मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ भेंट करके विधायक केवल सिंह पठानिया ने मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 2,14,300 रुपये का अंशदान किया है। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि शाहपुर विस क्षेत्र के लोग तथा कांग्रेस के फ्रंटल संगठन आपदा राहत कोष के लिए दिल खोलकर मदद कर रहे हैं ताकि आपदा प्रभावितों के पुनर्वास के लिए सरकार की मदद की जा सके। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री से शाहपुर नगर पंचायत की विभिन्न समस्याओं को लेकर भी मांग पत्र भी सौंपा है, जिसमें गृह कर में छूट देने तथा शाहपुर नगर पंचायत के समग्र विकास के लिए भी उचित कदम उठाने का आग्रह किया गया है। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार राहत, पुनर्वास तथा विकास के ध्येय को आगे लेकर बढ़ रही है ताकि आपदा की इस घड़ी में हिमाचल की जनता विशेष तौर पर प्रभावितों को पुनर्वास सुनिश्चित किया जा सके।
उप मंडल जयसिंहपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोसरी के वार्ड तीन बल्ह पट्ट पठानिया गांव और रोपड़ी पंचायत के उम्मर गांव के लोगों को आजादी के 76 वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क और पुल की सुविधा नहीं मिल पाई है। गौरतलब है कि इस गांव के साथ में शौर्य चक्र विजेता शहीद सूबेदार केयर सिंह का घर भी है, जिनके घर तक भी आज तक सड़क नहीं बन पाई। रोपड़ी स्कूल का नाम शहीद सूबेदार केयर सिंह के नाम पर ही रखा गया है। शहीद सूबेदार केयर सिंह की माता शांधो देवी की उम्र 100 वर्ष हो चुकी है उनका कहना है कि आज दिन तक मेरी आंखें सड़क सुविधा के लिए तरस गई कि हमारे घर तक बनेगी। शहीद केयर सिंह की पत्नी की उम्र 66 वर्ष हो गई है और उनका एक बेटा है पर आज दिन तक यह गांव सड़क सुविधा से वंचित है। इन गांवों में पहले 100 से अधिक घर हुआ करते थे पर सड़क सुविधा न होने से कई घरों के लोग यहां से दूर-दराज क्षेत्रों में जाने को मजबूर होना पड़ा। आज भी यहां के लोगों को राशन लेने के लिए या बच्चों को स्कूल जाने के लिए सुलयाली और हरोटी खड्ड को पार करके जाना पड़ता है। इन गावों के लोगों को जब बरसात शुरू होती है तो तीन महीने इन गावों के लोगों को काला पानी की सजा बन जाती है। बरसात के समय इन खड्डों का जल स्तर इतना बढ़ जाता है कि जयसिंहपुर में पढ़ने वाले स्कूल और कॉलेज के छात्रों और नौकरी और रोज काम करने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे बड़ी मुश्किल तब होती है अगर इन दिनों में कोई बीमार पड़ जाए तो उन्हें बरसात के समय कंधे पर उठा कर इन खड्डों को पार करना पड़ता है, जिसमें कोई भी अनहोनी की संभावना बनी रहती है। गांववालों का कहना है कि जयसिंहपुर विधानसभा में कितने विधायक आए और चले गए पर हमारे गांव में सड़क और पुल नहीं बना सके। क्या कहते हैं स्थानीय विधायक गोमा विधानसभा जयसिंहपुर के विधायक यादविंदर गोमा का कहना है कि उम्मर गांव और पट्ट पठानिया गांव के लिए सड़क बनाने के लिए नाबार्ड के लिए प्रपोजल भेज दिया है जैसे ही नाबार्ड से पैसे सैक्शन हो जाएंगे इन गांव के पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा
हिमालयन आईटीआई लगवलियाना में 25 अगस्त को एमएस गोदरेज और टीआई साइकल मोहाली द्वारा रोजगार मेला लगाया गया। इसमें प्रदेश भर के आईटीआई संस्थानों से आए 160 परीक्षार्थियों ने भाग लिया। ओर 120 परीक्षार्थियों को रोजगार मिला। आईटीआई के प्रधानाचार्य आनंद कुमार ने कहा कि चयनित हुए परीक्षार्थियों की एक हफ्ते के अंदर ज्वाइनिंग होगी। ओर आगे भी बहुत जल्द हिमालयन आईटीआई लगवलियाना में कंपनियों द्वारा रोजगार मेला लगाया जाएगा। और परीक्षार्थियों को रोजगार के अवसर मिलते रहेंगे।
जल शक्ति विभाग के कार्यरत कनिष्ठ अभियंता (जेई) राजेश कुमार का शव शनिवार को हरिपुर के थाना क्षेत्र के बंगोली में बरामद हो गया। उल्लेखनीय है दो दिन पूर्व अपने स्टाफ के साथ दौलतपुर के जलाड़ी में पानी की स्कीम को दुरुस्त करने गए जेई बनेर खड्ड में गिर गए थे। उसी दिन से एसडीआरएफ और पुलिस की टीम स्थानीय लोगों की मदद से जेई की तलाश में लगे थे।
केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं युवा व खेल मामलों के मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया है कि हिमाचल प्रदेश में आपदा पीड़ितों के लिए केंद्र सरकार 6,000 घर बनाएगी। पीएम ग्रामीण आवास योजना के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। शुक्रवार को अनुराग ठाकुर ने नई दिल्ली में केंद्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात कर मंजूरी देने के लिए आभार जताया। अनुराग ने बताया कि हाल ही में 5,000 घरों को मंजूरी मिली थी। इस आपदा में केंद्र से अब तक कुल 11,000 घर मंजूर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार केंद्र हिमाचल की हरसंभव सहायता कर रहा है। बीते दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल के साथ उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था।
उपमंडल फतेहपुर की ग्राम पंचायत टटवाली के गांव रेहतपुर का एक युवक पानी के तेज बहाव में बह गया है। के अनुसार हरीश कुमार उर्फ जोली पुत्र गुरदयाल सिंह पानी से अपने पशु निकाल रहा था, लेकिन ब्यास नदी में 52 नंबर गेट से बहुत अधिक मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा था। इस दौरान हरीश जब वह काफी देर तक अपने घर वापस नहीं आया, तो छोटे भाई ने आस पड़ोस में फोन के माध्यम से हरीश की घटना के बारे में बताया, जिससे स्थानीय लोग देर रात तक ब्यास किनारे ढूंढते रहे, लेकिन शनिवार को सुबह तक हरीश कुमार का कोई पता नहीं चल पाया, जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस चौकी रे में दी गई। यह जानकारी ग्राम पंचायत टटवाली के उपप्रधान रमन कुमार ने दी।
गुस्साए लोग बोले- पांच साल में सांसद के दर्शन तक नहीं हुए, त्रासदी में नहीं जाना हाल विधानसभा क्षेत्र जवाली के अधीन पंचायत नियांगल में भूस्खलन प्रभावितों से मिलने आए भाजपा नेताओं को जनता की खूब खरी-खोटी सुननी पड़ी। भाजपा नेताओं को यह खरी-खोटी कांगड़ा- चंबा के सांसद किशन कपूर के कारण सुननी पड़ी। हुआ ज्यों कि शुक्रवार को कांगड़ा-चंबा लोकसभा प्रभारी विपिन परमार, भाजपा प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर, पूर्व मंत्री राकेश पठानिया, नूरपुर के विधायक रणवीर निक्का, संजय गुलेरिया भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए आए तथा नियांगल पंचायत में प्रभावितों से मिले तो वहां पर पंचायत उपप्रधान संदीप समकड़िया सहित प्रभावितों ने रोष स्वरूप कहा कि पहले बताएं कि सांसद किशन कपूर कहां हैं। प्रभावितों ने कहा कि पांच साल में उनके दर्शन तक नहीं हुए और अब इतनी बड़ी त्रासदी आई है, तब भी सांसद बाहर नहीं निकले हैं। सांसद की 75 प्रतिशत सांसद निधि वापस हो गई है। पांच साल उनके कहीं दर्शन भी नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि सांसद किशन कपूर ने नियांगल पंचायत को गोद लिया हुआ है, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने इसकी सुध नहीं ली है। हालांकि नेताओं ने समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रभावित उनकी बात सुुनने को तैयार ही नहीं थे। भाजपा नेताओं ने कहा कि वे प्रधानमंत्री के निर्देश पर प्रभावितों से मिलने आए हैं और उनकी आवाज सरकार से उठाएंगे।
मणिमहेश लंगर सेवादल जवाली, लव, राजा का तालाब, गनोह, रैहन, फतेहपुर, धमेटा, नागावाड़ी का संयुक्त दल शुक्रवार को प्रधान मंजीत कौंडल की अगुवाई में सुंदरासी शिवधाम मणिमहेश के लिए रवाना हो गया। इससे पहले सुबह मां ज्वाला मंदिर में पूजा अर्चना के उपरांत राशन सामग्री के दो ट्रकों के साथ टीम ने लव से प्रस्थान किया। रैहन, राजा का तालाब, धमेटा, नागावाड़ी में संयुक्त सेवादल का लोगों ने भव्य स्वागत किया। वहीं दल की रवानी पर फतेहपुर, राजा का तालाब, गनोह में हलवा, खीर का प्रसाद वितरित किया, जबकि रैहन में विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। इस दौरान राजा का तालाब में जस्सी महंत ने सेवादल को अपना आशीर्वाद प्रदान करके, भगवान से लंगर को बिना किसी बाधा के संपन्न करवाने के लिए प्रार्थना की। दल सुंदरासी शिवधाम में अपना 21वां नि:शुल्क लंगर 25 अगस्त से 10 सितंबर तक दिन रात सुचारू रूप से चलाएगा। इस दौरान सुंदरासी शिवधाम में भोले भक्तों के लिए चाय पान, मिष्ठान, 24 घंटे भोजन, रात्रि विश्राम एवं चिकित्सा की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। इस अवसर पर मणिमहेश लंगर सेवादल के चेयरपर्सन राम नाथ शर्मा, महिंद्र मियां, अवतार सिंह, तारा चंद, चंद्रशेखर गोरा, बलकार जरियाल, प्रेम सिंह, वीरेंद्र बिट्टू, प्रदीप शर्मा, नरेंद्र पिंकी, राजेश्वर गुलेरिया, सौरभ कुमार, जिम्मी, मनोहर लाल, फौजी भी टीम के साथ रहे।
भारत ने अंतरिक्ष ने इतिहास रच दिया है बुधवार को भारत के चंद्रायन-3 की चांद पर सफलतापूर्वक पूर्वक लैंडिंग से भारत विश्व का पहला देश बन गया है, जिसे चांद के साउथ पोल पर लैंड किया है। इस चंद्र विजय की खुशी में शिवालिक इंटरनेशनल कान्वेंट स्कूल नंगल चौक के यूकेजी कक्षा के छात्र दिवजोत सिंह ने एक बेहतरीन मॉडल तैयार किया है। इस पर स्कूल प्रबंधक मलकीत सिंह राणा क्लास टीचर पिंकी और निशु पटियाल तथा सभी अध्यापकों ने खुशी जाहिर की है और बधाई दिए।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व सुलाह विधानसभा क्षेत्र के विधायक विपिन सिंह परमार ने जवाली विधानसभा क्षेत्र भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर लोगों की समस्याओं को जाना व उनके दर्द को बांटा। इस दौरान उहोंने पंचायत न्यांगल, गांव बाड़ा, कोटला, पंचायत राजोल के गांव अनुही का के दौरा किया। इस मौके पर उनके साथ हिमाचल प्रदेश भाजपा के महामंत्री त्रिलोक कपूर, पूर्व मंत्री राकेश पठानिया, नूरपुर के विधायक ठाकुर रणवीर सिंह निक्का, भाजपा नेता संजय गुलेरिया, विशाल चौहान, भाजपा प्रदेश मीडिया सह प्रभारी विश्व चक्षु, जिला नूरपुर भाजपा अध्यक्ष रमेश राणा, प्रदीप शर्मा भी मौजूद रहे। इस मौके पर पूर्व विस अध्यक्ष परमार ने पिडि़त लोगों को हर संभव मदद करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार से भी जोरशोर से मांग उठाएंगे कि पिडि़त लोगों को जल्द से जल्द घर बनाकर उन्हें बसाया जाए। इस मौके पर एसडीएम ज्वाली व नायब तहसीलदार भी उपस्थित रहे। उन्होंने प्रशासन की ओर से भी राहत व फौरी राहत को लेकर सभी व्यवस्था की जांच की। साथ ही अधिकारियों से पिडि़त लोगों की सबसे पहले मदद करने की बात रखी। भाजपा के वरिष्ठ नेता विपिन सिंह परमार ने बताया कि उक्त क्षेत्रों में बरसात का खौफनाक मंझर देखने को मिल रहा है। जिसमें 13 घर पूरी तरह से जमीदोंज हो गए हैं, जबकि 25 घरों को खाली भी करवाया गया है। उन्होंने बताया कि सुरक्षित स्थान स्कूलों में पहुंचकर भी उन्होंने सभी व्यवस्था को जांचा है। श्री परमार ने कहा कि भाजपा की पहली प्राथमिकता लोगों को उनके छत पर घर पहुंचाने की रहेगी। भाजपा दोबारा सभी लोगों को उनके घर दिलाने व बनाने तक साथ निभाएगी। इसके लिए सरकार व प्रशासन से लगातार समन्वय बनाकर भाजपा कार्य में डटी रहेगी। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने हैरानी व्यक्त करते हुए कहा कि जहां दर्जनों लोगों के घर उजड़ गए, वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री इस क्षेत्र का दौरा करना तक उचित नहीं समझ रहे हैं। प्रदेश सरकार ने इतनी बड़ी आपदा को लेकर फौरी राहत के लिए कोई फूटी कौड़ी तक नहीं दी। उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में इस क्षेत्र की समस्या को वह जोरो शोरों से उठाएंगे, और लोगों के हुए नुकसान के लिए उचित मुआवजा मिले इसके लिए भी पूरे प्रयास करेंगे। श्री परमार ने कहा कि कांगड़ा के ज्वाली में आपदा के कारण दर्जनों लोगों के घर तबाह होकर उजड़ गए हैं, उससे इस क्षेत्र को आर्थिक तौर पर और सामाजिक तौर पर भी एक बहुत बड़ा धक्का लगा है। इस संदर्भ में भाजपा की टीम ने लोगों को यह आश्वस्त किया कि इसकी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर वह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेंगे और उसके बाद दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और आवश्यकता अनुसार जहां भी जरूरत पड़ी वहां से मदद के लिए प्रयास करेंगे।
साईबर सेल धर्मशाला के पुलिस कर्मचारियों के अथक प्रयास से लगभग 2,80,000 कीमत के 12 मिसिंग फोन तलाश किए गए हैं। इनमें 1 ऐप्पल फोन भी था। मिसिंग मोबाइलों को आज उनके असल मालिकों को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बुलाकर, सौंपा गया। साईबर सेल धर्मशाला द्वारा भविष्य में भी मिसिंग मोबाइल कैंपेन जारी रहेगा।
उप मंडल देहरा के तमाम राशन डिपुओं मे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत मिलने वाली दालों से इस बार उपभोक्ता को वंचित रहना पड़ा है। यानी डिपुओं से दाले न मिलने पर हर उपभोक्ता खाद्य आपूर्ति विभाग की कार्यप्रणाली को कोसता नजर आ रहा है। लिहाजा उपभोक्ताओं को दाले ना मिलने के कारण उन्हे बाजार से महंगे दामों पर बाजार से खरीदारी करनी पड़ रही है। इससे उपभोक्ताओं को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा। हालांकि दालों की सप्लाई डिपो में सुचारू करने को लेकर उच्च स्तर पर प्रक्रिया अपनाई जा रही है जिससे उम्मीद लगाई जा रही है कि जल्द ही उपभोक्ताओं को दालें मिलेगी इस बार उपभोक्ताओं को मात्र आटा चावल तेल चीनी ही मिल पाया है। वहीं दालें न मिलने पर हर कोई निऱाश नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत मिलने वाली दालों के दाम और बाजार के दामों में काफी अंतर है डिपो में डालें मिलने के चलते लोगों को बड़ी राहत मिलती है। उप मंडल के हजारों राशन कार्ड धारकों को मजबूरी में ही बाजार में महंगी दालें खरीदनी पड़ेगी। डिपुओं में दालें जल्द से जल्द उपलब्ध करवाई जाएगी वहीं विभाग को इस संदर्भ में जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने को कहा जाएगा, ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
पिछले करीब तीन वर्षों से लगातार प्राचार्य के बिना चल रहे रक्कड़ कॉलेज को आखिरकार प्रदेश शिक्षा निदेशालय द्वारा तैनाती दे दी है। डिग्री कॉलेज रक्कड़ में प्रोफेसर पंकज सूद ने कार्यभार संभाल लिया है। इससे पूर्व पंकज सूद पालमपुर में फिजिक्स के प्रोफेसर थे। प्राचार्य पद पर पदोन्नति मिलने पर इन्हें रक्कड़ नियुक्ति दी गई है। रक्कड़ में प्राचार्य के पद लगभग तीन साल से रिक्त चले हुए थे। रक्कड़ कॉलेज में प्राचार्य की नियुक्ति होने पर कॉलेज के पीटीए प्रधान प्रदीप ठाकुर सहित कमेटी के अन्य सदस्यों औऱ अभिभावकों ने प्राचार्य की नियुक्ति होने पर प्रदेश पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र मनकोटिया व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू का आभार व्यक्त किया है।
सदवां स्थित लोटस इंटरनेशनल कान्वेंट स्कूल के विद्यार्थियों ने कुछ दिन पहले हुए साइंस ओलंपियाड में भाग लिया था, जिसका परिणाम स्कूल में शुक्रवार को घोषित किया गया। इसमें लोटस स्कूल के एक विद्यार्थी ने सिल्वर मेडल और एक विद्यार्थी ने कांस्य पदक जीतकर स्कूल का नाम रोशन किया है। वहीं दूसरी ओर स्कूल के कुछ विद्यार्थियों ने अंग्रेजी और गणित ओलंपियाड के दूसरे चरण में भाग लिया था, जहां स्कूल के विद्यार्थियों ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया है। स्कूल के प्रधानाचार्य पंकज शर्मा ने सभी विजेता विद्यार्थियों को मेडल और प्रमाण पत्र से नवाजा। अंत में प्रधानाचार्य ने स्कूल के सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल इस तरह की परीक्षा भविष्य में भी करवाता रहेगा। सभी विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर ऐसी परीक्षाओं में भाग लेना चाहिए ताकि पढ़ाई से हटकर विद्यार्थी कुछ और अलग और अच्छा सीख सके।
पुलिस चौकी कंदरोड़ी के अंतर्गत पड़ते बाड़ी-पठानकोट रेलवे ट्रैक पर देर रात ट्रेन की चपेट में आने से व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई। मौत इतनी दर्दनाक हुई है कि मृत व्यक्ति का सिर पूरे तरीके से कुचला गया है, लेकिन मुंह का कुछ हिस्सा पहचानने लायक है। स्थानीय लोगों ने दुर्घटना की सूचना पुलिस चौकी कंदरोड़ी के प्रभारी विक्रमजीत सिंह को दी तो वे तुरंत हेड कांस्टेबल पवन कुमार व कांस्टेबल विनोद कुमार सहित मौके पर पहुंचे। उन्हें मृतक की जेब से कोई पहचान पत्र नहीं मिल पाया है, जिससे अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि मृत व्यक्ति की उम्र लगभग 28 से 30 वर्ष है। उन्होंने बताया कि मृत शरीर को पोस्टमॉटम के लिए नूरपुर सिविल अस्पताल में ले जाया गया है, जहां उसका पोस्टमॉटम करवाया जाएगा और उसके बाद शिनाख्त के लिए 36 घंटे मोर्चरी में रखा जाएगा।
मत्स्य विभाग हिमाचल प्रदेश के चेयरमैन नरदेव कंवर एवं पुष्पिंदर ठाकुर निदेशक खाद्य एवम आपूर्ति विभाग हिमाचल प्रदेश की उपस्थिति में वरिष्ठ कांग्रेसी कार्यकर्ता जय प्रकाश वालिया और शहीद बजिंदर सिंह की याद में उनके बड़े भाई विजय सिंह ने एक लाख की धन राशि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में भेंट की है।
आजादी के रणबांकुरों के इतिहास से रू-ब-रू होगी युवा पीढ़ी सरकार स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि पर्यटन विभाग के माध्यम से धर्मशाला के दाड़ी में शहीद मेजर दुर्गा मल-कैप्टन दल बहादुर थापा की स्मृति में भव्य संग्रहालय निर्मित किया जाएगा ताकि स्वतंत्रता सेनानियों की यादों को संजोया जा सके और युवाओं को भी आजादी के रणबांकुरों के इतिहास के बारे में जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि संग्रहालय के निर्माण के लिए एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश भी दिए गए हैं। शुक्रवार को पर्यटन निगम के अध्यक्ष केबिनेट रैंक आरएस बाली ने दाड़ी में शहीद मेजर दुर्गा मल-कैप्टन दल बहादुर थापा स्मृति मंच की ओर से आयोजित शहीदी दिवस में बतौर मुख्यातिथि अपने संबोधन में कहा कि हिमाचल वीर भूमि रही है, आजादी के संघर्ष में हिमाचल के वीर सपूतों का अमूल्य योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि देश की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण रखने के लिए सेना में कांगड़ा जिला के वीर जवानों अमर शहीद मेजर सोमनाथ, कैप्टन विक्रम बतरा, मेजर सुधीर वालिया, कैप्टन सौरभ कालिया, और ब्रिगेडियर शेरजंग थापा जैसे वीरों के बलिदान की एक लंबी फेहरिस्त है जिसे देश कभी नहीं भुलाया सकता है। राष्ट्र गान की धुन के रचयिता कैप्टन राम सिंह की जन्म भूमि का गौरव भी कांगड़ा जिला को हासिल है। कांगड़ा जिला महान स्वतंत्रता सेनानी पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम की भी जन्म स्थली है जिन्होंने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का प्रवास कर आजादी की अलख जगाई है। स्वतंत्रता सेनानियों तथा सैनिकों, पूर्व सैनिकों के लिए चलाई है कई योजनाएं उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी स्वतंत्रता सेनानियों प्रदेश सरकार स्वतंत्रता सेनानियों, उनके आश्रितों, सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारजनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार द्वारा स्वाधीनता सेनानियों तथा स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की पत्नियों को 15 हज़ार रुपये व उनकी अविवाहित बेटियों को 10 हज़ार रुपये हर माह प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की बेटियों के विवाह के लिए 51 हज़ार रुपये तथा पोतियों के विवाह के लिए 21 हज़ार रुपये की आर्थिक मदद का प्रावधान किया गया है। स्वतंत्रता सेनानियों के आश्रितों को सरकारी और अर्द्धसरकारी सेवा में दो प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश में परमवीर चक्र और अशोक चक्र विजेताओं को तीन लाख रुपये तथा महावीर चक्र व कीर्ति चक्र विजेताओं को दो लाख रुपये की सालाना राशि दी जा रही है। वीर चक्र तथा शौर्य चक्र विजेताओं को एक लाख रुपये सालाना दिए जा रहे हैं। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि ले जनरल रामपाल ने कहा कि शहीद मेजर दुर्गा मल तथा कैप्टन दल बहादुर का आजादी की लड़ाई में अतुलनीय योगदान रहा है इनकी जीवन यात्रा सब के लिए प्रेरणा की स्रोत है। इस अवसर पर पूर्व महापौर देवेंद्र जग्गी तथा पार्षद सविता कार्की ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पहले स्मृति मंच के अध्यक्ष कर्नल एमएस कार्की ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए स्मृति मंच की कार्य योजना की जानकारी दी। इस अवसर पर खाद्य आपूर्ति निगम के निदेशक पुनित मल्ली, पार्षद नीनू शर्मा, पार्षद अनुराग, पार्षद रजनी, पार्षद सुषमा रंधावा सहित स्मृति मंच के विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित थे।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने दो बच्चों की संख्या वाले 143 स्कूल डि नोटिफाई किए हैं। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने 117 प्राथमिक विद्यायल और 26 माध्यमिक विद्यालय बंद किए जाने को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। बिलासपुर जिले में 6, चंबा में 8, हमीरपुर में 4, कांगड़ा में 17, किन्नौर में 5, कुल्लू में 4, लाहौल-स्पीति में 19, मंडी में 18, शिमला में 25, सिरमौर में 3, सोलन में 7 और ऊना में 1 प्राथमिक विद्यालय डि नोटिफाई किया गया है। चंबा जिले में 2, कांगड़ा में 3, किन्नौर में 2, लाहौल-स्पीति में 7, मडी में 5, शिमला में 6 और सिरमौर में 1 माध्यमिक विद्यालय डि नोटिफाई किया गया है। वहीं विद्यार्थियों की संख्या बढऩे पर हिमाचल सरकार ने बंद किए 20 स्कूलों को दोबारा खोलने की अधिसूचना जारी की है। चंबा, कांगड़ा, शिमला, सिरमौर, सोलन और मंडी जिले में ये स्कूल दोबारा खोले गए हैं।
पुलिस थाना खुंडिया के अंतर्गत एक युवक की करंट लगने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार 24 वर्षीय शिशन पुत्र मुन्ना लाल निवासी सरोड़ी, अंगतपुर, थाना मीरगंज, जिला बरेली यूपी किराये के कमरे में रहता था, कमरे में ही करंट लगने से उसकी मौत हो गई। वह खुंडिया में रेहड़ी लगाकर अपना जीवन यापन करता था। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों के बयान दर्ज कर शव को कब्जे में लेकर आगामी पोस्टमार्टम हेतु शव को सिविल अस्पताल देहरा भेजा दिया है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी ज्वालामुखी विकास धीमान ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर अगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में आईसीसी वनडे क्रिकेट विश्वकप के मैचों के लिए टिकटों की ऑनलाइन बिक्री शुक्रवार से शुरू हो गई। क्रिकेट प्रेमी नॉन इंडिया मैचों के टिकट बुक माई शो वेबसाइट पर बुक कर सकते हैं। सबसे सस्ता टिकट एक हजार रुपये का रहेगा, जबकि सबसे महंगा टिकट साढ़े 12 हजार का होगा। आईसीसी की ओर भारतीय टीम के मैचों के टिकटों के दाम अभी तय नहीं किए गए हैं। धर्मशाला में भारत और न्यूजीलैंड के बीच 22 अक्तूबर को खेले जाने मैच का सबसे सस्ता टिकट 1500 रुपये का रहेगा। आईसीसी ने भारत में हो रहे वनडे क्रिकेट विश्व के टिकटों की बिक्री का जिम्मा बुक माई शो कंपनी का दिया है। धर्मशाला में होने वाले पांच में से चार मैच विदेशी टीमों के बीच खेले जाएंगे। नॉन इंडिया मैच के टिकटों के दाम मैदान में कॉरपोरेट बॉक्स के अलावा 14 स्टैंड हैं, जिन्हें आठ भागों में बांटा गया है। 1000 रुपये के सबसे सस्ते टिकटों के दो स्टैंड हैं। इसके अलावा 1250 रुपये के दाम वाले टिकटों के तीन स्टैंड रखे गए हैं। आईसीसी को ओर टिकटों के 1,000, 1,250, 2,500, 4,500, 5,500, 7,500, 10 हजार और साढ़े 12 हजार दाम तय किए गए हैं। वहीं, एक टिकट की बुकिंग पर 7 फीसदी तक फीस भी देनी होगी। अभी तक भारतीय टीम के मैचों के टिकटों के दाम आईसीसी ने तय नहीं किए हैं। भारतीय टीम के धर्मशाला में होने वाले मैच के टिकटों की बिक्री एक सितंबर से शुरू होगी। एचपीसीए के सचिव अवनीश परमार ने बताया कि आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप के नॉन इंडिया मैच के टिकटों की शुक्रवार से ऑनलाइन बिक्री शुरू हो जाएगी। भारतीय टीम के मैच के टिकटों की बिक्री एक सितंबर से होगी। नॉन इंडिया मैच के टिकटों के दाम 1,000, 1,250, 2,500, 4,500, 5,500, 7,500, 10 हजार और साढ़े 12 हजार रुपये रहेंगे। धर्मशाला में पहला मैच सात अक्तूबर को बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बीच खेला जाएगा। अन्य मैच 10, 17, 22 और 28 अक्तूबर को होंगे।
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 6,000 से अधिक पद भरने के लिए अक्तूबर से भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। राज्य सचिवालय में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि नया भर्ती आयोग गठित होते ही शिक्षा विभाग भर्तियां शुरू करेगा। प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 5,300 और उच्च शिक्षा विभाग में 1,000 पद भरे जाएंगे। प्रदेश कैबिनेट ने इन पदों को भरने के लिए पहले ही मंजूरी दे दी है। शिक्षा मंत्री ने कहा है विभाग अपने स्तर पर भी प्रयास कर रहा है कि रिक्त पद जल्द भरे जाएं। पदोन्नति और बैचवाइज आधार पर भर्ती प्रक्रिया जारी है। पांच वर्ष बाद नियमित प्रिंसिपल कॉलेजों में पदोन्नत कर दिए गए हैं। अन्य श्रेणियों के शिक्षकों के पद पदोन्नति से भरे जा रहे हैं। बैचवाइज आधार पर भी जिला शिक्षा अधिकारी भर्तियां कर रहे हैं। बीते दिनों ही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश में भर्तियां करने के लिए नया आयोग गठित करने की बात कही है। इसके लिए सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी दीपक सानन की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। कमेटी अक्तूबर में अपनी रिपोर्ट देगी। इस रिपोर्ट के मिलते ही नया भर्ती आयोग गठित किया जाएगा। पेपर लीक मामले में भंग किए गए हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग की जगह नया भर्ती आयोग बनाया जाना है।
शाहपुर के विधायक नरेटी में भारी बारिश से हुए नुकसान का लिया जायजा विधायक केवल सिंह पठानिया ने शाहपुर विस क्षेत्र के नरेटी में भारी बरसात से हुए नुक्सान का जायजा लिया तथा प्रभावित परिवारों को दस-दस हजार की फौरी राहत एवं राशन किट्स उपलब्ध करवाई गई। उपमंडल प्रशासन को प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए उचित कदम उठाने के दिशा निर्देश भी दिए गए। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि नरेटी के पुरूषोतम चंद तथा जोगिंद्र सिंह के मकान भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गए थे जिन्हें फौरी राहत सरकार की ओर से दी गई है तथा इनके पुनर्वास के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र शाहपुर की जनता मेरा परिवार है मैं अपने परिवार के साथ दु:खद घड़ी में हमेशा खड़ा रहूंगा। हिमाचल में इतनी बड़ी त्रासदी हुई जिसमें मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दिन रात करके प्रदेश की जनता के साथ प्रभावित लोगों के साथ मौके पर खड़े दिखे जिसके चलते ही वर्ल्ड बैंक के बाद अब नीति आयोग ने भी राज्य में आपदा की स्थिति से प्रभावशाली तरीके से निपटने में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल प्रबंधन की सराहना की है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन के. बेरी ने एक पत्र के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की सराहना की। पत्र में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश सरकार, आपदा प्रबंधन टीमों सहित अन्य सभी हितधारक, जरूरतमंदों को राहत प्रदान करने के लिए सराहनीय कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्य में आपदा के डे वन से ही प्रभावित क्षेत्रों में राहत तथा पुनर्वास कार्यों का स्वयं मॉनिटरिंग की तथा आपदा प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए यथासंभव मदद उपलब्ध करवाई यही नहीं राहत मैन्युअल में मुआवजा राशि भी पांच से दस गुणा तक बढ़ा कर आपदा प्रभावितों को राहत प्रदान की गई है। इस अवसर पर एसडीएम करतार चंद, तहसीलदार राकेश कुमार, खंड विकास अधिकारी कंवर सिंह, ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुरजीत राणा, महासचिव प्रदीप बलोरिया भी उपस्थित थे।
सीएम के कुशल प्रबंधन में राहत और पुनर्वास कार्यों में दिखाई तत्परता पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि हिमाचल प्राकृतिक आपदा से जल्द उभरेगा और पर्यटन क्षेत्र फिर से तेज गति के साथ आगे बढ़ेगा। वीरवार को मिनी सचिवालय में पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के नेतृत्व में आपदा से निपटने के लिए तत्परता के साथ कार्य कर रही है। इस के लिए वर्ल्ड बैंक से लेकर नीति आयोग भी राज्य सरकार विशेषकर मुख्यमंत्री के आपदा से निपटने के कुशल प्रबंधन की सराहना कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलाधीशों को राहत एवं पुनर्वास के कार्यों में तत्परता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं इस के लिए नियमित तौर पर मॉनिटिरिंग भी सुनिश्चित की जा रही है ताकि हिमाचल के आम जनमानस को किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। राज्य की पहाड़ियों के दरकने को लेकर भी वैज्ञानिक रिपोर्ट होगी तैयार पर्यटन निगम के अध्यक्ष ने कहा कि बरसात के दौरान राज्य की पहाड़ियों के दरकने और भूस्खलन के कारण कई मकान ढह रहे हैं इसके साथ ही सड़कों पर भी मलबा एकत्रित हो जाता है। उन्होंने कहा कि पहाड़ों के दरकने को लेकर वैज्ञानिक रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी ताकि भविष्य में भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील जगहों पर मकान इत्यादि नहीं बनाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा सके। अवैध खनन पर रोक के लिए सरकार गंभीरता से कर रही कार्य पर्यटन निगम के अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार ने ब्यास नदी बेसिन और उसकी सहायक नदियों में स्टोन क्रशर के प्रयोग को तुरंत प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान मौजूदा परिस्थितियों और कांगड़ा जिले में चक्की नदी सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में ब्यास और इसकी सहायक नदियों में पारिस्थितिकी के खतरनाक परिवर्तन को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के अनुसार अगले आदेश तक बारहमासी और गैर-बारहमासी दोनों नालों के सभी स्टोन क्रशर के संचालन को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत राज्य की नाजुक पारिस्थितिकी और पर्यावरण को संरक्षित करने, बस्तियों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। हालांकि, वैध खनन के लिए को रद्द नहीं किया गया है। मिनी सचिवालय में लोगों की समस्याओं को सुनेंगे आरएस बाली पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि कांगड़ा जिला के लोगों की समस्याओं के निदान के लिए माह में एक बार मिनी सचिवालय में उपस्थित रहेंगे ताकि जन समस्याओं का त्वरित हल सुनिश्चित किया जा सके और कांगड़ा जिला के विकास को नई गति प्रदान की जा सके। इस अवसर पर पर्यटन विभाग के अधिकारियों के सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।
उपायुक्त ने क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पेयजल योजनाओं की मांगी रिपोर्ट कांगड़ा जिला में पिछले लगातार 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के चलते 137 लाख के प्रारंभिक नुकसान का आकलन है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि बीस कच्चे मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि पांच पक्के मकान तथा 75 कच्चे मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं इसके साथ ही 75 कॉउ शेड भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। कांगड़ा उपमंडल में आईपीएच विभाग के जूनियर इंजीनियर का पेयजल योजना की मरम्मत के दौरान पानी में बह जाने की सूचना भी प्राप्त हुई है, एसडीआरएफ की टीम सर्च अभियान में जुटी है। उपायुक्त ने कहा कि प्रभावितों को फौरी राहत उपलब्ध करवाने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए गए हैं इसके साथ ही प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। उपायुक्त ने कहा कि लोक निर्माण विभाग तथा जल शक्ति विभाग से भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पेयजल, सिंचाई योजना की रिपोर्ट मांगी गई है ताकि क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पेयजल योजनाओं की मरम्मत के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें, रिपोर्ट भेजने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पेयजल योजनाओं को दुरूस्त करने के लिए सरकार की ओर से आवश्यक बजट का प्रावधान किया जाएगा ताकि आम जनमानस को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो। फौरी राहत उपलब्ध करवाएं उपायुक्त ने कहा कि प्रभावितों को तुरंत प्रभाव से फौरी राहत उपलब्ध करवाने के दिशा निर्देश दिए गए हैें ताकि किसी को भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में लगातार जारी बारिश को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है इस बाबत उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने उपमंडलाधिकारियों, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों को फील्ड में डटे रहने के निर्देश दिए हैं कंट्रोल रूम में दें तत्काल सूचना उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने जिला वासियों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री 1077 नंबर पर संपर्क करें। जिला मुख्यालय समेत सभी उपमंडलों में आपदा प्रबंधन केंद्र चौबीसों घंटे चालू हैं।
मिनर्वा कॉलेज ऑफ एजुकेशन इंदौरा में तृतीय सत्र की परीक्षा परिणाम में छात्रों का शानदार प्रदर्शन रहा। सभी प्रशिक्षु अध्यापकों ने प्रथम श्रेणी में आकर कॉलेज का नाम रोशन किया है। इसमें से 12 छात्रों ने 70से 75 प्रतिशत और 64 छात्रों ने 80 से 85 त्न एवं 24 छात्रों ने 85 से 90त्न अंक प्राप्त किए हैं। यह परीक्षा परिणाम शैक्षणिक योग्यता की सफलता को दर्शाता है। सभी बच्चों ने प्रदेश भर में प्रथम श्रेणी प्राप्त करके मिनर्वा कॉलेज का नाम रोशन किया है। इसके अलावा कोई भी विद्यार्थी किसी भी विषय में अनुत्तीर्ण नहीं है। मोनिका और डिंपी ने 88.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान व संकेतिका और अंशुल ने 88 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान तथा गीतांशु ने 87.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया है। मिनर्वा कॉलेज ऑफ एजुकेशन प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष चेयरमैन जे. एस पटियाल ने सभी छात्रों और अध्यापक वर्ग को बधाई दी और कहा कि यह हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है कि हमारे कॉलेज के छात्रों ने हर साल की तरह अच्छे अंक प्राप्त करके प्रदेश भर में प्रथम श्रेणी प्राप्त की है। यह हमारे लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है। मिनर्वा कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्रिंसिपल डॉ प्रशांत कुमार ने सभी विद्यार्थियों को उनके भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया और कहा कि आपको चुनौतियों का सामना करते हुए बुलंदियों को छूना है।
विधायक मलेंद्र राजन ने गुरुवार कोक बाढ़ ग्रस्त उल्लैहडियां व खानपुर क्षेत्र का दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर तहसील दार सिखा, कृषि विभाग के अधिकारी साथ उपस्थित रहे। विधायक ने आपदा ग्रस्त लोगों से उनकी उनकी समस्याओं को सुना और प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक सुविधाएं तत्काल उन्हें देने के लिए प्रशासन को आदेश दिए। मौके पर कुछ शिकायतों का समाधान कर दिया गया तथा पटवारी, कानूनगो, बागवानी व कृषि अधिकारियों को बाढ़ से हो रहे किसानों की भूमि कटाव सब्जी पैदावार व बागवानी तथा पेड़ पौधों की हुई क्षति के सही आकलन करने के आदेश दिए। यह है लोगों की प्रमुख समस्या मंड क्षेत्र में बाढ़ से हो रही निरंतर तबाही के चलते उल्लैहडियां खानपुर से पानी बहाव में अपना रुख तेजी से भूमि कटाव करते हुए मंड क्षेत्र आदि नजदीकी गांवों की ओर अधिक हो जाने के कारण नए क्षेत्र में लोगों की भूमि जलमग्न होने लगी है तथा इस स्थिति में अब अगर बांध से और पानी छोड़ा जाता है तो इन उपरोक्त गांवों के लिए अधिक खतरा पैदा हो गया है। अब इसी क्षेत्र में बाढ़ का पानी जोकि बांध से कुछ दूरी पर आते ही जो पहले दो भागों में बटा हुआ था अब एक ही तरफ अधिक होने की वजह से अधिक भूमि कटाव होने के कारण जहां गांव को खतरा पैदा हुआ है। इसलिए ग्रामीणों ने एकत्रित होकर अपनी अपील प्रशासन से और राहत कार्यों के लिए लगाई है इसी के चलते विधायक ने आज प्रशासनिक अधिकारियों मंडल कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगों साथ राहत कार्यों का जायजा लिया। इस अवसर पर विधायक के साथ ब्लॉक अध्यक्ष देवेंद्र मनकोटिया एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर, तहसीलदार सिखा, कृषि विभाग के अधिकारी, निकटवर्ती पंचायतों के प्रधान तथा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
चार साल की समायरा का वो मुस्कुराता चेहरा अब कभी नहीं दिखेगा। घर के उस आंगन में हंसती खेलती समायरा अब कभी नजर नहीं आएगी। कुदरत के इस कहर ने न जाने कितने परिवारों को उजाड़ दिया है। तबाही की ये तस्वीरें जब भी जहन में आती है रूह कांप उठती है। ये त्रासदी इतने गहरे जख्म देगी इस बात का अंदेशा भी नहीं था। शिव बावड़ी का वो हादसा भुलाए नई भूलता। पल भर में मंदिर मलबे में तब्दील हो चुका था। सोमवार का वो दिन उन लोगो के लिए काल का दिन बनकर आया था जो उस दिन शिव बावड़ी मंदिर में मौजूद थे। समायरा का पूरा परिवार इस हादसे में खत्म हो चुका है। 7 लोगों का एक साथ चले जाना बेहद दुखद है और उससे भी ज़्यादा दुखद अपनों की आखिरी झलक को तरस जाना। 11 दिन बीत चुके जाने के बाद समायरा का शव आज बरामद किया गया है। 11 दिन तक वो परिवार उस नन्ही सी बेटी की आखरी झलक देखने के लिए तरस गया था। वो परिवार पूरी तरह से बिखर चुका है। इस हादसे ने वो नासूर दर्द दिया है जो शायद ही किसी के जहन से कभी जाए।
मां की नजरे अपने दुलारे बेटे का इंतजार करती रही, एक पत्नी अपने सुहाग की सलामती के लिए दिन-रात प्रार्थना करती रही और वो नन्ही बच्ची रोज पूछती थी पापा कब आएंगे। नीरज के परिवार की नजरें घटनास्थल पर चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन पर थी और आस थी कि कुछ ऐसा चमत्कार हो जाए की नीरज सकुशल लौटे। दिन बीतता गया और परिवार की हिम्मत और आस्था अब जवाब दे रही थी। नीरज के सकुशल लौटने की उम्मीद दिन-व-दिन कम होते जा रही थी। 24 अगस्त को शिमला के शिव बावड़ी हादसे के घटनास्थल से नीरज का शव 11 दिन बाद मिला। हादसे वाले दिन नीरज शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए गया था, लेकिन चंद लम्हों में शिव बावड़ी मंदिर का नामोनिशान तक नहीं रहा। तबाही के उस मलबे में 20 लोगों ने अपनी जान गवां दी। जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों पर दुखो का पहाड़ टूट चूका है, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। नीरज के परिवार वालो का दु:ख शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। 11 दिन तक वो परिवार इस आस में बैठा रहा की शायद नीरज वापस लौट आएंगे। हर रोज इसी उम्मीद में वो नम आंखें इंतजार में रहीं, लेकिन आज लापता नीरज ठाकुर का शव बरामद कर लिया गया है। नीरज समरहिल के रहने वाले थे। नीरज का कुल्लू में होटल का कारोबार था। इस दुखद हादसे में नीरज ठाकुर अपनी मां शांति देवी, पत्नी समा ठाकुर और बेटी सान्या को पीछे छोड़ गए हैं। पल भर में नीरज के परिवार की खुशियां खत्म हो गई है। इस आपदा ने लोगो को जो जख्म दिए हैं, वो कभी नहीं भूल सकते।
मकान नहीं, जीवन भर की पूंजी थी। वो सपनों का आशियाना था जो पल भर में तबाह हो गया। कितना दर्दनाक रहा होगा वो मंजर जब लोगों ने अपने घरों को अपनी आँखों के सामने ताश के पत्तों की तरह बिखरते हुए देखा होगा। ये सोचना भी बेहद मुश्किल है। हिमाचल में आसमान से बरस रही आफत से सैकड़ों लोग बेघर हो चुके हैं। दरकते पहाड़, धंसती जमीन और टूटते मकान इस ओर इशारा कर रहे है कि हिमाचल पर ये संकट बड़ा है और ये संकट अभी टला नहीं है। आफत की बरसात ने ऐसा कोहराम मचाया है कि लोग रात को अपने घरों में चैन की नींद भी नहीं सो पा रहे हैं। 24 जून वो तारीख थी जब हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की एंट्री हुई थी। तबसे अब तक भारी बारिश का दौर जारी है। हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन की तरफ से जारी रिपोर्ट में अब तक 2220 घर पूरी तरह से जमींदोज हो चुके हैं। जबकि 11 हजार के करीब घरों में दरारें आई हैं। इसी तरह 9819 घर ऐसे है जिन्हे थोड़ा बहुत नुक्सान पहुंचा है। इस रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में बारिश और फ्लैश फ्लड में 4695 से अधिक गौशालाएं बह गई हैं। 300 से अधिक दुकानें बारिश में ढह गई हैं। भारी बारिश के कारण हिमाचल में अब तक 8 हजार 99 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। कुदरत के इस कहर के कारण अब तक 350 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। इस आपदा से जो हिमाचल को नुक्सान पहुंचा है शायद वो कुछ वक्त के बाद सामान्य भी हो जाए, कुछ समय बाद सब वापिस पटरी पर लौट आए, लेकिन जिन लोगों ने इस त्रासदी में अपनों को खोया है वो अब कभी लौट कर नहीं आएंगे। जब भी तबाही की ये तस्वीरें जहन में आएंगी उन लोगो की आंखें फिर नम हो जाएंगी। आपदा के दिए ये जख्म सदा हरे रहेंगे।
14 अगस्त को नितिका का जन्मदिन था। हमेशा की तरह वो अपने पापा के विश करने का इंतज़ार कर रही थी। नितिका अपने पापा की फोन कॉल का इंतज़ार करते-करते थक गयी। जब उसके पापा का कॉल नहीं आया तो उसने खुद कॉल की लेकिन नंबर नहीं लगा। इसके बाद जो खबर शिमला के समरहिल से आई वो दिल दहला देने वाली थी ।यहाँ सावन की शिवरात्रि की पूजा के लिए जिस शिव बावड़ी मंदिर में सात लोगों का पूरा परिवार पूजा करने गया था, वहां लैंडस्लाइड हुआ और सभी मलबे में दब गए हैं। वो लुधियाना से तुरंत शिमला के लिए निकली। शाम को यहां पहुंचीं तो देखा कि सात में से चार परिजन उनकी मां संतोष शर्मा, भाई अमन और भाई की बेटियों नायरा और साशा के शव मलबे से निकाले जा चुके थे। सावन का छठा सोमवार और 14 अगस्त का वो दिन, नितिका अब शायद कभी नहीं भूल पाएगी। इन चार शवों को मुखाग्नि भी नितिका ने ही दी। तीसरे दिन उनके भाई अमन की पत्नी अर्चना का शव मिला, जिसका संस्कार अर्चना के भाई ने किया। परिवार में इकलौती बची नितिका का कहना है कि उसे 14 अगस्त का दिन कभी नहीं भूल सकता। पापा पवन शर्मा और भतीजी समायरा अभी भी लापता हैं। नितिका का रो रो कर बुरा हाल है। नितिका कहती है, 'वक्त बीत जायेगा, लेकिन यह जख़्म कभी नहीं भर पायेगा।Ó
हिमाचल प्रदेश में आई त्रासदी ने जो दर्द दिया है वो नासूर है। त्रासदी ने जो गहरे जख्म दिए हैं, इन जख्मों का न मरहम है और न कोई दवा और न ही आने वाला वक्त ये जख्म भर सकता है। मंडी के पड़ोह के रहने वाले नितीश भी इसी दर्द से गुजर रहे हैं। 14 अगस्त की वो सुबह नितीश के परिवार के लिए नया सवेरा नहीं, बल्कि काल का ग्रास ले आया। 14 अगस्त की सुबह लगभग 5 बजे नितीश के घर के पीछे अचानक ढेर सारा मलबा आ गया। अफरातफरी में सभी घर से बाहर निकल आए, लेकिन 6 महीने की सानिया घर के अंदर ही रह गई थी। नितेश की 18 वर्षीय पत्नी मोनिका और 17 वर्षीय बहन रविता उस दुधमुंही को बचाने के लिए घर के अंदर गई। ये दोनों यही सोचकर घर में गई कि बच्ची को उठाकर तुरंत बाहर आ जाएंगी, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। अचानक मलबा घर पर आ गया और तीनों घर सहित उस मलबे में दब गईं। 45 वर्षीय माता रचना देवी और 11 वर्षीय एक अन्य बहन गोपी मलबे की चपेट में आ गई और उसके साथ बहती चली गई। इतने में गांव वालों को पता चल गया और उन्होंने दोनों मां-बेटी को बाहर निकाल दिया। नितीश और उसकी एक अन्य 15 वर्षीय बहन जाह्नवी भागकर खुद को बचाने में कामयाब हो सके। मां के पांव में गंभीर चोट लग चुकी थी। पांव का इन्फेक्शन इतना बढ़ गया कि डॉक्टरों को घुटने से नीचे पांव ही काटना पड़ गया। माता हॉस्पिटल में उपचारधीन है, लेकिन अभी पत्नी, बेटी और बहन का कोई सुराग नहीं लग पाया है। परिवार के इकलौते सहारे नितीश के सिर पर दुखों का पहाड़ टूटने के साथ-साथ जिम्मेदारियों का बोझ भी है। अब नितीश को समझ नहीं आ रहा कि वो अस्पताल में उपचाराधीन मां को संभाले या फिर सांबल में आकर दिन भर अपनी पत्नी, बेटी और बहन के लिए चल रहे तलाशी कार्य को देखे। नितीश पर जो दुखो का पहाड़ टूटा है उस दर्द को शब्दों में बयां करना नामुमकिन है और नामुमकिन है इस हानि की भरपाई कर पाना।
विधायक मलेंद्र राजन ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों-बागवानों की आय को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है ताकि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। यह बात उन्होंने आज वीरवार को इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के घोडन में फ्रंटलाइन डेमोस्ट्रेशन प्लाट में पौधरोपण करने के उपरांत दी। इस मौके पर उन्होंने आम का पौधा रोपित किया। उन्होंने बताया कि उद्यान विभाग द्वारा इस फ्रंटलाइन डेमोसोस्ट्रेशन प्लाट को क्लस्टर आधार पर तैयार किया जाएगा। जिसमें 25 कनाल क्षेत्र में आम की नवीनतम किस्में लगाई जाएंगी। जिनमें पूसा अरुणिमा, पूसा सूर्य, पूसा मनोहरी, पूसा लालिमा, मलिका और सिंदूरी किस्म के 1111 पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति से सम्बंध रखने वाले किसानों को विभाग द्वारा 75 फीसदी अनुदान प्रदान किया जाएगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों का इस क्षेत्र में बागवानी के तहत कलस्टर आधारित गतिविधियों को बढ़ाने और आम की नवीनतम फसलें तैयार करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से बागवानी गतिविधियों को और प्रभावी बनाने व समय-समय पर जागरूकता शिविरों का आयोजन करने को कहा, ताकि किसानों को आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों से कृषि व बागवानी करने की नवीनतम जानकारी मिल सके। इस अवसर पर उपमंडल अधिकारी इंदौरा डॉ सुरेंद्र ठाकुर, विषयवाद विशेषज्ञ उद्यान, नूरपुर डॉ. हितेंद्र पटियाल, उद्यान विकास अधिकारी जोगिंदर सिंह, उद्यान प्रबंधक इंदौरा सुनीता पठानिया, उद्यान प्रसार अधिकारी सोम राज, ब्लॉक कांग्रेस प्रधान देवेंद्र सिंह मनकोटिया, पंचायत प्रधान यशपाल सहित किसान मौजूद रहे।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने कहा है कि धर्मशाला, मकलोडगंज और पालमपुर सरीखे पर्यटक स्थलों में सैलानी बेझिझक आ सकते हैं। कांगड़ा जिला के पर्यटक स्थलों में हालात सामान्य हैं। यहां जारी बयान में सुधीर शर्मा ने कहा कि अकेले धर्मशाला और मकलोडगंज क्षेत्र में करीब 500 होटल पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने में तत्पर हैं। सुधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल को लेकर कई तरह के वीडियो वायरल हो रहे हैं। यह चिंता का विषय है। इससे प्रदेश की छवि खराब होती है। सुधीर शर्मा ने कहा कि हिमाचल में पर्यटन उद्योग आय का मुख्य साधन है। बेशक इस बार भयंकर बरसात ने कई सडक़ें और भवन बहाए हैं, लेकिन प्रदेश को लेकर वीडियो वायरल करके जिस तरह की छवि बनाई जा रही है, वह गलत बात है। उन्होंने कहा कि शिमला, कुल्लू, मंडी, हमीरपुर व कांगड़ा आदि जिलों में बरसात से नुकसान तो हुआ है, लेकिन जैसी तस्वीर बनाई जा रही है, वह बेहद गलत है। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।सुधीर शर्मा ने कहा कि आने वाले दिनों में धर्मशाला में विश्व कप के पांच मैच होंगे। इससे पर्यटन उद्योग को फिर से बल मिलेगा। मौजूदा समय में धर्मशाला स्टेडियम में दुनिया भर से सैलानी आते हैं। इसी तरह प्रदेश का मुख्य हवाई अड्डा गगल भी व्यस्त रहता है। मकलोडगंज में बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा के होने से यह प्रदेश का प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल बन गया है। उन्होंने कहा कि वह होटल समेत अन्य टूरिज्म इंडस्ट्री की समस्याओं से अवगत हैं। प्रदेश सरकार के समक्ष पर्यटन का मसला गंभीरता से रखा जा रहा है। सुधीर शर्मा ने कहा कि धर्मशाला की सडक़ों की बात करें,तो यहां इक्का दुक्का बारिश से नुकसान हुए हैं, जिन्हें समय रहते बहाल किया जा रहा है। सुधीर शर्मा ने कहा कि बनखंडी में विश्व स्तरीय चिडिय़ाघर बन रहा है। वहीं पौंग झील में भी कई तरह के वाटर स्पोर्ट्स शुरू किए जा रहे हैं। जिला में फोरलेन, आईटी पार्क, हवाई अड्डा विस्तारीकरण के अलावा धर्मशाला में स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। सुधीर शर्मा ने कहा कि स्मार्ट सिटी के इस समय 50 प्रोजेक्ट किसी न किसी चरण में चल रहे हैं। प्रोजेक्टों में कार्यरत कंपनियों के नुमाइंदों को तेजी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को बरसात में शहर में व्यवस्था बनाए रखने को कहा है। सुधीर शर्मा ने कहा कि बरसात में शहरी और ग्रामीण एरिया में हुए नुकसान का आकलन करवाया जा रहा है। धर्मशाला के एसडीएम, बीडीओ, तहसीलदार आदि को मौके पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। सुधीर शर्मा ने लोगों से आह्वन किया है कि वे खड्ड-नालों के किनारे न जाएं। अभी बरसात में खड्डों का पानी बढ़ा है। सुधीर शर्मा ने कहा कि अभी हमें एहतियात बरतनी चाहिए। 12 नए मैदान बन रहे मौजूदा समय में सुधीर शर्मा ने धर्मशाला के गांवों में 12 नए प्ले ग्राउंड बनाने का टारगेट लिया है। नाबार्ड के तहत 5 बड़ी सडक़ों का काम चल रहा है। पास्सू में 12 जुलाई 2021 को बही सडक़ काम तेज हुआ है। पास्सू में ही एक पुल पूरा हो चुका है। सब्जी मंडी और ओबीसी भवन का काम तेज हुआ है। मांझी खड्ड के तटीकरण का काम चल रहा है। मकलोडगंज से सटे गांवों को लिंक रोड बन रहे हंै। धर्मशाला मे ग्रीन स्पेस बढ़ाया जा रहा है। सुधीर शर्मा के प्रयासों धर्मशाला इवेंट कैपिटल बनी है। यही कारण है कि यहांं मुख्य सचिव, जी-20 व महिला सांसदों के बड़े इवेंट हुए हैं।
दी ग्रीन वैली गुडस कैरियर को-ऑपरेटिव ट्रांसपोर्ट सोसाइटी संसारपुर टैरस के उप प्रधान राकेश कुमार व सचिव हरमिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख रुपये का अंशदान किया है। उन्होंने कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह मनकोटिया की मौजूदगी में एक लाख रुपये की राशि का चेक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को भेंट किया है। सुरेेंद्र सिंह मनकोटिया ने कहा कि इसके अलावा जसवां परागपुर विधानसभा के अलग-अलग हिस्सों में हुए नुकसान के बारे में भी मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया। उन्होंने कहा कि इस दौरान जिन लोगों का नुकसान हुआ है, उन्हें डीसी कांगड़ा व स्वयं की तरफ से भी सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा रही है। इस दौरान अरुण कुमार, वरिंद्र सिंह बिल्लू, राजीव कुमार काका, संजीव कुमार व रविंद्र सिंह बिट्टू भी मौजूद रहे।
भारत के चंद्रयान-3 उपग्रह के विक्रम लैंडर की चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के साथ ही इतिहास के पन्नों में प्रदेश के कांगड़ा जिले का भी नाम जुड़ गया है। कांगड़ा जिले के रजत अवस्थी पुत्र धनी राम अवस्थी और डॉ. अनुज चौधरी पुत्र अमर सिंह चंद्रयान-3 को पृथ्वी की कक्षा में पहुंचाने वाले रॉकेट की कंट्रोलिंग कर इस मिशन का हिस्सा बने हैं। रजत अवस्थी इसरो में 2012 से सेवाएं दे रहे हैं। अवस्थी का जन्म 1989 को सेवानिवृत्त बीडीओ धनी राम अवस्थी के घर में हुआ है। पढ़ने में होशियार रजत की दसवीं कक्षा तक की पढ़ाई सिद्धपुर के सेक्रेट हार्ट स्कूल में हुई है। 12वीं करने के बाद रजत ने स्पेस साइंस में बीटेक की पढ़ाई की और 2012 में इसरो में सेवाएं देने के लिए चुने गए। वहीं, दो साल की सेवाओं के दौरान 2014 में उन्हें इसरो में टीम एक्सीलेंसी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। चंद्रयान-3 मिशन से पहले रजत मंगलयान और चंद्रयान-2 का भी हिस्सा रह चुके हैं। उनके पिता धनीराम अवस्थी ने कहा कि गौरव की बात है कि उनके बेटे ने चंद्रयान मिशन का हिस्सा बनकर प्रदेश के साथ अपने जिले का नाम रोशन किया है। वहीं, 27 साल के डॉ. अनुज चौधरी की पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई है। पहली से लेकर आठवीं तक अनुज गांव के ही मिडिल स्कूल जंदराह में पढ़े हैं, जबकि नवमी तथा मैट्रिक बाबा बड़ोह में करने के बाद बारहवीं की परीक्षा ग्रीन फील्ड स्कूल नगरोटा बगवां से पास की। बचपन से ही अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने का सपना लिए अनुज ने मास्टर आफ साइंस की डिग्री स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से की, जबकि पेनसिलवेनिया विश्वविद्यालय से एमबीए किया। अनुज चौधरी ने अमेरिका में एमआईटी से पीएचडी की है, जहां से अंतरिक्ष शोध की चाहत के चलते उन्होंने यूरोपियन स्पेस एजेंसी में सिलेक्शन के लिए एग्जाम दिया था। अनुज ने इस एजेंसी में 12वें रैंक के साथ अपनी जगह पक्की की थी। अनुज के पिता दिल्ली में अकाउंटेंट हैं, जबकि उनकी माता सरिता देवी गृहिणी हैं। अपने बेटे की इस उपलब्धि पर उनकी माता ने गर्व महसूस करते हुए बताया है कि देश को गौरव दिलाने वाले इस बड़े अभियान में उनका बेटा भी शामिल रहा है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे को बचपन से ही साइंटिस्ट बनने का शौक था। इसे उन्होंने पूरा कर अपने माता-पिता के साथ देश और क्षेत्र का नाम भी रोशन किया है।
जलशक्ति विभाग के अनुभाग दौलतपुर के एक जेई के खड्ड में बह जाने का समाचार प्राप्त हुआ है। जानकारी के अनुसार राजेश कुमार निवासी गांव सोहड़ा (कांगड़ा) पानी की सप्लाई सुचारू करने के लिए सुबह लगभग 10 बजे के जलाड़ी के पास डिब्बा में बनेर खड्ड में गये थे कि वहां उनका पैर फिसल गया और वह पानी के तेज बहाब में बह गए उनके साथियों ने बहुत कोशिश की, लेकिन पानी का बहाब ज्यादा होने के कारण उनका कुछ पता नहीं चला। डीएसपी कांगड़ा मदन धीमान ने खबर की पुष्टि की है।
विधानसभा क्षेत्र जवाली के अधीन कोटला पंचायत के बाशिंदों ने बुधवार का दिन मूसलाधार बारिश के चलते सडक़ किनारे खड़े होकर गुजारा तथा रात को भी कोटला के बाशिंदे प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविरों में ठहरे तथा वहां पर ही भोजन किया। कुछ लोग तो अपने-अपने रिश्तेदारों के घर चले गए थे, जो कि सुबह वापस अपने घर पहुंचे। नन्हें बच्चे पूरी रात बिलखते रहे तथा बाशिंदे बारिश में भी पल-पल दरकती पहाड़ी की तरफ देखते रहे। रात को कोई भी कोटला का बाशिंदा अपने घर वापस नहीं गया। गुरुवार सुबह लोग राहत शिविरों से उठकर अपने-अपने घरों को गए। रास्तों-गलियों में कीचड़ भरा होने के कारण लोगों को अपने घरों तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पहले रास्तों व गलियों से मलबा को हटाया गया तथा वहां पर रुके हुए पानी को निकाला गया। मलबा हटाने में जेसीबी की भी मदद ली गई। लोग अपने-अपने घरों में घुसे मलबे को देखकर तथा मकान के नुकसान को देखकर फूट-फूट कर रोए। लोग घरों में पहुंचकर मकानों के साथ लगे मलबे व कमरों में घुसे मलबे को हटाने में जुट गए। पूरा दिन लोग मलबे को हटाते रहे तथा मलबे में दब चुके सामान को निकालते रहे। कपड़े-शूज इत्यादि मलबे में दब गए हैं। मलबे में लोगों के बैड, खाने-पीने की सामग्री सहित फ्रिज-एलईडी-वाशिंग मशीन, कूलर इत्यादि दब चुके हैं और टूट गए हैं।
लोगों को सामुदायिक भवन, बिजली दफ्तर में शिफ्ट किया हिमाचल प्रदेश को कांगड़ा जिले के जवाली स्थित कोटला में बुधवार बादल फटने से तबाही मची। करीब 30 घर मलबे की चपेट में आए हैं। गली के बीचों-बीच मलबा आ गया है, जो कई घरों में भी घुस गया। वहीं बादल फटने से कई पेड़ भी टूट कर गिरे। लोगों को सामुदायिक भवन कोटला, बिजली ऑफिस के भवन में शिफ्ट किया गया है। नौजवान और लोग राहत कार्यों में जुटे हैं। बादल फटने की सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार और पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और घर खाली कराए। बता दें कि शिमला सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में हैवी रेनफॉल जारी है। जगह-जगह लैंडस्लाइड से घरों, गौशालाओं, दुकानों, सड़कों को नुकसान हो रहा है। चंडीगढ़-शिमला, चंडीगढ़-मनाली फोरलेन सहित 700 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई हैं।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने नौ एचपीएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए हैं। एएसपी आईआरबी बस्सी नरेंद्र कुमार को एएसपी सिरमौर, एएसपी सिरमौर सोम दत्त को एएसपी आईआरबी बस्सी, डीएसपी पीटीसी डरोह अमित ठाकुर को डीएसपी लीव रिजर्व शिमला, डीएसपी सिटी शिमला तजिंदर कुमार को डीएसपी सेकंड आईआरबी सकोह, एसडीपीओ कांगड़ा मदन लाल धीमान को डीएसपी फर्स्ट आईआरबी बनगढ़, डीएसपी फर्स्ट आईआरबी बनगढ़ अंकित शर्मा को एसडीपीओ कांगड़ा, डीएसपी विजिलेंस एसआईयू शिमला, वरुण पटियाल को डीएसपी सिटी शिमला, एसडीपीओ आनी चंद्र शेखर को डीएसपी एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स शिमला और एसडीपीओ सुंदरनगर दिनेश कुमार को डीएसपी सेकंड आईआरबी सकोह लगाया गया है। इसके साथ ही नियुक्ति का इंतजार कर रहे भरत भूषण को एसडीपीओ सुंदरनगर और निशा सिंह को डीएसपी लीव रिजर्व धर्मशाला लगाया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश के कई क्षेत्रों में आज भी भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। इसे देखते हुए आज ऑरेंज अलर्ट और कल के लिए यलो अलर्ट दिया गया है। परसों से मानसून के कमजोर पड़ने के आसार हैं।रहा है। वहीं किसानों को मार्केट तक अपने उत्पाद पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
44 मरीजों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि, 59 मरीजों में टाइफाइड के लक्षण हिमाचल प्रदेश में जलजनित रोग पांव पसारते जा रहे हैं। दिन प्रतिदिन बढ़ रहे जलजनित रोग को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इसको लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। लोगों को आसपास साफ-सफाई और उबालकर पानी पीने की सलाह दी है। जानकारी के अनुसार स्क्रब टाइफस बीमारी की आशंका के चलते प्रदेश के अस्पतालों में 129 मरीजों के सैंपल लिए गए। इसमें 44 लोगों में स्क्रब टाइफस की पुष्टि हुई। इसके अलावा 217 लोगों की टाइफाइड को लेकर जांच की गई। इनमें 59 मरीजों में बीमारी के लक्षण पाए गए। स्वास्थ्य विभाग ने बीमारियों को लेकर मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को अलर्ट किया है। ओपीडी में इलाज के लिए आने वाले मरीजों के टेस्ट कराने को कहा गया है। अस्पताल प्रशासन को पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में मूसलाधार बारिश के चलते लोगों के घरों में मटमैला पानी की सप्लाई हो रही है। इससे जलजनित के आंकड़ों में इजाफा हो रहा है। एनएचएम के निदेशक सुदेश मोक्टा ने कहा कि प्रदेश में जलजनित रोग के मामले बढ़ने से स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट किया गया है। प्रतिदिन जिलों से बीमारी से ग्रसित मरीजों की रिपोर्ट ली जा रही है। बीमारी के लक्षण तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक आ सकता है जोड़ों में दर्द और कंपकंपी के साथ बुखार आना शरीर में अकड़न या शरीर टूटा लगना अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे कूल्हों के ऊपर गिल्टियां आना
इंडियन ऑयल कारपोरेशन में छूट न देने का फैसला वापस लिया हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा के बीच एचआरटीसी को बड़ी राहत मिली है। एचआरटीसी को डीजल पर मिलने वाली प्रति लीटर डेढ़ रुपए की छूट अब जारी रहेगी। इंडियन ऑयल कारपोरेशन में छूट न देने का अपना फैसला वापस ले लिया है। इंडियन ऑयल कारपोरेशन के फैसले से निगम को प्रति माह करीब एक करोड़ रुपए की बचत होगी। वहीं, सालाना 10 से 15 करोड़ रुपए की बचत होने का अनुमान है। गौरतलब है को इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने पहले एचआरटीसी को डीजल पर मिलने वाली छूट को बंद करने का फैसला लिया था। इसके बाद एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर की ओर से केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय के समक्ष यह मामला उठाया गया था। इनके आग्रह पर इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने फैसला वापस ले लिया है। इस बारे में एक पत्र के माध्यम से एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर को इंडियन ऑयल कारपोरेशन की ओर से जानकारी प्रदान की गई है।
चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने के साथ ही डाडा सीबा में व्यापारियों ने बाजार के बीच जश्न मनाया गया। दुकानदारों ने पटाखे फोड़कर ख़ुशी व्यक्त की। डाडा सीबा के व्यापारियों ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग की ख़ुशी में केक काटा और लड्डू बांटे। इस मौके पर वयापार मंडल प्रधान राजिंदर गोगा सुनील शर्मा, मनीष शर्मा रितेश शर्मा, गुरमीत सिंह, बलबीर,चौहान, गुलशन, बिजू, मुनीश शर्मा, मोहित, केडी सरोच, रविंदर सिंह, हैप्पी व प्रवीण मेहता मौजूद रहे।
सरकार ने नदियों में पारिस्थितिकी के खतरनाक परिवर्तन को देखते हुए लिया निर्णय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को यहां कहा कि राज्य सरकार ने ब्यास नदी बेसिन और उसकी सहायक नदियों में स्टोन क्रशर के प्रयोग को तुरंत प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान मौजूदा परिस्थितियों और कांगड़ा जिले में चक्की नदी सहित कुल्लू, मंडी, कांगड़ा और हमीरपुर जिलों में ब्यास और इसकी सहायक नदियों में पारिस्थितिकी के खतरनाक परिवर्तन को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के अनुसार अगले आदेश तक बारहमासी और गैर-बारहमासी दोनों नालों के सभी स्टोन क्रशर के संचालन को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत राज्य की नाजुक पारिस्थितिकी और पर्यावरण को संरक्षित करने, बस्तियों और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। हालांकि, वैध खनन के लिए जारी को रद्द नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा कैप्टिव और अस्थायी स्टोन क्रशर इस आदेश के दायरे में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा जलवायु परिवर्तन विभाग को इस प्रकार की विनाशकारी स्थिति उत्पन्न करने वाले कारकों की पहचान करने के लिए आईआईटी, एनआइटी, अनुसंधान एवं विकास संस्थानों और विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों से तुरंत उच्च स्तरीय विशेषज्ञ परामर्श लेने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग अवैज्ञानिक और अवैध खनन गतिविधियों के संचयी प्रभाव के मूल्यांकन के लिए एक बहु क्षेत्रीय विशेषज्ञ समिति का गठन करके एक व्यापक वैज्ञानिक अध्ययन भी करेगा। इस अध्ययन के निष्कर्ष के आधार पर दूरी से संबंधित परिसीमाएं फिर से परिभाषित की जाएंगी ताकि नदियों के समीप पर्यावरण को संरक्षित करने और राज्य में अन्य ऐसी किसी भी मानवजनित आपदा से बचने के लिए ऐसे कार्यों का विनियमन और प्रबंधन सुनिश्चित हो सके।
करीब 3 साल से लगातार प्राचार्य के बिना चल रहे बाबा कांशी राम राजकीय महाविद्यालय डाडा सिबा को आखिरकार नए प्राचार्य मिल गए, जिससे यहां पढ़ने वाले तमाम छात्र-छात्राओं ने राहत की सांस ली है। उधर जसवां-परागपुर के रक्कड़ कॉलेज में भी प्राचार्य का पद लंबे अरसे से खाली चला हुआ था, वहां भी प्राचार्य की तैनाती हो गई है। कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने बताया कि इन दोनों कॉलेजों में प्राचार्य की मांग चिरकाल से चली आ रही थी, जिसे प्रदेश की भाजपा सरकार तो पूरी नहीं कर पाई, लेकिन प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने इसे पूरा कर दिखाया है। डाडा सीबा महाविद्यालय में आज प्राचार्य डॉक्टर चंदन भारद्वाज ने जॉइनिंग दे दी। इससे पहले वे जीसी कॉलेज हमीरपुर में अपनी सेवाएं दे रहे थे। डाडा सीबा महाविद्यालय में लंबे अरसे से प्राचार्य का पद खाली होने को लेकर कॉलेज प्रबंधक कमेटी, अभिभावक व छात्र प्रदेश सरकार, शिक्षा विभाग से बार-बार पद भरने की मांग करते आ रहे थे। कुछ दिन पूर्व कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी ने यह मांग पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड सुरेंद्र सिह मनकोटिया के समक्ष उठाई और सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने मंगलवार को प्राचार्य की तैनाती दे दी। डाडा सीबा महाविद्यालय के पीटीए प्रधान पिंकी देवी व कमेटी के सदस्यों अभिभावकों ने नई नियुक्तियों होने पर पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ठाकुर सुरेंदर सिंह मनकोटिया व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताया है।
चंडीगढ़-शिमला फोरलेन समेत 700 सड़कें बंद हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बादल फटने की दो घटनाएं हुईं। पंडोह में मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक स्कूल की बिल्डिंग नाले में बह गई। भारी बारिश के बाद चंडीगढ़-शिमला, चंडीगढ़-मनाली फोरलेन सहित 700 से ज्यादा सड़कें बंद हो गई है। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए शिमला, हमीरपुर और मंडी जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल-कॉलेज दो दिन के लिए बंद कर दिए गए हैं। पालमपुर, देहरा, जयसिंहपुर के स्कूल बंद रहेंगे। हिमाचल यूनिवर्सिटी में 23-34 की परीक्षाएं भी स्थगित की गई हैं।
फतेहपुर के विधायक भवानी पठानिया आज बाढ़ ग्रस्त मंड क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे। विधायक ने लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना व जल्द राहत देने का आश्वासन दिया।
बोले... आपदा प्रभावित लोगों की सहायता और पुनर्वास प्राथमिकता उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने आज मंगलवार को जवाली और नूरपुर विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों का दौरा कर वहां बरसात से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने जवाली और नूरपुर के नियांगल, कोटला, अनूही, जौंटा, सुजांता, भेड खड्ड, लदोड़ी और मिंजग्रां में जाकर स्थिति का आंकलन कर लोगों को पेश आ रही दिक्कतों का संज्ञान लिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक नूरपुर अशोक रतन भी उनके साथ उपस्थित रहे। जिलाधीश ने अधिकारियों से भारी बारिशे के कारण क्षेत्र में सार्वजनिक और निजी संपत्ति को हुई क्षति का ब्यौरा लिया। उन्होंने राजस्व, बिजली बोर्ड, लोक निर्माण तथा जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को आपदा से हुए नुकसान की रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आई त्रासदी से निपटने के लिए सभी विभागों को युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशानुसार वे स्वयं प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का आकलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सार्वजनिक व्यवस्थाओं का पुन: संचालन तथा प्रभावित लोगों की सहायता और पुनर्वास सरकार की प्राथमिकता है। इसी के चलते जिला प्रशासन वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के लिए स्वयं मौके पर जाकर प्रभावितों के दुख तकलीफ जान रहा है। राहत शिविर में जांची व्यवस्थाएं उपायुक्त ने नियांगल में प्रभावित परिवारों से बातचीत कर उनकी दुश्वारियों को जाना। उन्होंने बताया कि नियांगल में बहुत से परिवार घरों के क्षतिग्रस्त होने के कारण राहत शिविरों में रह रहे हैं। उन्होंने यहाँ राजकीय प्राथमिक पाठशाला में प्रभावितों के लिए लगाए गये राहत शिविर में जाकर व्यवस्थाओं का मुआयना किया। प्रभावितों को बांटी राहत सामग्री डीसी ने राहत शिविर में रह रहे लोगों को जिला रेडक्रॉस सोसायटी और धौलाधार क्लीनर्स संस्था के माध्यम से कपड़े, कम्बल, हाइजीन किट और अन्य राहत सामग्री भेंट की। उन्होंने कहा कि लोगों की जरूरत के अनुसार उनसे कपड़ों के नाप और अन्य आवश्यक वस्तुओं की जानकारी पहले ले ली गई थी। उन्होंने कहा कि प्रभावितों की जरूरत का लगभग सारा सामान प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस दौरान एसडीएम जवाली महेंद्र प्रताप सिंह, एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
स्वर्ण जयंती ऊर्जा नीति में संशोधन का लिया निर्णय, अब 40 वर्ष की अवधि के लिए होगा एमओयू हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक मंगलवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में शिमला में आयोजित हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में भारी बारिश के कारण हुई भारी तबाही के कारण जान गंवाने वाले लोगों पर दुख व्यक्त किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। राजस्व विभाग ने आपदा प्रबंधन और सार्वजनिक एवं निजी संपत्तियों को हुए भारी नुकसान पर विस्तृत प्रस्तुति दी। कैबिनेट ने बैठक में शिक्षा विभाग में उन अंशकालिक जलवाहकों की सेवाओं को नियमित करने को मंजूरी दी गई, जिन्होंने 31 मार्च, 2023 और 30 सितंबर, 2023 को संयुक्त दैनिक वेतन और अंशकालिक सेवाओं के 11 वर्ष पूरे कर लिए हैं। बैठक में स्वर्ण जयंती ऊर्जा नीति में संशोधन करने का निर्णय लिया, जिसमें एमओयू 40 वर्ष की अवधि के लिए होगा। रॉयल्टी पहले 12 वर्षों के लिए 15 प्रतिशत, अगले 18 वर्षों के लिए 20 प्रतिशत और शेष 10 वर्ष की अवधि के लिए 30 प्रतिशत होगी। इसके बाद परियोजना राज्य सरकार को नि:शुल्क और सभी बाधाओं और देनदारियों से मुक्त होकर वापस कर दी जाएगी। हालांकि विस्तारित अवधि के लिए राज्य को देय रॉयल्टी 50 प्रतिशत से कम नहीं होगी। इसमें 210 मेगावाट लूहरी चरण-एक, 66 मेगावाट धौलासिद्ध, 382 मेगावाट सुन्नी बांध और 500 मेगावाट डुगर जलविद्युत परियोजनाओं के लिए एसजेवीएनएल और एनएचपीसी के पक्ष में क्रमबद्ध मुफ्त बिजली रॉयल्टी के लिए दी गई छूट को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया। मंत्रिमंडल ने जल विद्युत परियोजनाओं पर लिए जाने वाले जल उपकर की दरों को तर्कसंगत बनाने का निर्णय लिया। मंत्रिमंडल ने राज्य में वर्ष 2023-24 के लिए बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत खरीदे जाने वाले सेब, आम और नींबू वर्गीय फलों के समर्थन मूल्य को बढ़ाने की मंजूरी दी। अब से सेब और आम का समर्थन मूल्य 12 रुपये प्रति किलो होगा। साथ ही किन्नू, माल्टा और संतरे का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 20 रुपए कर दिया गया है। बैठक में मिड डे मी योजना के तहत कुक कम हेल्पर का मानदेय 1 अप्रैल 2023 से बढ़ाकर 2000 रुपये करने पर सहमति दी गई। इसके अलावा मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी भी बढ़ाई गई। इसके तहत गैरजनजातीय क्षेत्रों में 240 रुपए जनजातीय क्षेत्रों में 294 रुपए दिहाड़ी मिलेगी। बैठक में कीरतपुर-मनाली चार पर यातायात प्रबंधन और नियंत्रण तथा सडक़ सुरक्षा मानदंडों को सुनिश्चित करने के लिए बिलासपुर, मंडी और कुल्लू जिलों में नव स्थापित तीन यातायात सह पर्यटक पुलिस स्टेशनों के लिए विभिन्न श्रेणियों के 48 पद बनाने और भरने को मंजूरी दी गई। इसके अलावा, कैबिनेट ने ग्रामीण विकास विभाग में जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (आईटी) के 35 पद भरने का भी फैसला किया। कैबिनेट ने श्रम एवं रोजगार विभाग का नाम बदलकर श्रम रोजगार एवं विदेशी प्लेसमेंट विभाग करने पर सहमति दे दी। सफाई कर्मियों को स्वास्थ्य बीमा कैबिनेट ने राज्य के सफाई कर्मियों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने के लिए उन्हें आयुष्मान भारत योजना में शामिल करने पर सहमति दी। इसने राज्य में अगले पांच वर्षों में तैनात किए जाने वाले पटवारियों और 16 चेन-मैन के रूप में 874 उम्मीदवारों का चयन और प्रशिक्षण करने का निर्णय लिया। वन भूमि से पेड़ कटान को मंजूरी वन भूमि से बचे पेड़ों की गणना, चिन्हांकन, निष्कर्षण और निपटान के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को अपनी मंजूरी दे दी। इससे स्थानीय स्तर पर लकड़ी की उपलब्धता, परिवहन लागत में कमी, राजस्व में वृद्धि, फील्ड स्टाफ की बेहतर और बढ़ी हुई दक्षता और कच्चे रूपों में रूपांतरण सुनिश्चित होगा। ई टैक्सी पर सबसिडी बैठक में किसी भी सरकारी विभाग/स्थानीय प्राधिकरण/ स्वायत्त निकाय/ बोर्ड/ निगम/सरकारी उपक्रम या किसी अन्य प्रतिष्ठान द्वारा राजीव गांधी स्वरोजगार योजना-2023 के तहत ई-टैक्सी किराए पर लेने के लिए मानक संचालन प्रक्रिक्रयाओं (एसओपी) को अपनी मंजूरी दे दी। इस योजना से राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे और राज्य सरकार ई-टैक्सी खरीदने के लिए 50 प्रतिशत की सबसिडी प्रदान करेगी जो प्रदूषण को कम करने में काफी मदद करेगी और हरित राज्य बनने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाएगी। इसे 2 अक्तूबर, 2023 से लागू किया जाएगा।
बरसात के मौसम मे उपमंडल देहरा भर के अंतर्गत तमाम नदी-नालों मे डूबकी लगाना इन दिनों खतरे से खाली नहीं है, लेकिन नकेड़ खड्ड में बाहरी राज्यो से आने वाले श्रद्धालुओं को कौन समझाए कि यहां डूबकी लगाना खतरे से खाली नहीं है। इसी नकेड़ खड्ड की बात करें तो करीब 5 साल पहले यहां नहाने उतरे 6 श्रद्धालुओं अचानक डूब कर मौत का ग्रास बन गये थे, जबकि उनके साथ नहा रहे कुछ लोगों को वहां स्थानीय लोगों ने अपनी जान की बाजी लगाकर बाहर निकाला था। लेकिन इतने बड़े हादसे का आज भी कोई सबक नहीं ले रहा है। इन दिनों सावन अष्टमी के मेलों में ज्वालामुखी, कांगड़ा, चिंतपूर्णी आदि शक्तिपीठों को जाने वाले बाहरी राज्यों के सैकड़ों श्रद्धालु हर रोज यहां गांव नकेड खड्ड के पास रुकते हंै और यहां डुबकी लगाने के बाद आगे निकलते हैं, जो कि किसी खतरे से खाली नहीं हैं। इस बारे में जब एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा से बात की तो उन्होंने कहा कि नकेड़ खड्ड में बाहरी राज्यो से डूबकी लगाने से श्रद्धालुओं के साथ कोई अनहोनी न हो इसके लिए डीएसपी देहरा को सख्त दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं, ताकि वहां श्रद्धालुओं व अन्य को नहाने से रोका जा सके।