हिमाचल अनुबंध नियमित कर्मचारी संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष मनीष गर्ग की अगवाई में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से धर्मशाला में मिला। प्रतिनिधिमंडल ने प्रथम नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता देने के संबंध में एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को सौंपा। संगठन ने सरकार से भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के अंतर्गत नियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता देने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष मनीष गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान सरकार कर्मचारी हित में कार्य कर रही है। उन्होंने वरिष्ठता की मांग को ध्यान से सुना और कहा कि वे इस मांग पर अधिकारियों के साथ विचार करेंगे। कर्मचारियों को भरोसा है कि जिस तरह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की मांग को पूरा किया है वैसे ही वे नियुक्ति की मांग को भी जल्दी ही पूरा करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश अध्यक्ष मनीष गर्ग, अश्वनी चौधरी, अनोज, ओंकार सिंह मोंगरा, मनदीप चौधरी, अश्वनी, शम्मी कुमार, आदि साथी सम्मलित रहे।
ब्लॉक लंबागांव की ग्राम पंचायत लोअर लंबागांव में जयसिंहपुर की तरफ तीखे मोड़ पर सड़क में पड़े गड्ढे वाहन चालकों के लिए खतरा बने हुए हैं। बाजार में दुकानदारों के साथ राहगिरों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। दुकानदारों का कहना है कि जब बारिश होती है तो यह गड्ढे पानी से भर जाते हैं, जिससे यहां से गुजरने वाले वाहनों से गंदा पानी उनकी दुकानों में आ रहा है, जिससे उनके दुकानों में रखा सामान खराब हो रहा है। दुकानदारों ने जल्द ही संबंधित विभाग से इन गड्ढों को भरने की अपील की है। वहीं, लोक निर्माण विभाग जयसिंहपुर के सहायक अभियंता अंकित समकड़िया से बात की तो उन्होंने बताया कि जल्दी ही सड़क पर पड़े गड्ढों को भर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मैक्लोडगंज में तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को उनके 88वें जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि तिब्बती समाज के लोगों और प्रदेश के बीच 75 वर्षों का गहरा रिश्ता है। उन्होंने दोनों समुदायों के बीच सौहार्दपूर्ण सह-अस्तित्व पर प्रकाश डाला और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार तिब्बती समाज के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहेगी। सुक्खू ने कहा कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा की जीवन यात्रा, दृढ़-निश्चय समर्पण और संघर्षों से भरी है। उन्होंने सभी से दलाई लामा की शिक्षाओं और अनुभवों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया और कहा कि उनके विचारों को आत्मसात करते हुए हमें अध्यात्म के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दलाई लामा अहिंसा, करुणा और भाईचारे का प्रतीक हैं तथा दुनियाभर में प्रेम, शांति और भाईचारे के अग्रदूत के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने तिब्बत और वहां के लोगों के अधिकारों के लिए दलाई लामा के अथक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दलाई लामा को इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला कांगड़ा के धर्मशाला के मैक्लोडगंज में तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को उनके 88वें जन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि तिब्बती समुदाय के लोगों और प्रदेश के बीच 75 वर्षों का गहरा रिश्ता है। उन्होंने दोनों समुदायों के बीच सौहार्दपूर्ण सह-अस्तित्व पर प्रकाश डाला और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार तिब्बती समाज के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहेगी। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा की जीवन यात्रा, दृढ़-निश्चय समर्पण और संघर्षों से भरी है। उन्होंने सभी से दलाई लामा की शिक्षाओं और अनुभवों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया और कहा कि उनके विचारों को आत्मसात करते हुए हमें अध्यात्म के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। दलाई लामा अहिंसा, करुणा और भाईचारे का प्रतीक हैं तथा दुनियाभर में प्रेम, शांति और भाईचारे के अग्रदूत के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने तिब्बत और वहां के लोगों के अधिकारों के लिए दलाई लामा के अथक प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दलाई लामा को इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री ने भारत की समृद्ध प्राचीन संस्कृति, ज्ञान और जीवन मूल्यों के बारे में युवाओं को जागरूक करने में दलाई लामा के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक गुरु के संदेश का विश्वभर में अनुसरण किया जाता है। वैश्विक स्तर पर उनकी शिक्षाओं को लोगों का अपार स्नेह और समर्थन मिला है। शांति के क्षेत्र में दलाई लामा के योगदान के लिए उन्हें 150 से अधिक पुरस्कार मिले हैं। इस अवसर पर केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के अध्यक्ष पेंपा त्सेरिंग, निर्वासित तिब्बती संसद के अध्यक्ष खेंपो सोनम तेनफाल, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर, कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल और किशोरी लाल, विधायक यादविन्द्र गोमा, केवल सिंह पठानिया, मलेंदर राजन, ओएसडी रितेश कपरेट, जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अजय महाजन, विभिन्न बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज चंडीगढ़ से वर्चुअल माध्यम से पांच करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले आदर्श पुलिस थाना, शाहपुर की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से इस पुलिस स्टेशन की आधारशिला रखना चाहते थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वह शाहपुर नहीं पहुंच सके। मुख्यमंत्री ने कांगड़ा जिला को ‘पर्यटन राजधानी’ के रूप में विकसित करने के सरकार के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तारीकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार विस्थापितों को सरकारी जमीन उपलब्ध कराएगी ताकि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में कोई भी परिवार बेघर न हो। उन्होंने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार से क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आएगी। उन्होंने कहा कि पालमपुर में हेलिकॉप्टर के लिए हैंगर के निर्माण सहित हवाई सेवा में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, सरकार ने शाहपुर-फतेहपुर सड़क परियोजना के लिए 70 करोड़ रुपये आवंटित करने की योजना बनाई है और रैहन महाविद्यालय के लिए भी धन उपलब्ध करवाया गया है। इसके अलावा, बीड़ में एक पुलिस थाना खोलने को भी स्वीकृति प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार क्षेत्रीय भावनाओं से ऊपर उठकर पूरे राज्य का संतुलित और समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आईटीआई शाहपुर में ड्रोन पायलट और मैकेनिक से सम्बंधित प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की विकट आर्थिक स्थिति के बावजूद सरकार प्रदेश के विकास में धन की कोई कमी को आड़े आने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल है ताकि वे वृद्धावस्था में सम्मानजनक तरीके से जीवन व्यतीत कर सकें। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में हिमाचल प्रदेश की 7.19 प्रतिशत हिस्सेदारी संबंधी मामले के लिए एक मंत्रिमंडलीय उप-समिति का गठन किया गया है। उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं, विशेषकर एसजेवीएन द्वारा शुरू की गई बिजली परियोजनाओं में राज्य के हितों की उपेक्षा करने के लिए पिछली भाजपा सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के हितों संबंधी मामलों को विभिन्न मंचों पर रखा जा रहा है। उन्होंने प्रदेश के लोगों और हिमाचल के हितों के मामलों में भाजपा से सहयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रदेश के हितों को दरकिनार करते हुए निवेश के नाम पर केवल राज्य के संसाधनों का अंधाधुंध दोहन किया गया। कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने हिमाचल को समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न पहल की है। उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सरकार द्वारा कई कदम उठाए गए हैं और कांग्रेस सरकार राज्य के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के दौरान किए गए सभी वायदों को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा। इससे पहले स्थानीय विधायक केवल सिंह पठानिया ने शाहपुर में आधुनिक पुलिस स्टेशन के निर्माण के लिए धनराशि प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के गतिशील नेतृत्व में राज्य में जन कल्याण की कई योजनाएं शुरू की गई हैं। यह कल्याणकारी योजनाएं प्रदेश के इतिहास में एक नए युग की शुरुआत करेंगी।
हिमाचल अनुबंध नियमित कर्मचारी संगठन ने प्रदेश अध्यक्ष मनीष गर्ग और जिलाध्यक्ष सुनील पराशर के नेतृत्व में आज कैबिनेट मंत्री प्रो चंद्र कुमार को शाहपुर में नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता का लाभ देने के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा। संगठन ने सरकार से भर्ती एवं पदोन्नति नियमों के अंतर्गत नियुक्त कर्मचारियों को नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता देने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष मुनीष गर्ग के अनुसार पिछले लंबे समय से कर्मचारियों ने वरिष्ठता की मांग को प्रदेश के हर मंच पर सैकड़ों बार उठाया है, लेकिन अभी तक यह मांग पूरी नहीं हो पाई है। कर्मचारियों ने कहा कि चुनावों से पूर्व उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कर्मचारियों को नियुक्ति की तिथि से सीनियरिटी देने का वादा किया था। कर्मचारियों को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही प्रदेश के 70 हजार कर्मचारियों की इस मांग को जरूर पूरा करेगी। वहीं, जिलाध्यक्ष सुनील पराशर के अनुसार 2008 में पहली बार भाजपा सरकार ने लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ चयन बोर्ड द्वारा भर्ती एवं पदोनित नियमों के अंतर्गत नियुक्त कर्मचारियों को अनुबंध आधार पर नियुक्त किया। सरकारों ने अनुबंध अवधि को कम किया, लेकिन कर्मचारियों को नियुक्ति की तिथि से अपना कर्मचारी नहीं माना। पहले यह अवधि सात वर्ष थी, जो कम होते- होते अब दो साल रह गई है। कमीशन और बैच के आधार पर नियुक्त ये कर्मचारी सभी नियमों और सेवा शर्तों को पूरा करके नियुक्त हुए हैं। इसलिए सरकार या तो उन्हें भी दो साल अनुबंध सेवा के बाद के समय के सभी लाभ दे या सभी को नियुक्ति की तिथि से वरिष्ठता प्रदान करे। कर्मचारियों को उम्मीद है कि जिस तरह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन की मांग को पूरा किया है, वैसे ही वे नियुक्ति की मांग को भी जल्दी ही पूरा करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष सुनील पराशर, मनदीप चौधरी, अश्वनी, शम्मी कुमार, विजय सैनी, राजेश, कपिल, राहुल, पंकज आदि शामिल रहे।
नगरोटा बगवां बस स्टैंड के पास कमेटी हॉल के बरामदे में पुलिस ने एक युवक का शव बरामद किया है। युवक की पहचान कीरचंबा पंचायत के युवक सन्नी कुमार के रूप में हुई है। मौके पर युवक के बाजू से इंजेक्शन भी बरामद किया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि युवक की चिट्टे की ओवरडोज से मौत हुई है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है। सिविल अस्पताल नगरोटा बगवां में युवक के पोस्टमार्टम के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी की युवक की चिट्टे से मौत हुई है या कोई अन्य वजह है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। 3 महीनों में दूसरी संदिग्ध मौत बता दें कि इससे पहले भी नगरोटा बगवां में एसडीएम ऑफिस में तैनात एक युवक की मौत संदिग्ध अवस्था में हुई थी। उस समय भी युवक के बाजू से इंजेक्शन बरामद किया गया था। बाद में मृतक के घरवालों ने भी माना था कि युवक की चिट्टे से मौत हुई है और जांच की मांग की थी।
ब्लॉक खंड परागपुर के अंतर्गत गांव सुकाहर में गत रात हुई मुसलाधार बारिश से गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले बालक राम पुत्र निक्कू राम का रिहायशी मकान जमींदोज हो गया। गनीमत यह रही कि परिवार इस आपदा में बाल-बाल बच गया। वहीं, इस बारे में जब एसडीएम देहरा को सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए तहसीलदार देहरा कर्म चंद कालिया एवं कानूनगो को मौके पर भेजा व पीड़ित परिवार के नुकसान को देखते हुए उन्हें 5 हजार रुपये की फौरी राहत प्रदान की। इस बारे में जानकारी देते हुए तहसीलदार कर्म चंद कालिया ने बताया कि पीड़ित परिवार को बरसाती मौसम में रहने की दिक्कत न हो इसलिए उन्हें रहने के लिए कहीं दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है।
हिमाचल सरकार व विभागीय प्रशासन की ओर से आपदा से निपटने और पीड़ित परिवार को तुरंत आर्थिक मदद मुहैया करवाने के बड़े-बड़े दावे गांव निचला करियाड़ा में गलत साबित हुए हंै। गत 25 अप्रैल यानी ढाई महीने पहले 76 वर्षीय बुजुर्ग किशन चंद शर्मा पुत्र तुलसी राम शर्मा के एक रिहायशी कमरे में अचानक बिजली का शॉट सर्किल होने से लाखों रुपये का सामान आदि जलकर राख हो गया था। पीड़ित बुजुर्ग किशन ने बताया कि पता चलते ही राजस्व व पुलिस विभाग ने स्थिति का जायजा लेते हुए तुरंत आर्थिक मुहैया करवाने की बात कही थी। लेकिन इतना लंबा वक्त बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा आर्थिक मुआवजा मिलना तो दूर फौरी राहत तक नहीं दी गई है। पीड़ित किशन चंद शर्मा ने एसडीएम देहरा व जिलाधीश से मांग की है कि उन्हें तुरंत आर्थिक मुआवजा दिया जाए। वहीं, जब इस बारे एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा से बात की तो उन्होंने बताया कि उपरोक्त नुकसान की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है। वहां से बजट का प्रावधान होते ही पीड़ित किशन चंद शर्मा को आर्थिक मुआवजा दे दिया जाएगा।
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को आज कांगड़ा के दौरे पर आना था। भारी बारिश के चलते उनका ये दौरा रद्द हो गया है। कांगड़ा में सीएम को शाहपुर पुलिस थाने के नए भवन का शिलान्यास करने के बाद शाहपुर में ही जनसभा को संबोधित करना था। इसके बाद तय कार्यक्रम के अनुसार सीएम को पालमपुर में दो दिवसीय ड्रोन कॉनक्लेव के समापन समारोह में शिरकत करनी थी, लेकिन बारिश के चलते चंडीगढ़ से वे कांगड़ा नहीं पहुंच पाए। ऐसे में अब वे चंडीगढ़ से वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़ेंगे और शाहपुर में कृषि मंत्री चंद्र कुमार और विधायक केवल सिंह पठानिया करेंगे पुलिस थाना भवन का शिलान्यास करेंगे।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर और पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के दिए बयान पर कांग्रेस के मंत्रियों द्वारा दिए गए बयान निंदनीय, तथ्यों से परे और झूठ का पुलिंदा हैं। भाजपा ने कहा कि 2022 के आम चुनावों में कांग्रेस ने सत्ता में आने के लिए हिमाचल प्रदेश के बेरोजगारों के साथ धोखा किया, चिटिंग की। उन्हें झूठी गारंटियां दीं और कहा कि 5 लाख बेरोजगारों को नौकरियां दी जाएंगी और एक लाख नौकरियां प्रतिवर्ष देते हुए 5 सालों में पूरा किया जाएगा। एक साल होने का हो आया, एक भी व्यक्ति को हिमाचल प्रदेश में नौकरी नहीं मिली है। यदि सरकार के मंत्रियों को जवाब देना है तो इस बात का जवाब दें कि 9 महीने बीत गए नौकरियां देने की प्रक्रिया क्यों बंद की? भाजपा ने सीधा-सीधा आरोप लगाया कि आउटसोर्स कर्मियों को सरकार निकालने में जुट गई है। वो बेरोजगार जिन्होंने अपनी जान हथेली पर रखकर कोविड की महामारी में अस्पतालों में सेवाएं दीं, उनकी नौकरियां समाप्त की जा रही हैं और अब बैकडोर एंट्री करने के लिए कांग्रेस सरकार नए तरीके खोज रही है और बेरोजगार ठगा सा महसूस कर रहा है। भाजपा ने कहा कि झूठी गारंटियां देकर सत्ता में आए मुख्यमंत्री, मंत्री व कांग्रेस के नेता सीधा उत्तर दें न कि पूर्व सरकार पर दोषारोपण करके अपनी गारंटियों से भागे।
उप मुख्यमंत्राी मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि प्रदेश की महत्वकांक्षी सिंचाई योजनाओं की स्वीकृति का मामला केंद्र से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि फिना सिंह परियोजना, सुखाहार परियोजना एंव वीत एरिया सिंचाई योजनाओं पर प्रदेश के खेतों की सिंचाई निर्भर कर रही है। प्रदेश इस समय सिंचाई में राष्ट्रीय औसत से नीचे चल रहा है। इसलिए केंद्र से सिंचाई योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी का आग्रह किया जाएगा। यह बात मुकेश अग्निहोत्री ने कृषि मंाी चंद्र कुमार से मुलाकात के बाद कही। चंद्र कुमार ने उप मुख्यमंत्री से आठ सालों से लटकी सुखाहार योजना को विशेष तरजीह देने की वकालत की। सिंचाई योजनाओं परचंद्र कुमार ने अपने तर्क देते हुए निचले इलाकों में खेतों तक पानी पहुंचाने के मास्टर प्लान पर काम करने की वकालत की। उधर, मुकेश अग्निहोत्री ने दलील दी की केंद्र सभी योजनाएं नब्बे-दस के अनुपात में मंजूर करे। उन्होंने कहा कि बीबीएनबी से पानी उठाने की केन्द्र द्वारा शर्त हटाने का फायदा तभी होगा जब बडी योजनाओं को केन्द्र मंजूर करेगा। दलील दी कि सुखाहार योजना की पुरानी कीमत 153 करोड़ थी जबकि संषोधित मूल्य 220 करोड़ के आसपास पहुंच गया है। उन्होंने चंद्र कुमार को भरोसा दिया कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में निवेश मंजूरी समिति की बैठक 17 जुलाई को होगी। उसके एजेंडे में इस योजना को भी रखा जाएगा। इसी तरह फीना सिंह परियोजना अधर में लटकी हुई है। इसकी प्रस्तावित कीमत 643 करोड़ है जिस पर 300 करोड़ रूपए राज्य खर्च चुका है। केंद्र के प्रोजेक्ट मंजूर करने की कमेटी की बैठक 10 जुलाई को है। उन्होंने कहा कि यह एजेण्डे में शामिल है और केंद्र को इसमें हिमाचल की मद्द करनी चाहिए। वैसे भी केन्द्र के नियमों में भी शामिल है कि जिस योजना पर 50 फीसद राज्य खर्च कर लेगा उसमें बकाया राशि केंद्र देगा इसलिए केंद्र को 313 करोड रूपए जारी करने चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊना जिला की वीत क्षेत्र 75 करोड़ सिंचाई योजना एंव कुटलैहड़ के भरमौती से 46 करोड़ रूपए सिंचाई उपलब्ध करवाने की योजना मंजूर करने के लिए भी केंद्र से पत्राचार किया जा रहा है।
हिमाचल जैसी कठिन भूगौलिक परिस्थितियों में किसानों तथा बागबानों की आमदनी बढ़ाने के लिहाज से ड्रोन तकनीक काफी मददगार साबित होगी। कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक की मदद से मौसम का सही पूर्वानुमान, सिंचाई की बेहतर सुविधा, कीटनाशकों का प्रभावी छिड़काव, फसल के स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की जा सकती है। यह उद्गार कृषि एवं पशु पालन विभाग मंत्री प्रोफेसर चौधरी चंद्र कुमार ने मंगलवार को कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के सभागार में दो दिवसीय ड्रोन उत्सव के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। इससे पहले मुख्यातिथि प्रोफेसर चंद्र कुमार ने ड्रोन प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया गया। उन्होंने कहा कि यह तकनीक का युग है और वर्तमान समय में तकनीक तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बहुत परिवर्तन आए हैं इसको ध्यान में रखते हुए कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को अनुसंधान कार्यों पर जोर देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अनुसंधान एवं शोध को प्रयोगशाला से खेत तक पहुंचाने के लिए भी सार्थक कदम उठाने चाहिए ताकि किसान लाभांिवत हो सकें। चंद्र कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने राज्य में ड्रोन तकनीक को अपनाने पर जोर दिया है और पालमपुर में ड्रोन उत्सव इस दिशा में कारगर सिद्ध होगा उन्होंने कहा कि शाहपुर आईटीआई में ड्रोन प्रशिक्षण आरंभ किया गया है और आने वाले समय में प्रदेश के 11 अन्य आईटीआई में ड्रोन मैकेनिक इत्यादि कोर्स आरंभ करने का प्रावधान किया गया है उन्होंने कहा कि पुलिस ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर प्रदेश में कानून व्यवस्था सुचारू बनाए हैं। इससे पहले मुख्य संसदीय सचिव शिक्षा एवं शहरी विकास आशीष बुटेल ने कहा कहा कि प्रदेश में ड्रोन तकनीक के इस्तेमाल का लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि इस तकनीक की शुरुआत पालमपुर नगर निगम की मैपिंग एवं अन्य विकास कार्य में की जाए। उन्होंने किसान और बागवानों को कीटनाशक छिड़काव एवं बीज इत्यादि लगाने के लिए क्लस्टर बनाकर ड्रोन उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया।
आगामी लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत निर्वाचन विभाग द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए आज मंगलवार को निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं उपमंडल अधिकारी देहरा शिल्पी बेक्टा की अध्यक्षता में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं एसडीएम देहरा ने कहा की 21 जुलाई से 21 अगस्त तक सभी बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा घर घर जाकर मतदाता सूची के सत्यापन का कार्य किया जाएगा। इस दौरान सभी पात्र मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जायेंगे तथा जिन मतदाताओं का स्थानांतरण या मृत्यु हो चुकी है उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त अगस्त माह के दौरान सभी मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन नोडल अधिकारियों के माध्यम से करवाया जाएगा। 17 अक्टूबर 2023 को मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन किया जाएगा तथा 17 अक्टूबर 2023 से 30 नवंबर 2023 तक सभी मतदान केंद्रों पर दावे तथा आक्षेप दाखिल किए जा सकेंगे । मतदान सूचियों का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी 2024 को किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस पार्टी के सचिव एवं मीडिया को-ऑर्डिनेटर पुनीत मल्ली ने भाजपा नेता विपिन परमार व त्रिलोक कपूर पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार पर टिप्पणी करने की बजाए व केंद्र की मोदी सरकार से देश में बढ़ रही महंगाई के बारे में सवाल करें। पुनीत मल्ली ने कहा कि आज राशन व सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, गैस की कीमतों में लगातार बढोतरी हो रही है, गरीब व मध्यवर्ग आदमी रोटी के लिए भटक रहा है, जबकि भाजपा नेता घटिया ब्यान बाजी कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता इस बात को भली भांति जानती है कि पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान विपन सिंह परमार को स्वास्थ्य मंत्री पद से क्यों हटाया गया था। उन्होंने कहा त्रिलोक कपूर जो पालमपुर से बुरी तरह चुनाव हारे उन्हे भी इस बात का ज्ञान कर लेना चाहिए जनता ने उन्हे जीत क्यों नही दिलाई। मल्ली ने कहा कि हिमाचल के बाद केंद्र में भी परिवर्तन की लहर चल चुकी है। केंद्र में मोदी सरकार अब चंद दिनों की मेहमान है, क्योंकि नरेंद्र मोदी ने देश की जनता की भावनाओं के साथ खिलबाड़ किया है। उन्होंने कहा कि जयराम ने पांच सालों तक विकास के नाम पर लोगों को मुर्ख बनाया, जिसका सबक जनता ने भाजपा को दे दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने व्यवस्था परिवर्तन के तहत प्रदेश में विकास को गति दी है। प्रदेश आर्थिक रुप से मजबूत कैसे हो इस पर कार्य किया जा रहा है। जनता के हक्कों को सुरक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंद दिनों में ही जो सौगातें जिला कांगड़ा को दी हैं वे पूर्व भाजपा की सरकार पांच सालों में भी नही दे पाई, जो कि ब्यानबाजी करने वाले ऐसे भाजपा नेताओं के लिए यह शर्म की बात है। पुनीत मल्ली ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा चारो खाने चित होगी तथा केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 5 जुलाई को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर आएंगे। इस दौरान वे पांच करोड़ की लागत से बनने वाले मॉडर्न पुलिस थाना शाहपुर के भवन का शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों को लेकर आज सोमवार को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह शाहपुर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया ने यह बात कही। केवल सिंह पठानिया ने कहा कि यह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का शाहपुर विधानसभा क्षेत्र का पहला आधिकारिक कार्यक्रम है। उन्होंने विभागों के अधिकारियों को इसे सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे इसके लिए सभी विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारी के तहत व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।
देहरा में एक महिला डॉक्टर का पीछा करके उसे तंग करने के अरोप में एक शिक्षक को सलाखों के पीछे धकेला गया है। पीड़ित महिला डॉक्टर की शिकायत पर देहरा पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है। कहा जा रहा है उपरोक्त शिक्षक लंबे समय से बेवजह पीछा करके बह महिला डॉक्टर को तंग करता आ रहा था, लेकिन सोमवार को हद उस वक्त हो गई जब उपरोक्त शिक्षक महिला डॉक्टर के संस्थान पर पहुंच गया, जिससे वहां अचानक हंगामा खड़ा हो गया पीड़ित महिला डाकटर व अन्य लोगो ने तुरंत इस बात की सूचना पूलिश थाना को दी और पुलिस ने एन मौके पर पहुंच कर उपरोक्त शिक्षक को गिरफ्तार किया। आरोपी सरकारी स्कूल में शिक्षक है व शादीशुदा बताया जा रहा है। खबर की पुष्टि करते हुए डीएसपी अनिल कुमार ने बताया कि अरोपी टीचर बिगत कई दिनो से लगातार महिला डॉक्टर का पीछा करके तंग करता आ रहा था। तंग करने के आरोप में शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके उसे अरेस्ट किया गया है। मामले में छानबीन की जा रही है।
पर्यटन राजधानी कांगड़ा में टूरिज़्म से जुड़ी परियोजनाओं की प्रगति और वर्तमान स्थिति जानने के उद्देश्य से आज सोमवार को उपायुक्त कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया। प्रधान सचिव टूरिज़्म देवेश कुमार शिमला से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इससे जुड़े। इस दौरान जिला पर्यटन विकास अधिकारी विनय धीमान और सहायक आयुक्त सुभाष गौतम ने जिले में पर्यटन से जुड़े प्रोजेक्ट्स का ब्योरा देते हुए बताया कि जिले में टूरिज़्म से जुड़ी परियोजनाओं को जल्द धरातल पर उतारा जाएगा। इन परियोजनाओं पर हो रहा कार्य उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि जिले में कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारिकरण, धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर, बनखंडी में जूलॉजिकल पार्क, नगरोटा बगवां में ओल्ड एज वेलनेस रिजॉर्ट एवं हाई एंड फाउंटेन, नरघोटा में प्रस्तावित टूरिज्म विलेज, आइस स्केटिंग तथा रोलर स्केटिंग रिंक, परागपुर में गोल्फ कोर्स मैदान, जिले मे बन रहे तथा प्रस्तावित आईटी पार्क, गग्गल में प्रस्तावित एयरो सिटी, धर्मशाला में धौलाधार बायोडायवर्सिटी पार्क, पालमपुर के मैंझा में वैडिंग रिसॉर्ट, हेलीपोर्ट निर्माण तथा पौंग में पर्यटन व साहसिक खेल गतिविधियों समेत अन्य विकास परियोजनाओं के निर्माण को लेकर कार्य किया जा रहा है। भूमि हस्तांतरण से जुड़ी प्रक्रिया में लाई जा रही तेजी: डीसी उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कईं परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भूमि को संबंधित विभागों के नाम करवाने की प्रक्रिया को आगामी कुछ महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। इससे संबंधित सभी औपचारिकताओं पर तेज गति से आगे बढ़ा जा रहा है। एयरपोर्ट विस्तार देगा पर्यटन को पंख, इस हफ्ते फिर आएगी सीडब्ल्यूपीआरएस की टीम डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तार पर्यटन राजधानी कांगड़ा में पर्यटन गतिविधियों को नए पंख लगाएगी। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारिकरण से संबंधित औपचारिकताओं को पूर्ण करने के बाद सरकार को भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय जल और विद्युत अनुसंधान शाला (सी.डब्ल्यू.पी.आर.एस) पुणे की टीम इस सप्ताह दोबारा सर्वेक्षण के लिए यहां आएगी। उन्होंने बताया कि विस्तारिकरण के दौरान भूमि अधिग्रहण, मुआवज़ा आवंटन, पुनर्वास व इससे संबंधित प्रक्रिया को कुश्लतापूर्वक करने के लिए प्रशासन द्वारा एनआईसी के सहयोग से एक साफ्टवेयर भी तैयार किया गया है।
प्राथमिक शिक्षक संघ फेडरेशन के बैनर तले एक प्रतिनिधिमंडल राज्य कार्यकारिणी के पूर्व मुख्य सलाहकार एवं मंडल इंदौरा के प्रधान अनिल भारद्वाज के नेतृत्व में इंदौरा के विधायक मलेंद राजन से मिला। उन्हें शिक्षा निरीक्षण विंग के उपनिदेशक व उसी विंग के प्रधानाचार्य के कथित तौर पर तानाशाही पूर्ण रवैये व प्राथमिक शिक्षकों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप के साथ ज्ञापन दिया। उनके साथ पीटीएफ फतेहपुर के प्रधान बलवीर संधु, नुरपुर के प्रधान मुलतान सिंह सहित कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि विंग के उपनिदेशक द्वारा कई पाठशालाओं के अध्यापक वर्ग से कथित रुप से दुर्व्यवहार किया जाता रहा है।
विद्युत उपमंडल डाडासीबा के सहायक अभियंता दिनेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 4 जुलाई को 33/ 11 केवी फीडर जौड़बड में लाइन में पेड़ों की टहनियों की कटाई करनी है। इसलिए विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। जौड़बड फीडर के अंतर्गत आने वाले गांव बठरा, अपर बलभाल, उझे खास, जौड़बड, न्याड़, लग, टिपरी, जलेबी, सयूल ,बठरा, हटली, गुलारधार, दिंदिंयां, मस्तयाल, पका टियाला व जब्बर आदि में विद्युत आपूर्ति सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक बाधित रहेगी। उन्होंने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है।
उपमंडल रे में कुछ दिनों से लगातार बिजली विभाग की लापरवाही देखने को मिल रही है। उपमंडल रे के अंतर्गत लगभग 50 के करीब गांव आते हैं, जिसमें लगभग 40 हजार के करीब उपभोक्ता आते हैं, जिन्हें लगभग पिछले 10 दिनों से बिजली की आंख मिचौली से परेशान होना पड़ रहा है। हर 15 मिनट के बाद आधे घंटे का कट लग जाता है। गर्मी के इन दिनों में लोगों का जीना बेहाल है। दिन में ही नहीं, बल्कि रात में भी यही हाल है। इस संदर्भ में कई बार बिजली विभाग वालों को आगाह भी किया गया, किंतु विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंगती। संजवा में एक हफ्ते में दो बार खराब हो चुका ट्रासफार्मर संजवा में पिछले एक हफ्ते में दो बार ट्रासफार्मर ओवरलोडिंग के कारण खराब हो चुके हैं। स्थानीय लोग कई दिनों से इस गर्मी में बिना बिजली के गुजर-बसर कर रहे हैं। ट्रासफार्मर खराब होने के कारण पूरे गांव की बिजली पिछले एक हफ्ते से बाधित है। वहीं किसानों को धान की फसल में देरी हो रही है, वह जिन लोगों ने धान की फसल लगा ली है। उनकी फसल पानी के बिना खराब होने की कगार पर है। लोगों का कहना है की हमारी बिजली विभाग से यही गुजारिश है कि बिजली की समस्या को जल्द से जल्द दूर किया जाए ताकि लोगों को और नुकसान ना झेलना पड़े। लोगों ने बताया कि कई बार 1100 के माध्यम से भी सरकार समस्या बताई गई, किंतु इससे भी कोई हल नहीं निकल पाया। सत्ता परिवर्तन तो हो गया, पर व्यवस्था नहीं बदली स्थानीय लोगों ने बताया कि हिमाचल में सत्ता परिवर्तन व व्यवस्था परिवर्तन का नारा देने वाली सरकार में सत्ता परिवर्तन तो हो गया, परंतु व्यवस्था परिवर्तन नहीं हो पाया। एक-दो दिन की बात हो तो समझ आती है, किंतु बिजली विभाग वालों का हर दिन का यही काम है। हर 15 मिनट के बाद आधे घंटे का कट लगा दिया जाता है, जिससे गर्मी के दिनों में काफी परेशानी होती है। गर्मी में छोटे बच्चों को सुलाना मुश्किल हो जाता है, स्कूल में छुट्टियां होने के कारण बच्चे घर में रहते हैं, लेकिन गर्मी के कारण बच्चों को पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दिन में ही नहीं, बल्कि रात में भी यही हाल है। रात को भी 15 मिनट आधे घंटे बाद उनके द्वारा बिजली काटी जाती है। बिजली के कटों से प्रभावति हो रहा कारोबार बिजली की समस्या से दुकानदारों को भी काफी समस्याओं का सामना उठाना पड़ रहा है। कुछ स्थानीय दुकानदारों से फर्स्ट वर्डिक्ट ने बात की तो उनका कहना है कि दिन में कई बार बिजली के कट लगते हैं। लगभग 15 से 20 मिनट या आधे घंटे का कट लगता है, जिससे कि फ्रिज में रखा हुआ सामान जैसे आइसक्रीम, पेस्ट्री, केक इत्यादि जो कि खराब होने वाली चीजें हैं,काफी मात्रा में खराब हो रही है, जिससे कि दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं, बीएसएनल उपभोक्ताओं को बिजली के बिना नेटवर्क नहीं होने के कारण काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। इस संदर्भ में जब अधिषाशी अभियंता बिजली विभाग फतेहपुर अमन चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इलाके ओवरलोडिंग के कारण कहीं ट्रासफार्मर जल रहे हैं तो कहीं लाइन खराब हो रही है, जिस कारण कुछ समय के लिए विभाग को बिजली बंद करनी पड़ती है। विभाग हमेशा लोगों की समस्याएं दूर करने के लिए प्रयासरत रहता है। जो ट्रासफार्मर खराब हो चुके हैं, उन्हें भी जल्द से जल्द बदल दिया जाएगा। डिवीजन में ट्रासफार्मर न होने के कारण यह सम्सया आ रही हैं।
जिला नूरपुर पुलिस द्वारा नशा माफिया के खिलाफ छेड़े गए अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने जवाली के सिद्धाथा क्षेत्र में विशाल पुत्र चंदन कुमार, निवासी चलवाड़ा से 77.75 ग्राम चिट्टा, 630 नशीले कैप्सूल व 11690 रुपये नकदी बरामद की है। पुलिस ने यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की है। पुलिस के अनुसार विशाल चिट्टा सप्लाई का सरगना है तथा यह युवाओं को नशे की दलदल में धकेल रहा था। पुलिस को विशाल के खिलाफ काफी शिकायतें मिल रही थीं तथा पुलिस काफी समय से विशाल को चिट्टा सहित पकड़ने के लिए उसका पीछा कर रही थी। आखिरकार पुलिस को उसे पकड़ने में सफलता मिली है। उधर, एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने बताया कि पुलिस ने 77.75 ग्राम चिट्टा, 630 नशीले कैप्सूल सहित 11690 रुपये नकदी सहित नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है।केस दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि नशा माफिया को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस चौकी टैरेस के तहत बेहड़ गांव के समीप मोड़ पर ट्रक को इतनी तेजी व लापरवाही से काटा कि ट्रक का पिछला हिस्सा सामने से आ रहे एक मोटरसाइकिल से टकरा गया। इससे मोटरसाइकिल पर सवार तीन लड़के नीचे गिर गए और घायल हो गए। वहीं, ट्रक चालक मौके से ट्रक लेकर फरार हो गया। पुलिस थाना देहरा में मामला दर्ज किया गया है। मामले की पुष्टि डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने की है।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर बलाहर में कल से सत्र 2023-24 का शुभारंभ होगा। इस अवसर पर सरस्वती पूजन के साथ सप्तशती पाठ व हवन करवाया जाएगा। 2023-24 सत्र में प्राक्शास्त्री प्रथम वर्ष के लिए 99 छात्रों का नामांकन हुआ है। उपरोक्त जानकारी वेदव्यास परिसर के निदेशक प्रो. मदनमोहन पाठक ने दी।
विधानसभा जयसिंहपुर के तहत ब्लॉक पंचरुखी की ग्राम पंचायत लदोह में आज स्थानीय विधायक यादविंदर गोमा ने न्याय कक्ष का उद्घाटन किया। जानकारी देते हुए पंचायत प्रधान अनिता कुमारी ने बताया कि पंचायत घर के ऊपर वाले कक्ष में 4 लाख 38 हजार की लागत से यह न्याय कक्ष बनाया गया है। प्रधान ने विधायक के समक्ष कुछ पंचायत की मांगें रखीं, जिसे विधायक ने उन्हें पूरा करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर ग्राम पंचायत प्रधान के साथ बीडीओ पंचरुखी शिखा समित्या के साथ अन्य प्रशासनिक अधिकारीयों के साथ पंचयात के सभी सदस्यों व स्थानीय लोग भी उपस्थित रहे।
राजकीय महाविद्यालय कंवर दुर्गा चंद जयसिंहपुर में नशीली दवाओं का दुरुपयोग व नशा तस्करी के बारे में विद्यार्थियों द्वारा आम मानस को जागरूक करने हेतु पोस्टर मेकिंग, स्लोगन राइटिंग के साथ रैली का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार कौंडल ने की। उन्होंने विद्यार्थियों से नशे से दूर रखने और एक सर्वगुण संपन्न व्यक्तिव बनाने के लिए प्रेरित किया। इसके साथ उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि वे अपनी भागीदारी समाज कल्याण व नशे से मुक्त समाज बनाने में निभाएं और एक नशामुक्त व समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करने में सहयोग दें। कार्यक्रम में डॉ. सुरजीत सिंह राणा डॉ. अर्पित कायस्था, प्रो. ओंकार, प्रो. इंदर, प्रो. विजय, प्रो. किरण शर्मा, डॉ. खुशी राम भगत, प्रो. रजनी, प्रो. संतोश कुमारी, रणजीत सिंह, तृप्ता देवी, मनदीप के अलावा राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्र पायल, दिव्या, इतीका साहिल अतिविशाल, अभय, अरुण, सानीया रुचि, कनिका तनीशा अंबिका आदि ने भाग लिया।
धर्मशाला में आयोजित पत्रकार वार्ता में हिमाचल प्रदेश होटल और रेस्तरां एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बाबा ने कहा है कि अक्तूबर में होने वाले आईसीसी विश्व कप के 5 मैच धर्मशाला में खेले जाएंगे। यह प्रतिष्ठित खेल आयोजन न केवल दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को लुभाएगा, बल्कि स्थानीय पर्यटन उद्योग, रोजगार के अवसरों और समग्र आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण लाभ भी लाएगा। उन्होंने कहा कि धर्मशाला हिमाचल प्रदेश के शांत और मनमोहक पहाड़ों में बसा, पहले से ही एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक आभा और जीवंत सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। आईसीसी विश्व कप मैचों के लिए मेजबान शहर के रूप में धर्मशाला का चयन एक वैश्विक खेल और पर्यटन केंद्र के रूप में शहर के बढ़ते कद का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि इन क्रिकेट मैचों के दौरान न केवल हिमाचल प्रदेश से, बल्कि पूरे विश्व से लोग क्रिकेट मैच को देखने के लिए धर्मशाला में पहुंचेंगे ऐसे में पर्यटन करोबार को भी इसका सीधा सीधा फायदा पहुंचेगा। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि टूर्नामेंट के दौरान क्रिकेट प्रेमियों, टीमों और अधिकारियों की आमद से स्थानीय आतिथ्य उद्योग को जबरदस्त बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में होटल, रिसॉर्ट्स और गेस्ट हाउस असाधारण सेवाएं प्रदान करने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा, आईसीसी विश्व कप मैच न केवल क्रिकेट प्रशंसकों को आकर्षित करेंगे, बल्कि दुनिया भर के यात्रियों का ध्यान भी आकर्षित करेंगे, जिससे धर्मशाला अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में आ जाएगा। अश्वनी बाबा ने कहा कि धौलाधार पर्वत शृंखला, आकर्षक मठ, भागसू जलप्रपात और शांत डल झील सहित अपने सुरम्य परिदृश्यों के साथ, धर्मशाला प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्मिक अन्वेषण और रोमांच की तलाश करने वाले पर्यटकों के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है।
पर्यटन क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर नए बदलाव महसूस किए जा रहे हैं। आज देश-विदेश से आने वाले पर्यटक प्राकृतिक नजारों के आसपास अपना प्रवास पसंद करते हैं। इसी के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने हिमाचल में स्थित झीलों, जलाशयों सहित अपने अन्य प्राकृतिक संसाधन एवं गंतव्य स्थल पर्यटकों के लिए और आकर्षक बनाने की पहल की है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गतिशील नेतृत्व में राज्य सरकार झीलों एवं जलाशयों के आस-पास 'लेक टूरिज़्मÓ विकसित करने की कार्य योजना पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नैसर्गिक सौन्दर्य से परिपूर्ण झीलों से पर्यटकों को आकर्षित करेगी। इसके तहत ज़िला कांगड़ा के पौंग बांध, कोल डैम जलाशय, तत्तापानी के गर्म पानी के चश्मे, ज़िला बिलासपुर में भाखड़ा जलाशय, कुल्लू-मनाली के समीप लारजी जलाशय और चंबा में चमेरा बांध जलाशयों में जल आधारित पर्यटन गतिविधियों जैसे हाउस बोट, क्रूज़ और यॉच इत्यादि के संचालन को बढ़ावा प्रदान किया जाएगा। राज्य सरकार कृत्रिम जलाशयों को अभिनव पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित करने की दिशा में भी कार्य कर रही है। प्रदेश में पर्यटकों की यात्रा को अविस्मरणीय बनाने के लिए उन्हें जल क्रीड़ा गतिविधियां, मछली पकड़ने, पक्षी देखने, पर्यावरण-पर्यटन गतिविधियों आदि जैसी साहसिक पर्यटन गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त कला एवं शिल्प केंद्र, शॉपिंग आर्केड और फूड-स्ट्रीट की सुविधा भी प्रदान की जाएगी, जो पर्यटकों को एक अच्छा अनुभव प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य पर्यटकों को विभिन्न प्रकार के यादगार अनुभव प्रदान करने के अलावा उनकी यात्रा अवधि को और अधिक बढ़ाना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कृत्रिम जलाशयों के आस-पास पर्यटन बढ़ने से स्थानीय लोगों को होम स्टे, रेस्तरां, रिजॉर्ट्स और होटल इत्यादि स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा जिससे उनकी आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी। उन्होंने कहा कि इन साहसिक गतिविधियों के संचालन के लिए नियम इत्यादि भी तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला प्रशासन को एक से दो किलोमीटर तक फैली कृत्रिम झील बनाने के लिए उपयुक्त स्थलों की पहचान करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, नगरोटा में एक वेलनेस सेंटर, आकर्षक झरनों के साथ एक कृत्रिम झील की स्थापना के लिए 5.75 हेक्टेयर भूमि की पहचान भी की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ज़िला कांगड़ा के पौंग बांध में साहसिक पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 70 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इससे साहसिक गतिविधियों के शौकीन राज्य की ओर रूख करेंगे। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार यहां आने वाले पर्यटकों की यात्रा एवं उनके अनुभवों को अविस्मरणीय बनाने के लिए पर्यटन से जुड़े बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए प्रमुखता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आगामी पांच वर्षों में राज्य में पर्यटकों की आमद बढ़ाकर पांच करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था मज़बूत होने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को रोज़गार और स्वरोज़गार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
हिमाचल में इस बार टमाटर ने सेब को पछाड़ दिया है। सोलन सब्जी मंडी में शनिवार को होलसेल में टमाटर 60 से 80 रुपये किलो (अधिकतम 2000 रुपये प्रति क्रेट) बिका। यह सोलन मंडी का रिकॉर्ड रेट बताया जा रहा है। वहीं, शिमला की भट्टाकुफर मंडी में टाइड मैन किस्म का सेब 40 से 75 रुपये के हिसाब से बिक रहा है। बता दें कि बीते 5 दिन के दौरान टमाटर के रेट में 300 से 500 रुपये प्रति क्रेट का इजाफा हो चुका है। टॉप क्वालिटी का टमाटर आम जनता तक पहुंचते-पहुंचते 110 रुपये हो गया है। मीडियम व लो क्वालिटी का टमाटर 80 से 100 रुपये के बीच बिक रहा है। इससे गरीब जनता की रसोई से टमाटर गायब हो रहा है। शिमला की ढली मंडी में भी शनिवार को टमाटर 60 से 75 रुपये होलसेल में बिका।
डिजीटल तकनीक एवं गवर्नेंस विभाग द्वारा कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर में 4 तथा 5 जुलाई को हिमाचल ड्रोन कॉन्कलेव आयोजित किया जाएगा। इस कॉन्कलेव में व्यापार जगत के प्रमुख, विशेषज्ञ, शिक्षाविद् तथा हितधारक शामिल होंगे, जो ड्रोन के क्षेत्र में सहयोग और ज्ञान के अदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे। विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि यह कार्यक्रम कानून व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, कृषि, वन प्रबन्धन, पर्यटन तथा अधोसंरचना विकास जैसे विभिन्न क्षेत्रों में ड्रोन तकनीक की प्रगति तथा उपयोग की जाने वाली एप्लीकेशन को उजागर करेगा। प्रथम सत्र की अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के प्रख्यात प्रवक्ता हिमाचल प्रदेश में ड्रोन तकनीक के वर्तमान परिदृश्य, गवर्नेंस में ड्रोन तकनीक की भूमिका तथा इस क्षेत्र में रोज़गार अवसरों पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव उद्योग आर.डी.नजीम, सचिव सूचना प्रौद्योगिकी डॉ. अभिषेक जैन तथा अन्य प्रमुख्य प्रवक्ताओं में शामिल होंगे।
कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण को लेकर डीसी ऑफिस में जिलाधीश डॉ. निपुण जिंदल की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के उपरांत उपायुक्त ने बताया कि कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से संबंधित आगामी कार्रवाई को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला कांगड़ा को प्रदेश की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने की प्रतिबद्धता जाहिर की है। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे के विस्तार की स्थिति में भूमि अधिग्रहण, मुआवजा आवंटन, पुनर्वास, निर्मित ढांचे, कृषि, वन संबंधित डेटा को फीड करने के लिए एनआईसी द्वारा एक सॉफ्टवेयर भी तैयार किया गया है, जिसके बारे में बैठक में विभाग द्वारा जानकारी उपलब्ध करवाई गई।
आपका विधायक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत आज ग्राम पंचायत कुहन के गांव खास औच कलथुना में आज विधायक यादविंदर गोमा ने लोगों की समस्याओं को सुना। विधायक ने बहुत सी समस्याओं का समाधान मौके पर ही कर दिया और अन्य को विभाग के अधिकारियों को जल्द उनका समाधान करने के लिए कहा। इस दौरान विधायक यादविंदर गोमा ने 10 लाख रुपये औच में समुदायिक भवन बनाने के लिए व श्मशान घाट के रास्ते के निर्माण के लिए 2 लाख रुपये तथा कुहन में ओवरहेड टैंक और देहरियां में भवन निर्माण के लिए 5 लाख रुपये अपनी विधायक निधि से देने की घोषणा की। विधायक गोमा ने विधानसभा के चुनाव के समय भरपूर सहयोग के लिए जनता का आभार व्यक्त भी किया।
आफत की बरसात से परेशान, डाडासीबा के दुकानदारों का ये अनोखा विरोध का शीर्षक देकर फर्स्ट वर्डिक्ट मीडिया में 28 जून को खबर प्रकाशित हुई थी उसका संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग के एसडीओ राजन कुमार अपने कर्मचारियों सहित मौका पर पहुंचे। दुकानदारों से पानी निकासी के लिए बात की गई परंतु मौके पर दुकानदारों की पानी की निकासी के लिए सहमति न बनने पर इस समस्या का हल नहीं हो पाया। एक तरफ विभाग समस्या हल करने के लिए पहुंचा है, लेकिन स्थानीय दुकानदार कोई भी पानी निकासी के लिए जगह नहीं दे रहा है। स्थानीय दुकानदारों ने बताया राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डाडा सीबा का बारिश का पानी इक_ा होकर इस सड़क पर इक_ा हो जाता है उन्होंने मांग की है कि स्कूल का जो पानी है उसे खडड की ओर भेजा जाए इस मौके पर डाडा सीबा व्यापार मंडल के प्रधान राजेंद्र सिंह गोगा, डाडा सीबा पंचायत के उप प्रधान परमेश्वरी दास ,पूर्व प्रधान सूरम सिंह व कई दुकानदार इस मौके पर उपस्थित रहे। उधर, इस संबंध में डाडासीबा लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता राजन कुमार ने बताया विभाग मौके पर पानी की समस्या का हल निकालने पहुंचा है लेकिन यहां कोई भी पानी निकासी के लिए जगह नहीं दे रहा उन्होंने बताया सभी दुकानदारों ने अपने दुकानों के लेंटर का पानी सड़क की ओर छोड़ा है और उन्हें विभाग की तरफ से नोटिस दिए जा रहे हैं। डाडासीबा व्यापार मंडल के प्रधान राजेंद्र सिंह गोगा ने बताया विभाग ने मौके पर आकर स्थिति का जायजा लिया दुकानदारों से बात हुई है उन्होंने आश्वासन दिया है जैसा दुकानदार कहेंगे हल किया जाएगा। इस संबंध में डाडा स्कूल के प्रधानाचार्य सुदर्शन कुमार ने बताया आपके माध्यम से जानकारी मिली है अगर स्कूल के बारिश के पानी से समस्या आ रही है इस समस्या का हल करने का प्रयास किया जाएगा। यह है मामला डाडा सीबा बाजार के दुकानदार अपनी दुकानों के आगे बारिश का पानी इक्कठा होने से खासे परेशान हैं पानी निकासी न होने से सड़क मे पानी इकठा होने से चिंतित हैं। दुकानों के आगे पानी इक्कठा होने की वजह से उन्हें आवजाही करने के लिए उक्त पानी के बीच में ईंटो का सहारा लेकर दूकान में जाना पड़ता है। आपको बता दें डाडा सीबा से तलबाडा़ जाने वाली सड़क के करीब यह दुकाने हैं जहां पानी की ढंग से निकासी न होने की वजह से दुकानदारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं । दुकानों के साथ एसबीआई का एटीएम है और पंजाब नेशनल बैंक के सामने गंदा पानी इक_ा होने से रुपए निकालने आने वाले उपभोक्ताओं को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने इस समस्या का हल निकालने की गुहार लगाई है।
केंद्रीय विद्यालय नलेटी की छात्रा यशिका का इसरो के युविका कार्यक्रम में चयन हुआ था। उस कार्यक्रम के तहत 14 मई से 26 मई तक ट्रेनिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया था, जिसमें चंद्रयान, मंगलयान, अंतरिक्ष भौतिकी, बेसिक स्काई ऑब्जर्वेशन, फिजिक्स बिहाइंड रॉकेट, तारा व तारामंडल संरचना आदि विषयों पर गहन चर्चा के साथ प्रयोगात्मक जानकारी दी गई। अतिरिक्त अन्य पाठ्यसहगामी गतिविधियों जैसे भारत के विभिन्न प्रांतों के नृत्य, गीत- संगीत, कला आदि के भी सेशन आयोजित हुए। इस कार्यक्रम के तहत यशिका के 25 लेक्चर सेशन हुए। इस कार्यक्रम में देश भर के 350 बच्चों ने भाग लिया था। यशिका ने प्रार्थना सभा में भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान, इसरो, देहरादून में बिताए गए दिनों और प्राप्त अनुभव को साझा किया। यशिका ने कहा कि यह कार्यशाला मेरे लिए अविस्मरणीय रहेगी। साथ ही बताया कि मैं भी भविष्य में इसरो की वैज्ञानिक बनना चाहती हूं। विद्यालय प्राचार्य ने अपने अपने संबोधन में कहा कि ये केन्द्रीय विद्यालय के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि विद्यालय की छात्रा यशिका ने केन्द्रीय विद्यालय नलेटी का मान बढ़ाया है। सभी बच्चे इससे सीख ले और भविष्य में आयोजित होने वाली प्रत्येक प्रतियोगिता में अवश्य भाग लें।
खंड विकास कार्यालय लंबागांव में आज स्वयं सहायता समूह की बैठक हुई, जिसमें बतौर मुख्य अथिति जयसिंहपुर के विधायक यादविंदर गोमा ने शिरकत की। विधायक का खंड विकास कर्यालय लंबागांव में पहुंचने पर बीडीओ सिकंदर सिंह और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने जोरदार स्वागत किया गया तथा टोपी और शॉल से सम्मानित किया। विधायक गोमा ने स्वयं सहायता समूह की 210 लाभार्थियों को एग्री न्यूट्री किट्स वितरित कीं। इस अवसर पर बीडीओ सिकंदर सिंह, पूर्व प्रधान टिक्करी, लंबागांव के पूर्व बीडीसी सदस्य रंजीत कुमार के साथ अन्य वरिष्ठ लोग व महिलाएं मौजूद रहीं।
उपमंडल देहरा के तहत कई क्षेत्रों में बेसहारा गौवंश राहगीरों और किसानों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। गत कुछ महीने पहले ही में चलाली गांव की बुजुर्ग महिला की गौवंश के हमले से जान चली गई थी। इसके साथ ही एक बार फिर लोग बेसहारा गोवंश से निजात पाने को लेकर आवाज उठाने लगे हैं। शहर ही नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी बढ़ता बेसहारा गोवंश परेशानी का सबब बनता जा रहा है। डाडा सीबा से ढलियारा मार्ग,नंगल चौक बढ़लठोर, चनौर बीहण इत्यादि क्षेत्रों के आसपास कई बार झुंड के झुंड सड़कों के किनारे और बीचोंबीच खड़े रहते हैं। देहरा उपमंडल की कई जगह सड़कों पर बेसहारा गौवंश देखने को मिल जाएंगे, जो कि सड़क किनारे से गुजरने वाले राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बने रहते हैं। ज्यादातर बेसहारा पशु शाम और रात को सड़क के बीचो-बीच ही बैठे रहते हैं जिससे बाहन चालको को परेशानी का सामना करना पड़ता है और हादसा होने का अंदेशा रहता है। आलम यह है कि शहर से लेकर गांव तक के लोग इससे परेशान हैं। राहगीरों का जहां सड़कों पर चलना दूभर है वहीं, कई इलाकों में बेसहारा गौवंश से फसलों को बचाने के लिए रातभर जागकर पहरा देना पड़ता है। कुछ लोगों ने कंटीले तारों से फेंसिंग कर रखी है, लेकिन ऐसे किसानों की संख्या काफी कम है। बेसहारा गौवंश के संरक्षण के लिए बेशक सरकार ने योजनाएं बनाईं या कार्य किये लेकिन वे नाकाफी साबित हैं। अभी भी सैकड़ों की तादाद में बेसहारा पशु खुलेआम घूम रहे हैं। कई जगह सड़कों पर इनके झुंड के झुंड दिखाई देते हैं। सरकार को चाहिए कि सड़क पर बेसहारा गोवंश के संरक्षण हेतु उचित कदम उठाए जाएं, ताकि कोई भी गोवंश निराश्रित या बेसहारा न रहने पाए। क्या कहते हैं अधिकारी डाडासीबा के तहसीलदार बीरबल ने कहा कि संबंधित पंचायत और पशुपालन विभाग इसके बारे में उचित कार्रवाई करें। जिन पशुओं को टैग लगे हैं, पशु पालन विभाग इसकी जांच करें और इनके मालिकों का पता लगाएं। तदोपरांत इस बारे में उचित कार्रवाई अमल में लाई जाए।
* डॉ राजीव बिंदल की नई टीम से जल्द उठ सकता है पर्दा * जिला और ब्लॉक स्तर पर भी चरणबद्ध तरीके से बदलाव तय हिमाचल में लगातार चुनाव हार रही भाजपा अब प्रदेश संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी में है। डॉ राजीव बिंदल के तौर पर नए प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती पहले ही हो चुकी है और अब संगठन की सर्जरी की तयारी है। बताया जा रहा है पूरी कार्यकारिणी बदलने की तैयारी है और नए प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल ने संभावित कार्यकारिणी की लिस्ट तैयार कर मंजूरी के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज भी दी है। नड्डा की सहमति मिलते ही कई बड़े चेहरों की छुट्टी हो सकती है और हाशिए पर चल रहे कई निष्ठावानों को तवज्जो मिलेगी। निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखया जायेगा। ऐसे कई पदाधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है जिनके क्षेत्र में बीते विधानसभा चुनाव में खुलकर बगावत हुई हैं और पार्टी का ग्राफ गिरा है। हालांकि मौजूदा कार्यकारिणी के कुछ पदाधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारी भी मिल सकती है। माना जा रहा है कि ये बदलाव सिर्फ राज कार्यकारिणी तक सिमित नहीं रहेगा। पार्टी संगठन में टॉप टू बॉटम बदलाव कर सकती है। राज्य कार्यकारिणी में आवश्यक बदलाव के बाद जिला और ब्लाक कि कार्यकारिणी में भी बदलाव होगा। अन्य मोर्चों में भी जरूरी बदलाव की तैयारी है। वहीँ विधानसभा चुनाव में बगावत का बिगुल फूंकने वाले नेताओं कि घरवापसी को लेकर अभी संभवतः पार्टी कोई निर्णय न ले लेकिन आवश्यकता पड़ने पर इस पर भी विचार हो सकता है। दुनिया के सबसे बड़े राजनैतिक दल, यानी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा का डंका आज पुरे सियासी जगत में बजता है। पर उनके अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश में नड्डा की चमक लगातार फीकी पड़ी है। अपने ही राज्य में नड्डा अपनी पार्टी को हारते हुए देख रहे है, निश्चित तौर पर ये बात उन्हें खलती तो होगी। जाहिर है नड्डा सियासत के माहिर खिलाड़ी है और अब कोई चांस लेने के मूड में नहीं होंगे। लाजमी है 2024 के लिए नड्डा अब नरम नहीं बल्कि गरम रुख अपनाये। ऐसे में संगठन में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है। क्या नए चेहरों पर दांव खेलगी भाजपा ? 2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा एक्शन मोड में है। 2014 और 2019 में भाजपा ने प्रदेश में क्लीन स्वीप किया है और अब पार्टी इस प्रदर्शन को दोहराना चाहती है। मंडी लोकसभा उपचुनाव में हार के बाद पार्टी के तीन सांसद है और माहिर मान रहे है कि पार्टी सीटिंग सांसदों के टिकट काटने या बदलने से भी गुरेज नहीं करेगी। ग्राउंड फीडबैक के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जायेगा। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के अलावा अन्य डॉ सांसदों को टिकट मिलेगा या नहीं, ये कहना मुश्किल है। अनुराग की सीट बदलने को लेकर भी अटकलें तेज है। वहीँ मंडी से पार्टी उम्मीदवार के तौर पर जयराम ठाकुर और अनिल शर्मा के नाम चर्चा में है।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष एवं पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) आरएस बाली ने आज कांगड़ा स्थित अपने निवास स्थान और ओबीसी भवन नगरोटा बगवां में जन समस्याएं को सुनते हुए उनका निपटारा किया। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं को सुनना और उनकी शिकायतों का निवारण करना सरकार का प्रथम कर्तव्य है। इस दौरान उन्होंने करीब 200 लोगों की समस्याओं को सुना। अधिकतर समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर दिया तथा शेष के शीघ्र समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को उचित निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने हटवास पंचायत के एक बुजुर्ग को चार कुर्सियां भी भेंट की। इसके बाद बाली नगरोटा बगवां के रहने वाले व्यवसाई एवं वरिष्ठ पत्रकार नीरज दुसेजा की माता ललिता दुसेजा के स्वर्गवास उपरान्त उनकी आत्मा की शांति के लिए रखी गई पूजा और उठाले में सम्मिलित हुए। उन्होंने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तथा परिवार के समक्ष अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। बाली ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत ऊपरली मजेठली का भी दौरा किया। यहां आसमानी बिजली गिरने से लगभग 8 घरों की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। उन्होंने मौक़े पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और प्रभावितों से बात कर उन्हें सरकार की ओर से हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया।
कैंसर की विभिन्न बीमारियों में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर पूरे विश्व में काफी फैला हुआ है। भारत में हर वर्ष 2 लाख के करीब ब्रेस्ट कैंसर के केस आ रहे हैं। हालांकि ब्रेस्ट कैंसर से बचाव आसान है, यदि इसका समय रहते पता चल जाए। यह बात एसडीएम धर्मशाला धर्मेश रमोत्रा ने धर्मशाला में आयोजित मैमोग्राफी कैंप में शिरकत करते हुए कही। एसडीएम ने कहा कि भारत में ब्रेस्ट कैंसर की पहचान देरी से होती है और यह रोग बिगड़ जाता है। 30 वर्ष की आयु के बाद महिलाओं को मैमोग्राफी टेस्ट करवाते रहना चाहिए। रेडक्रॉस सोसायटी की उपमंडल इकाई धर्मशाला ने मैमोग्राफी कैंप लगाने की शुरुआत की है और भविष्य में प्रयास किया जाएगा कि इस तरह के कैंप समय-समय पर आयोजित किए जा सकेंगे। मैमोग्राफी टेस्ट कैंप पालमपुर में करवाया जा रहा था, जिनसे संपर्क करके बहुत कम समय में धर्मशाला में भी यह कैंप यहां आयोजित किया गया। अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में इसी तरह का कैंप आयोजित करने के प्रयास किए जाएंगे। धर्मशाला में पहली बार आयोजित किए गए कैंप के प्रति महिलाओं ने रुचि दिखाई है और 70 से अधिक महिलाओं ने कैंप में टेस्ट करवाए हैं। ब्रेस्ट कैंसर यदि गंभीर रूप लेता है तो इसका पूरे परिवार पर असर पड़ता है। हमारी यही अपील है कि 30 वर्ष से अधिक की महिलाएं अपना मैमोग्राफी टेस्ट जरूर करवाएं।
सिरमौर के नाहन में 25 जून से 28 जून तक पांच दिवसीय राज्य स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में राइफल स्माल बॉक्स प्रिंटर शॉट गेम जैसे शूटिंग इवेंट छठी आरबीएन बटालियन द्वारा आयोजित करवाए गए। इस प्रतियोगिता के मेन जूनियर की 10 मीटर रेस शूटिंग में खुंडिया तहसील के गांव नंतर बारी कलां निवासी शिवम राणा ने सिल्वर मेडल जीता। समापन समारोह में 2012 ओलंपियाड के सिल्वर मेडलिस्ट विजय कुमार ने शिवम को मेडल पहनाकर सम्मानित किया। शिव के पिता सुनील कुमार एक्स सर्विसमैन हंै तथा वर्तमान में तहसील खुंडिया में बतौर पटवारी कार्यरत हंै, जबकि माता आशा रानी समाज सेवा और राजनीति से जुड़ी हैं।
पूर्व मंत्री एवं जसवां-परागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर ने जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत डाडासीबा में सड़क पर खड़े पानी में नाव चलाने को लेकर वायरल वीडियो को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उनका कहना है कि यह वीडियो सरकार की कथनी और करनी की पोल खोलने वाला है। इससे साबित होता है कि सरकार विकास के प्रति कितनी गंभीर है। डाडासीबा जैसे मुख्य इलाके में ही सड़क का यह हाल है तो दूरदराज के इलाकों में स्थिति और भी खराब होगी। एक बयान में बिक्रम ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन का नारा देकर सत्ता में आई कांग्रेस के चेहरे से नकाब पूरी तरह हट चुका है। अपने छह माह के कार्यकाल में कांग्रेस सरकार ने सिर्फ भाजपा सरकार की ओर से खोले गए संस्थान बंद किए हैं। सरकार का ध्यान विकास की तरफ है ही नहीं। सत्ता संभालने के कुछ माह के भीतर ही लोगों का सरकार से मोह भंग हो गया है। जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के डाडासीबा में सड़क पर खड़े पानी में नाव चलाकर दुकानदारों का विरोध प्रदर्शन इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि डाडासीबा जैसे स्थान से रोजाना सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों का आनाजाना होता है। करीब दो सौ मीटर लंबी सड़क पर खड़े इस पानी की वजह से किसी हादसे की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। बिक्रम ने प्रदेश सरकार और उसके नेता अहम स्थानों के प्रति इतना उदासीन रवैया अपनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। सिर्फ डाडासीबा ही नहीं प्रदेश के कई क्षेत्रों में ऐसी ही हालत बनी हुई है।
जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर उपमंडल के गांव हारसीपतन में रविंद्र सूद के घर में बुधवार रात को लगभग 9 बजे रसोई में इंडियन कोबरा देखा गया। सांप को देखकरपरिवार के सभी सदस्य बाहर आ गए और सांप रसोई में रखी लकड़ियों में छुप गया। कोबरा इतना बड़ा था कि सभी आगे जाने से घबरा रहे थे। उन्होंने रात को 11 बजे फोन से आलमपुर के माथुर धीमान को सूचित किया, लेकिन माथुर धीमान उस वक्त निजी कार्य से बाहर गए हुए थे। सुबह माथुर धीमान 10 बजे उनके घर पहुंचे तो देखा कि सांप वहीं लकड़ियों में छुपा हुआ था। माथुर धीमान ने इस सांप को पकड़कर उसका रेस्क्यू किया और घर वालों को भय से मुक्त किया। माथुर धीमान ने अताया कि यह इंडियन कॉमन कोबरा था, जिस में न्यूरोटॉक्सिक वेनम पाया जाता है। इसे रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया गया है।
क्रिकेट जगत के सबसे बड़े इवेंट विश्व कप के पांच मैचों की मेजबानी हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के धर्मशाला स्टेडियम को मिलना हर हिमाचली के लिए गर्व की बात है। हिमाचल जैसे छोटे राज्य ने अनुराग सरीखे नेता की कड़ी मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। अनुराग ठाकुर की कड़ी मेहनत के बाद अरुण धूमल की सूझबूझ व कार्यक्षमता ने एचपीसीए को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। धर्मशाला को पांच मैच मिलने पर अनुराग ठाकुर का धन्यवाद करते हुए भाजपा युवा नेता डॉ. सुकृत ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र धर्मशाला में दुनिया का सबसे खूबसूरत स्टेडियम बनाना कोई आसान काम नहीं रहा होगा, लेकिन अनुराग ठाकुर की दृढ़ इच्छा शक्ति से ही यह मुमकिन हो पाया है। डॉ. सुकृत ने कहा कि विश्व कप के पांच मैच मिलने के बाद जहां पूरे हिमाचल का नाम विश्व में ऊंचा हुआ है, वहीं खेल के क्षेत्र में इस छोटे राज्य के युवाओं की संभावनाएं बड़ी हैं। उन्होंने कहा कि हजारों की संख्या में देश विदेश से लोग धर्मशाला में मैच देखने आएंगे, जिससे टूरिज्म क्षेत्र से जुड़े लाखों हिमाचलियों को लाभ होगा। जब यह क्रिकेट प्रशंसक वापस जाएंगे तो हिमाचल की खूबसूरती व संस्कृति का प्रचार-प्रसार अपने-अपने क्षेत्र में करेंगे, जिससे आगामी वर्षों में भी हिमाचल के टूरिज्म को बल मिलेगा। डॉ. सुकृत ने हिमाचल को विश्व कप के पांच अंतरराष्ट्रीय मैचों का तोहफा देने के लिए अनुराग ठाकुर, बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल व एचपीसीए का आभार व्यक्त किया।
जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ते गांव सुकाहर के चलाली में एक टीनपोश पशुशाला में आग का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार त्रिलोक सिंह पुत्र हरनाम सिंह की टीनपोश गौशाला में अचानक आग लग गई, जिससे गौशाला सहित उसके अंदर रखा पशुओं का सूखा चारा आदि जलकर राख हो गए आग पर दमकल विभाग व स्थानीय लोगों की मदद से काबू पाया बरहाल इस अग्निकांड में किसी भी प्रकार का कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। त्रिलोक सिंह के पुत्र प्रदीप कुमार ने बताया कि दमकल विभाग के कर्मचारियों ने इस अग्निकांड पर काबू पाया। हालांकि गाड़ी आगे तक नहीं पहुंच पाई पर विभागीय अधिकारियों सहित स्थानीय लोगों ने हरसंभव मदद की है। रिपोर्ट के मुताबिक इस घटना में लगभग 50,000 का नुकसान आंका गया।
कांगड़ा जिले के 15 स्वास्थ्य संस्थानों में अब नशा मुक्ति क्लीनिक सेवाएं शुरू की जाएंगी। यह जानकारी उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने राष्ट्रीय नार्को समन्वय पोर्टल (एनकॉर्ड) के तहत बनी जिलास्तरीय समन्वय समिति की बैठक के उपरांत दी। उपायुक्त कार्यालय में आज (बुधवार) को आयोजित इस बैठक में जिला नार्कोटिक्स समन्वय समिति की संयोजक पुलिस अधीक्षक कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री भी उपस्थित रहीं। डॉ. निपुण जिंदल बताया कि पहले चरण में जिला कांगड़ा में 15 जून से 8 स्वास्थ्य संस्थानों में नशा मुक्ति क्लीनिक सेवाएं शुरू की गई थीं। जिनमें जोनल अस्पताल धर्मशाला के साथ सिविल अस्पताल ज्वालामुखी, कांगड़ा, शाहपुर, नूरपुर, इंदौरा फतेहपुर और पालमपुर में यह सेवाएं दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि इन अस्पतालों में शुरु की गई नशा मुक्ति क्लीनिक का लोग लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने बताया इन सभी अस्पतालों में कि अभी तक हुई दो ओपीडी में नशे से पीड़ित 33 लोग परामर्श ले चुके हैं और अपना उपचार करवा रहे हैं। डीसी ने बताया कि जिले में अब 7 अन्य अस्पतालों में भी नशा मुक्ति क्लीनिक सेवाएं शुरु की जाएंगी। जिनमें देहरा, बैजनाथ, थुरल, फतेहपुर, जवाली, डाडासीबा और जयसिंहपुर के सिविल अस्पतालों शामिल हैं। उन्होंने बताया कि जिले के इन सभी 15 अस्पतालों में ये सेवाएं हर हफ्ते 2 दिन शुक्रवार और शनिवार को दोपहर बाद 2 से 4 बजे तक मिलेंगी। उन्होंने बताया कि इन संस्थानों में नशा मुक्ति के मामलों को डील करने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक और स्टाफ उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि इस संस्थानों में नशा मुक्ति से जुड़ी सभी दवाइयां भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाई जाएंगी।
अतिरिक्त उपायुक्त सौरभ जस्सल ने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल तथा उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना के लिए सभी अधिकारी अपने-अपने विभाग के कार्यों के प्रति जिम्मेदार रहें तथा सम्बन्धित विभाग इस योजना के तहत अपने-अपने क्षेत्रों में तेजी से कार्यों का निर्वहन करें। एडीसी बुधवार को डीआरडीए के सभागार में राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाने हेतु आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में जिला में एनजीटी के तहत गठित कमेटियों द्वारा किये गए कार्यों की समीक्षा की गई। एडीसी ने कहा कि पर्यावरण में स्वच्छता बनाए रखने के दृष्टिगत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की और से सॉलिड वेस्ट, प्लास्टिक वेस्ट, बायो मेडिकल वेस्ट, ई-वेस्ट तथा कंस्ट्रक्शन आदि के प्रबंधन के लिए जो नियम बनाए गये हैं उनका सफल तरीके से क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें। एडीसी ने कहा कि जिला के नदी-नालों में प्रदूषण, अवैध डंपिंग और अवैध खनन को रोकने के लिए सभी संबंधित अधिकारी कदम उठाएं तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ठोस एवं तरल कचरे का सही निष्पादन सुनिश्चित किया जा सकता है। बैठक में बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के तहत जिला में स्वास्थ्य सुविधाओं, जिला में बायो मेडिकल वेस्ट की मात्रा व उनका प्रबंधन, बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के लिए ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने आदि बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। बैठक में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ वरुण गुप्ता ने बैठक का संचालन किया तथा विभिन्न मुद्दों का विस्तृत ब्यौरा पेश किया।
उपमंडल रे के अंतर्गत आने वाले गांवों में आजकल बिजली बाधित समस्या काफी हद तक बढ़ गई है। आए दिन कोई न कोई ट्रासफार्मर ओवरलोडिंग के कारण जल जाता है। इससे लोगों को गर्मी के इन दोनों में काफी समस्या हो रही है। ग्राम पंचायत भोग्रवां में पिछले ही दिनों दो ट्रासफार्मर जल गए थे, जिसे विभाग द्वारा बदल दिया गया है। जानकारी देते हुए अधिशासी अभियंता मंडल फतेहपुर अमन चौधरी ने बताया कि 2 दिनों में भोग्रवां में दो ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग के कारण जल गए थे, जिन्हें की बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि लोगों ने अपनी मोटरों को ऑटोमेटिक मोड पर रखा है , जिसके कारण ओवरलोडिंग हो जाती है और ट्रांसफार्मर जल जाते हैं। इस कार्य को रोकने के लिए निरीक्षण टीमें तैयार कर ली गई हैं। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अब जिस भी व्यक्ति की मोटर ऑटोमेटिक मोड पर पाई गई तो उन्हें भारी जुर्माना चुकाना पड़ सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है जिनकी भी मोटर ऑटोमेटिक मोड पर है, उसे समय रहते बदल दे नहीं तो उन्हें भारी रकम जुर्माने के रूप में भुकतनी पड़ सकती है।
ज्वालामुखी के अंतर्गत देहरियां में बुधवार को स्कूटी की टक्कर से एक बुजुर्ग की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार 92 वर्षीय बुजुर्ग शेर सिंह पुत्र रसीला राम, निवासी डोहग देहरियां अपने घर के पास मुख्य सड़क किनारे पैदल चल रहे थे कि अचानक ज्वालामुखी से रानीताल की तरफ जा रहे एक स्कूटी चालक ने उन्हें सामने से टक्कर मारकर घायल कर दिया। घायल शेर सिंह की आरपीजीएमसी टांडा में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई है। वहीं, सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर लिया है। मामले की पुष्टि डीएसपी ज्वालामुखी विकास धीमान ने की है।
पुलिस थाना पालमपुर की पुलिस ने बुधवार को एक व्यक्ति से 19 ग्राम हेरोइन बरामद की। आरोपी की पहचान सागर शर्मा पुत्र नरेश, निवासी गांव खड़ौत पो बल्ला, थाना भवारना, तहसील पालमपुर के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को हिरासत में ले लिया है और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
मिनर्वा कॉलेज ऑफ एजुकेशन इंदौरा में मंगलवार रात्रि को फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया। इसमें बीएड के द्वितीय सत्र के विद्यार्थियों ने चतुर्थ सत्र के विद्यार्थियों को विदाई दी। इस समारोह में छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत भी किया गया। कार्यक्रम में कॉलेज प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष चेयरमैन जे. एस पटियाल और उपाध्यक्ष कमलेश पटियाल डॉ. वीना भट्ट और डॉ. आनंद वडेरा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस विदाई समारोह में मिस फेयरवेल डिंपी और मिस्टर फेयरवेल परमेश को चुना गया। वहीं मिस पर्सनैलिटी अनामिका जरियाल और मिस्टर पर्सनैलिटी रोहित कुमार, मिस ब्यूटीफुल आंचल और मिस्टर हैंडसम राहुल को चुना गया। मिनर्वा कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत कुमार ने सभी विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया और कहा कि आपको चुनौतियों का सामना करते हुए बुलंदियों को छूना है और कॉलेज का नाम रोशन करना है। उन्होंने विद्यार्थियों को मेहनत और लगन से आगे बढ़ते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। इस विदाई समारोह में डॉ. कपिल कुमार वर्मा, डॉ. अश्विनी शर्मा और मिस्टर सचिंद्र कुमार के साथ सभी अध्यापक वर्ग भी वहां उपस्थित रहे।