हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा ने इस बात को पुन: सिद्ध कर दिया है कि विकास कार्यों के दौरान जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखना अति आवश्यक है। प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील होने के कारण हमारे क्षेत्र में विकासात्मक कार्यों के क्रियान्वयन में वैज्ञानिक तौर-तरीकों को अपनाने की जरूरत है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा 'बदलते परिवेश और भूकंपीय खतरे के समय में सतत विकास' विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा सौरभ जस्सल ने यह विचार प्रकट किए। एडीसी ने कहा कि प्रदेश सरकार के सख्त निर्देश हैं कि सभी विभाग प्राकृतिक आपदाओं के न्यूनीकरण को लेकर काम करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बात पर विशेष बल दिया है कि भविष्य में सभी निर्माण कार्य पूर्ण वैज्ञानिकता के साथ किए जाएं, जिससे प्राकृतिक आपदाओं के खतरे को कम से कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसी के दृष्टिगत निर्माण कार्यों से जुड़े विभागों के अधिकारियों के लिए इस प्रकार की कार्यशालाएं आयोजित करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का मकसद है कि हम बदलते प्राकृतिक परिदृश्य के अनुरूप अपना विकास मॉडल विकसित करें। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को सतत विकास पर जोर देते हुए विकासात्मक कार्यों के दौरान विशेषज्ञों की राय पर अमल करना चाहिए। कार्यशाला में इन विशेषज्ञों ने लिया भाग डीडीएमए कांगड़ा द्वारा आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में एनआईटी हमीरपुर से डॉ. राजेश्वर सिंह, डॉ. हेमंत कुमार विनायक, आईआईटी मंडी से डॉ. आशुतोष कुमार, राजीव गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां से क्रितिजा शर्मा और अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग सुरेश वालिया ने 'जलवायु परिवर्तन और सतत विकासÓ से संबंधित विषयों पर अपनी बात रखी। इस दौरान लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, विद्युत बोर्ड, पंचायती राज विभाग और निर्माण कार्यों से जुड़े अन्य विभागों के अधिकारियों ने अपने प्रश्नों और जिज्ञासाओं को विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत कर विकासात्मक कार्यों से जुड़े विषयों पर विस्तार से चर्चा की। विकासात्मक कार्यों में हो समाज की सहभागिता दो सत्रों में आयोजित इस कार्यशाला में विशेषज्ञों ने विकासात्मक कार्य और आपदा न्यूनीकरण पर बहुमूल्य सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की प्रकृति और भौगोलिक परिस्थिति अलग प्रकार की होता है। उन्होंने कहा कि हमें विकासात्मक कार्यों के लिए एक ही प्रकार की एप्रोच से हर क्षेत्र में कार्य करने की बजाए स्थान के हिसाब से योजना बनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र की भौगोलिक और प्राकृतिक स्थिति का अनुमान स्थानीय जनसंख्या को अधिक होता है। इसलिए हमें विकासात्मक कार्यों का एजेंडा बनाने के लिए स्थानीय लोगों के विचारों को सम्मिलित कर इसमें समाज की सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए।
-बोले, पर्यटन को बढ़ावा देने से युवाओं को मिलेगा स्वरोजगार -विधायक ने नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में सुनीं लोगों की समस्याएं पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि प्रत्येक विस क्षेत्र में छोटे छोटे टूरिस्ट स्पॉट विकसित किए जाएंगे ताकि स्थानीय लोगों को स्वरोगार के अवसर मिल सकें और हिमाचल में टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सके। वीरवार को नगरोटा विस क्षेत्र में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि वर्तमान सरकार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्प है तथा इसी दिशा में टूरिज्म में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं को धरातल पर उतारा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा को टूरिज्म कैपिटल के रूप में विकसित करने के लिए राज्य सरकार मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के नेतृत्व में कारगर कदम उठा रही है तथा पर्यटन के लिए अधोसरंचना विकसित करने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है ताकि पर्यटकों की आमद में इजाफा हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में ईको-टूरिज्म पर्यटन को व्यापक स्तर पर प्रोत्साहित कर रही है और इसके लिए आवश्यक अधोसंरचना विकसित की जा रही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण वन क्षेत्रों में 11 ईको-पर्यटन स्थल चिन्हित किए गए हैं। इनमें पालमपुर वन मंडल में स्वार, सौरभ वन विहार, न्यूगल पार्क, बीड़-बिलिंग, पार्वती वन मंडल में कसोल, खीर गंगा व सुमारूपा, सिराज में सोझा, कोटगढ़ में नारकंडा और शिमला वन मंडल के तहत शोघी कैंपिंग स्थल व पोटर हिल कैंपिंग स्थल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ईको-पर्यटन स्थल एक हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित होगा। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने हिमाचल को अलौकिक सौंदर्य से नवाजा है और हिमाचल की मनभावन वादियां देश-विदेश सेे सैलानियों को आकर्षित करती हैं। उन्होंने कहा कि ईको-पर्यटन को प्रोत्साहित करने से राज्य में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और राजस्व में भी इजाफा होगा तथा प्रदेश में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में अन्य स्थानों पर भी ईको-पर्यटन स्थल चिन्हित कर उन्हें पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।
एसपी नूरपुर अशोक रत्न के दिशा-निर्देशों के अनुसार चलाए गए नशा रोधी अभियान में पुलिस को एक और सफलता प्राप्त हुई है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार की गई कारवाई के दौरान एक व्यक्ति को 7.99 ग्राम हेरोइन सहित गिरफ्तार किया है। एसपी अशोक रत्न ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि छन्नी में एक व्यक्ति अपने घर में ही नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहा है। जिस पर पुलिस ने उसके रिहायशी मकान में दबिश दी। इस दौरान उक्त मात्रा में हेरोइन बरामद की गई। आरोपी की पहचान सन्नी उर्फ रीठा पुत्र सुरजन, निवासी गांव छन्नी, तहसील इंदौरा, जिला कांगड़ा के रूप में हुई है। पुलिस ने हेरोइन को कब्जा में लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आगामी कारवाई अमल में लाई जा रही है।
हिमाचल में करीब 80,000 शिक्षकों के तबादलों के लिए प्रदेश सरकार ने पुराने नियम बदल दिए हैं। अब शिक्षकों के तबादले 30 किलोमीटर के दायरे से बाहर होंगे। एक स्थान पर तीन वर्ष का सेवाकाल पूरा करने के बाद अब शिक्षकों को 30 किलोमीटर दूर जाना अनिवार्य कर दिया गया है। तबादले करने के लिए सरकार ने दूरी को पांच किलोमीटर बढ़ा दिया है। पहले 25 किलोमीटर के भीतर तबादले होते थे। राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है। प्रदेश में इसी माह से यह व्यवस्था लागू होगी। एक स्कूल में तीन वर्ष का सेवाकाल पूरा होते ही आपसी सहमति से नजदीकी शिक्षक के साथ स्कूल बदलने के तबादला आदेश जारी करवाने वाले शिक्षकों के लिए अब राह आसान नहीं रहने वाली है। शहरों के आसपास सटे स्कूलों में ही सेवाएं देने वाले शिक्षकों को थोड़ा और बाहर के क्षेत्रों में भेजने के लिए सरकार ने तबादला नीति में बदलाव कर दिया है। विभागीय अधिकारियों की ओर से 30 की जगह 40 किलोमीटर के दायरे से बाहर शिक्षकों के तबादले करने का प्रस्ताव था, लेकिन सरकार ने इस दूरी को 30 किलोमीटर ही रखने की मंजूरी दी है। इस नई व्यवस्था से अब ऐसे स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर होगी, जहां कोई भी जाने को तैयार नहीं होता था।
-विधायक ने समलोटी में जिला स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता में नवाजे विजेता भाषा ही विकास की सारथी है विद्यार्थियों को सभी भाषाओं का ज्ञान होना जरूरी है। यह उद्गार पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने बुधवार को सीनियर सेकेंडरी स्कूल समलोटी में जिला स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता कार्यक्रम के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में हमारा देश अपनी संस्कृति और सभ्यता के लिए पहचाना जाता है। इसकी यह पहचान इसकी भाषा के कारण ही है। कई भाषाएं अपने भीतर कई परंपराओं को समेटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है तथा संस्कृत संस्कारों की भाषा है। उन्होंने कहा कि हमारे हिमाचल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह के नेतृत्व में विद्यार्थियों को क्वालिटी शिक्षा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने इस संस्कृत प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यालयों के बच्चों और अध्यापकों की प्रशंसा की। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन के दौरान इस जिला स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए इसके आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने स्कूल की छात्रा वंशिका गोस्वामी और उनके शारीरिक शिक्षा अध्यापक कैलाश शर्मा को राष्ट्रीय स्तर पर बॉक्सिंग में सिल्वर मेडल प्राप्त करने के लिए बधाई दी। उन्होंने पाठशाला के विकास के लिए 10 लाख रुपए देने की घोषणा की। संस्कृत अकादमी हिमाचल प्रदेश के अधिकारी केशवानंद ने मुख्य अतिथि को इस प्रतियोगिता के बारे में संबोधन दौरान जानकारी दी। उन्होंने मुख्य अतिथि से संस्कृत जो कि हमारी सबसे पौराणिक भाषा है इसे इसका उचित दर्जा दिलाने की अपील की। इसके उपरांत पाठशाला के प्रधानाचार्य एनडी शर्मा ने संबोधन दौरान मुख्य अतिथि को इस संस्कृत प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी। पाठशाला के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना सहित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्यातिथि ने जिला स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता में विजय प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह और सम्मान राशि और सभी को प्रतियोगिता प्रमाण पत्र वितरित किए। आज के इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सहित एसडीएम मुनीष शर्मा, प्रधानाचार्य नारायण दत्त शर्मा, हिमाचल संस्कृत अकैडमी शिमला से केशवानंद, बृहस्पति मिश्रा, विजय अवस्थी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मानसिंह, कांग्रेस वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप रियाड़, सुमित्र, संतोष कुमार, मसंद, दिवाकर, सतपाल, डीएसपी, बीएमओ रूबी भारद्वाज, संदीप अवस्थी, लीलाधर, अमर सिंह वर्मा, अविनाश, विभिन्न स्कूलों से आए हुए अध्यापक और छात्र मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु का शाहपुर में भव्य स्वागत किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का 22 अक्तूबर को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रवास प्रस्तावित है। इसके साथ ही एक विशाल जनसभा भी शाहपुर विस क्षेत्र में आयोजित की जाएगी। प्रवास की तैयारियों को लेकर शाहपुर में विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शाहपुर एवं ब्लॉक् कांग्रेस के सभी अग्रणी संगठनों के पदाधिकारियों सहित कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बैठक भी आयोजित की गई। इसमें विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु के प्रवास की तैयारियों को लेकर सभी पदाधिकारियों को तैयारियों में जुटने के लिए कहा गया है इसके साथ ही विभिन्न कमेटियां भी गठित की जाएंगी। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए कई सौगातें दी हैं तथा उनका आशीर्वाद हमेशा शाहपुर विस क्षेत्र के लिए मिला है। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि आपदा के दौरान भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने ग्रांउड जीरो पर रहकर आपदा प्रभावितों की मदद में कोई कमी नहीं छोड़ी है इसी तरह से शाहपुर विस क्षेत्र के आपदा प्रभावितों के लिए भी खुलकर मदद प्रदान की है। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि वर्तमान सरकार बिना किसी भेदभाव के समग्र विकास सुनिश्चित कर रही है तथा राज्य सरकार ने 4500 करोड़ का आपदा पैकेज राज्य के प्रभावित क्षेत्रों तथा लोगों के जारी कर पूरे देश भर में एक मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खु से शाहपुर विस क्षेत्र के लिए जो भी मांगा है उसको पूरा किया गया है।
ढलियारा खड्ड में स्थित दयाल पंचायत के खेल मैदान में वीरवार से कबड्डी टूर्नामेंट शुरू होने जा रहा है। इसका आयोजन मां बगलामुखी खेल कमेटी नैहरन पुखर/ढलियारा करवा रही है। 19 से 21 अक्टूबर तक चलने वाली इस खेल प्रतियोगिता में हिमाचल समेत हरियाणा, पंजाब और दिल्ली की भी करीब 40 टीमें भाग लेने जा रही हैं। इसमें सीनियर और अंडर-19 के वर्ग बनाए गए हैं। कमेटी के संयोजक अजय कुमार व वीरेंद्र मनकोटिया और प्रधान मनोज कुमार ने बताया कि सीनियर टीम के विजेता को 71 हजार और उप विजेता को 51 हजार रुपये पुरस्कार के रूप में दिए जाएंगे। अंडर-19 वर्ग में यह इनाम 21 और 11 हजार रुपये है। प्रतियोगिता का उद्घाटन श्रीबाला जी अस्पताल कांगड़ा के प्रबंध निदेशक डॉ. राजेश शर्मा करेंगे। उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले खिलाड़ियों के रहने और खाने का प्रबंध कमेटी की ओर से किया गया है। खेल को प्रोत्साहन देने के लिए किसी टीम से एंट्री फीस भी नहीं ली जा रही है। वहीं, संयोजक अजय कुमार व वीरेंद्र मनकोटिया ने कहा कि कबड्डी भारत में खेले जाने वाले सबसे रोमांचक खेलों में से एक है जिसमें जीतने के लिए ऊर्जा और रणनीति दोनों की आवश्यकता होती है। कबड्डी एक ऐसा खेल है जिसकी शुरुआत पहले भारत के दक्षिणी भाग में हुई थी, जहां खिलाड़ियों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया था, लेकिन अब, यह पूरे देश में व्यापक रूप से खेला जाता है।
लदोह के आदित्य राणा को राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए सोना जीतने पर वारिष्ठ भाजपा नेता घनश्याम शर्मा ने शुभकामनाएं दी हैं। गौरतलब है कि आदित्य ने मात्र 16 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय स्तर पर पॉवर लिफ्टिंग में दो स्वर्ण पदक जीतकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य घनश्याम शर्मा ने बुधवार को ग्राम पंचायत लदोह में आदित्य राणा के निवास स्थान पर पहुंचकर उन्हें टोपी और शॉल पहनाकर सम्मानित किया। शर्मा ने आदित्य को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। घनश्याम ने कहा कि जो युवा इस समय नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं, उन्हें आदित्य से प्रेरणा लेनी चाहिए और खेल जगत में अपना ध्यान लगाना चाहिए। उन्होंने बच्चों खास्कर युवाओं से नशे से दूर रहकर खेल गतिविधियों व साहसिक खेलों में भाग लेने का आग्रह किया, ताकि देश, प्रदेश व इलाके का नाम रोशन हो तथा आगामी पीढ़ी भी ऐसे प्रतिभावान युवाओं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़े। घनश्याम शर्मा ने कहा कि देश के लिए समर्पित ऐसे युवाओं के लिए स्वयं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलकर विशेष अनुदान का प्रावधान करवाएंगे। इस अवसर पर भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष जयसिंहपुर मनीषा शर्मा, लदोह पंचायत के उप्रधान राजेश कुमार (राजू) तथा अन्य गांव के स्थानीय लोग मौजूद रहे।
सहायक आयुक्त सुभाष गौतम ने बताया कि टांडा फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना द्वारा 19 और 20 अक्तूबर को प्रात: 7 बजे से सायं 5 बजे तक फायरिंग का अभ्यास किया जाएगा। उन्होंने ग्राम पंचायत कोहाला, कच्छयारी, खोली, घुरकड़ी के लोगों से अपील की है कि इस दौरान वह फायरिंग रेंज में न स्वयं जाएं तथा अपने पालतु पशुओं को भी न जाने दें ताकि किसी भी प्रकार की जान-माल की हानि से बचा जा सके।
कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि पेयजल योजनाओं के स्रोतों को सुदृढ़ कर हर घर तक नल से शुद्ध जल पहुंचाना प्रदेश सरकार का ध्येय है। यह विचार कृषि मंत्री ने मंगलवार को जवाली क्षेत्र के तहत ठंगर गांव में 54 लाख से निर्मित होने वाली उठाऊ पेयजल योजना के स्रोत सुदृढ़ीकरण कार्य का शिलान्यास करने के बाद व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस पेयजल योजना के बनने से क्षेत्र की चार पंचायतों के लगभग 3,700 लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। पूर्व सरकार के कार्यकाल में पानी के पाइप डालने पर ज्यादा जोर दिया गया, लेकिन पानी के स्रोतों को नजरअंदाज किया। इससे ग्रामीण क्षेत्रों को पानी की कमी से जूझना पड़ा। प्रदेश सरकार पाइप लाइन, पानी के टैंक और पानी के स्रोतों को सुदृढ़ कर हर घर स्वच्छ पेयजल पहुंचाना सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने बताया कि जायका परियोजना के अंतर्गत मनभरी और ठंगर क्षेत्र में खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए लगभग 161 लाख रुपये की लागत से सिंचाई चैनल बनाए जाएंगे, जिससे लगभग 35 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई की सुविधा मिलेगी। प्रदेश में लावारिस पशुओं की समस्या के स्थायी समाधान के लिए राज्य सरकार योजना तैयार कर रही है। इस मौके पर उन्होंने जनसमस्याएं भी सुनीं और अधिकांश का मौके पर ही समाधान किया, जबकि शेष के समयबद्ध निपटारे के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता जिला कांगड़ा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करियाड़ा में 10 अक्तूबर से 14 अक्तूबर तक आयोजित की गई। इसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पलियार स्थित लंघा के छात्र सुगम संगीत में प्रथम स्थान पर, शास्त्रीय संगीत में तीसरा स्थान, संस्कृत गीतिका में दूसरा स्थान व वाद्ययंत्र में प्रथम स्थान पर रहे। इसी तरह लड़कियों की प्रतियोगिता भी 13 से 14 अक्तूबर तक उक्त विद्यालय में आयोजित हुई, जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलियार स्थित लंघा की लड़कियों ने समूह गान में दूसरा स्थान, एंकाकी में भी दूसरा, भाषण प्रतियोगिता में दूसरा स्थान, वाद्ययंत्र में प्रथम स्थान और लोकनृत्य में प्रथम स्थान हासिल किया। अब राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता जिला शिमला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नेरवा में 23 नवंबर में होगी। इसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलियार स्थित लंघा के लड़के सुगम संगीत और वाद्ययंत्र में भाग लेंगे। वहीं, लड़कियां वाद्ययंत्र और लोकनृत्य में भाग लेंगी। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पलियार स्थित लंघा में सभी छात्र खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया गया। प्रधानाचार्य मीनाक्षी ने सांस्कृतिक प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों का स्वागत किया। उन्होंने सभी छात्रों को सम्मानित किया और आगे भी शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। वहीं, प्रवक्ता कुलदीप राणा व प्रवक्ता सीमा देवी को भी बच्चों की जीत का श्रेय दिया और सारे स्टाफ को बधाई दी। इस मौके पर प्रवक्ता सीमा देवी, प्रवक्ता कुलदीप राणा, प्रवक्ता सुरजीत, टीजीटी नवप्रीत सिंह, टीजटी रंजना राणा, टीजीटी शशि पाल, कला अध्यापिका सपना राणा, शास्त्री ओंकार शर्मा, भाषा अध्यापिका सपना ठाकुर, राणा देवेंद्र, जेबीटी संदीप ठाकुर अनु राणा हिमांशु कपूर, कमलेश, रंजना, लता सभी उपस्थित रहे।
-जिला के 14 स्वास्थ्य संस्थानों में होगी नशा मुक्ति क्लीनिक की सुविधा -नशे की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को भी किया जा रहा है चिह्न्ति धर्मशाला के प्रयास भवन में आधुनिक नशा मुक्ति केंद्र खोलने के लिए स्वीकृति मिली है इसमें इंडोर तथा आउटडोर दोनों ही तरह की सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि उपायुक्त ने कहा कि जिला के 14 स्वास्थ्य संस्थानों में भी नशा मुक्ति क्लीनिक आरंभ करने के लिए प्रक्रिया आरंभ की जा रही है ताकि लोगों को नशे से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले में चल रहे नशा निवारण और पुनर्वास केंद्रों को भी सुदृढ़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शुक्रवार तथा शनिवार को सांय दो बजे से चार बजे तक कांगड़ा जिला के जोनल अस्पताल धर्मशाला के साथ सिविल अस्पताल ज्वालामुखी, कांगड़ा, शाहपुर, नूरपुर, इंदौरा और पालमपुर में नशा मुक्ति क्लीनिक में विशेषज्ञ चिकित्सक नशे की चपेट में आए रोगियों का चेकअप कर रहे हैं तथा आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जिले में नशे की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिह्न्ति किया जा रहा है इस के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं तथा चिह्न्ति क्षेत्रों में नशा निवारण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा तथा पुलिस की ओर से निगरानी भी बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से दूर रखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से संवाद कार्यक्रम भी आरंभ किया गया है जिसके तहत चयनित 152 स्कूलों में विभिन्न समूहों द्वारा 236 के करीब कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए सरकार के साथ साथ आम जनमानस का सहयोग भी जरूरी है क्योंकि विद्यार्थियों को सही मार्गदर्शन मिलेगा तो वे बेहतर भविष्य की ओर से बढ़ सकते हैं तथा समाज निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान नहीं पड़े इस के लिए माह में तीसरे तथा चौथे शनिवार को संवाद के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
-पात्र विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए 20 लाख रुपये का ऋण प्रदान करने की सुविधा पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि राज्य सरकार ने पात्र हिमाचली विद्यार्थियों को एक प्रतिशत ब्याज की दर पर ऋण प्रदान करने के लिए वित्त वर्ष 2023-24 से डॉ. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना लागू की है। उन्होंने कहा कि इस योजना से यह सुनिश्चित होगा कि राज्य का कोई भी युवा वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण उच्च या व्यावसायिक शिक्षा से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जिस परिवार की वार्षिक आय 4 लाख रुपये से कम है, उस परिवार का छात्र इस योजना के तहत ऋण प्राप्त करने के लिए पात्र है। बली ने कहा कि ऐसे मामलों में जहां बैंक को शुल्क राशि की पहली किस्त जारी करने में समय लग रहा है, संबंधित संस्थान को शुल्क राशि की पहली किस्त जारी करने के लिए सभी जिलों के उपायुक्त कार्यालय के स्तर पर एक कोष बनाया जाएगा ताकि छात्र को संस्थान में प्रवेश लेने में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से उच्च शिक्षा विभाग से पात्र छात्रों द्वारा लिए गए शिक्षा ऋण के बदले ब्याज सब्सिडी का दावा करने के लिए नोडल बैंक नामित करेगी। उन्होंने कहा कि नोडल बैंक उच्च शिक्षा विभाग के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित करेगा। उन्होंने कहा कि ऋण लेने वाले विद्यार्थियों को अपनी पसंद के संस्थान में प्रवेश पाने से पहले पोर्टल पर अपना पंजीकरण करना होगा और योजना के तहत अपने आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे। इसके पश्चात विद्यार्थी को प्रवेश में चयनित होने का प्रमाणन करने से संबंधित दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे। विद्यार्थी के पात्र पाए जाने पर उच्च शिक्षा निदेशक ऋण की पहली किस्त जारी करने के लिए संबंधित बैंक को मामले की सिफारिश करेंगे। उन्हों ने कहा कि योजना के तहत पात्र विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश में स्थित किसी भी अनुसूचित बैंक से शिक्षा ऋण प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि योजना के तहत विद्यार्थी बोर्डिंग, आवास, ट्यूशन फीस, किताबें और उनकी शिक्षा से जुड़े अन्य संबद्ध खर्चों को पूरा करने के लिए अधिकतम 20 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक ऋण की सुविधा का लाभ प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों के पंजीकरण एवं प्रवेश तिथि को आयु सीमा 28 वर्ष निर्धारित की गई है।
उप मंडल अधिकारी ज्वालाजी द्वारा मेडिकल एड असेसमेंट कैंप का आयोजन 6 नवंबर को ज्वालामुखी के गीता भवन में प्रात: 11 बजे से शाम 3 बजे तक और 7 नवंबर को प्रात: 11 बजे से शाम 3 बजे तक को खुंडिया अस्पताल में किया जा रहा है। इनमें पात्र दिव्यांगजनों की जांच कर उन्हें कृत्रिम अंग लगाने के लिए चयनित किया जाएगा। उप मंडल अधिकारी ज्वालाजी डॉक्टर संजीव शर्मा ने बताया कि एलिम्को ऑक्सिलरी प्रोडक्शन सेंटर चंडीगढ़ से विशेष टीम आकलन के लिए आएगी। आकलन के लिए पात्र व्यक्तियों को चिकित्सा प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र 22500 मासिक से अधिक न हो, आधार कार्ड और एक पासपोर्ट साइज फोटो को लाना आवश्यक है। इस आकलन के बाद 3 दिसंबर को ज्वालामुखी के गीता भवन में प्रात: 11 बजे कृत्रिम अंगों का वितरण किया जाएगा।
राजकीय महाविद्यालय ज्वाला जी में सत्र 2023-24 के लिए केंद्रीय छात्र परिषद गठित की गई। इसमें चिराग ठाकुर को प्रधान, कविता को उप प्रधान, सचिव अजमू और संयुक्त सचिव शुभम एवं अन्य सदस्यों में साक्षी कौंडल, अंकित कौंडल, मुस्कान शर्मा, वरुण, वैभव शर्मा, मीनाक्षी,साहिल, साहिल धीमान, कृतिका शर्मा, रितिक चौधरी, तमन्ना राणा, अनु और प्रिया ठाकुर को नियुक्त किया गया। ये सभी नियुक्तियां छात्रों की मेरिट को आधार बनाकर की गईं। अन्य गतिविधियों में अभिषेक ठाकुर और हिमांशु शर्मा खेलों में, मनीषा राष्ट्र्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों में, विक्रांत कपूर रेड रिबन क्लब में, नितिन कुमार रोवर और नीतिका को रेंजर में चुना गया। यह गठन प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार बस्सी के मार्गदर्शन में कमेटी सदस्य प्रोफेसर पूनम शर्मा, डॉक्टर पूनम शर्मा, प्रोफेसर शिवानी देवी, डॉक्टर अनुपम बहरी, डॉक्टर मीना कुमारी और डॉक्टर सतिंद्र सिंह रंधावा द्वारा किया गया।
संगीत विभाग की प्राध्यापिका प्रोफेसर ललिता शर्मा के मार्गदर्शन में कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर के पांच विद्यार्थियों ने राजकीय महाविद्यालय थुरल द्वारा आयोजित लोक संगीत व काव्य पाठ की इंटर कॉलेज प्रतियोगिता में भाग लिया। इस प्रतियोगिता में छात्रा वर्ग लोक संगीत एकल गायन में प्रथम वर्ष की छात्रा स्नेहा ने तीसरा स्थान हासिल किया और छात्र वर्ग लोक संगीत एकल गायन में प्रथम वर्ष के छात्र गौरव ने भी तीसरा स्थान हासिल कर महाविद्यालय का नाम रोशन किया। संगतीकार के रूप में तृतीय वर्ष के छात्र अभिषेक डोगरा ने हारमोनियम व हितेश कुमार ने ढोलक पर बखूबी भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को उपलब्धि के तौर पर समृति चिन्ह व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। प्राचार्य महोदय डॉ. प्रदीप कुमार कोंडल जी ने प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए छात्रों को और संगीत विभाग की ललिता शर्मा बधाई दी।
-विधायक मलेंद्र के सामने छलका खंडा सनिहाल के लोगों का दर्द -कहा, बच्चों के रिश्ते करवाना मुश्किल, लोग पैदल नहीं आना चाहते विधायक मलेंद्र राजन रविवार को खंडा गांव के लोगों की समस्याएं सुनने उनके गांव पहुंचे, लेकिन रास्ते की सुविधा न होने के कारण विधायक व उनके साथ आए अन्य गणमान्यों को भी खंडा गांव पहुंचने के लिए 2 से 3 किलोमीटर पैदल सफर कर जाना पड़ा। स्थानीय लोगों ने कहा कि रास्ता व पुली न होने से बरसात में वे नारकीय जीवन जीने पर विवश होते हैं। वहीं, विधायक ने मौका पर ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर इसकी विवरणात्मक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। विधायक ने ऐच्छिक निधि से महिला मंडल खंडा को 20 हजार रुपये देने की घोषणा की। विधायक के रूप में पहली बार मलेंद्र राजन यहां समस्याएं सुनने पहुंचे। लोगों ने रोष पूर्वक कहा कि नेता इस गांव में केवल चुनावों के समय में ही आते रहे हैं। उन्होंने विधायक का गांव में पहुंचने पर धन्यवाद किया। वहीं खंडा में जन समस्याएं सुनने के बाद मलेंद्र राजन दीणी गांव पहुंचे। यहां लोगों ने बताया कि पानी का टैंक तो दीणी में बना है, लेकिन पेयजल उपलब्धता लगभग शून्य है, इस गाँव के लोगों को 10 दिन में एक बार पेयजल सुविधा उपलब्ध हो पाती है, जिससे उन्हें अत्यंत समस्या का सामना करना पड़ता है। जबकि गांव में 5 पेयजल टैंक बने हुए हैं। यह गांव राजनीतिक दृष्टिकोण से इंदौरा में पड़ते हैं, जबकि जल शक्ति विभाग फतेहपुर के अधिकार क्षेत्र में स्थित हैं। विधायक ने सभी समस्याओं को चरणबद्ध तरीके से हल करने का लोगों को आश्वासन दिया।
उप मंडल ज्वालामुखी के अंतर्गत पुलिस ने गश्त के दौरान बिल्लू राम पुत्र ज्ञान चंद, निवासी इंदिरा कॉलोनी, वार्ड 7, नगर परिषद ज्वालमुखी, जो कि पेशे से कबाड़ का कार्य करता है, उससे 20.75 ग्राम चरस बरामद की है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी ज्वालामुखी विकास धीमान ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस थाना खुंडिया के अंतर्गत गश्त के दौरान पुलिस ने तलाशी के दौरान एक आल्टो कार से 48 बोतल देसी शराब मार्का बीआरबी संतरा बरामद की है। आरोपी की पहचान अनिल कुमार पुत्र कश्मीर सिंह निवासी घमभा, डाकघर व तहसील खुंडिया के रूप में हुई है। मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी ज्वालामुखी विकास धीमान ने कहा कि पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
-टिप्पा में चार से सात नवंबर तक आयोजित होगा फेस्टिवल धर्मशाला के टिप्पा में चार नवंबर से लेकर सात नवंबर तक फिल्म फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने देते हुए बताया कि फिल्म फेस्टिवल के सफल आयोजन के लिए आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं इस बाबत सभी विभागीय अधिकारियों को भी दिशा निर्देश दिए गए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस फिल्म फेस्टिवल में भाग ले सकें। उन्होंने कहा कि वर्ष-2012 से धर्मशाला में फिल्म फेस्टिवल आरंभ हुआ था कोविड के कारण फिल्म फेस्टिवल वर्चुअल आयोजित किया गया था तथा गत वर्ष आयोजित फिल्म फेस्टिवल में 13000 के करीब लोगों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की है। उपायुक्त कहा कि ने फिल्म फेस्टिवल में देश ही नहीं अपितु अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फिल्में भी शामिल की जाएंगी इसमें देश तथा विदेशों से कई लोग फेस्टिवल में भाग लेते हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में फिल्म फेस्टिवल के आयोजन से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि फिल्म फेस्टिवल के आयोजन में अपने अपने विभागों से संबंधित व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए कारगर कदम उठाएं। फिल्म फेस्टिवल की प्रबंधक ऋतु सरीन ने कहा कि फिल्म फेस्टिवल से पहले महाविद्यालयों तथा विद्यालय के छात्रों के लिए स्क्रीनिंग भी आयोजित की जाएगी ताकि नवोदित कलाकारों को भी आगे बढने का अवसर प्रदान किया जा सके।
-विधायक ने कल्याड़ा में जिला स्तरीय अंडर-19प्रतियोगिता का किया शुभारंभ सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं बच्चों के हुनर को तराशने में अहम भूमिका निभाती हैं इसके साथ ही प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर भी मिलता है। यह उद्गार विधायक केवल सिंह पठानिया ने शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्याड़ा में विद्यालयों की अंडर-19 जिला स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के उपरांत प्रतिभागी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लोक गीत, लोक नृत्य हमारी पुरातन समृद्व संस्कृति के संवाहक हैं तथा युवाओं को इन लोक गीतों तथा लोक नृत्यों के संरक्षण में अपनी अहम भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षा के साथ साथ खेलों तथा सांस्कृतिक आयोजनों को बढ़ावा देने के लिए कारगर कदम उठा रही है ताकि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं इस योजना के कार्यान्वयन के लिए सरकार चरणबद्ध योजना के तहत 300 करोड़ रुपये व्यय करेगी। उन्होंने कहा कि यह सभी स्टेट ऑफ आर्ट स्कूल बनकर तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इन स्कूलों का चरणबद्ध तरीके से निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों के सम्पूर्ण विकास हेतु पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इनमें प्री-प्राईमरी से बारहवीं तक की शिक्षा सुविधा के साथ सभी प्रकार की इन्डोर एवम् आउटडोर खेल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। जहाँ पानी की समुचित उपलब्धता होगी वहाँ स्वीमिंग पूल का भी प्रावधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में हिमाचल प्रदेश पहला प्रदेश बना है जिसमें अनाथ बच्चों को सरकार ने गोद ले कर उनको पालने का जिम्मा लिया है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लेकर अनाथ बच्चों की पीड़ा को मानसिक परेशानी दूर करने का ऐतिहासिक फैसला लिया। विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कल्याड़ा के अतिरिक्त भवन के अधूरे कार्य को पूरा करके बच्चो को समर्पित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल के कैम्पस में सोलर लाइट लगाई जाएंगी इसके साथ ही पानी की समस्या को दूर करने के लिए हैंडपंप भी स्थापित किया जाएगा। इससे पहले प्रिंसिपल कुलदीप शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर प्रिंसिपल अनिल जरयाल प्रिंसिपल जीएसएस शाहपुर, शमशेर भारती प्रिंसिपल जीएसएस भतेच्छू,नरेंद्र कुमार प्रिंसीपल जीएसएस दरिणी,जीएसएस कनोल प्रिंसिपल कुलबीर सिंह गुलेरिया,जीएसएस हारचकिया सुरिन्दर कुमार,जीएसएस रैत प्रिंसिपल अजय समयाल ,प्रिंसिपल जीएसएस रेहलु रिशु संबयाल, नेरटी स्कूल हेडमास्टर संजय कुमार,हेडमास्टर ड़डंम्व जयंत ठाकुर,हेडमास्टर लदवाड़ा स्कूल अजय आचार्य,हेडमास्टर केटलु स्कूल रविंदर मोंगरा,बीईईओ अनु सैनी,बलबीर चौधरी,सूशील कुमार उप प्रधान, गुलशन कुमार कॉपरेटिव सोसाइटी अध्यक्ष, रक्षा देवी पूर्व प्रधान, सम्मू कुमार,सुभाष चंद, विनोद कुमार,नायब तहसीलदार राजेश कुमार,एसडीओ जलशक्ति विभाग रजाक मोहम्मद, बलबीत सिंह एसडीओ सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।
महिला कबड्डी टीम की दो खिलाड़ी पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर सम्मानित एशियाई खेलों में भारत को स्वर्णिम विजय दिलाने वाली महिला कबड्डी टीम ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है। यह बात जिलाधीश कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने शुक्रवार को उपायुक्त कार्यालय में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाली महिला कबड्डी टीम की दो खिलाड़ी पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर को सम्मानित करने के दौरान व्यक्त कही। उपायुक्त ने कहा कि इन बेटियों ने अनुकरणीय खेल कौशल और अदम्य भावना का प्रदर्शन करते हुए हिमाचल का ही नहीं, अपितु पूरे देश का नाम विश्व भर में ऊंचा किया है। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन से राज्य की अन्य बेटियां और युवा इस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने दोनो खिलाड़ियों से उनकी तैयारी से लेकर स्वर्ण पदक जीतने तक की यात्रा के बारे में चर्चा की। खेल सुविधाओं को किया जाएगा सुदृढ़ उपायुक्त ने धर्मशाला में खेल से जुड़ी सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए दोनो गोल्ड मेडलिस्ट खिलाड़ियों से सुझाव मांगे। उन्होंने धर्मशाला में खेल व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए दोनों खिलाड़ियों द्वारा दिए गए सुझावों पर गंभीरता से कार्य करने की बात कही। जिससे आने वाले समय में भी यहां से देश के लिए पदक लाने वाले खिलाड़ी तैयार हो सकें। जिला प्रशासन के सहयोग को किया याद इस दौरान दोनो खिलाड़ियों पुष्पा राणा और ज्योति ठाकुर ने जिला प्रशासन के सहयोग को याद करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि कोरोना के समय जब सब प्रकार का प्रशिक्षण रुक गया था तथा खिलाड़ियों को अभ्यास करने में दिक्कत आ रही थी तब जिला प्रशासन कांगड़ा ने राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र साई धर्मशाला में उनके प्रशिक्षण और अभ्यास के लिए विशेष सहयोग किया था। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की आवश्यकताओं को समझते हुए जिला प्रशासन ने उस समय बड़े खुले हृदय से व्यवस्थाओं को उपलब्ध करवाया था, जिसके कारण हमारा अभ्यास कभी रुका नहीं।
हिमाचल प्रदेश में करीब 400 करोड़ रुपये का क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड हुआ है। घोटाले में 2.5 लाख लोगों को चूना लगाया गया है। शुक्रवार को धर्मशाला में पत्रकारों से चर्चा के दौरान राज्य पुलिस प्रमुख संजय कुंडू ने बताया कि शातिरों ने इन सभी लोगों से 400 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। उन्होंने यह बात मामले की जांच कर रहे एसआईटी की जांच से मिले नतीजों के आधार पर कही है। डीजीपी कुंडू ने बताया कि पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। इस घोटाले का सरगना मंडी जिले के सरकाघाट का रहने वाला सुभाष देश छोड़कर भाग चुका है। एसआईटी मामले के दो आरोपियों हेमराज और सुखदेव से पूछताछ कर रही है। डीजीपी ने बताया कि पुलिस को मामले में मोबाइल फोन, लैपटॉप, मर्सीडीज, टाटा कार और 10 हजार डॉलर की करेंसी भी हाथ लगी है। पुलिस आरोपियों की संपत्ति भी सीज कर रही है। डीजीपी कुंडू ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे झांसों में न फंसें। यह बहुत बड़ा फ्रॉड इससे पहले हिमाचल एसआईटी ने इस मामले में गुजरात से हेमराज और सुखदेव को गिरफ्तार किया था। कुंडू ने कहा कि यह बहुत बड़ा मामला है और इसके तार देश के अन्य राज्यों से भी जुड़े हैं। एसआईटी मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ा रही है। फ्रॉड में महिला कॉन्स्टेबल का नाम इस फ्रॉड में पुलिस कनेक्शन को लेकर रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे है। मोहाली में हिमाचल के हैड कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी के बाद अब हमीरपुर की एक महिला कॉन्स्टेबल के खिलाफ मंडी साइबर थाना में शिकायत पहुंची है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि महिला कॉन्स्टेबल ने पैसे दोगुना करने पर लाखों रुपये निवेश करवा दिए, लेकिन वापस कुछ नहीं मिला।
राजकीय महाविद्यालय रक्कड़ में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा मेरी माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत महाविद्यालय परिसर में अमृत कलश यात्रा एवं पंच प्रण शपथ ली गई। महाविद्यालय के आचार्य वर्ग, अन्य स्टाफ ,एनएसएस के स्वंयसेवी व कॉलेज के छात्रों के द्वारा अपने घर से लाई गई मिट्टी व चावल को एक कलश में एकत्रित किया और महाविद्यालय से परिसर से मेरी माटी मेरा देश के नारे के साथ अमृत कलश यात्रा खरोटी गांव में निकल गई तथा गांव में जाकर लोगों से मिट्टी और चावल एकत्रित किए। इस अवसर पर प्रोफेसर विकास , डॉ. सुषमा, प्रो. मीना, प्रो. रविंद्र , कॉलेज के छात्र, एनएसएस स्वंयसेवी व एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. जसपाल सिंह राणा उपस्थित रहे।
-नगरोटा तथा कांगड़ा में पर्यटन निगम के अध्यक्ष ने सुनीं जनसमस्याएं पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले में दो-दो ग्राम पंचायतों को पायलट आधार पर हरित पंचायत के रूप में विकसित करने की रूपरेखा तैयार की है। इन पंचायतों में 500 किलोवॉट से लेकर एक मेगावॉट विद्युत उत्पादन क्षमता की सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के उपक्रम हिमऊर्जा ने इसके दृष्टिगत ग्राम पंचायतें चिन्हित कर सौर परियोजनाएं स्थापित करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। कांगड़ा तथा नगरोटा में जनसमस्याएं सुनने के उपरांत पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य को 31 मार्च, 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं के साथ-साथ आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में भी प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ऊर्जा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत इन परियोजनाओं की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।योजना के तहत 500 किलोवॉट क्षमता की सौर परियोजना के निर्माण के लिए 2.10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। कार्यशील होने के उपरान्त प्रत्येक परियोजना से प्रतिदिन लगभग 2250 यूनिट विद्युत उत्पादन और लगभग 25 लाख रुपये की आय का अनुमान है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से बहु-आयामी प्रयास कर रही है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए युवाओं की भूमिका पर विशेष बल दिया गया है। प्रदेश के युवाओं को अपनी भूमि अथवा लीज पर ली गई भूमि पर 500 किलोवॉट से दो मेगावॉट तक की सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित करने के लिए 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। इन परियोजनाओं से उत्पन्न बिजली की खरीद राज्य विद्युत बोर्ड द्वारा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक परिवहन को विद्युत परिवहन के रूप में विकसित करने के लिए भी गंभीर प्रयास कर रही है। इससे जीवार्श्म इंधन पर निर्भरता भी समाप्त होगी। इस दिशा में युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए भी सरकार ने ई-बस खरीद के लिए 50 प्रतिशत की दर से अधिकतम 50 लाख रुपये तक का उपदान देने तथा निजी ई-ट्रक की खरीद के लिए भी 50 प्रतिशत की दर से अधिकतम 50 लाख रुपये का उपदान का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित करने से स्वरोजगार के अनेक साधन उत्पन्न होंगे। संसाधनों के सृजन से युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी। इसी दिशा में प्रयास करते हुए सरकार ने विद्युत वाहनों के चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए 50 प्रतिशत की दर से उपदान प्रदान करने का प्रावधान किया है। इवी-चार्जिंग स्टेशन विकसित करने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार एक वृहद नीति भी तैयार कर रही है। प्रदेश को हरित ऊर्जा राज्य के रूप में विकसित करने से न केवल कार्बन उत्सर्जन व प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी बल्कि अनेक क्षेत्रों में नवोन्मेषी पहल से रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। हरित ऊर्जा से देश व प्रदेश के ऊर्जा संसाधनों को बचाने और जलवायु परिवर्तन को रोकने में भी मदद मिलेगी।
-मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस पर दिया सम्मान -स्कूल सेफ्टी मोबाइल ऐप का किया शुभारंभ -कहा, राज्य में बादल फटने की बढ़ती घटनाओं का अध्ययन आवश्यक -सीबीआरआई रुड़की और हिमकॉस्टे के मध्य समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस के अवसर पर आज शिमला में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान आपदा के दौरान बेहतरीन कार्य करने वाले विभागों और अधिकारियों को सम्मानित किया। साथ ही संकट की इस घड़ी में प्रदेशवासियों एवं विभिन्न संगठनों के प्रयासों की भी सराहना की। आपदा के दौरान विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के बेहतर कार्यों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावितों की मदद में सभी ने अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दिया है। राज्य सरकार द्वारा राहत एवं बचाव अभियान के लिए उन्हें सभी तरह के संसाधन उपलब्ध करवाए गए। इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों एवं स्वयंसेवी संगठनों का भी भरपूर सहयोग मिला है। इस आपदा में हिमाचली लोगों के परस्पर सहयोग तथा संकट का एकजुट होकर सामना करने का जीवट भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बादल फटने की बढ़ती घटनाओं का अध्ययन करने की भी आवश्यकता है, क्योंकि राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुरक्षित भवन निर्माण के दृष्टिगत विभिन्न उपायों पर चर्चा के साथ ही इन्हें अमल में लाने के लिए कड़े कानून बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस बार मानसून में भारी तबाही हुई है, लेकिन प्रशासन के सामूहिक प्रयासों से विभिन्न स्थानों में फंसें 75 हजार लोगों को सुरक्षित निकाला गया और 48 घंटों में सभी आवश्यक सेवाएं अस्थाई रूप से बहाल की गईं। ट्रैफिक में फंसे लोगों के लिए खाने-पीने सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान की गईं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रभावित परिवारों के लिए 4500 करोड़ रुपये का विशेष राहत पैकेज घोषित किया गया है। बेघर हुए परिवारों को किराए के आवास के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 5 हजार और शहरी क्षेत्रों में 10 हजार रुपए प्रदान करने के साथ-साथ नि:शुल्क राशन भी दिया जा रहा है। आपदा में भूमिहीन हुए परिवारों को घर बनाने के लिए शहरी क्षेत्रों में दो बिस्वा तथा ग्रामीण क्षेत्रों में तीन बिस्वा भूमि देने का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भीषण आपदा का दृढ़ता के साथ सामना करने के बाद अब राज्य सरकार हिमाचल को फिर से विकास की राह पर आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है, लेकिन सरकार केवल कर्ज के सहारे ही नहीं चल सकती। ऐसे में राज्य सरकार अपने आर्थिक संसाधन बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले चार वर्षों में हिमाचल को आत्मनिर्भर तथा दस वर्षों में देश का सबसे समृद्ध राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्कूल सेफ्टी मोबाइल ऐप का शुभारम्भ भी किया। इस ऐप के माध्यम से स्कूल आपदा प्रबंधन की योजना बना सकेंगे और उसी के अनुरूप मॉकड्रिल का आयोजन कर सकेंगे, जिसकी निगरानी उच्च स्तर पर भी आसानी से की जा सकेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री की उपस्थिति में केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) रुड़की और हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद (हिमकॉस्टे) के मध्य एक समझौता ज्ञापन भी हस्ताक्षरित किया गया। सीबीआरआई की ओर से एसके नेगी और हिमकॉस्टे की ओर से डी.सी. राणा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भूकंप से भवनों की सुरक्षा तथा ग्रामीण हिमाचल में राज मिस्त्रियों की प्रशिक्षुता से संबंधित पुस्तक एवं मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया। प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा ने समर्थ कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की और इस दौरान आयोजित गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। विशेष सचिव डीसी राणा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र शर्मा, उप-महापौर उमा कौशल, उपायुक्त आदित्य नेगी, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री एवं सांसद हमीरपुर संसदीय क्षेत्र अनुराग ठाकुर के मार्गदर्शन में प्रयास संस्था द्वारा संचालित सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा की देहरा टीम (सोनी, नेहा, विपुल) ने डॉ. सृजन के नेतृत्व में गांव व ग्राम पंचायत टोंटा में जनता की सामान्य स्वास्थ्य जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया। गौरतलब है कि पिछले कई सालों से अनुराग ठाकुर द्वारा चलाई जा रही इस योजना के अंतर्गत हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में टोंटा पंचायत के फुलवाड़ा गांव में भी स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य शिविर के दौरान 80 लोगों के स्वास्थ्य की सामान्य जांच एवं 39 मरीजों की रक्त जांच निशुल्क की गई। मरीजों को उपयुक्त उपचार सलाह एवं दवाइयों का वितरण भी निशुल्क किया गया। स्वास्थ्य जांच के दौरान 14 मरीज हड्डियों से संबंधित बीमारी, जबकि 4 मरीज उच्च रक्तचाप, 7 मरीज मधुमेह, 51 एवं लोग अन्य बीमारियों से ग्रसित पाए गए। देहरा वासियों के लिए चलाई जा रही इस लाभकारी योजना के लिए भाजपा नेता डॉ. सुकृत सागर ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का क्षेत्रवासियों की तरफ से धन्यवाद किया है।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा में 'फिट इंडिया स्वच्छता फ्रीडम रन' का आयोजन एनएसएस इकाई तथा एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार तथा डॉ. आरती कौशल द्वारा किया गया। इसका आगाज महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अंजू चौहान ने किया। यह दौड़ महाविद्यालय से प्रारंभ हो लगभग 2 किलोमीटर दूर तक गई। इसका उद्देश्य स्वयं भी और दूसरों को भी स्वस्थ और कर्मठ रहने की प्रेरणा देना है। इस अवसर पर प्रो. सुशील भारद्वाज, प्रो. वंदना राणा मविद्यालय अधीक्षक अमित कौशल और राज मनकोटिया उपस्थित रहे।
राजकीय महाविद्यालय शिवनगर में प्राचार्य महोदय उपेंद्र शर्मा के मार्गदर्शन में एवं एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. विवेकानंद शर्मा जी के नेतृत्व में मेरी माटी, मेरा देश अभियान के अंतर्गत अमृत कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज प्राचार्य द्वारा कलश में चावल एवं मिट्टी डालकर किया गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवियों ने एवं सभी छात्रों ने भाग लिया एवं घर से लाई गई मिट्टी को कलश में एकत्रित किया। इसके अतिरिक्त सभी के द्वारा पंच प्रण प्रतिज्ञा भी ली गई। इस अवसर पर डॉ. शमशेर सिंह, प्रो. संजीव शर्मा, प्रो. राजेश कुमार, प्रो. शिखा धरवाल, डॉ. नीतिका शर्मा, प्रो. योगेश पांडेय उपस्थित रहे।
बाल विकास परियोजना देहरा के अधीन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के दो तथा सहायिका के 10 पद भरे जाएंगे। ग्राम पंचायत मझीण के मझीण तथा मझीण के दबकेहड़ में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद भरे जाएंगे। वहीं ग्राम पंचायत मझीण के दबकेहड़, टिप्परी के डुहक, कमलोटा के कमलोटा, हडोली के बाह, बदोली के डोल, खुंडिया के अंबाडा, सिहोरपाई के बन चल्लियां, जाखोटा के वोहल जागीर, अलुहा के भौंरन एवं थिल के थिल केंद्रों में सहायिका के पद भरे जाएंगे। इन पदों के आवेदन पत्र प्राप्त करने की अंतिम तिथि 31 अक्तूूबर निर्धारित की गई है। बाल विकास परियोजना अधिकारी देहरा बलजीत ठाकुर ने बताया कि रिक्त पदों को भरने के लिए पात्र उम्मीदवार सादे कागज पर अपने संपूर्ण दस्तावेजों सहित आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि केवल महिला उम्मीदवार ही आवेदन करने के लिए पात्र होंगी और उनकी आयु 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि योग्यता जांच 8 नवंबर को प्रात: 11 बजे उपमंडल अधिकारी ज्वालाजी के कार्यालय में होगी। उन्होंने बताया कि उम्मीदवार उसी आंगनवाड़ी केंद्र के सर्वे क्षेत्र की स्थाई निवासी हो। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बाहरवीं पास होना अति आवश्यक है। उम्मीदवार की समस्त साधनों से वार्षिक आय 50 हजार रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। उम्मीदवार अधिक जानकारी के लिए संबंधित पर्यवेक्षक या बाल विकास परियोजना अधिकारी देहरा के कार्यालय से किसी भी कार्य दिवस के दिन प्रात: 10 बजे से शाम 5 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।
बेरोजगार युवाओं की सुविधा हेतु अब श्रम एवं रोजगार विभाग निजी रिक्तियों की अधिसूचना विभागीय वेबसाइट पर ऑनलाइन प्रकाशित करेगा। इच्छुक युवा रिक्तियों के पूर्ण विवरण विभाग की वेबसाइट ईईएमआईएस डॉट एचपी डॉट जीओवी डॉट आईएन पर जा कर अपकमिंग वैकेंसीज एंड जॉब फेयर सेक्शन में देख सकते हैं। क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी धर्मशाला अक्षय कुमार ने बताया कि इन रिक्तियों के लिए आवेदन हेतु बेरोजगार युवा विभागीय वेबसाइट में कैंडिडेट कॉर्नर में जाकर स्वयं को पंजीकृत करने के बाद लॉगिन करके अपने डैशबोर्ड में जाकर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा 17 अक्तूबर से विभिन्न प्रकार की फार्मा व अन्य औद्योगिक इकाइयों के साक्षात्कार रखे गए है। उन्होंने बताया कि इन साक्षात्कारों में भाग लेने के लिए युवाओं को विभागीय वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। उन्होंने सूचित किया कि ऑनलाइन माध्यम से पंजीकृत आवेदकों का ही साक्षात्कार लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस साक्षात्कार के सम्बन्ध में यात्रा भत्ता व अन्य देय नहीं होगा। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी निजी रिक्तियों की जानकारी प्राप्त करने व आवेदन करने के लिए युवाओं को विभागीय वेबसाइट ईईएमआईएस डॉट एचपी डॉट जीओवी डॉट आईएन पर जाना होगा।
लोअर लंवागांव के पंचायत सामुदायिक केंद्र के प्रांगण में आज सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से आए नाट्य दल चंगर कला मंच टिहरी के कलाकारों द्वारा जयसिंहपुर में आपदा से बचाव बारे लोगों को जागरूक किया। चंगर कला मंच नाट्य दल के कलाकारों जीवन कुमार, अंशुल, अजय, मुकेश, प्रवीण, अंजू, कश्मीर सिंह, मीना, रीना, रेखा द्वारा गीत-संगीत व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से आपदा के समय बचाव के उपायों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में लोअर लंवागांव के पंचायत प्रधान सुमन मैहरा उपप्रधान हरी दास व जयसिंहपुर पंचायत के प्रधान कृष्ण कांत व उप प्रधान विनोद कुमार स्थानीय लोग मौजूद रहे।
विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में दिल्ली से आई महिला श्रद्धालु का पर्स गुम हो गया था। मंदिर के सिक्योरिटी इंचार्ज रवि दत्त भारद्वाज को जैसे ही पर्स मिला, उन्होंने महिला श्रद्धालु को पहचान बताने के बाद वापस लौटा दिया। महिला श्रद्धालु हिना ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका आज जन्मदिन है। वे दिल्ली से मां ज्वाला के दर्शनों को आए थे। मंदिर परिसर में उनका पर्स गुम हो गया, जिसमें करीब 6500 रुपये थे। मंदिर के सिक्योरिटी अफसर रवि भारद्वाज ने ईमानदारी दिखाते हुए उन्हें पैसों से भरा पर्स वापस लौटा दिया, जिसके लिए वे उनका और मंदिर प्रशासन का धन्यवाद करते हैं।
मोटिवेशन फिटनेस क्लब लंबागांव द्वारा शुरू की छोटे-छोटे बच्चों की रामलीला का समापन हो गया, जिसमें मुख्य अतिथि जयसिंहपुर के जिला परिषद संजीव ठाकुर,ग्राम पंचायत लंबागांव के प्रधान सुमन मेहरा, बीडीसी अनीता सूद, विनोद मेहरा व अन्य गांव के लोग उपस्थिति रहे। गांव के छोटे-छोटे बच्चों ने अपना पूरा योगदान देकर भगवान श्री राम की लीलाओं को लोगों के सामने प्रस्तुत किया। मोटिवेशन फिटनेस क्लब द्वारा प्रस्तुत इस बाल रामलीला की सराहना करते हुए मुख्यातिथि संजीव ठाकुर ने अपनी तरफ से बच्चों को 1100 रुपये प्रदान किए व बच्चों को मेडल देकर सम्मानित किया। बाल रामलीला 11 दिन चली और लगभग गांव के 35 बच्चों ने भाग लिया क्लब को इस कार्य के लिए पहले ही दिन गांव के लोगों ने भी पूरा सहयोग दिया और बच्चों का हौसला बढ़ाया। मोटिवेशन फिटनेस क्लब का मोटिव बच्चों को धर्म व अच्छे संस्कार देना है।
बाबा कांशीराम राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा की एनएसएस इकाई द्वारा एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी प्रो. खेमचंद की अगुवाई में मेरी माटी, मेरा देश तथा फिट इंडिया, हिट इंडिया अभियान के अंतर्गत विशेष कलश यात्रा निकाली गई। इस यात्रा का उद्देश्य समाज में अपने परिवेश को स्वच्छ रखना, स्वास्थ्य के महत्व को समझते हुए अपने ग्राम, कस्बे, नगर की साफ-सफाई में विशेष योगदान देने हेतु लोगों को जागरूक करना रहा। यह कलश यात्रा राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा से स्थनीय बाजार, नागरिक अस्पताल, पुलिस स्टेशन तथा राधा कृष्ण मंदिर होते हुए निकाली गई। इस यात्रा का नेतृत्व महाविद्यालय की छात्राओं आकांक्षा और कलश ने किया।
-फायर ब्रिगेड ने करवाई मॉक ड्रिल -आपदा में फंसे लोगों को किया रेस्क्यू राजकीय महाविद्यालय देहरा में आज आपदा प्रबंधन हेतु मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल में फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों द्वारा आपदा के दौरान लोगों को रेस्क्यू किया गया। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि जब कभी गैस सिलेंडर में आग लग जाए तो उसको कैसे काबू कर सकते हैं, ताकि भारी नुकसान से बचा जा सके। इस मॉक ड्रिल में राजस्व विभाग, अग्निशमन विभाग, स्वास्थ्य विभाग पुलिस विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों ने भाग लिया।
-पुरुष वर्ग में श्रवण कुमार और महिलाओं में अंजलि प्रसाद अव्वल नशा मुक्त समाज को बढ़ावा देने के लिए एक सक्रिय पहल में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएचपी) ने आज सप्त-सिंधु परिसर देहरा में हाफ मैराथन का आयोजन किया। भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्री कौशल किशोर द्वारा उद्घाटन किए गए इस कार्यक्रम में संकाय सदस्यों के साथ-साथ लगभग 200 छात्र प्रतिभागियों ने भाग लिया। मंत्री ने अपने संदेश में नशा मुक्त युवा और समाज बनाने के महत्व पर जोर दिया गया। इस मौके पर सीयूएचपी के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल भी उपस्थित थे। प्रोफेसर बंसल ने कहा कि हम न केवल अकादमिक उत्कृष्टता के लिए, बल्कि अपने छात्रों के समग्र विकास के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। आज की मैराथन उस प्रतिबद्धता का प्रमाण है। डीएसडब्ल्यू प्रो. संजीत सिंह ने आयोजन के उद्देश्यों का वर्णन किया और इसके महत्व को साझा किया। मैराथन के साथ-साथ, मेरी माटी मेरा देश थीम पर आधारित कलश यात्रा का उद्घाटन एनएसएस समन्वयक डॉ. मलकीयत सिंह ने किया। एक करीबी मुकाबले में मैराथन में बीएफए 7वें सेमेस्टर के श्रवण कुमार ने पुरुष प्रतिभागियों में पहला स्थान हासिल किया, उनके बाद अमित कुमार रहे। महिला वर्ग में अंजलि प्रसाद (एमएसडब्ल्यू तीसरे सेमेस्टर) और अंजलि चौहान (तीसरे सेमेस्टर एमए हिस्ट्रोय) ने क्रमश: पहला और दूसरा स्थान हासिल करके अपनी एथलेटिक कौशल का प्रदर्शन किया। संकाय सदस्यों में डॉ. वेद पालीवाल ने अपने सहकर्मियों को पछाड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। आज के कार्यक्रम ने न केवल शैक्षणिक गतिविधियों, बल्कि अपने छात्रों में स्वास्थ्य, फिटनेस और सामाजिक जिम्मेदारियों के मूल्यों को स्थापित करने के प्रति सीयूएचपी के समर्पण को प्रदर्शित किया।
धर्मगुरु दलाईलामा पूरी तरह स्वस्थ हैं। दिल्ली में 4 दिन बिताने के बाद दलाईलामा वीरवार सुबह धर्मशाला लौट आए। खांसी की शिकायत के बाद दलाईलामा का एम्स दिल्ली में चेकअप करवाया गया। सभी मेडिकल टेस्ट की रिपोर्ट सही पाई गई है। डॉक्टरों ने चेकअप के बाद दलाईलामा को फिट बताया है। दलाईलामा के निजी सचिव सेटन सामदुप ने बताया कि धर्मगुरु दलाईलामा पूरी तरह स्वस्थ पाए गए हैं। आज सुबह धर्मगुरु धर्मशाला लौट आए हैं।
-जल रक्षकों, मल्टी टास्क वर्कर्स, पैरा फिटर तथा पैरा पंप ऑपरेटर के मानदेय में बढ़ोतरी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में वन विभाग की 'वन मित्र' योजना को मंजूरी देने का निर्णय लिया गया, जिसके तहत 2061 वन बीटों में एक-एक वन मित्र को लगाया जाएगा। जमीनी स्तर के संस्थानों को शामिल करके वन क्षेत्रों की सुरक्षा, संरक्षण और विकास में स्थानीय समुदायों की भागीदारी और वन विभाग में अनुबंध के आधार पर वन रक्षकों के 100 रिक्त पदों को भरने की मंजूरी दी गई। मंत्रिमंडल ने जल शक्ति विभाग के जल रक्षकों, बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ताओं, पैरा फिटर तथा पैरा पंप ऑपरेटरों के मानदेय में 200 रुपये की वृद्धि करने का निर्णय लिया। बैठक में जल शक्ति विभाग के जल रक्षकों, बहु उद्देशीय कार्यकर्ताओं, पैरा फिटर और पैरा पम्प ऑपरेटर के मानदेय को 500 रुपये मासिक बढ़ाकर क्रमशः 5000 रुपये, 4400 रुपये, 6000 रुपये और 6000 रुपये करने का निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने ऊना जिला में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत 76.50 करोड़ रुपये की लागत से पीपीपी मोड में बाबा माई दास भवन पार्किंग चिन्तपूर्णी से मंदिर तक यात्री रोपवे प्रणाली स्थापित करने को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी प्रदान की। परिवहन विभाग में 15 ई-टैक्सियां किराए पर लेने को मंजूरी मंत्रिमंडल ने परिवहन विभाग में 15 ई-टैक्सियां किराए पर लेने को मंजूरी पदान की। बैठक में राज्य के सभी जिलों में आपात स्थिति के दौरान वैकल्पिक संचार के लिए एमेच्योर और सामुदायिक रेडियो को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया। इससे सूचना स्रोतों, आपातकालीन प्रबन्धकों और आपदा या आपातकालीन स्थितियों से प्रभावित लोगों के बीच प्रभावी सूचना आदान-प्रदान सुनिश्चित होगा। बैठक में सीसे (लैड) पर अतिरिक्त माल कर 25 पैसे प्रति किलोग्राम की दर से कम करने का निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने प्रदेश में लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा के लिए राज्य में निजी संचालकों के लिए 234 रूट और टैम्पो ट्रेवलर्ज के 100 अतिरिक्त रूट प्रदान करने का निर्णय लिया। बैठक में परिवहन विभाग के यातायात निरीक्षकों, मोटर वाहन निरीक्षकों, वरिष्ठ मोटर वाहन निरीक्षकों तथा पुलिस विभाग के सहायक उप-निरीक्षकों व हैड कांस्टेबल को मोटर वाहन अधिनियम-1988 की विभिन्न धाराओं के तहत अपराधों को कम करने के लिए नामित प्राधिकारी घोषित करने की भी मंजूरी दी। मंत्रिमंडल ने आपदा के कारण बेघर हुए लोगों और जिन लोगों के पास नया घर बनाने के लिए उपयुक्त भूमि उपलब्ध नहीं है उन्हें शहरी क्षेत्र में दो बिस्वा भूमि और ग्रामीण क्षेत्रों में तीन बिस्वा भूमि प्रदान करने का निर्णय लिया। मंत्रिमंडल ने प्रदेश में आपदा प्रभावित परिवारों के लिए 30 सितम्बर, 2023 को घोषित विशेष राहत पैकेज को मंजूरी प्रदान की। इस विशेष पैकेज के तहत घर के पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने पर दिए जाने वाले 1.30 लाख रुपये के मुआवजे को साढ़े पांच गुणा बढ़ाकर सात लाख रुपये किया गया है। इसके अलावा कच्चे मकान के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर दिए जाने वाले मुआवजे को 25 गुणा बढ़ाकर 4000 रुपये से एक लाख रुपये तथा पक्के घर के आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त होने पर दिए जाने वाले मुआवजे को साढ़े 15 गुणा बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया है। दुकान तथा ढाबा के क्षतिग्रस्त होने पर दिए जाने वाले मुआवजे को 25000 रुपये से चार गुणा बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया है। प्रदेश सरकार गऊशाला को हुए नुकसान की भरपाई के लिए दी जाने वाली राशि को 3000 रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। प्रदेश सरकार किराएदारोें के सामान के नुकसान के लिए दी जाने वाली 2500 रुपये की राशि को 20 गुणा बढ़ाकर 50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान करेगी। दुधारू तथा भार उठाने वाले पशुओं की क्षति पर 55 हजार जबकि बकरी, सुअर, भेड़ तथा मेमने की मुआवजा राशि 6000 रुपये प्रति पशु की दर से प्रदान की जाएगी। कृषि तथा बागवानी भूमि के नुकसान की भरपाई के लिए दी जाने वाली राशि मुआवजा राशि को 3615 रुपये प्रति बीघा से बढ़ाकर 10,000 रुपये प्रति बीघा कर दिया है। फसलों कोे हुए नुकसान की भरपाई के लिए दी जाने वाली राशि को 500 रुपये प्रति बीघा को आठ गुणा बढ़ाकर 4000 रुपये किया गया है। कृषि तथा बागवानी भूमि से सिल्ट हटाने के लिए दी जाने वाली आर्थिक सहायता को 1384.61 प्रति बीघा से बढ़ाकर 5000 रुपये किया गया है। यह विशेष पैकेज 24 जून, 2023 से 30 सितम्बर, 2023 तक प्रदान किया जाएगा। मंत्रिमंडल ने शिमला विकास योजना को संशोधित करने का निर्णय लिया। सड़क से ऊपर स्थित ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में नवबहार से रामचन्द्रा चौक से मछीवाली कोठी से क्राइस्ट चर्च से लक्कड़ बाजार से आईजीएमसी से संजौली चौक से नवबहार तक जहां पेड़ नहीं हैं वहीं निर्माण की अनुमति दी जाएगी। शिमला विकास योजना के तहत ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में सिर्फ उन्हीं प्लाटों पर आवासीय निर्माण को अनुमति प्रदान की जाएगी जहां पेड़ नहीं हैं। मंत्रिमंडल ने नाला और खड्ड से क्रमशः पांच और सात मीटर की दूरी पर निर्माण को अनुमति देने के लिए हिमाचल प्रदेश नगर एवं ग्राम योजना नियमों को संशोधित करने का निर्णय लिया।
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग और अर्थशास्त्र विभाग तथा राज्य टास्क फोर्स, हिमाचल प्रदेश और राज्य टास्क सेल, हिमाचल प्रदेश के सहयोग से देहरा महाविद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला 'टीबी और टीबी मुक्त पंचायत के लिए सामुदायिक भागीदारी और सामाजिक एकजुटताÓ विषय पर आयोजित की गई। इसमें महाविद्यालय के हिंदी विभाग से डॉ. मंजू कुमारी व विद्यार्थियों में कला संकाय से दिव्यांशु चौधरी, मुस्कान और पूनम तथा वाणिज्य विभाग से हर्षिता और अमीषा की सहभागिता रही। क्षय रोग मुक्त और क्षय रोग मुक्त पंचायत के लिए जागरूकता जन अभियान का आह्वान भी किया गया। इसमें विद्यार्थियों ने क्षय रोग से संबंधित बारीकियों को जाना। महाविद्यालय के विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता के लिए महाविद्यालय के प्राचार्य आरएस गिल ने विद्यार्थियों को बधाई दी और उनका हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. करण सिंह पठानिया, अर्थशास्त्र विभाग से डॉ. दिनेश सिंह शर्मा, वाणिज्य विभाग से प्रो.शिवानी गुप्ता व गैर शिक्षक वर्ग से अशोक, मुनीश, सावित्री जी व अन्य सदस्य मौजूद रहे।
बाबा कांशीराम राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा की एनएएसएस इकाई द्वारा आज मेरी माटी, मेरा देश व स्वच्छ इंडिया स्वस्थ इंडिया अभियान के तहत विशेष दौड़ का आयोजन करवाया। यह आयोजन एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. खेम चंद के दिशा-निर्देश में करवाया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य समाज को स्वस्थ जीवन व साफ सफाई के महत्व के प्रति जागरूक करना था। इस दौड़ में 100 के करीब स्वयंसेवकों ने पूरे उत्साह से भाग लिया। इस दौड़ का नेतृत्व काजल और तानिया ने किया। यह जागरूकता दौड़ महाविद्यालय से डाडा सीबा और कलहेर गांवों तक लगभग 4 किलोमीटर तक निकाली गई।
बाल विकास परियोजना लंबागांव के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी सहायिका के पद के लिए जो आवेदन मांगे गए थे, उनकी योग्यता जांच 12 अक्तूबर को उपमंडल अधिकारी कार्यालय जयसिंहपुर में रखी थी, वह प्रशासनिक कारणों के स्थगित हो गई है। बाल विकास आधिकारी लंबागांव के रोहित थापा ने बताया कि आगामी तिथि के बारे में समाचार पत्रों व कार्यालय के विभिन्न साधनों के द्वारा बता दिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने जानकारी दी कि धर्मशाला का सुरम्य एचपीसीए स्टेडियम 2023/24 क्रिकेट सीज़न के दौरान 7 से 12 मार्च, 2024 तक इंग्लैंड के भारत दौरे के बहुप्रतीक्षित 5वें टेस्ट मैच की मेजबानी करेगा। शांत हिमालय की तलहटी में बसा एचपीसीए स्टेडियम, क्रिकेट की दो शक्तियों-भारत और इंग्लैंड के बीच एक गहन रोमांचक लड़ाई के लिए मंच तैयार करेगा। 7 से 12 मार्च तक होने वाले इस मैच में असाधारण क्रिकेट प्रतिभा और खेल कौशल का प्रदर्शन होने की उम्मीद है, जो दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों को आकर्षित करेगा। आईपीएल के अध्यक्ष अरुण धूमल ने इस महत्वपूर्ण टेस्ट मैच के लिए धर्मशाला को स्थल के रूप में चुने जाने पर उत्साह खुशी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत और इंग्लैंड के बीच धर्मशाला को 5वें टेस्ट मैच की मेजबानी मिलने से हम रोमांचित हैं। एचपीसीए स्टेडियम इस रोमांचक क्रिकेट टेस्ट मैच के लिए एक शानदार पृष्ठभूमि प्रदान करता है, जो खेल और क्षेत्र दोनों की सुंदरता को दुनिया के सामने प्रदर्शित करता है। एचपीसीए मेजबानी का यह प्रतिष्ठित अवसर पाकर बहुत खुश है और पूरा क्रिकेट समुदाय उत्सुकता से दो क्रिकेट दिग्गजों के बीच रोमांचक मुकाबले का इंतजार कर रहा है, जो भारत और इंग्लैंड के बीच लंबे समय से चले आ रहे क्रिकेट संबंधों को और मजबूत करेगा।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं भारतीय राज्य पेंशनर संघ के वारिष्ठ उपाध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने विकास खंड पंचरुखी में जिला परिषद कैडर कर्मचारी एवं अधिकारी महासंघ की चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे। इनका कहना है कि उन्होंने विभाग द्वारा जारी किए गए आदेशों, जिसमें सचिवों का कार्य जीआरएस सिलाई अध्यापिकाओं व चौकीदारों को देने का फैसला लिया है, उसका वे कड़ा विरोध करते हैं। वहीं भारतीय राज्य पेंशनर संघ के वारिष्ठ उपाध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने उनके साथ धरने में शामिल होकर उनकी मांगों को लेकर उनका समर्थन किया और कहा कि सरकार जल्दी से जल्दी उनकी मांगों को पूरा करे।
बाल विकास परियोजना अधिकारी प्रागपुर के सौजन्य से परियोजना के अंतर्गत आज बुधवार को जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस ग्राम पंचायत बणी में आयोजित किया गया। इस उपलक्ष पर कन्या भू्रण हत्या, लिंग भेदभाव, प्रसव पूर्व लिंग जांच, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ व घटते हुए लिंगानुपात के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक शर्मा ने समाज में बेटियो के प्रति हो रहे भेदभाव पर अपने विचार प्रकट किए, जिनमें बेटियों को सशक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम जैसे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बेटी है अनमोल, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री शगुन योजना के बारे में बताया गया। इस अवसर पर जिला बाल सरक्षण अधिकारी राजेश शर्मा, बाल विकास परियोजना अधिकारी अनिल कुमार, प्रधान ग्राम पंचायत बणी बिंदु ठाकुर, वृत्त पर्यवेशक संदीप कुमार और अजय राणा व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
-विश्वभर में पहुंची धर्मशाला और हिमाचल की ख्याति -स्टेडियम में इंग्लैंड ने बनाया अब तक का सबसे बड़ा स्कोर धर्मशाला के अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में 2 सफल वर्ल्ड कप मैचों का आयोजन कर एचपीसीए ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। यह वर्ल्ड कप मैच ऐसे समय में हो रहे हैं जब मॉनसून के दौरान आई बाढ़, भूस्खलन और प्राकृतिक आपदा से प्रदेश का पर्यटन कारोबार और तमाम व्यवस्थाएं बदहाल हुईं। पर्यटक हिमाचल प्रदेश में आने से डर रहे थे। पर्यटन व्यवसाय लगभग ठप सा पड़ गया था। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने ऐसे समय में इस प्रदेश को नई संजीवनी दी है। यह संजीवनी वर्ल्ड कप मैचों के सफल आयोजन को लेकर ही नहीं बल्कि इस छोटे से पहाड़ी राज्य को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर ख्याति दिलवाना भी है। वर्ल्ड कप के 2 मैचों बंगला देश और अफगानिस्तान तथा इंग्लैंड और बंगलादेश के बीच हुए शानदार रोमांचकारी मैच ने जहां दर्शकों को रोमांचित किया है वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर धर्मशाला की खूबसूरती और हिमाचल प्रदेश के सौंदर्य को बार-बार दर्शाया गया है। विश्व के कई देशों में इसका सीधा प्रसारण हुआ है। चाहे धौलाधार की पहाड़ियां हों या विश्व के खूबसूरत स्टेडियम में से एक धर्मशाला का स्टेडियम शामिल हो। जहां इसका सौंदर्य का बखान किया गया है वहीं सफल मैचों के जरिए एचपीसीए की ख्याति विश्व भर में बढ़ी है। 2 सफल मैचों का आयोजन के दौरान खूब दर्शक भी पहुंचे। होटलों की बुकिंग भी हुई। यहां तक कि धर्मशाला जाने वाले सभी मार्गों पर छोटे से लेकर बड़े दुकानदारों को भी लाभ हुआ। रानीताल जैसे स्टेशन पर ढाबों में खूब ग्राहकों की भीड़ भी उमड़ी। यह आयोजन न केवल एचपीसीए के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि राज्य की आर्थिकी और इस राज्य की ख्याति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वर्ल्ड कप के दूसरे मैच के दौरान इंग्लैंड ने धर्मशाला की इस पिच पर विश्व कप में टीम का तीसरा श्रेष्ठ स्कोर बनाया है। धर्मशाला स्टेडियम में यह अब तक का सबसे बड़ा स्कोर भी है। इंग्लैंड ने शानदार पारी खेलते हुए यहां कीर्तिमान स्थापित किया है। दोनों मैच सफलतापूर्ण संपन्न हुए हैं। आने वाले 3 वर्ल्ड कप मैचों के लिए धर्मशाला अब दर्शकों की गहमागहमी से भरा होगा। इंडिया और न्यूजीलैंड के मैच को लेकर काफी उत्सुकता है। यह मैच यहां की कीर्ति को और चार चांद लगाएंगे। एचपीसीए ने मैचों के दौरान सभी अंतर्राष्ट्रीय मापदंडों/पैरामीटर का पालन किया है। पहली बार वर्ल्ड कप मैचों में नि:शुल्क पानी पीने के काउंटर लगाए गए हैं। इन काउंटर पर पानी पूरी तरह से नि:शुल्क है। एचपीसीए के सचिव अवनीश परमार का कहना है कि वर्ल्ड कप के 5 मैचों की मेजबानी सौभाग्य का विषय है। यह किसी संस्था के लिए नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। इससे न केवल पर्यटन कारोबार को पंख लगे हैं बल्कि हर किसी को लाभ हुआ है। 3 वर्ल्ड कप के मैचों के आयोजन को लेकर खूब उत्साह है। यहां के स्टेडियम की प्रशंसा पूरे विश्व में हो रही है। जिस तरीके से 2 मैचों के दौरान यहां शानदार खिलाडिय़ों का प्रदर्शन रहा है वहीं इसी पिच पर इंग्लैंड का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी बना है। यह अनुराग ठाकुर और आई.पी.एल. चेयरमैन अरुण धूमल की प्रदेश को सबसे बड़ी देन है।
मिनी सचिवालय धर्मशाला के कैबिनेट हॉल में आज सांसद किशन कपूर की अध्यक्षता में कांगड़ा हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक का आयोजन किया गया। शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया भी इस दौरान उपस्थित रहे। बैठक में कांगड़ा हवाई अड्डा के संचालन से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान यात्रियों की सुविधा और एयरपोर्ट में व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने पर बल दिया गया। किशन कपूर ने अधिकारियों को हवाई अड्डा परिसर के साथ लगते क्षेत्र में स्थानीय लोगों को निर्माण गतिविधियों के लिए एयरपोर्ट प्राधिकरण से वांछित अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) प्रदान करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांगड़ा एयरपोर्ट पर फ्लाइट की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किया जाएगा। अधिक फ्लाइट से ज्यादा टूरिस्ट यहां आएंगे, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार बढ़ेगा। उन्होंने कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार की प्रस्तावित परियोजना की प्रगति की जानकारी और विस्तारीकरण को लेकर विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की। इस दौरान एयरपोर्ट के विस्तार तथा ढांचागत विकास सहित इससे जुड़े अन्य सभी बिंदुओं पर गंभीर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट विस्तार के लिए सेक्शन 11 की नोटिफिकेशन के बाद भूमि अधिग्रहण तथा पुनर्वास को लेकर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के विस्तार से जहां पर्यटन को बल मिलेगा, वहीं रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे। सांसद ने पर्यटकों की सुविधा के लिए नवनिर्मित टूरिस्ट सूचना केंद्र का संचालन अविलंब आरंभ करने और 'मनी एक्सचेंजÓ काउंटर सेवा को सुचारू करने के लिए बैंकों से तालमेल बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डा परिसर में पर्यटकों को हिमाचली संस्कृति की झलक दिखाने के लिए विशेष व्यवस्था की जाए। बैठक में विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि कांगड़ा हवाई अ्डडे के सुधारीकरण को लेकर प्रदेश सरकार अपेक्षित सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सुक्ूखू सरकार प्रदेश में हवाई सेवाओं के विकास और विस्तार को लेकर योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी जिला मुख्यालयों पर हैलीपोर्ट बनाने की दिशा में सार्थक पहल की है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट विस्तार की जद में आने वाले लोगों के बेहतर पुनर्वास के लिए सरकार गंभीर है। बैठक में एडीएम रोहित राठौर, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण कांगड़ा के निदेशक धीरेंद्र सिंह, बीडीओ रैत कंवर सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं हितधारक उपस्थित रहे।
रावमा स्कूल रैत में संपन्न हुई जिला स्तरीय अंडर-19 हैंडबाल प्रतियोगिता में रावमा स्कूल ज्वालामुखी की छात्राओं की टीम उपविजेता रही। स्कूल की चार छात्राएं प्रिया, साक्षी, जिया और सानिया राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिये चयनित की गई। इसके साथ ही रावमा स्कूल लदौड़ी में संपन्न हुई अंडर 19 जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में भी कुमारी संजना को गोल्ड मेडल और सुहानी गौतम को सिल्वर मेडल मिला साथ है। संजना को राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता के लिए चुना गया। प्रधानाचार्य प्रवीण कुमारी शर्मा ने विजेता छात्राओं के साथ डीपीई मीना और पीटीई विजय को भी बधाई दी, जिनकी देखरेख में यह संभव हुआ है।
शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय अंडर-19 लड़कों और लड़कियों के शतरंज टूर्नामेंट में बाल स्कूल ज्वालामुखी के खिलाड़ियों का दबदबा रहा। लड़कियों के वर्ग में अंडर-19 शतरंज टूर्नामेंट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लधोडी में 5 से 8 अक्टूबर तक आयोजित किया गया था। इस टूर्नामेंट में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल ज्वालामुखी की लड़कियों की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विजेता ट्रॉफी पर लगातार तीसरी बार कब्जा किया। स्मरण रहे बाल स्कूल ज्वालामुखी की चेस टीम पिछले दो वर्षो से शतरंज में चैंपियन रही है। बही दूसरी ओर लड़को़ के चेस टूर्नामेंट राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रेहन में 5 से 8 अक्टूबर तक आयोजित हुए थे। इस टूर्नामेंट में बाल स्कूल ज्वालामुखी के लड़कों की चेस टीम उप विजेता रही। लड़कियों में केशबी और लडको में गणेश बहादुर का चयन राज्य स्तरीय टूर्नामेंट के लिए हो गया है। स्कूल प्रधानाचार्य मीना कुमारी ने टीम के कोच विकास धीमान, अशोक कुमार डीपीई, श्यामा कुमारी पीईटी, प्रियंकुर दोनो टीमों के खिलाड़ियों और उनके माता-पिता को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने बताया कि बाल स्कूल ज्वालामुखी की लडकियों और लड़कों की टीमें पिछले दो वर्षों से लगातार जिला में विजेता रह रही थी परंतु लडको की टीम को इस बार उप विजेता से ही संतोष करना पड़ा।
जसवां-परागपुर विधानसभा के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कस्बा कोटला में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा आयुष्मान भव: स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सुरेंद्र सिंह मनकोटिया पूर्व उपाध्यक्ष कर्मचारी कल्याण बोर्ड ने शिरकत की। खंड चिकित्सा अधिकारी डाडा सीबा डॉक्टर नितिन शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कैंप का आगाज मुख्यातिथि सुरिंद्र सिंह मनकोटिया ने दीप प्रचलित से किया व खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नितिन शर्मा ने आए हुए सभी लोगों को संबोधित करते हुए आयुष्मान भव: स्वास्थ्य मेले के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा इस मेले में लोगों की सभी बीमारियों की जांच व मुफ्त दवाइयां दी जाएंगी। इस दौरान कैंप में लगभग 350 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इस मौके पर पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष सुरेंद्र मनकोटिया ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा हिमाचल की जनता को घर द्वार पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए ऐसे मेलों का आयोजन करवाया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार की जनकल्याण नीतियों का लाभ हर गरीब आदमी तक पहुंच रहा है व हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार हिमाचल के चौहुंमुखी विकास के लिए जनकल्याणकारी निर्णय ले रही है। उन्होंने कहा इस स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा पूर्व मुख्यमंत्री स्व. राजा वीरभद्र सिंह ने बढ़ाया था व जसवां में जितना भी विकास हुआ है वह कांग्रेस सरकार की ही देन है। इस मौके पर उन्होंने विधायक विक्रम सिंह ठाकुर पर भी कड़े प्रहार किए व कहा कि जसवां प्रागपुर के विधायक होने के नाते उन्होंने क्या विकास करवाया। इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के राजकुमार शर्मा, कांति शर्मा, ठाकुर जस्मेर, प्रकाश चंद, निर्मला देवू, आशा शर्मा, आदि मौजूद थे। उसके बाद मनकोटिया ने, 2016-17 में कांग्रेस सरकार के समय राजा वीरभद्र सिंह जी द्वारा खोले गए तथा उसके भवन बनाने के लिए उसी समय स्वीकृत किए गए फंड से बने, डिग्री कॉलेज कोटला बेहड़, तहसील जसवां का मुआयना किया। प्रिंसिपल विजया शर्मा व अन्य स्टाफ से जानकारी प्राप्त की, कॉलेज की जरूरतों व कठिनाइयों पर चर्चा हुई, विद्यार्थियों से संवाद किया।