वन विभाग देहरा में अधीक्षक के पद पर तैनात राजू धीमान विभाग में लगभग 37 वर्ष कार्य करके सेवानिवृत्त हुए हंै। राजू धीमान पुत्र स्वर्गीय बाबू राम निवासी ग्राम पंचायत हार के स्थायी निवासी हैं। उनकी सेवानिवृत्ति पर वन विभाग देहरा द्वारा उन्हें उत्कृष्ट कार्य करने हेतु सम्मानित भी किया गया, वहीं इस दौरान घर पहुंचने पर ढोल-नगाड़ों के साथ परिजनों ने उनका स्वागत भी किया।
आपदा की घड़ी में भी राजनीति करने पर प्रदेश भाजपा को लिया आड़े हाथ जसवां-परागपुर विस क्षेत्र से वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं कामगार कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष सुरिंदर मनकोटिया ने वीरवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ जो हो रहा है, उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पार्लियामेंट में जवाब नहीं देना शर्मनाक है। वहीं मीडिया को फेस नहीं कर पाना इस बात का सबूत है कि प्रधानमंत्री इस विषय से बच रहे हैं। मनकोटिया प्रदेश की भाजपा सरकार पर भी खूब बरसे। कहा कि इस आपदा में भाजपा ने राजनीति करने की कोई कसर नहीं छोड़ी। मनकोटिया ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर एवं पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये दोनों नेता अपने कुनबे को संभालें। गुटों में बंट चुकी भाजपा की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। मनकोटिया ने कहा कि जसवां-परागपुर में पूर्व मंत्री एवं मौजूदा विधायक बिक्रम ठाकुर के कार्यकाल में उनके चहेतों द्वारा अवैध रूप से सरकारी जमीन हड़पी गई है, जिसकी जांच-पड़ताल उनके द्वारा शुरू करवा दी गई है। कटाक्ष करते हुए मनकोटिया ने पूछा कि राजीव बिंदल की टीम में बिक्रम का नाम ही नहीं है और जो हमीरपुर पार्लियामेंट का इंचार्ज बनाया गया है, वह इनके संगठन के अनुसार संविधान में पोस्ट ही नहीं है और जिस भी चुनाव में वे प्रभारी नियुक्त हुए थे, वहां भाजपा चुनाव हारी है और जिस भी चुनाव में वे प्रभारी नियुक्त हुये थे, वहां भाजपा चुनाव हारी है चाहे वो चुनाव नगर निगम पालमपुर का हो या फतेहपुर का। सोशल मीडिया पर लोनिवि विभाग के दफ्तर को कोटला बेहड़ से शिफ्ट करके डाडा सीबा या परागपुर खोलने के पत्र वायरल के सवाल को लेकर मनकोटिया ने कहा कि लोगों की मांग को देखते हुए यह दफ्तर परागपुर या डाडा सीबा में खोला जाएगा। बहरहाल इस पर आगे विभागीय अधिकारियों द्वारा कार्य किया जाएगा। मनकोटिया ने हरियाणा के नूहं हादसे पर भी मनकोटिया ने काफी दुख व्यक्त किया है उन्होंने कहा कि उनका मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से सवाल है कि क्या लोगो की सुरक्षा उनकी जिम्मेदारी नहीं ,एक वीडियो में उन्होने कहा कि हर किसी को सरकार नहीं सम्भाल सकती जिसकी मनकोटिया ने निंदा की है।इस दौरान जसवां-परागपुर ब्लॉक अध्यक्ष कुशल सपेहिया, कांग्रेस सेवादल जसवां-परागपुर से अश्वनी शर्मा इत्यादि उपस्थित रहे।
विधायक मलेंद्र राजन ने आज मंड क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर बीडीओ इंदौरा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी साथ उपस्थित रहे। विधायक ने आपदा से पीड़ित लोगों से उनकी उनकी समस्याओं को सुना और प्राथमिकता के आधार पर आवश्यक सुविधाएं तत्काल उन्हें देने के लिए प्रशासन को आदेश दिए। उन्होंने पटवारी, कानूनगो, बागवानी व कृषि अधिकारियों को बाढ़ से हो रहे किसानों की भूमि कटाव व अन्य नुकसान का सही आकलन करने के आदेश दिए। इस अवसर पर कुलदीप कीपा, अधिवक्ता जसवीर कटोच मनोहर पिंकी एसडीएम इंदौरा सुरेंद्र ठाकुर एस एच ओ कुलदीप शर्मा निकटवर्ती पंचायतों के प्रधान तथा कार्यकर्ता उपस्थित रहे। पौंग बांध से और पानी छोड़ा गया तो जलमग्न हो जाएंगे मंड भोगरवां और मंड हलेड़ मंड क्षेत्र में बाढ़ से हो रही निरंतर तबाही के चलते मंड बहादुरपुर में पानी तेजी से भूमि कटाव करते हुए मंड भोगरवां, मंड हलेड़ आदि नजदीकी गांवों की ओर जा रहा है, जिस कारण नए क्षेत्र में लोगों की भूमि जलमग्न होने लगी है। अब अगर पौंग बांध से और पानी छोड़ा जाता है तो इन गांवों के लिए अधिक खतरा पैदा हो जाएगा। ज्ञात रहे कि इन्हीं गांवों को जोड़ने के लिए वो करवा भोगरवां की ओर से ब्यास दरिया पर बना लोहे का पुल जो कि पहले ही बाढ़ की चपेट में आकर गिर चुका है। इसी के चलते विधायक ने आज स्थानीय लोगों साथ राहत कार्यों का जायजा लिया।
कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने आज वीरवार को फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित मण्ड क्षेत्र के तहत रियाली, मंड बहादुर तथा बेल ठाकरां का दौरा कर यहां पर बरसात से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस मौके पर फतेहपुर के विधायक भवानी पठानिया, एसडीएम विश्रुत भारती, डीएफओ अमित शर्मा तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उनके साथ मौजूद रहे। कृषि मंत्री ने कहा कि कुल्लू तथा मनाली क्षेत्र में गत दिनों व्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ से जलस्तर बढ़ने के कारण कांगड़ा ज़िला के मंड क्षेत्र के तहत इंदौरा तथा फतेहपुर में किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। जिससे उनके घरों,उपजाऊ भूमि तथा फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। जिसके नुकसान का आज प्रशासन के अधिकारियों के साथ उन्होंने जायजा लिया है तथा शीघ्र ही इसका आंकलन तैयार कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट प्रदेश के मुख्यमंत्री को सौंप दी जाएगी। उन्होंने इस मौके पर प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी तकलीफ को सुना तथा प्रदेश सरकार की तरफ से हर संभव मदद पहुंचाने का भरोसा दिया।उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने रिलीफ मैन्युअल में संशोधन कर बाढ़ से हुए नुकसान की मुआवजा राशि को भी कई गुणा बढ़ा दिया है। इसके अतिरिक्त सभी जिलों में राहत व पुनर्वास कार्यों की समीक्षा के लिए जिला स्तरीय राहत एवं पुनर्वास समितियों का गठन किया गया है ताकि सम्बंधित क्षेत्रों में जाकर बरसात से हुए नुकसान का जायजा लेकर सही आकलन सुनिश्चित होने के साथ प्रभावित परिवारों को तुरन्त राहत प्रदान की जा सके। कृषि मंत्री ने कहा कि नदी के तटों की स्थिति बिगड़ने की वजह से पानी का बहाव गांव तथा खेतों की तरफ मुड़ा है। जिससे इस क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नदी का चरणबद्ध तटीकरण किया जाएगा। जिसके लिए स्थान भी चिह्नित कर लिए गए हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में बाढ़ से होने वाले नुकसान के पीछे अवैध खनन भी एक मुख्य कारण रहा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में क्रशर लगाने के लिए सम्बंधित पंचायतों द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। इसके अतिरिक्त कुछ स्थानीय लोग अपने वित्तीय हितों के लिए अपनी निजी भूमि पर खनन करवा रहे हैं जिससे बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल स्तर कम होने पर इस क्षेत्र का ड्रोन सर्वे करवाया जाएगा ताकि खनन के लिए आवंटित क्षेत्र की सही जानकारी मिलने के साथ अवैध खनन पर अंकुश लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जो क्रशर चल रहे हैं अगर उनमें खनन पॉलिसी के तहत निर्धारित नियमों में कोई अनियमितता पाई जाएगी तो उनके विरुद्ध सख्त कारवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अवैध खनन की गतिविधियों को रोकने के लिए कारगर एवम प्रभावी कदम उठा रही है। कृषि मंत्री ने इस दौरान रियाली तथा रे में लोगों को संबोधित किया तथा जनसमस्याओं को सुना । उन्होंने अधिकतर समस्यों का मौके पर ही निपटारा कर दिया। उन्होंने उपमंडल में बरसात से हुए नुकसान का शीघ्र आकलन तैयार करने के अधिकारियों को निर्देश भी दिए। कृषि मंत्री तथा विधायक भवानी पठानिया ने रे स्थित वन विश्राम गृह परिसर में अर्जुन,आंबला तथा जामुन के पौधे भी लगाए। इस मौके पर विधायक भवानी पठानिया ने कहा कि गत दिनों प्रदेश में घटित जल प्रलय के कारण व्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ के कारण मंड क्षेत्र में धान, मक्की तथा सब्ज़ियों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। जिससे जहां कई लोग बेघर हुए हैं वहीं उनकी कीमती उपजाऊ भूमि भी पानी में बह गई है। इसके अतिरिक्त पुल भी टूट चुके हैं। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्र में भविष्य में व्यास नदी से होने वाले नुकसान के खतरे को देखते हुए पहले चरण में आठ स्थानों को चिन्हित कर तटीकरण कार्य को प्राथमिकता पर करने के लिए जल शक्ति विभाग द्वारा डीपीआर तैयार की जा रही है। इसके अतिरिक्त जिन लोगों का नुकसान हुआ है उनके लिए स्थाई पुनर्वास व मुआवजा देने के लिए उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है। इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक राहुल कटोच, बीडीओ सुभाष अत्री, कांग्रेस प्रवक्ता संसार सिंह संसारी, पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मनमोहन सिंह, लोक निर्माण, जल शक्ति , बिजली, वन, कृषि विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।
राज्य सूचना आयुक्त डॉ. एसएस गुलेरिया ने कहा कि सूचना का अधिकार अधिनियम का मूल उद्देश्य नागरिकों को सशक्त बनाना तथा सरकार की कार्यशैली में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है। वीरवार को धर्मशाला डीसी परिसर के एनआईसी सभागार में सूचना के अधिकार अधिनियम के कार्यान्वयन की जिला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए डा एसएस गुलेरिया ने कहा कि यह अधिनियम नागरिकों को सरकार तथा विभिन्न विभागों की गतिविधियों के बारे में जागरूक करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आरटीआई के तहत कोई भी नागरिक किसी भी सरकारी विभाग से कोई भी जानकारी ले सकता है बस शर्त यह है कि आरटीआई के तहत पूछी जाने वाली जानकारी तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सरकारी विभाग में जन सूचना अधिकारी होता है जिसके पास आवेदन पत्र जमा करवा सकते है। आवेदन पत्र का फॉर्मेट इन्टरनेट से डाउनलोड कर सकते है या फिर एक सफेद कागज पर अपना आवेदन लिख सकते है, आवेदन किसी भी भारतीय भाषा जैसे हिंदी, इंग्लिश या किसी भी स्थानीय भाषा में दे सकते हैं, आवेदन के तीस दिन के अन्दर आवेदक को लिखित तौरपर उत्तर देना जरूरी है। उन्होंने सभी जन सूचना अधिकारियों को आरटीआई के तहत थर्ड पार्टी को लेकर मांगी गई जानकारी को लेकर आरटीआई अधिनियमों के तहत निपटारा सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन सूचना अधिकारी तृतीय पक्ष के संबंध में जानकारी को लेकर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय के लिए प्राधिकृत हैं। इस संबंध में जन सूचना अधिकारियों को आवश्यक तौर पर अधिनियम की विस्तृत जानकारी लेकर कार्यशाला भी आयोजित करवाई जाएगी। इससे पहले उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए उनके कार्यालय में आरटीआई मामलों के समयबद्व निपटारे के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एडीसी सौरभ जस्सल, एसी टू डीसी सुभाष गौतम, जिला योजना अधिकारी अलोक धवन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भेंट की। मुख्यमंत्री ने 830 करोड़ रुपये की विशेष केंद्रीय सहायता के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री का आभार व्यक्त किया और राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने, संसाधन सृजन और बहाली कार्यों की गति में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार से अतिरिक्त विशेष केंद्रीय सहायता का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के दौरान सड़कों, पुलों, जलापूर्ति योजनाओं, सिंचाई योजनाओं, शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य संस्थानों, पशुधन व मानव जीवन, सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को हुई भारी क्षति के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि लगभग 8000 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अपने स्वयं के अल्प संसाधनों से राहत और बहाली अभियान चलाया जो राज्य के बुनियादी ढांचे को पटरी पर लाने के लिए अपर्याप्त है। ऐस में उन्होंने केंद्र से समर्थन और सहायता का आग्रह किया। केंद्रीय मंत्री ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री से किया आग्रह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। मुख्यमंत्री ने भारी बारिश एवं बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिए केंद्रीय समिति को प्रदेश में भेजने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने केंद्रीय समिति की अनुशंसा के अनुसार राज्य को शीघ्रातिशीघ्र राशि जारी करने का आग्रह करते हुए कहा कि प्रदेश में क्षतिग्रस्त आधारभूत संरचना के पुनर्निर्माण में लगभग एक से दो वर्ष का समय लगेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने इत्यादि की घटनाओं से हुए भारी नुकसान से उन्हें अवगत करवाया और राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए 2 हजार करोड़ रुपये की तुरंत राहत प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने अवगत करवाया कि आपदा राहत के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए केंद्र से प्राप्त निधि सम्बंधित विभागों और उपायुक्तों को राहत अभियान के लिए जारी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-2020 तथा वर्ष 2020-2021 के लिए राष्ट्रीय और राज्य आपदा राहत निधि के तहत लम्बित 315 करोड़ रुपये की राशि शीघ्र जारी की जाए, क्योंकि अभी तक प्राप्त राशि प्रदेश में बड़े स्तर पर हुई क्षति के विपरीत बहुत कम है। गृह मंत्री ने राज्य को हरसम्भव सहायता का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा भी उपस्थित थे।
कहा-इस समय अगर इलेक्शन होते तो नंगे पांव दौड़कर आते पार्टी उम्मीदवार हिमाचल प्रदेश में इस बरसात के मौसम में करोड़ों रुपये का नुकसान हो चुका है। जिला कांगड़ा की तहसील इंदौरा की पंचायत भोगर्वां के क्षेत्र मंड में भी यह बरसात लोगों के लिए काफी मुसीबतेंं लेकर आई है। यहां पौंग डैम से पिछले कई दिनों से काफी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। किसानों की हजारों एकड़ धान की फसल पानी में बह चुकी है, जिला प्रशासन को लगातार समस्याओं से अवगत करवाया जा रहा है, किंतु उनकी समस्याओं का कोई भी समाधान नहीं करवा रहा है। मंड क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन का अभी तक कोई भी अधिकारी मंड भोगर्वां के लोगों से मिलने के लिए नहीं पहुंचा है। जानकारी देते हुए किसान त्रिलोक सिंह ने बताया कि वे किसानी करते हैं। वर्तमान समय में हमने धान की फसल लगाई हुई थी जो कि सारी की सारी बर्बाद हो चुकी है। वे केवल खेती पर निर्भर है। इसके अलावा उनके पास कोई रोजगार का साधन नहीं है। खेती के अलावा अब वे क्या करें। त्रिलोक सिंह के साथ अमन सिंह, बलविंदर सिंह, करनैल सिंह, पप्पु आदि किसानों ने बताया कि हम 1988 का बाढ़ के संताप को झेल चुके हैं, लेकिन उन दिनों में इतना नुकसान नहीं हुआ था, जितना कि अब हुआ है। उन्होंने बताया कि 1988 की बात करें तो उन दिनों में मंड एरिया में कोई भी क्रशर उद्योग नहीं था, जिस वजह से भूमि का कटाव नहीं हुआ फसलें बर्बाद कम हुइंर्, लेकिन अब तो हद पार ही हो चुकी है। यहां लगभग 40 से 50 फीट गहराई तक की लगातार माइनिंग होती रही है, जिससे खेती योग्य भूमि को नुकसान हो रहा है, फसलें बर्बाद हो रही हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने खनन विभाग के अधिकारियों से इस बारे में कई बार बात की, लेकिन कोई असर देखने को नहीं मिला, बल्कि अधिकारियों के आने से पहले ही मशीनरी वहां से गायब हो जाती है। क्रशर मालिक व खनन विभाग के साथ मिलीभगत का भी अंदेशा लगाया जा सकता है। अमन सिंह ने कहा है कि पिछले 15 से 20 दिन हो गए हैं पानी छोड़े हुए, लेकिन उनके पास कोई भी अधिकारी सुध लेने के लिए नहीं आया है। उन्होंने अपने निजी खर्च से रोजमर्रा के कार्य करने के लिए नाव का इंतजाम कर रखा है, अब तक थानीय विधायक भी उनका हाल-चाल जानने नहीं आए हैं। उन्होंने बताया कि अगर इन दिनों इलेक्शन हो जाएं तो वोट लेने के लिए पार्टी के उम्मीदवार नाव के बिना भी नदी पार कर उनके पास पहुंच जाएंगे। क्या कहते हैं विधायक इंदौरा इस मुद्दे पर जब विधायक इंदौरा मलेंंद्र राजनसे बात की गई तो उन्होंने बताया कि बाढ़ आने से मंड भोगर्वां के लोगों का काफी नुकसान हुआ है उनकी सरकार से बातचीत चल रही है। जल्द ही किसानों के नुकसान का जायजा लिया जाएगा और यथा संभव मदद की जाएगी।
कहा- सभी जिलों को मरम्मत कार्यों के लिए उपलब्ध करवाया गया है फंड राजस्व, बागबानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि बारिश से क्षतिग्रस्त सभी सड़कों तथा पेयजल योजनाओं की त्वरित मरम्मत सुनिश्चित की जाए इस के लिए राज्य सरकार की ओर से सभी जिलों को आवश्यक फंड उपलब्ध करवाया गया है। बुधवार को धर्मशाला के स्कूल शिक्षा बोर्ड के सभागार में जिला राहत एवं पुनर्वास समिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए राजस्व मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में मानवीय सरोकारों को समर्पित प्रदेश सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास कार्य युद्ध स्तर पर संचालित कर रही है। राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तीव्र गति से संचालित किया जा रहा है जिसकी सराहना विश्व बैंक द्वारा भी की गई है। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में राहत पुनर्वास के कार्यों की समीक्षा के लिए जिला स्तरीय राहत एवं पुनर्वास समितियों का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों के राहत तथा पुनर्वास के कार्यों में तत्परता के साथ सभी विभागीय अधिकारियों को कार्य करना चाहिए, इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं की जाए। मनरेगा के तहत भी बारिश से क्षतिग्रस्त कार्यों की मरम्मत का प्रावधान राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि मनरेगा के तहत बारिश से क्षतिग्रस्त निजी कार्यों के लिए भी मरम्मत का प्रावधान किया गया है तथा ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को इस बाबत पंचायत स्तर पर लोगों को जानकारी प्रदान करनी चाहिए तथा ज्यादा से ज्यादा सेल्फ मनरेगा के तहत अपू्रवल के लिए भेजें ताकि बारिश से प्रभावित लोगों को लाभांवित किया जा सके। विकास खंड अधिकारियों को भी मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों की जानकारी को लेकर पंचायत प्रधानों के साथ बैठकें करने के निर्देश दिए गए हैं। पीडब्ल्यूडी, कृषि, जलशक्ति, विद्युत विभाग में 287 करोड़ का नुकसान कांगड़ा जिला में भारी बारिश से लोक निर्माण विभाग को 83 करोड़ जिसमें 397 मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। जलशक्ति विभाग को 146 करोड़ इसमें 571 पेयजल योजनाएं बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुई हैं। विद्युत विभाग को 16 करोड़ तथा कृषि विभाग को 34 करोड़ का नुक्सान हुआ है। कृषि विभाग के तहत इंदौरा तथा फतेहपुर में किसानों को सबसे ज्यादा नुक्सान हुआ है, शिक्षा विभाग को आठ करोड़ के करीब नुक्सान का आकलन किया गया है। चक्की पुल का निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के दिए निर्देश राजस्व मंत्री ने चक्की पुल का निर्माण कार्य तत्परता के साथ पूरा करने के निर्देश एनएचएआई के अधिकारियों को दिए गए हैं इसके साथ ही यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग की मरम्मत के लिए एनएचएआई के अधिकारियों को कारगर कदम उठाने के लिए कहा गया है ताकि लोगों को किसी आवागमन में किसी भी तरह की दिक्कतें नहीं झेलनी पड़ें। उन्होंने कहा कि चक्की पुल को बाढ़ से बचाने के लिए ठोस उपाय किए जाएं ताकि हर वर्ष बारिश में चक्की पुल को यातायात के लिए बंद नहीं करना पड़े। मानसून सीजन से पहले ग्रामीण क्षेत्रों में डी सिल्टिंग अभियान को सराहा राजस्व मंत्री ने जिला प्रशासन द्वारा मानसून सीजन से पहले मनरेगा के तहत नालों तथा नालियों से गाद हटाने के लिए चलाए गए अभियान की सराहना करते हुए कहा कि पानी की निकासी सही होने से बाढ़ इत्यादि के खतरे की आशंका कम हो जाती है। कांगड़ा जिला में मनरेगा के तहत 3097 कार्य किए गए हैं इसके कारण भी कांगड़ा जिला में बारिश से नुक्सान को कम किया जा सका है। ग्रामीण स्तर पर तैयार किए जाएं आपदा मित्र राजस्व मंत्री ने कहा कि आपदा से बचाव के लिए ग्रामीण स्तर पर आपदा प्रबंधन कमेटियां गठित करना जरूरी हैं तथा इस दिशा में महिला मंडलों, पंचायत प्रतिनिधियों, युवक मंडलों को आपदा मित्र के रूप में प्रशिक्षित किया जाए ताकि आपदा के समय राहत तथा पुनर्वास के कार्यों को त्वरित प्रभाव से आरंभ किया जा सके और नुक्सान को भी कम करने में मदद मिल सके। इस अवसर पर डीसी डा निपुण जिंदल ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बारिश के दौरान राहत तथा पुनर्वास के कार्यों का विस्तार से ब्यौरा दिया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल, विधायक केवल सिंह पठानिया, विधायक मलेंद्र राजन, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एसपी अशोक रत्न, एडीएम रोहित राठौर, लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, वन विभाग, कृषि, बागबानी विभाग के अधिकारी, उपमंडलाधिकारी भी उपस्थित थे।
धर्मशाला के कचहरी बाजार और ढगवार में खोले क्षेत्रीय विधायक कार्यालय, नरवाणा हेरिटेज में काटा 52 किलो का केक निर्धन परिवारों को आर्थिक मदद देकर साकार किया 'जनता ही जनार्दन' का स्लोगन हजारों समर्थक एक साथ बोले, सुधीर ही सुधार देश भर में चर्चित 'जनता ही जनार्दनÓ के स्लोगन को साकार करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने अपना 52वां जन्मदिन गरीब जनता को समर्पित कर दिया। बुधवार को दिग्गज कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा ने अपना जन्मदिवस पूरी सादगी के साथ मनाया। नरवाणा हेरिटेज में मुख्य कार्यक्रम में सुधीर शर्मा ने 101 निर्धन परिवारों को आर्थिक मदद देकर नई परिपाटी की शुरूआत की। इस दौरान सुधीर शर्मा ने हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि उनका जीवन निर्धन जनता को समर्पित है। कार्यक्रम में उन्होंने अति निर्धन परिवारों को आर्थिक मदद देने के अलावा सैकड़ों बच्चियों को सिलाई मशीनें दीं, ताकि वे आत्मनिर्भर हों सकें। कार्यक्रम में समर्थकों ने खासतौर पर उनके लिए 52 किलो का केक बनाया था। सुधीर शर्मा ने कहा कि बरसात की आपदा के चलते वह अपना जन्मदिवस धूमधाम से नहीं मना रहे। इस पर हजारों समर्थकों ने 'सुधीर ही सुधारÓ के जोरदार नारे लगाए। इस दौरान मेहमानों को पारंपरिक धाम परोसी गई। नरवाणा में कार्यक्रम के बाद सुधीर शर्मा ने धर्मशाला के कचहरी बाजार में कांग्रेस पार्टी का एक और क्षेत्रीय विधायक कार्यायल खोला। इस आफिस में आमजन अपनी समस्याएं बता सकेगा। तदोपरांत उन्होंने धर्मशाला के निचले क्षेत्र की पंचायत ढगवार में एक और क्षेत्रीय विधायक कार्यालय खोला। इन दफ्तरों का मकसद यह है कि शहर व गांव के लोग निकटवर्ती क्षेत्रों में अपनी समस्याएं रख सकें। इन दफ्तरों से सुधीर शर्मा तीन पट्टियों में बसे धर्मशाला हलके की जनता के और करीब होंगे। मसलन दाड़ी आफिस में चामुंडा, टंग, नरवाणा, योल आदि इलाकों को सुविधा मिलेगी तो धर्मशाला आफिस में शहर के लोग अपना दर्द बता सकेंगे। ढगवार वाले आफिस में निचले क्षेत्रों की 20 पंचायतों के लोग अपनी समस्याएं रख पाएंगे। ऐसे में धर्मशाला की जनता के लिए तीन आफिस हो गए हैं। दिन भर बधाइयों का दौर सुधीर शर्मा को अल सुबह से बधाइयों का दौर शुरू हो गया। उन्हें फेसबुक, टिवटर, व्हट्ऐप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, हाइक आदि सोशल मीडिया पर बधाइयों का दौर शुरू हो गया। समर्थक अपने अपने तरीकों से उन्हें टैग करके बधाई दे रहे थे। कई लोगों ने सुधीर शर्मा के स्लोगन सुधीर ही सुधार और जनता ही जनार्दन को टैग करके पोस्ट डालीं। स्मार्ट सिटी है सबसे बड़ी देन शांत स्वभाव के सुधीर शर्मा जितने कम शब्द बोलते हंै, उनका एक्शन उतना ही जोरदार होता है। हिमाचल को स्मार्ट सिटी सरीखा बड़ा प्रोजेक्ट देने वाले सुधीर शर्मा का जन्म बैजनाथ में 2 अगस्त 1972 को हुआ था। वह हिमाचल के दिवंगत फायर ब्रांड लीडर संतराम शर्मा के सुपुत्र हैं। वह बैजनाथ में साल 2003 और 2007 में विधायक रहे। साल 2012 में उन्होंने धर्मशाला में एंट्री की। जीतने के बाद उस समय बतौर शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा के कार्यकाल में धर्मशाला में रोप-वे, स्मार्ट सिटी, ट्यूलिप गार्डन, आईटी पार्क जैसे बड़े प्रोजेक्ट चर्चाओं में आए,तो पूरे देश में उनकी चर्चा होने लगी। सुधीर शर्मा विधानसभा में पूरे हिमाचल कसे संबंधित मसले उठाते हैं। सुधीर शर्मा की बदौलत धर्मशाला में स्मार्ट सिटी के 75 प्रोजेक्टों पर काम चल रहा है। धर्मशाला में मुख्य सचिव, जी-20 व महिला सांसदों के बड़े इवेंट हुए हैं। शहर और गांव बनाने हैं स्मार्ट मौजूदा समय में सुधीर शर्मा ने धर्मशाला के गांवों में 12 नए प्ले ग्राउंड बनाने का टारगेट लिया है। नाबार्ड के तहत 5 बड़ी सडक़ों का काम चल रहा है। पास्सू में 12 जुलाई 2021 को बही सडक़ काम तेज हुआ है। पास्सू में ही एक पुल पूरा हो चुका है। सब्जी मंडी और ओबीसी भवन का काम तेज हुआ है। मांझी खड्ड के तटीकरण का काम चल रहा है। मकलोडगंज से सटे गांवों को लिंक रोड बन रहे हंै। धर्मशाला मे ग्रीन स्पेस बढ़ाया जा रहा है। धर्मशाला शहर में स्मार्ट रोड, सिटी पैसेंजर सिस्टम, स्मार्ट बस अड्डे समेत कई दफ्तरों को नया लुक मिला है। ढगवार में पुराने मिल्क प्लांट को ढाई सौ करोड से नया लुक दिया जा रहा है। मसरेहड़ और ढगवार के लिए पौने तीन करोड़ से सडक़ बन रही है।
हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ खंड डाडा सीबा का त्रिवार्षिक चुनाव बुधवार को स्थानीय राजकीय बरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डाडा सीबा में बुधवार को संपन्न हुआ। इसमें चुनाव प्रक्रिया की अध्यक्षता सेवानिवृत्त प्रवक्ता दिलीप कुमार ने की। बैठक में सर्वसम्मति से संघ की नई कार्यकारिणी का चयन किया गया। इसमें अश्वनी सपेहिया की शानदार कार्यशैली को देखते हुए उन्हं लगातार चौथी बार सर्वसम्मति से संघ की खंड डाडा सीबा इकाई का प्रधान चुना गया, जबकिजसबीर सिंह को वरिष्ठ उप प्रधान, मंजीत सिंह पटियाल को कोषाध्यक्ष व पंकज सिंह चौहान को प्रेस सचिव बनाया गया। इस चुनाव में ब्लाक खंड के दूर-दूर से आए अध्यापकों ने भाग लिया। प्रधान अश्विनी सपेहिया ने कहा कि अध्यापकों से संबंधित जो भी समस्याएं होंगी, उनको हल करने के लिए प्रमुखता से कदम उठाए जाएंगे।
कांगड़ा जिला में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचक नामावली को शुद्ध एवं त्रुटि रहित व अपडेट बनाए रखने के उद्देश्य से फोटोयुक्त मतदाता सूचियों में सत्यापन का कार्यक्रम आरंभ किया गया है, यह कार्यक्रम 21 अगस्त, 2023 तक चलेगा। यह जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत बीएलओ अपने-अपने मतदान बूथों के अंतर्गत घर-घर जाकर प्रविष्टियों का सत्यापन करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सत्यापन कार्यक्रम में घर के मुखिया की सहायता से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि परिवार के सभी पात्र सदस्यों का नाम मतदाता सूची में दर्ज है तथा सभी सदस्यों का विवरण भी सही है। प्रविष्टि में अशुद्धि पाए जाने पर निर्वाचन विभाग प्रारूप-8 के माध्यम से कार्रवाई करेगा। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान 1 अक्तूबर, 2023 की अहर्ता तिथि के आधार पर मतदाता सूचियों में पंजीकरण के लिए छूटे हुए पात्र नागरिकों की पहचान कर उनके नाम को मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा। अभियान के दौरान मतदाता सूचियों में खराब गुणवत्ता की फोटो की पहचान कर सम्बंधित मतदाता से नवीनतम रंगीन फोटो प्राप्त कर उन्हें अपडेट किया जायेगा। उन्होंने बताया कि एक से अधिक स्थान पर दर्ज मृत्यु व स्थायी रूप से स्थानांतरण या दोहरे पंजीकृत मतदाताओं की पहचान कर उनके नाम मतदाता सूची से अपमार्जिन करने हेतु उचित कार्रवाई की जाएगी। उपायुक्त ने बताया कि 1 जनवरी, 2024 की अहर्ता तिथि के आधार पर योग्य मतदाताओं के साथ-साथ ऐसे भावी मतदाता जो 1 अप्रैल, 2024, 1 जुलाई, 2024 तथा 1 अक्तूबर, 2024 को योग्य होंगे उनकी भी जानकारी प्राप्त की जाएगी। उन्होंने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं की पहचान, मतदान केंद्र भवन की फोटो व जानकारी अपलोड करना तथा मतदान केंद्र की जनसंख्या की जानकारी प्राप्त की जाएगी। उन्होंने जिला के सभी नागरिकों से आग्रह किया है कि बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा मतदाता सूचियों के सत्यापन में अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
डीसी ने स्मार्ट सिटी के लंबित कार्यों को पूर्ण करने के दिए निर्देश उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने धर्मशाला में स्मार्ट सिटी के तहत लंबित कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। इस बाबत मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय परिसर में एनआईसी के सभागार में स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों को लेकर उपायुक्त डा निपुण जिंदल की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। उपायुक्त ने कहा कि धर्मशाला कॉलेज-स्टेडियम रोड पर नाइट फूड स्ट्रीट के रूप में विकसित किया जाएगा इसमें उपलब्ध स्थान में अधिक से अधिक स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को समायोजित करने के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं तथा आसपास के क्षेत्रों में सभी स्ट्रीट फूड विक्रेताओं को इस स्थान पर समायोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड से लेकर शिक्षा बोर्ड तक स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट को समयबद्व पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं इसमें बस स्टैंड से गांधी पार्क (सड़क के घाटी की ओर), मैक्सिमस मॉल से गांधी पार्क और आईपीएच कार्यालय से जोनल अस्पताल गेट तक स्मार्ट रोड पर अतिक्रमण को हटाने के लिए लोक निर्माण विभाग के माध्यम से नोटिस जारी करने का निर्देश दिए गए हैं इसके साथ ही कचहरी अड्डा में वन भूमि पर अतिक्रमण तथा कैंची मोड़ से बस स्टैंड तक स्मार्ट रोड के सीमांकन पर चर्चा की गई। धर्मशाला स्मार्ट सिटी प्रबंधन को 10 दिनों के भीतर एनएच पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग के समन्वय से सीमांकन करवाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि स्मार्ट रोड स्ट्रेच के साथ सभी क्रॉसिंग की पहचान की जाएगी तथा इस कार्य के निष्पादन की योजना नगर निगम, स्मार्ट सिटी, एचपीपीडब्ल्यूडी, विद्युत, पुलिस विभाग के समन्वय से बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि हटाए जाने वाली ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइनों और मौजूदा इलेक्ट्रिक पोल के मुद्दे पर चर्चा की गई और यह निर्देश दिया गया कि एचपीएसईबीएल चरणबद्ध तरीके से शटडाउन की योजना बनाएगी यह कार्य छुट्टियों के दौरान किया जाए, ताकि सरकारी कार्यालयों का नियमित काम बाधित न हो। उपरली धार धर्मशाला में ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्लांट के निर्माण पर चर्चा की गई। डीसी ने निर्देश दिया कि डीएमसी को भूमि हस्तांतरण का मामला शुरू किया जाए। इससे पहले आयुक्त नगर निगम अनुराग चंद्र ने स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर स्मार्ट सिटी के विभिन्न अ
9 अगस्त से शैक्षणिक संस्थानों में होगा संवाद का आगाज पौषाहार, मानसिक हेल्थ, व्यवहार में सुधार पर भी बच्चों से होगी चर्चा कांगड़ा जिला के शैक्षणिक संस्थानों में नशे के दुष्प्रभावों के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए 19 अगस्त से संवाद कार्यक्रम आरंभ किया जाएगा इस के लिए विस्तृत शेड्यूल तैयार किया गया है। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागार में नेशनल नार्को कोर्डिनेशन पोर्टल के तहत आयोजित जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। इस अवसर पर समन्वय समिति की संयोजक शालिनी अग्निहोत्री भी उपस्थित़ थीं। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में नशा निवारण अभियान को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए कार्य योजना भी तैयार की गई है इसमें समाज के सभी लोगों का सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा। संवाद के सुचारू कार्यान्वयन के लिए टीमें गठित उपायुक्त ने कहा कि संवाद कार्यक्रम के तहत एसडीएम, डीएसपी, एसएचओ, खंड चिकित्सा अधिकारी, कल्याण विभाग तथा आबकारी कराधान विभाग के अधिकारियों की अलग अलग टीमें गठित की गई हैं जो निर्धारित शेड्यूल के तहत बच्चों को स्कूलों नशे के दुष्प्रभावों, पौषाहार, मेंटल हेल्थ, व्यवहार में सुधार इत्यादि को लेकर जागरूक करेंगे ताकि विद्यार्थी अच्छे नागरिक बनकर समाज निर्माण में अमूल्य योगदान दे सकें। संवाद कार्यक्रम के तहत गठित टीमों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि बच्चों के साथ बेहतर तरीके से विभिन्न विषयों पर संवाद स्थापित किया जा सके। सात स्वास्थ्य संस्थानों में नशा मुक्ति क्लीनिक सेवाएं प्रत्येक शुक्रवार तथा शनिवार को सांय दो बजे से चार बजे तक कांगड़ा जिला के जोनल अस्पताल धर्मशाला के साथ सिविल अस्पताल ज्वालामुखी, कांगड़ा, शाहपुर, नूरपुर, इंदौरा और पालमपुर में नशा मुक्ति क्लीनिक में विशेषज्ञ चिकित्सक नशे की चपेट में आए रोगियों का चेकअप कर रहे हैं तथा आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उपायुक्त ने कहा कि जिला के 14 अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में भी नशा मुक्ति क्लीनिक आरंभ करने के लिए प्रक्रिया जारी है ताकि लोगों को नशे से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में चल रहे नशा निवारण और पुनर्वास केंद्रों को भी सुदृढ़ किया जा रहा है। नशे की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र होंगे चिह्न्ति पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने जिले में नशे की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्न्ति किया जाएगा। इस के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं तथा चिह्न्ति क्षेत्रों में नशा निवारण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा तथा पुलिस की ओर से निगरानी भी बढ़ाई जाएगी।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा की भारत स्काउट्स की रोवर रेंजर इकाई द्वारा विश्व स्काउट्स स्कार्फ दिवस मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय की रेंजर्स ने प्राचार्या डॉ.अंजू रानी ठाकुर को स्कार्फ पहनाकर कार्यक्रम में उनका स्वागत किया। प्राचार्या ने छात्र-छात्राओं को समुदाय के साथ मिलकर समाज सेवा तथा दूसरों के हितार्थ कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने छात्रों को स्काउटिंग के महत्व के बारे में बताया कि किस तरह से हम अपने जीवन को अनुशासित और व्यवस्थित कर सकते हैं। रोवर लीडर प्रो धर्मेंद्र सिंह, डॉ. कपिल सूद तथा रेंजर लीडर डॉ. शर्मीता पठानिया ने भी अपने अनुभव तथा विचार प्रकट किए। कार्यक्रम का संचालन प्रो. वंदना राणा ने किया। गणतंत्र दिवस परेड में भाग ले चुके स्काउट्स पारस, विशाल, सविता ठाकुर, सेजल चौहान तथा अनुराधा ने भी अपने अपने अनुभव सांझा किए तथा भविष्य में भी अच्छा स्काउट बनने की शपथ ली।
भारतीय वायु सेना ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर वायु प्रवेश जनवरी, 2024 के लिए चयन परीक्षा के लिए अविवाहित भारतीय पुरुष और महिला उम्मीदवारों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। कमांडिंग आफिसर विंग कमांडर एसवीजी रेड्डी ने आज यहां बताया कि इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है और 17 अगस्त को रात 11 बजे तक ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन परीक्षा 13 अक्तूबर से ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि 27 जून, 2003 से 27 दिसंबर, 2006 के बीच जन्में युवा आवेदन के लिए पात्र होंगे, जिसमें यह दोनों तिथियां भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक योग्यता के तहत विज्ञान विषय तथा विज्ञान के अलावा अन्य विषयों के अभ्यर्थी पात्र होंगे। पंजीकरण और परीक्षा शुल्क 250 रुपये निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रवेश स्तर की योग्यता पर विस्तृत जानकारी तथा चिकित्सा मानक, नियम और शर्तें, ऑनलाइन आवेदन और पंजीकरण के लिए निर्देश इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
अधीक्षक डाकघर धर्मशाला मंडल सुरेंद्र पाल शर्मा ने बताया कि संचार मंत्रालय, डाक विभाग द्वारा इस वर्ष 'डिजिटल इंडिया फॉर न्यू इंडियाÓ विषय पर 'ढाई आखर पत्र लेखन प्रतियोगिताÓ का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहली अगस्त से प्रारंभ होने वाली यह प्रतियोगिता 31 अक्तूबर, 2023 तक चलेगी। उन्होंने बताया कि यह प्रतियोगिता 18 वर्ष से कम आयु और 18 वर्ष से अधिक आयु सीमा के लोगों के बीच होगी। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कोई भी व्यक्ति ए4 आकार के कागज पर 1000 शब्दों में तथा अंतर्देशीय पत्र कार्ड में 500 शब्दों में अपना पत्र लिख कर मुख्य पोस्टमास्टर जनरल हिमाचल प्रदेश सर्कल शिमला -171009 को प्रेषित कर सकता है। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रतिभागी हिंदी, स्थानीय भाषा व अंग्रेजी में पत्र लिख कर भेज सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विजेताओं को डाक विभाग पांच हजार से पचास हजार रुपए तक नकद राशी पुरस्कार में देगा। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता 1 अगस्त से प्रारंभ होगी तथा उक्त अभियान के अंतर्गत पत्र पोस्ट करने की अंतिम तिथि 31 अक्तूबर रहेगी। उन्होंने बताया कि 31 अक्तूबर के बाद पोस्ट किया गया पत्र इस अभियान के लिए स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ढाई आखर राष्ट्रीय स्तर का पत्र लेखन अभियान न केवल पत्र लेखन की कला का उत्सव है, बल्कि यह देश भर के व्यक्तियों के लिए अपने विचारों, भावनाओं और मंतव्यों को सार्थक तरीके से व्यक्त करने का एक अवसर भी है। उन्होंने बताया कि यह अभियान लोगों में रचनात्मकता, मौलिकता और आत्म अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करेगा।
xएचपीयू शिमला के क्षेत्रीय केंद्र धर्मशाला में पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। केंद्र के निदेशक की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार एमएससी गणित, भूगर्भ विज्ञान, एमसीए दो वर्षीय कोर्स, पीजीडीसीए, एलएलबी तीन वर्षीय कोर्स, एमए संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, इतिहास, अर्थशास्त्र, एमकॉम, एमएससी गणित के लिए 7 से 11 अगस्त तक परिसर में काउंसलिंग होगी। अंग्रेजी, एमकॉम की 7, एमए इतिहास, एमसीए, पीजीडीसीए की 8 एमएससी गणित, एमए अर्थशास्त्र, संस्कृत की 9, एलएलबी, एमएस राजनीति विज्ञान 10, भूगर्भ विज्ञान और एमए हिंदी की काउंसलिंग 11 अगस्त को क्षेत्रीय केंद्र खनियारा, धर्मशाला में होगी। केंद्र एमबीए की काउंसलिंग की तिथि अलग से जारी करेगा। कल्चरल कोटे की सीटों के लिए काउंसलिंग 5 को पीजी में कल्चरल कोटे की सीटों के लिए पांच अगस्त को काउंसलिंग होगी। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. श्याम लाल कौशल ने कोटे के तहत आवेदन करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को तय तिथि को सुबह साढ़े ग्यारह बजे काउंसलिंग में शामिल होने की अपील की है।
हिमाचल कांग्रेस कोषाध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा को कांग्रेस हाईकमान ने बड़ी जिम्मेदारी दी हैं। डॉ राजेश शर्मा को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने विदिशा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। डॉ. राजेश शर्मा विदिशा लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में विधानसभा चुनाव के दौरान बतौर एआईसीसी ऑब्जर्वर काम करेंगे। ये तैनाती पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से तत्काल प्रभाव से लागू मानी जाएगी। समाजसेवी के रूप में भी जाने जाते हैं डॉ. राजेश डॉ. राजेश शर्मा हिमाचल के कांगड़ा में श्री बालाजी मल्टी स्पेशलिटी नाम से अस्पताल एवं नर्सिंग कॉलेज का भी संचालन करते हैं। इसके अलावा वह मल्टीपल बिजनेस भी हैंडल करते हैं। उनके पिता पंडित बालकृष्ण शर्मा भी वर्षों तक जिला कांगड़ा के कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष रहे तो साथ ही लंबे समय तक नगर परिषद कांगड़ा के अध्यक्ष रहे। डॉ. राजेश शर्मा एक समाजसेवी के तौर पर भी जाने जाते हैं। वह अपने पिता पंडित बालकृष्ण शर्मा के नाम पर एक ट्रस्ट का संचालन करते हैं। इसी तरह डॉ. राजेश शर्मा कई सामाजिक संस्थाओं का भी दायित्व निभा रहे हैं। डॉ. राजेश हिमाचल हॉकी के भी वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। पार्टी हाईकमान का जताया आभार डॉ. राजेश शर्मा ने नई जिम्मेदारी मिलने पर पार्टी हाईकमान का आभार जताते हुए कहा है कि वह एक टीम की भावना से आगे बढ़ने के लिए प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि निश्चित तौर पर यह बड़ी जिम्मेदारी है इसके लिए वह अपनी तरफ से बेहतरीन काम कर मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलावाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी की पूर्व में अध्यक्ष रही सोनिया गांधी,राहुल गांधी ने पहले भी उन पर विश्वास जताते हुए जिम्मेदारी दी थी,अब बड़ी जिम्मेदारी दी है तो वह उस पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में वह हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे। उन्होंने पार्टी नेता प्रियंका गांधी व केसी वेणुगोपाल को भी विश्वास दिलाते हुए कहा है कि पार्टी हित में वह हर वो काम करेंगे जिससे पार्टी मजबूत हो। सीएम सुक्खू का हमेशा ही मार्गदर्शन हासिल होता रहा है डॉ. राजेश ने कहा है कि प्रदेश स्तर पर उन्हें हमेशा ही सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का मार्गदर्शन हासिल होता रहा है,जोकि आगे भी होता रहेगा। उन्होंने कहा कि जब सीएम सुक्खू पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष थे तो उनसे बहुत कुछ सीखा है, जिसका लाभ उन्हें राजनीतिक तौर पर मिला है। उन्होंने पार्टी की हिमाचल इकाई की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को भी भरोसा दिलाया है कि वह एक टीम के तौर पर पहले की तरह काम करते रहेंगे।
हिमाचल में भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार सुबह कुल्लू पहुंचे। भुंतर हवाई अड्डे में नितिन गडकरी के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। इसके बाद गडकरी फोरलेन के निरीक्षण के लिए मनाली रवाना हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी उनके साथ मौजूद रहे। मनाली पहुंचकर गडकरी ने भारी बारिश व बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए फोरलेन का निरीक्षण किया। इस दौरान वे बाढ़ प्रभावितों से भी मिले। ञ्जह्म्द्गठ्ठस्रद्बठ्ठद्द ङ्कद्बस्रद्गशह्य कुल्लू पहुंचने से पहले गडकरी ने मंडी में बाढ़ प्रभावित इलाकों और फोरलेन का हवाई निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के अलावा लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी मौजूद रहे। हेलिकाप्टर में विक्रमादित्य ने केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री व अन्य के साथ सेल्फी भी ली। बताया जा रहा है कि फोरलेन का निरीक्षण करने के बाद नितिन गडकरी नग्गर के बड़ागढ़ रिजॉर्ट में एनएचएआई के साथ बैठक करेंगे। बता दें, बीते दिनों में भारी बारिश, बाढ़ व बादल फटने से सबसे अधिक फोरलेन को नुकसान कुल्लू और मनाली में हुआ है। यहां पर कई स्थानों पर तो फोरलेन का नामोनिशान तक मिट गया है। बारिश और बाढ़ से कारण एनएचआई को भारी नुकसान हुआ है। इसी तरह कालका-शिमला फोरलेन को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
इंदौरा मंडल कांग्रेस की बैठक विश्राम गृह इंदौरा मे संपन्न हुई। यह बैठक मंडल अध्यक्ष देवेंद्र सिंह मनकोटिया की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में विधायक मलेेंद्र राजन बतौर मुख्य अतिथि रूप में पधारे। उनके साथ जिला कांगड़ा कांग्रेस अध्य्क्ष करण सिंह पठानिया विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री आपदा प्रबंधन कोष में सहयोग राशि एकत्रित करना हैं। इस अवसर पर क्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ. चुनी लाल सूदन ने एक लाख रुपये का चेक व इंदौरा ब्लॉक जनरल सेक्रेटरी राकेश कुमार बिंदु ने 11000 का चेक विधायक मलेन्द्र राजन के माध्यम से मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष के लिए भेजा। इस बैठक मे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इंदौरा विधायक मलेेंद्र राजन ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के आदेशानुसार इंदौरा मंडल कांग्रेस कमेटी की ओर से आपदा प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में अधिक से अधिक राशि एकत्रित किए जाने के लिए लोग आगे आए हैं। विधायक ने कहा कि सभी कार्यकर्ताओं को चाहिए कि हमारे इंदौरा विधानसभा क्षेत्र इंदौरा के मंड एरिया में जहां बाढ़ आई हुई है और जो भी पीड़ित परिवार है उनका सभी प्राथमिक सहयोग अवश्य करें ताकि किसी भी व्यक्ति को इस प्राकृतिक आपदा में सहयोग किया जा सके।
विकास खंड नूरपुर की पंचायत कोपड़ा में एक दिल दहला देने वाली वारदात में एक युवक ने दराट से हमला कर दो लोगों की निर्मम हत्या कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार नूरपुर की पंचायत कोपड़ा में सोमवार दोपहर लगभग 3 बजे कोपड़ा वार्ड नंबर 2 निवासी हरनाम सिंह (75) पुत्र जैसी राम व उनकी पत्नी शकुंतला देवी (70) अपने घर के पास खेतों में काम कर रहे थे कि अचानक अंकुश कुमार (22) पुत्र धर्म चंद निवासी कोपड़ा ने हरनाम सिंह और उनकी पत्नी पर दराट से हमला कर दिया। हमले में दोनों पति पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय प्रधान ने नूरपुर पुलिस को घटना की सूचना दी, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी। एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस ने दोनों शवों को अपने कब्जे में लेकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
कहा-सेब उत्पादक क्षेत्रों में सड़क बहाली को दी जाएगी प्राथमिकता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां लोक निर्माण विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और भू-स्खलन के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने दोहराया कि सेब उत्पादक क्षेत्रों की सड़कों की बहाली को प्राथमिकता दी जाएगी ताकि बागवानों की उपज को समय पर बाजार तक पहुंचाया जा सके। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आपदा प्रभावित सड़कों की शीघ्र बहाली के लिए 23 करोड़ रुपये और स्वीकृत किए हैं। उन्होंने कहा कि इस राशि में से पांच करोड़ रुपये यशवंत नगर से छैला तक की सड़क के मरम्मत कार्य पर खर्च किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, शिमला जिले के सेब उत्पादक क्षेत्रों के तहत लोक निर्माण विभाग के सात मण्डल में प्रत्येक को सड़कों की मरम्मत एवं बहाली के लिए एक-एक करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उन लोक निर्माण विभाग मण्डलों को भी एक-एक करोड़ रुपये आबंटित किए गए हैं, जहां प्राकृतिक आपदा के कारण क्षति अधिक हुई है, जिनमें कुल्लू जिले के चार विकास खण्ड, सिरमौर जिले के शिलाई और राजगढ़ विकास खंड शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शीघ्र ही वह चौपाल और जुब्बल-कोटखाई क्षेत्रों का दौरा करेंगे तथा इन क्षेत्रों में किए जा रहे मरम्मत कार्यों की समीक्षा करेंगे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों पर गिरा मलबा हटाने के लिए मशीनरी खरीदने से लेकर उसे प्रभावित क्षेत्रों में तैनात करने का कार्य समयबद्ध सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत के लिए राज्य सरकार धन की कोई कमी नहीं आने देगी। उन्होंने अधिकारियों को अग्रिम भुगतान के साथ लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृहों की ऑनलाइन बुकिंग प्रारम्भ करने को कहा साथ ही कहा कि जल शक्ति विभाग को भी इस प्रक्रिया का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने निर्माण कार्यों की अनुमानित लागत में बढ़ोतरी की प्रथा को रोकने पर बल देते हुए अधिकारियों को क्लॉज 10 सीसी को हटाने के भी निर्देश दिए। बैठक में शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक चंद्रशेखर और चैतन्य शर्मा, प्रधान सचिव राजस्व ओंकार शर्मा, प्रधान सचिव लोक निर्माण विभाग भरत खेड़ा, सचिव वित्त अक्षय सूद, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग अजय गुप्ता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
कांगड़ा पुलिस द्वारा नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई करते हुए 30 जुलाई को पुलिस थाना गगल के अंतर्गत 2 व्यक्तियों को 104.22 ग्राम चिट्टे सहित गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी का नाम टोनी (40) पुत्र मोहन निवासी मुरादपुर तहसील और जिला तरनतारन पंजाब एवं दूसरा अजय कुमार उर्फ अतुल पुत्र राकेश कुमार (23) निवासी गुहरा तहसील जवाली जिला कांगड़ा शामिल है। दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना गगल में एनडीपीएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, 30 जुलाई को ही थाना रक्कड़ टीम द्वारा भी एक व्यक्ति राहुल चौधरी पुत्र देश राज गांव कटयालू डाकघर देहरियां तहसील ज्वालमुखी जिला कांगड़ा को 2.91 ग्राम चिट्टे सहित गिरफ्तार किया है। आरोपी राहुल के खिलाफ थाना रक्कड़ में एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत किया गया है। अभियोग में आरोपी से पूछताछ की जा रही है एवं आगे की तफ्तीश जारी है।
धर्मशाला अस्पताल के पास तब भीड़ लगी जब लोगों ने वहां एक उल्लू के एक नन्हे से बच्चे को नाली के पास देखा जो उड़ नहीं पा रहा था। वीडियो तो वहां हर कोई बना रहा था उस नन्हे से बच्चे का, लेकिन उसकी सहायता नहीं कर रहा था। पास से ही गुजरते धीरज को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने तुरंत पहले तो उसे उठाया और बाद में उसका उपचार किया। गर्दन के पास उसके काफी कीड़े निकाले और अपने घर ले आए। लगभग 3 दिनों की देखरेख के बाद उन्होंने फिर रात के अंधेरे में उस उल्लू के बच्चे को जंगल में छोड़ दिया। धीरज महाजन ने बताया कि इस 3 दिनों की दोस्ती को वो कभी भुला नहीं पाएंगे, क्योंकि वह छोटा सा बच्चा उनके साथ दोस्ताना व्यवाहार करने लगा था। लेकिन जंगल के जीव का जंगल में ही रहना उचित होगा। गौर रहे कि क्रांति संस्था के अध्यक्ष काफी वर्षों से वन्य जीवों का संरक्षण करते आ रहे हैं। जंगली जीवों से दोस्ती के किस्से इनके अक्सर आप इनकी फेसबुक प्रोफाइल पर देख सकते हैं।
राजकीय महाविधालय सुग-भटोली में कालेज पत्रिका 'सुगांचल' के प्रथम संस्करण का विमोचन प्राचार्य शशि भूषण के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर कॉलेज का समस्त टीचिंग व नान टीचिंग स्टाफ उपस्थित रहा। प्राचार्य ने कहा कि उनके लिए यह बहुत ही प्रसन्नता का विषय है कि कॉलेज में पहली बार पत्रिका का विमोचन हुआ। सभी छात्रों और छात्राओं ने इस पत्रिका में हर विषय पर आर्टिकल लिखे। सभी के लिए आज का दिन बहुत खास है। प्राचार्य शशि भूषण जी ने बताया कि अब से हर वर्ष इस पत्रिका को प्रकाशित किया जाएगा ताकि सभी छात्र-छात्राएं अपने विचार व्यक्त कर सकें। इस बर्ष का थीम सतत् विकास रहा।
असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष जसवां परागपुर अंकु पटियाल ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और अन्य भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि हिमाचल प्रदेश में सबसे भयंकर आपदा आई हुई है और भाजपा अनाप-शनाप बयानबाजी करके राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगी है। पटियाल ने कहा कि प्रदेश में जिस दिन से भारी वर्षा के कारण असंख्य लोग मुश्किल में फंसे तब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, मंत्रियों तथा सीपीएस ने अपनी जान की परवाह किए बगैर बाढ़ प्रभावित इलाकों में मोर्चा संभाल कर रखा और दिन-रात बाढ़ में फंसे लोगों की मदद में जुटे रहे। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम जयराम ठाकुर और अन्य भाजपा नेताओं को मोदी सरकार के पास जाकर प्रदेश में बाढ़ जैसे इस मुश्किल संकट में अप्रत्याशित तरीके से निपटने पर आर्थिक मदद दिलाने की पैरवी करनी चाहिए, जबकि पिछली भाजपा सरकार में हेलिकॉप्टर का जितना दुरुपयोग पूर्व मुख्यमंत्री ने किया है। उसकी जांच होनी चाहिए।
पुलिस थाना ज्वालामुखी के अंतर्गत अधवानी रॉड पर एक निजी स्कूल के समीप दो गाड़ियों के बीच में टक्कर होने का मामला प्रकाश में आया हैं। इस हादसे में करण सिंह पुत्र यशपाल सिंह निवासी पुरतयाला ज्वालामुखी ने शिकायत दर्ज की है कि जब वो अपनी गाड़ी नम्बर एचपी 83 0283 में अपनी बहनों के साथ जा रहा था, तो वेद धारा स्कूल के पास अपनी बहन नीलम की तबीयत खराब होने के कारण जैसे ही उसने अपनी गाड़ी सड़क के किनारे लगाई तो एक कार नंबर एचपी 83 A 8607 ने तेज रफ्तार व लापरवाही के कारण उसकी गाड़ी को हिट कर दिया जिससे उसकी बहन को पांव में गुम चोट आई है तथा गाड़ी को भी काफी नुकसान पहुंचा है जो इस बयान पर उक्त गाड़ी के चालक सुमित कुमार सुपुत्र जगदीश कुमार निवासी धनोट अधवानी के खिलाफ पुलिस थाना ज्वालामुखी में केस दर्ज किया गया है। मामले की पुष्टि डीएसपी ज्वालामुखी विकास धीमान ने की है।
कांगड़ा पुलिस द्वारा नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई करते हुए दिनांक 27 जुलाई को पुलिस थाना नगरोटा बगवां ने सुमित खजूरिया निवासी गांव सालन डाकघर दयालाचक तहसील हीरानगर जिला कठुआ जम्मू एवं कश्मीर को प्रतिबंधित 1160 परोक्सोविन स्पास कैप्सूल सहित गिरफ्तार किया है। उक्त आरोपी के खिलाफ थाना नगरोटा बगवां में अभियोग संख्या 126/23 दिनांक 27.07.2023 एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत पंजीकृत किया गया है। अभियोग में आरोपी से पूछताछ की जा रही है एवमं आगे की तफ्तीश जारी है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार के अनुसूचित जनजाति विकास विभाग के तत्वावधान में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदेश के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों में छठी कक्षा में प्रवेश के लिए २९ जुलाई को आयोजित होने वाली परीक्षा (ईएमआरएसएसटी-२०२३) स्थगित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि यह परीक्षा भारी बारिश से सम्पर्क मार्गों के अवरूद्ध होने तथा संचार सुविधा में बाधा उत्पन्न होने के दृष्टिगत स्थगित गई है। परीक्षा की आगामी तिथि पुनः घोषित की जाएगी।
असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस जसवां-परागपुर ब्लाक अध्यक्ष रजनीश उर्फ अंकु पटियाल ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। अंकु पटियाल ने बताया कोई भी हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से लोग अपनी समस्या उनको बता सकते हैं। उन्होंने बताया कि काफी बार देखा गया है कि मनरेगा कर्मियों मजदूर वर्ग रेहड़ी-फड़ी लगाने वालों और कंपनियों में काम कर रहे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हीं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए 98729 - 70777 हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। कोई भी फोन और व्हाट्सएप के माध्यम में अपनी समस्या से उनको अवगत करवा सकता है। उनकी समस्या का हल किया जाएगा। अंकु पटियाल ने बताया कि इसके अलावा जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के युवाओं, माता-बहनों को अगर किसी प्रकार की समस्या पेश आये तो वे सभी भी हेल्प लाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। अंकु पटियाल ने बताया कि जनसेवा करना ही एकमात्र लक्ष्य है और वे बिना किसी भेदभाव से जनसेवा करते आये है और आगे भी करते रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से वीरवार को कांग्रेस मत्स्य पालन विभाग के चेयरमैन एवं देहरा कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष नरदेव कंवर ने शिमला सचिवालय में मुलाकात की। उन्होंने बरसात व बाढ़ से देहरा विधानसभा क्षेत्र में हुए नुकसान की रिपोर्ट सौंपी। नरदेव कंवर ने इससे पहले देहरा डिवीजन के सभी अधिकारियों से बैठक की और नुकसान का फीडबैक लिया। कंवर ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्राकृतिक आपदा से देहरा क्षेत्र में करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नरदेव कंवर को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।
डाडा सीबा तहसील की पंचायत रोड़ी-कोड़ी के वार्ड 5 में बारिश के कारण एक पशुशाला क्षतिग्रस्त हो गई। शुक्रवार दोपहर टीन पोश पशुशाला की दीवारें गिर जाने से पशुशाला के अंदर बंधें पशु बाल-बाल बचे। पंचायत के देसराज पुत्र हजारु राम ने बताया कि बारिश के चलते पशुशाला की दीवारें गिरी हैं, इससे काफी नुकसान हुआ है। देसराज ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने बताया पशुशाला की दीवारें गिर जाने के कारण अंदर रखा पशुओं के लिए चारा खराब हो गया है। उन्होंने इसकी सूचना पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय प्रशासन को दे दी है। वहीं, रोड़ी-कोड़ी पंचायत के प्रधान बलविंदर सिंह ने बताया वे स्वयं मौके पर गए थे। पशुशाला गिर जाने से परिवार को काफी नुकसान हुआ है। प्रशासन को चाहिए कि पीड़ित को उचित मुआवजा दिया जाए। क्या कहते हैं तहसीलदार उधर, इस संबंध डाडा सीबा तहसीलदार बीरबल ने बताया कि हलका पटवारी को मौका पर जाने के आदेश दिए गए हैं। नुकसान का आकलन करने के उपरांत रिपोर्ट बनाकर आगामी कार्रवाई हेतु उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी।
ओआरएस दिवस 29 जुलाई के उपलक्ष्य में 28 जुलाई को जिला स्तरीय विश्व ओआरएस दिवस ग्राम पंचायत चैतडू में मनाया गया। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को ओ आर एस के बारे में जानकारी देना, ओआरएस के महत्व लोगों को समझाना ओआरएस गोल बनाने की सही विधि समझाना, ताकि दस्त होने पर लोगों को पानी की कमी ना हो सके। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. वॅदना ने बताया कि ओआरएस का घोल या ओरल रिहाइड्रेशन सलूशन, जिसे हम जीवन रक्षक गोल मानते हैं, दस्त में एक रामबाण दवाई का काम करता है। परंतु लोगों को ओआरएस के महत्व के बारे में जानना बहुत जरूरी है। ओआरएस घोल से हम लाखों लोगों की जिंदगियों को बचा सकते हैं। अगर उल्टी और दस्त होने पर सही विधि से ओआरएस का घोल समय-समय पर देते रहने से हम जीवन को बचा सकते हैं। ओआरएस का घोल पानी की कमी को दूर करता है, जिससे व्यक्ति मरने से बच सकता है 1 लीटर साफ या उबला हुआ पानी में सही तरीके से बना हुआ सलूशन हो तो हमारी इंटेस्टाइन इसको अवशोषित करती है। अगर ठीक तरीके से ना बनाया जाए दस्त रोकने के बजाय और दस्त लग सकते हैं। घर में इमरजेंसी अचानक जरूरत पड़ने अगर घोल बनाना पड़े किस प्रकार घोल बनाना चाहिए। सभी विस्तार से समझाया गया। इसके साथ कार्यक्रम अधिकारी ने यू विन के बारे में भी आशा वर्कर को जानकारी दी। जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने पानी की कमी के प्रकार के बारे में बताया गयपानी की कमी का पता हम कैसे आंखें, जीव और चमड़ी पर हम देख सकते हैं पानी की कुछ कमी होने पर घोल की मात्रा कितनी देनी है गंभीर पानी की कमी को पहचान कर बच्चे को तुरंत अस्पताल भेजना है। स्वास्थ्य शिक्षा श्रीमती अंजलि बताया दस्त होने पर अपने हाथों की सफाई ,भोजन में स्वच्छता बनाए रखना दस्त होने पर बच्चों में घोल के साथ-साथ पतले पेय पदार्थ जारी रखना तथा छोटे बच्चों में निरंतर स्तनपान कराते रहना जरूरी है। अगर दस्त में सुधारना हो तो तुरंत अस्पताल जाने की सलाह दी। इस मौके पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैकलोडगंज के डॉक्टर रितिका तथा शाहपुर की स्वास्थ्य शिक्षिका अर्चना उपस्थित रहे।
कांगड़ा जिला में पर्यटन विकास के लिए उठाए जा रहे कारगर कदम कांगड़ा जिला में पर्यटन विकास के लिए तत्परता के साथ कार्य किया जा रहा है इसी कड़ी में पालमपुर के सौरभ वन विहार में अब टॉय ट्रेन स्थापित करने के लिए 65 लाख की स्वीकृति मिली है, ताकि पर्यटकों विशेषकर बच्चों को आकर्षित किया जा सके। यह जानकारी उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि कांगड़ा जिला के रमणीय स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं इस बाबत नियमित तौर समीक्षा बैठकें भी आयोजित की जा रही हैं ताकि कांगड़ा को टूरिज्म कैप्टिल के रूप् में विकसित किया जा सके। वनखंडी में राज्य के सबसे बड़े चिड़ियाघर के लिए भी मिली स्वीकृति जिला कांगड़ा के बनखण्डी में बड़े चिड़ियाघर के लिए केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (सी.जेड.ए.) से पूर्व स्वीकृति प्राप्त हो गई है। प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के दृष्टिगत बड़े चिड़ियाघर की स्थापना एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी परियोजना है। केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की पूर्व स्वीकृति से सरकार की इस परियोजना को मूर्तरूप प्रदान करने में बल मिलेगा। इस चिड़ियाघर में विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान कर प्रदेश और अन्य क्षेत्रों के मूल वन्य जीवों को रखा जाएगा। यह चिड़ियाघर पर्यटकों के लिए वन्य जीवों से जुड़ने, उनके प्राकृतिक व्यवहार और पारिस्थितिक महत्त्व की समझ विकसित करने के केन्द्र के रूप में कार्य करेगा। यह चिड़ियाघर वन्य जीव संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवासों की रक्षा के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करेगा। टूरिज्म विलेज के लिए भी चयनित की जा रही है भूमि डीसी ने बताया कि जिले में पर्यटन विकास के लिए प्रस्तावित परियोजनाओं को लेकर स्थान चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित टूरिज्म विलेज के लिए धर्मशाला के समीप नरघोटा में करीब 25 हेक्टेयर भूमि देखी गई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि टूरिज्म विलेज के लिए जिले में अन्य उपयुक्त स्थानों में भी जमीन तलाशी जाए। उन्होंने बताया कि आइस स्केटिंग तथा रोलर स्केटिंग रिंक के निर्माण के लिए सकोह में 2 हेक्टेयर भूमि चिन्हित की गई है। वहीं कन्वेंशन सेंटर के लिए सिद्धबाड़ी में 4 हेक्टेयर भूमि का चयन किया गया है। यहां निर्माण को लेकर एशियन विकास बैंक (एडीबी) के प्रतिनिधि साईट निरीक्षण भी कर चुके हैं। पौंग में विकसित होगा इको-टूरिज्म उपायुक्त ने कहा कि पौंग क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य और इकोसिस्टम को संरक्षित रखने के लिए वहां पर्यावरण हितैषी टूरिज्म मॉडल विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी विभाग के द्वारा क्षेत्र के सुंदरीकरण को लेकर भी कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पौंग क्षेत्र को इको-टूरिज्म के हिसाब से विकसित करने के लिए यथोचित योजना बनाई जाएगी।
भारतीय खाद्य निगम के महाप्रबंधक पंकज चौधरी ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा गेहूं के उत्पाद जैसे आटा, मैदा, सूजी, दलिया आदि बनाने वाले उपक्रमों को गेंहू की उपलब्धता बनाए रखने के लिए गेहंू की साप्ताहिक ई- नीलामी के शर्तों में कुछ आंशिक सुधार किए हैं, जिससे की अलग अलग स्वामित्व वाले इकाइयों को गेहूं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके जो की गेहूं उत्पादों के बाजार मूल्यों में स्थिर रखने में सहायक सिद्ध होंगे। पूर्व में एक जीएसटी नंबर पर अधिकतम 100 मेट्रिक टन गेहंू की खरीद की जा सकती थी, जिसमे परिवर्तन कर अब जीएसटी के साथ-साथ पैन नंबर भी लिंक कर दिया गया है तथा एक पैन नंबर पर खरीद की अधिकतम सीमा 100 मेट्रिक टन निर्धारित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि नीलामी में गेहूं खरीद करने वाले इकाइयों, उपक्रमों को इस बात का प्रमाणपत्र भी देना होगा की उनके द्वारा नीलामी में क्रय किए गए गेंहू से गेहूं उत्पादों का निर्माण उनके स्वयं के उपक्रम द्वारा की जाएगी ना की क्रय किए गए गेहूं को किसी दूसरे उपक्रम या व्यापारी को बेचा जाएगा। प्रत्येक बुधवार को होने वाले नीलामी में भाग लेने वाले उपक्रमों को पहले अमानत राशी मंगलवार तक जमा करने के बजाए अब अमानत राशी सोमवार को 6 बजे सायं तक जमा करने होंगे। 28 जून से प्रारंभ हुए ई- नीलामी में भारतीय खाद्य निगम द्वारा अब तक पांच साप्ताहिक नीलामी में 8200 मेट्रिक टन गेंहू की बिक्री प्रदेश में की जा चुकी है तथा भविष्य में भी गेहूं, चावल की खुले बाजार में बिक्री चालू रखी जाएगी।
ज्वालामुखी उपमंडल के तहत ग्राम पंचायत पीहड़ी में उद्यान विभाग देहरा से डॉक्टर आरती धीमान उद्यान प्रसार अधिकारी द्वारा भगवानों को किसानों को 750 फलदार पौधे वितरित किए गए। इनमें आम, लीची, नागपुरी संतरा, कागजी नींबू, बारहमासी नींबू, अनार, कटहल, आंबल इत्यादि प्रमुख के पौधे थे। उद्यान विभाग देहरा सेठ डॉ. आरती धीमान ने बताया कि आज ये फलदार पौधे ग्राम पंचायत पीहड़ी, खुंडियां, सुरानी में वितरित किए गए। विभाग ने किसानों की स्कीमों के बारे में भी जानकारी दी।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा इस वर्ष अपना 50वां स्थापना वर्ष मना रहा है। इसी उपलक्ष्य में कॉलेज में आज जिला रेड क्रॉस सोसाइटी के तत्वावधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर का संचालन भगवान बुद्ध चेरिटेबल ब्लड सेंटर के चिकित्सा दल ने महाविद्यालय के स्वयंसेवियों की सहायता से किया। शिविर का आयोजन वरिष्ठ नागरिक फोरम देहरा द्वारा किया गया। शिविर में साठ से अधिक छात्रों एवं शिक्षकों ने रक्तदान किया। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अंजू रानी ने महाविद्यालय में पधारे सभी वरिष्ठ नागरिकों तथा चिकित्सा दल का तहे दिल से स्वागत किया व इस शिविर के आयोजन के लिए उनका धन्यवाद भी किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रथम एवम पूर्व प्राचार्य वीएस पठानिया विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस शिविर में महाविद्यालय के रेड रिबन क्लब, एनसीसी, एनएसएस तथा महाविद्यालय की रोवर रेंजर इकाई के छात्रों ने अपना योगदान दिया। शिविर में विशेषकर वरिष्ठ शिक्षक डॉ. स्वादीप सूद, प्रो सुशील भारद्वाज, प्रो कारण पठानिया, प्रो संजीव जसवाल, प्रो पीतांबर सिंह, प्रो वंदना राणा, प्रो शर्मिता पठनिया, डॉ. कपिल सूद, प्रो राजीव ठाकुर, प्रो धर्मेंद्र सिंह, प्रो निर्मल, प्रो कनिष्क, डॉ. सुरेश राणा एवं डॉ. आरती कौशल ने विशेष योगदान दिया। महाविद्यालय प्राचार्या ने सभी रक्तदाताओं को प्रमाणपत्र एवं समृति चिन्ह से सम्मानित किया तथा छात्रों से भविष्य में भी रक्तदान करने का आह्वान किया।
कांगड़ा के साथ लगते वीरता गांव में शुक्रवार सुबह चार बजे बाइक चोरी करने का प्रयास करते हुए एक चोर को स्थानीय लोगों ने रंगे हाथ पकड़ लिया। उक्त युवक वीरता गांव में स्थित दो पहिया वाहन सर्विस शॉप के बाहर खड़ी एक बाइक को चोरी करने का प्रयास करने लगा, तो दुकान के मालिक बबल ने उसे देख लिया तथा चोरी करने आए युवक को पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन युवक गांव की ओर भाग गया। वहां गांववासियों के सहयोग से चोर को मौके पर पकड़ लिया गया तथा उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। उक्त युवक से मौके पर बाइक को चोरी करने के प्रयास में लाने वाले टूल को भी बरामद किया गया।
स्वास्थ्य मंत्री बोले- हर साल बनते हैं दवाइयों के लाखों बैच, कम गुणवत्ता वाली दवाओं की दर महज एक प्रतिशत हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल (रिटा.) धनी राम शांडिल ने हिमाचल में फार्मा कंपनियों द्वारा उत्पादित की जा रही दवाइयों की गुणवत्ता को लेकर लगातार उठ रहे आशंकाओं को दूर करने की पहल की है। शांडिल ने कांगड़ा दौरे के दौरान जारी बयान में कहा कि महज कुछ लोगों की वजह से पूरे प्रदेश के फार्मा उद्योग को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए और जो भी लोग इस पर अनापशनाप बयानबाजी करते हैं वो तकनीकी तथ्यों से अनभिज्ञ है। ऐसे लोग तथ्यों की जानकारी बिना गलत बयानबाजी न करें क्योंकि इससे देश में हिमाचल की छवि खराब होती है। कर्नल शांडिल ने कहा कि प्रदेश में बन रही दवाइयां गुणवत्ता के सभी मानकों पर खरी उतरती हैं। हर साल प्रदेश की फार्मा कंपनियों से दवाइयों के लाखों बैच बिक्री के लिए निकलते हैं। शांडिल ने कहा कि दवाइयों की गुणवत्ता में कमी आने के कई कारण होते हैं। इनमें रखरखाव में कमी, उचित तापमान का अभाव , ट्रांसपोर्टेशन के दौरान हुई लापरवाही आदि शामिल हैं। ऐसे में हर दवाइयों की शुद्धता पर सवाल उठाना सही नहीं है। दवाओं की गुणवत्ता पर हायतौबा मचाने वाले पहले तकनीकी जानकारी हासिल करें तो बेहतर होगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य ड्रग कंट्रोलर विभाग द्वारा प्रदेश में चल रही फार्मा कंपनियों में उत्पादन का नियमित निरीक्षण किया जाता है। कमी मिलने पर तुरन्त कार्रवाई होती है। कांग्रेस सरकार ने अपने सात माह के कार्यकाल में शिकायतें मिलने पर करीब 30 दवा निर्माताओं के लाइसेंस रद्द किए हैं। इतना ही नहीं, राज्य के दवा निरीक्षकों ने पहली बार अनियमितताएं बरतने वाले कई दवा निर्माताओं पर केस दर्ज करवाकर उन्हें गिरफ्तार भी करवाया है जिनकी संख्या 11 के आसपास है। शांडिल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर एनएसक्यू दवाओं का प्रतिशत 3: के लगभग है जबकि उसके आगे हिमाचल का प्रतिशत कुछ भी नहीं है । फिर भी हम सख्त कदम उठा रहे हैं और आगे भी उठाएंगे । हिमाचल में अंतरराष्ट्रीय स्तर की दवा कंपनियां काम कर रही हैं और इनकी वजह से हिमाचल का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर है। कुछ काली भेड़ों की वजह से पूरे प्रदेश और यहां के उद्योगों को बदनाम करना सही नहीं है। शांडिल ने कहा कि वह आने वाले समय में सेहत महकमे को और सशक्त करेंगे। फील्ड में कार्यरत विशेषकर छापेमारी में संलग्न विभागीय अधिकारियों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाएगी। विभाग में किसी भी स्तर पर यदि कोई भी कमी पाई जाती है तो उसे शीघ्र दूर किया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री ने ज्वालाजी मंदिर में नवाया शीश राज्य के शक्तिपीठ हर वर्ष लाखों श्रद्वालुओं को आकर्षित करते हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को ई-कनेक्ट करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की है जिससे भक्तों को घर बैठे ही दर्शन की सुविधा सुनिश्चित होगी। यह जानकारी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने वीरवार को ज्वालामुखी मंदिर में पूजा अर्चना करने के उपरांत दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य के मंदिरों, शक्तिपीठों में हवन, भंडारा और जागरण समारोहों के लिए आनलाइन बुकिंग की सुविधा प्रदान करने के लिए एक पायलट योजना आरंभ की है। इस डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से श्रद्वालु मंदिर के पुजारियों से भी जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रियों के अनुभवों को और सुखद बनाने के लिए सरकार प्रमुख मंदिरों के सौंदर्यीकरण तथा बुनियादी ढांचे के विकास पर भी कार्य कर रही है। श्रद्वालुओं को मंदिरों में विश्राम के लिए भी बेहतर सुविधाओं पर विशेष बल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के तीर्थ स्थान पर्यटन का केंद्र बिंदु है तथा इसी दृष्टि से मंदिरों को विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है ताकि तीर्थाटन के साथ साथ स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिल सकें। उन्होंने कहा कि ज्वालाजी मंदिर हिमाचल का एक प्रमुख शक्तिपीठ है तथा इसे सुनियोजित तरीके से विकसित किया जाएगा ताकि श्रद्वालुओं को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आए। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कला तथा लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए भी सरकार कारगर कदम उठा रही है इस बाबत हिमाचल की विभिन्न कलाओं को देश भर में पहचान दिलाने के लिए सार्थक पहल की है।
असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी) जिला नगरोटा बागवां की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष नितेश सूद ने की। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश चेयरमैन राजीव राणा ने शिरकत की। बैठक में राजीव राणा ने कहा कि प्रदेश का पहला असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस का ऑफिस कांगड़ा में खुलेगा, जिससे कांगड़ा जिला के मजदूरों, असंगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं को लाभ प्रदान किया जायेगा। राणा ने कहा मनरेगा कांग्रेस की देन ह और केंद्र की अंधी बहरी मोदी सरकार द्वारा मनरेगा बजट में कटौती करना, यह साबित करता है कि ये सरकार आम जनता की विरोधी है। राणा ने समस्त पदाधिकारियों को आदेश दिया कि शीघ्र ही असंगठित कामगार कर्मचारी कांग्रेस (केकेसी ) को शोशल मिडिया के माध्यम से घर घर तक पहुंचाया जायेगा, साथ ही ऑनलाइन सदस्यता के माध्यम से संगठन को मज़बूत किया जायेगा। राणा ने कांगड़ा को पर्यटन की दृष्टि से बढ़ावा देने के लिये सुक्खू सरकार का धन्यवाद किया। राणा व समस्त पदाधिकारियों ने पूर्व मंत्री जीएस बाली को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि जीएस बाली का प्रदेश और कांगड़ा की राजनीती में अहम योगदान रहा है और वह हमेशा हिमाचलियों के दिलों में राज करेंगे।
उपमंडल देहरा के अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ का चुनाव वीरवार को देहरा में चुनाव पर्यवेक्षक अश्वनी पालिया, मंजीत कुमार, पवन राणा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। इस अवसर पर महासंघ के नेता अजीज अहमद, निशा कुमारी व ज्योतिका मेहरा मौजूद रहे । विजय अशरफ को सर्व सहमति से ब्लॉक देहरा का अध्यक्ष चुना गया, जबकि शिव कुमार शर्मा को महासचिव चुना गया। वरिष्ठ उपाध्यक्ष के पद पर परमजीत सलोता व यशपाल शर्मा व विनय शर्मा को कोषाध्यक्ष के पद पर सर्वसम्मति से चुना गया। नवनिर्वाचित अध्यक्ष विजय अशरफ ने सभी कर्मचारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शीघ्र ही महासंघ के नेताओं से विचार विमर्श करके कार्यकारिणी का विस्तार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की मांगों को प्रमुखता से सरकार के समक्ष उठाया जायेगा और महासंघ को मजबूत करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के हितों की सुरक्षा करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।
मुख्य संसदीय सचिव कृषि, पशुपालन, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, किशोरी लाल ने कहा कि जनसेवा और प्रदेश का सर्वांगीण विकास ही सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के इतिहास में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू नेतृत्व में पहली सरकार है जो व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को घरद्वार पर सुविधाएं देने तथा उनके जीवन में व्यापन सुधार के लिए कारगर कदम उठाये गये हैं। सीपीएस ने वीरवार को बैजनाथ में जन समस्याएं सुनीं। उनके ध्यान में लगभग 120 लोग की समस्यायें लाई गई। उन्होंने अधिकतर समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर दिया। उन्होंने कुछ समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश दिए। सीपीएस ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गांव, गरीब, किसान और मजदूर वर्ग को सुदृढ़ करने के साथ -साथ पर्यटन समेत अन्य विकासात्मक गतिविधियों से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न करने पर सरकार ने विशेष ध्यान केंद्रित किया है। इससे पहले संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग डॉ विशाल शर्मा ने मुख्य संसदीय सचिव किशोरी लाल से शिष्टाचार भेंट की। इनके साथ वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश राणा भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर एससी सेल के उपाध्यक्ष रविंद्र बिट्टू, यूवा कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र राव, जिला एसटी सेल के अध्यक्ष पृथी करोटी, मीडिया प्रभारी अमित शर्मा, गंगा राम शर्मा, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेदव्यास परिसर बलाहर में प्रशिक्षुता सेवा ( इंटर्नशिप) कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय रणवीर परिसर जम्मू से शास्त्री कक्षा के ८५ प्रशिक्षु एवं केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर में अध्ययनरत शास्त्री प्रथम वर्ष के १८० छात्र, कुल २६५ छात्र इस इंटर्नशिप में प्रतिभाग कर रहे हैं। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर के निदेशक प्रोफेसर मदन मोहन पाठक ने बताया कि यह प्रशिक्षुता सेवा कार्यक्रम २७ जुलाई से १० अगस्त तक चलेगा। इस १५ दिवसीय कार्यक्रम में प्रशिक्षुओं को वेद एवं कर्मकाण्ड का सैद्धान्तिक व प्रायोगिक ज्ञान, कौशल-विकास, तकनीकी ज्ञान, आत्मनिर्भरता आदि के विविध सूत्रों के साथ-साथ संस्कृति संवर्धन, पर्यावरण संरक्षण, अनुशासन, विश्व बन्धुत्व की भावना, राष्ट्रप्रेम, राष्ट्रीय एकता,मानवीय मूल्यों के प्रति कर्तव्यनिष्ठा आदि का सांगोपांग प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता परिसर निदेशक प्रोफेसर मदन मोहन पाठक ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के उपनिदेशक (शैक्षिक वृत्त) डॉ. देवानन्द जी शुक्ल उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का संचालन ज्योतिष विद्याशाखा के डॉ.मनोज श्रीमाल ने किया। इस कार्यक्रम में संयोजक डॉ. सुरेश पाण्डेय एवं संयोजक समिति के अन्य सदस्य डॉ. श्याम बाबू, डॉ. पुरुषोत्तम, डॉ. राजन मिश्र, डॉ.शैलेश कुमार तिवारी तथा अमित वालिया एवं परिसर के समस्त प्राध्यापक एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश डॉ. बीआर अंबेडकर मिशन अनुसूचित जाति कल्याण समिति की बैठक अंबेडकर भवन दयाल तहसील देहरा में पूर्व विधायक चौधरी दिलीप सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में समिति के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष एमआर दरोच ने सभा के समक्ष विभिन्न मुद्दों को चर्चा के लिए रखा। मुख्य रूप से मिशन की मजबूती के लिए उपमंडल स्तर पर इकाइयों का 2023 -2026 तक गठन किया जाए और आर्थिक मजबूती पर जोर दिया जाए। सभा के सदस्यों ने मणिपुर में हो रही अमानवीय घटनाओं पर रोष प्रकट किया और निंदा प्रस्ताव पारित किया और सरकार से आग्रह किया कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं एवं दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। बैठक में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष गुरुदास राम,वरिष्ठ उपाध्याय, अमर सिंह महासचिव शंकर सन्याल, पूर्व प्रधान धर्म चंद सिंह, ओम प्रकाश, किशोरीलाल, पूर्णचंद, हरि सिंह संध, सुदर्शन कुमार, वतन चंद, हरजिंदर कुुमार उर्फ बिल्ला एवं हिमाचल प्रदेश गुरु रविदास महासभा ब्लॉक प्रागपुर के प्रधान राकेश भाटिया सहित लगभग 100 सदस्य उपस्थित रहे।
विश्व हेपेटाइटिस दिवस के उपलक्ष्य में 27 जुलाई को जिला स्तरीय विश्व हेपिटाइटिस दिवस मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुशील शर्मा के सौजन्य से सत्यम कॉलेज ऑफ नर्सिंग रैत में मनाया गया। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हेपेटाइटिस के प्रति जागरूकता को बढ़ाना था। जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ तरुण सूद ने कहा कि हेपेटाइटिस लिवर से जुड़ी बीमारी है जो संक्रमण के कारण होती है। इस बीमारी से लीवर में सूजन आ जाती है। हेपेटाइटिस एक महामारी बनती जा रही है जिसके कारण हर साल मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। हेपेटाइटिस पांच प्रकार का होता है ।हेपेटाइटिस ए ,बी ,सी ,डी और ई। हेपेटाइटिस के सभी प्रकारों को गंभीरता से लेना चाहिए। हेपेटाइटिस को गंभीरता के आधार पर पहचाना जाता है। इस बीमारी का इलाज संभव है अत: जागरूकता फैलाकर हम लोगों को इस बीमारी से बचा सकते हैं। जानकारी देते हुए जन शिक्षा एवं सूचना अधिकारी जगदंबा मेहता ने बताया की यह बीमारी वायरस इनफेक्शन, दूषित खाना, दूषित पानी के सेवन से, संक्रमित खून के ट्रांसफ्यूजन से और संक्रमित इंजेक्शन आदि से हो सकती है इसके लक्षण इस प्रकार हैं जैसे हमेशा थकान महसूस होना, त्वचा की रंगत पीली होना, आंखों के सफेद हिस्से का रंग पीला पड़ जाना ,भूख ना लगना, उल्टी आना, जी मिचलाना, पेट दर्द और सूजन होना, सिर दर्द और चक्कर, यूरिन का रंग बदलना अचानक वजन कम होने लगता है, पीलिया होना या कई सप्ताह तक बुखार बना रहना। जैसे ही इस प्रकार के लक्षण दिखे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में अपनी जांच करवाएं। क्योंकि अगर समय रहते बीमारी पहचान ली जाए तो व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ हो जाता है। इस मौके पर हेपेटाइटिस के लक्षण निदान उपचार तथा रोकथाम पर पोस्टर मेकिंग कंपटीशन तथा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा प्रतिभागियों को इनाम वितरित किए गए। सत्यम नर्सिंग कॉलेज की फैकल्टी द्वारा वायरल तथा नॉन वायरल हेपेटाइटिस पर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उपस्थित प्रतिभागियों को जागरूक किया गया। स्वास्थ्य शिक्षिका अंजली ने भी हेपेटाइटिस के बारे में जानकारी देते हुए बरसात के मौसम में हाथों की साफ सफाई तथा आसपास की साफ सफाई के साथ-साथ ज्यादा तला भुना तथा बाहर के खाने को ना खाने की सलाह देते हुए ताजा तथा हल्का खाना खाने के लिए प्रेरित किया ताकि पीलिया तथा दस्त आदि रोग जोकि बरसात में आमतौर पर होने वाली बीमारियां है उनसे बचा जा सके। इस मौके पर सत्यम नरसिंह कॉलेज रैत की प्रिंसिपल अखिला ए.तथा बाकी स्टाफ भी मौजूद रहा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने बताया कि आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश का 75 वर्ष पूर्ण होने पर गेयटी सभागार शिमला में बहुत ही धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजशरण शाही मुख्य अतिथि व वशिष्ठ अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय महिला पहलवान बबिता फोगाट उपस्थित रहीं। फोगाट ने संबोधन करते हुए विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित मिशन साहसी कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद को ऐसे ओर कार्यक्रम छात्राओं के लिए करवाने चाहिए व यहां मेरे सहयोग व सहायता की जरूरत होगी वह मैं करूंगी। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम अमृत महोत्सव समारोह की सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। आकाश नेगी ने बताया कि इस अमृत महोत्सव समारोह कार्यक्रम में देश व प्रदेश कानाम ऊंचा करने वाले व सामाजिक क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले महानुभावों को भी सम्मानित किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इस अमृत महोत्सव समारोह कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश की संस्कृति की भी झलक सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से देखने को मिली। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से अभाविप के पूर्व कार्यकर्ता, शिमला जिला की विभिन्न इकाइयों के कार्यकर्ता व छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी तरीके से कार्यान्वित करने और लोगों को लाभान्वित करने के लिए राज्य सरकार ने ग्राम पंचायतों की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में भी 'परिवार रजिस्टर' बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के परिवार रजिस्टर के रखरखाव नियम, 2023 के एक प्रारूप को हाल ही में राज्य मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। शहरी क्षेत्रों में परिवार रजिस्टर को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश नगर निगम अधिनियम की धारा 48 ए धारा 308 ए और हिमाचल प्रदेश नगर निगम अधिनियम की धारा 43 (5) और धारा 393 में संशोधन किया गया है ताकि परिवार रजिस्टर के रखरखाव का प्रावधान किया जा सके। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार का यह नवोन्मेषी कदम शहरी क्षेत्रों के लिए योजनाओं को तैयार करने के दृष्टिगत निर्णय लेने में मील पत्थर साबित होगा। इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के बारे में महत्वपूर्ण डॉटा उपलब्ध होगा, जिसके उपयोग से संसाधनों के बेहतर आबंटन सुनिश्चित कर जन कल्याण के लिए स्टीक योजनाएं बना जा सकेंगी। अभी तक केवल ग्राम पंचायतों में ही परिवार रजिस्टर रखे जाते थे। इस पहल के साथ, शहरी आबादी की आपत्तियों और सुझावों के उपरांत अंतिम मंजूरी मिलने के बाद शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं का प्रभावी ढंग से लाभ प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त प्रत्येक वर्ष 31 जनवरी तक परिवार रजिस्टर को संशोधित किया जा सकता है और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आवश्यक संशोधन किए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार में रहने वाले सदस्यों, उनके व्यवसाय, जाति, शैक्षणिक स्थिति और अन्य आवश्यक विवरणों का रिकार्ड रखना महत्वपूर्ण है। पारिवारिक रिकार्ड सुनिश्चित होने से सरकार द्वारा प्रायोजित कल्याणकारी योजनाओं का स्थानीय निकायों के लोगों को लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी। संशोधित नियमों के तहत वार्ड समिति के संबंधित सचिव को वार्ड के वास्तविक निवासियों के परिवारों के विवरण के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण करना आवश्यक होगा। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी या नगर पंचायत के सचिव या इसके लिए विशेष रूप से नामित सत्यापन अधिकारी द्वारा रजिस्टर सत्यापित किया जाएगा। सभी आवश्यक संशोधन और सत्यापन पूरे होने के उपरांत तैयार किया गया अंतिम परिवार रजिस्टर अनुमोदन के लिए सदन के समक्ष रखा जाएगा और राजपत्र में प्रकाशित किया जाएगा। इसके बाद संबंधित अधिकारी द्वारा यह डाटा ऑनलाइन मोड के माध्यम से आम जनता को उपलब्ध करवाया जाएगा।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग द्वारा राशन वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के दृष्टिगत उपभोक्ताओं के राशन कार्डों में उनकी आधार संख्या पंजीकृत की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 99.60 प्रतिशत राशनकार्ड लाभार्थियों के राशनकार्ड को आधार संख्या से जोड़ा जा चुका है। प्रदेश में कुल 74,60,584 लाभार्थी हैं, जिनमें से 74,30,737 लाभार्थियों के आधार राशनकार्ड से जोड़ दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिन लाभार्थियों ने अभी तक अपने राशनकार्ड को आधार से नहीं जोड़ा है वह 15 अगस्त से पूर्व नजदीकी राशन डिपो में जाकर अपना आधार दर्ज करवा सकते हैं। यदि कोई अपना आधार 15 अगस्त तक दर्ज नहीं करवाता है तो इस स्थिति में राशनकार्ड को अस्थाई रूप से बंद कर दिया जाएगा तथा आधार की जानकारी उपलब्ध करवाने के बाद ही राशनकार्ड को फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राशनकार्ड धारकों की सुविधा के लिए लाभार्थिर्यों के मोबाइल नंबर को भी उनके राशनकार्ड के साथ जोड़ा जा रहा है ताकि उचित मूल्य की दुकानों पर उपलब्ध करवाए जा रहे खाद्यान्नों की सुविधा संबंधित जानकारी उपभोक्ताओं को पंजीकृत मोबाइल पर दी जा सके। उपभोक्ता विभागीय वेबसाइट/पारदर्शिता पोर्टल पर जाकर अपडेट मोबाइल नम्बर विकल्प के अधीन अपने 12 अंकों के आधार नम्बर दर्ज करवाने के उपरांत अपना मोबाइल नम्बर अपडेट कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विभाग उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से ई-केवाईसी के माध्यम से यह सुनिश्चित कर रहा है कि राशनकार्ड में दर्ज व्यक्ति का नाम, जन्मतिथि तथा लिंग आधार में दर्ज डाटा के अनुरूप ही हो। इस विषय में उपभोक्ता अधिक जानकारी विभागीय वेबसाइट/पारदर्शिता पोर्टल पर प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी उचित मूल्य दुकानदारों को समयबद्ध ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।