मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ० प्रकाश दरोच ने बताया कि कोविड-19 के अन्तर्गत, सरकार के आदेशों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर जिले में घर-घर का सरर्वेक्षण एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान कार्य 3 से 9 अप्रैल तक लगातार चला हुआ है इस कार्य को जिले की 491 टीमें अंजाम दे रही है। हर टीम एक दिन में लगभग 30 घरों का सर्वे कर रही है तथा कोरोना वायरस के लक्षणों और सावधानियों की जानकारी लोंगों से बात-चीत करके तथा प्रचार-प्रसार सामग्री के द्वारा लोगों को सामाजिक दूरी, हैंड हाईजिन, स्वास्थ्य हाईजिन आदि के बारे मे लोगों को जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 4 मेडिकल मोबाइल यूनिट की गाडियां कोरोना वाइरस के लिए प्रचार-प्रसार भी कर रही है। उन्होंने बिलासपुर की समस्त जनता से अनुरोध किया है कि सभी लोग इन टीमों को पूरी जानकारी दें व इस सर्वेक्षण कार्य में लगी टीमों को पूरा सहयोग दें। उन्होंने बताया कि बाहर के देशों से व भारत के किसी राज्य से यदि कोई व्यक्ति किसी के घर में ठहरा हों या देखा हो तो उस की जानकारी छुपाएं नहीं, प्रशासन को व स्वास्थ्य विभाग को उसकी जानकारी जरुर दें यदि ऐसा नहीं करेंगे तो छुपने वाले भी और छुपाने वाले भी दोषी माने जाएंगे।
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इस समय पूरा देश एकजुट होकर खड़ा है। उन्होंने बताया कि इस संकट की घड़ी में लोग भरपूर सहयोग प्रदान करने के लिए आगे आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस विकट परिस्थिति से उबरने के लिए उपमंडल श्री नैनादेवी जी की ग्राम पंचायत कुटैहला गांव क्यारिया के संतराम ने स्वेच्छा से 1 लाख रूपए का चैक पीएम रिलीफ फंड में दिया। गौरतलब है कि 96 बर्षीय संतराम 1984 में कृषि विभाग से बतौर एडीओ के पद से सेवानिवृत हुए थे। उनके स्पुत्र होशियार सिंह ने बताया कि वह हमेशा ही समाज सेवा से जुड़े रहे हैं और अन्य लोगों को भी समाज सेवा तथा भलाई करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। संतराम ने कहा कि लोगों से जो कुछ भी बन पाए संकट की इस घड़ी में स्वेच्छापूर्वक दान करें।
सोमवार का दिन बिलासपुर जिले के लिए काल दिन बन कर आया। इस दिन बिलासपुर का एक युवा सैनिक संजीव ने जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केनर सेक्टर में देश की सेवा करते करते अपने प्राणों की आहुति दे डाली। बिलासपुर जिले का इस सूरमा सूबेदार संजीव कुमार की शहादत पर पूरा जिला गमगीन है। इन दिनों शहीद संजीव कुमार जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में ड्यूटी पर तैनात थे। जवान संजीव कुमार मूलरूप से बिलासपुर जिले घुमारवीं क्षेत्र के हटवाड़ के निकत देहरा गांव के रहने वाले थे। उनके निधन से 13 साल के बच्चे के सिर से पिता का साया उठ गया। शहीद होने वाले संजीव कुमार स्पेशल फोर पैरा कमांडो थे। सोमवार सुबह जैसे ही संजीव के परिजनों को दुखभरी खबर मिली तो पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी। उनके शहीद होने की खबर मिलते ही माता पिता, पत्नी व बेटा बेसुध हो गए। शहीद संजीव कुमार देहरा गांव के ज्ञान चंद के इकलौते पुत्र थे। शहीद संजीव कुमार का 13 वर्षीय बेटा, पत्नी तथा माता व बहन है। संजीव कुमार के शहीद होने पर क्षेत्र में शोक की लहर है। संजीव के पार्थिव शरीर ज्वालाजी के सपड़ी में हेलीकॉप्टर से पहुंचाया गया। इसके बाद गाड़ी में पार्थिव शरीर घर तक लाया गया। और इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके 13 वर्षीय पुत्र ने मुखाग्नि दी। बिलासपुर के उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने इस निधन पर शोक प्रकट किया है।
कोरोना बीमारी से भारत देश एकजुटता से लड़ रहा है। समाज का हर वर्ग किसी न किसी रूप् में इस महामारी के खिलाफ अपना योगदान दे रहा है। इसी कड़ी में बीती रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आदेश बिलासपुर वासियों के सिर चढ़ कर बोला। हांलाकि इस कार्य के पीछे की भावना या वैज्ञानिक तर्क के बारे में किसी को कुछ पता नहीं था लेकिन पीएम मोदी ने आग्रह किया है तो बस किया है। नौ मिनट के इस कार्यक्रम को लोगों ने जशन का रूप दे दिया। लाॅकडाउन और कर्फयू की बोरियत से परेशान लोगों ने शाम ढलते ही दीपक सजाने शुरू कर दिए थे। सोशल मीडिया में बाकायदा लोगों ने अपनी तैयारियों का इजहार किया। हालांकि पीएम मोदी ने घरों की तमाम लाइटें बुझाकर नौ मिनट तक एक दीपक जलाने के लिए देश वासियों से आग्रह किया था लेकिन बिलासपुर में लोगों ने पूरे जोश के साथ छतों पर घरों की खिड़कियों, चारदिवारियों पर खूब मोमबतियां और दीपक जलाकर इसे दीवाली का रूप दे दिया। लोंगों ने दीप, टार्च लाइट, तथा कागज आदि की रोशनी से इस आदेश का पालन किया। इस दौरान कई लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। इस दौरान हर घर की छत से भारत मां के जयकारों से आकाश गुंजायमान हो गया।
भारतीय जनता पार्टी बिलासपुर ने सोमवार छह अप्रैल को अपना 40वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर सदर के विधायक सुभाष ठाकुर, जिला अध्यक्ष स्वंतंत्र सांख्यान, जिला महामंत्री आशीष ढिल्लों, पार्षद नरेंदर पंडित के अलावा राकेश ठाकुर, विनोद ठाकुर, बॉबी शर्मा, पवन ठाकुर, पंकज ठाकुर सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने हर बूथ पर सभी भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रेरणा स्त्रोत डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। सदर के विधायक आदरणीय सुभाष ठाकुर ने पिछले कल रात 9 बजे 9 मिनट के लिए दिए, मोमबत्ती, टॉर्च, जलाने पर बिलासपुर की जनता का आभार प्रकट किया और कहा कि लोगों ने जो एकता का प्रदर्शन किया है,उसके के लिए बिलासपुर की समस्त जनता बधाई की पात्र है।
जिला में कोरोना वायरस कोविड-19 से निपटने के लिए उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में विभिन्न स्थानों पर 13 रिलीफ सैंटर बनाए गए है जिसमें 514 लोगों को रखा गया है। उन्होंने बताया कि उन्हें सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जा रही है तथा प्रतिदिन उनका मेडिकल चैकअप भी सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 145 लोग बाहर के देशों से बिलासपुर आए उनको होम क्वारनटाईन में रखा गया है इनमें से 64 लोगों की 28 दिन का होम क्वारनटाईन पूरा कर लिया है और 81 अभी भी होम क्वारनटाईन में है। उन्होंने बताया कि जिला से 6 सैंपल भेजे गए थे उन सभी व्यक्तियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उन्होंने बताया कि अब तक 46 हजार निःशुल्क फूड पैकेट तथा 17500 लोगों को सूखा राशन जिला प्रशासन, रैड क्राॅस तथा अन्य समाज सेवी संस्थाओं, मंदिर ट्रस्ट, कोरपोरेट हाउस द्वारा वितरित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि राशन, करियाना, दूध, ब्रेड, फल, सब्जियां, मीट, मछली, बिना पक्के खाद्य पदार्थ के समान, कीटनाशक दवाईयों, पशुओं का चारा (भूसा) व फसलों के कटान में उपयोगी मशीनरी व मशीनरी रिपेयर की दुकानें प्रातः ९ बजे से 12 बजे तक खुली रहेंगी। उन्होंने बताया कि यदि आवश्यक दवाइयां कैमिस्ट की दुकानों में नहीं मिल रही हों तो टोल फ्री नम्बर 1070 और हेल्पलाईन दूरभाष नम्बर 0177-2626076, 2626077 पर डिटेल भेजें जिसके तहत सुनिश्चित किया जाएगा कि दवाइयां नजदीकी कैमिस्ट की दुकानों तक पहुंचाई जाएं। उन्होंने बताया कि जिला में उचित मूल्यों की 238 दुकानें है जिनमें से 163 ने अप्रैल माह का राशन का पूरा कोटा ले लिया है जिसका वितरण जारी है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एक महीनें 789 रुपये प्रति रिफिल लाभार्थियों के बैंक खातें में डाल दिए गए है। उन्होंने बताया कि वृद्धावस्था, विधवा, दिव्यांगजनों, कुष्ठ रोगी, लगभग 25 हजार पेंशनरों के बैंक खाते में पेंशन डाल दी गई है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त 13291 ऐसे खाता धारक है जो पोस्ट आॅफिस से पेंशन लेते है उनके खाते में भी पेंशन डाल दी जाएगी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 से प्रभावित लोगों की पहचान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर प्रत्येक सदस्य तथा अन्य राज्य तथा देशों से यात्रा करके लौटे व्यक्तियों की पहचान का डाटा एकत्रित करने के लिए 3 से 9 अप्रैल तक एकटीव कैस फाइडिंग अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में 81 हजार हाउसहोल्ड है जिनमें से 41 प्रतिशत कवर किए जा चुके है। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों को सही जानकारी देकर उन्हें पूर्ण सहयोग प्रदान करें।
पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा ने बताया कि जिला में कर्फ्यू स्थिति नियंत्रण में है, सभी लोग इसका पालन कर रहे है। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले 46 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि जिला में 32 मस्जिदें और 2 मदरसे है जिनका निरीक्षण किया गया है। उन्होंने लोगों से आहवान किया कि अफवाहों से बचे और फेसबुक तथा व्हट्सऐप को जिम्मेदारी से हैंडल करें। उन्होंने बताया कि फेसबुक तथा व्हट्सऐप के माध्यम से क्षति पहुंचाने वाली सुचनाएं या अफवाहें फैलाने से गुरेज करें। उल्लंघना करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बिलासपुर जिले का एक युवा सैनिक मातृ भूमि की रक्षा करता हुआ शहीद हो गया है। जानकारी के अनुसार, जिला बिलासपुर की ग्राम पंचायत हटवाड़ के देहरा गांव का निवासी सूबेदार संजीव कुमार कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में तैनात थे। इस दौरान वह आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हो गए। सोमवार को घर पहुंचेगा पार्थिव शरीर बताया जा रहा है कि शहीद संजीव कुमार की पार्थिव देह को हेलीकॉप्टर के माध्यम से उनके पैतृक गांव लाया जा रहा है। संजीव कुमार 4 पैरा कमांडो में सेवारत थे। उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार को दोपहर बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव देहरा-हटवाड़ पहुंचेगा। यहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। वहीं, शहादत की सूचना मिलते ही बिलासपुर की जनता शोक से गमगीन हो गई है।
लाडली फाउंडेशन के राज्य उपाध्यक्ष निर्मला राजपूत, जिला कार्यकारी अध्यक्ष रेखा बिष्ट, प्रमुख सामाजिक संस्था रेनबो स्टार क्लब के संस्थापक ईशान अख्तर एवं आयुषी इंस्टीट्यूट फैशन डिजाइनिंग के प्रबंधक एवं लाडली फाउंडेशन के सदर मंडल अध्यक्ष रीना ठाकुर की संयुक्त अगुवाई में कोरोना वायरस के चलते प्रभाव को देखते हुए बिलासपुर के साथ लगती पंचायतों में रहने वाले लोगों तथा स्थानीय नागरिकों को मास्क एवं सैनिटाइजर बांटे गए। लाडली फाउंडेशन के कार्यकारी अध्यक्ष रेखा बिष्ट में जिला प्रशासन राजेश्वर गोयल अनुरोध किया कि अगर सामाजिक क्षेत्र में युवा स्वयंसेवकों की जरूरत पड़ती है तो शहर के सभी प्रमुख संस्थाओं का सहयोग लेकर युवा समाजसेवी की टीम हमारी तैयार है। रेनबो स्टार क्लब के संस्थापक ईशान अख्तर ने बताया कि सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर मास्क व सैनिटाइजर बांटे जा रहे हैं । तथा राशन की दुकानों के बाहर जो लोग सामान लेने आ रहे थे उनके सैनिटाइजर के साथ हाथ भी धुलाई गए । लाडली फाउंडेशन के राज्य उपाध्यक्ष एवं ग्राम पंचायत नोनी के प्रधान निर्मला राजपूत, रेखा बिष्ट, रीना ठाकुर, पंडित सत्यदेव शर्मा, ईशान अख्तर, तनवीर खान ने बताया कि लगभग 8000 मास्क जिला बिलासपुर के ब्लॉकों में बांटने का लक्ष्य रखा गया है जिसके लिए लाडली फाउंडेशन, प्रमुख सामाजिक संस्था रेनबो स्टार क्लब, हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (सर्वधर्म समभाव) देश की उन्नति व समाज सेवा के लिए कटिबद्ध है।
कोरोना वायरस के इस संकट में लगे कर्फ्यू लौकडाउन के चलते जो व्यापारी रोजमर्रा का सामान जनता को उपलब्ध करवा रहें है व्यापार मंडल ने उनका धन्यवाद किया है। व्यापार मंडल बिलासपुर के अध्यक्ष सुनील गुप्ता, महासचिव सुरेंद्र गुप्ता, चीफ पैटर्न कमलेन्द्र कश्यप मुख्य सलाहकार शान अली, वरिष्ठ उपाध्यक्ष तरुण टाडू, उपाध्यक्ष नवीन वर्मा, रामलाल, दीपक शर्मा, अनुसौरभ, सह सचिव चन्द्र शेखर हांडा, राज वर्मा, सलाहकार राजपाल दबड़ा, नरेंद्र खन्ना, कोषाध्यक्ष अमित गुप्ता, आयोजक मंत्री अजय चन्देल, करीम खान, प्रेस सचिव अर्पण सन्त, असिस्टेंट सेकेट्री राजेश कुमारी जम्वाल ने संयुक्त रूप से प्रेस को जारी बयान के माध्यम से उन सभी व्यापारियों का धन्यवाद किया व उन्होंने सब्जी, दूध, ब्रेड व किरयाना व्यापारियों से निवेदन किया कि वह सभी प्रशासन द्वारा जो भी निर्देश उन्हें दिए गए है उनका वह सभी पालन करें। दुकान पर ग्राहकों में उचित दूरी बनाए रखे, किसी से भी हाथ ना मिलाएं, मास्क अवश्य लगा कर रखें तथा समय समय पर अपने हाथ सेनेताईज़र से साफ करते रहें क्योंकि इस संकट में आपके द्वारा दिया गया छोटे से छोटा योगदान भी देशहित में बड़ा होगा। यह समय राष्ट्र प्रेम की लौ प्रज्वलित करने का है। उन्होंने कहा आपका यह योगदान कोरोना की चेन तोड़ने व संकट से बचने के लिए अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणादायक होगा। उन्होंने कहा कि देश सेवा सिर्फ सुरक्षाकर्मियों का काम नही है बल्कि देश सेवा का मौका आज हम को भी मिला है इसलिए आप बढ़ चढ़ कर कोरोना को हराने में सहयोग करें। ध्यान रहे बचाव में ही बचाव है। सुनील गुप्ता ने कहा कि सरकार व प्रशासन का मेलों व अन्य कार्यक्रमों को स्थगित करने का निर्णय एक दम सही था क्योंकि इसी कारण कोरोना वायरस हिमाचल में भय नही बना पाया है। उन्होंने सभी व्यापारियों से 5 अप्रेल को रात 9 बजे से 9 बजकर 9 मिनट तक प्रधनांमत्री नरेंद्र मोदी के आह्वाहन पर सामूहिक शक्ति दिखाने का आह्वाहन किया है। व्यापरमण्डल ने व्यास रक्तदाता समिति व ब्लड बैंक बिलासपुर का भी धन्यवाद किया है जो इस विकट स्थिति में भी अपना कार्य ईमानदारी से कर रहें है। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद लगे लौकडाउन में अब तक जरूरतमंद मरीजों को व्यास रक्तदाता समिति के अध्यक्ष कर्ण चन्देल द्वारा तकरीबन 50 यूनिट रक्त अभी तक उपलब्ध करवाया जा चुका है। उम्मीद करते है कि व्यास रक्तदाता समिति व ब्लड बैंक स्टाफ आगे भी मरीजों को इस संकट में भी रक्त की कमी नही आने देंगे।
कोरोना वायरस संक्रमण रोग को हराने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के आहवान पर हर नागरिक घरों में बैठकर तथा सामाजिक दूरी अपनाकर अपना अहम रोल अदा कर रहा है। ऐसे में समाजसेवी संस्था कहलूर विकास सेवा संस्थान के युवाओं ने पूरे शहर को सेनेटाइज करने का जिम्मा उठाया है। संस्था के करीब दस युवा हर रोज सुबह दस बजे से पैदल ही निकल जाते हैं तथा संबंधित क्षेत्र को सेनेटाइज कर शाम को घर लौटते हैं। युवाओं की इस कार्यशैली की सर्वत्र सराहना हो रही है। करीब एक सप्ताह से इस पुनीत कार्य में जुटे यह युवा डियारा सेक्टर, रौड़ा सेक्टर, चंगर सैक्टर, धौलरा वार्ड, पुलिस लाइन व पुलिस कालौनी को सेनेटाइज कर चुके हैं। कहलूर विकास सेवा संस्थान के अध्यक्ष सन्नी कुमार व महासचिव भरत डोगरा ने बताया इस काम को करने के लिए सभी सदस्यों ने एकजुटता दिखाई है तथा स्वयं के खर्चे पर काम शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में उन्हें सामान की आवश्यकता पड़ रही है लेकिन प्रशासन की ओर से उन्हें पूरा सामान नहीं मिल पा रहा है। बावजूद इसके वे अपने खर्चे पर सामान की खरीदारी भी कर रहे है। जिसमें मास्क, दस्ताने, सीप्रेट, फिनायल, अन्य कैमिकल एवं कीटनाषक दवाई तथा जलपान आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि कैमिकल का छिड़काव करने के लिए स्प्रे टैंक को दिन में तीन से चार बार भरना पड़ता है ऐसे में दस्ताने खराब होते हैं। किंतु सामान के अभाव के कारण काफी समय तक यही दस्ताने उन्हें चलाने पड़ने हैं। उन्होंने बताया कि काफी समय तक दस्ताने पहने रखने के कारण हाथों में खुजली होने लगती है। इन पदाधिकारियों ने बताया कि सामान को लेकर उन्होंने सीएमओ से भी भेंट की जहां पर सीएमओ बिलासपुर ने उनके जज्बे को सराहते हुए तुरंत फोन पर अपने अधीनस्थ कर्मचारी को सामान उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। इन युवाओं का आरोप है कि स्टोर में बैठे कर्मचारी उन्हें अधिकारियों द्वारा निर्देशित मात्रा से कम सामान देते हैं। जिससे फील्ड में उन्हें दिक्कत पेश आती है तथा फिर वे स्वयं पैसे एकत्रित कर।सामान की उपलब्धतता को बरकरार रखते है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने ही खर्चे पर छह स्प्रे मशीनें खरीद ली हैं। जिससे काम में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें प्रशासन की ओर से पर्याप्त मात्रा में सामान मिलता है तो वे षहर का कोना-कोना सेनेटाइज करने का मादा रखते हैं।।उन्होंने उपायुक्त बिलासपुर से गुहार लगाई है कि उन्हें उचित एवं पर्याप्त सामान मुहैया करवाया जाए ताकि वे बिलासपुर को कोरोना मुक्त करने में प्रशासन का पूर्ण सहयोग कर सके। उन्होंने बताया कि उनके टीम में अन्य।पदाधिकारी एवं सदस्यों में शामिल विवेक आनंद, अमित कुमार, बसंल लाल, अजय राणा, विनोद कुमार, निषांत, जतिन व विक्रम सिंह का अहम योगदान है।
सयुंक्त व्यापार मंडल बिलासपुर जरूरत मंद और निसहाय लोगों और छोटे कारोबारियों की पड़ताल कर उनको राशन किट देकर कर रहा है। सयुंक्त व्यापार मंडल बिलासपुर ने कोरोना की रोकथाम के लिए हिमाचल सरकार की कार्य प्रणाली की सराहना की। गौर तलब है कि संयुक्त व्यापार मंडल बिलासपुर अपने थोक व्यापारियों के सहयोग से अपनी उप समितियों के द्बारा हर जरुरत मंद ,निसहाय, बिधवा, अपंग और छोटे कारोबारी परिबारो को घर-घर राशन किट पहुचां रहा है । ये राशन किटे सयुंक्त व्यापार मंडल बिलासपुर अपने कार्यलय हाल मे तैयार कर रहा है जिसमें आटा, चावल, दाल, चीनी, आलू, प्याज, बेसन, नमक, साबुन और सोयाबीन की बड़ीयाां पेक होती है और ब्यक्ति की ज़रूरत को मध्यनज़र रखते हुये कम ज्यादा का भी प्रावधान किया गया है। सयुंक्त व्यापार मंडल बिलासपुर की ये टीम डिसटेन्स को मध्यनज़र रखते हुये बहुत मेहनत से यह पुण्य कार्य कर रही हैं ज़िसमे संयोजक स्वतन्त्र सान्ख्यान कि देखरेख में प्रधान नरेंद्र पण्डित, महासचिब हुसेनअली के साथ मुख्य नगीन चंद, रशिम महाजन ,अभिनव लक्की, पुनीत शर्मा, ,भूपेश चंदेल, भोलाजी, इन्द्रराज , ज्योती,डोगरा,अरुण शर्मा इत्यादि शामिल है नगीन चंद को स्पेशल ज़िम्मेवारी दी गई है और इसी के साथ महीपाल संख्यांन को खाध्य पदार्थ की गुणबता को जांच की ज़िम्मेवारी दी गई है जिससे ज़रूरत मंद को आछा राशन बितरित हो। इसी सन्दर्भ में संयुक्त व्यापार मंडल बिलासपुर के अन्य पदाधिकारी व सदस्य अपने अपने स्तर पर इस महापुण्य मानव सेवा में तन मन, धन से सहयोग कर रहे हैं और साथ मे कुछ समाजिक व्यक्ति भी अपना योगदान कर रहे है कुछ व्यक्ति कार्य कर रहे टीम को चाय पानी की भी स्बेछा से सेबा कार्य कर रहे है । गौर तलब है सयुंक्त व्यापार मंडल बिलासपुर के इस 《कोरोना महामारी 》पुनीत कार्य पर जिला प्रशासन ज़रूरत के अनुसार पास भी ज़ारी कर रहा है ताकि संयुक्त व्यापार मंडल बिलासपुर को मानब सेवा मे कोई दिक्कत पेश ना आए संयुक्त व्यापार मंडल बिलासपुर तय दिल से जिला प्रशासन के साथ सभी सहयोगियों का अभार ब्यक्त करता है और हर ब्यापारी और जन मानस सेआशा करता है कि देश में फेली कोरोना बीमारी से लड़ने के लिये आपसी दुरी बनाये रखने का पूरा पालन करे और सरकार की बताई गाईड लाईन पर अमल करे।
हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रांत संयोजक पंडित सत्यदेव शर्मा एवं प्रमुख युवा समाजिक कार्यकर्ता ईशान अख्तर एवं प्रांत महामंत्री निर्मला राजपूत ने अल्पसंख्यक मुस्लिम वर्ग से अनुरोध किया कि सभी मुस्लिम प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देश ना माने उन पर कानूनी कार्रवाई की जाए। जो भी लोग तबलीग जमात दिल्ली मरकज से वापस हिमाचल आए हैं वह इसकी सूचना जिला प्रशासन प्रदेश सरकार तथा व स्वास्थ्य विभाग को दे। खुद भी ठीक रहे अपने परिवार को भी ठीक रखें तभी हमारा समाज गांव, जिला, प्रदेश, देश ठीक रह पाएगा। बेहतर इंसान बनते हुए आगे आकर कोरोना को खत्म करने में सहयोग दें। कानून का उल्लंघन करने वाले लोगों का कड़ी से कड़ी निंदा करते हैं। इन्होंने कहा कि जहां कोरोना वायरस को डब्ल्यूएचओ द्वारा महामारी घोषित किया जा चुका है। वहीं पर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस भयानक महामारी को आम ले रहे हैं। कई जगह लोग इस्तेमाल में लाए जाने वाले मास्क को सड़क पर इधर-उधर फेंक रहे हैं। गौर करने वाली बात यह है कि यदि यह संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में आसानी से छूने से ही फैल सकता है। इस और कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जबकि यदि कोई व्यक्ति संक्रमित होता है तो इसके द्वारा मास्क को इस्तेमाल किया जाना और फिर उसे फैंका जाना यह एक बड़े खतरे का कारण बन सकता है। लोगों को स्वयं इसके प्रति जागरूक होना चाहिए यही नहीं इधर उधर फेंके जाने से शहर में हजारों की संख्या में घूम रहे आवारा पशु भी इसके कारण संक्रमित हो सकते हैं इस और भी जनता एवं प्रशासन को ध्यान देना होगा। जिससे कि इस भयानक संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डाॅ० प्रकाश दरोच ने बताया कि कोविड-19 की गंभीरता को देखते हुए सरकार के आदेशों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर जिले में घर-घर का सरर्वेक्षण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस के लक्षणों और सावधानियों की जानकारी प्रदान करने और संभावित या संदिग्ध मामलों की जांच के लिए जिले में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के लिए 467 टीमें गठित की गई है जो कोरोना वायरस से सम्बन्धित सर्वेक्षण कार्य 3 से 9 अप्रैल तक प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से लेकर सायं 4 बजे तक, लोंगों से बातचीत करके कोराना वायरस के लिए डाटा जुटाएंगें और अगर उन्हें जांच पडताल में कोई संदिगध लगता है तो वो दिशा निर्देशों के अनुसार कार्य करेगें और उच्चाधिकारियों को सूचना ऑन लाइन व लिखित में देंगे और कोरोना वायरस के वारे में लोगों को सामाजिक दूरी, हैंड हाईजिन, स्वास्थ्य हाईजिन आदि के बारे में भी बातचीत करके लोगों को जागरुक करेंगे तथा हैडबील/पम्फलैटस भी लोगों को जागरुक करने के उदेश्य से बांटेगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक टीम एक दिन में 30 घरों का सर्वे करेंगी। उन्होंने बिलासपुर की समस्त जनता से अनुरोध किया है कि सभी लोग कोरोना वायरस के बारे में इन टीमों से पूरी जानकारी प्रदान कर पूरा सहयोग दें ताकि इस बीमारी से अपने देश प्रदेश व बिलासपुर को बचा सके आपका पूर्ण सहयोग ही इस रोग का बचाव है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के बारे में लोगों को सामाजिक दूरी, हैंड हाईजीन, स्वास्थ्य हाईजीन इत्यादि के बारे में भी बातचीत करके लोगों को जागरुक करेंगे तथा हैंडबील/पंपलैटस भी लोगों को जागरुक करने के उदेश्य से बांटेगे। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण टीमों में 2-2 लोग होंगे जिनमें हर टीम में स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक महिला, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक पुरुष, चिकित्सा अधिकारी महिला आर०वी०एस०के० टीम, चिकित्सा अधिकारी पुरुष आर०वी०एस०के० टीम, फार्मासिस्ट राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर०वी०एस०के०) टीम, ए०एन०एम० बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर०वी०एस०के०) टीम, स्वास्थ्य शिक्षक, एकीकृत परामर्श जांच केन्द्र(आई०सी०टी०सी०) कांउसलर, एस०टी०एस०, वरिष्ठ क्षय रोग लेबोरेट्री सुपरवाईजर(एस०टी०एल०एस०), आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी, तथा आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट नम्बर 1 टीम मेम्बर होंगे तथा नम्बर 2 टीम मेम्बर इनके साथ सम्बधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता होंगी। उन्होंने बताया कि जहां आशा कार्यकर्ता नहीं होंगी वहां उस क्षेत्र की आंगनबाडी कार्यकर्ता होंगी।
जिला प्रशासन क्वारंटाईन में रखे गए लोगों की सभी सुविधाओं का पूर्ण रूप से ध्यान रख रहा है तथा उनकी कठिनाइयों को दूर करने का पूर्ण प्रयास कर रहा है। प्रशासन के साथ-साथ इस कार्य में अन्य गैर-सरकारी संस्थाएं भी सहयोग प्रदान कर रही है ताकि सभी के सहयोग से कोरोना वायरस के विरुद्ध एकजुट होकर इस लड़ाई से जीता जा सके। उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने गत दिन उपमण्डल श्री नैना देवी जी में बनाए गए क्वारंटाईन सैंटरों किए गए प्रबंधों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि वन विश्राम गृह स्वारघाट, लोक निर्माण विश्राम गृह, मैत्री सदन श्री नैना देवी जी तथा कहलूर होटल में ठहराए गए लोगों के लिए की गई सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि क्वारंटाईन में रखे गए लोगों को सभी आवश्यक जरूरतों की साम्रगी जैसे पक्का हुआ तीन समय का खाना, नहाने व शौचालय की सुविधा, साबुन, टूथपेस्ट, टूथब्रश, फल, बिस्किट तथा बैंडिग इत्यादि की पूर्ण व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि ठहराए गए लोगों के बीच उचित दूरी बनाई गई है तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मी उनका निरीक्षण भी कर रहे है। उन्होंने बताया कि मैत्री भवन में ठहरे हुए लोगों के लिए योग शुरू किया गया है जहां पर लगभग 90 लोग ठहरे हुए है। उन्होंने बताया कि इनके लिए संगीत सुनने की सुविधा भी प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि वन विश्राम गृह स्वारघाट में 18 लोग, लोक निर्माण विश्राम गृह में 10 लोग, मैत्री सदन श्री नैना देवी जी में लगभग 90 लोग तथा कहलूर होटल में 32 लोग ठहराए गए है। सभी की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इस अवसर पर एसडीएम सुभाष गौतम, डी.एस.पी श्री नैना देवी जी संजय शर्मा, तहसीलदार हुसन चंद के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
विश्व व्यापी कोरोना महामारी के चलते लोगों को मजबूरीवश घरों में रहकर ही इस बीमारी का अंत करना है। ऐसे में वह वर्ग जो दिन में कमाकर रात को अपना व अपने परिवार का पेट पालता है, के लिए बहुत कठिनाई का समय है। लेकिन महाऋषि बाल्मिकी महाराज की कृपा से कोई भूखा न सोए इसके लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं तथा जरूरतमंद लोगों तक हर जरूरत का सामान भी पहुंचाया जा रहा है। यह बात जिला बाल्मिकी सभा बिलासपुर के अध्यक्ष एवं समाज सेवक अशोक कुमार वाहिल ने कही। उन्होंने कहा कि वे अपनी संस्था के साथ काफी दिनों से इस पुनीत काम में जुटे हुए हैं तथा जरूरतमंद परिवारों तक हर जरूरत का सामान पहुंचाने की कोषिष की जा रही है। उन्होंने बताया कि डियारा सेक्टर में श्री राम शरणम के समीप कुछ परिवार ऐसे हैं जो अपना बसर झुग्गी झोंपड़ी में करते हैं तथा दैनिक मेहनत मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं। इस दिनों उसके लिए भी मुशिकल का समय हैं। अशोक कुमार ने बताया कि जिला बाल्मिकी सभा की ओर से ऐसे परिवारों के लिए राशन मुहैया करवाया जा रहा हे। उन्होंने बताया कि सभा की ओर से दाल, चावल, आटा, मसाले, घी व रिफाइंड आदि दिया जा रहा है तो यह लोग अपना व परिवार का पेट भर सके। अशोक कुमार ने बताया कि इस पावन काम के लिए पूरा बाल्मिकी समाज बढ़चढ़कर योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि जिला बाल्मिकी सभा ऐसे सभी जरूरतमंद लोगों की सहायता आगे भी करती रहेगी। इस अवसर पर सभा के अनिल किशोर, विजय कुमार कग्घा, रविंद्र किशोर, सुनील कुमार, विशल, संदीप, विकास, विशु, धीरज आदि मौजूद थे।
बिलासपुर जामा मस्जिद प्रबंधन कमेटी के प्रधान मोहम्मद हारून उर्फ हरि का कहना है कि जब बात देश पर आए तो धर्म, मजहब भूल कर सभी को एकजुटता से खड़ा होना चाहिए क्योंकि देश है तो देशवासी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को बेहतर तरीके से संभाल रहे हैं तथा ऐसे समय में जब देश वैष्विक बीमारी से लड़ रहा है तो सभी को सरकार व प्रशासन का साथ देना चाहिए। यदि कोई तबलिगी जमात से आया है तो वह स्वयं सामने आए तथा अपनी जांच करवाए। इसमें गलत बात क्या है, व्यक्ति संक्रमित हो भी सकता है और न भी लेकिन यदि संक्रमण है तो इलाज और बचाव जरूरी है ताकि समाज को भी बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि वे एहतियात तौर पर स्वयं नजर रखे हुए हैं। यदि ऐसा कोई पाया जाता है तो तुरंत प्रशासन को सूचित किया जाएगा। हारून मोहम्मद ने कहा कि बिलासपुर जामा मस्जिद में पिछले पांच महीने से बाहरी राज्य से कोई जमात नहीं आई है। एक दो जमातें आई थी जो प्रदेश से ही थी। हारून ने बताया कि जमात की कमेटियां अलग होती है, इनका मस्जिद कमेटियों से कोई ज्यादा ताल्लुक नहीं होता है। उन्होने बताया कि सरकार के आदेश के बाद 20 मार्च से जामा मस्जिद बिलासपुर पूरी तरह से बंद है। भीतर मौलवी व उसका परिवार तथा मदरसे में तालीम हासिल करने वाले 10-11 जरूरतमंद बच्चे हैं। यह सभी मस्जिद के भीतर रहते हैं। यहां पर केवल मौलवी को ही सामान आदि लाने की अनुमति है जबकि कोई मस्जिद में प्रवेष नहीं कर सकता है। तबलीगी जमातियों की हरकतों पर पूछे गए प्रशन का जबाव देते हुए जामा मस्जिद प्रधान हारून मोहम्मद ने बताया कि चिकित्सक और उनके स्टाफ पर पत्थराव करना अनपढ़ता का सबूत है। इसके लिए पूरी मुस्लिम कौम को जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जमात में अधिकांश ऐसे लोग जाते हैं जिन्हें परिवार वाले सुधरने के लिए भेजते हैं ताकि 40 दिन बुद्धिजीवियों में रहकर वे कुछ अच्छा सीखें और समाज सुधार में अपना योगदान दें। उन्होंने बताया कि जमात में लोगों को यही सिखाया जाता है कि यदि धरती पर अच्छा करोगे तो उपर भी अच्छा मिलेगा, गलत करोगे तो आगे भी गलत ही मिलेगा। लेकिन इस प्रकार के कारनामों को अंजाम देने वाले अनपढ़ और शरारती तत्व होते हैं। ऐसे मानसिक बीमार लोगों की काउंसलिंग करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के असमाजिक तत्व हर कौम में होते हैं जिनकी हरकतें पूरे समाज और कौम को शर्मसार करती हैं। हारून मोहम्मद ने कहा कि कठिनाई की इस घड़ी में बिलासपुर नगर का पूरा मुस्लिम तबका जिला प्रशासन और सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
सदर विधानसभा क्षेत्र से युवा नेता आशीष ठाकुर ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर शहर के कोसरिया वार्ड में मास्क आम जनता को वितरित किए। इस मौके पर आशीष ठाकुर ने जनता से अपील की है कि सरकार के दिशनिर्देशों का पालन करें क्योंकि यह हम सबका दायित्व बनता है। आशीष ठाकुर ने लोगों को प्रेरित किया और बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशनिर्देशों के अनुसार अगर किसी परिवार का कोई भी सदस्य खांसी, जुखाम या बुखार से ग्रसित है तो उस परिवार के सभी सदस्यों को मास्क पहनना अति आवश्यक है क्योंकि अगर किसी परिवार में एक भी सदस्य में संक्रमण पाए जाए तो उनका पूरा परिवार लपेट में आ सकता है साथ मे उन्होंने जनता से अपील की है कि वैसे तो अपने घरों में ही रहें परन्तु अगर अति आवश्यक कार्य से घर से बाहर जाना पड़े तो मास्क का इतेमाल जरूर करें। आशीष ठाकुर ने कहा कि वह ओर उनके सहयोगी इस आपदा की घड़ी में जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमेशा खड़े है और उन्होंने जनता से भी अपील की है कि अगर कोई जरूरतमंद परिवार आपके आस पड़ोस में है ओर आप सक्षम है तो जरूर उन परिवारों को भर पेट खाने की व्यवस्था करें। अगर आप असमर्थ है तो कृप्या ऐसे परिवार की सूचना जिला प्रशासन को और हमें दें ताकि जरूरत मंद परिवारों की भरपूर मदद हो सके। आशीष ठाकुर ने मीडिया के माध्यम से तब्लीगी जमात में शामिल हुए लोगों से अपील की है कि जो जो लोग जमात में शामिल हुए थे वो अपनी जानकारी स्थानीय प्रशासन को दें ताकि सरकार और प्रशासन की तरफ से उक्त परिवारों को संक्रमण से बचाया जा सके। इस मौके पर नरेश कुमार, राहुल, विक्की उनके साथ रहे।
विश्व विख्यात सुप्रसिद्ध शक्ति पीठ माता बगला देवी मंदिर बनखंडी के पुजारी पंडित दीपक शर्मा का कहना है, यदि मौजूदा हालात पर गौर करें तो क्या यह लगता नहीं है कि देवी मां ने सभी को एक दूसरे की सहायता करने का पावन अवसर दिया है। ऐसे मौके भाग्यशाली लोगों के जीवन में आते हैं तथा इन्हें व्यर्थ गंवाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि देष वर्तमान में कोरोना महामारी को देश से भगाने के लिए जोर लगा रहा है, जिसमें हर देशवासी प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से अपना सहयोग कर रहा है। लाॅक डाउन और कफर्यू के हालात में संपन्न परिवार तो अपना गुजर बसर कर रहे हैं किंतु कुछ ऐसा भी तबका है जो अपनी दैनिक कमाई पर अपना व परिवार का पेट पालता है। ऐसे लोगों की मदद इस समय अत्यंत जरूरी है। सुविधाओं से वंचित ऐसे परिवारों के सदस्यों बच्चों को अन्न, जल, दूध आदि पहुँचाना परोपकार का कार्य है। उन्होंने कहा कि भले ही इन दिनों मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद हो लेकिन यदि संकट की इस घड़ी में गरीब लोगों की मदद किसी न किसी रूप में की जाए तो यह किसी पूजा से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि सनातनी परंपरा में अन्न, जल का दान सर्वोतम माना गया है। दीपक शर्मा ने कहा कि अपने आस पड़ोस में जाकर ऐसे प्रवासी लोगों का पता लगा सकते हैं जो किसी के भी यहां किराए पर रह रहे हों, को पूछ कर उनकी दिक्कतों को दूर करना मानवता है। ऐसे परिवार जिनके घर में कमाने वाला कोई न हो और ऐसे हालातों में वे खुद भी कोई काम न कर पा रहे हों ऐसे लोगों को राशन सामग्री देना उत्तम है। पंडित दीपक शर्मा ने कहा कि विकट परिस्थितियों में मानवता की सेवा के लिए कई लोग समूहों और समितियों में बाहर निकले हैं। दानी सज्जन इनके पास भी राशन सामग्री दे सकते है। कर्फयू के समय में यह आवश्यक नहीं है कि स्वयं घर से बाहर निकला जाए। परोपकार में जुटी संस्थाओं के माध्यम से दान देकर पुण्य कमाया जा सकता है।
कोरोना महामारी को समाप्त करने को लेकर चल रहे कर्फयू और लाॅकडाउन से बच्चों से लेकर बुजुर्गों को परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। अचानक आए इस फरमान से जहां बुजुर्गो के सैर सपाटे की आदत छूट गइ वहीं बच्चों के खेलकूद की गतिविधियां भी लगभग समाप्त ही हो गई हैं। ऐसे में लोगों में चिड़चिड़ापन होना स्वाभाविक हैं। ऐसे में घरों में इस प्रकार से मजबूरी में रहना कलेष या विवाद का कारण न बन जाए तो लोगों को चाहिए कि अपने सामान का सुदुपयोग समय सारिणी बनाकर करें जिससे यह समय हंसते खेलते कट जाए। इसी संवेदनशील मसले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एमडी रेडियोलाॅजिस्ट (एम्स) डा स्वाति ठाकुर ने कहा कि ऐसे समय में बच्चों के साथ स्वयं को शामिल करना चाहिए। उनके साथ घर के आंगन, छत या टैरेस पर खेलना चाहिए ताकि बच्चों में ज्यादा से ज्यादा उछल कूद हो और वे षारीरिक तौर पर थकें। इससे बच्चों को नींद भी अच्छी आएगी और उनका समय भी सही तरीके सेकटेगा। घर में यदि दादा दादी या नाना नानी हो तो अधिक समय उनके साथ बिताएं। इससे बुजुर्गों का मन भी बहलेगा तथा बच्चे भी उनकी निगरानी में अपने खिलौनों आदि से खेलेंगे। हालांकि इस समय अधिकांश बच्चे छुटिटयां होने को लेकर खुश।है लेकिन दिन भर की धमाचौकड़ी से परेशान न हो। समय का सही प्रयोग हो इसके लिए माता पिता को चाहिए कि वे समय सारिणी बनाएं। जिसमें बच्चों की शारीरिक क्रियाएं, योग, टीवी, कुछ अन्य मंनोरंजनात्मक खेलों का समावेश हो। डा स्वाति का कहना है कि आजकल बच्चे स्क्रीन प्रेमी ज्यादा बन गए हैं या बनाए जा चुके हैं। बच्चों को इस लत से दूर करने का प्रयास करें। यदि बच्चा मोबाईल देख भी रहा है तो इस पर यह जरूर देखें की वह देख क्या रहा है। डा स्वाति ठाकुर का कहना है कि अपने मित्रों संबंधियों से फोन पर कम से कम बात कर मन लगा रहता है। घर में पति को चाहिए कि वे पत्नी के रसोई कार्यों में हाथ बटाएं। कुछ नया बनाएं या बनाना सीखें। उन्होंने कहा कि इन दिनों दूरदर्शन चैनल पर सुप्रसिद्ध रामायण, महाभारत धार्मिक सीरियल चल रहे हैं। बच्चों को इन धारावाहिकों से जोड़कर गृहस्थ की शिक्षा एवं संस्कार दिए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि समय में कोई परिवर्तन नही आया है, हमें स्वयं की आदतों में बदलाव लाना होगा ताकि अनावश्यक तनाव और चिड़चिड़ेपन से निजात मिल सके।
जिला कांग्रेस अध्यक्षा अंजना धीमान ने लोगों से अपील की है कि इस मानवीय आपदा की इस धड़ी में सजग रहें और एहतियात बरतें। उन्होंने कहा कि इस मानवीय आपदा की धड़ी में सभी कांग्रेसजनों की संवेदनाएँ लोगों के साथ है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी जन साधारण इस की मुसीबत की धड़ी में है तो अपने नजदीकी जिला प्रशासन के अधिकारियों या कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को बताएं ताकि उनकी हर संभव सहायता की जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को घबराने की आवश्यकता नही है, जितना हो सके सयंम रखे और सोशल डिस्टेनसिंग को महत्व दे। उन्होंने कहा कि सौभाग्य की बात है कि जिला बिलासपुर में अभी भी कोई केस कोरोना पोजिटिव नहीं है। उन्होंने कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से भी आह्वान किया कि सोशल डिस्टेनसिंग के महत्व को समझें और जहाँ तक सम्भव हो सके तो इस मुसीबत में फंसे लोंगो की मदद को आगे आएं। उन्होंने अपील की है कि सोशल मीडिया के इस दौर में बहुत सी अफवाहों व भ्रान्तियों पर ध्यान न दे यदि कोई ऐसी अफवाह व भ्रांति सामने आती है तो तुंरत प्रशासन को बताएं।
बिलासपुर की प्रमुख समाजसेवी संस्था नगर सुधार समिति बिलासपुर ने बिलासपुर मे कोरोना महामारी के समय सरकार की ओर से लगाए गए कर्फ्यु के दौरान अपने अपने घरों मे रह रहे गरीब लोगों को जिनके पास खाने को पैसे नहीं हैं तथा कहीं से उन्हे भोजन आदि की व्यवस्था नही है, उन्हे संस्था की ओर से संस्था के अध्यक्ष दिनेश कुमार की अगुआई में आटा, चावल, चीनी, आलु, दाले, प्रवासी मजदूरों व स्थानीय गरीब लोगों को बांटी गई। इस मौके पर दिनेश कुमार अध्यक्ष नगर सुधार समिति बिलासपुर ने बताया कि उनकी संस्था पिछले ४ 4 दिनो से घर घर जाकर ऐसे परिवारों को खाने की सामग्री दे रहे हैं जिनके पास खाने को पैसे नहीं हैं। उसी कडी मे संस्था ने उन परिवारों को अनाज का आबंटन किया। इस सामग्री वितरण के लिए संस्था के सभी सदस्यों ने योगदान दिया। उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा करीब 100 लोगों को खाद्य सामग्री बांटी गई। उन्होंने विशेष तौर पर संस्था के समाजसेवीयो नरेश शर्मा, रमेश गुप्ता, जयदेव, तनुज सोनी, सूर्या प्रकाश, राजेन्द्र गौतम, संजीव ढिल्लो, देवेन्द्र कुमार, रेणू देवी, रोशन लाल, नरेश सोनी, मंजीत कौर, तथा सदस्यों का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि यह समाजसेवा का कार्य संस्था भविष्य में भी जारी रहेगा।
बिलासपुर के संयुक्त व्यापार मण्डल ने बिलासपुर नगर के विभिन्न सेक्टरों में आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों और विशेष रूप से रेहड़ी –फड़ी लगा कर अपने परिवारों का पालन –पोषण करने वालों तथा अपंगों और बिना किसी सहारे के रह रही विधवाओं को राशन की किटें जिसमें पाँच किलो आटा, पाँच किलो चावल, एक किलो दाल, एक लीटर कड़वा तेल, एक साबुन चक्की, एक पैकेट हल्दी, एक पेक्ट मिर्च, दो किलो आलू, दो किलो प्याज वितरित किया। व्यापार मण्डल के संयोजक स्वतंत्र सांख्यायन और महासचिव हुसेन अली ने कहा कि मण्डल की ओर से अभी तक 200 निर्धन परिवारों की सहायता की जा चुकी है जबकि यह अभियान निरंतर जारी है। व्यापार मण्डल के वरिष्ठ नेता राशिम महाजन ने कहा कि होल सेल व्यापर मण्डल के सहयोग से यह सहायता उपलब्ध कारवाई जा रही है। व्यापार मण्डल द्वारा किए जा रहे इस सामाजिक कार्य के लिए चारों ओर भारी प्रशंसा की जा रही है।
सदर विधानसभा क्षेत्र से युवा नेता आशीष ठाकुर और उनके सहयोगियों ने आज बिलासपुर शहर के विभिन वार्डों में जाकर गरीब व प्रवासी लोगों को घर घर जाकर दूध, ब्रेड व अन्य राशन की सामग्री वितरित की ओर समाज को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से बचाव लिए लोगों को प्रेरित किया। आशीष ठाकुर ने कहा कि अपने आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखें और सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों का पालन करें। आशीष ठाकुर ने कहा कि यह लड़ाई हम सबकी लड़ाई है इसके खिलाफ हम सबको मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने जिला प्रशासन, समाज सेवी संस्थाओं, समाजसेवियों का आभार व्यक्त किया क्योंकि आज जिस तरह से समाज का हर वर्ग समाज सेवा में लगा हुआ है उसकी वजह से बिलासपुर शहर के आस पास के इलाकों में कोई भी गरीब परिवार भूखे पेट नही सो रहा है। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि आज आपदा की इस घड़ी में आस पड़ोस की जिम्मेदारी हम सबकी बनती है। आज हम सबको यह सुनिश्चित करना है कि कू भी परिवार भूखा न रहे, आशीष ठाकुर ने लोगों को विश्वास दिलवाया की इस आपदा की घड़ी में वह ओर उनके पूरे सहयोगी जनता के साथ है और जो भी सम्भव हो पायेगा वो निरन्तर जनता की सेवा करेंगे और किसी भी परिवार को भूखे नही सोने देंगे। इस मौके पर वीरेंद्र सन्धु, नरेश कुमार, कमल किशोर उनके साथ रहे और खाने की सामग्री वितरण में पूरा सहयोग दिया।
कोविड-19 यानि कोरोना वायरस का खौफ विष्व में सर चढ़कर बोल रहा है लेकिन यह एक साधारण फ्लू है, इससे इतना घबराने की आवष्यक्ता नहीं है, क्योंकि इसकी चपेट में आने वाले 80 प्रतिशत लोग बिना दवाई के ठीक हो जाते हैं। जबकि 15 प्रतिशत लोगों को दवाई की तथा 1 से 5 प्रतिशत लोगों का अस्पताल में दाखिल या आईसीयू की आवश्यकता पड़ती है। यह बात फीनिक्स अस्पताल के मालिक डॉ दीपक ठाकुर ने बिलासपुर में कही। उन्होंने बताया कि जब दूषित हाथ या अन्य कोई शरीर का अंग या कोई वस्तु आंख, मुंह या नाक के संपर्क में आती है तो इस वायरस फैलाव षुरू हो जाता है। कमजोर शरीर यानि किसी बीमारी से ग्रसित लोगों पर इस वायरस का असर इसलिए अधिक होता है क्योंकि उनके शरीर में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। ऐसे में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि यह एक साधारण फलू ही तरह है लेकिन सुरक्षा घेरे में यदि यह प्रवेश कर जाता है तो इसका मतलब यह कतई नहीं है कि मरीज ठीक नहीं होगा। मरीज बड़ी आसानी से क्वायरंटाइन करने से भी ठीक हो जाता है। उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से वायरस के कण हवा में आते हैं जिसके लिए मास्क का पहनना आवष्य है। वहीं दूसरी ओर यदि इस वायरस के कण किसी स्थान पर हैं और दूसरे स्वस्थ व्यक्ति का हाथ वहां छूने के बाद उसी के मुंह, नाक आदि के कांटेक्ट में आता है तो यह रोग फैलने लगता है। उन्होंने बताया कि हालांकि छींकते या खांसते समय।रूमाल या टिष्यू पेपर का प्रयोग करना चाहिए। इसमें टिष्यू ज्यादा कारगर होता है, छींकने या खांसने के बाद टिष्यू को तुरंत डस्टबिन मे डाल देना चाहिए। संक्रमण न फैले इसलिए बार-बार हाथ धोने का परामर्ष दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति इन लक्षणों से ग्रसित हो तो वह नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में अपना इलाज करवा सकता है। स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐसे लोगों को कुछ निष्चित समय तक अलग यानि आइसोेलेन में रखा जाता है ताकि वे षीघ्र स्वस्थ हो तथा उनका संक्रमण किसी और को न फैले। यदि तेज बुखार, जुखाम की शिकायत होती है तो ही चिकित्सक की सलाह लेकर घर में रहें। ऐसे लक्षणों से ग्रसित मरीज के संपर्क से दूर रहना या रखना ही बेहतरी होती है। डा दीपक ठाकुर का कहना है कि बीपी, शूगर, सांस की दिक्कत, दमा आदि बीमारी के मरीजों को तो ऐसे संक्रमण से बहुत दूर रहना चाहिए। क्योंकि इन बीमारियों के मरीजों के षरीर में प्रतिरोधक क्षमता अन्य के मुकाबले कम होती है। ऐसे लोगों को थ्री लेयर या एन-95 मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलना चाहिए। बार-बार हाथों को सेनेटाइज करते रहना या साुबन से धोते रहना चाहिए। भारत सरकार द्वारा लाॅकडाउन के तहत लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जा रही है जो कि सबसे उतम विकल्प है।
बिलासपुर में कर्फ्यू में दी गई ढील के दौरान पुलिस लोगों को पीट रही है। चार दिन पहले पिटने वाले युवक के पिता ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और पुलिस महानिदेशक से इस घटना की सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर जांचकर दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग की है। आरोप है कि मेडिकल करवाने की बजाय युवक को मुंह बंद रखने की बात कही और धमकाकर घर भेज दिया। यह युवक अपनी बीमार भतीजी को ननिहाल से लाने के लिए घर से गया था। जानकारी के अनुसार, कॉलेज चौक पर तैनात पुलिस कर्मियों ने युवक की कार को रोक कर बिना कुछ पूछे लाठियां भांजना शुरू कर दिया।युवक की इतनी पिटाई की कि छाती की हड्डी बाहर निकल गई। इसके अलावा, पैर की हड्डी में भी फ्रैक्चर हो गया और शरीर पर जख्म हैं। युवक के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाया कि बिना सच्चाई जानें उनके बेटे पर पुलिस कर्मियों ने हमला कर उसे घायल कर दिया। पीड़ित युवक और उसके पिता ने बिलासपुर के साथ लगते गाँव रघुनाथपुरा के रणदीप सिंह ने पत्रकारों को अपनी व्यथा सुनते हुए बताया कि करीब चार दिन पूर्व बिलासपुर नगर के कालेज चौक पर पुलिस ने मारपीट की। बाद में पुलिस थाना सदर ने अस्पताल में उपचार करवाया और घर भेज दिया। युवक ने बताया कि उसका मेडिकल नहीं करवाया गया। रणदीप सिंह ने आरोप लगाया है कि मंगलवार को पुलिस ने मेडिकल करवाने के लिए क्षेत्रीय अस्पताल बुलाया, लेकिन बार-बार के आग्रह के बावजूद छाती का एक्सरे नहीं लिया गया। युवक का कहना है कि छाती की हड्डी मारपीट के कारण टेढ़ी हो गई है और भारी दर्द होने से मुझे रात भर नींद नहीं आ रही है। रणदीप सिंह ने आरोप लगाया है कि उसकी गाड़ी और दो मोबाईल फोन भी पुलिस ने जब्त कर लिए हैं। उन्होने संदेह व्यक्त किया है कि इस कारण से मेरी गाड़ी और फोन का दुरुपयोग हो सकता है। पीड़ित युवक का यह भी कहना है पुलिस कर्मी उस पर नाका तोड़ने का आरोप लगा रहें हैं, जबकि उसने कोई भी नाका नहीं तोड़ा है इसकी सीसीटीवी कैमरे की जांच कर वास्तविकता सामने लाई जा सकती है। नाका तोड़ कर भाग रहा था युवक : एएसपी अमित शर्मा एएसपी अमित शर्मा का कहना है कि तरणदीप सिंह पिछले दिन सुबह जब कालेज चौक के पास अपनी गाड़ी में जा रहा था तो पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नाका तोड़ कर भागने लगा। इसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी था, जो भाग गया, लेकिन रणदीप को पुलिस ने पकड़ लिया। इसके विरुद्ध पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। गाड़ी कब्जे में ले ली है। मारपीट की जांच की जा रही है और उसका मेडिकल भी करवाया गया है।
विपत्ति के समय में एकजुट होकर संकट का सामना करना हम हिंदुस्तानियों की सबसे बड़ी खासियत है। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार के चलते पैदा हुए संकट के समय भी ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है। राष्ट्रपति से लेकर मंत्री, सरकारी संगठनों से लेकर व्यक्तिगत और निजी संस्थाओं, उद्यमियों से लेकर फिल्मी हस्तियों तक ने प्रधानमंत्री राहत कोष में बढ़-चढ़कर योगदान किया है या दान देने का एलान किया है। बिलासपुर की ही जानी मानी संस्था कामधेनु हितकारी मंच के सदस्यों ने भी पांच लाख रुपये इस राहत कोष में भेजे हैं। यह जानकारी मंच के अध्यक्ष नानक राम ने पत्रकारों को दी। कामधेनु के इस योगदान के लिए उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने मंच का आभार प्रकट किया है।
कोरोना वायरस के संकट से जहां पूरा देश घबराया हुआ है। वहीं इससे बचाव के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग के साथ अन्य कई सामाजिक संस्थाएं कार्य कर रही है। सभी कोरोना वायरस के बचाव के बारे में जनमानस को बता रहें हैं तथा जितना भी हो सके घर पर रहने की सलाह दे रहें है। इसी कड़ी में जिला अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में भी ब्लड बैंक स्टाफ कोरोना वायरस के इस संकट में दिन रात कार्य कर रहें है। जिला अस्पताल में जरूरतमंद मरीजों को रक्त समय पर उपलब्ध हो सके इसके लिए वह दिन रात कार्य कर रहें है। यह बात व्यास रक्तदाता समिति के अध्यक्ष कर्ण चन्देल ने कही। उन्होंने कहा कोरोना वायरस के चलते पूरे देश मे कर्फ्यू लगा हुआ है। जिसके चलते ब्लड बैंकों में रक्त की कमी आ रही है। जिला अस्पताल ब्लड बैंक व मरीजों के फोन आने पर संस्था रक्त सेवकों को लेकर ब्लड बैंक रक्तदान करवाने जाती है। कर्ण चन्देल ने कहा कि जनता कर्फ्यू से लेकर आजतक तकरीबन रोज तीन यूनिट रक्त ब्लड बैंक में व्यास रक्तदाता समिति द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है। मंगलवार को भी एनीमिया के मरीज मंशा राम को चार यूनिट एबी पॉजिटिव रक्त उपलब्ध करवाया गया। एबी पॉजिटिव रक्त दाताओं में नवीन सोनी, तनवीर ने मंगलवार को रक्तदान किया जबकि दो यूनिट रक्त ब्लड बैंक से उपलब्ध करवाया गया। इसके अलावा कैंसर मरीज उर्मिला को भी तीन यूनिट रक्त शुभम राही, राज कुमार व अश्वनी ने रक्तदान किया। ब्लड बैंक स्टाफ में स्टाफ नर्स भावना ठाकुर, कमल किशोर, सुरेश कुमार, श्याम आदि का ब्लड बैंक में इस संकट पर भी दिन रात कार्य करने पर धन्यवाद किया है। व्यास रक्तदाता समिति के अध्यक्ष कर्ण चन्देल ने कहा कि कोरोना वायरस से घबराने की नही बल्कि इससे सावधानी बरतने की जरूरत है। इसकी कोई दवाई नही है। इसका इलाज बस घर पर रह कर अपनी सुरक्षा में ही है।
उपमंडल अधिकारी सदर बिलासपुर रामेश्वर ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की रोकथाम के मध्य नजर सम्पूर्ण हिमाचल में कर्फ्यू व जिला बिलासपुर में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144(1) लागू किए जाने पर सम्पूर्ण यातायात व्यवस्था बंद कर दी गई है। उन्होंने बताया कि उपमंडल सदर, जिला बिलासपुर में आवश्यक वस्तुओं व आपातकालीन सेवाओं की आपूर्ति के लिए छोटे वाहनों की ही अनुमति प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति व आपातकालीन सेवाओं की आपूर्ति के लिए उपमंडल सदर के आवेदक कार्यालय की ई-मेल के माध्यम से ही अपने आवेदन पत्र अपने वाहन की आर0सी0 चिकित्सा सम्बधी प्रमाण पत्र व अन्य सहायक दस्तावेजों सहित इस कार्यालय में भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि अपने आवेदन पत्र पर पूरा पता, मोबाईल नम्बर व व्हाटसप नम्बर भी अंकित करना सुनिश्चित करें।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश पुलिस महानिदेशक सीता राम मरडी का आभार व्यक्त किया जिन्होंने युवा कांग्रेस के विरोध के बाद बिलासपुर जिला के बरमाणा में प्रवासी मजदूरों को मुर्गा बनाए जाने की पुलिस की हरकत पर कड़ा संज्ञान लेते हुए एक बड़ा ब्यान जारी किया और प्रदेश की पुलिस को आदेश जारी किए कि वो हिमाचल की जनता और प्रवासी लोगों के साथ प्यार से पेश आए और मारपीट या मुर्गा न बनाएं। आशीष ठाकुर ने बिलासपुर पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा का भी आभार जताया और कहा कि जिस तरह से पुलिस कप्तान रात दिन जनता की सेवा में लगे हुए है वह बहुत ही सराहनीय है, बरमाणा की घटना के ऊपर आशीष ठाकुर ने कहा कि जैसे ही इस घटना के बारे में पुलिस अधीक्षक को पता चला तो उन्होंने तुरंत प्रभाव से कारवाही करते हुए महिला कांस्टेबल को लाइन हाजिर होने के आदेश जारी कर दिए। यही नहीं बिलासपुर जिला से सम्बंधित सभी थाना प्रभारियों को भी आदेश जारी कर दिए कि पुलिस व्यवस्था में कोई कोताही न बरती जाए। ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में अगर सीता राम मरडी और दिवाकर शर्मा की तरह के पुलिस अधिकारी होंगे तो निश्चित तौर पर हिमाचल की जनता को इस मुश्किल दौर में ओर न ही भविष्य में किसी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा ओर प्रदेश में कानून व्यवस्था भी सुदृढ़ बनी रहेगी।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर ने आरोप लगाया है कि बिलासपुर जिला मे क्वारंटाइन किये गए युवाओं के साथ अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर ज़िला के नगर परिषद भवन के हॉल में नालागढ़ ओर बद्दी में काम करने वाले युवाओं को जो कि घर वापसी कर रहे थे उन्हें प्रशासन ने क्वारंटाइन करने के लिए भेड़ व बकरियों की तरह भरा है। देखने मे ऐसा आ रहा है कि उस हॉल में 30 से 35 युवाओं को एक साथ रखा गया है। ठाकुर ने कहा कि युवाओं ने उन्हें बताया कि उन्हें स्वच्छ पानी तक की भी व्यवस्था प्रशासन द्वारा नही करवाई जा रही है न ही उनका लगातार चेकअप हो रहा है। आशीष ठाकुर ने कहा कि अगर उक्त युवाओं में से एक भी युवा संक्रमित पाया गया तो बाकी युवाओं को भी संक्रमण फैल सकता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि क्वारंटाइन किये जा रहे युवाओं को रहने, खाने और स्वास्थ्य की उचित सुविधाएं मुहैया करवाई जाए ताकि हम कोरोना जैसी महामारी को अपने प्रदेश में फैलने से रोक सकें।
बिलासपुर के उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने कहा है कि जिला बिलासपुर में सभी आवश्यक वस्तुओं का पूर्ण भंडारण है और किसी भी स्थिति में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि इस समय पूरे जिले को लॉक डाउन किया गया है और कर्फ्यू के तहत हर नगरवासी तथा ग्रामीण लोग भी प्रशासन की सहायता कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले की सभी सीमाएं पूरी तरह से सील कर दी गयी हैं और अनाधिकृत रूप से आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और जो भी इस मामले में पकड़ा जाता है उन्हें 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। इसके लिए जिले में 10 स्थान बनाए गए हैं। उपायक्त ने बताया कि चार पांच बसें भी इस कार्य के लिए लगाई गई है। उन्होंने आग्रह किया है कि किसी भी प्रकार की कोई झूठी खबर या अफवाह ना फैलाएं अन्यथा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उपायुक्त ने बताया कि जिले में विदेशों से 139 लोग आए थे। जिन में से 27 लोगों को 28 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में रखा गया है जबकि 112 लोग घरों में ही क्वॉरेंटाइन पर रखे गए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 4 सैंपल करोना वायरस के आए थे जो चारों के चारों नेगेटिव पाए गए। उन्होंने बताया कि बिलासपुर शहर व अन्य कस्बों में विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी करने का भी प्रावधान किया गया है। वहीं दवाइयां फेस मास्क और सैनिटाइजर भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले में प्रवासी मजदूरों की संख्या काफी है। उन्हें भी राशन दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन 4 दिनों में काफी परिवार कवर किए जा चुके हैं। इस कार्य में मंदिर ट्रस्ट, प्रशासन, डिजास्टर मैनेजमेंट के अलावा व्यापार मंडल व अन्य संस्थाएं भी सहयोग कर रही है। उन्होंने बताया कि पंचायतों में भी इस तरह की सहायता करने का आदेश सभी पंचायतों को दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि सुबह 9 बजे से 12 बजे तक कर्फ्यू में छूट दी गई है। इस छूट के मद्देनजर लोग से अपील की गई है कि वह इस मामले में उन्हें सहयोग दें।
कोरोना वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए बिलासपुर में लगे कर्फ्यू के दौरान जरूरतमंद लोगों को खाना मुहैया करवाने के मद्देनजर मंदिर न्यास श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर बिलासपुर ने भी अपना कदम बढ़ाया है, जिसमें मंदिर में जो चढ़़ावे के रूप में अनाज या राशन उपलब्ध था। उसे जिला रेडक्रॉस सोसायटी बिलासपुर को दे दिया गया है, ताकि इस अनाज को जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा सके। कर्फ्यू के दौरान जिला रेडक्रॉस सोसायटी, बिलासपुर प्रेस क्लब व बाबा विश्वकर्मा मंदिर समिति सहित अन्य सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं द्वारा खाना मुहैया करवाया जा रहा है। इस राशन को भी खाने के रूप में तैयार कर वैन के माध्यम से जगह-जगह जाकर लोगों तक पहुंचाया जाएगा, जिससे कर्फ्यू के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। मंदिर के पुजारी पंडित बाबूराम शर्मा ने बताया कि मंदिर अध्यक्ष एसडीएम सदर व मंदिर अधिकारी तहसीलदार के दिशा-निर्देशानुसार जो अनाज चढ़ावे के रूप में मंदिर में था, उसे रेडक्रॉस सोसायटी को दे दिया जाए। पांच क्विंटल चावल, 28 लीटर तेल मंदिर न्यास द्वारा दिए गए राशन में पांच क्विंटल चावल, 28 लीटर तेल, 50 किलोग्राम गुड़, 180 किलोग्राम माह दाल, 46 किलोग्राम मूंगी दाल, एक क्विंटल चन्ने की दाल, दस किलोग्राम मलका दाल, 61 पैकेट नमक, 25 किलोग्राम चीनी, 60 किलोग्राम गेंहू का आटा, 30 किलोग्राम मक्की का आटा, 2।6 किलोग्राम हलदी, दो किलोग्राम डालडा, तीन किलोग्राम काले चन्ने, सात किलोग्राम सुजी आदि सामान शामिल है।
शहरी विकास, नगर नियोजन एवं ग्राम नियोजन व आवास मंत्री सरवीण चैधरी ने जिला वासियों से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें ताकि सभी मिलजुल कर इस महामारी से निजात पा सके। सरवीण चैधरी ने इस सम्बन्ध में रविवार को गठित जिला स्तरीय समन्वयक समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। कोरोना वायरस कोविड-19 के खतरे को शून्य करने के लिए बैठक में सामाजिक उचित दूरी का पूर्ण पालन किया गया तथा उपस्थित सभी अधिकारियों ने बैठने के लिए एक-एक मीटर दूरी अपनाई। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को शून्य करने के लिए कफ्र्यू लगाया गया है। उन्होंने जिला बिलासपुर की जनता से आग्रह किया कि कफ्र्यू का पूर्ण पालन कर जिला प्रशासन को अपना महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान करें ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए की इस परिस्थिति में किसी भी जरूरमंद व्यक्ति को भूखा न रहने दिया जाए और ऐसे जरूरमंद व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर भोजन उपलब्ध करवाया जाए। इस अवसर पर उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला में उपमण्डल स्तर पर जरूरमंद लोगों की मेपिंग की जा रही है ताकि उन्हें रहने, खाने की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने बताया कि झंडूता सब-डिबिजन के मंदिर ट्रस्ट में 28 लोगों के ठहरने तथा खाने की सुविधा, संत निरंकारी सभा घुमारवीं 50 लोगों को रहने, खाने की सुविधा, स्वारघाट के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 70 लोगों को, गड़ामोड़ा के हाई स्कूल गड़ा में 25 लोगों की ठहरने की सुविधा तथा मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर उप-मण्डल में 105 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है जिसमें धौलरा मंदिर में 15 लोगों की ठहरने तथा खाने की व्यवस्था, एम.सी. हाॅल में 55 लोगों की ठहरने की व्यवस्था जिसमें रेड क्राॅस सोसाईटी द्वारा भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा और गुरूद्वारा में 35 लोगों की खाने और ठहरने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि जिला में अब तक जिला में विदेश तथा दूसरे राज्यों 139 लोग आए है जिनमें से 27 लोगों ने अपना 28 दिन का क्वारन्टीन टाइम पूरा कर लिया है और शेष 112 लोग होम क्वारन्टीन में है और सुरक्षित है। जिला में अब तक कोई भी मामला कोरोना वायरस का नहीं है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, एडीएम विनय धीमान, ए.एस.पी. अमित, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रकाश दरोच, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक प्रताप चैहान, सहायक आयुक्त सिद्धार्थ आचार्य उपस्थित रहे।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जिला प्रशासन शहर और आस पास के गांव में जंहा से बाजार 3 से 10 किलोमीटर की दूरी में है उन लोगों को बाजार तक गाड़ियां लाने की अनुमति दे। देखने मे ऐसा आ रहा है कि शहर और गांव के लोग जिनको बाजार थोड़ा दूर पड़ रहा है वो लोग बिना गाड़ी के समान घर तक ले जाने में असमर्थ है और इस वजह से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बिलासपुर की जनता का आभार भी व्यक्त किया और कहा कि बिलासपुर की जनता सरकार और प्रशासन के आदेशों का पालन करते हुए प्रदेश में कर्फ्यू को सफल बनाने में पूरा सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने प्रशासन की भी तारीफ करते हुए कहा कि प्रशासन जितना हो रहा है आम जनता की मदद कर रहा है। पुलिस के लोग जिस तरह से बाहरी राज्यों के लोगों को मुसीबत से निकालने के लिए खाने और रहने की व्यवस्था कर रहा है वह सच मे सराहनीय है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि शहर में ओर गांव के बाजारों के आस पास पार्किंग की व्यवस्था की जाए जंहा लोग गाड़िया खड़ी कर सकें और रोजमर्रा की वस्तुएं बाजार से खरीद सकें साथ मे उन्होंने कहा कि प्रशासन यह भी सुनिश्चित करे कि एक गाड़ी में 2 से ज्यादा लोग न हो। अगर संख्या ज्यादा हो तो उनके ऊपर कारवाही करने से प्रशासन पीछे न हटे। उन्होंने उम्मीद जताई है कि आम जनता की मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन आम जनता को रियायत देगा और लोगों को उचित सुविधा मिल पाएगी।
कोरोना के कहर से बचने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश अनुसार लाॅकडाउन हुई जनता तथा हिमाचल में कर्फ्यू के दौरान सड़कों के जरिए पैदल ही अपने घरों को निकले लोगों की मदद के लिए हालांकि कई हाथ उठ रहे हैं लेकिन इन सबसे अलग बामटा पंचायत का एक युवक सिद्धार्थ ग्रेवाल मन्नू स्वेच्छा से लोगों की मदद में मैदान में डट गया है। ऐसे वक्त में जब युवा वर्ग को घर में घुटन महसूस हो रही है, तथा मोबाईल और टीवी तक सीमित होकर रह गए है, वहीं यह युवा अपने इस सेवाभाव से लोगों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बन रहा है। पीजी कालेज का यह छात्र मन्नू कर्फ्यू में ढील से पूर्व अपनी मां और बहनों से खाना बनाने के लिए कहता है और समय खुलने पर अपनी स्कूटी से खाना व चाय आदि उठाकर नेशनल हाईवे की ओर निकल पड़ता है, रास्ते में पैदल अपने घरों की ओर मीलों का सफर तय कर रहे लोगों को वह चपाती, सब्जी और चाय बांट रहा है। यही नही शहर में पहुंचने पर वह सड़कों पर मुस्तैदी से डयूटी दे रहे पुलिस व गृह रक्षकों को चाय पिला रहा है सिद्धाथ ग्रेवाल मन्नू ने बताया कि इस काम को करने से उसे बहुत आनंद आ रहा है। ऐसी अनुभूति किसी भी कार्य में नहीं होती है। उन्होंने बताया कि वक्त के मारे लोग अपने घरों की ओर तो पैदल ही निकल पड़े हैं, किंतु रास्ते में उन्हें काफी दिक्कतों से गुजरना पड़ रहा है। मन्नू ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि वे ऐसे मजबूर लोगों की मदद के आगे आएं क्योंकि ये वक्त है किसी पर भी आ सकता है।
प्रदेश महासचिव आशीष ठाकुर ने प्रदेश सरकार एवं जिला पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा से मांग की है कि जो भी बाहरी राज्यों के लोग हमारे प्रदेश में रोजगार के लिए आए है उनके खाने और रहने की उचित व्यवस्था की जाए क्योंकि इस महामारी में इनकी देख रेख की जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की है, पर देखने मे ऐसा आ रहा है कि प्रशासन उनकी देखरेख करने के अपितु उनके साथ अभद्र व्यवहार कर रहा है। आशीष ठाकुर ने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि वो अपनी टीम को आदेश जारी करें कि स्थानीय एवम बाहरी राज्यों से आए लोगों के साथ क्रूरता न दिखाकर प्यार से पेश आए। उन्होंने बताया कि शनिवार को बरमाणा में ऐसा मामला देखने मे आया कि कुछ बाहरी राज्यों के लोग प्रदेश सरकार की ढीली व्यवस्था और भुखमरी के चलते यंहा से पलायन करने की कोशिश कर रहे थे। प्रशासन को चाहिए था कि उन्हें वंही रोककर उनके लिए उचित व्यवस्था करते पर इसके विपरीत उन लोगों को सड़क किनारे मुर्गा बनाया गया और मारपीट की गई। इससे भी बड़े दुर्भाग्य की बात है कि उनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया,इस तरह से अन्य राज्यों में प्रदेश की छवि धूमिल हो रही है। आशीष ठाकुर ने पूछा है कि अगर अन्य राज्यों की पुलिस भी हमारे राज्य के लोगों के साथ इस तरह का बर्बतापूर्ण व्यवहार करेगी तो क्या यह सही है? आशीष ठाकुर ने कहा कि उन्हें पुलिस अधीक्षक की कार्यप्रणाली के ऊपर पूरा विश्वास है कि वो निकट भविष्य में इस तरह की स्थिति जिला बिलासपुर में उतपन्न नही होने देंगे और अपनी टीम को जनता के साथ अच्छे व्यवहार के लिए आदेश जारी करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ प्रकाश दरोच ने बताया कि पूरे प्रदेश की तरह बिलासपुर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग, एहतियात बरतते हुए कोविड-19 से बचाव हेतु पूरे सुरक्षा कदम उठा रहा है और मरीजों को जल्द उपचार व अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं देने के लिए तत्पर है। उन्होंने बताया कि जिला के अस्पतालों में सर्दी जुखाम के मरीजों को सर्वप्रथम उपचार की सुविधाएं प्रदान की जा रही है। ऐसे मरीजों को अन्य मरीजों की अपेक्षा पहले जांच करवाने की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा केन्द्र व राज्य सरकार की एडवाइजरी के तहत काम किया जा रहा है। भारत में भी इस वायरस के मामले बढ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अन्य प्रभावित देशों से भारत आने वाले सभी पर्यटकों तथा भारत के नागरिकों की काउंसलिंग की जा रही है तथा उन्हें 14 दिन के लिए निगरानी में रखा जा रहा है। उन्होंने सभी बिलासपुर वासियों से अनुरोध किया कि वैसे ही अपना सहयोग निरंतर जारी रखें और स्वास्थ्य विभाग के सम्पर्क में रहें, घवराएं नहीं, सावधानी बरतें। सरकार व विभाग आपकी सेवा में रात दिन तत्पर है। इसके अलावा जिन लोगों में बुखार, खांसी व सांस लेने में दिकत है उन्हें सावधानी के तौर पर अस्पताल की आइसोलेशन फैसिलिटी में रखा जा रहा है तथा उनका लगातार निदान व उपचार प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। कोरोना वायरस के संबंध में कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकता है। सावधानी के तौर पर सर्दी जुखाम से ग्रसित व्यक्क्तियों से अपने बचाव के लिए खांसते व छिंकती बार मुंह को रुमाल या टिशू तथा बाजू मोडकर भी मुंह को ढक सकते है प्रयाप्त दूरी रखें, हाथ न मिलाएं, मुंह और नाक स्पर्श करने के पहले व बाद साबुन से हाथ बार-बार लगभग 20 सैकिंड तक अच्छी तरह धोएं, इधर-उधर न थूकें, भीड-भाड बाली जगहों में जाने से बचें तथा मांस व अण्डों को खाने से पहले अच्छी तरह से पकाएं। अभि वादन के लिए हाथ न मिलाएं और न ही गले मिलें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि बिलासपुर जिले में जो लोग प्रभावित देशों व अन्य राज्यों से आए हैं वे अपनी सूचना प्रशासन व नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में दें तथा वे अपने घर पर ही अन्य स्दस्यों से दूरी बनाकर कम से कम 14 दिन तक सावधानी बरतें, परिवार के अन्य स्दस्य भी उन्से दूरी बनाकर रखें, अतिआवश्यक होने पर घर से बाहर निकलें, अस्पतालों में अनावश्यक भीड ना करें, सरकार के आदेशों का हमेशा पालन करें। सरकार ने पूरे देश व प्रदेश में तालाबंदी/कर्फयू भी लगाया हुआ है, आवश्यक सेवाओं को छोडकर, उन्होंने बिलासपुर की जनता से निवेदन किया है हर तरह से प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की सभी बातों का कडाई से पालन करें ताकि कोविड-19 के नियंत्रण में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि इसके वचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को जागरुक करने के लिए जिला के महत्वपूर्ण स्थानों पर हौरडिंग, बोर्ड स्थापित किए गए हैं। प्रैस, रेडियो एस एम एस, जिंगल, हैंडविल, पम्फलैटस इत्यादि के द्वारा लोगों को जागरुक किया जा रहा है। आशा वर्कर, आगनवाडी कार्यकर्ता, हैलफर व स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरुक कर रहें हैं तथा कोरोना वाइरस के लिए घर-घर सर्वे भी कर रहे। पंचायत प्रतिनिधियों को भी लोगों को अपने स्तर पर जागरुक करने का निवेदन किया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर ने बिलासपुर की जनता से अनुरोध किया है कि सरकार व स्वास्थ्य विभाग के लोगों पर भरोसा कायम रखें तथा घर से बाहर बहुत ही जरुरी होने पर निकलें एतिहात बरतें, अस्पतालों में अनावश्यक भीड न करें। इस संदर्भ में बिभाग सभी से सहयोग की अपेक्षा करता है ताकि जिला में इसके प्रसार को रोकने में मदद मिले। आपका सहयोग ही इस बिमारी से छुटकारा दिला सकता है। स्वास्थ्य विभाग भी अब अपने स्तर पर पूरे जिला में जागरुता फैलाने के उदेश्य से माईकिंग कर रहा है।
बिलासपुर के उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला प्रशासन के पास जरूरी सामान का पर्याप्त भंडारण है तथा हर रोज इसकी समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से बिलासपुर शहर, घुमारवीं व झंडूत्ता में स्थानीय दुकानदारों व व्यापार मंडल के सहयोग जरूरी सामान की होम डिलीवरी शुरू करने की तैयारी कर ली गई। इसके साथ-साथ दवा विक्रेता संघ से मिलकर दवाईयां भी पहुंचाई जाएगी। उपायुक्त बोले कि बिलासपुर में लाकडाउन एवं कर्फ्यू के कारण आमजन कोई परेशानी न हो। इसके जिला प्रशासन की ओर से तमाम प्रबंध किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बिलासपुर की सीमावर्ती जिलों अथवा राज्यों से आने वालों को स्वारघाट में ठहराने व खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है तथा यह प्रयास भी किया जा रहा है कि वहां पर मेडिकल परीक्षण कर ही उन्हें आगे भेजा जाए व उनका पलायन न हो पाए। इसके अलावा जिले के विभिन्न भागों में काम करने वाले बाहरी राज्यों के कामगारों को भी मुफ्त राशन देने का प्रबंध किया जा रहा है। इसी के चलते शाहतलाई में मंदिर न्यास के माध्यम से 645 लोगों को निशुल्क राशन वितरित किया गया है। उन्होंने करोना वायरस के मामलों की जानकारी देते हुए कहा कि बिलासपुर जिले में अभी तक करोना संक्रमित व्यक्तियों के चार मामले सामने आए थे। उन सबकी रिपोर्टस नेगेटिव है। जिले में अभी 130 ऐसे लोग है जो विदेशों से लौटे हैं। इनमें 128 होम क्वारनटाईम हैं। इनमें से 13 लोग होम क्वारनटाईम का 28 दिन का पीरियड पूरा कर चुके हैं। उन्होंने लाकडाउन व कर्फ्यू में सहयोग देने के लिए लोगों का आभार जताया तथा कहा कि लोग पैनिक न हो। उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस के बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस को अपनाने का आग्रह किया। पत्रकार वार्ता में एसपी दिवाकर शर्मा भी उपस्तिथ रहे।
बिलासपुर के एसपी दिवाकर शर्मा ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि उन्होंने बिलासपुर के लोगों जैसा डिसिप्लिन इससे पहले कभी नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए बिलासपुर के लोग बधाई के पात्र हैं। शुक्रवार को बिलासपुर जिला मुख्यालय पर कर्फ्यू के दौरान अपनी टीम द्वारा किए जा रहे फ्लैग मार्च के दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा की। इस दौरान पुलिस की टीम ने बिलासपुर के लोगों द्वारा किए जा रहे सहयोग के लिए तालियां बजाकर भी उनका स्वागत किया। एसपी ने बताया कि उन्हें जो सूचना मिल रही है। उसके अनुसार बिलासपुर में स्थिति काफी बेहतर है और लोग सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 28 मार्च से कर्फ्यू में ढील 3 घंटे की दी जाएगी जो सुबह 9:00 बजे से 12:00 बजे तक रहेगी। उन्होंने कहा कि लोग अपने घरों से ना निकले तो ही बेहतर होगा तथा अगर आवश्यक सामान लाने की जरूरत पड़ती है तो एक घर से एक ही व्यक्ति बाहर निकले। बिलासपुर के लोग तथा छात्र जो बाहरी राज्यों में रह रहे हैं उनके बारे में एसपी का कहना था कि वह स्थिति के सामान्य होने तक वही रहे। इसके अलावा उन्होंने बताया कि जिन लोगों को किसी भी प्रकार की कोई जरूरत पड़ रही है। प्रशासन की ओर से व्यापक सहायता की जा रही है। उन्होंने किसी भी गड़बड़ी के लिए पुलिस को सूचना देने की भी अपील की है।
उपायुक्त एवं जिला दण्ड़ाधिकारी बिलासपुर राजेश्वर गोयल ने बताया कि बिलासपुर जिला में आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कर्फ्यू में ढ़ील के समय में बदलाव किया गया है। पहले यह ढील 6 घंटे के लिए दी गई थी जिसे अब 3 घंटे करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कोरोना वायरस संक्रमण के बचाव के दृष्टिगत मिले निर्देशों के बाद यह निर्णय लिया गया है कि 28 मार्च से आगामी आदेशों तक प्रातः 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रतिदिन रोजमर्रा का सामान खरीदने के लिए दुकाने खुली रहेंगी। उन्होंने कहा की इस तीन घंटे की ढील के दौरान आमजन बाजार से अपनी दिनचर्या का सामान जैसे दूधए राशनए फलए सब्जी तथा दवाईयां इत्यादि की खरीदारी कर सकते है। उन्होने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आवश्यकता अनुसार ही सामान खरीदे तथा व्यर्थ में सामान का भण्डारण न करे। इसके अलावा एक परिवार से केवल एक सदस्य ही खरीदारी करने बाहर निकले और वो भी बिना वाहन के और सोशल डिस्टैंसिंग का विशेष ध्यान रखे तथा आपस में एक मीटर से अधिक की दूरी बनाऐ रखना सुनिश्चित करें ताकि इस महामारी के संक्रमण से बचा जा सके। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग खरीदारी के लिए बहार न निकलें। उन्होने बताया कि यह ढील केवल रोजमर्रा की जरुरी वस्तुएं खरीदने के लिए दी जा रही है इसलिए लोग खरीदारी पूरी होते ही तुरंत अपने घरों में वापिस चले जाएं। इस दौरान कोई भी व्यक्ति इधर.उधर न घूमे व किसी भी स्थान पर एक समय में चार से ज्यादा व्यक्ति इक्ठठे न हो। अगर कोई व्यक्ति सोशल डिस्टैंसिंग की पालना करते हुए नहीं पाया जाता है तो उसके विरूद्व कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
करणी सेना हिमाचल प्रदेश कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचने के लिए हर सम्भव क़ानूनी तरीक़े से प्रयास कर रही है। यह जानकारी देते हुए करणीसेना के प्रदेश अध्यक्ष पीयूष चंदेल ने बताया कि बिलासपुर में विभिन स्थानों पर करणी सेना ज़िला बिलासपुर के कार्यकर्ता, महिला शक्ति, महिला मंडल सदस्य और पदाधिकारी 2 दिन से लगातार दवा छिड़काव कर रहे है। इस महामारी के समय जिला बिलासपुर महिला शक्ति अध्यक्ष सीमा चंदेल, प्रदेश संगठन महामंत्री शशि शर्मा, संजय, अमित, रवी कुमार, महिला मंडल सदस्य वीना शुक्ला के साथ अन्य पदाधिकारीयों ने बिलासपुर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर 3-3 सदस्यों की टीम बनाकर दवा छिड़काव किया और सभी नागरिकों को एहतियात और घर पर रहने की सलाह भी दी। प्रदेश अध्यक्ष पीयूष चंदेल ने बताया की करणी सेना हर ज़िला में सहायता प्रदान करने का हर संभव प्रयास कर रही है और कई जगह पर निशुल्क मास्क और हैंड़ सेनीटाइज़र वितरण भी कर रही है। इस महामारी के समय सबको साथ चलकर राजनीति से उठकर काम करना चाहिए।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर ने प्रदेश सरकार के उस फैसले का स्वागत किया जिसमें सरकार ने अप्रैल और मई महीने का एकमुश्त राशन उपलब्ध करवाने की बात कही। साथ मे उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रदेश में जितने भी गरीबी रेखा से नीचे के परिवार है उन्हें मुफ्त में राशन मुहिया करवाया जाए। इस आपदा की घड़ी में गरीब दिहाड़ी, मजदूरी करने वाले, रेहड़ी, फड़ी वाले लोग जिनका गुजर बसर बहुत मुश्किल से हो रहा है उनके पास आज राशन खरीदने के लिए पर्याप्त संसाधन नही है। उन्होंने साथ मे कहा कि सरकार प्रदेश में आर्थिक पैकेज की घोषणा करे और जितने भी सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, अन्य जनप्रतिनिधि, सरकारी कर्मचारियों और प्रदेश में जितने भी सक्षम लोग है उनसे आह्वान करे कि इस घड़ी में वो सरकार का साथ दे और उचित अनुदान सरकार के राहत कोष में जमा करवाये ताकि प्रदेश की आम जनता को उचित सुविधायें सरकार की तरफ से मुहिया हो सकें। उन्होंने प्रदेश सरकार के कर्फ्यू लगाने के निर्णय की भी तारीफ की ओर उन्होंने जनता से आह्वान किया है की इस आपदा की घड़ी में वो केंद्र और प्रदेश सरकार के आदेशों का पालन करें और घर पर ही रहें। साथ मे उन्होंने जनता को प्रेरित करते हुए कहा है कि कोरोना वायरस से घबराने की आवश्यकता नही है सिर्फ सयम से काम ले और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखे और सार्वजनिक स्थानों में जाने से परहेज करें, आज यह लड़ाई भारत वर्ष की लड़ाई है और हम सबको एकजुटता दिखाकर इससे खिलाफ लड़ना है। आशीष ठाकुर ने कहा कि उन्हें भारत वर्ष की जनता पर पूरा विश्वास है कि सभी सरकार के आदेशों का पालन करते हुए एकजुटता से इसके खिलाफ लड़ेंगे और कोरोना को हराएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूरे भारत मे 21 दिन के पूर्ण लॉकडाउन का भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने पुरज़ोर समर्थन व स्वागत किया है। उन्होंने गत रात्रि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किये गए सम्बोधन को भावनात्मक अपील करार दिया है। जारी बयान में उन्होंने कहा कि 21 दिन का लॉकडाउन राष्ट्र के सवा सौ करोड़ देशवासियों की सुखी और स्वास्थ्य जीवन की मंगल कामना हेतु प्रधानमंत्री ने सोशल डिस्टेसिंग की लक्ष्मण रेखा के साथ लागू किया है। उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव हेतु 15000 करोड़ रुपये फण्ड की व्यवस्था के लिए भी मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया है। त्रिलोक ने बताया कि प्रधानमंत्री का यह आह्वान राष्ट्र प्रमुख व परिवार के ज़िम्मेदार साथी के नाते किया गया एक सराहनीय कदम है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस इस समय वैश्विक महामारी का रूप ले चुका है इस वायरस का दुष्प्रभाव इतना अधिक है कि जिन देशों की स्वास्थ्य सेवाएं विश्व में उच्च स्तरीय मानी जाती हैं वहां भी भारी जानी नुकसान के पश्चात लोगों ने सामाजिक दूरी के नियम की ही अनुपालन से अपने जीवन की सुरक्षा करने में सफलता पाई है। वहीं हम सबको भी भारी क्षति के बगैर ही प्रधानमंत्री के सोशल डिस्टेसिंग नियम का पालन कर लेना चाहिए। त्रिलोक ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि जिस प्रकार मोदी सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने मेक इन इंडिया के तहत पुणे की एक फार्मा कंपनी द्वारा निर्मित कोरोना वायरस के टेस्ट की किट को मंजूरी दी गयी है और साथ ही उम्मीद की है कि जल्द ही देश के डॉक्टर व वैघानिक भी इस ला-ईलाज बीमारी का दवाई के रूप में तोड़ निकाल देंगे। वहीं उन्होंने प्रदेश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए जयराम सरकार के प्रयासों की सराहना भी की है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की है कि इस बीमारी से बचने के लिए जयराम सरकार ने जिला स्तर पर कैबिनेट मंत्री के नेतृत्व में एक समन्वय समिति का गठन कर लोगों को स्वास्थ्य व अन्य सुविधाओं को प्रदान करने के लिए सार्थक प्रयास किया है। दूसरी ओर उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की है कि पिछले कल से प्रदेश में धारा-144 के तहत पूर्ण रूप से कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस दौरान आवश्यक रोजमर्रा की चीजों के लिए स्थानीय प्रशासन के निर्देशों की अनुपालन करते हुए ज़रूरी हो तो ही घर से बाहर जाएं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में लॉकडाउन का सख्ती के पालन न होने की स्थिति में ही कर्फ्यू का कड़ा निर्णय जयराम सरकार को लेना पड़ा है।
कोरोना वायरस के खतरे से बचाव के लिए बिलासपुर जिला में तुरंत प्रभाव से अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। इस दौरान आवश्यक वस्तुओं की दुकानें हर दिन सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुली रहेंगी। जिले में आपातकालीन सेवाएं चौबीसों घंटे जारी रहेंगी। अगले आदेशों तक पूरे जिले में यह व्यवस्था लागू रहेगी। आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला दंडाधिकारी राजेश्वर गोयल ने मंगलवार को इस बारे आदेश जारी किए हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि कफ्र्यू के दौरान अपने घर में ही रहें और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोगी बनें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सबसे कारगर उपाय है। घर से अनावश्यक बाहर न निकलने और सोशल डिस्टेंसिंग से वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है। उपायुक्त ने बताया कि कर्फ्यू के दौरान हर दिन सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक राशन, करियाना, फल-सब्जी, दूध, ब्रैड, मीट-मछली, बिना पक्का खाने के सामान की दुकानें, मेडिकल स्टोर और चश्मों की दुकानें खुली रहेंगी। इसके अतिरिक्त पेट्रोल-पंप, गैस एजेंसियां व उनके गोदाम खुले रहेंगे। इसमें भी यह ध्यान रखना हेागा कि एक जगह 5 सेे ज्यादा लोग एकत्रित न हों। उपरोक्त दुकानों के अलावा अन्य सभी दुकानें, उद्योग, वर्कशॉप, व्यापारिक प्रतिष्ठान व गोदाम पूरी तरह से बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिन कार्यालयों, संस्थानों, श्रेणियों, व्यक्तियों को सरकार की ओर से लॉक डाउन में काम करने की अनुमति दी गई थी उन्हें कर्फ्यू के दौरान फिलहाल काम की छूट रहेगी। उन्होंने बताया कि सेना, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड तथा आपातकालीन वाहनों, आवश्यक सेवाओं में तैनात स्टाफ सहित जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले वाहनों की आवाजाही पर छूट रहेगी।
प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर की अगुवाई में सदर विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर की विभिन्न पंचायतों में जाकर लोगों को कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूक किया गया साथ मे जनता को मास्क वितरित किए गए। इस मौके पर आशीष ठाकुर ने विभिन्न पंचायतों में लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लोग अपने अपने घरों में रहें और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने आम जनमानस से अपील की है कि ऐसे तो घर से बाहर निकले ही नही अगर घर से बाहर निकलना अति आवश्यक हो तो मास्क का प्रयोग करें, जब भी कंही बाहर से घर आये तो हैंड सेनेटाइजर या फिर साबुन से अच्छी तरह से हाथ और मुंह धोकर ही प्रवेश करें। उन्होंने लोगों से अपील की की अगर 9 मार्च के बाद कोई भी व्यक्ति विदेश यात्रा करकर लोटा है तब उसे ओर उसके परिवार को जिला सर्वेलेन्स अधिकारी से सम्पर्क स्थापित करने के लिए कहें साथ मे उन्होंने कहा कि जितना हो सके आपस मे दूरी बनाकर रखे। उन्होंने सरकार और विपक्ष के इस आपदा की घड़ी में आपसी तालमेल को भी सराहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है वह बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग, पत्रकारिता विभाग, सफाई कर्मचारियो, बिजली विभाग, जल विभाग व अन्य उन सभी लोगों का आभार व्यक्त किया है जो इस आपदा के समय अपनी जान की परवाह किये बिना निस्वार्थ भाव से आम जनमानस की सेवा में जुटे हुए है, आशीष ठाकुर ने प्रैस के माध्यम से जिलाधीश बिलासपुर राजेश्वर गोयल से कहा है की है कि अगर इस आपदा से निपटने के लिए युवा कांग्रेस की जरूरत पड़ेगी तो युवा कांग्रेस कंधे से कंधा मिलाकर सरकार और प्रशासन के साथ खड़ी है, इस मौके कमल किशोर, आशीष चन्देल, सुनील चन्देल, मनीष चन्देल, विनोद, संजय कश्यप, बंटी भारद्वाज व अन्य युवाओं ने मास्क वितरण में सहयोग किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉ० प्रकाश दरोच ने बताया कि पूरे प्रदेश की तरह बिलासपुर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग, एहतियात बरतते हुए कोविड-19 से बचाव हेतु पूरे सुरक्षा कदम उठा रहा है और मरीजों को जल्द उपचार व अन्य सभी आवश्यक सुविधाएं देने के लिए तत्पर है। उन्होंने बताया कि जिला के अस्पतालों में सर्दी जुखाम के मरीजों को सर्वप्रथम उपचार की सुविधाएं प्रदान की जा रही है। ऐसे मरीजों को अन्य मरीजों की अपेक्षा पहले जांच करवाने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि संदिग्द मरीजों के लिए जिला में आइसोलेशन सुविधा हेतु क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में 20 बैड कैपेसिटी के 10 कमरों का एक वार्ड तथा नागरिक चिकित्सालय घुमारवीं में 10 बैड का एक बार्ड बनाया गया है। संगरोध हेतु अलग कमरों की व्यवस्था सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मारकंड, झंडुता, घुमारवीं तथा आयुवैदिक चिकित्सालय तलाई में 5-5 बैड की व्यवस्था तथा जिला आर्युवैदिक चिकित्साल्य बिलासपुर में व आर्युवैदिक चिकित्साल्य कंदरौर में 2-2 बैड की व्यवस्था की गई है। भविष्य में अगर और अधिक स्थानों की आवश्यकता पडती है तो विभाग ने इसके लिए अन्यों स्थानों का भी चयन कर लिया है। जिला के प्रवेश द्वारों पर आवश्यक कर्मचारियों व अधिकारियों की तैनाती थर्मल स्क्रीनिंग के लिए।विभाग द्वारा की गई है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा केन्द्र व राज्य सरकार की एडवाइजरी के तहत काम किया जा रहा है। अन्य प्रभावित देशों से भारत आने वाले सभी पर्यटकों तथा भारत के नागरिकों की काउंसलिंग की जा रही है तथा उन्हें 28 दिन के लिए निगरानी में रखा जा रहा है। उन्होंने सभी बिलासपुर वासियों से अनुरोध किया कि अपना सहयोग निरंतर जारी रखें और स्वास्थ्य विभाग के सम्पर्क में रहें, घवराएं नहीं, सावधानी बरतें। उन्होंने बताया कि सरकार व विभाग आपकी सेवा में रात दिन तत्पर है। जो लोग कोरोना सस्पैक्टीड है उनके सैम्पल टैस्टींग फैसीलिटी के लिए भेजे जा रहे हैं। कोरोना वायरस के संबंध में कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकता है। सावधानी के तौर पर सर्दी जुखाम से ग्रसित व्यक्तियों से अपने बचाव के लिए खांसते व छिंकती बार मुंह को रुमाल या टीसू तथा बाजू मोडकर भी मुंह को ढक सकते है प्र्याप्त दूरी रखें, हाथ न मिलाएं, मुंह और नाक स्पर्श करने के पहले व बाद साबुन से हाथ बार-बार लगभग 20 सैकिंड तक अच्छी तरह धोएं, इधर-उधर न थूकें, भीड-भाड वाली जगहों में जाने से बचें तथा मांस व अण्डों को खाने से पहले अच्छी तरह से पकाएं, अभिावादन के लिए हाथ न मिलाएं और न ही गले मिलें। बिलासपुर जिले में जो लोग प्रभावित देशों व अन्य राज्यों से आए हैं वे अपनी सूचना प्रशासन व नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में दें तथा वे अपने घर पर ही अन्य सदस्यों से दूरी बनाकर कम से कम 14 दिनतक सावधानी बरतें, परिवार के अन्य स्दस्य भी उनसे दूरी बनाकर रखें, अति आवश्यक होने पर घर से बाहर निकलें, अस्पतालों में अनावश्यक भीड ना करें, सरकार के आदेशों का हमेशा पालन करें। उन्होंने बताया कि इस वाइरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने पहले ही स्कूल, कालेज, प्रशिक्षण संस्थान, थियेटर आदि बंद करने का निर्णय लिया है तथा सरकार ने बसें व किसी भी प्रकार के वाहन की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है तथा पूरे प्रदेश में तालाबंदी भी लगा दी है, आवश्यक सेवाओं को छोडकर, ताकि इसके नियंत्रण में मदद मिल सके। इसके बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को जागरुक करने के लिए जिला के महत्वपूर्ण स्थानों पर हौर्डींग, बोर्ड स्थापित किए गए हैं। प्रैस, रेडियो एसएमएस माईकिंग, जिंगल, हैंड वील, पम्फलैटस इत्यादि के द्वारा लोगों को जागरुक किया जा रहा है। आशा वर्कर, आगनवाडी कार्यकर्ता, हैलफर व स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरुक कर रहें हैं तथा कोरोना वाइरस के लिए घर-घर सर्वे भी कर रहे हैं। पंचायत प्रतिनिधियों को भी लोगों को अपने स्तर पर जागरुक करने का निवेदन किया है। उन्होंने बिलासपुर की जनता से अनुरोध किया है कि सरकार व स्वास्थ्य विभाग के लोगों पर भरोसा कायम रखें तथा घर से बाहर बहुत ही जरुरी होने पर निकलें, एतिहात बरतें, अस्पतालों में अनावश्यक भीड न करें। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में विभाग सभी से सहयोग की अपेक्षा करता है ताकि जिला में इसके प्रसार को रोकने में मदद मिले। आमजन का सहयोग ही इस बीमारी से छुटकारा दे सकता है।
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बिलासपुर जिला के सभी लोगों से जनता कर्फ्यू की तरह ही लॉकडाउन में भी सहयोग करने की अीपल की है। वह बिलासपुर में पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से बचाव के लिए हिमाचल सरकार ने संपूर्ण प्रदेश को आगामी आदेशों तक पूरी तरह लॉकडाउन कर दिया है। इन आदेशों के तहत बिलासपुर जिला में भी जरूरी सेवाओं को छोड़ कर अन्य सभी सेवाएं बंद रहेंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सबसे कारगर उपाय है। घर से अनावश्यक बाहर न निकलने और सोशल डिस्टेंसिंग से वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि लॉकडाउन अवधि में अपने घर में ही रहें और कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोगी बनें। खुली रहेंगी राशन की दुकानें उपायुक्त ने बताया कि इस दौरान मेडिकल स्टोर, चश्मों की दुकानें, राशन, करियाना, फल-सब्जी, दूध, ब्रैड, मीट-मछली, बिना पक्का खाने के सामान की दुकानों खुली रहेंगी। इसके अतिरिक्त पेट्रोल-पंप, गैस एजेंसियां व उनके गोदाम खुले रहेंगे। उपरोक्त दुकानों के अलावा अन्य सभी दुकानें, उद्योग, वर्कशॉप, व्यापारिक प्रतिष्ठान व गोदाम पूरी तरह से बंद रहेंगे। वाहनों की आवाजाही पर रोक इस दौरान राज्य तथा अंतरराज्यीय रूटों पर चलने वाली बसों, स्टेज तथा कॉन्ट्रैक्ट कैरिज वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक रहेगी। इस दौरान टैक्सियों, ऑटो रिक्शा पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। लोग अपने निजी वाहन केवल अस्पताल या केमिस्ट के पास आने जाने एवं अत्यावश्यक परिस्थितियों में ही इस्तेमाल कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि सेना, एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड तथा आपातकालीन वाहनों, आवश्यक सेवाओं में तैनात स्टाफ सहित जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले वाहनों की आवाजाही पर छूट रहेगी। इन कार्यालयों में जारी रहेंगे आवश्यक कार्य उन्होंने बताया कि पुलिस, अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग, ट्रेजरी, बैंक, एटीएम, डाकघर, बिजली, पानी, इंटरनेट व टेलीकॉम सेवाएं, प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया और शहरी व ग्रामीण विकास के कार्यालयों में आवश्यक कार्य जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिला में सभी धार्मिक, सामाजिक आयोजनों पर पहले से ही रोक लगा दी गई है। लॉकडाउन से जुड़ी जानकारी के लिए इन नंबरों पर करें कॉल उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन हर परिस्थिति में लोगों की सहायता के लिए तत्पर है। लॉकडाउन से जुड़ी किसी समस्या अथवा स्पष्टीकरण के लिए लोग जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री नंबर 1077 पर कॉल कर सकते हैं। उनकी हर समस्या का तुरंत समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के टोल फ्री नंबर 104 पर भी कॉल की जा सकती है। इन नंबरों पर फोन कर कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी लेने अथवा किसी मामले की सूचना भी दी जा सकती है। पत्रकार वार्ता में एस पी दिवाकर भी मौजूद थे।
शहीदे आजम भगत सिंह व उनके क्रांतिकारी साथियों सुखदेव व राजगुरू के शहादत दिवस पर बिलासपुर के शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय नौजवान सभा के प्रवेश चंदेल, अर्धनारीश्वर समाज सेवा समिति की अध्यक्षा बिजली महंत, समिति के प्रेस सचिव तनुज सोनी व संस्था के सदस्य मौजूद थे। इन लोगों ने पहले भगत सिंह व उनके छाया चित्र पर पुष्प अर्पित किए और भगत सिंह के आदर्शों पर चलने का संकल्प भी लिया वक्ताओं ने कहा आज जब देश में हिंदू मुस्लिम कि राजनीति हावी हो रही है तब देश में भगत सिंह और ज्यादा प्रासंगिक हो जाते है। जिन्होंने देश की ख़ातिर अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। भगत सिंह ने नारा दिया था इंकलाब जिंदाबाद और उस नारे का मतलब समझाया था कि इंसान के हाथों इंसान का शोषण बन्द हो वो आज़ादी के बाद एक ऐसी इस देश मे चाहते थे।उनका सपना आज भी अधूरा है। सब लोगों संकल्प किया कि भगत सिंह की राह चलकर उनके सपने को साकार करेंगे ।
बिलासपुर में रविवार सुबह ही जनता कर्फ्यू व्यापक असर देखने को मिला। रोजाना लोगों से खचाखच भरा रहने वाला बस स्टैंड, गांधी बाजार और में मार्किट सुनसान रही। सुबह से शाम तक भीड़भाड़ वाले बस स्टैंड में सन्नाटा पसरा रहा कोई भी बस न तो आयी और न ही गई। बिलासपुर की जनता ने पहले ही जनता पहले ही कोरोना को हराने के लिए जनता कर्फ्यू के समर्थन का ऐलान कर दिया था। जिसका व्यापक असर रविवार को खाली पड़े बाजार और बस स्टैंड में देखने को मिला। सड़क एक भी व्यक्ति नजर नहीं आया। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सहित किसी भी तरह के छोटे वाहन सड़कों पर दौड़ते हुए नजर नहीं आ रहे है। कारोबारियों ने भी जनता कर्फ्यू को सफल बनाने में अपना पूरा सहयोग दिया। बिलासपुर में सभी राजनीतिक दल जनता कर्फ्यू के समर्थन में एकजुट रहे। ऐसे में कहा जा सकता है कि बिलासपुर की जनता कोरोना से जंग जीतने में देश के साथ खड़ी रही। पांच बजते ही गूंज उठी थालियां बजाने की आवाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का असर बिलासपुर में व्यापक रूप से देखने को मिला। पांच बजते ही सभी ने अपने अपने घरों की बालकनी में आकर जहां थालियां बजाई वही घंटी और शंख ध्वनि भी हुई। कई लोग तालियां बजाते भी देखे गए कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बिलासपुर की जनता ने पूरी तरह से करोना को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री की अपील का सम्मान किया है। बिलासपुर के उपायुक्त ने किया शहर का दौरा बिलासपुर के उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने भी जनता कर्मियों के दौरान पूरे शहर का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस अधिकारी के साथ मिलकर ना केवल व्यवस्था को जांचा बल्कि लोगों में जागरूकता भी लाई।