भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष पद पर पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता स्वतंत्र सांख्यान की सर्वसम्मति से नियुक्ति हुई है। यह घोषणा सोमवार को धौलरा विश्राम गृह में जिला चुनावों के लिए नियुक्त किए गए प्रभारी नादौन के पूर्व विधायक विजय अगिनहोत्री ने की। स्वतंत्र सांख्यान को सर्वसम्मति से जिला का अध्यक्ष चुना गया है। संघ परिवार से संबंध रखने वाले स्वतंत्र सांख्यान ने अपने राजनीतिक सफर में पार्टी के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और उस समय भारतीय जनता पार्टी की पताका को सुरक्षित रखा जब भाजपा अल्पमत में होती थी। स्वतंत्र सांख्यान लंबे समय तक जिला भाजपा के महामंत्री भी रहे। इसके अलावा बिलासपुर में होने वाले विभिन्न मंडल स्तर से लेकर राष्ट्रीय कार्यक्रमों को सफल बनाने में स्वतंत्र सांख्यान की महत्वपूर्ण भूमिका रहती थी। गौर रहे कि बिलासपुर कॉलेज का गठन होने के बाद इसकी प्रथम छात्र परिषद के अध्यक्ष भी स्वतंत्र सांख्यान ही बने थे और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का झंडा बुलंद किया था। स्वतंत्र सांख्यान के नाम पर सर्वसम्मति का होना यह संकेत भी देता है कि कोई भी कार्यकर्ता किसी भी महत्वपूर्ण पद पर पहुंच सकता है वर्तमान में स्वतंत्र सांख्यान जिला व्यापार मंडल के अध्यक्ष भी है। उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा का भी खास माना जाता है।
हिमाचल प्रदेश में रंगमंच और निर्देशन की दुनिया में अभिषेक डोगरा आज एक जाना पहचाना नाम बन चुका है। जिला बिलासपुर के अभिषेक ने एक अभिनेता के रूप में शुरुआत की और आज एक सफल निर्देशक के रूप में पहचान बनाने में सफल हुए है। वह कई नाटकों में अभिनय करने के साथ-साथ विभिन्न नाटकों और वीडियो का सफल निर्देशन कर चुके है। वैसे उन्होंने निर्देशन की कोई विशेष तालीम नहीं ली है, लेकिन विभिन्न निर्देशकों की साथ काम करते हुए उन्होंने निर्देशन की बारीकियां सीखी। अभिषेक डोगरा अभी तक "मोहणा", "खालिद की खाला" व "खोल दो" आदि नाटकों का सफल निर्देशन करने के साथ "अंधेरी नगरी चौपट राजा", "ले चल", "युद्ध और बुद्ध", "आह में, वाह में", "गुड़िया", "बिल्लियां बतयाती हैं", "खालिद की खाला", "मासूम जिंदगी की सच्चाई", "मोहणा", "शहीद", "मासूमियत", "फाइट ऑफ इनोसेंस" और "धर्मक्षेत्र, कुरुक्षेत्र" आदि नाटकों में अभिनय कर चुके हैं। इसके अलावा पहाड़ी गीत "गोरिया रा दिल", हिंदी गीत "पापा", भजन "सांवरा", "उड़ देया पंछिया" व "माता रानी तू है बड़ी प्यारी" का वीडियो निर्देशन भी उन्होंने किया है। वहीं, अभिषेक डोगरा बॉलीवुड फिल्म "तमाशा", स्टार प्लस के टीवी सीरियल "जाना न दिल से दूर" और हिमाचली फिल्म "नठ-पज्ज" में भी काम कर चुके है। बचपन से ही उन्हें अभिनय की दुनिया में काम करने का शौक था, इसके चलते जब वह पहली कक्षा में थे, तो उन्होंने बिलासपुर में एक एक्टिंग की वर्कशॉप में भाग लिया। उसके बाद स्कूल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ-साथ विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए खूब वाहवाही लूटी। 11वीं और 12वीं कक्षा में उन्होंने संगीत की शिक्षा भी हासिल की। बिलासपुर के दयानंद पब्लिक स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई करने के बाद सरकारी बॉयज स्कूल से 11वीं व 12वीं, फिर बिलासपुर डिग्री कॉलेज और उसके बाद हिमाचल विश्वविद्यालय से टूरिजम विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन की। वर्तमान में अभिषेक डोगरा जिला बिलासपुर के बन्दला में सरकारी स्कूल में पर्यटन शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे है। अभिषेक डोगरा के पिता अरुण डोगरा वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार है तथा माता सुमन डोगरा वैसे तो गृहणी है, लेकिन बावजूद इसके सामजिक और धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेती है। अभिषेक के छोटे भाई शिवांश डोगरा शिमला में एक बैंक में कार्यरत है। हाल ही में अभिषेक डोगरा द्वारा निर्देशित "खोल दो" नाटक को इंटर कॉलेज युवा उत्सव में प्रथम पुरस्कार मिला है। इस नाटक के डायलॉग अभिषेक ने अपने आप लिखे हैं। यह कहानी सुप्रसिद्व लेखक सआदत हसन मंटो की लिखी हुई है। यह नाटक उन्होंने बिलासपुर कॉलेज के छात्रों को तैयार करवाया था। खास बात यह है कि आज से 10 साल पहले अभिषेक डोगरा ने एक अभिनेता के रूप में इसी कॉलेज से काम किया था और बेस्ट एक्टर का अवार्ड भी जीता था। आज इसी कॉलेज से एक निर्देशक के रूप में काम किया और पुरस्कार भी जीता। बताते चलें कि अभिषेक डोगरा बिलासपुर में उड़ान थियेटर ग्रुप के साथ जुड़े हुए है।
हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के अंतर्गत बिलासपुर स्थित टीके सिस्टम के ट्रेनिंग सेंटर में नशा निवारण अभियान कार्यक्रम का आयोजन जिला मुख्यालय में किया गया। इसमें पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। टीके सिस्टम के डायरेक्टर विशि विशेष रूप से मौजूद रहे। सेंटर के मैनेजर पवन कुमार शर्मा ने मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा को तथा विशेष अतिथि डायरेक्टर विश को हिमाचली टोपी तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। युवाओं को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने कहा कि युवा देश निर्माण में आगे आएं, आज का युवा देश का भविष्य है। युवा नशे के जाल में फंसकर अपने भविष्य को खराब ना करे। युवा देश का भविष्य है देश की उन्नति के लिए सभी युवा कटिबद्ध हो जाएं और नशे से दूर रहें। इस मौके पर टीके सिस्टम के डायरेक्टर विश मैडम ने कहा कि इस तरह के प्रोग्रामों से युवाओं को नशे से दूर रहने की प्रेरणा मिलती है। इस मौके पर ऑपरेशन मुक्ति नशा निवारण अभियान के राज्य समन्वयक एवं रेनबो स्टार क्लब के अध्यक्ष ईशान अख्तर, एनआईएसडी से सर्टिफाइड ट्रेनर इंजीनियर सत्यदेव शर्मा, हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के ब्रांड एंबेसडर सुशील पुंडीर, रेनबो स्टार क्लब के संरक्षक एवं रेड क्रॉस अवॉर्डी शीला सिंह ने भी नशे के दुष्प्रभाव के में संदर्भ में युवाओं को जागरूक किया। इस मौके पर प्रशिक्षुओं द्वारा नशे के विषय पर एकांकी भी प्रस्तुत की गई तथा युवाओं इशरत खान, पल्लवी, आशना शर्मा, दीक्षा शर्मा ने भी नशे के प्रति अपने विचार भी रखे। इस मौके पर स्टाफ नीलम कुमारी, राजेश कुमार, इत्यादि रेनबो स्टार क्लब के पदाधिकारी नीतीश, वासुदेव, अगस्त शर्मा, आशीष ठाकुर, अजय कुमार व युवाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के उपरांत पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने नशा निवारण अभियान को गति देने हेतु ऑपरेशन मुक्ति नशा निवारण अभियान के बैनर तले रैली को हरी झंडी देकर रवाना किया। यह रैली पूरे शहर में परिक्रमा कर नशे के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक करते हुए शहर में घूमे इस मौके पर सैकड़ों युवाओं ने भाग लिया।
बिलासपुर में आयोजित किए गए 270 राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन में सभी का अद्वितिय सहयोग रहा है और इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने में सभी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह बात जिला विज्ञान पर्यवेक्षक अमृत महाजन ने बिलासपुर में पत्रकारों को सम्मानित करने के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने में पत्रकारों का अधिकांश योगदान है क्योंकि अपेक्षा से कहीं अधिक कवरेज इस पूरे कार्यक्रम को देते हुए प्रदेश के घर-घर तक इस कार्यक्रम को पहुंचाया। उन्होंने बताया कि अभी तक भी पूरे प्रदेश भर से इस कार्यक्रम की सफलता को लेकर लोग चर्चा कर रहे है और यह सिर्फ संभव हो पाया है तो बेहतर प्रेस कवरेज से। उन्होंने कहा कि उन सभी अतिथियों का वह आभार प्रकट करते है इन्होंने समय-समय पर आकर इस कार्यक्रम को सफल घोषित किया। इसमें शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधायक सदर सुभाष ठाकुर, घुमारवीं के विधायक राजेंद्र गर्ग, उपायुक्त राजेश्वर गोयल तथा उनकी पूरी टीम, विवेकानंद विचार मंच के प्रांत संयोजक किस्मत कुमार तथा स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष सुरेश सोनी प्रमुख है। उन्होंने अपनी टीम का भी आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में जिस भी सदस्य को जो कार्य सौंपा गया था वह उसने बखूबी निभाया। महाजन ने इस कार्यक्रम को आकर्षक एवं ज्ञानवर्धक बनाने के लिए अगस्तया इंटरनेशनल फाउंडेशन बंगलुरु, विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र नई दिल्ली, पनोरमा एवं विज्ञान केंद्र कुरुक्षेत्र, हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद द्वारा आयोजित पर्यावरण एवं वन्यजीवों पर आधारित फिल्म फेस्टिवल करवाने का भी आभार प्रकट किया। इस अवसर पर जिला मुख्यालय पर स्थित पत्रकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य अश्विनी गुप्ता व रवि भी उपस्थित रहे।
पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने अपने सााथियो के सााथ सोनिया गांधी , राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस लेने के मुद्दे को लेकर बिलासपुर में धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान पीएम का पुतला जलाया गया। बंबर ठाकुर ने कहा कि यह धरना युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास और एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के पक्ष में किया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाह रवैया अपना कर कांग्रेस पार्टी के नेताओं को आंदोलन करने से रोकने के लिए डंडों का और पुलिस बल का प्रयोग कर रही है। ठाकुर ने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाने के मकसद से मोदी सरकार ने पुलिस बल का प्रयोग करके आंदोलन कारियों को कुचलने का प्रयास किया और युवा कांग्रेस के क्रांतिकारी नेता श्रीनिवास तथा एनएसयूआई के प्रधान कुंदन को सरेआम सड़कों पर पीटा और श्रीनिवास के कपड़े तक फाड़ दिए गए और उनको सड़कों पर नंगा घुमाया जो कि लोकतंत्र की हत्या का सीधा सीधा प्रमाण देश के इतिहास में देखने को मिला। ठाकुर ने कहा कि भारतवर्ष में कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता भाजपा के ऐसी तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाने के लिए तैयार बैठा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का प्रमाण हिटलर शाही से कम नहीं है इसका कांग्रेस पार्टी हर क्षेत्र में विरोध करेगी और मोदी का असली चेहरा जनता के सामने सामने लाएगी।
सदर बिलासपुर विधान सभा क्षेत्र को आर्दश विधान सभा क्षेत्र बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे है। विधानसभा क्षेत्र की समस्त पंचायतों में बिना किसी भेदभाव के विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है ताकि लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। यह बात सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत लगभग 9.50 करोड़ रूपए की लागत से कंदरौर-बगड़ी-सलणू-बरमाणा सड़क के विस्तारीकरण (उन्नयन कार्य) कार्य का विधिवत् भूमि पूजन करने के उपरांत निचली भटेड़ में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सड़केे ग्रामीण क्षेत्रों के विकास की भाग्य रेखाएं होती है तथा प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़को का व्यापक विस्तार सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर गांव को सड़क से जोड़ने का संकल्प किया गया है ताकि ग्रामीण विकास के साथ लोगों की आर्थिकी भी सुदृढ़ हो सके। उन्होंने बताया कि विधान सभा क्षेत्र में लगभग 90 करोड़ रूपए से अधिक धनराशि सड़कों के विस्तारीकरण तथा मुरम्मत पर व्यय की जा रही है। इससे लोगों को गुणवत्तायुक्त बेहतरीन स़ड़के प्रदान की जा सकें ताकि छोटे-बड़े वाहन चालकों, आम लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि लोगों को बेहतर सड़क सुविधा प्रदान करने के लिए लगभग 40 लाख रूपए व्यय करके देलग-चलामा सड़क को पक्का किया गया है और 3 करोड़ 37 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाली जंगल-झलेडा सड़क का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि हवाण तथा बंदला सड़क के विस्तारीकरण की भी डीपीआर तैयार कर दी गई है। उन्होंने बताया कि लोगों को बेहतर आवाजाही की सुविधा प्रदान करने के लिए मल्यावर-ननावां सड़क के मध्य फुटब्रिज बनाया जाएगा। इसके लिए 30 लाख रूप्ए का प्रावधान कर दिया गया है तथा 6 करोड़ 70 लाख रूपए की डीपीआर तैयार करके उच्च स्तर पर भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि सुचारू पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कोलडेम बांध से 66 करोड़ रूपए की पेयजल योजना पूरी करवाकर प्रत्येक गांव के लिए समुचित पानी की व्यवस्था संभव की गई है। उन्होंने बताया कि कम वोल्टेज की समस्या से निजात दिलाने के लिए गत् वर्ष विधान सभा क्षेत्र में 40 नए ट्रांसफार्मर लगाए गए। उन्होंने कहा कि बेहतर विद्युत आपूर्ति उपलब्ध करवाने के लिए जहां पर भी संभव होगा पुरानी तारे और बिजली के पोल बदलकर नए पोल और बिजली की तारें बिछाई जाएंगी। उन्होंने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। उन्होंने अधिकारियों से भी आहवान किया कि गृहिणि सुविधा योजना, वृद्धावस्था पैशंन, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधी योजना तथा अन्य लाभकारी योजनाओं का पात्र व्यक्तियों को लाभ पहुचाने में सहयोग प्रदान करें। स्थानीय गाांव की मांगों पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पानी की सुचारू व्यवस्था के लिए पर्याप्त मात्रा में पेयजल पाईपें उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि सराएं, टयाले के निर्माण के लिए प्राकलन तैयार करें धनराशि उपलब्ध करवा दी जाएगी। उन्होंने मन्दिर में शैड निर्माण के लिए 2 लाख रूपए स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने महिला मंडल को 11 हजार रूपए देने की घोषणा की तथा महिला मंडल भवन निर्माण के लिए भी भूमि चयनित करने के निर्देश दिए। इस मौके पर मंडलाध्यक्ष हंसराज ठाकुर, जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष लेखराम, ग्राम पंचायत प्रधान मीना कुमारी, उप प्रधान बाबू राम, पूर्व प्रधान सीमा धीमान, प्रेम लाल धीमान, महासचिव पवन कुमार, डा0 गोपाल दास, एक्सियन लोक निर्माण ई0वीएन पराशर के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कीरतपुर नेरचौक फोरलेन ठेकेदार यूनियन की बैठक एनएचएआई और आईटीएनल के अधिकारियों के साथ डीसी बिलासपुर राजेश्वर गोयल की अध्यक्षता में हुई। इसमें जित्तेंद्र चंदेल ने ठेकेदारों की आवाज को उठाते हुए कहा कि जो दो साल से उनको उनके काम की अदायगी नहीं की गई है। इस वजह से उनके घरों तक के कुर्की के आदेश बैंकों के द्वारा दिए जा चुके है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द इनके पैसों का भुगतान किया जाए। इस पर डीसी बिलासपुर ने एनएचएआई और आईटीएनएल के उच्च अधिकारीयों को 15 के भीतर बैठक करने के आदेश दिए और कहा कि बैठक में अपनी योजना का खाका तैयार करके लाएं और बताए कि कब इन ठेकेदारों का पैसे का भुगतान करेंगे और कैसे करेंगे। सभी ठेकदारों ने एक स्वर में कहा कि अगर पैसे का भुगतान नहीं हुआ तो फोरलेन की सड़क का काम शुरू नहीं होने देंगे। चाहे उस के किसी भी स्तर का आंदोलन क्यों ना करना पड़ा। इस अवसर पर एसपी बिलासपुर साक्षी वर्मा, एडीएम विनय धीमान, पूर्व एपीएमसी चेयरमैन विवेक कुमार, नितिन महाजन, रवि कपूर, राकेश जसवाल, मान सिंह, रोहित शर्मा, दिनेश सैनी प्रेमलाल राव आदि उपस्थित रहे।
हिमाचल में उप चुनावों में हुई कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस हाईकमान सीरियस हो गया है। हरियाणा में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन के बाद अब हिमाचल पर नजर पैनी कर दी गई है। वैसे भी पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और हिमाचल में भी इस बारे में कांग्रेस सचेत हो गई है। सूत्र बताते हैं कि हाई कमान ने इस बार कोई प्रयोग न करके संगठन के अनुभव और नेतृत्व क्षमता के आधार पर प्रदेश नेतृत्व तय करने का निर्णय लिया है। बिलासपुर से सम्बंध रखने वाले ठाकुर राम लाल वर्तमान में कांग्रेस विधायकों में वीरभद्र सिंह के बाद सबसे अनुभवी व वरिष्ठ नेता है। वही पार्टी व कार्यकर्ताओं में उनकी दमदार छवि है। राम लाल ठाकुर बिलासपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र श्री नैना देवी से पांचवीं बार विधायक बने, ठाकुर पूर्व में कई विभागों के मंत्री रहे है। इस भी विभाग के वो मंत्री रहे उसमे उन्होंने नए आयाम स्थापित किये हैं। ताजा घटना क्रम के चलते पिछले कल हिमाचल के अध्यक्ष कुलदीप राठौर के अलावा सभी पदों को निरस्त कर दिया है व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दिल्ली उनको दिल्ली बुला लिया है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि रामलाल ठाकुर का नाम प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए तय किया जा चुका है। अब ओपचारिक घोषणा होनी बाकी है। इसी तरह से नेता विपक्ष के लिए आशा कुमारी का नाम सामने आया है जो पंजाब के साथ छत्तीसगढ़ की प्रभारी भी रही है और प्रदेश कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय पटल पर भी अग्रणी महिला नेताओं में गिनी जाती है। वो वर्तमान में चंबा के डलहौजी से विधायक है व प्रदेश कांग्रेस में इकलौती महिला विधायक है। जहाँ गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बड़े बड़े दिग्गज मंत्री चुनाव हार गए थे वही बीजेपी की प्रचंड लहर में भी उपरोक्त दोनों नेता कड़ी टक्कर में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे। हिमाचल के कांग्रेस समर्थक नए कप्तान के नाम की घोषणा का इंतजार कर रहे है लेकिन बिलासपुर वासी इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे है। कांग्रेस के नेतृत्व में ये बदलाव कांग्रेस की वापसी करवाने में कितना सफल होता है ये तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन इन नेताओं के नाम सामने के बाद दो साल से विपक्ष के कमजोर नेतृत्व का फायदा लेकर आराम से सरकार चलाने वाले मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर को भी विपक्ष के घेरने लिए नए सिरे से रणनीति बनानी पड़ेगी।
वीरवार को फोरलेन विस्थापितों ने उपायुक्त कार्यालय का घेराव किया और एनएच ए आई के खिलाफ नारेबाजी की। इस प्रदर्शन का नेतृत्व जितेंद्र चंदेल ने किया। इसमें सभी दलों के लोग शामिल थे। अपनी मांगों को लेकर उपायुक्त बिलासपुर को ज्ञापन सौंंपते हुए चंदेल ने कहा कि आज ही उपायुक्त एनएचएआई से बैठक नहीं करवाते और उन्हें नहीं बताते हैं तो नेशनल हाईवे जाम कर दिया जाएगा और चक्का जाम भी हो जाएगा। इसकी सारी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी। उन्होंने कड़े शब्दो में चेतावनी देते हुए कहा कि आज तक फोरलेन ठेकेदार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से भी कई बार मिले लेकिन उनकी समस्या का समाधान अभी तक नहीं हो पाया है। ठेकेदारों ने कहा कि अगर इस बार समस्या हल न हुई तो आंदोलन और उग्र हो जाएगा।
गैर हिमाचलियों को सरकारी नौकरी की भर्ती प्रक्रिया में कड़ी शर्त जोडऩे पर सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी के पुरजोर विरोध के बाद 2 साल से सोई प्रदेश सरकार जागी तो है तथा नियमों में बदलाव भी किया है लेकिन सरकार अभी भी आधी नींद में है तथा अधिकारियों के इशारे पर काम कर रही है। उन्होंने सवाल किया कि हिमाचली बोनाफाइड होने के बावजूद प्रदेश के बाहर सरकारी व निजी क्षेत्र में जॉब कर रहे लोगों के बच्चों को हिमाचल में डाक्टरी की पढ़ाई में पेंच क्यों फंसा रखा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई लोग रोजी-रोटी की तलाश में बाहरी राज्यों में अपने परिवार के साथ रह रहे है। देश की सेवा में लगे हजारों सैनिक भी परिवार सहित विभिन्न राज्यों में रहकर आजीविका कमा रहे हैं लेकिन उनके बच्चों को हिमाचल में एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई करने में बाहरी माना जाता है, क्योंकि उनकी प्रांरभिक शिक्षा बाहरी राज्यों की होती है। उन्होंने कहा कि ऐसा भेदभाव व पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है जबकि ऐसे परिवारों के बच्चों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए लेकिन सरकार उन्हें बेगाना समझती है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि बाहरी राज्यों में रह रहे हिमाचली लोगों के बच्चों को डाक्टरी की पढ़ाई में प्रारंभिक शिक्षा प्रदेश से करने की बजाये बोनाफाइड हिमाचली को केवल अनिवार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी सरकार इस मुद्दे पर जागी तो लेकिन पूरी तरह से नहीं। एन.आई.टी. हमीरपुर में बाहरी राज्यों के लोगों को भर्ती करने की बात हो या फिर सचिवालय में रेवडिय़ों की तरह भर्ती करने की, ये ऐसे मुद्दे हैं जिन पर सरकार नहीं जागी है। उन्होंने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर भटक रही है जिसके लिए सरकारी की अफसरशाही भी जिम्मेवार है, क्योंकि 2 साल के बाद भी नईनवेली इस सरकार को तर्जुबा नहीं है तथा अपनी मनमर्जी से अधिकारी सरकार को चला रहे है। जिस कारण कांग्रेस पार्टी को विपक्ष में सजग भूमिका निभाकर सरकार को जगाना पड़ रहा है, ताकि प्रदेश की जनता के साथ कोई अन्याय न हो।
भाषा एवं संस्कृति विभाग कार्यालय बिलासपुर संस्कृति भवन के बैठक कक्ष में नशा निवारण पर कवि संगोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम भाषा विभाग के प्रतिनिधि इन्द्र सिंह चन्देल द्वारा संगोष्ठी में आए सभी साहित्यकारों का धन्यवाद किया। इसके साथ ही संगोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार नरैणू राम हितैषी ने की तथा मंच का संचालन साहित्यकार एवं पत्रकार ए डी रीतू द्वारा किया गया। इस संगोष्ठी में नशे से होने वाले दुष्प्रभावों पर साहित्यकारों द्वारा अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। सर्वप्रथम साहित्यकारों द्वारा मां सरस्वती की ज्योति प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के आरम्भ में सभी साहित्यकारों द्वारा हाल ही में रामलाल पुण्डीर के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रधांजली अर्पित की। इसके उपरान्त सन्देश शर्मा द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। जीतराम सुमन ने ‘‘ नसेयां मुक्कवाणे गबरू म्हारे शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। बुद्धि सिंहं चन्देल ने , छडी देवा लोको इस नशे वाले टबडे.. । कविता सिसोदिया ने तन मन हो जब धीरे -ंधीरे आने लगी आपकी। गोबिन्द घोष ने निदा फाज़ली की गज़ल सुनाई , पंक्तियां थीं सफर में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो। रामपाल डोगरा ने -यादें जो मुझे अक्सर हिजोडे जाती है। सुरेेन्द्र मिन्हास ने दपैरां तकर धुई, कम्म रोकदी मुंई, हत्थ रख काहला, आई ग्या स्याला। अमरनाथ धीमान ने पहाड़ी रचना ‘‘बन्दले रीए धारे मुईए तूने मांह इक गल गलाणी, हरी-हरी चिल्लां होर खजूरी ने भरूरी तेरिया गोद्धा ते बगदा पाणी ,। रविन्द्र चन्देल ने ‘‘ वीरों की इस पावन धरा पर, हर पग आगे हूं। नरैणु राम हितैषी ने ‘‘बैहरे बन बैठे हैं हुक्कमरान। अरूण डोगरा रीतू ने कलियुग का रावण शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। प्रदीप गुप्ता ने - खुदा ने जो दिया लाजबाब दिया, चलो शुक्रिया उसका बार-बार करते है‘‘। रविन्द्र शर्मा ने - सुन ओ मेरी सरकार, हऊं आ इक बेरोजगार, मिन्जो नौकरी देईदे, हऊं आं बड़ा भारी लाचार, । डॉ0 अनेक राम सांख्यान ने आई गई ठण्डी-ठण्डी रूत सयाले री। सोनू देवी ने बचपन है ऐसा खजाना, आता है ना दोबारा मुशिकल है इसको भूल पाना,। सन्देश शर्मा की रचना की पंक्तियां थीं- कुछ फैसलों से फासले ब-सते गए ऐसे, महफिल में साथ-साथ थे पर मिल नहीं पाए। शिवपाल गर्ग ने - जाणे क्या ग्लाया, शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। लश्करी राम ने - म्हाचला रे माणुआं री बखरी नुवार ऐ, ठण्डा-ठण्डा पानी कन्नें बड़ा करे प्यार ए। पूनम शर्मा ने कहा आखिर क्यूं चुप.रहता है समाज। इस अवसर पर विभागीय कर्मचारी इन्द्र सिंह चन्देल, रविन्द्र कुमार दुर्वासा, अमर सिंह भी श्रोताओं के रूप में उपस्थित रहे। अन्त में कार्यक्रम के अध्यक्ष नरैणू राम हितैषी ने सभी कवियों एवं साहित्यकारों द्वारा नशे के ऊपर तथा सम सामयिक रचनाएं संगोष्ठी में प्रस्तुत करने के लिए आभार व्यक्त किया। भाषा एवं संस्कृति विभाग कार्यालय बिलासपुर संस्कृति भवन के बैठक कक्ष में नशा निवारण पर कवि संगोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम भाषा विभाग के प्रतिनिधि इन्द्र सिंह चन्देल द्वारा संगोष्ठी में आए सभी साहित्यकारों का धन्यवाद किया। इसके साथ ही संगोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार नरैणू राम हितैषी ने की तथा मंच का संचालन साहित्यकार एवं पत्रकार ए डी रीतू द्वारा किया गया। इस संगोष्ठी में नशे से होने वाले दुष्प्रभावों पर साहित्यकारों द्वारा अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। सर्वप्रथम साहित्यकारों द्वारा मां सरस्वती की ज्योति प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम के आरम्भ में सभी साहित्यकारों द्वारा हाल ही में रामलाल पुण्डीर के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर श्रधांजली अर्पित की। इसके उपरान्त सन्देश शर्मा द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। जीतराम सुमन ने ‘‘ नसेयां मुक्कवाणे गबरू म्हारे शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। बुद्धि सिंहं चन्देल ने , छडी देवा लोको इस नशे वाले टबडे.. । कविता सिसोदिया ने तन मन हो जब धीरे -ंधीरे आने लगी आपकी। गोबिन्द घोष ने निदा फाज़ली की गज़ल सुनाई , पंक्तियां थीं सफर में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो। रामपाल डोगरा ने -यादें जो मुझे अक्सर हिजोडे जाती है। सुरेेन्द्र मिन्हास ने दपैरां तकर धुई, कम्म रोकदी मुंई, हत्थ रख काहला, आई ग्या स्याला। अमरनाथ धीमान ने पहाड़ी रचना ‘‘बन्दले रीए धारे मुईए तूने मांह इक गल गलाणी, हरी-हरी चिल्लां होर खजूरी ने भरूरी तेरिया गोद्धा ते बगदा पाणी ,। रविन्द्र चन्देल ने ‘‘ वीरों की इस पावन धरा पर, हर पग आगे हूं। नरैणु राम हितैषी ने ‘‘बैहरे बन बैठे हैं हुक्कमरान। अरूण डोगरा रीतू ने कलियुग का रावण शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। प्रदीप गुप्ता ने - खुदा ने जो दिया लाजबाब दिया, चलो शुक्रिया उसका बार-बार करते है‘‘। रविन्द्र शर्मा ने - सुन ओ मेरी सरकार, हऊं आ इक बेरोजगार, मिन्जो नौकरी देईदे, हऊं आं बड़ा भारी लाचार, । डॉ0 अनेक राम सांख्यान ने आई गई ठण्डी-ठण्डी रूत सयाले री। सोनू देवी ने बचपन है ऐसा खजाना, आता है ना दोबारा मुशिकल है इसको भूल पाना,। सन्देश शर्मा की रचना की पंक्तियां थीं- कुछ फैसलों से फासले ब-सते गए ऐसे, महफिल में साथ-साथ थे पर मिल नहीं पाए। शिवपाल गर्ग ने - जाणे क्या ग्लाया, शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। लश्करी राम ने - म्हाचला रे माणुआं री बखरी नुवार ऐ, ठण्डा-ठण्डा पानी कन्नें बड़ा करे प्यार ए। पूनम शर्मा ने कहा आखिर क्यूं चुप.रहता है समाज। इस अवसर पर विभागीय कर्मचारी इन्द्र सिंह चन्देल, रविन्द्र कुमार दुर्वासा, अमर सिंह भी श्रोताओं के रूप में उपस्थित रहे। अन्त में कार्यक्रम के अध्यक्ष नरैणू राम हितैषी ने सभी कवियों एवं साहित्यकारों द्वारा नशे के ऊपर तथा सम सामयिक रचनाएं संगोष्ठी में प्रस्तुत करने के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी बिलासपुर डॉक्टर प्रकाश दरोच ने जानकारी देते हुए बताया कि मादक पदार्थों नशीली दवा दुरुपयोग एवं शराब के विरुद्ध 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बिलासपुर में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता प्रधानाचार्य अजेश शर्मा ने की। इस अवसर पर छात्रों को जागरूक करते हुए स्वास्थ्य शिक्षक प्रवीण शर्मा तथा विजय शर्मा ने बताया की नशा एक गंभीर सामाजिक समस्या बनती जा रही है तथा इसका अवैध धंधा हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहा है। जिसके कारण न केवल किशोर, युवा बल्कि समाज के सभी वर्गों के लोग इसकी चपेट में आ रहे है। उन्होंने बताया कि नशे का प्रभाव गर्भवती महिलाओं के भ्रुण पर भी पड़ रहा है इसके कारण गर्भ में पल रहे बच्चे भी विकलांगता का शिकार हो रहे है। नशे को रोकने के लिए समाज के सभी वर्गों के सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों को बताया कि नशा शरीर और मन दोनों का नाश करता है यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर करता है। इस से तपेदिक, हृदय रोग, फेफड़े का कैंसर, शारीरिक विकलांगता, एचआईवी एड्स तथा डिप्रेशन इत्यादि हो सकता है। उन्होंने कहा कि नशे से छुटकारा पाने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति की आवश्यकता होती है इससे कई प्रकार की शारीरिक तथा मानसिक बीमारियां तथा मृत्यु तक हो सकती है। उन्होंने बताया कि नशे का आदि होना आसान है लेकिन छुटकारा पाना बहुत मुश्किल है इसके सेवन से मानसिक क्रियाओं में परिवर्तन आते है जिनके प्रभाव से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है तथा शरीर कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। उन्होंने बताया कि नशे के पदार्थों में मुख्यतः गांजा, अफीम, तम्बाकू, स्मैक ब्राउन शुगर तथा शराब आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि ड्रग को लेने वाला व्यक्ति इसे मुंह द्वारा सुईयों के द्वारा तथा सूंघने से ग्रहण करता है। उन्होंने बताया कि नशे का प्रमुख कारण माता- पिता का बच्चों पर नियंत्रण ना होना। परिवार इकाई, पड़ोसी राज्यों से नशे की पूर्ति, बेरोजगारी तथा इंटरनेट का दुरुपयोग, उत्सुकता, झूठे आनंद की अनुभूति, भावनात्मक रूप से अलगाव, दोस्तों का दबाव, शौक, जिज्ञासा, माता पिता या भाई बहनों द्वारा नशे का सेवन करना इत्यादि हैं। उन्होंने बताया कि नशे से बचने के लिए नशे को न कहना सीखें, नशा करने वालों से दूर रहें, रचनात्मक कार्यों व खेलकूद में भाग ले, बच्चों के साथ पर्याप्त समय बताएं, बच्चों की भावनाओं का कद्र करें तथा घर के पास नशाखोरी करने वाले असामाजिक तत्वों की सूचना पुलिस को अवश्य दें। उन्होंने बताया कि दृढ़ इच्छाशक्ति तथा संकल्प योग और ध्यान द्वारा नशे से पीड़ित व्यक्तियों का उपचार किया जाता है तथा क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में नशा मुक्ति के लिए केंद्रों की स्थापना की गई है, जहां नशे से पीड़ित व्यक्तियों का उपचार किया जाता है तथा नशा छोड़ने के लिए परामर्श किया जाता है। इस अभियान के अंतर्गत पूरे जिला में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी प्रतिदिन पाठशाला तथा शिक्षण संस्थानों में बच्चों को नशे से होने वाले दुष्प्रभाव तथा लक्ष्ण के बारे में जागरूक कर रहे है नशे से ग्रसित बच्चे की पहचान कर उनके लिए इस अभियान के दौरान क्षेत्रीय चिकित्सालय बिलासपुर में प्रत्येक रविवार को विशेष ओपीडी भी लगाई जा रही है इसमें क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कार्यरत मनोचिकित्सक डॉक्टर नीरज भारती द्वारा उपचार एवं परामर्श दिया जा रहा है। उन्होंने अपील की कि अगर कोई व्यक्ति नशीले पदार्थ छोड़ना चाहता है तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य कर्मी को दें अधिक जानकारी के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार की ड्रग फ्री ऐप व टोल फ्री नंबर से इसकी सूचना प्राप्त की जा सकती है। नशा मुक्ति के लिए क्षेत्रीय चिकित्सालय बिलासपुर के नशा मुक्ति केंद्र द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ उठा सकते है।
देश में बिलासपुर एकमात्र जिला है जहां पर जल, थल और वायु तीनों खेलें संभव है, फिश एंग्लिंग, क्रिकेट प्रतियोगिताएं और पैराग्लाइडिंग तीनों खेलों के सफल आयोजन करवाकर जिला बिलासपुर ने राष्ट्र स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। यह बात विधायक सुभाष ठाकुर ने बिलासपुर के बंदला धार में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की पैराग्लाईडिंग एक्यू व एक्युरेसी प्रतियोगिता के लुहणू में आयोजित समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जिला में खेलों के क्षेत्र में और अधिक विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जिला में पर्यटन की नई गतिविधियों को बढ़ावा देकर युवाओं के लिए रोजगार के लिए नए अवसर पैदा करने की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा ताकि दूर-दूर से पर्यटक बंधला धार और झील के सौंर्दय को निहारने के लिए जिला का रूख करें। उन्होंने कहा कि आगामी बर्ष गोबिंद सागर झील में जल क्रीड़ाओं को आयोजित करवाने की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि नए वाटर वोट और स्टीमर उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार, खेल मंत्री, जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग का धन्यावाद करते हुए कहा कि इनके बहुमुल्य सहयोग से ही राष्ट्र स्तर की पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का जिला में सफल आयोजन किया गया। उन्होंने स्थानीय जनता तथा जिला टैक्सी यूनियन का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एक माह पूर्व ही पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता को आयोजित करवाने के लिए तकनीकी अनुमोदन प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के दौरान पैराग्लाइडिंग एशोसिएशन तथा पायलटों द्वारा पूरे नियमों का पालन सुनिश्चित किया गया।उन्होंने पैराग्लाईडरों से आहवान किया कि पैराग्लाईडिंग एक साहसिक और रोमांचक खेल है। पैराग्लाइडिंग करते समय पूर्ण रूप से तैयारी करें और इसके नियम और कानून की पूरी-पूरी जानकरी रखें, ताकि सुरक्षित पैराग्लाइडिंग करने में मदद मिल सके। इस अवसर पर एशोसिएशन के महासचिव अतुल खजूरिया ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा सचिव मनोज शर्मा ने तीन दिवसीय पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता की विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध करवाईं। पूर्व महामंत्री स्वतंत्र सांख्यान तथा पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष आशीष ढिल्लों ने भी सम्बोधित किया। बिलासपुर में आयोजित इंडियन एक्रो एंड एकुरेसी चैंपियनशिप में हिमाचल समेत देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही नेपाल, टर्की व ऑस्ट्रेलिया के कुल 57 पैराग्लाइडिंग पायलटों ने जौहर दिखाए। तीन दिवसीय प्रतियोगिता के दौरान उन्होंने बंदला टेक ऑफ प्वाइंट से 500 से अधिक उड़ानें भरकर हवा में हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए लोगों का मनोरंजन किया। वहीं, पंजाब के मुक्तसर से आए सुखचरण सिंह बराड़ उर्फ निक्का ने पावर पैराग्लाइडर के माध्यम से लुहणू मैदान से उड़ानें भरते हुए शहर के ऊपर हवा में सैर की। इसके अलावा इकलौती महिला पायलट के रूप में गुजरात की सुरभि ने भी परिंदों की तरह उड़ान भरी।प्रतियोगिता में अंतरराष्ट्रीय स्तर के पैराग्लाइडिंग पायलटों महाराष्ट्र के तानाजी ताकवे तथा नेपाल के एलिस थापा व सुभाष थापा ने निर्णायक की भूमिका निभाई। उन्होंने हर प्रतिभागी के टेक ऑफ से लेकर एक्रो एक्टिविटी और एकुरेसी स्किल को बारीकी से परखा। एकुरेसी स्पर्धा में नेपाल के पैराग्लाइडिंग पायलटों का बोलबाला रहा। पहले तीनों स्थान नेपाल को मिले। विशाल थापा पहले, युबराज सनावर दूसरे और बिजय गौतम तीसरे स्थान पर रहे। उन्हें स्मृति चिन्ह के साथ क्रमश 60 हजार, 40 हजार व 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया। वहीं, एक्रो स्पर्धा में भी नेपाल के अमन थापा पहले स्थान पर रहे। इस स्पर्धा में हिमाचल के विक्की ठाकुर दूसरे, हिमाचल के ही ऋषिराज तीसरे, सिक्किम के सेन सुकरा बहादुर चैथे व हिमाचल के युद्धवीर ठाकुर पांचवें स्थान पर रहे। उन्हें स्मृति चिन्ह के साथ 60 हजार, 50 हजार, 35 हजार, 20 हजार व 15 हजार रुपये का पुरस्कार मिला। इस मौके पर एसडीएम रामेश्वर,चीफ इंजीनियर लोक निर्माण जेएस गुलेरिया, एसई लोक निर्माण अजय गुप्ता, जिला युवा सेवाएं एवं खेल अधिकारी श्याम लाल कौंडल,हिमाचल प्रदेश पैराग्लाइडिंग एशोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा,. वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद सरीन, उपाध्यक्ष विशाल जस्सल, महामंत्री प्यारे लाल, पवन ठाकुर, जिला युवा मोर्चा अध्यक्ष राकेश ठाकुर, पार्षद नरेद्र पण्डित, संतोष भारद्वाज, कृष्ण लाल उपाध्याय के अतिरिक्त अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि प्रदेश सरकार का अपने सरकारी महकमों से भी भरोसा उठ गया है। इन्वेस्टर मीट में भी अपने बड़े नेताओं को खुश करने के लिए निजी कंपनियों को करोड़ों रुपए देकर सरकार ने अपनी व इवेन्ट की ब्रांडिंग करवाई, इससे लगता है कि लोक संपर्क विभाग पर भी सरकार की विश्वास नाम की चीज नहीं रह गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के हरेक वर्ग से वायदा खिलाफी करने वाली सरकार ने प्रदेश के मीडिया कर्मियों को भी ठगने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने सत्ता में आने के बाद बजट सत्र के दौरान सरकार से मान्यता प्राप्त मीडिया कर्मियों को लैपटॉप देने की घोषणा की थी जोकि अब तक पूरी नहीं हो पाई है। अब पता चला है कि सरकार ने लैपटॉप खरीद लिए हैं लेकिन अधिकारियों के कहने पर अब उन्हें भी अब तक मीडिया कर्मियों को नहीं दिया है। सरकार को इसके पीछे के वास्तविक कारणों से स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। राजेंद्र राणा ने कहा कि ट्रिब्यूनल को बंद करने के फैसला का खमियाजा कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। अब तक ट्रिब्यूनल में लंबित मामलों को अन्यत्र शिफ्ट नहीं किया गया है इस कारण मामले लटके पड़े हैं। कर्मचारियों को यही समझ नहीं आ रहा है कि न्याय की आस में कहां जाएं। ट्रिब्यूनल में कार्यरत कर्मचारियों को भी अन्य किसी विभाग में मर्ज नहीं किया गया है, जोकि सरकार की असफल कार्यप्रणाली को साबित कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश तो पहले ही ऐसी सरकार में चंगुल में है, जिसका हर निर्णय जनता पर भारी पड़ा है लेकिन प्रदेश में भी उसी ढर्रे पर चलने वाली सरकार से जनता का पाला पड़ा है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता चुनावों के समय दावे करते थे कि केंद्र व प्रदेश में भाजपा सरकारें होने से डबल इंजन से विकास कार्यों को तेजी मिलेगी लेकिन डबल इंजन उसके विपरीत काम करते हुए देश व जनता की समस्याओं व उनकी दिक्कतों को बढ़ा रहा है।
सामाजिक संस्था रेनबो स्टार क्लब एवं हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (सर्वधर्म समभाव) के बैनर तले जिला मुख्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता लाडली फाउंडेशन के जिला महासचिव पवन कुमार शर्मा ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित करके किया गया। कार्यक्रम में गत दिनों राज्य स्तरीय मास्टर गेम में रेनबो स्टार क्लब के मुख्य सलाहकार निर्मला राजपूत को दो गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल मिलने पर तथा हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के ब्रांड एंबेसडर सुशील पुंडीर को सिल्वर मेडल मिलने पर सम्मानित किया गया। लाडली फाउंडेशन के जिला महासचिव पवन कुमार शर्मा तथा रेनबो स्टार क्लब के अध्यक्ष ईशान अख्तर ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि निर्मला राजपूत और सुशील पुंडीर ने संस्था का नाम जिले में नहीं अपितु पूरे प्रदेश में रोशन किया है। इस मौके पर संस्था के पदाधिकारियों ने निर्मला राजपूत व सुशील पुंडीर को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। ईशान अख्तर ने बताया कि ग्राम पंचायत नोनी के प्रधान एवं रेनबो स्टार क्लब के मुख्य सलाहकार निर्मला राजपूत 22 नवंबर से 25 नवंबर तक आंध्र प्रदेश के तिरुपति में होने जा रही जूनियर एथलेटिक्स नेशनल चैंपियनशिप में बतौर मैनेजर भूमिका निभाएंगे। इस मौके पर हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच प्रांत संयोजक इंजीनियर सत्यदेव शर्मा, तनवीर खान, नीतीश कुमार ,शीला सिंह, शालू, राजीव शर्मा, अनीता, शिवानी, प्रियंका ,शालिनी शर्मा इत्यादि संस्था के पदाधिकारी मौजूद रहे।
प्रदेश विधानसभा के 9 दिसम्बर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र पर कांग्रेस के विधायक राजेंद्र राणा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि 2 साल के असफल कार्यकाल का तमगा लेने वाली प्रदेश सरकार चर्चा से भाग रही है। उन्होंने कहा कि तपोवन में 9 से 14 दिसम्बर तक 6 बैठकें होगी। प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि वर्ष में बैठकें भी पूरी नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि इस वित्त वर्ष के दौरान लोकसभा चुनाव के कारण विधानसभा के बजट सत्र में 11 बैठकें ही हुई थीं, जिसके बाद मानसून सत्र के दौरान 12 बैठकें आयोजित हुई। ऐसे में इस बार सरकार को कम से कम 11 बैठकें आयोजित करनी चाहिए थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नीयत में खोट लग रहा है, क्योंकि विकास में जीरो रही सरकार की इन्वेस्टर मीट से सरकार बेकफुट पर है और किसी भी मुद्दे के लिए दिमागी रूप से तैयार नहीं है। यही कारण 6 दिन में सत्र को निपटाकर सरकार चर्चा से भाग रही है। उन्होंने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर पीट चुकी है तथा सरकार से प्रदेश नहीं चलाया जा रहा है। केंद्र ने भी आर्थिक मदद देने से इंकार कर दिया है तथा सड़कों की हालत खराब हो गई है। गैर हिमाचलियों को सरकारी नौकरियां बांटी जा रही है जबकि प्रदेश के युवा सड़कों की खाक छान रहे हैं। ऐसे हालातों के लिए जिम्मेवार व जबावदेह होने की बजाये सरकार का चर्चा से भागना साबित करता है कि विपक्ष के हमलों से पहले ही सरकार ने घुटने टेक दिए हैं।
जिला अस्पताल बिलासपुर में टेढ़े मेढ़े (कलव फुट) पांव के लिए निशुल्क उपचार शुरू होने जा रहा है। इसमें बच्चों के जन्म के समय पैर टेढ़े मेढ़े के इलाज के लिए अब उन्हें बड़े शहरों तक नहीं जाना होगा। हर शुक्रवार को जिला अस्पताल में ही टेडे मेडे पाँव के लिए मरीजों की जांच के साथ इलाज भी किया जाएगा। इस स्पेशल निशुल्क ओपीडी तथा डिजिटल एक्स-रे और वेबसाइट का शुभारंभ सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने जिला अस्पताल में किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रकाश दरोज ने जानकारी देते हुए बताया कि मेडिकल साइंस में इस तरह की बीमारी के सही कारण का पता नहीं लग पाता। इस बीमारी को लेकर विशेषज्ञों के अलग-अलग मत हैं। उन्होंने बताया कि कुछ का मानना है कि गर्भावस्था के समय गर्भस्थ शिशु की पोजीशन, गेस्चर सही नहीं होने के कारण बच्चों के पैर खराब हो जाते हैं, जबकि कुछ आधुनिक खान-पान को इस बीमारी की वजह मानते हैं। कुछ की राय है कि गर्भ में जुड़वा शिशु होने की दशा में इस बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा रहता है । डॉक्टरों का कहना है कि गर्भ में अल्ट्रासाउंड द्वारा भी इस रोग का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि क्लब फुट क्लीनिक में 2 साल तक के बच्चों का इलाज प्लास्टर के साथ या इससे अधिक उम्र के बच्चों का इलाज ऑपरेशन से किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत क्लब फुट क्लीनिक की शुरुआत की गई है इसमें मिरेकल फीट संस्था भी सहयोग कर रही है। इस संस्था की ओर से बच्चों को निशुल्क जूते भी उपलब्ध कराए जाएंगे तथा क्लीनिक और अन्य क्षेत्रों में भी भ्रमण कर लोगों की काउंसलिंग करने के लिए भी संस्था अपनी अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने बिलासपुर की जनता से ऐसे बच्चों को इस संस्था तक पहुंचाने का आग्रह किया है ताकि उनकी सहायता की जा सके। डॉ राजेश आहलूवालिया ने वेबसाइट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस वेबसाईट में अस्पताल से संबंधित समस्त जानकारी डिजिटल रूप में उपलब्ध रहेगी । स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वेबसाइट में दिए गए लिंक पर कोई भी अपने आप को पंजीकृत करवा सकता है । उन्होंने बताया कि अस्पताल से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत व सुझाव को भी अस्पताल प्रशासन तक ऑनलाइन पहुंचाने की सुविधा इस वेबसाइट में प्रदान की गई है। इस अवसर पर बीएमओ डॉ सतीश शर्मा एवं अन्य लोग उपस्थित रहे ।
प्रथम इंडियन एक्रो एंड एकुरेसी प्रतियोगिता का शुभारम्भ वन,परिवहन तथा युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री हिमाचल प्रदेश गोविंद सिंह ठाकुर ने जिला बिलासपुर के बंदलाधार में किया। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि साहसिक खेलों का शौक रखने वाले लोगों के लिए पैराग्लाडिंग एक अच्छा खेल है। उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडर पायलट पैराग्लाडिंग करते समय अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। पर्यटकों को भी अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेलों के विकास कार्यों में धन राशि आडे नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला की गोविंदसागर झील और कोलडैम में वाटर स्पोर्टस की सम्भावनाएं तलाशी जा रही है क्योंकि यहां जल, थल और नभ तीनों प्रकार की खेलों की आपार सम्भावनाएं है। उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रयास किए जा रहे है ताकि बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को बिलासपुर में ही सभी प्रकार की पर्यटन सुविधाएं मिल सकेंगीं और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के साधन सृजित होंगें। जिला में पैराग्लाडिंग गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने पैराग्लाडिंग एसोशिएसन को 5 लाख रूपए का चैक दिया। उन्होंने कहा कि पैराग्लाडिंग खेल को और बेहतरीन ढंग से विकसित करने के लिए 10 लाख रूपए की अतिरिक्त धनराशि भी उपलब्ध करवाई जाएगी और गोविंदसागर झील में जैटी बनाने के लिए भी सहायता प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर सदर के विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि जिला के बंदला क्षेत्र से पैराग्लाडिंग प्रतियोगिताओं को शुरू करने के लिए जो सपना देखा था वो साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि जो पर्यटक मनाली जाते है वे अब इस जिला की ओर भी आकर्षित होगें और युवाओं के लिए रोजगार के साधन भी बढेगें। उन्होंने कहा कि 20 वर्षों के उपरांत पैराग्लाडिंग के लिए तकनीकी अनुमति मिली है। उन्होंने कहा कि गोविंद सागर झील को भी पर्यटकों के लिए विकसित करने के साथ-साथ गोविंद सागर और कोलडैम में वाटर ट्रांसपोर्ट, वाटर टूरिजम शुरू करने के प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने खेल मंत्री से बेहतर वाटर बोट उपलब्ध करवाने का भी आग्रह किया ताकि यहां के युवाओं को रोजगार के साधन पैदा हो सके। उन्होंने कहा कि देश में बिलासपुर ही एक जिला है जहां एक्रोवेटिक और एक्यूरेसी की खेलें हो सकती है। उन्होंने कहा कि पैराग्लाडिंग सीखने के इच्छुक स्थानीय युवाओं को निशुल्क पैराग्लाडिंग प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। हिमाचल पैराग्लाडिंग एशोसिएसन के सचिव मनोज शर्मा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। तीन दिन तक चलने वाले इस इवेंट में हिमाचल, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, असम, सिक्किम, लेह-लद्दाख व उत्तराखंड के साथ नेपाल, टर्की व आस्ट्रेलिया के कुल 57 अनुभवी पैराग्लाइडिंग पायलट भाग ले रहे हैं। एक्रो कंपिटिशन में पायलट बंदला से टेक आफ करने के बाद हवा में सैट, लूप, टंबल, स्पायरल डाईव व हेलिको जैसे हैरतअंगेज करतब दिखाकर गोविंद सागर के किनारे लैंडिंग कर रहे हैं। वहीं, लुहणू मैदान पर बनाए गए स्पाॅट के साथ ही गोविंद सागर के बीचोंबीच तैयार की गई जैटी पर लैंडिंग करके वे एकुरेसी का प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर मण्डलाध्यक्ष हंस राज ठाकुर, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष आशीष ढिल्लों, बीडीसी सदस्य कमलेश शर्मा, प्रधान सिहडा ग्राम पंचायत भूरी देवी, हिमाचल पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के प्रधान संजय शर्मा, वरिष्ठउपाध्यक्ष अरविंद सरीन, उपाध्यक्ष विशाल जस्सल तथा महासचिव अतुल खजूरिया के साथ ही अन्य सदस्य और स्थानीय पैराग्लाइडिंग पायलट के अतिरिक्त डीएफओ. सरोजभाई पटेल, आरएम. पवन शर्मा, कमलेश ठाकुर उपस्थित रहे।
राफेल मुद्दे पर भाजपा द्वारा किए जा रहे धरनों पर सुजानपुर के विधायक राजेन्द्र राणा ने कहा है कि राफेल विमान मामले पर माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए मामले का कांग्रेस पार्टी सम्मान करती है लेकिन भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर धरना-प्रदर्शन कर बेवजह तूल दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पर जनता का पूरा विश्वास है तथा यही संस्था निष्पक्षता की कसौटी पर भी पूरी दुनिया में अलग स्थान रखती है लेकिन भाजपा माननीय न्यायालय के निर्णयों पर अपना हक जताकर अपनी वाहवाही लूटने में लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी व राहुल गांधी ने राफेल मामले में इसकी कीमत पर सवाल उठाए थे क्योंकि 500 करोड़ की कीमत वाले राफेल विमान को सरकार ने 1600 करोड़ रूपए में खरीदा था लेकिन माननीय न्यायालय में इस मामले में पक्ष कुछ और हैं जिन पर फैसला आया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश के जनहित मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है तथा केंद्रीय एजेंसियों को अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ इस तरह इस्तेमाल कर रही है कि जैसे प्रतिद्वंद्वी न होकर भाजपा के दुश्मन हों, लेकिन दबाव की इस राजनीति के परिणाम आने वाले समय में देश को भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि देश की अर्थव्यवस्था को किसने बिगाड़ा। किसकी गलत नीतियों से उद्योगधंधे बंद हो रहे हैं और करोड़ों लोग बेरोजगार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को इन मुद्दों को लेकर धरना-प्रदर्शन देने चाहिए, ताकि उनकी सरकारें बेवजह की बातों में न उलझकर जनहित के कार्यों के लिए सड़कों पर उतरे जिससे जनता का विश्वास लोकतंत्र पर बना रहे।
पोक्सो एक्ट 2012 के मुकदमे में अहम फैसला देते हुए दोषी को कठोर कारावास व जुर्माने की सजा सुनाई है। मुकदमे की जानकारी देते हुए जिला न्याय वादी एवं विशेष लोक अभियोजक विनोद भारद्वाज जिन्होंने इस मुकदमे को विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि 12 अगस्त 2018 को काल्पनिक नाम श्याम लाल की शिकायत पर थाना कोट कहलूर में मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके तथ्य इस प्रकार है कि वादी के दो बच्चे हैं तथा छोटा बच्चा जिसकी उम्र 10 वर्ष की थी जिसकी आंख पर गिल्टी/चैरहिया हुआ था जिसे इलाज के लिए देसी हकीम अमर सिंह पुत्र माडू राम गांव गुरु का लाहौर डाकघर बस्सी तहसील श्री नैना देवी जी जो अपने मंदिर में इस तरह की बीमारियों का इलाज करता है के पास अपने रिश्तेदार के साथ भेजा। इस पर बच्चा व उसका रिश्तेदार अमर सिंह दोषी के घर/मंदिर पहुंचे जो दोषी ने बच्चे को देखने के बाद बताया कि या बीमारी झाड़ते समय किसी और को भी लग सकती है तथा उसके रिश्तेदार को बणा की झाड़ियां लाने तथा मंदिर से बाहर बैठने के लिए कहा। इस पर उसका रिश्तेदार बणा की टहनियां लेकर मंदिर आया तथा दोषी के हवाले टैहनियां की। दोषी ने उसके बाद उस रिश्तेदार को मंदिर के बाहर बैठा दिया तथा चैरहिया झाड़ने के बाद दोषी के साथ अभद्र व्यवहार किया उसके उपरांत बच्ची अपने रिश्तेदार के साथ घर आ गई। जो जाते ही डरी सहमी होते हुए अपनी माता की गोद में बैठ गई तथा सारी आपबीती अपनी माता तथा रिश्तेदारों को बताई जिस पर लोगों ने दोषी को उसके कृत्य के बारे में पूछा और उसने मना कर दिया उसके उपरांत थाना में मुकदमा दर्ज करवाया गया तथा साक्ष्य इकट्ठा करने के बाद इस मुकदमे का चालान माननीय विशेष न्यायालय में पेश किया गया। इसमें 12 नवम्बर 2018 को दोषी के खिलाफ माननीय अदालत ने चार्ज लगाया। जिला न्याय वादी विनोद भारद्वाज ने 20 गवाह अपने मुकदमे में पेश किए तथा बचाव पक्ष ने अपने बचाव के लिए दो गवाह पेश किए जिला न्याय वादी के तर्कों को सही मानते हुए व बचाव पक्ष की दलीलों को नकारते हुए विशेष न्यायाधीश ने अभियुक्त अमर सिंह को दोषी करार देते हुए धारा 10 पोक्सो एक्ट में 5 साल का कठोर कारावास व 5 हजार रूपए जुर्माने की सजा सुनाई व जुर्माना न देने की सूरत में अतिरिक्त 6 महीने के कारावास की सजा सुनाई।
राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में नन्हें वैज्ञानिकों के माॅडलों को देखकर शिक्षा मंत्री ने बच्चों के माॅडलों की प्रसंशा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कोने-कोने से आए स्कूली बच्चों ने विज्ञान विषय से सम्बन्धित एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाया, जोकि सराहनीय है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एंव पर्यावरण परिषद (हिमकोस्ट) द्वारा शिक्षा विभाग तथा राष्ट्रीय विज्ञान विकास उद्योग परिषद और विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार के सहयोग से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या में आयोजित 27वें राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से बच्चों में वैज्ञानिक चिंतन के साथ-साथ बौद्धिक एंव मानसिक विकास भी होता है तथा बच्चों में विज्ञान के प्रति नयी सोच के साथ जागरूकता पैदा होती है। उन्होंने कहा कि बाल विकास कांग्रेस के आयोजन का मुख्य उद्देश्य कोने-कोने से वैज्ञानिक प्रतिभाओं को खोज कर उनमें वैज्ञानिक चेतना का विकास करना है। उन्होंने बाल वैज्ञानिकों के साथ-साथ अध्यापकों को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने कढ़ी मेहनत से विज्ञान के माॅडल तैयार कर उपमण्डल स्तर से राज्य स्तर के आयोजन तक चयनित होकर आए है जाकि अपने आप में ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश विज्ञान के क्षेत्र में निरंतर अग्रसर होकर नित नए विकास के आयाम स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़कर आत्मनिर्भर बन रहा है। उन्होंने कहा कि अभी इसरो द्वारा चन्द्रयान-2 को भेजा गया, जिसके प्रयास के लिए विश्व भारत का लोहा मान रहा है क्योंकि चन्द्रयान चन्द्रमा के जिस क्षेत्र में उतारा जाना था वहां पर आज दिन तक कोई भी देश नहीं पहुंच सका है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैज्ञानिकों की प्रसंशा करते हुए जय जवान जय किसान जय विज्ञान के साथ जय अनुसंधान का नारा दिया है। उन्होंने कहा कि देश में हर बच्चा, हर व्यक्ति वैज्ञानिक है और हर दिन नई सोच के साथ कुछ न कुछ नया अविष्कार करने का दम रखता है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक सोच के साथ नए अविष्कारों/प्रयोगों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार ने पुरस्कार देने का भी प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों से ही बच्चों को नई सोच के साथ नई खोज करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में गुणात्मक शिक्षा पर विशेष बल दिया जा रहा है, जिसका प्रतिफल है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों के पंजीकरण में वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में अभी तक 7 हजार 500 नए अध्यापकों की भर्तियां की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के हर स्कूल को स्मार्ट स्कूल बनाने का प्रयास किया जा रहा है, स्कूलों में आईटी लैब भी स्थापित की जा रही है तथा खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए करोडों रूपए की धन राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने अध्यापकों व अभिभावकों से आहवान करते हुए कहा कि वे बच्चों को संस्कारयुक्त, व्यवहारिक और नैतिक कार्यों की शिक्षा देकर शिक्षित करें। उन्होंने कहा कि संस्कारों के अभाव से आज का युवा नशे की गिरफत में फंसता जा रहा है। नशे का खात्मा करने के लिए प्रदेश में नशा निवारण अभियान चलाया जा रहा है जिसमें प्रत्येक विभाग को दायित्व सौपें गए है। उन्होंने आम नागरिकों, शिक्षकों तथा राजनेताओं से भी आग्रह किया कि वे भी इस बुराई को समाज से दूर करने के लिए अपना बहुमुल्य सहयोग प्रदान करें ताकि स्वस्थ और सुन्दर प्रदेश की कल्पना को साकार किया जा सके। इस अवसर पर सदर विधायक सुभाष ठाकुर और विधायक घुमारवीं राजेन्द्र गर्ग ने भी कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से बाल वैज्ञानिकों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक उचित मंच मिलता हैं और यही बाल वैज्ञानिक भविष्य में महान वैज्ञानिक बन कर उभरते हैं। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एंव पर्यावरण के सदस्य सचिव डीसी राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों को अपने आईडिया माॅडल को पेटैंट करवाने की भी सलाह दी। उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा सुदर्शन कुमार ने मुख्यातिथि तथा अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा राष्ट्रीय शैक्षणिक समिति के डा ललित कुमार शर्मा ने भी अपने विचार रखे तथा संयुक्त सदस्य सचिव सन्नी शर्मा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर उपनिदेशक उच्च शिक्षा अमर सिंह ठाकुर, अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश विज्ञान अध्यापक संघ अजय शर्मा, महासचिव अमृत महाजन के अतिरिक्त प्रदेश भर से आए विज्ञान पर्यवेक्षक के अतिरिक्त अध्यापक व अभिभावक उपस्थित रहे। बाॅक्स - साईस एक्टिविटी काॅर्नर:- फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ, बायोलोजी, आरीगामी, मीडिया और आईटी में बेस्ट थ्री परफॉर्मेंस के लिए। सीनियर सेकेंडरी ग्रुप में रिया गौतम हिम अकैडमी हमीरपुर, भारत भूषण गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल चैलचैक मंडी, शिखर सेंट लूकेस सोलन, सीनियर अर्बन ग्रुप में नौवीं और दसवीं क्लास से चिराग डीएवी चंबा,अनमोल स्कॉलर होम पौंटा साहिब, श्रण्या ग्लोरी पब्लिक स्कूल बिलासपुर, सीनियर ग्रुप रूरल में नवमीं और दसवी कक्षा से दीक्षा अल्पाइन पब्लिक स्कूल नालागढ़, काव्या ग्रीन फील्ड सीनियर सेकेंडरी स्कूल कांगड़ा, अर्जून एलएम स्कूल कुल्लू जूनियर अर्बन ग्रुप छठी से आठवीं कक्षा तक मृदुल आनन्द स्कूल सोलन, गुरसिमर स्कॉलर होम पौंटा साहिब, रिधी सेंट पब्लिक स्कूल संतोषगढ, जूनियर रूरल ग्रुप छठी से आठवीं कक्षा तक ऋषभ पुरी इंडस गलोबल स्कूल मण्डी, अक्षिता जिन्दल विद्या मंदिर किन्नौर, प्राजिकता डीएवी सरस्वती ने बेस्ट परफॉर्मेंस दी।
सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि वर्तमान प्रदेश सरकार का 2 साल का अब तक का कार्यकाल निराशाजनक रहा है, लेकिन भाजपा की ओर से प्रदेश के 2-2 बार मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल व शांता कुमार सरकार की नाकामियों पर खामोशी की चादर क्यों ओढ़े हुए है। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता शांता कुमार को तो उनकी बेबाक टिप्पणियों के लिए जाना जाता है तथा उनसे सच व झूठ की परख कर तल्ख टिप्पणी करने की जनता को भी आस रहती है लेकिन ताजुब्ब है कि वे कोई भी बात रखने से परहेज कर रहे है। यही हाल पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का है, जोकि सरकार की कार्यप्रणाली पर कुछ नहीं बोल रहे है। उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश सरकार 2 साल में विकास कार्यों को दरकिनार कर इन्वेस्टर मीट का ढिंढोरा पीटती रही है। सरकार का रिपोर्ट कार्ड शून्य है। इन्वेस्टर मीट के जरिए युवाओं को रोजगार दिलाने के सपने दिखाने वाली सरकार गैर हिमाचलियों की सरकार बनकर रह गई है, इन्हें सरकारी नौकरियां रेवडिय़ों की तरह बांटी जा रही है। अब तक ऐसा कोई प्रोजैक्ट शुरू नहीं कर पाई है जोकि इस सरकार की उपलब्धियों में शुमार किया जाए। केवल मात्र सरकार अब तक पूर्व वीरभद्र सरकार के समय शुरू हुए कार्यों पर ही इतरा रही है तथा उनमें भी द्वेष की भावना से कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार हर क्षेत्र में फेल होकर रह गई है। फिर भी 2 वरिष्ठ नेता व 2 पूर्व मुख्यमंत्री जनहित के मद्देनजर प्रदेश सरकार को न सलाह-मशविरा दे रहे है और न ही अपनी तजुर्बे से सोई सरकार को जगा रहे है। उन्होंने कहा कि इस सरकार को देखकर यही लग रहा है कि अभी तजुर्बा हासिल कर रही सरकार अगले 3 साल भी सरकार को चलाने के ताने-बाने में ही गुजार देगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में केवल मंडी जिला विशेषकर सिराज विधानसभा क्षेत्र में ही कार्य हो रहे है लेकिन जनता सब देख रही है और आने वाले समय में प्रदेश सरकार को इसका खमियाजा भुगतने को भी तैयार रहना होगा।
मीडिया समाज को नई दिशा देता है तथा सभी के बीच में रहकर आमजन को समाज की वस्तुतास्थिति से अवगत करवाने में अहम भूमिका निभाता है। यह बात उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बचत भवन में आयोजित राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय प्रेस दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रथम पे्रस आयोग ने भारत में प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा एंव पत्रकारिता में उच्च आदर्श कायम करने के उदे्श्य से एक प्रेस परिषद की कल्पना की थी। परिणाम स्वरूप चार जुलाई 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना की गई। इसने 16 नवम्बर 1966 से अपना विधिवत कार्य शुरू किया। उन्होंने बताया कि तब से लेकर प्रतिवर्ष 16 नवम्बर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में विश्वसनीयता और सुरक्षा मीडिया के लिए एक बडी चुनौती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सोशल मीडिया, वाहट्अप इत्यादि पर अविश्वसनीय खबरें, फोटों वायरल होते है उनके दुष्प्रभाव से बचना मीडिया के समक्ष बडी चुनौती उत्पन्न हो रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में डिजीटल युग है और डिजीटल युग में पत्रकारिता में चुनौतियां तो है लेकिन समय के साथ-साथ इसका महत्व भी बढ़ रहा है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार जय कुमार ने कहा कि पत्रकारिता में आधारनीति के साथ कार्य करना अनिवार्य है ताकि पाठकों को बेहतर समाचार मिल सके। पत्रकार प्रविन्द्र शर्मा ने चर्चा करते हुए कहा कि डिजीटल युग बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। डिजीटल युग में चुनौतियां तो है लेकिन समय के साथ चलना भी जरूरी है। पत्रकार अजय उपाध्याय, राजेश्वर ठाकुर, राजेन्द्र गौतम, ए डी रीतू, विशाल ठाकुर, सरोज पाठक, सीमा राव, कश्मीर ठाकुर के अतिरिक्त उपस्थित सभी पत्रकारों ने भी अपने-अपने बहुमूल्य विचार सांझा किए। इससे पूर्व जिला लोक सम्पर्क अधिकारी केहर सिंह ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और राष्ट्रीय पे्रस दिवस के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर सभी प्रिंट तथा इलैकट्रोनिक मीडिया के सभी पत्रकारजन उपस्थित रहे।
युवा कांग्रेस बिलासपुर ने मांग की है कि जल्द से जल्द गांधी परिवार की सुरक्षा बहाल की जाए अन्यथा युवा कांग्रेस एक बहुत बड़ा आंदोलन चलाएगी। यह निर्णय युवा कांग्रेस की बैठक में लिया गया जिसकी अध्यक्षता प्रदेश महासचिव युवा कांग्रेस आशीष ठाकुर ने की। बैठक में मुख्य रूप से अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस मनीष ठाकुर एवम सचिव हिमाचल प्रदेश कांग्रेस विवेक कुमार ने उपस्थिति दी। बैठक में युवा कांग्रेस को मजबूती देने के लिए विस्तृत चर्चा की गई। बैठक के तुरंत पश्चात युवा कांग्रेस के कार्यकर्तायों ने जिलाधीश कार्यालय के बाहर केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की उसके बाद युवा कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष मनीष ठाकुर की अगुवाई में जिलाधीश महोदय राजेश्वर गोयल से मिला और उनके माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा गया। ज्ञापन में युवा कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार द्वेष की भावना से राजनीति कर रही है। युवा कांग्रेस ने मांग की है कि गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा तुरन्त प्रभाव से बहाल की जाए। गांधी परिवार का देश हित के लिए बहुत बड़ा बलिदान रहा है। देश हित के लिए इस परिवार ने अपने दो लोगों की शहादत दी है। युवा कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया कि एसपीजी सुरक्षा हटाने का मामला पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। युवा कांग्रेस ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री का यह निर्णय पूरी तरह से राजनीति प्रतिशोध की भावना प्रेरित है। कांग्रेस ने राष्ट्रपति से निवेदन किया है कि इस मौके पर लोकसभा हमीरपुर अध्यक्ष मनिंदर डिम्पल कटोच, प्रदेश महासचिव चन्दन राणा, प्रेम डोगरा, बिट्टू, प्रदेश सचिव पवन ठाकुर, अखिल अग्निहोत्री, आलोद चौहान, लोकसभा उपाध्यक्ष रजनीश मेहता, अब्दुल खालिद, कुलदीप ठाकुर, लोकसभा सचिव ज्वाला चौहान, लोकसभा मीडिया सयोंजक प्रिश्रुत शर्मा, प्रदेश सचिव एनएसयूआई रोहित शर्मा, विजय कुमार, सदर अध्यक्ष गौरव शर्मा, जुखाला अध्यक्ष कुलदीप भड़ोल, झंडूता अध्यक्ष सुरेश नेगी, उपाध्यक्ष अनुपम वर्मा, सदर मीडिया सयोंजक नरेश ठाकुर, सदर उपाध्यक्ष तिलक शर्मा, दिनेश, कुलवीर भड़ोल, शाहिद, ईशान ठाकुर, अधिवक्ता सन्दीप कुमार, सीता राम व अन्य युवा उपस्थित रहे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिलासपुर इकाई ने शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि बिलासपुर महाविद्यालय मे अध्यापक द्वारा छात्रा के साथ हुए उत्पीड़न मामले में जल्द से जल्द कठोर निर्णय लिया जाए। मंत्री से बात करते हुए बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष प्रशांत ठाकुर ने कहा कि आरोपी शिक्षक को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी उक्त अध्यापक के खिलाफ इस तरह का मामला दर्ज हुआ था लेकिन कोई सख्त कार्यवाही नहीं की गई। उसी के परिणामस्वरुप इस शिक्षक ने इस तरह की घटना को फिर से अंजाम दिया है। इसके कारण पूरा बिलासपुर महाविद्यालय और शिक्षक समुदाय शर्मसार हुआ है। उन्होंने कहा अगर इस मुद्दे पर प्रशासन के द्वारा अध्यापक को बर्खास्त और कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती तो विद्यार्थी परिषद सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगी, अगर आवश्यकता पड़ी तो परिषद चक्का जाम भी करेगी इसके लिए संपूर्ण प्रशासन जिम्मेदार होगा। इस तरह के मामले समाज व पूरे शिक्षा विभाग को शर्मसार करते है। इसमें इकाई सचिव अनमोल ने बताया कि इस तरह के मामले इस संगीत के शिक्षक के ऊपर पहले भी बहुत लगे है और प्रशासन पहले भी इस शिक्षक के खिलाफ कोई कदम उठाने में नाकामयाब हुआ है।
सुभाष ठाकुर ने कहा कि जिला बिलासपुर को खेलों का हब बनाने के लिए विभिन्न खेल गतिविधियों पर करोड़ों रूपए व्यय किए जा रहें है ताकि नई उभरती खेल प्रतिभाओं को खेल के लिए उचित मंच मिल सके और वे राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी खेल प्रतिभा का जौहर दिखा सकें। उन्होंने कहा कि लूहणू मैदान में करोड़ों रूपए की लागत से सिंथैटिक ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। इसके साथ-साथ यहां पर क्रिकेट स्टेडियम क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक उचित मंच है। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में यहां पर राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय स्तर की खेल स्पर्धाओं के आयोजन किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिला में जल, थल व नभ खेलों को खेलने की आपार सम्भावनाएं है। खेलों के माध्यम से पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए बंदलाधार पर पैराग्लाईडिंग स्पाट विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 17, 18 व 19 नवम्बर को नैश्नल पैराग्लाडिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया जाएगा। निदेशक सतपाल मैहता ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश में एंग्लिंग को पर्यटन के साथ जोडने के भी प्रयास किए जा रहे है। इससे जहां एंग्लिंग के शौकीन लोगों को लाभ मिलेगा वहीं पर्यटन को भी बढावा मिलेगा।
बिलासपुर में इनरव्हील क्लब द्वारा बाल दिवस झुगी झोंपड़ी के गरीब बच्चों के साथ मिल कर बनाया गया। इस अवसर पर बच्चों को बिस्कुट और चिप्स के पैकेट वितरित किये गए। बच्चों को दस्ताने और जुराबें भी दी गई। इस अवसर पर इनरव्हील क्लब बिलासपुर की प्रधान शालिनी शर्मा ने बच्चों को बताया कि साफ और स्वच्छ कैसे रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे ही देश का भविष्य है और आने वाले दिनों में इनमें से ही कई देश को नई राह दिखाएंगे। इसके बाद जरूरत मन्द लोगों में गर्म कपड़ों का वितरण भी किया गया। गर्म कपड़ों में कंबल, स्वेटर, शाल, जनाना मर्दाना सूट, जैकेट ब अन्य सामग्री का वितरण किया गया। क्लब की आईएसओ अंजना शुक्ला ने बताया कि आने वाले दिनों में इस बर्ष के थीम मिशन ममता कार्यक्रम के तहत बिलासपुर के ही किसी एक अनाथालय में जाकर एक-एक बच्चे को एक-एक सदस्य गोद लेकर उन्हें हर जरूरत का सामान उपलब्ध करवाएगा। इसके अलावा बच्चों को उनकी जरूरत के अनुसार सामग्री का वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर क्लब के पदाधिकारियों में आईएसओ अंजना शुक्ला, एडिटर शीला सिंह, ट्रेजरार सुमन डोगरा व कार्यकारिणी सदस्य महक गुप्ता भी उपस्थित रहे।
सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने इन्वेस्टर मीट पर वाहवाही लूट रही प्रदेश सरकार से पूछा है कि 2 साल से एक धेले का काम नहीं करने वाली सरकार बताए कि इन्वेस्टर मीट में कितने एम.ओ.यू. साइन हुए और किस-किस क्षेत्र में निवेश किया जा रहा है। राणा ने कहा कि सत्ता में आने के बाद 2 साल से इस इन्वेस्टर का ढोल पीट रही सरकार बताए कि कितना निवेश धरातल पर होगा और सरकारी खजाने से इस इवेन्ट पर कितना खर्च किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि अब तक केंद्र व प्रदेश सरकार की बातें कोरे ढकोसले ही साबित हुए हैं। नई रेल लाइन बिछाने या फिर पुरानी रेल लाइनों के विस्तारीकरण से केंद्र सरकार ने हाथ पीछे खींच लिए हैं, तो 69 एन.एच. पर प्रदेश को पीठ दिखा दी है। केंद्र सरकार प्रदेश की कोई मदद नहीं कर रही है और अब तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश को अपने संसाधनों से ही काम चलाना होगा। उन्होंने कहा कि जनता का अब सरकार से विश्वास उठ रहा है। इन्वेस्टर मीट व बड़े नेताओं को खुश करने के लिए सरकार ने इस इवेन्ट पर करोड़ों रुपए फूंक दिए जबकि यह पैसा जनता का था। उन्होंने कहा कि हिमाचल से गहरा नाता होने का ढोंग बताकर केंद्रीय मंत्री भी लच्छेदार भाषण देकर हाथ झाडक़र चले जाते हैं जबकि प्रदेश के लिए फूटी कोडी तक देकर नहीं जाते हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार को याद दिलाया कि भाषणों से न तो पेट भरता है और न ही विकास होता है। उन्होंने कहा कि सरकार का 2 साल के विकास कार्यों का रिपोर्ट कार्ड शून्य है। उन्होंने कहा कि सरकार का आधे से थोड़ा ज्यादा समय रह गया है जिस पर सरकार अपने विकास कार्यों पर श्वेत पत्र जारी करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन्वेस्टर मीट के खिलाफ नहीं है लेकिन प्रदेश के संसाधनों को बेचने नहीं दिया जाएगा। राजेंद्र राणा ने कहा कि सरकार अपने बही-खातों को चुस्त-दुरूस्त कर ले, क्योंकि कांग्रेस पार्टी विपक्ष की सजग भूमिका निभा रही है तथा इन्वेस्टर मीट सहित सरकार से विकास कार्यों का हिसाब लेकर रहेगी।
बिलासपुर में फोरलेन निर्माण कार्य में लगे ठेकेदारों ने उनकी बकाया राशि का भुगतान न किए जाने को लेकर संघर्ष का बिगुल बजा दिया है। इस मामले में पत्रकारों से बात करते हुए जितेंद्र चंदेल, दिनेश नड्डा, गुरुदेव ठाकुर, नीति राज तथा अरुण गौतम ने बताया कि उनके अलावा अन्य कई ठेकेदारों की लगभग कि लगभग 50 करोड रुपए की राशि बकाया लेने को पड़ी है और जबकि पिछले 2 वर्षों से फोरलेन का काम बंद हो गया है। जितेंद्र चंदेल ने कहा कि इस समय ठेकेदारों के भूखे मरने की नौबत आ गई है और उनके कई वाहनों को बैंक तथा फाइनेंस कंपनियां उठाकर ले गई हैं क्योंकि किस्तों का सही तरीके से भुगतान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि आई एल एफ एस कंपनी ने यह कार्य आई टी एन एल को सबलेट किया था और आईटीएनएल ठेकेदारों की बकाया राशि का भुगतान नहीं कर पाई है। उन्होंने बताया कि 20 जून 2017 से कार्य बंद है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में वह जिला उपायुक्त से लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, सांसद मंत्री अनुराग ठाकुर व भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से भी मिलकर अपना दुखड़ा रो चुके हैं लेकिन ने कहीं से भी राहत नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि अब किसी भी सीगल नामक कंपनी को किरतपुर से कैंची मोड तथा टनल 5 से नेरचौक तक कार्य एनएचएआई ने अवार्ड कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह निर्णय 13 अगस्त की बैठक में लिया गया है। चंदेल ने कहा कि जब तक एनएचएआई उनके बकाया भुगतान का प्रबंध नहीं करती तब तक किसी भी नई कंपनी को कार्य नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में सभी प्रभावित तथा विस्थापित 21 नवंबर को बिलासपुर में एकत्र हो रहे है तथा उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर बकाया राशि के भुगतान की मांग करेंगे। उन्होंने यह जानकारी भी दी कि आई टी एन एल ने एनएचएआई को यह ऑफर दी है कि जब तक इन दोनों का आपसी फैसला नहीं हो जाता तब तक एनएचएआई ठेकेदारों की राशि का भुगतान कर दे और बाद में जब आई टी एन एल को राशि देनी हो तो उसमें से काट लें लेकिन इस सुझाव पर भी गौर नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अगर ठेकेदारों की पेमेंट नहीं हुई तो संघर्ष को तेज करते हुए सरकार के खिलाफ बिगुल बजा दिया जाएगा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिलासपुर ने कॉलेज के सभी विद्यार्थियों को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्राध्यापक द्वारा छात्रा के उत्पीड़न मामले में महाविद्यालय में धरना दिया और डारेक्टर हायर एजुकेशन और प्रदेश सरकार से तुरंत उक्त अध्यापक को बर्खास्त करने की मांग की। इकाई अध्यक्ष प्रशांत ठाकुर ने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने जिस दिन घटना हुई थी उस दिन से ही जांच शुरू क्यों नहीं की। घटना के 2 दिन बाद जब विद्यार्थी परिषद ने इसको आंदोलन का रूप दिया तभी प्रशासन ने इसके ऊपर जांच करना शुरू किया। विद्यार्थी परिषद ने प्रशासन से यह मांग की कि इस तरह की मानसिकता वाले अध्यापक को कॉलेज में प्रवेश न दिया जाए। उन्होंने कहा कि इस घटना ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का नाम पूरे हिमाचल प्रदेश में शर्मसार किया है। विद्यार्थी परिषद बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष प्रशांत ठाकुर ने कड़े शब्दों में कहा कि जो रिपोर्ट कॉलेज प्रशासन ने डायरेक्टर ऑफ हायर एजुकेशन को भेजी है, अगर उस पर कोई एक्शन नहीं होता तो विद्यार्थी परिषद् डारेक्टर हायर एजुकेशन का भी घेराव करेगी। विद्यार्थी परिषद बिलासपुर सरकार से भी यह मांग करती है कि इस घटना की निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए। यदि छात्रहित में निर्णय नहीं लिया गया तो विद्यार्थी परिषद सरकार के खिलाफ भी आन्दोलन करेगी। उन्होंने कहा की शिक्षण संस्थानों में इस तरह के कुकृत्य करने वाले अध्यापक को शिक्षण संस्थान में पांव रखने न दिया जाए। इस घटना से अध्यापक समुदाय भी शर्मसार हुआ है विद्यार्थी परिषद छात्रहित के लिए काम करने वाला छात्र संगठन है जो इस तरह की घटनाओं के विरुद्ध आवाज उठाने में पीछे नहीं हटता न ही हटेगा।
हिमाचल प्रदेश को पूर्ण रूप से नशा मुक्त करने के लिए उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने उपायुक्त कार्यालय से प्रभातफेरी निकालकर जिला स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रभातफेरी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल में संपन्न हुई। इसके उपरांत उपायुक्त ने बाल पाठशाला में नशे को जड़ से खत्म करने के लिए स्कूली बच्चों तथा आम नागरिकों को शपथ दिलाई। इस अवसर पर डा। प्रवीण शर्मा ने उपस्थित सभी प्रबुद्ध नागरिकों और बच्चों को योग क्रियाएं करवाकर नशे से दूर रहने का संदेश दिया। इस अवसर पर उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह अभियान 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसमें नशे से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरित प्रभाव को नुक्कड़ नाटकों, काउंसलिंग, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं तथा कार्यशालाओं के माध्यम से इसका व्यापक प्रचार और प्रसार करके आमजन को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान के सफल संचालन हेतु जिला प्रशासन ने पूरे माह की रूपरेखा तैयार की है जिसमें सभी अधिकारियों को विभाग से संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि नशे का खात्मा हमारे लिए चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसे चुनौती के रूप में स्वीकार कर इसे पूर्ण रूप से जड से उखाडने के लिए सभी वर्गों का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने आमजन से आग्रह करते हुए कहा कि अपने मित्रों व परिवार के सदस्यों को नशा न करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि नशे के सेवन से न केवल आत्मा और शरीर का विनाश होता है अपितु इसके दुष्प्रभाव से परिवार, समाज व राष्ट्र निर्माण पर विपरित असर पडता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त करने के लिए सभी वर्ग सत्य, निष्ठा व समर्पित भाव से कार्य करें। उन्होंने कहा कि हमारे मात्र एक कदम उठाने से पूरे प्रदेश को नशा मुक्त करने में बल मिलेगा। इस अवसर पर एडीएम विनय धीमान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा प्रकाश दडोच, पीओ डीआरडीए संजीत सिंह, जिला कल्याण अधिकारी अमरजीत डोगरा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी जयगोपाल शर्मा, निदेशक पशुपालन डा विनोद कुन्दी, गायत्री शक्तिपीठ परिवार से कुलवंत, रमेश चंद्र, लाडली फांउडेशन जिला अध्यक्ष अनीता शर्मा, हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक इंजिनियर सत्यादेव शर्मा, रेनबो स्टार क्लब के अध्यक्ष ईशान अख्तर के अतिरिक्त विभिन्न सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता तथा स्कूली छात्र, छात्राएं, स्पोर्टस होस्टल के खिलाडियों ने भाग लिया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाश दडोच ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरु कुल सोसाइटी ऑफ एजुकेशन बिलासपुर में विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य जन जागरूकता के माध्यम से रोकथाम व उपचार के कदम उठाकर रोग के फैलाव में कमी लाना है। उन्होंने बताया कि हर साल 14 नवंबर को यह दिवस पूरे विश्व में 1991 से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सतीश शर्मा ने मधुमेह के लक्षणों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा भाषण तथा नारा लेखन प्रतियोगिता करवाई गई भाषण प्रतियोगिता में 6 प्रतिभागियों ने भाग लिया पलवी चंदेल, स्नेहा आसना ने प्रथम, द्वितीय, तृतीय ,स्थान तथा नारा लेखन में 5 प्रतिभागियों ने भाग लिया साहिबा राधिका इसरत ने क्रमशः प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त किया सभी प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि डॉ प्रकाश दडोच तथा कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर सतीश शर्मा ने संयुक्त रूप से नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया द्वारा नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया इस अवसर पर संस्थान के प्रबंधक राजेश वर्मा प्रशिक्षु अध्यापकों स्वास्थ्य शिक्षक परवीन शर्मा तथा आशा कार्यकर्ता सहित जागरूकता शिविर में लगभग 110 प्रशिक्षु तथा प्रशिक्षकों ने भाग लिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की इकाई बिलासपुर द्वारा एसपी साक्षी वर्मा जी को बिलासपुर महाविद्यालय मे अध्यापक द्वारा छात्रा के उत्पीड़न मामले को लेकर ज्ञापन सौंपा। जानकारी देते हुए विद्यार्थी परिषद के हमीरपुर विभाग के संयोजक सौरव गौतम ने कहा की इस मामले को कॉलेज प्रशासन के समक्ष आज 4 दिन हो गए लेकिन अभी तक कॉलेज प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन जल्द से जल्द इस मामले में कड़ा फैसला नहीं सुनाता है तो आने वाले समय में विद्यार्थी परिषद जागरूक छात्र संगठन होने के नाते विद्यार्थी परिषद इस तरह की घटना को बिल्कुल भी सहन नहीं करेगी। गुरु शिष्य परंपरा को लज्जित करने वाले प्राध्यापक को कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिलासपुर इकाई मांग करती है की तुरंत प्रभाव से अध्यापक को बर्खास्त किया जाना चाहिए। इस तरह की मानसिकता रखने वाले अध्यापक को तो महाविद्यालय के अंदर भी प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा की विद्यार्थी परिषद हमेशा छात्रों के हितों के लिए हमेशा आवाज उठाएगी विद्यार्थी परिषद इसको लेकर कड़ा आंदोलन करेगी तथा अध्यापक को महाविदद्यालय के अंदर प्रवेश करने भी नहीं देगी। इस मौके पर हमीरपुर विभाग के संयोजक सौरव गौतम जी ने कहा कि यदि प्रशासन दुर्व्यवहार के मामले में उचित तथा कड़ा फैसला नहीं सुनाता है तो विद्यार्थी परिषद इसका कड़ा विरोध करेगी तथा आने वाले समय में उग्र आंदोलन करने से नहीं चूके जी और इसका जिम्मेदार सिर्फ केवल प्रशासन होगा।
बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पोषण अभियान तथा बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के तहत पूर्णम माॅल में एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने की। इस अवसर पर आंगनबाडी केन्द्रों के बच्चों द्वारा फैंसी ड्रैस, चम्मच दौड़, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपने अंदर छुपी हुई रचनात्मक प्रतिभा को बडे ही सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किया। विधायक ने सभी बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए उन्होंने बच्चों द्वारा प्रस्तुत बेहतरीन कलात्मक व रचनात्मक गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं व बच्चों के कल्याणार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं को पात्र परिवारों तक पहुंचाने तथा उनको लाभान्वित करने के लिए सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता विभाग बेहतरीन कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा इस प्रकार के शिविरों का आयोजन करके विभागीय योजनाओं का प्रचार-प्रसार बेहतरीन ढंग से करके आमजन को जागरूक कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के तहत जिला ने बेहतर कार्य करके उत्तरी क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार प्राप्त किया है। उन्होने बताया कि इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं एंव स्तनपान करवाने वाली माताओं को तीन किस्तों में 5 हजार रूपए नकद लाभ प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण अभियान तथा बेटी बचाओ बेटी पढाओ जैसी अनेकों योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिले इसके लिए हम सभी का दायित्व है कि आमजन तक इनकी जानकारी पंहुचाएं। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान एक महत्वपूर्ण अभियान है लेकिन यह अभियान तभी सफल होगा जब हम बेटी की महता को समझेगें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण तथा बच्चों के शारिरीक व बौद्धिक विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बेटियों की शिक्षा और उनके व्यक्तित्व विकास के लिए अनेक प्रोत्साहन योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए भी अनेक अभिनव योजनाएं चलाई गई है। उन्होंने आहवान करते हुए कहा कि बेटियों को बेटों के बराबर शिक्षित करें क्योंकि बेटी को पढाने से दो परिवार शिक्षित होते है। उन्होेने कहा कि समाज में पनप रही बुराईयों को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए प्रदेश सरकार कृत संकल्प है। उन्होने कहा कि सरकार और प्रशासन पूरजोर से सामाजिक बुराईयों के साथ-साथ नशे के खात्मे के लिए भरसक प्रयास कर रही है, लेकिन यह तभी सम्भव होगा जब आमजन जिम्मेदारी समझकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगें। उन्होने बाल दिवस के मौके पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत विभिन्न प्रस्तुतियों की सराहना की तथा उपस्थित अभिभावकों से कहा कि बच्चों को बेहतर पोषण दें ताकि वे स्वस्थ रहें। उन्होने कहा कि बच्चे स्वस्थ होगें तो देश खुशहाल होगा। उन्होंने बच्चों को अच्छे संस्कार देने का भी आहवान किया। इस अवसर पर सीडीपीओ. नीलम टाडू ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि बच्चे समाज में हर माहौल को खुशनुमा बना देते है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वे बच्चों में द्वेष व भेदभाव की भावना पैदा न होने दें। बच्चों में अच्छे संस्कारों का सृजन करें ताकि वे आगे चलकर अच्छे नागरिक बन सके। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी केन्द्रों में भी बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा तथा संस्कार का ज्ञान प्रदान किया जा रहा है। पर्यवेक्षक प्रवीण ने भी विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष आशीष ढिल्लों, महामंत्री पवन ठाकुर, प्यारेलाल चौधरी, पूर्व किसान मोर्चा अध्यक्ष रतन ठाकुर, मीडिया प्रभारी विनोद ठाकुर, युवा मोर्चा सचिव सोनू ठाकुर के अतिरिक्त पवन ठाकुर, रूपलाल वर्मा, दीपचन्द, अंजूल शर्मा, आंगनबाडी कार्यकर्ता सहित सम्बन्धित विभागों के अतिरिक्त अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने 15 नवम्बर से 15 दिसम्बर तक आयोजित किए जाने वाले मादक पदार्थो के सेवन एंव मद्यता की प्रवृति की रोकथाम (नशा निवारण) पर विशेष कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अभियान के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला में इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा उपमण्डल स्तर पर एसडीएम नोडल अधिकारी होंगें। उपायुक्त ने कहा कि नशा निवारण से सम्बन्धित काॅउसलिंग तथा अन्य गतिविधियों के माध्यम से लोगों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में पुलिस विभाग, होमगार्ड, स्वास्थ्य विभाग, जिला रैडक्रास सोसायटी तथा अन्य सरकारी एंव गैर सरकारी संस्थाओं के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला में नशा निवारण अभियान के तहत 15 नवंबर को प्रातः 6ः30 बजे उपायुक्त कार्यालय से प्रभातफेरी निकाली जाएगी जो कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल में संपन्न होगी। उन्होंने बताया कि इसके उपरांत 7ः30 बजे योग क्रियाएं आयुर्वेद विभाग द्वारा करवाई जाएंगी तथा नशे के खिलाफ शपथ भी दिलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इसके उपरांत राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में वाद संवाद प्रतियोगिता, खेल गतिविधियां डीएडिक्शन द्वारा काउंसलिंग तथा पुर्णम माल में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जाएगा, जिसके माध्यम से लोगों को नशे से दूर रहने तथा इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 16 नवंबर से 15 दिसंबर तक जिला के विभिन्न स्थानों पर काउंसलिंग तथा अन्य विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लोगों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने राजस्व अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिला में इंतकाल तथा निशानदेही से सम्बंधित लंबित मामलों का निपटारा विशेष अभियान चलाकर करना सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने यह निर्देश जिला के समस्त एसडीएम तथा राजस्व अधिकारियों की राजस्व मामलों की प्रगति समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग सीधे तौर पर लोगों के साथ जुड़ा हुआ विभाग है। राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने कार्यों में दक्षता लाते हुए लोगों को बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर उनकी समस्याओं का तुरंत निपटारा सुनिश्चित करना चाहिए ताकि लोगों को तुरन्त लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी अपनी सेवाओं में गुणवत्ता लाते हुए लोगों को समयबद्ध व प्राथमिकता के आधार पर त्वरित सेवाएं उपलब्ध करवाएं ताकि लोगों को राजस्व सेवाओं के लिए बार-बार कार्यालय के चक्कर न काटने पड़े। उन्होने समस्त एसडीएम को निर्देश दिए कि जिला में अवैध कब्जों पर कडी नजर रखें तथा इन कब्जों के निपटारे हेतु प्राथमिकता से विशेष कदम उठाएं। उन्होने सभी अधिकारियों को मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हैल्प लाईन से सम्बंधित शिकायतों का समयबद्ध निपटारे के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों को राजस्व कार्याें को प्राथमिकता देते हुए निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करना चाहिए ताकि लोगों को त्वरित न्याय मिल सके। उन्होंने कहा कि इससे जहां उनकी कार्यकुशलता बढ़ेगी, वहीं कार्यप्रणाली में पारदर्शिता भी आएगीं। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को वसूली मामलों में तेजी लाने, जमाबंदी, सीमांकन, इंतकाल आदि मामलों को समयबद्ध निपटाने के भी निर्देश दिए। इस मौके पर विभिन्न राजस्व मामलों को तेजी से निपटाने पर भी विचार विमर्श किया गया। उन्होंने समस्त राजस्व अधिकारियों से कहा कि लंबित पड़े मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने-अपने कार्यालय, पटवार तथा कानून सर्कल का समय-समय पर निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर सहायक आयुक्त सिद्धार्थ आचार्य, एसडीएम घुमारवीं शशिपाल शर्मा, एसडीएम झंडूता विकास शर्मा, एसडीएम स्वारघाट सुभाष गौतम, जिला राजस्व अधिकारी देवी राम, समस्त तहसीलदार के अतिरिक्त अन्य राजस्व विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
नेहरू युवा केंद्र बिलासपुर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के अंतर्गत नेहरू युवा केंद्र स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन जिला मुख्यालय में किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त ज्वाइंट डायरेक्टर एवं हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रांतीय ब्रांड एंबेसडर सुशील पुंडीर ने शिरकत की। जबकि विशेष अतिथि के रूप में लाडली फाउंडेशन की उपाध्यक्ष शालिनी शर्मा ने शिरकत की। युवाओं को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सुशील पुंडीर ने कहा कि नेहरू युवा केंद्रों की स्थापना वर्ष 1972 में ग्रामीण युवाओं को राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में भाग लेने के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व और कौशल के विकास के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। 1987-88 में, नेहरू युवा केंद्र संगठन को इन केन्द्रों के कामकाज की निगरानी के लिए भारत सरकार, युवा मामलों और खेल मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन के रूप में स्थापित किया गया था। वर्तमान में, देश के 623 जिलों में नेहरू युवा केंद्र कार्यरत है। इसके अलावा, 623 जिला आधारित नेहरू युवा केंद्रों को प्रबंधित करने, चलाने और चलाने के लिए, भारत के 29 राज्यों में क्षेत्रीय कार्यालयों की स्थापना नेहरू युवा केंद्र संगठन द्वारा की गई है। लाडली फाउंडेशन की उपाध्यक्ष एवं इंटरनेशनल इनरव्हील क्लब की जिलाध्यक्ष शालिनी शर्मा ने कहा कि एनवाईकेएस दुनिया में अपनी तरह का एक सबसे बड़ा जमीनी स्तर का युवा संगठन है। यह स्वैच्छिकता, आत्म-सहायता और सामुदायिक भागीदारी के सिद्धांतों पर युवाओं की शक्ति को नियंत्रित करता है। उन्होंने बताया कि नेहरू युवा केंद्र संगठन युवा मामलों के मंत्रालय के विभिन्न युवा कार्यक्रमों और अन्य मंत्रालयों के समन्वय और सहयोग में कुछ विशेष कार्यक्रमों के साथ युवा विकास के विभिन्न मोर्चों में काम कर रहा है। मुख्य ध्यान अच्छी नागरिकता के विकास मूल्य, धर्मनिरपेक्ष तरीकों से सोचने और व्यवहार करने, कौशल विकास और युवाओं को उत्पादक और संगठित व्यवहार को अपनाने में मदद करने पर किया गया है। युवाओं को संबोधित करते हुए आदर्श डिफेंस एकेडमी के प्रबंधक एवं समाजिक कार्यकर्ता मेजर सूबेदार ज्ञान चंद ठाकुर ने कहा कि नेहरू युवा केंद्र संगठन के मुख्य उद्देश्य राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में ग्रामीण युवाओं को शामिल करना है तथा उन में ऐसे कौशल और मूल्यों को विकसित करने के लिए जिनके साथ वे आधुनिक, धर्मनिरपेक्ष और तकनीकी राष्ट्र के जिम्मेदार और उत्पादक नागरिक बन जाते है। इस मौके पर रेनबो स्टार क्लब के अध्यक्ष ईशान अख्तर, राजीव गांधी अक्षय ऊर्जा युवा क्लब के प्रधान लखन पाल, वासुदेव, नीतीश, नीलम सूद, हिमांशी मेहता, साइना, भारती ठाकुर, अंकित शर्मा, अनिल कुमार, अजय कुमार, शिवानी, चंद्रकांत, कल्पना देवी, पूनम, भारती, प्रीति, सुरेश ठाकुर, शालू इत्यादि युवा मौजूद रहे।
वर्ष 2019 में वैश्विक भुखमरी के आंकड़ों में स्थिति सुधारने में बुरी तरह पिछड़े भारत की तसवीर पर सुजानपुर के कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि वैश्विक भुखमरी के आंकड़ों में 117 देशों की सूची में हमारा देश 102वें स्थान पर पहुंच गया है, जोकि मोदी सरकार की 6 सालों की उपलब्धि है। अंधभक्त इस पर क्या कहेंगे, जब देश गरीबी उन्मूलन में इस कद्र पिछड़ गया है, इसमें पड़ोसी देशों को भी पछाड़ दिया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में तत्कालीन मनमोहन सरकार के समय देश 55वें स्थान पर पहुंच गया था लेकिन केंद्र में मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद भुखमरी में दोगुना उछाल सरकार की गलत नीतियों की ओर इशारा कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमसे बेहतर तो पड़ोसी मुल्क है, इनमें श्रीलंका 66वें, नेपाल 73वें व बाग्लादेश 88वें स्थान पर है। कर्ज में डूबे पाकिस्तान भी 94वें स्थान पथ हमसे बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में भी देश 103वें स्थान पर था। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में हमारा देश 95वें नंबर पर था लेकिन तत्कालीन मनमोहन सरकार ने मनरेगा जैसी स्कीम शुरू कर गांवों में ही रोजगार सृजित कर गरीबी उन्मूलन में बड़ी कामयाबी हासिल की थी तथा देश 55वें नंबर पर पहुंच गया था। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के 6 माह के भीतर ही सरकार ने 1 लाख 76 हजार करोड़ रूपए का कर्ज आरबीआई से ले लिया है तथा चंद उद्योगपतियों के कर्जे माफ किए जा रहे है। बैंक बंद हो रहे है। अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है तथा उद्योग बंद होने करोड़ों लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। सरकार इस पर अपनी स्थिति सपष्ट करते हुए श्वेत पत्र जारी करे। उन्होंने कहा कि जिस सरकार के राज में गरीबी उन्मूलन में देश फिसल गया है तथा पड़ोसी देश भी बेहतर स्थिति में है, ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। ऐसी सरकार को अपनी खराब नीतियों के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए तथा पड़ोसी मुल्कों से स्थिति सुधारने की सीख लेनी चाहिए।
नन्हें बाल वैज्ञानिक कड़ी मेहनत करेंगे तभी आगे चलकरबेहतर वैज्ञानिक बनेंगे। यह बात उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या बिलासपुर में राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2019 का शुभारंभ करने के उपरांत प्रदेश के विभिन्न जिलों से एकत्रित नन्हें वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसमें हर वर्ष बड़ी संख्या में बाल वैज्ञानिक भाग लेते है। उन्होंने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस बाल वैज्ञानिकों को अपने वैज्ञानिक और नवीन कौशल को दिखाने और सांझा करने के लिए तथा बाल वैज्ञानिकों के बीच वैज्ञानिक स्वभाव और दृष्टिकोण को बनाने और विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस 10 से 17 वर्ष के आयु वर्ग के बाल वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करती है। उन्होंने कहा कि बाल वैज्ञानिक महत्वपूर्ण सामाजिक समस्याओं और उनके कारणों का अध्ययन करें और उसके उपरांत वैज्ञानिक प्रक्रियाओं का उपयोग करके उन्हें हल करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस विज्ञान की खोज की भावना को प्रोत्साहित करती है। उन्होंने कहा हमारे आसपास हर जगह विज्ञान है विज्ञान की शिक्षा उत्सुकता से ईंधन देती है और बच्चों को मूल्यवान विचार, कौशल और भविष्य के संभावित कैरियर को बनाने के लिए विकल्प प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि विज्ञान केवल कठिन परिभाषाएं और सूत्र नहीं है बल्कि यह समस्याओं, घटनाओं और वस्तुओं को गहनता से और अलग ढंग से व्याख्या करने और सौहार्दपूर्ण ढंग से समाधान खोजने के लिए एक दृष्टिकोण है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चा भविष्य का वैज्ञानिक है और प्रत्येक वस्तु एक वैज्ञानिक उपकरण है बच्चों को ऐसी शिक्षा प्रदान करने और उनकी बुद्धि को प्रोत्साहित करने के साथ उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष के चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस का विषय ’’क्लीन ग्रीन और हेल्दी नेशन के लिए विज्ञान, प्रोद्यौगिक और नवाचार है। उन्होंने कहा कि एचपी काउंसिल फॉर साइंस टेक्नोलॉजी एंड एनवायरमेंट हिमकोस्ट 1996 से राज्य में स्कूली बच्चों के बीच वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा दे रहा है ताकि कम उम्र के बच्चों के लिए 6 गतिविधियों जिसमें विज्ञान गतिविधि कार्नर, वैज्ञानिक परियोजना रिपोर्ट, इनोवेटिव सांईस माॅडल, विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, गणितीय ओलम्पियाड, विज्ञान स्किट इत्यादि का आयोजन करके युवा मन में छिपी प्रतिभा को बाहर लाया जा सके। उन्होंने कहा कि विज्ञान में बच्चों को मात्र फार्मूले सीखाना नहीं अपितु उन्हें अपने परिवेश में प्रतिदिन होने वाली छोटी-छोटी गतिविधियों के व्यवहारिक रूप में अध्ययन बारे भी प्रेरित कर उसमें रूचि पैदा करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बच्चों द्वारा तैयार किए गए छोटे-छोटे मॉडल दूसरे बच्चों को भी विज्ञान कौशल के रोमांच से विज्ञान रूचि की ओर आकर्षित करते हैं। उन्होंने तकनीकी दक्षता व विज्ञान के प्रति रूचि पैदा करने के लिए अध्यापकों द्वारा प्रैक्टिकल ट्रेनिंग देकर बच्चों द्वारा तैयार किए गए मॉडलों का अवलोकन किया तथा बाल वैज्ञानिकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण शिक्षा के लिये कम लागत से तैयार मॉडल खोज विज्ञान की प्रारम्भिक सीढ़ी है इसलिए अध्यापक बच्चों में पढ़ाई के साथ विज्ञान के प्रति भी सोच पैदा करें। उन्होंने अध्यापकों से आग्रह किया कि बच्चों को अध्यात्मिकता के बारे में जागरूक करते रहें। उन्होंने अभिभावकों से भी आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों की प्रतिदिन की दिनचर्या पर ध्यान रखें और नैतिक मूल्यों, कर्तव्य पालन और अनुशासन का पाठ पढ़ाएं। उपनिदेशक प्रारम्भिक सुदर्शन कुमार ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए बताया कि 13 से 16 नवम्बर तक आयोजित किए जा रहे चार दिवसीय राज्य स्तरीय विज्ञान सम्मेलन में प्रदेश भर के 700 बाल वैज्ञाानिक विभिन्न गतिविधियों में भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाल विज्ञान का मुख्य उद्देश्य बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं विज्ञान के प्रति रूची पैदा करना है। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रतिभाओं को जानने हेतू यह सम्मेलन बहुत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि विज्ञान का प्रचार-प्रसार समाज से अंधविश्वास दूर कर बच्चों को विज्ञान के रहस्य बताकर उनके अन्दर आत्मविश्वास पैदा करता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को खोज विज्ञान के साथ जोडने के लिये स्कूल स्तर पर रोजमर्रा की घटनाओं को विज्ञान के साथ जोड़ कर इसे और सरल बना कर वैज्ञाानिक गतिविधियों से व्यवहारिक बनाया जा रहा है। इस मौके पर राष्ट्रीय शैक्षणिक समिति के सदस्य जेएम शर्मा, विज्ञान,प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण की राज्य स्तरीय समन्वयक प्रनीता ठाकुर, उपनिदेशक उच्च शिक्षा अमर सिंह ठाकुर, विज्ञान अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय शर्मा, महासचिव अमृत महाजन के अतिरिक्त अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
सामाजिक संस्था रेनबो स्टार क्लब के अध्यक्ष एवं ऑपरेशन मुक्ति नशा निवारण अभियान के राज्य समन्वयक ईशान अख्तर की अगुवाई में लाडली फाउंडेशन हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच तथा अर्धनारीश्वर सामाजिक संस्था के संयुक्त तत्वाधान में चिट्टा सरगना नशा माफियाओं की शव यात्रा पूरे बिलासपुर शहर में निकाली गई। चिट्टा सरगना की विशाल शव यात्रा गुरुद्वारा चौक से मेन मार्केट होते हुए,सब्जी मंडी मीट मार्केट वार्ड नंबर 8 से लक्ष्मी नारायण मंदिर से डियारा सेक्टर भ्रमण करते हुए बस स्टैंड पहुंच पहुंची। इसके उपरांत विशाल शव यात्रा बस स्टैंड से होते हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग के रास्ते चंपा पार्क मेन मार्केट से गुजरते हुए टाडू चेतना चौक पर हजारों युवा और समाजसेवियों ने विशाल शव यात्रा का दहन किया । गायत्री परिवार से परिव्राजक कुलवंत सुमन तथा हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रांत संयोजक इंजीनियर सत्यदेव शर्मा ने पूरे रीति-रिवाजों के साथ परिक्रमा करते हुए शव का दहन किया। ईशान अख्तर ने बताया कि शव यात्रा को लाल कपड़े में लपेट कर घसीटते हुए हजारों युवाओं ने चिट्ठा सरगना पर कड़ा प्रहार किया। इसके उपरांत ऑपरेशन मुक्ति नशा निवारण अभियान के बैनर तले उपायुक्त कार्यालय परिसर में जनसभा का आयोजन किया गया। इस आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भाग मल ठाकुर ने शिरकत की रेनबो स्टार क्लब के संरक्षक शीला सिंह ने हिमाचली टोपी देकर मुख्य अतिथि भागवत ठाकुर का स्वागत किया। मुख्य अतिथि ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा युवा देश का भविष्य है देश की उन्नति के लिए सभी युवा कटिबद्ध हो जाएं और नशे से दूर रहें। इस मौके पर बिजली महंत ,केस पठानिया ऑपरेशन मुक्ति नशा निवारण अभियान जनसभा के उपरांत उपायुक्त बिलासपुर के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत में नशीले पदार्थों पर रोक लगाने हेतु ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में मांग की गई कि भारत की सीमाओं पर कड़ी चौकसी बरती जाए ताकि अफगानिस्तान, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश इत्यादि देशों से ड्रग्स भारत में प्रवेश न हो तथा राष्ट्रीय स्तर पर एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया जाए । इस दौरान मुनीर अख्तर लाली , रमेश टंडन, प्रेम लाल, निर्मला राजपूत ,सुशील पुंडीर, शीला सिंह, अगस्त्य शर्मा, शीतल ठाकुर, पवन कुमार शर्मा, राजेश कुमार, शालू, शिल्पा ,ज्योति ,आरती ,आशीष शर्मा ,मेजर सूबेदार ज्ञान चंद ठाकुर, प्रोफेसर अरुण कुमार, लेफ्टिनेंट आर्मी विंग जय चंद महलवाल ,वासुदेव ,नीतीश ,सुधा हंस ,रेखा शर्मा परवेज खान मुन्ना,रफी मोहम्मद, अरशद शेख ,नंदलाल राही प्रोफेसर नीरज वर्मा, तनुज सोनी, स्कूली संस्थानों, बुद्धिजीवियों ने भाग लिया ।
बिलासपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिलासपुर इकाई ने महाविद्यालय की छात्रा के साथ शिक्षक के द्वारा उत्पीड़न को लेकर कॉलेज के अध्यापक के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद करके रोष प्रकट किया। विद्यार्थी परिषद बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष प्रशांत ठाकुर ने कड़े शब्दों में कहा कि अध्यापक समाज और राष्ट्र निर्माता के रूप में कार्य करता है परंतु इस घटना ने अध्यापक वर्ग को शर्मसार किया है। इस अध्यापक के खिलाफ पहले भी इस तरह का मामल ध्यान में आ चुका है। प्रशांत ठाकुर ने कहा कि अध्यापक वह दीपक है जो एक बच्चे के खाली दिमाग को बौद्धिक रूप से विकसित करता है और उसके भविष्य के निर्माण हेतु अपनी अग्रणी भूमिका निभाता है। विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को आंदोलन के माध्यम से प्रशासन व सरकार से यह मांग करती है कि तुरंत प्रभाव से इस तरह का व्यव्हार करने वाले अध्यापक को बर्खास्त किया जाए। विद्यार्थी परिषद बिलासपुर इकाई अध्यक्ष प्रशांत ठाकुर ने कड़े शब्दों में प्रशासन व सरकार को चेताया कि अगर अध्यापक के ऊपर किसी प्रकार की कठोर कार्यवाही नहीं होती है तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन करने में पीछे नहीं हटेगी। एक जागरुक छात्र संगठन होने के नाते विद्यार्थी परिषद इस घटना को बिलकुल भी सहन नहीं करेगी। परिषद ने गुरु शिष्य परंपरा को लज्जित करने वाले प्राध्यापक को बर्खास्त करने की मांग भी की।
प्रतिस्पर्धा के लिए कोई उम्र नही होती और जब इंसान भीड़ का हिस्सा न बनकर भीड़ की वजह बनने का सोच लेता है तो किसी भी उम्र में प्रतिस्पर्धा उसके कदम चुम लेती है। यह बात मास्टरज गेम एशोसिएशन द्वारा बिलासपुर लुहनु मैदान में आयोजित खेल प्रतियोगिता में विभिन्न खेलो में 5 मैडल जीतने वाली प्रतिभागी खिलाड़ी 45 वर्षीय भारती दास न कही। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेकर प्रथम व द्वितीय स्थान हासिल किया जो स्वयम में ही एक आश्चर्यजनक विषय है। स्कूल व कॉलेज के समय मे वह विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती थी परंतु विवाह के बाद वह अपने परिवार की देख रेख में पूरी तरह व्यस्त हो चुकी थी उसके वावजूद भी इतने समय के अंतराल बाद उनके पति दिनेश पॉल उर्फ मुन्ना के सहयोग व प्रोतसाहित करने पर जिला बिलासपुर के लुहनु मैदान में आयोजित तीसरी राज्य स्तरीय मास्टरज खेल प्रतियोगिता में भाग लिया और जीत हासिल कर 5 मैडल जीते जोकि उन्हें व उनके परिवार के लिए गर्व का विषय बना है। उन्होंने कहा कि खेलों में टैलेंट किसी भी उम्र का मोहताज नहीं होती है। प्रतिस्पर्धा किसी भी उम्र में हो सकती है बस सिर्फ जुनून होना जरूरी है। विशेषकर उन महिलाओं के लिए जो घर के काम काज व परिवार में यह भूल जाती है कि वह भीड़ का हिस्सा नही है बल्कि उन्हें भी कुछ अलग कार्य कर दिखा कर स्वयं की पहचान बनानी चाहिए व अपने वजूद को जिंदा रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि यदि सरकार प्रत्येक उम्र की महिलाओं के लिए इस तरह की खेल प्रतियोगिताओ का आयोजन करती रहे तो हमारे समाज की बहुत सी महिलाओं को एक ऐसा मौका मिलेगा जो जीवन मे कुछ अलग करना चाहती है। वह रोजमर्रा जिंदगी में चल रहे तनाव से बाहर निकलेगी इसके साथ ही शारीरिक रोगों से भी मुक्ति मिलेगी।
समाजिक संस्था रेनबो स्टार क्लब के संरक्षक शीला सिंह,अर्धनारीश्वर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष बिजली महात ,लाडली फाउंडेशन के राज्य अध्यक्ष शालू और हिंदू मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रांत संयोजक इंजीनियर सत्यदेव शर्मा ने कहां की चिट्टा सरगना नशा माफियाओं की वजह से दर्जनों युवा मौत के घाट उतर रहे हैं। 13 नवंबर को चिटा सरगना नशा माफियाओं की शव यात्रा पूरे बिलासपुर शहर में निकाली जाएगी। उन्होंने बताया कि चिट्टा सरगना की शव यात्रा 13 तारीख को दो चरणों में निकाली जाएगी। प्रथम चरण में 10:00 बजे गुरुद्वारा चौक से मेन मार्केट होते हुए ,यह रैली लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुंचेगी। दूसरे चरण में 11:00 बजे लक्ष्मी नारायण मंदिर से होते हुए डियारा सेक्टर भ्रमण करते हुए बिलासपुर के मेन मार्केट में शव यात्रा का दहन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शव यात्रा को लाल कपड़े में लपेट कर घसीटते हुए सैकड़ों युवा चिट्ठा सरगना पर कड़ा प्रहार करेंगे। रैली के बाद जनसभा का आयोजन किया जाएगा जिसका मंच संचालन इंटरनेशनल वुमन इनरव्हील क्लब की अध्यक्षा शालिनी शर्मा करेंगे। ऑपरेशन मुक्ति नशा निवारण अभियान के राज्य समन्वयक एवं क्लब के अध्यक्ष ईशान अख्तर ने कहा रैली को निकलने के लिए सफलतापूर्वक कमेटियों का निर्माण कर दिया गया है। इसमें अनुशासन समिति, जलपान कमेटी ,शव यात्रा कमेटी ,कानून एवं व्यवस्था समिति ,मंच कमेटी का गठन किया है।
त्युंन सरयून धार किसान एवम श्रमिक कल्याण सभा के अध्यक्ष आशीष ठाकुर ने हिमाचल सरकार पर धार के लोगों की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हवाण,सरयून चलेहली पंचायत की तरफ से एक भी हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस नहीं चल रही है। इसकी वजह से कॉलेज,आईटीआई व सरकारी विभागों में कार्यरत लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बस न होने की वजह से कॉलेज व आईटीआई में पड़ने वाले बच्चे जिन्होंने बस पास बनवा रखे हैं उनका कोई उपयोग नहीं है। साथ में उन्होंने कहा कि जाहु चंडीगढ़ रूट के लिए परिवहन विभाग ने एक बस स्वीकृत की है, पर प्रदेश सरकार की नाकामी की वजह से पिछले 6 महीने से अभी तक वह बस रूट पर नहीं चली है,इससे लोगों में भारी रोष है। आशीष ठाकुर ने कहा कि जल्द से जल्द अगर उक्त बसें रूट पर नहीं चली तो ग्रामीणों के साथ मिलकर सभा एक बड़े आंदोलन की रूप रेखा तैयार करेगी।
बिलासपुर में आयोजित मास्टर्ज़ गेम्स की तीसरी राज्य स्तरीय स्पर्धा के समापन में वन पर्यावरण एवं खेल मंत्री गोविंद ठाकुर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि खेलों को खेलने से हर कोई स्वस्थ रहता है। उन्होंने परिवहन नियमो की पालना करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण भी आज की आवश्यकता है। इन्वेस्टर मीट के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सराहना की। उन्होंने विधायक सुभाष ठाकुर की मांग पर पैरा ग्लाइडिंग को बढ़ावा देने के लिए 15 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने मास्टर गेम्स असोसिएशन को भी 2 लाख देने की घोषणा की। इसके अलावा कहलूर स्पोर्ट्स परिसर में बकाया रहे कार्यों के लिए और धन राशि देने का कहा। इस अवसर पर मास्टर फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव व राज्य अध्यक्ष विनोद कुमार ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन पूरे भारत में करवाए जा रहे है। इससे खिलाड़ी नेशनल के लिए तैयार होंगे जो बड़ौदा में फरवरी 2020 में होंगे। उन्होंने मास्टर्ज़ गेम्स की ओर से मंत्री महोदय को एक मांग पत्र भी सौंपा। इसमें मास्टर्स गेम्स एसोसिएशन को मान्यता प्रदान करने मुख्य मांग रखी गई और मास्टर्स गेम्स की प्रतियोगिताओं के दौरान के सभी कर्मचारी खिलाड़ियों को छुट्टियों का प्राबधान करने की मांग की गई। इससे पहले राजय महासचिव व आयोजन सचिव तेजस्वी शर्मा ने मुख्यातिथि महोदय का समारोह में पहुंचने पर पुष्प गुच्छ प्रदान करके अभिनंदन किया। उन्होंने अपने संबोधन में मास्टर्स गेम्स के आयोजन के लिए सभी सहयोगियो का आभार व्यक्त किया। तेजस्वी शर्मा ने जिला प्रशासन और खेल विभाग का भी सहयोग के लिए विशेष आभार जताया। विधायक सुभाष ठाकुर भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। ओवरआल ट्रॉफी बिलासपुर को इस प्रतियोगिता में ओवरआल ट्रॉफी बिलासपुर 55 गोल्ड मेडल्स के साथ मिली व सोलन 30 गोल्ड व दूसरे नंबर व हमीरपुर 22 गोल्ड के साथ तीसरे नंबर पर रहा। हॉकी में 40 प्लस वोमेन में बिलासपुर ने सोलन को हराकर विजेता का खिताब जीता, हॉकी 50 प्लस में सोलन 1 ने सोलन 2 को हराया, सोलन ही विजेता रहा। हॉकी मेन्स में 40 प्लस में बिलासपुर प्रथम हमीरपुर द्वितीय। हॉकी मेन्स 50 प्लस सिरमौर प्रथम और बिलासपुर द्वितीय रहा।
हिमाचल प्रदेश विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद (हिम्कोष्ट) के सदस्य सचिव डीसी राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि 13 से 16 नवंबर तक 27वें राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलन का आयोजन शिक्षा विभाग हिमाचल प्रदेश और राष्ट्रीय विज्ञान विकास उद्योग परिषद और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी.) भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कन्या बिलासपुर में आयोजित कर रहा है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन उपायुक्त राजेश्वर गोयल द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय शैक्षणिक समिति के सदस्य (एनएसी.) डॉ जयंत शर्मा, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक सुदर्शन कुमार, एसपीडी आशीष कोहली, एसएसए/आरएमएस से उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि हिम्कोष्ट की ओर से संयुक्त सदस्य सचिव सनी शर्मा कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया कि बाल विज्ञान कांग्रेस 2019 का मुख्य विषय ‘‘स्वच्छ, हरित और स्वस्थ राष्ट्र के लिए विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार’’ है। उन्होने बताया कि 4 दिनों के कार्यक्रम में कांग्रेस के दौरान वैज्ञानिक परियोजना रिपोर्ट, विज्ञान प्रश्नोत्तरी, गतिविधि कॉर्नर, विज्ञानिक स्किट एंड प्ले, गणितीय ओलंपियाड और विज्ञान मॉडल जैसी के प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। राज्य भर के 700 से अधिक छात्र और शिक्षक इन 4 दिनों के दौरान भाग लेने के लिए आ रहे है। उन्होंने बताया कि 27वीं राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य आकर्षण आगस्टा इंटरनेशनल फाउंडेशन, बंगलौर और सैंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट द्वारा प्रदर्शनी होगी। उन्होंने बताया कि फाॅर्मस्टा इंटरनैश्नल फाउंडेशन, बंगलौर की टीम द्वारा बिलासपुर के 100 छात्रों को वैज्ञानिक तौर-तरीकों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा और शिमला जिले 50 छात्र जिन्हें सैंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट द्वारा माह सितम्बर में प्रशिक्षित किया गया था। ‘‘नवीकरणीय ऊर्जा (सौर छत) और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन‘‘ पर मॉडल प्रदर्शित करेंगे। उन्होने बताया कि इस अवसर पर विश्व विद्यालयों औश्र अन्य सरकारी विभाग की एंजैसिंयां राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के दौरान प्रतिभागी छात्रों और शिक्षकों के लाभ के लिए लगभग 20 स्टाॅलों में वैज्ञानिकों नवाचारों और विकास को प्रदर्शित करेंगे। उन्होने बताया कि हिम्कोष्ट ने राज्य भर के छात्रों के प्रतिभागियों के लिए तारामंडल शो और नाइट स्काई वाचिंग आयोजित करने की योजना बनाई है। राष्ट्रीय स्तर के संगठनों के वैज्ञानिक, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक परियोजना रिपोर्ट में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले 16 छात्रों का समूह 27 से 31 दिसम्बर 2019 के दौरान केरल के तिरुवंतपुरम में राष्ट्रीय स्तर के बाल विज्ञान कांग्रेस में भाग लेगा।
बढ़ती महंगाई व गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर कांग्रेस पार्टी के धरना-प्रदर्शनों पर भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी पर सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता हकीकत से भाग रहे हैं जिन्हें देश के हालात ठीक लग रहे है जबकि महंगाई बेरोजगारी, भ्रष्टाचार व गिरती अर्थव्यवस्था से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की सच्चाई के आइने को हमेशा झुठलाने की आदत रही है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा सजग विपक्ष की भूमिका निभाते हुए जनता की समस्याओं को धरना-प्रदर्शनों के माध्यम से सरकार के समक्ष रखा जा रहा है लेकिन उससे भी भाजपा नेताओं को घबराहट हो रही है। उन्होंने कहा कि होना तो यह चाहिए था कि जिस जनता ने भाजपा पर विश्वास जताते हुए उन्हें सत्ता के गलियारे दिखाए, उस जनता की समस्याओं का सरकार को समाधान करना चाहिए था, क्योंकि भाजपा के राज में सब चौपट हो गया है। उद्योग धंधे तेजी से बंद हो रहे हैं। करोड़ों लोग बेरोजगार हो चुके हैं जिसे देखते हुए कांग्रेस ने जन आंदोलन छेडक़र सरकार को जगाने का काम कर रही है। अब यह सब भी भाजपा नेताओं को अखर रहा है तो भाजपा नेता बताएं कि क्या कांग्रेस पार्टी मूकदर्शक बनकर उनकी तरह हाथ पर हाथ धरे बैठी रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा जनता के साथ चलने में विश्वास रखती है तथा देश की वर्तमान बिगड़ी परिस्थितियोंं पर भी एक जिम्मेवार एवं सजग विपक्ष की भूमिका निभाते हुए सरकार को सच से अवगत करवा रही है लेकिन सरकार उस पर अमल करने के बजाये अपनी धुन में मस्त है। उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार व भाजपा नेताओं को देश में बेरोजगारी अच्छी लग रही है। क्या रेंगती अर्थव्यवस्था व उद्योगों का बंद होना भाजपा सरकारों की नाकामी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में हालात ऐसे बन चुके है कि ज्वलंत मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार नित्त नए-नए हथकंडे अपनाती रहती है, ताकि सच्चाई दफन रहे तथा जनता को अच्छा-अच्छा ही दिखे लेकिन जनता भी हकीकत जानने लगी है और भाजपा की जनविरोधी नीतियों से पर्दा उठना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा जनता के हक-हकूकों की लड़ाई लड़ती आई है तथा पार्टी का इतिहास रहा है कि जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, तब भी कांग्रेस ने बलिदान देते हुए देश को आजाद करवाने की लड़ाई लड़ी थी। अब दोबारा आजादी से पहले वाले हालात वर्तमान केंद्र सरकार की नीतियों से बन गए है, इनसे निपटने व देश को गुलामी की ओर धकेल रही ऐसी शक्तियों से बचाने के लिए कांग्रेस बीच में खड़ी हो गई है।
मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी में आई बंगलादेश हैंडबाल फेडरेशन की महिला व पुरुष टीमों का दूसरा मैच मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की सब जूनियर महिला व वरिष्ठ पुरुष टीमों के साथ हुआ। इसमें पुरुष वर्ग में बंगलादेश व महिला वर्ग में मोरसिंघी हैंडबॉल नर्सरी ने जीत दर्ज की। इनमें पुरुष वर्ग में एक बार फिर बंगलादेश व महिला वर्ग में मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की सब जूनियर टीम ने जीत हासिल की। जबकि महिला वर्ग का तीसरा व अंतिम मैच बंगलादेश व मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की वरिष्ठ टीम के मध्य हुआ। पुरुष वर्ग में बंगलादेश की टीम ने मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की टीम को 37-29 से पराजित किया। वहीं महिला वर्ग में मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की सब जूनियर टीम ने बंगलादेश की टीम को 20-16 से पराजित किया। महिला वर्ग के अंतिम मैच में मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की वरिष्ठ टीम ने बंगलादेश की टीम को 31-15 से पराजित किया। मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की तरफ से भावना ने 9, प्रीति ने 4, प्रियंका ने 2, दीपशिखा ने 4, महिमा ने 2, रिंपल व पायल ने 1-1 , निधि शर्मा ने 3, शैलजा ने 2 गोल किये। यह जानकारी मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की कोच स्नेहलता ने दी। उन्होंने बताया कि पुरुषों के मैच में हिमाचल प्रदेश हैंडबाल संघ के सी ई ओ डॉक्टर प्रवेश शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। वहीं महिला वर्ग में अंतरराष्ट्रीय पहलवान जगदीश कुमार ने मुख्यतिथि के तौर में शिरकत की। वहीं राजेश मेहता अंतरराष्ट्रीय हैंडबाल खिलाड़ी ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की।
मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की महिला खिलाड़ी लगातार एक के बाद एक उपलब्धिया हासिल कर रही है। चाहे वो राज्य, राष्ट्रीय या फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो, मोरसिंघी की खिलाड़ियों ने अपने खेल का लोहा मनवाया है। हर क्षेत्र में यहां की खिलाड़ियों की बदौलत हिमाचल ने हर वर्ग में मेडल जीते है। इसी कड़ी में अब एक बार फिर इस मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की 8 महिला खिलाड़ी भारतीय महिला हैंडबॉल टीम के प्रशिक्षण शिविर में चयनित हुई है। इनके चयन से जहां खेल जगत में खुशी का माहौल है वहीं नर्सरी की सभी खिलाड़ी भी खुश है। यह जानकारी मोरसिंघी पंचायत के प्रधान जगदीश ठाकुर व कीच स्नेहलता ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि आगामी 1 से 10 दिसंबर तक नेपाल के काठमांडू में आयोजित होने वाली 13 वी साउथ एशियन गेम्स की हैंडबॉल स्पर्धा में भाग लेने वाली भारतीय महिला टीम के संभावित 25 खिलाड़ियों की सूची भारतीय हैंडबॉल संघ के महासचिव आनंदेश्वर पांडे ने जारी कर दी है । भारतीय प्रशिक्षण शिविर में चयनित 25 संभावित खिलाड़ियों की सूची में प्रदेश के मोरसिंघी हैंडबाल नर्सरी की 8 खिलाड़ी है। गत वर्ष अगस्त में जकार्ता के इंडोनेशिया में हुई एशियन गेम्ज़ में भारतीय महिला टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी निधि शर्मा, दीक्षा ठाकुर व प्रियंका ठाकुर को भी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया गया। प्रियंका ठाकुर हाल ही लखनऊ में हुई सब जूनियर एशियन गेम्ज़ में भारतीय टीम की कप्तान थी। शैलजा शर्मा इसी वर्ष में लखनऊ में ही सम्पन्न हुई साऊथ ऐशियन गेम्ज़ में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। शालिनी ठाकुर तथा दीपशिखा, दीपा ठाकुर एशियन गेम्ज़ के प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी है। इसके अलावा मेनिका पाल जूनियर भारतीय महिला टीम की कप्तान रह चुकी है। मेनिका की कप्तानी में टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने बताया कि भारतीय महिला टीम के संभावित खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शिविर 10 नवंबर से नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल संस्थान पटियाला में लगेगा। जहां पर यह सभी 25 महिला खिलाड़ी मुख्य राष्ट्रीय हैंडबाल प्रशिक्षक मोहिंदर पाल तथा सचिन चौधरी एवम सोना दुबे के मार्गदर्शन में हैंडबाल की बारीकियां सीखेंगे । उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी 8 खिलाड़ियों के अब तक के शानदार प्रदर्शन के चलते इस प्रशिक्षण शिविर से चयनित 16 सदस्यीय भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल होंगी।
बिलासपुर में चल रही तीसरी राज्य स्तरीय मास्टर गेम्स में दूसरे दिन बिलासपुर के नैना देवी क्षेत्र से विधायक व पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने शिरकत की। उन्होंने मास्टर गेम्स में भाग ले रहे सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी और भविष्य में हिमाचल का नाम भारतवर्ष में चमकाने का आह्वान किया। रामलाल ठाकुर ने कहा बिलासपुर जिला में तीन तरह की खेलों से संबंधित सभी सुविधाएं मौजूद हैं जिन्हें आने वाले समय में और ज्यादा सुसज्जित किया जाएगा। उन्होंने प्रदेशभर से आए खिलाड़ियों से आह्वान किया कि अपना दमखम दिखाने में कोई कमी ना रखें जिससे कि आने वाली युवा पीढ़ी को एक नई प्रेरणा और दिशा मिल सके। उन्होंने कहा कि हमारा युवा इस समय बुरी तरह से नशे की चपेट में जकड़ता जा रहा है जिसके लिए मास्टर गेम एक प्रेरणा स्त्रोत बन सकती है। उन्होंने अपने समय के खेलों के बारे में भी अपने अनुभव सभी खिलाड़ियों से सांझा किऐ। रामलाल ठाकुर ने कहा कि बिलासपुर में लुहनु स्पोर्ट्स परिसर में जितनी भी खेल सुविधाएं हैं, वह सब पूर्व कांग्रेसी सरकारों की देन है और उनके व्यक्तिगत प्रयासों से इतने बड़े खेल मैदान बिलासपुर को मिल पाए हैं। उन्होंने लुहनु क्रिकेट मैदान पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि जिस मैदान को बिलासपुर जिले के बच्चों के लिए तैयार किया गया था, उस पर आज एक कंपनी के लोगों ने अपना कब्जा करके रखा है। इसे अपनी कमाई का जरिया बना कर रखा हुआ है। यदि आज यह मैदान राज्य सरकार के पास होता तो मास्टर गेम के खिलाड़ी क्रिकेट का भी आनंद ले पाते। उन्होंने कहा खेलों में राजनीति भावना की सोच रखना बहुत ही शर्मनाक है, लिहाजा खेलों में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर खेलों को प्रोत्साहित करना चाहिए। रामलाल ठाकुर ने इस दौरान हॉकी के मैच का भी आनन्द उठाया और प्रतियोगिता में विजेता, उपविजेता खिलाड़ियों को मैडल पहनाकर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर मास्टर्स गेम्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महासचिव व राज्य अध्यक्ष विनोद कुमार और आयोजन सचिव व राजय महासचिव तेजस्वी शर्मा सहित अन्य पदाधिकारियों ने उन्हें टोपी और शाल पहना कर सम्मानित किया। इस अवसर पर अतुलयम होम्स ग्रुप के प्रतिनिधि राजेश चौधरी, पूर्व नगर पार्षद संतोष मिश्रा, पूर्व हॉकी संघ के राजसचिव सुरेंद्र पाल दास जिला युवा सेवाएं एवम खेल अधिकारी श्याम कौंडल , सहित नगर के लोग उपस्थित रहे।