जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: सोमवार को जयसिंहपुर में एक्स आर्मी एसोसिएशन एनजीओ द्वारा हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रभाव को लेकर एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली का आरंभ कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर से हुआ और यह एसडीएम कार्यालय जयसिंहपुर तक निकाली गई। इस रैली में हिस्सा लेने वाले सदस्यों ने नशे के बढ़ते खतरे पर गंभीर चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से अवैध नशे के कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। रैली के दौरान, एक्स आर्मी एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि जैसे अन्य राज्यों में नशे के कारोबारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं, वैसे ही हिमाचल प्रदेश में भी ऐसी ही कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पकड़े जाने पर नशे के व्यापारियों द्वारा अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को नष्ट किया जाए और उनके खिलाफ कोई बेल ना हो, न ही कोई वकील उनका केस लड़े। इसके लिए एसडीएम संजीव ठाकुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर एक्स सर्विसमैन एनजीओ के सदस्यों के साथ लंबागांव मोटिवेशन फिटनेस क्लब के अध्यक्ष विकास राणा भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
ज्वालामुखी विकास सभा, हिमाचल चैप्टर की कार्यकारी समिति की बैठक 16 मार्च 2025 को चैप्टर कार्यालय, गगडूही तहसील, ज्वालामुखी, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश में डॉ. सुरेश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में सचिव नरेंद्र कुमार जम्वाल, सदस्य मुकेश कुमारी,धरम चंद, प्रेम चंद, करतार चंद, प्रकाश चंद, कुलदीप कुमार, दीप राज,पिंकी देवी और कृष्णा देवी शामिल रहे। बैठक के दौरान, सभी सदस्यों ने मिलकर हिमाचल चैप्टर के लिए नए दिशा-निर्देश तय किए। सचिन ने सदस्यों से अपील की कि हमें अधिक से अधिक नए सदस्य जोड़ने चाहिए ताकि चैप्टर की सक्रियता और प्रभावशीलता बढ़े। उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे कम से कम पांच नए सदस्य चैप्टर से जोड़ने की पहल करें, जिससे समुदाय के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिल सके।बैठक में समिति के उद्देश्यों पर भी गहरी चर्चा हुई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि यह समिति एक सामाजिक संस्था है, न कि राजनीतिक संस्था। इस मौके पर अध्यक्ष डॉ. सुरेश शर्मा ने क्षेत्रीय समस्याओं पर भी चर्चा की और कहा कि ज्वालामुखी क्षेत्र में आने वाली समस्याओं का समाधान राशन और प्रशासन के बीच तालमेल बनाकर किया जाएगा। अध्यक्ष ने यह भी घोषणा की कि हिमाचल चैप्टर भविष्य में एक मेडिकल कैंप का आयोजन करेगा, जो क्षेत्र के सभी नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह शिविर सभी के लिए मुफ्त होगा और इसकी सूचना जल्द ही जनमानस को दी जाएगी। सभी से अनुरोध किया गया कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं। अध्यक्ष ने आगे बताया कि चैप्टर की अगली बैठक अप्रैल माह में आयोजित की जाएगी, जिसमें आगामी योजनाओं और परियोजनाओं पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक चैप्टर के भविष्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
रविवार को छिंज मेला कमेटी द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें इस बार के मेले के आयोजन से जुड़ी प्रमुख जानकारी साझा की गई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मेला के विजेताओं को बड़ी माली के रूप में 31 हज़ार और छोटी माली के रूप में 21 हज़ार की राशि दी जाएगी। कमेटी के प्रधान मोनी राम ने बताया कि यह ऐतिहासिक मेला 13 अप्रैल से 15 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न खेलों का आयोजन भी किया जाएगा। बैठक में कमेटी के सदस्य वेद प्रकाश, राम प्रशाद, मोहन लाल, सुशील, सतीश चंद्र किशोर, स्वरूप चन्द, उत्तम चन्द, ठाकुर दास, सुरेश कुमार, संसार चन्द, सुभाष चंद, राकेश कुमार, हितेश नाग आदि ने भाग लिया।
जयसिंहपुर,16 मार्च: आज को कबीर समाज सुधार सभा के वरिष्ठ सदस्यों ने सदगुरु कबीर भवन धरोड़ में बैठक की। इस बैठक में समाज में बढ़ते नशे, खासकर चिट्टे के नशे के बारे में चर्चा की गई। सभा के अध्यक्ष शक्ति चंद शास्त्री ने कहा कि आजकल नशे की लत विशेष रूप से युवा पीढ़ी को प्रभावित कर रही है, और इसके कारण कई मौतें भी हो चुकी हैं। उन्होंने सभी समाजिक संस्थाओं से आग्रह किया कि वे इस समस्या को रोकने के लिए आगे आएं। शक्ति चंद शास्त्री ने बच्चों को जागरूक करने की जरूरत पर भी जोर दिया और कहा कि अगर कोई सफेद पदार्थ खाने के लिए ऑफर करे, तो उसे कतई न लें। उन्होंने बताया कि चिट्टे के सोदागर इसे अन्य पदार्थों के साथ मिलाकर फैलाते हैं, इसलिए समाज को इसके प्रति सतर्क रहना चाहिए। इस बैठक में शक्ति चंद शास्त्री के साथ सभा के प्रधान जगदीश राम, उपप्रधान मोहिंदर सिंह कैप्टन, रि. महासचिव बाबू राम और दिनेश कुमार भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के भ्रांता पंचायत के साई दा लाहड़ गांव में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने रिश्तों की पवित्रता को तार-तार कर दिया। यहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की निर्मम हत्या कर दी। मृतक की पहचान 43 वर्षीय वेद प्रकाश, जो उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के रहने वाले था, के रूप में हुई है। वेद प्रकाश कई सालों से अपनी पत्नी राजमाला, एक बेटी और एक बेटे के साथ साई दा लाहड़ में किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस के अनुसार, वेद प्रकाश शराब का आदी था और गुरुवार रात नशे की हालत में घर लौटा। घर पहुंचने पर उसका पत्नी राजमाला से झगड़ा हुआ। इसके बाद, राजमाला ने अपने प्रेमी त्रिलोक कुमार के साथ मिलकर वेद प्रकाश की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए, उन्होंने वेद प्रकाश के चेहरे और गले पर तेजधार हथियार से कई वार किए। पुलिस को शुरुआती जांच में राजमाला की गतिविधियां संदिग्ध लगी। पूछताछ के दौरान, बिहार के रहने वाले त्रिलोक कुमार का नाम सामने आया। पुलिस ने जब राजमाला और त्रिलोक के फोन की कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो उन्हें कुछ चौंकाने वाले सबूत मिले। राजमाला और त्रिलोक की कॉल रिकॉर्डिंग में वेद प्रकाश की हत्या की साजिश रची जा रही थी। यह रिकॉर्डिंग ही इस हत्याकांड का सबसे बड़ा सबूत बनी। पुलिस के मुताबिक, राजमाला का त्रिलोक कुमार के साथ प्रेम संबंध था। इसी वजह से वेद प्रकाश और राजमाला के बीच अक्सर झगड़े होते थे। त्रिलोक और राजमाला ने मिलकर वेद प्रकाश को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। मृतक वेद प्रकाश के चचेरे भाई देवेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर राजमाला और त्रिलोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: राजकीय महाविद्यालय शिवनगर में दिनांक 15 मार्च 2025 को भव्य वार्षिक परितोषक वितरण समारोह का आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व प्राचार्य डॉ. आर. आर. भाटिया और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्या डॉ. राका शर्मा तथा डॉ. शमशेर सिंह ने समारोह की शोभा बढ़ाई। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. संगीता सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत गुलदस्ते और हार पहनाकर किया। समारोह की शुरुआत राष्ट्रगीत, सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन से की गई। मंच संचालन का कार्य डॉ. नीतिका शर्मा और प्रो. विवेकानंद ने किया। इसके बाद, प्राचार्या डॉ. संगीता सिंह ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें महाविद्यालय की वर्ष भर की उपलब्धियों, कार्यक्रमों और परीक्षा परिणामों का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और आगामी वर्षों के लिए शुभकामनाएँ दीं। वार्षिक रिपोर्ट के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एकल पहाड़ी नृत्य, झामकड़ा, नाटी और पंजाबी नृत्य जैसे विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में रंग भर दिया और छात्रों की कला का शानदार प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि आर. आर. भाटिया ने पुरस्कार वितरण से पहले सभी को सम्बोधित किया और पुरस्कार विजेताओं को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने अपने बहुमूल्य अनुभव साझा करते हुए महाविद्यालय को 21,000 रुपए तथा अपनी स्व-रचित पुस्तक भेंट दी। इसके बाद, पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम हुआ। गत वर्ष बी.ए. और बी.कॉम. में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली विद्यार्थियों तमन्ना और अंजलि को पी.टी.ए. की ओर से 5100-5100 रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। समारोह के अंत में राजेश कुमार ने सभी का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का औपचारिक समापन राष्ट्रगान के साथ किया।
थाना खुंडियां के तहत सिहोरवाला पुल के पास नदी में नहा रहा एक युवक बीते रोज तेज पानी के बहाव में बह गया, जिसकी तलाश शनिवार को बारिश के बीच जारी रही। डूबने वाले युवक की पहचान 27 वर्ष दुर्गेश गांव वडगोह जिला संत कवीर नगर उत्तर प्रदेश हाल रिहायश ठाकूरद्वारा पालमपुर के रूप में हुई है। मामले की पुष्टि डी एस पी ज्वालामुखी आर पी जसवाल ने की है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम एसडीआरएफ टीम के साथ-साथ ड्रोन कैमरे के जरिए युवक की तलाश कर रही है। बहरहाल अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है, ऐसे में युवक की तलाश उसके मिलने तक जारी रहेगी। जानकारी के अनुसार पुलिस को योगेश कुमार पुत्र बाल कृष्ण कुमार गांव वडगोह डाकघर वरवीरा तहसील महदावल जिला संत कवीर नगर उत्तर प्रदेश हाल रिहायश ठाकूरद्वारा पालमपुर ने सूचना दी कि वह पी.ओ.पी. का काम करते है। इस बीच बीते रोज सभी प्रवासी मजदूर सुजानपुर में होली मनाने आए थे और वापसी में नहाने के लिए व्यास नदी भलेठ पुल सिहोरवल्ला मे गए तो इस दौरान नहाते समय उनका भाई दुर्गश जिसे ज्यादा तैरना नही आता था वह तेज वहाव होने के कारण नदी में बह गया। उनके अनुसार अपने स्तर पर स्थानीय लोगों की सहायता से उसे ढूंढने का प्रयास किया लेकिन उसका कहीं कुछ अता पता नहीं चला। ऐसे में अब पुलिस टीम द्वारा उसकी छानबीन की जा रही है। थाना प्रभारी खुंडियां रघुजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम एस.डी.आर.एफ. टीम के साथ मिलकर उसे खोजने का प्रयास कर रही है।
रक्कड़ : मुंबई में रहने वाले हिमाचल प्रदेश के निवासियों ने आधिकारिक रूप से शिव शक्ति परिवार हिमाचल प्रदेश नामक एक नया संगठन बनाया है, जिसके तहत व्यक्तियों के संघ (AOP) का समझौता किया गया है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य fमुंबई में भव्य शिव नुआला का आयोजन करना है—यह एक पवित्र अनुष्ठान है, जो भगवान शिव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनकी दिव्य कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह संगठन सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार तथा भक्तों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। संगठन में राजिंदर के. कपूर को अध्यक्ष, वीना सिप्पी उपाध्यक्ष, संजय कपूर सचिव जोगराज कपूर कोषाध्यक्ष, चोक्कस भारद्वाज मुख्य संरक्षक, दुष्यंत पाह्ल सोशल मीडिया प्रभारी एवं संयोजक बनाया गया। इसके अलावा, एक सम्मानित सलाहकार समिति भी गठित की गई है, जिसमें कैप्टन सोमराज, हुकम सिंह, अवतार सिंह, कमलेश कपूर, डॉ. रुपाली कपूर और लव कपूर शामिल हैं। संस्था के गठन पर बोलते हुए, अध्यक्ष राजिंदर कपूर ने कहा कि इस संगठन का उद्देश्य भक्तों और सांस्कृतिक प्रेमियों को एकजुट करना और अपने गृह राज्य से बाहर भी शिव नुआला का प्रचार-प्रसार करना है। यह आयोजन आस्था, भक्ति और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक होगा और एक सांस्कृतिक सेतु के रूप में कार्य करेगा, जिससे हिमाचल प्रदेश की परंपराएं मुंबई और अन्य स्थानों पर भी जीवंत बनी रहेंगी। एक सशक्त नेतृत्व टीम और समर्पित सलाहकार मंडल के साथ, शिव शक्ति परिवार हिमाचल प्रदेश धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। यह संगठन सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने और पारंपरिक मूल्यों को संरक्षित करने के लिए निरंतर कार्य करेगा।
राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय तिरुपति में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों की दो दिवसीय बैठक का सफल आयोजन किया गया। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों का मानकीकरण, पुस्तकालय और ज्ञान संसाधनों का परस्पर आदान-प्रदान, शोधार्थियों के लिए समान शोध नियमावली, सह-निर्देशक और शोध मार्गदर्शकों की नियुक्ति, संयुक्त डिग्री और समवर्ती उपाधि प्रणाली, तीनों विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की गतिशीलता, क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का आयोजन, वैश्विक स्तर पर संस्कृत के प्रचार-प्रसार हेतु आपसी सहयोग, बहुविषयक और अंतःविषयक पाठ्यक्रमों का संचालन, क्रेडिट ट्रांसफर, संकाय विनिमय कार्यक्रम, ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की मान्यता, संयुक्त अनुसंधान पहल, ‘उत्कर्ष महोत्सव’ की रूपरेखा, समझौता ज्ञापन (MoU) का प्रभावी क्रियान्वयन और रणनीति, अखिल भारतीय क्षेत्रीय सामाजिक-शैक्षिक प्रतियोगिताएँ, छात्रवृत्तियों की समानता और विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग में सुधार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी, राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जी. एस. आर. कृष्णमूर्ति, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति मुरली मनोहर पाठक, परीक्षा नियंत्रक आर. जी. मुरलीकृष्ण, शैक्षणिक अधिष्ठाता पवन कुमार, मदनमोहन झा सहित तीनों केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों के संकायाध्यक्ष, अधिष्ठाता और उच्च प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कुलपतियों, संकायाध्यक्षों और वरिष्ठ अधिकारियों ने विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों का गहन अध्ययन किया और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर सहमति व्यक्त की। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी ने इस अवसर पर कहा कि उच्च शैक्षिक मानकों की स्थापना, संयुक्त शोध कार्यों को प्रोत्साहन, और संस्कृत की समृद्ध धरोहर के संरक्षण व संवर्धन के प्रति संस्थानों की एकीकृत प्रतिबद्धता इस समझौते (MoU) की आधारशिला होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह समझौता संसाधनों के साझा उपयोग, छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रमों के विस्तार और संयुक्त पहलों के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करते हुए एक नए युग की शुरुआत करेगा। प्रो. वरखेडी ने कौशल विकास के परिप्रेक्ष्य में पारंपरिक पाठ्यक्रमों को रोजगारोन्मुखी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि अनुसंधान आधारित नवाचारों को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने संस्कृत विश्वविद्यालयों को एक वैश्विक संस्थान के रूप में विकसित करने के लिए सामूहिक प्रयासों की महत्ता को रेखांकित किया और कहा कि संयुक्त संवाद व सहयोग के आधार पर ही संस्कृत शिक्षा के उत्थान की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालयों को वैश्विक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए यह समझना होगा कि आज की दुनिया में भारत से क्या अपेक्षाएं हैं विश्वविद्यालयों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में खुद को स्थापित करने के लिए संगठित प्रयास करने की आवश्यकता है।वरखेडी ने यह भी सुझाव दिया कि स्थानीय और लघु उद्योगों के साथ समन्वय स्थापित कर छात्रों के कौशल विकास, इंटर्नशिप कार्यक्रमों के सुव्यवस्थित संचालन, और शिक्षकों के लिए रिफ्रेशर कोर्स और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए ताकि वे अपने विषयों में अद्यतन बने रहें। इससे न केवल छात्र संस्कृत अध्ययन की ओर आकर्षित होंगे, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में भी अभूतपूर्व सुधार होगा। बैठक में जी. एस. आर. कृष्णमूर्ति और प्रो. मुरली मनोहर पाठक ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के क्रियान्वयन और विभिन्न शैक्षणिक क्षेत्रों में विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए नवाचारों की जानकारी दी। बैठक में प्रो. सर्वनारायण झा, सुदेश कुमार शर्मा, बनमाली बिश्वाल, ललित कुमार त्रिपाठी, रामकांत पांडेय, ललित कुमार साहू, पी. वी. सुब्रमणियम, नारायण सिंघा, मधुकेश्वर भट्ट और डॉ. डी. दयानाथ सहित कई गणमान्य विद्वान उपस्थित रहे। बैठक का समापन संस्कृत शिक्षा के सर्वांगीण विकास और तीनों केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों के बीच आपसी सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। उपरोक्त जानकारी केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर के दिल्ली स्थित मुख्यालय के डीन प्रो. मदनमोहन झा ने दी।
आज देहरा में मातृवंदना संस्थान कांगड़ा द्वारा अपनी मासिक पत्रिका का विमोचन बड़े धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में नववर्ष की दिन दर्शिका (कलैंडर) का भी विमोचन हुआ। समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े नागरिकों और मातृ शक्ति ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त डॉ. निगम राजपूत (स्वास्थ्य विभाग) ने शिरकत की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश सह संघचालक, अशोक शर्मा ने नागरिकों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. जगमीत बाबा ने की। मुख्य वक्ता ने अपने संबोधन में कहा कि जब हिंदू समाज विस्मृति की ओर बढ़ रहा था, तब ऐसी जागरूकता फैलाने वाली पत्रिकाओं, जैसे मातृवंदना ने समाज को जागरूक करने का कार्य किया। उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा था जब हिंदू समाज खुद को 'हिंदू' कहने में संकोच करता था, लेकिन संघ के कार्यकर्ताओं और जागरूकता फैलाने वाली पत्रिकाओं ने समाज को न केवल जागृत किया, बल्कि राष्ट्रभक्ति का भाव भी प्रदान किया। आज हम गर्व से स्वयं को हिंदू कहने में संकोच नहीं करते हैं। अशोक शर्मा ने समाज में बढ़ते नशे के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा चलाए जा रहे पंच परिवर्तन कार्यक्रम की चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाज की नींव कुटुंब है और एक सशक्त कुटुंब व्यवस्था ही हमारे युवाओं को नशे से दूर रखने में मदद कर सकती है। कार्यक्रम का आयोजन समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से किया गया था, और यह एक सफल प्रयास साबित हुआ।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा में मंगलवार को एक प्लेसमेंट सेमिनार का आयोजन किया। जिसमें बी.सी.ए, बी.बी.ए एवम एम.बी.ए. विभाग के लगभग 62 छात्रों ने हिस्सा लिया। इस दौरान एक्सिस बैंक से आये सूर्य प्रकाश एवं विजय सिंह ने युवाओं को बैंकिंग के बारे में जानकारी दी और उन्हें बताया कि कैसे वो जीवन मे अपना लक्ष्य हासिल कर सकते है। इस सेमीनार में 62 छात्रों ने हिस्सा लिया जिनमें से 35 छात्रों को अगले राउंड के लिए शार्टलिस्ट कर लिया गया। इस दौरान कालेज प्राचार्य डा अंजू चौहान ने कहा कि कॉलेज प्रशासन छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रहा है और भविष्य में भी ऐसे प्रोग्राम आयोजित करता रहेगा। इस अवसर पर प्रो सुनीता,अनीता,ओंकार भाटिया, बलवित और अमित सिंह सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।
विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की तीन दिवसीय प्रांत अभ्यास वर्ग और प्रांत कार्यसमिति की बैठक के दौरान नये दायित्व मिलने पर कार्यकर्ताओं में प्रसन्नता और उत्साह का वातावरण देखने को मिला। इस अवसर पर संगठनात्मक जिला देहरा से ताल्लुक रखने वाले पवन बजरंगी, जो पहले विभाग सत्संग प्रमुख बिलासपुर में तैनात थे, को अब सह प्रांत सत्संग प्रमुख के नवीन दायित्व पर नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, देहरा जिला में कई महत्वपूर्ण फेरबदल भी किए गए हैं। तरलोक चंद जी को देहरा जिला अध्यक्ष, मूनीश सूद जी को देहरा जिला मंत्री, आनंद सूद जी को रक्कड़ सह मंत्री, देसराज भाटिया को ज्वालामुखी जिला प्रचार प्रसार प्रमुख, और राजकुमार कालेश्वर महादेव को बजरंग दल के जिला सह संयोजक के रूप में नवीन दायित्व सौंपा गया हैं। ये सभी नियुक्तियाँ तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं। जिला संरक्षक मनोज भारद्वाज, उपाध्यक्ष मदन लाल, सुशील कुमार, धर्म प्रचार प्रमुख विनोद डोगरा, सत्संग प्रमुख बनीश शर्मा, जिला बजरंग दल संयोजक मुनीश गुलेरिया सहित अन्य सभी स्वयंसेवकों ने इन नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी और संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। नवनियुक्त जिला अध्यक्ष तरलोक चंद जी ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य अब यह होगा कि वे संगठन को जिले के प्रत्येक गांव तक पहुंचाएं, ताकि हिन्दू समाज को और अधिक एकजुट किया जा सके।
आज हिमाचल प्रदेश के सभी साथियों ने आदर्श स्वाभिमान मंच के तहत प्रदेश में मौजूदा सरकार द्वारा शास्त्री पद की भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें अध्यक्ष अध्यक्ष डॉ. संजीव शर्मा ने जानकारी दी कि सरकार ने शास्त्री भर्ती हेतु नए R&P (रूल्स एंड रेगुलेशंस) नियम लागू किए हैं, जिनका असर प्रदेश में संस्कृत शिक्षा पर प्रतिकूल रूप से पड़ सकता है। नए नियमों के अनुसार, कोई भी शास्त्री योग्यता प्राप्त छात्र जो कमीशन या बैचवाइज भर्ती के माध्यम से शास्त्री पद पर नियुक्ति चाहता है, उसे अब केवल बीए, बीएससी करने वाले उम्मीदवारों से ही प्रतियोगिता करनी होगी, जिन्होंने संस्कृत को एक ऐच्छिक विषय के रूप में लिया हो। यह बदलाव प्रदेश के संस्कृत महाविद्यालयों और धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन को समाप्त करने का कारण बन सकता है। इसका परिणाम यह हो सकता है कि प्रदेश में संस्कृत महाविद्यालयों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, और धार्मिक संस्कार जैसे विवाह, पूजा और अन्य कर्मकांडों को करने के लिए कोई प्रशिक्षित शास्त्री नहीं रहेगा। यह बदलाव न केवल प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को प्रभावित करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक गंभीर संकट उत्पन्न कर सकता है। अध्यक्ष डॉ. संजीव शर्मा ने सरकार से कई बार आग्रह किया है कि कृपया शास्त्री पद को समाप्त न किया जाए। यदि सरकार कोई नया नियम लागू करना चाहती है, तो इसके लिए एक समिति बनाकर विचार किया जाए ताकि प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और शास्त्री की विद्या का संरक्षण हो सके। संजीव शर्मा ने क्षेत्रीय विधायक श्री विक्रम ठाकुर जी को एक ज्ञापन भी सौंपा और उनसे आग्रह किया कि वे इस विषय को विधानसभा में उठाएं। इस संदर्भ में आचार्य सागर शर्मा, आचार्य रंजना देवी और आचार्य सुमित शर्मा सहित अन्य साथियों ने विधायक विक्रम ठाकुर से मिलकर इस मामले को गंभीरता से उठाने का निवेदन किया।
बिलासपुर के एम्स को भ्रष्टाचार का अड्डा बताने पर पूर्व उद्योग मंत्री तथा जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक विक्रम सिंह ठाकुर ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर को अपना कद और काठी देखकर बयान बाजी करने की सलाह देते हुए रविवार को यहां जारी प्रेस बयान में कहा कि रामलाल ठाकुर द्वारा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाए गए हैं जिसकी उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के एक ऐसे नेता के खिलाफ आरोप लगाए हैं जिनकी ईमानदारी से पूरा देश वाकिफ है । विक्रम ठाकुर ने कांग्रेस नेता रामलाल ठाकुर को हार का रिकॉर्ड बनाने बाला नेता बताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में उनको जनता ने बार-बार नकारा है । लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव में उनकी इसी कारण बार बार हार होती है क्योंकि वे अच्छे कार्यों में हमेशा विघ्न डालने का प्रयास करते हैं। एक तरफ जहां बिलासपुर में बन रहे एम्स की पूरे प्रदेश में प्रशंसा हो रही है ,वहीं दूसरी तरफ हारे और नकारे हुए नेता एम्स पर भी अनर्गल बयान बाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं । इस तरह के नेताओं की बातों को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता है । उन्होंने रामलाल ठाकुर को सलाह दी कि वे अपनी पार्टी की चिंता करें क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में उतरने के बाद पूरे राष्ट्र में अपनी फ़जीहत करवाई है । नेशनल हेराल्ड का मामला भ्रष्टाचार का साक्षात उदाहरण है जिसमें उनके आका अभी तक जमानत पर बाहर हैं । उन्होंने रामलाल ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी के कार्यालयों से सम्बंधित टिप्पणी करने पर आडे हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में अरबों रुपए के घोटाले किए हैं । भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना कांग्रेस पार्टी के नेताओं को शोभा नहीं देता । आज हिमाचल प्रदेश के अंदर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी कांग्रेस का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है और आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश के अंदर भी कांग्रेस का सफाया तय है । रामलाल ठाकुर को कांग्रेस सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश के अंदर दी गई गारंटियों पर चिंता करनी चाहिए न कि भाजपा के कार्यालयों को लेकर शोक मनाना चाहिए । उन्होंने कहा कि जगत प्रकाश नड्डा हिमाचल प्रदेश के ही नहीं बल्कि पूरे देश के नेता हैं और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष हैं जो कि हिमाचल प्रदेश के लिए बड़े गौरव की बात है ।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम का संयोजन वेदव्यास परिसर के सरोजिनी महर्षि महिला अध्ययन अनुसंधान केंद्र द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में दिल्ली से आई प्रसिद्ध अधिवक्ता नियति शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुईं। उन्होंने महिलाओं के कर्तव्यों और समाज में उनकी भूमिका पर विस्तृत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए, ताकि समाज में समानता और समृद्धि सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, सीयू धर्मशाला से अंग्रेजी विभाग की सहायक प्रोफेसर मोनिका शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने महिलाओं को आत्म-प्रकाशन और आत्म-सम्मान के साथ कार्य करने के महत्व पर जोर दिया। उनके उद्बोधन से सभी छात्राएं प्रेरित हुईं और उन्होंने अपनी क्षमताओं को पहचानने की प्रेरणा ली। कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के जम्मू स्थित रणवीर परिसर के निदेशक प्रो. श्रीधर मिश्र भी उपस्थित रहे और उन्होंने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। इस अवसर पर परिसर की छात्राओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें उनके हुनर और कला का सुंदर प्रदर्शन हुआ। उक्त समस्त कार्यक्रम की अध्यक्षता वेदव्यास परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी ने की। इस अवसर पर काफी संख्या में छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे, जिन्होंने कार्यक्रम का आनंद लिया और महिलाओं के सम्मान में जागरूकता बढ़ाई।
जयसिंहपुर /नरेंद्र डोगरा: आज भाजपा जयसिंहपुर विधानसभा के तीनों मंडलों की संयुक्त बैठक होटल पीक बॉन्ड, पचरुखी में आयोजित की गई। इस बैठक में भाजपा संगठन महामंत्री सिद्धार्थन उपस्थित रहे, जिन्होंने संगठन की बारीकियों और कार्यकर्ताओं के लिए जरूरी कार्यों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। सिद्धार्थन ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा आज विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन चुकी है, और इसका श्रेय भाजपा के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को जाता है, जिनका निरंतर परिश्रम और समर्पण पार्टी की सफलता में अहम योगदान है। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत का प्रमुख कारण यही है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपनी मेहनत और लगन से हर बूथ पर भाजपा को विजयी बनाया। खासकर हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर भाजपा की शानदार जीत यह साबित करती है कि कार्यकर्ता किस तरह पार्टी के लिए अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। सिद्धार्थन ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि 2027 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को हर बूथ पर विजयी बनाने के लिए हमें अभी से जुट जाना होगा। हमें संगठन को और मजबूत करना होगा और हर कार्यकर्ता को अपनी जिम्मेदारी का एहसास कराना होगा। इस बैठक में कांगड़ा-चंबा क्षेत्र के पूर्णकालिक विस्तारक राजपाल सिंह, पूर्व विधायक रवि धीमान, जिला अध्यक्ष रागिनी रकवाल, मंडल अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा, हनुमत प्रसाद, उषा राणा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य घनश्याम शर्मा, महामंत्री आदर्श सूद, राजेश सुधा और ओंकार चंद भी उपस्थित रहे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज एनएसएस इकाई और विमेन सेल, राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा द्वारा संयुक्त रूप से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की राजनीतिक विज्ञान विभाग की प्रोफेसर पलक सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए फेमिनिज़्म और महिलाओं की समाज में विशेष भूमिका पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने महिलाओं के कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसे डॉ. रामपाल ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. खेम चंद, विमेन सेल की इंचार्ज शीतल, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष अंजना भी उपस्थित रही। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों और उनके समाज में योगदान के बारे में जागरूकता फैलाना था, और यह आयोजन सभी के लिए प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक रहा।
केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश, सप्त सिंधु परिसर देहरा-II में समाजशास्त्र एवं सामाजिक नृविज्ञान विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन स्पर्श समिति के सदस्य डॉ. विश्व ज्योति (सह प्रोफेसर) और डॉ. श्रेया बक्शी (सहायक प्रोफेसर) ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार ने की, जिसमें सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत शोधार्थी लक्ष्मी जिन्या के प्रेरणादायक भाषण से हुई, जिसके बाद उन्होंने सभी उपस्थित शोधार्थियों और पीएचडी स्कॉलर्स से फिट इंडिया प्रतिज्ञा दिलवायी। इसके बाद, परास्नातक एवं पीएचडी विद्यार्थियों के बीच गहन तर्क-वितर्क हुआ, जिससे विचार-विमर्श और अधिक सारगर्भित हुआ। कार्यक्रम का समापन परास्नातक छात्रा नेहा ठाकुर द्वारा विभिन्न गतिविधियों, जैसे "सिमोन सेज़" और "कन्वेंस मी", के माध्यम से किया गया, जिनसे छात्रों की तर्कशक्ति और संवाद कौशल में विकास हुआ। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए बेहद प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक साबित हुआ।
विद्युत उपमंडल-2 धर्मशाला के सहायक अभियंता रमेश चंद ने बताया कि 10 मार्च (सोमवार) को विद्युत लाइनों के सामान्य रख-रखाव के चलते 11 केवी दाड़ी फीडर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों दाड़ी बाजार, आईटीआई, धौलाधार कॉलोनी, लोअर व अप्पर बड़ोल, रेनबो स्कूल, स्टेडियम रोड, कश्ममरी कॉलोनी, लोअर दाड़ी तथा साथ लगते क्षेत्रों में दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने की स्थिति में यह कार्य अगले दिन किया जाएगा। लोगों से की सहयोग की अपील।
आज राजकीय महाविद्यालय देहरा में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण धर्मशाला के सौजन्य से एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को प्राकृतिक आपदाओं जैसे आग, बाढ़ और भूकंप के कारणों और उनसे बचाव के उपायों के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम में वंशिका सांस्कृतिक युवा कला मंच के कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से विद्यार्थियों को इन आपदाओं से बचने के विभिन्न तरीकों के बारे में बताया। नाटक के माध्यम से छात्रों को बताया गया कि आपदाओं के समय किस प्रकार की सावधानियाँ बरतनी चाहिए और क्या उपाय किए जा सकते हैं ताकि जीवन और संपत्ति को नुकसान से बचाया जा सके। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सतीश सोनी, सेवानिवृत्त आचार्य प्रो. करण पठानिया, महाविद्यालय आपदा प्रबंधन नोडल अधिकारी प्रो. मोनिका शर्मा, प्रो. निशा, डॉ. प्रवीण, डॉ. मंजू, प्रो. शिवानी गुप्ता, प्रो. दिनेश और वंशिका संस्कृत युवा मंच के कलाकार उपस्थित रहे। इस नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक किया गया और साथ ही उन्हें अपने आसपास की स्थिति को समझने और आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रहने की प्रेरणा दी गई।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी 'सप्तसिंधु संवाद: भारत के भू-सांस्कृतिक प्रत्यभिज्ञान' का शुक्रवार को समापन हुआ। यह संगोष्ठी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के सहयोग से आयोजित की गई थी। संगोष्ठी का उद्घाटन बुधवार को हुआ था और इस दौरान कई प्रमुख विद्वानों ने भारतीय इतिहास, पुरातत्व, साहित्य, लोककला, तीर्थ-परंपरा आदि विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मुकुल कानिटकर ने ऑनलाइन माध्यम से सप्तसिंधु क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता पर प्रकाश डाला। कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी और राधावल्लभ त्रिपाठी ने भी संगोष्ठी को भारतीय सांस्कृतिक पुनर्जागरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया। संगोष्ठी में कुल आठ सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख विद्वानों ने भारतीय संस्कृति, इतिहास, साहित्य और अन्य विषयों पर गहन विचार प्रस्तुत किए। प्रमुख वक्ताओं में प्रो. संतोष कुमार शुक्ल, प्रो. कंवर चंद्रदीप सिंह, डॉ. नरेंद्र परमार, डॉ. सुदर्शन चक्रधारी, डॉ. प्रमोद कुमार बुटोलिया समेत अन्य विद्वान शामिल थे। संगोष्ठी के दूसरे दिन 'युथिका' नाट्य मंचन कार्यक्रम ने विशेष आकर्षण का केंद्र बना। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम ने श्रोताओं का दिल जीता और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और पुनर्जागरण की महत्ता को उजागर किया। शुक्रवार को संगोष्ठी के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि कंवर चंद्रदीप सिंह ने कहा कि 'सप्तसिंधु संवाद' भारतीय सांस्कृतिक पुनरुत्थान की आधारशिला है और यह संगोष्ठी भारतीय सांस्कृतिक धरोहरों को पुनः जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। परिसर निदेशक प्रो. सत्यम् कुमारी ने इस संगोष्ठी को शोध और अनुसंधान के लिए प्रेरणादायक बताया और इसके आयोजन की सराहना की। इस मौके पर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और संगोष्ठी को सफल बनाने में सहयोग दिया।
ज्वालामुखी मन्दिर में आरती के समय में देरी को लेकर मंदिर प्रशासन ने एक कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले में पूर्व ट्रस्टी कमल किशोर ने स्पष्ट किया कि उन्होंने मंदिर प्रशासन के पास कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। उन्होंने कहा कि कुछ समाचार पत्रों में उनका नाम गलत तरीके से जोड़ा गया है, जो कि सही नहीं है। हालांकि, स्थानीय दुकानदारों द्वारा मंदिर प्रशासन के पास इस मुद्दे की शिकायत की गई थी, जिसके बाद मंदिर अधिकारी ने संबंधित कर्मचारी को नोटिस भेजा और उनसे इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा।
ज्वालामुखी उपमंडल के अंतर्गत आते स्वंतत्रता सेनानी पंडित सुशील चंद रत्न राजकीय महाविद्यालय ज्वालामुखी में NSUI इकाई विधायक संजय रत्न जी के जन्मदिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन करवाने जा रही है। ये जानकारी जिला कांगड़ा एनएसयूआई उपाध्यक्ष नीरज राणा ने मीडिया के माध्यम से दी। राणा ने कहा कि रक्तदान जीवन का सबसे बड़ा महादान है, जिससे किसी के जीवन को बचाया जा सकता है। उन्होंने विधानसभा के समस्त युवा साथियों से तथा जनता से अपील की है कि वे इस रक्तदान शिविर में जरूर भाग लें।। इस मौके पर कैंपस अध्यक्ष शाहिद, सोशल मीडिया अनुज, आदित्य , तुषार, रोहित,अर्शिता,अक्षिता, महक,तथा अन्य एनएसयूआई सदस्य मौजूद रहे।
प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बनी प्रदेश सरकार द्वारा गरीब कल्याण की जितनी भी योजनाएं चलाई जा रही है उनका लाभ पात्र लोगों तक पहुंचे इसके लिए सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय रतन ने बुधवार को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह ज्वालाजी में पात्र लाभार्थियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत सहायता राशि के चेक वितरित करने के उपरांत यह उद्गार व्यक्त किए। संजय रतन ने ज्वालामुखी में विधायक ऐच्छिक निधि के 109 लाभार्थियों को 13 लाख रुपये, मुख्यमंत्री राहत कोष के 33 लाभार्थियों को 4 लाख रुपये, एसडीआरएफ रिलीफ के तहत 29 लाभार्थियों को 75 लाख रुपए के चेक वितरित किए। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि उनके विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी और उनके लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया स्वयं एक सामान्य परिवार से आते हैं इसलिए वे आम जनमानस के दुख तकलीफों को समझते हैं। उन्होंने कहा कि आम व्यक्ति को ध्यान में रखकर ही सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। बकौल विधायक, ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में आम लोगों की समस्याओं से वे भली भांति वाकिफ हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सड़क, बिजली व पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को ओर बेहतर बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं को लेकर लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। विधायक ने कहा कि वे हर समय ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र की जनता के लिए उपलब्ध हैं। यदि किसी को कभी लगता है कि उनकी समस्या की सुनवाई नहीं हो रही है तो वे उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं। यह रहे उपस्थित इस दौरान एसडीएम ज्वालामुखी डॉ. संजीव शर्मा, तहसीलदार ज्वालामुखी राहुल, तहसीलदार खुंडिया शिवानी भारद्वाज, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग मुनीश गर्ग, अधिशाषी अभियंता विद्युत विभाग कर्ण पटियाल, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग भारत भूषण सहित स्थानीय लोग मौजूद रहे।
पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि नगरोटा विस क्षेत्र में ग्रामीण विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। सभी पंचायतों के विकास के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है ताकि चरणबद्व तरीके से पंचायतें विकसित हो सकें। मंगलवार को भुनेड़ तथा ठारू पंचायतों में विधायक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि भुनेड़ तथा ठारू पंचायतों में विकास कार्यों पर गत दो वर्षों में दस करोड़ के करीब राशि व्यय की गई है ताकि इन पंचायतों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नगरोटा विस क्षेत्र को आदर्श विस क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि विकास पुरूष जीएस बाली का नगरोटा विस क्षेत्र के विकास में अमूल्य योगदान रहा है तथा उनको आदर्श मानते हुए विकास कार्यों को गत दी जा रही है तथा सभी अधिकारियों को विकास कार्यों को तत्परता के साथ समयबद्व पूरा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने समाज के वंचित वर्गों के उत्थान और उनके सम्मानजनक जीवन के लिए कई कल्याणकारी पहल की हैं। मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना’ के तहत वित्तीय सहायता में भी वृद्धि की है। योजना के तहत अब विधवा और एकल महिलाओं को मकान बनाने के लिए सहायता राशि डेढ़ लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वंचित वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है और सरकार बेघर परिवारों को आश्रय प्रदान कर उनके जीवन स्तर में सुधार ला रही है। उन्होंने भुनेड़ में ब्रिज के पिलर की मुरम्मत करने के निर्देश दिए। महिला मंडल भवन के लिए दो कमरे बनाने की घोषणा की। उन्होंने बच्चों के खेलने के लिए चिल्ड्रन पार्क और सार्वजानिक पुस्तकालय बनाने की भी घोषणा की।
उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय की ओर से शिक्षा का अधिकार 2009 तथा निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2011 हिमाचल प्रदेश में निहित प्रावधानों के अनुसार जिले के सभी निजी पाठशालाओं के प्रबंधक व विद्यालय मुखिया से शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए मान्यता के नवीनीकरण व 2025-2030 सत्र के लिए मान्यता हेतु आनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। यह जानकारी देते हुए उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा अजय सिंह ने बताया कि मान्यता के नवीनीकरण हेतू सम्बन्धित विद्यालय को वेवसाईट www.emerginhimachal.in पर लॉगइन करना होगा। उन्होंने बताया कि प्री प्राइमरी से पांचवी तक कक्षा वाले विद्यालय संबंधित प्रारंभिक खंड शिक्षा अधिकारी को अपने आवेदन निर्धारित शुल्क के साथ ऑनलाइन प्रेषित करें। वहीं प्राइमरी से आठवीं व छठी से आठवीं तक की कक्षाओं वाले विद्यालय उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय को आवेदन निर्धारित शुल्क सहित ऑनलाइन प्रेषित करेंगे। उन्होंने बताया कि आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 मार्च 2025 रहेगी। इसके उपरांत ऑनलाइन किए गए आवेदनों की जांच की जाएगी तथा त्रुटियां पाए जाने पर ऑनलाइन ही आवेदन वापिस विद्यालय को भेज दिए जाएंगे। सम्बन्धित पाठशालाओं को त्रुटियों के निवारण उपरान्त अपना आवेदन पुनः प्रेषित करना होगा। उन्होंने बताया कि सही आवेदनों को ऑनलाइन ही मान्यता पत्र व मान्यता नवीनीकरण पत्र जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सत्र 2025-26 में केवल वही विद्यालय विद्यार्थियों को दाखिला दे पाएंगे जिनके पास विभाग द्वारा मान्यता सम्बन्धी प्रमाण पत्र होंगे। मान्यता पत्र व मान्यता नवीनीकरण पत्र के बिना संचालित होने वाले विद्यालयों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। मान्यता प्रक्रिया संबंधित विस्तृत जानकारी कार्यालय की वेबसाइट www.ddee.org.in पर उपलब्ध है।
फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत स्थित राजा का तालाब बस अड्डे के पास मंगलवार सुबह जसूर-तलवाड़ा मार्ग पर एक शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने सुबह करीब 6 बजे शव को बस ठहराव राजा का तालाब के पास पड़ा देखा और इसकी सूचना तुरंत पुलिस थाना रेहन को दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल नूरपुर भेज दिया। मृतक की पहचान 54 वर्षीय गगन सिंह उर्फ राजू, निवासी धमेटा के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि मृतक एक निजी बस का ड्राइवर था। सूत्रों के मुताबिक, गगन सिंह बीती रात किसी एक क्षेत्र में बारात छोड़ने के बाद वापस लौटते समय राजा का तालाब में बस से उतर गए थे, जहां उनकी मौत हो गई। फिलहाल, मौत के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा।
पार्टी हाईकमान की मंजूरी और विधायक बिक्रम ठाकुर से परामर्श के बाद परागपुर मंडल ने भाजपा कार्यकारिणी घोषित कर दी है। परागपुर मंडल अध्यक्ष पद पर ही विनोद शर्मा अध्यक्ष नियुक्त किए जा चुके हैं जिसके बाद सोमवार को घोषित कार्यकारिणी में सुदर्शन सिंह और सुदेश शर्मा को महामंत्री बनाया गया है। डीके शर्मा, सत्या सूद, अरविंद और अनिता संदल को उपाध्यक्ष, रतन सिंह राठौर को कोषाध्यक्ष, राकेश कुमार वर्मा, अरुण डोगरा, अजय ठाकुर, पंकज ठाकुर, अमिता शर्मा को सचिव, सुशील शर्मा को मीडिया प्रभारी, रुपेंद्र सिंह को प्रवक्ता, हंसराज धीमान को कार्यालय सचिव, राजेश कुमार आईटी संयोजक, कल्पना शर्मा को आईटी सहसंयोजक, सुमित वालिया को सोशल मीडिया संयोजक, दीपक राणा को सोशल मीडिया सह संयोजक बनाया गया है। साथ ही बिक्रम सिंह, केशव राम, रेणु बाला, कुलबीर सिंह, चानन सिंह, अशोक कुमार, रीना कुमारी, प्रमोद मेहता, राकेश कुमार, संजीव कुमार, ज्योति, राकेश कुमार, सुषमा देवी, प्रवीण कुमार, राजीव कुमार, मनोज कुमार, पंकज कुमार, सुरेंद्र सिंह, सुभाष चंद, राजकुमार, वीरेंद्र कुमार, सुधीर शर्मा, राजिंद्र सिंह, सपना राणा, चंद्रमोहन, अंजू, ममता शर्मा, सुषमा राणा, ओम प्यारी, भूपेंद्र सिंह, अश्वनी कुमार और संजीव शर्मा को कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया है।
जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत जसवां भाजपा मंडल ने अपनी कार्यकारिणी घोषित कर दी है। मंडल अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने विधायक विक्रम ठाकुर के साथ परामर्श करने के उपरांत कार्यकारिणी में शामिल किए गए सदस्यों को नए दायित्व सौंपे। इस कार्यकारिणी में सुरेन्द्र सिंह, वीना शर्मा, धनपत राय, और कुलविंदर सिंह पठानिया को उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। वहीं, सुरेश ठाकुर और मीना शर्मा को महामंत्री का दायित्व सौंपा गया है। जिला परिषद सदस्य अनु राणा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है, जबकि करनैल सिंह राणा, विमला देवी, अश्वनी कुमार, मंजू वाला, और सुरेन्द्र शर्मा को सचिव नियुक्त किया गया है। इस कार्यकारिणी में विक्रम सिंह को मीडिया प्रभारी, राजिंद्र सिंह सपेहिया को प्रवक्ता, शमशेर सिंह को कार्यालय सचिव, सौरभ शर्मा को आईटी संयोजक, डॉक्टर राज कुमार खरयाल को सोशल मीडिया संयोजक, और प्रमोद कुमार को सोशल मीडिया सह-संयोजक की जिम्मेदारी दी गई है। कार्यकारिणी सदस्यों में मीनाक्षी, आशा कुमारी, मुलख राज, वंदना पठानिया, राजेश्वर सिंह, अशोक कुमार, विजय कुमार, राकेश कुमार, काजल, नरेश कुमार, प्रेम सिंह, मीनाक्षी शर्मा, कमलेश ठाकुर, सपना, अश्वनी कुमार, भीष्म चंद, सुखचैन सिंह, अशोक कुमार, वीरबल सिंह, मदन लाल शर्मा, अनीता कुमारी, अनूप वर्मा, कमल मेहरा, संदीप शर्मा, सीता देवी, परमेश्वरी दास धीमान, दिनेश कुमार, ममता रानी, और देसराज को कार्यकारिणी सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। इसके अतिरिक्त, सुनील कुमार, पपील सिंह, संजीव कुमार, तरसेम सिंह, वेनिका शर्मा, परीक्षित चौहान, प्रकाश चंद, दिनेश कुमार शर्मा, राम सिंह, और अमरजीत कौर को स्थायी आमंत्रित सदस्य चुना गया है। वहीं, विशेष आमंत्रित सदस्यों में अनीता सपेहिया, रीना कुमारी, राजिंद्र सिंह, उर्मिला देवी, कुलवीर सिंह, मुलख राज, राजेश कुमार सोनी, नीति, और सीमा देवी के नाम शामिल हैं।
जयसिंहपुर: भाजपा ने मंडल अध्यक्ष के ताजपोशी के बाद, अब जयसिंहपुर मंडल भाजपा के अध्यक्ष देवेंद्र राणा की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की घोषणा कर दी गई है। इस कार्यकारिणी में अरुण ठाकुर (सोनू), चांद कीर्ति, सकीमा देवी, और अजय पठानिया को उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है, जबकि राजेश सुग्गा और दिलेर सिंह राणा को महामंत्री बनाया गया है। विद्यासागर चौधरी को कोषाध्यक्ष, रूपा देवी, असीम भंडारी, रक्षा देवी, अनीता सूद, और अमित ठाकुर को सचिव, और हरि दास को मीडिया प्रभारी के रूप में नियुक्त किया गया है। वीर सिंह राणा को प्रवक्ता, कुलदीप कटोच को कार्यालय सचिव, संदीप कश्यप को आईटी संयोजक, और सुजाता धीमान को सह संयोजक बनाया गया है। इसके अलावा, विनोद रणौत को सोशल मीडिया संयोजक और साहिल सपहिया को सह संयोजक नियुक्त किया गया है। पंचायत समिति अध्यक्ष कुलवंत राणा को स्थाई आमंत्रित सदस्य के रूप में रखा गया है, साथ ही मदन राणा, जगदीश राणा, अनिल चौहान, सुधीर राणा, दूलो राम, गुलेर चंद नन्दोलिया, अशोक रियाल, राकेश भराडिया, राकेश धीमान, सुभाष सकलानी, चमन धीमान, दिल राज शर्मा, सुभाष मेहरा, नरेंद्र कथानिया, किशोरी लाल, विवेक जग्गी, रागिनी देवी, ज्योति राणा, राजेशना देवी, अवतार सिंह समकड़िया, नरेश कुमार, रणजीत सिंह, बर्षा देवी, बबिता देवी, संतोष कलसी, सतीश राणा, रवि कुमार, मीनाक्षी, नीलम राणा, और संसार चंद को कार्यकारिणी सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व उद्योग मंत्री तथा जसवां-प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश सरकार पटवारियों तथा कानूनगो वर्ग के साथ बेइंसाफी कर रही है। वर्तमान में पटवारी तथा कानूनगो स्टेट काडर का विरोध कर रहे हैं जो कि कहीं न कहीं बिल्कुल उचित निर्णय है। प्रैस बयान में भाजपा नेता बिक्रम ठाकुर ने कहा कि जब पटवारी और कानूनगो के भर्ती एवं पदोन्नति नियम बनाए गए थे तो उसमें उनका स्टेट कैडर नहीं था। जिला कैडर पर पटवारियों तथा कानूनगो की भर्तियां हुई थीं लेकिन सरकार ने अब इस वर्ग के कर्मचारियों का स्टेट कैडर कर अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार से कोई भी कर्मचारी वर्ग खुश नहीं है। प्रदेश सरकार ने पटवारियों के अलावा कुछ अन्य वर्ग के कर्मचारियों का भी डिस्ट्रिक्ट से स्टेट कैडर कर दिया है और कर्मचारियों को कहीं न कहीं स्टेट कैडर का निर्णय दिखाकर डराया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश के अंदर आज कर्मचारी वर्ग सड़कों पर है। सरकार कर्मचारियों की किसी भी मांग को पूर्ण नहीं कर पाई है जबकि चुनावों से पूर्व कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों से कई प्रकार के झूठे वायदे किए थे लेकिन आधा कार्यकाल बीत जाने के बाद भी कांग्रेस सरकार वायदे निभाने में असफल रही है। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पटवारियों और कानूनगो की मांगों को जायज मानती है तथा अन्य कर्मियों के पक्ष में भी भाजपा पीछे नहीं हटी है जिनका डिस्ट्रिक्ट से स्टेट काडर किया गया है। बिक्रम ठाकुर ने साफ कहा कि जिन कर्मचारियों का प्रदेश सरकार ने डिस्ट्रिक्ट काडर से स्टेट काडर किया है । उन सभी कर्मचारियों को भाजपा सत्ता में आते ही डिस्ट्रिक्ट कैडर में समायोजित करेगी। इस निर्णय से प्रदेश सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है। एक तरफ तो सरकार अपने आप को कर्मचारी हितैषी बताती है जबकि दूसरी तरफ कर्मचारियों के साथ जिस प्रकार का अन्याय किया जा रहा है। उससे कर्मचारी वर्ग आहत है । आने वाले समय में प्रदेश सरकार को इसका खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले को वे विधानसभा में भी उठाएंगे क्योंकि नियुक्तियों के समय पटवारी और कानूनगो के भर्ती एवं पदोन्नति नियम डिस्ट्रिक्ट काडर के तहत बनाए गए थे। भाजपा ने अपने शासनकाल में कभी भी गलत मंशा से कोई भी कार्य नहीं किया है। सरकार स्टेट कैडर के रहस्य और होने वाले लाभों को सार्वजनिक करे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है। आए दिन सरकार द्वारा जन विरोधी निर्णय लिए जा रहे हैं और जब उन निर्णयों की आलोचना हो रही है तो सरकार द्वारा यूटर्न लिया जा रहा है । पानी के बिलों को वसूलने का लिया गया निर्णय इसका साक्षात उदाहरण है।
रविवार को ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र भाजपा मंडल खुंडियां का विस्तार किया गया जिसमें उपाध्यक्ष राजेंद्र पाल, ललित चौहान, प्रताप सिंह, पूनम ठाकुर, महामंत्री संजीव कुमार राणा, राजेश कुमार शर्मा, सचिव नरेंद्र अगन, लता देवी, राजेश कुमार ,नीमो देवी ,नरेंद्र कुमार कोषाध्यक्ष प्रोमिला कुमारी मीडिया प्रभारी रघुवीर सिंह प्रवक्ता पृथ्वी चंद कार्यालय सचिव कश्मीर सिंह आईटी संयोजक अग्रवन सिंह आईटी सहसंयोजक शिवानी सोशल मीडिया संयोजक शशि कुमार राणा सोशल मीडिया सहसंयोजक शिवानी,कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र कुमार जसवंत सिंह सुरजीत सिंह बीना देवी लेखराज पवन कुमार राजकुमारी देवी चंचला देवी रमेश चंद बनिता बलदेव सिंह सुमन कुमारी लता देवी भान सिंह प्रितपाल राजमल कर्म सिंह देशराज दीप कुमार कुशाल सिंह कंचन देवी कमलजीत सिंह संजीव कुमार राणा कौर चंद रतन चंद बिंदु राणा स्थाई आमंत्रित सदस्य ठाकुर रविंद्र रवि अजय खट्टा मानसिंह राणा प्रवीण कुमार राणा पंजाब सिंह मीना राणा अनीता राणा सरिता धीमान कुलदीप चंद कर्म सिंह अगन यह विशेष आमंत्रित सदस्य महेंद्र सिंह कुशाल सिंह सुरेश कुमार नसीब सिंह बाली शर्मा बलवंत सिंह कमलेश कुमार काशीराम मान चंद दिलीप सिंह इत्यादि को नियुक्त किया गया। यह जानकारी खुंडिया मंडल अध्यक्ष संजय राणा ने दी है।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में 2025-26 सत्र से चार वर्षीय शास्त्री और एक वर्षीय आचार्य पाठ्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर श्रीनिवास बरखेड़ी ने हिमाचल प्रदेश के बलाहर (परागपुर) स्थित वेदव्यास परिसर की निदेशक, प्रोफेसर सत्यम कुमारी को नई शिक्षा नीति-2020 के तहत शुरू होने वाले नए पाठ्यक्रम के बारे में जानकारी दी। कुलपति ने बताया कि इस नई शिक्षा नीति के अंतर्गत शास्त्री स्नातक, शास्त्री शोध, और आचार्य की उपाधियां सेमेस्टर आधारित होंगी। चार वर्षीय शास्त्री पाठ्यक्रम के सभी सेमेस्टरों में वेद, ज्योतिष, व्याकरण, साहित्य, दर्शन, बौद्ध दर्शन, कश्मीर शैव दर्शन, धर्मशास्त्र, अद्वैत वेदांत, पुराण इतिहास, पालि व प्राकृत जैसे पारंपरिक विषयों के साथ-साथ आधुनिक विषय जैसे कंप्यूटर (संगणक), राजनीति विज्ञान, इतिहास, अंग्रेजी, हिंदी आदि भी पढ़ाए जाएंगे। साथ ही, कौशल विकास विषयों पर भी ध्यान दिया जाएगा।नई व्यवस्था के अनुसार, शास्त्री पाठ्यक्रम में दो सेमेस्टर पूरे करने पर छात्रों को सर्टिफिकेट, चार सेमेस्टर पूरे करने पर डिप्लोमा, छह सेमेस्टर पूरे करने पर शास्त्री (स्नातक) डिग्री प्राप्त होगी। आठ सेमेस्टर की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर छात्रों को शास्त्री (शोध प्रतिष्ठा) की उपाधि मिलेगी, और दस सेमेस्टर पूरे करने वाले छात्रों को सीधे आचार्य या स्नातकोत्तर की डिग्री दी जाएगी, जिससे वे शोध के लिए योग्य होंगे। कुलपति ने यह भी बताया कि सभी सेमेस्टरों में मुख्य विषय 100 अंकों के होंगे, जिनमें 60 अंक की लिखित परीक्षा और 40 अंक का सतत मूल्यांकन होगा। छात्रों को माइनर कोर्स के साथ-साथ इंटर डिसिप्लिनरी (अंतरविषयक) विषयों, कौशल एवं दक्षता विकास और नैतिक मूल्य विषयों की पढ़ाई भी करनी होगी। दक्षता विकास में भाषाओं के साथ-साथ योग, कंप्यूटर, संगीत, नाट्य, कर्मकांड, ज्योतिष, वास्तु आदि विषय शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, पाठ्यक्रम में सभी छात्रों के लिए प्रशिक्षुता (Internship) अनिवार्य होगी, ताकि उन्हें रोजगार के लिए उचित अवसर मिल सकें। विश्वविद्यालय ने यह व्यवस्था आदर्श महाविद्यालयों और सभी संबद्ध महाविद्यालयों में लागू कर दी है, जिससे यह पाठ्यक्रम शीघ्र प्रभावी रूप से कार्यान्वित हो सके।
उपमंडल देहरा के अन्तर्गत पड़ती पुलिस चौंकी रानीताल के समीप बने शिव मंदिर में लोगो व पुलिस के सहयोग से विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी अमित सोनी ने कहा कि हर वर्ष की भांति इस बार भी विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें ज्यादा से ज्यादा लोग शिरकत करें। स्थानीय लोग व पुलिस चौंकी रानीताल के कर्मचारियों के सहयोग से इसका आयोजन शिव मंदिर प्रांगण में किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने जिस प्रकार से प्रदेश के जिलाधीशों के माध्यम से अपनी योजनाओं को पूरा करने के लिए मंदिरों के खजाने से धन लेने के आदेश दिए हैं, वह सीधे-सीधे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था से खिलवाड़ करने जैसा है। यह गंभीर आरोप वरिष्ठ भाजपा नेता और समाजसेवक एडवोकेट अभिषेक पाधा ने लगाए हैं। उनका कहना है कि दूर-दूर से श्रद्धालु जब देवी-देवताओं के दर पर नतमस्तक होते हैं और दान चढ़ाते हैं, तो उनका उद्देश्य यह होता है कि मंदिर में और अधिक विकास हो और वहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं और व्यवस्थाएं मिल सकें। लेकिन जिस प्रकार प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुकून, या उनके नाम से चल रही योजनाओं को पूरा करने के लिए मंदिरों से धन लेने का आदेश जारी किया गया है, वह इन श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्थाओं के साथ सीधा खिलवाड़ है। प्रदेश के मंदिर पहले भी कल्याणकारी कार्य करते रहे हैं, लेकिन कभी भी सरकार ने प्रत्यक्ष रूप से अपनी योजनाओं के लिए मंदिरों से धन निकालने का ऐसा कदम नहीं उठाया था। प्रदेश में अनाथ आश्रम और विद्याश्रम जैसे कई जरूरी प्रकल्प हैं, जिनका संचालन मंदिर भी कर सकते हैं, और श्रद्धालु देवी-देवताओं के नाम से चलने वाले इन प्रकल्पों में सेवा कार्य कर सकते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुकून केवल अपनी छवि चमकाने के लिए बिना बजट के घोषणाएं कर रहे हैं, जो निंदनीय है। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से हिमाचल प्रदेश में आने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। श्रद्धालु जब चढ़ावा चढ़ाएंगे, तो उन्हें यह सोचने पर मजबूर होना पड़ेगा कि उनका चढ़ाया हुआ धन गलत हाथों में जा रहा है। यह मामला केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि लोगों की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंचाने का है, जिसे प्रदेश की जनता कभी माफ नहीं करेगी। इससे आने वाले श्रद्धालुओं की आवक में भी कमी आएगी, और यह हिमाचल प्रदेश की संस्कृति और धार्मिक आस्थाओं के लिए एक बड़ा संकट बन सकता है।
मनाली से कांगड़ा जा रही निजी बस पर पनारसा के पास पहाड़ी से चट्टान गिरने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। सूचना मिलते ही औट पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य शुरू किया। जानकारी के अनुसार आज निजी बस नम्बर HP63D-5511 ( न्यू प्रेम) जो मनाली से पठानकोट जा रही थी। जिसमें चालक तथा परिचालक के अलावा 02 अन्य व्यक्ति सवार थे । मनाली से आते हुए जब यह बस बनाला के पास पहुंची तो पहाड़ी से अचानक पत्थर बस पर गिरे जिस कारण बस पलट गई तथा बस मे सवार चालक जसबंत सिंह व परिचालक अंकुश को चोटें आई हैं । जिन्हें उपचार हेतू CHC नगवांई ले जाया गया है । मामले की जांच की जा रही है । बता दें कि पिछले तीन दिनों से लगातार भारी बारिश और बर्फबारी के कारण चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय मार्ग पर सफर जोखिम भरा हो गया है जगह-जगह लैंडस्लाइड और पत्थर गिरने की खबरें आ रही है। आज सुबह बनाला के पास भी लैंडस्लाइड होने से रोड करीब आधा घंटा तक बंद रहा जिससे सड़क में जाम की लंबी कतार लगी रही।
पिछले 24 घंटों से हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश और बर्फबारी ने हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचाई है। बारिश के कारण कई नदियाँ उफान पर आ गईं हैं, वहीं भूस्खलन और बर्फबारी से प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं। शिमला, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और मंडी जैसे इलाकों में यातायात प्रभावित हुआ है, और प्रशासन ने इन क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी है। भारी बारिश और बर्फबारी के चलते चंबा, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों में शैक्षिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है। वही मौसम विभाग ने आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है खासतौर पर, कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, और यहां आंधी-तूफान की भी चेतावनी दी गई है। सड़कें बंद और लैंडस्लाइड्स: नेशनल हाईवे 5, जो शिमला को किन्नौर से जोड़ता है, निगुलसरी के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। इसके अलावा, होली-चंबा सड़क भी गरोला के पास भूस्खलन के कारण बंद हो गई है। इस भूस्खलन में एक बस भी पलट गई, लेकिन गनीमत रही कि वह खाई में नहीं गिरी। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे और मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर भी जगह-जगह भूस्खलन हुआ है, जिससे यातायात बाधित हो गया है। कुल्लू में जलस्तर बढ़ा और लैंडस्लाइड: कुल्लू के गांधीनगर में नाले का जलस्तर बढ़ने से यातायात प्रभावित हुआ है। वहीं, सोलंग नाला में तीन फीट तक ताजा बर्फबारी हुई, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है और यातायात बाधित हुआ है। कुल्लू जिले के बंजार तहसील में हॉस्पिटल के पास भी भूस्खलन हुआ, जिससे एक गाड़ी इसकी चपेट में आ गई। ऊहल नदी का उफान और शानन परियोजना: ऊहल नदी के जलस्तर के बढ़ने के कारण शानन परियोजना के बैराज गेट खोलने पड़े हैं। निचले इलाकों में रहने वालों को नदी किनारे सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पांवटा साहिब में लैंडस्लाइड के कारण NH-707 तीन घंटे से बंद है, जिससे यात्री परेशान हैं। प्रदेश सरकार ने भारी बारिश के मद्देनजर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। विशेष रूप से, भूस्खलन और बाढ़ जैसी परिस्थितियों से बचने के लिए प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और यात्रा में सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर(परागपुर )स्थित वेदव्यास परिसर के साहित्य विभाग के सहायकाचार्य डॉक्टर महीपाल सिंह विगत दिनों थाईलैंड में आयोजित हुई अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लेकर आज वेदव्यास परिसर वापस लौटे। अपने विचारों को सांझा करते हुए उन्होंने बताया कि वहां पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में वह सम्मिलित हुए । उन्होंने थाईलैंड के बारे में बताते हुए कहा कि वह एक बहुत समृद्ध देश है जहां का मौसम 12 महीने एक जैसा रहता है। वहां का तापमान बारह महीने 30 से 35 डिग्री तक रहता है।उन्होंने बताया कि 95% बौद्ध धर्म के लोग वहां पर अपना जीवन यापन करते हैं।गगनचुंबी इमारतों के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि थाईलैंड के बैंकॉक और पटाया शहरों में 100 मंजिला इमारतें हैं । वहीं डॉक्टर महिपाल के अनुसार हर व्यक्ति को जिंदगी में एक बार थाईलैंड की यात्रा जरूर करनी चाहिए।
चिट्टे के मामले में थाना डमटाल के तहत गांव छन्नी की रहने वाली महिला को न्यायालय ने दस वर्ष की कठोर सजा और एक लाख रुपए जुर्माना लगाया है। पुलिस जिला नूरपुर के एसपी अशोक रत्न ने बताया कि थाना डमटाल के तहत गांव छन्नी की रहने वाली महिला गुरमेशी देवी पत्नी अशोक कुमार तहसील इंदौरा को दिनाक 12/10/ 2019 को 5.61 ग्राम चिट्टे की खेप सहित डमटाल पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की थी। उक्त मामले में अब न्यायालय ने महिला को दोषी करार देते हुए अपना फैसला सुनाते हुए 10 वर्ष की कठोर सजा और 1 लाख रुपए जुर्माना अदा करने के आदेश जारी किए है। महिला के खिलाफ दर्ज है कई मामले एसपी नूरपूर अशोक रत्न ने बताया कि दोषी महिला के खिलाफ थाना डमटाल में तीन, नूरपुर में एक और एक मामला धर्मशाला में दर्ज है। उक्त महिला के खिलाफ कुल पांच मामले एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज है और माननीय न्यायालय में विचाराधीन है।
मकड़ोली: केसीसीबी शाखा मकड़ोली द्वारा एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय लोगों को बैंकिंग योजनाओं और ऑनलाइन ठगी से बचने के तरीके के बारे में जानकारी दी गई। शिविर के दौरान शाखा प्रबंधक वलवंत सिंह ने बताया कि बैंक की विभिन्न योजनाओं, जैसे किसान क्रेडिट कार्ड, फ़सल बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई। साथ ही, उन्होंने लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी। शाखा प्रबंधक ने विशेष रूप से अपील की कि लोग अपना ओटीपी और खाता संबंधित जानकारी किसी से भी साझा न करें और यदि ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत संबंधित शाखा से संपर्क करें। इस अवसर पर सरबंश सिंह, रमेश चंद, रजनी बाला, प्रकाश चंद, उत्तम चंद सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
नागरिक अस्पताल देहरा में वीरवार को विधायक कमलेश ठाकुर की अध्यक्षता में रोगी कल्याण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। कमलेश ठाकुर द्वारा बैठक की अध्यक्षता करते हुए रोगी कल्याण समिति से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई। साथ ही चालू वित्त वर्ष के लिए 57 लाख 6 हजार 740 रुपए का अनुमानित बजट भी पेश किया गया। विधायक ने अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए कि रोगी कल्याण समिति के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त भी यदि किसी प्रकार की कमी नागरिक अस्पताल देहरा में आती है तो उनको बताएं, वह उसके निवारण के लिए प्रतिबद्ध हैं। कमलेश ठाकुर ने अस्पताल प्रशासन को अस्पताल में साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि देहरा विधानसभा क्षेत्र में लोगों को बहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए वह हर संभव प्रयास कर रहे हैं और आने वाले समय में क्षेत्र में उत्कृष्ट स्वास्थ्य ढांचा उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को मुफ्त ईलाज और मुफ्त दवाई उपलब्ध करवाने की दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल को सुदृढ़ कर सभी प्रकार की आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है और देहरा विधानसभा क्षेत्र में भी शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। 42 लाभार्थियों को बांटे 9 लाख 81 हजार के चेक इससे पूर्व कमलेश ठाकुर ने मिनी सचिवालय देहरा में मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत 42 लाभार्थियों को 9 लाख 81 हजार रुपए के सहायता चेक वितरित किए। उन्होंने लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि देहरा विधानसभा क्षेत्र का समग्र विकास उनकी और मुख्यमंत्री की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि देहरा विधानसभा में प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचे इसके लिए वे कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उनके हलके में लोगों को कोई भी समस्या आती है तो वे सीधा उनसे संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि देहरा में आम जनमानस से संबंधित प्रमुख समस्याएं उनके ध्यान में है और उनके निवारण के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य किए जा रहे हैं। इस दौरान एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा, बीएमओ देहरा संजय बजाज, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग सुरेश वालिया, चेयरपर्सन बीडीसी देहरा अर्चना कुमारी, प्रधान व्यापार मंडल मलकियत सिंह परमार, अध्यक्ष नगर परिषद देहरा सुनीता देवी, सीडीपीओ देहरा सुशील कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है, जिसके कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन दिनों तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव रहेगा, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी रहेगी। खासतौर पर, कांगड़ा, चंबा, मंडी और कुल्लू जिलों में भारी बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, और यहां आंधी-तूफान की भी चेतावनी दी गई है। लाहौल स्पीति में पिछले दो दिनों से हो रही बर्फबारी ने इलाके की स्थिति को गंभीर बना दिया है। कई इलाकों में तीन फीट से भी अधिक बर्फबारी हो चुकी है, जिससे पूरा जिला बाकी दुनिया से कट चुका है। अटल टनल रोहतांग भी वाहनों के लिए बंद कर दी गई है। मौसम विभाग ने आज और कल के लिए भारी स्नोफॉल का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे और भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लाहौल स्पीति प्रशासन ने हिमस्खलन का अलर्ट जारी किया है। अधिक ढलान वाले इलाकों में बर्फ के पहाड़ गिरने का खतरा बना हुआ है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और बर्फबारी से संबंधित गतिविधियों से दूर रहें। सड़कें और बिजली आपूर्ति पर असर किन्नौर और लाहौल स्पीति में ताजा बर्फबारी के कारण 220 से अधिक सड़कों और 250 बिजली ट्रांसफार्मरों का संचालन ठप हो गया है। इससे क्षेत्र के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई है और यातायात प्रभावित हो रहा है। स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है और लोगों को जरूरी सहायता पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहा है। मौसम विभाग ने आम नागरिकों को घरों में सुरक्षित रहने और बर्फबारी से संबंधित गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी है। मौसम की स्थिति और बिगड़ सकती है, इसलिए लोगों से अपील की जाती है कि वे प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी सतर्कता बरतें।
**50 बेडों के अतिरिक्त ब्लॉक के निर्माण के लिए होंगे खर्च नागरिक अस्पताल डाडा सीबा में 50 बेडों के अतिरिक्त ब्लॉक के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 5 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत कर दी गयी है। स्वीकृति मिलते ही इलाके के लोगों में ख़ुशी की लहर है। बता दें कि कुछ समय पहले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इलाके में अपने दौरा करते हुए इस अस्पताल का निरीक्षण किया था उस समय उन्होंने डाडा सिबा के अस्पताल को 50 बेड़ों के लिए अतिरिक्त ब्लॉक के निर्माण किये जाने की घोषणा की थी। जिसके लिए अब सरकार द्वारा बजट जारी किये जाने से निर्माण कार्य को और गति प्रदान होगी। नागरिक अस्पताल डाडा सीबा में इलाके की 25 पंचायतों के करीब 50 हज़ार के लगभग लोग स्वास्थ्य सुविधाओं से लाभान्वित होंगे। वर्तमान में यहां बीएमओ सहित 7 डॉक्टर कार्यरत है और जल्द ही 6 विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति होने से लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिलने में सुगमता होगी।इस निर्माण कार्य के लिए बजट जारी किये जाने पर स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु व पूर्व कामगार कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरिंदर सिंह मनकोटिया का आभार प्रकट किया है
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर, बलाहर में एक सप्तदिवसीय हैमन्तिक कार्यशाला का उद्घाटन 25 फरवरी 2025 को किया गया। यह कार्यशाला 3 मार्च तक चलेगी, जिसमें विभिन्न प्रदेशों से आये हुए सहायकाचार्य, शोधछात्र, स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्र चम्पूरामायण का विस्तृत अध्ययन करेंगे। इस कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर परिसर से सेवानिवृत्त विशिष्ट अतिथि प्रो. रामकुमार शर्मा एवं केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, गुरुवायूर परिसर, केरल से सेवानिवृत्त मुख्य अतिथि प्रो. ई.एम. राजन् उपस्थित थे। उन्होंने अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर छात्रों के लिए चम्पूरामायणम् विषय का उपस्थापन किया। कार्यशाला का उद्घाटन परिसर निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी की अध्यक्षता में हुआ। इस अवसर पर परिसर के सह-निदेशक एवं कार्यशाला के संयोजक प्रो. मञ्जुनाथ एस.जि. ने सभी प्रतिभागियों और अतिथियों का स्वागत किया। कार्यशाला के सह-संयोजक डॉ. श्याम बाबू एवं डॉ. शक्तिशरण शर्मा के साथ डॉ. हरि ओम, डॉ. महात्मा वीणा पाणि त्रिपाठी एवं डॉ. राजन मिश्र ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ प्रदान करके उनका सत्कार किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. गोविन्द नारायण दीक्षित ने किया और शान्ति मन्त्र के साथ उद्घाटन सत्र का समापन किया गया। इस उद्घाटन सत्र में परिसर के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश में राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सुक्खू सरकार द्वारा नायब तहसीलदारों, पटवारियों और कानूनगो को स्टेट कैडर में डालने की अधिसूचना जारी करने के बाद से संयुक्त ग्रामीण राजस्व अधिकारी और कानूनगो महासंघ में नाराजगी है। इस निर्णय को लेकर महासंघ ने आगामी 25 और 27 फरवरी को सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला किया है, जिसका असर प्रदेशभर में लोगों के प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रियां, लोन, और ई-केवाईसी प्रक्रियाओं पर पड़ेगा। इससे आम जनता को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। महासंघ ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने दो दिन के भीतर उचित निर्णय नहीं लिया, तो 28 फरवरी से वे अनिश्चितकालीन पेन डाउन स्ट्राइक शुरू कर देंगे। सुक्खू सरकार ने राज्य कैडर की अधिसूचना जारी कर नायब तहसीलदार, पटवारी और कानूनगो के प्रमोशन चैनल को प्रभावित कर दिया है, जिससे महासंघ के सदस्य परेशान हैं। राज्य में इन पदों पर कुल 3,342 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से 488 पद खाली हैं। 2,828 पटवारी और कानूनगो 25 और 27 फरवरी को अवकाश पर जाएंगे, जिससे प्रशासनिक कार्यों में रुकावट आ सकती है। यह पहली बार नहीं है कि इन कर्मचारियों ने विरोध किया है। पिछले साल जुलाई में भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था और 15 अगस्त को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ हुई बैठक के बाद ही उन्होंने काम पर लौटने का निर्णय लिया था। इसके बाद, महासंघ ने अपनी आठ मुख्य मांगों को बलवान कमेटी के सामने रखा था, जो अब सरकार के पास सिफारिश भेज चुकी है।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली और श्री अरविंदो योगा एंड नॉलेज फाउंडेशन के तत्वावधान में "चैलेंजेज एंड पॉसिबिलिटीज ऑफ पाली एंड बुद्धिस्ट स्टडीज" विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 19 फरवरी 2025 से 23 फरवरी 2025 तक बैंकाक, थाईलैंड में किया गया। इस संगोष्ठी में वेदव्यास परिसर के साहित्य विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. महीपाल सिंह ने कच्चायन व्याकरण के आलोक में "कारक विभक्ति विश्लेषण" विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. नितिन जैन, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। संगोष्ठी के सत्राध्यक्ष के रूप में प्रो. राम नंदन सिंह, संकाय अध्यक्ष, बौद्ध दर्शन विभाग, केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. मथाईयां बलिएट, विभागाध्यक्ष, ग्लोबल बुद्धिज्म इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, इनोवेशन एंड कल्चर, राजमंगला यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी कुरुंगथेप, बैंकाक (थाईलैंड) रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वारखेड़ी ने अपने आशीर्वचनों से की। इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर, बलाहर की निदेशक महोदया प्रो. सत्यम कुमारी ने ऑनलाइन माध्यम से डॉ. महीपाल सिंह को मंगलकामनाएं भेजी।
हिमाचल प्रदेश में आगामी 4 दिन मौसम खराब रहने का अनुमान, प्रदेश भर में अच्छी बारिश-बर्फबारी की उम्मीद
हिमाचल प्रदेश में मौसम विज्ञान केंद्र 25 फरवरी की देर शाम से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने का अनुमान जताया है. प्रदेश भर में इसका असर 28 फरवरी तक देखने को मिलेगा. मौसम विज्ञान केंद्र का अनुमान है कि 26 और 27 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश बर्फबारी होने के आसार हैं. वहीं अब तक प्रदेश में सर्दियां शुष्क रही हैं. पूरे सीजन के दौरान प्रदेश में सामान्य से लगभग 69 फ़ीसदी कब बारिश दर्ज की गई है. शिमला मौसम विज्ञान केंद्र में मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि. 25 फरवरी की देर शाम से हिमाचल प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इसका असर 28 फरवरी तक प्रदेश भर में देखने को मिलेगा. वहीं पहली और दो मार्च को भी प्रदेश भर में मौसम खराब बना रहेगा. इस दौरान 26 और 27 फरवरी को प्रदेश के विभिन्न इलाकों में अच्छी बारिश बर्फबारी होने की संभावना है. इसको लेकर मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है. साथ ही कुछ इलाकों में भारी बारिश की भी संभावना है. इसको देखते हुए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है. वहीं, हिमाचल प्रदेश में इस बार सर्दियां शुष्क रही हैं. प्रदेश भर में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से कम बारिश बर्फबारी दर्ज की गई. मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से 69 फ़ीसदी कम बारिश दर्ज की गई. जनवरी महीने में सामान्य 85 फ़ीसदी कम बारिश हुई. वहीं फरवरी महीने में अब तक सामान्य से 52 फ़ीसदी कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. इसके चलते पूरे सीजन के दौरान दिन के तापमान औसतन चार से पांच डिग्री ऊपर देखने को मिले. फिलहाल प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य चल रहे हैं मगर दिन के तापमान में उछाल देखा जा रहा है. हालांकि प्रदेश में मौसम बिगड़ने के बाद दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी. इसके चलते मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 26 और 27 फरवरी को प्रदेश में कोल्ड डे का अलर्ट भी जारी किया गया है
आज राजकीय महाविद्यालय खुंडियां द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान के अंतर्गत एक रैली का आयोजन किया गया। यह रैली खुंडियां बाजार से लेकर महाविद्यालय खुंडियां तक 3 किलोमीटर तक निकाली गई। रैली में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। छात्रों ने वाहन चालकों को सीट बेल्ट और हेलमेट पहनने के महत्व के बारे में जागरूक किया। रैली के दौरान सभी छात्रों ने सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया। संयोजक सुरेंद्र कुमार और अन्य आचार्य भी इस रैली में उपस्थित रहे। यह अभियान सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। छात्रों ने इस अवसर पर अपने संकल्प को दोहराया और दूसरों को भी सुरक्षित ड्राइविंग के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार के अभियानों से समाज में सुरक्षा की जागरूकता फैलाने में मदद मिलती है।
केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को विकासात्मक योजनाओं के लिए दी जाने वाली धनराशी के व्यय हेतु स्पर्श योजना शुरू करने के निर्णय का भारतीय जनता पार्टी ने स्वागत किया है। भाजपा प्रागपुर मंडल के अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि इस योजना से सरकारों की मनमानी पर नियंत्रण लगेगा और पैसा सीधे संबंधित विभाग के बैंक खातों में जाएगा। विनोद शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार की यह स्पर्श योजना पहली अप्रैल से शुरू होगी। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इससे स्वीकृत राशि को अन्य कार्यों पर खर्च करने पर रोक लगेगी और कार्यों में पारदर्शिता बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत बैंकों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं कि वे केंद्र सरकार के आदेशों का पालन करते हुए राशि की निकासी करें। भाजपा अध्यक्ष विनोद शर्मा ने कहा कि इस योजना से विकास में गति आएगी और पारदर्शिता में भी वृद्धि होगी।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर (कांगड़ा) स्थित वेदव्यास परिसर में महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक प्रो. मोहिनी अरोड़ा ने डी.एम.के. सांसद दयानिधि मारन के संस्कृत विरोधी बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रो. अरोड़ा ने कहा कि संस्कृत हमेशा से समृद्ध और सशक्त भाषा रही है, और यह ज्ञानविज्ञान का एक अटल कोश है। उन्होंने कहा कि संस्कृत केवल भारत की संस्कृति का आधार नहीं है, बल्कि यह आधुनिक तकनीक में भी अत्यंत उपयोगी है, विशेषकर कम्प्यूटर विज्ञान में। उनके अनुसार, आज भारत में संस्कृत बोलने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और विदेशी भी इस भाषा को सीखने के लिए भारत आ रहे हैं या ऑनलाइन माध्यम से इसका अध्ययन कर रहे हैं। अरोड़ा ने आरोप लगाया कि दयानिधि मारन जैसे लोग संसदीय चर्चाओं में संस्कृत के अनुवाद की बात पर अपनी नकारात्मक टिप्पणियों से अपनी संस्कृत विरोधी मानसिकता को सामने ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति का मूल संस्कृत में है, और इस पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी भारत की आत्मा पर चोट करने जैसा है। अरोड़ा ने यह भी कहा कि मारन ने यह भी नहीं सोचा कि उनका खुद का नाम "दयानिधि" संस्कृत से लिया गया है, जो संस्कृतनिष्ठ है। ऐसे में संस्कृत पर इस प्रकार की फूहड़ टिप्पणी करना न केवल उनकी गलत सोच को दर्शाता है, बल्कि एक महान भाषा का अपमान भी है। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर स्थित महिला अध्ययन केंद्र ने दयानिधि मारन के इस विचार की कड़े शब्दों में निंदा की है। प्रो. अरोड़ा ने जोर देकर कहा कि अगर मारन माफी नहीं मांगते हैं, तो महिला शक्ति इस मुद्दे पर देशभर में आंदोलन कर इस दुष्प्रयास का विरोध करेगी।