रविवार को पंजाबी महासभा सोलन डॉ राजीव बिंदल के समर्थन में सड़क पर उतरे। इस दौरान सभा के सदस्यों ने कहा कि डॉ राजीव बिंदल पाक दिल और नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण व्यक्ति है और कुछ लोग उनकी राजनैतिक छवि को खराब करने के काम मे लगे हुए हैं। महासभा के सदस्यों ने कहा कि डाक्टर राजीव बिंदल का परिवार सोलन का प्रतिष्ठित परिवार है कहीं न कहीं यह लोग उनके परिवार को भी बदनाम करने मे लगे हैं। डाक्टर बिंदल ने चिकित्सा के अपने पेशे के दौरान सोलन के हर घर मे अपनी चिकित्सा सेवाएँ दी है। राजनीति में भी डॉ बिंदल सेवा भाव से गए। डाक्टर राजीव बिदंल जी द्वारा किए गए कार्यों के हजारों उदाहरण है। पंजाबी महासभा ने कहा कि बिंदल न केवल राजनीति में बेहतरीन कार्य कर चुके है बल्कि डॉ बिंदल कई मर्तबा इंसानियत की मिसाल पेश कर चुके है। पंजाबी महासभा के सदस्यों ने यह भी कहा कि वो डॉ बिंदल के समर्थन मे एक दिन के लिए अपनी दुकानें भी बंद रखेंगे और उन पर लगाए गए छींटाकशी का विरोध करेंगे। इस मौके पर प्रेम मल्होत्रा, मुनीश, रोहित भसीन, अमित आनंद, विकास जेठी, गौरव साहनी, साहिल सूरी सहित अन्य सदस्य मौजुद रहे।
कुनिहार जनपद में कोठी चौक से लेकर उच्चा गॉंव व तालाब तक बहुतायत संख्या में सफेदा व पॉपुलर के बड़े बड़े पेड़ हादसों को न्यौता दे रहे है। चाहे राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हो या लोक निर्माण विभाग का विश्राम गृह या फिर चिकित्सा विभाग के आवासीय परिसर हो करीब 100 फिट से भी ऊंचे ये पेड़ हर वक्त हादसों को दावत देते नजर आते है। थोड़े से आंधी तूफान से इन विशाल पेड़ो के कारण लोगो के मकानो व वाहनो को अक्सर नुकसान तो उठाना ही पड़ता है, साथ ही विद्युत् विभाग की विद्युत् सप्लाई की तारे भी पेड़ों की टहनियों के टूटने की वजह से सड़क पर गिर जाती है,जिससे हर वक्त किसी अनहोनी घटना का डर लोगो में बना रहता है। क्षेत्र की सामाजिक संस्थाएं इन विकराल रूप ले चुके पेड़ों की समस्या को जनमंच व मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी उठा चुके है। नव चेतना संस्था के अध्य्क्ष कुलदीप कंवर, सर्व एकता जनमंच के अध्यक्ष राजेन्द्र ठाकुर, शेरसिंह, हरजिंद्र, सतीश ठाकुर, रुमित सिंह ठाकुर, आदि ने वन विभाग से कुनिहार जनपद में ऊँचे व विराट पेड़ो के समाधान की मांग की है ताकि किसी भी अनहोनी घटना से बचा जा सके। जब वन मण्डल कुनिहार के वन मण्डल अधिकारी सतीश नेगी से इस समस्या बारे बात की गई तो इन्होंने भी माना कि कुनिहार क्षेत्र में कई जगह पेड़ विकराल रूप ले चुके है, और इस समस्या के हल की मांग लोग जनमंच व मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पर भी कर चुके है। इस बारे विभाग जल्द ही लोक निर्माण विभाग के साथ मिलकर सयुंक्त कमेटी गठित करके खतरनाक हो चुके पेड़ो को कटवाएगा। विभाग इन पेड़ों की जगह जैविक पौधों को लगवाएगा, ताकि पर्यावरण के संतुलन के साथ शहर की सुंदरता भी बनी रहे। जल्द ही क्षेत्र वासियों की इस समस्या का हल कर दिया जाएगा।
हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच हिमाचल प्रदेश के सह सचिव व जिला सोलन मंच के अध्यक्ष भूप चंद अत्रि का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। कल्याण मंच के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने भूप चन्द अत्रि की अकस्मात मृत्यु पर गहरा दुख प्रकट किया व प्रदेश के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बृजलाल ठाकुर ने दुख प्रकट करते हुए कहा की मंच ने एक जुझारू कार्यकर्ता को खो दिया, जिसकी कमी मंच को हमेशा महसूस होती रहेगी। परिवहन कल्याण मंच के अधिकांश सदस्य भूपचंद अत्रि जी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए व उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सभी ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की व परिवार के लोगों को इस अकस्मात हुई क्षति के प्रति संवेदना प्रकट की।
विधानसभा युवा कांग्रेस अर्की के द्वारा हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले पीपीई किट एवं कोरोना सम्बंधित स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद में हुए घोटाले को लेकर राज्यपाल हिमाचल प्रदेश को तहसीलदार दाड़लाघाट के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया। इस ज्ञापन के माध्यम से युवा कांग्रेस अर्की ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की तथा देवभूमि हिमाचल प्रदेश को पूरे देश और प्रदेश में शर्मसार करने वाले इस घोटाले की किसी वर्तमान न्यायाधीश के द्वारा जांच करने की मांग की गई। सभी पदाधिकारियों ने राज्यपाल से निवेदन किया कि इस भयंकर महामारी के दौरे में भी सत्तारूढ़ पार्टी के नेता घोटाले को अंजाम देकर देवभूमि का नाम शर्मसार कर रहे हैं जो कि निंदनीय है। प्रदेश सरकार जनता से धोखा कर रही है। मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में अर्की युवा कांग्रेस के अध्यक्ष किशोरी शर्मा, युंका अर्की के उपाध्यक्ष हरीश भारद्वाज, युवा महासचिव चिंता लाल शर्मा, सचिव चमन ठाकुर, सेवादल महासचिव दीपक गजपति व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
शनिवार, अग्रवाल सभा सोलन की एक विशेष बैठक प्रधान मायाराम अग्रवाल की अध्यक्षता मे हुई जिसमें समाज के कद्दावर सदस्यों के साथ साथ युवा भी शामिल हुए। बैठक में उप प्रधान सतीश बंसल, महासचिव नवीन गर्ग, व्यपार मंडल अध्यक्ष मुकेश गुप्ता, बघाट बैक के निर्देशक राकेश अग्रवाल, कार्यकारीणी सदस्य मदन गर्ग, सुशील बंसल, भूपेन्दर बंसल, ऱाधे शयाम गोयल, युवा सदस्य राहुल गोयल, निसांत गोयल, रादन अग्रवाल, सजींव गर्ग, दीपक गर्ग, वितीन संगल, चीराग बंसल ने भाग लिया। इस बैठक मे इस बात पर रोष व्यक्त किया गया कि हिमाचल मे चल रहे स्वास्थ्य विभाग के एक घोटाले मे विधायक डाक्टर राजीव बिंदल को कुछ लोगों ने एक साजिश के तहत बदनाम करने की नाकाम कोशिश की और सोशल मीडिया व मीडिया के अन्य साधनों का इस्तेमाल करते हुए उनकी सामाजिक व राजनैतिक छवि को खराब करने के काम मे लगे हुए हैं। इस मामले मे जांच अभी जारी है फिर भी उनको बदनाम करने वाले हल्की मानसिकता के लोग जो अपना स्वार्थ साधना चाहते हैं खुद ही न्यायाधीश बने हुए हैं। डाक्टर राजीव बिंदल का परिवार सोलन का प्रतिष्ठित परिवार है कहीं न कहीं यह लोग उनके परिवार को भी बदनाम करने मे लगे हैं। डाक्टर बिंदल ने चिकित्सा के अपने पेशे के दौरान सोलन के हर घर मे रातों को जा-जा कर सेवा की है। वह कभी भी किसी को आधी रात को भी मना नही करते थे। हिमगीरी कल्याण आश्रम शिल्ली जैसे आश्रम की नींव सेवाभाव से रखी। आज हजारों बच्चे उसका फायदा उठा कर बड़े बड़े पदों पर कार्य कर रहे हैं। सेवा करना उनका पहला धर्म रहा है। राजनीति में भी सेवा भाव से गए डाक्टर राजीव बिदंल द्वारा किए गए कार्यों के हजारों उदाहरण है। अग्रवाल समाज ऐसे लोगों को चेतावनी देता है अगर वो अपनी इन जालसाजियों से डाक्टर बिंदल की छवि खराब करने से नही हटे तो उनका राजनीतिक बहिष्कार के साथ साथ सामाजिक बहिष्कार भी किया जाएगा। डाक्टर बिंदल सोलन के बाद नाहन गए और वहाँ जाकर भी उन्होंने लोगों की बहुत सेवा की। सेवा कार्य में जुटे डाक्टर बिंदल ने अपने अथक प्रयासों से नाहन क्षेत्र का नक्शा ही बदल दिया। स्वास्थ्य घोटाले में उच्च नैतिक मूल्यों के आधार पर इस्तीफा दे कर डाक्टर बिंदल ने राजनीति में उच्च आदर्शों को स्थापित किया है। अग्रवाल सभा सोलन डाक्टर बिंदल के इस साहसिक फैसले का स्वागत करती है और आशा करती है कि जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। बैठक मे उपस्थित अग्रवाल सभा सोलन के वरिष्ठ उप प्रधान दिनेश गर्ग ने कहा हमे डॉक्टर राजीव बिंदल पर गर्व है जिन्होंने अपना पूरा जीवन समाज एवम देश के लिए समर्पित कर रखा है। कर्मठ आदमी के ऊपर धूल उड़ाने वाले लोग होते है और मौका देखते ही धूल उड़ाते है। सबसे बड़ी बात यह है कि वे सब लोग अपने ही होते है पर डॉक्टर राजीव बिंदल जैसी सक्षियत इन सब की परवाह ना करते हुए अपनी मंजिल की तरफ बढ़ती रहती है और धूल को झाड़ते हुए चलते चले जाते है साथ ही धूल को उड़ाने वालो को ही धूल खानी पड़ती है। सोलन अग्रवाल सभा को पूर्ण विश्वास है डॉक्टर साहब का कद और निखर कर आएगा एवं ऊंचाइयों को छुएगा।
दाड़लाघाट व आसपास के क्षेत्रों में शनिवार को हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। गेहूं की फसल की कटाई तथा उसकी थ्रेशिंग करके निवृत्त हुए किसान अब ऐसी ही वर्षा का इंतजार कर रहे थे क्योंकि अब मक्की की फसल की बिजाई का उचित समय आ गया था। इस बारिश से तो ऐसा लगा मानो भगवान ने उनके मन की बात एकदम भांप ली हो। वैसे भी इस वर्षा से लोगों को भयंकर गर्मी से राहत मिली है। क्षेत्र में तापमान 30 डिग्री से ऊपर होने से जल स्त्रोतों का पानी भी सूखने लग गया था, वहीं जंगली जानवर भी प्यास के मारे जंगलों से गांवों की तरफ रुख करने लग गए थे। वैसे इस बार गर्मी का मौसम थोड़ी देर से शुरू हुआ परन्तु पिछले सप्ताह से इतनी जोरदार गर्मी पड़ रही थी कि दिन में लोगों का बाहर निकलना तक मुश्किल हो गया था। इस महीने गेंहू की कटाई के बाद मक्की की बिजाई के लिए भी किसान बारिश का इंतजार कर रहे थे ताकि अगली फसल की बिजाई कर सके। किसानों में, ईश्वर हेमराज महेंद्र, मंगल, योगेश मुकेश, उमेश, रूपराम, कामेश्वर जीतराम देवेंद्र निशांत, आदि का कहना है कि क्षेत्र में बारिश अगर अच्छी हो जाए तो उसे बाच कहा जाता है और खेतों में बाच होने से फसल की बुवाई मैं आसानी रहती है और बीज आसानी से अंकुरित हो जाते हैं। अब किसान जल्द ही मक्की की खेती करना शुरू कर देंगे। वहीं क्षेत्र में ऊंचाई वाले इलाके शिवनगर, फांजी, दाउटी, घनागुघाट आदि स्थानों पर अभी गेंहू पूरा कटान न होने किसानों को गेंहू को भीगने से बचाने के लिये मशक्त करनी पड़ी परन्तु उन्हें भी इस बारिश से ख़ुशी हुई कि अगली बुआई जल्द शुरू कर देंगे।
कुनिहार के विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी जो क्षेत्र में करोना महामारी से लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है का सम्मान भाजपा अर्की मण्डल की ओर से किया गया। मण्डल अध्यक्ष देवेंद्र कुमार शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रत्तन सिंह पाल विशेष रूप से उपस्तित रहे। इस दौरान विकास खण्ड कुनिहार, वन्य, स्वास्थ्य, पुलिस, विद्युत, लोक निर्माण विभाग, कृषि, सिंचाई एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को इस आपातकाल में बतौर करोना योद्धाओं के रूप में अपने विभागीय दायित्व के साथ साथ मानवता की मिसाल पेश करने के लिए मण्डल की ओर से स्मृति चिन्ह, पटका, हैंड सेनेटाइजर व मास्क देकर सम्मानित किया गया। कुनिहार क्षेत्र में सफाई कार्य के लिए सफाई कर्मचारीयो को भी सम्मानित किया गया। मण्डल अध्यक्ष ने सभी विभागीय अधिकारियों का स्वागत व धन्यवाद किया। तो वहीँ रत्तन सिंह पाल ने सभी अधिकारियों को प्रदेश सरकार के दिशानिर्देशनुसार व विभागीय आदेशो के तहत अपने फर्ज को बखूबी निभाने के लिए प्रशंसा करते हुए कहा कि करोंना की इस लड़ाई में सभी विभागों का सहयोग सराहनीय रहा है जिसे हमेशा याद रखा जायेगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग से डॉ श्रुति व थाना कुनिहार एसएचओ जीत सिंह ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में सुरेश जोशी, इंद्रपाल शर्मा, दलीप पाल, विषय ठाकुर, चेत राम, आरपी जोशी, राजेन्द्र धीमान, कौशल्या कंवर, उषा शर्मा,सीमा महंत, राजीव शर्मा, राजेश शर्मा, दौलत राम चौधरी, सतीश नेगी, विवेक पॉल, विकास ठाकुर, महेंद्र चौधरी, राज कुमार शर्मा, पुनीत शर्मा, कृष्ण चन्द वर्मा सहित कई लोग मौजूद रहे।
क्षेत्र में किसानों की तैयार टमाटर की फसल को एकाएक बिमारी लगने की वजह से किसानो को अब अपनी रोजी रोटी की चिंता सताने लग गई है। कुनिहार क्षेत्र से करीब 4 किलो मीटर दूर कंडला, आऊन, शीत, सियारी आदि गांवों में टमाटर खीरा आदि फसल अचानक रोग ग्रस्त होना शुरू हो गई जिसके कारण किसानो की चिंताएं बढ़ना शुरू हो गई है। हैरानगी का विषय यह है कि जिन खेतों में तैयार टमाटर के पौधे सूखने लगे उन खेतों में सिंचाई की कोई कमी नहीं थी व् किसानो द्वारा समयानुसार कीटनाशक दवाइयों का भी छिडकाव किया गया। लेकिन किसानों द्वारा हजारों रुपए बीज ,कीटनाशक व अन्य सामान पर खर्च करने के बाद किसानों की तैयार फसलें खराब हो रही है। किसानों का कहना है कि उन्होंने लोन खेती के लिए लोन ले रखा है खेतीबाड़ी ही हमारी रोजी रोटी का साधन है अगर ऐसे ही फसलें खराब होती रही तो हमे रोजी रोटी के लाले पड़ जाएंगे व परिवार का पालन पोषण मुश्किल हो जाएगा। दूसरी समस्या देश में जारी लॉक डाउन के चलते किसान तैयार उत्पादों को भी सब्जी मंडी तक नहीं पंहुचा पा रहे हैं जैसे तैसे करके अगर फसल को मंडी तक भी पंहुचाया जा रहा है तो उसका पर्याप्त लाभ किसानो को नहीं मिल पा रहा है। किसान हिरा लाल नानक चंद नरोत्तम दास राजकुमार नरेश कुमार जट्टू राम आदि ने कहा कि टमाटर एवं अन्य तैयार मौसमी सब्जियां अचानक रोग ग्रस्त होने लग गई है व् किसानो को भारी मात्रा में आर्थिक नुक्सान झेलना पड़ा है। कुनिहार एवं आस पास के अधिकतर गांव में किसान टमाटर के साथ साथ अन्य मौसमी सब्जियों का भारी मात्रा में उत्पादन तैयार करते हैं । उन्होंने कहा कि अगर क्षेत्र में ही तैयार टमाटर एवं अन्य मौसमी सब्जियों के लिए मंडी स्थापित होती तो किसानो को इधर उधर की मंडियों के चक्कर नहीं काटने पडेंगे। उन्होंने सरकार से मांग करते हुवे कहा कि किसानों को कुछ आर्थिक सहायता की जाए व कुनिहार क्षेत्र में तैयार उत्पादन की खपत हेतु सब्जी मंडी को खोला जाए। इसी विषय बारे जब सदस्य मार्किट कमेटी सोलन एवं प्रदेश सचिव किसान मोर्चा दलीप पाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि देश में जारी लॉक डाउन के चलते किसानो के तैयार उत्पादनों को मंडियों तक पंहुचना थोडा कठिन हो रहा है। कुनिहार क्षेत्र में सब्जी मंडी खोले जाने का विषय प्रदेश मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जा चूका है व् उन्होंने आश्वाशन दिया है कि क्षेत्र में किसानो की सुविधा के लिए भव्य सब्जी मंडी की इमारत बनाई जायेगी। इसी विषय बारे कृषि वाद विशेषज्ञ कृषि ब्लॉक कुनिहार मनोज शर्मा ने किसानो को सलाह दी कि एैसी स्थिति में टमाटर की फसल में कारब्रियो टाप 2 ग्राम दवाई एक लीटर पानी में घोल का स्प्रे कर सकते हैं। एक सप्ताह के पश्चात कर्जेट एम् 8 करीब ढाई ग्राम दवाई एक लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे । इसके अतिरिक्त खीरे में सट्रेपलोसाइकलिंन एक ग्राम दवाई 10 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव किया जा सकता है। एक सप्ताह पश्चात कापर आ1सी1लोराइड 3 ग्राम दवाई एक लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करे। उन्होंने किसानो को सलाह दी कि टमाटर खीरा अथवा अन्य मौसमी सब्जियों के सूखे पत्तों को तोडकर खेत से दूर गढ्ढा बनाकर ठिकाने लगाए। अधिक जानकारी के लिए किसान कार्यलय में कार्य दिवस के दौरान सम्पर्क कर सकते हैं।
शिरडी साईं बाबा भगत संगठन एच पी जोन परवाणू द्वारा नगर परिषद के सफाई कर्मचारी करोना योद्धाओं को शुक्रवार को एक कार्यक्रम के माध्यम से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत उन्हें तिलक लगा, हार पहना तथा आरती उतार कर की गई। तदोपरांत उनको खाकी रंग का वर्दी के सूट का कपड़ा भेंट किया गया। इस सम्मान को पाकर कोरोना योद्धा अत्यंत प्रसन्न हुए। उसके उपरांत उन्हें प्रसाद के रूप में हलवा काले छोले वितरित किए गए। शिर्डी साईं बाबा भगत संगठन द्वारा कोरोना योद्धाओं के लिए कैसे सिलवाने का भी पूर्ण प्रबंध किया गया था। संगठन ने दर्जी द्वारा उनकी पैमाइश भी करवाई। दर्ज़ी 10 दिन के अंदर उनको यूनिफार्म सील कर दे देंगे।
मन में यदि समाज के प्रति सच्ची सेवा का भाव हो तो पद, प्रतिष्ठा व सम्पन्नता महत्वहीन हो जाती है। ऐसी सोच रखने वाले ही समाज को एक नई राह दिखाकर संकट से सफलतापूर्वक लड़ने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इसी भाव को चरितार्थ किया है सोलन जिला के अर्की उपमण्डल के बात्तल के रहने वाले दिनेश चंद ने। संकट की इस घड़ी में जहां लोग कोरोना वायरस के डर से सहमे हुए हैं वहीं ऐसे भी नागरिक हैं जो पीड़ित मानवता की सेवा के लिए अपना सर्वस्व योगदान देकर सहायता करने का प्रयास कर रहे हैं। दिनेश चंद ने आज उपमण्डलाधिकारी कार्यालय अर्की पहुंचकर उपमण्डलाधिकारी अर्की विकास शुक्ला को जिला कोविड-19 फण्ड के लिए अपनी 02 माह की पैंशन भेंट की। उन्होंने इस फण्ड के लिए 24 हजार रुपये की नकद राशि भेंट की। दिनेश चंद प्रदेश के लोक निर्माण विभाग से मेट के पद से सेवानिवृत हुए हैं। उन्होंने कोरोना वायरस के खतरे के कारण उत्पन्न संकट के इस समय में सभी को उदारतापूर्वक जन-जन की सेवा का संदेश दिया। उम्र के इस पड़ाव पर भी कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत अपनी पैंशन की राशि को भेंट करना प्रशंसनीय है। उनके इस समर्पण और सेवा भाव को सभी द्वारा सराहा जा रहा है। उपमण्डलाधिकारी अर्की विकास शुक्ला ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि दिनेश चंद स्वयं यह राशि भेंट करने उनके कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के इस वरिष्ठ नागरिक ने समाज सेवा की दिशा में सभी को राह दिखाई है। एक पैंशनभोगी द्वारा अपनी 02 माह की पूरी पैंशन कोविड फण्ड में दान करना दिनेश चंद की उदारता, सहृदयता और समर्पण का परिचायक है। उन्होंने आशा जताई कि दिनेश चंद के इस सेवाभाव से समाज के समाज के सभी वर्ग प्रेरित होंगे। दिनेश चंद ने कहा कि संकट के इस समय में वे भी अपना योगदान करना चाहते थे। उन्होंने इस निमित्त 02 माह की अपनी पैंशन भेंट की है ताकि यह राशि पीड़ित मानवता के काम आए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न खतरे के समय में वे ईश्वर से सभी के स्वास्थ्य की कामना करते हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त विवेक चंदेल ने आज कोविड-19 के दृष्टिगत सोलन जिला के नालागढ़ उपमण्डल में स्थापित विभिन्न क्वारेनटाईन केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं जांची और उचित दिशा-निर्देश जारी किए। विवेक चंदेल ने इस अवसर पर बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र के विभिन्न क्वारेनटाईन केन्द्रों में बाहर से आने वाले लोगों को ठहराने के लिए किए गए प्रबंधों, भोजन व्यवस्था, स्वच्छता, पंजीकरण इत्यादि के विषय में पूर्ण जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विभिन्न केन्द्रों में इस संबंध में व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए निर्देश जारी किए। उन्होंने क्वारेनटाईन केन्द्रांे में शौचालय सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं का निरीक्षण भी किया। अतिरिक्त उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन यह सुनिश्चित बना रहा है कि प्रदेश में अन्य राज्यों से प्रवेश कर रहे लोग स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशानुसार निश्चित अवधि के लिए क्वारेनटाईन केन्द्रों में ही रूकें ताकि सम्भावित संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इन केन्द्रों में लोगों के रहने की उचित व्यवस्था की गई हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन नियमित रूप से इन केन्द्रों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रहा है ताकि व्यवस्थाओं में अधिक से अधिक सुधार लाया जा सके। विवेक चंदेल ने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों में स्थापित क्वारेनटाईन केन्द्रों को बंद कर दिया जाएगा। यहां रह रहे लोगों को अन्यत्र भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के निर्देशानुसार क्वारेनटाईन केन्द्र में अवधि पूरी करने वाले स्वास्थ्य परीक्षण के उपरान्त उनके घर भेजा जा रहा है। उन्होंने क्वारेनटाईन केन्द्रों में नियुक्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि यहां लोगों का पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों में आवश्यकतानुसार चिकित्सक भी नियमित रूप से यहां रहने वालों का निरीक्षण करते रहें। उन्होंने क्वारेनटाईन केन्द्रों में रह रहे लोगों से बातचीत कर उनका कुशलक्षेम भी जाना। उन्होंने उपमण्डलाधिकारी नालागढ़ प्रशांत देष्टा से इस सम्बन्ध में पूरी जानकारी प्राप्त की। पुलिस अधीक्षक बद्दी रोहित मालपानी, कोविड-19 के दृष्टिगत बीबीएन क्षेत्र में तैनात हिमाचल प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी शुभकरण सिंह, बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ विकास प्राधिकरण के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर शर्मा, हिमाचल प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारी संकल्प गौतम सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
प्रदेश में फसलों को टिड्डी दल के हमले से बचाने के दृष्टिगत कृषि विभाग सोलन ने किसानों के लिए आवश्यक परामर्श जारी किया है। यह जानकारी उपनिदेशक कृषि डाॅ. पीसी सैनी ने दी। डाॅ. सैनी ने कहा कि यह टिड्डी दल हवा के साथ क्षेत्र विशेष में पहुंचता है। उन्होंने कहा कि जब यह टिड्डी दल किसी विशेष क्षेत्र में पहुंचता है तो तुरंत इसका उपचार रसायन इत्यादि के साथ किया जाना चाहिए। उपनिदेशक कृषि ने कहा कि टिड्डी दल का समूह एक दिन में 150 से 200 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है। इनका समूह एक वर्ग किलोमीटर से कई सौ किलोमीटर तक का होता है। यह समूह दिन में उड़ता है तथा रात को किसी जगह बैठकर विश्राम करता है। उन्होंने कहा कि भारत में टिड्डी दल का समूह पाकिस्तान की तरफ से राजस्थान के रास्ते प्रवेश कर गया है। फसल को इनके कारण होने वाले व्यापक नुकसान के दृष्टिगत हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों में इस सम्बन्ध में चेतावनी जारी की गई है। उन्होंने कहा कि सोलन जिला के लिए भी यह चेतावनी जारी की गई है। डाॅ. पीसी सैनी ने कहा कि उचित प्रबंधन से किसान टिड्डी दल को खेतों से दूर रख सकते हैं। प्रभावित खेतों के आसपास कृषक ड्रम अथवा बर्तनों इत्यादि से तेज आवाज निकाल कर टिड्डी दल को फसल से दूर रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल के समूह पर कलोरपायरीफाॅस 20 ईसी (ईमल्सीफाईड कन्सनट्रेशन) का 2.5 मिलीलीटर प्रति लीटर जल में मिलाकर अथवा मेलाथियाॅन (यूएलबी) का 10 मिलीलीटर प्रति लीटर जल में मिलाकर या लैम्ब्डा सयलोथ्रिन 4.9 प्रतिशत सीएस का 10 मिलीलीटर प्रति लीटर जल में मिलाकर ट्रेक्टर माउंटेड स्प्रेयर अथवा रोकर स्प्रेयर से छिड़काव करें। यह छिड़काव शाम अथवा रात के समय करें क्योंकि टिड्डियां रात के समय बैठकर आराम करती हैं। उन्होंने कहा कि किसान खेत में फसल से दूर आग जला सकते हैं, जिसमें टिड्डी दल आकर्षित होकर जलकर समाप्त हो जाएगा। उन्होंने आग्रह किया कि किसान विभाग द्वारा इस सम्बन्ध में जारी किए गए परामर्श का अनुसरण करें ताकि टिड्डी दल के हमले की सम्भावना में क्षति को न्यून किया जा सके।
सोलन जिला का हर वर्ष 28 व 29 मई को मनाया जाने वाला जिला स्तरीय माँ चण्डी मेला वैश्विक महामारी की वजह से नहीं हो सका। मेला कमेटी के प्रधान रमेश ठाकुर व मन्दिर समिति के प्रधान चन्द्र मोहन शर्मा ने बताया वैश्विक महामारी के चलते सरकार व प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए इस बार मेले को स्थगित किया गया। इस बार केवल सामाजिक दूरी का पालन करते हुए माँ चण्डी की विधिवत पूजा अर्चना कर माँ को झण्डा अर्पित किया गया व चण्डी माँ से सभी के स्वास्थ्य व खुशहाली की कामना की गई। इस मौके पर बलबन्त ठाकुर, हँसराज शर्मा, देवेंद्र डोगरा, हरिराम, धर्मेंद्र वर्मा, विनोद डोगरा बलबीर ठाकुर सहित सभी कमेटी सदस्य उपस्थित रहे।
प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन सोलन द्वारा 1586 व्यक्तियों को हरियाणा के कालका से विशेष श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के फैजाबाद एवं अन्य जिलों के लिए भेजा गया। । उपमण्डलाधिकारी सोलन रोहित राठौर की देख-रेख में यह सभी व्यक्ति अपने-आने गंतव्य स्थल की और रवाना हुए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन संवेदनशीलता के साथ इन व्यक्तियों को उनके घर पंहुचाने के लिए प्रयासरत है। अत्यन्त गर्मी एवं लू के कारण होने वाले निर्जलीकरण (डीहाईड्रेशन) के दृष्टिगत जिला प्रशासन सोलन द्वारा यात्रियों को ओ.आर.एस सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्हांेने कहा कि छोटे बच्चों के लिए दूध इत्यादि की भी पूर्ण व्यवस्था की गई है। यह सामान राधा स्वामी सत्संग ब्यास, सोलन, रोटरी क्लब सोलन, केमिस्ट एसोसिएशन सोलन, एस मार्ट सोलन द्वारा दिया गया है। रोहित राठौर ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश जाने वाले इन व्यक्तियों को प्रदेश पथ परिवहन निगम की 60 बसों के माध्यम से कालका पहंुचाया गया। रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों के लिए भोजन, जल इत्यादि की पूर्ण व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा कि इन 1586 व्यक्तियों में सोलन जिला के बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ से 763, सोलन से 54, परवाणु से 157, शिमला जिला के रामपुर से 41, शिमला से 28, जिला सिरमौर से 115, जिला किन्नौर से 22, जिला ऊना से 222, जिला कांगड़ा से 63 तथा जिला बिलासपुर से 121 व्यक्ति उत्तर प्रदेश गए। भारतीय प्रशासनिक सेवा की परिवीक्षाधीन अधिकारी रितिका जिन्दल, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सुरेश सिंघा, जिला खनन अधिकारी कुलभूषण सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
अखिल भारतीय सीमेंट मज़दूर महासंघ (भारतीय मजदूर संघ) के राष्ट्रीय उपमहासचिव ओमप्रकाश शर्मा ने कहा है कि श्रम कानून में संशोधन करने से श्रमिकों को भारी नुकसान है। 1862 कलकत्ता फेक्ट्री श्रमिकों ने 12 से 8 घण्टे कराने के लिए आंदोलन किया था। इसके बाद सभी राज्यों में आंदोलन हुए फिर 1948 में फेक्ट्री एक्ट बना। इसमें आठ घण्टे काम का प्रावधान किया गया और नियम लागू किए गए।आज कुछ प्रदेशों ने श्रम समय 8 से 12 घण्टे करने की योजना तैयार की है। सरकार द्वारा ट्रेड यूनियन एक्ट 1926 के अधिकार को समाप्त करने की तैयारी है जो पूर्णतया मज़दूर विरोधी हैं क्योंकि इससे 33 प्रतिशत श्रमिक बेरोजगार हो जाएगा। ओमप्रकाश शर्मा ने कहा है कि सरकार का नैतिक दायित्व बनता है कि बड़े शहरों से आए हुए प्रवासी श्रमिकों के लिए एक्ट-79 की पालना हो लेकिन नही की जा रही है। आपदा के समय श्रमिकों को सरकार किराया देकर उचित स्थान पर पहुंचाए लेकिन यह भी नहीं हो रहा है जो सरकार के ऊपर बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह है क्योंकि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान सबसे अधिक परेशानी पीड़ा प्रवासी मज़दूरों ओर उनके परिवार जनों को हुईं हैं। इस संकट के समय सरकार का दायित्व बनता है कि श्रमिकों के जीवन यापन के लिए उचित योजना बनाई जाएं जिससे उनका पालन पोषण और राष्ट्र निर्माण का कार्य चल सकें। ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि कॉरपोरेट घराने के पक्ष में श्रम कानून को कमजोर किया जा रहा है इससे आने वाला समय श्रमिकों कठिन होगा। श्रम कानूनों में परिवर्तन श्रमिकों के हितों पर कुठाराघात है। लॉक डाउन के पूर्व भारत मे 44 श्रम कानून थे। केंद्र सरकार ने इसको चार कोड में लाने की प्रक्रिया पहले ही चालू कर दी थी दो कोड लॉक डाउन के पूर्व आ गए थे। इस समय वेतन कटौती ओर छंटनी रिकॉर्ड स्तर पर है इस समय इन कानूनों की श्रमिकों को सबसे ज्यादा जरूरत थी भाजपा शासित प्रदेशों में तेजी से श्रमिक विरोधी नीतियां लागू की जा रही है जिसका सीधा प्रभाव आने वाले चुनाव में अवश्य पड़ेगा क्योंकि श्रमिकों की पीड़ा, परेशानी और दर्द जो नहीं समझेगा उसे भारत की जनता जनार्धन कभी माफ नहीं करेगी।
खाद्य आपूर्ति विभाग के निरीक्षक सुनील कुमार गुंटा ने दाड़लाघाट में दबिश दी। इस दौरान किराना और सब्जी की 10 दुकानों की पड़ताल की गई। इस कार्रवाई के दौरान 10 दुकानों पर जाकर रेट लिस्ट और दामों को जांचा गया। सब्जी की दुकानों पर कारोबारियों को लोगों से अधिक कीमत वसूलने पर कार्रवाई की गई। इस दौरान 440 किलो सब्जी को मौके पर जब्त किया गया और नियमों की अवहेलना नहीं करने की हिदायत भी दी गई। खाद्य आपूर्ति विभाग अर्की के निरीक्षक सुनील कुमार गुंटा ने बताया कि दाड़लाघाट में किराना और सब्जी की दुकानों पर दबिश दी गई। सब्जी कारोबारियों को अधिक कीमत वसूलने पर कारवाई कर 440 किलो सब्जी को जब्त किया गया।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटिड सोलन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 30 मई, 2020 को 11 केवी हिमाचल कण्डक्टर की विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। यह जानकारी विद्युत बोर्ड के सहायक अभियंता दिनेश ठाकुर ने दी। उन्होंने कहा कि इसके दृष्टिगत 30 मई को, 2020 को प्रातः 11.00 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक नगाली, बड़ोग, चेवा, कोरों कैंथड़ी, बाड़ा, कायलर, देहूंघाट व आसपास के क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने इस अवधि में लोगों से सहयोग की अपील की है।
कोविड-19 के कारण घोषित कफ्र्यू अवधि में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के पुनर्वास का आधार बनकर उभरा है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन सोलन यह सुनिश्चित बना रहा है कि मनरेगा न केवल जरूरतमंद व्यक्तियों का आर्थिक सहारा बने अपितु इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विकासात्मक गतिविधियो को भी बल मिले। जिला प्रशासन सोलन ने 20 अप्रैल, 2020 से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कार्यों को अनुमति प्रदान कर आरंभ किया जो न केवल आर्थिक मजबूती के लिए आवश्यक हैं अपितु ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आजीविका का सम्बल भी हैं। जिला में ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत भूमि विकास, व्यक्तिगत डंगों इत्यादि एवं जल संरक्षण निर्माण कार्यों की अनुमति दी गई है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए जिला प्रशासन ने सोलन जिला के सभी 05 विकास खण्डों में मनरेगा के तहत कार्य आरम्भ किए। 26 मई, 2020 तक सोलन जिला में मनरेगा के तहत 720 कार्य आरम्भ कर 4954 व्यक्तियों को लाभान्वित किया गया। इस अवधि में लगभग 08 करोड़ रुपये के कार्य आरम्भ किए गए। जिला के विकास खण्ड धर्मपुर में 1.93 करोड़ रुपये के 177 कार्य आरम्भ कर 1153 व्यक्तियों को लाभान्वित किया गया है। कण्डाघाट विकास खण्ड में 100 कार्य आरम्भ कर 720 व्यक्तियों को लाभ पहुंचाया गया है। इन कार्यों पर लगभग 67 लाख रुपये खर्च हुए हैं। विकास खण्ड कुनिहार में लगभग 02 करोड़ रुपये व्यय कर 191 कार्य आरम्भ किए गए हैं। इन कार्यों के माध्यम से 779 व्यक्ति लाभान्वित हुए हैं। नालागढ़ विकास खण्ड में 113 कार्य आरम्भ कर 1000 व्यक्तियों को निर्धारित अवधि का रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। इन कार्यों पर लगभग 98 लाख रुपये व्यय हुए हैं। सोलन विकास खण्ड में 02.43 करोड़ रुपये व्यय कर 1302 व्यक्तियों को लाभ प्रदान किया गया है। यहां 139 कार्य आरम्भ हुए हैं। कोविड-19 के दृष्टिगत सभी निर्माण कार्यों में सुरक्षा उपायों को अनिवार्य रूप से लागू किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत सभी व्यक्ति अपने-अपने वार्ड में ही कार्य कर रहे हैं। खंड विकास अधिकारी यह सुनिश्चित बना रहे हैं कि कार्य करने वाले सभी व्यक्ति कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत जारी निर्देशों से परिचत हों एवं इनकी अनुपालना सुनिश्चित बनाएं। सभी कामगारों को सोशल डिस्टेन्सिग का महत्व समझाया गया है। उन्हें बताया गया है कि कार्य करते समय कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखने से संक्रमण का खतरा काफी कम हो जाता है। उपायुक्त सोलन केसी चमन ने इस सम्बन्ध में कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर सोलन जिला में मनरेगा के तहत कार्य आरम्भ कर अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिला में मनरेगा के तहत लगभग 120 करोड़ रुपये के 18 हजार से अधिक निर्माण कार्यों की अनुमति प्रदान की गई है। चाहे जिला के धर्मपुर विकास खंड में गुशाण के रहने वाले ओम प्रकाश के डंगे का कार्य हो, ग्राम पंचायत भावगुड़ी के ताल गांव के रामचंद की गौशाला का काम हो, ग्राम पंचायत रौड़ी के दिहाड़ी के कल्याण चंद का भूमि विकास कार्य हो, ग्राम पंचायत बुघार कनैता के रामपुर के रोशन लाल तथा ग्राम पंचायत गुल्हाड़ी में घरयाणा गांव में भूमि विकास का कार्य हो, सभी सरकार द्वारा इन कामों की अनुमति दिए जाने से प्रसन्न हैं। विकास खंड नालागढ़ में ग्राम पंचायत क्यारकनैता में बिमला देवी द्वारा अनुमति मिलते ही भूमि विकास कार्य आरंभ कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त अनेक अन्य कार्य भी आरम्भ किए गए हैं। मनरेगा के तहत किए जा रहे विभिन्न कार्य जहां ग्राम स्तर पर विकास की नींव को मज़बूत कर रहे हैं वहीं कोरोना वायरस के खतरे के मध्य व्यक्तिगत स्तर पर लाभ पहुंचाकर लोगों की आजीविका को सुनिश्चित भी बना रहे हैं।
विश्वकर्मा ऑटो मार्किट कोठी कुनिहार में सीवरेज व्यवस्था अक्सर ब्लॉक हो जाने से व्यापारियों को परेशानियों से झूझना पड़ रहा है। सीवरेज की गंदगी भरा पानी दुकानों के आगे से बहने व बदबू की वजह से जंहा काम करना मुश्किल हो रहा है, तो वन्ही ग्राहक भी इस बदबू के कारण दुकानों का रुख नही कर रहा है। विश्वकर्मा मार्किट के कारोबारियों व वंहा रहने वाले स्थानीय लोगो ने विभाग से इस सीवरेज लाइन को दरुस्त करने की मांग की है, ताकि कारोबार प्रभावित न हो। इन दुकानों के साथ ही एक मकान के स्टोर रूम में करीब दो तीन फुट गन्दा पानी भर गया, जिसे पम्प के माध्यम से उठाया जा रहा था। विजय गर्ग, मोहिंदर शर्मा, अशोक कुमार, साहिल ठाकुर, संजय गर्ग, नवीन कुमार व जगदीश गर्ग ने पिछले एक वर्ष से अक्सर बंद होने वाली इस सीवरेज लाइन को दरुस्त करने की मांग करते हुए कहा है कि इस लाइन पर बने चेम्बर की दूरी करीब 25 से 30 फ़ीट है, जिसके कारण यह लाइन अक्सर बंद हो जाती है। कारोबारियों ने विभाग से इस जगह पर सीवरेज लाइन पर अतिरिक्त चेम्बर बनाने की मांग की है, ताकि सीवरेज लाइन के अक्सर बंद होने की समस्या से निजात मिल सके। वन्ही सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट कुनिहार के सुपरवाइजर अरविंद भारद्वाज ने बातचीत में बताया, कि करीब आठ दस दिन पहले इस लाइन को खोला गया था तो इसमें सेनेटरी पैड सहित खाली सीमेंट के बैग तक निकले थे, जिसकी वजह से सीवरेज लाइन बंद हो गई थी। भारद्वाज ने लोगो से सीवरेज लाइन में किसी भी तरह की वेस्ट वस्तुएं न फेंकने का आग्रह किया है, ताकि लाइन बंद न हो। उन्होंने बताया कि इस बंद पड़ी लाइन को दरुस्त करने के लिए सफाई कर्मी लगा दिया गया है।
विषय ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चे का प्रदेश महामंत्री बनाए जाने पर कुनिहार के भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ में खुशी की लहर है। पुर्व विधायक गोविंद राम शर्मा, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रत्तन सिंह पाल, मण्डल अध्यक्ष देविंदर उपाध्याय, खादी बोर्ड के पूर्व सचिव अमर सिंह ठाकुर ,जिला मिडिया सह प्रभारी इंद्रपाल शर्मा,सचिव सुरेश जोशी,जिला परिषद सदस्या कंचन माला, बीडीसी सदस्य सीमा महंत, हाटकोट पंचायत प्रधान सुनीता ठाकुर, उप प्रधान राजेश शर्मा, चेत राम तनवर, हीरा लाल चंदेल, श्यामानंद शांडिल, ओमप्रकाश भारद्वाज, कौशल्या कंवर, राजिंदर धीमान, ओम प्रकाश गर्ग, राजीव शर्मा, आरपी जोशी, चेत राम ठाकुर, सहित अन्य कार्यकर्ताओ ने उन्हे बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। वन्ही विषय ठाकुर ने अपनी नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर,प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिन्दल, संगठन महामन्त्री पवन राणा, कबीना मन्त्री राजीव सहजल, सह प्रभारी पुरषोतम गुलेरिया, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रत्तन सिंह पाल, युवा मोर्चा अध्यक्ष अमित ठाकुर, जिला अध्यक्ष आशुतोष वैद्य का आभार व्यक्त किय।
प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन सोलन सत्त रूप से यह सुनिश्चित बना रहा है कि जिला में कार्यरत अथवा रह रहे उन व्यक्तियों को सुरक्षित उनके राज्य पहुंचाया जाए जो कोविड-19 के खतरे के कारण अन्य राज्यों में स्थित अपने घर जाने के इच्छुक हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को उपायुक्त सोलन के.सी. चमन की देख-रेख में हरियाणा के कालका से विशेष श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से 1526 व्यक्तियों को उत्तर प्रदेश के मऊ भेजा गया। के.सी. चमन ने इस विषय में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि आज की विशेष श्रमिक रेलगाड़ी से उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर, सीतापुर, गौंडा तथा मऊ जिलों के 1526 श्रमिकों को भेजा गया। उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश का सोलन जिला औद्योगिक गतिविधियों के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। देश के अनेक राज्यों के व्यक्ति सोलन जिला में औद्योगिक क्षेत्र में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन संवेदनशीलता के साथ इन व्यक्तियों को उनके घर जाने के लिए सहायता कर रहा है। उन्हांेने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार के विभिन्न दिशा-निर्देशों के अनुरूप यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि सभी व्यक्ति स्वस्थ एवं सुरक्षित अपने घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि 28 मई, 2020 को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद के लिए विशेष श्रमिक रेलगाड़ी रवाना होगी। पूर्व की भांति इस रेलगाड़ी में जाने के लिए भी प्रदेश स्तर पर सम्बन्धित नोडल अधिकारी के माध्यम से पंजीकरण करवाना होगा। अतिरिक्त उपायुक्त सोलन विवेक चन्देल ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश जाने वाले इन व्यक्तियों को प्रदेश पथ परिवहन निगम की 57 बसों के माध्यम से कालका पहंुचाया गया। रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों के लिए भोजन, जल इत्यादि की पूर्ण व्यवस्था की गई थी। उन्होंने कहा कि इन 1526 व्यक्तियों में सोलन जिला के बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ से 946, परवाणु से 94, जिला सिरमौर से 202, जिला मण्डी से 72, जिला कांगड़ा से 76, जिला शिमला से 37, जिला ऊना से 82 तथा जिला बिलासपुर से 17 व्यक्ति उत्तर प्रदेश गए। विवेक चन्देल ने कहा कि जिला प्रशासन सोलन द्वारा इस सम्बन्ध में पंचकूला प्रशासन के साथ पूर्ण समन्वय स्थापित किया गया है ताकि आवागमन करने वाले किसी व्यक्ति को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि जिला के सभी उपमण्डलों में इन रेलगाड़ियों की समय सारिणी तथा इनमंे जाने के लिए पंजीकरण के विषय में जानकारी दी जा रही है ताकि आवागमन करने वाले सभी व्यक्ति इनका लाभ उठा सकें। पुलिस अधीक्षक सोलन अभिषेक यादव, अतिरिक्त उपमण्डलाधिकारी सोलन रोहित राठौर, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सुरेश सिंघा, जिला खनन अधिकारी कुलभूषण सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कोरोना महामारी के दौरान जहां सारी दुनिया लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने घरों में कैद होने को मजबूर है। वहीं दूसरी और डीएवी अंबुजा के छात्र ऑनलाइन कक्षाएं तो लगा ही रहे हैं साथ ही घर से अन्य गतिविधियों में भाग लेकर स्कूल का नाम रोशन कर रहे हैं। इसी कड़ी में छात्रों के लिए आयोजित "छात्र इन्नोवेशन चैलेंज 2020" में सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली रायमा तथा आठवीं कक्षा की आस्था गांधी ने पहले 100 इन्नोवेटर की विजेता सूची में अपना स्थान हासिल करने में कामयाबी पाई है। इसके साथ ही सातवीं कक्षा की औजस्वी ठाकुर ने "स्माइल फाउंडेशन" के कोरोना जागरूकता अभियान में सहभागिता प्रमाण पत्र और विनायक मिशन फाउंडेशन से "कोवेड-19 कोम्बाटेंट" का प्रशंसा पत्र प्राप्त किया। अन्य गतिविधियों में पांचवी कक्षा के वैभव विशिष्ट ने कंववेस्ट आईक्यू ओलम्पियार्ड में पूरे देश में 10वीं पोजीशन हासिल कर अपने अभिभावकों तथा स्कूल का नाम रोशन किया। बच्चों की इन विशेष उपलब्धियों पर स्कूल प्रबंधन समिति के चेयरमैन अनुपम अग्रवाल तथा प्रधानाचार्य मुकेश ठाकुर ने उन्हें बधाई देते हुए अपने संदेश में कहा कि डीएवी अंबुजा के होनहार कोरोना के संकट काल में भी विभिन्न ऑनलाइन गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग ले कर स्कूल का नाम रोशन कर रहे हैं।
यदि इंसान कुछ कर गुजरने की ठान ले तो बंजर भूमि को भी उर्वरा बना सकता है। दाड़लाघाट पंचायत के जावी गांव के चार भाइयों डॉ योगराज शुक्ला, देवराज शुक्ला, धर्मपाल शुक्ला और डॉ मुकेश शुक्ला ने इस कथन को सत्य चरितार्थ किया है। ये सभी भाई अपनी सरकारी सेवा या अन्य दिनचर्या की व्यस्तता से बचे समय का सदुपयोग अपनी जमीन के कार्य में करते हैं और इन्होंने साढ़े तीन बीघा की जंगल नुमा भूमि को तैयार किया और उसमें विभिन्न प्रकार के फलों के पौधे तथा नीचे बनी क्यारियों में सब्जियां उगा रहे हैं। मजे की बात यह है कि इस जमीन के आस-पास सिंचाई करने के लिए पानी की कोई भी व्यवस्था नहीं थी लेकिन इन्होंने एक हार्वेस्टिंग टैंक बनवा कर उसमें किचन, बाथरूम का वेस्ट पानी तथा वर्षा होने पर छत का पानी इकट्ठा करने की व्यवस्था बनाई और उसी पानी से इनका हराभरा बगीचा लहलहा रहा है। इन्होंने इस बगीचे में विशेष रूप से कीवी के लगभग 400 पौधे लगाए हैं जिन की पौध इन्होंने स्वयं तैयार की है। कीवी फल की विशेषता बताते हुए धर्मपाल शुक्ला कहते हैं कि यह फल बिना रेफ्रिजरेटर के 6 महीने तक खराब नहीं होता न ही अपना स्वाद बदलता है। इसके अतिरिक्त सेब, आडू, जापानी फल, खुमानी अनार इत्यादि का बगीचा लगाया है लगभग सभी प्रजाति के पौधों ने फल देने शुरू कर दिए हैं। यही नहीं इन पौधों के नीचे बनी क्यारियों में इन्होंने टमाटर, मटर, बींस, हल्दी, अदरक, लहसुन, प्याज, धनिया, घीया, तोरी, खीरा, करेला इत्यादि सब्जियां पैदा कर रहे हैं। इनका कहना है कि उन्होंने गत वर्ष से बाजार से कोई भी सब्जी नहीं खरीदी है बाजार में सब्जियां बेचते जरूर हैं। प्रवक्ता धर्मपाल का कहना है कि यह सब प्रेरणा उन्हें अपने बड़े भाई प्रोफेसर योगराज शुक्ला से मिली। उन्होंने आगे कहा कि यदि आज का बेरोजगार युवा कुछ करना चाहे तो वह इस प्रकार की खेती कर अच्छी कमाई कर सकता है इसमें कोई संदेह नहीं।
असिस्टेंट कमिश्नर सोलन रितिका(आईएएस ऑफिसर) ने मंगलवार को कुनिहार का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कुनिहार पंचायत में होम क्वॉरेंटाइन लोगों के बारे में जानकारी ली। इसके पश्चात उन्होंने इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन सेंटर राधा स्वामी सत्संग भवन जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया व कवारेंटाइन किए गए लोगो के बारे में भी जाना। उन्होंने क्षेत्र में क्वॉरेंटाइन किए गए परिवारों को मोटिवेट किया और दो परिवार जो कोरेंटाइन पीरियड पूरा कर चुके थे उन्हें appreciation लेटर डीसी सोलन की तरफ से दिया। इस दौरान उन्होंने कुनिहार पंचायत की प्रधान अरुणा ठाकुर व उनकी टीम के कार्य प्रणाली की प्रंशसा की, तो वन्ही पुलिस थाना पहुंच कर कानून व्यवस्था व पुलिस कार्यप्रणाली का भी जायजा लिया। वैश्विक महामारी करोंना संकट में लॉकडाउन के दौरान कुनिहार थाना एसएचओ जीत सिंह की अगुवाई में उनकी टीम द्वारा क्षेत्र में किए जा रहे कार्यो व कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए उठाए जा रहे कदमो की सराहना की। उन्होंने कुनिहार विकास खण्ड कार्यालय आकर कुनिहार विकास खण्ड के तहत पंचायतों के लॉकडाउन के दौरान पूरी व्यवस्थाओं को जांचा।इस दौरान पंचायत प्रधान अरुणा ठाकुर, उप प्रधान देवेंद्र ठाकुर, एसबीपीओ कुनिहार विकास खण्ड संजय वर्मा, पंचायत के सदस्य, आशा वर्कर, हेल्थ सुपरवाइजर कृष्ण चंद्र वर्मा भी मौजूद रहे।
उपायुक्त सोलन केसी चमन को कोविड-19 के दृष्टिगत भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा प्रोक्टर एण्ड गेम्बल लिमिटिड के सहयोग से 1350 व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट तथा 01 लाख सेनिटरी नेपकिन भेंट किए गए। उपायुक्त ने सीआईआई तथा प्रोक्टर एण्ड गेम्बल लिमिटिड का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान महामारी के समय में पीपीई किट कोरोना योद्धाओं के लिए अत्यंत सहायक हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत अनेक संस्थाएं, व्यक्ति एवं उद्योग सहायता के लिए उदारता पूर्वक अंशदान कर रहे हैं। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि कोरोना वायरस के लिए स्थापित फंड में उदारतापूर्वक अंशदान करें। सीआईआई हिमाचल प्रदेश के प्रमुख विवेक ठाकुर ने कहा कि परिसंघ पीड़ित मानवता की सहायता के लिए सदैव तत्पर है तथा भविष्य में भी प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य किया जाएगा।
कोविड-19 के दृष्टिगत जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण सोलन ने आमजन की सुविधा के लिए हेल्पलाईन नंबर जारी किए हैं। यह जानकारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश सोलन तथा जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के अध्यक्ष भूपेश शर्मा ने दी। भूपेश शर्मा ने कहा कि जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने जिला व उपमण्डल स्तर पर गठित विधिक सेवाएं प्राधिकरण के दूरभाष नंबरों को हेल्पलाइन के रूप में जारी किया है। उन्होंने कहा कि इन हेल्पलाइन नंबरों का लाभ उठाने के लिए सचिव, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण सोलन से दूरभाष नंबर 01792-220713 पर सम्पर्क किया जा सकता है। उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति सोलन के अध्यक्ष से हेल्पलाईन नंबर 01792-220553, उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति अर्की के अध्यक्ष से हेल्पलाईन नंबर 01796-220619, उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति कंडाघाट के अध्यक्ष से हेल्पलाइन नंबर 01792-256256 पर, उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति नालागढ़ के अध्यक्ष से हेल्पलाईन नंबर 01795-221197 तथा उपमंडलीय विधिक सेवाएं समिति कसौली के अध्यक्ष से हेल्पलाइन नंबर 01792-273711 पर सम्पर्क किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इन सभी हेल्पलाइन नंबरों पर किसी भी कार्य दिवस पर प्रातः 10.00 बजे से सांय 5.00 बजे के मध्य सम्पर्क कर सहायता प्राप्त की जा सकती है। भूपेश शर्मा ने कहा कि इन हेल्पलाइन नम्बरों पर समस्या की जानकारी मिलने के उपरांत विधिक सेवाएं प्राधिकरण की टीम शिकायतकर्ता की समस्या का समाधान करने का प्रयास करेगी।
कुनिहार में अटल आदर्श विद्यालय खोलने की अधिसूचना जारी करने पर कुनिहार व्यापार मंडल ने प्रदेश सरकार का आभार जताया है।कुनिहार व्यापार मंडल के प्रधान सुमित मित्तल ने कहा कि 2019 में पूर्ण राजयत्व दिवस के अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय छात्र कुनिहार में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में इस विद्यालय को अटल आदर्श विद्या केंद्र बनाने की जो घोषणा प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने की थी, उस घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए 23 मई 2020 को अधिसूचना जारी कर मुख्यमंत्री ने क्षेत्रवासियों को नायाब तोहफा दिया है, उसके लिए कुनिहार व्यापार मंडल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजीव सहजल व प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रत्तन सिंह पाल का दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त करते है। सुमित मित्तल प्रधान व्यापार मंडल कुनिहार नीरज ठाकुर, रुमित सिंह, हरजिंद्र ठाकुर, अनिल गर्ग, देवराज, विशाल कंवर, पंकज अटल, अमन मल्होत्रा, देश राज झांजी ने कहा कि कुनिहार व्यापार मंडल के सदस्य जल्द ही शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिल कर उनका आभार व्यक्त करने जाएंगे।
श्रमिकों को जिस दिन का इंतजार था वो आखिर आ ही गया। अपने घर जाने को तरस रहे श्रमिकों के चेहरे पर आखिर मुस्कान आ ही गई। कुछ एक के चेहरे पर स्वजनों से मिलने की खुशी थी तो कुछ एक लोग हिमाचल में बिताए समय को याद कर भावुक दिखे। मौका था, श्रमिक स्पेशल ट्रैन से अपने घर को रवाना होने का। कालका रेलवे स्टेशन पर सभी श्रमिको के चेहरे भावना- कल्पना से परिपूर्ण थे। श्रमिकों की माने तो उनके कई सपनें इस बीमारी के चपेट में पीस गए। बच्चों को अच्छी शिक्षा, अपने गांव में पक्का मकान बनाने व परिवार के भविष्य के लिए दो पैसे बचाने की उम्मीद से मजदूरी करने आए सभी अधूरे सपनों के साथ वापिस लौटे। छोटे बच्चें जिन्हें खेल के अलावा शायद किसी और चीज़ का ज्ञान भी न था वो भी सोशल डिस्टनेसिंग, मास्क और सैनिटाइजर की महत्त्वता को समझ कर अपने माता पिता के साथ खड़े थे। बता दें,आज कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत हरियाणा के कालका से सोमवार को हिमाचल के सोलन जिला से झारखण्ड राज्य के निवासियों को विशेष श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से वापिस उनके प्रदेश भेजा गया। अतिरिक्त उपायुक्त सोलन विवेक चन्देल की अगुवाई में झारखण्ड के कुल 829 व्यक्तियों को कालका रेलवे स्टेशन से धनबाद के लिए रेलगाड़ी के द्वारा भेजा गया। इन 829 व्यक्तियों में 780 व्यक्ति बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र से, 28 व्यक्ति परवाणु से, 13 व्यक्ति सोलन से तथा 08 व्यक्ति कण्डाघाट से धनबाद के लिए रवाना किए गए। इस दौरान जिला प्रशासन की टीम ने पूर्ण व्यवस्था के साथ श्रमिकों को विदा किया और आशा जताई कि सभी सकुशल अपने घर पहुँचेंगे। एसडीएम सोलन रोहित राठौर, एसडीएम नालागढ़ प्रशान्त देष्टा, सहायक आयुक्त परवाणु विक्रम नेगी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सुरेश सिंघा, हिमाचल प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारी संकल्प गौतम, जिला खनन अधिकारी कुलभूषण सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी इस दौरान मौजूद थे। नियमो की पालना कर पहुंचाया कालका.... - 26 व 28 मई को भी श्रमिक ट्रेन होगी रवाना सभी यात्रियों को प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसों द्वारा सोशल डिस्टेन्सिग सहित अन्य नियमों की पालना करते हुए कालका पंहुचाया गया। कोविड-19 के दृष्टिगत जिला प्रशासन यह सुनिश्चित बना रहा है कि लोग बिना किसी परेशानी एवं भय के अपने घर तक सुरक्षित पहुंचें। कालका से ही 26 मई, 2020 को उत्तर प्रदेश के मऊ तथा 28 मई, 2020 को फैजाबाद के लिए श्रमिक ट्रेन रवाना होगी। इन रेलगाड़ियों में जाने के लिए प्रदेश स्तर पर सम्बन्धित नोडल अधिकरियों के माध्यम से पंजीकरण करवाया जा सकता है। - विवेक चन्देल अतिरिक्त उपायुक्त
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा (बबली) ने मोर्चा के प्रदेश पदाधिकारियों व जिलाध्यक्षों की घोषणा की जिसमे अर्की विधान सभा क्षेत्र से दलीप पाल को जँहा किसान मोर्चे का प्रदेश सचिव तो वन्ही रमेश ठाकुर को जिला सोलन का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। इनकी नियुक्ति से अर्की मण्डल अध्यक्ष देवेंद्र उपाध्याय, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जयनन्द शर्मा, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य ओमप्रकाश गांधी, जिला उपाध्याय राजेश महाजन, उपाध्यक्ष कला ठाकुर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सन्तराम ठाकुर, जोगिन्द्रा बैंक उपाध्यक्ष किशन चन्द शर्मा, कोषाध्यक्ष भाजपा अर्की मण्डल पुरुषोत्तम ठाकुर, जिला सचिव राकेश गौतम, पूर्व महामन्त्री मस्त राम शर्मा, पूर्व किसान मोर्चा अध्यक्ष राम चन्द पाल, मण्डल सचिव अनूप चौहान, रूपराम शर्मा, प्रभा भारद्वाज, युवा मोर्चा अध्यक्ष योगेश गौतम, सोनू सोनी, मण्डल सचिव विनोद सोनी, राजीव शर्मा, अनिल गर्ग, गोपाल शर्मा, ओमप्रकाश( दिउ),सन्तराम कौंडल, कौशल्या कंवर, आशा परिहार, विनोद ठाकुर, सन्तराम भारद्वाज, कमल ठाकुर,एपीएम सदस्य सन्तोष शुक्ला,सुरेंद्र ठाकुर,मस्तराम महाजन व कुलदीप आदि ने दलीप पाल व रमेश ठाकुर को इस नियुक्ति पर बधाई दी है व दलीप पाल व रमेश ठाकुर सहित उपरोक्त सभी लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ राजीव बिन्दल, प्रदेश संग़ठन मंत्री पवन राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया, रतन सिंह पाल, प्रदेश किसान मोर्चा डॉ राकेश शर्मा (बबली), कार्यकारी अधिकारी शिशु भाई धर्मा व जिला अध्यक्ष आशुतोष वैद्य का इस नियुक्ति के लिए आभार व्यक्त किया है।
जिला दण्डाधिकारी सोलन के.सी. चमन ने औद्योगिक इकाईयों के कर्मियों, कामगारों, वरिष्ठ अधिकारियों, प्रोत्साहकों, व्यवसायियों, सेवा प्रदाताओं, कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं, निरीक्षण प्राधिकरणों तथा विभिन्न केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के संगठनों के कर्मचारियों, केन्द्र एवं राज्य सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों और बैकों के कर्मियों के लिए सोलन जिला में स्थित कार्यस्थलों तक अन्तरराजयीय आवागमन के लिए मानक परिचालन प्रक्रिया सम्बन्धी आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के अनुसार जारी मानक परिचालन प्रक्रिया के तहत जो औद्योगिक इकाईयां अपने कामगारों एवं कर्मियों को जिला सोलन के बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन), परवाणु तथा अन्य क्षेत्रों में दैनिक आधार पर लाना चाहती हैं, उन्हें व्यक्तिगत रूप से वन टाईम अनुमति के लिए यात्रा योजना की हार्ड कापी के साथ आवेदन करना होगा। बीबीएन क्षेत्र में स्थापित उद्योगों के लिए यह आवेदन उप निदेशक उद्योग बद्दी तथा जिला के अन्य क्षेत्रों में स्थापित उद्योंगों के लिए यह आवेदन महा प्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र सोलन को किया जाएगा। आवेदन के साथ निर्धारित प्रपत्र पर कर्मियों एवं कामगारों की विस्तृत जानकारी संलग्न करनी होगी। इकाई के प्राधिकृत अधिकारी को मानक परिचालन प्रक्रिया अनुपालन के विषय में लिखित में प्रस्तु करना होगा। सक्षम प्राधिकरण आवेदन प्राप्त होने के उपरान्त जांच कर अनुमति के सम्बन्ध में सम्बन्धित इकाई को सूचित करेगा। तदोपरान्त सम्बन्धित औद्योगिक इकाई द्वारा अनुमति की प्रति क्षेत्रानुसार पुलिस अधीक्षक बद्दी अथवा उप पुलिस अधीक्षक परवाणु को प्रस्तुत की जाएगी। कार्यस्थल के तीन किलोमीटर के दायरे में रहने वाले कर्मी एवं कामगार अपने आवास से कार्यस्थल तक सम्बन्धित पथकर बैरियर अथवा निर्धारित मार्ग से पहचान पत्र दिखाकर पैदल आवागमन कर सकेंगे। कन्टेनमेंट जोन के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों से आने वाले उद्योग मालिक तथा वरिष्ठ प्रबन्धन अधिकारी प्रत्येक दूसरे दिवस पर अपने अथवा उद्योग द्वारा प्रदत्त वाहन में आवागमन कर सकेंगे। उद्योग कर्मियों को उद्योग के सैनिटाईज वाहन में आवास से उद्योग तक लाया-जे-जाया जाएगा। पांच सीट वाले वाहन में कुल तीन तथा सात सीट वाले वाहन में कुल चार व्यक्ति आवागमन कर सकेंगे। बस में गृह मन्त्रालय के निर्देशानुसार आवागमन होगा। सभी कर्मियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। सैनिटाईजर वाहन में उपलब्ध करवाया जाएगा। वाहन में चढ़ने से पूर्व प्रत्येक कर्मी के तापमान की जांच होगी तथा उनसे बीमारी के सम्बन्ध में लक्षण इत्यादि पूछकर उद्योग द्वारा इसका रिकार्ड रखा जाएगा। वाहन में कर्मी सोशल डिस्टेन्सिग नियम सहित गृह मन्त्रालय के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाएंगे। हिमाचल प्रदेश में प्रवेश के उपरान्त यह वाहन कार्यस्थल पर जाकर ही रूकेंगे। रास्ते में किसी कर्मी को उतरने की अनुमति नहीं होगी। उद्योग मे प्रवेश के उपरान्त मानक परिचालन प्रक्रिया का पालन करना होगा तथा कार्य समय में यह कर्मी उद्योग परिसर के बाहर नहीं जा सकेंगे। कार्य करते समय एवं भोजनावकाश में भी मानक परिचालन प्रक्रिया का पालन करना होगा। कार्य उपरान्त वापिस जाने से पूर्व भी प्रत्येक कर्मी के तापमान की जांच होगी। विभिन्न केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के संगठनों के कर्मचारियों, केन्द्र एवं राज्य सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों और बैकों के कर्मियों, वरिष्ठ अधिकारियों, प्रोत्साहकों, व्यवसायियों, सेवा प्रदाताओं, कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं निरीक्षण प्राधिकरणों के लिए भी मानक परिचालन प्रक्रिया सम्बन्धी आदेश जारी किए हैं। विभिन्न केन्द्रीय एवं राज्य सरकार के संगठनों के कर्मचारियों, केन्द्र एवं राज्य सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों और बैकों के कर्मियों, वरिष्ठ अधिकारियों, प्रोत्साहकों, व्यवसायियों, सेवा प्रदाताओं, कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं, निरीक्षण प्राधिकरण, जो अन्य राज्योे से सोलन जिला में आवागमन करना चाहते हैं, को मार्ग योजना के साथ ई-मेल अथवा अन्य ईलैक्ट्रानिक माध्यमों से आवेदन करना होगा। बीबीएन क्षेत्र में स्थापित संस्थानों के लिए यह आवेदन पुलिस अधीक्षक बद्दी तथा जिला के अन्य क्षेत्रों में स्थापित संस्थानों के लिए यह आवेदन उप पुलिस अधीक्षक परवाणु को किया जाएगा। सक्षम प्राधिकरण आवेदन प्राप्त होने के उपरान्त जांच कर अनुमति के सम्बन्ध में सम्बन्धित आवेदनकर्ता को सूचित करेगा। कन्टेनमेंट जोन के अतिरिक्त अन्य बाहरी क्षेत्रों से आने वाले अनुमति प्राप्त व्यक्ति पहचान पत्र एवं अनुमति दिखाकर अपने अथवा संस्थान के वाहन में आवागमन कर सकेंगे। वाहनों को उचित रूप से सैनिटाईज करना होगा तथा सोशल डिस्टेन्सिग सहित गृह मन्त्रालय द्वारा जारी अन्य निर्देशों का पालन करना होगा। हिमाचल प्रदेश में प्रवेश के उपरान्त यह वाहन कार्यस्थल पर जाकर ही रूकेंगे। रास्ते में किसी को उतरने की अनुमति नहीं होगी। संस्थान में प्रवेश के उपरान्त मानक परिचालन प्रक्रिया का पालन करना होगा। सभी के लिए मास्क पहनना तथा गृह मन्त्रालय द्वारा जारी अन्य निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा। संस्थान के आस-पास के क्षेत्र में रहने वाले कर्मी अपने आवास से कार्यस्थल तक सम्बन्धित पथकर बैरियर अथवा निर्धारित मार्ग से पहचान पत्र एवं अनुमति दिखाकर पैदल आवागमन कर सकेंगे। इन आदेशों के अनुसार उपरोक्त मानक परिचालन प्रक्रिया के अनुरूप वन टाईम अनुमति समुचित है तथा प्रत्येक आवागमन के लिए अन्य किसी पास इत्यादि की आवश्यकता नहीं है। यह आदेश 26 मई, 2020 से प्रभावी होंगे तथा आगामी आदेशों तक प्रभावी रहेंगे।
जैव विविधता दिवस के अवसर पर चिन्मया विद्यालय नौणी (सोलन ) की हरित वसून्धरा इको क्लब द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों द्वारा जैव विविधता के संरक्षण के महत्व पर चित्रकला, नारा लेखन और निबंध लेखन प्रतियोगिताओं के द्वारा प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में माध्यमिक वर्ग में वसुधा और रचित प्रथम, मोक्ष द्वितीय और पलक तृतीय स्थान पर रहे। उच्च वर्ग में पीयूष प्रथम, राधिका द्वितीय और दिया तृतीय रहे।वरिष्ठ वर्ग में सरस्वती और विदुषी प्रथम भावना द्वितीय और श्वेता तृतीय स्थान पर रहे। नारा लेखन प्रतियोगिता में ऐंजल, दिया और सान्या अपने-अपने वर्ग में प्रथम, प्राची और रित्विका द्वितीय तथा स्पर्श और भावना तृतीय स्थान पर रहे। निबंध लेखन में भावना, सरस्वती और सान्या ने क्रमशः प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी प्रतियोगिताएं आन लाइन आयोजित की गईं यह जानकारी देते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य शुभोजीत घोष ने कहा कि विद्यालय खुलने पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्र -छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा ।प्रतियोगिताओं का आयोजन और संचालन इको क्लब प्रभारी ममता शर्मा द्वारा किया गया।
मन मे लगन हो और कुछ करने का इरादा तो किसी भी कार्य को मुमकिन किया जा सकता है। ऐसा ही कार्य कर दिखाया है ठाकुर हरिदास मैमोरियल गऊ सेवा समिति कुनिहार ने जो पिछले 21 वर्षों से इस पुनीत कार्य को निरन्तर करती चली आ रही है। जी हां हम बात कर रहे हैं कुनिहार पँचायत के बझोल घाटी के गौशाला की जिसकी शुरूआत 1999 में सड़कों पर बेसहारा छोड़ी 5 गायों के पालन पोषण से राजेन्द्र ठाकुर द्वारा की गई थी व आज इस गौशाला में 100 से ऊपर बेसहारा गौवंश समिति की देख रेख में पल रहा है। लोग इधर उधर से रात के अंधेरे में गौवंश को छोडजाते थे व यह गौवंश सड़को पर बेसहारा घूमता रहता था जो लोगों की फसलों को भी नुकसान पहुंचाता था तो कई बार लोगों पर हमला भी कर देता था। लोगों की यह समस्या गौशाला की वजह से दूर हो गई है। समिति द्वारा जँहा इस बेसहारा गौवंश को छत दी गई है तो वंही इनके खाने पीने, नहाने व स्वास्थ्य की देखभाल भी समिति द्वारा बखूबी की जा रही है। इनकी सेवा व देखरेख के लिए समिति द्वारा 6 लोग रखे गए है जो दिनरात इनकी देखभाल कर रहे हैं। समिति अध्यक्ष राजेन्द्र ठाकुर द्वारा किए इस कार्य की क्षेत्र के लोग खूब सराहना करते हैं। लोगों का कहना है कि इस बेसहारा छोड़े गौवंश को गौशाला मिलने से हमारी फसलें भी सुरक्षित हो गई है व इधर उधर सड़को पर घूमता गौवंश कई बार लोगों पर हमला भी कर देता था जिससे लोग निडर होकर बाजार आ जा सकते हैं। समिति सदस्य अमरीश ठाकुर ने बताया कि गौशाला में साफ सफाई की उचित व्यवस्था के साथ साथ गौवंश के खाने पीने व स्वास्थ्य जांच का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। हफ्ते में दो बार लगभग डेढ़ किवंटल दलिया पकाकर गौवंश को परोसा जाता है। उन्होंने बताया कि लोगों का सहयोग भी समय समय पर इस पुनीत कार्य में मिलता रहता है।
कुनिहार से करीब 12 किलो मीटर दूर सायरी घाट के एक छोटे से गांव बशोल में वर्षों पुराने सूखे पीपल के तल से शिला स्वरुप भगवन नरसिंह, माता जगतम्बा व दो अन्य छोटी छोटी शिला रूपी विष्णु व् हनुमान की प्रतिमाएं निकली है। इन प्रतिमाओं पर ग्रामीणों की काफी आस्था देखी जा रही है। इतना ही नहीं जिस स्थान पर उक्त शिलाएं निकली है उस स्थान पर वर्षों से ग्रामीण भगवान नरसिंह के स्थान से पूजा अर्चना करते आए हैं। लेकिन देश में जारी लॉक डाउन के चलते अभी उक्त स्थान पर कोई बड़ा अनुष्ठान नहीं किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सायरीघाट से महज तीन किलोमीटर दूर बशोल गांव में पुरातन ठाकुर द्वारा मंदिर भी स्थापित है व् इस मंदिर में भी कई वर्षों पुराने शिला स्वरुप दो हनुमान की मूर्तियां स्थापित है व् ग्रामीणों की मान्यता है कि यह शिला स्वरुप हनुमान की मूर्तियां भी इसी स्थान से खुदाई के दौरान सामने आई थी। कुछ महीने पहले मंदिर में पूजा अर्चना एवं प्रशाद हेतु सुखी लकडियों की आवश्यकता थी जिसके लिए मंदिर के समीप ही वर्षों पुराने सुख चुके पीपल के पेड़ को गिराने लगे तो पेड़ के तल के अंदर खोल में एक बड़ी पत्थर की शिला सामने निकल आई व् कुछ माह पूर्व भी गांव में आए देव गुर ने भी उक्त शिला स्वरुप को भगवान नरसिंह जी का स्वरुप बताया है। तत्पश्चात उक्त पत्थर के आस पास की झाडियों आदि की सफाई की गई व् शिला स्वरुप भगवान नरसिंह माता भगवती भगवान विष्णु व् हनुमान की शिलाओं की प्राण प्रतिष्ठा की गई। पंडित कृष्ण लाल अर्चुत ने बताया कि वर्षो पुराना पीपल का वृक्ष सुख चूका था कुछ माह पहले हवन यग्य प्रशाद हेतु लकडियों के लिए सूखे पीपल को गिराने लगे तो तल से एक बड़ी शिला स्वरुप भगवान नरसिंह जी का प्राकट्य हुआ। थोड़ी गहरी खुदाई के बाद दो अन्य हनुमान व् विष्णु के स्वरुप की शिलाए भी निकली है। उन्होंने बताया कि जिस स्थान पर यह शिलाएं निकली है उस स्थान पर ग्रामीण वर्षों से भगवान नरसिंह के स्थान से पूजा अर्चना करते चले आ रहे है। प्राचीन ठाकुर द्वरा मंदिर में स्थापित हनुमान की प्रतिमाऐं भी इसी स्थान में कई वर्षों पहले खुदाई के दौरान निकली थी।
करोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन के कारण धुंदन पंचायत के गांव चमाकड़ी के किसान धनीराम शर्मा लाखों रुपए के फूलों की तैयार फसल की कंपोस्ट खाद बनाने के लिए मजबूर हैं। लाॅकडाउन के चलते फूलों की खपत वाली सभी गतिविधियां बंद पड़ी हैं जिस कारण वह ग्रीन हाउस पर तैयार की गई फूलों की फसल बाजार में नहीं भेज पा रहे हैं। धनीराम ने फूलों की खेती के लिए बैंक से 11लाख रुपए का ऋण लिया था। उन्होंने लिलियम प्रजाति के बीज बेंगलुरु से मंगवाए जिस पर उनका लगभग ₹4 लाख खर्च आया। इसके अतिरिक्त पैकिंग खाद उत्पादन में प्रयोग होने वाले अन्य अन्य उपकरणों पर लगभग ₹5 लाख का निवेश किया लेकिन दुर्भाग्यवश लॉक डाउन के चलते फूलों की तैयार फसल को बाजार तक नहीं पहुंचाया जा रहा है। उनका कहना है कि आमदनी न होने की वजह से बैंक के खाते भी एनपीए हो गए हैं। धनीराम कहते हैं कि इस साल फसल तो अच्छी थी लेकिन बाजार में न भेजने के कारण अब उन्हें उसकी कंपोस्ट खाद ही बनानी पड़ रही है।क्योंकि इस प्रजाति के फूलों का बीज तैयार करना भी उनके बूते में नहीं है और उन पौधों को पशुओं को भी नहीं खिलाया जा सकता क्योंकि उस पर दवाइयां तथा अनेक प्रकार का छिड़काव किया गया है। लिहाजा उन्होंने उन पौधों से कंपोस्ट तैयार करना ही उचित समझा। धनीराम ने कहा कि मेरे जैसे छोटे किसानों के लिए यह कुदरत की एक बहुत बड़ी चपत है अब यदि सरकार हम लोगों को कुछ मुआवजा देकर सहारा दे दे तो हम भविष्य में इस प्रकार की फसल उगाने में सक्षम हो पाएंगे अन्यथा इस भारी-भरकम नुकसान से उबर पाना उनके वश की बात नहीं है। सोलन उद्यान विभाग के उपनिदेशक राजेंद्र कुमार का इस विषय में कहना है कि फिलहाल अभी तक सरकार की ओर से उन्हें कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुई है लेकिन उन्होंने अपने स्तर पर जिला भर में पुष्प उत्पादकों के नुकसान की रिपोर्ट बनाकर उद्यान विभाग निदेशालय को भेज दी है।
22 मई 2020 को अंबुजा सीमेंट वर्कर्स यूनियन दाड़लाघाट(सम्बंधित सीटू) ने प्रदेश व केन्द्र सरकारों द्वारा श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी परिवर्तनों के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में उचित सामाजिक दूरी का पालन करतें हूऐ भाग लिया। देश का मजदूर वर्ग कोरोना महामारी के कारण भारी मुसीबत में है। इसी दौरान 14 करोड़ लोगों की नौकरी चली गई है। कारखानों में मजदूरों की छंटनी हो रही है। मजदूरों को पूंजीपतियों द्वारा मार्च और अप्रैल का वेतन तक नहीं दिया गया है। लाखों मजदूर मजबूरी में बच्चों को कंधों पर उठाकर तपती धूप में, नंगे पांव, भूखे प्यासे अपने घर जाने के लिए पैदल चलने पर मजबूर कर दिए गए हैं। स्थिति इतनी भयंकर है कि कई गर्भवती महिलायें प्रसव पीड़ा से कराहते हुए सड़कों पर ही बच्चों को जन्म दे रही हैं। प्रवासी मजदूर भूख से तड़प रहे हैं और सरकारें कुम्भकर्ण की नींद सोई हुई हैं। वे पूंजीपतियों के साथ मिलकर श्रम कानूनों में मजदूर विरोधी बदलाव को अमलीजामा पहना रही हैं। लाचार मजदूरों पर सरकार द्वारा पूंजीपतियों के साथ मिलकर यह हमला किया जा रहा है। इन हमलों में श्रम कानूनों में 8 घंटे के बजाय 12 घंटे काम लेना, मनरेगा मजदूरों को काम न देना, जब चाहे छंटनी कर देना व ई.पी.एफ. सुविधा छीनना आदि शामिल है। कोरोना महामारी के कारण प्रदेश की तमाम जनता एक तरफ महामारी के गम्भीर खतरे से त्रस्त है वहीं दूसरी ओर इस महामारी से उत्पन्न आर्थिक व सामाजिक संकट ने जनता का सुख चैन छीन लिया है। लोग आर्थिक व सामाजिक रूप से भारी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। इस से सबसे बुरी तरह से मजदूर वर्ग प्रभावित व पीड़ित हुआ है। इसके फलस्वरूप लागू हुए लॉक डाउन व कर्फ्यू से भारी संख्या में मजदूरों की छंटनी हो गयी है। उद्योगों में कार्यरत मजदूरों के बड़े हिस्से को मार्च-अप्रैल 2020 के वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। असंगठित क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले श्रमिक वर्ग का बहुत बड़ा हिस्सा इस महामारी से आर्थिक तौर पर बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मजदूर वर्ग पर आई इस विपदा के दौर में उसे आर्थिक-सामाजिक मदद की दरकार थी। उसे प्रदेश सरकार की सहानुभूति की ज़रूरत थी ताकि वह इस संकट काल से बाहर निकल कर अपना गुज़र बसर कर पाता। परन्तु अफसोस कि उसे सहानुभूति व आर्थिक मदद के बजाए और विपदाओं में धकेला जा रहा है। हिमाचल प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों में संशोधन व परिवर्तन की प्रक्रिया इसी कड़ी का एक हिस्सा है। प्रदेश सरकार ने देश की मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियनों से इन श्रम कानूनों के संशोधन के संदर्भ में बात तक करना जरूरी नहीं समझा। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह सब कुछ पूंजीपतियों,कारखानेदारों व उद्योगपतियों के मुनाफों को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। पूंजीपतियों के मुनाफे को बढ़ाने के लिए मजदूरों द्वारा पिछले सौ वर्षों में हासिल किए गए अधिकारों को छीना जा रहा है। कामकाजी जनता के बहुतायत को देश में पिछले 59 दिनों की तालाबंदी की प्रक्रिया में नौकरियों की बंदी, वेतन की हानि, निवास से बेदखली आदि अमानवीय कष्टों में झोंक दिया गया है। इन लोगों को मुनाफे के भूखे नियोक्ता वर्ग द्वारा भूखी अस्तित्व विहीन वस्तुओं में घटाकर रख दिया गया है। इस पर वर्तमान सरकार ने, इन कामकाजी लोगों को वास्तव में गुलामी के स्तर पर लाने के लिए, इन पर अपने फनों और पंजों के साथ हमला कर दिया है। केंद्र सरकार ने इस क्रूर कवायद को शुरू करने के लिए अपनी आज्ञाकारी राज्य सरकारों को खुला छोड़ देने की रणनीति बनाई है। भाजपा नेतृत्व की गुजरात सरकार ने अगुआई करते हुए एकतरफा रूप से फैक्टरी एक्ट के अनुसार वैध मुआवजे के बगैर दैनिक कामकाज का समय 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे कर दिया। हरियाणा और मध्य प्रदेश की सरकारों ने भी इसी ओर कदम बढ़ाए हैं। इसके बाद पंजाब और राजस्थान में राज्य सरकारों की ओर से भी इसी तरह दैनिक कामकाज का समय 12 घंटे तक बढ़ाने की अधिसूचना जारी करने की सूचना मिली है, जो जाहिर है कि कॉर्पोरेट वर्ग के निर्देशों पर है। अब महाराष्ट्र व त्रिपुरा की सरकारें भी कथित तौर पर उसी दिशा में आगे बढ़ रही हैं। इस दिशा में सबसे नए हैं उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अधिक आक्रामक कदम, जो अपने कॉर्पोरेट आकाओं के हुक्म पर लगभग सभी श्रम कानूनों के दायरे से कॉर्पोरेट नियोक्ताओं को दायित्वों से मुक्त करने के लिए लाए गए हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने 1000 दिन, यानी तीन साल के लिए फैक्ट्री अधिनियम, मध्य प्रदेश औद्योगिक संबंध अधिनियम, औद्योगिक विवाद अधिनियम, ठेका श्रम अधिनियम आदि जैसे विभिन्न श्रम कानूनों के तहत नियोक्ताओं को उनके मूल दायित्वों से मुक्त करने के लिए प्रशासनिक आदेश/अध्यादेश के जरिये परिवर्तन के निर्णय की घोषणा की है। इसके चलते नियोक्ताओं को "अपनी सुविधानुसार" श्रमिकों को काम पर रखने या निकाल बाहर करने(लगाओ व भगाओ-हायर एंड फायर) के लिए सशक्त बनाया गया है; और उक्त अवधि के दौरान प्रतिष्ठानों में श्रम विभाग का हस्तक्षेप नहीं होगा। इतना ही नहीं, नियोक्ताओं को मध्य प्रदेश श्रम कल्याण बोर्ड को प्रति श्रमिक 80 / - रुपये के भुगतान से भी छूट दी गई है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश सरकार ने 6 मई 2020 को आयोजित अपनी मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य के सभी प्रतिष्ठानों को तीन साल की अवधि के लिए सभी श्रम कानूनों से छूट देने का फैसला किया है, जिसे अध्यादेश के माध्यम से अधिसूचित किया जाएगा। यह भी जानकारी है कि त्रिपुरा में भाजपा सरकार ने दैनिक कामकाज के समय को 12 घंटे तक बढ़ाने का प्रस्ताव किया है और साथ ही 300 कर्मचारियों तक को रोजगार देने वाले सभी प्रतिष्ठानों में नियोक्ताओं की सुविधा के अनुसार श्रमिकों को काम पर रखने और निकालने (लगाओ व भगाओ-हायर एंड फायर) की अनुमति दी है। यह आशंका है,कि अधिकांश अन्य राज्य सरकारें, विशेष रूप से वे जो भाजपा और उसके सहयोगियों द्वारा शासित हैं, विकास के नाम पर दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने और अपनी अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार की संदिग्ध दलील पर राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए इसी रास्ते का अनुसरण करेंगे। वास्तव में, कामकाजी जनता पर यह अमानवीय अपराध किया जा रहा है। पूंजीपतियों द्वारा मजदूरों के शोषण को तेज करने की इस कड़ी में अब हिमाचल प्रदेश भी जुड़ गया है जहाँ की सरकार ने 21 अप्रैल 2020 की अधिसूचना के ज़रिए कारखाना अधिनियम के तहत काम के घण्टों को आठ से बारह करने पर मुहर लगा दी है। इस सरकार ने 13 मई 2020 की कैबिनेट बैठक में कारखाना, ठेका मजदूरी व औद्योगिक विवाद अधिनियम में मजदूर विरोधी संशोधन किए 1. हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, पंजाब व त्रिपुरा जैसे राज्यों में श्रम कानूनों में किए गए अथवा प्रस्तावित मजदूर विरोधी संशोधनों को तुरन्त वापिस लिया जाए। 2. फैक्टरी एक्ट, कॉन्ट्रैक्ट लेबर एक्ट, इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट्स एक्ट में बदलाव व 8 घण्टे की डयूटी को 12 घण्टे करने का निर्णय मजदूरों के अधिकारों पर कठोर प्रहार है। प्रदेश सरकार ने 21 अप्रैल 2020 को अधिसूचना जारी करके कारखाना अधिनियम(फैक्ट्रीज एक्ट)1948 की धारा 51, धारा 54, धारा 55 व धारा 56 में बदलाव करके साप्ताहिक व दैनिक काम के घण्टों, विश्राम की अवधि व स्प्रैड आवर्ज़ में बदलाव कर दिया है। काम के घण्टों की अवधि को आठ से बढ़ाकर बारह घण्टे कर दिया है। इस से न केवल मजदूरों की छंटनी होगी अपितु कार्यरत मजदूरों की बंधुआ मजदूरों जैसी स्थिति हो जाएगी इसलिए इस निर्णय को वापिस लिया जाए। 3. सरकार ने 13 मई 2020 को हुई कैबिनेट की बैठक में संविदा श्रमिक अधिनियम(कॉन्ट्रैक्ट लेबर एक्ट) 1970 की धारा 1(4)में संशोधन कर दिया है। इस तरह कॉन्ट्रैक्ट लेबर एक्ट में श्रम क़ानूनों को लागू करने के लिए किसी भी स्थापना में बीस ठेका मजदूरों की शर्त को बढ़ाकर तीस कर दिया है। इस तरह ठेका कर्मियों की भारी संख्या को श्रम कानून के दायरे से बाहर कर दिया है। 4. इसी केबिनेट बैठक में कारखाना अधिनियम(फैक्ट्रीज़ एक्ट) 1948 की धारा 2(m)(i), 2(m)(ii), 65(3)(iv) व 85(1)(i) में मजदूर विरोधी परिवर्तन किये गए हैं तथा कारखाना की परिभाषा को पूरी तरह बदल कर रख दिया गया है। इसके अनुसार ऊर्जा संचालित कारखाना की सीमा को दस से बढ़ाकर बीस मजदूर व बगैर ऊर्जा के संचालित कारखाना की सीमा को बीस से बढ़ाकर चालीस मजदूर करके मज़दूरों की भारी संख्या को कारखाना अधिनियम के दायरे से बाहर कर दिया गया है। इसी अधिनियम की धारा 65(3) में संशोधन करके ओवरटाइम कार्य के घण्टों को 75 से बढ़ाकर 115 कर दिया गया है। इस अधिनियम में धारा 106(b) जोड़ कर उद्योगपतियों को कानून की अवहेलना पर दी जाने वाली सज़ा व कठोर कार्रवाई में बिना शर्त छूट दी गयी है। ये निर्णय मजदूर विरोधी हैं। कारखाना अधिनियम में बदलाव व श्रम कानूनों के निलंबन से मजदूर एम्प्लॉईज़ कंपनसेशन एक्ट 1923, वेतन भुगतान अधिनियम 1936, इंडस्ट्रियल एम्प्लॉयमेंट(स्टैंडिंग ऑर्डरज़) एक्ट 1946,फैक्ट्रीज एक्ट 1948, न्यूनतम वेतन कानून 1948, ईएसआई एक्ट 1948,ईपीएफ एक्ट 1952, मेटरनिटी बेनेफिट एक्ट 1961, बोनस एक्ट 1965, इकुअल रयुमनरेशन एक्ट 1976, इंटर स्टेट माइग्रेंट वर्कमैन एक्ट 1979 आदि चौदह तरह के श्रम कानूनों के दायरे से मजदूर बाहर हो जाएंगे। 5. प्रदेश सरकार ने कैबिनेट बैठक में औद्योगिक विवाद अधिनियम(इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट्स एक्ट) 1947 की धारा 22(1),25(F)(b) व 25(K) में बदलाव के लिए उचित कदम उठाने की सिफारिश की बात की है। यह पूर्णतः मजदूर विरोधी है। सरकार के इन कदमों ने मजदूरों पर कई प्रकार के हमलों का दरवाजा खोल दिया है। धारा 22(1) में बदलाव से मजदूरों के हड़ताल करने के अधिकार पर कटौती होगी। धारा 25(F)(b) में बदलाव से छंटनी व छंटनी भत्ता की पक्रिया पूरी तरह उद्योगपतियों के पक्ष में हो जाएगी। धारा 25(K) में बदलाव से छंटनी,ले ऑफ व तालाबंदी के विशेष प्रावधानों के लिए मजदूरों की संख्या को एक सौ से बढ़ाकर तीन सौ करने की सिफारिश की गई है जिस से प्रदेश के दो-तिहाई उद्योगों के हज़ारों मजदूरों को भारी नुकसान होगा। 6. केंद्र सरकार ने ईपीएफ हिस्सेदारी को 12 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत करने की घोषणा की है। यह कदम मजदूर विरोधी है व लंबे समय के लिए उद्योगतियों को फायदा पहुंचाने वाला है। आशा है कि प्रदेश व केन्द्र सरकार सभी मजदूर विरोधी संशोधनों को अविलम्ब रद्द करेंगे। सीटू मजदूर ने इस संदर्भ में उचित सकारात्मक पहलकदमी की उम्मीद की हैं
प्रधान भवन एवं सड़क निर्माण यूनियन सोलन इकाई संबंधित सीटू की बैठक जोगिंदर सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया गया। बैठक में सरकार द्वारा श्रम कानूनों में लाए गए बदलावों के बारे में चर्चा की गई। उन्होंने श्रम कानूनों को सस्पेंड करने की नीति व श्रम कानूनों में बदलाव का विरोध जताया। उन्होंने कुल 15 बिंदुओं पर चर्चा की और अपनी मांगे सामने रखी। उनकी मांगे कुछ इस प्रकर से है : 1. 8 घण्टे की डयूटी को बढ़ाकर 12 घण्टे करने का निर्णय वापिस लो 2. श्रम कानूनों को सस्पेंड करने की नीति नहीं चलेगी, श्रम कानूनों में बदलाव नहीं चलेगा 3. मजदूरों की छंटनी नहीं चलेगी, मजदूरों को समय पर वेतन दो व वेतन कटौती नहीं चलेगी 4. दिल्ली सरकार की तर्ज पर मजदूरों को 15006 रुपये न्यूनतम वेतन दो 5. मनरेगा में प्रत्येक मजदूर को 120 दिन का कार्य दो व उन्हें न्यूनतम वेतन दो 6. आयकर सीमा से बाहर सभी मजदूरों को मुफ्त राशन व 7500 रुपये की मासिक मदद दो 7. निर्माण मजदूरों को 2000 रु की घोषित मासिक मदद तुरन्त दो 8. 2000 रु की मदद गैर पंजीकृत निर्माण मजदूरों को भी दो 9. फैक्ट्रीज़, कॉन्ट्रैक्ट लेबर व इंडस्ट्रियल डिस्प्यूट्स एक्ट में बदलाव नहीं चलेगा 10. मजदूरों को मार्च-अप्रैल का वेतन दो 11.फूल देना व हेलीकॉप्टरों से फूल बरसाना बंद करो 12. कोरोना वॉरियरज़ को शारीरिक व सामाजिक सुरक्षा दो कोरोना कार्य में लगे सभी कर्मियों को बीमा सुविधा दो 13. कोरोना फ्रंटलाइन वर्करज को 50 लाख रुपये का बीमा कवर दो 14. जन स्वास्थ्य के लिए व्यापक पैकेज की घोषणा करो 15. श्रम कानूनों को सस्पेंड करने की नीति नहीं चलेगी, श्रम कानूनों में बदलाव नहीं चलेगा।
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र परवाणू में कांग्रेस कमेटी द्वारा सीमाओं पर तैनात करोना योद्धाओं को फूल मालाएं पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने विशेष कर के पुलिस कर्मचारियों को, जोकि दिन रात अपनी जान को जोखिम में डालकर सेवाएं देते हैं, यह लोग 12 -12 घंटे ड्यूटी पर तैनात रहते हैं, को सम्मानी किया गया। ज्ञात रहे कि पूरे विश्व में कारोना का कहर अपनी जड़े फैलाए बैठा है, इससे निबटने के लिए सभी प्रदेश वासी अपना अपना योगदान दे रहे हैं। शनिवार को नगर परिषद के प्रांगण से कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता रमेश चौहान, नगर परिषद के अध्यक्ष ठाकुर दास शर्मा, नगर परिषद के मनोनीत पूरब पार्षद संदीप चौहान, हरीश शर्मा, श्री शिर्डी साईं संगठन प्रदेश अध्यक्ष सतीश बेरी, नगर पार्षद संजय यादव, कांग्रेस की कंचन मेहरा इन सभी लोगों ने करोना योद्धाओं को सम्मानित किया। रमेश चौहान ने नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों को होम्योपैथिक की दवाई जिसका नाम और सैनिक एलाऊ 30 आयुष कंपनी द्वारा मान्यता प्राप्त होम्योपैथिक दवाई वितरित की गई। इस दवाई के सेवन से इन लोगों को काम करने की क्षमता बढ़ती नजर आएगी। यह लोग दिन रात अपनी सेवाएं प्रदेश को देते हैं।
प्रदेश सरकार के निर्देश पर अतिरिक्त उपायुक्त सोलन विवेक चन्देल की देखरेख में कोविड-19 के खतरे के दृष्टिगत हरियाणा के कालका से हिमाचल के सोलन जिला में उत्तर प्रदेश के रहने वाले अथवा कार्यरत लोगों को रेलगाड़ी के माध्यम से वापिस उनके प्रदेश भेजा गया। शुक्रवार को कुल 674 व्यक्तियों को कालका रेलवे स्टेशन से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के लिए रेलगाड़ी के द्वारा भेजा गया। अतिरिक्त उपायुक्त सोलन विवेक चन्देल ने इस सम्बन्ध में कहा कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया एवं कुशीनगर के 674 व्यक्तियों को भेजा गया। उन्होंने कहा कि कालका से ही 24 मई, 2020 को एक रेलगाड़ी उत्तर प्रदेश के बरेली, 26 मई, 2020 को मऊ तथा 28 मई, 2020 को फैजाबाद के लिए रवाना होगी। इन रेलगाड़ियों में जाने के लिए प्रदेश स्तर पर सम्बन्धित नोडल अधिकरियों के माध्यम से पंजीकरण करवाना होगा। उन्होेंने कहा कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन सोलन ने श्रमिक रेलगाड़ियों के माध्यम से यात्रियों को भेजने के पूर्ण प्रबन्ध सुनिश्चित किए हैं। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्तियों को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुरूप जांच के उपरान्त भेजा जा रहा है। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि उत्तर प्रदेश जाने वाले इन व्यक्तियों को प्रदेश पथ परिवहन निगम की 24 बसों के माध्यम से कालका पंहुचाया गया। इनमें से 22 बसें बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र से, एक 1 बस परवाणु से तथा एक बस सोलन से यात्रियों को लेकर पंहुची। रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों के लिए भोजन, जल इत्यादि की पूर्ण व्यवस्था की गई थी। विवेक चन्देल ने कहा कि जिला प्रशासन सोलन द्वारा इस सम्बन्ध में पंचकूला प्रशासन के साथ पूर्ण समन्वय स्थापित किया गया है ताकि आवागमन करने वाले किसी व्यक्ति को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि जिला के सभी उपमण्डलों में इन रेलगाड़ियों की समय सारिणी तथा इनमंे जाने के लिए पंजीकरण के विषय में जानकारी दी जा रही है ताकि आवागमन करने वाले सभी व्यक्ति इनका लाभ उठा सकें। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत जिला प्रशासन सभी एहतियाती उपाय सुनिश्चित बना रहा हैै। पुलिस अधीक्षक सोलन अभिषेक यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन डाॅ. शिव कुमार शर्मा, उपमण्डलाधिकारी सोलन रोहित राठौर, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी सुरेश सिंघा, जिला खनन अधिकारी कुलभूषण सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
पंचायती राज सूचना क्रांति व आईटी के जनक एवम आधुनिक भारत के निर्माता भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 29वी पुण्यतीथि पर आदर्श महिला मंडल बागा ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सर्वप्रथम उपस्थित महिलाओं ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की प्रतिमा पर फूलमालाएं अर्पित किए। तदुपरांत बागा वार्ड 2 की पंचायत सदस्य एवं महिला मंडल की सदस्य सुरेंद्रा पंवर ने सभी महिलाओं से आह्वान किया कि राजीव गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम स्वर्गीय राजीव गांधी के सपनों को साकार करेंगे। उन्होंने कहा पूर्व प्रधानमंत्री ने शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग व इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में जो नीतियां क्रियान्वित की थी उनका लाभ आज पूरा भारत वर्ष प्राप्त कर रहा है। पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण दिया गया व महिला सशक्तिकरण के लिए अहम कदम उठाए गए। संविधान में संशोधन करके 18 वर्ष के युवाओं को वोट का अधिकार दिया गया, नवोदय स्कूलों की स्थापना की, इंदिरा गांधी नेशनल ओपन विश्वविद्यालय खोलें, सीमेंट उद्योग प्राइवेट सेक्टर के लिए ओपन किया, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया, जिसमें आज भारतवर्ष विश्व के अग्रणी देशों में शुमार है। इस मौके पर आदर्श महिला मंडल की उपाध्यक्ष लता चौहान, सचिव सरला चौहान, कोषाध्यक्ष सुमित्रा चौहान, रीना पंवर और बागा वार्ड 2 की पंचायत सदस्य एवं महिला मंडल की सबसे एक्टिव सदस्य सुरेंद्रा पंवर ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
सोशल मीडिया पर गलत बयानबाजी को लेकर बागा थाने में मामला दर्ज हुआ है। पुलिस को दी गई शिकायत में अजीत सेन व प्रेमलाल ने कहा है कि सोशल मीडिया पर गलत बयानबाजी बारे निवेदन इस प्रकार है कि हेमचन्द सुपुत्र परस राम गांव गन्देवटा डा हनुमान बडोग व अनिल कुमार गांव मान ने 17 मई 2020 को सोशल मीडिया पर स्थानीय नेता रत्न सिंह पाल के खिलाफ काफी समय से भ्रामक व झुठा प्रचार कर रहा है। स्थानीय नेता को इसने बदनाम करने की कोशिश भी की है। हेमचन्द की झुठी ब्यानबाजी की वजह से रत्न सिंह पाल को राजनेतिक तौर व व्यक्तिगत रुप से नुकसान हुआ है। जिस पर पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए बागा थाने में आईपीसी की धारा 505(2) 34 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। मामले की पुष्टि डीएसपी दाड़लाघाट प्रताप सिंह ठाकुर ने करते हुए बताया कि गलत बयानबाजी करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कारवाई की जा रही है।
वैश्विक महामारी कोरोना का असर सदियों से चले आ रहे मेलों और कुश्तियों के आयोजनों पर भी पड़ा है। कुनिहार क्षेत्र के बणिया देवी में लगभग 200 सालों से मनाए जाने वाला कुश्ती मेला प्रशासन के दिशा निर्देशो के कारण रद कर दिया गया। मेला कमेटी के प्रधान धनीराम तनवर ने बताया कि कर्फ़्यू छूट के दौरान मन्दिर के पुजारी व गांव के 5 सदस्यों द्वारा समाजिक दूरी बना कर लॉक डाउन नियमों का पालन करते हुए पूजा पाठ कर माँ बनियादेवी से क्षेत्र की सम्रद्धि व खुशहाली की कामना की व दलिया का प्रशाद बना कर माँ से आशीर्वाद लिया। वहीं गांव के 94 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक मास्टर जगत राम वैश ने बताया कि यह मेला लगभग 250 सालों से रियासत समय से लगातार मनाया जाता रहा है। लेकिन हमारे समय में यह पहला मौका है कि विश्व भर में फैल रही महामारी के कारण ये मेला नही हो पाया। पूजन के इस मौके पर मास्टर जगत राम वैश, रमेश कुमार, अशोक, दीपराम, रघुवीर,संजय ने भाग लिया व देवी माँ से सबको निरोग रखने की प्रार्थना की।
प्रदेश सरकार द्वारा कुनिहार में अटल आदर्श विद्यालय खोलने की अधिसूचना जारी कर सभी अटकलों पर विराम लग गया व अधिसूचना की सूचना मिलते ही पूरे कुनिहार क्षेत्र में खुशी का माहौल हो गया। शुक्रवार को जैसे ही यह अधिसूचना जारी होने की सूचना कुनिहार जनपद में पता लगी तो क्षेत्र के सभी लोग एक दूसरे को बधाई देने लगे व साथ ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कुनिहार के लिए दी इस सौगात के लिए धन्यवाद करते नजर आये। सोशल मीडिया पर भी बधाइयों का सिलसिला चल पड़ा। गौर रहे कि 25 जनवरी 2019 को राजत्व दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुनिहार के रावमापा छात्र कुनिहार को अटल आदर्श विद्यालय बनाने की घोषणा की थी, लेकिन लगभग डेढ़ वर्ष पहले की गई इस घोषणा की अभी तक किसी कारण वश अधिसूचना जारी नही हुई थी। मुख्यमंत्री द्वारा की गई इस घोषणा बारे कई अटकलें क्षेत्र में फैल रही थी, लेकिन अब इस विद्यालय की अधिसूचना जारी होते ही सभी अटकलों पर विराम लग गया व कुनिहार जनपद की सभी सामाजिक संस्थाओं ने प्रदेश सरकार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री राजीव सैजल व प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष रत्तन सिंह पाल का इस अमूल्य सौगात के लिए दिल की गहराइयों से आभार प्रकट किया। देवेंद्र कुमार शर्मा मण्डल अध्यक्ष,इंद्रपाल शर्मा, राजेन्द्र ठाकुर अध्यक्ष सर्व एकता मंच, कौशल्या कंवर अध्यक्ष सम्भव चेरिटेबल सोसायटी, प्रतिभा कंवर, कुलदीप सिंह कंवरअध्यक्ष नव चेतना संस्था, धनी राम तनवर अध्यक्ष कुनिहार विकास समिति सहित क्षेत्र के लोगो ने आभर व्यक्त करते हुए कहा है कि जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री द्वारा दी गई इस नायाब सौगात के लिए शिमला में धन्यवाद करने जाएगा।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मन्त्री डाॅ. राजीव सैजल ने कहा कि कोरोना वायरस जैसे संक्रमण से बचाव के लिए जन-जन को अनुशासित होकर नियमों का पालन करना होगा और एक व्यक्ति को कम से कम 10 व्यक्तियों को इस दिशा में प्रेरित करना होगा। डाॅ. सैजल ने गत सांय सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत मशीवर तथा जौणाजी में मास्क वितरित किए, कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से इस विषय में विचार विमर्श किया। उन्होंने ग्राम पंचायत मशीवर तथा जौणाजी में 400 मास्क वितरित किए तथा कोराना योद्धाओं को सम्मानित किया। डाॅ. सैजल ने कहा कि दण्डात्मक कार्यवाही भी जनसहयोग के बिना पूर्ण नियम अनुपालना नहीं करवा सकती। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना और कम से कम एक मीटर की दूरी के साथ सोशल डिस्टेन्सिग बनाए रखने के लिए स्वंय लोगों को पहल करनी होगी। यदि लोग बिना मास्क पहनने वालों तथा सोशल डिस्टेन्सिग का पालन न करने वालों को विनम्रतापूर्वक इस दिशा में समझाएं तो अवश्य ही शत-प्रतिशत अनुपालना सुनिश्चित होगी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्री ने कहा कि इस सम्बन्ध में लोगों को भी समझना होगा। मास्क पहनना, सोशल डिस्टेन्सिग का पालन करना तथा बार-बार हाथ धोने जैसे मूलभूत नियमों को मानकर वे स्वंय भी सुरक्षित रहेंगे और समाज की सुरक्षा में भी अपनी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की सहायता के लिए विशेष कार्य किया जा रहा है। इन प्र्रयासों से समाज का प्रत्येक वर्ग लाभान्वित हो रहा है। डाॅ. सैजल ने आग्रह किया कि सभी स्तरों पर महिला शक्ति न केवल अपने परिजनों के लिए मास्क बनाएं अपितु कुछ संख्या में इन्हें अन्य को भी बांटे ताकि कोई भी मास्क के बिना न रहे। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने व्यापक स्तर पर मास्क तैयार करने तथा अन्य कार्यों को तत्परता के साथ पूरा करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं अन्य का आभार व्यक्त किया। उन्होंने जन समस्याएं भी सुनीं और लोगों को विश्वास दिलाया कि चरणबद्ध आधार पर इनका निराकरण किया जाएगा। विधानसभा चुनावों में सोलन से भाजपा उम्मीदवार रहे डाॅ. राजेश कश्यप ने सभी से आग्रह किया कि सही सूचना ही साझा करें और सोशल मीडिया पर अफवाहें न फैलाएं। जिला कार्यक्रम अधिकारी वंदना चैहान ने घर मास्क तैयार करने के बारे में जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य शीला, एपीएमसी सोलन के अध्यक्ष संजीव कश्यप, दुग्ध पशु सुधार सभा सोलन के अध्यक्ष रविंद्र परिहार, जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष विजय ठाकुर, जिला भाजपा महामंत्री नंदलाल कश्यप, भाजपा मण्डल सोलन के कोषाध्यक्ष लक्ष्मी ठाकुर, ग्राम पंचायत मशीवर की प्रधान किरण शर्मा, ग्राम पंचायत जौणाजी की प्रधान वनिता, भाजपा कार्यकर्ता नरेन्द्र ठाकुर, ग्राम पंचायत मशीवर के उप प्रधान कुलदीप ठाकुर, बीडीसी सदस्य संध्या सहित विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि, तहसीलदार सोलन गुरमीत नेगी, सीडीपीओ पदम देव शर्मा सहित ग्रामवासी उपस्थित थे।
कुनिहार विकास सभा के प्रधान धनीराम तनवर, गोपाल पंवर, विनोद जोशी, भागमल तनवर, ज्ञान ठाकुर, बलबीर चौधरी, दीपराम ठाकुर, बाबूराम तनवर, प्रेम राज चौधरी, कंवर राजेंद्र सिंह ने अपने संयुक्त ब्यान में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि आप द्वारा 25 जनवरी 2019 को राजत्व दिवस पर कुनिहार में रावमापा छात्र कुनिहार को अटल आदर्श विद्यालय बनाए जाने की घोषणा को पूरा कर क्षेत्र वासियों को इस तौफे से नवाजे। उन्होंने कहा कि अब इस विद्यालय के खुलने के बीच आ रही अड़चन को कैबिनेट द्वारा नियमो में संसोधन कर हटा दिया गया है तो अब इसे पूरा करने का सही समय आ गया है जिससे कुनिहार व आसपास की दर्जनों पंचायतों के लोगो को इसका लाभ प्राप्त होगा व सदा जनता आपकी आभारी रहेगी। सभा सदस्यों ने कहा है कि कुनिहार विकास सभा को कुछ समय पहले लिखित आस्वासन दिया गया था कि कुनिहार की कोठी घाटी में जो जमीन 29 बीघा 4 बिस्वा 55 सालों से शिक्षा विभाग के नाम से दर्ज है वन्ही पर इस विद्यालय का निर्माण करने पर विचार हो रहा है तो अब समय आ गया है कि जो भूमि पहले ही शिक्षा विभाग के नाम दर्ज है व कुनिहार -सुबाथू मुख्य मार्ग पर मौजूद है और इसमें कोई कानूनी अड़चन भी नही है। इस घोषणा के पूरी होने से जनता में प्रदेश सरकार की कथनी व करनी पर विशवास बना रहेगा। कुनिहार विकास सभा ने शीघ्र अति शीघ्र मुख्यमंत्री से इस घोषणा को अमलीजामा पहनाने की मांग की है।
एक जुटता व मन मे जज्बे के कारण ही समाज मे कई मिसाले कायम होती है। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला में कुनिहार से लगती जाडली पंचायत का रायकोट बोकरा गांव, कोरोना लॉक डाउन के दौरान सामुदायिक सहभागिता की ऐसी ही एक अनूठी मिसाल कायम करते हुए गांव तथा गांव के आस पास की प्रगति के लिए अनेक कार्य कर रहा है। गौरतलब है की कोरोना संकट के बाद गांव के जो युवा क्षेत्र के बाहर कार्य में लगे थे वो सभी गांव में समय रहते वापस आ गए थे तथा सभी ने मिलकर सामाजिक दूरी के साथ साथ सरकार द्वारा बताए नियमों का पालन करते हुए गांव में प्रगति कार्य जैसे गांव तथा गांव के आस पास की सफाई, जल के प्राकृतिक स्त्रोत की सफाई, कोरोना संकट में जरूरतमंदों को राशन सप्लाई, खेतों में ट्रेक्टर ले जाने के लिए सड़क इत्यादि को अंजाम दे रहे हैं। लम्बे समय से गांव की बड़ी समस्या खेतों में ट्रेक्टर ले जाने की थी तथा जहाँ देश इस वक़्त कोरोना की मार झेल रहा है वहीँ गांव में सभी ने मिलकर पैसे इकट्ठे कर स्वयं भी श्रम दान किया तथा हर खेत तक ट्रेक्टर की सुविधा को अंजाम दिया। इस कार्य में श्रमदान के साथ लगभग 50000 रूपए गांव वालो ने लगाए। गांव का कहना है की अगर जिला प्रशासन की तरफ से कोई सहायता मिलती है तो चल रहे कार्यों में मजबूती आएगी तथा बरसात में होने वाले नुक्सान से बचा जा सकेगाI भविष्य में भी बोकरा गांव सामाजिक कार्य, जरूतमंदो की सहायता, रक्त दान, श्रम दान इत्यादि के लिए दृढ़ संकल्पित है। गावं वालो ने इस कार्य में सहयोग के लिये साथ ही लगते इशुआ गावं के रोशन शर्मा का आभार व्यक्त कियाI
उपायुक्त सोलन केसी चमन ने सोलन जिला की वर्ष 2020-21 की 3630.22 करोड़ रुपए की वार्षिक ऋण योजना का विमोचन किया। यह वार्षिक योजना राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण बैंक की संभाव्यता आधारित योजना के अनुरूप जिला के अग्रणी बैंक यूको बैंक द्वारा तैयार की गई है। के.सी. चमन ने इस अवसर पर कहा कि वर्ष 2020-21 में सोलन जिला में बैंकों के लिए कुल 3630.22 करोड रुपए के ऋण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष में कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों के लिए 971.63 करोड़ रुपए, लघु एवं सूक्ष्म उद्योग क्षेत्र के लिए 1526.20 करोड़ रुपए, अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों के लिए 532.39 करोड़ रुपए तथा अप्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों के लिए 600 करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। गत वर्ष सोलन जिला के लिए 3143 करोड़ रुपये की वार्षिक ऋण योजना जारी की गई थी। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान समय में ऋण के माध्यम से रोजगार एवं स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिला में कार्यरत विभिन्न बैंकों को सभी ग्राम पंचायतों एवं गांव तक बैंकों की पहुंच सुनिश्चित बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों को बैंकों द्वारा ऋण प्रदान करने के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से ही वित्तीय योजनाओं से सभी को लाभान्वित किया जा सकता है। के.सी. चमन ने जिला के विभिन्न बैंकों से आग्रह किया कि कृषि क्षेत्र तथा अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों के लिए बैंक अधिक से अधिक ऋण उपलब्ध करवाएं। इससे जहां इन क्षेत्रों का समग्र विकास सुनिश्चित होगा वहीं बैंक अपने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में सोलन जिला ने सर्वप्रथम वार्षिक ऋण योजना जारी की है तथा सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने एवं लोगों को लाभान्वित करने में भी सोलन जिला अग्रणी रहना चाहिए। यूको बैंक के जिला प्रबन्धक बी.डी. सांख्यान ने इस अवसर पर कहा कि ऋण योजना को भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशानुसार नाबार्ड द्वारा तैयार की गई संभावना आधारित योजना (पीएलपी) को आधार मानकर तैयार किया गया है। डीडीएम नाबार्ड अशोक चैहान, जोगिन्द्रा केन्द्रीय सहकारी बैंक के महाप्रबन्धक टशी सन्डूप, यूको बैंक के मुख्य प्रबन्धक वी.के राजदान तथा भारतीय स्टेट बैंक के ऋण प्रबन्धक पवन कुमार सौंखला इस अवसर पर उपस्थित थे।
कोरोना वायरस के खतरे के दृष्टिगत प्रदेश का जल शक्ति विभाग एक ओर जहां सभी को स्वच्छ एवं सुरक्षित पेयजल उपलब्ध करवा रहा है वहीं यह भी सुनिश्चित बना रहा है कि किसानों को आवश्यकतानुसार सिंचाई योग्य जल प्राप्त हो। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए जल शक्ति विभाग के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी पूर्ण निष्ठा एवं समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं। सभी घरों तक स्वच्छ जल तथा खेतों को सिंचाई योग्य पानी उपलब्ध करवाने के साथ-साथ विभाग अपनी विभिन्न योजनाओं के मुरम्मत इत्यादि कार्य पूर्ण करने, जल भण्डारण टैंकों की सफाई सुनिश्चित बनाने, सभी पेयजल योजनाओं में विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार क्लोरिनेशन करने तथा ग्रीष्म ऋतु के इस काल में लोगों को स्वच्छ जल के विषय में लोगों को जागरूक करने के कार्य पूर्ण कर रहा है। सोलन जिला में वर्तमान में कुल 795 जलापूर्ति योजनाएं कार्यरत हैं। इनमें से 318 योजनाएं सोलन मंडल, 227 योजनाएं नालागढ़ मंडल तथा 250 योजनाएं अर्की मंडल में लोगों को स्वच्छ जल तथा सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवा रही हैं। कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत जलशक्ति वृत सोलन ने सर्वप्रथम अपने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रदेश सरकार द्वारा जारी विभिन्न नियमों से अवगत करवाया और उन्हें सोशल डिस्टेन्सिग नियम की अनुपालना के साथ-साथ क्षेत्रीय स्तर तक सेनेटाइजेशन एवं लगातार हाथ धोने के बारे में जागरूक किया। इसका उद्देश्य सभी कर्मियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित बनाना था। विभाग के सोलन, नालागढ़ तथा अर्की मंडलों ने सर्वप्रथम विभिन्न पेयजल एवं जलापूर्ति योजनाओं के मुरम्मत एवं रखरखाव कार्यों को पूर्ण किया ताकि लोगों को दीर्घ अवधि में कोई समस्या न आए। सभी योजनाओं का भौतिक निरीक्षण किया गया। विभाग द्वारा तदोपरान्त जलापूर्ति के लिए निर्मित भण्डारण टैंकों की सफाई सुनिश्चित बनाई गई। जिला में कुल 1586 जल भण्डारण टैंक हैं। पेयजल के लिए निर्मित टैंकों की मानक अनुसार क्लोरिनेशन की गई। विभाग ने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में हैण्डपम्पों की मुरम्मत भी की ताकि ऐसी बस्तियों में पेयजल की कमी न हो जहां जलापूर्ति का मुख्य साधन हैण्डपम्प है। जल शक्ति वृत सोलन ने इन कार्यों के साथ-साथ निर्माण गतिविधियां भी आरम्भ कीं। आवश्यक कार्यों के साथ-साथ निर्माणाधीन 33 योजनाओं का कार्य आरम्भ किया गया। इन निर्माण कार्यों के माध्यम से अभी तक कुल 240 श्रमिकों को लाभान्वित किया गया है। सभी निर्माण कार्यों में सरकार द्वारा जारी आदेशों एवं सोशल डिस्टेन्सिग इत्यादि का पूर्ण ध्यान रखा गया है। सोलन मंडल में 04 निर्माणाधीन योजनाओं के माध्यम से 27, अर्की मण्डल में 15 निर्माणाधीन योजनाओं के अन्तर्गत 81 तथा नालागढ़ जल शक्ति मंडल में 14 निर्माणाधीन योजनाओं के तहत 132 श्रमिकों को लाभान्वित किया गया है। जल शक्ति विभाग ने निर्माण कार्यों के अन्तर्गत इस संकट काल में भी अनुमति मिलते ही सत्त रूप से निर्माण करते हुए नालागढ़ उपमण्डल के बद्दी शहर की 34 करोड़ रुपये की मल निकासी योजना का कार्य पूर्ण कर लिया है। जबकि नालागढ़ शहर की 17 करोड़ रुपये लागत की मल निकासी योजना का 95 प्रतिशत कार्य पूरा किया गया है। विभाग अपने इन मूलभूत कार्यों के साथ-साथ लोगों को ग्रीष्म ऋतु में होने वाले जलजनित रोगों के विषय में नियमित रूप से जागरूक कर रहा है। सभी को स्वच्छ पेयजल का महत्व और बीमारियों से बचाव के विषय में बताया जा रहा है। विभाग लोगों को जल की एक-एक बूंद को संरक्षित करने के सम्बन्ध में भी जागरूक बना रहा है।
बी एल सेंट्रल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुनिहार के मुकुल संदल ने कनिष्ट वर्ग में ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया हैI जानकारी देते हुए विद्यालय अध्यक्ष ने बताया की जिला सोलन में राष्ट्रीय विज्ञानं दिवस के मौके पर प्रारम्भिक उप- शिक्षा विभाग सोलन ने जिला स्तरीय ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया था जिसमे विभिन्न विद्यालयों के छात्र- छात्राओं ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया थाI प्रारम्भिक शिक्षा विभाग सोलन के ओर से इस प्रतियोगिता के ऑनलाइन परिणाम घोषित कर दिए गए है जिसमे जिला सोलन के निजी विद्यालयों में हमारे विद्यालय से छात्र मुकुल संदल ने कनिष्ट वर्ग में पहला स्थान प्राप्त किया हैI विद्यालय अध्यक्ष ने यह भी बताया की इस उपलब्धि पर मुकुल को शिक्षा विभाग से एक हजार की राशि इनाम के रूप में ऑनलाइन दी जाएगीI विद्यालय अध्यक्ष ने इस उपलब्धि पर छात्र मुकुल संदल और उसके अभिभावकों को भी बधाई दी है I विद्यालय अध्यक्ष ने बताया की COVID -19 के चलते इस प्रतियोगिता का आयोजन ऑनलाइन घर पर ही करवाया गया था जिसमे अद्यापकों का बहुत योगदान रहा हैI उन्होंने इस उपलब्धि पर विज्ञान अध्यापिका ज्योति नेगी और कला अध्यापिका भानुप्रिया को भी बधाई दी हैी विद्यालय अध्यक्ष ने इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन करने के लिए प्रारम्भिक उप-शिक्षा निदेशक सोलन व् जिला साइंस सुपरवाइसर अमरीश शर्मा का धन्यवाद व्यक्त किया हैI विद्यालय अध्यापक अभिभावक संघ के अध्यक्ष रतन तंवर, विद्यालय के प्रधानाचार्य, उप-प्रधानाचार्य, मुख्याध्यापिका अन्य सभी अध्यापक वर्ग ने इस उप्ब्लाब्धि पर मुकुल को और उसके अभिभावकों को बधाई दी हैI
थाना कुनिहार में एक युवती के शिकायत पत्र के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर युवती के पति को गिरफ्तार किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार झारखण्ड निवासी युवती करमेला ने पुलिस थाना कुनिहार में अपने पति मुकेश के खिलाफ लिखित शिकायत दी कि हम काफी समय से कुनिहार में लेबर का काम करते है। हमारी शादी को 3 साल हो गए है व हमारे एक 18 माह की बेटी भी है। करमेला ने कहा है कि उसका पति मुकेश हर रोज शराब पीकर मारपीट करता है। पिछले कल भी मेरे पति ने मेरे साथ मारपीट की व जान से मारने की धमकी देते हुए खुद भी फांसी लगाकर खुदखुशी की बात कर रहा था। इस बारे थाना प्रभारी जीत सिंह ने बताया कि मुकेश पर मामला दर्ज कर इसका मैडिकल करवा कर इसे गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया गया है ताकि यह कोई बड़ा अपराध न कर दे। बुधवार को इसे एस डी एम अर्की के सामने पेश कर अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


















































