सहायक अभियंता 132 केवी सब स्टेशन देहरा शांति भूषण ने जानकारी दी कि 6 नवंबर को मरम्मत एवं सामान्य रखरखाव कार्य के चलते सब स्टेशन देहरा के अंतर्गत सभी 33 के.वी फीडर डाडासीबा, हरिपुर, परागपुर, नादौन, कांगड़ा तथा सभी 11 के.वी फीडर कुंडलीहार, खबली, देहरा, ढलियारा, परागपुर व गुम्मर की विद्युत आपूर्ति सुबह 9:30 से शाम कार्य समाप्ति तक बाधित रहेगी। उन्होंने सभी उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
डीएवी स्कूल भड़ोली के बच्चों ने तीन दिवसीय स्टेट शतरंज टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है। अंडर-14 में शौर्य बहल का नेशनल टूर्नामेंट के लिए चयन हुआ है। शौर्य ने अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन देकर अपने विद्यालय के नाम को गौरवान्वित किया है। प्रधानाचार्य सुरजीत कमार राणा ने बताया कि यह प्रतियोगिता गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल बिलासपुर में 30 अक्टूबर से 3 नवंबर को करवाई गई थी। इसमें अंडर-14 आयु वर्ग के लड़के और लड़कियों ने भाग लिया। हमारे विद्यालय के बच्चों ने प्रतियोगिता में जिला कांगड़ा का नेतृत्व करते हुए शौर्य बहल, नलिन शांडिल और शिवेन ने द्वितीय स्थान अर्जित करके मेडल और प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया। इसी तरह अंडर-14 में शौर्य बहल अपना बेहतरीन प्रदर्शन देकर गोल्ड मेडल हासिल करके अपना नाम नेशनल में दर्ज करवाया। विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर प्रधानाचार्य ने प्रार्थना सभा में बच्चों का स्वागत किया और बधाई दी तथा उन्हें अग्रणी प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं दीं और दूसरे बच्चों को भी इन प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। प्रधानाचार्य ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि इस खेल से विद्यार्थियों का मानसिक विकास तो होता ही है साथ में एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता भी बढ़ती है।प्रधानाचार्य ने इस उपलब्धि के लिए बच्चों, अध्यापकों व अभिभावकों को बधाई दी।
- प्रदेश की कांग्रेस सरकार हर मोर्च पर हुई विफल - खनन, चोरी, डकैती, गोली चलना हुआ आम बात ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार पर कड़ा हमला बोला है। भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सतपाल सत्ती ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार में कानून-व्यवस्था का जनाजा निकल गया है। सरकार हर मोर्चे पर बुरी तरह विफल हो गई है, पूरे प्रदेश में गोलियां चलना, अवैध खनन, चोरी, डकैती, गैंगवार आम बात हो गई है और पुलिस नकेल कसने में पूरी तरह विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक इशारों पर माफिया को संरक्षण मिल रहा है, पैसा कमाने में कांग्रेस के नेता लगे हुए हैं जो आसामाजिक तत्वों को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से नियमों को तक पर रखकर खनन हो रहा है यह अपने आप में चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि सरकार बताएं ?अधिकारी बताएं कि ऐसे खनन को नियमों के विपरीत जो हो रहा है किसका संरक्षण प्राप्त है? सतपाल सत्ती ने कहा कि कांग्रेस के नेता सरकार के संरक्षण में धंधा चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से गोलीबारी की घटनाएं हो रही है उसे लोगों में दहशत है .उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री के क्षेत्र में गोली चली, लोग बच गए लेकिन आज तक यह पता नहीं चला कि कौन लोग हैं? जिन्होंने गोली चलाई पुलिस उसे पर क्या कार्रवाई कर रही है? उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में जो विकास के लिए पैसा आया उसी से विकास के कार्य हो रहे हैं ।केंद्र सरकार से जो पैसा आ रहा उस विकास के कार्य हो रहे हैं और कांग्रेस की सरकार व नेता अपना श्रेय लेने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के हारे हुए नेता किस प्रकार से उद्घाटन व शिलान्यास कर रहे हैं, उनकी क्या हैसियत है। सरकार को यह बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्मचारी व अधिकारी को भी किसी पार्टी का एजेंट बनकर काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊना सदर के पूर्व विधायक बताएं कि वह किस हैसियत से स्कूलों में और अन्य कार्यक्रमों में जा रहे हैं । सत्ती ने कहा कि नगर परिषद के क्षेत्र में हुए एक कार्यक्रम में जिस प्रकार से नगर परिषद की अध्यक्ष व उपाध्यक्ष , वार्ड के पार्षद व अन्य पार्षदों को बुलाया नहीं गया यह साबित करता है कि कांग्रेस के इशारे पर भाजपा के प्रतिनिधियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का काम हो रहा है ।उन्होंने कहा कि नगर परिषद भाजपा की है ऐसे में हम अपने जनप्रतिनिधियों का अपमान नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हम पूरी लड़ाई लड़ेंगे, मान सम्मान की। इस अवसर पर ऊना भाजपा के मंडल अध्यक्ष हरपाल गोगी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोहर लाल शर्मा ,जिला भाजपा महामंत्री राज कुमार पठानिया, मंडल महामंत्री अशोक उपस्थित रहे।
भारतीय जनता पार्टी श्री नयनादेवी जी अप्पर मंडल के युवा मोर्चा अध्यक्ष अमन गुप्ता ने स्थानीय विधायक रणधीर शर्मा व अन्य प्रमुख कार्यकर्ताओं से चर्चा करने के उपरांत अप्पर मंडल युवा मोर्चा कार्यकारिणी की आज घोषणा कर दी। उन्होंने चंदपुर सिकरोहा से देवेंद्र ठाकुर, पलोग से मनोज कुमार, खुई मैहथी से विकम मिन्हास, साई खारसी से प्रवीण शर्मा और कोठीपुरा से कर्ण शर्मा को उपाध्यक्ष मनोनीत किया है। उन्होंने जुखाला से अंकुश ठाकुर व राजपुरा से विशाल ठाकुर को महामंत्री नियुक्त किया है। उन्होंने कहा कि काहली दयोथ से देवेंद्र जम्वाल, सुई सुरहाड से राहुल वर्मा, कचौली से जसपाल ठाकुर, आशामझारी से बलदेवराज, पंजैल कलां से रजत ठाकुर व जामली से सुनील कुमार सचिव का दायित्व निभाएंगे। उन्होंने सैकली से विक्रम ठाकुर को कोषाध्यक्ष व राजपुरा नोआ से मोहित जटट को कार्यलय सचिव का जिम्मा सौंपा है। साई ब्राहमणा से आरती शर्मा और नोआ से अजय चौधरी को प्रवक्ता व कोटला से अंकुश गौतम को मीडिया प्रभारी और करोट से गौरव ठाकुर को सह मीडिया प्रभारी बनाया गया । अमन गुप्ता ने संगलैहडी से मोहित शर्मा को आईटी सैल का संयोजक व सोलधा से मोहित ठाकुर को आईटी सैल का सह-संयोजक नियुक्त किया है। इसी तरह सोसन से मनीश ठाकुर सोशल मीडिया के संयोजक व सोलधा से अनिल ठाकुर सोशल मीडिया के सह-संयोजक रहेंगे। इसके अतिरिक्त रानीकोटला से कर्ण कुमार और अखिलेश कौशल, सायर से सुनील कुमार, साई ब्राहमणा से चमन लाल, बठोह से रमन कुमार, भोली से बंटी कुमार, सोहरा ब्यूंस रशील कुमार, मलोखर से ओम प्रकाश, क्यारन से मंजीत ठाकुर, छकोह से प्रवीण कुमार, गलौड से सोनु कुमार, साई नोडवॉ से पवन कुमार, जामला से अक्षय ठाकुर और साहिल ठाकुर, सोहरी से कैलाश कुमार, बाडनू से संदीप, आशामझारी से बलदेव राज और पंकज कुमार, गसौड से अंशुल ठाकुर, निहारखन बासला से विकास धीमान, बागखुर्द से पंकज कुमार, सोसन से अमित ठाकुर, टेपरा से कर्ण वर्मा, डाबर से लविश, कोठी मंझेड से नीरज ठाकुर, लुहारडा से विशाल ठाकुर, दयोथ से शुभम चौधरी, परोही से शुभम कुमार, तुन्हू से विशाल राणा, तलसरी कल्लर से विजय चौधरी, मुहाँऐं से विकास ठाकुर, चिल्ला से चन्दन ठाकुर, बडडू से प्रताप सिंह, मामनू से मनीष को कार्यकारिणी का सदस्य मनोनीत किया है। उसके अतिरिक्त मंडल से जिला और प्रदेश में मनोनीत पदाधिकारी व सदस्य इस मोर्चा के स्थाई आमंत्रित सदस्य रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग ने आज चार सदनों, मिल्खा सिंह सदन, मेजर ध्यानचंद सदन, मीरा बाई चानू सदन और पीवी सिंधु सदन के बीच एक क्रॉस-कंट्री इंट्राम्यूरल प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर श्याम लाल कौशल थे। विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर संजय शर्मा द्वारा मुख्य अतिथि का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर श्याम लाल कौशल ने अपने संबोधन में व्यक्ति के जीवन में खेल के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया और युवाओं को खेल को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कार्यक्रम के शानदार आयोजन के लिए पदक विजेताओं और आयोजकों को भी बधाई दी। क्रॉस कंट्री प्रतियोगिता में महिला एवं पुरुष वर्ग में कुल 40 एथलीटों ने भाग लिया। पुरुष वर्ग में रितिक को प्रथम, रमेश कुमार को द्वितीय तथा मनोज कुमार को तृतीय स्थान मिला। महिला वर्ग में डिंपल ने प्रथम, श्रुति ने द्वितीय तथा सोनिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पीवी सिंधु हाउस को ओवरऑल चैंपियन घोषित किया गया, मिराबिया चानू मिल्का सिंह हाउस को उपविजेता और मिल्खा सिंह हाउस को टूर्नामेंट का दूसरा उपविजेता घोषित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन शारीरिक शिक्षा एवं युवा कार्यक्रम के निदेशक प्रोफेसर हरि सिंह ने दिया। इस अवसर पर डॉ. मनोहर लाल, एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ. अनिल कुमार, सहायक प्रोफेसर/कोच, डॉ. विक्रांत भारद्वाज, सहायक प्रोफेसर/कोच, डॉ. अमिता शर्मा, अतिथि शिक्षक, श्री रमन श्रमा और अनुसंधान विद्वान भी उपस्थित थे।
-एनसीसी से प्रेरणा लेकर मन में पाला देशभक्ति का जज्बा -अग्निवीर आरएसएस के तहत भारतीय नौसेना में हुआ चयन -ओडिशा के छिलका में पूरी करेंगी चार माह की ट्रेनिंग मंजिलें उन्हें ही मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है। पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। उक्त पंक्तियों को चरितार्थ किया है जिला सोलन के कुनिहार पंचायत के उच्चा गांव की बेटी आयुषा पंवर ने। आयुषी पंवर इंडियन नेवी में अपने सपनों को उड़ान देगी। बीएल पब्लिक स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा पाने के बाद आयुषी ने सेंट बिड्स कॉलेज शिमला में ग्रेजुएशन में दाखिला लिया। इस दौरान एनसीसी में शामिल होकर मन में देश सेवा की भावना जागृति हुई। अब आयुषी पंवर का अग्निवीर आरएसएस के तहत इंडियन नेवी में चयन हुआ है। आयुषी के दादा दुनी चंद पंवर सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हुए हंै, पिता चंद्रमोहन एक व्यवसायी हैं तो माता तारा पंवर शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रही हैं। आयुषी ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उसने जुलाई में शिमला में रिटन टेस्ट क्लियर किया था। अगस्त को दिल्ली में ग्राउंड, मेडिकल व एक और रिटन टेस्ट दिया, जिसका परिणाम 27 अक्टूबर को निकला। ईश्वर व अभिवावकों के आशीर्वाद से उसका देश भक्ति का यह सपना इंडियन नेवी में जाकर पूरा होगा। आयुषी 19 नवंबर को आईएनएस छिलका, ओडिशा में रिपोर्ट करेंगी, जहां उसकी चार माह की ट्रेनिंग शुरू होगी।
आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर देशभर में 2 साल से मनाए गए अमृत महोत्सव समारोह के साथ 'मेरी माटी, मेरा देशÓ अभियान का नई दिल्ली में समापन हुआ और 7500 अमृत कलशों के जरिए देश भर के प्रत्येक गांव की मिट्टी दिल्ली लाई गई। इसमें चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी से रेखा राणा ने भी मिट्टी का कलश राजधानी दिल्ली पहुंचाया। 30 अक्टूबर को एक साथ दिल्ली में कर्तव्य पथ के पास रखे भारत कलश में इक_ा किया गया। विशाल कलश में लाई गई मिट्टी और पौधों को मिलाकर राष्ट्रीय युद्ध के पास अमृत वाटिका बनाई जाएगी। इस मौके पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अलग-अलग हिस्सों से अमृत कलश लेकर नई दिल्ली में कर्तव्य पद पर पहुंचे युवाओं का उत्साह बढ़ाया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत को एकत्रित रखना है आपको बताते चली मिट्टी को नमन वीरों का वंदन इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रहा। दो विश्व युद्धों के दौरान जितने भी वीर वीरांगनाएं शहीद हुए हैं। उनकी शहादत को याद करते हुए इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया, जिसके तहत पूरे भारतवर्ष से प्रत्येक गांव प्रत्येक घर से एक चुटकी मिट्टी लाकर कर्तव्य पथ दिल्ली में विशाल कलश में डालकर कर्तव्य पथ पर अमृत वाटिका का निर्माण किया जाएगा, जिसमें चंबा के जनजातिक क्षेत्र पांगी से रेखा राणा व धीरज ठाकुर का भी इस कार्यक्रम के लिए चयन हुआ था और इन्होंने भी पांगी की हर एक पंचायत से मिट्टी एकत्रित करके पहले जिला स्तरीय उसके बाद राज्य स्तरीय उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर जाकर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ साथ ही राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने हिमाचल के युवाओं को हरी झंडी दिखाकर राजधानी के लिए रवाना किया था। दिल्ली पहुंचने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल के युवाओं के साथ कर्तव्य पथ पर विशाल कलश में हिमाचल प्रदेश की पावन मिट्टी को अर्पित किया। रेखा राणा ने कहा कि सरकार द्वारा कई प्रकार के कार्यक्रम युवाओं के लिए चलाए जाते हैं जिसमें युवा शक्ति को बढ़ चढ़ के हिस्सा लेना चाहिए। साथ ही पांगी की पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा देते हुए अपनी पारम्परिक वेश भूषा में कर्त्तव्य पथ पर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए रेखा राणा ने इस विशाल कलश यात्रा में भाग लिया। इस प्रकार के कार्यक्रमों से ना केवल युवाओं का आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि आगे बड़ने की प्रेरणा भी मिलती हैं। मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के सफल समापन के उपल्क्ष पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरा युवा भारत का भी शुभारंभ भी किया है, जिसका उद्देश्य वर्ष 2047 तक देश को पूर्ण रूप से विकसित राष्ट्र बनाना है। रेखा राणा व धीरज कुमार ने कहा कि खेल, युवा मामलो मंत्री व सूचना प्रसारण मंत्रालय अनुराग ठाकुर जी ने हिमाचल प्रदेश के युवाओं को दिल्ली स्थित अपने सरकारी आवास में आमंत्रित कर उनसे शिष्टाचार भेंट कर उनके लिए रात्रि भोज का भी प्रबंध किया गया था।
-यही हाल रहा तो एक साल में 12000 करोड़ हो जाएगा आंकड़ा -न गारंटियां पूरी की, न कोई विकास कार्य भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा कि कारण नंदा द्वारा लगाई आरटीआई में जानकारी मिली है कि 10 महीने में प्रदेश सरकार द्वारा 10300 करोड़ का कर्ज लिया गया है। इसके अलावा 1000 करोड़ का अन्य लोन है, जो नाबार्ड और अन्य संस्थाओं से लिया है। यदि ऐसा ही रहा तो 12 महीनों में यह लोन 12000 करोड़ का हो जाएंगे अर्थात प्रतिमाह 1000 करोड़ का लोन लिया जा रहा है, जिससे 5 वर्षों में यह लोन 60 हजार करोड़ हो जाएगा। हैरानी की बात यह है कि इस लोन से प्रदेश में कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है, न कोई संस्थान खोला गया और न ही कोई अन्य कार्य हुआ है। बिना किसी नए कार्य के यह लोन प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया है। लगभग 1500 संस्थानों को सरकार द्वारा बंद कर दिया गया, जिसमें स्कूल है, पटवार सर्कल, पीएचसी, सीएचसी और अन्य संस्थान भी शामिल है। सरकार द्वारा संस्थानों को बंद करने के लिए लोन लिया जा रहा है, कोई भी विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। बिंदल ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए बहुत सारी लुभावनी गारंटियां दीं, जैसे 1500 रुपये महिलाओं को प्रतिमाह जिससे यह 18 हजार रुपये प्रति वर्ष बनता है। यह सारा पैसा 5 वर्षों में कुल 20 हजार करोड़ बनता है। जब 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार आई तब लोन था 49 हजार करोड़ और11 हजार करोड़ की देनदारियां उसके ऊपर थी, लेकिन सरकार ने नए संस्थान खोले और कई विकास कार्य भी किए, और आखिर में जब भाजपा की सरकार सत्ता छोड़ कर गई तब प्रदेश पर 76 हजार करोड़ कर्ज था।
राजकीय महाविद्यालय देहरा के युवाओं ने टीबी मुक्त भारत का संकल्प लिया। तीन नवंबर को आयोजित कांगड़ा जिला के विभिन्न रेड रिबन क्लब के पीअर एजुकेटर की कार्यशाला का आयोजन राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां में किया गया। इसमें देहरा महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग से प्रोफेसर निशा कुमारी (नोडल ऑफिसर) व विद्यार्थियों में कला संकाय से दिव्यांशु चौधरी तथा वाणिज्य विभाग से वैशाली ने पीअर एजुकेटर के रूप में सहभागिता की। कार्यशाला में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए नारे 'टीबी हारेगा, देश जीतेगाÓ पर विस्तृत चर्चा हुई, जिसके अंतर्गत देश को 2025 तक क्षय रोग मुक्त बनाने की बात की गई है । क्षय रोग मुक्त और क्षय रोग मुक्त पंचायत के लिए जागरूकता जन अभियान का आह्नान भी किया गया। पीअर एजुकेटर ने जो कार्यशाला में जानकारी प्राप्त की उस जानकारी को अन्य कॉलेज विद्यार्थियों के साथ सांझा किया। नोडल ऑफिसर और पीअर एजुकेटर ने बताया कि युवा इस बीमारी के बारे में जागरूक बनें, साथ ही युवा टीबी के मरीजों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव न कर के मिसाल प्रस्तुत करें व रोल मॉडल के रूप में आगे आए। इस रोग के खात्मे के लिए एक जन जागरण अभियान चलाने की आवश्यकता है, जिसमें युवा अहम रोल निभा सकते हैं। इसके अंतर्गत सोशल मीडिया अन्य माध्यमों से इस रोग के बारे में जागरूकता फैलाने की अपील की। इसी के साथ वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. करण सिंह पठानिया ने विद्यार्थियो को फिटनेस के बारे में जानकारी दी कि रोजमर्रा लाइफ में अपने आपको शारीरिक, मानसिक, सामाजिक तौर पर फिट कैसे रखें। महाविद्यालय के विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य आरएस गिल ने विद्यार्थियों को बधाई दी और उनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. करण सिंह पठानिया, अर्थशास्त्र विभाग से डॉ. दिनेश शर्मा, प्रो.शिवानी गुप्ता व गैर शिक्षक वर्ग से श्री अशोक जी, मुनीश जी, सावित्री,जीवन, कश्मीर,सुदर्शन,राजेश व अन्य सदस्य मौजूद रहें।
-प्रदेश के युवाओं को नौकरी तो दूर, स्वरोजगार छिनने की हो रही कोशिशें अब पर्यटन राज्य का पर्यटन उजाड़ने के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार आम्दा हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री के मीडिया कोर्डिनेटर एवं हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश भाजपा मीडिया सह-प्रभारी विश्व चक्षु ने कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश में मंदी से गुजर रहे टैक्सी कारोबार को राहत की बजाय अपनी मनमानी से कांग्रेस मार दे रही है। विश्व चक्षु ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को नौकरी-रोजगार देना तो दूर की बात हैं, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार के स्वरोजगार की बेहतरीन योजनाएं से शुरू किए गए स्वरोजगार को छिनने की हर प्रकार की ओच्छी हरकतें अंजाम दे रहे हैं। प्रदेश भाजपा मीडिया सह-प्रभारी ने कांग्रेस की सरकार, मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू व उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री से सीधा-सीधा सवाल पूछा है कि आखिर क्यों प्रदेश के युवाओं को उजाडऩे का काम किया जा रहा है? किसके कहने पर इस तरह स्वरोजगार की राह में रोड़ा अटका कर उनके घर-परिवार को सड़क पर लाने का काम हो रहा है। मात्र छह हज़ार रोड़ टैक्स के स्थान पर कई वाहनों के लिए उसे तीन गुणा बढ़ाकर 18 हज़ार कर दिया गया है, क्या ये कहीं भी किसी भी स्तर से न्यायसंगत है? उन्होंने कहा कि मात्र टैक्सी ऑपरेटर ही नहीं प्रदेश का हर नागरिक कांग्रेस के काले नियमों व मूगलों-अंग्रेजों की तरह मनमाने टैक्स लूट को लेकर अब आक्रोशित हो चुका है। पूर्व मीडिया कोर्डिनेटर टू सीएम विश्व चक्षु ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द रोड़ टैक्स में की गई अति बढ़ौतरी को वापिस लेना होगा। फैसला वापिस न लेने पर भाजपा प्रदेश के आम लोगों व युवाओं के स्वरोजगार को सुरक्षित रखने के लिए सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से भी गुरेज़ नहीं करेगी। प्रदेश भाजपा प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी विश्व चक्षु ने कहा कि इससे पहले जहां बाहरी राज्यों की मांग पर सरकार ने बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वाले वाहनों के लिए बढ़े हुए टैक्स में कटौती की है, तो वहीं दूसरी ओर हिमाचल के टैक्सी आपरेटर पर मंदी के दौर में आखिर क्यों अधिक बोझ डाला जा रहा है। उनका कहना है कि सरकार ने बाहरी राज्यों के टैक्सी आपरेटरों को छूट दे दी है, लेकिन हिमाचल के टैक्सी-मैक्सी आपरेटरों के लिए कांट्रैक्ट कैरिज बढ़ा दिया है। भाजपा मीडिया सह-प्रभारी चक्षु ने सीएम, उप मुख्यमंत्री व परिवहन निदेशक को चताते हुए जल्द से जल्द यह टैक्स वापस लेने की बात रखी है। विश्व चक्षु ने कहा कि अब जारी अधिसूचना के तहत परिवहन विभाग ने सालाना कांट्रैक्ट ऑटो रिक्शा पर प्रति वर्ष दो हजार, पांच सीटर से कम आठ हजार सालाना, 10 सीट से कम पांच से ज्यादा पर दो हजार पर सीट सालाना, 20 सीट से कम 10 से ज्यादा तीन हजार पर सीट सालाना और 23 सीटों या इससे अधिक सीट पर पांच हजार पर सीट सालाना तय किया है, यह टैक्स बहुत अधिक है। पहले आल्टो कार यानी 4+1 यानी पांच सीट से कम वाहन का सालाना टैक्स 1350 रुपए होता था। इसके अतिरिक्त सात+1 सीट वाली गाड़ी का 4800 होता था। वहीं 9+1 वाली गाड़ी का 6700 और अब यह 18 हजार रुपए बन रहा है। वहीं 12+1 वाली गाड़ी का पहले टैक्स नौ हजार रुपए सालाना टैक्स होता था। अब यह 27 हजार रुपए टैक्स बन रहा है। भाजपा प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी विश्व चक्षु ने कहा कि टैक्सी कारोबार पहले से ही मंदा चल रहा है और सरकार ने सालाना टैक्स बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार इस बढ़ाए हुए टैक्स को तुरंत वापस ले, नहीं तो झूठ की गांरटियों पर टिकी हुई कांग्रेस सरकार की कुछ दिनों की ही गांरटी रहेगी।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड में 30 अक्टूबर से 6 नवंबर तक निगम की सभी परियोजनाओं एवं कार्यालयों में सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। इस वर्ष के सतर्कता जागरूकता सप्ताह की थीम 'भ्रष्टाचार का विरोध करें; राष्ट्र के प्रति समर्पित' रहे है। टीएचडीसीआईएल में सतत आजीविका एवं सामुदायिक विकास केंद्र, ऋषिकेश के तक्षशिला हॉल में एसजेवीएन एवं टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए क्षमता-निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दंी और कहा कि यह कार्यक्रम सतर्क और जवाबदेह भविष्य के लिए टीएचडीसी और एसजेवीएन की प्रतिबद्धताओं को दर्शाता है। विश्नोई ने कहा कि टीएचडीसीआईएल ने सरकार द्वारा दिए गए लक्ष्यों को पूरा करने का भरसक प्रयास किया है और भारत में सभी को चौबीस घंटे सस्ती बिजली उपलब्ध कराने हेतु लक्ष्य में हमेशा ईमानदारी और पारदर्शिता के उच्चतम मानकों को बनाए रखा है। कार्यक्रम का उद्घाटन उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों श्री अशोक कुमार, मुख्य तकनीकी परीक्षक (इलेक्ट्रिकल विंग), सीवीसी, नई दिल्ली, श्री शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड एवं श्री प्रेम प्रकाश (आईओएफएस), सीवीओ, टीएचडीआईएल एवं एसजेवीएन के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अपने अभिभाषण के दौरान अशोक कुमार, मुख्य तकनीकी परीक्षक (इलेक्ट्रिकल विंग) ने सार्वजनिक खरीद के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताया। उन्होंने खरीदारी करने वाले अधिकारियों की अनिवार्य जिम्मेदारियों, सार्वजनिक खरीद में जोखिम प्रबंधन रणनीतियों और व्यापक निविदा प्रक्रिया पर भी प्रकाश डाला। कुमार ने सार्वजनिक खरीद की जटिलताओं, खरीद अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका और जोखिम कम करने के उपायों को उजागर किया। उन्होंने खरीद के क्षेत्र में इसके महत्व को रेखांकित करते हुए व्यापक निविदा प्रक्रिया में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की। शैलंद्र सिंह, निदेशक (कार्मिक) ने अपने संबोधन में खरीद प्रक्रिया में सतर्कता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि सतर्कता जागरूकता सप्ताह भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही लड़ाई और नैतिकता और सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की सामूहिक जिम्मेदारी है। सिंह ने कहा कि बढ़ती जटिलता और परस्पर वैश्विक निर्भरता के युग में, खरीदारी का कार्य संगठनों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, चाहे वह सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में हो। यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि यह प्रक्रिया नैतिकता और सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों का पालन करते हुए अत्यंत परिश्रम से संचालित की जाए। टीएचडीआईएल एवं एसजेवीएन के सीवीओ प्रेम प्रकाश (आईओएफएस) ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए खरीद में सत्यनिष्ठा और जवाबदेही के उपायों को कायम रखने के सर्वोपरि महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये मूल सिद्धांत न केवल पारदर्शिता और विश्वास सुनिश्चित करते हैं बल्कि सार्वजनिक संसाधनों के जिम्मेदारी पूर्ण आवंटन में भी योगदान देते हैं, जिससे ऐसी खरीद प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है जो शासन और नैतिक आचरण के उच्चतम मानकों के अनुरूप होती है।
-डीसी सिरमौर एवं श्री रेणुकाजी बोर्ड अध्यक्ष ने दी जानकारी -मेले के आयोजन व व्यवस्था को लेकर रेणुकाजी में हुई बोर्ड की बैठक सतयुगी तीर्थ कहलाने वाले श्री रेणुकाजी में होने वाले अंतरराष्ट्रीय मेले का आयोजन 22 से 27 नवंबर तक परंपरागत ढंग से धूमधाम के साथ किया जाएगा। उपायुक्त सिरमौर एवं अध्यक्ष श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड सुमित खिमटा ने यह जानकारी मेले के प्रबंधों को लेकर शुक्रवार को कुब्जा पवेलियन रेणुका जी में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने कहा कि, अंतरराष्ट्रीय मेले में सांस्कृतिक संध्याओं के आयोजन के लिए प्रसिद्ध कलाकारों को प्रस्तुतियों हेतु आमंत्रित किया जाएगा। सांस्कृतिक संध्याओं में सिरमौरी नाइट व हिमाचली नाइट का विशेष आयोजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त मेला में दंगल, वाद्य दल तथा अन्य प्रतियोगिता आयोजन किया भी प्रमुखता से किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि मेले के दौरान स्वच्छता बनाये रखने के दृष्टिगत साफ-सफाई को लेकर विशेष कार्य योजना बनाई जायेगी। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए ददाहु से रेणुकाजी तक सड़क पर रोशनी की भी समुचित व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि, मेला अवधि के दौरान 13 स्वागत द्वारों का निर्माण चयनित स्थानों पर किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि, मेले के दौरान पुलिस कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पहले की भांति अपना प्लान तैयार करे। श्री रेणुकाजी मेले के दौरान स्वास्थ्य तथा आयुष विभाग द्वारा अस्थाई डिस्पेंसरी की स्थापना, बिजली, पेयजल, सड़क की मुरम्मत, शौचालयों की व्यवस्था, खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सेंपलिंग टीम का गठन समेत मेले से जुड़े अन्य विभिन्न पहलुओं पर भी बैठक में विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त ने मेले के आरंभ से पहले ही मेला मैदान में सभी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करने के लिए कहा ताकि मेले के दौरान लोगों को असुविधाओं का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि, पार्किंग और यातायात व्यवस्था को भी बेहतर बनाया जाएगा। मेले के सफल आयोजन हेतु सभी कार्यों के लिए उप समितियों के गठन का भी निर्णय लिया गया है। डीसी ने कहा कि मेला के आयोजन से जुड़ी सभी उप समितियां अपने स्तर पर भी बैठकों का आयोजन करें ताकि मेले के स्वरूप और प्रबंधों को अंतिम रूप दिया जा सके। उन्होंने कहा कि मेला परिसर में मांस, मछली, शराब तथा पॉलिथीन प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इस अवसर पर स्थानीय विधायक विनय कुमार, एडीसी एवं उपाध्यक्ष श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड एलआर वर्मा एसडीएम नाहन एवं सदस्य सचिव श्री रेणुकाजी विकास बोर्ड रजनेश कुमार, तहसीलदार ददाहु राजेेंद्र ठाकुर के अलावा रेणुकाजी विकास बोर्ड के सरकारी और गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहे।
ज़िला ऊना के बसदेहड़ा में चल रही राज्य स्तरीय अंडर-19 छात्र खेल प्रतियोगिता में आज का दिन परागपुर बाल विद्यालय के इतिहास का स्वर्णिम दिन रहा। आज विद्यालय के छात्र कार्तिक कुमार ने भारोत्तोलन प्रतियोगिता में 61 किलो वर्ग में कांस्य पदक जीता। स्कूल के 95 वर्ष के इतिहास में ऐसा पहला मौका है, जिसमें किसी छात्र ने भारोत्तोलन प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर कोई मेडल जीता है। इस कामयाबी का सारा श्रय स्कूल की प्रधानाचार्या सीमा कौशल के कुशल नेतृत्व और विद्यालय के बहुत ही मेहनती डीपी रजनीश को जाता है, जिनके नेतृत्व में कार्तिक कुमार ने विद्यालय में कड़ी मेहनत की जिसके कारण आज ये स्वर्णिम दिन आया है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परागपुर की प्रधानाचार्य सीमा कौशल ने कार्तिक कुमार और डीपी रजनीश की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि विद्यालय में हमारे बच्चों को हर क्षेत्र में कड़ी मेहनत करवाई जाती है, चाहे पढ़ाई की बात हो या खेल की। साथ ही प्रधानाचार्य ने सभी अध्यापकों और इलाकावासियों को भी इस उपलब्धि के लिए बहुत बधाई दी।
-प्राचार्य बोले, यातायात नियमों का पालन न करने से होती हैं अधिकतर दुर्घटनाएं - सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कर स्वयं और दूसरों की बचाएं जान राजकीय प्राथमिक पाठशाला बाड़ी-कंदरोड़ी के विद्यार्थियों द्वारा आज सड़क सुरक्षा रैली निकाली गई और सड़क सुरक्षा के नारे लगाए गए। इस अवसर पर प्राचार्य ने कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करके हम स्वयं की और सामने वाले की भी जान बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें दो पहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करना चाहिए। कभी भी शराब पीकर गाड़ी नहीं चलानी चाहिए। हमेशा सीट बेल्ट बांधकर गाड़ी चलानी चाहिए। वाहन चलाते समय कभी भी मोबाइल फोन पर बात नहीं करनी चाहिए और हमेशा ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकतर दुर्घटनाएं यातायात नियमों का पालन न करने के कारण होती हैं। इसलिए प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि यातायात नियमों का खुद भी अनुपालन करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
-छात्रा ने राज्य स्तर पर हासिल किया प्रथम स्थान -अब राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हुआ चयन बीएल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कुनिहार की छात्रा वंशिका ठाकुर का शॉट पुट में राज्य स्तर में पहला स्थान प्राप्त करने एवं राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में चयन होने पर विद्यालय में सम्मानित किया गया। साथ ही राज्य सतरीय अन्य खेलों में भाग लेने वाले सभी खिलाडियों अनन्या, नव्या, काव्या, अर्निका को भी माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर सम्मानित किया गया। विद्यालय अध्यक्ष ने बताया कि यह बड़े गर्व की बात है कि वंशिका ठाकुर ने राज्य स्तरीय अंडर-१४ छात्रा खेल प्रतियोगिता के शॉट पुट मुकाबले में पहला स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल जीतकर सोलन जिला व विद्यालय का नाम रोशन किया है। अब वंशिका ठाकुर का चयन राष्ट्र स्तर की खेलकूद प्रतियोगिता के लिए हुआ है। वहींश् विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने इस उपलब्धि के लिए जिला उच्च खेल शिक्षा अधिकारी महेंद्र, जिला प्रारंभिक खेल शिक्षा अधिकारी, उच्च शिक्षा उप निदेशक जगदीश नेगी व प्रारंभिक शिक्षा उप निदेशक सोलन का धन्यवाद किया और वंशिका ठाकुर को राष्ट्रीय स्तर पर उम्दा प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दीं।
प्रदेश के विकास में नवीनतम सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग सुनिश्चित कर महत्वाकांक्षी एवं सार्थक बदलाव लाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार, गोकुल बुटेल ने यह जानकारी आज यहां डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग द्वारा दूरसंचार विभाग, भारत सरकार के सहयोग से 5जी का उपयोग एवं क्षमता निर्माण विषय पर आयोजित राज्य स्तरीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए दी। गोकुल बुटेल ने कहा कि नागरिक सेवाओं का दायरा विस्तृत करने, रोजगार के अधिक अवसर सृजित करने तथा दक्षता बढ़ाने के लिए 5जी तकनीक अति महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नवीनतम सूचना प्रौद्योगिकी का शिक्षा, स्वास्थ्य, निगरानी, कृषि, बागवानी सहित अन्य क्षेत्रों में उपयोग सुनिश्चित किया गया है। इससे न केवल प्रदेश की आर्थिकी को सशक्त करने में बल मिलेगा बल्कि प्रदेश को आगामी 10 वर्षों में आत्मनिर्भर और देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश विकास से बदलाव के नए दौर की ओर अग्रसर है तथा सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका इसमें सबसे अहम है। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि प्रदेश में 5जी तकनीक को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए सभी हितधारकों को हरसम्भव सहायता प्रदान की जा रही है। विभागों की कार्यप्रणाली में दक्षता एवं पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ई-ऑफिस प्रणाली कार्यान्वित की गई है। इसके साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी तकनीक का उपयोग कर नागरिक सेवाओं को भी सशक्त किया जा रहा है। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से नेटवर्क सेवाओं, आपसी समन्वय व प्रदेश में डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के महत्त्व पर भी बल दिया।। उन्होंने कहा कि नशा निवारण के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग सार्थक भूमिका निभा सकता है। सचिव, डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस डॉ. अभिषेक जैन ने प्रदेश में 5जी के उपयोग और आधारभूत संरचना सृजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5जी सेवाओं के प्रसार और नेटवर्क को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। अतिरिक्त महानिदेशक दूरसंचार हिमाचल परिमंडल दीपिका खोसला व मिशन निदेशक, राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन नीरज कुमार ने 5जी से संबंधित क्षमता निर्माण के बारे में किए जा रहे प्रयासों एवं वस्तुस्थिति के बारे में अवगत करवाया। इस अवसर पर 5जी तकनीक के उपयोग व प्रसार से जुड़े विभिन्न हितधारकों ने विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। सम्मेलन में निदेशक डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस मुकेश रेपस्वाल, विभिन्न विभागों के सचिव, विभागाध्यक्ष व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपिस्थत थे।
हिमाचल प्रदेश दुग्ध प्रसंघ के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास सूद ने आज यहां बताया कि दीपावली के पावन अवसर पर प्रसंघ प्रदेशवासियों की सुविधा के दृष्टिगत बाजार में अपनी शुद्ध देसी घी से निर्मित मिठाइयां उपलब्ध करवा रहा है। इनमें शुगर फ्री मिठाइयां और गिफ्ट पैक भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सभी मिठाईयां दुग्ध प्रसंघ प्रबंधन अपनी देख-रेख व पूर्ण निगरानी में तैयार करवाता है ताकि उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण उत्पाद उपलब्ध करवाए जा सकें। उन्होंने कहा कि दीपावली के उपलक्ष्य में मिठाइयों की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह ग्राहकों को पिछले वर्ष की दरों पर ही उपलब्ध करवाई जा रही हैं। दुग्ध प्रसंघ द्वारा उपभोक्ताओं को डिजिटल पेमेंट की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। प्रबंध निदेशक ने प्रदेशवासियों से प्रसंघ की मिठाइयां तथा अन्य उत्पाद खरीदने का आग्रह किया, ताकि प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों की आर्थिकी को सुदृढ़ किया जा सके।
भारतीय साहित्य व विज्ञान पूरे विश्व का मार्गदर्शन करने की क्षमता है और हमारे विद्वानों को इस क्षेत्र में व्यापक शोध करने की आवश्यकता है। यह बात राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर कही। 'आधुनिक भारत के प्रबुद्ध समाज-साहित्य और विज्ञान के संदर्भÓ विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में देश भर के विद्वान भाग ले रहे हैं। भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान की स्थापना भारत के दूसरे राष्ट्रपति एवं प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. राधाकृष्णन ने एक ऐसे शोध केंद्र के रूप में की थी जिसमें देश-विदेश के विद्वान मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में उच्च शोध कार्य करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि साहित्य व विज्ञान के विकास तथा इनके संरक्षण में आधुनिक भारतीय प्रबुद्ध समाज जिनमें गुजराती वर्नाक्युलर सोसायटी, कर्नाटक विद्वावर्धक संघ, नागरी प्रचारणी सभा, उत्कल साहित्य समाज व असम साहित्य सभा की अहम भागीदारी रही है। शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि इतिहास गवाह है कि अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण हर क्षेत्र में सम्पन्न भारत विश्व में ज्ञान व विज्ञान से प्राप्त समृद्धि के लिए प्रसिद्ध रहा है। देश की सांस्कृतिक, आर्थिक, अध्यात्मिक श्रेष्ठता व सम्पन्नता के कारण बड़ी संख्या में विदेशी भारत की ओर आकृष्ट हुए। इतिहास लेखन की तमाम विसंगतियों के बावजूद हमारा गौरवमयी इतिहास अक्षुण रहा है। भारतीय ज्ञान-सृजन और उसके प्रचार-प्रसार में प्रबुद्ध समाज की महत्वपूर्ण भूमिका के कारण अब भारतवर्ष ने पुन: अपना गौरव हासिल कर विश्व में खोई प्रतिष्ठा को पुन: अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि मां, मातृभूमि तथा मातृभाषा का कोई विकल्प नहीं है। यह चिंता का विषय है कि भारतीय सांस्कृतिक परम्पराओं के प्रति विश्वभर में आस्था, श्रद्धा व विश्वास में लगातार वृद्धि हो रही है, लेकिन हमें अपनी नई पीढ़ी को विदेशी संस्कृति का अंधानुकरण कर जीवन को अंधकार में धकेलने से सचेत करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि समस्त प्रबुद्ध समाज व सभी नागरिकों का दायित्व है कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन में अपनी सहभागिता दर्ज करवाकर नई पीढ़ी का मार्गदर्शन करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश को सक्षम नेतृत्व प्राप्त है तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत विश्व में अपनी प्रतिष्ठा पुन: स्थापित करने में सफल रहा है। इस अवसर राज्यपाल ने पौधरोपण भी किया। उन्होंने प्रो. डम्बरूधन नाथ द्वारा लिखित पुस्तक 'निर्गुण भक्ति इन इस्टर्न इंडियाÓ का भी विमोचन किया।
सेंटर फॉर साइंस, लर्निंग एंड क्रिएटिविटी (सीएसएलसी) साइंस म्यूजियम, शिमला द्वारा सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जीएमएसएसएस) खलग के 37 छात्रों के एक समूह की मेजबानी की गई, जिसमें तीन स्कूल शिक्षक भी शामिल थे। इस अवसर पर सीएसएलसी विज्ञान संग्रहालय, शिमला के निदेशक, रविकांत ठाकुर द्वारा व्यावसायिक पाठ्यक्रमों और उनके लाभों पर एक व्याख्यान दिया गया। यह आयोजन व्यावसायिक शिक्षा के व्यापक परिचय के साथ शुरू हुआ, जिसमें सीखने के लिए व्यावहारिक और कौशल-आधारित दृष्टिकोण पर जोर दिया गया। ठाकुर ने छात्रों को व्यावहारिक कौशल के महत्व पर प्रकाश डाला जो उन्हें वास्तविक दुनिया के लिए तैयार करेगा। उन्होंने आगे कहा कि व्यावसायिक शिक्षा अकादमिक ज्ञान और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग के बीच अंतर को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ठाकुर ने व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त करने के अनेक लाभों पर भी चर्चा की। इनमें नौकरी बाजार में शीघ्र प्रवेश, पारंपरिक डिग्री की तुलना में कम वित्तीय बोझ और किसी के जुनून और प्रतिभा का पता लगाने का अवसर शामिल है। यह आयोजन न केवल ज्ञानवर्धक था बल्कि छात्रों और शिक्षकों के लिए समान रूप से प्रेरणादायक भी था। सीएसएलसी-विज्ञान संग्रहालय शिमला में सीखने की यात्रा जारी है, जहां हमारा लक्ष्य युवा दिमागों में ज्ञान को विकसित करना और उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर मार्गदर्शन करना है, सीएसएलसी के निदेशक ठाकुर ने कहा।
-पटाखे चलाने को समय निर्धारित, निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की अनुपालना करते हुए कांगड़ा जिला के शहरी क्षेत्रों में भी दीपावली, गुरूपर्व, क्रिसमस तथा नववर्ष की पूर्व संध्या पर पटाखे चलाने के लिए समय निर्धारित कर दिया है। इस बाबत जिला दंडाधिकारी डा निपुण जिंदल की ओर से आदेश भी पारित किए गए हैं इन आदेशों के अनुसार इन पर्वों पर ग्रीन पटाखे यानि कम प्रदूषण वाले पटाखे ही चलाने की अनुमति है इसमें दीपावली 12 नवंबर को रात आठ बजे से लेकर रात दस बजे तक, गुरुपर्व 27 नवंबर को प्रात: चार बजे से पांच बजे तक तथा रात्रि नौ बजे से लेकर रात्रि दस बजे तक, तथा क्रिसमस 25 दिसंबर को रात्रि 11:55 से लेकर प्रात: 12:30 तक ही पटाखे चलाए जा सकते हैं। इसी तरह से नववर्ष की पूर्व संध्या पर 31 दिसंबर को रात्रि 11:55 से लेकर प्रात: 12:30 बजे तक की पटाखे चलाए जा सकते हैं। पटाखे बेचने के लिए एसडीएम से अनुमति लेना होगा जरूरी बाजार में, सरकारी कार्यालय परिसरों, हेरिटेज बिल्डिंग तथा आवाज निषिद्व क्षेत्रों में पटाखों के चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। जिला दंडाधिकारी के आदेशों के अनुसार शहरी क्षेत्रों में पटाखे बेचने के लिए संबंधित एसडीएम से अनुमति लेना भी अनिवार्य होगा। इसके साथ ही शहरी क्षेत्रों में उपमंडलाधिकारियों द्वारा चिह्न्ति या निर्धारित जगहों पर ही पटाखे बेचे जा सकते हैं। इन आदेशों की अवेहलना करने वाले के खिलाफ संबंधित उपमंडलाधिकारियों को कार्रवाई के लिए प्राधिकृत किया गया है। इसके साथ ही नगर निगमों, नगर परिषदों, नगर पंचायतों को पटाखों से उत्पन्न होने वाले कूड़ा कचरा के वैज्ञानिक तरीके से निष्पादन के लिए भी उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। आदेशों के तहत जरूरी हिदायतें: चिह्न्ति स्थानों पर पटाखों की दुकानों में बिना किसी रूकावट के आपातकालीन निकासी होना जरूरी है। पटाखों की दुकानों पर सेल्जमैन पटाखों की हैंडलिंग में दक्ष होने चाहिए। मार्केट या भीड़ भाड़ वाले क्षेत्रों में पटाखे बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी, चिह्न्ति स्थानों पर पटाखों की दुकानों की आपसी दूरी कम से कम तीन मीटर होनी चाहिए। पटाखों की दुकानों के आसपास लैंप, मोमबती जलाने तथा स्मोकिंग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग जिला सोलन के माध्यम से जेबीटी के 108 पदों पर बैचवाइज एवं अनुबंध आधार पर भर्ती की जाएगी। यह जानकारी उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा सोलन संजीव कुमार ने दी। संजीव कुमार ने कहा कि इन पदों के लिए काउंसलिंग 22 नवंबर को प्रात: 10.30 बजे जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सोलन (डाईट) के कार्यालय में होगी। उप निदेशक ने कहा कि इस चयन प्रक्रिया में वही उम्मीदवार भाग ले पाएंगे जो जेबीटी भर्ती एवं पदोन्नति नियम, 2017 तथा अब तक राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद द्वारा जारी अधिसूचनाओं के तहत निर्धारित योग्यता पूर्ण करते हों। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार जेबीटी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस काउंसलिंग प्रक्रिया में ज़िला सोलन से संबंधित उम्मीदवार भाग ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार को हिमाचली प्रमाण पत्र के स्थाई पते के अनुसार ही चयन प्रक्रिया उस ज़िला में मान्यता दी जाएगी। उम्मीदवार में अपने गृह जिला में भाग लेकर अन्य किसी भी ज़िला के लिए प्राथमिकता दे सकता है। उन्होंने कहा कि अन्य ज़िलों से सोलन ज़िला में काउंसलिंग में भाग लेने वाले उम्मीदवारों पर विचार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस काउंसलिंग में कुल 108 पद बैचवाइज भर्ती के माध्यम से अनुबंध आधार पर भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर, 2016 तक के बैच से अनारक्षित श्रेणी के 37 और आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के 13 पद भरे जाएंगे। 31 दिसम्बर, 2020 तक के बैच से सामान्य (स्वतत्रंता सेनानियों के आश्रित) वर्ग से 1 तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (स्वतत्रंता सेनानियों के आश्रित) वर्ग से 1 पद भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि 31 दिसम्बर, 2016 तक के बैच से अनुसूचित जाति (अनारक्षित) वर्ग के 21, अनुसूचित जाति (बीपीएल) वर्ग से 5, अनुसूचित जनजाति (अनारक्षित) वर्ग से 5, अनुसूचित जनजाति (बीपीएल) वर्ग से 2, अन्य पिछड़ा वर्ग (अनारक्षित) से 17 तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (बीपीएल) से 5 पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर, 2021 तक के बैच से अनुसूचित जाति (स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रित) वर्ग से 1 पद भरा जाएगा। संजीव कुमार ने कहा कि काउंसलिंग के लिए उम्मीदवार 10वीं एवं 12वीं या इसके समकक्ष योग्यता प्रमाणपत्र, आवश्यक योग्यता प्रमाण पत्र, जे.बी.टी टेट प्रमाण पत्र, हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा अधिकृत सक्षम अधिकारी से जारी जाति प्रमाण पत्र, हिमाचली प्रमाण पत्र एवं चरित्र प्रमाण पत्र, नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटा (1), रोज़गार कार्यालय का पंजीकरण पत्र तथा खण्ड विकास अधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित बी.पी.एल प्रमाण पत्र अपने साथ लाएं। उम्मीदवार अपने साथ शैक्षणिक एवं व्यावसायिक प्रमाण पत्र भी लाएं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज ज़िला मंडी के करसोग क्षेत्र में अलसिंडी के पास हुई सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने दुर्घटना में घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता और घायलों को सर्वोत्तम उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की प्रार्थना की है।
सोलन ज़िला में 9 दिसंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत आयोजित की जाएगी। यह जानकारी आज यहां जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन की सचिव आकांक्षा डोगरा ने दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत ज़िला एवं सत्र न्यायालय सोलन परिसर सहित कंडाघाट, अर्की, कसौली और नालागढ़ न्यायालय परिसर में 9 दिसंबरको आयोजित की जाएगी। आकांक्षा डोगरा ने कहा कि लोक अदालत में विभिन्न मामलों का निपटारा समझौते के आधार पर किया जाएगा। लोक अदालत में आपराधिक कंपाउंडेबल अपराध, चेक बाऊंस मामले, मोटर व्हीकल चालान के मामले, धन वसूली के मामले इत्यादि पर सुनवाई कर निपटारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त लोक अदालत में सड़क दुर्घटना क्लेम के मामले, श्रम विवाद के मामले, बिजली और पानी के बिल, वैवाहिक विवाद, भूमि अधिग्रहण के मामले, वेतन और भत्तों और सेवानिवृति से सम्बन्धित मामलों की सुनवाई कर निपटारा होगा। ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन की सचिव ने कहा कि जो मामले अब तक न्यायालय में दायर नहीं हुए है, का भी लोक अदालत में निपटारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में समय व धन की बचत होती है। लोक अदालत में न्यायालय शुल्क नहीं लगता और पुराने मुकद्मे का न्यायालय शुल्क वापिस हो जाता है। लोक अदालत में किसी पक्ष को सजा नहीं होती। उन्होंने कहा कि कोई भी इच्छुक व्यक्ति अपने मामलों के निपटारे के लिए 9 दिसंबर से पूर्व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय सोलन व ज़िला के सभी न्यायालयों में सादे कागज़ पर आवेदन कर सकता है। जिस अदालत में मामला विचारधीन है उस अदालत में भी आवेदन दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए दूरभाष नम्बर 01792-220713 पर संपर्क किया जा सकता है।
जिला सांस्कृतिक परिषद की बैठक आज यहां कोठों स्थित कला केंद्र में आयोजित की गई। अतिरिक्त उपायुक्त सोलन अजय कुमार यादव ने बैठक की अध्यक्षता की। अजय कुमार यादव ने कहा कि सांस्कृतिक परिषद का मुख्य उद्देश्य साहित्यिक, सांस्कृतिक गतिविधियों तथा संस्कृत, हिन्दी, उर्दू भाषा और पहाड़ी बोली के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में कार्य करना है। उन्होंने कहा कि परिषद इस दिशा में सतत् कार्यशील है और सोलन ज़िला की विशिष्टताओं को उभारने के लिए योजनाबद्ध कार्य किया जाएगा। अतिरिक्त उपायुक्त ने सोलन की जनता से आग्रह किया कि प्राचीन पुस्तकें जिसमें सोलन ज़िला से सम्बन्धित लेख छपे हों अथवा कोई भी प्राचीन सांस्कृतिक महत्व की वस्तु कला केन्द्र कोठों में भेंट की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं एतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इन वस्तुओं, दस्तावेज़ों इत्यादि को संग्रहालय में संगृहित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भेंट कर्ता का नाम संगृहित वस्तुओं के साथ अंकित किया जाएगा। अजय यादव ने कहा कि कला केंंद्र कोठों में स्थापित होने वाली कला दीर्घा तथा संग्रहालय में स्वतंत्रता सेनानियों के छायाचित्र, पारंपरिक वेशभूषा के छायाचित्र, वास्तविक वेशभूषा एवं पारंपरिक वाद्य यंत्र रखे जाएंगे। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन स्थानीय कला को विकसित करने के लिए सदैव प्रयासरत रहा है। उन्होंने कहा कि ज़िला प्रशासन का यह प्रयास रहेगा कि अगले वर्ष आयोजित होने वाले राष्ट्रीय शूलिनी मेले में तीन दिन पहाड़ी कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिले। बैठक में निर्णय लिया गया कि ज़िला सोलन से सम्बन्धित प्राचीन पुस्तकों को पुन: प्रकाशित किया जाएगा। इसके लिए परिषद के सदस्यों के बहुमूल्य सुझाव अपेक्षित रहेंगे। सोलन ज़िला के प्रसिद्ध लोक नृत्य पड़ुआ और करयाला के संरक्षण पर भी विशेष बल दिया जाएगा। बैठक में नगर निगम सोलन के मनोनीत पार्षद रजत थापा, पुनीत नारंग, विजय ठाकुर, पुलिस उप अधीक्षक सोलन भीष्म ठाकुर, ज़िला भाषा अधिकारी सोलन ममता वर्मा सहित परिषद के अन्य सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों ने भाग लिया।
उद्योग, संसदीय कार्य एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान आगामी 5 व 6 नवंबर को शिलाई विधानसभा क्षेत्र में दो दिवसीय प्रवास पर होंगे। इस प्रवास कार्यक्रम के दौरान उद्योग मंत्री विभिन्न योजनाओं का भूमि पूजन तथा अन्य कार्यक्रमों में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। यह जानकारी सरकारी प्रवक्ता ने देते हुए बताया कि उद्योग मंत्री 5 नवंबर को प्रात: 11 बजे काफोटा में चिकित्सा शिविर का शुभारंभ करेंगे। इसके पश्चात सांय 3 बजे शिलाई में मिनी सचिवालय के भूमि पूजन समारोह की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि उद्योग मंत्री 6 नवंबर को प्रात: 11 बजे डिग्री कॉलेज भवन रोहनाट के भूमिपूजन समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
-कहा, जब तक सरकार सवर्ण आयोग का गठन नहीं करती, चैन से नहीं बैठेंगे -नैहरन पुखर में नुक्कड़ सभा को किया संबोधित देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रुमित ठाकुर ने कहा है कि सवर्णोंं के हित के लिए शुरू आंदोलन जारी रहेगा। जब तक सरकार सवर्ण आयोग का गठन नहीं करती, वह चैन से नहीं बैठेंगे। सभी को समानता दिलाना ही उनका मुख्य लक्ष्य है। रुमित शुक्रवार सुबह देहरा उप मंडल के तहत नैहरन पुखर में नुक्कड़ सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी दलों ने आज तक सवर्णों को सिर्फ वोट बैंक की खातिर इस्तेमाल किया है। लेकिन अब सवर्ण अपना और शोषण नहीं सहेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी इस बार लोकसभा चुनाव में सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने लोगों से दलगत भावनाओं से ऊपर उठाकर सवर्ण समााज के हितों आने का भी आह्वान किया। रुमित ने बताया कि संगठन की बैठक पांच नवंबर को देहरा स्थित महाराणा प्रताप भवन में बुलाई गई है। इस मौके पर राजपूत कल्याण सभा देहरा के उपाध्यक्ष पुष्पेंद्र चौहान, दयाल पंचायत के पूर्व उप प्रधान दविंदर सिंह पिंटू, सेवानिवृत्त एक्सईएन केवल सिंह ठाकुर, रिटायर्ड सूबेदार रंगील सिंह, सेवानिवृत्त एसडीओ ईश्वर सिंह चौहान, मोहित ठाकुर, रमेश ठाकुर, मनमोहन सिंह, अजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
उप मंडल दंडाधिकारी पांवटा साहिब गुंजीत चीमा ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पांवटा साहिब में दिपावली के उपलक्ष्य पर उपमण्डल दंडाधिकारी कार्यालय द्वारा पटाखों की बिक्री हेतू अस्थायी लाईसैंस जारी किए जाने हैं। उन्होंने बताया कि निर्धारित स्थान पर पटाखे बेचने की अनुमति दिनांक 8 से 12 नवंबर तक ही प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि पटाखों की बिकी हेतू अस्थायी लाईसैंस प्राप्त करने के लिए इच्छुक आवेदक किसी भी कार्य दिवस में उपमण्डल दण्डाधिकारी पांवटा साहिब के कार्यालय में मैनुअल आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। इस कार्यालय द्वारा ऑनलाईन आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर में आज सुरक्षा क्लब की ओर से सड़क सुरक्षा पर व्याख्यान का आयोजन किया। इस व्याख्यान का आयोजन सड़क सुरक्षा क्लब के संचालक डॉ. खुशी राम भगत के नेतृत्व में हुआ। व्याख्यान में महाविद्यालय के सड़क सुरक्षा क्लब के सभी छात्र व अन्य प्राध्यापक मौजूद रहे। इस व्याख्यान में सड़क सुरक्षा क्लब के सदस्य प्रो. हरजिंद्र सिंह ने छात्रों को सड़क सुरक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी दी। सर्वप्रथम उन्होंने इस व्याख्यान के उद्देश्य के बारे में समझाया और प्रतिदिन हो रही सड़क दुर्घटना के बारे में आंकड़ों के माध्यम से समझाने की कोशिश की। प्रो. हरजिंद्र सिंह का कहना है भले हम थोड़ी देर से पहुंचे परंतु सुरक्षित रूप से पहुंचना जरूरी है। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा ग्लोब स्टेटस रिपोर्ट ऑन रोड सेफटी के रूप में विख्यात एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2030 तक सड़क दुर्घटना मौत का पांचवा प्रमुख कारण बन जाएगा। हमें सड़क दुर्घटना को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि ज्यादातर मौतें हमारी लापरवाही के कारण होती है। कार्यक्रम के अंत में डॉ. सुरजीत सिंह राणा ने सड़क सुरक्षा क्लब के द्वारा किए ने गए इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए उनहें बधाई दी।
राजकीय महाविद्यालय रक्कड़ में कॉलेज केंद्रीय छात्र संघ की कार्यकारिणी के शपथ समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में नवनियुक्त केंद्रीय छात्र संघ के पदाधिकारियों को महाविद्यालय के प्राचार्य पंकज सूद द्वारा शपथ दिलवाई गई। शपथ ग्रहण समारोह में कुमारी शीतल को अध्यक्ष कनिका धीमान को उपाध्यक्ष, सिंपल को सचिव व श्रेया पंडित को सहसचिव की शपथ दिलवाई गई। अन्य मनोनीत सदस्य में अंजना व अन्य गतिविधियों की श्रेणी में प्रीति देवी, नीतिका, अंजली, नेहा, खुशीराम, सोनाली ठाकुर, सुहानी ठाकुर व श्रेया गौतम को शपथ दिलवाई गई। महाविद्यालय के प्राचार्य पंकज सूद जी ने नवनियुक्त कॉलेज केन्द्रीय छात्र संघ को शुभकामनाएं दी। इस मौके पर प्रो. विकास चंद्र डॉ. सुषमा कुमारी, डॉ. जसपाल सिंह राणा, प्रो मीना, प्रो. शैलजा व प्रो. रविंद्र भी उपस्थित थे।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कफोटा में 5 नवंबर को प्रात: 9 बजे से 4 बजे तक निशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया जा रहा है इस चिकित्सा शिविर का शुभारम्भ उद्योग, संसदीय कार्य एवम् आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान द्वारा किया जायेगा। रोटरी क्लब पांवटा साहिब की अध्यक्षा कविता गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया की यह निशुल्क चिकिस्ता शिविर उद्योग मंत्री के आदेशानुसार सीएसआर के अंतर्गत विभिन्न औद्योगिक इकाइयों की सहायता एवं सहयोग से क्षेत्र वासियों की सुविधा के लिए आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस शिविर में मुख्यत: विशेषज्ञ डॉक्टरों के द्वारा क्षेत्र के लोगों का मुफ्त प्रशिक्षण किया जायेगा तथा निशुल्क दवाईयों का वितरण किया जायेगा। शिविर के दौरान आंखों की जांच तथा चश्मों का मुफ्त वितरण, महिलाओं में कैंसर की जांच मैमोग्राफी मशीन द्वारा की जायेगी। इसके अतिरिक्त ग्राम पंचायतों द्वारा चिन्हित दिव्यांगों को व्हीलचेयर, बैशाखियों इत्यादि भी वितरित की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस दौरान रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों व नज़दीकी ग्राम पंचायतो के लोगों से इस निशुल्क चिकित्सा शिविर में बढ़ चढ़ कर भाग लेने की अपील की ।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने मंडी जिला के करसोग में एक निजी वाहन के दुर्घटना में मारे गए पांच लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोकग्रस्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना भगवान से करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। प्रतिभा सिंह ने मंडी जिला प्रशासन से प्रभावित परिवारों की हर सम्भव मदद देने को कहा है।
-अलसिंडी के समीप हुई दुर्घटना में 6 लोग घायल -जसल से गाड़ी में सवार होकर किसी कार्यक्रम में अलसिंडी जा रहे थे लोग शिमला-करसोग सड़क पर शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे एक दर्दनाक सड़क हादसा पेश आया है। इस हादसे में चार महिलाओं सहित पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। वहीं, अन्य 6 गंभीर रूप से घायल हुए है। हादसा करसोग उप मंडल के अलसिंडी के समीप हुआ है। जहां एक टाटा सूमो गाड़ी सड़क हादसे की शिकार हो गई। हादसे के बाद पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर मृतकों के शवों को अपने कब्जे में ले लिया, वहीं हादसे में घायल हुए लोगों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। मिली जानकारी के अनुसार जसल के ये लोग टाटा सूमो में सवार होकर अलसिंडी में किसी कार्यक्रम में जा रहे थे। अलसिंडी के पास चालक अचानक गाड़ी से नियंत्रण खो बैठा और टाटा सूमो सड़क से लुढ़ककर गहरी खाई में जा गिरी। वहीं, मामले की सूचना मिलने के तुरंत बाद करसोग पुलिस स्टेशन के एसएचओ मोहन जोशी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर जांच में जुट गए। थाना प्रभारी करसोग ने बताया कि पुलिस द्वारा मामले की जांच जारी है।
राज्य विद्युत बोर्ड पेंशनर्ज वेलफेयर एसोसिएशन की कुनिहार उप इकाई की मासिक बैठक इकाई प्रधान ई. रत्न तनवर की अध्यक्षता में आज कुनिहार में संपन्न हुई। इसमें करीब 45 सदस्यों ने भाग लिया। सबसे पहले इकाई सदस्य स्व . सुंदर सिंह की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया गया तथा 2 मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की गई। उसके उपरांत इकाई में नए शामिल हुए सदस्यों का हार पहनाकर स्वागत किया गया । बैठक में इकाई प्रधान ने सभा की केंद्रीय कार्यकारिणी द्वारा समय समय पर पेंशनर्ज हित में उठाए गए कदमों की जानकारी हाउस को प्रदान की, जिसका सभी ने तालिया बजा कर स्वागत किया। बैठक में बोर्ड से मांग की गई कि पेंशनर्ज का बकाया संशोधित वेतन का एरियर तथा मंहगाई भत्ते को 8 प्रतिशत बकाया दो किस्तों का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए। उन्होंने बोर्ड से आग्रह किया कि हमारी स्टेट बॉडी के साथ जल्द बैठक करके अन्य मांगों को जल्दी माना जाए। बैठक में सभी पैन्शनर्ज से वर्ष 2023-24 केलिए जीवन प्रमाण सर्टीफीकेट भी भरवाए गए जो कि इसी माह में बोर्ड कार्यालय में जमा करवा दिए जाएगे । बैठक में प्रधान के अलावा आरएन कश्यप, रुपेेेंद्र कौशल, दलबीर सिंह, संतराम कश्यप, सुरेश शर्मा, हेमचंद, देवी सिंह, आरपी तनवर, राम प्रकाश ठाकुर, बाल चंद्र शर्मा रामदास तनवर, सोहन लाल, देवी चंद, गोपाल गर्ग, ओम प्रकाश, ललित सेन, परमानंद, भूपेेंद्र पाठक, सुनील कुमार, राजेश कुमार, रोशन लाल, राजेंद्र कुमार, शीश राम, रूपरामपाल, कृष्ण चंद आदि सदस्यों ने भाग लिया।
जिला सोलन पेंशनर्स एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन की आपात बैठक 8 नवंबर प्रात: 11 बजे बरोटीवाला में पतराम की आरा मशीन के समीप बैठक हॉल में रखी गई है। संगठन के जिला मीडिया प्रभारी डीडी कश्यप ने बताया कि संगठन के जिला अध्यक्ष केडी शर्मा तथा जिला महासचिव जगदीश पंवर ने जिला कार्यकारिणी के तमाम पदाधिकारियों व जिला की सभी यूनिटों के प्रधान, महासचिव और अन्य कार्यकारणी सदस्यों से अपील की है कि इस आपात बैठक में सभी अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें। बैठक में पेंशनरों के कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा व विचार-विमर्श कर अगली रणनीति तैयार की जाएगी।
-प्रदेश सरकार 9900 करोड़ का संशोधित नोट तक केंद्र सरकार को भेज चुकी -प्राकृतिक आपदा का क्लेम केंद्र सरकार से न मिलने के लिए हिमाचल भाजपा दोषी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने प्राकृतिक आपदा पर राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए भाजपा को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने शुक्रवार को प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा कि आपदा के क्लेम के 4950 करोड़ रुपये केंद्र सरकार से न मिलने के लिए हिमाचल भाजपा दोषी है। भाजपा नेताओं की वजह से ही केंद्र ने यह राशि रोकी हुई है। आपदा से नुकसान का 6746 करोड़ रुपये का पहला क्लेम नोट हिमाचल सरकार ने 10 अगस्त को केंद्र सरकार को भेज दिया था। उसके बाद 9900 करोड़ रुपये का संशोधित क्लेम नोट 10 अक्तूबर को भेजा गया है। उप मुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री ने कहा कि कुल क्लेम का 50 फीसदी यानि 4950 करोड़ रुपये हिमाचल प्रदेश का हक बनता है। यह राशि केंद्र सरकार को तुरंत जारी करनी चाहिए ताकि लोगों के पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्य में तेजी लाई जा सके। मुकेश अग्निहोत्री व जगत सिंह नेगी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अभी तक क्लेम का एक पैसा भी केंद्र सरकार ने हिमाचल को नहीं दिया है। केंद्र की तीन टीमें अब तक प्रदेश में आकर बाढ़ व भारी बारिश से हुए नुकसान का आंकलन कर लौट चुकी हैं। क्लेम की राशि प्रदेश का अधिकार है, यह प्राकृतिक आपदा आने पर सभी राज्यों को मिलता है, इसे राजनीतिक आधार पर नहीं रोका जा सकता। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल में आई आपदा को न तो राष्ट्रीय आपदा घोषित किया गया और न ही इस आपदा से उबरने के लिए कोई विशेष राहत पैकेज दिया गया। आपदा प्रभावित हिमाचल प्रदेश की जनता अब विशेष राहत पैकेज की मांग भी नहीं कर रही, बल्कि हिमाचल को 4950 करोड़ रुपये मिलने चाहिए जो हिमाचल प्रदेश का अधिकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिमाचल भाजपा के नेता इस धनराशि को जारी नहीं होने दे रहे हैं। इसी तरह से बिजली कंपनियों से वाटर सेस लेने के लिए बार-बार रोका जा रहा है, केंद्र सरकार पत्र जारी कर रही है, उससे स्पष्ट है कि भाजपा नेताओं को हिमाचल प्रदेश की जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है। उप मुख्यमंत्री व राजस्व मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा का क्लेम रुकवाकर भाजपा ने अपना असली चेहरा जनता के सामने ला दिया है। प्रदेश के लोग समय आने पर भाजपा को सबक सिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। भाजपा नेताओं के कारनामों से साफ हो गया है कि उन्हें आपदा प्रभावितों से कोई सहानुभूति नहीं है, उनका मूल उद्देश्य केवल और केवल राजनीति करना ही है।
-भुंतर के पंचायत समिति सदस्य प्रशिक्षण वर्ग में बोले पूर्व मुख्यमंत्री - केंद्र सरकार की योजनाओं को घर तक पहुंचाएगी भाजपा - लोकसभा चुनाव में इस बार टूटेगा पिछला रिकॉर्ड -हिमाचल की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर फेल, एक भी वादा नहीं निभाया नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के भले के लिए हम जान देने के लिए तैयार हैं। जो आज कुछ भी बोल रहे हैं उन्हें याद रखना चाहिए कि हिमाचल के लिए हमने हमेशा संघर्ष किया है। उन्होंने कि सरकार में बैठकर लोगों को बेसिक पैर की बात नहीं करनी चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल को ज़्यादा से ज़्यादा सहयोग मिले इसके लिए हमने खूब प्रयास किए हैं। हमारे प्रयासों का नतीजा है कि केंद्र से आर्थिक सहयोग आया और उससे राज्य सरकार आपदा राहत पैकेज दे रही है। नेता प्रतिपक्ष ने यह बातें कुल्लू के भुंतर में पंचायत समिति के प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दस महीने से ज़्यादा के कार्यकाल में पूरी तरह नाकाम हो गई है। प्रदेश भर में लोग हर जगह सरकार के विरुद्ध सड़कों पर आ रहे हैं। मात्र दस महीनें के कार्यकाल में ही सचिवालय के बाहर रोज़ धरने हो रहे हैं। यह धरने कांग्रेस के द्वारा चुनाव जीतने के लिए बोले गए झूठ का परिणाम है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश के लोकतंत्र में पंचायत की इकाई सबसे महत्वपूर्ण है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ही पार्टी की ताक़त हैं। आने वाले लोक सभा चुनाव में देश, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से जनादेश देने जा रहा हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव पिछली बार के सारे रिकॉर्ड भी टूट जाएंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी एक-एक देशवासी तक केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री द्वारा चलाई जा रही जनहित की योजनाओं को पहुंचाएगी। सरकार द्वारा समाज के हर वर्ग के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिससे देश के हर वर्ग का समुचित विकास हो सके। हर बूथ और हर पंचायत से बीजेपी को मज़बूत बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मज़बूत करना है। यह बातें जयराम ने कुल्लू के भुंतर में पंचायत समिति सदस्य के प्रशिक्षण वर्ग में कहीं। इस मौक़े पर उनके साथ प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, बीजेपी नेत्री धनेश्वरी ठाकुर, ज़िलाध्यक्ष अरविंद चंदेल, पूर्व बीजेपी ज़िलाध्यक्ष भीमसेन, नगर पंचायत भुंतर की अध्यक्ष मीना शर्मा समेत अन्य पंचायत समिति सदस्य व कार्यकर्ता उपस्थित थे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस आपदा में सरकार ने आपदा प्रभावितों के ज़ख्मों को हरा करने का काम किया है। इस सरकार के तुगलकी फ़ैसलों की वजह से लोगों की आपदा से निपटने की कोशिशें भी परवान नहीं चढ़ पा रही हैं। सरकार में आने के बाद फिर आपदा आने के बाद डीज़ल के दाम बढ़ा दिये। सीमेंट के दाम बढ़ा दिये। आपदा राहत के लिए काम में आने वाली सारी चीजें महंगी हो गई। अब क्रशर बंद कर दिया और लोगों को भवन निर्माण से जुड़ी सामग्री ढूंढे नहीं मिल रही है। रेता-बजरी जैसे अत्यंत आवश्यक वस्तुएं आज बाज़ार में तीन गुना महंगी मिल रही हैं। ऐसे में आपदा में अपना सब कुछ खो चुके लोग घर कैसे बनायेंगे। आपदा से तहत नहस हो चुका पर्यटन का कारोबार सरकार के 'विशेष पथ करÓ जैसी तानाशाही योजना की वजह से उबर नहीं पा रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि सरकार जनहित में फ़ैसले ले जनविरोध में नहीं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वर्तमान की कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है। चुनाव जीतने के लिए प्रदेश के लोगों से झूठ बोला। सरकार बन जाने के बाद एक भी वादे को पूरा नहीं किया। यह सरकार सिफ़र् हमारी सरकार के समय किए कामों को बंद करके लोगों को परेशान करने का काम कर रही है। इस तरह से काम नहीं चलेगा। प्रदेश के लोग लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के इस झूठ का जवाब देने के लिए तैयार है।
-पीड़ितों के लिए न्याय और एक सुरक्षित परिसर की उठाई मांग एसएफआई की राज्य कमेटी ने आईआईटी बीएचयू के दो स्टूडेंट्स पर हमला व छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के खिलाफ गहरा रोष प्रकट किया है। बता दें कि पिछले कल लगभग 2 बजे आईआई टीबीएचयू के दो छात्रों पर परिसर के अंदर मोटरसाइकिल पर तीन गुंडों द्वारा हमला किया गया। गुंडों ने कथित तौर पर परिसर के अंदर बंदूक की नोक पर छात्र के साथ मारपीट की और महिला छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न किया। छात्र इस जघन्य अपराध और प्रशासन द्वारा दिखाई गई असंवेदनशीलता और उदासीनता के विरोध में सामने आए हैं और पीड़ितों के लिए न्याय और एक सुरक्षित और समावेशी परिसर की मांग कर रहे हैं। यह कोई अकेली घटना नहीं है जो बीएचयू में घटी हो। परिसर में यौन उत्पीड़न के ऐसे ही मामले पहले भी सामने आए हैं, जहां छात्र समुदाय ने विरोध प्रदर्शन किया और महिला छात्रों के लिए एक सुरक्षित और अधिक समावेशी परिसर की मांग की। पिछले कुछ वर्षों में यौन उत्पीड़न की कई घटनाओं के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन जीएसकैश की स्थापना जैसे प्रभावी माध्यमों से छात्रों की सुरक्षा और विश्वविद्यालय में लैंगिक संवेदनशीलता पर काम करने में विफल रहा है। इस जघन्य अपराध के अपराधी बाहरी लोग थे जो देर रात अपनी मोटरसाइकिल पर विश्वविद्यालय में दाखिल हुए थे। इससे उत्तर प्रदेश राज्य में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति स्पष्ट होती है, जहां सरकार द्वारा गुंडों और अपराधियों को बिना किसी प्रभाव के महिलाओं के खिलाफ आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने की छूट दी जाती है। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) आईआईटी-बीएचयू में प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ एकजुटता से खड़ा है और मांग करता है कि उत्तर प्रदेश सरकार दोषियों को गिरफ्तार करे और उनके खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई करे। एसएफआई देश भर के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में यौन उत्पीड़न के खिलाफ लिंग संवेदनशील कमेटी के गठन (जीएसकैश) की मांग करता है।
-कहा, 4 से 7 नवंबर होगा फिल्म फेस्टिवल का आयोजन जिला मुख्यालय धर्मशाला पिछले कुछ वर्षों से एक इवेंट सिटी के रूप में अपना स्थान न केवल देश बल्कि विश्व पटल में बना रहा है। पूर्व में हुए कईं महत्वपूर्ण आयोजनों के बाद अब 4 नवंबर से 7 नवंबर तक धर्मशाला में फिल्म फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने आज वीरवार को इवेंट के आयोजकों से फिल्म फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर हुई मंत्रणा के बाद दी। उपायुक्त ने आयोजकों को फिल्म फेस्टिवल के आयोजन के लिए प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग उपलब्ध करवाने की बात कही। पर्यटन राजधानी को देगा मजबूती उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिला कांगड़ा को राज्य की पर्यटन राजधानी बनाने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन इस दिशा में कारगर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि धर्मशाला लिटरेचर फेस्टिवल, कांगड़ा वैली कार्निवल, जी20 देशों की बैठकें, देश के पर्यटन मंत्रीयों की कॉन्फ्रेंस, क्रिकेट वर्ल्ड कप के मैच, मुख्य सचिवों की बैठक जैसे कईं महत्वपूर्ण इवेंट्स का आयोजन धर्मशाला में हाल ही के वर्षों में हुआ है। उन्होंने बताया कि धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के आयोजन से जिले में पर्यटन को मजबूती मिलेगी। उपायुक्त कहा कि ने फिल्म फेस्टिवल में देश ही नहीं अपितु अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फिल्में भी शामिल की जाएंगी तथा इसमें देश-विदेश से कई लोग फेस्टिवल में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में फिल्म फेस्टिवल के आयोजन से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। सभी उठा सकेंगे फिल्म फेस्टिवल का लुत्फ डीसी ने बताया कि धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के नाम से विख्यात इस फिल्म फेस्टिवल का इस वर्ष 12वां एडिशन अप्पर धर्मशाला के नड्डी स्थित डल झील के समीप 'तिब्बतन चिल्ड्रेंस विलेज' में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिल्म फेस्टिवल के आयोजकों के अनुसार यह फेस्टिवल सबके लिए खुला होगा और काई भी व्यक्ति इसमें भाग ले सकता है। फिल्म मेकिंग के माध्यम से करें स्थानीय संस्कृति का प्रमोट उन्होंने कहा कि फिल्म मेकिंग और इससे जुड़े कार्यों में रूचि रखने वाले युवा इस आयोजन से बहुत कुछ सीख सकते हैं और फिल्म मेकिंग के माध्यम से अपनी स्थानीय कहानियों और कथाओं को प्रोमोट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म फेस्टिवल में बहुत से जाने-माने फिल्मकार धर्मशाला आएंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को उनके अनुभव का लाभ लेकर स्थानीय संस्कृति को फिल्म मेकिंग के माध्यम से आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए। 4 स्क्रीन में दिखाई जाएंगी 90 से अधिक फिल्में फिल्म फेस्टिवल की प्रबंधक ऋतु सरीन ने बताया कि धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में इस दौरान चार सक्रीनों के माध्यम से 90 से अधिक फिल्मों को दिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन फिल्मों को देखने के लिए पेटीएम इनसाइडर या डीआईएफएफ डॉट सीओ डॉट आईएन से टिकट लेनी पड़ेगी। उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में फिल्म फेस्टिवल से जुड़ते हुए इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की।
हाल ही में उप मुख्यमंत्री द्वारा शिमला से मां भंगायणी होते हुए लानी बोराड के लिए बस सेवा को हरी झंडी दिखाई गई। यह बस सेवा प्रथम दर्शन सेवा के तहत शुरू की गई, जिसका लोगों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया। इस बस सेवा के शुरू होने से रोनहाट और लानी बोराड सहित साथ लगती पंचायत के लोगों में भी खुशी की लहर है। इस बस सेवा के आरंभ होने से जहां महिलाओं को 50 प्रतिशत किराए में छूट की सुविधा मिलेगी तो वहीं एचआरटीसी के अन्य डिस्काउंट कार्ड्स की सुविधा भी लोगों को उपलब्ध होगी। आपको बता दें कि इससे पहले शिमला से रोनहाट-लानी बोराड़ के लिए एचआरटीसी की कोई भी सीधी बस सेवा नहीं थी, जिससे लोगों को प्राइवेट बसों में सफर करना पड़ता था और वे एचआरटीसी बसों की सुविधा का लाभ नहीं उठा पा रहे थे। इस बस सेवा को शुरू करने के लिए लोग काफी समय से मांग उठा रहे थे, कई बार बस सेवा को शुरू करने के लिए मंत्री को ज्ञापन भी सौंपे गए, लेकिन बसों की कमी के कारण रूट को शुरू नहीं किया जा रहा था। जैसे ही नई बसें एचआरटीसी के बेड़े में शामिल हुईं तो उसके बाद इस बस सेवा को शुरू कर दिया गया। क्षेत्रवासियों सरकार एवं विभाग का जताया आभार हरिपुरधार, जरवा, पनोग, रोनहाट और लानी बोराड के लोगों ने बस का जोरदार स्वागत किया और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री सहित मंत्री हर्षवर्धन चौहान, एमडी एचआरटीसी, आरएम सोलन और उन सभी लोगों का धन्यवाद किया जिन्होंने इस बस सेवा को शुरू करवाने में अपनी भूमिका निभाई। आपको बता दें कि बस सेवा को शुरू करवाने में लानी गांव के रामलाल ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर कई बार इस मांग को एमडी एचआरटीसी के समक्ष भी रखा और अब उनकी और लोगों की यह मांग सिरे चढ़ गई है। लोगों ने रामलाल का भी धन्यवाद किया है। पूरे क्षेत्र में बस सेवा के शुरू होने से खुशी की लहर है।
- डीसी, पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, अमरजोत बेदी ने शुरू करवाया कार्य ऊना मुख्यालय की ऐतिहासिक 84 पौड़ियों के जीर्णोद्धार के कार्य जिसकी लंबे समय से मांग चली आ रही थी ,उसे जिला प्रशासन द्वारा पहल के आधार पर करवाया जा रहा है, लंबे समय से ऐतिहासिक 84 पौड़ियों की खस्ता होती हालत पर ध्यान आकर्षित किया जा रहा था । 84 पौड़ियों के महत्व को देखते हुए इनका जीर्णोद्धार किया जाए इसको लेकर लगातार मांग उठ रही थी। जिलाधीश ऊना राघव शर्मा के पास इस मांग को लेकर रिप्रेजेंटेशन भी दी गई, जिस पर कार्रवाई करते हुए जिलाधी ऊना ने लगातार इस पर प्रयास किया और अंत तक केंद्र सरकार की एजेंसी इंटेक के साथ संपर्क कर इस कार्य को आगे बढ़ाने की इच्छा शक्ति दिखाते हुए अंतत: इस काम को शुरू करवाने में सफलता प्राप्त कर ली है। इंटेक हेरिटेज स्थानों का जीर्णोद्धार करने का काम करती है। जिसमें एक्सपर्ट शामिल है ,जीर्णोद्धार कार्य में इंटेक को काफी महारत हासिल है ,इंटेक हिमाचल चैप्टर द्वारा अब इस कार्य को अपने हाथों में जिला प्रशासन के कहने पर लिया गया है ,करीब 40 लाख रुपए की राशि इस पर खर्च होगी ऐसे में जिला प्रशासन व इंटेक् मिलकर इस जीर्णोद्धार के हेरिटेज कार्य को कर रहे हैं। जिला ऊना में इंटेक् का यह पहला कार्य है जिसको लेकर इंटेक की टीम भी आशावान है, गुरुवार को 84 पोडियों पर ऐतिहासिक कार्य के शुभारंभ पर पूजा अर्चना का कार्यक्रम किया गया, जिसमें जिलाधीश राघव शर्मा, ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष बाबा अमरजोत बेदी सहित गण मान्य व्यक्ति उपस्थित रहे । वहीं एसडीएम उन विश्वा देव मोहन, नगर परिषद के एसडीओ राजेंद्र सैनी भी उपस्थित रहे। इस कार्य का शुभारंभ पर जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने बताया कि 224 वर्ष पुरानी यह 84 पोडियां बाबासाहीब सिंह जी बेदी द्वारा बनाई गई थी, इनका अपना ऐतिहासिक महत्व है, शहर का ऐतिहासिक स्थल है ,इसी स्थल को शहर की एंट्री के लिए प्रयोग किया जाता था ।उन्होंने कहा कि इस कार्य को इंटैक्ट भारत सरकार की हेरिटेज भावनों को बेहतर करने की एजेंसी करेगी, जिसमें जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा ।उन्होंने कहा कि जिला ऊना के इस ऐतिहासिक स्थल को ऐतिहासिक स्वरूप में बरकरार रखते हुए बेहतर करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीन से पांच महीने के अंदर इस कार्य को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है, इतिहास की जानकारी भी लोगों को मिले और यह रमणीक स्थल बने, लोग जहां आए इसका प्रयास रहेगा। उन्होंने कहा कि इंटेक की अच्छी टीम है, स्थानीय लोगों के सहयोग से यह बेहतर काम करेगी। ऐसी मुझे उम्मीद है।उन्होंने की इसके अलावा जीर्णोद्धार के और क्या कार्य हम कर सकते हैं, इसको लेकर के भी भविष्य में चर्चा की जाएगी। वहीं पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि जिलाधीश ऊना राघव शर्मा के प्रयासों से एक ऐतिहासिक कार्य की शुरुआत हो रही है यह अपने आप में ऐसा स्थल है जिसको बेहतर बनाने का लक्ष्य होना चाहिए और आने वाले समय में यह बेहतर स्थल के रूप में हमें देखने को मिलेगा ,इसके लिए जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना है । वहीं नगर परिषद पुर्व अध्यक्ष बाबा अमरजोत बेदी ने कहा कि उनके पूर्वजों द्वारा यह 84 पोडियां बनाई गई यह शहर का प्रवेश द्वार रहा है। उन्होंने कहा कि हमने कई बार इसका प्रयास भी किया है कि इसको बेहतर किया जाए, हमने नगर परिषद के माध्यम से भी कई बार इसका कार्य किया लेकिन अब जिलाधीश राघव शर्मा के प्रयासों से इंटेक एक अनुभव भी एजेंसी इस काम को करेगी यह खुशी का विषय है ,उन्होंने की जल्द लोगों को एक अच्छा स्थल मिलेगा। इस अवसर पर इंटेक की तरफ से उपस्थित मिताली ने कहा कि 84 पौड़ियों के कार्यों को शुरू किया जा रहा है, जितना जल्द हो सकेगा हम इस कार्य को खत्म करेंगे ,इसका ऐतिहासिक महत्व बरकरार रखा जाएगा।
-8 नवंबर को पातका से साहला मार्ग के अपग्रेडेशन कार्य का करेंगे भूमि पूजन विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया 4 नवंबर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चुवाड़ी में चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। विभागीय प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि विधानसभा अध्यक्ष के जारी प्रवास कार्यक्रम के अनुसार वह 6 नवंबर को दोपहर बाद राइजिंग स्टार प्ले पब्लिक स्कूल चुवाड़ी के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष 7 नवंबर को चंबा में राहत, पुनर्वास एवं पुन: बहाली कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। दोपहर बाद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मैहला के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह की अध्यक्षता करेंगे। 8 नवंबर को विधानसभा अध्यक्ष पातका में सिहूंता - लाहडू मार्ग सीआरआईएफ परियोजना अपग्रेडेशन के भाग पातका से साहला का भूमि पूजन करने के साथ जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
आईजीएमसी के दो सौ के लगभग सफाई, वार्ड अटेंडेंट, सुरक्षा कर्मी, स्टाफ नर्सों, डेटा एंट्री ऑपरेटरों, मैस कुकों व हेल्परों, लैब टेकनिशियनों व अन्य कोविड कर्मियों तथा 20 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर रखने के मुद्दे पर मजदूर संगठन सीटू के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने श्रम विभाग शिमला पर दो घंटे तक जोरदार मौन प्रदर्शन किया। इस दौरान सीटू प्रतिनिधियों व श्रमायुक्त की बैठक हुई जिसमें उप श्रमायुक्त, श्रम अधिकारी व श्रम निरीक्षक मौजूद रहे। सीटू ने आरपार की लड़ाई का एलान किया है। सीटू ने चेतावनी दी है कि अगर नौकरी से निकाले गए सुरक्षा कर्मियों व कोविड कर्मियों को न्याय न मिला तो आंदोलन उग्र होगा। आंदोलन की अगली कड़ी में जेल भरो आंदोलन, गिरफ्तारियां, चक्का जाम, ओक ओवर व सचिवालय मार्च होगा। सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, रमाकांत मिश्रा व जिला कोषाध्यक्ष बालक राम ने आईजीएमसी मसले पर श्रमायुक्त से हस्तक्षेप करके मजदूरों को न्याय देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी से दो सौ कोविड योद्धाओं को रोज़गार से बाहर करना मानवता को शर्मसार करने की घटना है। उन्होंने कहा कि 20 सुरक्षा कर्मियों के नौकरी से बाहर करना देश के कानून का गला घोंटना है। उन्होंने कहा कि सिक्योर गार्ड को दिए गए सुरक्षा कर्मियों के ठेके में महाघोटाला है। उन्होंने कहा कि इस घोटाले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। टेक्निकल बिड इवैल्यूएशन के 70 अंकों के आधार पर सिक्योर गार्ड कम्पनी ठेके के लिए एप्लाई करने के लिए भी पात्र नहीं थी क्योंकि उसके 70 में से शून्य अंक हैं। ठेके के लिए वर्ष 2019 से हर साल इनकम टैक्स रिटर्न भरना अनिवार्य था परंतु कंपनी सितंबर 2020 में बनी तो फिर इसने वर्ष 2019 का आयकर कैसे भर दिया। कम्पनी को ठेके की शर्तों के अनुसार वर्ष 2017 से 2022 तक के पांच वर्षों में एक जगह पर 100 से अधिक व कुल 300 सुरक्षा कर्मियों से कार्य अनुभव होना अनिवार्य था परंतु कंपनी का कार्य अनुभव तो तीन वर्ष का भी नहीं है। इस तरह कंपनी को ठेका मिलना तो दूर की बात यह कम्पनी बिडिंग प्रक्रिया में शामिल होने के लिए भी पात्र नहीं थी। इस घोटाले को जनता में उजागर किया जाएगा व इसके खिलाफ माननीय उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा। उन्होंने आईजीएमसी में कर्मियों को नौकरी से बाहर करने व ठेके में हुए घोटाले के खिलाफ आंदोलन तेज करने का आह्वान किया है। हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी यूनियन प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र लाल, सुरक्षा कर्मी यूनियन अध्यक्ष देवराज बबलू, सफाई कर्मी यूनियन अध्यक्षा निशा व महासचिव सरीना ने कहा कि आईजीएमसी में अंग्रेजों के ज़माने के काले कानून आज भी जारी हैं। यहां हायर एन्ड फायर नीति जारी है व कानून का गला घोंट कर दो सौ कोविड कर्मियों व 20 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से बाहर कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कर्मियों को नौकरी से बाहर करने का निर्णय गैर कानूनी है। इसे तुरन्त वापिस लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी में सुरक्षा कर्मियों व कोविड कर्मियों की मानसिक प्रताड़ना की जा रही है। ठेकेदार बदलने पर उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है जोकि यूनियन से आईजीएमसी प्रबंधन द्वारा किए गए समझौते व औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 25 एच का खुला उल्लंघन है। आईजीएमसी प्रबन्धन भी नए ठेकेदार के साथ मिलकर श्रम क़ानूनों की खुली अवहेलना कर रहा है।
कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां क्षेत्र में हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां की जसौर पंचायत में एक व्यक्ति ने अपने भाई और भाभी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। आरोपी भाई ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से इस वारदात को अंजाम दिया। हत्या का कारण भूमि विवाद बताया जा रहा है। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है। नगरोटा बगवां के डीएसपी और एसडीएम घटनास्थल पर पुलिस टीम के साथ पहुंच गए है। जांच जारी है।
विद्युत उपमंडल-2 धर्मशाला के सहायक अभियंता रमेश चंद ने जानकारी देते हुए बताया कि 4 नवंबर को विद्युत लाइनों की सामान्य रख-रखाव के चलते 11 केवी मंदल फीडर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों मंदल, मसरेड़, भड़वाल, त्रैंबलू, हरनेड़, घियाना खुर्द, ढगवार, खटेहड़, मनेड़, अप्पर बगली, कोहाला, मटौर तथा साथ लगते क्षेत्रों में प्रात: 9 बजे से सायं 5 बजे अथवा कार्य समाप्ति तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने की स्थिति में यह कार्य अगले दिन किया जाएगा। उन्होंने लोगों से सहयोग की अपील की है।
-इससे पहले हिमाचल में आज तक नहीं हुई फिरौती के लिए गोलीबारी नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था का जनाज़ा उठ गया है। फिरौती के लिए दिनदहाड़े, खुलेआम लोगों को गोली मारी जा रही है। आज तक हमने हिमाचल प्रदेश में इस तरह के माफ़ियाराज की घटना नहीं सुनी। जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार को इस तरह के माफिया का फ़न कुचलना होगा, उसके लिए चाहे जो कार्रवाई करनी पड़े। उन्होंने कहा कि ऊना के हरोली में फिरौती न देने पर कारोबारी को गोली मारने की घटना से आज पूरे ऊना में दहशत का माहौल है। ऊना के कई लोगों से मेरी बात हुई, सबने यही कहा कि इस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती कि हिमाचल में फिरौती और गुंडा टैक्स जैसी चीजों की मांग करके गोलीबारी करेगा। उन्होंने कहा कि आज नगरोटा में ज़मीनी विवाद में एक प्राइवेट स्कूल संचालक ने अपने सगे भाई और भाभी की दिन दहाड़े गोली मार कर कर हत्या कर दी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में यदि किसी को भी इस तरह के अपराध की उम्मीद नहीं थी तो सरकार का भी यह दायित्व बनता है कि ऐसे अपराध प्रदेश में होने भी न पाए। माफिया का फन कुचलने के लिए सरकार जो भी कदम उठाएगी विपक्ष पूरी ज़िम्मेदारी से सरकार के साथ खड़ा है लेकिन इस तरह की घटना पर अंकुश लगना चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश क़ानून से चलेगा माफिया से नहीं। कारोबारी सरकार को टैक्स देते हैं, वह गुंडा टैक्स नहीं देंगे। इसलिए सरकार की ज़िम्मेदारी है कि हर नागरिक की सुरक्षा करे और माफिया को उनकी सही जगह दिखाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुंडा टैक्स नहीं चलेगा। हिमाचल प्रदेश अपनी शान्तिप्रियता और क़ानून व्यवस्था के लिए जाना जाता है और यही हमारे प्रदेश की पहचान रहनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यह प्रदेश की पहली घटना है सरकार यह सुनिश्चित करे कि यही आद्घख़री घटना भी हो। इस तरह की घटनाएं प्रदेश में किसी तरह स्वीकार नहीं की जाएगी। कांगड़ा के जसौर में शिक्षक और उनकी पत्नी की हत्या पुलिस और प्रशासन की नाकामी नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज कांगड़ा के नगरोटा बगवां से लगते जसौर में में ज़मीनी विवाद में एक प्राइवेट स्कूल संचालक ने अपने सगे भाई और भाभी की दिन दहाड़े गोली मार कर कर हत्या कर दी। इस तरह से प्रदेश में दिन दहाड़े गोलीय चल रही हैं। पिछले माह 6 अक्टूबर को ऊना के ही बहड़ाला में सहकारी सभा के सचिव की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस तरह की निजी रंजिश में हत्या पुलिस की नाकामी और उसके खुफ़िया सूचना तंत्र की विफलता है। एक दिन में इस तरह की घटनाएं नहीं हो सकती है। इस तरह के मामले पुलिस के गोपनीय सूचना तंत्र की सहायता से रोके जा सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास निगम द्वारा विभिन्न व्यवसायों में निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। निगम के जिला प्रबंधक सौरभ शर्मा ने बताया कि वर्ष 2023-24 के लिए अनुसूचित जाति से संबंधित युवक/युवतियों को निगम की व्यावसायिक प्रशिक्षण योजना के तहत विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इन व्यवसायों में मिलेगा प्रशिक्षण निगम द्वारा कुल 16 व्यवसायों में निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। जिला प्रबंधक ने बताया कि अनुसूचित जाति से संबंधित युवक/युवतियां हथकरघा/खडडी, मोटर ड्राइविंग, मोटर मकैनिक/ऑटो रिपेयर, शू मेकिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स रिपेयर, पलम्बर, इलेक्ट्रीशियन/मोटर वाइंडिंग, वैल्डिंग/स्टील फेबरीकेशन/ब्लैक स्मिथ, प्रूनिंग तथा ऑरचर्ड ऑपरेशन, कारपैन्टरी, फोम का सामान बनाना, ब्यूटीशियन, बांस का सामान बनाना, नाई का काम, कटिंग टेलरिंग और कंप्यूटर प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं। ऐसे करें आवेदन उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण हेतु आवेदक को सादे कागज पर प्रार्थना पत्र या निगम की वेबसाइट से आवेदन पत्र निकाल कर सभी आवश्यक दस्तावेजों की सत्यापित छायाप्रतियों सहित निगम के कार्यालय में किसी भी कार्य दिवस पर जमा करवाना होगा। यह रहेगी योग्यता कंप्यूटर प्रशिक्षण हेतु न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता बारहवीं होना अनिवार्य है तथा शेष सभी व्यवसायों में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रार्थी कम से कम दसवीं व आठवीं पास होना चाहिए। जिला प्रबंधक ने बताया कि आवेदक अनुसूचित जाति से संबंधित हो तथा हिमाचल प्रदेश का स्थाई निवासी होना चाहिए। आवेदक के परिवार की समस्त साधनों से वार्षिक आय 35 हजार रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए या वे आईआरडीपी/बीपीएल परिवार से संबंधित होना चाहिए। 18 से 35 वर्ष आयुवर्ग के युवक ही प्रशिक्षण हेतु आवेदन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए निगम के दूरभाष न. 01892223108 या इमेल द्वारा किसी भी कार्य दिवस में संपर्क कर सकते हैं।
सोलन जिला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंडी में आज आयुष्मान भव: स्वास्थ्य मेला आयोजित किया गया। यह जानकारी खंड चिकित्सा अधिकारी चंडी डॉ. उदित कुमार ने दी। डॉ. उदित कुमार ने कहा कि आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंडी में इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल शिमला द्वारा आयुष्मान भव: अभियान के तहत बहु विशेषज्ञ स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि इस स्वास्थ्य मेले में 186 लाभार्थियों का पंजीकरण हुआ। इनमें 37 लाभार्थियों ने सामान्य व 149 लाभार्थियों ने बहु विशेषज्ञ चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ उठाया। डॉ. उदित कुमार ने कहा कि इस मेले में शल्य चिकित्सा सुविधा का लाभ 5, औषधी चिकित्सा का लाभ 45, नेत्र रोग चिकित्सा का लाभ 15, शिशु रोग चिकित्सा का लाभ 20, मनोचिकित्सा का लाभ 2, हड्डी रोग चिकित्सा का लाभ 17, महिला रोग चिकित्सा का लाभ 20, चमरी रोग चिकित्सा विभाग की सुविधा 10, दंत चिकित्सा का लाभ 13 और सामान्य ओपीडी का लाभ 37 लाभार्थियों ने उठाया। उन्होंने कहा कि 23 लाभार्थियों ने सूक्ष्म शल्य चिकित्सकीय सुविधाओं, 166 लाभार्थियों ने परिवार नियोजन व प्रसव, प्रसूति और शिशु स्वास्थ्य सुविधाओं सहित जागरूकता का लाभ उठाया। उन्होंने कहा कि 907 व्यक्तियों की रक्त जांच की गई। मोतियाबिंद के 14 रोगी जांच उपरांत शल्य निदान के लिए आईजीएमसी शिमला रेफर किए गए। उन्होंने कहा कि मुख्य शल्य चिकित्सकीय जांच के लिए 06, सूक्ष्म शल्य चिकित्सकीय सुविधा के लिए 1 और 14 लाभार्थियों को विभिन्न रोगों की जांच उपरांत आईजीएमसी शिमला में निदान के लिए रेफर किया गया। इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल शिमला के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनमोल गुप्ता और सहायक प्राचार्य व विशेषज्ञ डॉ. अंजलि महाजन के मार्ग दर्शन में मेला सफल रहा। स्वास्थ्य मेला आयोजन के लिए रजिस्ट्रार डॉ. राजू कटोच, शिशु रोग विभाग, आईजीएमसी शिमला, नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेषी, आईजीएमसी शिमला, औषधि चिकित्सा विशेषज्ञ आईजीएमसी शिमला डॉ. रवि, मनोचिकित्सा विशेषज्ञ और रजिस्ट्रार आईजीएमसी शिमला, डॉ. कुशल, शल्य चिकित्सा विशेषज्ञ और रजिस्ट्रार आईजीएमसी शिमला, डॉ. रमेश, रजिस्ट्रार हड्डी रोग विशेषज्ञ और रजिस्ट्रार आईजीएमसी शिमला, डॉ. हरि मोहन शर्मा, महिला रोग विशेषज्ञ और रजिस्टार आईजीएमसी शिमला, डॉ. शालिनी और चमड़ी रोग विशेषज्ञ आईजीएमसी शिमला डॉ. अश्वनी राणा ने इस अवसर पर लाभार्थियों की जांच की।
-246 परिवारों को मकान के किराए के रूप में प्रदान की जा रही है वित्तीय सहायता प्रदेश में मानसून के दौरान आई आपदा से प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए राज्य सरकार ने खजाना खोल दिया है। राज्य सरकार प्रभावितों को हर संभव मदद प्रदान कर रही है। आपदा के कारण बेघर हुए 246 परिवारों को मकान किराये के रूप में 74.25 लाख रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। जिला बिलासपुर में इस योजना के तहत 55 प्रभावित परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है, जिनमें बिलासपुर उपमंडल के दो, घुमारवीं उपमंडल के 44, झंडुता उपमंडल के 9 परिवार शामिल हैं। 31 मार्च, 2024 तक इन परिवारों को किराये के रूप में राज्य सरकार की ओर से 16.95 लाख रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। झंडुता निवासी निर्मला देवी ने बताया कि आपदा के दौरान उनका घर क्षतिग्रस्त हो गया था तथा उनके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी, ऐसे में राज्य सरकार की ओर से उन्हें पहले राहत शिविर में ठहराया गया तथा अब उन्हें किराये के मकान में शिफ्ट कर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा मकान का किराया अदा करने के लिए उन्हें प्रतिमाह 5000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। इसके साथ-साथ राज्य सरकार की ओर से नि:शुल्क गैस कनेक्शन दिया गया है और राशन भी नि:शुल्क ही प्रदान किया जा रहा है। वहीं बिलासपुर जिला निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि आपदा के दौरान उनके घर में दरारें आ गई थीं तथा घर रहने लायक नहीं रहा था। राज्य सरकार द्वारा अब उन्हें मकान का किराये अदा करने के लिए प्रतिमाह 5000 रुपये प्रदान किए जा रहे हैं जिसके कारण वे सम्मान के साथ अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का इस मद्द के लिए उनका आभार व्यक्त किया है। वहीं, जिला कांगड़ा में 73 परिवारों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है जिनमें से 7 कांगड़ा उपमंडल, 13 ज्वाली, 24 नूरपुर, 11 धीरा तथा 18 परिवार ज्वालामुखी उपमंडल के हैं। इन परिवारों को मकान किराये के रूप में राज्य सरकार 21.90 लाख रुपये की सहायता प्रदान करने जा रही है। मंडी जिला में 118 परिवार राज्य सरकार की मकान का किराये प्रदान करने की सुविधा का लाभ ले रहे हैं। जिला के तहत थुनाग उपमंडल में 13, सरकाघाट उपमंडल में 75, धर्मपुर में 10, बालीचौकी में 8, जोगिंद्रनगर में 9 तथा गोहर उपमंडल में 3 परिवार इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। राज्य सरकार इन आपदा प्रभावित परिवारों को 35.40 लाख रूपये मकान किराये के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश में संवेदनशील सरकार काम कर रही है। प्रदेश सरकार ने मानवीय दृष्टिकोण के साथ आपदा प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए 4500 करोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज जारी किया है। यह मुख्यमंत्री की ही सकारात्मक सोच का परिणाम है कि आपदा प्रभावित परिवारों को सम्मानजनक तरीके से जीवन-यापन के दृष्टिगत मकान का किराया अदा करने के लिए र्ग्रामीण क्षेत्रों में 5000 रुपये तथा शहरी क्षेत्रों में 10,000 रुपये प्रति माह की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन आपदा प्रभावितों ने मकान के किराए के लिए आवेदन नहीं किया है, वे भी आवेदन करने के उपरांत इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। राज्य के इतिहास में किसी भी सरकार ने अब तक इस तरह का कदम नहीं उठाया है जबकि ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रत्येक आपदा प्रभावित की पीड़ा को समझते हुए निर्णय ले रहे हैं। हर प्रभावित के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुलह के पदाधिकारी व अन्य कार्यकर्ता माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कुशल क्षेम लेने ब्लॉक अध्यक्ष संजय सिंह चौहान से मिले। इस कांग्रेसी जत्थे में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुलह के ब्लॉक युवा अध्यक्ष, ब्लॉक इंटक महिलाअध्यक्षा, ब्लॉक अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष, ब्लॉक पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष, ब्लॉक कामगार विभाग, ब्लॉक पेन्शनर विभाग, ब्लॉक मत्स्य विभाग, ब्लॉक सेवा दल अध्यक्ष, ब्लॉक पंचायती राज अध्यक्ष, ज़िला खोजबीन विभाग अध्यक्ष, थुरल एनएसयूआई अध्यक्ष, नौरा एनएसयूआई अध्यक्ष, ब्लॉक इंटक अध्यक्ष, ब्लॉक किसान मोर्चा अध्यक्ष व अन्य कई विभागों के लगभग चौबीस विभागों के अध्यक्ष उपस्थित थे। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य पर चिंता जताते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने का संदेश संजय सिंह चौहान के माध्यम से भेजा। उन्होंने यह भी कहा इतिहास में पहले कभी ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा जिसने प्रदेश की सेवा में अपनी जीवन की संचित पूंजी आपदा से निपटने में प्रदेशवासियों पर निछावर कर दी। इस अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष संजय सिंह चौहान ने कहा की चिंता की कोई बात नहीं है माननीय मुख्यमंत्री बिलकुल स्वस्थ हैं और केवल लगातार थकान व खाने में बदपरहेजी के कारण चिकित्सकों ने उन्हें कुछ टेस्ट करवाने व आराम करने की सलाह दी है। अध्यक्ष संजय सिंह चौहान ने कांग्रेस की कमेटी के पदाधिकारीयों की एक बैठक बुलाई जिसमें लोकसभा चुनाव 2024 में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुलह की रहने वाली भागीदारी एवं तय रणनीति के ऊपर विशेष चर्चा की तथा प्रारूप तैयार किया। इस बैठक मेंअध्यक्ष संजय सिंह चौहान ने कांग्रेस की कमेटी के पदाधिकारीयों के एक लोकसभा चुनाव 2024 में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुलह की रहने वाली भागीदारी एवं तय रणनीति के ऊपर विशेष चर्चा की तथा प्रारूप तैयार किया।
शूलिनी विश्वविद्यालय की मूट कोर्ट सोसाइटी, कानूनी विज्ञान संकाय ने हाल ही में अपनी पहली इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन किया, जो तीन दिनों तक चली। प्रतियोगिता बीए एलएलबी और एलएलबी छात्रों के लिए डिजाइन की गई थी। इस कार्यक्रम में दस टीमों ने भाग लिया। विवादास्पद प्रस्ताव का केंद्रीय विषय एक काल्पनिक कानूनी मामले के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसमें दो प्रमुख पक्ष शामिल हैं, अर्थात संगीत संकल्प फाउंडेशन और इंद्रपुरा राज्य। मामले ने भाषाई अल्पसंख्यकों के लिए शिक्षा के अधिकार से जुड़े विवादास्पद मुद्दों को संबोधित किया, जिससे छात्रों को जटिल कानूनी तर्क और समाधान तलाशने के लिए प्रेरित किया गया। इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता ने छात्रों के लिए अपने वकालत कौशल को निखारने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। शूलिनी विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ. मोनिका ठाकुर ने छात्रों की सक्रिय और उत्साही भागीदारी की सराहना की। उन्होंने वकालत की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपनी कानूनी यात्रा शुरू करने के लिए छात्रों के प्रयासों की सराहना की। धन्यवाद ज्ञापन मूट कोर्ट सोसाइटी की संकाय समन्वयक डॉ. कुसुम वर्मा द्वारा किया गया, उन्होंने सभी प्रतिभागियों को कानूनी क्षेत्र में अच्छा कार्य करने क लिए प्रेरित किया। प्रतियोगिता के विजेताओं जिसमें अनामिका शर्मा, तनु सुराणा और शिवांशु लवानिया की टीम आईएमसीसी-१०५ ने शीर्ष स्थान हासिल किया। उपविजेता टीम आईएमसीसी-१०४ रही, जिसमें सलोनी ठाकुर, ममता तिवारी और उपासना सिंह शामिल थीं। इसके अतिरिक्त, सर्वश्रेष्ठ मेमोरियल का पुरस्कार आईएमसीसी-१०३ को मिला, जिसमें नितिन जॉय, अंश शर्मा और राजदीप मान को प्रशंसा मिली। राजदीप मान को सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता के रूप में मान्यता दी गई, जबकि अनामिका शर्मा को सर्वश्रेष्ठ वक्ता नामित किया गया। प्रारंभिक दौर में सभी दस टीमों ने भाग लिया, जिन्होंने इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता में बहुत साहस और पूर्ण भागीदारी का प्रदर्शन किया। वकील सहित कानूनी पेशेवर एडवोकेट विवेक मेहता, एडवोकेट वकील वंदना मेहता, एडवोकेट अभिषेक दुल्टा, एडवोकेट अजय सिपाहिया, और एडवोकेट ईशान कश्यप एवं अधिवक्ता एवं निर्णायक थे। उन्होंने न केवल टीमों का मूल्यांकन किया बल्कि छात्रों को कानून के व्यावहारिक पहलुओं और वास्तविक जीवन के मामलों के साथ निर्णय कैसे संबंधित हैं, इस पर मूल्यवान मार्गदर्शन भी प्रदान किया। प्रारंभिक दौर के बाद, सेमीफाइनल दौर में जाने के लिए चार टीमों का चयन किया गया, जहां उन्हें न्यायाधीशों के एक नए पैनल का सामना करना पड़ा, जिसमें एडवोकेट भी शामिल थे। एडवोकेट तेजस्वी शर्मा, एडवोकेट नितिन ठाकुर, डॉ. कनु शर्मा, एडवोकेट दीक्षित सहोत्रा, और एडवोकेट पंकज। इन कानूनी विशेषज्ञों ने प्रतिस्पर्धा को अपने अनुभव से समृद्ध करते हुए अपनी अंतर्दृष्टि और विशेषज्ञता की पेशकश की। एसोसिएट डीन प्रो. नंदन शर्मा ने सभी निर्णायकों का आभार व्यक्त किया और छात्रों को ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मूट कोर्ट सोसाइटी का गठन छात्रों के वकालत कौशल को विकसित करने और कानून के छात्रों के बीच तर्कसंगत सोच को बढ़ावा देने के प्राथमिक लक्ष्य के साथ किया गया था। सहायक प्रोफेसर पलक शर्मा ने प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की और पहली इंट्रा मूट कोर्ट प्रतियोगिता का औपचारिक समापन किया। विजेताओं को ट्रॉफी वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।