबिनेट की बैठक में ही पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया गया। सरकार के इस फैसले से कर्मचारियों में केसा उत्साह है ये एक बार फिर धर्मशाला के पुलिस ग्राउंड में देखने को मिल गया।
हिमोत्कर्ष अमोदनी राशन वितरण प्रकल्प के तहत बेसहारा महिलाओं को स्थानीय बचत भवन में राशन वितरण किया गया। कार्यक्रम में 56 पात्र विधवा महिलाओं को 1.26 लाख रुपये का नि:शुल्क राशन वितरित किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय संत बाबा बाल महाराज ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की, जबकि एसडीएम ऊना विश्व मोहन चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। संत बाबा बाल महाराज ने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की और कहा कि हिमोत्कर्ष परिषद समाज सेवा के विभिन्न प्रकल्पों को चला रही है। उन्होंने दान की महत्ता बताते हुए लोगों को दान करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि दान करने से मनुष्य के जन्म-जन्मांतरों के पाप कट जाते है। मनुष्य को अपने सामर्थ्य के अनुसार दान अवश्य करना चाहिए। उन्होंने अन्न दान को सर्वोत्तम दान बताया। उन्होंने कहा कि अगर मनुष्य किसी भूखे को रोटी,प्यासे को पानी तथा नंगे को कपड़े दान करता है तो उसे घर बैठे ही 68 तीर्थों की यात्रा का फल मिलता है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसडीएम ऊना विश्व मोहन चौहान ने हिमोत्कर्ष के सेवा कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विधवा महिलाओं के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चला रही है। वहीं जिला प्रशासन ऊना ने भी चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से विधवा महिलाओं के कल्याण के लिए योजनाएं शुरू की है। उन्होंने महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के साथ जुडऩे का भी आह्वान किया। वहीं, हिमोत्कर्ष प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र कंवर ने कहा कि राशन वितरण कार्यक्रम के तहत इस वर्ष 56 मेहनतकश विधवाओं का चयन किया गया था, जिन्हें एक वर्ष के लिए परिषद द्वारा हर माह 750 रुपये का राशन दिया जाना है। इसी प्रकल्प के तहत रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम में अप्रैल, मई व जून माह के राशन के रुप में प्रत्येक महिला को 2250 रुपये का राशन प्रदान किया गया। इससे पहले परिषद ने पिछले दस सालों में 575 महिलाओं को करीब 40 लाख रुपये का राशन वितरित किया है। इन्होंने दिया सहयोग राष्ट्रीय संत बाबा बाल महाराज, पूर्व विधायक ओपी रत्न, रविंद्रनाथ डोगरा, ओंकारचंद शर्मा, जितेंद्र कंवर, रमा कंवर, डॉ. जगदीश्वर कंवर, दीपशिखा कौशल, अवतार सिंह सैणी, राजेंद्र शर्मा, पूजा कपिला, मनोज कुमार, मनोज कंवर, कल्याण चंद, शिव शशि कंवर, अक्षय कौशल, विजय कुमार आंगरा, विजय लखनपाल, शशि शर्मा, कुलदीप सिंह दयाल, यशपाल सिंह ठाकुर, प्राण शर्मा ट्रस्ट, कर्णपाल सिंह मनकोटिया, रविंद्र मेहता, रेणू मेहता, शेषपाल सिंह, जयगोपाल शर्मा, नरेंद्रजीत सिंह राणा, रामनारायण, बाल किशन शर्मा, डॉ. जागृति दत्ता, बीके धीमान, कृष्णपाल सूद, कमला देवी, ज्योति लुंबा, रजनीश लुंबा,रोशनलाल शर्मा ट्रस्ट,प्रवीण बाला, एचएन सेठी, सुरेंद्र कपिला, रेखा जसवाल, दर्शन सिंह, इंद्रजीत सिंह, महिंद्र वर्मा, अजय शर्मा, मेघा ओहरी, मीनाक्षी सिंह,संदीप महाजन, मीना शर्मा, गायत्री शर्मा, सुरेश शर्मा, सतीश शर्मा, सविता कौशल, सुरेश शर्मा, सोमनाथ कौशल, अवतार सैणी, राजपाल रत्न, संजीव कौल, शकुतंला देवी, दीपम सैणी, अमित अरोड़ा, राजकंवल सिंह,कर्नल तरसेम सिंह जसवाल, डॉ. इंदु शर्मा, डॉ. शिवपाल कंवर, कृष्णपाल शर्मा, सतीश लटठ व अन्य दानी सज्जनों ने संस्था को अमोदनी प्रकल्प में आर्थिक सहयोग किया है।
ऑल इंडिया एंटी क्राइम एंटी करप्शन ब्यूरो पंजीकृत के ऑल इंडिया के वरिष्ठ उप प्रधान गौरव शर्मा ने हिमाचल प्रदेश में अपनी इकाई का विस्तार करते हुए जिला ऊना से सामाजिक कार्यकर्ता अश्विनी कुमार जेतिक को जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। अश्वनी जेतिक को नियुक्ति पत्र देते हुए गौरव शर्मा ने कहा कि अश्वनी जेतिक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, समाज में बेहतरीन पकड़ है और समाज के विभिन्न विषयों पर जानकारी रखते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि समाज को क्राइम व करप्शन से मुक्त बनाया जाए, जहां पर भी क्राइम करप्शन होती है, वहां हमारी टीम सरकारी विभागों के साथ मिलकर कार्रवाई करें ताकि लोगों को राहत मिल। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में अश्वनी बेहतरीन टीम बनाकर के आगे काम करेंगे, ऐसा हमें पूर्ण विश्वास है। देश भर में एंटी क्राइम एंटी करप्शन ब्यूरो बेहतरीन काम कर रहा है। अनेक मसलों को हल किया है, अनेक लोगों को राहत दी गई है। हिमाचल में भी एक सशक्त संगठन खड़ा किया जाएगा। वहीं, अश्वनी जेतिक ने एंटी क्राइम एंटी करप्शन ब्यूरो के पदाधिकारियों का जिला अध्यक्ष नियुक्त करने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम बेहतरीन काम करेंगे। सरकार व विभाग का सहयोग लिया जाएगा, उन्हें सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि करप्शन किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। करप्शन मुक्त समाज बने यह हम सबको मिलकर के तय करना है।इसके लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे। जेतिक ने कहा कि जल्द ही जिला की टीम का गठन किया जाएगा और ब्लॉक स्तर पर टीमें बनाई जाएंगी और हिमाचल प्रदेश की टीम का निर्माण भी राष्ट्रीय टीम के साथ मिलकर किया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी के ऊना जिला मुख्यालय क्षेत्र कार्यालय में वीरवार को ऊना मंडल भाजपा की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में भाजपा के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कार्यकर्ताओं के साथ एक तरफ जहां पार्टी के आगामी अभियान को लेकर रणनीति बनाई, वहीं दूसरी तरफ उन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं और पंचायत प्रतिनिधियों से मौजूदा सरकार के कार्यकाल की फीडबैक भी हासिल की। इस मौके पर उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के 9 वर्ष के कार्यकाल को जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। लगे हाथ सतपाल सिंह सत्ती ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को जमकर निशाने पर लेते हुए माफिया और तबादला उद्योग को संरक्षण देने वाली सरकार बता डाला। सतपाल सत्ती ने कहा कि जिस प्रकार से डराया धमकाया जा रहा है और लूट खसूट की जा रही है, यह अपने आप में भ्रष्टाचारी सरकार का चेहरा है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता इस सरकार में बेलगाम हो गए हैं और मुख्यमंत्री के नाम पर लूट मचाने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अपने आंख, नाक ,कान ,गला भी खुला रखना चाहिए ताकि जो लोग लूट कर रहे हैं उनका चेहरा भी पहचान सके। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार में डूब रही कांग्रेस पार्टी व सरकार का असली चेहरा जनता के सामने आने लगा है। सतपाल सत्ती ने कहा कि जिस प्रकार से अस्पतालों में दबाव बनाया जा रहा है ,लूट की जा रही है, यह किसी से छिपी नहीं है, इससे सरकार की कोई छवि नहीं बन रही बल्कि सरकार लूट रही है, यह छवि बन रही है ।उन्होंने कहा कि हमारे पास हर रिपोर्ट है और कांग्रेस के नेता बचेंगे नहीं। विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने जन हितैषी नीतियों का निर्माण और क्रियान्वयन करते हुए देश के हर वर्ग को लाभ देने का काम किया है। वहीं हिमाचल प्रदेश के समग्र विकास में भी मोदी सरकार का अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने का बीड़ा उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता अधिकारियों कर्मचारियों के तबादले करवा कर जमकर चांदी कूट रहे हैं।
***कुल्लू जिले के स्नॉवर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा की छात्रा मानवी ने 99.14 प्रतिशत (694) अंक लेकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। हमीरपुर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल चूबतरा की छात्रा दीक्षा कथयाल ने (693) 99 प्रतिशत अंक लेकर प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल किया है। वहीं हमीरपुर जिले के ही दो छात्रों ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है। न्यू इरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल परोल के छात्र अक्षित शर्मा और सीनियर सेकेंडरी स्कूल बदारान के छात्र आकर्षक ठाकुर ने 98.86 प्रतिशत (692) अंक लेकर प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमें से 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं और 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। उन्होंने ने बताया कि इस बार का परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि परिणाम 89.7 प्रतिशत रहा है। 91440 विद्यार्थियों ने 10वीं कक्षा की परीक्षा दी थी। 81732 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं। 7534 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.5 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने बताया कि विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर परिणाम चेक कर सकते हैं।
हिमोत्कर्ष परिषद अमोदिनी महिला सशक्तिकरण सेवा प्रकल्प के तहत वर्ष 2023-24 के लिए जिला ऊना की 56 पात्र महिलाओं को 28 मई रविवार को बचत भवन ऊना में राशन वितरित किया जाएगा। यह जानकारी हिमोत्कर्ष परिषद के प्रदेशाध्यक्ष जतिंद्र कंवर व हिमोत्कर्ष अमोदिनी सेवा प्रकल्प प्रभारी एवं परिषद के जिलाध्यक्ष कर्णपाल सिंह मनकोटिया ने दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज बतौर मुख्य अतिथि शिरकत आशीर्वाद देंगे। वहीं एसडीएम ऊना विश्व मोहन चौहान विशिष्ट अतिथि के रुप में शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि अमोदिनी महिला सशक्तिकरण सेवा प्रकल्प वर्ष 2013 में शुरु किया गया था। 10 वर्षो में 575 पात्र विधवा महिलाओं को 40 लाख रुपए का राशन वितरित किया जा चुका है। पिछले वित्तिय वर्ष में 61 महिलाओं को यह सुविधा प्रदान की गई थी। उन्होंने बताया कि नए सत्र 2023-24 के लिए 56 महिलाओं को चुना गया है। इन महिलाओं को अप्रैल 2023 से लेकर मार्च 2024 तक हर महीने सहायता के रुप में राशन वितरित किया जाएगा। हिमोत्कर्ष पदाधिकारियों ने बताया कि इस प्रकल्प में परिषद के सदस्यों के साथ-साथ जिला के दानवीर लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। इन्हें मिलेगा राशन नंगड़ा गांव से पिंकी कुमारी, दुलैहड़ से अनीता रानी, टक्का से मधु बाला, नैहरी नौरंगा से कमलेश कुमारी, अंबोटा से संतोष कुमारी, डूहल बगबाला से मधु बाला, चौकीमन्यार से अनीता, मल्लूवाल से सीमा देवी, झलेड़ा से सुनीता देवी, कांगड़ से माया देवी, नंगल संलागड़ी से आदर्श बाला, हरोली से ज्योति देवी, चतेहर से सुषमा कुमारी, जखेड़ा से निर्मला देवी, बडैहर से दीपिका, मवा कोहला से पुष्पा देवी, वार्ड नंबर आठ ऊना से कुसुम रानी, झलेड़ा से केसरी देवी, रामपुर से लक्ष्मी देवी, वार्ड नंबर आठ ऊना से सरिता कुमारी, हीरा नगर से अनीता कुमारी, नगनोली से मीना देवी, ईसपुर से ब्यासा देवी, मवा कोहला से रामप्यारी, समनाल से अंजना कुमारी, ईसपुर से उषा देवी, चतेहर से सोनू देवी, मवा सिंधिया से दलजीत कौर, ईसपुर से अनु बाला, पंजावर से अमरजीत कौर, सुनेहरा से लक्ष्मी देवी, नांगरान उप्परला से उपमा शर्मा, सुनेहरा से सुमन देवी, ईसपुर से उर्मिला देवी, ईसपुर से गुरप्रीत कौर, हीरा नगर से अनीता ठाकुर, ठठल से शंकुतला देवी, देहलां से बख्शो देवी, ईसपुर से अंजना कुमारी, कुठार कलां से सोमा देवी, धुसाड़ा से पिंकी देवी, अपर बसाल से जीवन ज्योति, पंजावर से सुनीता कुमारी, हरोट से सागरी देवी, कांगड़ से नीलम देवी, हलेड़ा से हरप्रीत कौर, अपर बसाल से आशा, बहडाला से बलविंद्र कौर, लोअर बसाल से रीना देवी, घालुवाल से संदेश कुमारी, हलेड़ा से बलबीर देवी, संतोषगढ़ वार्ड आठ से इंदु बाला, सासन से सुमन, सासन से कुसवा देवी, जनकौर से आशा देवी व वार्ड पांच पुलवाला बाजार ऊना से रीमा रानी शामिल हैं।
प्रदेश युवा कांग्रेस सचिव रिश्व कहोल ने भन्जाल में बनने वाले इथेनोल प्लांट को संजीवनी बताते हुए इसे क्षेत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया. उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एवं विधायक चैतन्य शर्मा की दूरगामी सोच का ही नतीजा है कि गगरेट के भन्जाल को इथेनाल प्लांट लगाने की मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का अब तक का कार्यकाल सराहनीय रहा है और प्रदेश के हर वर्ग के लिये उचित निर्णय लिये है फिर चाहे वो ओपीएस हो, शिक्षकों से रोजगार के मुद्दे हो, पुरानी भर्तियों के मुद्दे हो अथवा युवाओं के रोजगार के लिये साक्रात्म्क कदम उठाने हो सुक्खू सरकार हर मोर्चे पर सफल रही और उनकी योजनाओं का लाभ सीधा जनता को मिल रहा है. माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू में प्रदेश चहुमुखी विकास की और अग्रसर है जिसका लाभ गगरेट को भी मिल रहा है। जल्द ही राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल का कार्य भी गगरेट में शुरू हो जाएगा और गगरेट की जनता से जो वादे विधायक चैतन्य शर्मा ने किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हंै।
प्रदेश बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ऊना पहुंचने पर बीजेपी कार्यालय में भाजपा की जिला बैठक के समापन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि विधानसभा चुनावों में जिन नेताओं ने पार्टी के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ा है, ऐसे नेताओं को पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगाए क्योंकि ऐसे नेताओं के कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी को हराने में उनकी अहम भूमिका रही हैए इसलिए ऐसे नेताओं को पार्टी में वापस लेने पर कोई सवाल ही नहीं बनता। वहीं बीजेपी नेता जवाहर ठाकुर को पार्टी द्वारा दिए गए नोटिस पर राजीव बिंदल ने तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि जवाहर ठाकुर द्वारा मीडिया में जाकर टिप्पणी करना सही नहीं है। मीडिया में जाना कोई लोकतंत्र नहीं है। अगर किसी कार्यकर्ता को अपनी बात कहनी है, वह हमसे कह सकता हैए हम उसकी बात को सुनेंगे और अगर किसी नेता में कमी हैए उसका हम समाधान करेंगे। परंतु अगर कोई पार्टी की टांग को नंगी करता है तो यह किसी के हित में नहीं है। बिंदल ने कहा कि केंद्र सरकार के 9 वर्ष 30 मई को पूरे होने जा रहे हैंए जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी 1 महीने में एक बड़ा अभियान चलाने जा रही है। इसमें मोदी सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाना है। डोर टू डोर कॉपेन करके मोदी सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा की 25 जून को विशेष एक कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा। 25 जून देश के इतिहास में काला दिवस के तौर पर जाना जाता हैए क्योंकि इस दिन इंदिरा गांधी ने अपनी गद्दी को बचाए रखने के लिए आपातकाल लगाया था उस दिन बीजेपी भी एक जन सम्मेलन करेगी।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, विधायक सतपाल सत्ती व अन्य गणमान्यों के साथ ऊना ज़िले की पार्टी कार्यकारिणी के सदस्यों की बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित किया व हिमाचल प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष राजीव बिंदल जी व संगठन महामंत्री सिद्धार्थन का स्वागत किया। अनुराग ठाकुर ने कहा 'मोदी है तो मुमकिन है' यह बात आज हर देशवासी महसूस करता है। अगर 9 वर्षों में हम इतना आगे पहुंच सकते हैं तो सोचिए अगले 5 वर्षों में देश और हिमाचल कहां तक जा सकता हूं। उन्होंने कहा कि अगले 2 वर्षों में हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाले हैं तो सोचिए 5 वर्षों बाद क्या होगा इस दौरान संवाददाताओं से बात करते हुए अनुराग ने कहा कि मोदी सरकार के 9 वर्ष आने वाले 30 मई को पूरे होने वाले हैं। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी जनसंपर्क के द्वारा जन समर्थन जुटा रही है। अगले 1 माह में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी अध्यक्ष सभी कार्यकर्ताओं को देंगे। हमारे उना से विधायक सतपाल सत्ती पिछले 9 वर्षों से प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे। इनका भी मार्गदर्शन हमें मिलता रहेगा। हमारे नए संगठन मंत्री सिद्धार्थन जी का भी आज पहली बार उना आगमन हुआ है। हम उनका भी स्वागत और अभिनंदन करते हैं।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल, संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, विधायकसतपाल सत्ती जी व अन्य गणमान्यों के साथ ऊना ज़िले की पार्टी कार्यकारिणी के सदस्यों की बैठक में पदाधिकारियों को सम्बोधित किया व हिमाचल प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष राजीव बिंदल जी व संगठन महामंत्री सिद्धार्थन जी का स्वागत- अभिनंदन किया। संवाददाताओं से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के 9 वर्ष आने वाले 30 मई को पूरे होने वाले हैं। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी जनसंपर्क के द्वारा जन समर्थन जुटा रही है। अगले 1 माह में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी अध्यक्ष जी सभी कार्यकर्ताओं को देंगे। हमारे उना से विधायक सतपाल सत्ती जी पिछले 9 वर्षों से प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे। इनका भी मार्गदर्शन हमें मिलता रहेगा। हमारे नए संगठन मंत्री सिद्धार्थन का भी आज पहली बार ऊना आगमन हुआ है। हम उनका भी स्वागत और अभिनंदन करते हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने भारत को संविधान देने वाले बाबासाहेब अंबेडकर को भी अपमानित व प्रताड़ित किया। वह पीएम मोदी ही थे, जिन्होंने आने के बाद उन्हें उनका सही सम्मान दिलाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सदैव तुष्टीकरण की राजनीति की है और उस के बल पर ही वोट लिया है। भ्रष्टाचार में डूबी कांग्रेस आज भी लोगों के बीच कोई बड़ी बात लेकर नहीं जा पाती है। इससे पूर्व सभा को भी संबोधित किया। अपने संबोधन में क्षेत्र में कहा कि किरतपुर से सुंदरनगर 87 किलोमीटर सड़क है जो 57 किलोमीटर रह जाएगी। अभी जहां इसे पूरा करने में 3 घंटे 35 मिनट के आसपास समय लगता है वो कुछ हीं दिनों में मात्र 40 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। इसमें कुल मिलाकर 14 टनल बनेंगे। किरतपुर से मनाली जाने में 7 घंटे लग जाते थे अब ज्यादा से ज्यादा 3 घंटे लगेंगे। जालंधर से आने वाली सड़क को दुगना चौड़ा कराने का ठेका दिया जा चुका है। हमीरपुर- धरमपुर- मंडी के लिए 1200 करोड़ की लागत से दोगुनी चौड़ी सड़क बन रही है। हमीरपुर से बिलासपुर तक की 300 करोड़ में चौड़ी सड़क पहले ही बन चुकी है। अब मटौर से लेकर हमीरपुर- बिलासपुर- शिमला तक जो 200 किलोमीटर से ज्यादा की सड़क है वह 180 किलोमीटर के आसपास रह जाएगी। इसने लगभग 40 किलोमीटर की कमी आने से आज शिमला से धर्मशाला पहुंचने में जो 6 घंटे का समय लगता है वह मात्र 3 घंटे रह जाएगा।"
साइंस स्ट्रीम में ओजस्विनी उपमन्यु ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। 500 में से 493 अंक (98.6 प्रतिशत) हासिल किए हैं। ओजस्विनी उपमन्यु जिला ऊना के घनारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। कॉमर्स स्ट्रीम में सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन की छात्रा वृंदा ठाकुर ने प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। वृंदा ने 500 में से 492 अंक (98.4 प्रतिशत) हासिल किए हैं। आर्ट्स स्ट्रीम में प्रदेशभर में पहले स्थान पर चार विद्यार्थी रहे हैं। चारों ने 500 में से 487 अंक (97.4 प्रतिशत) हासिल किए हैं। डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्रा तरनिजा शर्मा, रूट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसोग की छात्रा दिव्य ज्योति, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला की छात्रा नूपुर कैथ और सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरवा जुनेली के छात्र ज्येश प्रदेश भर में पहले स्थान पर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (HPBOSE) 12वीं कक्षा का वार्षिक (12th Class Result) परिणाम इस बार 79.4 फीसदी रहा है। ऊना की सीसे स्कूल घनारी की ओजस्वनी उपमन्यु पुत्री राम कुमार ऑलओवर परीक्षा में 98.6 अंक हासिल कर पहले स्थान पर रही। सिरमौर की वृंदा ठाकुर पुत्री अरुण कुमार ने 98.6 फीसदी अंक हासिल कर दूसरे नंबर पर रही वहीं सीसे स्कूल चूरड़ू की कनूप्रिया पुत्री संजय कुमार ने 98.2 फीसदी अंक लेकर तीसरा स्थान हासिल किया।
**ओजस्विनी उपमन्यु ने साइंस संकाय में 500 में से 493 अंक (98.6 प्रतिशत) हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। जिला ऊना के घनारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्र हैं। **कॉमर्स संकाय में सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराहन की छात्रा वृंदा ठाकुर ने 500 में से 492 अंक (98.4 प्रतिशत) हासिल प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। **आर्ट्स संकाय में प्रदेशभर में चार विद्यार्थी ने 500 में से 487 अंक (97.4 प्रतिशत) हासिल कर पहला स्थान हासिल किया है। जिसमे डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल ऊना की छात्रा तरनिजा शर्मा, रूट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल करसोग की छात्रा दिव्य ज्योति, सीनियर सेकेंडरी स्कूल पोर्टमोर शिमला की छात्रा नूपुर कैथ और सिरमौर जिले के सीनियर सेकेंडरी स्कूल जरवा जुनेली के छात्र ज्येश प्रदेश भर में पहले स्थान पर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा की परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया है। परिणाम 79.4 प्रतिशत रहा है। 105369 विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा की परीक्षा दी थी जिसमे से 83418 विद्यार्थी परीक्षा में पास हुए हैं।13335 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। 8139 विद्यार्थी परीक्षा में फेल हुए हैं। वर्ष 2022 में 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 93.90 प्रतिशत रहा था। सचिव डॉ. (मेजर) विशाल शर्मा ने जानकारी दी की विद्यार्थी शिक्षा बोर्ड की बेवसाइट पर अपना परिणाम देख सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम शनिवार सुबह 11 बजे घोषित करेगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. विशाल शर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि तकनीकी कारणों के चलते आज परिणाम घोषित नहीं किया जा सका। शनिवार सुबह 11 बजे परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। रिजल्ट घोषित करने के लिए लगभग सारी औपचारिक्ताएं पूरी की जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार देर सायं जिला ऊना के गगरेट विधानसभा क्षेत्र के जीतपुर बेहरी में प्रस्तावित इथेनॉल प्लांट के निर्माण की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार परियोजना में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी निवेश करने के लिए तैयार है और आश्वस्त किया कि इस संयंत्र को स्थापित करने के लिए सरकार निष्पादन कंपनी को पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। कंपनी ने मुख्यमंत्री के प्रस्ताव को निदेशक मंडल के समक्ष प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया। गौर रहे कि हिंदुस्तान पैट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) द्वारा 30 एकड़ भूमि पर लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से यह संयंत्र स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को भंजल से सम्पर्क सड़क के लिए 10 दिनों के भीतर भूमि अधिग्रहण कार्य शुरू करने का भी निर्देश दिया। साथ ही प्लांट के निर्माण में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने का भी आश्वासन दिया। कहा कि यह प्लांट स्थानीय लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करेगा और कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर जिला तथा पंजाब के निकटवर्ती जिलों के किसान अनाज आधारित इथेनॉल प्लांट से लाभान्वित होंगे। कंपनी के अनुरोध पर मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को संयंत्र के लिए 20 एकड़ अतिरिक्त भूमि उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिये। विधायक चैतन्य शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र में इथेनॉल परियोजना के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे गगरेट क्षेत्र के लोगों को लाभ होगा और परिवहन उद्योग के लिए भी यह वरदान साबित होगा। बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, विधायक सुरेश कुमार, इंद्रदत्त लखनपाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, प्रधान सचिव उद्योग आरडी नज़ीम, निदेशक उद्योग राकेश कुमार प्रजापति, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त ऊना महेंद्र पाल गुर्जर, एचपीसीएल के कार्यकारी निदेशक श्रीधर गौड़ उपस्थित थे।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद डॉ. राजीव बिंदल पहली बार 21 मई को जिला के आधिकारिक दौरे पर आ रहे हैं। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और प्रदेश के नवनियुक्त संगठन मंत्री सिद्धार्थन भी डॉ राजीव बिंदल के साथ जिला के दौरे पर रहेंगे। जानकारी देते हुए भाजपा के जिला अध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा व महामंत्री राजकुमार पठानिया ने बताया कि इस दौरान डॉ. राजीव बिंदल 21 मई को सुबह 9:30 बजे पार्टी के जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष के इस दौरे के दौरान पांचों विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी के प्रत्याशी रहे नेताओं के साथ-साथ जिला और पांचों मंडलों के सभी कार्यकारिणी पदाधिकारी और सदस्य भी मौजूद रहेंगे। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से 21 मई को कार्यालय पहुंचकर प्रदेश अध्यक्ष का गर्मजोशी से स्वागत करने का आह्वान किया। मनोहर लाल शर्मा ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार की नाकामियों को जन जन तक पहुंचाने के लिए भाजपा विशेष अभियान शुरू कर रही है। जिसमें पार्टी के पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ता तक सभी मिलकर जन जागरण अभियान का हिस्सा बनेंगे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की गतिविधि विकासार्थ विद्यार्थी शिमला ने आज से पूरे शिमला में "पंछी हमारे मित्र" नाम का एक अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत विकासार्थ विद्यार्थी शिमला, सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के साथ मिलकर शिमला के 15 से ज्यादा स्थानों में पक्षियों के लिए जल-पात्र रखकर छात्र समुदाय में प्रकृति व उसके जीव-जंतुओं के प्रति अपने कर्तव्यों आह्वान का शुरुआत की। विकासार्थ विद्यार्थी शिमला के जिला सयोंजक ने कहा कि गर्मियां आ रही है। इस दौरान पक्षियों को किसी भी प्रकार अन्न और जल की कमी न हो इसलिए एक सकोरा एक प्राण, सेल्फी विद सकोरा नाम से अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत शिमला में जगह 15 मिट्टी से निर्मित सकोरे लगाए हैं और इन सकोरों में अन्न और जल रखा है। उन्होंने कहा कि विकासार्थ विद्यार्थी ने यह अभियान पूरे देश भर में चलाया है। इस अभियान के माध्यम से पक्षी मित्र, सकोरा इंचार्ज जैसे प्रयोगों के नाम से SFD केवल सकोरा लगाने का नहीं उन्हें गर्मियों तक नियमित भरने और उनकी साफ सफाई के लिए भी विद्यार्थियों को नियुक्त कर रही है। एसएफडी के कार्यकर्ताओं ने देशभर में छात्रों के साथ मिलकर इस मुहिम की इन गर्मियों के आने के साथ ही शुरुआत की है। बढ़ते हुए तापमान और प्राकृतिक जल स्रोतों के सुख जाने के कारण पक्षियों और पशुओं को पीने के पानी की समस्या होती है जिससे इनकी मृत्यु तक हो जाती है एसएफडी ने इस पहल के माध्यम से परिसरों में छात्र समुदाय को पुनः जागृत करने का बीड़ा उठाया है, और कार्यकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि विभिन्न माध्यमों से हम समुदाय के बीच पहुंचकर इस कार्य को प्रभावी बनाने की दिशा में कार्य करते रहेंगे। ज्ञात हो कि स्टूडेंट फॉर डेवलपमेंट या विकासार्थ विद्यार्थी (एसएफडी), प्रतिवर्ष शैक्षणिक परिसरों में गर्मियां आते ही पक्षियों के लिए पानी के सिकोरे रखने की मुहीम वर्षों से चलता आ रहा हैं, जिसमें अनेकों की संख्या में प्रतिवर्ष छात्र उनके साथ जुड़ते हैं। इसके अलावा पर्यावरण से अन्य महत्वपूर्ण कार्य कारण की भी जिम्मेदारी वर्षों से एसएफडी लेता आया है। भारत देश में सभी प्राणियों के प्रति अपनत्व का भाव यहाँ की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रहा। इसका जीता-जागता उदाहरण हमारे साहित्य लेखन में स्पष्टरुप से दिखाई पड़ता है। खासतौर से पक्षियों में चातक (पपीहा) नामक जीव का मनोहक वर्णन पक्षियों के प्रति हमारे प्रेम देखभाल की परंपरा को दर्शाता है। अब ये भाव जनमानस में कहीं धुंधला होता जा रहा है जिसका परिणाम आज इन जीवों की कम होती संख्या के रूप में देखा जा सकता है। एक सकोरा एक प्राण और सेल्फी विद सकोरा के नाम से यह अभियान देश के अलग अलग प्रांतों में जनमानस के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष व हरोली भाजपा के नेता समाजिक कार्यकर्ता धर्मेंद्र राणा ने रविवार को भाई लालदास युवा क्लब ललडी द्वारा करवाए गए क्रिकेट टूर्नामेंट में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने खिलाड़ियों से मुलाकात की और अपने संबोधन में कहा कि खिलाड़ी बेहतर खेल खेलें टीम की भावना से खेले। उन्होंने कहा कि खेल हमें जीवन का अनुशासन सिखाता है। उन्होंने कहा कि हार जीत खेल का हिस्सा है, इसलिए जीतने वाली टीम आगे के लिए बेहतर करें और हारने वाला और मेहनत करें क्योंकि न तो हार सदा रहती है और ना ही जीत सदा रहती है। उन्होंने कहा कि मेहनत ही सफलता की कुंजी है। धर्मेंद्र राणा ने कहा कि आज खेल का महत्व इसलिए भी है कि हम अपने शरीर को स्वस्थ रखें। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल जरूरी है ताकि हम नशे से दूर है। उन्होंने कहा कि अपनी संगत ठीक करें, नशे से दूर रहकर समाज के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि अपने परिवार का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार से हम बेहतर समाज को बना सकते है और युवा पीढ़ी को नशे से भी बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाई लालदास युवा क्लब बेहतरीन काम कर रहा है और उनका यथासंभव सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भी खेलों का महत्व दे रही है, खेलों के लिए स्टेडियम बनाए जा रहे हैं। आधारभूत ढांचा मजबूत किया जा रहा है, यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलो इंडिया के माध्यम से खेल का संदेश दे रहे हैं। वही हम सब के लिए गर्व की बात है कि हमारे सांसद अनुराग ठाकुर खेल मंत्री हैं और वे खेलों के लिए अधिक महत्वपूर्ण आधारभूत ढांचा तैयार कर रहे हैं और हिमाचल को भी अनेक खेल मैदान और खेल के लिए बजट का प्रावधान कर रहे हैं। वही इस अवसर पर उप प्रधान रघुवीर व करनैल भी उपस्थित रहे।
प्रदेश में कर्मचारियों के वरिष्ठ नेता रहे भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश मीडिया प्रभारी व वरिष्ठ नेता हरिओम भनोट ने भारतीय जनता पार्टी की लगातार हो रही हार पर चिंता प्रकट करते हुए पार्टी नेतृत्व को कार्यकर्ता और नेता के बीच तालमेल बनाने की सलाह दी है। ऊना में पत्रकारों से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता हरिओम भनोट ने कहा कि भाजपा एक ताकतवर पार्टी है, विचारधारा ताकतवर है, राष्ट्र को समर्पित है, विश्व का ताकतवर नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी के पास है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में लगातार हार होना चिंताजनक है और कमियों से सीखने की जरूरत है। भनोट ने कहा कि लगातार हो रही हार पर मंथन करने के साथ क्या कमियां रही? क्यों हारे? क्या सुधार होना? इस सब पर चिंतन करने होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता से पूछ लिया जाए, हर क्षेत्र में कार्यकर्ता ही रिपोर्ट दे देगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता निराश है, हताश है और यही कारण है कि कांग्रेस नहीं जीत रही, बल्कि भारतीय जनता पार्टी भाजपा से हार जाती है। भनोट ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के जो नेता चुनाव जीत रहे हैं, उनका लगातार कार्यकर्ता से संपर्क है और बेहतरीन संपर्क के कारण जीत हो रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राज्य के अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल व प्रदेश के संगठन मंत्री सिद्धार्थन को बधाई है, वे आगे संगठन को मजबूत करेंगे, दौरे करेंगे कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और कमियों को ठीक करने का प्रयास करेंगे ऐसा विश्वास है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से जब जिलों में मंडलों में धो रहे हो तो पार्टी का नेतृत्व तय करें कि कार्यकर्ता तक उसकी आवाज पहुंचे कि नेतृत्व आ रहा है और नेतृत्व कार्यकर्ता के साथ समय निकालकर के मुलाकात करें, उसकी बात सुन आज हालत यह है कि नेता आ रहे हैं इसका कार्यकर्ता को पता ही नहीं होता उन्होंने कहा कि नए नेतृत्व को बधाई है और उन्हें यह सलाह दी है कि कमियों को ठीक करें ,कार्यकर्ताओं से संवाद करें, कार्यकर्ताओं के दिल की बात को पूछे, उन्होंने ने कहा कि हालात यह है कि कार्यकर्ता की बात पूछने वाला कोई नहीं है, कार्यकर्ता के मन की कोई नहीं सुन रहा है । उन्होंने कहा कि हमें कार्यकर्ता की बात सुननी है और कमियों को ठीक करना है यही पार्टी की ताकत है। भनोट ने कहा कि जो कर्मठ कार्यकर्ता हैं जो काम कर सकते हैं ,जनसंपर्क कर पार्टी के आधार को बढ़ा सकते हैं अधिकतर घरों पर बैठे हैं,या उनके पास ज़िमेदारी नही है, उन्हें पूछा नहीं जा रहा है और कई हवा हवाई नेता हैं, सिफारिश से हैं, एडजस्टमेंट करने के लिए उनको आगे किया हुआ है, ऐसे सब विषयों पर ध्यान देना होगा ,क्योंकि आगे आने वाला समय चुनौतीपूर्ण है, केंद्र सरकार का चुनाव होने वाला है और लोकसभा के चुनाव में हालात अलग होंगे, राष्ट्र का मजबूत नेतृत्व नरेंद्र मोदी है, पार्टी और संगठन मजबूत है, इसलिए निश्चित रूप से 2024 के चुनाव में हमारे लिए बेहतर परिणाम रहेंगे, पर जो कमियां कमियां हैं उन्हें ठीक करना होगा, ताकि कोई भी चूक ना हो क्योंकि हम तीन चुनाव हिमाचल प्रदेश में महत्वपूर्ण हारे हैं और अब समय है कि काम करने वालों की कदर हो और कान भरने वालों से दूरी बनाई जाए।भनोट ने कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत सुझाव है प्रदेश भर में लोगों से मेरी बात होती है उनके दिल का दर्द है, सुनने वाला कोई नहीं है इसलिए एक व्यथा पार्टी के समक्ष है आशा है कि पार्टी का नेतृत्व के मंथन करेगा।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने माता श्री चिंतपूर्णी से दिल्ली के लिए वोल्वो बस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि वोल्वो बस के शुरू होने से जहां माता के मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर आगमन की सुविधा उपलब्ध होंगी वहीं प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा । उप मुख्यमंत्री ने बताया कि हिमाचल पथ परिवहन निगम में हाल ही के दिनों में 11 वोल्वो बसों को शामिल किया गया है, जिससे निगम के बेड़े में कुल 76 वोल्वो बसें हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इस वोल्वो बस सेवा के साथ अन्य रूटों पर भी वोल्वो बस रूट प्रस्तावित है, जिसमें टापरी-चंडीगढ़ एयरपोर्ट, शिमला-जयपुर, शिमला-श्रीनगर एवं शिमला-दिल्ली एयरपोर्ट के लिए शामिल है। उन्होंने बताया कि यह वोल्वो बस प्रातः 10ः30 बजे वाया मुबारिकपुर, अंब, ऊना, चंडीगढ़ होते हुए रात्रि 8 बजे दिल्ली पहुंचेंगी। वहीं वापसी में दिल्ली से रात्रि 9ः45 बजे चलकर प्रातः 7ः30 बजे चिंतपूर्णी पहुंचेंगी। उन्होंने बताया कि इस वोल्वो बस में एक तरफ का किराया चिंतपूर्णी से दिल्ली का 1040 रुपए निर्धारित किया गया है वहीं चिंतपूर्णी से चंडीगढ़ तक का किराया 500 रुपए निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि माता श्री चिंतपूर्णी में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है इसी उद्देश्य से आज यह वोल्वो बस सेवा शुरू की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त चिंतपूर्णी माता-खाटूश्याम जी, बाबा बालकनाथ जी-अमृतसर, बाबा बालकनाथ दियोटसिद्ध-दिल्ली के लिए भी बस सेवाएं प्रस्तावित हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी बस सेवाओं की सभी औपचारिकताएं शीघ्र ही पूर्ण कर शुरू की जाएंगी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री के धर्मपत्नी प्रो सिम्मी अग्निहोत्री, चिंतपूर्णी विधायक सुदर्शन सिंह बबलू, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रंजीत सिंह राणा, जिला महामंत्री प्रमोद कुमार, उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन, डीएम एचआरटीसी अवतार सिंह, डीएम एचआरटीसी कुशल सिंह, आरएम सुरेश धीमान एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रसिद्ध शक्तिपीठों की तर्ज पर प्रदेश के अन्य मंदिरों का भी विकास किया जाएगा। मंदिरों के विकास एवं उत्थान से ही धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने चिंतपूर्णी प्रवास के दौरान क्षेत्र को करोड़ों की सौगातें दीं। उन्होंने चिंतपूर्णी क्षेत्र में 4.26 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण किए, जिसमें 1 करोड़ 70 लाख की मुबारिकपुर-भरवाईं की स्मार्ट एलईडी लाइट्स का शिलान्यास, 32 लाख 21 हजार की माधो का टीला में शौचालय सुविधा का शिलान्यास व माधो का टीला में 1 करोड़ 84 लाख के सामुदायिक भवन का शिलान्यास किया। इसके अतिरिक्त 20 लाख 44 हजार की लाइब्रेरी तथा प्रथम फेज के अंतर्गत मंदिर परिसर में स्थापित 19 लाख 99 लाख से स्थापित किए गए सीसीटीवी कैमरों का लोकापर्ण किया। इसके बाद उप मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंदिर न्यास समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में माता श्री चिंतपूर्णी परिसर में निर्माणाधीन विभिन्न विकासात्मक कार्यों की समीक्षा की गई। संबंधित अधिकारियों को माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में बिजली, पानी व सड़क के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करने के निर्देश दिए, ताकि मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस अवसर पर चिंतपूर्णी विधायक सुदर्शन सिंह बबलू, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रंजीत सिंह राणा, जिला महामंत्री प्रमोद कुमार, उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
देवभूमि हिमाचल के ऊना जिला के तलमेहड़ा गांव की रामगढ़ धार पर स्थित धौम्येश्वर मंदिर भी सदाशिव मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। इस मंदिर का निर्माण पचास के दशक में हुआ था। सदाशिव मंदिर में हर वर्ष लाखों की तादाद में श्रद्धालु नमन करने और भगवान शंकर की आराधना करने के लिए पहुंचते हैं। खास बात यह है कि मंदिर समिति द्वारा कई समाजिक कार्य करवाएं जा रहे हैं। सदाशिव मंदिर ध्यूंसर महादेव में सन् 2013 से बतौर प्रधान पद प्रवीण शर्मा को काम करने का मौका मिला और उनके कार्यकाल में निरंतर सामजिक कार्यों का दायरा बढ़ता रहा है। गऊओं की सेवा : सदाशिव मंदिर में पिछले 8 वर्षों से गऊओं की सेवा की जा रही है। शुरूआती में सिर्फ 2 गऊओं की सेवा शुरू की गई। इसके बाद गऊओं की संख्या बढ़ती गई। मौजूदा समय में मंदिर ट्रस्ट द्वारा गऊ की सेवा की जा रही है। इसके लिए अलग से गऊशाला बनाई गई है। गऊओं की संख्या बढ़ती होते मंदिर ने गऊशाला को बढ़ाने का निर्माण शुरू कर दिया है, जिसमें करीब 100 से अधिक गऊ एक साथ बांधी जा सकती है। मंदिर में जलाई जाने अखंड जोत गऊओं के दूध के तैयार किए गए देसी घी से जलाई जाती है। गऊसेवा के बाद अब नंदीशाला का निर्माण किया गया है, जहां पर 100 से अधिक नंदी को रखा जाए। ये वह नंदी है, जो आस-पास के क्षेत्र में बेसहारा घूमते रहते थे। दिव्यांगों व वृद्धों के लिए लगाई लिफ्ट : ऊंचाई पर स्थित शिवलिंग के दर्शन करने के लिए दिव्यांगों व वृद्धों को काफी परेशानी पेश आती है। ऐसे में मंदिर द्वारा लिफ्ट लगा दी गई है। जिसके माध्यम से श्रद्धालु आसानी से मंदिर तक पहुंच जाते है। 24 घंटे लगा रहता है लंगर : मंदिर में सैंकड़ों श्रद्धालुओं के ठहरने की भी काफी व्यवस्था है। मंदिर में दर्जनों सराएं है, जहां पर श्रद्धालु रूक सकते हैं। यहां करीब 5000 से अधिक क्षमता के लंगर हाल के साथ-साथ जगह-जगह श्रद्धालुओं के बैठने के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। मंदिर में 24 घंटे लंगर की भी व्यवस्था रहती है। दिन व रात किसी भी समय कोई श्रद्धालु मंदिर पहुंचता है, तो लंगर की व्यवस्था हमेशा रहती है। आस्था के साथ जरूरतमंदों का भी सहारा : आस्था का यह केंद्र केवल श्रद्धालुओं की मन्नतों को ही पूरा नहीं करता बल्कि यहां चढ़ाया गया दान अनेक जरूरतमंद लोगों के जीवन का सहारा बन रहा है। मंदिर ट्रस्ट की ओर से समय-समय पर जरूरतमंदो की मदद की जाती है। निर्धन कन्याओं की मदद के लिए उनकी शादी में वर्तमान में 21 सौ रुपए का शगुन भी दिया जाता है। इसके अलावा खाद्य सामग्री भी दी जाती है। अब तक मंदिर ट्रस्ट करीब 900 शादियां करवाई जा चुकी है। यही नहीं मानवता की सेवा के क्रम को बढ़ाते हुए मंदिर ट्रस्ट की ओर से किडनी, कैंसर से पीड़ित मरीजों का उपचार भी करवाया जाता है। तलमेहड़ा क्षेत्र के विकास की अनेक योजनाएं चढ़ावे में मिली राशि का सदुउपयोग कर तैयार की जाती है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए यात्री निवास, शौचालय, पार्किंग व लंगर जैसी व्यवस्थाएं हैं। मंदिर में करवाई जाती शादियां : सदाशिव मंदिर ध्यूंसर महादेव में सन् 2013 से बतौर प्रधान पद प्रवीण शर्मा को काम करने का अवसर मिला। प्रवीण शर्मा के नेतृत्व में समस्त प्रबंधन कमेटी के सहयोग से नई सोच से मंदिर में विकास व समाजिक जन कल्याणकारी कार्यों शुरू करवाया गया। इसी सोच के तहत गरीब कन्याओं की शादी मंदिर में ही करवाने का निर्णय लिया। ट्रस्ट द्वारा मंदिर में गरीब कन्या की शादी करवाई जाती है, जिसका सारा खर्च मंदिर द्वारा किया जाता है। इसके अलावा खाने-पीने की भी व्यवस्था मंदिर द्वारा की जाती है। अनाथ बच्चों की पढ़ाई में ट्रस्ट कर रहा सहयोग : सदाशिव मंदिर ट्रस्ट न केवल गरीब कन्याओं की शादी के लिए बल्कि अनाथ बच्चों की पढ़ाई के लिए भी पूरा खर्च उठाती है। अब तक कई अनाथ बच्चों की मंदिर ट्रस्ट द्वारा पढ़ाई करवाई गई है। मंदिर के चेयरमैन प्रवीण शर्मा ने बताया कि अगर किसी के माता-पिता नहीं है और पढ़ाई करना चाहते हैं, तो मंदिर द्वारा पूरा पढ़ाई करवाई जाती है। ग्रेजूशन के अलावा अगर कोई बच्चा आईटीटाई व डिप्लोमा करना चाहता है, तो ट्रस्ट पूरी मदद करेगा। देवों के देव महादेव और समस्त देवी देवताओं की कृपा से सदाशिव मंदिर निरंतर सामाजिक कार्यों में जुटा है। सनातन संस्कृति में सेवा ही परम धर्म है और इसी विचार के साथ हम प्रयासरत है कि अधिक से अधिक सेवा कार्य कर सके। हम सदस्य गण सेवक है, हम माध्यम मात्र है, सब महादेव की कृपा और इच्छा से हो रहा है और निश्चित तौर पर ये क्रम आगे भी जारी रहेगा। -प्रवीण शर्मा, प्रधान, सदाशिव मंदिर Note- ADVT ReplyForward
एसडीएम अंब विवेक महाजन ने रविवार को शक्तिपीठ चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए की गयी व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया। पैदल ही व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंचे एसडीएम ने मेन बाजार में जल शक्ति विभाग द्वारा पाइप डालने के लिए की जा रही सड़क की खुदाई के काम को बंद करवाने के आदेश दिए। बताते चलें कि रविवार को मंदिर में श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ रहने के कारण कई बार व्यवस्थाएं बिगड़ जाती थीं, जिस कारण एसडीएम अंब ने खुद भीड़ में सारी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने गेट नंबर एक गेट नंबर दो के साथ श्रद्धालुओं की लाइन व्यवस्था को भी जांचा। उन्होंने चोर रास्तों का भी निरीक्षण किया तो पाया कि दुकानदार प्रशासन को व्यवस्था बनाने में पूरा सहयोग दे रहे हैं और कहीं से चोर रास्तों से श्रदालुओं की एंट्री नहीं हो रही है। एसडीएम मंदिर अधिकारी को साफ दिशा-निर्देश दिए कि रविवार को मंदिर स्टाफ का कोई अधिकारी छुट्टी नहीं करेगा, बल्कि भीड़ में व्यवस्थाएं बनाने में अपना सहयोग देगा। एसडीएम ने लाइनों में लगे श्रद्धालुओं से उनके सुझाव भी जाने और मंदिर अधिकारी को श्रद्धालुओं को लाइनों में पीने के पानी का इंतजाम करने के लिए भी कहा। इन इस दौरान मंदिर अधिकारी बलबंत पटियाल, सिक्योरिटी अफसर कर्नल मुनीश कुमार और एसपीसी सुरेश कुमार के साथ हवलदार शिव दयाल शर्मा मौजूद रहे। एसडीएम ने बताया कि रविवार होने के कारण मंदिर में ज्यादा भीड़ रहती है, जिस कारण श्रद्धालुओं को कोई परेशानी तो नहीं आ रही है और होमगार्ड अपनी ड्यूटी सही तरीके से कर रहे हैं, इन सबका निरीक्षण किया गया है। जहां पर भी कोई कमी नजर आई तो उसे पूरा करने के आदेश दिए गए हैं।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज ऊना में नवनिर्मित उपायुक्त कार्यालय भवन एवं लघु सचिवालय का उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि लघु सचिवालय का निर्माण होने से यहां पर लोगों को एक छत के नीचे सभी प्रकार की सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने बताया कि पहले सभी विभाग अलग-अलग स्थानों पर अपने कार्य का निष्पादन कर रहे थे जिससे लोगों का अधिकतम समय आने जाने में ही लग जाता था, जिसके चलते उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता था, लेकिन मिनी सचिवालय के भवन में सभी विभागों के कार्यालय शिफ्ट होने से लोगों को कार्य करवाने में आसानी रहेंगी। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में लोगों की मांग अनुरूप व्यवस्था में सुधार किया जाएगा ताकि जनता को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध हो सके तथा लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। डिप्टी सीएम ने बताया की लघु सचिवालय को 5 मंजिला तैयार किया गया है जिसके भूतल में सभी प्रकार के लाइसेंस एवं सुगम केंद्र व आधार केंद्र की सुविधा, प्रथम मंजिल में तहसीलदार कार्यालय, तहसील कोर्ट, वीडीओ कांफ्रेंस कक्ष एवं एनआइसी कार्यालय, द्वितीय मंजिल में उपमंडलाधिकारी एवं जल शक्ति विभाग कार्यालय, तीसरे मंजिल में अतिरिक्त उपायुक्त एवं जिला राजस्व अधिकारी कार्यालय, चौथी मंजिल मे उपायुक्त एवं सहायक आयुक्त कार्यालय तथा 5वीं मंजिल में पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थापित किए गए हैं। तैयार किए गए मिनी सचिवालय भवन के हर मंजिल में मीटिंग हाॅल और प्रतीक्षालय कक्ष बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त भवन में लिफ्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। इस अवसर पर चिंतपूर्णी के विधायक सुदर्शन बबलू, ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती, पूर्व कांग्रेस विधायक ऊना सतपाल सिंह रायजादा, उपायुक्त ऊना राघव शर्मा, एसपी अर्जित सेन ठाकुर, एडीसी महेंद्र पाल गुर्जर, एसी वरिंदर शर्मा, एसडीएम विश्वमोहन देव चैहान, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रणजीत सिंह राणा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव अशोक ठाकुर, प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष अखिल अग्निहोत्री, जिला कांग्रेस कमेटी महासचिव प्रवीण शर्मा, मंडलाध्यक्ष हरोली सतीश बिट्टू, पूर्व निदेशक केसीसी बैंक योगराज योगा, संतोष दास बाबा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रेस क्लब ऊना के अध्यक्ष सुरेंदर शर्मा का उनके निवास स्थान पर कुशलक्षेम जाना तथा उनके जल्द स्वस्थ होने कि कामना की। गत सोमवार को मैहतपुर में पत्रकारों की टीम ट्रक यूनियन के धरना प्रदर्शन के कवरेज़ के लिए गई थी, धरना प्रदर्शन के दौरान कुछ अराजक तत्व ने प्रेस क्लब ऊना के अध्यक्ष पर हमला किया था, जिसमें वे घायल हो गए थे। उप मुख्यमंत्री ने घटना की पूरी जानकारी हासिल की। उन्होंने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए बताया कि मीडिया पर हमला किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह हमेशा से ही स्वतंत्र पत्रकारिता के पक्षधर रहे हैं क्योंकि पत्रकारिता को किसी भी बंधन में नहीं बाँधा जा सकता। उन्होंने बताया कि पत्रकारों पर किया गया हमला और बदसलूकी दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह के कृत्य की हम कड़े शब्दों की निंदा करते हैं। डिप्टी सीएम ने बताया कि जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को इस कृत्य के लिए कड़ी कार्यवाही करने के सख्त निर्देश जारी किए जा चुके हैं। किसी भी व्यक्ति को कानून को अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं है। इस अवसर पर पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, जिला कांग्रेस समिति अध्यक्ष रणजीत सिंह राणा, महामंत्री प्रमोद कुमार, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अशोक ठाकुर, प्रेस क्लब ऊना के पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
आज सुबह 03:40 पर बल्लभगढ़ बस अड्डे से बैजनाथ हिमाचल प्रदेश गई हरियाणा रोडवेज की बस HR 38 9607 , ऊना के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जानकारी के अनुसार संतुलन बिगड़ने से बस एक पेड़ के साथ टकरा कर बडूही में एक घर में जा घुसी। उस घर के 2 मेंबर समेत 7 सवारियां घायल हुई और बस सवार 2 लोगों की मौत हो गई l मौके पर पुलिस ने आ कर कार्रवाई शुरू कर दी और घायलों को एंबुलेंस की मदद से हॉस्पिटल भेजा गया है l
श्री श्याम परिवार ऊना की तरफ से एक शाम खाटू के नाम विशाल धार्मिक कार्यक्रम प्रथम श्री श्याम वंदना महोत्सव का आयोजन रामलीला ग्राउंड में शनिवार की शाम को किया गया, जिसमें मुख्यरूप से विश्व विख्यात गायक कन्हैया मित्तल उपस्थित रहे। उनके इलावा कार्यक्रम में सोनू सेठी, श्रुति शर्मा, कशिश पहावा पटियाला व ऊना के कलाकार कुमार लवली ने अपनी प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम के दौरान हवन यज्ञ किया गया। कार्यक्रम के चलते बारिश का माहौल बन गया जिसके चलते श्रद्धालु छाते लेकर बैठे रहे। जहां सफलता के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में भव्य दरवार बनवाया गया था। जिसकी ऊंचाई 70 फुट थी। तो वहीं छप्पन भग का प्रसाद बांटा गया। कार्यक्रम में कन्हैया मित्तल करीब 9 बजे मंच पर आए। जहां उन्होंने लगातार मंच पर हजारों भजन गाकर समा बांधा और उपस्थित श्रद्धालुओं को भजनों पर खूब नचाया। मित्तल ने कार्यक्रम की शुरूआत सुनो मेरे भगवान भजन गाकर किया। इसके बाद हे श्याम मुझे तेरी जरूरत है, खाटू वाले श्याम जी कमाल हो गया, गजब मेरे खाटू वाले, खाटू वाले श्याम धनी, हारा हूं बाबा पर तुझ पर भरोसा है, लाडला खाटू वाला जैसे हजारों भजन कन्हैया मित्तल ने सुनाए। सिया राम जय जय राम, बाबा श्याम से मिला दें, जो राम को लाएं हैं हम उनको लाएंगे की धून ऐसी छेड़ी, तो पंडाल में बैठे सभी खाटू श्याम भक्त झूमने पर विवश हो गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा "मन की बात" कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को हिमाचल प्रदेश किसान मोर्चा द्वारा राज्य स्तरीय कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं द्वारा सुना गया। यह कार्यक्रम हरोली विधानसभा क्षेत्र के भड़ियारा में आयोजित किया गया, जिसका आयोजन जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा व भाजपा नेता धर्मेंद्र राणा द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से किसान मोर्चा के राज्य अध्यक्ष हुक्म सिंह बैंस उपस्थित हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुनने के बाद हुक्म सिंह बैंस ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व जनता के बीच दूरी को कम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जिस प्रकार से मन की बात कार्यक्रम में जनता की आवाज को रखते हैं, उससे निश्चित रूप से जनता प्रभावित हुई है और किसान, बागवान उत्पादन, लोकल फॉर वोकल अनेक गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी, साधारण व्यक्ति क्या कर रहा है समाज में क्या परिवर्तन आ रहा है, उसकी जानकारी प्रधानमंत्री स्वयं देते हैं। इसलिए यह अपने आप में ऐसा कार्यक्रम है जो इतिहास बना रहा है। उन्होंने जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष धर्मेंद्र राणा द्वारा किए गए बेहतर कार्यक्रम को सराहा। बैंस ने कहा कि संगठन को मजबूत बनाने के लिए लगातार काम किसान मोर्चा के पदाधिकारी करें और प्रधानमंत्री के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जाए। इस अवसर पर किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष भाजपा के नेता धर्मेंद्र राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री जनता के मन की बात करते है । उन्होंने कहा कि किसान मोर्चा के राज्य स्तरीय निर्देश पर भड़ियारा में कार्यक्रम किया गया है। वहीं कार्यकर्ता बूथ में भी मन की बात कार्यक्रम में शामिल रहे हैं। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष नवदीप ठाकुर, संजीव ठाकुर, पुरींदर विक्रम, भांडियरा से बलबीर सिंह ओंकार, सिंह, कुलविंदर राणा,जोगिंदर सिंह,बाल कृष्ण, प्रद्युम्न ,बलविंदर सिंह, निर्जला देवी, सुमन देवी व गांववासी उपस्थित रहे।
ऊना में बुलेट की एनओसी ट्रांसफर मामले में अदालत के आदेश पर केस दर्ज मामले को एडीसी बिलासपुर निधि पटेल ने गलत आरोप बताया है। उन्होंने बताया कि अदालत द्वारा केवल एक व्यक्ति राजीव सिंह के विरुद्ध केस दर्ज करने का आदेश दिया गया था, जबकि एसएचओ ऊना द्वारा कोर्ट के आदेशों की अवेहलना करते हुए मेरा नाम इस केस में जोड़ा गया और मीडिया को गलत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इस केस के माध्यम से उनका नाम खराब करने का प्रयास किया गया है। इस संबंध में उच्च अधिकारियों से पत्राचार किया जा रहा है और इस केस में गहराई से जांच की मांग की जाएगी। इस मामले में डीसी उना राघव शर्मा ने भी जांच रिपोर्ट तलब की और जानकारी ली और पुलिस के उच्च अधिकारियों ने भी इस मामले को लेकर कोर्ट के जो ऑडर हुए उसके बाद जो जानकारी दी गई, उस पर तफ्तीश की और पाया कि केस दर्ज करने को लेकर गलत जानकारी दी गई थी और डीसी राघव शर्मा के समक्ष पुलिस ने इसकी गलती को माना। उस समय ऊना की एसडीएम डॉ निधि पटेल को लेकर कोर्ट ने कोई ऑडर नहीं किये है। निधि पटेल वर्तमान में एडीसी बिलासपुर हैं।
बच्चों के मन में कुछ करने के लिए कुछ हिम्मत हो तो वे निश्चित रूप से उस लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं। घर से मिले संस्कार और बच्चे की हिम्मत उससे ऐसा कार्य करवा देते हैं, जिसकी पहचान दूर तलक पहुंचती है। ऐसा ही कुछ किया है ऊना की बेटी नलिनी सिंह ने, जिसे प्रदेश के राज्यपाल ने अभी हाल ही में सम्मानित किया और देश के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने ट्वीट कर सराहा है। नलिनी सिंह 7 साल की है और चौथी कक्षा में पढ़ती है। जब उसके पिता क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में चिकित्सक के पद पर तैनात रहे थे, एक टीबी रोगी की पहचान हुई, जो कि प्रवासी थी और उसे मदद की जरूरत थी। डॉ. अत्री ने इस रोगी को लेकर घर में जाकर अपनी बेटी नलिनी सिंह से बात की और कहा कि क्या वह इस रोगी की मदद करना चाहेगी और यह भी बताया कि अगर मदद करनी है तो जो पॉकेट मनी उसे मिलती है, उसमें से करनी पड़ेगी। 7 साल की नलिनी इसके लिए तैयार हो गई और उसने खुशी-खुशी इस रोगी को अडॉप्ट कर लिया और उसके लिए न्यूट्रिशन और किट देने की व्यवस्था शुरू कर दी। अब यह लगातार दो महीने की किट उसे पहुंचाती है। अभी हाल ही में हमीरपुर से आकर किट रोगी को दी और उसका हौसला भी बढ़ाया। नलिनी ने कहा कि पापा की प्रेरणा से मैं यह कर पाई हूं। वहीं, डीसी ऊना राघव शर्मा ने कहा कि इसे सराहनीय करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे अन्य बच्चों को भी घर से प्रेरणा मिले। उन्होंने केंद्रीय मंत्री द्वारा किए गए ट्वीट के लिए उनका आभार व्यक्त किया और कहा कि निश्चित रूप से ऐसे बच्चों को और हौसला मिलता है।
केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर रविवार को चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय प्रवास के दौरान प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मैड़ी पहुंचे। इस मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने भी केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का जोरदार नारेबाजी करते हुए गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया। केंद्रीय मंत्री के चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान पूर्व विधायक बलबीर चौधरी और पूर्व विधायक राजेश ठाकुर भी मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम के दौरान स्थानीय संस्थाओं द्वारा केंद्रीय मंत्री को पुष्प गुच्छ, शॉल, टोपी और गुर्ज देकर सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर अनुराग ठाकुर ने गांधी परिवार को जमकर निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश में जिस तरह का माहौल बनाने का प्रयास कर रही है उन्हें समझ लेना चाहिए कि गांधी परिवार के लिए देश में कोई विशेष और अलग तरह का कानून बनने वाला नहीं है। जो कानून देश के हर नागरिक के लिए हैं वहीं कानून राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिए भी सामान है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को तुरंत अपने व्यवहार और अपनी भाषा के लिए माफी मांगनी चाहिए। लेकिन उल्टा राहुल गांधी कांग्रेस के तमाम नेता और कार्यकर्ताओं को देश के संविधान और कानून के उल्लंघन का पाठ पढ़ा कर देश में अराजकता का माहौल पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। और क्या कर बेहतर होता कि राहुल गांधी माफी मांगते और आगे बढ़ना चाहिए था। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार ने लगातार काम किया है उन्होंने कहा कि 9 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है। इस पर 15 मई से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा ।उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल को 100 वां एडिशन मन की बात का आ रहा है ,इसे बूथ स्तर पर 100 लोगों के साथ हर कार्यकर्ता सुने और बड़ा कार्यक्रम से बनाया जाए ।उन्होंने कहा कि विश्व में पहले प्रधानमंत्री हैं जो 100वीं मन की बात कर रहे हैं जो देश की बात होती है। कुर्सी से उतरने के बाद क्यों जागे मलिक सत्यपाल मलिक के बयान से किनारा करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि उनके बयान हास्यास्पद हैं। उन्होंने कहा कि सत्यपाल मलिक को यह भी बताना चाहिए कि कुर्सी से उतरने के बाद ही उन्हें इस तरह के बयानों की याद क्यों आई। अनुराग ने कहा कि केवल मात्र समाचारों की सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह की बयानबाजी कोई नई बात नहीं है।
श्री श्याम परिवार द्वारा ऊना मुख्यालय के रामलीला ग्राउंड में 29 अप्रैल को विशाल धार्मिक आयोजन का किया जा रहा है। एक शाम खाटू वाले के नाम पहली बार करवाई जा रही है। इस विशाल धार्मिक कार्यक्रम में विश्व विख्यात भजन सम्राट कन्हैया मित्तल चंडीगढ़ वाले बाबा श्याम का गुणगान करेंगे। 29 अप्रैल को शाम 6 बजे रामलीला मैदान में यह कार्यक्रम शुरू होगा, जिसमें हिमाचल व पंजाब से हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे। श्री श्याम परिवार ने प्रथम श्री श्याम वंदना महोत्सव के कार्यक्रम की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस कार्यक्रम का नाम एक शाम खाटू वाले के नाम प्रथम श्री श्याम वंदना महोत्सव रखा गया है। इस कार्यक्रम में भजन सम्राट कन्हैया मित्तल जहां खाटू श्याम बाबा की की महिमा का गुणगान करेंगे। वही मनविंदर सिंह चौहान ट्रस्टी श्री खाटू श्याम मंदिर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम में सोनू सेठी, श्रुति शर्मा, कशिश पहावा पटियाला व ऊना के कलाकार कुमार लवली भी अपनी प्रस्तुतियां देंगे। श्री श्याम परिवार ऊना के पंकज अरोड़ा, अंकुश साहनी, मधुर कौशल, अनुज मेहन,राजीव सोहेल, दीपक शर्मा, शालिनी अरोड़ा, कंवर कुमार प्रिंस ,सरीन जितेंद्र ,सरीन अनुज अग्रवाल, भारत भूषण सागर आगरा, अक्षित शर्मा व रोहित ओहरी ने बताया कि पहली बार श्री श्याम भजन अमृत का कार्यक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाज का सहयोग इसमें प्राप्त हो रहा है। यह बेहतरीन धार्मिक आयोजन हो इसके लिए हर व्यवस्था की जा रही है ।उन्होंने कहा कि कार्यक्रम 6:00 बजे पूजा अर्चना के साथ साथ शुरू होगा और प्रभु इच्छा तक चलेगा। इसमें श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था भी रहेगी, छप्पन भोग का प्रसाद भी मिलेगा, अखंड ज्योति चलेगी। भव्य दरबार बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि खाटू श्याम जी की कृपा से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है और इसमें बेहतरीन व्यवस्थाएं बने इसके लिए सभी आमंत्रित भी हैं और सब अपना सहयोग भी दें।
ऊना जिला प्रशासन के साथ टीबी उन्मूलन पर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इस अभियान में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि निःक्षय मित्र की प्रेरणा सभी को मिलनी चाहिए, तभी लोग स्वेच्छा से आगे आएंगे। राज्यपाल ने कहा कि आज पूरी दुनिया में टीबी उन्मूलन की दिशा में गंभीरता से काम हो रहा है। अभियान को सफल बनाने के लिए राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री स्वयं लोगों को इस बारे में प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज अधिकांश लोग टीबी उन्मूलन के प्रति जागरूक हैं लेकिन उनका सक्रिय योगदान लेने की आवश्यकता है। इसके लिए विभाग के कर्मियों को क्षेत्र में निकलने की जरूरत है। उन्होंने आश्वस्त किया कि निःक्षय मित्र बनने में राजभवन भी हरसंभव मदद देगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टीबी रोगियों को दवाओं की कमी नहीं होनी चाहिए और समय-समय पर रोगियों से बात कर उनकी प्रतिक्रिया भी लेते रहें। राज्यपाल ने इस अवसर पर रेडक्रॉस की वार्षिक रिपोर्ट जारी की तथा रेडक्रॉस के रैफरल ड्रॉ के 5 विजेताओं को 1.12 लाख रुपये हजार रुपये का चेक भेंट किया। उन्होंने निःक्षय मित्र और टीबी चौंपियन को पुरस्कृत भी किया। उन्होंने टीबी चौंपियन और निःक्षय मित्र से संवाद भी किया। राज्यपाल ने टीबी रोगियों को हाईजीन किट और न्यूट्रिशन किट भी वितरित किए। इससे पूर्व, उपायुक्त ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा जिला स्तर पर टीबी उन्मूलन की दिशा में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंजु बहल ने टीबी उन्मूलन में विभागीय गतिविधियों से राज्यपाल को अवगत करवाया। डब्ल्यूएचओ परामर्शी डॉ. आत्मिका नायर ने टीबी कार्यक्रम के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। रोहित जाफा के दिवांश और गोल्डी द्वारा डिजीटल हैंड एक्स-रे मशीन की प्रस्तुति भी दी गई। पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज जिला परिषद सभागार ऊना में केंद्र प्रायोजित एवं जिला स्तर पर कार्यान्वित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने जहां केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट ली, वहीं अधिकारियों से प्राकृतिक कृषि, नशामुक्ति तथा मोटे अनाज की खेती बारे जागरूकता पर कार्य करने की अपील भी की। राज्यपाल ने कहा कि जिला स्तर पर केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओें को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाना चाहिए और इसमें गुणात्मकता का भी ध्यान रखना चाहिए। इसके साथ-साथ लोगों को योजनाओं के बारे में जागरूक करने का दायित्व भी अधिकारियों का है। शुक्ल ने कहा कि योजनाओं को कार्यान्वित करने से पूर्व अधिकारी स्वयं इन योजनाओें से संतुष्ट होने चाहिए तभी वे समर्पण से कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर योजना का लाभ हो रहा है तो उस पर दृढ़ता से काम होना चाहिए। यदि योजना में कहीं कोई कमी है तो इस बारे में भी सरकार को अवगत करवाने का सामर्थ्य होना चाहिए तभी योजना व लोगों से न्याय कर सकते हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि जिले के अनेक विभागों का कार्य काफी संतोषजनक है। उन्होंने कहा कि कार्य के प्रति अधिकारियों में उत्साह नजर आना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है और यहां नशे के अवैध धंधे के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने ऊना प्रवास के दौरान उन्होंने नशानिवारण केंद्र का दौरा भी किया। ऐसे केंद्रों में और बेहतर सुविधाएं मिलनी चाहिएं। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ पूरे समाज को मिलकर कार्य करना है क्योंकि नशे का समाज पर वितरीत प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि रसायन खेती से आज जमीन बंजर हो रही है और जो अन्न पैदा हो रहा है वह स्वास्थ्य की दृष्टि से नुकसानदायक है। इसलिए हमें किसानों को प्राकृतिक कृषि के प्रति प्रेरित करने की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभिन्न योजनाओें के लिए स्वीकृत राशि का सदुपयोग सुनिश्चित होना चाहिए और काम की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर ही कार्य को गति देनी चाहिए तभी सभी को लाभ मिल सकता है। इस अवसर पर राज्यपाल ने हरोली के पोलियां बीत में 1923 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे बल्क ड्रग पार्क की स्थिति की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने हिन्दुस्तान पैट्रोलियम कैमिकल लिमिटेड (एच.पी.सी.एल) द्वारा जीतपुर मेड़ी में बनने वाले फर्स्ट जनरेशन एथिनल प्लांट का कार्य, मातृ एवं शीशु उपचार केंद्र, पी.जी.आई. सैटेलाईट सेंटर, हरोली के सलोह में बन रहे केंद्रीय विश्वविद्यालय, क्रिटिकल केयर यूनिट, नेशनल कैरियर सेंटर फॉर डिफरैंटली एबल्ड चाइल्ड तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यों की समीक्षा की तथा सभी कार्यो को निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि विभाग को मोटे अनाज को लेकर भी लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष को ‘पोषक अनाज वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे ‘श्री अन्न’ का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि विभाग को चाहिए कि वे किसानों को इसके लाभ के बारे में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व इस दिशा में ध्यान दे रहा है। इसलिए इस की सफलता विभागीय कर्मियों पर निर्भर करती है। उन्होंने विभाग को इस बारे में अधिक से अधिक शिविर लगाने के निर्देश दिए। बैठक में जानकारी दी गई कि नंगल से तलवाड़ा रेलवे लाईन में दौलतपुर से तलवाड़ा मिसिंग लिंक का कार्य शुरू किया जा चुका है, जिसपर 289 करोड़ रुपये भारत सरकार द्वारा व्यय किए जा रहे हैं। इस अवसर पर उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने राज्यपाल का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में जिले को राज्य सरकार द्वारा ‘राज्य गुड गवर्नेंस इंडेक्स’ में तृतीय स्थान हासिल किया। उन्होंने राज्यपाल को केंद्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न योजनाओं की प्रगति की विस्तृत जानकारी दी।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज ऊना जिला के कोटलां खुर्द में कुष्ठ आश्रम का दौरा किया। मां छिन्नमस्तिका कुष्ठ आश्रय सोसाइटी द्वारा संचालित इस आश्रम में करीब 40 कुष्ठ रोगी अपने परिवारों के साथ रह रहे हैं। राज्यपाल ने इस अवसर कुष्ठ रोगियों की सेवा के लिए कोटलां खुर्द पंचायत प्रधान ममता रानी तथा जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। यहां स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जा रहा है और कुष्ठ रोगी उचित दवा भी ले रहे हैं। उन्होंने यहां के आवासीयों के बच्चों को समुचित शिक्षा प्रदान करने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि उचित उपचार से आज इस तरह के रोगियों की संख्या में कमी आई है। उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश में ऐसे आश्रमों से जुडे़ रहे हैं और उनकी समस्याओं से भलीभांति परिचित हैं। उन्होंने आवासियों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए और कहा कि उनके आवास के लिए वह व्यक्तिगत तौर पर भी प्रयास करेंगे। उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि वे कुष्ठ रोगियों की सहायता के लिए आगे आएं। ग्राम पंचायत प्रधान ममता रानी ने राज्यपाल का स्वागत किया। कुष्ठ आश्रम के लाल बहादुर ने राज्यपाल को आश्रम की समस्याओं से अवगत करवाया। उपायुक्त राघव शर्मा व पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने हरोली विधान सभा क्षेत्र के बाथू में गगरेट, हरोली और मैहतपुर औद्योगिक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हरोली के पोलियां में लगभग 1923 करोड रूपए की लागत से बल्क ड्रग पार्क का निर्माण किया जा रहा है जो कि प्रदेश का सबसे बडा पार्क होगा। इस अंतर्राष्ट्रीय पार्क के बनने से अनेकों लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्र बाथू-बाथड़ी में स्ट्रीट लाईटों, अमराली क्षेत्रां औद्योगिक क्षेत्र में पर्याप्त जल सुविधा मुहैया करवाने के लिए बूस्टर पंप प्राथमिकता के आधार पर चरणबद्ध तरीके से लगाए जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने बाथड़ी में सीवरेज़ और डेªनेज़ सिस्टम के लिए संबंधित अधिकारियों को डिटेल प्रोजैक्ट रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर गगरेट, हरोली, मैहतपुर संघ के अध्यक्षों द्वारा समस्याओं के बारे में अवगत करवाया गया। इससे पहले उन्होंने पोलियां में बनने वाले बल्क ड्रग पार्क और टाहलीवाल में स्थित नेस्ले उद्योग का दौरा किया। ये रहे उपस्थित इस अवसर पर कुटलैहड़ विधानसभा के विधायक देवेंद्र भुट्टो, पूर्व विधायक ऊना सतपाल सिंह रायजादा, जिलाध्यक्ष कांग्रेस रणजीत सिंह राणा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव अशोक ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस सचिव पवन ठाकुर, प्रधान ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी (शिलाई) सीता राम शर्मा, बीडीसी चेयरमेन जसपाल, निदेशक उद्योग विभाग राकेश प्रजापति, एसडीएम हरोली विशाल शर्मा, संयुक्त निदेशक उद्योग विभाग अंशुल धीमान, डीएसपी हरोली, हरोली औद्योगिक संघ के प्रधान राकेश कौशल, गगरेट संघ के प्रधान प्रमोद शर्मा, मैहतपुर के प्रधान चमन कपूर, रोहित वर्मा, अंशुल वाटला, कपिल आनंद, विपुल आनंद, हिमांशु कौशल, दीपक पुरी, सुरेश शर्मा, प्रदेश रेड क्राॅस सोसाईट संयोजक सुरेंद्र ठाकुर, सुमन ठाकुर सहित अन्य संघ के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज प्रयास संस्था द्वारा जन स्वास्थ्य के 5 साल-हर घरद्वार अस्पताल कार्यक्रम के तहत डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल ऊना में आयोजित मेगा नेत्र जांच शिविर का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में किए गए प्रयासों के बेहतर परिणाम देश के सामने आ रहे हैं। उन्होंने पिछले पांच वर्षों से अस्पताल-संसद स्वास्थ्य सेवा को सफलतापूर्वक कार्यन्वित करने के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस सेवा के माध्यम से प्रदेशवासियों को मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य जांच का लाभ मिल रहा है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘स्वस्थ भारत’ के सपने को साकार करने में उनके प्रयासों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि किसी ने कभी सोचा नहीं था कि दवाओं, टीकों, चिकित्सा उपकरणों आदि के लिए हमारी विदेशों पर निर्भरता समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत में बनी कोरोना वैक्सीन ने न केवल देशवासियों के कीमती जीवन को बचाने में मदद की, बल्कि अन्य देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराकर दुनिया में एक मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि देश में अच्छे और आधुनिक स्वास्थ्य ढांचे का विकास किया जा रहा है। पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत छोटे शहरों और कस्बों में महत्वपूर्ण स्वास्थ्य ढांचे को भी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के लिए पिछले वर्षों में किए गए प्रयासों के बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं। राज्यपाल ने इस अवसर पर नेत्रों की जांच कराने आए लोगों को चश्में भी वितरित किए। उन्होंने शिविर का दौरा भी किया और नेत्र रोगियों से बातचीत की। इस अवसर पर केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्य एवं खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राज्यपाल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रयास संस्था ने चिकित्सा सुविधाओं को लेकर सशक्त प्रयास किए हैं ताकि लोगों को उनके घरद्वार के समीप ही स्वास्थ्य जांच की सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में जनता के सहयोग से हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में तीन चिकित्सा इकाइयों के साथ “अस्पताल-संसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा” शुरू की गई थी और आज राज्य के 8 जिलों में लगभग 33 एंबुलेंस सेवाएं कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ऐसे शिविर आयोजित कर लोगों को लाभान्वित करने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने राज्यपाल का स्वागत किया। पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर, पूर्व विधायक कमल चुघ, हंस फाउंडेशन में सरकारी व्यवसाय के प्रमुख पूरन सैनी, क्षेत्रीय नेत्र विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. एस.पी. सिंह देश के विभिन्न अस्पतालों के विशेषज्ञ चिकित्सक और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे। इससे पहले आज सुबह राजकीय मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सरोह ग्राउंड पहुंचने पर उपायुक्त राघव शर्मा, पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन व पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने राज्यपाल का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्पिति घाटी के अपने पहले प्रवास के दौरान घाटी के रंग में रंगे नजर आए। अपने भाषण की शुरूआत उन्होंने ‘जूले’ कहकर की, जिसका हिंदी में अर्थ है नमस्ते। जूले कहते ही स्थानीय लोगों ने जोरदार तालियां बजाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने पारंपरिक परिधान "छूबा" पहनाकर उनका स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर को भी स्पिति वासियों ने पारंपरिक परिधान पहनाया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्थानीय संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों में गहरी रुचि दिखाई और कलाकारों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कलाकारों को सम्मानित किया और सभी स्पितिवासियों को अपनी प्राचीन एवं अनूठी संस्कृति के संरक्षण के लिए बधाई भी दी।
हिमाचल प्रदेश में इन दिनों नशे का करोबार तेजी से बढ़ रहा है। बढ़ते नशे के कारोबार के चलते प्रदेश पुलिस ग्राउंड लेवल पर काम करती नजर आ रही है। जगह-जगह पुलिस द्वारा नाके लगाए जा रहे है और नशा के सौदागरों को गिफ्तार किया जा रहा है। इसी कड़ी में ऊना जिले के पंडोगा में पुलिस ने नाके के दौरान एक युवक से 852 ग्राम गांजा पकड़ा है। हरोली पुलिस ने अमित कुमार पुत्र चंद्र किशोर महतो को गिरफ्तार किया है, जो बिहार के मधेपुरा जिला के विहारी गंज का रहने वाला है और इन दिनों घालूवाल के पास झुग्गी झोपड़ी में रह रहा है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हरोली पुलिस थाना में मादक द्रव्य अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। एसपी अर्जित सेन ठाकुर मामले की पुष्टि की
हिमाचल प्रदेश को देवी-देवताओं को भूमि कहा जाता है। प्रदेश के कोने -कोने में कई धार्मिक स्थान है, जिनसे कोई न कोई गाथा जुड़ी हुई है। इनमें पूरे देश में सुप्रसिद्ध प्राचीन व ऐतिहासिक द्रोण शिव मंदिर शिवबाड़ी भी है। इस मंदिर को भगवान शिव की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यह भी माना जाता है कि इस स्थान पर गुरु द्रोणाचार्य ने पांडवों को धनुर्विद्या भी सिखाई थी। ये मंदिर ऊना जिले के उपमंडल गगरेट में स्थित है। गगरेट से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल शिवबाड़ी में महाशिवरात्रि को भगवान शिव के लाखों उपासक यहां पर माथा टेकने पहुंचते है। सोमभद्रा नदी के किनारे स्थित शिवबाड़ी मंदिर हर आने वाले को अपनी ओर आकर्षित करता है। मंदिर का इतिहास व उससे जुड़ी दंत कथाएं इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। किसी समय यह स्थान गुरु द्रोणाचार्य की नगरी थी। पांडव अपने वनवास के समय में यहाँ आ कर रुके थे। दंतकथा के अनुसार गुरु द्रोणाचार्य प्रतिदिन कैलाश पर्वत पर भगवान शिवजी आराधना करने जाया करते थे। उनकी एक पुत्री थी जिसका नाम जयाति था। उसने अपने पिता से पूछा कि वह प्रतिदिन कैलाश पर्वत पर क्या करने जाते है। तो गुरु द्रोणाचार्य ने कहा कि वह प्रतिदिन पर्वत पर भगवान शिव की आराधना करने जाते है। जयाति ने जिद्द की कि वह भी उनके साथ वहां पर जाएगी। गुरु द्रोणाचार्य ने कहा कि वह अभी छोटी है और वह घर पर ही भगवान शिव की आराधना करे। जयाति शिवबाड़ी में ही मिट्टी का शिवलिंग बनाकर भगवान शिव की आराधना करने लग पड़ी। इस प्रकार जयाति ने ओम नमः शिवाय का जाप करना शुरू कर दिया। लोभ रहित एवं सांसारिक भावनाओं से दूर बालिका को निस्वार्थ तपस्या से वशीभूत होकर भगवान शिव भी उसको बालक रूप में दर्शन देने पहुंच गए। शिव जयाति के साथ खेलते और कथा के बाद अदृश्य हो जाते। जयाति ने यह बात अपने पिता को बताई। अगले दिन गुरु द्रोणाचार्य कैलाश पर्वत पर न जाकर कहीं पास में छिप कर बैठ गए। जैसे ही वह बालक जयाति के साथ खेलने पहुंचा तो गुरु द्रोणाचार्य उस बालक के प्रकाश को देखकर समझ गए कि वह तो साक्षात् भगवान शिव है, जिस पर वह बालक के चरणों में गिर गए और भगवान ने साक्षात् उन्हें दर्शन दे दिए। भगवान ने कहा कि वह बच्ची उनको सच्ची श्रद्धा से बुलाती थी तो वह वहाँ पर आ जाते थे। जब जयाति को इस बात का पता चला तो उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना न रहा। जयाति ने भगवान शिव से वहीं पर रहने की जिद्द कर डाली। उसकी जिद्द पर भगवान शिव ने अपनी पिंडी वहाँ लाकर रख दी और वचन दिया कि बैसाखी के दूसरे शनिवार यहां पर विशाल मेला लगेगा, जिसमें वह स्वयं शमिल हुआ करेंगे। उसके बाद इस मंदिर की स्थापना हुई। भगवान शिव ने शिवबाड़ी में स्वयं अपने हाथों से शिवलिंग की स्थापना की है। बैसाखी के बाद आने वाले दूसरे शनिवार को वह दिन माना जाता है जिस दिन भगवान शिव पूरा दिन यहाँ विचरण करते है। मंदिर की विशेषताएं इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग की यह विशेषता है कि यह धरती में धंसा हुआ है। शिवबाड़ी के चारों और चार कुओं की स्थापना की गई थी। यहाँ स्थित जंगल की लकड़ी का उपयोग भी केवल मुर्दो को जलाने के लिए किया जाता है। जो भी इस जंगल की लकड़ी का उपयोग अन्य कार्यों के लिए करने की कोशिश करता है, उसे अनिष्टता का सामना करना पड़ता है। वहीं इस शिवलिंग की पूरी परिक्रमा ली जाती है, जबकि आमतौर पर शिवलिंग की आधी परिक्रमा ली जाती है। वहीं यदि क्षेत्र में बारिश न हो तो गांव वाले नीचे स्थित कुएँ में से जल भरकर शिवलिंग पर चढ़ाते है। जब वह पानी शिवलिंग से बहता हुआ नीचे सोमभद्रा नदी में जा मिलता है तो बारिश हो जाती है। यदि पानी न मिले तो बारिश नहीं होती। सिद्ध महात्माओं की तपस्थली है शिवबाड़ी शिवबाड़ी गुरु द्रोणाचार्य सहित कई सिद्ध महात्माओं की तपस्थली रही है। कई सिद्ध महात्माओं की समाधियां आज भी यहाँ स्थित है। इन सिद्ध महात्माओं में से एक थे महात्मा बलदेव गिरी जी। कहा जाता है कि शिवबाड़ी में पहले भूत -प्रेतों का वास था। बलदेव गिरी जी ने यहाँ घोर तप करके इस शिवबाड़ी को अपने मन्त्रों से कील दिया था। पहले वहाँ जाने पर तो दिन में भी लोग डरते थे,लेकिन अब तो रात के समय में भी लोग जाते है और मंदिर में रहते भी है। केवल शव जलाने के काम आती है जंगल की लकड़ी शिवबाड़ी मंदिर के चारों और घना जंगल फैला हुआ है जिसमें करोड़ों की वन संपदा की रक्षा भगवान भोले नाथ कर रहे है। करीब 678 कनाल में फैला विशाल जंगल अपने सौंदर्य को सहेजे हुए है। इस जंगल की लकड़ी केवल शव जलाने के काम आती है। लकड़ी का लाभ आम आदमी नहीं ले सकते। इस जंगल की लकड़ी को साथ ले जाने पर अमंगल हो सकता है। महाशिवरात्रि व बैसाखी पर लगता है मेला महाशिवरात्रि व बैसाखी पर मंदिर में लाखों की तादाद में शिव भक्त पहुंचकर पूजा- अर्चना करते है। इस मंदिर से आज तक कोई भी खाली हाथ नहीं लौटा है। मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाता है।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना की रफ़्तार लगातार बढ़ती जा रही है। संक्रमण के आंकड़ों में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, कोरोना की संक्रमण दर भी अब आठ प्रतिशत को पार कर चुकी है। बीते कल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश भर में कुल 5226 लोगों के सैंपल लिए थे। इनमें से 422 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि दो लोगों की कोरोना से मौत हुई है। इनमें एक मौत ऊना और एक मौत कुल्लू जिला में हुई है। कोरोना के नए मामले कोरोना वायरस के नए मामलों में बिलासपुर जिला में 30, चंबा में 10, हमीरपुर में 71, कांगड़ा में 126, किन्नौर में सात, कुल्लू में आठ, लाहुल-स्पीति में आठ, मंडी में 85, शिमला में 23, सिरमौर में 21, सोलन में 20 और ऊना जिला में 14 नए मामले आए हैं। इन मामलों के साथ ही प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 1762 हो चुके हैं, जबकि संक्रमण दर प्रदेश में 8.7 प्रतिशत हो चुकी है। कोरोना का संक्रमण मंडी, हमीरपुर और कांगड़ा जिला में सबसे ज्यादा है। एक्टिव केस की बात करें तो कांगड़ा जिला में 394, बिलासपुर में 143, चंबा में 171, हमीरपुर में 314, कांगड़ा में 392, किन्नौर में 26, कुल्लू में 60, लाहुल-स्पीति में 20, मंडी में 315, शिमला में 136, सिरमौर में 112, सोलन में 117 और ऊना में 56 एक्टिव केस है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करे।


















































