बिलासपुर जिले के लुहणु मैदान में चल रही अग्निवीर सेना भर्ती रैली में हजारों की संख्या में युवा भारतीय सेना में शामिल होने के लिए भाग ले रहे हैं। जिला ऊना के गांव नलवाड़ी तहसील बंगाना के जुड़वा भाई सौरव कुमार और गौरव कुमार जो हमीरपुर में हुई रैली में सफल नहीं हो पाए थे, लुहणु मैदान में आयोजित रैली में उन्होंने अपनी सफलता का परचम लहराया। आश्चर्यजनक बात यह है कि दोनों जुड़वा भाई एक साथ सभी पायदानों को पार करते हुए सेना के लिए चुने गए हैं। विगत रैली की असफलता से सबक लेकर दोनों भाइयों ने कठोर परिश्रम के साथ सभी बाधाओं को पार करने की मन में ठानी। माता-पिता के आशीर्वाद तथा विभिन्न लोगों से प्रेरणा प्राप्त कर इस रैली में सफल हुए इन दोनों भाइयों का कहना है कि सेना भर्ती रैली में परिश्रम के माध्यम से ही स्थान पाया जा सकता है। सौरव और गौरव का कहना है कि रैली से पूर्व सी टेस्ट की सुविधा होने से छंटनी हो कर अभ्यर्थी शारीरिक क्षमता के विभिन्न आयोजनों में भाग लेता है। इससे दौड़ने में अधिक भीड़ न होने से अभ्यर्थी द्वाराअपनी क्षमता को बेहतर रूप में प्रदर्शित किया जा सकता है। उन्होंने इस प्रक्रिया को प्रारंभ करने के लिए सेना का आभार व्यक्त किया। दोनों भाईयों ने शैक्षणिक क्षेत्र में भी उत्कृष्ट मुकाम प्राप्त किया है बावजूद इसके अन्य विकल्पों के होते हुए भी उन्होंने सेना में भर्ती होकर देश सेवा को सबसे बेहतर विकल्प के रूप में चुना। इनके पिता बलवंत सिंह का कहना है कि उन्होंने इन दोनों बेटों को सेना के लिए समर्पित किया है यद्यपि एक और बेटा है जो मानसिक दिव्यांग है। उन्होंने अग्नि वीर सैन्य भर्ती के प्रति अपनी पूरी आस्था जताते हुए बच्चों द्वारा किए गए प्रदर्शन पर प्रसन्नता जाहिर की। ऐसे ही जिला हमीरपुर के काकडियार के जुड़वा भाई अखिल राठौर और निखिल राठोर भी इस रैली में अपने बचपन के सपने को साकार करने में सक्षम हुए हैं। बड़े भाई व बहुत से परिवार जन भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं यही जज्बा अखिल और निखिल के मन में भी भरा हुआ था यह दोनों भाई बताते हैं कि अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्हें जहां परिवारजनों से प्रेरणा मिली वही गांव के कुछ लोग भी मार्गदर्शक बने। यह फौज में अपने सुनहरे भविष्य को संवारने के लिए आतुर है। अखिल और निखिल कहते हैं कि आज बहुत से युवा भारतीय सेवा का अंग प्रत्यंग बन देश की सेवा के लिए तत्पर है युवाओं में इसके लिए होड़ लगी है। जिला ऊना के हरोली क्षेत्र से संबंध रखने वाले मनीष कुमार ने जमा दो की परीक्षा 92 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की परिवार तथा स्वयं के समक्ष जीवन यापन के लिए अनेक विकल्पों में से इन्होंने सेना में जाकर देश के प्रति अपने कर्तव्य के निर्वहन को ही सबसे उचित समझा। मनीष कुमार का कहना है कि अग्नि वीर सैनिक में यदि योग्यता और समर्थ है तो वह सेना में लंबे समय के लिए अपनी सेवाएं प्रदान कर सकता है। गौरतलब है कि लुहणु मैदान में आयोजित अग्नि वीर भर्ती रैली में बहुत से ऐसे युवाओं ने भाग लिया जो न केवल शैक्षणिक योग्यता में उत्कृष्ट मुकाम हासिल किए हुए थे, अपितु अन्य वोकेशनल ट्रेनिंग या किसी और विषय में भी महारत रखते थे, किंतु इन्होंने उन सब को दरकिनार कर भारतीय सेना का सिपाही बन देश के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करने का लक्ष्य ही चुना।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल ज्वालामुखी में राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के अंतर्गत बच्चों की विज्ञान और गणित विषय में रुचि बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईर्ं। विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 12वीं कक्षा में सोफिया और वंशिका राय ने प्रथम, पीयूष और अथर्व ने द्वितीय और कात्यानी और नव्या ने तृतीय स्थान हासिल किया। 11वीं कक्षा में करुण और स्माइली ने प्रथम, सरगम और प्रिया ने द्वितीय तथा जिया और रिधम ने तृतीय स्थान हासिल किया। नवमी एवं दसवीं कक्षा में संजय और आशीष बहादुर ने प्रथम, विवेक और आशीष ने द्वितीय अशिल और अक्षित ने तृतीय स्थान हासिल किया। वहीं, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में सुजल ने प्रथम, आरुष गुप्ता ने द्वितीय और राहुल ने तृतीय स्थान हासिल किया। स्कूल की प्रधानाचार्य मीना कुमारी ने बताया कि ये प्रतियोगिताएं विद्यालय के विज्ञान एवं गणित क्लब द्वारा बच्चों में विज्ञान और गणित में रुचि बढ़ाने के लिए आयोजित की गईं। ऐसे ही आयोजनों से बच्चों में विज्ञान और गणित विषय का भय दूर होता है और बच्चों की इन विषयों में रुचि बढ़ती है। उन्होंने विजेता टीमों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस मौके पर विज्ञान एवम गणित क्लब प्रभारी सुखदा सूद, प्रवक्ता रसायन विज्ञान रजनीश कुमार, प्रवक्ता भौतिकी सुरजीत कुमार, प्रवक्ता जीव विज्ञान अंकिता शर्मा और स्टाफ मौजूद रहा।
विजेता को 3100 और उप विजेता टीम को मिलेगा 2100 रुपये इनाम सिहोटू पंचायत के वार्ड नंबर 1 में एक दिवसीय वॉलीबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतियोगिता 10 सितंबर को वार्ड नंबर एक के शिव मंदिर के नजदीक मैदान में आयोजित की जाएगी। यह एक लोकल टूर्नामेंट होगा, जिसमें लोकल टीमों की एंट्री होगी। इस प्रतियोगिता की एंट्री फीस 500 रुपये निर्धारित की गई है। विजेता टीम को 3100 रुपये और उप विजेता टीम को 2100 रुपये और मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा। यह जानकारी सिहोटू युवा क्लब के सदस्य विकास कुमार, कुलजीत कुमार और मुकेश कुमार ने दी है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए इच्छुक टीमें 8219232632, 9459292988, 8628983584 नंबरों पर संपर्क कर सकती हैं।
हिमाचल प्रदेश के बहुचर्चित 250 करोड़ के छात्रवृत्ति घोटाले में निजी शिक्षण संस्थान फर्जी दावे करते रहे और शिक्षा विभाग के अधिकारी इन दावों को सत्यापित करते रहे। सीबीआई की जांच में इसका खुलासा हुआ है। ईडी की ओर से गिरफ्तार चार आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ है। मामले में हर स्तर पर अनियमितताएं बरती गई हैं। आरोप हैं कि निजी शिक्षण संस्थान और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से छात्रवृत्ति का बजट जारी हुआ है। इन आरोपियों के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम-2002 के प्रावधानों के कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। आरोपियों की संपत्ति, बैंक खाते से लेनदेन, कैसे छात्रवृत्ति को इधर से उधर किया गया, इसे लेकर प्रवर्तन निदेशालय बारीकी से जांच कर रहा है। उल्लेखनीय है कि ईडी ने छात्रवृत्ति घोटाले में एएसएएमएस एजुकेशन ग्रुप के पार्टनर राजदीप जोसन और कृष्ण कुमार, केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट पंडोगा के उपाध्यक्ष हितेश गांधी और प्रदेश उच्च शिक्षा निदेशालय की छात्रवृत्ति शाखा के तत्कालीन अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोप हैं कि निजी शिक्षण संस्थान ने फर्जी दस्तावेज पेश करके अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित विद्यार्थियों के लिए पोस्ट-मैट्रिक योजना में छात्रवृत्ति घोटाला किया। यह है मामला छात्रवृत्ति घोटाले में ईडी ने सीबीआई शिमला की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की है। आरोप लगाया गया था कि राज्य शिक्षा विभाग, निजी संस्थान और बैंक अधिकारी 250 करोड़ रुपये से अधिक की छात्रवृत्ति निधि के वितरण में बड़े पैमाने पर गलत विनियोजन में शामिल थे। इस मामले में सीबीआई और ईडी कई अधिकारियों और निजी शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
केंद्र सरकार को भेजी 10 करोड़ रुपये की डीपीआर हिमाचल सरकार प्रदेश में तीन नए नर्सिंग कॉलेज खोलेगी। यह कॉलेज चंबा, हमीरपुर और जिला सिरमौर के नाहन में खोले जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने डीपीआर तैयार कर केंद्र को भेज दी है। तीनों नर्सिंग कॉलेज में आधारभूत ढांचा विकसित करने पर 10 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रति नर्सिंग संस्थान को 3 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि दी जानी है। वर्तमान में हिमाचल में इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) और मंडी में दो ही सरकारी नर्सिंग कॉलेज हैं। जबकि नर्सिंग स्कूलों की संख्या 15 से ज्यादा है। प्रदेश सरकार ने नए खोले जाने वाले नर्सिंग कॉलेजों में 40-40 सीटें निर्धारित करने का फैसला लिया है। जैसे-जैसे आधारभूत ढांचा विकसित होगा। केंद्र सरकार से सीटें बढ़ाने की सिफारिश की जाएगी। हिमाचल में 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद बड़ी संख्या में छात्राएं नर्सिंग और मिडवाइफ के कोर्स कर रही हैं। निजी संस्थानों में नर्सिंग का कोर्स करने के लिए चार लाख रुपये से ज्यादा खर्च आता है। इसमें हॉस्टल, वर्दी व अन्य खर्चे भी शामिल हैं। हजारों की संख्या में छात्राएं यह कोर्स कर रही हैं। हालांकि सरकारी कॉलेजों फीस कम है। इसमें एक साल का खर्च करीब 70 हजार के पास रहता है। हिमाचल में नए नर्सिंग कॉलेज खुलने से कई और छात्राएं सरकारी संस्थानों में प्रशिक्षण हासिल कर सकेंगी। चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. सीता ठाकुर ने बताया कि हिमाचल में नए नर्सिंग कॉलेज खोलने के लिए 10 करोड़ रुपये की डीपीआर केंद्र को भेज दी गई है।
राजकीय महाविद्यालय शिवनगर में अभिभावक अध्यापक संघ (पीटीए) की आमसभा 9 सितंबर को महाविद्यालय प्रांगण में होना तय हुई है। महाविद्यालय प्राचार्य उपेंद्र शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि इस आम सभा में वर्ष 2023-24 के लिए अभिभावक-अध्यापक संघ की कार्यकारिणी का भी गठन किया जाएगा। अत: सभी अभिभावकों से अपील है कि वे इस सभा में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने पत्नी के साथ चनौर में ऐतिहासिक शिव मंदिर में नवाया शीश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिले के चनौर में ऐतिहासिक शिव मंदिर में शीश नवाया और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए मंदिर के साथ अपने पुराने संबंध को साझा किया और कहा कि मुख्यमंत्री का पद संभालने से पहले भी वह यहां शीश नवाने के लिए अकसर आते रहे हैं। मुख्यमंत्री ने ब्यास नदी बेसिन और उसकी सहायक नदियों के किनारे क्रशर गतिविधियों पर प्रतिबंध के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने ऐसे कार्यों को रोकने का निर्णय आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत इस मॉनसून में भारी बारिश से उत्पन्न चुनौतियों के कारण लिया है। इसका उद्देश्य प्रदेश के पर्यावरण संतुलन को बनाए रखनेे और राज्य के बुनियादी ढांचे को सुरक्षा प्रदान करना है। यह प्रतिबंध न केवल कांगड़ा बल्कि कुल्लू, मंडी और हमीरपुर जिलों में भी लागू है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने बदलते मौसम और प्राकृतिक आपदाओं से पर्यावरण संरक्षण और राज्य के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के वन विश्राम गृह डाडासीबा में पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर विधायक संजय रतन व होशियार सिंह, कांग्रेस नेता सुरेंद्र मनकोटिया, नरदेव कंवर, डॉ. राजेश शर्मा, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
21 सितंबर को आयोजित की जाएगी स्कॉलरशिप परीक्षा newus धर्मशाला द्वारा तीसरी उज्जवल भविष्य स्कॉलरशिप (यूबीएस 2023) के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस वार्षिक स्कॉलरशिप प्रोग्राम में विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने वाले मेरिटोरियस छात्रों और स्नातकों को फीस माफी प्रदान की जाती है, जिसमें आईटी और गैर-आईटी क्षेत्र शामिल हैं। संस्थान के निदेशक दिनेश शर्मा ने बताया कि छात्र 50,000 रुपये तक की स्कॉलरशिप प्राप्त कर सकते हैं। कुल 25 लाख रुपये तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी। इस प्रोग्राम में Full Stack Software Engineering, साइबर सिक्योरिटी, डिजिटल डिजाइन और मार्केटिंग, बैंकिंग और वित्त, डेटा साइंस, डेटा और व्यापार विश्लेषण, ग्राफिक डिजाइन, वीएफएक्स और एनिमेशन शामिल हैं। कॉलेज में पढ़ते समय छात्र-छात्राएं इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं और इसके बाद ग्रेजुएशन के बाद 100 प्रतिशत इंटर्नशिप गारंटी और नौकरी के अवसर भी प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा यदि दो छात्र एक रक्त संबंध या किसी रिश्ते के साथ आवेदन करते हैं, तो उन्हें एक विशेष छूट भी हो सकती है। आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों को newus धर्मशाला के पास फूड प्लाजा रेस्टोरेंट सिविल लाइंस धर्मशाला में एक पासपोर्ट साइज फोटो के साथ अपने 10वीं, 12वीं और आधार दस्तावेजों की प्रतियां साथ लानी होंगी। स्कॉलरशिप परीक्षा 21 सितंबर को आयोजित की जाएगी, और योग्यता सूची के आधार पर चयन के लिए व्यक्तिगत साक्षात्कार भी हो सकता है। अधिक जानकारी के लिए, आप newus धर्मशाला ऑफिस में संपर्क कर सकते हैं।
नरवाना एडवेंचर्स क्लब व आर्मी एडवेंचर्स विंग्स द्वारा संयुक्त रूप से नरवाना पैराग्लाइडिंग साइट पर नवंबर में आयोजित होने वाले पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्री वर्ल्ड कप को लेकर आज चर्चा की गई। नरवाना एडवेंचर्स क्लब को AERO CLUB OF INDIA, FAI, PGAWC, ARMY ADVENTURE WINGS, HIMACHAL TOURISM से मान्यता मिली हुई है। आज साइट पर हुई चर्चा में एरो क्लब ऑफ इंडिया के ऑफिशल ऑब्जर्वर व टीम बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन, जिसमें मुख्य तौर पर सुरेश ठाकुर, परवीन ठाकुर, उमेश ठाकुर, चमेल दास, पंकज इत्यादि मौजूद रहे। इस मौके पर टीम नरवाना एडवेंचर्स क्लब के सभी पदाधिकारियों, सदस्यगणों में कपिल शर्मा (टिंकू), मुनीश कपूर, देश राज कपूर, सनी बड़जातिया, सुभाष कपूर, पंकज जमवाल, तुषार व समस्त स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।
पूर्व उद्योग मंत्री व भाजपा विधायक बिक्रम ठाकुर ने केंद्र द्वारा हिमाचल व उत्तराखंड को मिले औद्योगिक विकास योजना 2017 के अंतर्गत 1163.54 करोड़ रु स्वीकृत किए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया और कहा कि जहां केंद्र सरकार समय-समय पर हिमाचल के विकास के लिए कार्य कर रही हैं वहीं हिमाचल की सुखु सरकार आपदा में जनता की कमर तोड़ने वाले निर्णय ले रही है। बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार जब से सत्ता में आई है तब से निरंतर हिमाचल वासियों पर महंगाई का बोझ बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कल ही अखबार के माध्यम से सीमेंट बैग पर 15 रुपए बढ़ाए जाने कि खबर प्रकाशित हुई हैं, जो कि एक अन्याय पूर्ण फैसला है। जहां प्रदेश में लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए, सड़कें, डंगे टूट गए उनको रिस्टोर करने में जहाँ सीमेंट की आवश्यकता पड़ेगी ऐसे में उसके मूल्य को बढ़ाना कहाँ तक तर्कसंगत हैं। उन्होंने कहा उचित मूल्य की दुकान (डिपु )से बीपीएल व एपीएल लोग राशन लेते हैं जिनकी इस आपदा के कारण पहले ही स्थिति खराब हो चुकी हैं। ऐसे में राशन के दामों में बढ़ोतरी करना कितना न्यायोचित है। उन्होंने कहा सस्ते राशन के डिपुओं में दालें महंगी हो गई हैं। 2 माह बाद डिपुओं में पहुंची दालों के दामों में अंतर आया है। एनएफएस यानी बीपीएल व एपीएल उपभोक्ता के लिए माह की दाल में सीधे 5 रुपए की बढ़ौतरी हुई है, वहीं मलका की दाल में एक रुपए का अंतर आया है। सितम्बर महीने में बी.पी.एल. व एनएफएस उपभोक्ताओं को माह की दाल 63 रुपए में मिलेगी, वहीं एपीएल उपभोक्ताओं को 73 और एपीएलटी उपभोक्ताओं को 98 रुपए में मिलेगी। इसी तरह बीपीएल व एनएफएस उपभोक्ताओं को मलका की दाल 54 रुपए मिलेगी। एपीएल उपभोक्ताओं को 64 और एपीएलटी उपभोक्ताओं को 89 रुपए में मिलेगी। इससे पहले अगस्त माह में प्रदेश के अधिकतर डिपुओं में दालें नहीं पहुंच पाई थीं। डिपुओं में इस बार दाल चना 16 रुपए अधिक महंगी होगी। आपदा के समय दालों में जो मूल्यांवृद्धि हुई हैं जोकि हिमाचल की जनता के साथ धोखा है। इस बढ़ोतरी को भी सरकार को तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए।
हथियारों की इतनी बड़ी खेप से कांगड़ा पुलिस अलर्ट कांगड़ा जिले में टांडा रोड पर हथियार और नशीली दवाइयां मिली हैं। दो बैग मिलने से कांगड़ा पुलिस अलर्ट हो गई है। हथियारों की इतनी बड़ी खेप मिलने से पुलिस भी हैरान है। दो बैग पुलिस को टांडा रोड पर शिव मंदिर के साथ मिले हैं। शिव मंदिर टांडा मेडिकल कॉलेज के करीब है। पुलिस ने दोनों बैग बरामद कर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया है। डीएसपी अंकित शर्मा ने बताया कि पुलिस कर्मी रूटीन गश्त कर रहे थे। इस दौरान जब टांडा रोड पर शिव मंदिर में जल चढ़ाने गए, तो मंदिर के पीछे उन्होंने दो बैग देखे। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। बैग में तीन देसी कट्टे, 40 राउंड, दो चाकू, एक खाली मैगजीन और 5250 अलपराज की गोलियां बरामद की गई हैं। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री ने सुलह विधानसभा क्षेत्र में आपदा प्रभावित बच्छवाई गांव का किया दौरा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिला में सुलह विधानसभा क्षेत्र के तहत बच्छवाई और परमार नगर में भारी बारिश से हुई क्षति का जायजा लिया। बच्छवाई में भूमि धंसने के कारण नौ परिवार प्रभावित हुए हैं और कृषि भूमि और संपर्क मार्ग को नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों और राहत शिविर में शरण लेने वालों का कुशलक्षेम जाना। उन्होंने जिला प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये कि प्रभावित परिवारों को हर संभव सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने प्रत्येक प्रभावित परिवार को छह मरला भूमि आवंटित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रभावितों के पुनर्वास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सुलह में परमार नगर का दौरा भी किया। इस क्षेत्र में आपदा से 19 परिवार प्रभावित हुए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने प्रभावित परिवारों को 6-6 मरला भूमि प्रदान करने की घोषणा भी की। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल और आशीष बुटेल, विधायक यादविंद्र गोमा, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी ग्रामीण एवं कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान, पूर्व विधायक जगजीवन पाल, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप पठानिया, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल और अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
जिला स्तरीय नेत्र देखभाल पखवाड़े के तहत मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा के सौजन्य से बुधवार को एक कार्यक्रम का आयोजन आईटीआई सेराथना में किया गया। इसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर वंदना ने बच्चों को नेत्रदान पखवाड़े में आंखों की देखभाल और नेत्रदान के बारे में बच्चों को जानकारी दी और बताया की आंखें हमारे लिए बहुमूल्य हैं, हमारे जीवन में आंखों का बहुत महत्व है। इसलिए हमें अपनी आंखों की साफ-सफाई रखना जरूरी है आंखों को किसी भी संक्रमण या चोट से बचा के रखना चाहिए कई कामों में जैसे वेल्डिंग है या जहां पर बहुत ज्यादा तेज लाइटों में काम करना पड़ता है। अपनी आंखों में चश्मा और शील्ड लगाकर काम करना चाहिए हमारी आंखों की रोशनी बाधित हो सकती है। इसके लिए हमें आंखों की देखभाल करनी चाहिए आंखों में कोई भी तकलीफ होने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए तथा तथा समय-समय पर हमें अपनी आंखों की जांच करवानी चाहिए। शुगर की बीमारी होने पर नियमित आंखों की जांच करवानी चाहिए और भी आंखों में तकलीफ होने पर या फिर देखने में कोई धुंधलापन हो आंखों की जांच करना जरूरी है। वहीं, नेत्रदान के लिए संकल्प करके हमें अपनी आंखों का दान करना चाहिए और लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए, ताकि हमारी आंखें हमारे मरने के बाद भी भी देख सके और किसी दूसरे को दूसरों को रोशनी दे सके इसके लिए कहीं भी आई बैंक या आई अस्पताल में अपने जीते जी अपनी आंखें दान करने के लिए पंजीकरण करवा सकते हैं परिवार के सदस्यों को भी सूचना दे सकते हैं। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारीजगदंबा मेहता ने आंखों की देखभाल कैसे करनी है हमारी आंखें कैसे स्वस्थ रह सकती हैं इसमें हमें विटामिन युक्त पीले फ्रूट सब्जियां गाजर आदि का सेवन नियमित करना चाहिए, जिससे आंखों की रोशनी और आंखों में होने वाले रोग से बचा जा सके ऐसे अपने आंखों की साफ सफाई रखनी है। आंखों में दिक्कत होने की डॉक्टर को दिखाना है। बढ़ती उम्र में मोतिया ग्लूकोमा के लिए आंखों का चेकअप जरूर करें और सभी लोगों को नेत्रदान के लिए सामुदायिक स्तर पर लोगों से बात करने और प्रेरित करने के लिए बच्चों को बताया लगभग 12 मिलियन लोगों को कॉर्निया के खराब होने से अंधापन है। उसे अंधेपन को हम दोबारा रोशनी में बदल सकते हैं अगर हम नेत्रदान करते हैं लाखों लोगों में सिर्फ हजारों लोग ही कार्निया का प्रत्यारोपण करवा पाते हैं बाकी लोग वंचित रह जाते हैं। कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को नेत्रदान करने के लिए प्रेरित करना है और आंखों की देखभाल करनाबहुत आवश्यक है! बहुत ज्यादा समय कंप्यूटर पास बैठकर बैठना पड़ता हो तो उसे किसी भी प्रकार की आंखों की समस्या हो सकती है। जांच करवानी चाहिए, उन्होंने आगे बताया की आजकल बच्चे अधिकतर समय स्क्रीन पर रहते हैं, कारणवश जायदा समय कंप्यूटर या मोबाइल पर गुजारना पड़ता है। बीच-बीच में आंखों को विश्राम जरूर दें। उन्होंने नेत्रहीन व्यक्ति के जीवन में रोशनी नेत्रदान के द्वारा ही की जा सकती इसलिए खुद भी नेत्रदान करें और लोगों को भी जागरूक करें इस मौके पर भाषण प्रतियोगिता आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने आंखों की देखभाल और आंखों के संक्रमण के बारे में चर्चा की विजेताओं को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया है। इस मौके पर आईटीआई के प्रिंसिपल प्रीति सिंह तथा आईटीआई का स्टाफ की मौजूद रहे।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय चंद्रौण को उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने की घोषणा की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिला में जयसिंहपुर और सुलह विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया और राहत तथा पुनर्वास कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के नेत्रु गांव में प्रभावित परिवारों से बातचीत की। नेत्रु गांव में भारी बारिश के कारण कई मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। मुख्यमंत्री ने इन परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने देहरू और कोसरी गांव में पहाड़ी में दरार आने के कारण हुए नुकसान का जायजा भी लिया और जिला प्रशासन को प्राकृतिक आपदा के कारण प्रभावित हुए परिवारों के लिए भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजकीय माध्यमिक विद्यालय चन्द्रौण में डंगा ढहने से हुए नुकसान का जायजा लिया तथा इसकी मरम्मत के निर्देश दिए। उन्होंने इस विद्यालय को अगले शैक्षणिक सत्र से उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने की घोषणा भी की। उन्होंने सियारा कुडाणा में भारी बारिश और भू-स्खलन के कारण हुए नुकसान का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने सभी उपायुक्तों को ग्राम पंचायतों में वार्ड आधार पर आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इससे प्रभावित बढ़ी हुई मुआवजा राशि प्राप्त करने के लिए पात्र होंगे। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावितों के लिए विशेष राहत पैकेज तैयार किया है। इसमें प्रभावितों को प्रदान की जाने वाली मुआवजा राशि को बढ़ाया गया है। उन्होंने प्रभावित परिवारों को आश्वस्त किया कि उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व में पक्के मकान के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर 12,500 रुपये और कच्चे मकान के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने के 10,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती थी। प्रदेश सरकार ने इस भीषण त्रासदी के दृष्टिगत इस राशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है। मुख्यमंत्री ने न्यूगल खड्ड में भारी बाढ़ के कारण पपरोला पुल को हुए नुकसान का निरीक्षण भी किया। उन्होंने स्थानीय लोगों की मांग पर लोक निर्माण विभाग को इस स्थान पर नया पुल बनाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली, विधायक यादविंद्र गोमा, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी ग्रामीण एवं कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
चंबा, कांगड़ा, शिमला और अन्य जिलों के भ्रमण कर सकते हैं सैलानी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला हमीरपुर के नादौन में कहा कि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण प्रदेश में कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं और निजी एवं सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान हुआ। उन्होंने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के दृढ़ एवं त्वरित प्रयासों के फलस्वरूप राज्य में सड़कों को काफी हद तक बहाल कर दिया गया है तथा प्रदेश में आगंतुकों के लिए सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य की अब तक की सबसे भीषण त्रासदी थी, लेकिन अब राज्य में हालात सामान्य हो रहे हैं। नादौन में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटकों के लिए सुरक्षित है और पर्यटक अब चंबा, कांगड़ा, शिमला और अन्य जिलों के भ्रमण पर आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा से प्रभावी ढंग से निपटने और सभी प्रभावितों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि विपदा के समय में भी नेता प्रतिपक्ष प्रभावित परिवारों की पीड़ा के प्रति सहानुभूति व्यक्त करने के बजाय राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने नेतापक्ष से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संपर्क कर हिमाचल प्रदेश के लिए केदारनाथ और भुज त्रासदी की तर्ज पर विशेष पैकेज प्रदान करने के लिए आग्रह करने का आहवान किया। उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और उत्तराखंड और गुजरात में प्रदान की गई सहायता के समान वित्तीय सहायता प्रदान करने की बार-बार अपील की है, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार द्वारा इस संबंध में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के हरसंभव प्रयास कर रही है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपये के ऋण का बोझ डाला तथा केवल राजनीतिक लाभ के लिए कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार कर्मचारियों के बकाया और भत्ते देने में विफल रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालने के पश्चात वित्तीय बाधाओं के बावजूद कर्मचारियों के हितों में अभूतपूर्व निर्णय लेकर पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है।
मिनर्वा कॉलेज ऑफ एजुकेशन इंदौरा में जन्माष्टमी उत्सव पर विविध रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यह आयोजन सीसीए कमेटी की अध्यक्ष मिस रजनी शर्मा और मिस प्रियंका के दिशा-निर्देशन में हुआ। आयोजन में छात्र-छात्राओं ने अपनी रचनात्मक प्रतिभा का परिचय देते हुए विविध रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसमें मीनू, बेबी, भानु, अंजली, शिल्पा ने कृष्ण जनम झांकि, नृत्य और भजन की भावपूर्ण प्रस्तुति दी गई। कॉलेज प्राचार्य डॉ. प्रशांत कुमार और डॉ. अश्वनी शर्मा ने इस अवसर पर छात्र-छात्राओं की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि भारत की संस्कृति विश्व में अनुसरणीय रही है। भगवत गीता हमारे देश का वो महान ग्रंथ है जिसमें जीवन की सभी समस्याओं का समाधान है। कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव हमें बिना फल की इच्छा किए अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए प्रेरित करता है। कार्यक्रम में समस्त मिनर्वा कॉलेज ऑफ एजुकेशन इंदौरा के शिक्षकों की उपस्थिति ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
धर्मशाला के इंडोर स्टेडियम में 9 सितंबर से अंडर-11 एवं अंडर-13 की लड़कों एवं लड़कियों की प्रतियोगिता का आयोजन जिला स्तर पर किया जाएगा। कांगड़ा जिला बैडमिंटन संघ के महासचिव विलास हंस ने बताया कि अंडर-11 एवं अंडर-13 वर्ग में एकल एवं युगल मुकाबले आयोजित किए जाएंगे। इसमें विजेता एवं उपविजेता जो इस प्रतियोगिता में रहेंगे, उन्हें जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ की तरफ से पुरस्कृत किया जाएगा। जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ ने इस प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण की तारीख को बढ़ाकर 7 सितंबर तक कर दिया है। अगर किसी भी खिलाड़ी को पंजीकरण कराने में कोई कठिनाई आती है, तो वह सीधे जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ के पदाधिकारी के साथ संपर्क कर सकते हैं। पंजीकरण की जानकारी के लिए जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ के दूरभाष नंबर 9418446628, 9418221716, 9418974790, 9816093930 पर संपर्क कर सकते हैं। महासचिव विलास हंस ने बताया कि जिला कांगड़ा के खिलाड़ियों का अंडर-17 एवं अंडर-15 राज्य स्तरीय प्रतियोगिता जो कि सोलन में आयोजित की गई थी उसमें काफी अच्छा प्रदर्शन रहा है। एकल मुकाबले में जिला कांगड़ा के कारण शर्मा एवं भारती शर्मा विजेता रहे हैं। वहीं मिक्स डबल्स मुकाबले में करण शर्मा एवं यक्षिता सामरा की जोड़ी विजेता रही हैं। इसके अतिरिक्त अंडर-17 लड़कियों के डबल्स मुकाबले में भारती शर्मा एवं अमृता ठाकुर की जोड़ी उपजेता रही है। अंडर-15 मिक्स डबल्स मुकाबले में जिला कांगड़ा के अंशुमन एवं अवनी ठाकुर की जोड़ी उप विजेता रही है। जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष सुनील मनोचा ने विजेता एवं उपविजेता रहे खिलाड़ियों को जिला कांगड़ा बैडमिंटन संघ की तरफ से बधाई दी और बताया कि जिन खिलाड़ियों का चयन राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए हुआ है ये सभी खिलाड़ी जिला कांगड़ा का नाम पूरे भारत में रोशन करेंगे।
हिमालयन आईटीआई लगवलियाना में 8 सितंबर को एक बार फिर युवाओं के लिए रोजगार मेला लगेगा। इसमें टाटा मोटर्स उत्तराखंड से 15800 रुपये प्रतिमाह सैलरी पर 100 बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान करेगी। इसमें वे युवा भाग ले सकते हैं, जिनकी आयु 18 से 23 वर्ष के बीच में है। इसमें ट्रेड इलेक्ट्रीशियन, फीटर, मोटर मकैनिक व्हीकल, टर्नर, मशीनिस्ट, मशीनिस्ट ग्रांइडर में पास छात्र भाग ले सकते हैं। संस्थान के प्रधानाचार्य आनंद कुमार का कहना है कि इच्छुक विद्यार्थी अपने साथ पासपोर्ट साइज 4 फोटो, दसवीं, 12वीं तथा आईटीआई का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड की दो कॉपी आदि दस्तावेज लेकर सुबह 10 बजे हिमालयन आईटीआई के प्रांगण में पहुंच जाएं। कंपनी की तरफ से ओर भी सुविधाएं दी जाएंगी।
भारत का नाम देश के गौरव और स्वाभिमान का प्रतीक है। जो राजा दुष्यंत, ऋषभदेव और राजा दशरथ के पुत्र भरत के शौर्य, त्याग और राष्ट्र के प्रति अनुराग का प्रतीक है। भरताम निवास, भारतम हमारे ग्रंथों में अंकित है। भाजपा के जिला प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा कि देश में सनातन धर्म, वंंदेमातरम, भारत माता की जय, तिरंगा कुछ ऐसे शब्द हैं, जिनसे देश के एक वर्ग को तकलीफ हो रही है। इसी वर्ग के साथ कांग्रेस भी साथ खड़ी है, जो देश के लिए चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि देश में विदेशी ताकतों की फंडिंग पर एक षड्यंत्र रचा जा रहा है, जिसमें 'इंडिया' के सभी दल शामिल हैं। जिनको हिंदी, हिंदू, हिंदुस्तान से कोई लगाव नहीं है। विनोद शर्मा ने कहा कि 'सना' का अर्थ निरंतर व 'तन' का अर्थ वर्तमान होता है जो अपने वर्तमान में निरंतर विकास पथ पर अग्रसर रहता है, वही सनातन है। 'वसुधैव कुटुंबकम का और सर्वे भवंतु सुखिन' का दृष्टिकोण भी सनातन में निहित है। लेकिन 'इंडिया' के घटक दल एक सुनियोजित षड्यंत्र के चलते भारत और सनातन के विरोध में राष्ट्रव्यापी मुहिम चला रहे हैं, जिसकी निंदा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस स्थिति का मुकाबला करने के लिए भाजपा कृत संकल्प है। उन्होंने आम जनमानस से भी इसका विरोध करने का आह्वान किया है।
केंद्रीय विद्यालय नलेटी के छात्रों व शिक्षकों ने एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा के माध्यम से मुख्यमंत्री राहत कोष में 40,370 रुपये का अंशदान किया। केंद्रीय विद्यालय नलेटी की कप्तान छात्रा विदुषी ठाकुर और स्पोर्ट्स कप्तान गरिमा ठाकुर के हाथों से यह चेक एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा को सौंपा गया। इस मौके पर विद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्य शशि कला कटोच व नरेंद्र कुमार पीजीटी अंग्रेजी बच्चों के साथ रहे।
कबड्डी में संदीप की टीम ने प्रथम और आयुष की टीम ने द्वितीय स्थान किया हासिल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल ज्वालामुखी में गुलमोहर ईको क्लब द्वारा स्पोर्ट्स एक्टिविटी-2023 का आयोजन किया गया। इसके अंतर्गत शतरंज और कबड्डी के मैच करवाए गए। शतरंज में स्कूल की आठ टीमों ने भाग लिया, जिसमें कॉमर्स स्ट्रीम के विद्यार्थियों ने गणेश बहादुर के नेतृत्व में प्रथम स्थान, साइंस स्ट्रीम के विद्यार्थियों ने शोएब के नेतृत्व में द्वितीय और विवेक के नेतृत्व में कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों ने तृतीय स्थान हासिल किया। कबड्डी में संदीप की टीम ने प्रथम और आयुष की टीम ने द्वितीय स्थान हासिल किया। स्कूल प्रधानाचार्या मीना कुमारी ने बताया कि ये प्रतियोगिता गुलमोहर ईको क्लब ज्वालामुखी द्वारा आयोजित की गई थी। ऐसे ही आयोजनों से बच्चों में सहयोग और टीम की भावना जागृत होती है और उन्हें टीम के महत्व का पता चलता है उन्होंने विजेता टीमों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विजेता, उपविजेता टीम और सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर ईको क्लब प्रभारी अंकिता शर्मा, विकास धीमान प्रवक्ता वाणिज्य, प्रवीण शर्मा प्रवक्ता अर्थशास्त्र, डीपीई अशोक कुमार, पीईटी श्यामा और स्टाफ मौजूद रहा।
विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि आपदा प्रभावितों को हरसंभव मदद मुहैया करवाई जाएगी इस के लिए सरकार कारगर कदम उठा रही है ताकि प्रभावितों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं झेलनी पड़े। यह उद्गार विधायक केवल सिंह पठानिया ने मंगलवार को शाहपुर में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण संपर्क मार्गों की मरम्मत के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं, ताकि ग्रामीणों को आवागमन की बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकें। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि शाहपुर की जनता की तरफ से वे अभी तक मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 14 लाख रुपए की राशि प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि शाहपुर के लोगों ने आपदा में खुलकर अंशदान किया गया है इस के लिए ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, महिला कांग्रेस, पार्टी से सभी अग्रिम संगठनों, महिला मंडलों, पंचायत प्रतिनिधियों, पूर्व सैनिक लीग, कर्मचारी संगठनों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, कर्मचारियों, समाजिक संस्थाओं, व्यापार मंडलों, स्टूडेंट्स सहित दानी लोगों का आभार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश वर्तमान में प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। सरकार को 10 हजार करोड़ का नकसान हुआ है। विधायक केवल पठानिया ने कहा कि प्रदेश में आपदा के वाबजूद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिन रात एक कर हिमाचल की उन्नति व विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र को एक आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाना ही उनका मुख्य मकसद है तथा इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इस मौके पर विधायक ने लोगों की समस्याएं सुनीं तथा अधिकतर का मौके पर ही निपटारा सुनिश्चित किया। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता देवदत्त शर्मा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत राणा, उप मंडल अधिकारी करतार चंद, दिनेश शर्मा डीएफओ, अमित डोगरा एक्सीयन जलशक्ति विभाग, खंड विकास अधिकारी कंवर सिंह, बिजली विभाग एक्सईएन अमन चौधरी, लोक निर्माण विभाग एसडीओ वीपुल पुंज, राकेश कुमार तहसीलदार, एक्सीयन गज प्रोजेक्ट सुभाष शर्मा, एससीओ बिजली विभाग एसडीओ विक्रम शर्मा, एसडीओ जलशक्ति विभाग रजाक मोहम्मद, आरओ वन विभाग सुमित शर्मा एवं कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, सोइलकंजेर्वशन, शिक्षा विभाग के अधिकारी तथा जिला परिषद सदस्य नीना ठाकुर उपस्थित रहीं।
कहा- राजनीति करने की जगह एसपीयू के विकास की बात करें शिक्षा मंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कांगड़ा विभाग के संयोजक अभिनव चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए प्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री यदि राजनीति करने की जगह एसपीयू के लिए विकास कार्य करते तो उन्हें शिक्षा की गुणवत्ता समझ आती। शिक्षा मंत्री ने हाल ही में दिए अपने बयान में कहा है कि पूर्व सरकार ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय को केवल राजनीतिक लाभ देखते हुए खोला और वर्तमान में वहां पर स्थायी शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी भी नहीं हैं। लेकिन दस महीनों से कांग्रेस की सरकार है और वर्तमान सरकार ने एक बार भी विश्वविद्यालय के भवन निर्माण से लेकर विद्यार्थियों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं की सुध तक नहीं ली। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार विद्यार्थियों के साथ धोखा करते हुए सरदार पटेल विश्वविद्यालय को बंद करने पर तुली हुई है। हाल ही में प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालय का दायरा घटाने का फैसला लिया है जो बिल्कुल भी छात्र हित में नहीं है। सरदार पटेल विश्वविद्यालय प्रदेश का दूसरा विश्वविद्यालय है और यह पूरे प्रदेश की बहुत बड़ी मांग है। दूर दराज के क्षेत्र से शिमला पहुंच पाना बहुत ही मुश्किल है और दूर-दराज से पढ़ने वाले छात्रों को यदि कोई आवश्यक काम आ जाए तो उन्हें काफी लंबा सफर तय करना पड़ता है। विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश के लाखों युवाओं के साथ इस विश्वविद्यालय के लिए लंबी निर्णायक लड़ाई लड़ी है 7 वह जिस प्रकार की राजनीति प्रदेश की सरकार कर रही है तो विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार को यह चेतावनी देना चाहती है की अगर सरदार पटेल विश्वविद्यालय को खोलने के लिए हजारों विद्यार्थियों के साथ छात्र हुंकार रैली कर सकती है तो हजारों विद्यार्थियों द्वारा लंबी लड़ाई के बाद खोले गए इस विश्वविद्यालय को बचाने के लिए प्रदेश के हजारों युवाओं को एकत्रित कर प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने से पीछे नहीं हटेगी वह प्रदेश सरकार से यही आग्रह करती है कि वह राजनीति का खेल नबनाते हुए विश्वविद्यालय को एक शिक्षण संस्थान ही रहने दें। जो फैसला विश्वविद्यालय का दायरा घटाने का लिया गया है उसे जल्द से जल्द वापस ले नहीं तो विद्यार्थी परिषद आने वाली 8 तारीख को हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक जिला केंद्रों पर धरना प्रदर्शन करेगी। 11 सितंबर को 24 घंटे की भूख हड़ताल प्रत्येक महाविद्यालय में करेगी। और अगर इस छात्र विरोधी फैसले को वापस नहीं लिया गया तो विद्यार्थी परिषद उग्र से होकर आंदोलन करेगी, जिसका खामियाजा प्रदेश की वर्तमान सरकार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा अगर बात केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थाई परिसर की की जाए तो केंद्रीय विश्वविद्यालय देहरा और धर्मशाला निर्माण का टेंडर ओर काम एक साथ शुरू हुआ था देहरा में हम देख सकते हैं विश्वविद्यालय का काम जोरों शोरों से चला है एक मंजिला भवन भी तैयार हो चुका है। लेकिन धर्मशाला में 24 हेक्टेयर जमीन जो विश्वविद्यालय के अपने नाम है और 57 हेक्टर लैंड फॉरेस्ट लैंड है, जिसकी क्लीयरेंस के लिए सरकार को 30 करोड़ 3 लाख 94 हजार रुपये मिनिस्ट्री ऑफ़ एनवायरमेंटल साइंस एंड फॉरेस्ट्री को देते ही यहां भी कार्य शुरू हो जाएगा, लेकिन इस सरकार को तो शिक्षण संस्थान डी नोटिफाई करने आते हैं स्थायी परिसर के निर्माण हेतु 30 करोड़ रुपये इस सरकार द्वारा नहीं दिए जा रहे। उन्होंने कहा वर्तमान की छात्र विरोधी कांग्रेस सरकार प्रदेश में सिर्फ और सिर्फ बदले की भावना से कम कर रही है शिक्षण संस्थानों को डिनोटिफाई किया जा रहा है और प्रदेश के महाविद्यालय के आधारभूत संरचना की और ध्यान नहीं दिया जा रहा महाविद्यालय में रिक्त पड़े शिक्षक और गैर शिक्षकों के पद इस प्रदेश सरकार द्वारा नहीं भरे जा रहे। छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकार छात्र संघ चुनावों को बहाल नहीं किया जा रहा जो इनकी छात्रों के प्रति नकारात्मक मानसिकता को दर्शाता है।
कंवर दुर्गा चंद कॉलेज जयसिंहपुर में मनाया शिक्षक दिवस कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर में आज 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर प्रदीप कौंडल की उपस्थिति में दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय में विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने भाषण एवं कविता पाठ के द्वारा शिक्षक दिवस के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किए। भाषण प्रतियोगिता का विषय 'विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण में शिक्षक की भूमिकाÓ रहा और काव्य पाठ का विषय बिंदु भी शिष्य शिक्षक संबंध रहा, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भाषण प्रतियोगिता में महाविद्यालय के छात्रों अविका नेहा शर्मा और अविनाश ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान ग्रहण किया और काव्य पाठ में कनिका शर्मा, सान्या कुमारी और अभिषेक ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों ने प्राध्यापकों के सम्मान में रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिसमें महाविद्यालय के छात्रों ने बढ़-चढ़ कर अपनी प्रस्तुतियां दीं। अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य श्री प्रदीप कुमार कौण्डल ने विद्यार्थियों को संबोधित किया तथा छात्रों को शिक्षा व शिक्षक के महत्व के बारे में विस्तार से अवगत करवाया।
मल्लहन खड़ पर बनने वाली पुली के कार्य का किया भूमि पूजन 5 लाख से बनने वाले लोक सेवा केंद्र भवन की आधारशिला रखी मुख्य संसदीय सचिव कृषि, पशुपालन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज किशोरी लाल ने मंगलवार को ग्राम पंचायत कुंसल में लगभग 5-5 लाख रुपये की लागत से वार्ड 1 और 2 में मल्लहन खड़ पर बनने वाली पुली के कार्य का भूमि पूजन किया। उन्होंने 5 लाख से बनने वाले लोक सेवा केंद्र भवन की आधारशिला भी रखी। यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इन पुलियों के बनने से ठारा, गुणी और मैहला गांव की लगभग 2600 आबादी लाभान्वित होगी तथा इन्हें आवाजाही के लिए अच्छी सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि बैजनाथ विधान सभा क्षेत्र के सभी गांव को सड़क सुविधा से जोड़ना उनकी प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि बैजनाथ हलके में मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता और इलाके की जरूरत के अनुरूप विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा जनसेवक के रूप में बैजनाथ में अच्छा प्रशासन एवं पारदर्शी व्यवस्था को स्थापित कर सभी के सहयोग से बैजनाथ को आदर्श विधान सभा क्षेत्र बनाया जाएगा। उन्होंने स्थानीय लोगों की मांग पर अप्पर कुंसल से लेखराज के घर तक खराब पाइपों को बदलने व ग्राम पंचायत कुंसल में 35 नल लगाने के लिए जल सक्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए । उन्होंने पंचायत में लाइब्रेरी बनाने के लिए प्राकलन तैयार करने और लोक निर्माण विभाग को कुनी रोड के बहे ढंगे को लगाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर किशोरी लाल ने प्राथमिक पाठशाला कुंसल के भवन की मरम्मत के लिए एक लाख रुपये, भद्र घर बनबाने के लिए 70 हजार रुपये तथा गुरु रविदास महिला मंडल भवन कुंसल के लिए डेढ़ लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके अतिरिक्त पंचायत द्वारा रखी सभी मांगों को चरणबद्ध तरीके से पूरा करने का आश्वासन दिया।उन्होंने कुंसल में जनसमस्याएं भी सुनीं और अधिकतर समस्याओं को मौके पर निपटारा कर दिया। इस मौके पर प्रधान कुंसल सपना धीमान, प्रधान बही बलवीर ठाकुर, प्रधान मझैरना मनजीत कुमार , ब्लॉक कांग्रेस महासचिव पंकज धीमान , उप प्रधान कुंसल संजय राणा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र राव, मीडिया प्रभारी अमित शर्मा, वीडियो बैजनाथ राकेश पटियाल, एसडीओ जल शक्ति विभाग सरती शर्मा , प्रीतम चन्द, सुरेश शर्मा, बमधीर राणा, बनबीर कुमार, सुरेश राणा, संसार राणा,विलायती राणा, श्रेष्ठा राणा, नीलम कुमारी, पिंकी देवी , राकेश शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, पार्टी कार्यकर्ता तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग द्वारा रविवार को ऐतिहासिक गेयटी थिएटर जिला शिमला में डीजीपी डिस्क अवॉर्ड समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस समारोह में जिला कांगड़ा की पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री सहित निरीक्षक संजीव कुमार प्रभारी पुलिस थाना कांगड़ा, एएसआई प्रवीन कुमार प्रभारी वाहन शाखा पुलिस लाइन धर्मशाला, हेड कांस्टेबल विजय कुमार 145 अन्वेषणाधिकारी पुलिस थाना धर्मशाला, हेड कांस्टेबल नरेश कुमार 4 जिला अपराध रिकॉर्ड शाखा पुलिस अधीक्षक कार्यालय धर्मशाला, हेड कांस्टेबल अजय ठाकुर 53 सुरक्षा शाखा पुलिस अधीक्षक कार्यालय धर्मशाला व महिला आरक्षी रजनी देवी 372 पुलिस थाना गगल को उत्कृष्ट कार्यों के लिए डीजीपी डिस्क अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया।
देश का प्रसिद्ध पर्यटन गंतव्य हिमाचल प्रदेश एक बार फिर पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है। हिमाचल प्रदेश पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के निदेशक अमित कश्यप ने बताया कि पर्यटक कसौली, शिमला, चायल, नारकंडा और किन्नौर जैसे खूबसूरत पर्यटन गंतव्यों की यात्रा और भ्रमण कर सकते हैं। इन पर्यटन गंतव्यों के लिए सड़क मार्ग खुले हैं और कोई भी इन गंतव्यों की सुरक्षित यात्रा कर सकता है। उन्होंने बताया कि कांगड़ा घाटी, धर्मशाला, मैक्लोडगंज, पालमपुर, डलहौजी, खज्जियार और चंबा के भ्रमण के लिए भी सड़क मार्ग खुले हैं। पर्यटक वर्तमान सीजन में राज्य के अधिकांश होटलों में विशेष छूट की सुविधा का लाभ भी उठा सकते हैं। उन्होंनेे बताया कि राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन क्षेत्र का योगदान 7 प्रतिशत है। इसके अलावा, पर्यटन क्षेत्र राज्य में कुल रोजगार में लगभग 14.42 प्रतिशत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार का योगदान देता है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण सड़क मार्ग से यात्रा के लिए राज्य के कुछ हिस्सों में व्यवधान उत्पन्न हुआ, हालांकि सड़क मार्गों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर किये गए प्रयासों से पर्यटक अब चंबा, कांगड़ा, शिमला और अन्य जिलों की यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निरंतर प्रयासों से शिमला से धर्मशाला के लिए हवाई सेवा कनेक्टिविटी प्रदान की गई है और अब दिल्ली से शिमला और शिमला से धर्मशाला (गग्गल हवाई अड्डा) के लिए अलायन्स एयर की दैनिक उड़ान भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि शिमला-धर्मशाला-शिमला की सभी सीटों के किराये पर सब्सिडी राज्य सरकार द्वारा वहन की जा रही है। इस रूट पर कुल किराया प्रति सीट 3000 रुपये (टैक्स अतिरिक्त) निर्धारित किया गया है। इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की सुविधा के लिए उड़ान योजना के अंतर्गत पवन हंस द्वारा संचालित हेलीकाप्टर सेवा की उड़ानें चंडीगढ़ से शिमला और शिमला से रामपुर, मंडी, कुल्लू तथा धर्मशाला के लिए उपलब्ध हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले हिमाचल प्रदेश के 16 शिक्षकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजा गया है। मंगलवार सुबह शिक्षक दिवस पर राजभवन शिमला में राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर इन शिक्षकों को सम्मानित किया। कांगड़ा, बिलासपुर, लाहौल-स्पीति और किन्नौर से एक भी शिक्षक का पुरस्कार के लिए चयन नहीं हुआ है। जिला शिमला से चार, कुल्लू-ऊना और हमीरपुर से दो-दो शिक्षकों को चुना गया है। मंडी-सोलन-सिरमौर और चंबा जिला से पुरस्कार के लिए एक-एक शिक्षक का चयन हुआ है। 10 शिक्षकों का चयन प्रदेशभर से प्राप्त हुए 39 आवेदनों के आधार हुआ था। तीन शिक्षकों किशोरी लाल, दलीप सिंह और हरीराम शर्मा को सरकार की ओर से गठित राज्य स्तरीय कमेटी ने चयनित किया। कार्यक्रम में इन शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र और शॉल व टोपी देकर सम्मानित किया गया। वहीं, पुरस्कार के लिए एक शिक्षक का नाम समारोह के दौरान ही घोषित किया गया। इसके अलावा बीते वर्ष राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाले शिमला के वीरेंद्र कुमार व चंबा के युद्धवीर सिंह को भी राज्य पुरस्कार दिया गया पुरस्कार पाने वाले शिक्षकों की सूची शिक्षक का नाम स्कूल का नाम पद अमर चंद चौहान वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल आनी, कुल्लू प्रिंसिपल दीपक कुमार वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल चंबा प्रवक्ता बायोलॉजी अशोक कुमार वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मंडी प्रवक्ता वाणिज्य कृष्ण लाल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बजौरा, कुल्लू डीपीई हेम राज वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल हिमरी, शिमला टीजीटी नॉन मेडिकल कमल किशोर वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल त्यूरी, ऊना कला शिक्षक नरेश शर्मा प्राथमिक स्कूल गिरथरी, हमीरपुर मुख्य शिक्षक प्रदीप कुमार प्राथमिक स्कूल सलोह, सोलन जेबीटी शिव कुमार प्राथमिक स्कूल ककराना, ऊना जेबीटी कैलाश सिंह शर्मा केंद्रीय प्राथमिक स्कूल लालपानी, शिमला जेबीटी किशोरी लाल उपशिक्षा निदेशक कार्यालय हमीरपुर सीएचटी दलीप सिंह वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल वासनी, सिरमौर प्रवक्ता अंग्रेजी हरि राम शर्मा मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल नेरवा, शिमला प्रिसिंपल सुरजीत सिंह राठौर छोटा शिमला स्कूल प्रवक्ता
केंद्रीय विद्यालय नलेटी में आज शिक्षक दिवस हर्षोल्लास से मनाया। इस मौके पर प्रभारी प्राचार्य शशि कला कटोच ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी व बच्चों को शिक्षक दिवस की महत्ता बताते हुए बच्चों को एक अच्छा नागरिक बनने और देश के प्रति अपने उत्तरदायित्व के प्रति प्रेरित किया। बच्चों को शिक्षा देते हुए बताया कि सच्चा ज्ञान वही है, जो आपके अंदर के अज्ञान को समाप्त कर सकता है। उन्होंने सभी छात्र शिक्षकों से कहा कि वे अपने शिक्षकों के समान विद्यालय में अनुशासन बनाए रखें तथा स्वयं भी अनुशासन में रहें। डॉ. राधाकृष्णन के विषय में उन्होंने बताया कि वे जिस भी विषय को पढ़ाते थे, पहले स्वयं उसका गहन अध्ययन करते थे। दर्शन जैसे गंभीर विषय को भी वह अपनी शैली से सरल, रोचक और प्रिय बना देते थे। इसलिए इनके जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप मे मनाते हैं। बच्चों ने विद्यालय में अपने अपने शिक्षकों का रोल अदा किया व कक्षाओं में पढ़ाने का कार्य भी किया। इस मौके पर संबंधित विषय के शिक्षकों ने बच्चों का हौसला बढ़ाया। बच्चों ने अपनी अपनी कक्षाओं में शिक्षकों के साथ केक काटा व मिठाइयां बांटकर शिक्षक दिवस को हर्षोल्लास से मनाया। इस अवसर पर कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत कक्षा ग्यारहवीं के बच्चों ने गुरु वंदना पर नृत्य के साथ की। विदांशी कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा ने नृत्य के माध्यम से सबका मन मोह लिया। इसके पश्चात विद्यालय छात्रा आस्था ने शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या शशि कला कटोच ने एक बार पुन: सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं व बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
विधानसभा के तीसरे सत्र (मानसून सत्र) के चलते शिक्षा विभाग में 11 से 25 सितंबर तक छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। 18 सितंबर से शुरू होने वाले मानसून सत्र के चलते उच्च और प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी कर दिए हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसून सत्र के चलते रविवार सहित अन्य छुट्टियों के दौरान भी बुलाया जा सकता है। सुबह आठ से रात आठ बजे तक अफसरों को दफ्तर में मौजूद रहना होगा। विभाग ने विधानसभा में शिक्षा विभाग से संबंधित लगे सभी प्रश्नों के जवाब जल्द देने के लिए भी कहा है। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान विभाग से संबंधित सभी प्रश्नों के जवाब तैयार होने चाहिए। अधिकारियों के पास हर तरह की जानकारी होनी चाहिए। हर शाखा में कम से कम एक अधिकारी इस दौरान रोजाना सुबह साढ़े आठ बजे ऑफिस में होना चाहिए। इनकी छुट्टियां हुई हैं रद्द अतिरिक्त निदेशक प्रशासन, कॉलेज, स्कूल उच्च शिक्षा, संयुक्त निदेशक कॉलेज, संयुक्त निदेशक फाइनेंस एंड अकाउंट, सह निदेशक, उच्च शिक्षा के सभी उपनिदेशक, सभी सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल, कमांडर एनसीसी और चीफ लाइब्रेरियन सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी सोलन, प्रारंभिक शिक्षा के सभी उपनिदेशक, प्रिंसिपल डाइट की छुट्टियां रद्द करने के आदेश दिए गए हैं। इन अधिकारियों के तहत काम करने वाले स्टाफ को भी छुट्टियां नहीं मिलेंगी। विभाग में विभिन्न श्रेणी के कर्मचारियों के कितने पद सृजित हैं, कितने पद रिक्त हैं। कितने पद भरे गए हैं। निदेशालय के अधिकारियों ने कितने स्कूलों, कॉलेजों का निरीक्षण किया। कितने नए स्कूल, कॉलेज खोले गए। सरकार की विभिन्न योजनाओं का क्या स्टेटस है।
हिमाचल प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षक दिवस से एक दिन पूर्व राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस बार 13 शिक्षकों को इस पुरस्कार से नवाजा जाएगा। चयनित शिक्षकों को मंगलवार को राजभवन शिमला में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल सम्मानित करेंगे। शिक्षकों के यह पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य और विद्यार्थियों को पढ़ाने में विशेष रुचि लेने के लिए दिया जा रहा है। इनमें से तीन शिक्षकों को सरकार की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य के लिए शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों की सूची शिक्षक का नाम स्कूल का नाम पद अमर चंद चौहान जीएसएसएस आनी प्रिंसिपल दीपक कुमार जीबीएसएसएस चंबा प्रवक्ता बायोलॉजी अशोक कुमार जीबीएसएसएस मंडी प्रवक्ता वाणिज्य कृष्ण लाल जीएसएसएस बजौरा डीपीई हेम राज जीएसएसएस हिमरी शिमला टीजीटी नॉन मेडिकल कमल किशोर जीएसएसएस त्यूरी ऊना कला शिक्षक नरेश शर्मा जीपीएस गिरथरी मुख्य शिक्षक प्रदीप कुमार जीपीएस सलोह जेबीटी शिव कुमार जीपीएस ककराना जेबीटी कैलाश सिंह शर्मा जीसीपीएस लालपानी जेबीटी किशोरी लाल उप शिक्षा निदेशक कार्यालय हमीरपुर सीएचटी दलीप सिंह जीएसएसएस वसवानी प्रवक्ता अंग्रेजी हरि राम शर्मा जीएमएसएसएस नेरवा प्रिंसिपल
विकास कार्यों में तेजी लाने और सभी परियोजनाओं को समयबद्ध पूरा करने के दिए निर्देश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश सरकार की विभिन्न विकास योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए आज यहां आयोजित प्रशासनिक सचिवों की मंडे मीटिंग की अध्यक्षता की। उन्होंने विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी परियोजनाओं को समयबद्ध पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में सभी फाइलें ई-फाइल प्रणाली के माध्यम से भेजी जाए। इससे समय की बचत होगी और कार्यों को शीघ्र निपटाने में मदद भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सभी जन सेवाओं के लिए ऑनलाइन प्रणाली समयबद्ध कार्यान्वित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गवर्नेंस में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग को विशेष अधिमान दे रही है। इससे प्रशासन में पारदर्शिता के साथ-साथ दक्षता भी सुनिश्चित होती है। उन्होंने सभी नगर निगमों और शहरी स्थानीय निकायों का पूर्णतया डिजिटाइजेशन सुनिश्चित करने को भी कहा। इससे लोगों को अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन माध्यम से उनके घर में ही प्राप्त हो सकेंगी। मुख्यमंत्री ने नींबू प्रजाति फल उत्पादन बहुल क्षेत्र में अतिरिक्त जूस से साइडर बनाने के लिए आधुनिक संयंत्र स्थापित करने की संभावनाएं तलाश करने के निर्देश दिए। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए उन्होंने शिमला, रिज स्थित पुस्तकालय के खुलने का समय बढ़ाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना, राजीव गांधी रोजगार योजना सहित अन्य योजनाओं की विस्तृत समीक्षा भी की। बैठक में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, विभिन्न प्रधान सचिव और अन्य सचिव उपस्थित थे।
लोक अदालत के माध्यम से आम जनमानस को शीघ्र व सुलभ न्याय उपलब्ध करवाया जाता है। यह जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण कांगड़ा की सचिव शिखा लखनपाल ने बताया कि कि कांगड़ा जिले के सभी न्यायालयों में 9 सितम्बर को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। इनमें विभिन्न मामलों का निपटारा समझौते के आधार पर होगा। लोक अदालत में श्रम विवाद और सेवा मामले, मोटर दुर्घटना दावे, नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट मामले, बीमा संबंधी मामले, वैवाहिक मतभेद, दीवानी मामले, भूमि अधिग्रहण, पारिवारिक कानूनी मामले, समझौता योग्य फौजदारी मामले, सभी प्रकार के सिविल मामले, बैंक रिकवरी मामले, बिजली एवं जल विवाद के साथ साथ अन्य किसी भी श्रेणी के मामले निपटाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जो मामले न्यायालय में अब तक दायर नहीं हुए हैं, उन मामलों का भी लोक अदालत में निपटारा किया जाएगा। शिखा लखनपाल ने लोगों से अनुरोध किया कि अपने मुकदमों को 9 सित्मबर को राष्ट्रीय लोक अदालत में लाएं जिससे उनका सुलभ और शीघ्र समाधान हो सके।
हिमाचल प्रदेश में आई आपदा के कारण हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। किसानों को भी आपदा से भारी नुकसान झेलना पड़ा है। जिला कांगड़ा की बात करें तो पौंग डैम से पानी छोड़े जाने इंदौरा तथा फतेहपुर के निचले क्षेत्रों में सड़कों, घरों तथा किसानों की जमीनों को भारी नुकसान पहुंचा है तथा अभी तक उनके घर तथा जमीन पानी में ही डूबी हुई हंै, जिसको लेकर भारतीय किसान संघ ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा तथा उपायुक्त के माध्यम से केंद्र सरकार से मांग की है कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। जानकारी देते हुए भारतीय किसान संघ जिला कांगड़ा के अध्यक्ष होशियार सिंह पठानिया ने बताया कि संघ द्वारा हिमाचल में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है, जिससे की हिमाचल की अर्थव्यवस्था को धरातल पर दोबारा लाने के लिए योजनाएं बनाकर सुचारु रूप से कार्य किया जाए। प्रदेश में आई इस आपदा पर सरकार तथा प्रशासन कार्य तो कर रहा है, परंतु उस गति से कार्य नहीं हो रहा, जिस गति से होना चाहिए। वे लोग जो बेघर हो चुके हैं, जिनकी पूरे जीवन की जमा पूंजी नष्ट हो चुकी है, उनको पुन: स्थापित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाना चाहिए।
राइट टू एजुकेशन फोरम ने मणिपुर में हुई जातीय हिंसा के कारण राज्य भर के बच्चों की शिक्षा और उनके शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित होने पर गहरी चिंता जाहिर की है। राइट टू एजुकेशन फोरम ने मणिपुर में चल रही जातीय हिंसा के दौरान खराब हालात के मद्देनजर बच्चों की शिक्षा को फिर से सामान्य रूप से बहाल करने और बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करने की मांग की है। गौरतलब है कि आरटीई फोरम शिक्षा का अधिकार कानून, 2009 के जमीनी क्रियान्वयन के जरिये देश भर में बच्चों के लिए समावेशी, समतामूलक एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी एवं सार्वजनिक शिक्षा के लोक व्यापीकरण की मांग को लेकर 20 राज्यों में काम कर रहा है। धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान राइट टू एजुकेशन फोरम की स्टे्ट कन्वीनर आयेत्री सेन ने बताया कि इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान दलील दी गई थी कि मणिपुर के आदिवासी इलाकों में 200 स्कूल शुरुआती दौर में ही बंद कर दिए गए थे। कुछ स्कूलों को जला दिया गया या क्षतिग्रस्त कर दिया गया। सुगनू में 11 स्कूलों के जलाए जाने की सूचना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रत्येक भारतीय बच्चे का संवैधानिक अधिकार है। भारत में प्रत्येक बच्चे के लिए निर्बाध शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र और मणिपुर सहित सभी राज्य सरकारों के पास आपातकालीन शिक्षा के लिए एक नीति होनी चाहिए। उन्होंन चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह की आपात स्थितियों और अशांति एवं संघर्ष के दौरान, बच्चे अकसर बगैर किसी आवाज और प्रतिरोध के आसान और खामोश शिकार साबित होते हैं। ऐसे हालात उनके कोमल मस्तिष्क और जीवन पर गहरा शारीरिक- मनोवैज्ञानिक असर डालते हैं। क्षति पहु इस हिंसा में कई लोग अनाथ हो गए हैं और धीरे-धीरे उन्हें ष्बाल सुरक्षा एवं देखभाल घरोंष् में रखा जा रहा है। स्कूलों के आस-पास हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर सुरक्षा की चिंता और डर के कारण कई माता-पिता बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं। हालाँकि, कई मामलों में, शिक्षकों ने बहादुरी का परिचय दिया और अपने छात्रों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर में शिक्षा विभाग ने विस्थापित बच्चों की शिक्षा में तेजी से बहाली का प्रयास किया है। लेकिन मणिपुर के सामने स्थितियों को सामान्य बनाने की बड़ी चुनौती है और राज्य सरकार तात्कालिक उपायों के साथ-साथ दीर्घकालिक उपायों पर ध्यान देने और आगे की योजना बनाने की जरूरत है ताकि इस अशांति और हिंसा के कारण पड़े दीर्घकालिक प्रभावों से भी निजात पाया जा सके।
बडूखर में आज जय मां चामुंडा एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसायटी के सौजन्य से हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया। इस मेडिकल कैंप में कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव चेतन चंबियाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। स्वास्थ्य चेकअप कैंप में सैकड़ों की तादाद में लोगों ने अपने रोगों का चेकअप करवाया। इस स्वास्थ्य कैंप अमनदीप अस्पताल के डॉक्टरों ने लोगों के स्वास्थ्य को जांच की। कैंप में फतेहपुर विधानसभा के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र मंड बेला ठाकरा, बेला लुधिड़ाचां, कोडूबेला, मंड सरियाणा, मंझीर, मंड रियाली आदि के कई गांवों के लोगों ने अपने स्वास्थ्य की जांच करवाई। यह स्वास्थ्य कैंप कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव चेतन चंबियाल के सौजन्य से लगाया गया। मंड क्षेत्र के रहने वाले अर्जुन सिंह ने बताया कि इस स्वास्थ्य कैंप में लोगों के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच की गई है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व महासचिव चेतन चंबियाल ने कहा कि वह समाजसेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि मंड क्षेत्र में बाढ़ से भारी तबाही हुई है। बाढ़ के बाद किसानों को अपने पुर्नवासन के लिए भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चेतन चंबियाल ने कहा कि पुर्नवासन के लिए वह जनता साथ खड़े है जो भी जनता को मुश्किल आएगी, उसको हर तरीके से हल करने की कोशिश की जाएगी। चेतन ने कहा कि उनके पिता सैनिक थे, जो वतन की हिफाजत के लिए खड़े रहे ओर मैं मंड क्षेत्र में आए संकट के लिए जनता के साथ खड़ा हूं। मुझसे जो भी होगा मै तन मन धन जनता की सेवा में तत्पर रहूंगा। इस मौके पर विजय सेखड़ी, मोनू चौधरी, रिशू शर्मा, नीरज शर्मा, अर्जुन धीमान, संजीव कुमार, जितेंद्र पठानिया बीडीसी, बिक्रम, संदीप पाटिल आदि कई लोग मौजूद थे। इस मेडिकल कैंप में अमन अस्पताल पठानकोट के डॉक्टरों ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। इस मेडिकल जांच टीम में डॉ. राकेश भट्ट, डॉ. संजय कृष्ण धार, डॉ. विनेश चंबियाल, डॉ.नवनीत आदि ने अपनी मुख्य भूमिका निभाई।
शिक्षा का उद्देश्य पूर्ण रूप से विकसित और शांतिप्रिय व्यक्तित्व रखने वाले व्यक्तियों का निर्माण करना है, जिनका पोषण विश्व और उनके आसपास के समाज के लिए कुछ बड़ी सोच रखने के लिए किया गया हो। एक बालक को केवल सूचनाएं प्रदान करने की प्रक्रिया के द्वारा नहीं बल्कि समग्र रूप से शिक्षित किया जाना चाहिए। गुरुदेव श्रीश्री रविशंकर का मानना है, 'कक्षा में बैठने से ही कोई शिक्षित हो रहा है, हम ऐसा नहीं मान सकते। हमें बच्चे के मन और शरीर के संपूर्ण विकास पर ध्यान देने के साथ-साथ उसमें अपनापन, साझा करने और दूसरों की देखभाल करने की भावना, प्रेम, अहिंसा और शांति जैसे मानवीय मूल्यों को विकसित करने पर भी ध्यान देना होगा।Ó एक सुंदर विचार है, जो प्राचीन गुरु-शिष्य परंपरा का हिस्सा था, जिसे आज पुनर्जीवित किया जाना चाहिए। एक अच्छा शिक्षक सदा यही चाहेगा कि उसका छात्र विजयी हो और एक अच्छा छात्र उस शिक्षक की जीत की कामना करेगा, जिसका ह्रदय विशाल है। छात्र जानता था कि उसके अल्प ज्ञान की विजय केवल दुख लाएगी, जबकि गुरु के महान ज्ञान की जीत केवल अच्छाई लाएगी। इस सोच ने छात्र और शिक्षक के मध्य एक स्वस्थ संबंध बनाया, जहां छात्र और शिक्षक अपनी वृद्धि और विकास की यात्रा पर एक-दूसरे पर पूरा भरोसा करते थे। अच्छे शिक्षक का धैर्यवान होना जरूरी एक अच्छे शिक्षक को बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। एक शिक्षक का धैर्य छात्रों के जीवन में चमत्कार पैदा कर सकता है, भले ही वे सीखने में थोड़े धीमे हों। माता-पिता को घर पर केवल एक या दो बच्चों को संभालना होता है, जबकि शिक्षकों को छात्रों से भरे कक्ष को संभालना होता है। यह स्पष्ट रूप से शिक्षकों के लिए अधिक तनावपूर्ण और कठिन है। इसलिए शिक्षकों को अधिक केंद्रित होने की जरूरत है। ध्यान और श्वास अभ्यास जैसी विधियाँ शिक्षकों को शांत और केंद्रित रहने के लिए तैयार करने में काफी मदद कर सकती हैं। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि बच्चे हर समय शिक्षकों को देख रहे होते हैं और उनसे सीख रहे होते हैं। शिष्य को प्रत्येक कदम पर मार्गदर्शन की आवश्यकता आज शिक्षकों के लिए यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि छात्र कहां खड़े हैं और उन्हें वहां से अंतिम लक्ष्य तक जाने में प्रत्येक कदम पर मार्गदर्शन की आवश्यकता है। यहां हम भगवान कृष्ण से सीख सकते हैं कि किस तरह वे कदम दर कदम धैर्य और प्रेम के साथ अर्जुन को अंतिम मंजिल तक ले जाते हैं। आरंभ में अर्जुन भ्रमित थे और उनके मन में बहुत सारे सवाल थे। जैसे-जैसे एक छात्र बड़ा होता है, उसे बहुत अधिक भ्रम होना स्वाभाविक है क्योंकि उसकी अवधारणाएं टूटती रहती हैं। उदाहरण के लिए, हम सीखते हैं कि सूर्य पूर्व में उगता है, बाद में हमें पता चलता कि वास्तव में ग्रह कैसे गति करते हैं। इसलिए एक अच्छा शिक्षक छात्र के मन में उठने वाले इन सवालों के दौरान मार्गदर्शन करने के लिए उपलब्ध होता है। एक अच्छा शिक्षक जानकार होता है और छात्र को इन भ्रमों को दूर करने के लिए मार्गदर्शन करता है। साथ ही कई बार जरूरत पड़ने पर शिक्षक भ्रम पैदा भी कर सकते हैं। विद्रोही लोगों को प्रोत्साहन और पीठ थपथपाने की जरूरत शिक्षकों को एक नाजुक संयोजन के लिए प्रयास करना चाहिए जो है प्रेम के साथ दृढ़ता। ऐसे शिक्षक हैं, जो बहुत प्रेम करते हैं और कुछ अन्य केवल कठोर हैं। ऐसे बच्चे हैं जो विद्रोही हैं और ऐसे बच्चे हैं जो भीरु और शर्मीले हैं। विद्रोही लोगों को प्रोत्साहन और पीठ थपथपाने की जरूरत है। आपको उन्हें प्यार और उनकी देखभाल का एहसास कराना चाहिए और यह एहसास दिलाना चाहिए कि वे आपके अपने हैं। लेकिन जो बच्चे शर्मीले और डरपोक हैं, उन्हें खुलकर आगे आने और बोलने में सक्षम बनाने के लिए आप थोड़ा दृढ़ हो सकते हैं। उनके साथ सख्ती से पेश आएं और प्रेम भी करें। अक्सर हम इसका विपरीत करते हैं। शिक्षक विद्रोही बच्चों के साथ सख्ती से पेश आते हैं और शर्मीले बच्चों के साथ उदार बन जाते हैं। तब उनका व्यवहार का क्रम बेहतरी के लिए नहीं बदलेगा। आपको कठोर और कोमल दोनों होने की आवश्यकता है, अन्यथा आप छात्र का मार्गदर्शन उस दिशा की ओर नहीं कर पाएंगे जहां आप उन्हें ले जाना चाहते हैं।
पुलिस चौकी ढांगूपीर प्रभारी एएसआई राजपाल ठाकुर को आज राज्यपाल ने डीजीपी डिस्क अवॉर्ड से सम्मानित किया। जिला चंबा बनीखेत के एक छोटे से गांव ढलोग के स्थाई निवासी राजपाल के पिता बलदेव राज ठाकुर जो होमगार्ड पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी माता माया देवी एक गृहिणी हंै। राजपाल ठाकुर को डीजीपी डिस्क अवॉर्ड जिला चंबा के तूनूहट्टी बैरियर पर बतौर प्रभारी कार्य करते हुए चरस व चिट्टा तस्करों की कमर तोड़ने के े लिए मिला है। इन्होंने वर्ष 2019 में एक विशेष केस में एक व्यक्ति से गाड़ी में साढ़े 13 किलो चरस बरामद की थी। राजपाल ठाकुर वर्ष 1998 में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे, 2004 में लोअर कोर्स को पूरा किया। वर्ष 2006 में यह मुख्य आरक्षी बने। इसके बाद वर्ष 2021 में बतौर एएसआई प्रमोट हुए व 9 अप्रैल 2022 से बतौर चौकी प्रभारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
लोक निर्माण विभाग जयसिंहपुर डिवीजन के तहत मल्टी टास्क वर्कर भर्ती का परिणाम घोषित कर दिया है। अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग विजय वर्मा ने बताया कि लोक निर्माण विभाग जयसिंहपुर डिवीजन में 705 अभियार्थियों ने मल्टी टास्क वर्कर के 74 पदों के लिए आवेदन किया था। उन्होंने बताया कि इस भर्ती संबंधित सारी प्रक्रिया विस चुनावों से पहले पूरी हो चुकी थी, लेकिन आचार संहिता लागू होने से इस भर्ती का परिणाम घोषित नहीं हो पाया। अब इस भर्ती का परिणाम घोषित कर दिया गया है। लोक निर्माण विभाग जयसिंहपुर उपमंडल में 29 पंचरुखी 24 और बालकरूपी में 21 लोगों की नियुक्ति हुई हैं। विजय वर्मा ने बताया कि चयनित अभ्यर्थियों को उनके पत्ते पर नियुक्ति पत्र भेज दिए है साथ में लोक निर्माण विभाग कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर लगा दी है।
सुखाश्रय ने निराश्रित बच्चों के सपनों को साकार करने में स्वाभिमान के पंख लगा दिए हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निराश्रितों को चिल्ड्रन आफ स्टेट का दर्जा दिया गया है। अब सरकार अभिभावक के रूप में निराश्रितों की उचित देखभाल सुनिश्चित कर रही है। सरकार की इस पहल में निराश्रित बच्चों को अपना भविष्य भी सुनहरा दिखाई दे रहा है। कांगड़ा जिला की बात करें तो विभिन्न बालश्रमों तथा चाइल्ड केयर संस्थानों तथा अन्य जगहों जीवन यापन कर रहे 1224 निराश्रित बच्चे लाभांवित होंगे। सुखाश्रय योजना के आरंभ होने पर निराश्रित बच्चों के चेहरों पर रौनक देखते ही बनती है। कांगड़ा जिला में सुखाश्रय योजना के तहत बालिका आश्रम गरली, तितली चिल्ड्रन होम, रामानंद गोपाल रोटरी हॉस्टल सलयाणा, होम फॉर लोकोमोटर डिसेबल्ड चिल्ड्रन, ओपन शेल्टर होम शामिल हैं। इन संस्थानों में बच्चों के उचित देखभाल के लिए सुखाश्रय कार्यक्रम के तहत सरकार द्वारा मदद मुहैया करवाई जा रही है। इन देखभाल संस्थानों में 81 निराश्रित बच्चे जीवन यापन कर रहे हैं इसके अतिरिक्त कांगड़ा जिला में सुखाश्रय योजना के तहत 1143 निराश्रित बच्चों की सरकार अभिभावक के तौर पर अपना फर्ज अदा करेगी। सुखाश्रय की मदद से 15 निराश्रित बच्चों को मिलेगी उच्च शिक्षा राज्य में सुखविंदर सिंह सुक्खु की सरकार बनने के बाद सुखाश्रय योजना के आरंभ होने पर कांगड़ा जिला के 15 निराश्रित बच्चों के लिए उच्च शिक्षा की राहें खोल दी हैं वहीं पर चार निराश्रित बच्चों को वोकेशनल ट्रेनिंग में दाखिला दिया गया है इसी तरह से दो निराश्रित बच्चों को गृह निर्माण तथा एक को विवाह अनुदान के लिए स्वीकृति की प्रक्रिया चल रही है। निराश्रित बच्चों की अभिभावक बनी सरकार अब हिमाचल में 27 वर्ष तक की आयु केे निराश्रित बच्चों की सरकार अभिभावक की भूमिका निभाएगी। अनाथ बच्चे किसी भी तरह की उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहे वो एमबीबीएस या आईआईटी ही क्यों न हो, इसकी पूरी फीस और हॉस्टल का सारा खर्च सरकार वहन करेगी। इसके अतिरिक्त प्रतिमाह 4000 रुपये पॉकेट मनी अलग से दी जाएगी। अनाथ बच्चे साल में एक बार हवाई जहाज से शैक्षणिक भ्रमण कर पाएंगे। उनके भारत के किसी भी राज्य में आने जाने और ठहरने का पूरा खर्च भी सरकार उठाएगी। जिस भी प्रदेश में जाएंगे उन्हें तीन स्टार होटल में ठहराया जाएगा। 10 हजार उनको कपड़ों के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा। स्वरोजगार के लिए भी आर्थिक मदद दी जाएगी इसके अतिरिक्त 27 वर्ष की आयु के उपरान्त घर बनाने के लिए भी जमीन भी सरकार उपलब्ध करवाएगी। पहली मर्तबा किसी सरकार ने निराश्रित बच्चों की उठाई जिम्मेदारी ओपन शेल्टर होम के संचालक स्वास्तिक मस्ताना द्वारा सुखाश्रय योजना आरंभ करने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि पहली बार किसी सरकार ने निराश्रित बच्चों को निशुल्क शिक्षा, कोचिंग तथा त्यौहार भत्ता देने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खु ने सभी निराश्रित बच्चों को स्वाभिमान से जीने के लिए पहल की है इस के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खु का धन्यवाद करते हैं। होम फॉर लोकोमोटर डिसेबल्ड चिल्ड्रन की संचालिका लीला ठाकुर का कहना है कि वह पिछले वर्षों से निराश्रित संस्थानों का संचालन कर रहे हैं लेकिन पहली मर्तबा किसी सरकार ने निराश्रित बच्चों के लिए सराहनीय कार्य किया है। लुथान में बनेगा आदर्श ग्राम सुखाश्रय परिसर उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि निराश्रित बच्चों के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं एवं कार्यक्रमों का सुचारू कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लुथाण में आदर्श ग्राम सुखाश्रय परिसर के लिए भी भूमि भी चयनित की गई है।
पुलिस थाना नूरपुर प्रभारी एसएचओ सुरेंद्र धीमान और पुलिस चौकी ढांगू के इंचार्ज एएसआई राजपाल सिंह को राष्ट्रीय एकता के प्रति प्रतिबद्धता, सामाजिक सौहार्द तथा कानून-व्यवस्था का बेहतर परिवेश कायम करने के लिए किए गए कार्यों के लिए शिमला में डीजीपी डिस्क अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। सुरेंद्र धीमान एवं राजपाल सिंह को यह अवॉर्ड मिलने पर प्रेस ग्रुप ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
त्योहारी सीजन से पहले ही हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन ने दुग्ध उत्पादों के दाम बढ़ाकर उपभोक्ताओं को झटका दे दिया है। फेडरेशन ने अलग-अलग उत्पादों के 2.50 से 50 रुपये तक दाम बढ़ा दिए हैं। फेडरेशन का हिम देसी घी 50 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 650 रुपये प्रतिकिलो मिलेगा। हालांकि दूध के दामों में बढ़ोतरी नहीं हुई। फेडरेशन ने देसी घी के अलावा पनीर के 200 ग्राम पैकेट के दाम में छह रुपये बढ़ोतरी की है। हिम खोया में प्रतिकिलो के हिसाब से 20 रुपये बढ़ोतरी की गई है। हिम बटर में 25 रुपये आधा किलो के हिसाब से बढ़ाए गए हैं। मिल्क फेडरेशन के चक्कर स्थित प्लांट के यूनिट प्रभारी शुभम ने बताया कि दुग्ध उत्पादों के बढ़े हुए दाम 1 सितंबर से लागू हो गए हैं।
मुख्य सचिव एवं राज्य कार्यकारी समिति के अध्यक्ष प्रबोध सक्सेना ने आज यहां राज्य आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 की धारा 24 (1) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए राज्य में निर्माण गतिविधियों के संबंध में आदेश जारी किए हैं। इन आदशों के अनुसार आपदा प्रभावित इमारतों और सड़कों के पुनर्निर्माण कार्यों को छोड़कर किसी भी प्रकार के निजी विकास और निर्माण गतिविधि के लिए पहाड़ियों के कटान पर पूरे राज्य में 16 सितंबर तक प्रतिबंध लगाया गया है। इसके अतिरिक्त शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सोलन और चंबा जिलों में वाणिज्यिक, पर्यटन इकाइयों के निर्माण के संबंध में 16 सितंबर तक नई योजना अनुमति एवं भवन अनुमति पर प्रतिबंध रहेगा।यह निर्णय प्रदेश में भारी बरसात के कारण आई प्राकृतिक आपदा के दृष्टिगत मानवीय जीवन, आधारभूत संरचना, पारिस्थितिकी की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है।
कहा- प्रभावितों के पुनर्वास को सुनिश्चित बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने शनिवार को जवाली विधानसभा में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। सबसे पहले उन्होंने सिद्धपुरघाड़ में भारी बरसात व भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लिया तथा प्रभावितों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुना। इसके बाद उन्होंने कोहनाल में हुए नुकसान का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर कोहनाल की गुज्जर बस्ती में जनसभा को संबोधित करते हुए कृषि व पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य में मूसलाधार बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुई अधोसंरचना की तेजी से बहाली तथा प्रभावितों तक राहत पहुंचाने के साथ उनके पुनर्वास को सुनिश्चित बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। जिसके लिए धन की कोई कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के नेतृत्व में प्रदेश सरकार इस आपदा से उभरने के लिए पूरी तत्परता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को राहत, पुनर्वास तथा पुनर्निर्माण के कार्यों को और गति देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इंसान बड़ी मेहनत से अपने लिए आशियाना बनाता है जिसके क्षतिग्रस्त होने के दुख को वे महसूस कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए मकान के लिए 1 लाख रुपए दिए जा रहे हैं जबकि पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए घरों तथा भूमिहीन हुए परिवारों के लिए सरकार और मदद करने की संभावनाओं पर गंभीरता से विचार कर रही है।
शनिवार को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर बलाहर में संस्कृत सप्ताह का समापन कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा उपस्थित रहीं। उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्र जीवन में समय का सदुपयोग ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि अध्ययन में नियमितता आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति एपीजी अब्दुल कलाम को भी याद किया। कार्यक्रम के अंत में विगत सप्ताह भर से चल रहे संस्कृत सप्ताह के दौरान आयोजित की गई विभिन्न प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को कार्यक्रम की मुख्यातिथि एसडीएम शिल्पी बेक्टा व परिसर निदेशक प्रोफेसर मनमोहन पाठक ने पुरस्कार प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता परिसर निदेशक प्रो.मदन मोहन पाठक ने की।अपने उद्बोधन में उन्होंने नारी शक्ति के महत्व को प्रतिपादित करते मुख्यातिथि का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विश्वास दिलाया कि संस्कृत शिक्षक के रूप में उनके छात्र एवं छात्राएं प्रदेश भर के विभिन्न स्कूलों व महाविद्यालयों में अपना योगदान दे ही रहे हैं, लेकिन शीघ्र ही वेदव्यास परिसर में अन्य शिक्षकों की सहायता से वह ऐसा प्रयास कर रहे हैं कि भविष्य में उनके छात्र एवं छात्राएं प्रशासनिक सेवाओं में भी प्रदेश भर में अपना योगदान दें। इस अवसर पर सारस्वतातिथि के रूप में लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ली से पधारे डॉ. परमेश कुमार शर्मा ने संस्कृत के महत्त्व पर प्रकाश डाला व व्यवहार में संस्कृत लाने की बात कही। कार्यक्रम में विशिष्टातिथि के रूप में केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला से आए डॉ. विवेक शर्मा उपस्थित रहे। उन्होंने संस्कृत वाङ्मय में निहित बहुमूल्य तथ्यों को सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। अतिथियों का परिचय कार्यक्रम संयोजक कवि पंकज ने किया। इस कार्यक्रम के संचालन की डोर डॉ. के. मनोज्ञा के हाथ में रही।कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन ज्योतिष विषय के असिस्टेंट प्रोफेसर डा शैलेश कुमार तिवारी ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर प्रो. मञ्जुनाथ एस् जि, अमित वालिया, डॉ. महीपाल सिंह, डॉ. मनोज श्रीमाल, डॉ. विनोद शर्मा, डॉ. पुरुषोत्तम, डॉ. मुकेश शर्मा, डॉ. प्रतिज्ञा आर्या, डॉ. सन्तोष गोडरा सहित समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी एवं छात्र छात्रएं उपस्थित रहे।
पालमपुर पुलिस ने ज्वालामुखी उपमंडल के खुंडिया निवासी युवक से 452 ग्राम चरस बरामद कर उसे गिरफ्तार किया। युवक पर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी संदीप शर्मा ने कहा कि युवक से पूछताछ जारी है। इसके पास यह चरस कहां से आई, इसकी बारीकी से जांच कर नशा बेचने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा।
जिला स्तरीय राष्ट्रीय पोषण सप्ताह को देखते हुए आज पोषण पर कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा के सौजन्य से ब्लॉक तियारा के अंतर्गत दाडनू आंगनवाड़ी में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सही खानपान का जीवन में कितना महत्व है। एक अच्छा पोषण हमें अच्छा स्वास्थ्य दे सकता है, इसके साथ ही बीमारियों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है। संपूर्ण पोषण से हम दिमागी तौर पर भी स्वस्थ रहते हैं। संतुलित आहार हमें हमें अच्छी ऊर्जा देता है। अव्यवस्थित खानपान होने से हम किन किन रोगों की चपेट में आ सकते हैं। इन सब के बारे में जानकारी देना है। कार्यक्रम में जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वंदना ने बताया कि आजकल हम लोगों का खानपान तथा दिनचर्या अति व्यवस्थित हो गई है। संतुलित भोजन की जगह जंक फूड तथा प्रोसेस्ड फूड ने ले ली है। देर रात तक जागना तथा सुबह देर से उठना आजकल के युवा वर्ग की दिनचर्या का एक हिस्सा है, जिसके कारण छोटी उम्र में ही गैर संचारी रोग जैसे बीपी, शुगर,कैंसर आदि लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं। अत: हमारे लिए अपना खानपान तथा दिनचर्या को सुव्यवस्थित रखना बहुत जरूरी है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार देर सायं यहां एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य में प्रति वर्ष पांच करोड़ पर्यटकों के आवागमन के लक्ष्य की पूर्ति के लिए हवाई सेवा की भूमिका महत्वपूर्ण है। राज्य में हवाई सेवा को सुदृढ़ करने के लिए चरणबद्ध तरीके से सभी ज़िला मुख्यालयों और जनजातीय क्षेत्रों में 16 हेलीपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में जिला हमीरपुर के जसकोट, जिला कांगड़ा के रक्कड़ और पालमपुर, जिला चंबा के सुल्तानपुर, जिला कुल्लू के मनाली, जिला लाहौल-स्पीति के जिस्पा, सिस्सू और रंगरीक तथा जिला किन्नौर के शारबो में नौ हेलीपोर्ट विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सुल्तानपुर, रक्कड़, पालमपुर और जसकोट में हेलीपोर्ट निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट प्राप्त हो गई है, जबकि अन्य हेलीपोर्ट के लिए प्रक्रिया चल रही है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि दूसरे चरण में शेष 7 हेलीपोर्ट स्थापित किए जाएंगे। यह हेलीपोर्ट जिला चंबा के पांगी और होली, जिला बिलासपुर के औहर, जिला सिरमौर के धारकियारी, जिला शिमला के चांशल पास, जिला ऊना के जनकौर हार और जिला के जिला सोलन के गनालग में निर्मित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि रक्कड़ हेलीपोर्ट की स्थापना के लिए एफसीए स्वीकृति प्राप्त हो गई है और जसकोट, मनाली, जिस्पा, सिस्सू, रंगरिक, पांगी और होली सहित 6 हेलीपोर्ट के एफसीए मामले पोर्टल पर अपलोड कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि बेहतर हवाई सेवा राज्य के पर्यटन क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगी। बेहतर हवाई सेवा की सुविधा से पर्यटक कम समय में गंतव्यों तक आसानी से पहुंच सकेंगे। पर्यटन स्थलों में आसान पहुंच से देश-विदेश के अधिक पर्यटक इन स्थानों में घूमने आएंगे जिससे स्थानीय पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख अंग है। यह क्षेत्र स्थानीय युवाओं को रोज़गार और स्वरोज़गार के अवसर भी प्रदान करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण और पर्यटकों के लिए सुविधाओं में सुधार पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी बनाने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत आगामी समय में कई नई परियोजनाएं क्रियान्वित की जाएंगी और राज्य सरकार पर्यटकों की यात्राओं को अधिक मनोरंजक, सुलभ एवं अविस्मरणीय बनाने के लिए क्षेत्र में पर्यटन विकास के लिए 3000 करोड़ रुपये व्यय करेगी। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार भी किया जा रहा है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया और अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
विधानसभा जयसिंहपुर के पूर्व विधायक रविंद्र धीमान ने कहा कि रक्षाबंधन के त्योहार पर घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 200 रुपये घटाकर पीएम मोदी ने बहनों को बड़ी राहत दी है। अब उज्ज्वला योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को सिलेंडर 400 रुपये सस्ता मिलेगा। इस ऐतिहासिक निर्णय का हम स्वागत एवं अभिनंदन करते हैं। रविंद्र धीमान ने कहा कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश भर और प्रदेश को राहत देने का कार्य कर रहे हैं। केंद्र में मोदी सरकार पूरे देश भर में 75 लाख नए उज्जवला कनेक्शन भी बांटेगी। उज्जवला योजना के तहत अब तक देश में 9.5 करोड़ से ज्यादा कनेक्शन दिए जा चुके हैं। सरकार ने इस योजना की सब्सिडी पर वित्त वर्ष 2022-23 में कुल 6,100 करोड़ रुपए खर्च किए थे। योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा होती है।
जिला रेडक्रॉस सोसायटी के नवीनीकृत भवन के उद्घाटन के उपलक्ष्य पर जिलाधीश डॉ. निपुण जिंदल की अध्यक्षता में 15 अगस्त का रेडक्रॉस लक्की ड्रॉ निकाला गया। सचिव जिला रेडक्रॉस सोसायटी ओपी शर्मा ने बताया कि पुरस्कार विजेताओं की सूची जारी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि लक्की ड्रा में टिकट नंबर 017165 के विजेता को प्रथम पुरस्कार के रूप में एक्टिवा स्कूटी मिलेगी। इसी प्रकार टिकट नंबर 002478 विजेता को द्वितीय पुरस्कार के रूप में एलईडी टीवी तथा टिकट नंबर 046162 को तृतीय पुरस्कार के रूप में रेफ्रिजरेटर मिलेगा। टिकट नंबर 087199 को चतुर्थ पुरस्कार के रूप में वाशिंग मशीन, टिकट नंबर 068404 के विजेता को पंचम पुरस्कार में माइक्रोवेव ओवन मिलेगा। उन्होंने बताया कि टिकट नंबर 007800 और टिकट नंबर 016016 के विजेताओं को छठे पुरस्कार में इंडक्शन चूल्हा प्रति विजेता, टिकट नंबर 031347 तथा टिकट नंबर 068071 को सप्तम पुरस्कार में सिलाई मशीन प्रति विजेता मिलेगी। उन्होंने बताया कि टिकट नंबर 011514 व टिकट नंबर 017642 को सांत्वना पुरस्कार में नकद 2500 प्रति विजेता को दिया जाएगा। सचिव ने सभी लक्की ड्रा विजेताओ से अनुरोध किया है कि मूल टिकट को एक माह के भीतर जिला रेडक्रॉस सोसाइटी कार्यालय धर्मशाला में जमा करवा दे, जिससे तय समय सीमा में पुरस्कार वितरित किया जा सके।